________________ सेठियाजैनग्रन्थमाला wwwww से खरल करके आँखों में आजो। (3) घीग्वार (ग्वारपाठा) का गू एक माशा और अफीम एक रत्ती,इन दोनों को महीन पीस कर कपड़े की पोटली बनाकर पानी में डाल दो / पीछे पोटली को पानी में डुबो- डुबोकर आँखों पर फेरो, और एक दो बूंद दवा पोटली में से आँखों पर भी निचोड़ दिया करो / आँखों के दुखने पर यह नुस्खा बहुत ही उत्तम साबित हुआ है। (4) लोध एक माशे, भुनी फिटकरी एक माशे, अफीम भाव माशे, और इमली की पत्तिया चार माशे- इन चारों को पीसकर और एक पोटली बनाकर पानी में डाल दो फिर उस पोटली को आखों पर फेरते रहो / यह नुस्खा भी आँख दुखने पर बहुत उत्तम साबित हुआ है ।(५)नीम की को पलों को पीसकर रस निकाल लो,इस रस को जरा गुनगुना गर्म करके, सुहाता- सुहाता, उस तरफ के कान में टपकाओ, जिस तरफ़ की आँख न दुखती हो / अगर दोनों आँखें दुखती हों, तो दोनों कानों में टपका दो / बच्चों की आँखें दुखने पर यह नुस्खा अच्छा है। (6) चिरचिरे की जड़ शहद में घिसकर आजने से ऑग्वि की फूली कट जाती है (7) बड़ के दूध में कपूर मिलाकर आजने से एक दो महीने तक की आँख की फूली कट जाती है / (5) कड़वी तूंबी का रस, शहद में मिलाकर आजने से आँख की फूली और रतौंधी दूर हो जाती है ! (8) बड़ का दूध आजने से आँख की पीड़ा फौरन मिट जाती है / (10) चिरचिरे की जड़ एक तोला संध्या समय भोजन करने के बाद चबाकर सो जाने से 3 / 4 दिन में