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चित्र परिचय ८
Illustration No. 8
प्रमाणांगुल का प्रयोजन प्रमाणांगुल-उत्सेधागुल से हजार गुना बडा होता है। इससे देव विमानो की विमान पक्तियाँ तथा नरक पृथ्वियो के प्रस्तर आदि स्वाभाविक वस्तुओ का नाप होता है। शिखर पर्वतो, कूटो, गुफाओ तथा समुद्रो आदि का नाप भी प्रमाणांगुल से होता है।
-सूत्र ३६०, पृष्ठ १४१
THE USE OF PRAMAANANGUL Pramaanangul-It is one thousand times the dimension of Utsedhangul This unit is used to measure the dimensions of rows of celestial vehicles, areas of hells and other large natural areas It is also used to measure the dimensions of mountains, peaks, caves, seas etc
- Aphorism 360, p 141
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