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३४३. (१) (प्र.) भते ! व्यावहारिक परमाणु तलवार की धार या छुरे की धार का अवगाहन (पार) कर सकता है ?
(उ.) हॉ, कर सकता है। (प्र.) तो क्या वह उस (तलवार या छुरे से) छिन्न-भिन्न हो सकता है ?
(उ.) ऐसा नहीं हो सकता। क्योंकि शस्त्र इसका छेदन-भेदन नहीं कर सकता। MINUTENESS OF VYAVAHAR PARAMANU
343. (1) (Q.) Bhante ! Does this Vyavahar paramanu (empirical ultimate-particle of matter) occupy the edge of a sword or a razor? ___ (Ans.) Yes, it does
(Q.) If so, does it get cut or pierced there?
(Ans.) That is not possible because no weapon (in the form of matter) prevails there.
(२) से णं भंते ! अगणिकायस्स मझमज्झेणं विईवएज्जा ? हंता विईवएज्जा। से णं तत्थ डहेज्जा ? नो तिणढे समटे, णो खलु तत्थ सत्थं कमति।
(२) (प्र.) भंते ! क्या वह व्यावहारिक परमाणु अग्निकाय के बीचोंबीच होकर निकल जाता है ?
(उ.) हॉ, निकल जाता है। (प्र.) तब क्या वह उससे जल जाता है ? (उ.) ऐसा नही हो सकता, क्योकि अग्निरूप शस्त्र का उसमे संक्रमण नहीं होता।
(2) (Q.) Bhante ! Does this Vyavahar paramanu (empirical ultimate-particle of matter) pass through a fire-body? ___ (Ans.) Yes, it does.
(Q.) If so, does it burn there?
(Ans.) That is not possible because no weapon (in the form of fire) prevails there.
(३) से णं भंते ! पुक्खलसंवट्टयस्स महामेहस्स मज्झंमज्झेणं विईवएज्जा ?
सचित्र अनुयोगद्वार सूत्र-२
(86)
Illustrated Anuyogadvar Sutra-2
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