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दर्शनगुणप्रमाण ___ ४७१. से किं तं दंसणगुणप्पमाणे ?
दंसणगुणप्पमाणे चउबिहे पण्णत्ते। तं जहा-१. चक्खुदंसणगुणप्पमाणे, २. अचक्खुदसणगुणप्पमाणे, ३. ओहिदंसणगुणप्पमाणे, ४. केवलदंसणगुणप्पमाणे य।
चक्खुदंसणं चक्खुदंसणिस्स घड-पड-कड-रधादिएसु दब्बेसु, अचक्खुदंसणं अचक्खुदंसणिस्स आयभावे,
ओहिदंसणं ओहिदंसणिस्स सबरूविदब्बेहिं न पुण सव्वपज्जवेहिं, केवलदंसणं केवलदंसणिस्स सव्वदव्येहिं सव्वपज्जवेहि य। से तं दंसणगुणप्पमाणे। ४७१. (प्र.) दर्शनगुणप्रमाण क्या है ?
(उ.) दर्शनगुणप्रमाण चार प्रकार का है। यथा-(१) चक्षुदर्शनगुणप्रमाण, (२) अचक्षुदर्शनगुणप्रमाण, (३) अवधिदर्शनगुणप्रमाण, और (४) केवलदर्शनगुणप्रमाण।
(१) चक्षुदर्शनी का चक्षुदर्शन घट, पट, कट, रथ आदि द्रव्यों में (रूपी पदार्थ को देखने * में) होता है।
(२) अचक्षुदर्शनी का अचक्षुदर्शन आत्मभाव में होता है (अर्थात् चक्षु के अतिरिक्त अन्य चार इन्द्रियों एवं मन से होने वाला सामान्य बोध घटादि पदार्थों (ज्ञेय) के साथ ज्ञाता का संश्लेष-संयोग होने पर होता है)।
(३) अवधिदर्शनी का अवधिदर्शन सभी रूपी द्रव्यों में होता है, किन्तु सभी पर्यायो में नहीं होता है।
(४) केवलदर्शनी का केवलदर्शन सर्व द्रव्यों और सर्व पर्यायों में होता है। यही दर्शनगुणप्रमाण है। DARSHAN GUNA PRAMANA
471. (Q.) What is this Darshan Guna Pramana (standard of * validation by perception-attributes)?
___(Ans.) Darshan Guna Pramana (standard of validation by perception-attributes) is of four kinds-(1) Chakshu-darshan Guna Pramana (standard of validation by attributes of visual perception), (2) Achakshu-darshan Guna Pramana (standard of validation by attributes of non-visual perception), (3) Avadhiसचित्र अनुयोगद्वार सूत्र-२
Illustrated Anuyogadvar Sutra-2
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