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चित्र परिचय ११ ।
Illustration No. 11
२४ दण्डकों की आयुस्थिति (२) (दण्डक २०) तिर्यच पंचेन्द्रिय जीवों की आयुस्थिति-तिर्यच पचेन्द्रियो के पाँच भेद हैं-जलचर, स्थलचर, खेचर, उरःपरिसर्प, भुजपरिसर्प। सभी की जघन्य स्थिति अन्तर्मुहूर्त तथा उत्कृष्ट भिन्न-भिन्न सूत्र ३८७ में बताये अनुसार समझें।
(दण्डक २१) मनुष्यों की स्थिति-मनुष्यों मे कर्मभूमिक तथा अकर्मभूमिक (युगलिया) ये दो भेद है। सभी की जघन्य स्थिति अन्तर्मुहूर्त तथा उत्कृष्ट स्थिति तीन पल्योपम है। __देवों की स्थिति-देवो के चार भेद हैं-(१) भवनपति (दण्डक २-१०), (२) वाणव्यन्तर (दण्डक २२)-इनकी स्थिति जघन्य दस हजार वर्ष, उत्कृष्ट एक पल्योपम, (३) ज्योतिष्क (दण्डक २३)-देवों की उत्कृष्ट स्थिति एक पल्योपम मे एक लाख वर्ष अधिक, तथा (४) वैमानिक (दण्डक २४) देवों में (अ) १२ कल्पवासी देवो की उत्कृष्ट स्थिति २२ सागरोपम, (ब) कल्पातीत देवों में-नव ग्रैवेयक की २३ से ३१ सागरोपम, तथा (स) अनुत्तर विमानवासी देवो की उत्कृष्ट स्थिति ३३ सागरोपम की है।
-सूत्र ३८७-३९१, पृष्ठ १८५-२१४
LIFE-SPAN IN 24 DANDAKS (2) (Dandak 20) Life-span of Five-sensed Animals-These have five categories-aquatic, terrestrial, aerial, non-limbed reptilians and limbed reptilians The minimum life-span of all these is antarmuhurt and maximum as mentioned in aphorism 387.
(Dandak 21) Life-span of Human-beings-These have two categories-belonging to the ages of endeavour and non-endeavour (the age of twins) The minimum life-span of both is antarmuhurt and maximum three Palyopam. ___Life-span of Divine-beings-These have four categories(1) Mansion dwelling (Dandak 2-10), (2) Interstitial (Dandak 22)—-With a minimum life-span of ten thousand years and maximum of one Palyopam, (3) Stellar (Dandak 23)-With a maximum life-span of one lac years more than one Palyopam, and (4) Gods with celestial vehicles (Dandak 24)-With a maximum life-span of (a) 22 Sagaropam for the 12 Kalpavasıs, (b) 23 to 31 Sagaropam for Navagraiveyaks among the Kalpateets, and (c) 33 Sagaropam for those dwelling in Anuttar celestial vehicles among the Kalpateets.
-Aphorisms 387-391, pp_185-214
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