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सत्त्व
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३. सत्त्व विषयक प्ररूपणाएं
स्थिति सत्त्व
स्थिति सत्त्व
Lalig
kطاما
गुणस्थान
गुणस्थान
जघन्य
प्रमाण
उत्कृष्ट
जघन्य
प्रमाण
उत्कृष्ट
६-७.प्रमत्त अप्रमत्त संयत (सामान्य)
११ उपशान्त कषाय
सामान्य सं.
संयतासंयतवत १०
संयतासंयतवत् ।
मोह सामान्य
अन्तः
१० अन्तः
सा. छेदो.
दर्शनमोह त्रि.
दे. सत्त्व/३/१६
२०० अन्तः
| १३ परिहार वि.
१२ कषाय
:
नोकषाय
:
६.क्षायिक सामायिक छेदो०
१४ मोह सामान्य
| अन्तर्मुहूर्त
__
-क्षिपक
६-७ क्षायिक परिहार विशुद्धि
मोह सामान्य
दे. सच्च/३/१६
मोह सामान्य
१२ कषाय
१२ कषाय
नोकषाय
६ कषाय
१० सूक्ष्म साम्पराय क्षपक
८-६(उपशामक)
मोह सामान्य
१समय
सर्व स्थान
२०० संयतासंयतवत
लोभ
दे, सत्त्व/३/१६
१० सूक्ष्म साम्पराय उपशामक
सर्व स्थान
दे.सत्त्व/३/१६
२०
जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश
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