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आमु
क्रम
१
१
२
३
२
३
२
३
४
k
८
नाम
जघन्य
(५) शुष्क महाशुक्र युगल सम्बन्धी
स्वर्ग सामान्य घातायुष्क सम्यग्दृष्टि
मिथ्यादृष्टि
प्रत्येक पटल
महा शुक्र
(६) शतार - सहस्रार स्वर्ग सामान्य धातायुष्क - सम्यग्दृष्टि
मिध्यादृष्टि
प्रत्येक पटल -
सहस्रार
साधिक १४ सागर
१४- १/२ सागर
अमोघ
ਉਪ-ਗ
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१४ सागर -
फार्म-मनस कौमनस
प्रीतिकर
१४- १/२ सागर युगल सम्बन्धी
साधिक १६ सागर
१६- १/२ सागर
१६ सागर +
१६- १/२ सागर
(७) मानत प्रागत युगल सम्बन्धी
स्वर्ग सामान्य
घातायुष्क :
प्रत्येक पटल
आनत
प्राणत
पुष्पक
(८) आरण अच्युत युगल सम्बन्धी
स्वर्ग सामान्य वातायुष्क :
प्रत्येक पटल - सातंकर
आरण
अच्युत
(९) नव प्रवेयक सम्बन्धी
सामान्य घातायष्क :
प्रत्येक पटल :-- अथोरन
१८- १/२ सागर
१६ सागर
११-१/२.
पण्य
असं.
२० सागर Ro-2/3,, २१-१/३
मध्यम-शोधर
२५ "
सुभद्र
२६
सुविशाल २७
२२ सागर
२३
२४ "
आयु सामान्य
२८
पण्य
२६
असं.
३०
-
:::
१८ सागर
२० सागर
उत्पत्ति का अभाव त्रि. सा. ५३३)
:::
उत्कृष्ट
२० सागर
२२ सागर
उत्पत्तिका अभाव (त्रि. सा. ५३३)
साधिक १ सागर
१६- १/२ सागर
१६ सागर +
२६८
असं
१६- १/२ सागर
२२ सागर ११ सागर उत्पत्तिका अभाव (त्रि. सा. ५३३)
साधिक १८ सागर
१८- १/२ सागर
१८ सागर +
१६ सागर
१६- १/२
२०
१८- १/२ सागर
२३ सागर
२४
२५
94
पण्य
२०- २/३ सागर
२१-१/३
१२
२६
२७
२८ "
19
२६
99
३० ३१ "
पक्य
असं.
साधिक १६ सागर
arrant अपेक्षा उत्कृष्ट
साधिक १८ सागर
१८-४/६ सागर १६-२/३
२०.
२०-४/६ सागर २१-२/६
२२
जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश
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७. आयु विषयक प्ररूपणाएँ
वातायुष्क सामान्य उत्कृष्ट
उत्कृष्ट आयु
सामान्य
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उत्पत्तिका अभाव
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