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____३६८. (प्र.) औपमिक काल क्या है ?
(उ.) औपमिक (काल) दो प्रकार का कहा है-(१) पल्योपम, और (२) सागरोपम। विवेचन-जैन काल-मीमासा मे काल दो प्रकार का है
(१) गणित विषयक काल-इसका अन्तिम बिन्दु शीर्षप्रहेलिका है। इसके आगे गणित का प्रयोग नहीं होता है, यद्यपि इसके आगे का काल भी सख्यात काल ही है, किन्तु उसका उपयोग साधारण ज्ञानी नही कर सकते इसलिए उसे उपमा द्वारा समझाया गया है।
(२) औपमिक काल-केवल उपमा के द्वारा जिसका वर्णन किया जाये वह है औपमिक काल । वह दो प्रकार का है-पल्योपम और सागरोपम। पल्य (धान्य को भरने का गड्ढा या कोठा) की उपमा के द्वारा जिस कालमान का वर्णन किया जाये उसे पल्योपम और सागर (समुद्र) की उपमा द्वारा जिसका स्वरूप समझाया जाये उसे सागरोपम काल कहते है। (विशेष तालिका अनुयोगद्वार, भाग १, पृ. २८९ पर देखे)
चूर्णिकार ने बताया है-सव्यवहारकाल से प्रथम पृथ्वी के नैरयिको, भवनपतियो, व्यंतरो, भरत तथा ऐरवत क्षेत्र के सुषम-दु षम काल के पश्चिम भाग के मनुष्यो और तिर्यचों के आयुष्य का माप किया जाता है। ____ अन्तर्मुहूर्त से पूर्वकोटि तक की सख्या का उपयोग मनुष्यो और तिर्यचो के धर्माचरण काल के सन्दर्भ मे आयुष्य परिमाण के लिए किया जाता है। जैसे-किसी मनुष्य का आयुष्य करोड पूर्व का हो और वह नौ वर्ष की अवस्था मे मुनि बने तो वह कुछ न्यून करोड पूर्व तक धर्म की आराधना करता है।
त्रुटित से लेकर शीर्षप्रहेलिका तक की सख्या का उपयोग नरक, भवनपति और व्यन्तर देवो का आयुष्य परिमाण जानने के लिए किया जाता है। (तुलनात्मक विस्तृत चर्चा के लिए देखे अनु महाप्रज्ञ, पृ २७८-२८०) METAPHORIC TIME
368. (Q.) What is this metaphoric time?
(Ans.) Metaphoric time is of two kinds-(1) Palyopam (metaphor of silo), and (2) Sagaropam (metaphor of a sea).
Elaboration—The Jains have made two divisions of time-scale
(a) Numerical time scale-Which is arithmetically countable It has sheershaprahelika as the last point beyond which arithmetic is not applicable although the time is considered countable. However, actual counting beyond this point cannot be done by normal mundane scholars That is why it is explained with the help of metaphors. ___(b) Metaphoric time scale-That which can be described only with the help of metaphors is called metaphoric time. This, in turn, is also of
कालप्रमाण-प्रकरण
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The Discussion on Kaal Pramana
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