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प्रयोग १४२
अरई प्रयोगव- सज्ञा, पु. ( सं० ) वैय कन्या, अरंकना-संज्ञा, भा० स्त्री. ( सं० ) के गर्भ से शूद को और : सन्तान जाति । अदीनता। विशेष ।
- अरंच-वि० (सं० ) अरंचक-रंच नहीं, वि० (सं० अयोग्य ) अयोग्य, अनुचित। बहुत, अधिक। अयोगी-वि० ( सं० जो योगी न हो, अरञ्ज-वि० ( ह. अरंज-फा ) बिना गृहस्थ ।
रंज या दुःख के। अयागिक-वि० (सं०) योगिक जो न हो. अगञ्जर- वि० ( सं० ) अप्रपन्नता अमिश्रित, असंयुक्त रूढ़ि सज्ञा ।
विनोदाभाव । धायोग्य -- वि० ( सं० ) जो योग्य न हो, दे० ( सं० श्रारंजन ) प्रमोदकारी, प्रसन्न अनुपयुक्त, नालायक, निम्म्मा . अपात्र, ! करना । अकुशल, निकाम, ( दे. ) बेकाम, ! अञ्जिन-वि० (सं० ) रंजित या रँगा अनुचित, नामुनासिब, नामाकृल', अक्षम, हगा जो न हो। असमर्थ ।
अरगड - संज्ञा. पु० दे० (सं० एरंड ) रेंड, अगोगना-संज्ञा, भा० स्त्री० (सं०) ___एक तेल वाला वृत विशेष । अक्षमता, अनुपयुक्तता, अपात्रता।
अरंध- वि० (सं० ) रंध्र या छेद रहित, अयोधन- संज्ञा पु० (सं० अयम् - घन )
अछिद्र, संयुक्त, खूब मिला हुआ, बिना एकत्री भूत, लौह पुञ्ज, निहाली हथौड़ा, विलगाव के। निहाई।
वि० प्रध्रित-अविलग, अछिद्र । प्रयोध्या-संज्ञा, स्त्री० (सं० अ-+ युध्य । श्ररम्भ - संज्ञा, पु० दे० (सं० प्रारम्भ ) आ ) कोशल पुरी, अवधपुरी, सूर्यवंशीय प्रारम्भ, शुरू। राजारों की राजधानी, राम जन्म भूमि, अरंभना-प्र. क्रि० दे० (सं० आरम्भ ) सरयू तट पर एक प्रसिद्ध प्राचीन तीर्थ- प्रारम्भ होना, या प्रारम्भ होना। नगर।
स० क्रि० प्रारम्भ करना। " अयोध्या नाम नगरी तत्रापीत् लोक
" अनरथ अवध अंरभेउ जबते "-- विश्रुता"-वा० रामा० ।
रामा०। अयोधा- वि० (सं० ) जो योधा या वीर अ. क्रि० (सं० आ+रंभ---शब्द करना) न हो, कायर।
बोलना, नाद करना, शोर करना, राँभना अयोनि-वि० (सं० ) जो उत्पन्न न हुआ (दे०)। हो, अजन्मा, नित्य ।
अरंभिक-वि० दे० ( सं० प्रारंभिक ) श्रयानिज--संज्ञा, पु. ( सं० ) जो योनि प्रारंभिक, शुरु का, आदि का। से उत्पन्न न हो जीव जाति विशेष, वृक्ष अरं भत-वि० दे० ( सं० आरंभित ) श्रादि।
प्रारंभित, प्रारंभ किया हुआ, शुरु स्त्री. अयोनिजा--सीता ।
किया हुआ। अरंग-संज्ञा. पु. ( दे० ) सुगन्धि का अर --संज्ञा, पु० दे० ( हि० पाड़ ) ज़िद. झोंका।
। अड़, हट, पार (दे० )।। वि० बिना रङ्ग का रंग का अभाव।। अग्ना -अ० कि० दे० ( हि० अड़ना ) हठ अक-वि० (सं० ) जो रंक न हो अदीन, करना, रुकना अटकना । धनी, सम्पन्न ।
अरई-संज्ञा, स्त्री० (दे० ) एक नुकीली
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