________________
Maul
ELABORATION:
(30, 31) Sahattu-reduce quantity by transferring from a large vessel to a smaller one. This action is deemed as mixing sachit with achit, thereby making it unacceptable. (more details in Pinda Niryukti).
Udang sampanulliya-to disturb water. This includes stirring shaking, or walking over water. Here water has been used as a generic term for anything sachit. All these are faults of seeking and accepting food.
|
३२ : पुरेकम्मेण हत्थेण दव्वीए भायणेण वा।
दितिअं पडिआइक्खे न मे कप्पइ तारिसं॥ ३३ : एवं उदउल्ले ससिणिद्धे ससरक्खे मट्टिआ ऊसे।
हरिआले हिंगुलए मणोसिला अंजणे लोणे॥ ३४ : गेरुअ-वन्निय-सेदिअ-सोरट्ठिअ-पिट्ठ-कुक्कुसकए य।
उक्किट्ठमसंसढे संसढे चेव बोधव्वे ॥ साधु को आहार-पानी देने से पहले ही सचित्त-अप्राशुक-जल से धोये हुए हाथ से, करछुली या किसी अन्य पात्र से आहार-पानी देने वाली स्त्री को साधु यह
कह दे कि मैं इस प्रकार का आहार-पानी ग्रहण नहीं कर सकता। उसी प्रकार से | पानी की बूंदें टपकते हाथों से अथवा स्निग्ध (गीले) हाथों से, सचित्त रज से भरे
हुए हाथों से, मिट्टी (कीचड़) और क्षार (नौनी मिट्टी) भरे हुए हाथों से, हरिताल वा हिंगुल भरे हुए हाथों से, मनःशिला, अंजन वा लवण से भरे हाथों से गेरू (लाल मिट्टी) पोली मिट्टी, सफेद मिट्टी, फिटकरी, चावलों का आटा, अनछना
आटा, अनाज का भूसा आदि से तथा फलों के टुकड़े आदि से असंसृष्ट तथा संसृष्ट हाथों के सम्बन्ध में जानना चाहिए॥३२-३३-३४॥
32, 33, 34. If, just before giving food to an ascetic, a woman washes her hands or the serving spoon or other serving vessel with sachit water, the ascetic should refuse, stating that he is
श्री दशवैकालिक सूत्र : Shri Dashavaikalik Sutra
१२२
AyuuND
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org