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पन-पनी पन-प्र० एक प्रत्यय जो भाववाचक संज्ञा बनानेके लिए पनारा, पनाला-पु० नावदान; नाला; प्रवाह । । जातिवाचक तथा गुणवाचक संशाओं में जोड़ा जाता है पनारी-स्त्री० नाली, मोरी;* धारा,बहावापक भोज्य वस्तु । (जैसे-गँवारपन आदि)। पु० पण, प्रतिज्ञा आयुके | पनाली-स्त्री० मोरी, नाली । चार भागोंमेंसे कोई एक; 'पानी', 'पान' और 'पाँच पनासना -स० क्रि० पालना-पोसना । शब्दोंका समासगत रूप) -कटा-पु० खेतोंमें इधरसे | पनाह-स्त्री० [फा०] शत्रु आदिसे बचाव, परित्राण; शरण; उधर पानी ले जानेवाला आदमी ।-कपड़ा-पु० शरीरमें आड़; शरण लेनेकी जगह, शरण्य । मु. (किसीसे)कटने, छिलने आदिकी जगहपर बाँधा जानेवाला गीला -माँगना-किसी कष्टप्रद वस्तु या हानि पहुँचानेवाले कपड़ा। -घट-पु० पानी भरनेका घाट ।-चक्की-स्त्री० व्यक्तिके संसर्गसे बचना । लेना-शरणके लिए कहीं जाना। पानीकी शक्तिसे चलनेवाली चकी। -चोरा-पु० छोटे | पनि-पु० समासमें प्रयुक्त पानीका बिगड़ा हुआ रूप । मुँह और चौड़े पेटका बरतन । -डब्बा-पु० दे० 'पान- | -गर-वि० पानीदार । -घट-पु० दे० 'पनघट'। दान'।-डुब्बा-पु० गोताखोर; एक जलपक्षी जो पानीमें | -हार-पु० दे० 'पनहरा'। -हारी-स्त्री० पनहारिन । डूब-डूबकर मछलियाँ पकड़ता है। -डुब्बी-स्त्री० एक पनिच*--स्त्री० दे० 'पनच' । जलपक्षी जो पानी में डूब-डूबकर मछछियाँ पकड़ता है; पनियाँ-वि० पानीका; पानी में उत्पन्न । पु० पानी । पानीके भीतर-भीतर चलनेवाला एक प्रकारका जहाज -सोत-वि० बहुत गहरा । (सबमेरीन)।-बट्टा-पु०पानके बीड़े रखनेका एक प्रकारका पनियाना -स० क्रि० पानीसे सराबोर करना। अ० डिब्बा । -बिछिया,-बिच्छी-स्त्री० पानीमें रहनेवाला| क्रि० पानीसे चपचपाना । एक प्रकारका डंक मारनेवाला कीड़ा ।-बिजली-शक्ति- पनिहा-वि० जो पानी में रहे। पानीका; जिसमें पानीका स्त्रो० (हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर) जलशक्तिके संप्रयोगसे | मेल हो, जलयुक्त । पु० दे० 'पनहा। उत्पन्न होनेवाली बिजलीकी शक्ति, जलविद्युत्-शक्ति । पनी-पु० प्रण करनेवाला, कील करनेवाला । + स्त्री० -भता-पु० केवल पानीमें पकाया हुआ भात-भरा- पन्नी, सुनहला-रुपहला कागज । पु० पानी भरनेवाला नौकर ।-लगा-पु० दे० 'पनकटा। पनीर-पु० [फा०] फाड़े हुए दूधका थक्का, छेना; इससे -वाडी-स्त्री० पानका खेत, बरेजा। पु० तमोली |- | तैयार की जानेवाली एक प्रकारकी टिकिया जो खानेके वार*-पु०पत्तल ।-वारा-पु० पत्तल, पत्तलभर भोजन । काममें आती है। पानी निचोड़े हुए दहीसे तैयार किया एक प्रकारका साँप । -वारी-स्त्री०, पु० दे० 'पनवाड़ी। जानेवाला एक प्रकारका खाद्य पदार्थ । मु०-चटाना-सल्ला-पु० प्याऊ, पौसरा। -साखा-पु. पाँच कोई काम निकालनेके लिए किसीकी चापलूसी करना। बत्तियोंवाली मशाल । -साल,-साला-स्त्री० पीसरा । -जमाना-कोई ऐसा काम करना जिससे और भी कार्य -सइया-स्त्री० छोटी डोंगी जिसमें खेनेवाला दोनों ओरके | सिद्ध हो सकें। डाँडे चला सकता है। -सेरी-स्त्री० दे० 'पंसेरी'।पनीला-वि० जिसमें पानी मिला हो, जलसे युक्त। -हडा-५० पान या हाथ धोनेकी पानी रखनेकी तमो- पनुआँ-पु० गुड़के कड़ाहेका धोबन जिसे शरबतकी तरह लियोंकी हाँड़ी। -हरा,-हारा-पु० पानी भरनेवाला पीते हैं। वि० जिसमें आवश्यकतासे अधिक पानी पड़ नौकर, पनभरा।
गया हो, फीका। पनग*-पु० दे० 'पन्नग'।
पनीटी-स्त्री० पान रखनेकी पिटारी, बाँसका पानदान । पनगनि*-स्त्री० पन्नगी, सर्पिणी।
पन्न-वि० [सं०] गिरा हुआ, नीचे खसका हुआ; गया पनच-स्त्री० धनुधकी डोरी।
हुआ, गत । पु० नीचेकी ओर जाना, अधोगमन रेंगना। पनपना-अ० क्रि० पल्लवित होना; हराभरा होना; फूलना- -ग-पु० दे० क्रममें। फलना; फिरसे स्वस्थ होना।
पन्नई-वि० पन्नेक रंगका। पनपाना-स० क्रि० 'पनपना'का सकर्मक रूप, किसीके पन्नग-पु० [सं०] साँप (जो रेंगकर चलता है); सीसा%B पनपनेका कारण होना।
पदमकाठ; * पन्ना ।-केसर-पु० नागकेसर ।-नाशनपनव*-पु० दे० 'प्रणव'; एक बाजा।
पु० गरुड़। -पति-पु० शेषनाग । पनस-पु० [सं०] कटहल; काँटा ।
पन्नगारि, पन्नगाशन-पु० [सं०] गरुड़ । पनह*-स्त्री० पनाह ।
पन्नगिनि*-स्त्री० दे० 'पन्नगी' । पनहा-पु० कपड़े आदिकी चीड़ाई भेद; चोरी गये भालका | पनगी-स्त्री० [सं०] सर्पिणी, साँपिन; एक बूटी।
पता लगानेवाला या इसके लिए दिया जानेवाला पुरस्कार। पन्ना-पु० हरे रंगका एक प्रसिद्ध रत्न, जमुर्रद; पुस्तक पनहिया-स्त्री० दे० 'पनहीं'।
आदिके दो पृष्ठ, वर्क; जूतेका पान; भेड़ोंके कानका बह पनही*-स्त्री० जूता।
चौड़ा हिस्सा जहाँसे ऊन काटते हैं। आम आदिका पना। पना-पु० अपनेसे पके या आगमें पकाये हुए आम, इमली पन्नी-स्त्री० राँगे आदिका हलका पत्तर जिसके टुकड़ोंको
आदिके रस या गूदेसे तैयार किया जानेवाला एक प्रकारका दूसरी चीजोंपर सुंदरताके लिए चिपकाते हैं। वह कागज पेय पदार्थ, पानक, पन्ना ।
या चमड़ा जिसपर सोने-चाँदीका पानी चढ़ाया गया हो; पनाती-पु० नातीका बेटा ।
एक भोज्य वस्तु; * बारूदकी एक आध सेरकी तील । पनार*-पु० दे० 'पनारा'।
-साज-पु० पन्नी बनानेका पेशा करनेवाला ।-साजी
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