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१
आर्तध्यान 1
अमनोज्ञ (अनिष्ट) संयोग मनोज्ञ (इष्ट) वियोग
वेदना (पीड़ा ) चिन्तवन
निदान बन्ध
आभ्यन्तर तप (ख)
२
रौद्रध्यान I
हिंसानुबंधी
मृषानुबंधी स्यानुबन्धी विषयसंरक्षणानुबंधी
ध्यान
३
धर्मध्यान 1
आज्ञाविचय
अपायविचय
विपाकविचय संस्थानविचय
चार लक्षण
आज्ञारुचि
सूचि
निसर्गचि
अवगढ़चि
४
शुक्लध्यान 1
पृथक्त्ववितर्क सविचार एकत्ववितर्क अविचार सूक्ष्मक्रियाऽप्रतिपाती व्युपरतक्रियाऽनिवृत्ति
चार लक्षण
अव्यथ असम्मोह
विवेक
व्युत्सर्ग
४५२ तत्त्वार्थ सूत्र : अध्याय ९ : सूत्र ३९-४६