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हैं, बीच के तीर्थकरों के शिष्य प्रतिक्रमण नहीं करने प्रतिक्रमण नियंक्ति का उपसंहार तथा
प्रत्याख्यान नियुक्ति का कथन
प्रत्याख्यान के दस भेद
प्रत्याख्यान करने की विधि तथा उसके अवान्तर भेदों का
स्वरूप
कायोत्सर्ग नियुक्ति का वर्णन
कायोत्सर्ग के कारण तथा उसके प्रमाणादि का विवेचन
कायोत्सर्ग का फल
कायोत्सर्ग के दोष
कायोत्सर्ग के भेदों का निरूपण तथा कायोत्सर्ग के समय
करनेयोग्य ध्यान का स्वरूप
कायोत्सर्ग के समय किये जाने वाले प्रशस्त मनःसंकल्प का वर्णन
कायोत्सर्ग के समय होनेवाले अप्रशस्त मनः संकल्प का वर्णन
estatयक चूलिका
आसिका निषिद्धिका का स्वरूप षडावश्यक चूलिका का उपसंहार
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६३१-६३२
६३३-६३५
६३६-६४०
६४१-६४६
६५०-६५४
६५.५-६६७
६६८-१६९
६७०-६७४
६७५.६७६
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६८३-६८५
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४६५-४६८
४६८-४७१
४७१-४७५
४७५-४७७
४७७-४८४
४८४-४६५
४८५-४८६
४८६-४६२
४६२-४६३
४६४
४६५-४६७
४६७-४१८ ४६८-५०४
विषयानुक्रमणिका / ५५
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