________________ सिद्ध-सारस्वत क्रम शोधछात्र का नाम 1. डॉ० रवीन्द्र कुमार आर्य 2. डॉ० परमेश्वरदत्त शुक्ल 3. डॉ० गीता श्रीवास्तव 4. डॉ मनुलता शर्मा 5. डॉ० इन्द्रा चक्रवाल 6. डॉ रविशङ्कर मिश्र 7. डॉ० निशा नागर 8. डॉ० उषा देवी 9. डॉ० कुमुद श्रीवास्तव 10. डॉ0 धर्मचन्द्र जैन 11. डॉ०(श्रीमती) तारा देवी 12. डॉ० नामवर सिंह 13. डॉ० उदयनारायण पाण्डेय 14. डॉ० शशि श्रीवास्तव 15. डॉ० शारदा देवी 16. डॉ आशारानी वर्मा 17. डॉ० पीयूषरानी अग्रवाल 18. डॉ० गीता 19. डॉ० लक्ष्मी देवी गुप्ता पी-एच.डी. उपाधिप्राप्त ज्ञात शोधच्छात्रों का विवरण पञ्जीकरण उपाधि प्राप्ति विषय का मास/वर्ष का वर्ष काव्यप्रकाश निदर्शन का आलोचनात्मक अध्ययन 1974 जयदेव और उनका प्रसन्नराघव : एक समीक्षात्मक अध्ययन 1979 रूपगोस्वामी विरचित ललितमाधव एवं विदग्धमाधव का जनवरी 1977 1980 आलोचनात्मक अध्ययन पण्डितराज जगन्नाथ के ग्रन्थों का साहित्यिक अनुशीलन 1982 उपरूपकों का उद्भव और विकास मार्च 1979 1982 महाकवि कालिदासकृत मेघदूत और कवि मेरुतुङ्गाचार्यकृत जैन 1983 मेघदूत का समीक्षात्मक अध्ययन कवि कृष्णभट्टकृत ईश्वरविलास महाकाव्य समीक्षात्मक अध्ययन मार्च 1979 1983 उदयनकथाश्रित संस्कृत रूपकों का समीक्षात्मक अध्ययन मार्च 1979 1983 आरण्यकों और उपनिषदों में वनस्पति और औषधिविज्ञान मार्च 1980 1984 जैन संस्कृत साहित्य में भक्ति की अवधारणा सितम्बर 1981 1985 तैत्तरीय उपनिषद् का आलोचनात्मक अध्ययन सितम्बर 1981 1986 ऋग्वेदीय और अथर्ववेदीय समाज का तुलनात्मक अध्ययन मार्च 1983 1987 कविवर आनन्दशुक्ल विरचित जवाहरलालनेहरूचरितम् का मार्च 1983 1987 समीक्षात्मक अध्ययन शुक्लयजुर्वेदसंहिता में आयुर्वेदिक तत्त्व मार्च 1983 1988 भविष्यपुराण के ब्राह्मपर्व में निहित आयुर्वेदिक सामग्री सितम्बर 1981 1989 संस्कृत साहित्य में काव्यलक्षण और काव्यप्रयोजन सितम्बर 1984 1989 जैन और वेदान्तदर्शनों में तत्वमीमांसा सितम्बर 1984 1990 वैदिक साहित्य में श्रमण परम्परा के तत्त्व मार्च 1987 1991 मालविकाग्निमित्र और उसकी टीकाओं का अध्ययन (काट्यवेम, सितम्बर 1987 1992 नीलकण्ठ, तारानाथतर्कवाचस्पति तथा रामचन्द्र मिश्र) भारतीय दर्शन में भक्ति की अवधारणा मार्च 1987 1992 पूर्वमीमांसा और न्यायदर्शन में प्रमाण सितम्बर 1984 1993 सांख्यदर्शन का ऐतिहासिक विकास और मार्च 1986 1993 उसका नास्तिक दर्शनों पर प्रभाव भारतीय दर्शन में कर्मसिद्धान्त सितम्बर 1989 1994 भारतीय दर्शन में ईश्वर की अवधारणा सितम्बर 1989 1994 वस्तुपाल की कृतियों का समीक्षात्मक अध्ययन सितम्बर 1991 1996 सर्वार्थसिद्धि एक अध्ययन मार्च 1993 वसुबन्धु की वासवदत्ता सितम्बर 1993 1998 जैन चम्पू काव्यों का समीक्षात्मक अध्ययन सितम्बर 1990 1998 वेदान्त में समाजवाद के स्रोत सितम्बर 1991 1998 नास्तिक दर्शनों में कार्यकारण सिद्धान्त सितम्बर 1991 1999 वेदान्तकेशरी शतश्लोकी : एक परिशीलन सितम्बर 1994 1999 वाल्मीकिरामायण अरण्यकाण्ड : एक समीक्षात्मक अध्ययन सितम्बर1995 1999 भारतीय दर्शनों में समाधिमरण : एक समीक्षात्मक अध्ययन मार्च 1995 2000 संस्कृत काव्यसाहित्य में भक्ति मार्च 1993 सुदर्शनोदय महाकाव्य का समीक्षात्मक अध्ययन मार्च 1995 2000 संस्कृत की नाट्यशास्त्रीय परम्परा में अभिनय की अवधारणाएँ और सितम्बर 1994 2001 पारम्परिक नाट्यनृत्यों में उनका अनुप्रयोग धनञ्जय की दृष्टि में रस : एक समीक्षात्मक अध्ययन जनवरी 1998 2003 संस्कृत साहित्य में यथार्थ जनवरी 1998 2004 श्रीलङ्का के सांस्कृतिक अनुष्ठानों पर वेद वेदाङ्गों का प्रभाव जुलाई 1998 2005 20. डॉ० राकेशदत्त मिश्र 21. डॉ प्रेमचन्द्र श्रीवास्तव 22. डा0 विमला कुमारी 1997 23. डॉ० सुरेन्द्रकुमार पाण्डेय 24. डॉ० परमानन्द पाण्डेय 25. डॉ0 विवेक पाण्डेय 26. डॉ० सविता आस्थाना 27. डॉ0 विधरंजन सिंह 28. डॉ० मणिनाथ मिश्र 29. डॉ0 ममता राय डॉ० सुषमा देवी डॉ0 सुमन रटाटे 32 डॉ० अजयकुमार पाठक 33. डॉ० कल्पना पाण्डेय 34. डॉ० रागिनी श्रीवास्तव 35. डॉ० अर्चना सिंह 36. डॉ० अर्चना अग्रवाल 2000 37. डॉ० रेनु रानी 38. डॉ कमलेश कुमार 39. डॉ० टी०एस०विशुद्धि 165