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नई-नर्म जैसा और अधोभाग मनुष्य जैसा होता है।
नराट-पु० राजा। पु० दे० 'नरव्याघ्र'। -शृंग-पु. एक अलीक कथन नराधम-पु० [सं०] नीच मनुष्य । (मनुष्यका सींग जिसका होना असंभव है)। -सिंघ- नराधिप, नराधिपति-पु० [सं०] राजा। पु० दे० 'नरसिंह' । -सिंह-पु० विष्णुका वह विग्रह नरायण-पु० [सं०] विष्णु । जिसे उन्होंने चौथे अवतार में धारण किया था। इसमें नरायन-पु० दे० 'नारायण' । विष्णुके शरीरका आधा भाग सिंह जैसा था और आधा नरिंद*-पु० नरेंद्र, राजा। मनुष्य जैसा । -हत्या-स्त्री० मनुष्यको मार डालना, नरिअर, नरियरी -पु० दे० 'नारियल' । नरवध । -हरि-पु० दे० 'नरसिंह' ।
नरिअरी -स्त्री० दे० 'नरेली' । नरई-स्त्री० भैस, घोड़े आदिको खिलानेके कामकी तालमें नरिया-स्त्री० एक तरहका अर्द्धवृत्ताकार लंबा खपड़ा। होनेवाली एक घास घास आदिका पोला डंठल । नरियाना -अ० कि० चिल्लाना । नरक-पु० [सं०] धर्मशास्त्रके अनुसार वह स्थान जहाँ नरी-स्त्री० [सं०] स्त्री [फा०] बकरी या बकरेका रँगा पापियोंकी आत्माओंको अपने कुकृत्योंका फल भोगनेके हुआ चमड़ा; नरई धास; नली, छुच्छी; सुनारोंकी बाँसलिए जाना पड़ता है। बहुत गंदी जगह; वह स्थान जहाँ की बनी फुकनी।। बहुत कष्ट हो। -गामी(मिन्)-वि० नरकमें जानेवाला। नरुवा -पु० अनाजवाले पौधोंका (पोला) डंठल । -चतुर्दशी-स्त्री० दिवालीके ठीक पहले पड़नेवाली नरेंद्र-पु० [सं०] राजा; विषवैध । -मंडल-पु० (प्रिंसेज चतुर्दशी।
चेंबर्स) अंग्रेजी राज्यके समय बनी देशी नरेशोंकी संस्था । नरकट-पु० पतली-लंबी पत्तियों तथा पतले-गाँठदार नरेली-स्त्री० छोटा नारियल नारियलकी खोपड़ी या उसका
डंठलवाला पौधा जिससे कलम, चटाई आदि बनाते हैं। बना हुक्का । नरकल, नरकुल-पु० नरकट ।
नरेश, नरेश्वर-पु० [सं०] राजा। नरकस-पु० नरकट ।
नरेस*-पु० राजा। नरकांतक-पु० [सं०] (नरकासुर नाशक) कृष्ण । नरों-अ०, पु० दे० 'नरसों। नरकारि-पु० [सं०] कृष्ण ।
नरोत्तम-पु० [सं०] श्रेष्ठ मनुष्य; विष्णु । नरकासुर-पु० [सं०] पृथ्वीके गर्भसे उत्पन्न एक असुर नर्क-पु० [सं०] नाक; * दे० 'नरक' । जिसका वध कृष्णने किया था ।
नर्कट-पु० दे० 'नरकट'। नरगिस-पु० [फा०] हलके पीले रंगका एक प्रसिद्ध फूल नर्गिस-पु० दे० 'नरगिस' ।
जो उर्दू-फारसी साहित्य में आँखका उपमान है। नर्त-वि० [सं०] नाचनेवाला । पु० नाच, नर्तन । नरतक*-पु० दे० 'नर्तक'।
नर्तक-पु० [सं०] नाचने या नृत्य करनेका पेशा करनेवाला; नरद-स्त्री० दे० 'नर्द' ।
अभिनेता शिव । नरदन-पु० दे० 'नर्दन'।
नर्तकी-स्त्री० [सं०] नाचने या नृत्य करनेका पेशा करनेनरदवा-पु० नाबदान ।
वाली स्त्री; अभिनेत्री; हथिनी; मोरनी। नरदा -पु. नावदान ।
नर्तन-पु० [सं०] नाच, नृत्य; नाचना या नृत्य करना । नरम-वि० दे० 'नर्म'।
-गृह-पु०,-शाला-स्त्री० नाचनेके लिए बनाया गया नरमट-स्त्री० मुलायम मिट्टीवाली जमीन ।
या केवल नाचके काममें आनेवाला घर, नाचघर । - नरमा-स्त्री० एक प्रकारकी कपास, सेमरकी रुई; एक तरह- प्रिय-वि० जिसे नाच अच्छा लगे । पु० शिव; मोर । का मुलायम कपड़ा।
नर्तना-अ० क्रि० नाचना, नृत्त करना । नरमाई*-स्त्री० दे० 'नमी' ।
नर्तयिता(त)-पु० [सं०] नाचनेवाला; नाचना सिखनरमाना-अ० कि० नरम होना, मुलायम होना; कम | लानेवाला । होना; शांत होना । स० क्रि० नरम करना; कम करना। नर्द-वि० [सं०] करने या गरजनेवाला । स्त्री० [फा०] नरमी-स्त्री० दे० 'नी' ।
चौसरकी गोटी। नरर्षभ-पु० [सं०] राजा।।
नर्दन-पु० सं०] गर्जन ऊँचे स्वरमें गुण-गान करना। नरसिंगा, नरसिंघा-पु० टेढ़े आकारका एक बाजा जो नर्दा-पु० दे० 'नरदा' फूककर बजाया जाता है।
नर्दी (र्दिन)-वि० [सं०] गरजनेवाला। नरसौं-अ० बीते हुए परसोंके पहले या आनेवालेके पीछे। नर्म(न)-पु० [सं०] हँसी, परिहास, विनोद । -दपु० बीते हुए परसोंके पहले या आनेवालेके पीछेका दिन । | वि० हेसानेवाला, परिहासजनक, विनोदकर । पु० नर्मनरहड़, नरहर-स्त्री० पिंडलीके ऊपरकी हड्डी।
सचिव, विदूषक। -सचिव,-सुहृद-पु० राजाको नरांतक-पु० [सं०] रावणका एक पुत्र ।
हँसाने, प्रसन्न रखनेके लिए उसके साथ रहनेवाला व्यक्ति, नराच-पु० बाण, तीरः [सं०] एक वर्णवृत्त ।
राजाका हँसी-परिहासका सखा, विदूषक । नराज-वि० दे० 'नाराज'।
नर्म-वि० [फा०] गुदगुदा, मुलायम, कोमल, आसान, नराजना*-स० क्रि० नाराज करना, क्रुद्ध करना, अप्रसन्न | सहल; सस्ता; जो तेज न हो, धीमा; विनम्र, विनययुक्त करना । अ० क्रि० नाराज होना, अप्रसन्न होना ।
खोटा, नीच, मंदा। -गर्म-वि० सस्ता-महँगा; बुरा
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