Book Title: Gyan Shabdakosh
Author(s): Gyanmandal Limited
Publisher: Gyanmandal Limited

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Page 919
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org हहरना - हाज़मा हहरना - अ० क्रि० डरना; आश्चर्यचकित होना, चकपकाना, दंग होना; परेशान होना - ' बरसि बरसि इहरे सब बादर'-सू०; डरसे काँपना; शीतसे काँपना; अतीव प्रसन्नता और उत्सुकतापूर्वक किसीसे मिलना; किसीकी संपन्नता देखकर ईर्ष्या करना, सिहाना । मु० हहरकर मिलना - अत्यंत प्रसन्नता तथा उत्सुकतापूर्वक किसीसे मिलना । हहराना - अ० क्रि० दे० 'इहरना' । स० क्रि० भीत करना, डराना, दहलाना । हहल - स्त्री० दे० 'इहर' । पु० [सं०] हलाहल विष । हहलना - अ० क्रि० दे० 'इहरना' । हहलाना - अ० क्रि० स० क्रि० दे० 'हहराना' । हहा - स्त्री० दे० 'हाहा' । मु०-खाना - बहुत गिड़गिड़ाना । हाँ - अ० स्वीकृति, निश्चय, आत्मसंतोष, स्मृति आदिका सूचक शब्द । स्त्री० स्वीकृति; स्वीकृति देने- हाँ कहनेका कार्य । -कारी - पु० (आइज ) किसी प्रस्तावके पक्ष या संबंध में 'हाँ' कहनेवाले सदस्य । - हाँ - अ० वर्जन करनेके लिए प्रयुक्त शब्द । मु० - जी हांजी करना - चापलूसी करना । - में हाँ मिलाना - चापलूसी करना; बिना समझे किसीकी स्वीकृतिको ठीक मान लेना, खुशामद, भय आदिके कारण बिना विचार किये ही दूसरे द्वारा स्वीकृत बातको ठीक कहना । - हाँ करना- स्वीकृति देना, किसी वस्तु के सही होनेकी बात मानना । हाँक- स्त्री० जोरसे बोलकर किसीको पुकारनेकी क्रिया; हुंकार, गर्जना, ललकार; युद्ध, प्रतियोगिता आदि में किसीको आगे बढ़नेके लिए दी गयी ललकार, बढ़ावा; उद्धार, सहायता, रक्षा आदिके लिए किसी सशक्त व्यक्ति या ईश्वरका आह्वान | मु०-देना, - मारना, - लगानाऊँची आवाज से पुकारना, संबोधित करना । हाँकना - स०क्रि० इक्का, बैलगाड़ी आदि बाहनों को चलाना; गाड़ी में जुते घोड़ा, बैल आदि चौपायोंको चावुक मारकर या मुँह से बोलकर एक स्थानसे दूसरे स्थानपर करना; चौपायोंसे प्रायः किसी वस्तुकी रक्षा के लिए उन्हें किसी स्थान से हटाना; पंखा झलना; लंबी-चौड़ी बातें करना, बढ़ा-चढ़ाकर बातें कहना; अत्यधिक दाम बताना; उच्च स्वर से बोलकर पुकारना, आह्नान करना; हाँक लगाना, ललकारना । मु० हाँक पुकारकर कहना - सबको जनाकर कोई बात कहना । हाँका - पु० दे० 'हँकवा'; * दे० 'हाँक' । हांगर - पु० [सं०] एक बड़ी मछली । हाँगा - पु० ताकत, जोर, शारीरिक बल; बलप्रयोग । हाँगी - स्त्री० मंजूरी, हामी, स्वीकृति । मु० - भरनामंजूर करना, स्वीकृति देना, हामी भरना । हाँड़ना - अ० क्रि० आवारागर्दी करना । वि० आवारागर्द हाँड़ी - स्त्री० दे० 'हंडी' । मु० - उबलना - पकती हुई चीजका उबलना; मारे खुशीके फूलना । - पकना - हाँड़ी में रखी वस्तुओंका आँचके कारण पकना; किसी षड्यंत्रका रचा जाना; गप लड़ना । (किसीके नामपर ) - फोड़नाकिसी अप्रिय व्यक्तिके चले जानेपर प्रसन्नता प्रकट करना । हाँता * - वि० त्यक्त, छोड़ा हुआ; हटाया हुआ; दूर । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ९१० हाँपना, हाँफना - अ० क्रि० किसी प्रकारके शारीरिक श्रम या रोग के कारण साँसकी गतिका तीव्र होना । हाँफा - पु० हॉफनेकी क्रिया । मु० - छूटना - कड़ । शारी रिक श्रम करनेपर तुरंत हॉफने लगना । हाँफी - स्त्री० दे० 'हाँफा' । हाँसना * - अ० क्रि० दे० 'हँसना’। हाँसल - पु० एक प्रकारका घोड़ा जिसका रंग मेहँदीका सा और चारों पैर कुछ काले रंगके होते हैं । हाँसी - स्त्री० हँसनेकी क्रिया, हँसी; मजाक, दिल्लगी, परिहास; बदनामी, निंदा, उपहास । हाँसु* - स्त्री० हँसी; हँसली । हा - अ० [सं०] आनंद, शोक, खेद, पीड़ा, घृणा, आश्चर्य, क्रोध आदिका सूचक शब्द - हंत- अ० बड़े शोककी अवस्था में निकलनेवाला एक शब्द । -हा-अ० दे०क्रम में | हा (न्) - वि० [सं०] मार डालनेवाला, नष्ट करनेवाला (समासांत में) । हाइ* - अ० दे० 'हाय' । स्त्री० ढंग; अवस्था; गौं । हाइल- वि० दे० 'हायल' | हाई* - स्त्री० ढंग, पद्धति, ढब, अवस्था, परिस्थिति । वि० [अं०] ऊँचा; बड़ा । -कोर्ट पु० उच्च न्यायालय, प्रांत या राज्यकी सबसे बड़ी अदालत । - स्कूल - पु० वह अँगरेजी स्कूल जिसमें मैट्रिकतककी पढ़ाई होती है । हाऊ - पु० छोटे बच्चोंको डरवानेके लिए एक मनगढ़ंत डरावने जीवका नाम, भकाऊँ, हौवा । हॉकर-पु० [अ०] फेरी करके छोटी-मोटी वस्तुएँ बेचने - वाला व्यक्ति । हाकिम- पु० [अ०] हुक्म करनेवाला; हुकूमत करनेवाला, शासक; राजा; प्रधान अधिकारी; मालिक । - (मे) बाला - पु० प्रधान अधिकारी, बड़ा अफसर; (ला० ) ईश्वर । - के कुत्ते - बड़े अफसरके नौकर-चाकर जो बिना भेंटपूजाके उसके पास न जाने दें। हाकिमाना - वि० हाकिमके जैसा, अधिकारीके योग्य | ( :- ढंग, लहजे ) । हाकिमी - स्त्री० हुकूमत; अफसरी । वि० शासन-संबंधी । हॉकी - स्त्री० [अ०] एक अंग्रेजी खेल जिसमें टेढ़े डंडेके सहारे गेंद आगे बढ़ाते हुए गोल करते हैं । हाजत- स्त्री० [अ०] आवश्यकता; अभाव; इच्छा, चाह; शौच आदिका वेग; हवालात । -ख़्वाह-दि० मुद्दताज; प्रार्थी । - मंद - वि० जिसे अभाव, आवश्यकता हो; मुँहताज; इच्छुक । -रवा- वि० हाजत पूरी करनेवाला । - रवाई - स्त्री० जरूरत पूरी करना, किसीका काम निकालना | मु० - रफ़ा करना - हाजत पूरी करना; पाखाने जाना । हाजती - स्त्री० वह बरतन जिसमें बीमार चारपाई पर पड़ेपड़े पेशाब कर ले; रातको अमीरोंके पलंग के पास पेशाब करने के लिए रखा जानेवाला बरतन । पु० फकीर; प्रार्थी । वि० हाजतवाला; हवालाती । हाज़मा पु० [अ०] हजम करने, पचानेकी ताकत । मु० - खराब होना, -बिगड़ना - पाचन क्रियाका ठीक तरहसे न होना । For Private and Personal Use Only

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