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अल्पबहुत्व
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३. प्रकीर्णक प्ररूपणाएँ
८५
४२/
नाम शरीर या मार्गणा अल्पबहुत्व । गुणकार सूत्र नाय शरीर या मार्गणा अनपबहुत्व । गुणकार २. औदारिक शरीर विशेष की अवगाहनाकी अपेक्षा
| ७३/ पृथ्वी बा. प.की (ष.स.११/४,२,५/सू.३९-६६/५६-७०) (ध.१/१,३ ४/२५१/७)
1७४/मन, साधारण या निगोद या. प.. घ.४/१,३,२३/६४/७ (ध.६/४,१,२/१७/४)
की ज.
असं. गुणी | पल्य/असं. लब्ध्य पर्याप्तकके स्थान
उपरोक्त बा. अप, की उ. | विशेषाधिक | अंगु./असं. ३१ निगोद या बन. साधारण सू.
, प.की .. अप. की ज, अवगाहना
बन प्रतिष्ठित प्रत्येक या भिगोद
स्तोक अगु./पक्य-अस वायु
प.की ज.
असं गुणी पत्य/अस. सू. अप, की ज. अस गुणी | आ./असं,
७८ उपरोक्त अप. की उ. विशेषाधिक अंगु./असं. ३३ तेज ,
प.की ,
वन, अप्रतिष्ठित प्रत्येक प. की ज. पृथिवी .
असं. गुणी पत्य/अस.
द्वीन्द्रिय प. को ज, वायु मा.
पल्य/असं त्रीन्द्रिय
सं. गुणी सं. समय ३७ तेज ,
चतुरिन्द्रिय , पृथिवी ,
पंचेन्द्रिय
" निगोद या बन. साधारण बा.अप
त्रीन्द्रिय अप. की की ज.
८६ चतुरिन्द्रिय
द्वीन्द्रिय ४१ निगोद प्रतिष्ठित प्रत्येक अप की ज|
" अप्रतिष्ठित प्रत्येक बन अप. की ज.
८८, बन, अप्रतिष्ठित प्रत्येक ४३ द्वीन्द्रिय अप की ज.
अप की उ.
पंचेन्द्रिय अप की ४४| त्रीन्द्रिय " "
त्रीन्द्रिय प.की ४५/ चतुरिन्द्रिय , "
चतुरिन्द्रिय ४६ पंचेन्द्रिय
द्वीन्द्रिय निवृत्ति पर्याप्तक व निवृत्यपर्याप्तक के स्थान
"
१३ वन, अप्रतिष्ठित प्रत्येक प. की उ.. ४७ बन. साधारण या निगोद ऊपर से
६४ पंचेन्द्रिय प.की उ. सू.प.की ज.
असं, गुणी आ./असं. उपरोक्त अप, की उ.
विशेषाधिक अगु./अस.
१५ एक सूक्ष्म से अन्य सूक्ष्म = आ./असं. गुणी
६ सूक्ष्म से बादर = असा , प. की ,
- आ/असं., ५० वायु
| १७ बादर सेक्ष्म म. प. की ज.
अस. गुणी आ. असं. उ.
बादर से बादर - पल्य/असं... ५१| "
विशेषाधिक अप. की
अंगु /असं.
६' बादर से दूसरा बादर = सं. समय , ५२ "
प. की । तेज .
असं.गुणी आ./असं. ३ पंचेन्द्रियों की अवगाहनाकी अपेक्षा__ अप. की उ. विशेषाधिक | अगु./असं.
(ध.१/१,१,५/२३५/४) प की असं गुणी आ./अस. चक्षु इन्द्रिय अवगाहना
स्तोक अप, की विशेषाधिक अंगु, असं,
श्रोत्र
सं.धुणी माण
विशेषाधिक अस गुणी । आ./अर्स. जिह्वा
असं. गुणी अप. की विशेषाधिक अगु./असं. स्पर्शन
सं. गुणी प. की .
६.पाँचों शरीरोंके स्वामियोंको ओघ व आदेश प्ररूपणाप.की ज. असं. गुणी पक्य असं अप. की विशेषाधिक | अंगु./असं.
(ष.ख.१४/५,६/सू.१६६-२३४/३०१-३१८)
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उन
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मार्गणा
शरीर ।
अल्पबहुत्व
असं.गुणी विशेषाधिक
गुणकार
पत्य/असं. अंगु./अर्स.
14.4
असं. गुणी विशेषाधिक |
पल्य/असं. अगु/असं.
१६६/
१. ओघ प्ररूपणाजीव सामान्य अशरीरी (सिद्ध) जीव सामान्य
प
की
1990
४ । स्तोक अनन्त गुणे | सिद्ध/असं.
सर्वजीव/अनंत असं. गुणे । अन्तर्मुहूर्त
पृथ्वी
, ,
ज. असं. गुणी पल्य/अस. १७१ उ. | विशेषाधिक । अगु/असं. १७२०
rar
अप, की
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