Book Title: Agam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Part 02 Sthanakvasi
Author(s): Aryarakshit, Amarmuni, Tarunmuni, Shreechand Surana, Trilok Sharma
Publisher: Padma Prakashan

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Page 510
________________ ५८२. ( प्र . ) द्रव्य - क्षपणा क्या है ? ( उ ) द्रव्य-क्षपणा दो प्रकार की है । यथा- - (१) आगम से, और (२) नोआगम से । DRAVYA KSHAPANA 582. (Q.) What is this dravya kshapana (physical aspect of eradication) ? (Ans.) Dravya kshapana (physical aspect of eradication) is of two kinds (1) Agamatah dravya kshapana (physical aspect of kshapana in context of Agam or in context of knowledge) and (2) No-agamatah dravya kshapana (physical aspect of kshapana not in context of Agam or only in context of action). ५८३. से किं तं आगमतो दव्वज्झवणा ? आगमतो दव्वज्झवणा जस्स णं झवणेति पदं सिक्खियं ठितं जितं मितं परिजियं, सेसं जहा दव्वज्झयणे तहा भाणियव्वं, जाव से तं आगमतो दव्वज्झवणा । ५८३ . ( प्र . ) आगमद्रव्य - क्षपणा किसे कहते हैं ? (उ.) जिसने 'क्षपणा' यह पद सीख लिया है, स्थिर, जित, मित और परिजित कर लिया है, इत्यादि वर्णन द्रव्याध्ययन के समान है। यह आगम से द्रव्य-क्षपणा जानना चाहिए। 583. (@.) What is this Agamatah dravya kshapana (physicalkshapana with scriptural knowledge)? (Ans.) Physical kshapana in context of Agam is like this (For instance) a person ( an ascetic) has studied, absorbed, retained, assessed, perfected and memorized the term 'Kshapand'. (and so on as mentioned in context of Dravya adhyayan) ५८४. से किं तं नोआगमओ दव्वज्झवणा ? नोआगमओ दव्वज्झवणा तिविहा पण्णत्ता । तं जहा - जाणयसरीरदव्वज्झवणा भवियसरीरदव्वज्झवणा जाणयसरीर - भवियसरीर - वइरित्ता दव्वज्झवणा । ५८४. (प्र.) नोआगम से द्रव्य-क्षपणा क्या है ? (उ.) नोआगम से द्रव्य-क्षपणा के तीन प्रकार (9) ज्ञायकशरीरद्रव्य-क्षपणा, (२) भव्यशरीरद्रव्य-क्षपणा, (३) ज्ञायकशरीर - भव्यशरीर- व्यतिरिक्तद्रव्य-क्षपणा । निक्षेपद्वार: निक्षेप प्रकरण Jain Education International हैं । For Private Personal Use Only यथा और (439) Nikshep Dvar (Approach of Attribution) www.jainelibrary.org

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