________________
407. (Q.) Bhante ! How many kinds of bodies do the Asurkumars have?
(Ans.) Gautam ! They have three kinds of bodies — Vaikriya (transmutable), Taujas (fiery ) and Karman (karmic). In the same way all the abode dwelling gods up to Stanitkumar have the same three kinds of bodies.
४०८. (१) पुढवीकाइयाणं भंते ! कति सरीरा पण्णत्ता ? गो. ! तओ सरीरा पण्णत्ता । तं जहा - ओरालिए तेयए कम्मए ।
४०८. (१) (प्र.) भगवन् ! पृथ्वीकायिक जीवों के कितने शरीर होते हैं ?
(उ.) गौतम ! उनके तीन शरीर कहे गये हैं- औदारिक, तैजस् और कार्मण ।
408. (1) (Q.) Bhante ! How many kinds of bodies do the pruthvikayiks (earth-bodied beings) have ?
(Ans.) Gautam ! They have three kinds of bodies —Audarik (gross physical), Taujas (fiery ) and Karman (harmic).
(२) एवं आउ-तेउ-वणस्सइकाइयाण वि एते चेव तिण्णि सरीरा भाणियव्वा ।
(२) इसी प्रकार अप्कायिक, तेजस्कायिक और वनस्पतिकायिक जीवों के भी ये तीनतीन शरीर जानना चाहिए।
(2) In the same way all apkayik (water-bodied ), tejaskayik (firebodied) and vanaspatıkayık (plant-bodied) beings have the same three kinds of bodies.
(३) वाउकाइयाणं जाव गो. ! चत्तारि सरीरा पन्नत्ता । तं . - ओरालिए वेबिए तेयए कम्मए ।
(३) (प्र.) भगवन् ! वायुकायिक जीवों के कितने शरीर है ?
( उ ) गौतम । वायुकायिक जीवों के चार शरीर हैं- औदारिक, वैक्रिय, तैजस् और कार्मण।
विवेचन - वायुकायिक जीवो के वैक्रियशरीर सम्बन्धी स्पष्टीकरण सूत्र ४२० / ३ के विवेचन मे देखे । (3) (Q.) Bhante ! How many kinds of bodies do the vayukuyiks (air-bodied beings) have ?
शरीर प्रकरण
Jain Education International
(229)
For Private Personal Use Only
The Discussion on Body
www.jainelibrary.org