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चित्र परिचय : १३ |
Illustration No. 13 श्रमण का महा आचार : अष्टादश स्थान वर्जन
THE LOFTY CONDUCT OF A SHRAMAN:
THE EIGHTEEN PROSCRIBED ACTIVITIES १. नाणदंसण संपन्ने-नगर के उद्यान में आचार्य अपने साधु-साध्वी परिवार के साथ पधारे हैं। नगर के राजा, मंत्री, क्षत्रिय, ब्राह्मण आदि स्त्री-पुरुष पूछते हैं-"भगवन् ! आपका आचार-गोचर क्या है?"
1. In the garden outside the city has arrived the great Acharya with the group of his disciples. The king, ministers and citizens come to pay homage and ask : "What code you follow?"
२. दस अट्ठयठाणाई-आचार्यश्री ने कहा-“ये अठारह स्थान हैं, जिनकी विराधना करने वाला साधु धर्म से भ्रष्ट हो जाता है।" चित्र में दोनों तरफ तथा नीचे क्रमशः अठारह स्थान का निम्न निर्देश दिखाया गया है
(१) हिंसा-त्याग। ऊपर उठा हाथ अहिंसा का प्रतीक है। (२) वाणी संयम रूप सत्य महाव्रत। (३) अदत्तादान-निषेध। दाँत कुरेदने के लिए एक तिनका भी बिना दिया न लें। (४) नारी-विमुखता रूप अखण्ड ब्रह्मचर्य का पालन। (५) धन-भवन त्याग का प्रतीक अपरिग्रह। (६) रात्रि-भोजन निषेध। (७) पृथ्वी, (८) अप्, (९) तेजस्, (१०) वायु, (११) वनस्पति, (१२) त्रसकाय का हिंसा त्याग। (१३) सचित्त आहार त्याग। (१४) गृहस्थ के बर्तनों में भोजन त्याग। (१५) पलँग आदि पर नहीं बैठना। (१६) घर में विछे सोफा (आसनों) आदि पर न बैठना। (१७) स्नान त्याग। (१८) विभूषा त्याग। प्रतीक रूप में यह सब छोटे चित्रों में दिखाया गया है। (अध्ययन ६, श्लोक ७-६६)
2. The Acharya replies, "There are eighteen proscribed activities. The ascetic who indulges in any of them falls from grace." These activities are shown below the illustration in eighteen small boxes--
(1) Abandoning violent activity, or the vow of ahimsa. A raised palm is the sign of amnesty. (2) Discipline of speech or the vow of truthfulness. (3) Not taking even a tooth-pick if not offered, or the vow of non-stealing. (4) Indifference towards the opposite sex, or the vow of celibacy. (5) Detachment from material wealth, or the vow of non-possession. (6) Not eating after sunset. Not harming living organisms that are in the—(7) earth, (8) water, (9) fire, (10) air, (11) plant bodied as well, (12) the mobile beings. (13) Not eating food containing living organisms. (14) Not sharing food in the same plate with a householder. (15) Not sitting on the same bed. (16) Seat (like a sofa) with a householder. (17) Not bathing. (18) Not embellishing the body or being conscious of one's appearance.
(Chapter 6, verses 7-66)
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