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नसीला-ना
३९८ नसीला -वि० नसोंवाला; नशीला।
नॉठना-अ० क्रि० नष्ट होना, खराब होना, बरबाद होना। नसीहत-स्त्री० [अ०] शिक्षा, उपदेश; अच्छी राय । नाँद-स्त्री० पशुओंको चारा-पानी देनेका मिट्टीका ( या नसूड़िया-वि० मनहूस ।
पीतल आदिका) गोल, गहरा और चौड़े मुँहका वरतन । नसूर-पु० दे० 'नासूर'।
नाँदना*-अ० क्रि० शब्द करना; गंभीर शब्द करना; नसेनी-स्त्री० सीढ़ी, जीना।
छींकना प्रसन्न होना। नस्तित-वि० [सं०] (वह बैल) जिसकी नाकमें नाथ पह-नांदी-स्त्री० [सं०] समृद्धि, धन-संपत्ति; अभ्युदयः वह नायी गयी हो; (ला०) नत्थी किया हुआ।-पत्रसमूह- मंगलात्मक श्लोक जिसका पाठ सूत्रधार नाटकके आरंभमें पु० (फाइल ) तार आदिमें नत्थी कर एक जगह रखे गये करता है। -घोष-पु० भेरी आदिका शब्द । -मुखकागज-पत्रोंका समूह।
पु० जन्म, उपनयन, विवाह आदि मांगलिक अवसरोंपर नस्तिपंजी-स्त्री० (फाइल रजिस्टर) तार, टीनकी पत्ती, किया जानेवाला एक आभ्युदयिक श्राद्ध कुएंका ढक्कन । क्लिप आदिमें फँसाकर कागज-पत्र एक जगह रखनेकी पंजी। -श्राद्ध-पु० दे० 'नांदीमुख' । नस्तिपत्री-स्त्री० (फाइल) वह पोथी या कापी जैसा ढाँचा नाय*-पु० नाम । अ० नहीं। जिसके भीतर महत्वके कागज-पत्र नत्थी करके रखे जाएँ ।
नजीकरवे जाण। नाव -पु० नाम । नस्य-पु० [सं०] नास, अँधनी; बैलोंकी नाकमें पहनायी नाह*-पु० दे० 'नाह'। जानेवाली रस्सी।
ना-अ० [सं०] एक निषेधसूचक शब्द। -कारी-पु० नस्याधार-पु० [सं०] नासदानी ।
(नोज) किसी प्रस्तावके विरोध में 'ना' कहनेवाले सदस्य । नस्ल-स्त्री० [अ०] वंश, कुल; जाति ।
ना-अ० [फा०] एक निषेध, अस्वीकृति या अभाव नस्वर*-वि० दे० 'नश्वर'।
मूचित करनेवाला शब्द, न, नहीं। -इत्तिफाक्री-स्त्री० नह, नहां-पु० नख, नाखून। -छ-पु० तेल-हलदीके मनमुटाव, विराध, बिगाड़ ।-इन्साफ-वि०जो न्याय न बादकी विवाहकी एक रस्म जिसमें वरकी हजामत बनती करे, अन्यायी। -इन्साफ्री-स्त्री० अन्याय, अत्याचार । है, नाखून काटे जाते हैं और महावर आदि लगाते हैं । -उम्मेद-वि० निराश। -उम्मेदी-स्त्री. निराश नहन, नहनि*-स्त्री० मोट खींचनेकी मोटी रस्सी। होनेका भाव, निराशा। -क़दर-कदरा-वि० कदर या नहना*-स० कि० नाधना, काममें लगाना ।
गुण न समझनेवाला, नालायक । -काबिल-वि० नहनी -स्त्री० दे० 'नहरनी'।
अयोग्य । -काम-वि० जो काम लायक न हो, खराब । नहर-स्त्री० यातायात या सिंचाईके लिए किसी नदी या -खुश-वि० अप्रसन्न, रुष्ट । -गवार-वि० जो गवारा जलाशयमेंसे निकाला गया जलमार्ग ।
न किया जा सके, असह्य; अप्रिय । -चार-वि० विवश, नहरनी-स्त्री० हज्जामोंका नाखून काटनेका प्रसिद्ध आला। बेबस गरीब; निराश; अपाहिज । अ० लाचार होकर । नहरी-स्त्री० नहरके पानीसे सींची जानेवाली जमीन । -चीज़-वि० नगण्य, तुच्छ । -जायज़-वि० अनुचित, नहरुआ, नहरुवा-पु० दे० 'नारू'।
जिसे करना, लेना, कहना आदि उचित न हो। -तजनहला-पु० नौ बूटियोंवाला ताशका पत्ता; नक्काशी आदि यंकार-वि० अनुभवहीन, अनाड़ी। -तमाम-वि० बनानेकी राजगीरोंकी छोटी करनी ।
अधूरा। -ताकत-वि० शक्तिहीन, अशक्त ।-ताक्रतीनहलाई-स्त्री० नहलानेकी क्रिया, नेग या मजदूरी। स्त्री० शक्तिहीनता, कमजोरी । -दान-वि० नासमझ, नहलाना, नहवाना-स० क्रि० स्नान कराना।
अबोध, मूर्ख। -दानी-स्त्री० नासमझी, मूर्खता ।-दारनहान-पु० नहानेकी क्रिया, स्नान स्नानका पर्व । वि० जिसके पास कुछ न हो, अकिंचन । -दिहंद-वि० नहाना-अ० क्रि० सिरसे पानी उँडेलकर, नदी आदिमें लेकर अदा न करनेवाला, जो ली हुई रकम न दे। गोता लगाकर या ऊपरसे गिरती हुई धारके नीचे बैठकर -देहंद-वि० दे० 'नादिहंद'। -पसंद-वि० जो पसंद मैल या थकान दूर करनेके लिए शरीरको मलकर धोना; न हो, जिसे जी न चाहे, अप्रिय । -पाक-वि० अपवित्र, सिरसे पैरतक किसी तरल पदार्थ से सराबोर हो जाना। अशुचि, मैला, गंदा। -पायदार-वि० जो टिकाऊ न नहार-वि. जो बासी मुँह हो, जो सबेरेसे बिना कुछ खाये हो, अस्थिर, क्षणस्थायी, कमजोर ।-बालिग़-वि० जिसने ही हो। -मुँह-अ० बासी मुंह । मु०-तोड़ना-जलपान होश न सँभाला हो, अवयस्क (प्रायः १८ वर्षकी अवस्थामें करना । -रहना-बिना कुछ खाये, निराहार रहना। आदमी बालिग होता है), बालिगका उलटा ।-बालिग़ीनहारी-स्त्री० सबेरेका हलका भोजन, जलपान, नाश्ता । स्त्री० नाबालिग होने की अवस्था या स्थिति । -बूद-वि० नहि, नहिँन*-अ० दे० 'नहीं'।
जिसकी सत्ता न हो, नष्ट । -मंजूर-वि० जो मंजूर न नहीं-अ० निषेध, अस्वीकृति या अभाव सूचित करनेवाला हो, मंजूरका उलटा, अस्वीकृत । -मर्द-वि० नपुंसक एक शब्द ।-तो-अ० यदि ऐसा न हुआ तो, ऐसा न डरपोक, कायर । -मर्दी-स्त्री० नपुंसकता; कायरता, होनेकी स्थिति में, अन्यथा ।
भीरता। -माकूल-वि० अनुपयुक्त; अनुचित; अयोग्य । नहसत-स्त्री० [अ०] मनहूसी।
-मालूम-वि० जो मालूम न हो, अज्ञाता-मुआफ्रिकनाउँ*-पु० नाम । -गाँउँ-पु० नाम और पता। वि० प्रतिकृल, खिलाफ, विरुद्ध, मुआफिकका उलटा । नाँगा-वि० दे० 'नंगा' । पु० नागा साधु।
-मुनासिव-वि० अनुचित, अयुक्त। -मुमकिन-वि० नाँघना*-स० क्रि० लाँघना।
__ असंभव । -मुराद-वि०जिसकी कामना पूर्ण न हुई हो।
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