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६०३. (प्र.) निक्षेपनियुक्त्यनुगम क्या है ? (उ.) निक्षेप की नियुक्ति का अनुगम पूर्ववत् जानना चाहिए।
विवेचन-नाम, स्थापना, द्रव्य आदि के भेद से प्रस्तुत विषय को स्पष्ट करने के लिए किया जाने वाला अनुगम-व्याख्या निक्षेपनिर्युक्त अनुगम है। (चूर्णि) NISKHEP NIRYUKTANUGAM ____ 603. (Q.) What is this Niskhep Niryuktanugam (contextual elaboration through attribution)?
(Ans.) Niskhep Niryuktanugam (contextual elaboration through attribution) is as already mentioned (aphorism 7 and 8, Illustrated Anuyogadvar Sutra, Part I).
This concludes the description of Niskhep Niryuktanugam (contextual elaboration through attribution).
Elaboration—The interpretation made through the four components of attribution including Naam and Sthapana (name and notional installation) is called Niskhep Niryuktanugam (contextual elaboration through attribution) उपोद्घातनिक्षेपनियुक्त्यनुगम
६०४. से किं तं उवग्घायनिज्जुत्तिअणुगमे ? उवग्धायनिज्जुत्तिअणुगमे इमाहिं दोहिं दारगाहाहिं अणुगंतव्ये। तं जहाउद्देसे १ निद्देसे य २ निग्गमे ३ खेत्त ४ काल ५ पुरिसे य ६। कारण ७ पच्चय ८ लक्खण ९ णये १० समोयारणा ११ ऽणुमए १२ ॥१॥ किं १३ कइविहं १४ कस्स १५ कहिं १६ केसु १७ कहं १८ किच्चिरं हवइ कालं १९। कइ २० संतर २१ मविरहियं २२ भवा २३ ऽऽगरिस २४ फासण २५ निरुत्ती २६॥२॥ से तं उवग्यायनिज्जुत्तिअणुगमे। ६०४. (प्र.) उपोद्घातनिक्षेपनियुक्त्यनुगम क्या है ?
अनुगमद्वार
(457)
Anugam Dvar (Approach of Interpretation)
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