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पर्याप्तक त्रीन्द्रिय जीवों की जघन्य स्थिति अन्तर्मुहूर्त्त और उत्कृष्ट स्थिति अन्तर्मुहूर्त्त न्यून उनपचास दिन-रात्रि की होती है ।
(2) Gautam ! The minimum life-span of Trindriya (threesensed) beings is antar-muhurt (less than one muhurt) and the maximum is forty nine days.
The minimum as well as maximum life-span of Aparyapt Trındriya (underdeveloped three-sensed) beings is antar-muhurt (less than one muhurt).
The minimum life-span of Paryapt Trindriya (fully developed three-sensed) beings is antar-muhurt (less than one muhurt) and the maximum is one antar-muhurt less forty nine days.
(३) चउरिंदियाणं जाव गो. ! जह. अंतो. उक्को. छम्मासा । अपज्जत्तया जाव गो. ! जह. अंतोमुहुत्तं उक्को. अंतो. । पज्जत्तयाणं जाव गो. ! जह. अंतो. उक्कोसेणं छम्मासा अंतोमुहुत्तूणा । (३) चतुरिन्द्रिय जीवो की जघन्य स्थिति अन्तर्मुहूर्त्त और उत्कृष्ट छह मास की होती है। अपर्याप्तक चतुरिन्द्रिय जीवो की जघन्य और उत्कृष्ट स्थिति अन्तर्मुहूर्त्त की होती है । पर्याप्तक चतुरिन्द्रिय जीवों की स्थिति जघन्य अन्तर्मुहूर्त्त प्रमाण और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त न्यून छह मास की होती है ।
(3) Gautam ! The minimum life-span of Chaturindriya (four-sensed) beings is antar-muhurt (less than one muhurt) and the maximum is one antar-muhurt less six months.
The minimum as well as maximum life-span of Aparyapt Chaturundrya (underdeveloped four-sensed) beings is antarmuhurt (less than one muhurt).
The minimum life-span of Paryapt Chaturindriya (fully developed four-sensed) beings is antar-muhurt (less than one muhurt) and the maximum is one antar-muhurt less six months. पंचेन्द्रियतिर्यचों की स्थिति
३८७. (१) पंचेंद्रियतिरिक्खजोणियाणं जाव गो. ! जह. अंतो. उक्को. तिण्णि पलि ओवमाई ।
स्थिति-प्रकरण
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The Discussion on Life-Span
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