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नवाजना-नसीबा
नवाजना*-अ० क्रि० कृपा दिखलाना, रहम करना। नशीला-वि० नशा लानेवाला, जिसके सेवनसे नशा छा नवाज़िश-स्त्री० [फा०] कृपा, मेहरबानी।
जाय, मादक; जिसमें नशा छाया हो, मदभरा । नवाना-सक्रि० झुकाना; नम्र होनेके लिए प्रेरित करना। नशेड़ी-वि० नशेबाज । नवान-पु० [सं०] घरमें आया हुआ नया अन्न । नशोहर*:-वि० नाशक । नवाब-पु० [अ० नव्वाब मुसलमानों के राजत्व कालमें नश्तर-पु० [फा०] छुरे जैसा चीर-फाड़ करनेका आला । किसी बड़े प्रदेश या सूबेके शासनके लिए नियुक्त किया | मु०-देना-नश्तरसे फोड़ा या घाव चीरना ।-लगनाजानेवाला राजकर्मचारी; मध्यम श्रेणीके वर्तमान मुसल- | नश्तरसे फोड़े या घावका चीरा जाना। मान अधीश्वरोंकी एक उपाधि, मुसलमान रईसोंको अंग्रेजी नश्वर-वि० [सं०] नष्ट हो जानेवाला, नाशशील । सरकार द्वारा दी जानेवाली एक उपाधि । वि० बड़े ठाट- | नष*-पु० नाखून, नख ।-सिप-पु० दे० नख-शिख' । बाटसे रहनेवाला; फजूल खर्च, अपव्ययी। -जादा- | नपत* -पु० दे० 'नक्षत्र'। पु० नवाबका पुत्र; वेहद शौकीन आदमी।
नष्ट-वि० [सं०] जिसका अदर्शन या तिरोभाव हो गया हो, नवाबी-स्त्री० [फा०] नवाबका पद: नवाबका काम; नवाब तिरोहित; जिसकी सत्ता समाप्त हो चुकी हो, जिसकी होने की स्थिति; नवाबोंका शासनकाल; नवाबोंकासा शासन
स्थिति अब न हो, नाशप्राप्त नीच, अधम; बरबाद खराब, या ठाट-बाट; नवाबोंकासा रहन-सहन, बहुत अधिक चौपट; * व्यर्थ ।-चंद्र-पु० भाद्रपदके दोनों पक्षोंकी (अब अमीरी। मु०-करना-नवाबोंकी तरह शान-शौकतसे केवल शुक्ल पक्षकी) चौथका चाँद जिसका दर्शन निषिद्ध रहना।
है।-चेतन,-चेष्ट-वि० मूच्छित, बेहोश।-निधि-पु० नवासी-वि० अस्सी ओर नी । पु० नवासीकी संख्या,८९।। (बैंक्रप्ट) दिवालिया।-प्रभ-वि० आभारहित,तेजोरहित, नवाह-पु० [सं०] नौ दिन; नवा दिन नी दिनों में समाप्त कांतिहीन । -बुद्धि-वि० बुद्धिहीन, प्रशारहित । -भ्रष्ट किया जानेवाला (रामायण आदिका) अनुष्ठानरूप पाठ -वि० बरबाद, चौपट । -शल्य-पु० दे० 'नटसाल' । या यश; किसी सप्ताह, पक्ष आदिका प्रथम दिन ।
-संज्ञ-वि० दे० 'नष्टचेतन'। -स्मृति-वि० जिसकी नवीकरण-पु० [सं०] (रिनोवेशन) फिरसे नया कर देना, | स्मरणशक्ति नष्ट या क्षीण हो गयी हो। पुनः भली और चंगी स्थिति में ला देना ।
नष्टा-स्त्री० [सं०] वेश्या; व्यभिचारिणी। नवीन-वि० [सं०] अपूर्व नया; मौलिक ।
नसंक*-वि० निःशंक, निर्भय, निडर । नवीस-पु० [फा०] लिखनेवाला, लेखक (समासमें)। | नस-स्त्री० रग, पेशियोंको बाँधनेवाला तंतु; रुधिरवाहिनी नवेद-पु० निमंत्रण; निमंत्रण-पत्र ।
नलिका। -कट-वि० (खटिया) जिसकी अदवान नस नवेला-वि० नवीन, नया; नयी उम्रका, युवा ।
काटनेवाली हो।-कटा-पु० हिजडा, नामर्द ।-तरंगनवोढा-स्त्री० [सं०] नवविवाहिता स्त्री; लज्जा और भयके पु० शहनाईके ढंगका एक बाजा। मु०-चढ़ना-अपने मारे नायकके पास जानेमें सकुचानेवाली नायिका । स्थानसे हटनेके कारण नसका तन जाना ।-नस फड़क नवोत्थान-पु० [सं०] (रिनेसा) दे० 'पुनरुत्थान' । उठना-सारी देह में प्रसन्नताका संचार होना, बहुत अधिक नवोदक-पु० [सं०] पहली वर्षाका पानी; खोदते समय | हर्ष होना । --भड़कना-दे० 'नस चढ़ना' । -(नस) धरतीके भीतरसे पहले-पहल निकलनेवाला पानी।
ढीली करना-हीसला पस्त करना, बल तोड़ देना । नवोद्भाव, नवोद्भावन-पु० [सं०] (इनवेंशन) दे० -ढीली होना-हौसला पस्त होना, बल टूट जाना। 'उद्भावन'।
नसना*--अ० क्रि० नष्ट होना; खराब होना; भागना। नव्य-वि० [सं०] नया, नवीन स्तुत्य ।
नसल-स्त्री० दे० 'नस्ल'। नवाब-पु० [अ०] दे० 'नवाब' ।
नसवार-स्त्री० नास, सुँघनी । नशना*-अ० क्रि० नष्ट होना, बरबाद होना।
नसा-स्त्री० [सं०] नासिका, नाक । पु० दे० 'नशा' । नशा-पु० [अ०] भाँग, अफीम, शराब आदि मादक द्रव्योंके | नसाना-स० क्रि० नष्ट करना । अ० क्रि० दे० 'नसना'। सेवनसे उत्पन्न दशा जिसमें कभी-कभी इंद्रियाँ और बुद्धि नसीत*-स्त्री० दे० 'नसीहत' । काबूके बाहर हो जाती हैं; मादक द्रव्य, नशीली चीज; नसीनी-स्त्री० सीढ़ी, जीना । मद, गर्व । -खोर-पु० किसी मादक द्रव्यका बराबर नसीब-पु० [अ०] किस्मत, भाग्य, अदृष्ट । -जला-वि० सेवन करनेवाला व्यक्ति । -पानी-पु० नशीली चीजें जिसका भाग्य फूट गया हो, अभागा।-वर-वि० भाग्यखाना या पीना। (नशे)बाज़-वि० नशाखोर । मु०- शाली, भाग्यवान् । मु०-आजमाना-भाग्यके भरोसे उतरना-नशा दूर होना; गर्व नष्ट होना। -किरकिरा कोई काम करना ।-खुल जाना,-चमकना,-जागना, होना-किसी कारणवश नशेका मजा जाता रहना। -सीधा होना-भाग्यका उदय होना। -टेढा होना-चढ़ना-नशीली चीजका असर होना। -टूटना-दे० बुरे दिन आना ।-पलटना-अच्छेसे बुरा या बुरेसे अच्छा 'नशा उतरना।
दिन आना। -फूट जाना,-सो जाना-किस्मत बिगनशाना*-स० क्रि०, अ० क्रि० दे० 'नसाना' ।
ड़ना। -में लिखा होना-किस्मतमें बदा होना । - नशावन* -पु० नष्ट करना, नाशन । वि० नष्ट करनेवाला, | लड़ना-भाग्यका साथ देना। -होना-मिलना, प्राप्त नाशक (केवल समासमें प्रयुक्त)।
होना। नी, नशीन-वि० [फा०] बैठनेवाला (केवल समासमें) नसीबा -पु० दे० 'नसीब' ।
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