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प्रत्येक कूटों का पृथक् पृथक् उत्सेष महासौमनस ग. के
विद्युत्प्रभ ग. के कूटों की कूटों की
कूटों की # | नाम ऊँचाई (यो में) # | नाम ऊंचाई (यो० में | माम ऊंचाई (यो० में)
माल्यवान ग० के
गम्धवान ग०के
कुटों की
म | ऊंचाई (यो० में)
१ / विशिष्ट | १०० योजन | १ हरि | १०० योजन
| सिद्ध ! १२५ योजन | १ | सिद्ध । १२५. योजन
२ कांचन
१०४१ ,
२ | सीतोदा | १०३८ ।,
माल्यवान्, १२१६ ।।। २ | गपमादन | १२०३ ॥
i, ] ३ गीतोज्वल १०६
,
मंगल
११२३ ,
४ | तपन | १०९६ ,
४। कच्छ । ११E"
गंधमालिनी
सिद्धान्तसार दीपक
देवकुछ | ११६३ ॥ | ५ । स्वस्तिक! ११२६
,, ! ५ !
टिक ! १०८
सौमनस | १२०५ , | ६ | पन | ११५५ ॥
१०९३ , | ६ | लोहित ।
७ | सिद्ध | १२५
॥ | ७ | देवकुरु | ११८ ।,
७. पूर्णभद्र १०६४
॥
यानन्द
| ८ विद्य त्प्रभ १२१६ । । ८ | सोता | १०३३ ,