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द्रव्यकी अपेक्षा
क्षेत्रको अपेक्षा
कालकी अपेक्षा
संख्या
मार्गणा
गुणस्थान
प्रमाण
प्रमाण
असं का प्रमाण
प.खं.
प्रमाण
नपुंसक वेदीवत् देव+ कुछ
पल्य/अस.
७३टे
(पल्य/अंतर्म.) से अपहृत
अंतर्मु.- आ/असं.
श्रुत अज्ञानी विभंगज्ञानी मति, श्रुत ज्ञानी अवधिज्ञानी मनापर्ययज्ञानी केवलज्ञानी मति, श्रुत अज्ञानी विभंगज्ञानी
अनं.
ओघवत
Gu09
tola
देव+कुछ
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जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश
१०६
ओघवत्
मति आदि तीन ज्ञानी
३१४३
११४५
३४४१
३१४३
अवधिज्ञानी मन पर्यय ज्ञानी केवलज्ञानी 6. संयम मार्गणा
| →
ओघवत
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(गो. जी./म. व टी./१८०-४८१/८८६) ७१३६ कोटि. पृ.
संयत सामान्य सामायिकछेदो. परिहार शुद्धि
३. संख्या विषयक प्ररूपणाएँ
सहस्र..
सूक्ष्म साम्पराय
शत. पृ.
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