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निर्मानी : निअहंकारी : निर्मोही ३१० बरतना 'खुद' लघुतम भाव से ३५६ सत् पुरुष वही हैं जिन्हें... ३१२ ‘लाइन ऑफ डिमार्केशन' ३५७ ...स्पृहा नहीं
३१३ 'रिलेटिव' में लघुतम भाव ३५९ ...उन्मत्तता नहीं
३१५ पूर्ण लघुतम, वहाँ पूर्णत्व ...पोतापणां नहीं ३१६ ध्येय, लघुतम पद का
३६१ गर्व मिठास से खड़ा है संसार ३१६ लघुतम भाव की खुमारी ३६२ 'विज्ञान' ही छुड़वाए गर्वरस ३१९ 'स्व'-भाव प्राप्त करना वही गुरुतम ३६३ 'ज्ञानी' को गर्व नहीं
३२० उसका ‘टेस्ट इग्जामिनेशन' ३६४ गर्वरस चढ़ाए कैफ
३२३ 'फाउन्डेशन' अक्रम विज्ञान के अहम् रखना 'जानता नहीं' का ३२४ लघुतम अहंकार से मोक्ष की... ३६५ गर्व, स्व-प्रशंसा के समय...'जागृति'३२६ इसमें 'रेस-कोर्स' है ही नहीं ३६६ 'ज्ञानी,' गारवता में नहीं हैं ३२८ दौड़ते हैं सभी, इनाम एक को ३६६ यह सब भी गारवता
३३१ टीका-टिप्पणी, खुद का ही... ३६८ गारवता में से छूटा कैसे जाए? ३३३ यों घुड़दौड़ में से निकल सकते हैं ३६९ मुक्ति पाना 'ज्ञानी' के आश्रय में ३३६ इसे कुशलता कैसे कहेंगे? ३७०
[६] लघुतम : गुरुतम वहाँ हो गया अहंकार शून्य ३७२ 'लघुतम' 'गुरुतम' पद में 'ज्ञानी' ३३८ जगत् जीता जा सकता है.... ३७३ भाव में तो लघुतम ही ३३९ वर्ना प्रगति रुंध जाती है तब भगवान वश बरतेंगे
__३४० छूटने के लिए ग़ज़ब की खोज ३७६ 'जूनियर' के भी 'जूनियर' ३४१ एक में एक्सपर्ट, लेकिन और... ३७७ लघुतम पढ़ते हुए मिले भगवान ३४२
रेस-कोर्स के परिणाम स्वरूप महत्व, लघुतम पद का ही
इनाम 'पहले' को, हाँफना सभी... लघुता ही ले जाती है, गुरुता की.. ३४३
तो 'पर्सनालिटी' पड़ेगी
३८४ लाचार होने के बजाय... ३४३
जितवाकर जाने दो
३८५ गुरुतम बनने गए, तो... ३४४
कोर्स, 'अक्रम विज्ञान' का लघुतम को ही प्राप्ति गुरुतम की ३४७
__ [७] खेंच : कपट : पोइन्ट मैन साधो योग लघुतम का
३४९ ।। जगद्गुरु? नहीं, जगत् को माना... ३५०
अक्रम विज्ञान, सुलझाए सभी... ३८८ गुरुकिल्ली अर्थात् ?
३५१ जीवन, खेंच रहित
३८८ लघुतम से 'एक्जेक्टनेस' ३५२ उसकी पकड़ ही नहीं होती ३९२ वर्ल्ड का शिष्य ही, वर्ल्ड का ऊपरी३५३ सरल बनकर समाधान लाओ ३९३ 'ज्ञान,' दिया या प्राप्त किया? ३५४ भरे हुए माल का पक्ष नहीं लेना... ३९४ पहचानना, पद 'ज्ञानी' का | ३५५ कपट-चतुराई, बाधक मोक्षमार्ग में ३९५
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