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और शिलालेखों के सलाइडज तैयार करके इस बात को प्रमाणित करने का यत्न किया है जैन धर्म प्राचीन धर्म है जिसने भारत संस्कृति को बहुत कुछ दिया परन्तु अभी तक संसार की दृष्टि में जैन धर्म को महत्त्व नहीं दिया गया । उनके विचारों में यह केवल बीस लाख आदमियों का एक छोटा सा धर्म है । हालांकि जैन धर्म एक विशाल धर्म है और अहिंसा पर तो जैनियों को पूर्ण अधिकार प्राप्त है ।
- अनेकान्त वर्ष १० पृ० २२४
जैन धर्म की आवश्यकता
डा. राईस डेविस एम० ए०, डी० लिट०
यह बात अब निश्चित है कि जैन धर्म बौद्ध धर्म से निःसन्देह बहुत पुराना है और बुद्ध के समकालीन महावीर द्वारा उस का पुन: संजीवन हुआ है और यह बात भी भली प्रकार निश्चित है जैन मत के मन्तव्य बहुत ही जरूरी और बौद्ध मत के
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मन्तव्यों से बिल्कुल विरुद्ध हैं ।
- इन्साइक्लोफेडिया ब्रिटेन का ० व्हाल्यूम २६
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