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इतिहास
८. आचार्य समयानुक्रमणिका --
नोट---प्रमाणके लिए दे वह वह नाम
३
६ ४५१-४३५
४३५-४१३ ど ४१३-३६४
६३६४-३६५
१० ३१४-३६०
११ ३६५-३४५ ११ २५५-३३६ १३३३६-३१६
१४ ३१६ २१८ १५ २६८-२८० १६२८०-२६३
१७ २६३-२४५
२४
२५
क्रमांक
१८२४५-२३२
१६२३२-२१२
२०२१२-११८
२१
६८-१८२
२२ १८२-२२४
२१
१६४०९४४
१४४ - १०५
समय (ई.पू.) नाम
१. ईसवी पूर्व
१०५-११ २६६१-५६ २७ ५६-५३ २८५३-३५
२६ ३५-१२ ३० ई. पू. १२
a m m 50 x w 3 yw o a
१५००
५२७५१५
५१५-५०३
३२
५०३-४६५
४६५-४५१
३३
३४)
३९ पूर्वपाद
३५
३६
३७
समय
ई. सन्
99
39
11
19
३८ ३-३०
३६ १५-४५ ४०
२०-५०
४१३५-६०
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स्थूलभद्र स्थूताचार्य रामन्य विशाखाचार्य
२. ईसवी शताब्दी १ :
(अर्जुन ( अवश्मेघ ) |
कत्रि
गौतम ( गणधर ) भगवान् महावीर केवली
सुधर्माचार्य
(लोहार्य १) जम्बूस्वामी
विष्णु
नन्दिमित्र
अपराजित
गोवर्धन
प्रो
क्षत्रिय
जयसेन १
नागसेन
सार्थ
धृतिषेण
विजय
बुद्धिलिंग
गंगदेव
धर्मसेन १
नक्षत्र
जयपाल
पाण्डु धवसेन
कस
सुभद्राचार्य
यशोभद्र १
भद्रबाहु २ लोहाचार्य २
नाम
गुणधर चन्द्रनन्दि १
बलदेव १ जिननन्दि आर्य सर्व गुप्त मित्रनन्दि
शिवकोटि विनयधर
गुप्ति श्रुति
वृद्धि शुद्धि
शिव गुप्त
गुरु
विष्णु
नन्दिमित्र अपराजित
गोवर्धन
भद्रबाहु १
11
"
विशाखाचार्य
17
स्वामी
श्रोशित
क्षत्रिय
जयसेन
नागसेन
सिद्धार्थ
प्रतिषेण
विजय
बुद्धिलिंग
गगदेव
ਕਈ ਰੋਜ
नक्षत्र
जयपाल
पाण्डु धवसेन
कस
35
सुभद्राचार्य
यशोभद्र
"
१
गुरु या
विशेषता
बाहु २
लोहाचार्य
चन्द्रनन्दि
बलदेव १ जननन्दि सर्व गुप्त
मित्रनन्दि पुन्नाट सधी
गु
विनयधर
विभूति]
विशेष
19
श्वेताम्बर संघ प्रवर्तक ११ग १० पूर्वभर
"7
११ अगधारी
39
99
३२८
प्रधान कृति
क्रमांक
कषायपाहुड
४२ मध्य पाद
४३
४४
४५
४६
४७
४६
५०
३८-५५
द्वादशाग धारी ५१ ३८-५५
५२ ३८-५५ ५३३८-५५ ५४ ३८-६६
५५ ३८-४८
५६ ४८-८७
ge
१० अंगधारी ६६
ह
७०
८
समय ई सन्
५७ ३८-१०६ १८६६-१०६
4844-244
६०५३-६३
१७१
१७२
77
६१ ६३
६२
६३-१३३ ६३ ८०-१५० ६४६८८८
१७३
७४
"
६५७३-१२३ ६६ ६०-१३
७५
७६
"
६७ ११-१६२
६८
१४३-१७३
०७
19
३८-४८
३८-६६
भगवती आरा ७८
७६
८० ८१
२
८७-१२७
१२७-१७६
१२७-१७६
१७६-२४३
पूर्वपाद
१२०-१८५
१२३-१६३
मध्य पाद
नाम
२२०-२३१
२२०-२३१
२३१-२६
२८६-३३६
उत्तरार्ध
रत्न नन्दि
शुभ मन्दि बप्पदेव कुमार नन्दि
इल गोव डिगल शिवस्कन्द
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गुनगुन
(fa)
अर्हदत्त
शिवदत्त
विनयदत्त
श्रीदत्त अर्हि
(गुसिगुप्त )
ान
धरसेन १
३. ईसवी शताब्दी २ -
जिनचन्द्र
कुन्दकुन्द
(पद्मनन्द)
पुष्पदन्त
भूतबली
मन्दार्य
(सी)
मित्रवीर
(श्वेताम्बर)
नागहस्ति
यतिवृषभ
८. आचार्य समयानुक्रमणिका
गुरु या विशेषता (शुभदिधर्मा देव गुरु शुभनन्दि
बड़मेर
उमास्वामी
घरसेन
अर्हलि
मन्दार्थ
दिनाकरन
इन्द्रसेन
यशोवाहू यशोभद्र के शिष्य (भद्रबाहु द्वि ) लोहाचार्य के गुरु
आम
वज्रयश
४. ईसवी शताब्दी ३ :
बलाक पिच्छ लोहाचार्य ३ यश कीर्ति
समन्तभद्र
अर्हसेन
सिंहनदि १ (योगी द्र)
कुमार स्वामी
मोहाचार्य
यशोनन्दि शामकुण्ड
14
ि
क्रमबाह्य
कुन्दकुन्द
(गृद्व पिच्छ)
देवद्धिगणी श्वे के अनुसार
नागहस्ति
कुन्दकुन्दके गुरु जिनचन्द्र
दिवाकरसेन भानुनन्दि
गृह पिच्छ
लोहाचार्य यश कीर्ति
प्रधान कृति
व्याख्याप्रज्ञप्ति सरस्वती आन्दो शिल्पकार
अगाधारी
33
35
11
"
षट् खण्डागम
19
कषायपाहुड
कषायपाहुड
समयसार
मूलाचार
व े आगम आप्त मीमासा
कार्तिकेयानुपेक्षा
पद्धति टीका
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