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१८. मूलोत्तर प्रकृति चतुष्ककी प्ररूपणाओं सम्बन्धी सूची
सत्त्व
स
प्रकृति मां
मोह
उत्तर
१. ओष आदेशसे प्रकृति सत्त्व- क. पा. २/
मूल | भंगविचय
मोह
उत्तर
शुल
विषय
उत्तर
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समुत्कीर्तना
सत्रिकर्ष
भंगविषय
२. ओम आदेश से स्थिति सरल पा./पु.सं./
समुत्कीर्तना
भंगविषय
कीर्तना
भंगविषय
सकि
अनासोद
__२१०-२३४ २०२-२०६
सत्त्व स्थान
३
३
S... पृ. सं.
३.
३
३
३०८-३४६ २८१-३१६
६-२१
६-१६
६३-६७
१४-०
पृ.सं.
१६९-४००
१४-२२६
५७३-५६८ ६४५-२५४
७०६-८७०
४२५-५२४
३६१-४०० १४-२२६
३
गारादि पद
४
४१८
४४३-४४५ ४०२-४०४
३.
१६६-१७० ६५-६६
१६५-१६० १११-११३
२-१०३ ५०-५५
१६३-१७६
८३-१५
वृद्धि-हानि
४७६-४७७ ४२-४२
२२६-२२६
१२०-१२१
जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश
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संख्यात भागादि वृद्धि
४
३. सत्व विषयक प्ररूपणाएँ
४
४८५-४८६ ४३७-४३६
५०५-५०७ ४५६-४५८.
२४६-२४०
१३६-१३८
२६०-२६४
१६०-१६४
२२३-१८८
११७-१६०
३५८-३६४
२२२-२२६
४१८-४२७ २४६-२५६
सामान्य सत्कर्म
६५-६६
४४-४७
१०१-१०४
८३-८८
१४२-१५२
१३०-१४४
१५३-१५६ १४४-१५१
४००-६४०
२९४-३16
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