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नयप्रमाण-प्रकरण THE DISCUSSION ON NAYA PRAMANA
नयप्रमाण
४७३. से किं तं नयप्पमाणे ? नयप्पमाणे तिविहे पण्णत्ते। तं जहा-पत्थयदिट्टतेणं वसहिदिटुंतेणं पएसदिळेंतेणं। ४७३. (प्र.) नयप्रमाण क्या है?
(उ.) नयप्रमाण का स्वरूप तीन दृष्टान्तों द्वारा स्पष्ट किया गया है। जैसे कि(१) प्रस्थक के दृष्टान्त द्वारा, (२) वसति के दृष्टान्त द्वारा, और (३) प्रदेश के दृष्टान्त द्वारा। NAYA PRAMANA
473. (Q.) What is this naya pramana ?
(Ans.) Naya pramana (standard of validation of viewpoints) is said to be of three kinds (explained by-) (1) Prasthak dristant (example of wooden measuring pot), (2) Vasatı dristant (example of an abode), and (3) Pradesh drustant (example of space-point). प्रस्थकदृष्टान्त द्वारा नय निरूपण
४७४. से किं तं पत्थगदिढ़तेणं ? ___ पत्थगदिट्टतेणं से जहानामए केइ पुरिसे परसुंगहाय अडविहुत्ते गच्छेज्जा, तं च केइ पासित्ता वदेज्जा-कत्थ भवं गच्छसि ? अविसुद्धो नेगमो भणति-पत्थगस्स गच्छामि।
तं च केइ छिंदमाणं पासित्ता वइज्जा-किं भवं छिंदसि ? विसुद्धो नेगमो भणतिपत्थयं छिंदामि।
तं च केइ तच्छेमाणं पासित्ता वदेज्जा-किं भवं तच्छेसि ? विसुद्धतराओ णेगमो भणति-पत्थयं तच्छेमि।
तं च केइ उक्किरमाणं पासित्ता वदेज्जा-किं भवं उक्किरसि ? विसुद्धतराओ णेगमो भणति-पत्थयं उक्किरामि। सचित्र अनुयोगद्वार सूत्र-२
ashlesakalenderkestaksak sistesaksses ke sisirsake. is alsssssssansla kaka kas ke deskossks ke sewistan
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Nlustrated Anuyogadvar Sutra-2
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