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श्री हनुमान जी की जैन धर्म प्रभावना
श्री हनुमान जी आदिपुर के राजा पवनंजय के सुपुत्र थे। इनकी माता का नाम अंजना सुन्दरी था, जो महेन्द्रपुर के राजा श्री महेन्द्रकुमार की राजकुमारी थी।
हनुमान जी के जन्मते ही उनको उनकी माता सहित उनके मामा श्री अतिसूर्य विमान में बैठा कर अपने हुणू देश में ले जा रहे थे कि वे खेलते हुये माता को गोद से उछल कर विमान से गिर पड़े । आकाश से एक जन्मते बालक का नीचे पृथ्वी पर गिरना उसकी माता के लिये कितना दुःखदाई हो सकता है ? परन्तु अंजना सुन्दरी को गर्भ के समय ही एक जैन मुनि ने बता दिया था कि तुम्हारे चर्मशरीरी महापुरुष उत्पन्न होगा जो इसी भव से मोक्ष जायेगा । इस लिए उसको विश्वास था कि दिगम्बर जैन साधु के बचन कदाचित् झूठे नहीं हो सकते । उसका पुत्र
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