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(underdeveloped aerial five-sensed animals born out of womb) is antar-muhurt (less than one muhurt)
The minimum life-span of Paryapt Garbhavyutkrantık Khechar Panchendriya Tiryanchyonik (fully developed aerial five-sensed animals born out of womb) is antar-muhurt (less than one muhurt) and the maximum is one antar-muhurt less innumerable fraction of a Palyopam. संग्रहणी गाथायें (५) एत्थ एतेसिं संगहणिगाहाओ भवंति। तं जहा
सम्मुच्छ पुचकोडी, चउरासीतिं भवे सहस्साइं। तेवण्णा बायाला, बावत्तरिमेव पक्खीणं॥१॥ गढभम्मि पुवकोडी, तिण्णि य पलिओवमाइं परमाउं।
उर-भुयग पुवकोडी, पलिउवमासंखभागो य॥२॥ (५) पूर्वोक्त कथन की संग्रहणी गाथायें इस प्रकार हैं
सम्मूर्छिम तिर्यंचपंचेन्द्रिय जीवो मे अनुक्रम से जलचरों की उत्कृष्ट स्थिति (अन्तर्मुहूर्त कम) पूर्वकोटि वर्ष, स्थलचरचतुष्पद सम्मूर्छिमों की चौरासी हजार वर्ष, उरपरिसॉं की तिरेपन हजार वर्ष, भुजपरिसों की बयालीस हजार वर्ष और खेचरों की बहत्तर हजार वर्ष की है॥१॥ ___गर्भज पंचेन्द्रियतिर्यचो मे अनुक्रम से जलचरो की उत्कृष्ट स्थिति पूर्वकोटि वर्ष, स्थलचरों की तीन पल्योपम, उरपरिसॉं और भुजपरिसरों की और खेचरो की पल्योपम के असंख्यातवें भाग की है ॥२॥
विवेचन-सूत्र ३८७ मे तिर्यचपचेन्द्रिय जीवो के सम्बन्ध मे मुख्य तीन विकल्पो के साथ प्रश्न किये गये है
(१) तिर्यचपचेन्द्रिय औधिक (सामान्य)-जघन्य-उत्कृष्ट। (२) सम्मूर्छिम तिर्यचपचेन्द्रिय
(A) औधिक-जघन्य-उत्कृष्ट। (B) अपर्याप्तक-जघन्य-उत्कृष्ट। (C) पर्याप्तक-जघन्य-उत्कृष्ट।
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आयु स्थिति-प्रकरण
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The Duscussion on Life-Span
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