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परमाणु
३४०. से किं तं परमाणु ?
परमाणु दुविहे पण्णत्ते । तं जहा - १. सुहुमे य, २. वावहारिए य ।
३४०. (प्र.) वह परमाणु क्या है ?
(उ.) परमाणु के दो प्रकार हैं, जैसे- (१) सूक्ष्म परमाणु, और (२) व्यवहार परमाणु ।
PARAMANU
340. (Q.) What is this Paramanu ( ultimate - particle of matter) ?
(Ans.) Paramanu ( ultimate-particle of matter) is of two types(1) Sukshma paramanu (abstract ultimate - particle of matter), and (2) Vyavahar paramanu (empirical ultimate-particle of matter).
३४१. तत्थ णं जे से सुहुमे से टप्पे ।
३४१. इनमें से सूक्ष्म परमाणु स्थापनीय है अर्थात् यहाॅ उसका विषय नहीं है।
341. Of these, Sukshma paramanu (abstract ultimate-particle of matter) can only be ensconced (in the present context) and thus conventionally avoided here.
३४२. से किं तं वावहारिए ?
वावहारिए अणंताणं सुहुमपरमाणुपोग्गलाणं समुदयसमितिसमागमेणं से एगे वावहारिए परमाणुपोग्गले निप्पज्जति ।
३४२. (प्र.) व्यवहार परमाणु किसे कहते हैं ?
(उ.) अनंत अनंत सूक्ष्म परमाणुओं के समुदय- समागम ( एकीभाव रूप मिलन) से एक व्यावहारिक परमाणु बनता है ।
विवेचन - उत्सेधागुल की आद्य इकाई परमाणु है।
परम + अणु = अर्थात् जो सब द्रव्यो मे सूक्ष्मतम है, उससे सूक्ष्म (छोटा) अन्य कोई अणु न हो तथा जिसका पुन विभाग (टुकडा - खण्ड) न हो सके, ऐसे अविभागी अश को परमाणु कहते है ।
परमाणु पुद्गलद्रव्य होने से मूर्त है। उसमे पौद्गलिक गुण-वर्ण, गध, रस और स्पर्श पाये जाते है। तथापि अपनी सूक्ष्मता के कारण वह सामान्य ज्ञानियो द्वारा इन्द्रियग्राह्य - दृष्टिगोचर नही होता है । लेकिन केवलज्ञानी और क्षायोपशमिक ज्ञानी (परम अवधिज्ञानी) उसे जानते - देखते है ।
परमाणु प्रकार का है - ( १ ) सूक्ष्म परमाणु, तथा (२) व्यावहारिक परमाणु । सूक्ष्म परमाणु का यहाॅ प्रसग नही होने से उसे स्थाप्य अर्थात् अप्रासंगिक बताया है। व्यावहारिक परमाणु अनन्त सूक्ष्म
सचित्र अनुयोगद्वार सूत्र - २
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Illustrated Anuyogadvar Sutra-2
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