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परिभाषा-परिवहन आदिका निश्चय करानेके लिए जमानतके रूपमें पहलेसे | परिरक्षण-पु० [सं०] हर तरहसे रक्षा करना, पूरी तरह जमा किया गया धन ।
। रक्षण करना; देख-भाल; बचावः पालन, निभाना। परिभाषा-स्त्री० [सं०] किसीका ऐसा नपा-तुला परिचय परिरक्षित-वि० [सं०] जिसकी अच्छी तरह रक्षा की गयी जिससे उसके स्वरूप, गुण, वैशिष्ट्य आदिका यथार्थ ज्ञान हो; भली भाँति निभाया हुआ। हो जाय, लक्षण; ऐसी संज्ञा जिसका प्रयोग किसी शास्त्र, परिरक्षी (क्षिन्)-पु० [सं०] (पेट्रोल) चारों तरफ कला या विद्याके क्षेत्रमें विशिष्ट अर्थ में होता हो, किसी घूम-घूमकर, इधर-उधर गश्त लगाते हुए, रक्षाका कार्य शास्त्र, कला या विद्याके क्षेत्र में विशिष्ट अर्थमें प्रयुक्त होने करनेवाला। वाला शल्द अपने प्रयोगके लिए शास्त्रकारों द्वारा रची | परिरूप-पु०[सं०] (डिज़ाइन) किसी भावी कार्य या तैयार हुई विशिष्ट संशा; परिभाषाका शाब्दिक रूप, परिभाषाकी की जानेवाली वस्तुकी पहलेसे सोची हुई रूपरेखा; कपड़े इबारत, परिभाषाकी शब्दावली; आलाप; व्याख्या। | इत्यादिपर धारी, फूल, बूटी या ऐसी चीजें बनानेका परिभापित-वि० [सं०] स्पष्ट रूपसे कथित, समझाकर विशेष ढंग; किसी कलात्मक कृति या सजावट आदिके कहा हुआ, व्याख्यात; (टिफाइंड) जिसकी परिभाषा संबंधमें मनमें पहलेसे सोची-विचारी हुई परिकल्पना । की गयी हो।
परिरूपक-पु० [सं०] (डिज़ाइनर) परिरूप बनानेवाला, परिभोग-पु० [सं०] सेवन, उपभोग; स्त्री-प्रसंग परायी | रूपांकन करनेवाला । वस्तुओंको बिना अधिकारके काम में लाना।
परिलब्धि-स्त्री० [सं०] (परक्विजिट)निर्धारित वेतन या भृतिपरिभ्रमण-पु० [सं०] चारों ओर घूमना; इधर-उधर के ऊपर अलगसे दिया गया भत्ता या शुल्क, अनुलाभ ।
घूमना, पर्यटन, पहिये आदिका चक्कर खाना; परिधि। परिलाभ-पु० [सं०] (इमॉल्यूमेंट) किसी पदपर काम करके परिभ्रष्ट-वि० [सं०] गिरा हुआ, पतित; खोया हुआ, जो या सेवा आदिके कारण वेतन, पुरस्कार इत्यादिके रूपमें लापता हो गया हो; भागा हुआ; बहका हुआ, जिसका होनेवाला लाभ। साथ छूट गया हो; (किसी वस्तुसे) रहित किया हुआ। परिलेख-पु० [सं०] रेखा-चित्र, खाका रेखाएँ या चित्र परिभ्रामण-पु० [सं०] इधर-उधर धुमाना; चक्कर देना। खींचनेका आला, पूची, कलम आदि; [हिं०] वर्णन । परिमल-पु० [सं०] चंदन आदिको रगड़ना, कुमकुम, | परिलेखना*-स० क्रि० जानना, समझना । चंदन आदिके गर्दनसे उत्पन्न सुगंधिः सुवास ।
परिलोभन-पु० [सं०] (एंटिसमेंट) किसी तरहका प्रलोपरिमाण-पु० सं०] माप; तील; मात्रा आकार । __ भन या आश्वासन देकर या झूठी आशा उत्पन्न कर परिमान*-पु० दे० 'परिमाण ।
बहकाना, ललचाना। परिमार्जन-पु० [सं०] धोना साफ करना, स्वच्छ करना; परिवर्जन-पु० [सं०] त्यागना, त्याग रोकना । त्रुटियाँ या दोष दूर करना।
परिवर्जित-वि० [सं०] त्यागा हुआ, त्यक्त । परिमार्जित-वि० [सं०] धोया हुआ; साफ किया दुआ। परिवर्तक-वि० [सं०] घुमानेवाला, चक्कर देनेवाला परिमित-वि० [सं०] मापा हुआ तोला हुआ, जो परि-| चकर खानेवाला; परिवर्तन करनेवाला। भाणमें आवश्यकतासे न अधिक हो, न कम, जिसकी परिवर्तन-पु० [सं०] फेरा, चक्कर; चकर देना, परिभ्रमण, मात्रा कमन्बेशन हो; थोड़ा: मामूली, सामान्य सीमित । उलटना-पलटना; करवट लेना; अदल-बदल, हेर-फेर * अ० पर्यंत ।
होना, बदलना, एक स्थिति, रूप आदिसे दूसरी स्थिति, परिमिताहार-वि० [सं०] अल्पाहारी।
रूप आदिको प्राप्त होना। परिमिति-स्त्री० [सं०] परिमाण; अवधि सीमा; (पेरि-परिवर्तनीय-वि० [सं०] परिवर्तनके योग्य । मीटर) ऋजुभुजा (रेक्टीलीनियल) क्षेत्रकी भुजाओंकी परिवर्तित-वि० [सं०] जिभने चकर दिया हो; उलटालंबाइयों का योग; * मर्यादा, कान ।
पलटा हुआ; जिसका विनिमय किया गया हो; जिसमें परिमेय-वि० [सं०] मापने योग्य तौलने योग्य; कुछ। हेर-फेर हुआ हो या किया गया हो; बदला हुआ। परिमोहन-पु० [सं०] पूरी तरह मुग्ध कर देना; किसीकी परिवर्ती (तिन)-वि० [सं०] जो बदलता रहे, जिसमें मति हर लेना; (एंटिसमेंट) दे० 'परिलोभन' ।
परिवर्तन होता रहे; जो धूमता रहे। परियंक* -पु० दे० 'पर्यक' ।
परिवर्त्य-वि० [सं०] (कॉनवर्टिबिल) जो अन्य रूपमें बदला परियंत*-अ० दे० 'पर्यंत' ।
जा सके (ऋणपत्र, कंपनीके हिस्से आदि)। परिया-पु० दक्षिण भारतकी एक अस्पृश्य जाति। परिवर्धन-पु० [सं०] अच्छी तरह बढ़ना या बढ़ाया परियोजना-स्त्री० [सं०] (प्रोजेक्ट) मनमें सोचकर, आगे जाना, सम्यक वृद्धि ।। आनेवाली स्थितिका अनुमान लगाकर, तैयार की गयी परिवर्धित-वि० [सं०] जो अच्छी तरह बढ़ा हो या योजना या परिकल्पना ।
बढ़ाया गया हो; जिसमें पूर्ण वृद्धि की गयी हो; जिसमें परिरंभ, परिरंभण-पु० [सं०] आलिंगन करना। ऊपरसे कुछ और जोड़ दिया गया हो। परिरंभना*-स० क्रि० आलिंगन करना।
परिवहन-पु० [सं०] (ट्रांसपोर्ट) कोई वस्तु एक स्थानसे परिरक्षक-पु० [सं०] रक्षण करनेवाला, अभिभावक दूसरे स्थानतक उठाकर या होकर ले जाना, पहुँचाना । (क्यूरेटर ) किसी संग्रहालयकी देख-रेख या व्यवस्था । -बाधा-स्त्री० (बाटिलनेक) माल इत्यादिके एक स्थानसे करनेवाला अधिकारी (पेट्रोल) दे० 'परिरक्षी' ।
दूसरे स्थानतक पहुँचाये जानेमें रेलके डब्बों इत्यादिकी
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