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(१) श्रद्धा ( ४ )
१. परमार्थ संस्तव
२. परमार्थ सेवना
३. सम्यक्त्वभ्रष्ट परिहार
४. मिथ्यादर्शनी परिहार
सम्यग्दर्शन शुद्धि के निमित्त (६७ बोल)
(२)
लिंग (३)
१. परमागम शुश्रूषा
२. धर्मसाधना में उत्कृष्ट अनुराग ३. गुरू वैयावृत्य नियम
( आधार - सम्यक्त्वसत्तरी, पृ. १३८ धर्मसंग्रह, अधि. १, गुण. १३)
(३)
विनय (१०)
१. अरिहंत विनय
२. अरिहंतप्ररुपितधर्म विनय
३. आचार्य विनय
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४. उपाध्याय विनय
५. स्थविर विनय
६. कुलविनय
७. गणविनय
८. संघविनय
९. धार्मिकक्रिया विनय १०. साधर्मिक विनय
(४)
शुद्धि (३)
१. मनशुद्धि
२. वचनशुद्धि
३. कायशुद्धि
२.८
तत्त्वार्थ सूत्र