________________
इतिहास
३३४
८. आचार्य समयानुक्रमणिका
५३३ १६०४
५३७ पूर्वपाद
१३८ पूवधि ५३६ ॥
गात परमा
५४२ EOS
.
.
.
गुरु या
समय प्रधान कृति
गुरु या ई. सन् विशेषता
ई.सन् नाम
प्रधान कृति
विशेषता १८. ईसवी शताब्दी १७:
५७७,१७२१-२६ देवेन्द्रकीर्ति ।धर्मचन्द्र
विषापहार पूजा ७८१७२१-४०
जिनदास
| भुवनकीर्ति हरिवश पुराण अकलंक कन्नड कवि | शब्दानुशासन ५७६, १७२२ दीपचन्द शाह आध्यात्मिक चिद्विलास ५३४|१६०५ चन्द्रभ गोमटेश्वर चरित/५८०१७२४-४४ जिनसागर देवेन्द्र काति
जिन कथा ५३५ १६०२ ज्ञानको ति वादि भूषण यशोधरचरित सं १८१/१७२४-३२ भूधरदास | हिन्दी कवि जिन शतक ५३६ १६०७-१६६५ महोचन्द्र प्रभाचन्द्र
५८२ १७२८
लक्ष्मीचन्द्र मराठी कवि | मेघमाला ज्ञानसागर श्री भूषण अक्षर बावनी ५८३ १७३०-३३ नरेन्द्रसेन २ | छत्र सेन प्रमाणप्रमेय कॅवरपाल हिन्दी कवि
८४१७४०-६७ पं टोडरमल्ल | प्रकाण्ड विद्वान गोमट्टसार टीका रूपचन्द पाण्डेय , | गीत परमार्थी ५८५ १७४१ रूपचन्द पाण्डेय
समयसार नाटक रायमल सकलचन्द्र भक्तामर कथा
टीका अभयकीति अजितकीर्ति अनन्तवत कथा ८६ १७५४ रायमल ३ टोडरमल
जयसागर १ । रत्न भूषण तीर्थ जयमाला १८७/१७६१ शिवलाल विद्वान् चर्चामंग्रह ५४३ १६१७
कृष्णदास रत्नक ति मुनिसुबत पुराण ५८८ १७६७-७८
नथमल बिलाल हिन्दी कवि जिनगुणविलास १४४/१६२३.१६४३ पं.बनारसीदास हिन्दी कवि समयसार नाटका८६१
जनार्दन मराठी कवि श्रेणिक चारित्र ५४५ १६२३-१६४३ भगरतीदास मही चन्द्र दंडाणारास १० १७००-१८४० | पन्नालाल .सदासुखके गुरु राजवातिक वच. चुर्भुज जयपुरसे लाहौर
५६१ १७७३ १८३३ मुन्ना लाल ५४७१६३१ केशवसेन
कर्णामृत पुराण १६२| १७८० गुमानीराम टोडरमल के पुत्र | मध्यपाद पासकोति भट्टा धर्मचन्द २ सुदर्शन चरित १६३ १७८८
मराठी कवि सोठ माहात्म्या जगजीवनदाम | हिन्दी कवि ५४६
बनारसी विलास १६४ १७६५-१८६७ सदासुखदास । पन्नालाल रत्नकण्डवच नि
का सम्पादन ५६५ १७६८-१८६६ दौलतराम २ । हिन्दी कवि | छहढाला जयसागर २ मही चन्द्र सीता हरण ५६६ अन्तिम पाद नयनसुख ।
मनरग लाल ।
| सप्तर्षि पूजा हमराज पाण्डेय पं रूपचन्द पाण्डप्रवचनसार बच ५६७ १८०० ३२ प. हीरा चन्द पञ्चास्तिकाय टी ५६८ १८००-४८ । वृन्दावन
चौबीसी पूजा ५५३ १६३८-१६८८ यशाविजय (श्वे.) लाभ विजय । अध्यात्मसार | २०. ईसवी शताब्दी १९ - ५५४१६४२-१६४६ प जगन्नाथ | नरेन्द्र कीर्ति सुरवनिधान REE] १८०१-३२ महितसागर , मराठी कवि (रत्नत्रय पूजा ५५५१६४३-१७७३ जोधराज गोदिका हिन्दी कवि प्रीतंकर चारित्र ६००१८०४-३० जयचन्द छाबडा हिन्दी भाष्यकार समयसार बच. खड्ग सेन त्रिलोक दर्पण ६०११८०
पं जगमोहन | हिन्दी कविधर्मरत्नोद्योत अरुणमणि बुधराघव अजित पुराण ६०२ १८१२ रत्नकीति मराठी कवि | उपदेश सिद्धान्त सावाजो मराठी कवि सुगन्ध दशमी
रत्नमाला ५५६ १६६५-१६७५ मेरुचन्द्र
महोचन्द्र ६०३ १८१३ दया सागर
हनुमान पुराण ५६० १६७६-१७२३ द्यानत राय हिन्दी कवि | रूपक काव्य ६०४ १८१४-३५
बुधजन हिन्दो कवि तत्त्वार्थ बोध ५६१ १६८७-१७१६ सुरेन्द्र काति | इन्द्रभूषण पद्मावती पूजा ६०० ६०१ १८१७ विशालकीर्ति | मराठी कवि
धर्मपरीक्षा ५६१ १६१०-१६६३ गगा दास धर्मचन्द्र भट्टा, | श्रुतस्कन्ध पूजा ६०६ मध्यपाद परमेष्ठी सहाय | हिन्दी कवि । अर्थ प्रकाशिका
महोचन्द्र मराठी कवि आदि पुराण ६०७ १८२१ जिनसेन६ मराठी कवि जबूस्वामीपुराण बुलाकी दास, | हिन्दी कवि पाण्डव पुराण १२
ललितकीर्ति जगत्कोति अनेको कथाये ५६१ अन्त पाद छत्रसेन समन्तभद्र २ द्रौपदी हरण ६०४ १८५० ठकाप्पा
मराठी कवि पाण्डव पुराण भैया भगवतीदास हिन्दी कवि ब्रह्म विलास ६१०] १८५६
५.भागचन्द
हिन्दी कवि प्रमाण परीक्षा ५६ ई. श १७-१८ सन्तलाल सिद्धचक्र विधान |
बच निका " । महेन्द्र सेन विजयकीर्ति ६११ १८५६ छत्रपति
द्वादशानुप्रेक्षा ६१२ १८६७
मा,बिहारीलाल विद्वान वृहतुजैन १९. ईसवी शताब्दी १८ -
शब्दार्णव ब शीतल
ब शीतल ५६६ १७०३-१७३४ | सुरेन्द्र भूषण | देवेन्द्र भूषण |ऋषिपचमी कथा/६१३ १८७८-१६४८
आध्यात्मिक समयसार की या ५९११८७८-१६४८
विद्वान् प्रशाद
भाषा टोका गोवर्द्धन दास पानीपतवासी पं. शकुन विचार ।। ५७० १७०५ ५७१ पूर्वार्ध खुशालचन्द भट्टा. लक्ष्मीचन्द्र व्रत कथाकोष | २१. ईसवी शताब्दी २०:काला हिन्दी कवि
६१४, १९१६-१६५५ आ शान्ति । वर्तमान ५७२ १७१६-१७२८ किशनसिंह हिन्दी कवि क्रियाकोश
सागर संघाधिपति ५७३/ १७१७ सहवा मराठी कवि | नेमिनाथ पुराण ६१५ १६२४-१६५७ | वीर सागर शान्तिसागर
पंचविशिका ५७४ १७१८ ज्ञान चन्द
पञ्चास्ति टी. ६१६ १६३३ ।। गजाधर लाल ५७५/ १७१८ मनोहरलाल हिन्दी कवि धर्मपरीक्षा ६१७१६४६-६५ शिवसागर
वीरसागर १७६ १७२०-७२ पं.दौलतराम ।
| क्रियाकोश६१८' १६६५-८२ | धर्मसागर । शिवसागर
५५७१६५६ ५५८ १६६५
त
-
जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org