________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
इधर उधर न होने वाला, सार्थक - स्तुत्यं स्तुतिभिर
र्थ्याभिरुपतस्थे सरस्वती--रघु० ४।६, कु० २।३, 4. धनी, दौलतमंद 5. समझदार, बुद्धिमान्,-यम् गेरु । अर्दू (भ्वा० पर०) [अर्दति, अदित] 1. दुःख देना, व्यथित
करना, प्रहार करना, चोट पहुँचाना, मारना-रक्षः सहस्राणि चतुर्दशार्दीत्-भट्टि० १२।५६ दे० नीचे प्रेर०, 2. मांगना, प्रार्थना करना, निवेदन करना --निलितांबुगर्भ शरद्घनं नार्दति चातकोऽपि-रघु० ५।१७, (प्रेर० या चु० पर०) 1. (क) सताना, पीड़ित करना, दुःखाना-कामादित, कोप', भय आदि (ख) प्रहार करना, चोट पहुँचाना, घायल करना, बध करना -येनादिदत् दैत्यपुर पिनाकी-- भट्टि० २।४६, अति---अधिक सताना, आक्रमण करना, टूट पड़ना-अत्यार्दीत् वालिनः पुत्रम्-भट्टि० १५।११५,
अभि-दुःखाना, सताना, पीड़ित करना। अर्दन (वि०) [अर्द + ल्युट् ] दुःखाने वाला, सतानेवाला,
-नम् पीड़ा, कष्ट, चिन्ता, उत्तेजना, क्षोभ, नम्,
ना 1. जाना, हिलना 2. पूछना, माँगना 3. वध करना, चोट पहुंचाना, पीड़ा देना। अर्ष (वि.) [ ऋथ् ।-णिच् + अच् ] आधा, आधा भाग
बनाने वाला,--धम्, र्धः 1. आधा, आधा भाग | --सर्वनाशे समुत्पन्ने अर्धं त्यजति पण्डितः; गतमधू दिवसस्य -विक्रम ० २, यदर्थे विच्छिन्नं --श० ११९, आधा-आधा बँटा हुआ (अर्ध शब्द को लगभग सब संज्ञा व विशेषण शब्दों के साथ जोड़ा जा सकता हैसंज्ञा के साथ समास में प्रथमपद के रूप में इसका अर्थ है:-'आधा' 'काय: ---अर्धकायस्प, विशेषणों के साथ इसका अर्थ क्रियाविशेषणात्मक है; श्याम== आधा काला, क्रमसूचक संख्याओं के साथ "संख्या का आधा" अर्थ होता है, तृतीयम् --दो और आधा तीसरा अर्थात् अढ़ाई। सम-अक्षि (नपुं०) अपांगदृष्टि, आँख का झपकना--मच्छ० ८।४२, ---अङ्गम् आधा शरीर.-अंशः, आधा भाग, आधा हिस्सा, -अंशिन (वि०) आधे का हिस्सेदार, --अर्घः,-अर्धम् 1. आवे का आधा, चौथाई-चरोरधर्विभागाभ्यां तामयोजयतामभे-रघु० १०५६, 2. आवा और आधा,--अवर्भेदकः आधासीसी, आधे सिर की पीड़ा,-अवशेष (वि.) जिसके पास केवल आषा ही शेष बचे,—-आसनम् 1. आधा आसन --अर्धासनं गोत्रभिदोऽधितष्ठी-रघु० ६१७३, मम हि दिवौकसां समक्षमर्यासनोपवेशितस्य-श० ७ (आगंतुक अतिथि को अपने ही आसन पर अर्धासन देना अत्यधिक सम्मान का चिह्न समझा जाता था) 2. सम्मानपूर्वक अभिवादन करना 3. निन्दा से मुक्ति - इन्दुः 1. आधा चाँद, दूज का चाँद, 2. अंगुली के
नाखून की अर्धवर्तुलाकार छाप, बालेन्दु के आकार की नख-छाप-नै० ६२५, 3. बालचन्द्र के आकार के समान सिर वाला बाण (= अर्धचन्द्र नी०), 'मौलि शिव, ...-मेघ० ५६,---उक्त (वि.) आधा कहा हुआ,रामभद्र इति अर्धोक्ते महाराज-उत्तर० १, उक्तिः (स्त्री०) भग्नवाणी, अन्तर्बाधित वाणी, .-उदयः 1. अर्व चन्द्रमा का निकलना 2. आंशिक उदय, आसनम् समाधि में बैठने का एक प्रकार का आसन,-ऊरुकम् स्त्रियों के पहनने का अन्तर्वस्त्र, पेटोकोट, -कृत (वि०) आधा किया हुआ, अपूर्ण, ---खारम्, -री एक प्रकार का माप, आधी खारी ---गंगा कावेरी नदी, इसी प्रकार जाह्नवी, गच्छ: २४ लड़ियों का हार,--गोल: गोलार्द्ध,-चंद्र (वि०) बालेन्दु के आकार वाला, (--द्रः) 1. आधा चन्द्रमा, बालेन्दु --सार्धचन्द्र बिति यः--कू० ६।७५, 2. मोर की पूंछ पर अर्धवर्तुलाकार चिह्न, 3. बालचन्द्र के आकार के सिरे वाला बाण --अर्धचन्द्रमणिश्चिच्छेद कदलीमुखम्-रघु० १२।९६, 4. बालचन्द्र के आकार की नख-छाप 5. अर्धवृत्त के रूप में झुका हुआ हाथ, जो कि किसी वस्तु को पकड़ने के लिए मोड़ा गया हो. "दं वा-गर्दनिया देकर बाहर निकालना--दीयतामेतस्यामर्धचन्द्रः-पंच०१, -चन्द्राकार,-चन्द्राकृति (वि.) आधे चन्द्रमा के आकार वाला,-चोलक: अंगिया,-दिनम् —दिवस: 1. आधा दिन, दिन का मध्यभाग, 2. १२ घण्टे का दिन,-नाराचः वालचन्द्र के आकार का लोहे की नोक वाला बाण,-नारीशः,-नारीश्वरः शिव का एक रूप (आधा पुरुष तथा आधी स्त्री), ---नावम् आधी किस्ती,-निशा मध्यरात्रि, आधी रात –पञ्चाशत् (स्त्री०) पच्चीस,–पणः आधे पण की माप, - पथम् आधा मार्ग (--थे) मार्ग के मध्य में, ---प्रहरः आधा पहरा, डेढ़ घण्टे का समय,-भाग: आधा, आधा भाग या हिस्सा, तदर्धभागेन लभस्व काक्षितम्-कु० ५।५०, रघु० ७।४५,-भागिक (वि०) आधे भाग का साझीदार,-भाज (वि.) 1. आधे भाग का हिस्सेदार, आधे भाग का अधिकारी, 2. साथी, साझीदार, ---भास्करः दिन का मध्यभाग, दोपहर,-माणवकः,-माणवः १२ लड़ियों का हार, (माणवक २४ लड़ियों का होता है), --मात्रा 1. आधी मात्रा, 2. व्यंजन वर्ण,-मार्गे (अव्य०) मार्ग के बीच में-विक्रम० ११३,--मासः आधा महीना, एक पक्ष,-मासिक (वि०) 1. प्रत्येक पक्ष में होने वाला 2. एक पक्ष तक रहने वाला, .-.-मुष्टिः (स्त्री०) आधा भिंचा हुआ हाथ,-यामः आधा पहर,—रथः किसी दूसरे के साथ रथ पर बैठ
For Private and Personal Use Only