Book Title: Jainendra Siddhanta kosha Part 1
Author(s): Jinendra Varni
Publisher: Bharatiya Gyanpith
View full book text
________________
इतिहास
३४७
१०. आगम समयानुक्रमणिका
विषय
ई० सन् रचयिता
| भाषा
4. भाष
हि
सं६३ नाममाला
समय
समय ग्रन्थ
ग्रन्थ
रचयिता ई. सन्
विषय ५३२१ नेमिनाथ पुराण | १५२८
| यथा नाम |सं५७५/ कथाकोष १५८३-१६०५/देवेन्द्र की ति | यथा नाम ५३३, श्रीपाल चरित्र
|..५७६, श्रीपाल चरित्र १५६४ कवि परिमल्ल ५३४ सिद्धांतसारभाष्य १५२८-५६ | ज्ञानभूषण | "
,,५७७ पार्शवनाथ पुराण १५१७-१६२४/- चन्द्रकीति कवि महीन्दु
अप ५७८ शब्दरत्न प्रदीप ९५६६-१६१० सोमसेन । ५३५ सतिणाह चरिउ
स० शब्दकोष
५७४/ धर्मरसिक ५३६ चेतनपुद्गलधमाल १५३२
पचामृत अभिषेक चिराज | यथानाम रूपक " (त्रिवर्णाचार)
आदि ५३० मयण जुज्झ
| मदनयुद्ध ..८० रामपुराण
यथानाम ५३८ मोहविवेक युद्ध
यथानाम ५३६/ संतोषतिल
सन्तोष द्वारा लोभको, जयमाल
जोतना (रूपक) १७ ईसवी शताब्दी १७:-- ५४० टंडाणा गीत
ससार दुखदर्शन ,१८१ अध्यात्म सवैया १६००-१६२५ रूपचन्दपाण्डे, अध्यात्म ५४१ भुवनकीर्ति गीत भुवनकी तिकीप्रशस्ति ५८२ खटोलनागीत
(रूपक) चार ... ५४२ नेमिनाथ राजमतिके
कषायरूप पायो । बारहमासा उद्गार
का खटोलना ५४३ नेमिनाथ वसंत
नेमिनाथ वैराग्य .५८३ परमार्थ गीत
अध्यात्म ५४४ कार्तिकेयानु
१५४३ । शुभचन्द्र यथानाम | प्रेक्षा टीका
स५८ दोहा शतक भट्टारक ५८५ स्फुटपद
भक्ति ५४५ जोवन्धर चरित्र | १५४६
५८६ यशोधर चरित्र
ज्ञानकीति यथानाम ५४६ प्रमेयरत्नाल कार १५४४ चारुकीर्ति
५८७ शब्दानुशासन १६०४ ५४७गीत वीतराग
भट्टाक्ल के स. शब्द कोश | ऋषभदेवके १० जन्म ।।
चूडामणि
तुम्बूलाचार्य
१६०४ ५४८] पाण्डवपुराण
षट्खण्ड टीका शुभचन्द्र यथानाम सं.१८६ भक्तामर कथा
रायमल | यथानाम भट्टारक
विमल पुराण | १६१७ ५४६/ भरतेशवैभव । १५५१ रत्नाकर
ब कृष्णदास प.जिनदास पंचनमस्कारमहात्म्य
मुनिसुव्रत पुराण ५५०/होलोरेणुकाचरित्र
| १६२४
हि५६२) ब्रह्म विलास १६२४-१६४२ भगवती दास अध्यात्म ५५१ करकण्ड्ड चरित्र १५५४ शुभचन्द्र भ. यथानाम
(१६१३) प.बनारसी एकार्थक शब्द ५५२ कर्म प्रकृति टी. १५५६-७३ ज्ञानभूषण मसिद्धान्त ५५३ भविष्यदत्तचरित्र १५५८ .सुन्दरदास यथानाम
| ४| समयसार नाटक (१६३६) ५५४ रायमल्लाभ्युदय
२४ तीर्थड्रोका अर्धकथानक (१६४४)
अपनी आत्मकथा जीवन वृत्त १४ कर्म प्रकृति टी १५६३-७३ सुमतिकार्ति कर्म सिद्धान्त
५६६ बनारसी विलास (१७०१) ५५६ कर्मकाण्ड
६७ अध्यात्मोपनिषद १६३८-१६८८ यशोविजय अध्यात्म ५५० पंच संग्रह वृत्ति
"१६८ अध्यात्मसार
(श्वे) Rea, जय विलास
पदसंग्रह ५५८ सुखबोध वृत्ति लगभग १५७० पं.योगदेव तत्त्वार्थ सूत्र टी
जैन तर्क
न्याय | भट्टारक ५१६ अनन्तनाथपूजा
स्याद्वाद् मब्जूषा १९७३
यथानाम गुणचन्द्र
शास्त्रवार्ता | अध्यात्मकमल २१७-१४१३4 राजमल अध्यात्म मार्तण्ड
__ समुच्चय ५६१ पचाध्यायी पदार्थ विज्ञान J६०३/ दिग्पद चौरासी
दिगम्बरका खंडन १६२ पिगल शास्त्र
छन्द शास्त्र
६०४ चतुर्विशति १६४२ पं. जगन्नाथ २४ अर्थों वाला ५६३ लाटी सहिता
श्रावकाचार | सन्धानकाव्य
एक पद्य ५६४ जम्बूस्वामोचरित्र
यथानाम ६०७ श्वे पराजय १६४६
केवलि भक्ति
निराकृति ५६६ द्वादशाग पूजा १५७६१६१६ श्रीभूषण
.,६०६ सुख निधान १६४३
श्रीपालकथा ५६७ प्रतिबोध
मूलस की ..]६०७ शीलपताका १६६६ महीचन्द्र सीताकी अग्नि मरा चितामणि उत्पत्तिकी कथा
परीक्षा ५६८ शान्तिनाथपुराण
यथानाम १८. ईसवी शताब्दी १८ -- ५६६ सत्तवसनकहा १५८० मणिक्यराज
६.८) चिद्विलास ।१७२२ पं.दीपचन्द, अध्यात्म ५७० ज्ञानसूर्योदय ना १५८०-१६०७, वादिचन्द्र , रूपक काव्य ५७१, पवनदूत
मेघदूतकी नकल
1,६०६/ स्वरूपसम्बोधन
जीवन्धर पुराण १७२४--४४ जिनसागर | ५७२ पार्शव पुराण
यथानाम
जैन शतक १७२४ प. भूधरदास पद सग्रह ५७३ श्रीपान आख्यान
पद साहित्य १७२४-३२ ।
अध्यात्म पद ५७४ सुभग सुलोचना।
पार्श्वपुराण १७३२
यथानाम चरित्र
(१६१३)
५६५
५६५ हनुमन्त चरित्र
Mirrrry
जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506