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category is to see a thing and know about many things of the same class or vice versa, but the particular category is to know about the specific characteristics of a particular thing from among many things of the same class.
४५१. से किं तं तीतकालगहणं ? ___ तीतकालगहणं-उत्तिणाणि वणाणि, निष्फण्णसस्सं वा मेदिणिं, पुण्णाणि य कुंड-सर-णदि-दीहिया-तलागाइं पासित्ता तेणं साहिज्जइ जहा-सुवुट्ठी आसि। से तं तीतकालगहणं।
४५१. (प्र.) अतीतकालग्रहण अनुमान क्या है ?
(उ.) वनों में उगी हुई घास, धान्यों से परिपूर्ण पृथ्वी, कुंड, सरोवर, नदी और बड़े-बड़े तालाबों को जल से भरे हुए देखकर यह अनुमान करना कि यहाँ अच्छी वर्षा हुई है। यह अतीतकालग्रहण साधर्म्यवत् अनुमान है।
451. (Q.) What is this Ateet kaal grahan anumaan (inference from past perspective) ?
(Ans.) The (examples of) Ateet kaal grahan anumaan (inference from past perspective) are as follows-To infer that there had been good rains (in an area) by witnessing forests with fresh grown grass or land with abundant crops and wells, tanks, rivers, canals and ponds full of water.
This concludes the description of Ateet kaal grahan anumaan (inference from past perspective).
४५२. से किं तं पडुप्पण्णकालगहणं ?
पडुप्पण्णकालगहणं-साहुं गोयरग्गगयं विच्छड्डियपउरभत्त-पाणं पासित्ता तेणं साहिज्जइ जहा-सुभिक्खे वट्टइ। से तं पडुप्पण्णकालगहणं। ___ ४५२. (प्र.) प्रत्युत्पन्न (वर्तमान) कालग्रहण अनुमान क्या है ?
(उ.) गोचरी के लिए गये हुए साधु को गृहस्थों द्वारा दिया हुआ प्रचुर आहार* पानी प्राप्त करते देखकर अनुमान करना कि यहाँ सुभिक्ष है। यह वर्तमान कालग्रहण
0 अनुमान है। * 452. (Q.) What is this Pratyutpanna kaal grahan anumaan. * (inference from present perspective)?
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सचित्र अनुयोगद्वार सूत्र-२
(286)
Meteo
Illustrated Anuyogadvar Sutra-2
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