Book Title: Gyan Shabdakosh
Author(s): Gyanmandal Limited
Publisher: Gyanmandal Limited

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Page 929
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हुंकारना-हुटक ९२० गर्जना ललकार सूअरका गुर्राना; धनुषकी टंकोर । दरीसे खारिज कर देना, खान-पान बंद करना।] - हंकारना-अ० क्रि० दर्पयुक्त होकर 'हु' शब्दका उच्चारण बरदार-पु. हुक्का लेकर साथ चलनेवाला टहलू । - करना; गर्जन करना, युद्ध, लड़ाई-झगड़े, प्रतियोगिता बाज़-पु० जो बहुत हुक्का पीये मदारी, बाजीगर । मु० आदिमें अपने शत्रु, प्रतिद्वंद्वी आदिको ललकारना; -ताजा करना-फरशीका पानी बदलना और नेचेको चिग्घाड़ना। तर करना । -भरना-चिलमपर तंबाकू और आग रखहुँकारी-खी 'हुँ-हुँ' शब्द द्वारा स्वीकृति सूचित करनेकी | कर हुक्का तैयार करना। क्रियाः बिकारी । मु०-भरना-कहानी सुनते समय 'हुँ। हुकाम-पु० [अ०] 'हाकिम'का बहुवचन । हुँ' शब्द द्वारा कहानी सुनते रहनेकी सूचना देना; किसी। | हुक्म-पु० [अ०] आशा, आदेश फैसला; शरई फैसला, कामके लिए स्वीकृति देना। फतवा; इजाजत; हुकूमत, भधिकारः ताशका एक रंग, हंकृत-पु० [सं०] हुंकार; सूअरकी गुर्राहट, मेघगर्जन; काला पान । -कतई-पु० अंतिम निर्णय ।-गश्ती-पु० मंत्र; रंभानेका शब्द । वह आज्ञा जो सब जगह फिरायी जाय।-दरमियानीहुंकृति-स्त्री० [सं०] दे० 'हुंकार' । पु. वह आशा जो अंतिम निर्णय या कतई हुक्मके पहले हुँडार-पु० भेड़िया । दी जाय । -नामा-पु. आशापत्र । -बरदार-वि० हुंडावन-पु. हुंडीकी दस्तूरी; हुंडीकी दर । आशापालक । -घरदारी-स्त्री० आशाका पालन, फरमाँहंडी-स्त्री० [सं०] वह पत्र जो आपसमें लेन-देन करने- बरदारी। -रान-वि० हुक्म चलानेवाला; शासन करने वाले महाजन किसीको रुपया दिलानेके लिए भेजते हैं, वाला । -रानी-स्त्री० हुकूमत, शासन । मु०-की महाजनी 'चेक'; कर्ज देनेका एक तरीका जिसमें महाजन तामील-आज्ञापालन । -चलना-हुकूमत होना, अधिसूदकी रकम मूल में पहले ही शामिल करके एक बार या कार होना। -चलाना-आशा प्रचारित करना हुकूमत किस्त करके लेता है। -बही-स्त्री० [हिं०] हुंडियोंका करना। -बजा लाना-आशाका पालन करना। -में ब्योरा रखनेकी बही; वह बही जिसमेंसे हुंडी काटकर दी होना-आशाधीन होना; अधिकारमें होना। -लगाना जाय । मु०-करना-हुंडी लिखना। -खड़ी रखना- -पक्को राय देना, फैसला करना।। किसी वजहसे हुंडीको मुस्तबी रखना। -पटना-हुंडीके | हुक्मी-वि० अचूक, खता न करनेवाला (-दवा); आशारुपयेका अदा होना। -भेजना-हुंडी द्वारा द्रव्य चुकता। धीन, जो हुक्म मिले वह करनेवाला (-बंदा)। -बंदाकरना, अदा करना। -सकारना-हुंडीमें लिखी रकम | पु० आज्ञाधीन, हुक्मका गुलाम । देना स्वीकार करना। हचकी-स्त्री० दे० 'हिचकी'। हते-प्र० हिंदीके करण तथा अपादान कारकोंकी | हजूम-पु० [अ०] जनसमूह, भीड़। विभक्ति से, द्वारा (किसीकी) ओरसे; (किसीके) लिए, हजूर-पु० [अ०] हाजिर होना, सामने आना, उपस्थिति हेतु, वास्ते,-'तुम हुँत मँडप गयेउ परदेसी'-प०। दरबार, इजलासा सम्मान्य जनका संबोधन, श्रीमन्, ह*-अ०भी। जनाबआली; (मातहत कर्मचारी अफसरका तथा वकील, हआँ-पु० गीदड़ोंके बोलनेकी आवाज । + अ० वहाँ । मुख्तार जज-कलेक्टर आदिका इसी शब्दसे संबोधन हआना-अ० क्रि० 'हुआँ हुआँ' शब्द करके बोलना। करते हैं )।-तहसील-स्त्री० सदर तहसील ।-वालाहक-पु० [अं॰] एक ओर मुड़ी कील, कँटिया जिसमें या पु० (संबोधन) श्रीमन् , जनाबआली। (किसीके)-मेंजिससे कोई चीज फँसायी जाती है। स्त्री० गर्दन या पीठकी नसोंका तनाव जिससे उस अवयवको हिलाना-हजूरी-स्त्री० समीपता हाजिरी; शाही दरबार । पु० (राजा डुलाना मुश्किल होता और ऐसा करनेसे चिलक होती है। आदिका) खास नौकर; दरबारी। हुकरना-अ० कि० दे० 'हुँकरना। हुजत-स्त्री० [अ०] दलील; बहसः विवाद, झगड़ा। हुकुमां-पु० दे० 'हुक्म'।। हुजती-वि० हुज्जत करनेवाला, झगड़ालू । हकुर-पुकुर, हुकुर हकुर-स्त्री० शारीरिक कमजोरी, भय, हुड़क-स्त्री० दे० 'हुड़का'। आशंका आदिके कारण हृद्गतिका तीव्र होना, कलेजेका हड़कना-अ० कि. छोटे बच्चेका अपने प्रिय व्यक्तिजल्दी-जल्दी धड़कना। (जिससे वह हिला-मिला हो) के न मिलनेपर रोना, हुकूक-पु० [अ०] 'हक'का बहुवचन । डरना, खाना-पीना छोड़ देना आदि । हकमत-स्त्री० [१०] शासन, राज्य, अधिकार, प्रभुत्व । हड़का-पु. विरहजनित पीड़ा (विशेषतः बच्चोंको होनेमु०-चलाना-मधिकारका उपयोग करना; दूसरेपर हुक्म | वाली ); दे० 'हुडुक'।। चलाना । -जताना-अधिकार, प्रभुत्वका प्रदर्शन करना। हुड़काना-स० क्रि० तलफाना, दुःखित करना। हुक्का-दे० 'हुक्का'। हुड़दंग, हुड़दंगा-पु० ऊधम, उपद्रव, हुल्लड़ । हुक्का -पु० [अ०] तंबाकू पीनेका, नरकुलकी दो नलियों हुडुंब-पु० [सं०] भूना हुआ चिउड़ा । और फरशीके योगसे प्रस्तुत यंत्र, गुड़गुड़ी, जवाहिरात हडुक-पु० दे० 'दुडुक'। रखनेकी डिबिया। -पानी-पु. हुक्का पीने-पिलानेका हुडुक्क-पु० [सं०] एक बाजा जो डमरूकी शकलका, पर व्यवहार, जाति-बिरादरीका संबंध । [ मु०-पानी आकारमें उससे बड़ा होता है। एक पक्षी। पिलाना-आवभगत करना । -पानी बंद करना-बिरा हुढक्क*-पु० हुडुक बाजा । For Private and Personal Use Only

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