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दंभी - दगली
दंभी ( भिन्) - वि० [सं०] दंभ करनेवाला, पाखंडी | देवरी - स्त्री० अनाज निकालने के लिए सूखे डंठलोंको बैलोंसे रौंदवाना ।
वारि* - स्त्री० दवाग्नि । दंश - पु० [सं०] दाँत काटने या डंक मारनेकी क्रिया; दाँत काटनेका घाव विषैले जंतुके काटने या डंक मारनेका घाव; चुभने वाली बात; एक प्रकारकी बड़ी मक्खी जो बहुत तेज काटती है, डाँस, वनमक्षिका; दाँत । दशक - वि० [सं०] काटनेवाला; डंक मारनेवाला । दंशन - पु० [सं०] काटने या डंक मारनेकी क्रिया; कवच । दशना* - स० क्रि० दाँतसे काटना या डंक मारना । दंशित - वि० [सं०] जो हँसा गया हो, जिसे किसीने दाँत से काट लिया हो; जिसने कवच धारण किया हो, सन्नद्ध । दंष्ट्रा - स्त्री० [सं०] दाद, चौभर । - कराल - वि० भयंकर दाँतोंवाला ।
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दइमारा* ~ वि० दे० 'दई मारा' |
दई - पु० दैव, भाग्य, विधि, विधाता । -दई - -अ० हा दैव ! हा दैव !, ईश्वरकी दुहाई। मारा - वि० देवका मारा हुआ, हतभाग्य ।
दक्षिणायन - पु० [सं०] सूर्यका विषुवत् रेखाकी ओर से मकर रेखाकी ओर गमन; ६ महीनोंका समय जिसमें सूर्य विषुवत् रेखा से दक्षिणकी ओर रहता है । वि० दक्षिणकी ओर गया हुआ ।
दंष्ट्रायुध - पु० [सं०] शूकर, वराह ।
दंस* - पु० दे० 'दंश' ।
द - वि० [सं०] (समासांत में) देनेवाला; उत्पन्न करनेवाला । दक्षिणावर्त - पु० [सं०] वह शंख जिसमें हवा निकलनेका दद्दत * - पु० दे० 'दैत्य' ।
मार्ग दाहिनी ओर हो । वि० दक्षिण दिशा में स्थित; जिसका घुमाव दाहिनी ओर हो ।
दक्षिणाशा - स्त्री० [सं०] दक्षिण दिशा । - पति - पु० यम । दक्षिणी - पु० दक्षिण देशका निवासी । वि० दक्षिण देशका | दक्षिणीय - वि० [सं०] जो दक्षिणा पाने योग्य हो ।
सनारूढ़ हुआ था ।
दकियानूसी - वि० पुराना, कदीमी; पुराने खयालका, पुराणपंथी ।
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दक्षिण दिशा में । - पवन - पु० दक्षिण या मलयागिरिकी ओरसे आनेवाली हवा । -मार्ग - पु० एक तंत्रोक्त आचार; पितृयान ।
दक्षिणा - स्त्री० [सं०] दक्षिण दिशा; यज्ञ, दानकर्म आदिके अंत में ब्राह्मणों और पुरोहितोंको दिया जानेवाला द्रव्य । वि० [स्त्री० (वह नायिका) जो दूसरे नायकमें अनुरक्त रहती हुई भी पूर्व नायक के प्रति प्रेम और सद्भाव रखती है । - पथ- पु० भारतका दक्षिण भाग । दक्षिणाचल - पु० [सं०] मलय गिरि । दक्षिणाचारी (रिन) - वि०, पु० [सं०] शुद्ध आचरणवाला; शक्तिपूजक
दक़ीक़ा - पु० [अ०] सूक्ष्म वस्तु; युक्ति, उपाय । मु०उठान रखना, बाकी न छोड़ना - कोई कसर न छोड़ना । दक्खिन - पु० प्रातःकाल सूर्यकी ओर मुँह करके खड़े होनेपर दाहिने हाथकी ओर पड़नेवाली दिशा; भारतवर्षका दक्षिणी भाग, दक्षिण देश । अ० दक्षिण दिशा में । दक्खिनी - वि० दक्खिनकी ओर पड़नेवाला; दक्षिण दिशा में स्थित; दक्षिण देशका; जिसकी उत्पत्ति दक्षिण देशमें हुई हो; दक्षिण देश संबंधी । पु० दक्षिण देशका निवासी, दाक्षिणात्य ।
दक्ष - वि० [सं०] जिसमें किसी विषयको तत्काल समझने तथा कोई कार्य तत्काल करनेकी शक्ति हो, कुशल, निपुण, सिद्धहस्त, माहिर, चतुर; ईमानदार; दाहिना, दक्षिण । पु० एक प्रजापति; नंदी; अग्नि; शिव; वह नायक जिसके कई नायिकाएँ हों । - कन्या - स्त्री० दक्ष प्रजापतिकी कन्या, सती; दुर्गा । -जा, - तनया - स्त्री० दे० 'दक्षकन्या' । दक्षता अर्गल - पु० [सं०] (एफिशिएंसी बार) दे० ' प्रगुणताअर्गल' । दक्षिण - पु० [सं०] उत्तरके सामनेकी दिशा, दक्खिन; विष्णु शिव; एक तंत्रोक्त आचार; नायकका एक भेद; दाहिना हाथ; दाहिना पार्श्व । वि० दाहिना; दक्षिण दिशा में स्थित; दूसरेकी इच्छा के अनुसार कार्य करनेवाला, अनुकूल; ईमानदार, सच्चा; अपनी सभी नायिकाओं में तुल्य अनुराग रखनेवाला (नायक); पटु । अ० दक्खिनकी ओर,
दक्षिणाभिमुख - वि० [सं०] जिसका मुँह दक्षिणकी ओर हो; दक्षिण दिशाकी ओर बहनेवाला ।
दकियानूस - पु० एक रोमन सम्राट् जो ३४९ ई० में सिंहा- दक्षिन* - पु० दे० 'दक्षिण' ।
दक्षिनी* - वि० दे० 'दक्षिणी' ।
दखमा पु० वह स्थान जहाँ पारसी अपने मुर्दे पक्षियोंके खा जानेके लिए रख आते हैं । दखल-पु० [अ०] प्रवेश, घुसना; कब्जा, अधिकार, अख्ति यार | --दिहानी - स्त्री० कानूनी ढंगसे दखल दिलाना । - नामा - पु० वह सरकारी आज्ञापत्र जिसमें किसीको किसी वस्तुको स्वायत्त करनेकी आज्ञा दी गयी हो, दखल पानेका परवाना | मु०- देना - हस्तक्षेप करना । दखील - वि० [अ०] दखल देनेवाला; काविज, जिसके अधिकारमें हो। - कार - पु० जमीनपर स्थायी कब्जेका अधिकारी काश्तकार; कारबार में दखल देनेवाला; सलाहकार ।
दग़दग़ा - वि० चमकता हुआ । पु० एक तरहकी छोटी कंडी, [अ०] डर, भय; अंदेशा, संदेह । दगदग़ाना - अ० क्रि० चमकना; रौशन होना । स० क्रि०
चमकाना ।
दगदगाहट - स्त्री० चमक-दमक; तमतमाहट । दगधना * - अ० क्रि० जलना; पीड़ित होना । स० क्रि० जलाना; कष्ट देना; ठगना ।
दगना - अ० क्रि० (बंदूक, तोप आदिका) छूटना या चलाया जाना, दागा जाना; जलना; चिह्नयुक्त होना; प्रसिद्ध होना । स० क्रि० दे० 'दागना' | दगरा* - पु० देर, विलंब मार्ग, डगर । दगल * - पु० दे० 'दगला' |
दगला - पु० एक लंबा ढीला पहनावा, लबादा । दगली-स्त्री० दे० 'दगला' ।
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