Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Mool Sthanakvasi
Author(s): Sudharmaswami, Devardhigani Kshamashaman
Publisher: Global Jain Agam Mission
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ II SHREE VITRAAGAAYA NAMAH II UPPANEINA VIGAMEÏNA DHUVEÏNA भगवई सुत्तं BHAGAVAĪ SUTRA Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पंचम गणधर सिरि सुहम्मसामी विरइयं विवाह पण्णती भगवई सुत्त BHAGAVAI SŪTRA मूल पाठ Prakrit Text अंग आगम ५ 5th ANGA ĀGAMA - Bhagwan Mahāvīra's Precepts Sūtra First Composed By Fifth Gaṇadhara ŚRĪ SUDHARMĀ SWĀMĪ Original Compilation Editor Devarddhigani Kśamaśramana Published By GLOBAL JAIN AAGAM MISSION Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विवाह पणती भगवई सुत्त BHAGAVAI SŪTRA Source of Prakrit Text: GURUPRAN AAGAM BATRISI (Aagam Series) (Gujarati 2nd Edition, 2009) Published on the Occasion of 100th Birth Anniversary of SAURASHTRA KESHARI GURUDEV PUJYA SHREE PRANLALJI MAHARAJ SAHEB Searchable Text in "Arial Unicode MS" Font 1st Edition 2012 Published By: GLOBAL JAIN AAGAM MISSION C/o. Pawandham, Mahavir Nagar, Kandivali (W), Mumbai - 400 067 Tel.: +91 92233 14335, e-mail: info@jainaagam.org www.jainaagam.org / www.parasdham.org Computer Source files can be made available for appropriate scholarly use, Please contact in writing at the email/phone contacts listed above. Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Rashtra Sant Yug Diwakar Pujya Gurudev NamraMuni M.S. Inspired GLOBAL JAIN AAGAM MISSION Promoting Compassionate and Nonviolent Living MISSION: Global Jain Aagam Mission promotes the eternal truths of Jain Agama (precepts of Lord Mahāvīra) to build a compassionate and nonviolent lifestyle in the world. GOALS AND OBJECTIVES: • Translate all Jain Agamas (scriptures) into English and other world languages • Make Agamas available in all electronic forms • Promote awareness of Āgama throughout the world • Educate and uphold Jain way of life using expertise of social media • Promote a compassionate and nonviolent lifestyle throughout the world • Encourage and promote research on Agamas to develop approaches to the world challenges (ecology & environment, global warming, world peace, psychology, health, scientific principles, etc.) • Hold periodic conventions to promote exchanges among world's scholars • Interface with interreligious organizations and other guiding institutions • Be a resource for information and referral • Work co-operatively with local, regional, national, and global organizations TRANSLATION OF JAIN AAGAMAS INTO ENGLISH: The Global Jain Aagam Mission has embarked on a project to translate and publish all Jain Agamas into English. The English translation of the Agama will help youth of today in India and abroad to learn and understand Lord Mahāvīra's preachings. The goal is to reach every household and every person in the world to impart the wisdom of the Agamas. In a non-sectarian way, this Mission will endeavor to deliver the Lord Mahāvīra's message to hearts of the people. The translated Agamas will be distributed to various libraries, universities and Jain institutions within our country and abroad. In addition, it will be made available on the Internet and in electronic forms of eBooks, etc. Many learned intellectuals from different countries and cultures have supported this project of translating the Agama's into English. The work is being performed in cities of Mumbai, Ahmedabad, Bangalore, Shravanbelgola, Delhi, Jaipur, Chennai, Kolkata, Banaras, Ladnu, Dubaii, and USA. In addition, this mission is receiving guidance and blessings from spiritual leaders of various religious traditions. INVITATION TO PARTICIPATE: We invite scholars, spiritual aspirants and shrāvaks to join us in making this mission a success. Your contribution of knowledge, time, and money will be appreciated. Please contact by email at info@jainaagam.org or by phone to: Girish Shah at Tel. +91-92233-14335 or Gunvant Barvalia at Tel. +91-98202-15542 Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त विषय सूची - Table of Content ......... ............. ......... .............. ....... ......... .......... .......... ........... विषय सूची - Table of Content. पढमं सतं .............. पढमो उद्देशो.. बीओ उद्देसो... तइओ उद्देसो.. चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो.... छट्ठो उद्देसो...... सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो. णवमो उद्देसो. दसमो उद्देसो..... बीअंसतं.. पढमो उद्देसो. बीओ उद्देसो... तइओ उद्देसो ... चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो... ......... छट्टो उद्देसो.... सत्तमो उद्देसो.. अट्ठमो उद्देसो.. णवमो उद्देसो... दसमो उद्देसो.. तइअं सतं. पढमो उद्देसो............... बीओ उद्देसो.. तइओ उद्देसो चउत्थो उद्देसो....... पंचमो उद्देसो.. छट्टो उद्देसो.. सत्तमो उद्देसो ... अट्ठमो उद्देसो. णवमो उद्देसो.. दसमो उद्देसो............... चउत्थं सतं......... पढमो, बीओ, तइओ, चउत्थो उद्देसो.. पंचमो, छट्ठो, सत्तमो, अद्वमो उद्देसो. णवमो उद्देसो..... ................. दसमो उद्देसो.. पंचमं सतं. पढमो उद्देसो... तइओ उद्देसो.. चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो.. छट्ठो उद्देसो..... सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो........ छटुं सतं................ पढमो उद्देसो.... बीओ उद्देसो..... ........... ........ .................. ....... ............... .................. ................. ................. ................. ....................... ................. ................. ................. .............. Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त 129 .............................. ............. : ............. : ........... ............... ............. तइओ उद्देसो... चउत्थो उद्देसो. ................. पंचमो उद्देसो .............. छट्टो उद्देसो..... सत्तमो उद्देसो. ................ अट्ठमो उद्देसो .............. णवमो उद्देसो. ................. दसमो उद्देसो... ............ संत्तमं सतं.... ............... पढमो उद्देसो. ................. बीओ उद्देसो.... ................ तइओ उद्देसो. चउत्थो उद्देसो...... पंचमो उद्देसो.. .............. छट्ठो उद्देसो.... सत्तमो उद्देसो ................. अट्ठमो उद्देसो.. ................. णवमो उद्देसो.. दसमो उद्देसो. अट्ठम सतं........... .................. पढमो उद्देशो.. बीओ उद्देशो... तइओ उद्देशो. .............. चउत्थो उद्देशो... ....................................................................................... .............................................. पंचमो उद्देशो ............... छट्टो उद्देशो.. ............. सत्तमो उद्देशो. .............. अट्ठमो उद्देशो. णवमो उद्देशो... .............. दसमो उद्देशो... ................ णवमं सतं......... पढमो उद्देशो. .............. बीओ उद्देशो. ३-३० उद्देसो................. .................. एगतीसइमो उद्देशो.. .......... असोच्चा केवली.... ........................................................................................... बत्तीसइमो उद्देशो.............. .............. गांगेय अणगार .... ......... तेत्तीसइमो उद्देशो.. .......... उसभदत्त-देवाणंदा.............. ............ चोत्तीसइमो उद्देशो ...... दसमं सतं.. पढमो उद्देशो.... ............. बीओ उद्देशो... तइओ उद्देशो. चउत्थो उद्देशो पंचमो उद्देशो.. ....................................................................................................................................... छट्टो उद्देसो. ............. ७-३४ उद्देसो. ............ ............... एक्कारसं सतं.... ........................... पढमो उद्देसो.. बीओ उद्देसो... तइओ उद्देसो.. ................ चउत्थो उद्देसो. .............. पंचमो उद्देसो... .............. छट्टो उद्देसो................................. ................. ......... .............. ............. .............. ....... .............. 287 Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो. णवमो उद्देसो. दसमो उद्देसो .......... एक्कारसमो उद्देसो.. बारसमो उद्देसो. बारसमं सतं पढमो उद्देसो. बीओ उद्देसो. तइओ उद्देसो चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो. छट्ठो उद्देसो... सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो. णवमो उद्देसो. दसमो उद्देसो. तेरसमं सतं. पढमो उद्देसो.. बीओ उद्देसो. तइओ उद्देसो चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो. छट्टो उद्देसो... सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो. दसमो उद्देसो. चोद्दसमं सतं... पढमो उद्देसो.. बीओ उद्देसो... तइओ उद्देसो चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो, छट्टो उद्देसो.... सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो. णवमो उद्देसो. दसमो उद्देसो पण्णरसमं सतं... गोसालस चरित्तं.. सोलसमं सतं.. पढमो उद्देसो. बीओ उद्देसो. तइओ उद्देसो चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो. छट्टो उद्देसो... सत्तमो उद्देसो अमो उद्देसो. णवमो उद्देसो .......... दसमो उद्देसो. ११-१४ उद्देसा. सत्तरसमं सतं. पढमो उद्देसो.. बीओ उद्देसो. तइओ उद्देसो भगवई सुत्त 287 287 287 292 296 306 309 309 313 316 316 325 328 330 332 333 337 341 341 346 348 349 357 357 361 364 366 366 366 368 370 371 372 374 375 378 380 382 383 383 411 411 413 415 416 417 420 423 424 426 426 .426 427 427 429 431 Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो. छट्टो उद्देसो... सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो. णवमो उद्देसो. दसमो उद्देसो . इक्कारसमो उद्देसो. बारसमो उद्देसो. १३-१७ उद्देसो. अट्ठारसमं सतं....... पढमो उद्देसो. बीओ उद्देसो.. तइओ उद्देसो चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो. छट्टो उद्देसो... सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो. णवमो उद्देसो. दसमो उद्देसो. एगुणवीसइमं सतं. पढमो उद्देसो... बीओ उद्देसो ...... तइओ उद्देसो चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो छट्टो उद्देसो.... सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो. णवमो उद्देसो. दसमो उद्देसो. वीसइमं सतं.. पढमो उद्देसो.. बीओ उद्देसो... तइओ उद्देसो चउत्थो उद्देसो... पंचमो उद्देसो. छट्टो उद्देसो... सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो. णवमो उद्देसो. दसमो उद्देसो. एगवीसइमं सतं... पढमो वग्गो......... पढमो वग्गो : २- १० उद्देसा. बीओ वग्गो : १-१० उद्देसा. तइओ वग्गो : १-१० उद्देसा... चउत्थो वग्गो ९-१० उद्देसा पंचमो वग्गो : १-१० उद्देसा.. छट्टो वग्गो : १-१० उद्देसा ..... सत्तमो वग्गो : १-१० उद्देसा.. अट्ठमो वग्गो : १-१० उद्देसा.. बावीसइमं सतं. बावीसइमं वग्गो : १-१० उद्देसा.. बीओ वग्गो ९-१० उद्देसा. भगवई सुत्त 433 434 434 435 435 436 436 436 437 437 437 437 440 442 446 447 449 450 454 456 456 460 460 460 460 465 466 467 467 468 470 471 471 471 473 474 475 475 483 485 486 488 489 494 494 495 495 495 495 496 496 496 496 497 497 497 Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तइओ वग्गो : १-१० उद्देसा... चउत्थो वग्गो ९-१० उद्देसा पंचमो वग्गो : १-१० उद्देसा.. छट्टो वग्गो : १-१० उद्देसा. तेवीसइमं सतं.. पढमो वग्गो : १-१० उद्देसा. : बीओ वग्गो १-१० उद्देसा. तइओ वग्गो : १-१० उद्देसा.. चउत्थो वग्गो ९-१० उद्देसा पंचमो वग्गो ९-१० उद्देसा... चवीसइमं सतं... पढमो उद्देसो... बीओ उद्देसो.. तइओ उद्देसो ४-११ उद्देसो... दुवालसमो उदेसो तेरसमो उद्देसो चोद्दसमो उद्देसो .... पण्णरसमो उद्देसो. सोलसमो उद्देसो. सत्तरसमो उद्देसो अट्ठारसमो उद्देसो एगूणवीसमी उद्देसो बीसइमो उद्देसो. एगवीसइमो उद्देसो. बावीसइमो उद्देसो.. तेवीसइमो उद्देसो ......... चउवीसइमो उद्देसो. पंचवीसइमं सतं.. पढमो उद्देसो.. बीओ उद्देसो.. तइओ उद्देसो चउत्थो उद्देसो. पंचमो उद्देसो छट्टो उद्देसो..... सत्तमो उद्देसो अट्ठमो उद्देसो. णवमो उद्देसो. दसमो उद्देसो ११-१२ उद्देसो. छवीसइमं सतं. पढमो उद्देसो. बीओ उद्देसो. तइओ उद्देसो ४- १० उद्देसो.... एक्कारसमो उद्देसो. सत्तवीसइमं सतं.......... १-११ उद्देसो... अट्ठावीसइमं सतं. १- ११ उद्देसो.... गणतीसइमं सतं.. १- ११ उद्देसो... तीसइमं सतं ......... पढमो उद्देसो. २- ११ उद्देसो... इक्कलीसह सतं. भगवई सुत्त 497 498 498 498 498 498 499 499 499 499 500 500 512 515 517 517 525 526 526 526 526 527 527 527 534 538 538 540 543 543 545 546 553 566 569 581 594 595 595 596 596 596 599 600 600 600 602 602 602 602 603 603 604 604 608 609 Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त 609 611 613 616 ................ 616 ............ 618 ................. पढमो उद्देसो... बीओ उद्देसो... ................ 610 तइओ उद्देसो ................. चउत्थो उद्देसो.... ......................................... 611 पंचमो उद्देसो. ................. छट्ठो उद्देसो.. ................. ७-२८ उद्देसो... ................. 612 बत्तीसइमं सतं. ................. 613 १-२८ उद्देसो.. ................... ................. तेत्तीसइमं सतं. ................. 613 पढमं अवान्तर सतं. ............ .................. 613 पढमो उद्देसो... .............. 613 बीओ उद्देसो................ ................. 614 ३-११ उद्देसो................... .................. बीअं अवान्तर सतं..... १-११ उद्देसो. ३-१२ अवान्तर सताई............... चोत्तीसइमं सतं...... पढमं अवान्तर सतं... 618 पढमो उद्देसो... .................. २-११ उद्देसो..... .............. २-१२ अवान्तर सताई. पणतीसइमं सतं...... ................. पढमं अवान्तर सतं. ................................................................................................................................... पढमो उद्देसो....................... .............. बीओ उद्देसो... .............. ३-११ उद्देसो....... ................. बीअं अवान्तर सतं........ १-११ उद्देसो... .......... .............. ३-१२ अवान्तर सताई ............... ................. छत्तीसइमं सतं.... ............... पढमं अवान्तर सतं.. ............... १-११ उद्देसो................ ................. सत्ततीसइम सतं................... ........................... अकृत्तीसइमं सतं.... 634 एगणगालीसइमं सतं................................................................................. चत्तालीसइमं सतं............... .............. पढमं अवान्तर सतं. .......... २-७ अवान्तर सताई. ........... ८-१४ अवान्तर सताई................... ............... 636 १५-२१ अवान्तर सताई. .............. एगचत्तालीसइमं सतं... ................. पढमो उद्देसो... ................. २-२८ उद्देसा..... ................. २९-५६ उद्देसा... ................ ५७-८४ उद्देसा.... ................. ८५-१४० उद्देसा......... ...................................... १४१-१९६ उद्देसा .................. ..................... 641 ॥ इति भगवई समत्ता ||.......... ...................642 ............. 632 ....633 ................. ................ ... 634 636 637 Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ ४ 19 ६ णमो अरिहंताणं । णमो सिद्धाणं । णमो आयरियाणं । णमो उवज्झायाणं । णमो लोए सव्वसाहूणं । [ णमो बंभी लिवीए । णमो सुयस्स भगवई सुत्त पढमं सतं पढमो उद्देशो रायगिह चलण दुक्खे, कंखपओसे य पगइ पुढवीओ । जावंते णेरइए, बाले गुरुए य चलणाओ ॥ तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे होत्था, वण्णओ । तस्स णं रायगिहस्स णयरस्स बहिया उत्तरपुरत्थिमे दिसीभाए गुणसिलए णामं चेइए होत्था । सेणिए राया, चिल्लणा देवी | तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे आइगरे तित्थयरे सयंसंबुद्धे पुरिसुत्तमे पुरिससीहे पुरिसवरपुंडरीए पुरिसवरगंधहत्थी लोगुत्तमे लोगणाहे लोगहिए लोगपईवे लोगपज्जोयगरे अभयदए चक्खुदए मग्गदए सरणदए जीवदए बोहिदए धम्मदए धम्मदेस धम्मणायगे धम्मसारहि धम्मवरचाउरंतचक्कवट्टी अप्पडिहय वरणाण - दंसणधरे वियट्टछउमे जिणे जावए तिण्णे तारए बुद्धे बोहए मुत्ते मोयए सव्वण्णू सव्वदरिसी सिव-मयल-मरुयमणंत-मक्खय-मव्वाबाह-मप्पुणरावित्तियं सिद्धिगणामधेयं ठाणं संपाविउकामे जाव समोसरणं। परिसा णिग्गया । धम्मो कहिओ । परिसा पडिगया । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेट्ठे अंतेवासी इंदभूई णामं अणगारे गोयमसगोत्तेणं सत्तुस्सेहे समचरंस संठाणसंठिए वज्जरिसहणारायसंघयणे कणयपुलयणिहसपम्हगोरे उग्गतवे दित्ततवे तत्ततवे महातवे ओराले घोरे घोरगुणे घोरतवस्सी घोरबंभचेरवासी उच्छूढसरीरे संखित्तविउलतेयलेस्से चोद्दसपुव्वी चउणाणोवगए सव्वक्खरसण्णिवाई समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते उड्ढजाणू अहोसिरे झाणकोट्ठोवगए संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरड़ | तणं से भगवं गोयमे जायसड्ढे जायसंसए जायकोऊहल्ले, उप्पण्णसड्ढे उप्पण्णसंस उप्पण्णकोऊहल्ले, संजायसड्ढे संजायसंसए संजायकोऊहल्ले समुप्पण्ण- सड्ढे समुप्पण्णसंसए समुप्पण्णकोऊहल्ले, उट्ठाए उट्ठेइ उट्ठाए उट्ठित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्तञ समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ करित्ता वंदइ णमंसइ 1 Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ७ १० ११ १३ भगवई सुत्त वंदित्ता णमंसित्ता णच्चासण्णे णाइदूरे सुस्सूसमाणे णमंसमाणे अभिमुहे विणएणं पंजलिउडे पज्जुवासमाणे एवं वयासी १४ सेणू भंते! चलमाणे चलिए ? उदीरिज्जमाणे उदीरिए ? वेइज्जमाणे वेइए ? पहिज्जमाणे पहीणे ? छिज्जमाणे छिण्णे ? भिज्जमाणे भिण्णे ? इज्झमाणे दड्ढे ? मिज्जमाणे मडे ? णिज्जरिज्जमाणे णिज्जिण्णे? हंता गोयमा ! चलमाणे चलिए जाव णिज्जरिज्जमाणे णिज्जिण्णे। एए णं भंते ! णव पया किं एगट्ठा णाणाघोसा णाणावंजणा उदाहु णाट्ठा घ णाणावंजणा ? गोयमा ! चलमाणे चलिए, उदीरिज्जमाणे उदीरिए, वेइज्जमाणे वेइए, पहिज्जमाणे पहीणे, ए णं चत्तारिपया एगट्ठा णाणाघोसा णाणावंजणा उप्पण्णपक्खस्स । छिज्जमाणे छिण्णे, भिज्जमाणे भिण्णे, डज्झमाणे दड्ढे, मिज्जमाणे मडे, णिज्जरिज्जमाणे णिज्जिण्णे, एए णं पंच पया णाणट्ठा णाणाघोसा णाणावंजणा विगयपक्खस्स । णेरइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साई, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता । १२ णेरइयाणं भंते ! पुव्वाहारिया पोग्गला परिणया ? आहारिया आहारिज्ज माणा पोग्गला परिणया ? अणाहारिया आहारिज्जिस्समाणा पोग्गला परिणया ? अणाहारिया अणाहारिज्जिस्समाणा पोग्गला परिणया? रइया णं भंते! केवइकालस्स आणमंति वा पाणमंति वा ऊससंति वा णीससंति वा? जहा उस्सासपए । रइया णं भंते! आहारट्ठी ? जहा पण्णवणाए पढमए आहारुद्देसए तहा भाणियव्वं । ठिई उस्सासाऽऽहारे, किं वाऽऽहारेंति सव्वओ वावि । कइभागं सव्वावि व, कीस व भुज्जो परिणमंति ॥ गोयमा ! णेरइयाणं पुव्वाहारिया पोग्गला परिणया । आहारिया आहारिज्जमाणा पोग्गला परिणया, परिणमंति य। अणाहारिया आहारिज्जिस्समाणा पोग्गला णो परिणया, परिणमिस्संति। अणाहारिया अणाहारिज्जिस्समाणा पोग्गला णो परिणया णो परिणमिस्संति । णेरइयाणं भंते ! पुव्वाहारिया पोग्गला चिया ? पुच्छा । जहा परिणया तहा चिया वि, एवं उवचिया, उदीरिया, वेड्या, णिज्जिण्णा । परिणया चिया य उवचिया, उदीरिया वेड्या य णिज्जिण्णा | एक्केकम्मि पदम्मि, चउव्विहा पोग्गला होंति ॥ रइयाणं भंते! कइविहा पोग्गला भिज्जंति ? 2 Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! कम्मदव्ववग्गणमहिकिच्च दुविहा पोग्गला भिज्जंति, तं जहा- अणू चेव बायरा चेव। १५ णेरड्याणं भंते ! कइविहा पोग्गला चिज्जंति ? गोयमा ! आहार दव्ववग्गणमहिकिच्च दुविहा पोग्गला चिज्जंति, तं जहा- अणू चेव बायरा चेव । एवं उवचिज्जंति । णेरइयाणं भंते ! कइविहा पोग्गला उदीरेंति ? गोयमा ! कम्मदव्ववग्गणमहिकिच्च दुविहे पोग्गले उदीरेंति, तं जहा- अणू चेव बायरा चेव । सेसा वि एवं चेव भाणियव्वा- वेदेति णिज्जति । उव्वडिसु उव्वर्टेति उव्वहिस्संति । संकामिंसु , संकामेति संकामिस्संति। णिहत्तिंसु णिहतेंति णिहत्तिस्संति । णिकायिंति णिकायिंसु णिकायिस्संति। भेदिय चिया उवचिया, उदीरिया वेइया य णिज्जिण्णा । उववट्टण संकामण, णिहत्तण णिकायणे तिविहकालो || णेरड्या णं भंते ! जे पोग्गले तेयाकम्मत्ताए गेहंति, ते किं तीयकालसमए गेण्हंति, पडुप्पण्णकालसमए गेण्हंति, अणागयकालसमए गेहंति ? गोयमा ! णो तीयकालसमए गेण्हंति, पडुप्पण्णकालसमए गेण्हंति, णो अणागयकालसमए गेण्हति । णेरड्या णं भंते ! जे पोग्गले तेयाकम्मत्ताए गहिए उदीरेंति, ते किं तीयकाल-समयगहिए पोग्गले उदीरेंति? पडुप्पण्णकालसमयघेप्पमाणे पोग्गले उदीरेंति ? गहणसमयपुरक्खडे पोग्गले उदीरेंति ? गोयमा ! तीयकालसमयगहिए पोग्गले उदीरेंति, णो पडुप्पण्णकाल-समयघेप्पमाणे पोग्गले उदीरेंति, णो गहणसमयपुरक्खडे पोग्गले उदीरेंति। एवं वेदेति, णिज्जरेंति । णेरइया णं भंते ! जीवाओ किं चलियं कम्मं बंधंति ? अचलियं कम्मं बंधंति ? गोयमा ! णो चलियं कम्मं बंधंति, अचलियं कम्मं बंधंति । णेरड्या णं भंते ! जीवाओ किं चलियं कम्मं उदीरेंति ? अचलियं कम्मं उदीरेंति ? गोयमा ! णो चलियं कम्मं उदीरेंति, अचलियं कम्मं उदीरेंति । एवं वेदेति, उवढेंति, संकामेंति, णिहत्तेंति, णिकायिंति । सव्वेसु अचलियं, णो चलियं। णेरइया णं भंते ! जीवाओ किं चलियं कम्मं णिज्जरेंति ? अचलियं कम्मं णिज्जरेंति ? गोयमा ! चलियं कम्मं णिज्जरेंति, णो अचलियं कम्मं णिज्जरेंति। गाहा बंधोदय वेदोयट्ट, संकमे तह णिहत्तण णिकाये । अचलियं कम्मं तु भवे, चलियं जीवाओ णिज्जरए | Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २२ २३ २४ २५ २६ २७ २८ २९ ३० भगवई सुत असुरकुमाराणं भंते! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साइं उक्कोसेणं साइरेगं सागरोवमं । असुरकुमारा णं भंते ! केवड्यकालस्स आणमंति वा पाणमंति वा? गोयमा ! जहण्णेणं सत्तण्हं थोवाणं, उक्कासेणं साइरेगस्स पक्खस्स आणमंति वा पाणमंति वा । असुरकुमारा णं भंते! आहारट्ठी ? हंता, आहारट्ठी । असुरकुमाराणं भंते ! केवइकालस्स आहारट्ठे समुप्पज्जइ ? गोयमा ! असुरकुमाराणं दुविहे आहारे पण्णत्ते, तं जहा- आभोगणिव्वत्तिए य अणाभोगाणिव्वत्तिए य । तत्थ णं जे से अणाभोगणिव्वत्तिए से अणुसमयं अविरहिए आहारट्ठे समुप्पज्जइ, तत्थ णं जे से आभोगणिव्वत्तिए से जहण्णेणं चउत्थभत्तस्स, उक्कोसेणं साइरेगस्स वाससहस्सस्स आहारट्ठे समुप्पज्जइ । असुरकुमारा णं भंते! किं आहारं आहारेंति ? गोयमा ! दव्वओ अणतपएसियाइं दव्वाइं, खित्तकालभाव पण्णवणागमेणं, सेसं जहा णेरइयाणं जाव | ते णं तेसिं पोग्गला कीसत्ताए भुज्जो भुज्जो परिणमंति ? गोयमा! सोइंदियत्ताए जाव फासिंदियत्ताए, सुरुवत्ताए, सुवण्णत्ताए, इट्ठत्ताए इच्छियत्ताए, भिज्जियत्ताए, उड्ढत्ताए, णो अहत्ताए, सुहत्ताए, णो दुहत्ताए, भुज्जो भुज्जो परिणमंति । असुरकुमाराणं पुव्वाहारिया पोग्गला परिणया ? असुरकुमाराभिलावे णं जहा णेरइयाणं जाव णो अचलियं कम्मं णिज्जरेंति । नागकुमारा णं भंते! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्साइं, उक्कोसेणं देसूणाई दो पलिओवमाइं। नागकुमारा णं भंते! केवइयकालस्स आणमंति वा पाणमंति वा, ऊससंति वा णीससंति वा ? गोयमा! जहण्णेणं सत्तण्हं थोवाणं, उक्कोसेणं मुहुत्तपुहुत्तस्स आणमंति वा पाणमंति वा ऊससंति वा णीससंति वा । णागकुमारा णं भंते! आहारट्ठी ? हंता, आहारट्ठी । णागकुमारा णं भंते ! केवड्यकालस्स आहारट्ठे समुप्पज्जइ ? गोयमा ! णागकुमाराणं दुविहे आहारे पण्णत्ते, तं जहा- आभोगणिव्वत्तिए य अणाभोगणिव्वत्तिए य तत्थ णं जे से अणाभोगणिव्वत्तिए से अणुसमयं अविरहहिए आहारट्ठे समुप्पज्जइ। तत्थ णं जे से आभोगणिव्वत्तिए से जहण्णेणं चउत्थभत्तस्स, उक्कोसेणं 4 Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त दिवसपुत्तस्स आहारट्टे समुप्पज्जइ। सेसं जहा असुरकुमाराणं जाव चलियं कम्मं णिज्जरेंति, णो अचलियं कम्मं णिज्जरेंति । एवं सुवण्णकुमाराणं वि जाव थणियकुमाराणं ति | पुढवीकाइयाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइं। पुढवीकाइया णं भंते ! केवइकालस्स आणमंति वा पाणमंति वा ऊससंति वा णीससंति वा ? गोयमा ! वेमायाए आणमंति वा । ३३] पुढवीकाइया णं भंते ! आहारट्ठी? हंता, आहारट्ठी । पुढवीकाइयाणं केवइकालस्स आहारट्टे समुप्पज्जइ ? गोयमा ! अणुसमयं अविरहिए आहारट्टे समुप्पज्जइ । पढवीकाइया किं आहारं आहारेंति ? गोयमा ! दव्वओ जहा णेरइयाणं जाव णिव्वाघाएणं छद्दिसिं, वाघार सय तिदिसिं, सिय चउद्दिसिं, सिय पंचदिसिं, वण्णओ काल-णील-पीय-लोहिय- हालिद्द-क्किलाणं, गंधओ सुब्भिगंधाइं २ । रसओ तित्ताइं ५। फासओ कक्खडाइं ८, सेसं तहेव । कइभागं आहारेंति, कइभागं फासाइंति ? गोयमा ! असंखिज्जभागं आहारेंति, अणंतभागं फासाइंति जाव । तेसिं पोग्गला कीसत्ताए भुज्जो भुज्जो परिणमंति ? गोयमा ! फासिंदिय वेमायत्ताए भुज्जो भुज्जो परिणमंति, सेसं जहा जेरइयाणं, जाव णो अचलियं कम्म णिज्जरंति, एवं जाव वणस्सइकाइयाणं, णवरं ठिई वण्णेयव्वा जा जस्स | उस्सासो वेमायाए | बेइंदियाणं ठिई भाणियव्वा, उस्साओ वेमायाए | बेइंदियाणं आहारे पुच्छा ? अणाभोग णिव्वत्तिए तहेव, तत्थ णं जे से आभोगणिव्वत्तिए से णं असंखेज्ज- समइए, अंतोमुहुत्तिए वेमायाए आहारट्टे समुप्पज्जइ, सेसं तहेव जाव अणंतभागं आसायंति । बेइंदिया णं भंते ! जे पोग्गले आहारत्ताए गिण्हंति, ते किं सव्वे आहारंति, णो सव्वे आहारंति? गोयमा ! बेइंदियाणं दुविहे आहारे पण्णत्ते, तं जहा- लोमाहारे पक्खेवाहारे । जे पोग्गले लोमाहारत्ताए गिण्हंति ते सव्वे अपरिसेसिए आहारेंति, जे पक्खेवाहारत्ताए गिण्हंति तेसिं णं पोग्गलाणं संखेज्जइभागं आहारेंति, अणेगाइं च णं भागसहस्साइं अणासाइज्जमाणाई अफासाइज्जमाणाइं विद्धंसं आगच्छति । Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४० ४१ ४२ ४३ ४४ ४५ ४६ ४७ ४८ भगवई सुत्त एएसि णं भंते! पोग्गलाणं अणासाइज्जमाणाणं अफासाइज्जमाणाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुवा वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पोग्गला अणासाइज्जमाणा, अफासाइज्जमाणा अणंत- गुणा । बेइंदिया णं भंते ! जे पोग्गले आहारत्ताए गिण्हंति, ते णं तेसिं पोग्गला कीसत्ताए भुज्जो भुज्जो परिणमंति ? गोयमा ! जिब्भिंदिय-फासिंदिय वेमायत्ताए भुज्जो भुज्जो परिणमति । बेइंदियाणं भंते ! पुव्वाहारिया पोग्गला परिणया ? तहेव जाव णो अचलियं कम्मं णिज्जरेंति। तेइंदिय-चउरिंदियाणं तहेव । णाणत्तं ठिईए जाव णेगाई च णं भागसहस्साइं अणाघाइज्जमाणाइं अणासाइज्जमाणाइं अफासाइज्जमाणाइं विद्धंसं आगच्छंति । एएसिं णं भंते ! पोग्गलाणं अणाघाइज्जमाणाणं अणासाइज्जमाणाणं अफासाइज्जमाणाणं अप्पाबहुं पुच्छा । गोयमा ! सव्वत्थोवा पोग्गला अणाघाइज्जमाणा, अणासाइज्जमाणा अणंतगुणा, अफासाइज्जमाणा अणंतगुणा । तेइंदियाणं-घाणिंदिय जिंंभदिय फासिंदियवेमायाए भुज्जो भुज्जो परिणमंति । चउरिंदियाणंचक्खिंदिय घाणिंदिय जिंभदिय फासिंदियत्ताए भुज्जो भुज्जो परिणमति । पंचिंदिय तिरिक्खजोणियाणं ठिई भणिऊणं उस्सासो वेमायाए । आहारो अणाभोगणिव्वत्तिओ अणुसमयं अविरहिओ। आभोगणिव्वत्तिओ जहण्णेणं अंतोमुहुत्तस्स, उक्कोसेणं छट्ठभत्तस्स । सेसं जहा चउरिंदियाणं जाव णो अचलियं कम्मं णिज्जरेंति । एवं मणुस्साणं वि, णवरं आभोगणिव्वत्तिए जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अट्ठमभत्तस्स, सोइंदिय जाव फासिंदिय वेमायत्ताए भुज्जो भुज्जो परिणमंति, सेसं जहा चउरिंदियाणं तहेव जाव णिज्जरेंति । वाणमंतराणं ठिईए णाणत्तं, अवसेसं जहा णागकुमाराणं । एवं जोइसियाण वि, णवरं उस्सासो जहण्णेणं मुहुत्तपुहुत्तस्स, उक्कोसेण वि मुहुत्तपुहुत्तस्स । आहारो जहणणेणं दिवस पुहुत्तस्स, उक्कोसेण वि दिवसपुहुत्तस्स, सेसं तहेव । वेमाणियाणं ठिई भाणियव्वा ओहिया, उस्सासो जहण्णेणं मुहुत्तपुहुत्तस्स, उक्कोसेणं तेत्तीसाए पक्खाणं, आहारो आभोगणिव्वत्तिओ जहण्णेणं दिवसपुहुत्तस्स, उक्कोसेणं तेत्तीसाए वाससहस्साणं, सेसं तहेव जाव णो अचलियं कम्मं णिज्जरेंति । जीवाणं भंते! किं आयारंभा, परारंभा, तदुभयारंभा, अणारंभा ? Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! अत्थेगइया जीवा आयरंभा वि परारंभा वि तदुभयारंभा वि णो अणारंभा । अत्थेगइया जीवा णो आयारंभा, णो परारंभा, णो तदुभयारंभा, अणारंभा । से केणडेणं भंते ! एवं वुच्चइ- अत्थेगइया जीवा आयरंभा वि एवं पडिउच्चारेयव्वं ? गोयमा ! जीवा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- संसार समावण्णगा य, असंसारसमावण्णगा य । तत्थ णं जे ते असंसार समावण्णगा ते णं सिद्धा । सिद्धाणं णो आयारंभा, णो परारंभा, णो तदुभयारंभा, अणारंभा य तत्थणं जे ते संसारसमावण्णगा ते दुविहा पण्णत्ता तं जहा- संजया य असंजया य । तत्थ णं जे ते संजया ते दुविहा पण्णत्ता तं जहा- पमत्तसंजया य अप्पमत्तसंजया य । तत्थ णं जे ते अप्पमत्तसंजया ते णं णो आयारंभा, णो परारंभा, णो तद्भयारंभा, अणारंभा। तत्थ णं जे ते पमत्तसंजया ते सुहं जोगं पड़च्च णो आयारंभा, णो परारंभा, णो तदुभयारंभा, अणारंभा, असुहं जोगं पडुच्च आयारंभा वि परारंभा वि, तदुभयारंभा वि, णो अणारंभा । तत्थ णं जे ते असंजया ते अविरई पड़च्च आयारंभा वि, परारंभा वि, तद्भयारंभा वि, णो अणारंभा। से तेणटेणं गोयमा ! एवं वच्चइ- अत्थेगइया जीवा जाव अणारंभा । णेरइया णं भंते ! किं आयारंभा, परारंभा, तदभयारंभा, अणारंभा? गोयमा! णेरइया आयारंभा वि जाव णो अणारंभा । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! अविरइं पडुच्च, से तेणटेणं जाव णो अणारंभा, एवं जाव असुकुमारा वि जाव पंचिदियतिरिक्खजोणिया । मणुस्सा जहा जीवा, णवरं सिद्ध विरहिया भाणियव्वा । वाणमंतरा जाव वेमाणिया, जहा णेरइया । सलेस्सा जहा ओहिया । कण्हलेसस्स णीललेसस्स काउलेसस्स जहा ओहिया जीवा, णवरं पमत्त-अप्पमत्ता ण भाणियव्वा । तेउलेसस्स, पम्हलेसस्स, सुक्कलेसस्स, जहा ओहिया जीवा, णवरं सिद्धा य भाणियव्वा। इहभविए भंते ! णाणे, परभविए णाणे, तद्भयभविए णाणे ? गोयमा ! इहभविए वि णाणे, परभविए वि णाणे, तदुभयभविए वि णाणे। दंसणं पि एवमेव । ५२ | इहभविए भंते ! चरित्ते, परभविए चरित्ते, तदुभयभविए चरित्ते ? गोयमा! इहभविए चरित्ते, णो परभविए चरित्ते, णो तदुभयभविए चरित्ते। एवं तवे, संजमे । असंवुडे णं भंते ! अणगारे किं सिज्जइ बुज्झइ मुच्चइ परिणिव्वाइ सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ ? गोयमा ! णो इणढे समटे | से केणद्वेणं भंते ! जाव णो अंतं करेड ? Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५५ ५६ ५७ ५८ भगवई सुत्त गोयमा ! असंवुडे अणणारे आउयवज्जाओ सत्तकम्मपगडीओ सिढिलबंधण बद्धाओ घणियबंधणबद्धाओ पकरेइ, हस्सकालठिइयाओ दीहकालठिड्याओ पकरेइ, मंदाणुभावाओ तिव्वाणुभावाओ पकरेइ, अप्पपएसगाओ बहुप्पएसगाओ पकरेई, आउयं च णं कम्मं सिय बंधइ सिय णो बंधइ, अस्सायावेयणिज्जं च णं कम्मं भुज्जो भुज्जो उवचिणइ, अणाईयं चणं अणवदग्गं दीहमद्धं चाउरंतसंसारकंतारं अणुपरियट्टइ, से तेणद्वेणं गोयमा ! असंवुडे अणगारे णो सिज्झइ जाव णो अंतं करे । संवुडे णं भंते ! अणगारे सिज्झइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ? हंता, सिज्झइ जाव अंतं करेइ । सेकेणणं भंते! जाव अंतं करेइ ? गोयमा ! संवुडे अणगारे आउयवज्जाओ सत्तकम्मप्पगडीओ घणियबंधण- बद्धाओ सिढिलबंधणबद्धाओ पकरेइ, दीहकालट्ठिइयाओ हस्सकालट्ठिइयाओ पकरेइ, तिव्वाणुभावाओ मंदाणुभावाओ पकरेइ, बहुप्पएसगाओ अप्पपएसगाओ पकरेइ, आउयं च णं कम्मं ण बंधइ, असायावेयणिज्जं च णं कम्मं णो भुज्जो भुज्जो उवचिणाइ, अणाईयं च णं अणवदग्गं दीहमद्धं चाउरंतसंसारकंतारं वीईवयइ। से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- संवुडे अणगारे सिज्जइ जाव अंत करे । जीवे णं भंते ! असंजए अविरइए अप्पsिहयपच्चक्खायपावकम्मे इओ चुए पेच्चा देवे सिया ? गोया ! अत्थेगइ देवे सिया, अत्थेगइए णो देवे सिया । से केणट्ठेणं भंते ! जाव इओ चुए पेच्चा अत्थेगइए देवे सिया, अत्थेगइए णो देवे सिया ? गोयमा ! जे इमे जीवा गामागर-णगरणिगमरायहाणी खेडकब्बडमडंब - दोणमुहपट्टणासमसण्णिवेसेसु अकामतण्हाए अकामछुहाए अकामबंभचेरवासेणं अकामसीतातव-दंसमसग अकामअण्हाणग-सेयजल्लमलपंकपरिदाहेणं अप्पतरं वा भुज्जतरं वा कालं अप्पाणं परिकिलेस्संति, अप्पाणं परिकिलेस्सित्ता कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु वाणमंतरेसु देवलोगेसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति । रिसा णं भंते! तेसिं वाणमंतराणं देवाणं देवलोया पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहाणामए इह मणुस्सलोगम्मि असोगवणे इ वा सत्तवण्णवणे इ वा, चंपयवणे इवा, चूयवणे इ वा, तिलगवणे इ वा लाउवणे इ वा, णिग्गोहवणे इ वा, छत्तोहवणे इ वा, असणवणे इ वा सणवणे इ वा, अयसिवणे इ वा, कुसुंभवणे इ वा, सिद्धत्थवणे इ वा बंधुगवणे इवा, णिच्चं कुसुमिय माइय- लवड्य-थवइय- गुलुइय-गोच्छिय-जमलिय-जुवलियविणमिय-पणमिय सुविभत्तपिंडिमंजरि-वडेंसगधरे सिरीए अईव अईव उवसोभेमाणे उवसोभेमाणे चिट्ठइ, एवामेव तेसिं वाणमंतराणं देवाणं देवलोगा जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिइएहिं उक्कोसेणं पलिओवमट्ठिइएहिं बहूहिं वाणमंतरेहिं देवेहिं तद्देवीहि य आइण्णा विकिण्णा उवत्थडा संथा फुडा अवगाढगाढा सिरीए अईव उवसोभेमाणा उवसोभेमाणा चिट्ठति । एरिसगा णं गोयमा ! तेसिं च वाणमंतराणं देवाणं देवलोया पण्णत्ता । से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वच्चइ- जीवेणं असंजए जाव देवे सिया । 8 Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ २ 13 ४ 19 भगवई सुत्त सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहर। ॥ पढमो उद्देशो समत्तो ॥ बीओ उद्देसो रायगिहे णयरे समोसरणं, परिसा णिग्गया जाव एवं वयासी- जीवे णं भंते ! सयकडं दुक्खं वेएड् ? गोयमा ! अत्थेगइयं वेएइ, अत्थेगइयं णो वेए । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वच्चइ- अत्थेगइयं वेएइ, अत्थेगइयं णो वेएड् ? गोयमा ! उदिणं वेएइ अणुदिण्णं णो वेएइ, से तेणद्वेणं एवं वुच्चइ- अत्थेगइयं वेएइ, अत्थेगइयं णो वेएइ । एवं चउव्वीसदंडणं जाव वेमाणिए । जीवा णं भंते ! सयंकडं दुक्खं वेदेंति ? गोयमा ! अत्थेगइयं वेदेंति, अत्थेगइयं णो वेदेंति । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! उदिण्णं वेदेंति णो अणुदिण्णं वेदेंति । से तेणट्ठेणं एवं जाव वेमाणिया । जीवे णं भंते! सयंकडं आउयं वेएइ ? गोयमा ! अत्थेगइयं वेदेइ, अत्थेगइयं णो वेएइ । जहा दुक्खेणं दो दंडगा तहा आउएणं वि दो दंडगा एगत्तपुहत्तिया, एगत्तेणं जाव वेमाणिया, पुहुत्तेण वि तहेव । णेरइया णं भंते ! सव्वे समाहारा, सव्वे समसरीरा, सव्वे समुस्सास -णीसासा ? गोयमा ! णो इट्ठे समट्ठे । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- णेरइया णो सव्वे समाहारा, णो सव्वे समसरीरा, णो सव्वे समुस्सा-सणीसासा? गोयमा ! णेरइया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा - महासरीरा य, अप्पसरीरा य। तत्थ णं जे ते महासरीरा ते बहुतराए पोग्गले आहारेंति, बहुतराए पोग्गले परिणामेंति, बहुतराए पोग्गले उस्ससंति, बहुतराए पोग्गले णीससंति; अभिक्खणं आहारेंति, अभिक्खणं परिणामेंति, अभिक्खणं उस्ससंति, अभिक्खणं णीससंति । तत्थ णं जे ते अप्पसरीरा ते णं अप्पतराए पोग्गले आहारेंति, अप्पतराए पोग्गले परिणामेंति, अप्पतराए पोग्गले उस्ससंति, अप्पतराए पोग्गले णीससंति; आहच्च आहारेंति, आहच्च परिणामेंति, आहच्च उस्ससंति, आहच्च णीससंति; से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- णेरइया णो सव्वे समाहारा, णो सव्वे समसरीरा, णो सव्वे समुस्सास-णीसासा । रइया णं भंते! सव्वे समकम्मा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । 9 Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८ ९ भगवई सुत्त से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! णेरइया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पुव्वोववण्णगा य, पच्छोववण्णगा य । तत्थ णं जे ते पुववोववण्णगा ते णं अप्पकम्मतरागा, तत्थ णं जे ते पच्छोववण्णगा ते णं महाकम्मतरागा, से तेणट्टेणं गोयमा जाव णो समकम्मा । णेरड्या णं भंते ! सव्वे समवण्णा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! जे ते पुव्वोववण्णगा ते णं विसुद्धवण्णतरागा, तत्थ णं जे ते पच्छोववण्णगा ते णं अविसुद्ध - वण्णतरागा, से तेणट्ठेणं एवं वच्चइ । णेरइया णं भंते ! सव्वे समलेस्सा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । से केणणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! णेइरया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पुव्वोववण्णगा य, पच्छोववण्णगा य; तत्थ णं जे ते पुव्वोववण्णगा ते णं विसुद्धलेस्सतरागा, तत्थ णं जे ते पच्छोववण्णगा ते णं अविसुद्धलेस्सतरागा । से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ । णेरड्या णं भंते ! सव्वे समवेयणा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! णेरइया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सण्णिभूया य, असण्णिभूया य; तत्थ णं जे ते सण्णिभूया ते णं महावेयणा, तत्थ णं जे ते असण्णिभूया ते णं अप्पवेयणतरागा । से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वच्चइ । १० णेरड्या णं भंते ! सव्वे समकिरिया ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे। सेकेणणं भंते! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! णेरड्या तिविहा पण्णत्ता, तं जहा - समदिट्ठी, मिच्छदिट्ठी, सम्मामिच्छदिट्ठी; तत्थ णं जे ते सम्मदिट्ठी तेसिं णं चत्तारि किरियाओ पण्णत्ता, तं जहा- आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया, अप्पच्चक्खाणकिरिया । तत्थ णं जे ते मिच्छदिट्ठी तेसिं णं पंच किरियाओ कज्जंति, तं जहा- आरंभिया जाव मिच्छादंसवत्तिया । एवं सम्मामिच्छादिट्ठीणं पि । से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं वच्चइ | रइया णं भंते! सव्वे समाउया, सव्वे समोववण्णगा ? गोयमा ? णो इणट्ठे समट्ठे । से केणद्वेणं भंते ! एवं वच्चइ ? गोयमा ! णेरइया चउव्विहा पण्णत्ता तं जहा - अत्थेगइया समाउया समोववण्णगा, अत्थेगइया समाउया विसमोववण्णगा, अत्थेगइया विसमाउया समोववण्णगा, अत्थेगइया विसमाउया विसमोववण्णगा; से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वच्च । ११ असुरकुमारा णं भंते! सव्वे समाहारा, समसरीरा ? जहा णेरइया तहा भाणियव्वा णवरं - कम्मवण्णलेस्साओ परिवण्णेयव्वाओ पुव्वोववण्णगा महाकम्मतरागा, अविसुद्धवण्णतरागा, अविसुद्धलेसतरागा । पच्छोववण्णगा पसत्था । सेसं तहेव। एवं जाव थणियकुमाराणं । 10 Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १२ | पुढविक्काइयाणं आहार-कम्मवण्ण-लेस्सा जहा णेरड्याणं । पुढविक्काइया णं भंते ! सव्वे समवेयणा ? हंता, समवेयणा । से केणटेणं भंते ! समवेयणा ? गोयमा ! पुढविक्काइया सव्वे असण्णी असण्णिभूयं अणिदाए वेयणं वेदेति, से तेणटेणं गोयमा ! सव्वे समवेयणा। पुढविक्काइया णं भंते ! सव्वे समकिरिया ? हंता, समकिरिया। से केणटेणं भंते ! समकिरिया ? गोयमा ! पुढविक्काइया सव्वे माई मिच्छादिट्ठी ताणं णेयइयाओ पंचकिरियाओ कज्जंति, तं जहा- आरंभिया जाव मिच्छादंसणवत्तिया | से तेणटेणं गोयमा ! समकिरिया। पढवीकाइयाणं समाउया, समोववण्णगा जहा णेरइया तहा भाणियव्वा। जहा पुढविक्काइया तहा जाव चउरिंदिया । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया जहा जेरइया, णाणत्तं किरियासु । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! सव्वे समकिरिया ? गोयमा ! णो इणद्वे समटे । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! पंचिंदियतिरिक्खजोणिया तिविहा पण्णता तं जहा- सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, सम्मामिच्छादिट्ठी । तत्थ णं जे ते सम्मदिट्ठी ते दुविहा पण्णता, तं जहा- असंजया य, संजयासंजया य, तत्थ णं जे ते संजयासंजया तेसि णं तिण्णि किरियाओ कज्जंति, तं जहाआरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया; असंजयाणं चत्तारि, मिच्छादिट्ठीणं पंच, सम्मामिच्छादिट्ठीणं पंच | मणुस्सा जहा णेरइया, णाणत्तं- जे महासरीरा ते बहुतराए पोग्गले आहारेंति, ते आहच्च आहारेति । जे अप्पसरीरा ते अप्पतराए पोग्गले आहरेंति, अभिक्खणं आहारेति । सेसं जहा णेरइयाणं जाव वेयणा । मणुस्सा णं भंते ! सव्वे समकिरिया ? गोयमा ! णो इणढे समटे | से केणटेणं ? गोयमा ! मणुस्सा तिविहा पण्णत्ता, तं जहा- सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, सम्मामिच्छादिट्ठी; तत्थ णं जे ते सम्मदिट्ठी ते तिविहा पण्णत्ता, तं जहा- संजया, असंजया, संजयाऽसंजया । तत्थ णं जे ते संजर । पण्णत्ता, तं जहा- सरागसंजया य, वीयरागसंजया य । तत्थ णं जे ते वीयरागसंजया ते णं अकिरिया। तत्थ णं जे ते सरागसंजया ते दुविहा पण्णत्ता तं जहा- पमत्तसंजया य, अप्पमत्तसंजया य । तत्थ णं जे ते अप्पमत्तसंजया तेसि णं एगा मायावत्तिया किरिया कज्जइ। तत्थणं जे ते पमत्तसंजया तेसि णं दो किरियाओ कज्जंति, तं जहा- आरंभिया य, मायावत्तिया य । तत्थ णं जे ते संजयाऽसंजया तेसि णं आइल्लाओ 11 Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तिण्णि किरियाओ कज्जंति- आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया, असंजयाण चत्तारि किरियाओ कज्जंति- आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया, अप्पच्चक्खाण- पच्चया । मिच्छादिट्ठीणं पंच- आरंभिया, परिग्गहिया, मायावत्तिया, अप्पच्चक्खाणपच्चया, मिच्छादंसणवत्तिया । सम्मामिच्छादिट्ठीणं पंच | वाणमंतर-जोइस-वेमाणिया जहा असुरकुमारा, णवरं वेयणाए णाणत्तं- मायिमिच्छादिट्ठी उववण्णगा य अप्पवेयणतरा, अमायिसम्मदिट्ठी उववण्णगा य महावेयणतरागा भाणियव्वा जोइसवेमाणिया । सलेस्सा णं भंते ! णेरइया सव्वे समाहारगा ? ओहियाणं, सलेस्साणं, सक्कलेस्साणं; एएसि णं तिण्हं एक्को गमो । कण्हलेस्साणं, णीललेस्साणं पि एक्को गमो- णवरं वेयणाए मायिमिच्छदिट्ठी उववण्णगा य, अमायिसम्मदिट्ठीउववण्णगा य भाणियव्वा । मणुस्सा किरियासु सराग-वीयराग-पमत्ताऽपमत्ता ण भाणियव्वा, काउलेस्साण वि एसेव गमो-णवरं-णेरइए जहा ओहिओ दंडओ तहा भाणियव्वा, तेउलेस्सा, पम्हलेस्सा जस्स अत्थि जहा ओहिओ दंडओ तहा भाणियव्वा | णवरं मणस्सा सरागा, वीयरागा ण भाणियव्वा | दुक्खाउए उदिण्णे, आहारे कम्मवण्णलेस्सा य, समवेयण समकिरिया, समाउए चेव बोधव्वा । कई णं भंते ! लेस्साओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! छ लेस्साओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कण्णलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा। लेस्साणं बिईओ उद्देसो भाणियव्वो जाव इडढी । जीवस्स णं भंते ! तीतद्धाए आदिद्वस्स कइविहे संसारसंचिट्ठणकाले पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे संसारसंचिट्ठणकाले पण्णत्ते, तं जहा- णेरइयसंसार-संचिट्ठणकाले, तिरिक्खमणुस्स-देव- संसारसंचिट्ठणकाले य। णेरइयसंसारसंचिट्ठणकाले णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते, तं जहा- सुण्णकाले, असुण्णकाले, मिस्सकाले। तिरिक्खजोणियसंसार पुच्छा ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- असुण्णकाले, मिस्सकाले य । मणुस्साण य देवाण य जहा णेरइयाणं | एयस्स णं भंते ! णेरड्यस्स संसारसंचिट्ठणकालस्स सुण्णकालस्स, असुण्ण- कालस्स, मीसकालस्स य कयरे कयरेहिंतो अप्पे वा बहुए वा तुल्ले वा विसेसाहिए वा ? Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! सव्वत्थोवे असुण्णकाले, मिस्सकाले अणंतगुणे, सुण्णकाले अणंतगुणे । तिरिक्खजोणियाणं सव्वत्थोवे असुण्णकाले, मिस्सकाले अणंतगुणे। मणुस्स देवाण य जहा णेरइयाणं। एयस्स णं भंते ! णेरइयसंसारसंचिट्ठणकालस्स जाव देवसंसार- संचिट्ठणकालस्स जाव विसेसाहिए वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवे मणुस्ससंसार संचिट्ठणकाले, णेरइयसंसारसंचिट्ठणकाले असंखेज्जगुणे, देवसंसारसंचिट्ठणकाले असंखेज्जगुणे, तिरिक्खजोणियसंसार- संचिट्ठणकाले अणंतगुणे। जीवे णं भंते ! अंतकिरियं करेज्जा ? गोयमा ! अत्थेगइए करेज्जा, अत्थेगइए णो करेज्जा | अंतकिरियापयं णेयव्वं । अह भंते ! असंजयभवियदव्वदेवाणं, अविराहियसंजमाणं, विराहियसंजमाणं, अविराहियसंजमासंजमाणं, विराहियसंजमासंजमाणं, असण्णीणं, तावसाणं, कंदप्पियाणं चरगपरिव्वायगाणं, किव्वसियाणं, तेरिच्छियाणं, आजीवियाणं, आभिओगियाणं सलिंगीणं दंसणवावण्णगाणं, एएसि णं देवलोगेसु उववज्जमाणाणं कस्स कहिं उववाए पण्णत्ते ? गोयमा ! असंजयभवियदव्वदेवाणं जहण्णेणं भवणवासीस्, उक्कोसेणं उवरिम गेविज्जएस् । अविराहियसंजमाणं जहण्णेणं सोहम्मे कप्पे, उक्कोसेणं सव्वट्ठसिद्ध विमाणे | विराहिय संजमाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं सोहम्मे कप्पे। अविराहियसंजमासंजमाणं जहण्णेणं सोहम्मे कप्पे, उक्कोसेणं अच्चुए कप्पे । विराहियसंजमासंजमाणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं जोइसिएसु । असण्णीणं जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं वाणमंतरेसु । अवसेसा सव्वे जहण्णेणं भवणवासीसु, उक्कोसेणं वोच्छामि- तावसाणं जोइसिएसु, कंदप्पियाणं सोहम्मे कप्पे, चरगपरिव्वायगाणं बंभलोए कप्पे, किग्विसियाणं लंतगे कप्पे, तेरिच्छियाणं सहस्सारे कप्पे, आजीवियाणं अच्चुए कप्पे, आभिओगियाणं अच्चुए कप्पे, सलिंगीणं दंसणवावण्णगाणं उवरिमगेविज्जएसु । कइविहे णं भंते ! असण्णिआउए पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे असण्णिआउए पण्णत्ते, तं जहा- जेरइयअसण्णि आउए तिरिक्ख-मणुस्सदेवअसण्णिआउए। असण्णी णं भंते ! जीवे किं णेरइयाउयं पकरेइ, तिरिक्ख-मणु- देवाउयं पकरेइ ? हंता, गोयमा ! णेरड्याउयं पि पकरेइ, तिरिक्ख-मणुस्स- देवाउयं पि पकरेइ। णेरइयाउयं पकरेमाणे जहण्णेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं पकरेइ । तिरिक्खजोणियाउयं पकरेमाणे जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं पकरेइ। मणुस्साउए वि एवं चेव, देवाउयं जहा णेरड्याउए। Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एयस्स णं भंते ! णेरड्यअसण्णिआउयस्स, तिरिक्ख- मणुस्स- देवअसण्णि आउयस्स कयरे कयरेहिंतो जाव विसेसाहिए वा ? गोयमा! सव्वत्थोवे देवअसण्णिआउए, मणुस्सअसण्णिआउए असंखेज्जगुणे, तिरिक्खजोणिय असण्णिआउए असंखेज्जगुणे, णेरड्य- असण्णिआउए असंखेज्जगुणे ||सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || बीओ उद्देशो समत्तो || तइओ उद्देसो जीवा णं भंते ! कंखामोहणिज्जे कम्मे कडे ? हंता, कडे | से भंते! किं देसेणं देसे कडे, देसेणं सव्वे कडे, सव्वेणं देसे कडे, सव्वेणं सव्वे कडे ? गोयमा ! णो देसेणं देसे कडे, णो देसेणं सव्वे कडे, णो सव्वेणं देसे कडे, सव्वेणं सव्वे कडे | णेरइयाणं भंते ! कंखामोहणिज्जे कम्मे कडे ? हंता, कडे जाव सव्वेणं सव्वे कडे, एवं जाव वेमाणियाणं दंडओ भाणियव्वो । ३ जीवा णं भंते ! कंखामोहणिज्ज कम्मं करिंसु ? हंता, करिंसु । तं भंते ! किं देसेणं देसं व एएणं अभिलावेणं दंडओ भाणियव्वो जाव वेमाणियाणं । एवं करेंति, एत्थ वि दंडओ जाव वेमाणियाणं । एवं करिस्संति एत्थ वि दंडओ जाव वेमाणियाणं एवं चिए, चिणिंसु, चिणंति, चिणिस्संति; उवचिए, उवचिणिंसु, उवचिणंति, उवचिणिस्संति; उदीरेंसु, उदीरेंति, उदीरिस्संति; वेटेंसु, वेदेति, वेदिस्संति; णिज्जरेंसु, णिज्जरेंति, णिज्जरिस्संति। गाहा कडचिया उवचिया, उदीरिया वेइया य णिज्जिण्णा । आदितिए चउभेदा, तियभेया पच्छिमा तिण्णि || जीवा णं भंते ! कंखामोहणिज्जं कम्मं वेदेति ? हंता गोयमा ! वेदेति। कहण्णं भंते ! जीवा कंखामोहणिज्जं कम्मं वेदेति ? गोयमा ! तेहिं तेहिं कारणेहिं संकिया, कंखिया वितिगिच्छिया, भेदसमावण्णा, कलुससमावण्णा, एवं खलु जीवा कंखामोहणिज्जं कम्मं वेदेति । से गुणं भंते ! तमेव सच्चं णीसंकं जं जिणेहिं पवेइयं । हंता गोयमा ! तमेव सच्चं णीसंकं जं जिणेहिं पवेइयं । से गुणं भंते ! एवं मणं धारेमाणे एवं पकरेमाणे एवं चिद्वेमाणे, एवं संवरेमाणे आणाए आराहए भवइ ? 14 Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ وا 18 |१० ११ १२ १३ १४ भगवई सुत्त हंता गोयमा ! एवं मणं धारेमाणे जाव आराहए भवइ । सेणूणं भंते ! अत्थित्तं अत्थित्ते परिणमइ, णत्थित्तं णत्थित्ते परिणमइ ? हंता गोयमा ! जाव परिणमइ । जं णं भंते ! अत्थित्तं अत्थित्ते परिणमइ, णत्थित्तं णत्थित्ते परिणमइ; तं किं पयोगसा, वीससा ? गोयमा ! पयोगसा वि तं, वीससा वि तं । जहा ते भंते ! अत्थित्तं अत्थित्ते परिणमइ, तहा ते णत्थित्तं णत्थित्ते परिणमइ ? जहा ते णत्थित्तं णत्थित्ते परिणमइ, तहा ते अत्थित्तं अत्थित्ते परिणमइ ? हंता गोयमा ! जहा मे अत्थित्तं अत्थित्ते परिणमइ, तहा मे णत्थित्तं णत्थित्ते परिणमइ । जहा मे णत्थित्तं णत्थित्ते परिणमइ, तहा मे अत्थित्तं अत्थित्ते परिणम । से भंते! अत्थित्तं अत्थित्ते गमणिज्जं ? जहा परिणमइ दो आलावगा, तहा गमणिज्जेण वि दो आलावगा भाणियव्वा जाव तहा अत्थित्तं अत्थित्ते गमणिज्जं । जहा ते भंते! एत्थं गमणिज्जं, तहा ते इहं गमणिज्जं, जहा ते इहं गमणिज्जं, तहा ते एत्थं गमणिज्जं ? हंता गोयमा ! जहा मे एत्थं गमणिज्जं जाव तहा मे एत्थं गमणिज्जं । जीवा णं भंते ! कंखामोहणिज्जं कम्मं बंधंति ? हंता गोयमा ! बंधं । कहण्णं भंते ! जीवा कंखामोहणिज्जं कम्मं बंधति ? गोयमा ! पमादपच्चया, जोगणिमित्तं च । से णं भंते! पमाए किंपवहे ? गोयमा ! जोगप्पवहे । से णं भंते! जोए किंपवहे ? गोयमा ! वीरियप्पवहे । से णं भंते ! वीरिए किंपवहे ? गोयमा ! सरीरप्पवहे । से णं भंते ! सरीरे किंपवहे ? गोयमा ! जीवप्पवहे । एवं सति अत्थि उट्ठाणेइ वा, कम्मेइ वा, बलेइ वा, वीरिएइ वा, पुरिसक्कारपरिक्कमेइ वा । सेणूणं भंते ! अप्पणा चेव उदीरेइ, अप्पणा चेव गरहइ, अप्पणा चेव संवरइ ? हंता गोयमा! अप्पणा चेव उदीरेइ, एवं तं चेव उच्चारेयव्वं । जं णं तं भंते ! अप्पणा चेव उदीरेइ, अप्पणा चेव गरहइ, अप्पणा चेव संवरेइ तं किं उदि उदीरेइ, अणुदिण्णं उदीरेइ, अणुदिण्णं उदीरणाभवियं कम्मं उदीरेइ, उदयाणंतरपच्छाकडं कम्मं उदीरेइ ? गोयमा! णो उदिण्णं उदीरेइ, णो अणुदिण्णं उदीरेइ, अणुदिण्णं उदीरणाभवियं कम्मं उदीरेइ, णो उदयानंतर पच्छाकडं कम्मं उदीरेइ । 15 Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५ भगवई सुत्त जं णं भंते ! अणुदिण्णं उदीरणाभवियं कम्मं उदीरेइ, तं किं उट्ठाणेणं, कम्मेणं, बलेणं, वीरिएणं, पुरिसक्कारपरक्कमेणं अणुदिण्णं उदीरणाभवियं कम्म उदीरेइ, उदाहु तं अणुट्ठाणेणं, अकम्मेणं, अबलेणं, अवीरिएणं, अपुरिसक्कार- परक्कमेणं अणुदिण्णं उदीरणाभवियं कम्म उदीरेइ ? गोयमा ! तं उट्ठाणेण वि, कम्मेण वि, बलेण वि, वीरिएण वि, परिसक्कार परक्कमेण वि अणुदिण्णं उदीरणाभवियं कम्मं उदीरेइ । णो तं अणुट्ठाणेणं, अकम्मेणं, अबलेणं, अवीरिएणं, अपुरिसक्कारपरक्कमेणं अणुदिण्णं उदीरणाभवियं कम्मं उदीरेइ । एवं सति अत्थि उट्ठाणेइ वा, कम्मेइ वा, बलेइ वा, वीरिएइ वा पुरिसक्कारपरक्कमेइ वा । से गुणं भंते ! अप्पणा चेव उवसामेइ, अप्पणा चेव गरहइ, अप्पणा चेव संवरेइ ? हंता गोयमा ! एत्थ वि तहेव भाणियव्वं । णवरं अणुदिण्णं उवसामेइ; सेसा पडिसेहेयव्वा तिण्णि । जं णं भंते ! अणुदिण्णं उवसामेइ, तं किं उट्ठाणेणं ? जाव पुरिसक्कार- परक्कमेइ वा । से णूणं भंते ! अप्पणा चेव वेदेइ, अप्पणा चेव गरहइ ? एत्थ वि सच्चेव परिवाडी, णवरं-उदिण्णं वेएइ, णो अणुदिण्णं वेएइ, एवं जाव पुरिसक्कारपरक्कमेइ वा ? से णूणं भंते ! अप्पणा चेव णिज्जरेइ, अप्पणा चेव गरहइ ? क्कार एत्थ वि सच्चेव परिवाडी, णवरं-उदयाणंतर पच्छाकडं कम्मं णिज्जरेड़, एवं परक्कमेइ वा । णेरइया णं भंते ! कंखामोहणिज्जं कम्मं वेदेति ? जहा ओहिआ जीवा तहा रइया जाव थणियकुमारा | पुढविक्काइया णं भंते ! कंखामोहणिज्जं कम्मं वेदेति ? हंता, वेदेति । कहण्णं भंते ! पुढविक्काइया कंखामोहणिज्जं कम्मं वेदेति ? गोयमा ! तेसि णं जीवाणं णो एवं तक्का इवा, सण्णा इवा, पण्णा इवा, मणे इ वा, वई त्ति वा अम्हे णं कंखामोहणिज्जं कम्मं वेएमो, वेदेति पण ते । से णूणं भंते ! तमेव सच्चं, णीसंकं जं जिणेहिं पवेइयं ? सेसं तं चेव जाव पुरिसक्कारपरक्कमेइ वा; एवं जाव चरिंदियाणं। पंचिंदियतिरिक्खजोणिया जाव वेमाणिया जहा ओहिया जीवा | अत्थि णं भंते ! समणा वि णिग्गंथा कंखामोहणिज्जं कम्मं वेदेति? हंता अत्थि | कहण्णं भंते ! समणा णिग्गंथा कंखामोहणिज्जं कम्मं वेदेति ? 16 Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! तेहिं तेहिं कारणेहि-णाणंतरेहिं, दंसणंतरेहिं, चरित्तंतरेहिं, लिंगंत- रेहि, पवयणंतरेहिं, पावयणंतरेहिं, कप्पंतरेहिं, मग्गंतरेहिं, मयंतरेहिं, भंगंतरेहिं, णयंतरेहिं, णियमंतरेहिं, पमाणंतरेहिं संकिया, कंखिया, वितिगिच्छिया, भेयसमा- वण्णा, कलुससमावण्णा; एवं खलु समणा णिग्गंथा कंखामोहणिज्जं कम्मं वेदेति ।। से गुणं भंते ! तमेव सच्चं, णिसंकं जं जिणेहिं पवेडयं ? हंता, गोयमा ! तमेव सच्चं, णीसंकं, एवं जाव पुरिसक्कारपरक्कमेइ वा। || सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ ॥ तइओ उद्देशो समत्तो || चउत्थो उद्देसो कइ णं भंते ! कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ । कम्मप्पगडीए पढमो उद्देसो णेयव्वो जाव अणुभागो समत्तो | गाहा कइ पयडी कह बंधइ, कइहिं च ठाणेहिं बंधइ पयडी । कइ वेदेइ य पयडी, अणुभागो कइविहो कस्स ॥ 7 जीवे णं भंते ! मोहणिज्जेणं कडेणं कम्मेणं उदिण्णेणं उवढाएज्जा? हंता, उवढाएज्जा । से भंते ! किं वीरियत्ताए उवट्ठाएज्जा, अवीरियत्ताए उवट्ठाएज्जा ? गोयमा ! वीरियत्ताए उवट्ठाएज्जा, णो अवीरियत्ताए उवट्ठाएज्जा। जइ वीरियत्ताए उवट्ठाएज्जा, किं बालवीरियत्ताए उवट्ठाएज्जा, पंडिय- वीरियत्ताए उवट्ठाएज्जा, बालपंडियवीरियत्ताए उवढाएज्जा ? णो पंडियवीरयत्ताए उवट्ठाएज्जा, णो गोयमा! बालवीरियत्ताए उवट्ठाएज्जा, बालपंडियवीरियत्ताए उवट्ठाएज्जा | जीवे णं भंते ! मोहणिज्जेणं कडेणं कम्मेणं उदिण्णेणं अवक्कमेज्जा? हंता, अवक्कमेज्जा । से भंते ! जाव बालपंडियवीरियत्ताए अवक्कमेज्जा ? गोयमा! बालवीरियत्ताए अवक्कमेज्जा, णो पंडियवीरियत्ताए अवक्क-मेज्जा, सिय बालपंडियवीरियत्ताए अवक्कमेज्जा । जहा उदिण्णेणं दो आलावगा तहा उवसंतेण वि दो आलावगा भाणियव्वा; णवरं-उवट्ठाएज्जा पंडियवीरियत्ताए, अवक्कमेज्जा, बालपंडियवीरियत्ताए । से भंते ! किं आयाए अवक्कमइ, अणायाए अवक्कमइ ? गोयमा ! आयाए अवक्कमइ, णो अणायाए अवक्कमइ। 17 Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त | मोहणिज्जं कम्मं वेएमाणे से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! पुव्विं से एयं एवं रोयइ, इयाणिं से एयं एवं णो रोयइ; एवं खलु एयं एवं | से णूणं भंते ! णेरइयस्स वा तिरिक्खजोणियस्स वा मणूसस्स वा देवस्स वा जे कडे पावे कम्मे, णत्थि तस्स अवेयइत्ता मोक्खो ? हंता, गोयमा ! णेरइयस्स वा, तिरिक्ख-मणुदेवस्स वा जे कडे पावे कम्मे, णत्थि तस्स अवेइयत्ता मोक्खो । से केणटेणं भंते ! एवं वच्चइ णेरइयस्स वा जाव मोक्खो ? एवं खलु मए गोयमा ! दुविहे कम्मे पण्णत्ते, तं जहा- पएसकम्मे य अणुभागकम्मे य, तत्थ णं जं तं पएसकम्मं तं णियमा वेएइ, तत्थ णं जं तं अणुभागकम्मं तं अत्थेगइयं वेएइ, अत्थेगइयं णो वेएइ । णायमेयं अरहया, सुयमेयं अरहया, विण्णायमेयं अरहया- इमं कम्मं अयं जीवे अब्भोवगमियाए वेयणाए वेदेस्सइ, इमं कम्मं अयं जीवे उवक्कमियाए वेयणाए वेइस्सइ । अहाकम्मं, अहाणिगरणं जहा जहा तं भगवया दिद्वं तहा तहा तं विप्परिणमिस्सईति । से तेणद्वेणं गोयमा ! णेरड्यस्स वा जाव मोक्खो । एस णं भंते ! पोग्गले अतीतं अणंतं, सासयं समयं भुवीति वत्तव्वं सिया ? हंता गोयमा ! एस णं पोग्गले अतीतं अणंतं सासयं समयं भुवीति वत्तव्वं सिया | एस णं भंते ! पोग्गले पड़प्पणं सासयं समयं भवईति वत्तव्वं सिया? हंता गोयमा ! तं चेव उच्चारेयव्वं । एस णं भंते ! पोग्गले अणागयं अणंतं सासयं समयं भविस्सईति वत्तव्वं सिया ? हंता गोयमा ! तं चेव उच्चारेयव्वं। एवं खंधेण वि तिण्णि आलावगा। एव जीवेण वि तिण्णि आलावगा भाणियव्वा | छउमत्थे णं भंते ! मणुस्से अतीतं अणंतं सासयं समयं केवलेणं संजमेणं, केवलेणं संवरेणं, केवलेणं बंभचेरवासेणं, केवलाहिं पवयणमाईहिं सिज्झिसु बुज्झिसु जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करिंसु ? गोयमा ! णो इणढे समढे | से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ तं चेव जाव अंतं करें ? गोयमा! जे केइ अंतकरा अंतिमसरीरिया वा सव्वदुक्खाणं अंतं करेंसु वा, करेंति वा, करिस्संति वा सव्वे ते उप्पण्णणाण-दंसणघरा, अरहा, जिणा, केवली, भवित्ता, तओ पच्छा सिज्झंति, बुज्झंति, मुच्चंति, परिणिव्वायंति, सव्वदुक्खाणं अंतं करेंसु वा, करेंति वा, करिस्संति वा; से तेणटेणं गोयमा ! जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंसु । 18 Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२ १३ १४ १५ १ 13 भगवई सुत्त पडुप्पण्णे वि एवं चेव, णवरं सिज्झति भाणियव्वं । अणागए वि एवं चेव, णवरं सिज्झिस्संति भाणियव्वं । जहा छउमत्थो तहा आहोहिओ वि, तहा परमोहिओ वि; तिण्णि तिण्णि आलावगा भाणियव्वा । केवली णं भंते ! मणुसे अतीतं, अणंतं, सासयं समयं जाव अंतं करें ? हंता, सिज्झिसु जाव अंतं करेंसु, एते तिण्णि आलावगा भाणियव्वा जहा छउमत्थस्स, णवरंसिज्झिसु सिज्झंति सिज्झिस्संति । सेणूणं भंते ! अतीतं अणंतं सासयं समयं; पडुप्पण्णं वा सासयं समयं; अणागयं अणंतं वा सासयं समयं जे केइ अंतकरा वा, अंतिमसरीरिया वा सव्वदुक्खाणं अंतं करेंसु वा करेंति वा, करिस्संति वा; सव्वे ते उप्पण्णणाण- दंसणधरा अरहा जिणा केवली भवित्ता तओ पच्छा सिज्झंति जाव अंतं करिस्संति वा ? हंता गोयमा ! अतीतं अणंतं सासयं जाव अंतं करिस्संति वा । से णूणं भंते ! उप्पण्णणाण- दंसणधरे अरहा जिणे केवली अलमत्थु त्ति वत्तव्वं सिया ? हंता गोयमा ! उप्पण्णणाण- दंसणधरे अरहा जिणे केवली अलमत्थु त्ति वत्तव्वं सिया ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ॥ ॥ चउत्थो उद्देशो समत्तो ॥ पंचमो उद्देसो इणं भंते! पुढवीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! सत्त पुढवीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- रयणप्पभा जाव तमतमा । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए कइ णिरयावाससयसहस्सा पण्णत्ता? गोयमा ! तीसं णिरयावाससयसहस्सा पण्णत्ता । तीसा य पण्णवीसा, पण्णरस दसेव य सयसहस्सा । तिण्णेगं पंचूणं, पंचेव अणुत्तरा णिरया ॥ केवइया णं भंते ! असुरकुमारावाससयसहस्सा पण्णत्ता ? एवं चउसट्ठी असुराणं, चउरासीई य होइ णागाणं । बावत्तरिं सुवण्णाणं, वाउकुमाराण छण्णउई ॥ दीव-दिसा-उदहीणं, विज्जुकुमारिंद थणियमग्गीणं । छण्हं पि जुयलयाणं, छावत्तरिमो सयसहस्सा || केवइया णं भंते! पुढविक्काइयावास सयसहस्सा पण्णत्ता ? 19 Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! असंखेज्जा पुढविक्काइयावास सयसहस्सा पण्णत्ता जाव असंखिज्जा जोइसियविमाणावास सयसहस्सा पण्णत्ता । सोहम्मे णं भंते ! कप्पे केवइया विमाणावससयहस्सा पण्णत्ता ? एवंबत्तीसठ्ठावीसा, बारस अट्ठ चउरो सयसहस्सा, पण्ण चत्तालीसा, छच्च सहस्सा सहस्सारे । आणय पाणयकप्पे, चत्तारि समया आरणच्चए तिण्णि, सत्त विमाणसयाई, चउसु वि एएसु कप्पेसु । एक्कारसुत्तरं हेहिमेसु, सत्तुत्तरं सयं च मज्झिमए, सयमेगं उवरिमए, पंचेव अणुत्तरविमाणा | पुढवी द्विइ ओगाहण, सरीर संघयणमेव संठाणे । लेस्सा दिट्ठी णाणे, जोगुवओगे य दस द्वाणा | इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेसु एगमेगंसि णिरयावासंसि णेरइयाणं केवइया ठिइट्ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा! असंखेज्जा ठिइट्ठाणा पण्णत्ता, तं जहा- जहणिया ठिई, समयाहिया जहण्णिया ठिई, दुसमयाहिया जाव असंखेज्जसमयाहिया जहणिया ठिई । तप्पाउग्गुक्कोसिया ठिई । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेसु एगमेगंसि णिरयावासंसि जहण्णियाए ठिईए वट्टमाणा णेरड्या किं कोहोवउत्ता, माणोवउत्ता, मायोवउत्ता, लोभोवउत्ता? गोयमा ! सव्वे वि ताव होज्जा कोहोवउत्ता ॥१॥ अहवा कोहोवउत्ता य, माणोवउत्ते य | अहवा कोहोवउत्ता य, माणोवउत्ता य | अहवा कोहोवउत्ता य मायोवउत्ते य | अहवा कोहोवउत्ता य, मायोवउत्ता य। अहवा कोहोवउत्ता य, लोभोवउत्ते य | अहवा कोहोवउत्ता य, लोभोवउत्ता ॥६॥ अहवा कोहोवउत्ता य, माणोवउत्ते य, मायोवउत्ते य । कोहोवउत्ता य, माणोवउत्ते य, मायोवउत्ता य । कोहोवउत्ता य, माणोवउत्ता य, मायोवउत्ते य । कोहोवउत्ता य, माणोवउत्ता य, मायोवउत्ता य ॥४॥ एवं कोहमाणलोभेण वि चउभंगा ॥८॥ एवं कोहमायालोभेण वि चउभंगा। एवं १२। पच्छा माणेण, मायाए, लोभेण य कोहो भइयव्वो। ते कोहं अमुचंता अट्ठ भंगा । एवं सत्तावीसं भंगा णेयव्वा । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेसु एगमेगंसि णिरयावासंसि समयाहियाए जहण्णट्ठिईए वट्टमाणा णेरड्या किं कोहोवउत्ता, माणोवउत्ता, मायोवउत्ता, लोभोवउत्ता ? 20 Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९ १० ११ १२ १३ १४ १५ भगवई सुत्त गोयमा ! कोहोवउत्ते य, माणोवउत्ते य, मायोवउत्ते य, लोभोवउत्ते य । कोहोवउत्ता य, माणवत्ता य, मायोवउत्ता य, लोभोवउत्ता य ॥८॥ अहवा कोहोवउत्ते य, माणोवउत्ते य । अहवा कोहोवउत्ते य, माणोवउत्ता य। एवं असीइ भंगा यव्वा । एवं जाव संखेज्जसमाहियाए ठिईए । असंखेज्ज - समयाहियाए ठिईए, तप्पाउग्गुक्कोसियाए ठिईए सत्तावीसं भंगा भाणिव्वा । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेसु एगमेगंसि णिरयावासंसि णेरड्याणं केवइया ओगाहणाठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा ओगाहणाठाणा पण्णत्ता, तं जहा- जहण्णिया ओगाहणा, पएसाहिया जहण्णिया ओगाहणा, दुप्पएसाहिया जहण्णिया ओगाहणा जाव असंखिज्ज पएसाहिया जहण्णिया ओगाहणा । तप्पाउग्गुक्कोसिया ओगाहणा । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेसु एगमेगंसि णिरयावासंसि जहण्णियाए ओगाहणाए वट्टमाणा णेरड्या किं कोहोवउत्ता पुच्छा ? गोयमा ! असीइभंगा भाणियव्वा जाव संखिज्जपएसाहिया जहण्णिया ओगाहणा असंखेज्जपएसाहियाए जहण्णियाए ओगाहणार वट्टमाणाणं, तप्पउग्गुक्को - सियाए ओगाहणाए वट्टमाणाणं णेरइयाणं दोसु वि सत्ताविसं भंगा । इसे णं भंते! रयणप्पभाए जाव एगमेगंसि णिरयावासंसि णेरइयाणं कइ सरीरया पण्णत्ता ? गोयमा ! तिणि सरीरया पण्णत्ता । तं जहा- वेउव्विए, तेयए, कम्मए । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए जाव वेउव्वियसरीरे वट्टमाणा णेरड्या किं कोहोवउत्ता, पुच्छा ? गोयमा ! सत्तावीसं भंगा भाणियव्वा । एएणं गमेणं तिण्णि सरीरा भाणियव्वा । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए जाव णेरइयाणं सरीरया किंसंघयणी पण्णत्ता ? गोयमा ! छण्हं संघयणाणं असंघयणी, णेवट्ठी, णेवच्छिरा, णेव ण्हारूणि । जे पोग्गला अणिट्ठा अकंता अप्पिया अहा अमणुण्णा अमणामा एतेसिं सरीरसंघायत्ताए परिणमति । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए जाव छण्हं संघयणाणं असंघयणे वट्टमाणा णेरइया किं कोहोवउत्ता पुच्छा ? गोयमा ! सत्तावीसं भंगा । इमीसे णं भंते! रयणप्पभाए जाव सरीरया किंसंठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा सरीरा पण्णत्ता, तं जहा- भवधारणिज्जा य, उत्तर- वेउव्विया य । तत्थणं जे ते भवधारणिज्जा ते हुंड संठाणसंठिया पण्णत्ता । तत्थणं जे ते उत्तरवेउव्विया ते वि हुंडसंठिया पण्णत्ता । 21 Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १६ इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए जाव हुंडसंठाणे वट्टमाणा णेरड्या किं कोहोवउत्ता ? गोयमा ! सत्तावीसं भंगा । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णेरइयाणं कइ लेस्साओ पण्णत्ता । गोयमा ! एगा काउलेस्सा पण्णत्ता । १८ इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए जाव काउलेस्साए वट्टमाणा किं कोहोवउत्ता पुच्छा ? गोयमा ! सत्तावीसं भंगा । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए जाव किं सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, सम्मामिच्छादिट्ठी ? गोयमा ! तिण्ण वि ।। २० इमीसे णं भंते ! जाव सम्मदंसणे वट्टमाणा णेरड्या किं कोहोवउत्ता पुच्छा ? सत्तावीसं भंगा । एवं मिच्छादंसणे वि | सम्मामिच्छादंसणे असीए भंगा। इमीसे णं भंते ! जाव किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी वि अण्णाणी वि; तिण्णि णाणाइं णियमा, तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए | २२ | इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए जाव आभिणिबोहियणाणे वट्टमाणा णेरड्या किं कोहोवउत्ता पुच्छा ? सत्तावीसं भंगा । एवं तिण्णि णाणाइं, तिण्णि अण्णाणाइं भाणियव्वाइं । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए जाव किं मणजोगी, वइजोगी, कायजोगी? गोयमा ! तिण्णि वि | इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए जाव मणजोए वट्टमाणा णेरड्या किं कोहोवउत्ता पुच्छा ? गोयमा ! सत्तावीसं भंगा । एवं वइजोए, एवं कायजोए । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए जाव णेरड्या किं सागरोवउत्ता, अणागारोवउत्ता? गोयमा! सागरोवउत्ता वि, अणागारोवउत्ता वि । २४ इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए जाव सागारोवओगे वट्टमाणा णेरइया किं कोहोवउत्ता पुच्छा ? सत्तावीसं भंगा । एवं अणागारोवउत्ता वि सत्तावीसं भंगा । एवं सत्त वि पुढवीओ णेयव्वाओ, णाणत्तं लेसासु । काऊ य दोसु, तइयाए मीसिया, णीलिया चउत्थीए | Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २६ २७ २८ २९ 30 ३१ ३२ भगवई सुत्त पंचमीयाए मीसा, कण्हा तत्तो परमकण्हा ॥ चउसट्ठीए णं भंते ! असुरकुमारावास सयसहस्सेसु एगमेगंसि असुरकुमारा- वासंसि असुरकुमाराणं केवइया ठिइट्ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा ठिइट्ठाणा पण्णत्ता । जहण्णिया ठिई, एवं जहा णेरड्या तहा, णवरं पडिलोमा भंगा भाणियव्वा । सव्वे वि ताव होज्ज लोभोवउत्ता । अहवा लोभोवउत्ता य, मायोवउत्ते य, अहवा लोभोवउत्ता य, मायोवउत्ता य । एएणं गमेणं णेयव्वं जाव थणियकुमाराणं, णवरं णाणत्तं जाणियव्वं। असंखेज्जेसु णं भंते ! पुढविकाइयावाससयसहस्सेसु एगमेगंसि पुढविकाइयावासंसि पुढविकाइयाणं केवइया ठिइट्ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा ठिइट्ठाणा पण्णत्ता, तं जहा- जहण्णिया ठिई जाव तप्पाउग्गुक्कोसिया ठिई। असंखेज्जेसु णं भंते ! पुढविकाइयावास सयसहस्सेसु एगमेगंसि पुढविकाइयावासंसि जहण्णियाए ठिईए वट्टमाणा पुढविकाइया किं कोहोवउत्ता, माणोवउत्ता, मायोवउत्ता, लोभोवउत्ता? गोयमा ! कोहोवउत्ता वि, माणोवउत्ता वि, मायोवउत्ता वि, लोभोवउत्ता वि।एवं पुढविकाइयाणं सव्वेसु वि ठाणेसु अभंगयं । णवरं तेउलेस्साए असीइभंगा, एवं आउक्काइया वि । तेउक्काइया, वाउक्काइयाणं सव्वेसु वि ठाणे अभंगयं । वणस्सकाइया जहा पुढविक्काइया । बेइंदिय-तेइंदिय-चउरिंदियाणं जेहिं ठाणेहिं णेरड्याणं असीइभंगा तेहिं ठाणेहिं असीइं चेव । णवरं अब्भहिया सम्मत्ते, आभिणिबोहियणाणे, सुयणाणे य; एएहिं असीइभंगा । जेहिं ठाणेहिं रइयाणं सत्तावीसं भंगा, तेसु ठाणेसु सव्वेस अभंगयं । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया जहा णेरड्या तहा भाणियव्वा । णवरं जेहिं सत्तावीसं भंगा तेहिं अभंगयं कायव्वं । जत्थ असीइ तत्थ असीइं चेव । एवं मणुस्साणं वि जेहिं ठाणेहिं णेरइयाणं असीइभंगा तेहिं ठाणेहिं असीइभंगा भाणियव्वा । जेसु ठाणेसु सत्तावीसा, तेसु अभंगयं । णवरं मणुस्साणं अब्भहियं जहण्णियठिइए, आहार य असीति भंगा । वाणमंतर-जोइस-वेमाणिया जहा भवणवासी । णवरं णाणत्तं जाणियव्वं- जं जस्स जाव अणुत्तरा ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ॥ ॥ पंचमो उद्देशो समत्तो ॥ 23 Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त छट्टो उद्देसो १ जावइयाओ य णं भंते ! उवासंतराओ उदयंते सूरिए चक्खुप्फासं हव्व- मागच्छइ, अत्थमंते वि य णं सूरिए तावइयाओ चेव उवासंतराओ चक्खुप्फासं हव्वमागच्छइ ? हंता गोयमा ! जावइयाओ णं उवासंतराओ उदयंते सूरिए चक्खुप्फासं हव्वमागच्छड़ अत्थमंते वि सूरिए जाव हव्वमागच्छद। जावइया णं भंते ! खित्तं उदयंते सूरिए आयवेणं सव्वओ समंता ओभासइ उज्जोएड् तवेइ पभासेइ; अत्थमंते वि य णं सूरिए तावइयं चेव खित्तं आयवेणं सव्वओ समंता ओभासेइ उज्जोएइ तवेइ पभासेइ ? हंता गोयमा ! जावइयं णं खेत्तं जाव पभासेड़ । ४ तं भंते ! किं पुढे ओभासेइ, अपुटुं ओभासेइ ? जाव छद्दिसिं ओभासेइ । एवं उज्जोवेइ, तवेइ, पभासेइ जाव णियमा छद्दिसिं । से णूणं भंते ! सव्वं ति सव्वावंति फुसमाणकाल समयंसि जावइयं खेत्तं फुसइ, तावइयं 'फुसमाणे पुढे' त्ति वत्तव्वं सिया ? हंता गोयमा ! सव्वं ति जाव वत्तव्वं सिया । तं भंते ! किं पुढे फुसइ अपुढे फुसइ ? जाव णियमा छद्दिसिं । लोयंते भंते ! अलोयंत फुसइ, अलोयंते वि लोयंत फुसइ ? हंता गोयमा! लोयंते अलोयंतं फुसइ, अलोयंते वि लोयतं फुसइ । तं भंते ! किं पुढे फुसइ, अपुढे फुसइ ? जाव णियमा छद्दिसिं फुसइ । दीवंते भंते ! सागरंतं फुसइ, सागरंते वि दीवंतं फुसइ ? हंता जाव णियमा छद्दिसिं फुसइ । एवं एएणं अभिलावेणं- उदगंते पोयतं फुसइ, छिदंते दूसंतं, छायंते आयवंतं जाव णियमा छद्दिसिं फुसइ। अत्थि णं भंते ! जीवाणं पाणाइवाय किरिया कज्जइ ? हंता, अत्थि । सा भंते ! किं पुट्ठा कज्जइ, अपुट्ठा कज्जइ ? जाव णिव्वाघाएणं छद्दिसिं, वाघायं पडुच्च सिय तिदिसिं, सिय चउदिसिं, सिय पंचदिसिं। सा भंते ! किं कडा कज्जइ, अकडा कज्जइ ? गोयमा ! कडा कज्जड़, णो अकडा कज्जइ । सा भंते ! कि अत्तकडा कज्जइ, परकडा कज्जइ, पदभयकडा कज्जइ ? गोयमा ! अत्तकडा कज्जइ, णो परकडा कज्जइ, णो तदुभयकडा कज्जइ । 24 Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 18 १० ११ १२ १३ १४ १५ १६ भगवई सुत्त सा भंते ! किं आणुपुव्विं कडा कज्जइ, अणाणुपुव्विं कडा कज्जइ ? गोयमा ! आणुपुव्विं कडा कज्जइ, णो अणाणुपुव्विं कडा कज्जइ । जा य कडा, जा य कज्जइ, जा य कज्जिस्सइ, सव्वा सा आणुपुव्विकडा, णो अणाणुपुव्विकडा त्ति वत्तव्वं सिया । अत्थि णं भंते ! णेरड्याणं पाणाइयाकिरिया कज्जइ ? हंता, अत्थि । सा भंते ! किं पुट्ठा कज्जइ, अपुट्ठा कज्जइ ? जाव णियमा छद्दिसिं कज्जइ । सा भंते ! किं कडा कज्जइ, अकडा कज्जइ ? तं चेव जाव णो अणाणुपुव्विकडा त्ति वत्तव्वं सिया । जहा णेरड्या तहा एगिंदियवज्जा भाणियव्वा जाव वेमाणिया । एगिंदिया जहा जीवा तहा भाणियव्वा । पाणाइवाए तहा मुसावाए, तहा अदिण्णादाणे, मेहुणे, परिग्गहे, कोहे जाव मिच्छादंसणसल्ले । एवं एए अट्ठारस चउवीसं दंडगा भाणियव्वा ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ जहा तेणं कालेणं, तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी रोहे णामं अणगारे पगइभद्दए, पगइमउए, पगइविणीए, पगइउवसंते, पगइपयणुकोह-माण-माया-लोभे, मिउमद्दवसंपण्णे, अलीणे, भद्दए, विणीए समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते उड्ढजाणु, अहोसिरे, झाणकोट्ठोवगए संजेमणं, तवसा अप्पाणं भावेमाणे विरहइ । तए णं से रोहे अणगारे जायसड्ढे जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी पुव्विं भंते ! लोए, पच्छा अलोए; पुव्विं अलोए, पच्छा लोए ? रोहा ! लोए य अलोए य, पुव्विं पेते, पच्छा पेते, दो वि एए सासया भावा, अणाणुपुव्वी एसा रोहा ! पुव्विं भंते ! जीवा, पच्छा अजीवा; पुव्विं अजीवा पच्छा जीवा ? जहेव लोए य, अलोय य; तहेव जीवा य, अजीवा य । एवं भवसिद्धिया य, अभवसिद्धिया य, सिद्धि असिद्धि; सिद्धा, असिद्धा । पुव्विं भंते ! अंडए, पच्छा कुक्कुडी; पुव्विं कुक्कुडी, पच्छा अंडए ? रोहा ! से णं अंडए कओ ? भयवं ! कुक्कुडीओ । सा णं कुक्कडी कओ ? भंते ! अंडयाओ । एवामेव रोहा ! से य अंडए, सा य कुक्कुडी, पुव्विं पेते, पच्छा पेते, दो वि एए सासया भावा, अणाणुपुव्वी एसा रोहा ! | पुव्विं भंते ! लोयंते, पच्छा अलोयंते; पुव्विं अलोयंते, पच्छा लोयंते ? रोहा ! लोयंते य अलोयंते य पुव्विं पेते, पच्छापेते, दो वि एए सासयाभावा अणाणुपुव्वी एस रोहा ! । पुव्विं भंते ! लोयंते, पच्छा सत्तमे उवासंतरे ? पुच्छा । 25 Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त रोहा ! लोयंते य, सत्तमे उवासंतरे य पुट्विं पेते, पच्छा पेते, दो वि एए सासयाभावा, अणाणुपुव्वी एसा रोहा ! एवं लोयंते य सत्तमे य तणुवाए, एवं घवणाए, घणोदही, सत्तमा पुढवी | १७, एवं लोयंते एक्केक्कणं संजोएयव्वे इमेहिं ठाणेहिं, तं जहा उवास-वाय-घणउदहि, पुढवी दीवा य सागरा वासा | णेरइयाई अत्थिय, समया कम्माइं लेस्साओ |॥१॥ दिवी दंसण णाणा, सण्णा सरीरा य जोग उवओगे | दव्वपएसा पज्जव, अद्धा किं पुव्विं लोयंते ॥२॥ १८ पुव्विं भंते ! लोयंते, पच्छा अतीतद्धा ? एवं अतीतद्धा, अणागयद्धा, सव्वद्धा य लोयंतेण सह भाणियव्वा जाव अणाणुपुव्वी एसा रोहा ! जहा लोयंतेणं संजोइया सव्वे ठाणा एते, एवं अलोयंतेण वि संजोएयव्वा सव्वे। पुट्विं भंते ! सत्तमे उवासंतरे, पच्छा सत्तमे तणुवाए ? एवं सत्तमं उवासंतरं सव्वेहि समं संजोएयव्वं जाव सव्वद्धाए। पव्विं भंते ! सत्तमे तणवाए, पच्छा सत्तमे घणवाए ? एयं पि तहेव णेयव्वं, जाव सव्वद्धा | एवं उवरिल्लं एक्केक्कं संजोयंतेणं जो जो हिढिल्लो, तं तं छड़डतेणं णेयव्वं जाव अईयअणागयद्धा, पच्छा सव्वद्धा जाव अणाणुपुव्वी एसा रोहा ! सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति जाव विहरइ । भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं जाव एवं वयासी-कइविहा णं भंते ! लोयदिई पण्णत्ता ? गोयमा ! अट्ठविहा लोयट्टिई पण्णत्ता । तं जहा- आगासपइट्ठिए वाए | वायपइट्ठिए उदही । उदही पइट्ठिया पुढवी | पुढविपइट्ठिया तसा थावरा पाणा। अजीवा जीवपइट्ठिया। जीवा कम्मपइट्ठिया | अजीवा जीवसंगहिया | जीवा कम्मसंगहिया । से केणटेणं भंते एवं वुच्चइ- अट्ठविहा लोयठिई पण्णत्ता, तं जहा- आगासपइठिए वाए जाव जीवा कम्मसंगहिया ? गोयमा ! से जहाणामए केइ पुरिसे वत्थिमाडोवेइ, वत्थिमाडोवेत्ता उप्पिं सितं बंधइ, बंधइत्ता मज्झेणं गठिं बंधइ बंधइत्ता उवरिल्लं गठिं मुयइ, मुइत्ता उवरिल्लं देसं वामेइ, उवरिल्लं देसं वामेत्ता; उवरिल्लं देसं आउकायस्स पूरेइ, पूरिता उप्पिंसितं बंधइ, बंधिता मज्झिल्लगंठिं मुयइ । से णूणं गोयमा ! से आउकाए तस्स वाउकायस्स उप्पिं उवरिमतले चिट्ठइ ? हंता, चिट्ठइ । से तेणटेणं गोयमा ! जाव जीवा कम्मसंगहिया। Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २२ २३ सेकेणणं भंते! जाव चिट्ठति ? गोयमा ! से जहाणामए हरए सिया- पुण्णे, पुण्णप्पमाणे वोलट्टमाणे वोसट्टमाणे समभरघडत्ताए चिट्ठइ। अहे णं [अहण्णं] केइ पुरिसे तंसि हरयंसि एगं महं णावं सयासवं सयछिद्दं ओगाहेज्जा । से णूणं गोयमा ! सा णावा तेहिं आसवदारेहिं आपूरमाणी, आपूरमाणी पुण्णा, पुण्णप्पमाणा, वोलट्टमाणा, वोसट्टमाणा, समभरघडत्ताए चिट्ठइ ? हंता, चिट्ठइ । से तेणणं गोयमा ! अत्थिणं जीवा य पोग्गला य जाव चिट्ठति । २४ २ भगवई सुत से जहा वा केइ पुरिसे वत्थिं आडोवेइ, आडोवित्ता कडीए बंधइ, बंधिता अत्थाहमतारमपोरसियंसि उदगंसि ओगाहेज्जा । से णूणं गोयमा ! से पुरिसे तस्स वाउकायस्स उवरिमतले चिट्ठइ ? हंता, चिट्ठइ । एवामेव गोयमा ! (एवं वा ) अट्ठविहा लोयट्ठिई पण्णत्ता जाव जीवा कम्म- संगहिया। अत्थि णं भंते ! जीवा य पोग्गला य अण्णमण्णबद्धा अण्णमण्णपुट्ठा अण्णमण्णओढ अण्णमण्णसिणेहपडिबद्धा अण्णमण्णघडत्ताए चिट्ठति? हंता, अत्थि । 3 अत्थि णं भंते ! सया समियं सुहुमे सिणेहकाये पवडड् ? हंता अत्थि । से भंते ! किं उड्ढे पवडइ, अहे पवडइ, तिरिए पवडइ ? गोयमा ! उड्ढे वि पवडइ, अहे वि पवडइ, तिरिए वि पवड | जहा से भंते! बायरे आउयाए अण्णमण्णसमाउत्ते चिरं पि, दीहकालं चिट्ठइ, तहा णं से वि ? णो इणट्ठे समट्ठे । से णं खिप्पामेव विद्धंसमागच्छइ ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ छट्टो उद्देशो समत्तो ॥ सत्तमो उद्देसो णेरइए णं भंते ! णेरइएस उववज्जमाणे किं देसेणं देसं उववज्जइ, देसेणं सव्वं उववज्जइ, सव्वेणं दे उववज्जइ, सव्वेणं सव्वं उववज्जइ ? गोयमा ! णो देसेणं देसं उववज्जइ, णो देसेणं सव्वं उववज्जइ; णो सव्वेणं दे उववज्जइ, सव्वेणं सव्वं उववज्जइ । जहा णेरइए, एवं जाव वेमाणिए । रइए णं भंते ! णेरइएस उववज्जमाणे किं देसेणं देसं आहारेइ, देसेणं सव्वं आहारेइ, सव्वेणं देसं आहारेइ, सव्वेणं सव्वं आहारेइ ? गोयमा ! णो देसेणं देसं आहारेइ, णो देसेणं सव्वं आहारेइ, सव्वेणं वा देसं आहारेइ, सव्वेणं वा सव्वं आहारेइ। एवं जाव वेमाणिए । णेरइए णं भंते ! णेरएहिंतो उव्वट्टमाणे किं देसेणं देस उव्वट्टइ, पुच्छा ? जहा उववज्जमाणे तहेव उव्वट्टमाणे वि दंडगो भाणियव्वो । 27 Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 19 ε وال ९ | १० ११ भगवई सुत्त णेरइए णं भंते ! णेरएहिंतो उव्वट्टमाणे किं देसेणं देसं आहारेइ पुच्छा ? तव जाव सव्वेणं वा देसं आहारेइ, सव्वेणं वा सव्वं आहारे । एवं जाव वेमाणिए । णेरइए णं भंते ! णेरइएस उववण्णे किं देसेणं देसं उववण्णे ? एसो वि तहेव जाव सव्वेणं सव्वं उववण्णे । जहा उववज्जमाणे उव्वट्टमाणे य चत्तारि दंडगा, तहा उववण्णेणं, उव्वट्टेण वि चत्तारि दंडगा भाणियव्वा सव्वेणं सव्वं उववण्णे, सव्वेणं वा देसं आहारेइ, सव्वेणं वा सव्वं आहारेइ । एएणं अभिलावेणं उववण्णे वि, उव्वट्टेणं वि णेयव्वं । णेरइए णं भंते ! णेरइएस उववज्जमाणे किं अद्धेण अद्धं उववज्जइ, अद्धेणं सव्वं उववज्जइ, सव्वेणं अद्धं उववज्जइ, सव्वेणं सव्वं उववज्जइ ? जहा पढमिल्लेणं अट्ठ दंडगा तहा अद्धेण वि अट्ठ दंडगा भाणियव्वा । णवरं जहिं देसेणं देसं उववज्जइ, तहिं अद्धेणं अद्धं उववज्जइ इति भाणियव्वं । एयं णाणत्तं एते सव्वे वि सोलस दंडगा भाणियव्वा | जीणं भंते! किं विग्गहगइसमावण्णए, अविग्गहगइसमावण्णए ? गोयमा ! सिय विग्गहगइसमावण्णए, सिय अविग्गहगइसमा - वण्णए । एवं जाव वेमाणिए । जीवा णं भंते ! किं विग्गहगइसमावण्णगा, अविग्गहगइसमावण्णगा? गोयमा ! विग्गहगइसमावण्णगा वि, अविग्गहगइमावण्णगा वि । णेरड्या णं भंते! किं विग्गहगइसमावण्णगा, अविग्गहगइसमावण्णगा ? गोयमा ! सव्वे वि ताव होज्जा अविग्गहगइसमावण्णगा । अहवा अविग्गहगइ समावण्णगा य, विग्गहगइसमावण्णगे य । अहवा अविग्गहगइ समावण्णगा य, विग्गहगइसमावण्णा य । एवं जीव एगिंदियवज्जो तियभंगो। देवे णं भंते ! महिड्ढीए, महज्जुईए, महब्बले महायसे महासोक्खे महाणुभावे अविउक्कंतियं चयमाणे किंचिकालं हिरिवत्तियं, दुगंछावत्तियं, परीसहवत्तियं आहारं णो आहारेइ । अहे णं (तओ पच्छा) आहारे आहारिज्जमाणे आहारिए, परिणामिज्ज- माणे परिणामिए पहीणे य आउए भवइ । जत्थ उववज्जइ तं आउयं पडिसंवेदेइ, तं जहा- तिरिक्खजोणियाउयं वा, मणुस्सायं वा । [से कहमेयं भंते ! एवं ? हंता गोयमा ! देवे णं महड्ढीए जाव मणुस्साउयं वा । जीवे णं भंते! गब्भं वक्कममाणे किं सइंदिए वक्कमइ, अणिदिए वक्कमइ ? गोयमा ! सिय सइंदिए वक्कमइ, सिय अणिदिए वक्कम | से केणट्टेणं भंते ! एवं वच्चइ ? 28 Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! दव्विंदियाइं पडुच्च अणिदिए वक्कमइ, भाविंदियाइं पडुच्च सइंदिए वक्कमइ । से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ । जीवे णं भंते ! गब्भं वक्कममाणे किं ससरीरी वक्कमइ, असरीरी वक्कमइ? गोयमा ! सिय ससरीरी वक्कमइ, सिय असरीरी वक्कमइ। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! ओरालिय-वेउव्विय-आहारयाई पडुच्च असरीरी वक्कमइ। तेया-कम्माइं पडुच्च ससरीरी वक्कमइ, से तेणद्वेणं गोयमा! एवं वुच्चइ । जीवे णं भंते ! गब्भं वक्कममाणे तप्पढमयाए किं आहारं आहारेइ? गोयमा ! माउओयं पिउसुक्कं तं तदुभयसंसिटुं कलुसं किव्विसं तप्पढमयाए आहारं आहारेइ । जीवे णं भंते ! गब्भगए समाणे किं आहारं आहारेइ ? गोयमा ! जं से माया णाणाविहाओ रसविगईओ आहारं आहारेइ, तदेक्कदेसेणं ओयं आहारेइ । जीवस्स णं भंते ! गब्भगयस्स समाणस्स अत्थि उच्चारे इ वा पासवणे इ वा खेले इ वा सिंघाणे इ वा वंते इ वा पित्ते इ वा ? णो इणद्वे समढ़े । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! जीवे णं गब्भगए समाणे जं आहारेइ तं चिणाइ, तं जहा- सोइंदियत्ताए जाव फासिंदियत्ताए, अहि-अद्विमिंजकेसमंसु-रोम-णहत्ताए, से तेणटेणं गोयमा ! जीवस्स णं गब्भगयस्स समाणस्स णत्थि उच्चारे इ वा जाव पित्ते इ वा ? जीवे णं भंते ! गब्भगए समाणे पभू मुहेणं कावलियं आहारं आहारित्तए ? गोयमा ! णो इणटे समटे | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ? गोयमा ! जीवे णं गब्भगए समाणे सव्वओ आहारेइ, सव्वओ परिणामेइ, सव्वओ उस्ससइ, सव्वओ णिस्ससइ; अभिक्खणं आहारेइ, अभिक्खणं परिणामेइ, अभिक्खणं उस्ससइ, अभिक्खणं णिस्ससइ, आहच्च आहारेइ, आहच्च परिणामेइ, आहच्च उस्ससइ, आहच्च णीससइ । माउजीवरसहरणी, पुत्तजीवरसहरणी, माउजीवपडिबद्धा पुत्तजीवंफुडा तम्हा आहारेइ, तम्हा परिणामेइ । अवरा वि य णं पुत्तजीवपडिबद्धा माउजीवंफुडा तम्हा चिणाइ, तम्हा उवचिणाइ; से तेणटेणं गोयमा ! जाव णो पभू मुहेणं कावलियं आहारं आहारित्तए। कइ णं भंते ! माइयंगा पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ माइयंगा पण्णत्ता, तं जहा- मंसे, सोणिए, मत्थुलंगे। 29 Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त कइ णं भंते ! पिइयंगा पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ पिइयंगा पण्णत्ता, तं जहा- अहिं, अद्विमिंजा, केसमंसुरोम- णहे । अम्मापिइए णं भंते ! सरीरए केवइयं कालं संचिद् ? गोयमा ! जावइयं से कालं भवधारणिज्जे सरीरए अव्वावण्णे भवइ एवइयं कालं संचिट्ठइ । अहे णं समए-समए वोक्कसिज्जमाणे-वोक्कसिज्जमाणे चरमकालसमयंसि वोच्छिण्णे भवड़ । जीवे णं भंते ! गब्भगए समाणे णेरइएस उववज्जेज्जा ? गोयमा! अत्थेगइए उववज्जेज्जा, अत्थेगइए णो उववज्जेज्जा । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! से णं सण्णी पंचिंदिए सव्वाहिं पज्जत्तीहिं पज्जत्तए वीरिय- लद्धीए वेउव्वियलद्धीए पराणीयं आगयं सोच्चा णिसम्म पएसे णिच्छभइ, णिच्छभित्ता वेउव्वियसमग्घाएणं समोहणइ, समोहणित्ता चाउरंगिणिं सेण्णं विउव्वइ, चाउरंगिणिं सेण्णं विउव्वित्ता चाउरंगिणीए सेणाए पराणीएणं सद्धिं संगामं संगामेइ । से णं जीवे अत्थकामए रज्जकामए भोगकामए कामकामए; अत्थकंखि रज्ज-कंखिए भोगकंखिए कामकंखिए; अत्थपिवासए रज्जपिवासए भोगपिवासए काम- पिवासए; तच्चित्ते तम्मणे तल्लेसे तदज्झवसिए तत्तिव्वज्झवसाणे तदवोवउत्ते तदप्पिय करणे तब्भावणाभाविए, एयंसि णं अंतरंसि कालं करेज्ज णेरइएस उववज्जइ। से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइअत्थेगइए उववज्जेज्जा, अत्थेगइए णो उववज्जेज्जा। जीवे णं भंते ! गब्भगए समाणे देवलोगेसु उववज्जेज्जा ? गोयमा! अत्थेगइए उववज्जेजा, अत्थेगइए णो उववज्जेज्जा | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! से णं सण्णी पंचिदिए सव्वाहिं पज्जत्तीहिं पज्जत्तए तहारूवस्स समणस्स वा माहणस्स वा अंतिए एगमवि आरियं धम्मियं सुवयणं सोच्चा णिसम्म तओ भवइ संवेगजायसड्ढे, तिव्वधम्माणुरागरत्ते । से णं जीवे धम्माकामए पुण्णकामए सग्गकामए मोक्खकामए; धम्मकंखिए पुण्णकंखिए सग्गकंखिए मोक्खकंखिए; धम्मपिवासए पुण्णपिवासए सग्गमोक्ख-पिवासए; तच्चित्ते तम्मणे तल्लेसे तदज्झवसिए तत्तिव्वज्झवसाणे तदट्ठोवउत्ते तदप्पियकरणे तब्भावणाभाविए एयंसि णं अंतरंसि कालं करेज्ज देवलोगेसु उवज्जइ । से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- अत्थेगइए उववज्जेज्जा, अत्थेगइए णो उववज्जेज्जा। जीवे णं भंते ! गब्भगए समाणे उत्ताणए वा, पासिल्लए वा, अंबखुज्जए वा; अच्छेज्ज वा चिटेज्ज वा णिसीएज्ज वा तुयडेज्ज वा; माउए सुयमाणीए सुवइ, जागरमाणीए जागरइ, सुहियाए सुहिए भवइ, दुहियाए दुहिए भवइ ? Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त हंता गोयमा ! जीवे णं गब्भगए समाणे जाव दुहियाए दुहिए भवइ। अहेणं पसवणकालसमयंसि सीसेण वा, पाएहिं वा आगच्छड, सम्मं आगच्छइ | तिरियं आगच्छइ, विणिहायं आवज्जइ। वण्णवज्झाणि य से कम्माइं बद्धाइं पुट्ठाइं णिहत्ताई कडाइं पट्टवियाइं अभिणिविट्ठाई अभिसमण्णागयाइं उदिण्णाइं णो उवसंताई भवंति । तओ भवइ दुरूवे दुवण्णे दुग्गंधे दुरसे दुफासे अणिटे अकंते अप्पिएअसुभे अमणुण्णे अमणामे हीणस्सरे दीणस्सरे अणिहस्सरे अकंतस्सरे अप्पियस्सरे असुभस्सरे अमणुण्णस्सरे अमणामस्सरे अणाएज्जवयणे पच्चायाए या वि भवइ । वण्णवज्झाणि य से कम्माइं णो बद्धाइं पसत्थं णेयव्वं जाव आदेज्जवयणे पच्चायाए या वि भवइ || सेवं भंते ! सेवं भंते || ॥ सत्तमो उद्देशो समत्तो || अट्ठमो उद्देसो एगंतबाले णं भंते ! मणुस्से किं णेरड्याउयं पकरेइ, तिरिक्खाउयं पकरेइ, मणुस्साउयं पकरेइ, देवाउयं पकरेइ ? हेरइयाउयं किच्चा पेरइएसु उववज्जइ, तिरियाउयं किच्चा तिरिएसु उववज्जइ, मणुस्साउयं किच्चा मणुस्सेसु उववज्जइ, देवाउयं किच्चा देवलोगेसु उववज्जइ ? गोयमा ! एगंतबाले णं मणस्से णेरड्याउयं पि पकरेइ, तिरियाउयं पि पकरेइ, मणुस्साउयं पि पकरेइ, देवाउयं पि पकरेइ । णेरइयाउयं किच्चा णेरइएसु उववज्जइ, तिरियाउयं किच्चा तिरिएसु उवज्जइ, मणुस्साउयं किच्चा मणुस्सेसु उववज्जइ, देवाउयं किच्चा देवलोगेसु उववज्जइ । एगंतपंडिए णं भंते ! मणुस्से किं णेरइयाउयं पकरेइ जाव देवाउयं किच्चा देवलोएस उववज्जइ? गोयमा ! एगंतपंडिए णं मणूसे आउयं सिय पकरेइ, सिय णो पकरेइ; जइ पकरेइ णो णेरइयाउयं पकरेइ, णो तिरियाउयं पकरेइ, णो मणुस्साउयं पकरेइ, देवाउयं पि पकरेइ । णो णेरड्याउयं किच्चा णेरइएसु उववज्जइ, णो तिरियाउयं किच्चा तिरिएसु उववज्जइ, णो मणुस्साउयं किच्चा मणुस्सेसु उववज्जइ, देवाउयं किच्चा देवेसु उववज्जइ । से केणटेणं भंते ! जाव देवाउयं किच्चा देवेसु उववज्जइ ? गोयमा ! एगंतपंडियस्स णं मणूसस्स केवलमेवं दो गईओ पण्णायंति, तं जहा- अंतकिरिया चेव, कप्पोववत्तिया चेव । से तेणटेणं गोयमा ! जाव देवाउयं किच्चा देवेसु उववज्जइ । बालपंडिए णं भंते ! मणुस्से किं णेरड्याउयं पकरेइ जाव देवाउयं किच्चा देवेसु उववज्जइ ? गोयमा ! णो णेरइयाउयं पकरेइ जाव देवाउयं किच्चा देवेसु उववज्जइ । Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से केणटेणं भंते ! जाव देवाउयं किच्चा देवेसु उववज्जइ ? गोयमा ! बालपंडिए णं मणुस्से तहारूवस्स समणस्स वा, माहणस्स वा अंतिए एगमपि आरियं धम्मियं सुवयणं सोच्चा, णिसम्म देसं उवरमई, देसं णो उवरमइ; देसं पच्चक्खाइ, देसं णो पच्चक्खाइ । से तेणटेणं देसोवरम- देसपच्चक्खाणेणं णो णेरइयाउयं पकरेइ जाव देवाउयं किच्चा देवेसु उववज्जइ। से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव देवेसु उववज्जइ । पुरिसे णं भंते ! कच्छंसि वा दहंसि वा उदगंसि वा दवियंसि वा वलयंसि वा णूमंसि वा गहणंसि वा गहणविदुग्गंसि वा पव्वयंसि वा पव्वयविदुग्गंसि वा वणंसि वा वणविदुग्गंसि वा मियवित्तीए मियसंकप्पे मियपणिहाणे मियवहाए गंता 'एते मिए' त्ति काउं अण्णयरस्स मियस्स वहाए कूडपासं उद्दाइ, तओ णं भंते ! से परिसे कइकिरिए पण्णत्ते ? गोयमा ! जावं च णं से पुरिसे कच्छंसि वा जाव कूडपासं उद्दाइ, तावं च णं से पुरिसे सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए. सिय पंचकिरिए। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए | गोयमा ! जे भविए उद्दवणयाए, णो बंधणयाए, णो मारणयाए, तावं च णं से पुरिसे काइयाए, अहिगरणियाए, पाउसियाए; तिहिं करियाहिं पुढे । जे भविए उद्दवणयाए वि, बंधणयाए वि, णो मारणयाए, तावं च णं से पुरिसे काइयाए, अहिगरणियाए, पाउसियाए, पारितावणियाए चउहि किरियाहिं पुढे । जे भविए उद्दवणयाए वि, बंधणयाए वि, मारणयाए वि, तावं च णं से पुरिसे काइयाए, अहिगरणियाए, पाउसियाए जाव पाणाइवायकिरियाए; पंचहिं किरियाहिं पुढे । से तेणटेणं गोयमा ! जाव पंचकिरिए | पुरिसे णं भंते ! कच्छंसि वा जाव वणविदुग्गंसि वा तणाई ऊसविय ऊसविय अगणिकायं णिसिरइ । तावं च णं से भंते ! पुरिसे कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! जे भविए उस्सवणयाए तिहिं । उस्सवणयाए वि, णिसिरणयाए वि, णो दहणयाए चउहिं । जे भविए उस्सवणयाए वि, णिसिरणयाए वि, दहणयाए वि, तावं च णं से परिसे काइयाए जाव पंचहिँ किरियाहिं पुढे । से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव सिय पंच किरिए। पुरिसे णं भंते ! कच्छंसि वा जाव वणविदुग्गंसि वा मियवित्तीए मियसंकप्पे मियपणिहाणे मियवहाए गंता 'एए मिय' त्ति काउं अण्णयरस्स मियस्स वहाए उसुं णिसिरइ, तओ णं भंते! से पुरिसे कइकिरिए ? Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११ १२ १३ १४ १५ १६ भगवई सुत्त गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए । सेकेणणं भंते! एवं च ? गोयमा ! जे भविए णिसिरणयाए, णो विद्धंसणयाए, णो मारणयाए; तिहिं । जे भवि णिसिरणयाए वि, विद्धंसणयाए वि, णो मारणयाए; चउहिं । जे भविए णिसिरणयाए वि, विद्धंसणयाए वि, मारणयाए वि, तावं च णं से पुरिसे जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठे । से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए । पुरिसे णं भंते ! कच्छंसि वा जाव अण्णयरस्स मियस्स वहाए आययकण्णाययं उसुं आयामेत्ता चिट्ठेज्जा, अण्णे य से (अण्णयरे) पुरिसे मग्गओ आगम्म सयपाणिणा, असिणा सीसं छिंदेज्जा, से य उसू ताए चेव पुव्वायामणयाए तं मियं विंधेज्जा, से णं भंते ! पुरिसे किं मियवेरेणं पुट्टे, पुरिसवेरेणं पुट्ठे ? गोयमा ! जे मियं मारेइ, से मियवेरेणं पुट्ठे; जे पुरिसं मारेइ, से पुरिसवेरेणं पुट्ठे । से केणद्वेणं भंते ! एवं वच्चइ जाव से पुरिसवेरेणं पुट्ठे ? सेणूणं गोयमा ! कज्जमाणे कडे, संधिज्जमाणे संधित्ते, णिवत्तिज्जमाणे णिव्वत्तिए, णिसरिज्जमाणे णिसिट्टे त्ति वत्तव्वं सिया ? हंता, भगवं ! कज्जमाणं कडे जाव णिसिट्टे ति वत्तव्वं सिया । से तेणद्वेणं गोयमा ! जे मियं मारेइ, से मियवेरेणं पुट्ठे; जे पुरिसं मारेइ, से पुरिसवेरेणं पुट्ठे । अंतो छण्हं मासाणं मरइ, काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठे; बाहिं छण्हं मासाणं मरइ, काइयाए जाव पारियावणियाए चउहिं किरियाहिं पुट्ठे । पुरिसे णं भंते ! पुरिसं सत्तीए समभिधंसेज्जा, सयपाणिणा वा से असिणा सीसं छिंदेज्जा, तओ णं भंते! से पुरिसे कइकिरिए ? गोयमा! जावं च णं से पुरिसे तं पुरिसं सत्तीए समभिधंसेइ, सयपाणिणा वा से असिणा सीसं छिंदइ, तावं च णं से पुरिसे काइयाए अहिगरणियाए जाव पाणाइवायकिरियाए पंचहिं किरियाहिं पुट्ठे; आसण्णवहरण य अणवकंखणवत्तीए णं पुरिसवेरेणं पुट्ठे । दो भंते! पुरिसा सरिसया सरिसत्तया सरिसव्वया सरिसभंड- मत्तोवगरणा अण्णमण्णेणं सद्धिं संगामं संगामेंति, तत्थ णं एगे पुरिसे पराइणइ, एगे पुरिसे पराइज्जइ; से कहमेयं भंते ! एवं? गोयमा ! सवीरिए पराइणइ, अवीरिए पराइज्जइ । सेकेणद्वेणं भंते! जाव पराइज्जइ ? गोयमा ! जस्स णं वीरियवज्झाई कम्माई णो बद्धाई, णो पुट्ठाई जाव णो अभिसमण्णागयाइं, णो उदिण्णाइं; उवसंताइं भवंति से णं पराइणइ । जस्स णं वीरियवज्झाई कम्माई बद्धाई जाव 33 Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त उदिण्णाइं, णो उवसंताइं भवंति; स णं पुरिसे पराइज्जइ, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइसविरिए पराइणइ, अविरिए पराइज्जइ। जीवा णं भंते ! किं सवीरिया, अवीरिया ? गोयमा ! सवीरिया वि, अवीरिया वि । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! जीवा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- संसारसमावण्णगा य, असंसार समावण्णगा य । तत्थ णं जे ते असंसारसमावण्णगा ते णं सिद्धा, सिद्धा णं अवीरिया। तत्थ णं जे ते संसारसमावण्णगा ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सेलेसि पडिववण्णगा य, असेलेसिपडिवण्णगा य; तत्थ णं जे ते सेलेसि- पडिवण्णगा ते णं लद्धिवीरिएणं सवीरिया, करणवीरिएणं अवीरिया। तत्थ णं जे ते असेलेसिपडि- वण्णगा ते णं लद्धिवीरिएणं सवीरिया, करणवीरिएणं सविरिया वि अवीरिया वि | से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- जीवा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सवीरिया वि. अवीरिया वि । णेरड्या णं भंते ! किं सवीरिया, अवीरिया ? गोयमा ! णेरइया लद्धिवीरिएणं सवीरिया, करणवीरिएणं सवीरिया वि, अवीरिया वि । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! जेसि णं णेरड्याणं अत्थि उट्ठाणे, कम्मे, बले, वीरिए, पुरिसक्कार- परक्कमे; ते णं णेरइया लद्धिवीरिएण वि सवीरिया, करणवीरिएण वि सवीरिया। जेसि णं णेरइयाणं णत्थि उहाणे जाव णत्थि परक्कमे; ते णं णेरइया लद्धिवीरिए णं सवीरिया, करणवीरिएणं अवीरिया | से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ । जहा णेरड्या, एवं जाव पंचदियतिरिक्खजोणिया । मणुसा जहा ओहिया जीवा, णवरं सिद्धवज्जा भाणियव्वा | वाणमंतरजोइसवेमाणिया जहा रइया || सेवं भंते ! सेवं भंते || || अट्ठमो उद्देशो समत्तो || णवमो उद्देसो कहं णं भंते ! जीवा गरुयत्तं हव्वमागच्छंति ? गोयमा ! पाणाइवाएणं मुसावाएणं अदिण्णादाणेणं मेहणेणं परिग्गहेणं कोह- माण-माया-लोभपेज्ज-दोस-कलह-अब्भक्खाण-पेसुण्ण-अरइरइ-परपरिवाय-मायामोस-मिच्छादसणसल्लेणं; एवं खलु गोयमा ! जीवा गरुयत्तं हव्वमागच्छंति। कहं णं भंते ! जीवा लहुयत्तं हव्वमागच्छंति ? गोयमा ! पाणाइवायवेरमणेणं जाव मिच्छादंसणसल्लवेरमणेणं, एवं खल गोयमा! जीवा लहुयत्तं हव्वमागच्छंति। 34 Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३ छ ५ भगवई सुत्त एवं संसारं आउलीकरेंति, एवं परित्तीकरेंति, एवं दीहीकरेंति, एवं हस्सीकरेंति, एवं अणुपरियदृति, एवं वीईवीयंति | पसत्था चत्तारि | अप्पसत्था चत्तारि । सत्तमे णं भंते ! उवासंतरे किं गरुए, लहुए, गरुयलहुए, अगरुयलहुए? गोयमा ! णो गरुए, णो लहुए, णो गरुयलहुए, अगरुयलहुए | सत्तमे णं भंते ! तणुवाए किं गरुए, लहुए, गरुयलहुए, अगरुयलहुए? गोयमा ! णो गरुए, णो लहुए, गरुयलहए, णो अगरुयलहुए | एव सत्तमे घणवाए, सत्तमे घणोदही, सत्तमा पुढवी, उवासंतराइं सव्वाई जहा सत्तमे उवासंतरे, जहा तणुवाए, (गरुयलहुए) एवं ओवास वाय घणउदहि, पुढवी दीवा य सायरा वासा। णेरइया णं भंते ! किं गरुया जाव अगरुयलया ? गोयमा ! णो गरुया, णो लहुया, गरुयलहुया वि, अगरुयलहुया वि । से केणटेणं ? भंते ! एवं वुच्चइ । गोयमा ! विउव्विय-तेयाई पड़च्च णो गरुया, णो लया, गरुयलया; णो अगरुयलया । जीवं च, कम्मं च पडुच्च णो गरुया, णो लहुया, णो गरुयलया, अगरुयलया । से तेणटेणं । एवं जाव वेमाणिया । णवरं- णाणत्तं जाणियव्वं सरीरेहिं । धम्मत्थिकाए जाव जीवत्थिकाए चउत्थपएणं । पोग्गलत्थिकाए णं भंते ! किं गरुए, लहुए, गरुयलहुए, अगरुयलहुए? गोयमा ! णो गरुए, णो लहुए, गरुयलहुए वि, अगरुयलहुए वि। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! गरुयलहुयदव्वाइं पडुच्च णो गरुए, णो लहुए, गरुय- लहुए, णो अगरुयलहुए । अगरुयलहुयदव्वाइं पडुच्च णो गरुए, णो लहुए, णो गरुयलहुए, अगरुयलहुए | समया, कम्माणि य चउत्थपएणं । कण्हलेस्सा णं भंते ! किं गरुया जाव अगरुयलया ? गोयमा ! णो गरुया, णो लहुया, गरुयलहुया वि, अगरुयलहुया वि। से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! दव्वलेस्सं पडुच्च तइयपएणं, भावलेस्सं पडुच्च चउत्थ- पएणं, एवं जाव सक्कलेस्सा। ९ दिट्ठी-दंसण-णाण-अण्णाण-सण्णाओ चउत्थपएणं णेयव्वाओ । हेडिल्ला चत्तारि सरीरा णेयव्वा तइएणं पएणं | कम्मया चउत्थएणं पएणं । 35 Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १३ १४ सागारोवओगो, अणागारोवओगो चउत्थपणं । १५ १६ १७ १८ |१९ २० भगवई सुत्त मणजोगो, वइजोगो, चउत्थएणं पएणं, कायजोगो तइएणं पएणं । २१ सव्वदव्वा सव्वपएसा, सव्वपज्जवा जहा पोगल्लत्थिकाओ । तीयद्धा; अणागयद्धा, सव्वद्धा चउत्थेणं पणं । से णूणं भंते ! लाघवियं अप्पिच्छा अमुच्छा अगेही अपडिबद्धया समणाणं णिग्गंथाणं पसत्थं? हंता गोयमा ! लाघवियं जाव पसत्थं । से णूणं भंते ! अकोहत्तं अमाणत्तं अमायत्तं अलोभत्तं समणाणं णिग्गंथाणं पसत्थं ? हंता गोयमा ! अकोहत्तं अमाणत्तं जाव पसत्थं । से णूणं भंते ! कंखपदोसे णं खीणे समणे णिग्गंथे अंतकरे भवइ, अंतिमसरीरिए वा ? बहुमोहे वि य णं पुव्विं विहरित्ता, अह पच्छा संवुडे कालं करेइ, तओ पच्छा सिज्झइ, बुज्झइ, मुच्चइ परिणिव्वाइं सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ ? हंता गोयमा ! कंखपदोसे खीणे जाव अंतं करेइ । अण्णउत्थिया णं भंते ! एवं आइक्खंति, एवं भासंति, एवं पण्णवेंति एवं परूवेंति- एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं दो आउयाइं पकरेइ, तं जहा - इहभवियाउयं च, परभवियाउयं च । जं समयं इहभवियाउयं पकरेड़, तं समयं परभवियाउयं पकरेइ; जं समयं परभवियाउयं पकरेड़, तं समयं इहभवियाउयं पकरेइ; इहभवियाउयस्स पकरणयाए परभवियाउयं पकरेड़, परभवियाउयस्स पकरणयाए इहभवियाउ य पकरेइ; एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं दो आउयाइं पकरेइ, तं जहा - इहभवियाउयं च, परभवियाउयं च । से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवमाइक्खंति जाव परभवियाउयं च । जे ते एवमाहंसु मिच्छा ते एवमाहिंसु । अहं पुण गोयमा ! एवं आइक्खामि जाव परूवेमि- एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं एगं आउयं पकरेड़, तं जहा - इह - भवियाउयं वा, परभवियाउयं वा । जं समयं इहभवियाउयं पकरेड़, णो तं समयं परभवियाउयं पकरेइ; जं समयं परभविया यस्स पकरेइ णो तं समयं इहभवियाउयं पकरेइ; इहभवियाउयस्स पकरणयाए णो परभवियाउयं पकरेइ, परभवियाउयस्स पकरणयाए णो इहभवियाउयं पकरेइ; एवं खलु एगं जीवे एगेणं समएणं एगं आउयं पकरेड़, तं जहा इहभवियाउयं वा, परभवियाउयं वा ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ तेणं काले णं, ते णं समए णं पासावच्चिज्जे कालासवेसियपुत्ते णामं अणगारे जेणेण थेरा भगवंतो तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता थेरे भगवंते एवं वयासी 36 Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त थेरा सामाइयं ण याणंति थेरा सामाइयस्स अटुं ण याणंति; थेरा पच्चक्खाणं ण याणंति, थेरा पच्चक्खाणस्स अटुं ण याणंति; थेरा संजमं ण याणंति, थेरा संजमस्स अटुं ण याणंति; थेरा संवरं ण याणंति, थेरा संवरस्स अटुं ण याणंति; थेरा विवेगं ण याणंति, थेरा विवेगस्स अटुं ण याणंति; थेरा विउस्सग्गं ण याणंति, थेरा विउस्सग्गस्स अटुं ण याणंति ! तए णं ते थेरा भगवंतो कालासवेसियपुत्तं अणगारं एवं वयासी- जाणामो णं अज्जो ! सामाइयं जाणामो णं अज्ज! सामाइयस्स अटुं जाव जाणामो णं अज्जो ! विउस्सग्गस्स अटुं। तए णं से कालासवेसियपुत्ते अणगारे ते थेरे भगवंते एवं वयासी- जइ णं अज्जो ! तुब्भे जाणह सामाइयं, जाणह सामाइयस्स अटुं जाव जाणह विउस्सग्गस्स अटुं | किं भे अज्जो ! सामाइए? किं भे अज्जो! सामाइयस्स अट्ठे ? जाव किं भे अज्जो विउस्सग्गस्स अट्ठे ? तए णं ते थेरा भगवंतो कालासवेसियपुत्तं अणगारं एवं वयासी- आया णे अज्जो! सामाइए, आया णे अज्जो ! सामाइयस्सअढे जाव विउस्सग्गस्स अट्ठे | तए णं से कालासवेसियपुत्ते अणगारे थेरे भगवंते एवं वयासी- जइ भे अज्जो ! आया सामाइए, आया सामाइयस्स अटे, एवं जाव आया विउस्सग्गस्स अटे, अवहट्ट कोह-माया-लोभे किमटुं अज्जो ! गरहह ? कालासवेसियापुत्त । संजमट्ठयाइए | २५] से भंते ! किं गरहा संजमे ? अगरहा संजमे ? कालासवेसियपुत्त! गरहा संजमे, णो अगरहा संजमे । गरहा वि य णं सव्वं दोसं पविणेइ, सव्वं बालियं परिणाए। एवं खु णे आया संजमे उवहिए भवइ, एवं खु णे आया संजमे उवचिए भवइ, एवं खु णे आया संजमे उवहिए भवइ । एत्थ णं से कालसवेसियपुत्ते अणगारे संबुद्धे थेरे भगवंते वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- एएसि णं भंते! अण्णाणयाए असवणयाए अबोहियाए अणभिगमेणं अदिवाणं अस्सुयाणं अमुयाणं अविण्णायाणं अव्वोगडाणं अव्वोच्छिण्णाणं अणिज्जूढाणं अणुवधारियाणं एयमटुं णो सद्दहिए, णो पत्तइए, णो रोइए । इयाणिं भंते ! एएसिं पयाणं जाणयाए, सवणयाए, बोहीए, अभिगमेणं दिवाणं, सुयाणं, मुयाणं, विण्णायाणं, वोगडाणं, वोच्छिण्णाणं, णिज्जूढाणं, उवधारियाणं, एयमद्वं सद्दहामि, पत्तियामि, रोएमि । एवमेयं से जहेयं तुब्भे वदह । तए णं ते थेरा भगवंतो कालासवेसियपुत्तं अणगारं एवं वयासी- सद्दहाहि अज्जो ! पत्तियाहि अज्जो ! रोएहि अज्जो ! से जहेयं अम्हे वदामो | २७ | तए णं से कालासवेसियपुत्ते अणगारे थेरे भगवंते वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- इच्छामि णं भंते! तुब्भं अंतिए चाउज्जामाओ धम्माओ पंचमहव्वइयं सपडिक्कमणं धम्म उवसंपज्जित्ताणं विहरित्तए | अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं । Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तए णं से कालसवेसियपुत्ते अणगारे थेरे भगवंते वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता चाउज्जामाओ धम्माओ पंचमहव्वइयं सपडिक्कमणं धम्म उवसंपज्जित्ताणं विहरइ । तए णं से कालासवेसियपुत्ते अणगारे बहूणि वासाणि सामण्णपरियागं पाउणइ, पाउणित्ता जस्सट्ठाए कीरइ णग्गभावे मुंडभावे अण्हाणयं अदंतधुवणयं अछत्तयं अणोवाहणयं भूमिसेज्जा फलहसेज्जा कट्ठसेज्जा केसलोओ बंभचेरवासो परघरप्पवेसो लद्धावलद्धी उच्चावया गामकंटगा बावीसं परीसहोवसग्गा अहियासिज्जंति, तं अटुं आराहेइ, आराहित्ता चरिमेहिं उस्सासणीसासेहिं सिद्धे बुद्धे मुत्ते परिणिव्वुड़े सव्वदुक्खप्पहीणे। भंते ! त्ति भगवं गोयमे ! समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- से णूणं भंते ! सेट्ठियस्स य तणुयस्स य किवणस्स य खत्तियस्स य समं चेव अपच्चक्खाणकिरिया कज्जइ । हंता गोयमा ! सेवियस्स य जाव समं चेव अपच्चक्खाणकिरिया कज्जड़। से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! अविरइं पडुच्च । से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- सेट्ठियस्स य, तणुयस्स य जाव कज्जइ । ३१ आहाकम् समणे णिग्गंथे किं बंधइ, किं पकरेइ, किं चिणाइ, किं उवचिणाइ ? गोयमा ! आहाकम्म णं भुंजमाणे समणे णिग्गंथे आउयवज्जाओ सत्त कम्म- पगडीओ सिढिल बंधणबद्धाओ घणियबंधणबद्धाओ पकरेइ जाव अणुपरियट्टइ। से केणटेणं भंते ! जाव अणुपरियट्टइ ? गोयमा ! आहाकम्मं णं भुंजमाणे आयाए धम्म अइक्कमइ, आयाए धम्म अइक्कममाणे पढविक्काइयं णावकंखंइ जाव तसकायं णावकंखड़; जेसि पि य णं जीवाणं सरीराइं आहारं आहारेइ, ते वि जीवे णावकंखइ । से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- आहाकम्मं णं भुंजमाणे समणे णिग्गंथे आउयवज्जाओ सत्तकम्मपगडीओ जाव अणुपरियट्टइ । ३२ फासु-एसणिज्जं भंते ! भुंजमाणे समणे णिग्गंथे किं बंधइ जाव किं उव- चिणाइ ? गोयमा ! फास्-एसणिज्जं णं भंजमाणे समणे णिग्गंथे आउयवज्जाओ सत्तकम्मपयडीओ घणियबंधणबद्धाओ सिढिलबंधणबद्धाओ पकरेड. एवं जहा जाव संसार कंतारं वीईवयइ। से केणद्वेणं भंते ! जाव वीईवयइ ? गोयमा ! फासु-एसणिज्जं भुंजमाणे समणे णिग्गंथे आयाए धम्म णो अइक्कमइ, आयाए धम्म अणइक्कम विकाइयं अवकंखइ जाव तसकायं अवकंखइ; जेसि पि य णं जीवाणं सरीराइं आहारं आहारेइ, ते वि जीवे अवकंखइ । से तेणटेणं गोयमा ! जाव संसार कंतारं वीईवयइ । Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से णूणं भंते ! अथिरे पलोट्टइ, णो थिरे पलोट्टइ; अथिरे भज्जइ, णो थिरे भज्जइ; सासए बालए, बालियत्तं असासयं; सासए पंडिए, पंडियत्तं असासयं ? हंता गोयमा ! अथिरे पलोट्टइ जाव पंडियत्तं असासयं || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || णवमो उद्देशो समत्तो || दसमो उद्देसो अण्णउत्थिया णं भंते ! एवं आइक्खंति जाव एवं परूवेंति- एवं खलु चलमाणे अचलिए जाव णिज्जरिज्जमाणे अणिज्जिण्णे ॥१॥ दो परमाणुपोग्गला एगयओ ण साहणंति । कम्हा, दो परमाणु- पोग्गला एगयओ ण साहणंति? दोण्हं परमाणुपोग्गलाणं णत्थि सिणेहकाए, तम्हा दो परमाणुपोग्गला एगयओ ण साहणंति ॥२॥ तिण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ साहणंति । कम्हा तिण्णि परमाणु पोग्गला एगयओ साहणंति ? तिण्हं परमाणुपोग्गलाणं अत्थि सिणेहकाए, तम्हा तिण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ साहणंति । ते भिज्जमाणा दुहा वि, तिविहा वि कज्जंति । दुहा कज्जमाणा एगयओ दिवड्ढे परमाणुपोग्गले भवइ, एगयओ वि दिवड्ढे परमाणुपोग्गले भवइ । तिहा कज्जमाणा तिण्णि परमाणुपोग्गला भवंति। एवं जाव चत्तारि ॥३॥ पंच परमाणुपोग्गला एगयओ साहणंति, साहणित्ता दुक्खत्ताए कज्जंति । दुक्खे वि य णं से सासए सया समियं उवचिज्जइ य, उवचिज्जइ य ॥४॥ पव्विं भासा भासा, भासिज्जमाणी भासा अभासा, भासासमय- विइक्कंतं च णं भासिया भासा भासा ॥५॥ जा सा पुव्विं भासा भासा, भासिज्जमाणी भासा अभासा, भासासमय विइक्कंतं च णं भासिया भासा भासा; सा किं भासओ भासा, अभासओ भासा? अभासओ णं सा भासा, णो खल सा भासओ भासा ॥६॥ पुट्विं किरिया दुक्खा, कज्जमाणी किरिया अदुक्खा, किरियासमय विइक्कंतं च णं कडा किरिया दुक्खा ॥७॥ जा सा पुट्विं किरिया दुक्खा, कज्जमाणी किरिया अदुक्खा, किरियासमयविइक्कंतं च णं कडा किरिया दुक्खा; सा किं करणओ दुक्खा, अकरणओ दुक्खा ? अकरणओ णं सा दुक्खा, णो खलु सा करणओ दुक्खा; सेवं वत्तव्वं सिया ॥८॥ अकिच्चं दुक्खं, अफुसं दुक्खं, अकज्जमाणकडं दुक्खं; अकट्ठ अकट्ठ पाण-भूय-जीव-सत्ता वेयणं वेएंति; इति वत्तव्वं सिया ॥९॥ से कहमेयं भंते ! एवं ? Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवमाइक्खंति जाव वेदणं वेदेति त्ति वत्तव्वं सिया । जे ते एवं आहंसु, मिच्छा ते एवं आहंसु । अहं पुण गोयमा ! एवमाइक्खामि जाव एवं अलु चलमाणे चलिए जाव णिज्जरिज्जमाणे णिज्जण्णे ॥१॥ दो परमाणुपोग्गला एगयओ साहणंति । कम्हा दो परमाणुपोग्गला एगयओ साहणंति ? दोण्हं परमाणुपोग्गलाणं अत्थि सिणेहकाए, तम्हा दो परमाणुपोग्गला एगयओ साहणंति । ते भिज्जमाणा दहा कज्जंति । दहा कज्जमाणा एगयओ परमाणपोग्गले, एगयओ परमाणुपोग्गल भवंति ॥२॥ तिण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ साहणंति । कम्हा तिण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ साहणंति? तिण्हं परमाणुपोग्गलाणं अत्थि सिणेहकाए, तम्हा तिण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ साहणंति । ते भिज्जमाणा दुहा वि तिहा वि कज्जति दुहा कज्जमाणा एगयओ परमाणु पोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे भवइ । तिहा कज्जमाणा तिण्णि परमाणुपोग्गला भवंति । एवं जाव चत्तारि ॥३॥ पंच परमाणुपोग्गला एगयओ साहणंति । एगयओ साहणित्ता खंधत्ताए कज्जंति । खंधे वि य णं से असासए सया समियं उवचिज्जइ य अवचिज्जइ य ॥४॥ पव्विं भासा अभासा, भासिज्जमाणी भासा भासा, भासासमय- विइक्कंतं च णं भासिया भासा अभासा ॥५॥ जा सा पुव्विं भासा अभासा, भासिज्जमाणी भासा भासा, भासासमयविइ- कंतं च णं भासिया भासा अभासा; सा किं भासओ भासा? अभासओ भासा? भासओ णं भासा | णो खल सा अभासओ भासा ॥६॥ पुव्विं किरिया अदुक्खा, एवं जहा भासा तहा भाणियव्वा किरिया वि ॥७॥ जाव करणओ णं सा दुक्खा णो खलु सा अकरणओ दुक्खा। सेवं वत्तव्वं सिया ॥८॥ किच्चं दुक्खं, फुसं दुक्खं, कज्जमाणकडं दुक्खं; कटु कट्ठ पाण-भूय-जीव-सत्ता वेयणं वेदेति, इति वत्तव्वं सिया ॥९॥ अण्णउत्थिया णं भंते ! एवमाइक्खंति जाव एवं खल एगे जीवे एएगेणं समएणं दो किरियाओ पकरेइ । तं जहा- इरियावहियं च, संपराइयं च । जं समयं इरियावहियं पकरेइ तं समय संपराइयं पकरेइ, जं समयं संपराइयं पकरेइ, तं समयं इरियावहियं पकरेइ । इरियावहियाए णयाए संपराइयं पकरेड, संपराइयाए पकरणयाए इरियावहियं पकरेड। एवं खल एगे जीवे एगेणं समएणं दो किरियाओ पकरेइ । तं जहा- इरियावहियं च, संपराइयं च । से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवमाइक्खंति, तं चेव जाव जे ते एवं आहेसु, मिच्छा ते एवं आहंसु । अहं पुण गोयमा ! एवं आइक्खामि जाव एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं एक्कं 40 Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ १ 3 ४ ५ ६ भगवई सुत्त किरियं पकरेइ एवं अण्णउत्थियवत्तव्वं ससमयवत्तव्वयाए णेयव्वं जाव इरियावहियं वा, संपराइयं वा । णिरयगई णं भंते ! केवइयं कालं विरहिया उववाएणं पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं बारस मुहुत्ता । एवं वक्कंतीपयं भाणियव्वं णिरवसेसं ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ दसमो उद्देशो समत्तो ॥ ॥ पढमं सत उद्देशो समत्तं ॥ बीअं सतं पढमो उद्देसो ऊसास खंदए वि य, समुग्धाय पुढविंदिय अण्णउत्थि भासा य । देवा य चमरचंचा, समयक्खित्तऽत्थिकाय बीयस ॥ ते काणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे होत्था, वण्णओ । सामी समोसढे । परिसा णिग्गया । धम्मो कहिओ । परिसा पडिगया । तेणं कालेणं तेणं समएणं जेट्ठे अंतेवासी जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी- जे इमे भंते ! बेइंदिया तेइंदिया चउरिंदिया पंचिंदिया जीवा, एएसि णं आणामं वा पाणामं वा उस्सासं वा णीसासं वा जाणामो पासामो । जे इमे पुढविकाइया जाव वणप्फइकाइया एगिंदिया जीवा एएसि णं आणामं वा पाणामं वा उस्सास वा णीसासं वा ण याणामो ण पासामो । एए णं भंते! जीवा आणमंति वा पाणमंति वा उस्ससंति वा णीससंति वा? हंता गोयमा ! एए वि णं जीवा आणमंति वा पाणमंति वा उस्ससंति वा णीस्ससंति वा । किण्णं भंते! एए जीवा आणमंति वा जाव णीससंति वा ? गोयमा ! दव्वओ णं अणंतपएसियाइं दव्वाइं, खेत्तओ असंखेज्ज -पएसोगाढाई, कालओ अण्णयर ठिईयाइं, भावओ वण्णमंताइं गंधमंताइं रसमंताई फासमंताई आणमंति वा व णीससंति वा । जाई भावओ वण्णमंताई आणमंति वा जाव णीससंति वा ताई किं एगवण्णाई जाव किं पंचवण्णा आणमंति वा जाव णीससंति वा ? एवं आहारगमो णेयव्वो जाव पंचदिसिं । किण्णं भंते ! णेरड्या आणमंति वा जाव णिससंति वा ? 41 Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ते चेव जाव णियमा छद्दिसिं आणमंति वा जाव णीससंति वा । जीव, एगिंदिया वाघाया य णिव्वाघाया य भाणियव्वा । सेसा णियमा छद्दिसिं । वाउकाए णं भंते ! वाउकाए चेव आणमंति वा जाव णीससंति वा? हंता गोयमा ! वाउकाए णं जाव णीससंति वा । वाउकाए णं भंते ! वाउकाए चेव अणेगसयसहस्स खुत्तो उद्दाइत्ता, उद्दाइत्ता तत्थेव भुज्जो भज्जो पच्चायाइ ? हंता गोयमा ! जाव पच्चायाइ? ९ से भंते ! किं पुढे उद्दाइ, अपुढे उद्दाइ ? गोयमा ! पुढे उद्दाइ, णो अपुढे उद्दाइ । १० से भंते ! किं ससरीरी णिक्खमइ, असरीरी णिक्खमइ ? गोयमा! सिय ससरीरी णिक्खमइ, सिय असरीरी णिक्खमइ । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- सिय ससरीरी णिक्खमइ, सिय असरीरी णिक्खमइ ? गोयमा ! वाउकायस्स णं चत्तारि सरीरया पण्णत्ता, तं जहा- ओरालिए, वेउव्विए, तेयए, कम्मए । ओरालियवेउव्वियाई विप्पजहाय तेययकम्मएहिं णिक्खमइ, से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- सिय ससरीरी, सिय असरीरी णिक्खमइ । मडाई णं भंते ! णियंठे णो णिरुद्धभवे, णो णिरुद्धभवपवंचे, णो पहीणसंसारे, णो पहीणसंसारवेयणिज्जे, णो वोच्छिण्णसंसारे, णो वोच्छिण्णसंसारवेयणिज्जे, णो णिट्ठियटे णो णिट्ठियद्वकरणिज्जे पुणरवि इत्थत्थं हव्वमागच्छइ? हंता गोयमा ! मडाई णं णियंठे जाव पुणरवि इत्थत्यं हव्वमागच्छइ । से णं भंते ! किं ति वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! पाणे त्ति वत्तव्वं सिया । भूए त्ति वत्तव्वं सिया । जीवे त्ति वत्तव्वं सिया । सत्ते त्ति वत्तव्वं सिया | विण्णू त्ति वत्तव्वं सिया | वेए त्ति वत्तव्वं सिया | पाणे भूए जीवे सत्ते विण्णू वेए त्ति वत्तव्वं सिया। से केणटेणं भंते ! पाणे त्ति वत्तव्वं सिया जाव वेए त्ति वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! जम्हा आणमइ वा, पाणमइ वा, उस्ससइ वा, णीससइ वा तम्हा पाणे त्ति वत्तव्वं सिया । जम्हा भूए, भवइ, भविस्सइ य तम्हा भूए त्ति वत्तव्वं सिया | जम्हा जीवे जीवइ, जीवत्तं आउयं च कम्मं उवजीवइ तम्हा जीवे त्ति वत्तव्वं सिया | जम्हा सत्ते सुभासुभेहिं कम्मेहिं तम्हा सत्ते त्ति वत्तव्वं सिया । जम्हा तित्त-कडु-कसायंबिल-महुरे रसे जाणइ तम्हा Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १४ १५ १६ |१७ १८ १९ २० भगवई सुत्त विष्णू त्ति वत्तव्वं सिया । वेदेइ य सुह- दुक्खं तम्हा वेए त्ति वत्तव्वं सिया । से तेणद्वेणं गोयमा ! पाणे त्ति वत्तव्वं सिया जाव वेएत्ति वत्तव्वं सिया । मडाई णं भंते ! णियंठे णिरुद्धभवे णिरुद्धभवपवंचे जाव णिट्ठियट्ठकरणिज्जे णो पुणरवि इत्थत्थं हव्वमागच्छइ ? हंता गोयमा ! मडाई णं णियंठे जाव णो पुणरवि इत्थत्थं हव्वमागच्छइ । णं भंते! किं वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! सिद्धे त्ति वत्तव्वं सिया । बुद्धे त्ति वत्तव्वं सिया । मुत्ते त्ति वत्तव्वं सिया । पारगए त्ति वत्तव्वं सिया । परंपरगए त्ति वत्तव्वं सिया । सिद्धे बुद्धे मुत्ते परिणिव्वुडे अंतकडे सव्वदुक्खप्पहीणे त्ति वत्तव्वं सिया ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ॥ तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे रायगिहाओ णयराओ गुण- सिलाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता बहिया जणवयविहारं विहरइ । काणं तेणं समएणं कयंगला णामं णयरी होत्था, वण्णओ । तीसे णं कयंगलाए णयरीए बहिया उत्तरपुरत्थिमे दिसिभाए छत्तपलासए णामं चेइए होत्था, वण्णओ । तए णं समणे भगवं महावीरे उप्पण्णणाणदंसणधरे जाव समोसरणं परिसा णिग्गच्छइ । तीसे णं कयंगलाए णयरीए अदूरसामंते सावत्थी णामं णयरी होत्था। वण्णओ । तत्थ णं सावत्थीए णयरीए गद्दभालस्स अंतेवासी खंदए णामं कच्चायणसगोत्ते परिव्वायगे परिवसइ । रिउव्वेद-जजुव्वेद-सामवेद अहव्वणवेद इतिहास-पंचमाणं, णिघंटुछट्ठाणं; चउण्हं वेदाणं संगोवंगाणं सरहस्साणं, सारए वारए धारए पारए सडंगवी सट्ठितंतविसारए संखाणे सिक्खाकप्पे वागरणे छंदे णिरुत्ते जोइसामयणे; अण्णेसु य बहूसु बंभणएसु परिव्वायएसु य णयेसु सुपरिणिट्ठिए यावि होत्था । तत्थ णं सावत्थीए णयरीए पिंगलए णामं णियंठे वेसालियसावए परिवसए । तए णं से पिंगलए णामं णियंठे वेसालियसावए अण्णया कयाइं जेणेव खंदए कच्चायणसगोत्ते तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता खंदगं कच्चायणसगोत्तं इणमक्खेवं पुच्छे - मागहा ! किं सअंते लोए, अणंते लोए ? सअंते जीवे, अणंते जीवे ? सअंता सिद्धि, अणंता सिद्धी ? सअंते सिद्धे अणते सिद्धे ? केण वा मरणेणं मरमाणे जीवे वड्ढइ वा, हायइ वा ? एतावताव आयक्खाहि । वुच्चमाणे एवं। तए णं से खंदए कच्चायणसगोत्ते पिंगलएणं णियंठेणं वेसालिय- सावएणं इणमक्खेवं पुच्छिए समाणे संकिए, कंखिए, वितिगिच्छिए, भेदसमावण्णे, कलुससमावण्णे णो संचाएइ पिंगलयस्स णियंठस्स, वेसालियसावयस्स किंचि वि पमोक्खमक्खाइउं, तुसिणीए संचिट्ठइ । 43 Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तए णं से पिंगलाए णियंठे वेसालियसावए, खंदयं कच्चायणसगोत्तं दोच्चं पि तच्चं पि इणमक्खेवं पुच्छे- मागहा ! किं सअंते लोए जाव केण वा मरणेणं मरमाणे जीवे वड्ढइ वा, हायइ वा ? एतावं ताव आइक्खाहि । वुच्चमाणे एवं । तए णं से खंदए कच्चायणसगोत्ते पिंगलएणं णियंठेणं वेसालीसा- वएणं दोच्चं पि तच्चं पि इणमक्खेवं पुच्छिए समाणे संकिए कंखिए वितिगिच्छिए भेदसमावण्णे कलुसमावण्णे णो संचाएइ पिंगलस्स णियंठस्स वेसालियसावयस्स किंचि वि पमोक्खमक्खाइउं, तुसिणीए संचिट्ठइ । तए णं सावत्थीए णयरीए सिंघाडग जाव पहेसु महया जणसद्दे इ वा, जणवूहे इ वा, जाव परिसा णिग्गच्छइ । तए णं तस्स खंदयस्स कच्चायणसगोत्तस्स बहुजणस्स अंतिए एयमटुं सोच्चा णिसम्म इमेयारूवे अज्झत्थिए चिंतिए पत्थिए मणोगए संकप्पे सम्प्पज्जित्था- एवं खल समणे भगवं महावीरे कयंगलाए णयरीए बहिया छत्तपलासए चेइए संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तं गच्छामि णं समणं भगवं महावीरं वंदामि णमंसामि | सेयं खल मे समणं भगवं महावीरं वंदित्ता णमंसित्ता सक्कारित्ता सम्माणित्ता कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासित्ता, इमाइं च णं एयारूवाइं अट्ठाइं हेऊइं पसिणाइं कारणाइं वागरणाई पुच्छित्तए त्ति कट्ट एवं संपेहेइ, संपेहित्ता जेणेव परिव्वायगावसहे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता तिदंड च कंडियं च कंचणियं च करोडियं च भिसियं च केसरियं च छण्णालयं च अंकुसयं च पवित्तयं च गणेत्तियं च छत्तयं च उवाहणाओ य पाउयाओ य धाउरत्ताओ य गेण्हइ, गेण्हित्ता परिव्वायावसहाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता तिदंडकुंडियकंचणियकरोडिय-भिसियकेसरियछण्णालय अंकुसय-पवित्तय-गणेत्तिय-हत्थगए, छत्तोवाहणसंजुत्ते, धाउरत्तवत्थपरिहिए सावत्थीए णयरीए मज्झमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव कयंगला णयरी, जेणेव छत्तपलासए चेइए, जेणेव समणे भगवं महावीरे, तेणेव पहारेत्थ गमणाए । गोयमा ! इति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं एवं वयासी- दच्छिसि णं गोयमा ! पव्वसंगइयं । कं णं भंते? खंदयं णाम | से काहे वा, कहं वा, केवच्चिरेण वा ? एवं खल गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं सावत्थी णामं णयरी होत्था, वण्णओ । तत्थ णं सावत्थीए णयरीए गद्दभालस्स अंतेवासी खंदए णामं कच्चायणसगोत्ते परिव्वायए परिवसइ । तं चेव जाव जेणेव ममं अंतिए, तेणेव पहारेत्थ गमणाए । से अदूरागते बहुसंपते अडाणपडिवण्णे अंतरा पहे वइ । अज्जेव णं दच्छिसि गोयमा ! भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ, णमंसइ, वंदित्ता, णमंसित्ता एवं वयासी- पहू णं भंते ! खंदए कच्चायणसगोत्ते देवाणुप्पियाणं अंतिए मुंडे भवित्ता णं, आगराओ अणगारियं पव्वइत्तए ? हंता, पभु । जावं य णं समणे भगवं महावीरे भगवओ गोयमस्स एयमद्वं परिकहेइ, तावं च णं से खंदए कच्चायणसगोत्ते तं देसं हव्वं आगए | 44 Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २६ २७ २८ २९ ३० भगवई सुत्त तए णं भगवं गोयमे खंदयं कच्चायणसगोत्तं अदूरागयं जाणित्ता खिप्पामेव अब्भुट्ठेइ, अब्भुट्ठित्ता खिप्पामेव पच्चुवगच्छइ, जेणेव खंदए कच्चायणसगोत्ते तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छिता खंदयं कच्चायणसगोत्तं एवं वयासी - ( अहो णं) हे खंदया! सागयं खंदया ! सुसागयं खंदया! अणुरागयं खंदया ! सागयमणुरागयं खंदया। से णूणं तुमं खंदया ! सावत्थीए णयरीए पिंगलएणं णियंठेणं वेसालियसावएणं इणमक्खेण पुच्छिए-मागहा ! किं सअंते लोए, अणंते लोए ? तं चेव जेणेव इहं, तेणेव हव्वमागए, से णूणं खंदया ! अट्ठे समट्ठे ? हंता, अत्थि । तणं से खंदए कच्चायणसगोत्ते भगवं गोयमं एवं वयासी- से केस णं गोयमा ! तहारूवे णाणी वा, तवस्सी वा ? जेणं तव एस अट्ठे मम ताव रहस्सकडे हव्वं अक्खाए, जओ णं तुम जाणासि ? तए णं से भगवं गोयमे खंदयं कच्चायणसगोत्तं एवं वयासी- एवं खलु खंदया ! मम धम्मायरिए धम्मोवएसए समणे भगवं महावीरे उप्पण्णणाणदंसणधरे, अरहा जिणे केवली तीय-पडुप्पण्ण- मणागय-वियाणए सव्वण्णू सव्वदरिसी जेणं मम एस अट्ठे तव ताव रहस्सकडे हव्वमक्खाए, जओ णं अहं जाणामि खंदया! तए णं से खंदए कच्चायणसगोत्ते भगवं गोयमं एवं वयासी-गच्छामो णं गोयमा ! तव धम्मायरियं धम्मोवएसयं समणं भगवं महावीरं वंदामो, णमंसामो जाव पज्जुवासामो । अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं । तएणं से भगवं गोयमे खंदएणं कच्चायणसगोत्तेण सद्धिं जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव पहारेत्थ गमणाए । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे वियट्टभोई यावि होत्था । तए णं समणस्स भगवओ महावीरस्स वियट्टभोइस्स सरीरयं ओरालं सिंगारं कल्लाणं सिवं धण्णं मंगल्लं अणलंकिय विभूसियं लक्खणवंजण- गुणोववेयं सिरीए अईव अईव उवसोभेमाणं चिट्ठइ । तए णं से खंदए कच्चायणसगोत्ते समणस्स भगवओ महावीरस्स वियट्टभोइस्स सरीरयं ओरालं जाव अईव अईव उवसोभेमाणं पासइ, पासिता हट्ठतुट्ठचितमाणंदिए दिए पीइमणे परमसोमणसिए हरिसवस - विसप्पमाणहियए जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ जाव पज्जुवासइ । खंदया ! त्ति समणे भगवं महावीरे खंदयं कच्चायणसगोत्तं एवं वयासी- से णूणं तुमं खंदया! सावत्थीए णयरीए पिंगलएणं णियंठेणं वेसालिय- सावएणं इणमक्खेवं पुच्छिए मागहा ! किं सअंते लोए, अणंते लोए ? एवं तं चेव जाव जेणेव ममं अंतिए तेणेव हव्वं आगए । से णूणं खंदया! अयमट्ठे समट्ठे ? हंता, अत्थि । जे वि य ते खंदया ! अयमेयारूवे अज्झत्थिए चिंतिए पत्थिए मणोगए संकप्पे समुप्पज्जित्था-किं सअंते लोए अनंते लोए ? तस्स वि य णं अयमट्ठे- एवं खलु मए खंदया ! चउव्विहे लोए पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ खेत्तओ कालओ भावओ । दव्वओ णं एगे लोए सअंते, खेत्तओ णं लोए असंखेज्जाओ जोयण-कोडाकोडीओ आयामविक्खंभेणं, असंखेज्जाओ जोयणकोडाकोडीओ परिक्खेवेणं पण्णत्ता, अत्थि पुण से अंते । कालओ णं लोए ण कयाइ आसी, ण कयाइ ण भवइ, ण कयाइ ण भविस्सइ, भविंसु य भवइ य भविस्सइ य । धुवे 45 Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त णियए सासए अक्खए अव्वए अवट्ठिए णिच्चे, णत्थि पुण से अंते । भावओ णं लोए अणंत वण्णपज्जवा अणंता गंध-रस-फासपज्जवा, अणंता संठाणपज्जवा, अणंता गुरुय-लहुयपज्जवा अणंता अगरुयलयपज्जवा, णत्थि पुण से अंते । से त्तं खंदया ! दव्वाओ लोए सअंते, खेत्तओ लोए सअंते, कालओ लोए अणंते, भावओ लोए अणंते । जे वि य ते खंदया ! जाव किं सअंते जीवे, अणंते जीवे ? तस्स वि य णं अयमद्वे- एवं खल जाव दव्वओ णं एगे जीवे सअंते । खेत्तओ णं जीवे असंखेज्ज पएसिए, असंखेज्जपएसोगाढे, अत्थि पुण से अंते । कालओ णं जीवे ण कयाइ ण आसी जाव णिच्चे, णत्थि पुण से अंते । भावओ णं जीवे अणंता णाणपज्जवा, अणंता दंसणपज्जवा, अणंता चारित्तपज्जवा, अणंता अगरुलयपज्जवा, णत्थि पुण से अंते । से तं खंदया ! दव्वाओ जीवे सअंते, खेत्तओ जीवे सअंते, कालओ जीवे अणंते, भावओ जीवे अणंते । जे वि य ते खंदया ! इमेयारूवे चिंतिए जाव किं सअंता सिद्धि, अणंता सिद्धी ? तस्स वि य णं अयमढे- एवं खलु मए खंदया ! चउव्विहा सिद्धी पण्णत्ता । तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ। दव्वओ णं एगा सिद्धी सअंता । खेत्तओ णं सिद्धी पणयालीसं जोयणसयसहस्साई आयामविक्खंभेणं एगा जोयणकोडी बायालीसं च जोयणसय- सहस्साइं तीसं च जोयणसहस्साइं दोणि य अउणापण्ण जोयणसए किंचि विसेसाहिए परिक्खेवेणं, अत्थि पुण से अंते । कालओ णं सिद्धी ण कयाइ ण आसी जाव णिच्चे अत्थि पण से अंते | भावओ य जहा लोयस्स तहा भाणियव्वा । से तं खंदया ! दव्वओ सिद्धी सअंता, खेत्तओ सिद्धी सअंता, कालओ सिद्धी अणंता, भावओ सिद्धी अणंता । जे वि य ते खंदया ! जाव किं सअंते सिद्धे, अणंते सिद्ध ? तं चेव जाव दव्वओ णं एगे सिद्धे सअंते । खेत्तओ णं सिद्धे असंखेज्जपएसिए, असंखेज्जपएसोगाढे अत्थि पुण से अंते । कालओ णं सिद्ध सादिए अपज्जवसिए, णत्थि पुण से अंते। भावओ णं सिद्धे अणंता णाणपज्जवा, अणंता दंसणपज्जवा, अणंता अगुरुयलयपज्जवा, पत्थि पुण से अंते । से तं खंदया ! दव्वओ णं सिद्धे सअंते, खेत्तओ णं सिद्धे सअंते, कालओ णं सिद्धे अणंते, भावओ णं सिद्धे अणंते । जे वि य ते खंदया ! इमेयारूवे अज्झत्थिए चिंतिए जाव समुप्पज्जित्था केण वा मरणेणं मरमाणे जीवे वड्ढइ वा हायइ वा ? तस्स वि य णं अयमढे एवं खलु खंदया ! मए दुविहे मरणे पण्णत्ते, तं जहा- बालमरणे य पंडियमरणे य । से किं तं बालमरणे ? बालमरणे दुवालसविहे पण्णत्ते । तं जहा- वलयमरणे, वसट्टमरणे, अंतोसल्लमरणे, तब्भवमरणे, गिरिपडणे, तरुपडणे, जलप्पवेसे, जलणप्पवेसे, विसभक्खणे, सत्थोवाडणे, वेहाणसे, गिद्धपुढे। इच्चेएणं खंदया! दुवालसविहेणं बालमरणेणं मरमाणे जीवे अणंतेहिं णेरइय-भवग्गहणेहिं अप्पाणं संजोएइ, तिरिय-मणुय-देव जाव अणाइयं च णं अणवदग्गं चाउरंतं संसारकंत परियट्टइ । से त्तं मरमाणे वडढइ। से तं बालमरणे । 46 Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ३६ से किं तं पंडियमरणे? पंडियमरणे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- पाओवगमणे य, भत्तपच्चक्खाणे य। से किं तं पाओवगमणे ? पाओवगमणे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- णीहारिमे य, अणीहारिमे य । णियमा अप्पडिकम्मे। से तं पाओवगमणे। से किं तं भत्तपच्चक्खाणे ? भत्तपच्चक्खाणे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- णीहारिमे य, अणीहारिमे य । णियमा सपडिकम्मे, से तं भत्तपच्चक्खाणे | इच्चेएणं खंदया ! दुविहेणं पंडियमरणेणं मरमाणे जीवे अणंतहिं णेरड्याभवग्गहणेहिं अप्पाणं विसंजोएइ जाव वीईवयइ । से तं मरमाणे हायइ । से तं पंडियमरणे । इच्चेएणं खंदया ! दुविहेणं मरणेणं मरमाणे जीवे वड्ढइ वा, हायइ वा । एत्थ णं खंदए कच्चायणसगोत्ते संबद्ध समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- इच्छामि णं भंते ! तुज्झं अंतिए केवलिपण्णत्तं धम्मं णिसामित्तए । अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंध। तए णं समणे भगवं महावीरे खंदयस्स कच्चायणसगोत्तस्स, तीसे य महइमहालियाए परिसाए धम्म परिकहेइ | धम्मकहा भाणियव्वा | तए णं से खंदए कच्चायणसगोत्ते समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्म सोच्चा णिसम्म इद्वतुढे जाव हियए उहाए उद्वेइ, उद्वित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ, करित्ता वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- सद्दहामि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं, पत्तियामि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं, रोएमि णं भंते! णिग्गंथं पावयणं, अब्भटेमि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं; एवमेयं भंते ! तहमेयं भंते! अवितहमेयं भंते ! असंदिद्धमेयं भंते ! इच्छियमेयं भंते ! पडिच्छियमेयं भंते ! इच्छिय पडिच्छियमेयं भंते ! से जहेयं तुब्भे वयह त्ति कट्ट समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता उत्तरपुरत्थिमं दिसीभागं अवक्कममइ, अवक्कमित्ता तिदंडं च कुंडियं च जाव धाउरत्ताओ य एगंते एडेइ, एडित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ, करित्ता जाव णमंसित्ता एवं वयासी आलित्ते णं भंते ! लोए, पलित्ते णं भंते ! लोए, आलित्तपलित्ते णं भंते ! लोए जराए मरणेण य। से जहाणामए केइ गाहावई अगारंसि झियायमाणंसि, जे से तत्थ भंडे भवइ, अप्पभारे मोल्लगुरुए तं गहाय आयाए एगंतमंतं अवक्कमइ। एस मे णित्थारिए समाणे पच्छा पुरा य हियाए सुहाए खमाए णिस्सेयसाए आणुगामियत्ताए भविस्सइ । एवामेव देवाणप्पिया ! मज्झ वि आया एगे भंडे इढे कंते पिए मण्ण्णे मणामे थेज्जे वेस्सासिए संमए अणुमए बहुमए भंडकरंडगसमाणे, मा णं सीयं मा णं उण्हं मा णं खुहा मा Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४३ ४४ ४५ ४६ ४७ भगवई सुत्त णं पिवासा, मा णं चोरा, मा णं वाला, मा णं दंसा, मा णं मसगा, मा णं वाइय- पित्तियसंभिय (कप्फिय) सण्णिवाइय विविहा रोगायंका परीसहोवसग्गा फुसंतु त्ति कट्टु एस णित्थारिए समाणे परलोयस्स हियाए सुहाए खमाए णीसेसाए आणुगामियत्ताए भविस्सइ । तं इच्छामि णं देवाणुप्पिया! सयमेव पव्वावियं, सयमेव मुंडावियं, सयमेव सेहावियं, सयमेव सिक्खावियं सयमेव आयार-गोयरं विणय वेणइय चरण-करण-जाया- मायावत्तियं धम्ममाइक्खि ं । तए णं समणे भगवं महावीरे खंदयं कच्चायणसगोत्तं सयमेव पव्वावेइ जाव धम्ममाइक्खइएवं देवाणुप्पिया ! गंतव्वं, एवं चिट्ठियव्वं, एवं णिसीइयव्वं, एवं तुयट्टियव्वं, एवं भुंजियव्वं एवं भासियव्वं, एवं उट्ठाए उट्ठाय पाणेहिं भूएहिं जीवेहिं सत्तेहिं संजमेणं संजमियव्वं, अस्सिं च णं अट्ठे णो किंचि वि पमाइयव्वं । तणं से खंदए कच्चायणसगोत्ते समणस्स भगवओ महावीरस्स इमं एयारूवं धम्मियं उवएसं सम्मं संपडिवज्जइ, तमाणाए तह गच्छइ, तह चिट्ठइ, तह णिसीयइ, तह तुयट्टइ, तह भुंजइ, तह भासइ, तह उट्ठाए उट्ठाय पाणेहिं भूएहिं जीवेहिं सत्तेहिं संजेमणं संजमेइ, अस्सिं च णं अट्ठे णो पमायइ | तए णं से खंदए कच्चायणसगोत्ते, अणगारे जाए, इरियासमिए भासासमिए एसणासमिए आयणभंडमत्त-णिक्खेवणासमिए, उच्चार पासवण - खेल - जल्ल-सिंघाण परिट्ठावणियासमिए, मणसमिए, वयसमिए कायसमिए, मणगुत्ते वयगुत्ते कायगुत्ते, गुत्ते गुत्तिंदिए गुत्तबंभयारी, चाई लज्जू धण्णे खंतिखमे जिइंदिए सोहिए अणियाणे अप्पुस्सुए अबहिल्लेसे सुसामण्णर दंते, इणमेव णिग्गंथं पावयणं पुरओ काउं विहरइ । तणं समणं भगवं महावीरे कयंगलाओ णयरीओ छत्त पलासयाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता बहिया जणवयविहारं विहर | तए णं से खंदए अणगारे समणस्स भगवओ महावीरस्स तहारूवाणं थेराणं अंतिए सामाइयमाइयाइं एक्कारस अंगाई अहिज्जइ, अहिज्जित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- इच्छामि णं भंते! तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए समाणे मासियं भिक्खुपडिमं उवसंपज्जित्ता णं विहरित्तए। अहासुहं देवाणुप्पिया! मा पडिबंधं । तणं से खंदए अणगारे समणेणं भगवया महावीरेणं अब्भणुण्णाए समाणे इट्ठे जाव णमंसित्ता मासियं भिक्खुपडिमं उवसंपज्जिताणं विहरइ । तए णं से खंदए अणगारे मासियं भिक्खुपडिमं अहासुत्तं अहाकप्पं अहामग्गं अहातच्चं अहासम्मं काएण फासेइ पालेइ सोहेइ तीरेइ पूरेइ किट्टेइ अणुपालेइ, आणाए आहाहेइ, सम्मं काएंण फासित्ता जाव आराहेत्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- इच्छामि णं भंते ! तुब्भेहिं 48 Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अब्भणुण्णाए समाणे दोमासियं भिक्खुपडिमं उवसंपज्जित्ता णं विहरित्तए, अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं, तं चेव । एवं तेमासियं, चाउम्मासियं, पंचमासियं, छम्मासियं, सत्तमासियं, पढमं सत्तराइंदियं, दोच्चं सत्तराइंदियं, तच्चं सत्तराइंदियं, अहोराइंदियं, एगराइयं । तए णं से खंदए अणगारे एगराइयं तं जाव आराहेत्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- इच्छामि णं भंते ! तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए समाणे गुणरयणसंवरच्छरं तवोकम्म उवसंपज्जित्ता णं विहरित्तए | आहासुहं देवाणुप्पिया । मा पडिबंधं । तए णं से खंदए अणगारे समणेणं भगवया महावीरेणं अब्भणण्णाए समाणे जाव णमंसित्ता गणरयणसंवच्छरं तवोकम्म उवसंपज्जित्ता णं विहरइ । तं जहा- पढमं मासं चउत्थंचउत्थेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं दिया ठाणुक्कुडुए सूराभिमुहे आयावणभूमीए आयावेमाणे, रत्तिं वीरासणेणं अवाउडेण य । एवं दोच्चं मासं छटुंछटेणं अणिक्खित्तेणं दिया ठाणुक्कुडुए सूराभिमुहे आयावणभूमीए आयावेमाणे, रत्तिं वीरासणेणं अवाउडेण य | एवं तच्चं मासं अट्ठमंअट्ठमेणं, चउत्थं मासं दसमंदसमेणं, पंचमं मासं बारसमंबारसमेणं, छटुं मासं चउद्दसमंचउद्दसमेणं, सत्तमं मासं सोलसमंसोलसमेणं, अद्वमं मासं अद्वारसमंअद्वारसमेणं, णवमं मासं वीसइम- विसइमेणं, दसमं मासं बावीसइमंबावीसइमेणं, एक्कारसमं मासं चउवीसइमचउवीसइमेणं, बारसमं मासं छव्वीसइमंछव्वीसइमेणं, तेरसमं मासं अट्ठावीसइमं अट्ठावीसइमेणं, चउद्दसमं मासं तीसइमं तीसइमेणं, पण्णरसमं मासं बत्तीसइमं बत्तीसइमेणं, सोलसं मासं चोत्तीसइमं चोत्तीसइमेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं दिया ठाणुक्कुडुए सूराभिमुहे आयवणभूमीए आयावेमाणे, रत्तिं वीरासणेणं अवा- उडेणं ।। तए णं से खंदए अणगारे गुणरयणसंवच्छरं तवोकम्मं अहासुत्तं अहाकप्पं जाव आराहेत्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे, तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदड़ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता बहूहिं चउत्थ- छट्ठ-अट्ठम-दसम-दुवालसेहि, मासद्धमासखमणेहिं विचित्तेहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तए णं से खंदए अणगारे तेणं उरालेणं, विउलेणं पयत्तेणं पग्गहिएणं कल्लाणेणं सिवेणं धण्णेणं मंगल्लेणं सस्सिरीएणं उदग्गेणं उदत्तेणं उत्तमेणं उदारेणं महाणुभागेणं तवोकम्मेणं सुक्के लुक्खे णिम्मसे अट्ठि-चम्मावणद्धे किडिकिडिया-भूए किसे धमणिसंत्तए जाए यावि होत्था । जीवंजीवेण गच्छइ, जीवंजीवेण चिट्ठइ, भासं भासित्ता वि गिलाइ, भासं भासमाणे गिलाइ, भां भासिस्सामीति गिलाइ। से जहाणामए कट्ठसगडिया इ वा पत्तसगडिया इ वा पत्ततिल- भंडगसगडिया इ वा एरंडकट्ठसगडिया इ वा इंगालसगडिया इ वा उण्हे दिण्णा सक्का समाणी ससई गच्छड़, ससई चिट्ठइ, एवामेव खंदए वि अणगारे ससइं गच्छड़, ससई चिड, उवचिए तवेणं, अवचिए मंससोणिएणं, हयासणे विव भासरासिपडिच्छण्णे तवेणं तेएणं, तवतेयसिरीए अईव अईव उवसोभेमाणे चिट्ठइ । 49 Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णयरे समोसरणं जाव परिसा पडिगया। तए णं तस्स खंदयस्स अणगारस्स अण्णया कयाई पुव्वरत्तावरत्त- कालसमयंसि धम्मजागरियं जागरमाणस्स इमेयारूवे अज्झत्थिए चिंतिए जाव समुप्पज्जित्था एवं खलु अहं इमेणं एयारूवेण ओरालेणं जाव किसे धमणिसंतए जाए, जीवंजीवेण गच्छामि, जीवंजीवेण चिट्ठामि जाव गिलामि जाव एवामेव अहं पि ससदं गच्छामि, ससदं चिट्ठामि, तं अत्थि ता मे उहाणे कम्मे बले वीरिए पुरिसक्कारपरक्कमे; तं जावता मे अत्थि उट्ठाणे कम्मे बले वीरिए पुरिसक्कार- परक्कमे, जाव य मे धम्मायरिए धम्मोवदेसए समणे भगवं महावीरे जिणे सुहत्थी विहरइ, तावता मे सेयं कल्लं पाउप्पभायाए रयणीए फुल्लुप्पल- कमलकोमलुम्मिलियम्मि अहापंडुरे पभाए रत्तासोयप्पगासे किंसुयसुयमुह-गुंजद्धरागसरिसे, कमलागरसंडबोहए उट्ठियम्मि सूरे सहस्सरस्सिम्मि दिणयरे तेयसा जलंते, समणं भगवं महावीरं वंदित्ता, णमंसित्ता जाव पज्जुवासित्ता, समणेणं भगवया महावीरेणं अब्भणुण्णाए समाणे सयमेव पंच महव्वयाणि आरोवेत्ता, समणा य समणीओ य खामेत्ता, तहारूवेहिं थेरेहिं कडाईहिं सद्धिं विपुलं पव्वयं सणियं सणियं दुरुहित्ता, मेहघणसण्णिगासं, देवसण्णिवायं पुढवीसिलापट्टयं पडिलेहित्ता, दब्भसंथारगं संथरित्ता, दब्भसंथारोवगयस्स, सलेहणाझूसणाझूसियस्स, भत्तपाणपडिया-इक्खियस्स पाओवगयस्स कालं अणवकंखमाणस्स विहरित्तए त्ति कट्ट एवं संपेहेइ संपहित्ता कल्लं पाउप्पभायाए रयणीए जाव जलंते जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ जाव पज्जुवासइ । खंदया ! इ समणे भगवं महावीरे खंदयं अणगारं एवं वयासी- से णूणं तव खंदया ! पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि जाव जागरमाणस्स इमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्थाएवं खल अहं इमेणं एयारूवेणं तवेणं ओरालेणं, विउलेणं तं चेव जाव कालं अणवकंखमाणस्स विहरित्तए त्ति कट्ट एवं संपेहेसि, संपेहित्ता कल्लं पाउप्पभायाए जाव जलंते जेणेव मम अंतिए तेणेव हव्वमागए | से णूणं खंदया ! अढे समढे? हंता अत्थि | अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं । तए णं से खंदए अणगारे समणेणं भगवया महावीरेणं अब्भणण्णाए समाणे हद्वतुट्ठ जाव हियए उढाए उढेइ समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ जाव णमंसित्ता सयमेव पंच महव्वयाइं आरुहेड, आरुहित्ता समणा य समणीओ य खामेड | तहारूवेहिं थेरेहिं कडाईहिं सद्धिं विपुलं पव्वयं सणियं सणियं दुरुहेइ दुरुहित्ता मेहघणसण्णिगासं देवसण्णिवायं पुढविसिलापट्टयं पडिलेहेइ, पडिलेहित्ता उच्चारपासवणभूमि पडिलेहेइ, पडिलेहित्ता दब्भसंथारगं संथरइ, संथरित्ता पुरत्थाभिमुहे संपलियंक णिसण्णे करयलपरिग्गहियं दसणहं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्ट एवं वयासी- णमोत्थु णं अरिहंताणं भगवंताणं जाव संपत्ताणं । णमोत्थु णं समणस्स भगवओ महावीरस्स जाव संपाविउकामस्स। वंदामि णं भगवंतं तत्थगयं इहगए, पासउ मे भगवं तत्थगए इहगयं ति कट्ट वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-पुट्विं पि मए समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए सव्वे पाणाइवाए पच्चक्खाए जावज्जीवाए जाव मिच्छादसणसल्ले पच्चक्खाए जावज्जीवाए। इयाणिं पि य णं समणस्स भगवओ महावीरस्स Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अंतिए सव्वं पाणाइवायं पच्चक्खामि जावज्जीवाए जाव सव्वं मिच्छादसणसल्लं पच्चक्खामि जावज्जीवाए | एवं सव्वं असणं पाणं खाइमं साइमं चउव्विहं पि आहारं पच्चक्खामि जावज्जीवाए; जं पि य इमं सरीरं इहें कंतं पियं जाव फुसंतु त्ति कट्ट एयं पि णं चरिमेहिं उस्सासणीसासेहिं वोसिरामि त्ति कट्ट संलेहणाझूसणाझूसिए भत्तपाण पडियाइक्खिए पाओवगए कालं अणवकंखमाणे विहरइ । तए णं से खंदए अणगारे समणस्स भगवओ महावीरस्स तहारूवाणं थेराणं अंतिए सामाईयामाइयाइं एक्कारस अंगाइं अहिज्जित्ता बहुपडिपुण्णाई दुवालसवासाइं सामण्णपरियागं पाउणित्ता, मासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसित्ता सहिँ भत्ताए अणसणाए छेदेत्ता आलोइयपडिक्कंते समाहिपत्ते आणुपुव्वीए कालगए । तए णं ते थेरा भगवंतो खंदयं अणगारं कालगयं जाणित्ता परिणिव्वाणवत्तियं काउसग्गं करेंति, करित्ता पत्त- चीवराणि गिण्हंति, गेण्हित्ता विप्लाओ पव्वयाओ सणियं सणियं पच्चोसक्कंति, पच्चोसक्कित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता, समणं भगवं महावीरं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी खंदए णामं अणगारे पगइभद्दए पगइविणीए पगइउवसंते पगईपयणकोह-माण-मायालोभे मिउमद्दवसंपण्णे अल्लीणे भद्दए विणीए। से णं देवाणुप्पिएहिं अब्भणुण्णाए समाणे सयमेव पंच महव्वयाणि आरोवित्ता, समणा य समणीओ य खामेत्ता, अम्हेहिं सद्धिं विपुलं पव्वयं तं चेव णिरवसेसं जाव आणुपुव्वीए कालगए । इमे य से आयारभंडए | भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीएवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी खंदए णामं अणगारे कालमासे कालं किच्चा कहिं गए कहिं उववण्णे ? गोयमा! इ, समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं एवं वयासी- एवं खलु गोयमा ! मम अंतेवासी खंदए णामं अणगारे पगइभद्दए जाव से णं मए अब्भणण्णाए समाणे सयमेव पंच महव्वयाई आरुहेत्ता, तं चेव सव्वं अविसेसियं णेयव्वं जाव आलोइयपडिक्कंते समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा अच्चुए कप्पे देवत्ताए उववण्णे | तत्थ णं अत्थेगइयाणं देवाणं बावीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता, तस्स णं खंदयस्स वि देवस्स बावीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता । से णं भंते ! खंदए देवे ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं भवक्ख-एणं ठिइक्खएणं अणंतरं चयं चइत्ता कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ? गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ बुज्झिहिइ मुच्चिहिइ परिणिव्वाहिइ सव्वदुक्खाणं अंतं करेहिइ । [खंदओ सम्मत्तो] || || पढमो उद्देशो समत्तो || Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त बीओ उद्देसो १ कइ णं भंते ! समुग्घाया पण्णत्ता ? गोयमा ! सत्त समुग्घाया पण्णत्ता, तं जहा- वेयणा समुग्घाए जाव केवली समुग्घाए । एवं समुग्घायपदं छाउमत्थियसमुग्घायवज्जं णेयव्वं । || बीओ उद्देशो समत्तो || तइओ उद्देसो १ कइ णं भंते ! पुढवीओ पण्णत्ताओ ? जीवाभिगमे णेरइयाणं जो बिइओ उद्दसो सो णेयव्वो जाव किं सव्वे पाणा उववण्णपुव्वा ? हंता गोयमा ! असइं अदुवा अणंतखुत्तो । ॥ तइओ उद्देशो समत्तो || चउत्थो उद्देसो कइ णं भंते ! इंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच इंदिया पण्णत्ता, तं जहा- सोइंदिए चक्खिंदिए घाणिदिए, रसिदिए, फासिदिए एवं पढमिल्लो इंदियउद्देसओ णेयव्वो जाव अलोगो । || चउत्थो उद्देशो समत्तो || पंचमो उद्देसो La अण्णउत्थिया णं भंते ! एवं आइक्खंति भासंति पण्णवेंति परवेंति, तं जहा- एवं खल णियंठे कालगए समाणे देवभूएणं अप्पाणेणं से णं तत्थ णो अण्णे देवे, णो अण्णेसिं देवाणं देवीओ अभिमुंजिय अभिमुंजिय परियारेइ; णो अप्पणिच्चियाओ देवीओ अभिमुंजिय, अभिमुंजिय परियारेइ; अप्पणामेव अप्पाणं विउव्विय विउव्विय परियारेइ । एगे वि य णं जीवे एगेणं समएणं दो वेयं वेएइ, तं जहा- इत्थिवेयं च परिसवेयं च । जं समयं इत्थिवेयं वेएइ तं समयं पुरिसवेयं वेएइ । जं समयं पुरिसवेयं वेएइ तं समयं इत्थिवेयं वेएइ । इत्थिवेयस्स वेयणाए पुरिसवेयं वेएइ, पुरिसवेयस्स वेयाए इत्थिवेयं वेएइ । एवं खलु एगे वि य णं जीवे एगेणं समए णं दो वेदे वेदेइ, तं जहा- इत्थिवेयं च पुरिसवेयं च । से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवं आइक्खंति जाव इत्थिवेयं च परिसवेयं च । जे ते एवं आहेस् मिच्छं ते एवं आहंसु। अहं पुण गोयमा ! एवमाइक्खामि भासामि पण्णवेमि परूवेमि- एवं खलु णियंठे कालगए समाणे अण्णयरेसु देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति, महड्ढीएसु जाव महाणुभागेसु, दूरगइसु चिरहिईएसु । से णं तत्थ देवे भवइ महड्ढीए जाव दस दिसाओ उज्जोवेमाणे पभासेमाणे जाव पडिरूवे। Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५ وا भगवई सुत्त से णं तत्थ अण्णे देवे, अण्णेसिं देवाणं देवीओ अभिजुंजिय, अभिजुंजिय णो परियारेइ, अप्पणिच्चियाओ देवीओ अभिजुंजिय अभिजुंजिय परियारेइ; णो अप्पणामेव अप्पाणं विउव्वियं विउव्विय परियारेइ । एगे वि य णं जीवे एगेणं समएणं एगं वेयं वेएइ, तं जहा - इत्थिवेयं वा पुरिसवेयं वा । जं समयं इत्थिवेयं वेएइ, णो तं समयं पुरिसवेयं वेएइ । जं समयं पुरिसवेयं वेएइ, णो तं समयं इत्थिवेयं वेएइ। इत्थिवेयस्स उदपणं णो पुरिसवेयं वेएइ, पुरिसवेयस्स उदएणं णो इत्थिवेयं वेएइ, एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं एगं वेयं वेएइ, तं जहा - इत्थिवेयं वा पुरिसवेयं वा । इत्थि, इत्थिवेएणं उदिण्णेणं पुरिसं पत्थेइ । पुरिसो, पुरिसवेएणं उदिण्णेणं इत्थि पत्थेइ । दो वि ते अण्णमण्णं पत्थॆति, तं जहा - इत्थि वा पुरिसं, पुरिसे वा इत्थिं । उदगगब्भे णं भंते! उदगगब्भे त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहणेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं छम्मासा | तिरिक्खजोणियगब्भे णं भंते! तिरिक्खजोणियगब्भे त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अट्ठसंवच्छराई। मणुस्सीगब्भे णं भंते! मणुस्सीगब्भे त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं बारस संवच्छ्राइं । कायभवत्थे णं भंते ! कायभवत्थे त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं चउव्वीसं संवच्छराई । मणुस्स-पंचेंदियतिरिक्खजोणियबीए णं भंते! जोणियब्भूए केवइयं कालं संचिट्ठइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बारस मुहुत्ता । एगजीवे णं भंते ! एगभवग्गहणेणं केवइयाणं पुत्तताए हव्वमागच्छड्? गोयमा ! जहण्णेणं इक्कस्स वा दोण्हं वा तिन्हं वा उक्कोसेणं सयपुहुत्तस्स जीवाणं पुत्तत्ता हव्वमागच्छइ । ८ एगजीवस्स णं भंते ! एगभवग्गहणेणं केवइया जीवा पुत्तत्ताए हव्वमागच्छंति? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं सयसहस्सपुहुत्तं जीवा णं पुत्तत्ताए हव्वमागच्छंति । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव हव्वमागच्छंति ? गोयमा ! इत्थीए पुरिसस्स य कम्मकडाए जोणीए मेहुणवत्तिए णामं संजोए समुप्पज्जइ । ते दुहओ सिणेहं संचिणंति, संचिणित्ता तत्थ णं जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं सयसहस्सपुहुत्तं जीवा णं पुत्तताए हव्वमागच्छंति, से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव हव्वमागच्छंति । 53 Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० ११ १२ १३ १४ भगवई सुत्त मेहुणेणं भंते ! सेवमाणस्स केरिसिए असंजमे कज्जइ ? गोयमा ! से जहा णामए केइ पुरिसे रूयणालियं वा बूरणालियं वा तत्तेणं कणएणं समविद्धंसेज्जा, एरिसएणं गोयमा! मेहुणं सेवमाणस्स असंजमे कज्जइ ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ तए णं समणे भगवं महावीरे रायगिहाओ णयराओ, गुणसिलाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता बहिया जणवयविहारं विहर | तेणं कालेणं तेणं समएणं तुंगिया णामं णयरी होत्था, वण्णओ । तीसे णं तुंगियाए णयरीए बहिया उत्तरपुरत्थिमे दिसीभागे पुप्फवइए णामं चेइए होत्था, वण्णओ । तत्थ णं तुंगियाए णयरीए बहवे समणोवासया परिवसंति- अड्ढा दित्ता वित्थिण्णविपुलभवण-सयणासण- जाण - वाहणाइण्णा, बहुधणबहुजायरूवरयया, आयोगपयोगसंपउत्ता, विच्छड्ढियविउल-भत्तपाणा, गोमहिसगवेलयप्प- भूया, बहुजणस्स अपरिभूया। बहुदासीदास अभिगयजीवाजीवा, उवलद्धपुण्ण-पावा आसव-संवर- णिज्जर-किरियाहि- करण-बंध- मोक्खकुसला, असहेज्ज- देवासुरणाग सुवण्णजक्ख- रक्खस किण्णर- किंपुरुस - गरुल- गंधव्व-महोरगाईएहिं देवगणेहिं णिग्गंथाओ पावयणाओ अणतिक्कमणिज्जा, णिग्गंथे पावयणे णिस्संकिया णिक्कंखिया णिव्वितिगिच्छा, लद्धट्ठा गहियट्ठा पुच्छियट्ठा अभिगयट्ठा विणिच्छियट्ठा अट्ठिमिंजपेमाणुरागरत्ता; अयमाउसो ! णिग्गंथे पावयणे अट्ठे, अयं परमट्ठे, सेसे अणट्ठे, ऊसियफलिहा अवंगुयदुवारा चियत्तंतेउरघरप्पवेसा बहूहिं सीलव्व-यगुणवेरमण-पच्चक्खाणपोसहोववासेहिं, चाउद्दसट्ठ- मुद्दिट्ठपुण्ण-मासिणीसु पडिपुण्णं पोसहं सम्मं अणुपालेमाणा, समणे णिग्गंथे फासु-एसणिज्जेणं असणपाण- खाइम साइमेणं वत्थपडिग्गह-कंबल-पायपुंछणेण पीढ - फलगसेज्जासंथारएणं ओसह भेसज्जेणं पडिलाभेमाणा अहापडिग्गहिएहिं तवो- कम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणा विहरंति । तेणं कालेणं तेणं समएणं पासावच्चिज्जा थेरा भगवंतो जाइसंपण्णा कुलसंपण्णा बलसंपण्णा रुवसंपण्णा विणयसंपण्णा णाणसंपण्णा दंसणसंपण्णा चरित्तसंपण्णा लज्जासंपण्णा लाघवसंपण्णा ओयंसी तेयंसी वच्चंसी जसंसी जियकोहा जियमाणा जियमाया जियलोहा जियणिद्दा जिइंदिया जियपरीसहा जीवियसास- मरणभय विप्पमुक्का जाव कुत्तिया वणभूया, बहुस्सुया बहुपरिवारा, पंचहिं अणगार- सएहिं सद्धिं संपरिवुडा अहाणुपुव्विं चरमाणा गामाणुगामं दूइज्जमाणा सुहंसुहेणं विहरमाणा जेणेव तुंगिया णगरी जेणेव पुप्फवईए चेइए तेणेव उवागच्छंति, उवा- गच्छित्ता अहापडिरूवं उग्गहं उग्गिण्हित्ताणं संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणा विहरंति । तए णं तुंगियाए णयरीए सिंघाडग-तिअ- चउक्क-चच्चर महापहपहेसु, जाव एगदिसाभिमुहा णिज्जायंति। तए णं ते समणोवासया इमीसे कहाए लद्धट्ठा समाणा हट्ठ-तुट्ठा जाव सद्दावेंति, सद्दावित्ता एवं वयासीएवं खलु देवाणुप्पिया! पासावच्चिज्जा थेरा भगवंतो जाइसंपण्णा जाव अहापडिरूवं उग्गहं उग्गिण्हित्ता णं संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणा विहरंति । 54 Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ |१५ | १६ १७ १८ भगवई सुत्त तं महाफलं खलु देवाणुप्पिया ! तहारूवाणं थेराणं भगवंताणं णामगोयस्स वि सवणयाए, किमंग पुण अभिगमण-वंदण-णमंसण- पडिपुच्छण-पज्जुवासणयाए जाव गहणयाए ? तं गच्छामो णं देवाणुप्पिया! थेरे भगवंते वंदामो णमंसामो जाव पज्जुवासामो, एयं णे इहभवे वा परभवे वा जाव आणुगामियत्ताए भविस्सइ त्ति कट्टु अण्णमण्णस्स अंतिए एयमट्ठे पडिसुर्णेति । जेणेव सयाइं सयाइं गिहाइं तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता ण्हाया जाव अलंकियसरीरा सएहिंतो सएहिंतो गेहेहिंतो पडिणिक्खमंति, पडिणिक्खमित्ता एगयओ मेलायंति । मेलायित्ता पायविहारचारेणं तुंगियाए णयरीए मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छंति, णिग्गच्छित्ता जेणेव पुप्फवईए चेइए तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता थेरे भगवंते पंचविहेणं अभिगमेणं अभिगच्छंति, तं जहा- सचित्ताणं दव्वाणं विउसरणयाए, अचित्ताणं दव्वाणं विउसरणयाए, एगसाडिएणं उत्तरासंगकरणेणं, चक्खुप्फासं अंजलिप्पग्गहेणं, मणसो एगत्तीकरणेणं; जेणेव थेरा भगवंतो तेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता तिक्खुत्तो आयाहिण -पयाहिणं करेंति, रा जाव तिविहा पज्जुवासणाए पज्जुवासंति। तए णं थेरा भगवंतो तेसिं समणोवासयाणं तीसे य महइमहालियाए परिसाए चाउज्जामं धम्मं परिकहति। जहा केसिसामिस्स जाव समणोवासियत्ताए आणाए आराहए भवंति जाव धम्मो कहिओ । तए णं ते समणोवासया थेराणं भगवंताणं अंतिए धम्मं सोच्चा णिसम्म हट्ठतुट्ठ जाव हियया तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेंति जाव तिविहाए पज्जुवासणाए पज्जुवासंति, पज्जुवासित्ता एवं वयासी संजमे णं भंते! किं फले ? तवे णं भंते ! किं फले ? तणं ते थेरा भगवंतो ते समणोवासए एवं वयासी-संजमे णं अज्जो ! अणण्हयफले, तवे वोदाणफले। तणं ते समणोवासया थेरे भगवंते एवं वयासी- जइ णं भंते! संजमे अणण्यफले तवे वोदाणफले, किंपत्तियं णं भंते ! देवा देवलोएस उववज्जंति ? तत्थ णं कालियपुत्ते णामं थेरे ते समणोवासए एवं वयासी- पुव्वतवेणं अज्जो ! देवा देवलोएसु उववज्जति । तत्थ णं मेहिले णामं थेरे ते समणोवासए एवं वयासी - पुव्वसंजमेणं अज्जो! देवा देवलोएसु उववज्जति । तत्थ णं आणंदरक्खिए णामं थेरे ते समणोवासए एवं वयासी- कम्मियाए अज्जो ! देवा देवलोएसु उववज्जति। तत्थ णं कासवे णामं थेरे ते समणोवासए एवं वयासी- संगियाए अज्जो ! देवा देवलोएस उववज्जंति; पुव्वतवेणं पुव्वसंजमेण कम्मियाए संगियाए अज्जो ! देवा देवलोएसु उववज्जंति । सच्चे णं एस अट्ठे णो चेव णं आयभाववत्तव्वयाए । तए णं ते समणोवासया थेरेहिं भगवंतेहिं इमाइं एयारूवाइं वागरणाई वागरिया समाणा हट्ठ-तुट्ठा थेरे भगवंते वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता पसिणाइं पुच्छंति, पसिणाइं पुच्छित्ता अट्ठाइं उवादियंति, 55 Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९ २० २१ २२ २३ भगवई सुत्त उवादिएत्ता उट्ठाए उट्ठेति, उट्ठित्ता थेरे भगवंते तिक्खुत्तो वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता थेराणं भगवंताणं अंतियाओ पुप्फवईयाओ चेइयाओ पडिणिक्खमंति, पडिणिक्खमित्ता जामेव दिसिं पाउब्भूया तामेव दिसि पडिगया । तए णं ते थेरा अण्णया कयाइं तुंगियाओ णयरीओ पुप्फवइयाओ चेइयाओ पडिणिग्गच्छंति, बहिया जणवयविहारं विहरति । ते काणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे जाव परिसा पडिगया । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेट्ठे अंतेवासी इंदभूई णामं अणगारे जा संखित्तविउलतेयलेस्से छट्ठछट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विरहइ । तए णं से भगवं गोयमे छट्ठक्खमणपारगगंसि पढमाए पोरिसीए सज्झायं करेड़, बीयाए पोरिसीए झाणं झियायइ, तइयाए पोरिसीए अतुरियमचवलमसंभंते मुहपोत्तियं पडिलेहेइ, पडिलेहित्ता भायणाइं वत्थाइं पडिलेहेइ, पडिलेहित्ता भायणाई पमज्जइ, पमज्जित्ता भायणाइं उग्गहेइ उग्गहित्ता, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-इच्छामि णं भंते ! तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए छट्ठक्खमण- पारणगंसि रायगिहे णगरे उच्चणीयमज्झिमाइं कुलाई घरसमुदाणस्स भिक्खायरियाए अडित्तए, अहासुहं देवाणुप्पिया! मा पडिबंधं । तए णं भगवं गोयमे समणेणं भगवया महावीरेणं अब्भणुण्णाए समाणे समणस्स भगवओ महवीरस्स अंतियाओ गुणसिलाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता अतुरियमचवलमसंभंते जुगंतरपलोयणाए दिट्ठीए पुरओ रियं सोहमाणे सोहमाणे जेणेव रायगिहे णयरे उवागच्छइ, उवागच्छित्ता रायगिहे णयरे उच्च - णीय-मज्झियाइं कुलाई घरसमुदाणस्स भिक्खायरियं अडइ । तए णं से भगवं गोयमे रायगिहे णयरे जाव अडमाणे बहुजणसद्दं णिसामेइ एवं खलु देवाणुप्पिया ! तुंगियाए णयरीए बहिया पुप्फवईए चेइए पासावच्चिज्जा थेरा भगवंतो समणोवासएहिं इमाई एयारूवाइं वागरणाइं पुच्छिया- संजमे णं भंते ! किंफले तवे णं किंफले ? तए णं ते थेरा भगवंतो ते समणोवासए एवं वयासी- संजमे णं अज्जो ! अणण्यफले, तवे वोदाणफले । तं चेव जाव पुव्वतवेणं पुव्वसंजमेणं कम्मियाए संगियाए अज्जो ! देवा देवलोएस उववज्जंति । सच्चे णं एसमट्ठे णो चेव णं आयभाववत्तव्वयाए । से कहमेयं मण्णे एवं ? तए णं भगवं गोयमे इमीसे कहाए लद्धट्ठे समाणे जायसड्ढे जाव समुप्पण्ण- कोउहल्ले अहापज्जत्तं समुदाणं गेण्हइ, गेण्हित्ता रायगिहाओ णयराओ पडिणिक्खमइ, अतुरियं जाव सोहमाणे जेणेव गुणसिलएचेइए जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते गमणागमणाए पडिक्कमइ, एसणमणेसणं आलोएइ, आलोइत्ता भत्तपाणं पडिदंसेइ, पडिदंसित्ता समणं भगवं महावीरं जाव एवं वयासी एवं खलु भंते ! अहं तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए समाणे रायगिहे णयरे उच्च णीय-मज्झिमाणि कुलाणि घरसमुदाणस्स भिक्खायरियाए अडमाणे बहुजणसद्दं णिसामेमि- एवं खलु देवाणुप्पिया! तुंगियाए णयरीए बहिया पुप्फवईए चेइए 56 Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त पासावच्चिज्जा थेरा भगवंतो समणोवासएहिं इमाइं एयारूवाइं वागरणाइं पुच्छिया- संजमे णं भंते ! किं फले, तवे किं फले ? तं चेव जाव सच्चे णं एसमडे, णो चेव णं आयभाववत्तव्वयाए । तं पभू णं भंते ! ते थेरा भगवंतो तेसिं समणोवासयाणं इमाइं एयारूवाइं वागरणाइं वागरेत्तए, उदाहू अप्पभू ? समिया णं भंते ! ते थेरा भगवंतो तेसिं समणोवासयाणं इमाइ एयारूवाइं वागरणाइं वागरित्तए, उदाहु असमिया ? आउज्जिया णं भंते ! ते थेरा भगवंतो तेसिं समणो- वासयाणं इमाइं एयारूवाइं वागरणाई वागरेत्तए, उदाहु अणाउज्जिया? पलिउज्जिया णं भंते ! ते थेरा भगवंतो तेसिं समणोवासयाणं इमाइं एयारूवाइं वागरणाइं वागरेत्तए, उदाहु अपलिउज्जिया? पुव्वतवेणं अज्जो ! देवा देवलोएसु उवज्जंति । पुव्वसंजमेणं, कम्मियाए संगियाए अज्जो ! देवा देवलोएस् उववज्जति, सच्चे णं एसमढे, णो चेव णं आयभाववत्तव्वयाए । पभू णं गोयमा ! ते थेरा भगवंतो तेसिं समणोवासयाणं इमाइं एयारूवाइं वागरणाइं वागरेत्तए, णो चेव णं अप्पभू । तह चेव णेयव्वं अविसेसियं जाव सच्चे णं एसमढे णो चेव णं आयभाववत्तव्वयाए। अहं पि णं गोयमा ! एवमाइक्खामि भासेमि पण्णवेमि परूवेमि- पुव्वतवेणं देवा देवलोएसु उववज्जंति, पुव्वसंजमेणं देवा देवलोएसु उववज्जंति, कम्मियाए देवा देवलोएसु उववज्जंति, संगियाए देवा देवलोएसु उववज्जंति, पुव्वतवेणं, पुव्वसंजमेणं, कम्मियाए, संगियाए अज्जो! देवा देवलोएसु उववज्जंति, सच्चे णं एसमढे णो चेव णं आयभाववत्तव्वयाए। तहारूवं णं भंते ! समणं वा माहणं वा पज्जुवासमाणस्स किं फला पज्जुवासणा ? गोयमा ! सवणफला । से णं भंते ! सवणे किंफले ? णाणफले । . से णं भंते ! णाणे किंफले ? विण्णाणफले । णं भंते ! विण्णाणे किंफले ? पच्चक्खाणफले । से णं भंते ! पच्चक्खाणे किंफले ? संजमफले । से णं भंते ! संजमे किंफले ? अणण्हयफले । से णं भंते ! अणण्हए किं फले ? तवफले । से णं भंते ! तवे किं फले ? वोदाणफले । से णं भंते ! वोदाणे किं फले ? अकिरियाफले । से णं भंते ! अकिरिया किं फला ? सिद्धिपज्जवसाणफला पण्णत्ता गोयमा ! Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३६ भगवई सुत्त सवणे णाणे य विण्णाणे, पच्चक्खाणे य संजमे । अणहए तवे चेव, वोदाणे अकिरिया सिद्धि ॥ अण्णउत्थिया णं भंते ! एवमाइक्खंति भासंति पण्णवेंति परूवेंति एवं खलु रायगिहस्स णयरस्स बहिया वेभारस्स पव्वयस्स अहे एत्थ णं महं एगे हरए अधे पण्णत्ते, अणेगाई जोयणाइं आयामविक्खंभेणं, णाणादुमसंडमंडिउद्देसे, सस्सिरीए जाव पडिरूवे । तत्थ णं बहवे उराला बलाहया संसेयंति संमुच्छंति वासंति, तव्वइरित्ते य णं सया समियं उसिणे उसिणे आउकाए अभिणिस्सवइ । से कहमेयं भंते! एवं ? गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवमाइक्खंति जाव जे ते एवं परूवेंति मिच्छं ते एवमाइक्खंत जाव सव्वं णेयव्वं । अहं पुण गोयमा ! एवं आइक्खामि भासेमि पण्णवेमि परूवेमि - एवं खलु रायगिहस्स णयरस्स बहिया वेभारपव्वयस्स अदूरसामंते एत्थ णं महातवोवतीरप्पभवे णामं पासवणे पण्णत्ते, पंच धणुसयाई आयामविक्खंभेणं णाणादुमसंडमंडिउसे सस्सिरीए पासादीए दरिसणिज्जे अभिरूवे पडिरूवे । तत्थ णं बहवे उसिणजोणिया जीवा य, पोग्गला य उदगत्ताए वक्कमंति, विउक्कमंति, चयंति, उववज्जंति । तव्वइरित्ते वि य णं सया समियं उसिणे उसिणे आउक्काए अभिणिस्सवइ, एस णं गोयमा! महातवोवतीरप्पभवे पासवण, एस णं गोयमा महातवोवतीरप्पभवस्स पासवणस्स अट्ठे पण्णत्ते ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ॥ ॥ पंचमो उद्देशो समत्तो ॥ छट्ठो उद्देसो से णूणं भंते! मण्णामि त्ति ओहारिणी भासा ? एवं भासापदं भाणियव्वं। ॥ छट्ठो उद्देशो समत्तो ॥ सत्तमो उद्देसो १ कइविहाणं भंते! देवा पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा देवा पण्णत्ता, तं जहा- भवणवइ, वाणमंतर, जोइस, वेमाणिया । कहि णं भंते! भवणवासीणं देवाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए, एवं जहा ठाणपदे देवाणं वत्तव्वया सा भाणियव्वाउववाएणं लोयस्स असंखेज्जइभागे एवं सव्वे भाणियव्वं जाव सिद्धगंडिया समत्ता । कप्पाण पइट्ठाणं, बाहल्लुच्चत्तमेव संठाणं । जीवाभिगमे जो वेमाणियउद्देसो, सो भाणियव्वो सव्व ॥ | सत्तमो उद्देशो समत्तो ॥ 58 Page #69 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अट्ठमो उद्देसो कहिं णं भंते ! चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो सभा सुहम्मा पण्णत्ता ? गोयमा ! जंबूदीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं तिरियमसंखेज्जदीव-समुद्दे वीईवइत्ता अरुणवरस्स दीवस्स बाहिरिल्लाओ वेइयंताओ अरुणोदयं समुदं बायालीसं जोयणसयसहस्साई ओगाहित्ता, एत्थ णं चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमार- रण्णो तिगिच्छकूडे णामं उप्पायपव्वए पण्णत्ते । सत्तरस एक्कवीसे जोयणसए उड्ढं उच्चत्तेणं, चत्तारितीसे जोयणसए कोसं च उव्वहेणं मूले दसबावीसे जोयणसए विक्खंभेणं, मज्झे चत्तारि चउवीसे जोयणसए विक्खंभेणं उवरिं सत्ततेवीसे जोयणसए विक्खंभेणं, मूले तिण्णि जोयणसहस्साइं, दोण्णि य बत्तीसुत्तरे जोयणसए किंचि विसेसूणे परिक्खेवेणं, मज्झे एगं जोयणसहस्सं तिण्णि य इगयाले जोयणसए किंचि विसेसूणे परिक्खेवेणं, उवरिं दोण्णि य जोयणसहस्साइं, दोण्णि य छलसीए जोयणसए किंचि विसेसाहिए परिक्खेवेणं; मूले वित्थडे मज्झे संखित्ते उप्पिं विसाले, मज्झे वरवइर-विग्गहिए महामउंदसंठाणसंठिए सव्वरयणामए अच्छे जाव पडिरूवे। से णं एगाए पउमवरवेइयाए, एगेणं वणसंडेण य सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते। परमवरवेइयाए, वणसंडस्स य वण्णओ । तस्स णं तिगिच्छकुडस्स उप्पायपव्वयस्स उप्पिं बहुसमरमणिज्जे भूमिभागे पण्णत्ते, वण्णओ | तस्स णं बहुसमरमणिज्जस्स भूमिभागस्स बहुमज्झदेसभागे एत्थ णं महं एगे पासायवडिंसए पण्णत्ते-अड्ढाइज्जाइं जोयणसयाई उड्ढं उच्चत्तेणं, पणवीसं जोयणसयाई विक्खंभेणं । पासायवण्णओ। उल्लोयभूमिवण्णओ । अट्ठजोयणाइं मणिपेढिया, चमरस्स सीहासणं सपरिवार भाणियव्वं । तस्स णं तिगिच्छकूडस्स दाहिणेणं छक्कोडिसए पणवण्णं च कोडीओ पणतीसं च सयसहस्साइं पण्णासं च सहस्साइं अरुणोदए समुद्दे तिरियं वीईवइत्ता अहे रयणप्पभाए पुढवीए चत्तालीसं जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता, एत्थ णं चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो चमरचंचा णामं रायहाणी पण्णत्ता एग जोयणसयसहस्सं आयाम-विक्खंभेणं जंबदीवप्पमाणा | पागारो दिवढं जोयणसयं उड्ढं उच्चत्तेणं, मूले पण्णासं जोयणाइं विक्खंभेणं, उवरिं अद्धतेरसजोयणाई विक्खंभेणं । कविसीसगा अद्धजोयणा आयामेणं कोसं विक्खंभेणं देसूणं अद्धजोयणं उड्ढं उच्चत्तेणं । एगमेगाए बाहाए पंच पंच दारसया अड्ढाइज्जाइं जोयणसयाई उड्ढं उच्चत्तेणं, अद्धं विक्खंभेणं। उवयारियलेणं सोलसजोयण सहस्साइं आयाम- विक्खंभेणं, पण्णासं जोयणसहस्साइं पंच य सत्ताणउ य जोयणसए किंचि विसेसूणे परिक्खेवेणं सव्वप्पमाणं वेमाणियप्पमाणस्स अद्धं णेयव्वं। [सभा सुहम्मा, उत्तर पुरत्थिमेणं जिणधरं, ततोववायसभा, हरओ, अभिसेय, अलंकारो जहा विजयस्स।] [उववाओ संकप्पो, अभिसेय विभूसणा य ववसाओ | अच्चणिय सिद्धायण गमो, वि य चमर परिवार इड्ढत्तं ॥] ॥ अट्ठमो उद्देशो समत्तो || Page #70 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त णवमो उद्देसो किमिदं भंते ! समयखेत्ते त्ति पुवच्चइ ? गोयमा ! अड्ढाइज्जा दीवा दो य समुद्दा एस णं एवइए समयखेत्तेत्ति पवुच्चइ, तत्थ णं अयं जंबुद्दीवे दीवे सव्वदीवसमुद्दाणं सव्वब्भंतरं, एवं जीवाभिगमवत्तव्वया णेयव्वा जाव अभिंतरं पुक्खरद्धं जोइसविहूणं । | णवमो उद्देशो समत्तो || दसमो उद्देसो कइ णं भंते ! अत्थिकाया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच अत्थिकाया पण्णत्ता, तं जहा- धम्मत्थिकाए, अधम्मत्थिकाए आगासत्थिकाए, जीवत्थिकाए, पोग्गलत्थिकाए । २ धम्मत्थिकाए णं भंते! कइवण्णे, कइगंधे, कइरसे, कइफासे ? गोयमा! अवण्णे, अगंधे, अरसे, अफासे, अरूवी, अजीवे, सासए, अवट्ठिए लोगदव्वे। से समासओ पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ, गुणओ | दव्वओ णं धम्मत्थिकाए एगे दव्वे, खेत्तओ णं लोगप्पमाणमेत्ते, कालओ ण कयाइ ण आसि, ण कयाइ णत्थि जाव णिच्चे, भावओ अवण्णे अगंधे अरसे अफासे, गुणओ गमणगुणे । अहम्मत्थिकाए वि एणं, णवरं गुणओ ठाणगुणे । आगासत्थिकाए वि एगं चेव, णवरं खेत्तओ णं आगासत्थिकाए लोयालोयप्पमाणमेत्ते, अणंते चेव जाव गुणओ अवगाहणागुणे । जीवत्थिकाए णं भंते ! कइवण्णे, कइगंधे, कइरसे, कइफासे ? गोयमा ! अवण्णे जाव अरूवी, जीवे सासए, अवट्ठिए लोगदव्वे। से समासओ पंचविहे पण्णत्ते तं जहा- दव्वओ जाव गुणओ। दव्वओ णं जीवत्थिकाए अणंताई जीवदव्वाइं, खेत्तओ लोगप्पमाणमेत्ते, कालओ ण कयाइ ण आसी जाव णिच्चे, भावओ पुण अवण्णे अगंधे अरसे अफासे, गुणओ उवओगगुणे। पोग्गलत्थिकाए णं भंते ! कइवणे, कइगंधरसफासे ? गोयमा ! पंचवण्णे, पंचरसे, दुगंधे, अट्ठफासे, रूवी, अजीवे, सासए, अवट्ठिए, लोगदव्वे । से समासओ पंचविहे पण्णत्ते तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ, गुणओ | दव्वओ णं पोग्गलत्थिकाए अणंताइ दव्वाइं, खेत्तओ लोयप्पमाणमेत्ते, कालओ ण कयाइ ण आसी जाव णिच्चे, भावओ वण्णमंते गंधरसफासमंते । गुणओ गहणगुणे | Page #71 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ७ एगे भंते ! धम्मत्थिकायपदेसे धम्मत्यिकाए त्ति वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! णो इणटे समटे | एवं दोण्णि वि तिण्णि वि चत्तारि वि पंच छ सत्त अट्ठ णव दस संखेज्जा । असंखेज्जा भंते ! धम्मत्थिकायपएसा 'धम्मत्थिकाए' त्ति वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! णो इणढे समढे | एगपएसणे वि य णं भंते ! धम्मत्थिकाए धम्मत्थिकाए त्ति वत्तव्वं सिया ? १० | णो इणढे समढे । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- एगे धम्मत्थिकायपएसे णो धम्मत्थिकाए त्ति वत्तव्वं सिया जाव एगपएसूणे वि य णं धम्मत्थिकाए णो धम्मत्थिकाए त्ति वत्तव्वं सिया ? से णूणं गोयमा ! खंडे चक्के ? सकले चक्के ? भगवं ! णो खंडे चक्के, सकले चक्के, एवं छत्ते, चम्मे, दंडे, दूसे, आउहे, मोयए; से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ, एगे धम्मत्थिकाय पएसे णो धम्मत्थिकाए त्ति वत्तव्वं सिया जाव एग पएसूणे वि य णं धम्मत्थिकाए णो धम्मत्थिकाए त्ति वत्तव्वं सिया । से किं खाइए णं भंते ! धम्मत्थिकाए त्ति वत्तव्वं सिया ? गोयमा! असंखेज्जा धम्मत्थिकाए पएसा, ते सव्वे कसिणा पडिपुण्णा णिरवसेसा एगगहणगहिया एस णं गोयमा! धम्मत्थिकाए त्ति वत्तव्वं सिया, एवं अहम्मत्थिकाए वि, आगासत्थिकाय वि, जीवत्थिकाय, पोग्गलत्थिकाया वि एवं चेव णवरं तिण्णं पि पएसा अणंता भाणियव्वा, सेसं तं चेव । जीवे णं भंते ! सउट्ठाणे सकम्मे सबले सवीरिए सपरिसक्कार- परक्कमे आयभावेणं जीवभावं उवदंसेतीति वत्तव्वं सिया ? हंता गोयमा! जीवे णं जाव उवदंसेतीति वत्तव्वं सिया । से केणतुणं भंते ! जाव वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! जीवे णं अणंताणं आभिणिबोहियणाण-पज्जवाणं एवं सुयणाण- पज्जवाणं ओहिणाणपज्जवाणं मणपज्जवणाणपज्जवाणं केवलणाणपज्जवाणं मइ-अण्णाणपज्जवाणं सुयअण्णाणपज्जवाणं विभंगणाणपज्जवाणं चक्खुदसणपज्जवाणं अचक्खुदंसणपज्जवाणं ओहिदंसणपज्जवाणं केवलदसणपज्जवाणं उवओगं गच्छड़, उवओगलक्खणे णं जीवे, से एएणद्वेणं एवं वुच्चइ गोयमा ! जीवे णं सउट्ठाणे जाव वत्तव्वं सिया | कइविहे णं भंते ! आगासे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे आगासे पण्णत्ते, तं जहा- लोयागासे य आलोयागासे य । लोयागासे णं भंते ! किं जीवा, जीवदेसा, जीवप्पएसा, अजीवा, अजीवदेसा, अजीवप्पएसा ? 61 Page #72 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १६ १७ १८ १९ २० २१ २२ २३ भगवई सुत्त गोयमा ! जीवा वि जीवदेसा वि जीवप्पएसा वि, अजीवा वि अजीवदेसा वि अजीवप्पएसा वि। जे जीवा ते णियमा एगिंदिया बेइंदिया तेइंदिया चउरिंदिया पंचिंदिया अणिंदिया, जे जीवदेसा ते णियमा एगिंदियदेसा जाव अणिदियदेसा, जे जीवप्पएसा ते णियमा एगिंदियपएसा जाव अणिदियपएसा, जे अजीवा ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- रूवी य अरूवी य, जे रूवी ते चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहा - खंधा, खंधदेसा, खंधपएसा, परमाणुपोग्गला । जे अरूवी तं पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा - धम्मत्थिकाए, णो धम्मत्थिकायस्स देसे, धम्मत्थिकायस्स पएसा, अधम्मत्थिकाए, णो अधम्मत्थिकायस्स देसे, अधम्मत्थिकायस्स पएसा, अद्धासमए । अलोयागासे णं भंते ! किं जीवा ? पुच्छा तह चेव । गोयमा ! णो जीवा जाव णो अजीवप्पएसा, एगे अजीवदव्वदेसे, अगरुलहुए अहं अगरुयलहुयगुणेहिं संजुत्ते सव्वागासे अनंतभागूणे । धम्मत्थिकाए णं भंते ! केमहालए पण्णत्ते । गोयमा ! लोए लोयमेत्ते लोयप्पमाणे लोयफुडे लोयं चेव फुसित्ता णं चिट्ठइ, एवं अहम्मत्थिकाए लोयागासे जीवत्थिकाए पोग्गलत्थिकाए पंच वि एक्काभिलावा। अहोलोए णं भंते ! धम्मत्थिकायस्स केवइयं फुसइ ? गोयमा ! साइरेगं अद्धं फुसइ । तिरियलोए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! असंखेज्जइभागं फुसइ । उड्ढलोए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! देसूणं अद्धं फुस । इमा णं भंते ! रयणप्पभापुढवी धम्मत्थिकायस्स किं संखेज्जइभाई फुसइ, असंखेज्जइभागं फुसइ, संखेज्जे भागे फुसइ, असंखेज्जे भागे फुसइ, सव्वं फुसइ ? गोयमा ! णो संखेज्जइभागं फुसइ, असंखेज्जइभागं फुसइ, णो संखेज्जे, असंखेज्जे, णो सव्वं फुसइ । इमीसे णं भंते! रयणप्पभाए पुढवीए घणोदही, धम्मत्थिकायस्स पुच्छा, किं संखेज्जइभागं फुसइ? जहा रयणप्पभा तहा घणोदही, घणवाय, तवाया । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीसए उवासंतरे धम्मत्थिकायस्स किं संखेज्जइभागं फुसइ, असंखेज्जइभागं फुसइ जाव सव्वं फुसइ ? गोयमा ! संखेज्जइभागं फुसइ, णो असंखेज्जइभागं फुसइ, णो संखेज्जे, णो असंखेज्जे, णो सव्वं फुसइ । उवासंतराइंसव्वाई जहा रयणप्पभाए पुढवीए वत्तव्वया भणिया, एवं जाव अहेसत्तमाए । जंबूदीवाइया दीवा, लवणसमुद्दाइया समुद्दा, एवं सोहम्मे कप्पे जाव ईसीपब्भारा 62 Page #73 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त पुढवी, एए सव्वे वि असंखेज्जइभागं फुसइ, सेसा पडिसेहियव्वा। एवं अधम्मत्थिकाए, एवं लोयागासे वि । पुढवोदही घण तणू, कप्पा गेवेज्जणुत्तरा सिद्धी । संखेज्जइभागं अंतरेसु, सेसा असंखेज्जा || || दसमो उद्देशो समत्तो || || बीअ संत्त समत्तं || तइ सतं पढमो उद्देसो केरिसी विउव्वणा चमर, किरिय जाणित्थि णगरपाला य । अहिवड़ इंदिय परिसा, तइयम्मि सए दस उद्देसा || तेणं कालेणं तेणं समएणं मोया णामं णयरी होत्था, वण्णओ | तीसे णं मोयाए णयरीए बहिया उत्तरपुरत्थिमे दिसिभागे गंदणे णामं चेइए होत्था, वण्णओ। तेणं कालेणं तेणं समएणं सामी समोसढे । परिसा णिग्गच्छइ । पडिगया परिसा। तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स दोच्चे अंतेवासी अग्गिभूई णामं अणगारे गोयमगोत्तेणं सत्तुस्सेहे, जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी- चमरे णं भंते ! अरिंदे असुरराया के महिड्ढीए, के महज्जुईए, के महाबले, के महायसे, के महासोक्खे, के महाणुभागे, केवइयं च णं पभू विउव्वित्तए ? गोयमा ! चमरे णं असुरिंदे असुरराया महिड्ढीए जाव महाणुभागे । से णं तत्थ चउत्तीसाए भवणावाससयसहस्साणं, चउसट्ठीए सामाणियसाहस्सीणं, तायत्तीसाए तायत्तीसगाणं जाव विहरइ। एमहिड्ढीए जाव एमहाणुभागे । एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, से जहा णामए जुवई जुवाणे हत्थेणं हत्थे गेण्हेज्जा, चक्कस्स वा णाभी अरगाउत्ता सिआ, एवामेव गोयमा ! चमरे असुरिंदे असुरराया वेउव्विय-समुग्घाएणं समोहण्णइ, समोहणित्ता संखेज्जाइं जोयणाइं दंड णिस्सरइ, तंजहा- रयणाणं जाव रिट्ठाणं अहाबायरे पोग्गले परिसाडेइ, परिसाडेत्ता अहासुहमे पोग्गले परियाएइ परियाइत्ता दोच्चं पि वेठव्वियसमुग्घाएणं समोहण्णइ समोहणित्ता पभू णं गोयमा ! चमरे असुरिंदे, असुरराया केवलकप्पं जंबूदीवं दीवं बहूहिं असुरकुमारेहिं देवेहिं य देवीहिं य आइण्णं विइकिण्णं उवत्थडं संथडं फुडं अवगाढावगाढं करेत्तए; अदुत्तरं णं गोयमा ! पभू चमरे असुरिंदे असुरराया तिरियमसंखेज्जे दीवसमुद्दे बहुहिं असुरकुमारेहिं देवेहिं, देवीहि य आइण्णे, विइकिण्णे उवत्थडे संथडे फुडे अवगाढावगाढे करेत्तए | एस णं गोयमा ! चमरस्स असुरिंदस्स असुररण्णो अयमेयारूवे विसए, विसयमेत्ते बुइए, णो चेव णं संपत्तीए विउव्विंस वा, विउव्वइ वा, विउव्विस्सइ वा । Page #74 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 19 ७ भगवई सुत्त जइ णं भंते ! चमरे असुरिंदे असुरराया एमहिड्ढीए जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुररण्णो, सामाणिया देवा के एमहिड्ढीया जाव केवइयं च णं पभू विउव्वित्तए ? गोयमा ! चमरस्स असुरिंदस्स, असुररण्णो सामाणिया देवा महिड्ढीया जाव महाणुभागा । ते णं तत्थ साणं साणं भवणाणं, साणं साणं सामाणियाणं, साणं साणं अग्गमहिसीणं, जाव दिव्वाइं भोगभोगाइं भुंजमाणा विहरंति, एमहिड्ढीया जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए । से जहाणामए जुवई जुवाणे हत्थेणं हत्थे गेण्हेज्जा, चक्कस्स वा णाभी अरगाउत्ता सिया, एवामेव गोयमा ! चमरस्स असुरिंदस्स, असुररण्णो एगमेगे सामाणियदेवे वेउव्विय समुग्धाएणं समोहण्णइ, समोहणित्ता जाव दोच्चं पि वेउव्वियसमुग्धाएणं समोहणइ, समोहणित्ता पभू णं गोयमा ! चमरस्स असुरिंदस्स असुररण्णो एगमेगे सामाणियदेवे केवलकप्पं जंबूदीवं दीवं बहूहिं असुरकुमारेहिं देवेहिं देवीहि य आइण्णं, विइकिण्णं, उवत्थडं, संथडं, फुडं अवगाढावगाढं करेत्तए । अदुत्तरं च णं गोयमा ! पभू चमरस्स असुरिंदस्स असुररण्णो एगमेगे सामाणिय देवे तिरियमसंखेज्जे दीवसमुद्दे बहूहिं असुरकुमारेहिं देवेहिं, देवीहि य आइण्णे, विइकिण्णे, उवत्थडे, संथडे, फुडे, अवगाढावगाढे करेत्तए, एस णं गोयमा ! चमरस्स असुरिंदस्स, असुररण्णो एगमेगस्स सामाणियदेवस्स अयमेयारूवे विसए, विसयमेत्ते बुइए, णो चेव णं सपंत्तीए विउव्विंसु वा, विउव्वइ वा, विउव्विस्सइ वा । जइ णं भंते ! चमरस्स असुरिंदस्स, असुररण्णो सामाणियदेवा एमहिड्ढीया जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, चमरस्स णं भंते! असुरिंदस्स असुररण्णो तायत्तीसया देवा के महिड्ढीया? तायत्तीसया देवा जहा सामाणिया तहा णेयव्वा । लोयपाला तहेव, णवरं संखेज्जा दीव-समुद्दा भाणियव्वा । जइ णं भंते ! चमरस्स असुरिंदस्स असुररण्णो लोगपाला देवा एमहिड्ढीया जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुररण्णो अग्गमहिसीओ देवीओ के महिड्ढीयाओ जाव केवइयं च णं पभू विउव्वित्तए ? गोयमा ! चमरस्स णं असुरिंदस्स असुररण्णो अग्गमहिसीओ देवीओ महिड्ढियाओ जाव महाणुभागाओ, ताओ णं तत्थ साणं साणं भवणाणं, साणं साणं सामाणियसाहस्सीणं, साणं साणं महत्तरियाणं साणं साणं परिसाणं जाव एमहिड्ढियाओ । अण्णं जहा लोगपालाणं अपरिसेसं । सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति । भगवं दोच्चे गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ, णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव तच्चे गोयमे वाउभूई अणगारे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता तच्चं गोयमं वाउभूइं अणगारं एवं वयासी एवं खलु गोयमा ! चमरे असुरिंदे असुरराया एमहिड्ढीए, तं चेव एवं सव्वं अपुट्ठवागरणं णेयव्वं अपरिसेसियं जाव अग्गमहिसीणं वत्तव्वया सम्मत्ता । तए णं से तच्चे गोयमे वाउभूई अणगारे दोच्चस्स गोयमस्स अग्गिभूइस्स अणगारस्स एवमाइक्खमाणस्स 64 Page #75 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त भासमाणस्स पण्णवेमाणस्स परूवेमाणस्स एयमटुं णो सद्दहइ, णो पत्तियइ, णो रोएइ; एयमटुं असद्दहमाणे अपत्तियमाणे अरोएमाणे उहाए उद्वेइ, उहाए उद्वित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छड़ जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी- एवं खलु भंते ! दोच्चे गोयमे अग्गिभूई अणगारे ममं एवमाइक्खड़ भासइ पण्णवेइ परूवेइ- एवं खलु गोयमा ! चमरे असुरिंदे असुरराया एमहिड्ढीए जाव महाणुभागे । से णं तत्थ चोत्तीसाए भवणावाससयसहस्साणं, एवं तं चेव सव्वं अपरिसेसं भाणियव्वं जाव अग्गमहिसीणं वत्तव्वया सम्मत्ता | से कहमेयं भंते! एवं ? गोयमा ! त्ति समणे भगवं महावीरे तच्चं गोयमं वाउभूइं अणगारं एवं वयासी- जं णं गोयमा ! दोच्चे गोयमे अग्गिभूई अणगारे तव एवामाइक्खड़ भासइ पण्णवेइ परूवेइ- एवं खलु गोयमा ! चमरे असुरिंदे असुरराया महिड्ढीए एवं तं चेव सव्वं जाव अग्गमहिसीओ | सच्चे णं एसमटे | अहं पिणं गोयमा! एवमाइक्खामि भासामि पण्णवेमि परूवेमि- एवं खल गोयमा ! चमरे असुरिंदे असुरराया महिड्ढीए तं चेव जाव अग्गमहिसीओ | सच्चे णं एसमढे। सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति तच्चे गोयमे वाउभूई अणगारे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव दोच्चे गोयमे अग्गिभूई अणगारे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता दोच्चं गोयमं अग्गिभूइं अणगारं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एयमटुं सम्मं विणएणं भुज्जो भुज्जो खामेइ । तए णं से तच्चे गोयमे वाउभूई अणगारे दोच्चेणं गोयमेणं अग्गिभूइणामेणं अणगारेणं सद्धिं जेणेव समणे भगवं महावीरे जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी- जइ णं भंते ! चमरे असुरिंदे असुरराया एमहिड्ढीए जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, बली णं भंते ! वइरोयणिंदे वइरोयणराया के महिड्ढीए जाव केवइयं च णं पभू विउव्वित्तए ? गोयमा ! बली णं वइरोयणिंदे वइरोयणराया महिड्ढीए जाव महाणुभागे, से णं तत्थ तीसाए भवणावाससयसहस्साणं, सट्ठीए सामाणियसाहस्सीणं, सेसं जहा चमरस्स तहा बलिस्स वि णेयव्वं, णवरं साइरेगं केवलकप्पं जंबूद्दीवं ति भाणियव्वं, सेसं तं चेव णिरवसेसं णेयव्वं, णवरं णाणत्तं जाणियव्वं भवणेहिं, सामाणिएहिं य । सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति तच्चे गोयमे वाउभूई अणगारे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता पच्चासण्णे णाइदूरे सुस्सूसमाणे णमंसमाणे अभिमुहे विणएणं पंजलिउडे पज्जुवासइ । तएणं से दोच्चे गोयमे अग्गिभूई अणगारे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- जइ णं भंते ! बली वइरोयणिंदे वइरोयणराया एमहिड्ढीए जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, धरणे णं भंते ! णागकुमारिंदे, णागकुमारराया के महिड्ढीए जाव केवइयं च णं पभ विउव्वित्तए ? Page #76 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० ११ भगवई सुत्त गोयमा ! धरणे णं णागकुमारिंदे णागकुमारराया महिड्ढीए जाव महाणुभागे । से णं तत्थ चोयालीसाए भवणावाससयसहस्साणं, छण्हं सामाणियसाहस्सीणं, तायत्तीसाए तायत्तीसगाणं, चउन्हं लोगपालाणं, छण्हं अग्गमहिसीणं सपरिवाराणं, तिन्हं परिसाणं, सत्तण्हं अणियाणं, सत्तण्हं अणियाहिवईणं चउव्वीसाए आयरक्खदेव साहस्सीणं, अण्णेसिं च जाव विहरइ । एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए - से जहा णामए जुवई जुवाणे जाव पभू केवलकप्पं जंबूदीवं दीवं जाव तिरियं संखेज्जे दीवसमुद्दे बहूहिं णागकुमारीहिं जाव णो विउव्विस्संति वा । सामाणिया, तायत्तीसग-लोगपाला, अग्गमहिसीओ य तहेव जहा चमरस्स णवरं संखेज्जे दीवसमुद्दे भाणियव्वे । एवं जाव थणियकुमारा, वाणमंतरा, जोईसिया वि, णवरं दाहिणिल्ले सव्वे अग्गिभूई पुच्छ्इ, उत्तरिल्ले सव्वे वाउभूई पुच्छइ । भंते! त्ति भगवं दोच्चे गोयमे अग्गिभूई अणगारे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- जइ णं भंते! जोइसिंदे, जोइसराया एमहिड्ढीए जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, सक्के णं भंते! देविंदे देवराया केमहिड्ढीए जाव केवइयं च णं पभू विउव्वित्तए ? गोयमा ! सक्के णं देविंदे देवराया महिड्ढीए जाव महाणुभागे, से णं तत्थ बत्तीसाए विमाणावाससयसहस्साणं, चउरासीए सामाणियसाहस्सीणं जाव चउन्हं चउरासीणं आयरक्खसाहस्सीणं अण्णेसिं च जाव विहरइ । एमहिड्ढीए जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, एवं जहेव चमरस्स तहेव भाणियव्वं, णवरं दो केवलकप्पे जंबूदीवे दीवे, अवसेसं तं चेव । एस णं गोयमा ! सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो इमेयारूवे विसए विसयमेत्ते बुइए, णो चेव णं संपत्तीए विउव्विंसु वा विउव्वइ वा विउव्विस्सइ वा । जइ णं भंते ! सक्के देविंदे, देवराया एमहिड्ढीए जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, एवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी तीसए णामं अणगारे पगइभद्दए जाव विणीए, छट्टंछट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं अप्पाणं भावेमाणे बहुपडिपुण्णाई अट्ठ संवच्छराइं सामण्णपरियागं पाउणित्ता मासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसित्ता, सट्ठि भत्ताइं अणसणाए छेदित्ता, आलोइयपडिक्कंते, समाहिपत्ते, कालमासे कालं किच्चा सोहम्मे कप्पे सरांसि विमाणंसि, उववायसभाए देवसयणिज्जंसि देवदूतरिए अंगुलस्स असंखेज्जइभागमेत्ताए ओगाहणाए सक्कस्स देविंदस्स, देवरण्णो सामाणिय देवत्ताए उववण्णे, तएणं से तीसए देवे अहुणोववण्णमेत्ते समाणे पंचविहाए पज्जत्तीए पज्जत्तिभावं गच्छइ, तं जहाआहारपज्जत्तीए, सरीर - इंदिय-आण - पाणपज्जत्तीए, भासा - मणपज्जत्तीए । तएणं तं तीसयं देवं पंचविहाए पज्जत्तीए पज्जत्ति भावं गयं समाणं सामाणियपरि सोववण्णया देवा करयलपरिग्गहियं दसणहं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्टु जएणं विजएणं वद्धाविति, वद्धावित्ता एवं वयासी- अहो ! णं देवाणुप्पिएहिं दिव्वा देविड्ढी दिव्वा देवज्जुई दिव्वे देवाणुभावे लद्धे पत्ते अभिसमण्णागए; जारिसिया णं देवाणुप्पिएहिं दिव्वा देविड्ढी, दिव्वा देवज्जुई दिव्वे देवाणुभावे लद्धे पत्ते अभिसमण्णागए; तारिसिया णं सक्केणं वि देविंदेण देवरण्णा दिव्वा 66 Page #77 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२ १३ १४ १५ भगवई सुत्त देविड्ढी जाव अभिसमण्णागए । जारिसिया णं सक्केणं देविंदेणं देवरण्णा दिव्वा देविड्ढी जाव अभिसमण्णागए; तारिसिया णं देवाणुप्पिएहिं वि दिव्वा देविड्ढी जाव अभिसमण्णाग । से णं भंते! तीस देवे के महिड्ढीए जाव केवइयं च णं पभू विउव्वित्तए ? गोयमा ! तीसए णं देवे महिड्ढीए जाव महाणुभागे । से णं तत्थ सयस्स विमाणस्स, चउण्हं सामाणियसाहस्सीणं, चउन्हं अग्गमहिसीणं सपरिवाराणं, तिन्हं परिसाणं, सत्तण्हं अणियाणं, सत्तण्हं अणियाहिवईणं, सोलसण्हं आयरक्खदेव साहस्सीणं, अण्णेसिं च बहूणं वेमाणियाणं देवाणं, देवीणं य जाव विहरइ । एमहिड्ढीए जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए । से जहा णामए जुवइं जुवाणे हत्थेणं हत्थे गेण्हेज्जा, जहेव सक्क्स तहेव जाव एस णं गोयमा ! तीसयस्स देवस्स अयमेयारूवे विसए, विसयमेत्ते बुइए, णो चेव णं संपत्तीए विउव्विंसु वा, विउव्वइ वा, विउव्विस्सइ वा । जइ णं भंते ! तीसए देवे महिड्ढीए जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, सक्कस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो अवसेसा सामाणिया देवा के महिड्ढीया ? तहेव सव्वं जाव एस णं गोयमा ! सक्क्स्स देविंदस्स देवरण्णो एगमेगस्स सामाणियस्स देवस्स इमेयारूवे विसए विसयमेत्ते बुइए, णो चेव णं संपत्तीए विउव्विंसु वा विउव्वंति वा विउव्विस्संति वा, तायत्तीसा य लोगपाल अग्ग्महिसीणं जहेव चमरस्स, णवरं-दो केवलकप्पे जंबूदीवे दीवे, अण्णं तं चेव ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ भंते ! त्ति भगवं तच्चे गोयमे वाउभूई अणगारे समणं भगवं जाव एवं वयासी- जइ णं भंते ! सक्के देविंदे देवराया एवं महिड्ढीए जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, ईसाणे णं भंते ! देविंदे देवराया के महिड्ढीए ? एवं तहेव, णवरं साहिए दो केवलकप्पे जंबूदीवे दीवे, अवसेसं तहेव । जइ णं भंते ! ईसाणे देविंदे देवराया एमहिड्ढीए जाव एवइयं च णं पभू विउव्वित्तए, एवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी कुरुदत्तपुत्ते अणगारे पगइभद्दए, जाव विणीए, अट्ठमंअट्ठमेणं अणिक्खित्तेणं पारणए आयंबिलपरिग्गहिएणं तवोकम्मेणं उड्ढं बाहाओ पगिज्झिय पगिज्झिय सूराभिमूहे आयावणभूमिए आयावेमाणे बहुपडिपुणे छम्मासे सामण्णपरियागं पाउणित्ता, अद्धमासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसित्ता, तीसं भत्ताई अणसणाई छेदित्ता, आलोइयपडिक्कंते, समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा ईसाणे कप्पे सरांसि विमाणंसि, जा चेव तीसए वत्तव्वया सच्चेव अपरिसेसा कुरुदत्तपुत्ते वि । णवरं साइरेगे दो केवलकप्पे जंबूदीवे दीवे, अवसेसं तं चेव । एवं सामाणिय-तायत्तीसग-लोगपाल-अग्ग्महिसीणं जाव एस णं गोयमा ! ईसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो एवं एगमेगाए अग्गमहिसीए देवीए अयमेयारूवे विस विसयमेत्ते बुइए, णो चेव णं संपत्तीए विउव्विंसु वा विउव्वंति वा विउव्विस्संति वा । एवं सणंकुमारे वि, णवरं चत्तारि केवलकप्पे जंबूदीवे दीवे, अदुत्तरं च णं तिरियमसंखेज्जे । एवं सामाणिय-तायत्तीस-लोगपाल [ अग्गमहिसीणं] असंखेज्जे दीवसमुद्दे सव्वे विउव्वंति । 67 Page #78 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | १६ | १७ १८ भगवई सुत्त सणंकुमाराओ आरद्धा उवरिल्ला लोगपाला सव्वे वि असंखेज्जे दीव-समुद्दे विउव्वंति । एवं माहिंदे वि णवरं-सातिरेगे चत्तारि केवलकप्पे जंबूदीवे दीवे । एवं बंभलोए वि, णवरं अट्ठ केवलकप्पे। एवं लंतए वि, णवरं साइरेगे अट्ठ केवलकप्पे । महासुक्के सोलस केवलकप्पे । सहस्सारे साइरेगे सोलस । एवं पाणए वि, णवरं बत्तीसं केवलकप्पे । एवं अच्चुए वि, णवरं साइरेगे बत्तीसं केवलकप्पे जंबूदीवे दीवे, अण्णं तं चेव ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते! ॥ तए णं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइं मोयाओ णयरीओ णंदणाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता बहिया जणवयविहारं विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे होत्था । वण्णओ। जाव परिसा पज्जु- वासइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं ईसा देविंदे देवराया, सूलपाणी, वसहवाहणे, उत्तरड्ढलोगाहिवई, अट्ठावीसविमाणावाससयसहस्साहिवई, अरयंबरवत्थधरे, आलइयमालमउडे, णवहेमचारुचित्तचंचलकुंडलविलिहिज्जमाणगंडे जाव दस दिसाओ उज्जोवेमाणे पभासेमाणे; ईसाणे कप्पे, ईसाणवडिंसए विमाणे, जहेव रायप्पसेणइज्जे जाव दिव्वं देविड्ढि जाव उवदंसित्ता जामेव दिसिं पाउब्भू तामेव दिसिं पडिगए । भंते ! त्ति, भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीअहो णं भंते ! ईसाणे देविंदे देवराया महिड्ढीए जाव महाणुभागे । ईसाणस्स णं भंते ! सा दिव्वा देविड्ढी कहिं गया ? कहिं अणुपविट्ठा? गोयमा ! सरीरं गया, सरीरं अणुपविट्ठा । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- सरीरं गया ? सरीरं अणुपविट्ठा ? गोयमा ! से जहाणामए कूडागारसाला सिया दुहओ लित्ता, गुत्ता, गुत्तदुवारा णिवाया णिवायगंभीरा, तीसे णं कूडागारसालाए एवं दिट्ठतो भाणियव्वो । ईसाणेणं भंते ! देविंदेणं देवरण्णा सा दिव्वा देविड्ढी दिव्वा देवज्जुई दिव्वे देवाणुभागे किण्णा लद्धे ? किण्णा पत्ते ? किण्णा अभिसमण्णागए ? के वा एस आसी पुव्वभवे ? किंणामए वा? किंगोत्ते वा ? कयरंसि वा गामंसि वा णगरंसि वा जाव सण्णिवेसंसि वा ? किं वा सोच्चा ? किं वा दच्चा ? किं वा भोच्चा? किं वा किच्चा ? किं वा समायरित्ता ? कस्स वा तहारूवस्स वा समणस्स वा, माहणस्स वा अंतिए एगमवि आरियं, धम्मियं सुवयणं सोच्चा, णिसम्म ? जं णं ईसाणेणं देविंदेणं देवरण्णा सा दिव्वा देविड्ढी जाव अभिसमण्णागया ? एवं खलु गोयमा ! तेणं कालेणं, तेणं समएणं इहेव जंबूदीवे दीवे, भारहे वासे, तामलित्ती णामं णयरी होत्था, वण्णओ । तत्थ णं तामलित्तीए णयरीए तामली णामं मोरियपुत्ते गाहावई होत्था- अड्ढे, दित्ते जाव बहुजणस्स अपरिभूए यावि होत्था । तए णं तस्स मोरियपुत्तस्स तामलिस्स गाहावइस्स अण्णया कयाई पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि कुटुंबजागरियं जागरमाणस्स इमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था - अत्थि ता मे पुरा पोराणाणं सुचिण्णाणं सुपरिक्कंताणं सुभाणं कल्लाणाणं कडाणं कम्माणं कल्लाणफलवित्तिविसेसे, जेणाहं हिरण्णेणं वड्ढामि, सुवण्णेणं वड्ढामि, धणेणं वड्ढामि, धण्णेणं 68 Page #79 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त वड्ढामि, पुत्तेहिं वड्ढामि, पसूहि वड्ढामि, विपुलधण-कणग-रयण-मणि-मोत्तियं-संखसिलप्पवाल-रत्तरयण-संतसारसावएज्जेणं अईव अईव अभिवड्ढामि। तं किं णं अहं पुरा पोराणाणं, सुच्चिण्णाणं, जाव कडाणं कम्माणं एगंतसो खयं उवेहमाणे विहरामि ? तं जाव- ताव अहं हिरण्णेणं वड्ढामि जाव अईव अईव अभिवड्ढामि, जावं च णं मे मित्त-णाइ-णियगसंबंधि-परियणो आढाइ, परियाणाइ, सक्कारेइ, सम्माणेइ, कल्लाणं, मंगलं, देवयं, चेइयं विणएणं पज्जुवासइ, तावता मे सेयं कल्लं पाउप्पभायाए रयणीए जाव जलंते, सयमेव दारुमयं पडिग्गहं करेत्ता, विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं उवक्खडावेत्ता, मित्त-णाइ-णियग-सयण-संबंधि-परियणं आमंतेत्ता, तं मित्त-णाइ-णियग-संबंधिपरियणं विउलेणं असण-पाण-खाइम-साइमेणं, वत्थ-गंध-मल्ला-लंकारेण य सक्कारेत्ता, सम्माणेत्ता तस्सेव मित्त- णाइ- णियग-संबंधि-परियणस्स पुरओ जेट्टपुत्तं कुटुंबे ठावेत्ता, तं मित्त-णाइणियग-संबंधि-परियणं, जेट्ठपुत्तं च आपुच्छित्ता सयमेव दारुमयं पडिग्गहं गहाय मुंडे भवित्ता पाणामाए पव्वज्जाए पव्वइत्तए, पव्वइए वि य णं समाणे इमं एयारूवं अभिग्गहं अभिगिहिस्सामि कप्पड़ मे जावज्जीवाए छटुंछट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं उड्ढं बाहाओ पगिज्झिय पगिज्झिय सूराभिमुहस्स आयावणभूमीए आयावेमाणस्स विहरित्तए, छट्ठस्स वि य णं पारणंसि आयावणभूमीओ पच्चोरुहित्ता सयमेव दारुमयं पडिग्गहं गहाय तामलित्तीए णयरीए उच्च-णीय-मज्झिमाइं कुलाई घरसमुदाणस्स भिक्खायरियाए अडित्ता सुद्धोदणं पडिगाहेत्ता, तं तिसत्तक्खुत्तो उदएणं पक्खालेत्ता तओ पच्छा आहारं आहारित्तए' त्ति कट्ट एवं संपेहेइ । संपेहित्ता, कल्लं पाउप्पभायाए जाव जलंते, सयमेव दारुमयं पडिग्गहं करेइ, करित्ता विउलं असण- पाण- खाइम-साइमं उवक्खडावेइ, उवक्खडावित्ता तओ पच्छा पहाए जाव सुद्धप्पावेसाई मंगल्लाइं वत्थाई पवरपरिहिए, अप्प महग्घाभरणालंकियसरीरे, भोयणवेलाए भोयणमंडवंसि सुहासणवरगए | तएणं मित्त-णाइ-णियग-सयण-संबंधि-परिजणेणं-सद्धिं तं विउलं असण-पाणखाइमं साइमं आसाएमाणे वीसाएमाणे परिभाएमाणे परिभुजेमाणे विहरइ । जिमियभुत्तुत्तरागए वि य णं समाणे आयते चोक्खे परमसुइब्भूए, तं मित्तं जाव परियणं विउलेणं असणपाण-खाइम-साइम-पुप्फ-वत्थ-गंध-मल्लालंक्कारेण य सक्कारेइ सम्माणेइ, तस्सेव मित्त-णाइ जाव परियणस्स पुरओ जेट्टपुत्तं कुटुंबे ठावेइ, ठावेत्ता ते मित्त-णाइ जाव परियणं, जेठं पुत्तं च आपुच्छइ, आपुच्छित्ता मुंडे भवित्ता पाणामाए पव्वज्जाए पव्वइए | पव्वइए वि य णं समाणे इमं एयारूवं अभिग्गहं अभिगिण्हइ- कप्पड़ मे जावज्जीवाए छटुंछटेणं जाव आहारित्तए त्ति कट्ट इमं एयारूवं अभिग्गहं अभिगिण्हइ, अभिगिण्हित्ता जावज्जीवाए छटुं-छट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं उड्ढं बाहाओ पगिज्झिय पगिज्झिय सूराभिमूहे आयावणभूमीए आयावेमाणे विहरइ । छट्ठस्स वि य णं पारणयंसि आयावणभूमीओ पच्चोरुहइ पच्चोरुहित्ता सयमेव दारुमयं पडिग्गहं गहाय तामलित्तीए णयरीए उच्च-णीयमज्झिमाइं कुलाइं घरसमुदाणस्स भिक्खायरियाए अडइ, अडित्ता सुद्धोयणं पडिग्गाहेइ, पडिग्गाहेत्ता तिसत्तक्खुत्तो उदएणं पक्खालेइ, पक्खालेत्ता तओ पच्छा आहारं आहारेइ । 69 Page #80 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २२ सेकेणणं भंते! एवं वुच्चइ पाणामा पव्वज्जा ? गोयमा ! पाणामाए णं पव्वज्जाए पव्वइए समाणे जं जत्थ पासइ - इंदं वा, खंदं वा रुद्दं वा सिवं वा वेसमणं वा अज्जं वा कोट्टकिरियं वा रायं वा जाव सत्थवाहं वा काकं वा साणं वा पाणं वा उच्चं पासइ उच्चं पणामं करेइ, णीयं पासइ णीयं पणामं करेइ, जं जहा पासइ, तस्स तहा पणामं करेइ, से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ पाणामा पव्वज्जा । २३ २४ तएणं से तामली मोरियपुत्ते तेणं ओरालेणं विउलेणं पयत्तेणं पग्गहिएणं बालतवोकम्मेणं सुक्के लुक्खे जाव धमणिसंतए जाए यावि होत्था । तए णं तस्स तामलिस्स बालतवस्सिस्स अण्णया कयाइं पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि अणिच्च- जागरियं जागरमाणस्स इमेयारूवे अज्झत्थिए चिंतिए जाव समुप्पज्जित्था एवं खलु अहं इमेणं ओरालेणं विउलेणं जाव उदग्गेणं उदत्तेणं उत्तमेणं महाणुभागेणं तवोकम्मेणं सुक्के लक्खे जाव धमणिसंतए जाए, तं अत्थि जा मे उट्ठाणे कम्मे बले वीरिए पुरिसक्कारपरक्कमे तावता मे सेयं, कल्लं जाव जलंते, तामलित्तीए णगरीए, दिट्ठाभट्ठे य पासंडत्थे य गिहत्थे य पुव्वसंगइए य पच्छासंगइए य परियायसंगइए य आपुच्छित्ता तामलित्तीए णगरीए मज्झमज्झेणं णिग्गच्छित्ता, पादुगं कुंडियामाइयं उवगरणं, दारुमयं च पडिग्गहं एगंते एडित्ता तामलित्तीए णयरीए उत्तरपुरत्थिमे दिसीभाए णियत्तणियं मंडलं आलिहित्ता संलेहणा झूसणा झूसियस्स भत्तपाणपडियाइक्खियस्स, पाओवगयस्स कालं अणवकंखमाणस्स विहरित्तए त्ति कट्टु एवं संपेहेइ, संपेहेत्ता कल्लं जाव जलते जाव आपुच्छइ, आपुच्छित्ता जाव एगंते एडेड् जाव भत्त-पाणपडियाइक्खिए पाओवगमणं णिवण्णे । तेणं कालेणं तेणं समएणं बलिचंचा रायहाणी अनिंदा अपुरोहिया यावि होत्था । तएणं ते बलिचंचा रायहाणिवत्थव्वया बहवे असुरकुमारा देवा य देवीओ य तामलिं बालतवस्सिं ओहिणा आभोएंति, आभोइत्ता अण्णमण्णं सद्दावेंति, अण्णमण्णं सद्दावेत्ता एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया ! बलिचंचा रायहाणी अनिंदा अपुरोहिया, अम्हे य णं देवाणुप्पिया ! इंदाहीणा इंदाहिट्ठिया इंदाहीणकज्जा, अयं च देवाणुप्पिया ! तामली बालतवस्सी तामलित्तीए णयरीए बहिया उत्तरपुरत्थिमे दिसीभागे णियत्तणियमंडलं आलिहित्ता संलेहणाझूसणा झूसिए भत्तपाणपडिया-इक्खिए पाओवगमणं णिवण्णे । तं सेयं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हे तामलिं बाल- तवस्सिं बलिचंचाए रायहाणीए ठिइपकप्पं पकरावेत्तए त्ति कट्टु अण्णमण्णस्स अंति एयम पडिसुर्णेति, पडिसुणित्ता बलिचंचारायहाणीए मंज्झमज्झेणं णिगच्छंति जेणेव रुयिगदे उप्पायव्वए तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता वेउव्वियसमुग्धाएणं समोहणंति समोहणित्ता जाव उत्तरवेउव्वियाइं रुवाइं विउव्वंति, विउव्वित्ता ताए उक्किट्ठाए तुरियाए चवलाए चंडाए जइणाए छेयाए सीहाए सिग्घाए उद्धुयाए दिव्वाए देवगईए तिरियं असंखेज्जाणं दीवसमुद्दाणं मज्झंमज्झेणं वीईवयमाणा-वीईवयमाणा जेणेव जंबूदीवे दीवे जेणेव भारहे वासे जेणेव तामलित्ती णयरी जेणेव तामली मोरियपुत्ते तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता तामलिस्स बालतवस्सिस्स उप्पिं सपक्खिं सपडिदिसिं ठिच्चा दिव्वं देविड्ढि दिव्वं देवज्जुइं दिव्वं 70 Page #81 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त देवाणुभागं दिव्वं बत्तीसविहं णट्टविहिं उवदंसेंति, उवदंसेत्ता तामलिं बालतवस्सिं तिक्खुत्तो आयाहिण- पयाहिणं करेंति, करेत्ता वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी एवं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हे बलिचंचारायहाणीवत्थव्वया बहवे असुर- कुमारा देवा य, देवीओ य देवाणुप्पियं वंदामो, णमंसामो जाव पज्जुवासामो । अम्हाणं देवाणुप्पिया ! बलिचंचा रायहाणी अणिंदा अपुरोहिया अम्हे वि य णं देवाणुप्पिया ! इंदाहीणा इंदाहिट्ठिया इंदाहीणकज्जा तं तुब्भे णं देवाणुप्पिया ! बलिचंचारायहाणिं आढाह, परियाणह, सुमरह, अटुं बंधह, णियाणं पकरेह, ठिइपकप्पं पकरेह । तए णं तुब्भे कालमासे कालं किच्चा बलिचंचारायहाणीए उववज्जिस्सह, तएणं तुब्भे अम्हं इंदा भविस्सह, तएणं तुब्भे अम्हेहि सद्धिं दिव्वाइं भोगभोगाइं भुंजमाणा विहरिस्सह । तएणं से तामली बालतवस्सी तेहिं बलिचंचारायहाणिवत्थव्वेहिं बहूहिं असुरकुमारेहिं देवेहिं, देवीहि य एवं वुत्ते समाणे एयमé णो आढाइ, णो परियाणेइ, तुसिणीए संचिट्ठइ । तएणं ते बलिचंचारायहाणिवत्थव्वया बहवे असुरकुमारा देवा य देवीओ तामलिं मोरियपुत्तं दोच्चं पि तच्चपि तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेंति जाव अम्हं च णं देवाणुप्पिया ! बलीचंचारायहाणी अजिंदा जाव ठिइपकप्पं पकरेह जाव दोच्चं पि तच्चं पि एवं वुत्ते समाणे जाव तुसिणीए संचिट्ठइ, तए णं से बलिचंचा रायहाणिवत्थव्वया बहवे असुरकुमारा देवा य देवीओ य तामलिणा बालतवस्सिणा अणाढाइज्जमाणा अपरियाणिज्जमाणा जामेव दिसिं पाउब्भया तामेव दिसिं पडिगया। तेणं कालेणं तेणं समएणं ईसाणे कप्पे अणिंदे अपुरोहिए या वि होत्था । तए णं से तामली बालतवस्सी बहुपडिपुण्णाई सहिँ वाससहस्साइं परियागं पाउणित्ता, दोमासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसित्ता, सवीसं भत्तसयं अणसणाए छेदित्ता, कालमासे कालं किच्चा ईसाणे कप्पे ईसाणवडिंसए विमाणे उववाय-सभाए देवसयणिज्जंसि देवदूसंतरिए अंगुलस्स असंखेज्जइभागमेत्तीए ओगाहणाए ईसाण देविंदविरहकाल समयंसि ईसाणे देविंदत्ताए उववण्णे। तए णं से ईसाणे देविंदे देवराया अहणोववण्णे पंचविहाए पज्जत्तीए पज्जत्तीभावं गच्छइ, तं जहा- आहारपज्जत्तीए जाव भासा-मणपज्जत्तीए | तएणं ते बलिचंचारायहाणिवत्थव्वया बहवे असुरकुमारा देवा य, देवीओ य तामलिं बालतवस्सिं कालगयं जाणित्ता, ईसाणे य कप्पे देविंदत्ताए उववण्णं पासित्ता आसुरत्ता, कुविया, चंडिक्किया, मिसिमिसेमाणा बलिचंचारायहाणीए मज्झमज्झेणं णिग्गच्छंति, ताए उक्किट्ठाए जाव जेणेव भारहे वासे जेणेव तामलित्ती णयरी जेणेव तामलिस्स बालतवस्सिस्स सरीरए तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता वामे पाए संबेण बंधंति, बंधित्ता तिक्खुत्तो महे उहंति, उद्दुहित्ता तामलित्तीए णयरीए सिंघाडग-तिग-चउक्क-चच्चर चउम्मुह-महापहेसु आकड्ढविकड़ढिं करेमाणा, महया महया सद्देणं उग्घोसेमाणा उग्घोसेमाणा एवं वयासी- केस णं भो! से तामली बालतवस्सी सयंगहियलिंगे पाणामाए पव्वज्जाए पव्वइए ? केस णं से ईसाणे कप्पे ईसाणे देविंदे देवराया? त्ति कट्ट तामलिस्स बालतवस्सिस्स सरीरयं हीलंति, जिंदंति, Page #82 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २९ ३० भगवई सुत्त खिसंति, गरिहंति, अवमण्णंति, तज्जंति, तालेंति, परिवहेंति, पव्वहेंति, आकड्ढ-विकड्ढेिं करेंति, हीलेत्ता जाव आकड्ढ - विकड्ढि करेत्ता एगंते एडंति, जामेव दिसिं पाउब्भूया तामेव दिसिं पडिगया । तएणं ते ईसाणकप्पवासी बहवे वेमाणिया देवा य देवीओ य बलिचंचा- रायहाणिवत्थव्वएहिं बहूहिं असुरकुमारेहिं देवेहिं देवीहि य तामलिस्स बाल तवस्सिस्स सरीरयं हीलिज्जमाणं, णिदिज्जमाणं जाव आकड्ढ-विकड्ढेिं कीरमाणं पासंति, पासित्ता आसुरत्ता जाव मिसिमिसेमाणा जेणेव ईसाणे देविंदे देवराया तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता करयलपरिग्गहियं दसणहं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्टु जएणं, विजएणं वद्धावेंति, वद्धावित्ता एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया ! बलिचंचा-रायहाणिवत्थव्वया बहवे असुरकुमारा देवा य देवीओ य देवाणुप्पिए कालगए जाणित्ता, ईसाणे कप्पे इंदत्ताए उववण्णे पासित्ता, आसुरत्ता जाव एगंते एडेंति, जामेव दिसिं पाउब्भूया तामेव दिसिं पडिगया । तएणं से ईसाणे देविंदे देवराया तेसिं ईसाणकप्पवासीणं बहूणं वेमाणियाणं देवाण य देवीण य अंतिए एयमट्ठे सोच्चा णिसम्म आसुरत्ते जाव मिसिमिसेमाणे तत्थेव सयणिज्जवरगए तिवलियं भिउडिं णिडाले साहट्टु बलिचंचारायहाणिं अहे सपक्खिं सपडिदिसिं समभिलोएइ । तणं सा बलिचंचा रायहाणी ईसाणेणं देविंदेणं देवरण्णा अहे सपक्खिं सपडिदिसिं समभिलोइआ समाणी तेणं दिव्वप भावेणं इंगालब्भूया मुम्मुरब्भूया छारियब्भूया तत्तकवेलगब्भूया तत्ता समजोइब्भूया जाया या वि होत्था । तएणं ते बलिचंचारायहाणिवत्थव्वया बहवे असुरकुमारा देवा य देवीओ य तं बलिचंचारायहाणिं इंगालब्भूयं जाव समजोइब्भूयं पासंति, पासित्ता भीया तत्था तसिया उव्विग्गा संजायभया सव्वओ समंता आधावेंति परिधावेंति, आधावित्ता परिधावित्ता अण्णमण्णस्स कायं समतुरंगेमाणा चिट्ठति, तए णं ते बलिचंचारायहा- णिवत्थव्वया बहवे असुरकुमारा देवा य देवीओ य ईसाणं देविदं देवरायं परिकुव्वियं जाणित्ता ईसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो तं दिव्वं देविड्ढिं दिव्वं देवज्जुइं दिव्वं देवाणुभागं दिव्वं तेयलेस्सं असहमाणा सव्वे सपक्खिं सपडिदिसं ठिच्चा करयलपरिग्गहियं दसणहं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्टु जएणं विजएणं वद्धाविंति वद्धावित्ता, एवं वयासी- अहो ! णं देवाणुप्पिएहिं दिव्वा देविड्ढी जाव अभि- समण्णागया, तं दिट्ठा णं देवाणुप्पियाणं दिव्वा देविड्ढी जाव लद्धा, पत्ता, अभि- समण्णागया, तं खामेमो णं देवाणुप्पिया ! खमंतु णं देवाणुप्पिया ! खंतुमरिहंति णं देवाणुप्पिया ! गाइ भुज्जो भुज्जो एवं करणयाए त्ति कट्टु एयमहं सम्मं विणएणं भुज्जो भुज्जो खामेंति । तएणं से ईसाणे देविंदे देवराया तेहिं बलिचंचा- रायहाणिवत्थव्वेहिं बहूहिं असुरकुमारेहिं देवेहिं देवीहि य एयमट्ठे सम्मं विणएणं भुज्जो भुज्जो खामिए समाणे तं दिव्वं देविड्ढि जाव तेयलेस्सं पडिसाहरइ । तप्पभिदं च णं गोयमा ! ते बलिचंचारायहाणिवत्थव्वया बहवे असुरकुमारा देवा य देवीओ य ईसाणं देविंदं देवरायं आढंति जाव पज्जुवासंति, ईसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो आणा- उववायवयण-णिद्देसे चिट्ठेति, एवं खलु गोयमा ! ईसाणेणं देविंदेणं देवरण्णा सा दिव्वा देविड्ढी जाव अभिसमण्णागया। 72 Page #83 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३१ ३२ ३३ ३४ ३५ ३६ ३७ ३८ ३९ ४० ४१ भगवई सुत्त ईसाणस्स णं भंते! देविंदस्स देवरण्णो केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! साइरेगाइं दो सागरोवमाई ठिई पण्णत्ता । ईसाणे णं भंते ! देविंदे देवराया ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं जाव कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं काहि । सक्कस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो विमाणेहिंतो ईसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो विमाणा ईसिं उच्चयरा चेव, ईसिं उण्णयतरा चेव ? ईसाणस्स वा देविंदस्स देवरण्णो विमाणेहिंतो सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो विमाणा ईसिं णीययरा चेव, ईसिं णिण्णयरा चेव ? हंता गोयमा ! सक्कस्स तं चेव सव्वं यव्वं । से केणद्वेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! से जहाणामए करयले सिया देसे उच्चे देसे उण्णए, देसेणीए देसे णिण्णे; से तेणद्वेणं गोयमा ! सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो जाव ईसिं णिण्णयरा चेव । पभू भंते! सक्के देविंदे देवराया ईसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो अंतियं पाउब्भवित्तए ? हंता भू । से णं भंते! किं आढायमाणे पभू अणाढायमाणे पभू ? गोयमा ! आढायमाणे पभू, णो अणाढायमाणे पभू | पभू णं भंते ! ईसाणे देविंदे देवराया सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो अंतियं पाउब्भवित्तए ? हंता । से णं भंते! किं आढायमाणे पभू अणाढायमाणे पभू ? गोयमा ! आढायमाणे वि पभू, अणाढायमाणे वि पभू । पभू णं भंते! सक्के देविंदे देवराया, ईसाणं देविंदं देवरायं सपक्खिं, सपडिदिसिं समभिलोइत्तए? जहा पाउब्भवणा तहा दो वि आलावगा णेयव्वा । पभू णं भंते ! सक्के देविंदे देवराया, ईसाणेणं देविंदेणं देवरण्णा सद्धिं आलावं वा संलावं वा करेत्तए ? हंता गोयमा ! पभू जहा पाउब्भवो । अत्थि णं भंते ! तेसिं सक्कीसाणाणं देविंदाणं देवराईणं किच्चाई करणिज्जाइं समुप्पज्जंति ? हंता अत्थि । से कहमियाणिं पकरेंति ? 73 Page #84 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४३ ४४ ४५ ४६ ४७ ४८ ४९ भगवई सुत्त गोयमा ! ताहे चेवं णं से सक्के देविंदे देवराया ईसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो अंतियं पाउब्भवइ, ईसाणे वा देविंदे देवराया सक्क्स्स देविंदस्स देवरण्णो अंतियं पाउब्भवइ - इति भो सक्का देविंदा देवराया दाहिणड्ढलोगा - हिवई ! इति भो ईसाणा देविंदा देवराया उत्तरड्ढ लोगाहिवई ! इति भो ! इति भो ! त्ति ते अण्णमण्णस्स किच्चाई, करणिज्जाइं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति । अत्थि णं भंते ! तेसिं सक्कीसाणाणं देविंदाणं देवराईणं विवादा समुप्पज्जंति ? हंता अत्थि | से कहमियाणिं पकरेंति ? गोयमा! ताहे चेव णं ते सक्कीसाणा देविंदा देवरायाणो सणकुमारं देविंदं देवरायं मणसीकरेंति । तएणं से सणंकुमारे देविंदे देवराया तेहिं सक्कीसाणेहिं देविंदेहिं देवराईहिं मणसीकए समाणे खिप्पामेव सक्कीसाणाणं देविंदाणं देवराईणं अंतियं पाउब्भवइ, जं से वयइ तस्स आणा उववाय वयण णिद्देसे चिट्ठति । सणंकुमारे णं भंते ! देविंदे देवराया किं भवसिद्धिए ? अभवसिद्धिए ? सम्मदिट्ठी ? मिच्छदिट्ठी? परित्तसंसारए ? अनंतसंसारए ? सुलभबोहिए ? दुल्लभबोहिए ? आराहए ? विराहए ? चरिमे ? अचरिमे ? गोयमा ! सणकुमारे णं देविंदे देवराया भवसिद्धिए, णो अभवसिद्धिए । एवं सम्मदिट्ठि, परित्तसंसारए, सुलभबोहिए, आराहए, चरिमे, पसत्थं णेयव्वं । से केणद्वेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! सणकुमारे देविंदे देवराया बहूणं समणाणं, बहूणं समणीणं बहूणं सावयाणं बहूणं सावियाणं हियकामए सुहकामए पत्थकामए आणुकंपिए णिस्सेयसिएहिय-सुह-णिस्सेयसकामए से तेणट्ठेणं गोयमा ! सणकुमारे णं भवसिद्धिए जाव णो अचरिमे । सणंकुमारस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! सत्त सागरोवमाणि ठिई पण्णत्ता । से णं भंते ! ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं जाव कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं करेहिइ ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ छट्ठट्ठममासो अद्धमासो, वासाइं अट्ठ छम्मासा । तीसग-कुरुदत्ताणं, तव भत्तपरिण्णा परियाओ || उच्चत्त विमाणाणं, पाउब्भव पेच्छणा य संलावे । किच्च विवादुप्पत्ती, सणकुमारे य भवियत्तं ॥ मोया सम्मत्ता ॥ ॥ पढमो उद्देशो समत्तो ॥ 74 Page #85 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त बीओ उद्देसो २ तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे होत्था । जाव परिसा पज्जुवासइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं चमरे असुरिंदे असुरराया चमरचंचाए रायहाणीए, सभाए सुहम्माए, चमरंसि सीहासणंसि, चउसट्टीए सामाणियसाहस्सीहिं जाव णट्टविहिं उवदंसेत्ता, जामेव दिसिं पाउब्भूए तामेव दिसिं पडिगए | भंते ! त्ति भगवं गोयमे समण भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीअत्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए अहे असुरकुमारा देवा परिवसंति? गोयमा ! णो इणढे समढे, एवं जाव अहेसत्तमाए पुढवीए । एवं सोहम्मस्स कप्पस्स अहे जाव [अत्थि णं भंते!] ईसिप्पन्भाराए पुढवीए अहे असुरकुमारा देवा परिवसंति ? णो इणढे समटे | से कहिं खाइ णं भंते ! असुरकुमारा देवा परिवसंति ? गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए असीउत्तरजोयणसयसहस्स- बाहल्लाएएवं असुरकुमारदेव वत्तव्वया जाव दिव्वाइं भोगभोगाइं भुंजमाणा विहरंति । अत्थि णं भंते ! असुरकुमारा देवाणं अहे गइविसए ? हंता, अत्थि । केवइयं च णं भंते ! ते असुरकुमाराणं देवाणं अहे गइविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! जाव अहे सत्तमाए पुढवीए, तच्चं पुण पुढविं गया य गमिस्संति य । किंपत्तियं णं भंते ! असुरकुमारा देवा तच्चं पुढविं गया य गमिस्संति य ? गोयमा ! पुव्ववेरियस्स वा वेदणउदीरणयाए पुव्वसंगइस्स वा वेदण-उवसामणयाए, एवं खलु असुरकुमारा देवा तच्चं पुढविं गया य गमिस्संति य। अत्थि णं भंते ! असुरकुमाराणं देवाणं तिरियं गइविसए पण्णत्ते ? हंता, अत्थि । केवइयं च णं भंते ! असुरकुमाराणं देवाणं तिरियं गइविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! जाव असंखेज्जा दीवसमुद्दा, णंदिस्सरवरं पुण दीवं गया य गमिस्संति य । किंपत्तियं णं भंते ! असुरकुमारा देवा णंदिस्सरवरं दीवं गया य गमिस्संति य ? गोयमा ! जे इमे अरिहंता भगवंतो, एएसि णं जम्मणमहेसु वा णिक्खमणमहेसु वा णाणुप्पायमहिमासु वा परिणिव्वाणमहिमासु वा, एवं खलु असुरकुमारा देवा गंदीसरवरं दीवं गया य गमिस्संति य । अत्थि णं भंते ! असुरकुमाराणं देवाणं उड्ढं गइविसए ? हंता, अत्थि । केवइयं च णं भंते ! असुरकुमाराणं देवाणं उड्ढे गइविसए ? गोयमा ! जाव अच्चुए कप्पे, सोहम्मं पुण कप्पं गया य गमिस्संति य । ६ Page #86 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८ १० ११ १२ १३ १४ भगवई सुत्त किंपत्तियं णं भंते ! असुरकुमारा देवा सोहम्मं कप्पं गया य गमिस्संति य ? गोयमा ! तेसि णं देवाणं भवपच्चइए वेराणुबंधे । ते णं देवा विउव्वेमाणा, परियारेमाणा वा आयरक्खे देवे वित्तासेंति, अहालहुसगाई रयणाई गहाय आयाए एगंतमंतं अवक्कमंति । अत्थि णं भंते ! तेसिं देवाणं अहालहुसगाई रयणाई ? हंता, अत्थि । से कहमियाणिं पकरेंति ? तओ से पच्छा कार्य पव्वहंति । भू णं भंते ! असुरकुमारा देवा तत्थ गया चेव समाणा ताहिं अच्छराहिं सद्धिं दिव्वाइं भोग भोगाई भुंजमाणा विहरित । णो इणट्ठे समट्ठे । ते णं तओ पडिणियत्तंति, तओ पडिणियत्तित्ता इहमागच्छंति, आगच्छित्ता जइ णं ताओ अच्छराओ आढायंति परियाणंति, पभू णं ते असुरकुमारा देवा ताहिं अच्छराहिं सद्धिं दिव्वाइं भोगभोगाई भुंजमाणा विहरित्तए । अह णं ताओ अच्छराओ णो आढायंति णो परियाणंति, णो णं पभू ते असुरकुमारा देवा ताहिं अच्छाराहिं सद्धिं दिव्वाइं भोगभोगाइं भुंजमाणा विहरित्तए । एवं खलु गोयमा ! असुरकुमारा देवा सोहम्मं कप्पं गया य गमिस्संति य । केवड्यकालस्स णं भंते ! असुरकुमारा देवा उड्ढं उप्पयंति, जाव सोहम्मं कप्पं गया य मिस्संति य ? गोयमा ! अणंताहिं उस्सप्पिणीहिं, अणंताहिं अवसप्पिणीहिं समइक्कंताहिं, अत्थि णं एस भावे लोयच्छेरयभूए समुप्पज्जइ, जं णं असुरकुमारा देवा उड्ढं उप्पयंति, जाव सोहम्मो कप्पो । किं णिस्साए णं भंते ! असुरकुमारा देवा उड्ढं उप्पयंति, जाव सोहम्मो कप्पो ? गोयमा ! से जहा णामए इह सबरा इ वा बब्बरा इ वा, टंकणा इवा, चुचुयाइ इ वा पल्हा इ वा पुलिंदा इ वा एगं महं रण्णं वा, गड्डं वा, दुग्गं वा, दरिं वा, विसमं वा, पव्वयं वा णीसाए सुमहल्लमवि आसबलं वा, हत्थिबलं वा, जोहबलं वा, धणुबलं वा, आगलेंति, एवामेव असुरकुमारा वि देवा णण्णत्थ अरिहंते वा, [ अरिहंतचेइयाणि वा,] अणगारे वा भावियप्पणो णिस्साए उड्ढं उप्पयंति जाव सोहम्मो कप्पो । सव्वे वि णं भंते ! असुरकुमारा देवा उड्ढं उप्पयंति जाव सोहम्मो कप्पो ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । महिड्ढया णं असुरकुमारा देवा उड्ढं उप्पयंति जाव सोहम्मो कप्पो । एस वि णं भंते ! चमरे असुरिंदे, असुरराया उड्ढं उप्पइयपुव्विं जाव सोहम्मो कप्पो ? हंता, गोयमा ! अहो णं भंते ! चमरे असुरिंदे असुरराया महिड्ढीए महज्जुईए जाव कहिं पविट्ठा ? कूडागारसालादिट्ठतो भाणियव्वो । 76 Page #87 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १५/ चमरेणं भंते ! असुरिंदेणं असुररण्णा सा दिव्वा देविड्ढी, तं चेव जाव किण्णा लद्धा पत्ता अभिसमण्णागया ? एवं खलु गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जंबूदीवे दीवे भारहे वासे विंझगिरिपायमूले बेभेले णामं सण्णिवेसे होत्था, वण्णओ । तत्थ णं बेभेले सण्णिवेसे पूरणे णाम गाहावई परिवसइ- अड्ढे दित्ते जहा तामलिस्स वत्तव्वया तहा णेयव्वा, णवरं चउप्पुडयं दारुमयं पडिग्गहं करेत्ता जाव विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं जाव सयमेव चउप्पुडयं दारुमयं पडिग्गहं गहाय मुंडे भवित्ता दाणामए पव्वज्जाए पव्वइए वि य णं समाणे तं चेव जाव आयावणभूमीओ पच्चोरुहित्ता सयमेव चउप्पुडयं दारुमयं पडिग्गहं गहाय बेभेले सण्णिवेसे उच्च- णीय- मज्झिमाइं कुलाई घरसमुदाणस्स भिक्खायरियाए अडेत्ता, जं मे पढमे पुडए पडइ कप्पइ मे तं पंथे पहियाणं दलइत्तए, जं मे दोच्चे पुडए पडइ कप्पइ मे तं कागसुणयाणं दलइत्तए, जं मे तच्चे पुडए पडइ, कप्पड़ मे तं मच्छ-कच्छभाणं दलइत्तए, जं मे चउत्थे पुडए पडइ कप्पड़ मे तं अप्पणा आहारं आहारेत्तए त्ति कट्ट एवं संपेहेइ संपेहित्ता कल्लं पाउप्पभाए रयणीए तं चेव णिरवसेसं जाव जं से चउत्थे पुडए पडइ तं अप्पणा आहारं आहारेइ। तएणं से परणे बालतवस्सी तेणं ओरालेणं, विउलेणं, पयत्तेणं पग्गहिएणं, बालतवोकम्मेणं तं चेव जाव बेभेलस्स सण्णिवेसस्स मज्झमज्झेणं णिगच्छइ, णिगच्छित्ता पाउयकुंडियामाईयं उवगरणं, चउप्पुडयं दारुमयं पडिग्गहं एगंतमंते एडेइ, एडित्ता बेभेलस्स सण्णिवेसस्स दाहिणपुरत्थिमे दिसीभागे अद्धणियत्तणिय- मंडलं आलिहित्ता संलेहणाझूसणाझूसिए, भत्तपाणपडियाइक्खिए पाओवगमणं णिवण्णे । तेणं कालेणं तेणं समएणं अहं गोयमा ! छउमत्थकालियाए एक्कारस- वासपरियाए छटुंछटेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे, पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे, गामाणुगाम दुइज्जमाणे जेणेव सुंसुमारपुरे णयरे जेणेव असोयवणसंडे उज्जाणे जेणेव असोयवरपायवे जेणेव पुढवीसिलापट्टए तेणेव उवागच्छामि, असोगवरपायवस्स हेट्ठा पुढवीसिलापट्टयंसि अट्ठमभत्तं परिगिण्हामि, दो वि पाए साहट्ट वग्घारियपाणी एगपोग्गलणिविट्ठदिट्ठी अणिमिसणयणे ईसिंपब्भारगएणं काएणं अहापणिहिएहिं गत्तेहिं सव्विंदिएहिं गुत्तेहिं एगराइयं महापडिमं उपसंपज्जेत्ता णं विहरामि । तेणं कालेणं तेणं समएणं चमरचंचा रायहाणी अणिंदा, अपुरोहिया यावि होत्था | तएणं से पूरणे बालतवस्सी बहुपडिपुण्णाई दुवालसवासाइं परियागं पाउणित्ता मासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसेत्ता सहिँ भत्ताई अणसणाए छेदेत्ता कालमासे कालं किच्चा चमरचंचाए रायहाणीए उववायसभाए जाव इंदत्ताए उववण्णे। तएणं से चमरे असुरिंदे, असुरराया अहणोववण्णे पंचविहाए पज्जत्तीए पज्जत्तिभावं गच्छइ, तं जहा- आहारपज्जत्तीए जाव भास-मणपज्जत्तीए । तए णं से चमरे असुरिंदे असुरराया पंचविहाए पज्जत्तीए पज्जत्तिभावं गए समाणे उड्ढं वीससाए ओहिणा आभोएइ जाव सोहम्मो कप्पो, पासइ य तत्थ सक्कं देविंदं देवरायं मघवं Page #88 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९ २० भगवई सुत्त पागसासणं सयक्कउं सहस्सक्खं वज्जपाणिं पुरंदरं जाव दस दिसाओ उज्जोवेमाणं पभासेमाणं सोहम्मे कप्पे सोहम्मे वडिंसए विमाणे सक्कंसि सीहासणंसि जाव दिव्वाइं भोगभोगाई भुंजमाणं पासइ, पासित्ता इमेयारूवेअज्झत्थिए चिंतिए, पत्थिए, मणोगए संकप्पे समुप्पज्जित्था - केस णं एस अपत्थियपत्थए, दुरंतपंतलक्खणे, हिरिसिरिपरिवज्जिए, हीणपुण्णचाउद्दसे जं णं ममं इमाए एया-रूवाए दिव्वाए देविड्ढीए जाव दिव्वे देवाणुभावे लद्धे पत्ते अभिसमण्णागए उप्पिं अप्पुस्सुए दिव्वाइं भोगभोगाइं भुंजमाणे विहरइ, एवं संपेहेइ, संपेहित्ता सामाणिय-परिसोववण्णए देवे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासी- केस णं एस देवाणुप्पिया ! अपत्थियपत्थए जाव भुंजमाणे विहरइ ? तएणं ते सामाणियपरिसोववण्णगा देवा चमरेणं असुरिंदेणं असुररण्णा एवं वुत्ता समाणा हट्ठतुट्ठा जाव हयहियया करयलपरिग्गहियं दसणहं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्टु विजएणं वद्धावेंति, वद्धावेत्ता एवं वयासी- एस णं देवाणुप्पिया! सक्के देविंदे देवराया जाव विहरइ। तणं से चमरे असुरिंदे असुरराया तेसिं सामाणियपरिसोववण्णगाणं देवाणं अंतिए एयमट्ठ सोच्चा, णिसम्म आसुरत्ते, रुट्ठे, कुविए, चंडिक्किए, मिसिमिसेमाणे ते सामाणियपरिसोववण्णगे देवे एवं वयासी- अण्णे खलु भो! से सक्के देविंदे देवराया, अण्णे खलु भो ! से चमरे असुरिंदे असुरराया, महिड्ढीए खलु भो ! से सक्के देविंदे देवराया, अप्पिड्ढीए खलु भो ! से चमरे असुरिंदे असुरराया; तं इच्छामि णं देवाणुप्पिया ! सक्कं देविंदं देवरायं सयमेव अच्चासाइत्तए त्ति कट्टु उसिणे उसिणब्भूए जाए यावि होत्था । तएणं से चमरे असुरिंदे असुरराया ओहिं पउंजइ, परंजित्ता ममं ओहिणा आभोएइ, आभोएत्ता इमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था एवं खलु समणे भगवं महावीरे जंबूदीवे दीवे भार वासे संसुमारपुरे णयरे असोगवणसंडे उज्जाणे, असोगवरपायवस्स अहे पुढविसिलापट्टयंसि अट्ठमभत्तं पगिण्हित्ता एगराइयं महापडिमं उवसंपज्जित्ता णं विहरइ । तं सेयं खलु मे समणं भगवं महावीरं णीसाए सक्कं देविंदं देवरायं सयमेव अच्चासाइत्तए त्ति कट्टु एवं संपेहेइ, संपेहित्ता सयणिज्जाओ अब्भुट्ठेइ, अब्भुट्टेत्ता देवदूतं परिहेइ, परिहित्ता उववायसभाए पुरत्थिमिल्लेणं णिग्गच्छइ, णिगच्छित्ता जेणेव सभा सुहम्मा जेणेव चोप्पाले पहरणकोसे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता फलिहरयणं परामुसइ, परामुसित्ता एगे अबीए फलिहरयणमायाय महया अमरिसं वहमाणे चमरचंचाए रायहाणीए मज्झमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिगच्छित्ता जेणेव तिगिच्छकूडे उप्पायपव्वए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता जाव वेव्वियसमुग्धाएणं समोहणइ, समोहणित्ता जाव उत्तरविउव्वियरूवं विउव्वइ, विउव्वित्ता ता उक्किट्ठा जाव जेणेव पुढविसिलापट्टए, जेणेव ममं अंतिए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता ममं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ जाव णमंसित्ता एवं वयासी- इच्छामि णं भंते! तुब्भे णीसाए सक्कं देविंदं देवरायं सयमेव अच्चासाइत्तए । त्ति कट्टु उत्तरपुरत्थिमं दिसीभागं अवक्कमेइ, वेउव्वियसमुग्धाएणं समोहणइ, जावोचं वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहणइ, एगं महं घोरं घोरागारं भीमं भीमागारं भासुरं भयाणीयं गंभीरं 78 Page #89 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त उत्तासणयं कालड़ढरत्तमासरासिसंकासं जोयणसयसाहस्सीयं महाबोदिं विउव्वइ, विउव्वित्ता अप्फोडेइ, अप्फोडित्ता वग्गइ, गज्जइ, हयहेसियं करेइ, हत्थिगुलगुलाइयं करेइ, रहघणघणाइयं करेइ, पायदद्दरगं करेइ, भूमिचवेडयं दलयइ, सीहणादं णदइ, उच्छोलेइ, पच्छोलेइ, तिवइं छिंदइ, वामं भुयं ऊसवेइ, दाहिणहत्थपदेसिणीए अंगुट्ठणहेण य वितिरिच्छमुहं विडंबेइ, विडंबित्ता महया महया सद्देण कलकलरवं करेइ, एगे अबीए फलिहरयणमायाय उड्ढं वेहासं उप्पइए खोभंते चेव अहोलोयं, कंपेमाणे च मेइणीतलं, आकड्ढंते व तिरियलोयं, फोडेमाणे व अंबरतलं, कत्थइ गज्जते, कत्थइ विज्जुयायंते, कत्थइ वासं वासमाणे, कत्थइ रयुग्घायं पकरेमाणे, कत्थइ तमुक्कायं पकरेमाणे, वाणमंतरे देवे वित्तासमाणे, जोइसिए देवे दुहा विभयमाणे, आयरक्खे देवे विपलायमाणे, फलिहरयणं अंबरतलंसि वियट्टमाणे, वियट्टमाणे विउब्भाएमाणे, विउब्भाएमाणे ताए उक्किट्ठाए जाव तिरियमसंखेज्जाणं दीव समुद्दाणं मज्झंमज्झेणं वीईवयमाणे जेणेव सोहम्मे कप्पे, जेणेव सोहम्मवडेंसए विमाणे, जेणेव सभा सुहम्मा तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता एगं पायं पउमवरवेइयाए करेइ, एगं पायं सभाए सुहम्माए करेइ; फलिहरयणेणं महया महया सद्देणं तिक्खुत्तो इंदकीलं आउडेइ, आउडित्ता एवं वयासी- कहि णं भो! सक्के देविंदे देवराया ? कहि णं ताओ चउरासीइसामाणिय- साहस्सीओ ? जाव कहि णं ताओ चत्तारि चउरासीईओ आयरक्खदेवसाहस्सीओ? कहि णं ताओ अणेगाओ अच्छराकोडीओ? अज्ज हणामि, अज्ज वहेमि, अज्ज ममं अवसाओ अच्छराओ वसमुवणमंतु त्ति कट्ट तं अणिटुं अकंतं अप्पियं असुभं अमणुण्णं अमणामं फरुसं गिरं णिसिरइ । तए णं से सक्के देविंदे देवराया तं अणिढे जाव अमणामं असुयपुव्वं फरुसं गिरं सोच्चा णिसम्म आसुरुत्ते जाव मिसिमिसेमाणे तिवलियं भिउडिं णिडाले साहट्ट चमरं असुरिंदं असुररायं एवं वयासी-हं भो चमरा असुरिंदा असुरराया ! अपत्थियपत्थया जाव हीणपुण्णचाउद्दसा अज्ज ण भवसि ण हि ते सुहमत्थीति कट्ट तत्थेव सीहासणवरगए वज्जं परामुसइ, परामुसित्ता, तं जलंतं, फुडतं, तडतडतं उक्कासहस्साई विणिम्मुयमाणं, जालासहस्साइं पमुंचमाणं, इंगालसहस्साइं पविक्खिरमाणं पविक्खिरमाणं, फुलिंगजालामालासहस्सेहिं चक्खुविक्खेवदिद्वि-पडिघायं पि पकरेमाणं हुयवहअरेगतेयदिप्पंतं, जइणवेगं फुल्लकिंसुयसमाणं, महब्भयं भयंकरं चमरस्स असुरिंदस्स असुररण्णो वहाए वज्जं णिसिरइ । तएणं से चमरे असुरिंदे असुरराया तं जलंतं जाव भयंकरं वज्जमभिमुहं आवयमाणं पासइ, पासित्ता झियाइ पिहाइ, झियायित्ता पिहाइत्ता तहेव संभग्ग- मउडविडए सालंबहत्थाभरणे उड्ढपाए अहोसिरे कक्खागयसेयं पिव विणिम्मुयमाणे विणिम्मुयमाणे ताए उक्किट्ठाए जाव तिरियमसंखेज्जाणं दीव-समुद्दाणं मज्झंमज्झेणं वीईवयमाणे जेणेव जंबूदीवे जाव जेणेव असोगवरपायवे जेणेव मम अंतिए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता भीए भयगग्गरसरे 'भगवं सरणं' इति माणे ममं दोण्ह वि पायाणं अंतरंसि झत्ति वेगेण समोवडिए । २२ | तए णं तस्स सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो इमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- णो खलु पभू चमरे असुरिंदे असुरराया, णो खलु समत्थे चमरे असुरिंदे असुरराया, णो खलु विसए चमरस्स असुरिंदस्स असुररण्णो अप्पणो णिस्साए उड्ढं उप्पइत्ता जाव सोहम्मो कप्पो, Page #90 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त णण्णत्थ अरिहंते, [अरिहंत चेइयाणि वा] अणगारे वा भाविअप्पणो णीसाए उड़ढं उप्पयइ जाव सोहम्मो कप्पो, तं महादुक्खं खलु तहारूवाणं अरिहंताणं भगवंताणं, अणगाराण य अच्चासायणाए त्ति कट्ट ओहिं पउंजइ, पउंजित्ता ममं ओहिणा आभोएइ आभोइत्ता हा ! हा ! अहो ! हतो अहमंसि त्ति कट्ट ताए उक्किट्ठाए जाव दिव्वाए देवगईए वज्जस्स वीहिं अणुगच्छमाणे तिरियमसंखेज्जाणं दीव-समुद्दाणं मज्झंमज्झेणं जाव जेणेव असोगवरपायवे, जेणेव ममं अंतिए तेणेव उवागच्छइ, ममं चउरंगुलमसंपत्तं वज्जं पडिसाहरइ, अवियाई मे गोयमा ! मुट्ठिवाएणं केसग्गे वीइत्था । तएणं से सक्के देविंदे देवराया वज्जं पडिसाहरित्ता ममं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ, करित्ता वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-एवं खलु भंते ! अहं तुब्भं णीसाए चमरेणं असुरिंदेण असुररण्णा सयमेव अच्चासाइए तएणं मए परिकुविएणं समाणेणं चमरस्स असुरिंदस्स असुररण्णो वहाए वज्जे णिसट्टे, तएणं ममं इमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- णो खलु पभू चमरे असुरिंदे असुरराया, तहेव जाव ओहिं पउंजामि, देवाणुप्पिए ओहिणा आभोएमि, हा ! हा ! अहो ! हओ म्हि त्ति कट्ट ताए उक्किट्ठाए जाव जेणेव देवाणुप्पिए तेणेव उवागच्छामि । देवाणुप्पियाणं चउरंगुलमसंपत्तं वज्जं पडिसाहरामि, वज्जपडिसाहरणट्ठयाए णं इहमागए, इह समोसढे, इह संपत्ते, इहेव अज्ज उवसंपज्जित्ता णं विहरामि । तं खामेमि णं देवाणुप्पिया ! खमंतु णं देवाणुप्पिया! खंतुमरहंति णं देवाणुप्पिया ! णाइ भुज्जो एवं करणयाए त्ति कट्ट ममं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता, उत्तरपुरत्थिमं दिसीभागं अवक्कमइ, वामेणं पाएणं तिक्त्तो भूमिं दालेइ, दालित्ता चमरं असुरिंदं असुररायं एवं वयासी-मुक्को सि णं भो चमरा असुरिंदा असुरराया ! समणस्स भगवओ महावीरस्स पभावेणं | ण हि ते इयाणिं ममाओ भयं अत्थि व दिसिं पाउब्भए तामेव दिसिं पडिगए । भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीदेवे णं भंते ! महिड्ढीए जाव महाणुभागे पुव्वामेव पोग्गलं खिवित्ता पभू तमेव अणुपरियट्टिता णं गेण्हित्तए ? हंता, पभू । से केणटेणं जाव गिण्हित्तए ? गोयमा ! पोग्गले णं खित्ते समाणे पुव्वामेव सिग्घगई भवित्ता तओ पच्छा मंदगई भवइ, देवे णं महिड्ढीए पुट्विं पि य, पच्छा वि सीहे सीहगई चेव, तुरिए तुरियगई चेव, से तेणटेणं जाव पभू गेण्हित्तए । जइ णं भंते ! देवे महिड्ढीए जाव अणपरियट्टित्ता णं गेण्हित्तए, कम्हा णं भंते ! सक्केणं देविंदेण देवरण्णा, चमरे असुरिंदे असुरराया णो संचाइए साहत्थिं गेण्हित्तए ? गोयमा ! असुरकुमाराणं देवाणं अहे गइविसए सीहे सीहे चेव तुरिए तुरिए चेव; उड्ढं गइविसए अप्पे अप्पे चेव, मंदे मंदे चेव; वेमाणियाणं देवाणं उड्ढं गइविसए सीहे सीहे चेव, तुरिए तुरिए चेव; अहे गइविसए अप्पे अप्पे चेव, मंदे मंदे चेव; जावइयं खेत्तं सक्के देविंदे देवराया उड्ढं २४ Page #91 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त उप्पयइ एक्केणं समएणं तं वज्जे दोहिं, जं वज्जे दोहिं तं चमरे तिहिं । सव्वथोवे सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो उड्ढलोयकंडए, अहेलोयकंडए संखेज्जगुणे | जावइयं खेत्तं चमरे असुरिंदे असुरराया अहे उवयइ एक्केणं समएणं तं सक्के दोहिं, जं सक्के दोहिं तं वज्जे तीहिं । सव्वत्थोवे चमरस्स असुरिंदस्स असुररण्णो अहेलोयकंडए, उड्ढलोयकंडए संखेज्जगुणे, एवं खल गोयमा ! सक्केणं देविंदेणं देवरण्णा, चमरे असुरिंदे असुरराया णो संचाइए साहत्थिं गेण्हित्तए । सक्कस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो उड्ढं अहे तिरियं च गइविसयस्स कयरे कयरेहितो अप्पे वा, बहुए वा, तुल्ले वा, विसेसाहिए वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवं खेत्तं सक्के देविंदे देवराया अहे उवयइ एक्केणं समएणं, तिरियं संखेज्जे भागे गच्छड़, उड़दं संखेज्जे भागे गच्छइ । चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुररण्णो उड्ढं अहे तिरियं च गइविसयस्स कयरे कयरेहितो अप्पे वा, बहुए वा, तुल्ले वा, विसेसाहिए वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवं खेत्तं चमरे असुरिंदे असुरराया उड्ढं उप्पयइ एक्केणं समएणं, तिरियं संखेज्जे भागे गच्छइ, अहे संखेज्जे भागे गच्छड़ । वज्जं जहा सक्कस्स तहेव, णवरं विसेसाहियं कायव्वं । सक्कस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो ओवयणकालस्स य, उप्पयणकालस्स य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा, बह्या वा, तुल्ला वा, विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवे सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो उप्पयणकाले, ओवयणकाले संखेज्जगुणे । चमरस्स वि जहा सक्कस्स, णवरं सव्वत्थोवे ओवयणकाले, उप्पयणकाले संखेज्जगुणे । वज्जस्स पुच्छा ? गोयमा । सव्वत्थोवे उप्पयणकाले, ओवयणकाले विसेसाहिए | २८ | एयस्स णं भंते ! वज्जस्स, वज्जाहिवइस्स, चमरस्स र ओवयणकालस्स य, उप्पयणकालस्स य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा, बया वा, तुल्ला वा, विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सक्कस्स य उप्पयणकाले, चमरस्स य ओवयणकाले, एए णं दोण्णि वि तुल्ला सव्वत्थोवा, सक्कस्स य ओवयणकाले, वज्जस्स य उप्पयणकाले एस णं दोण्ह वि तुल्ले संखेज्जगुणे, चमरस्स य उप्पयणकाले, वज्जस्स य ओवयणकाले, एस णं दोण्ह वि तुल्ले विसेसाहिए | तएणं से चमरे असुरिंदे असुरराया वज्जभयविप्पमुक्के सक्केणं देविदेणं देवरण्णा महया अवमाणेणं अवमाणिए समाणे चमरचंचाए रायहाणीए सभाए सुहम्माए चमरंसि सीहासणंसि ओहयमणसंकप्पे चिंतासोगसागरसंपविटे, करयल पल्हत्थमुहे, अट्टज्झाणोवगए भूमिगयाए दिट्ठीए झियाइ, तएणं चम यं सामाणियपरिसोववण्णया देवा ओहयमणसंकप्पं Page #92 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जाव झियायमाणं पासंति, पासित्ता करयल जाव एवं वयासी- किं णं देवाणुप्पिया ! ओहयमण संकप्पा जाव झियायह ? तएणं से चमरे असुरिंदे असुरराया ते सामाणिय परिसोववण्णए देवे एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया ! मए समणं भगवं महावीरं णीसाए सक्के देविंदे देवराया सयमेव अच्चासाइए । तओ तेणं परिकुविएणं समाणेणं ममं वहाए वज्जे णिसिट्टे । तं भदं णं भवतु देवाणुप्पिया ! समणस्स भगवओ महावीरस्स, जस्स म्हि पभावेणं अकिटे अव्वहिए अपरिताविए इहमागए इह समोसढे इह संपत्ते, इहेव अज्ज उवसंपज्जित्ताणं विहरामि | तं गच्छामो णं देवाणुप्पिया ! समणं भगवं महावीरं वंदामो, णमंसामो जाव पज्जुवासामो त्ति कट्ट चउसट्ठीए सामाणियसाहस्सीहिं जाव सव्विड्ढीए जाव जेणेव असोगवरपायवे जेणेव मम अंतियं तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता ममं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ जाव णमंसित्ता एवं वयासी- एवं खलु भंते! मए तुब्भं णीसाए सक्के देविंदे देवराया सयमेव अच्चासाइए जाव तं भदं णं भवत् देवाणुप्पियाणं जस्स म्हि पभावेणं अकिटे जाव विहरामि, तं खामेमि णं देवाणुप्पिया! जाव उत्तरपुरत्थिमं दिसीभागं अवक्कमइ जाव बत्तीसइबद्धं पट्टविहिं उवदंसेइ, उवदंसेत्ता जामेव दिसिं पाउब्भए, तामेव दिसिं पडिगए | एवं खल गोयमा! चमरेणं असुरिंदेणं असुररण्णा सा दिव्वा देविड्ढी जाव लद्धा पत्ता अभिसमण्णागया। ठिई सागरोवमं । महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं काहिइ । किंपत्तियं णं भंते ! असुरकुमारा देवा उड्ढं उप्पयंति जाव सोहम्मो कप्पो ? गोयमा ! तेसि णं देवाणं अहणोववण्णाण वा चरिमभवत्थाण वा इमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समप्पज्जइ-अहो! णं अम्हेहिं दिव्वा देविड्ढी लद्धा पत्ता जाव अभिसमण्णागया । जारिसिया णं अम्हेहिं दिव्वा देविड्ढी जाव अभिसमण्णागया, तारिसिया णं सक्केणं देविदेण देवरण्णा दिव्वा देविड़ढी जाव अभिसमण्णागया | जारिसिया णं सक्केणं देविदेण देवरण्णा जाव अभिसमण्णागया, तारिसिया णं अम्हेहि वि जाव अभिसमण्णागया | तं गच्छामो णं सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो अंतियं पाउब्भवामो, पासामो ताव सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो दिव्वं देविइढिं जाव अभिसमण्णागयं, पासउ ताव अम्ह वि सक्के देविंदे देवराया दिव्वं देविइढिं जाव अभिसमण्णागयं। तं जाणामो ताव सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो दिव्वं देविइढिं जाव अभिसमण्णागयं, जाणउ ताव अम्ह वि सक्के देविंदे, देवराया दिव्वं देविंद जाव अभिसमण्णागयं । एवं खलु गोयमा ! असुरकुमारा देवा उड्ढे उप्पयंति, जाव सोहम्मो कप्पो ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते || || बीओ उद्देशो समत्तो || तइओ उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे होत्था जाव परिसा पडिगया। तेणं कालेणं तेणं समएणं जाव अंतेवासी मंडियपुत्ते णामं अणगारे पगइभद्दए जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी Page #93 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त कई णं भंते ! किरियाओ पण्णत्ताओ ? मंडियपुत्ता ! पंच किरियाओ पण्णत्ताओ तं जहा- काइया, अहिगरणिया, पाओसिया, पारियावणिया, पाणाइवायकिरिया । 10 काइया णं भंते ! किरिया कइविहा पण्णत्ता ? ३ मंडियपुत्ता ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- अणुवरयकायकिरिया य, दुप्पउत्तकाय- किरिया य । अहिगरणिया णं भंते ! किरिया कइविहा पण्णत्ता ? ण्णत्ता, तं जहा- संजोयणाहिगरणकिरिया य, णिवत्तणाहिगरणकिरिया य। पाओसिया णं भंते ! किरिया कइविहा पण्णत्ता ? पण्णत्ता, तं जहा- जीवपाओसिया य. अजीव- पाओसिया य । पारियावणिया णं भंते ! किरिया कइविहा पण्णत्ता ? मंडियपुत्ता ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सहत्थपारियावणिया य, परहत्थ पारियावणिया य । पाणाइवायकिरिया णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? मंडियपुत्ता ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सहत्थपाणाइवायकिरिया य, परहत्थपाणाइवायकिरिया य । पुव्वं भंते ! किरिया, पच्छा वेयणा ? पुव्वं वेयणा, पच्छा किरिया ? मंडियपुत्ता ! पुट्विं किरिया, पच्छा वेयणा । णो पुट्विं वेयणा पच्छा किरिया । अत्थि णं भंते ! समणाणं णिग्गंथाणं किरिया कज्जड़ ? हंता अत्थि | कहं णं भंते ! समणाणं णिग्गंथाणं किरिया कज्जइ ? मंडियपुत्ता ! पमायपच्चया, जोगणिमित्तं च; एवं खलु समणाणं णिग्गंथाणं किरिया कज्जइ। जीवे णं भंते ! सया समियं एयइ वेयइ चलइ फंदइ घट्टइ खुब्भइ उदीरइ तं तं भावं परिणमइ? हंता मंडियपुत्ता ! जीवे णं सया समियं एयइ जाव तं तं भावं परिणमइ । जावं च णं भंते ! से जीवे सया समियं एयइ जाव परिणमइ, तावं च णं तस्स जीवस्स अंते अंतकिरिया भवइ ? णो इणढे समढे । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जावं च णं से जीवे सया समियं एयइ जाव अंते अंतकिरिया ण भवइ ? ११ Page #94 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त मंडियपत्ता ! जावं च णं से जीवे सया समियं एयइ जाव परिणमइ, तावं च णं से जीवे आरंभइ सारंभइ समारंभइ आरंभे वट्टइ सारंभे वट्टइ समारंभे वट्टइ; आरंभमाणे सारंभमाणे समारंभमाणे आरंभे वट्टमाणे सारंभे वट्टमाणे समारंभे वट्टमाणे बहूणं पाणाणं भूयाणं जीवाणं सत्ताणं दुक्खावणयाए सोयावणयाए जूरावणयाए तिप्पावणयाए पिट्टावणयाए परियावणयाए वट्टइ, से तणद्वेण मडियपुत्ता ! एवं वुच्चइ- जावं च णं से जीवे सया समियं एयइ जाव परिणमइ, तावं च णं तस्स जीवस्स अंते अंतिकिरिया ण भवइ । जीवे णं भंते ! सया समियं णो एयइ जाव णो तं तं भावं परिणमइ ? हंता, मंडियपुत्ता ! जीवे णं सया समियं णो एयइ जाव णो परिणमइ । जावं च णं भंते ! से जीवे णो एयइ जाव णो तं तं भावं परिणमइ, तावं च णं तस्स जीवस्स अंते अंतकिरिया भवइ ? हंता जाव अंते अंतकिरिया भवइ । से केणद्वेणं भंते ! जाव अंतकिरिया भवइ ? मंडियपुत्ता ! जावं च णं से जीवे सया समियं णो एयइ जाव णो परिणमइ, तावं च णं से जीवे णो आरंभइ णो सारंभइ णो समारंभइ; णो आरंभे वट्टइ णो सारंभे वट्टइ णो समारंभे वट्टइ; अणारंभमाणे असारंभमाणे असमारंभमाणे; आरंभे अवट्टमाणे सारंभे अवमाणे समारंभे अवट्टमाणे बहूणं पाणाणं भूयाणं जीवाणं सत्ताणं अदुक्खावणयाए जाव अपरितावणयाए वट्टइ। से तेणटेणं मंडियपुत्ता ! एवं वुच्चइ- जावं च णं से जीवे सया समियं णो एयइ जाव णो तं तं भाव परिणमइ, तावं च णं तस्स जीवस्स अंते अंतकिरीया भवइ । से जहाणामए केइ पुरिसे सुक्कं तणहत्थयं जायतेयंसि पक्खिवेज्जा, से णूणं मंडियपुत्ता ! से सुक्के तणहत्थए जायतेयंसि पक्खित्ते समाणे खिप्पामेव मसमसाविज्जइ ? हंता, मसमसाविज्जड़। से जहाणामए केइ पुरिसे तत्तंसि अयकवल्लंसि उदगबिंदुं पक्खिवेज्जा, से णूणं मंडियपुत्ता! से उदगबिंदू तत्तंसि अयकवल्लंसि पक्खित्ते समाणे खिप्पामेव विद्धंसमागच्छइ? हंता, विद्धंसमागच्छड़ । से जहा णामए हरए सिया पुण्णे पुण्णप्पमाणे वोलट्टमाणे वोसट्टमाणे समभर घडत्ताए चिट्ठइ। अहे णं केइ पुरिसे तंसि हरयसि एग महं णावं सयासवं सयच्छिदं ओगाहेज्जा | से णूणं मंडियपुत्ता ! सा णावा तेहिं आसवदारेहिं आपूरेमाणी आपूरेमाणी पुण्णा पुण्णप्पमाणा वोलट्टमाणा वोसट्टमाणा समभरघडत्ताए चिट्ठइ ? हंता चिट्ठइ । अहे णं केइ पुरिसे तीसे णावाए सव्वओ समंता आसवदाराइं पिहेइ, पिहित्ता णावा-उस्सिंचणएणं उदयं उस्सिंचिज्जा, से णूणं मंडियपुत्ता! सा णावा तंसि उदयंसि उस्सिंचिज्जंसि समाणंसि खिप्पामेव उड्ढे उद्दाइ? हंता, उद्दाइ। 84 Page #95 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवामेव मंडियपुत्ता! अत्तत्तासंवुडस्स अणगारस्स ईरियासमियस्स जाव गुत्तबंभयारिस्स, आउत्तं गच्छमाणस्स चिट्ठमाणस्स णिसीयमाणस्स तुयट्टमाणस्स आउत्तं वत्थ-पडिग्गहकंबल-पायपुंछणं गेण्हमाणस्स णिक्खिवमाणस्स जाव चक्खुपम्हणिवायमवि वेमाया सुहमा ईरियावहिया किरिया कज्जइ । सा पढम समय बद्धपुट्ठा, बिइयसमयवेड्या, तइयसमयणिज्जरिया, सा बद्धा पट्ठा उदीरिया वेड्या णिज्जिण्णा सेयकाले अकम्मं वावि भवइ। से तेणटेणं मंडियपुत्ता ! एवं वुच्चइ जावं च णं से जीवे सया समियं णो एयइ जाव अंते अंतकिरिया भवइ। पमत्तसंजयस्स णं भंते! पमत्तसंजमे वट्टमाणस्स सव्वा वि य णं पमत्तद्धा कालओ केवच्चिरं होइ? मंडियपुत्ता ! एगजीवं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी । णाणाजीवे पडुच्च सव्वद्धा। अप्पमत्तसंजयस्स णं भंते ! अप्पमत्तसंजमे वट्टमाणस्स सव्वा वि य णं अप्पमत्तद्धा कालओ केवच्चिरं होइ ? मण्डियपुत्ता ! एगजीवं पडुच्च जहण्णेणं अंतोमुहुतं, उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी | णाणाजीवे पडुच्च सव्वद्धं । सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति मंडियपुत्ते अणगारे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावमाणे विहरइ । भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीकम्हा णं भंते ! लवणसमुद्दे चाउद्दस्सट्ठमुद्दिट्ठ- पुण्णमासिणीसु अइरेगं वड्ढइ वा हायइ वा ? जहा जीवाभिगमे लवणसमुद्दवत्तव्वया तहा णेयव्वा जाव लोयट्ठिई लोयाणुभावे || सेवं भंते ! सेवं भंते ! | ॥ तइओ उद्देशो समत्तो || चउत्थो उद्देसो १] अणगारे णं भंते! भावियप्पा देवं वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहयं जाणरूवेणं जायमाणं जाणइ पासइ? गोयमा ! अत्थेगइए देवं पासइ, णो जाणं पासइ; अत्थेगइए जाणं पासइ, णो देवं पासइ, अत्थेगइए देवं पि पासइ, जाणंपि पासइ; अत्थेगइए णो देवं पासइ णो जाणं पासइ । २ अणगारे णं भंते ! भावियप्पा देविं वेउव्वियसमग्घाएणं समोहयं जाणरूवेणं जायमाणं जाणइ पासइ ? गोयमा ! एवं चेव । Page #96 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ ६ ७ ८ १० ११ १२ १३ भगवई सुत्त अणगारे णं भंते ! भावियप्पा देवं सदेवीयं वेउव्वियसमुग्धाएणं समोहयं जाणरूवेणं जायमाणं जाणइ पासइ ? गोयमा ! अत्थेगइए देवं सदेवीयं पासइ, णो जाणं पासइ एएणं अभिलावेणं चत्तारि भंगा। अणगारे णं भंते! भावियप्पा रुक्खस्स कि अंतो पासइ, बाहि पासइ ? चउभंगो । एवं किं मूलं पासइ, कंदं पासइ ? चउभंगो । मूलं पासइ, खंधं पासइ ? चउभंगो । एवं जाव मूलेणं बीयं संजोएयव्वं । एवं कंदेण वि समं संजोए - यव्वं जाव बीयं । एवं जाव पुप्फेण समं बीयं संजोएयव्वं जाव अणगारे णं भंते ! भावियप्पा रुक्खस्स किं फलं पासइ, बीयं पासइ ? चउभंगो । पभू णं भंते ! वाउकाए एगं महं इत्थिरूवं वा पुरिस रूवं वा हत्थिरूवं वा जाणरूवं वा एवं जुग्ग- गिल्लि - थिल्लि -सीय - संदमाणियरूवं वा विउव्वित्तए ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । वाउकाए णं विउव्वेमाणे एगं महं पडागासंठियरूवं विउव्वइ । पभू णं भंते ! वाउकाए एगं महं पडागासंठियं रूवं विउव्वित्ता अणेगाई जोयणाई गमित्तए । हंता, भू । भंते! किं आड्ढीए गच्छइ, परिड्ढीए गच्छइ ? गोयमा ! आयड्ढीए गच्छइ, णो परिड्ढीए गच्छइ । जहा आयड्ढीए एवं चेव आया वि, आयप्पओगेण वि से भंते ! किं ऊसिओदयं गच्छइ, पयओदयं गच्छइ ? गोयमा ! ऊसिओदयं पि गच्छइ, पयओदयं पि गच्छइ ? से भंते ! किं एगओपडागं गच्छइ, दुहओपडागं गच्छइ ? गोयमा ! एगओपडागं गच्छइ, णो दुहओपडागं गच्छइ। से णं भंते ! किं वाउकाए पडागा ? गोयमा ! वाउकाए णं से, णो खलु सा पडागा । पभू णं भंते ! बलाहए एगं महं इत्थिरूवं वा जाव संदमाणियरूवं वा परिणामेत्तए ? हंता, पभू। पभू णं भंते ! बलाहए एगं महं इत्थिरूवं परिणामेत्ता अणेगाई जोयणाइं गमित्तए ? हंता, पभू । से भंते! किं आड्ढीए गच्छइ, परिड्ढीए गच्छइ ? गोयमा ! णो आयड्ढीए गच्छइ, परिड्ढीए गच्छइ । एवं णो आयकम्मुणा, परकम्मुणा । णो आयप्पयोगेणं, परप्पयोगेणं । ऊसिओदयं वा गच्छइ, पययोदयं वा गच्छइ । 86 Page #97 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ४ से भंते ! किं बलाहए इत्थी ? गोयमा ! बलाहए णं से, णो खलु सा इत्थी । एवं पुरिसे, आसे, हत्थी । पभू णं भंते ! बलाहए एगं महं जाणरूवं परिणामेत्ता अणेगाइं जोयणाइं गमेत्तए ? जहा इत्थिरूवं तहा भाणियव्वं । णवरं एगओ चक्कवालं पि, दुहओ चक्कवालं पि गच्छइ । जुग्ग-गिल्लि- थिल्लि-सीया-संदमाणियाणं तहेव भाणियव्वं । जीवे णं भंते ! जे भविए णेरइएस उववज्जित्तए से णं भंते ! किं लेसेसु उववज्जइ ? गोयमा ! जल्लेसाइं दव्वाइं परियाइत्ता कालं करेइ, तल्लेसेसु उववज्जइ, तं जहा- कण्हलेसेस वा, णीललेसेसु वा, काउलेसेसु वा; एवं जस्स जा लेस्सा सा तस्स भाणियव्वा जावजीवे णं भंते ! जे भविए जोइसिएसु उववज्जित्तए पुच्छा ? गोयमा ! जल्लेसाइं दव्वाइं परियाइत्ता कालं करेइ तल्लेसेसु उववज्जइ, तं जहा- तेउलेसेसु । जीवे णं भंते ! जे भविए वेमाणिएसु उववज्जित्तए से णं भंते ! किं लेसेसु उववज्जइ ? गोयमा ! जल्लेसाइं दव्वाइं परियाइत्ता कालं करेइ तल्लेसेसु उववज्जइ, तं जहा- तेउलेसेसु वा पम्हलेसेसु वा सुक्कलेसेसु वा । अणगारे णं भंते ! भावियप्पा बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पभू वेभारं पव्वयं उल्लंघेत्तए वा, पल्लंघेत्तए वा ? गोयमा ! णो इणढे समढे | अणगारे णं भंते ! भावियप्पा बाहिरए पोग्गले परियाइत्ता पभू वेभारं पव्वयं उल्लंघेत्तए वा, पल्लंघेत्तए वा | हंता पभू । १९) अणगारे णं भंते ! भावियप्पा बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता जावइयाइं रायगिहे णयरे रूवाइं, एवइयाइं विउव्वित्ता वेभारं पव्वयं अंतो अणुप्पविसित्ता पभू समं वा विसमं करेत्तए, विसमं वा समं करेत्तए ? गोयमा ! णो इणढे समढे | एवं चेव बिईओ वि आलावगो णवरं परियाइत्ता पभू । से भंते ! किं माई विउव्वइ, अमाई विउव्वइ ? गोयमा ! माई विउव्वइ, णो अमाई विउव्वइ । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव णो अमाई विउव्वइ ? गोयमा ! माई णं पणीयं पाण-भोयणं भोच्चा भोच्चा वामेइ, तस्स णं तेणं पणीएणं पाणभोयणेणं अट्ठि अद्विमिंजा बहली भवंति, पयणुए मंस-सोणिए भवइ; जे वि य से अहा बायरा पोग्गला ते वि य से परिणमंति, तं जहा- सोइंदियत्ताएजाव फासिंदियत्ताए; अट्ठि अद्विमिंज- केसमंसुरोमणहत्ताए सुक्कत्ताए सोणियत्ता । अमाई णं लूहं पाण-भोयणं भोच्चा भोच्चा णो वामेइ, तस्स णं तेणं लूहेणं पाण-भोयणेणं अहि-अद्विमिंजा पयणुभवंति, बहले मंस Page #98 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सोणिए; जे वि य से अहाबायरा पोग्गला ते वि य से परिणमंति, तं जहा- उच्चारत्ताए पासवणत्ताए जाव सोणियत्ताए | से तेणटेणं जाव णो अमाई विउव्वइ । माई णं तस्स ठाणस्स अणालोइयपडिक्कंते कालं करेइ, णत्थि तस्स आराहणा | अमाई णं तस्स ठाणस्स आलोइयपडिक्कंते कालं करेइ, अत्थि तस्स आराहणा| सेवं भंते! सेवं भंते! || || चउत्थो उद्देशो समत्तो || पंचमो उद्देसो अणगारे णं भंते ! भावियप्पा बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पभू एगं महं इत्थीरूवं वा जाव संदमाणियरूवं वा विउव्वित्तए ? णो इणटे समढे । अणगारे णं भंते ! भावियप्पा बाहिरए पोग्गले परियाइत्ता पभू एगं महं इत्थीरूवं वा जाव संदमाणियरूवं वा विउव्वित्तए ? हंता, पभू । अणगारे णं भंते ! भावियप्पा केवइयाइं पभू इत्थिरूवाइं विउव्वित्तए ? गोयमा ! से जहाणामए जुवई जुवाणे हत्थेणं हत्थे गेण्हेज्जा, चक्कस्स वा णाभी अरगाउत्ता सिया, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा वेउव्विय समुग्घाएणं समोहणइ जाव पभू णं गोयमा ! अणगारे णं भावियप्पा केवलकप्पं जंबूदीवं दीवं बहुहिं इत्थिरूवेहिं आइण्णं वितिकिण्णं जाव करेत्तए | एस णं गोयमा ! अणगारस्स भावियप्पणो अयमेयारूवे विसए, विसयमेत्ते बुइए, णो चेव णं संपत्तीए विउव्विंस् वा विउव्विंति वा विउव्विस्संति वा । एवं परिवाडीए णेयव्वं जाव संदमाणिया । | से जहाणामए केड परिसे असि-चम्मपायं गहाय गच्छेज्जा. एवामेव अणगारे वि भावियप्पा असि-चम्मपायहत्थ-किच्चगएणं अप्पाणेणं उड्ढं वेहासं उप्पइज्जा ? हंता, उप्पइज्जा । अणगारे णं भंते ! भावियप्पा केवइयाइं पभू, असिचम्मपायहत्थकिच्चगयाइं रूवाइं विउवित्तए? गोयमा ! से जहाणामए जुवई जुवाणे हत्थेणं हत्थे गेण्हेज्जा, तं चेव जाव विउव्विंसु वा विउव्वंति वा विउव्विस्संति वा । से जहा णामए केइ पुरिसे एगओपडागं काउं गच्छेज्जा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा एगओपडागाहत्थकिच्चगएणं अप्पाणेणं उड्ढं वेहासं उप्पएज्जा ? हंता गोयमा ! उप्पएज्जा । अणगारे णं भंते ! भावियप्पा केवइयाइं पभू एगओपडागाहत्थकिच्चगयाइं रूवाइं विउव्वित्तए? एवं चेव जाव विउव्विंसु वा विउव्वंति वा विउव्विस्संति वा । एवं दुहओपडागं पि । 88 Page #99 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८ भगवई सुत्त से जहाणामए केइ पुरिसे एगओजण्णोवइयं काउं गच्छेज्जा, एवामेव अणगारे णं भावियप्पा एगओजण्णोवइयकिच्चगएणं अप्पाणेणं उड्ढं वेहासं उप्पएज्जा ? हंता, उप्पएज्जा | ९ अणगारे णं भंते ! भावियप्पा केवइयाइं पभू एगओजण्णोवइयकिच्चगयाइं रूवाइं विउव्वित्तए? तं चेव जाव विउव्विंसु वा विउव्वंति वा विउव्विस्संति वा । एवं दुहओ जण्णोवइयं पि । १० से जहाणामए केइ पुरिसे एगओपल्हत्थियं काउं चिद्वेज्जा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा जाव चिटेज्जा ? एवं चेव जाव विउव्विंसु वा विउव्वंति वा विउव्विस्संति वा; एवं दुहओपल्हत्थियं पि । ११ से जहा णामए केइ पुरिसे एगओपलियंकं काउं चिद्वेज्जा एवामेव अणगारे वि ? तं चेव जाव विउव्विंसु वा विउव्वंति वा विउव्विस्संति वा; एवं दुहओ पलियंकं पि | अणगारे णं भंते ! भावियप्पा बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पभू एगं महं आसरूवं वा, हत्थिरूवं वा, सीहरूवं वा, वग्घरूवं वा, विगरूवं वा, दीवियरूवं वा, अच्छरूवं वा, तरच्छरूवं पारासररूवं वा अभिमुंजित्तए ? णो इणढे समढे । अणगारे णं भंते भावियप्पा बाहिरए पोग्गले परियाइत्ता पभू जाव अभिमुंजित्तए ? हंता, पभू। अणगारे णं भंते ! भावियप्पा एगं महं आसरूवं वा अभिमुंजित्ता अणेगाइं जोयणाइं पभू गमित्तए? हंता, पभू । से भंते ! किं आयड्ढीए गच्छइ, परिड्ढीए गच्छइ ? गोयमा ! आयड्ढीए गच्छइ, णो परिड्ढिए; एवं आयकम्मणा, णो परकम्मणा, आयप्पओगेणं, णो परप्पओगेणं । उस्सिओदयं वा गच्छड़, पयओदयं वा गच्छइ । से णं भंते ! किं अणगारे आसे ? गोयमा ! अणगारे णं से, णो खलु से आसे; एवं जाव पारासररूवं वा । से भंते ! किं माई अभिमुंजइ (विउव्वइ), अमाई अभिमुंजइ ? गोयमा ! माई अभिमुंजइ णो अमाई अभिमुंजइ । माई णं भंते ! तस्स ठाणस्स अणालोइयपडिक्कंते कालं करेइ, कहिं उववज्जइ ? गोयमा ! अण्णयरेसु आभिओगेसु देवलोएसु देवत्ताए उववज्जइ । १९ | अमाई णं भंते ! तस्स ठाणस्स आलोइय-पडिक्कंते कालं करेइ, कहिं उववज्जइ ? Page #100 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २० भगवई सुत्त गोयमा ! अण्णयरेसु अणाभिओगिएसु देवलोएसु देवत्ताए उववज्जइ || सेवं भंते! सेवं भंते!॥ इत्थी असी पडागा, जण्णोवइए य होइ बोधव्वे, पल्हत्थिय पलियंके, अभिओग कुव्वणा माई | ॥ पंचमो उद्देशो समत्तो ॥ छट्ठो उद्देसो अणगारे णं भंते ! भावियप्पा माई मिच्छदिट्ठी वीरियलद्धीए वेउव्विय- लखीए विभंगणाणलखीए वाणारसिं णयरिं समोहए, समोहणित्ता रायगिहे णयरे रूवाइं जाणइ, पासइ ? हंता, जाणइ पासइ। से भंते ! कि तहाभावं जाणइ पासइ, अण्णहाभावं जाणइ पासइ ? गोयमा! णो तहाभावं जाणइ पासइ, अण्णहाभावं जाणइ पासइ । से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ- णो तहाभावं जाणइ पासइ, अण्णहाभावं जाणइ पासइ ? मा ! तस्स णं एवं भवड- एवं खल अहं रायगिहे णयरे समोहए. समोहणित्ता वाणारसीए णयरीए रूवाइं जाणामि पासामि; से से दंसणे विवच्चासे भवइ, से तेणद्वेणं जाव पासइ । अणगारे णं भंते ! भावियप्पा माई मिच्छदिट्ठी वीरियलद्धीए जाव रायगिहे णयरे समोहए, समोहणित्ता वाणारसीए णयरीए रूवाइं जाणइ पासइ ? हंता, जाणइ पासइ । तं चेव जाव तस्स णं एवं भवइ- एवं खलु अहं वाणारसीए णयरीए समोहए, समोहणित्ता रायगिहे णयरे रूवाइं जाणामि पासामि, से से दंसणे विवच्चासे भवइ, से तेणद्वेणं जाव अण्णहाभावं जाणइ पासइ । ५ अणगारे णं भंते ! भावियप्पा माई मिच्छदिट्ठी वीरियलद्धीए वेउव्विय लद्धीए विभंगणाणलद्धीए वाणारसी णयरिं रायगिहं च णयरं अंतरा एग महं जणवयवग्गं समोहए, समोहणित्ता वाणारसिं णयरिं, रायगिहं च णयरं अंतरा एग महं जणवयवग्गं जाणइ पासइ ? हंता, जाणइ पासइ । से भंते ! किं तहाभावं जाणइ पासइ, अण्णहाभावं जाणइ पासइ ? गोयमा ! णो तहाभावं जाणइ पासइ, अण्णहाभावं जाणइ पासइ । से केणद्वेणं भंते ! जाव पासइ ? गोयमा ! तस्स खलु एवं भवइ- एस खलु वाणारसी णयरी, एस खलु रायगिहे णयरे, एस खलु अंतरा एगे महं जणवयवग्गे । णो खलु एस महं वीरिय- लद्धि वेठव्वियलद्धि विभंगणाणलद्धी; 90 Page #101 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त इड्ढी जुई जसे बले वीरिए, पुरिसक्कार- परक्कमे लद्धे पत्ते अभिसमण्णागए | से से दंसणे विवच्चासे भवइ । से तेणटेणं जाव पासइ ? अणगारे णं भंते ! भावियप्पा अमाई सम्मदिट्ठी वीरियलद्धीए, वेउव्विय लद्धीए, ओहिणाणलद्धीए रायगिहं णयरं समोहए, समोहणित्ता वाणारसीए णयरीए रूवाई जाणइ पासइ ? हंता, जाणइ पासइ । से भंते ! किं तहाभाव जाणइ पासइ, अण्णहाभावं जाणइ पासइ ? गोयमा ! तहाभावं जाणइ पासइ, णो अण्णहाभावं जाणइ पासइ । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! तस्स णं एवं भवइ- एवं खलु अहं रायगिहे णयरे समोहए, समोहणित्ता वाणारसीए णयरीए रूवाइं जाणामि पासामि; से से दंसणे अविवच्चासे भवइ, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वच्चइ । बीओ आलावगो एवं चेव। णवरं-वाणारसीए णयरीए समोहणा णेयव्वा रायगिहे णयरे रूवाइं जाणइ, पासइ । अणागारे णं भंते ! भावियप्पा अमाई सम्मदिट्ठी वीरियलद्धीए वेउव्विय लद्धीए ओहिणाणलद्धीए रायगिहं णयर, वाणारसिं णयरी च अंतरा एगं महं जणवयवग्गं समोहए, समोहणित्ता रायगिहं णयर, वाणारसिं णयरी, तं च अंतरा एगं महं जणवयवग्गं जाणइ पासइ ? हंता, जाणइ पासइ । से भंते ! किं तहाभावं जाणइ पासइ, अण्णहाभावं जाणइ पासइ ? गोयमा ! तहाभावं जाणइ पासइ, णो अण्णहाभावं जाणइ पासइ । से केणद्वेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! तस्स णं एवं भवइ णो खलु एस रायगिहे णयरे, णो खलु एस वाणारसी णयरी, णो खलु एस अंतरा एगे जणवयवग्गे, एस खलु ममं वीरियलद्धी वेउव्वियलद्धी ओहिणाणलद्धी इड्ढी जुई जसे बले वीरिए पुरिसक्कारपरक्कमे लद्धे पत्ते अभिसमण्णागए | से से दंसणे अविवच्चासे भवइ । से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- तहाभावं जाणइ पासइ, णो अण्णहाभावं जाणइ पासइ । अणगारे णं भंते ! भावियप्पा बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पभू एणं महं गामरूवं वा णयररूवं वा जाव सण्णिवेसरूवं वा विउव्वित्तए ? णो इणढे समटे | एवं बिईओ वि आलावगो, णवरं बाहिरए पोग्गले परियाइत्ता पभू । अणगारे णं भंते ! भावियप्पा केवइयाइं पभू गामरूवाइं विउवित्तए ? गोयमा ! से जहा णामए जुवई जुवाणे हत्थेणं हत्थे गेण्हेज्जा, तं चेव जाव विउव्विंस वा विउव्वंति वा विउव्विस्संति वा एवं जाव सण्णिवेसरूवं वा । 91 Page #102 -------------------------------------------------------------------------- ________________ |१६ 13 भगवई सुत्त चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुररण्णो कइ आयरक्खदेवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! चत्तारि चउसट्ठीओ आयरक्खदेवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ । ते णं आयरक्खा जाव वण्णओ जहा रायप्पसेणइज्जे । एवं सव्वेसि इंदाणं जस्स जत्तिआ आयरक्खा ते भावि ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ छट्ठो उद्देशो समत्तो ॥ सत्तमो उद्देसो रायगिहे णयरे जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी - सक्क्स्स णं भंते! देविंदस्स देवरण्णो कइ लोगपाला पण्णत्ता? गोयमा ! चत्तारि लोगपाला पण्णत्ता, तं जहा- सोमे, जमे, वरुणे, वेसमणे । एएसि णं भंते! चउन्हं लोगपालाणं कइ विमाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि विमाणा पण्णत्ता, तं जहा- संझप्पभे, वरसिट्ठे, सयंजले, वग्गू I कहि णं भंते! सक्क्स्स देविंदस्स देवरण्णो सोमस्स महारण्णो संझप्पभे णामं महाविमा पण्णत्ते? गोयमा ! जंबूद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणे णं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए बहुसमरमणिज्जाओ भूमिभागाओ उड्ढं चंदिमसूरियगहगणणक्खत्त तारारूवाणं बहूइं जोयणाई जाव पंच वडेंसिया पण्णत्ता, तं जहा- असोग-वडेंसए, सत्तवण्ण-वडेंसए, चंपयवडेंसए, चूयवडेंसए, मज्झे सोहम्मवडेंसए । तस्स णं सोहम्मवडेंसयस्स महाविमाणस्स पुरत्थिमे णं सोहम्मे कप्पे असंखेज्जाई जोयणाई वीइवइत्ता एत्थ णं सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो सोमस्स महारणो संझप्पभे णामं महाविमाणे पण्णत्ते। अद्धतेरसजोयण सयसहस्साइं आयामविक्खंभेणं, उणयालीसं जोयणसयसहस्साइं, बावण्णं च सहस्साइं अट्ठ य अडयाले जोयणसए किंचि विसेसाहिए परिक्खेवेणं पण्णत्ते । जा सूरियाभ विमाणस्स वत्तव्वया सा अपरिसेसा भाणियव्वा जाव अभिसेओ; णवरं सोमो देवो । संझप्पभस्स णं महाविमाणस्स अहे, सपक्खिं, सपडिदिसिं असंखेज्जाई जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं सक्कस्स देविंदस्स, देवरण्णो सोमस्स महारण्णो सोमा णामं रायहाणी पण्णत्ता- एगं जोयणसयसहस्सं आयामविक्खंभेणं जंबुद्दीवप्प-माणा । वेमाणियाणं पमाणस्स अद्धं यव्वं जाव ओवारियलेणं सोलस जोयणसहस्साइं आयामविक्खंभेणं, पण्णासं जोयणसहस्साइं, पंच य सत्ताणउए जोयणसए किंचि विसेसूणे परिक्खेवेणं पण्णत्ते । पासायाणं चत्तारि परिवाडीओ णेयव्वाओ, सेसा णत्थि । ४ सक्कस्स णं देविंदस्स, देवरण्णो सोमस्स महारण्णो इमे देवा आणा उववाय-वयण- णिद्देसे चिट्ठति, तं जहा- सोमकाइया इ वा, सोमदेवयकाइया इ वा, विज्जुकुमारा विज्जुकुमारी ओ 92 Page #103 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अग्गिकुमारा अग्गिकुमारीओ वायुकुमारा वायुकुमारीओ; चंदा सूरा गहा णक्खत्ता तारारूवा, जे यावण्णे तहप्पगारा सव्वे ते तब्भत्तिया तप्पक्खिया तब्भारिया सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो सोमस्स महारण्णो आणा-उववाय-वयण-णिद्देसे चिट्ठति । | जंबूदीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं जाइं इमाइं समुप्पज्जंति, तं जहा- गहदंडा इ वा, गहमुसला इ वा, गहगज्जिया इ वा, एवं गहजुद्धा इ वा, गहसिंघाडगा इ वा, गहावसव्वा इ वा, अब्भा इ वा, अब्भरुक्खा इ वा, संझा इ वा, गंधव्वणगरा इ वा, उक्कापाया इ वा, दिसिदाहा इ वा, गज्जिआ इ वा, विज्जू इ वा, पंसुवुट्ठी इ वा, जूवे इ वा, जक्खालित्तए इ वा, धूमिया इ वा, महिया इ वा, रयुग्घाए इ वा, चंदोवरागा इ वा, सूरोवरागा इ वा, चंदपरिवेसा इ वा, सूरपरिवेसा इ वा, पडिचंदा इ वा, पडिसूरा इ वा, इंदधणू इ वा, उदगमच्छा इ वा कपिहसिया इ वा, अमोहा इ वा, पाईणवाया इ वा, पडीणवाया इ वा जाव संवट्टयवाया इ वा, गामदाहा इ वा जाव सण्णिवेसदाहा इ वा, पाणक्खया, जणक्खया, धणक्खया, कलक्खया, वसणब्भया अणारिया; जेयावण्णे तहप्पगारा ण ते सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो सोमस्स महारण्णो अण्णाया, अदिट्ठा, असुया, अमुया(अस्सुया) अविण्णाया; तेसिं वा सोमकाइयाणं देवाणं । सक्कस्स णं देविंदस्स देवरण्णो सोमस्स महारण्णो इमे देवा अहावच्चा अभिण्णाया होत्था, तं जहा- इंगालए, वियालए, लोहिअक्खे, सणिच्चरे, चंदे, सूरे, सुक्के, बुहे, बहस्सई, राहू । सक्कस्स णं देविंदस्स देवरण्णो सोमस्स महारण्णो सतिभागं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता । अहावच्चाभिण्णायाणं देवाणं एगं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता । एवं महिड्ढीए जाव महाणुभागे सोमे महाराया । कहि णं भंते! सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो, जमस्स महारण्णो वरसिढे णामं महाविमाणे पण्णत्ते? गोयमा ! सोहम्मवडिंयस्स महाविमाणस्स दाहिणेणं सोहम्मे कप्पे असंखेज्जाइं जोयणसहस्साई वीईवइत्ता एत्थ णं सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो जमस्स महारण्णो वरसिढे णामं महाविमाणे पण्णत्ते अद्धतेरसजोयणसयहसस्साइं, जहा सोमस्स विमाणं तहा जाव अभिसेओ । रायहाणी तहेव जाव पासायपंतीओ | सक्कस्स णं देविंदस्स देवरण्णो जमस्स महारण्णो इमे देवा आणा जाव चिटुंति; तं जहा जमकाइया इ वा, जमदेवयकाइया इ वा पेयकाइया इ वा पेय- देवयकाइया इ वा असुरकुमारा असुरकमारीओ कंदप्पा णिरयवाला आभिओगा जे यावण्णे तहप्पगारा सव्वे ते तब्भत्तिया तप्पक्खिया तब्भारिया सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो जमस्स महारण्णो आणाए जाव चिटुंति; जंबूद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं जाइं इमाइं समुप्पज्जंति, तं जहा- डिंबा इ वा, डमरा इ वा, कलहा इ वा, बोला इ वा, खारा इ वा, महाजुद्धा इ वा, महासंगामा इ वा, महासत्थणिवडणा इ वा, एवं महापुरिसणिवडणा इ वा, महारुहिरणिवडणा इ वा, दुब्भूआ इ वा, कुलरोगा इ वा, गामरोगा इ वा, मंडलरोगा इ वा, णगररोगा इ वा, सीसवेयणा इ वा, 93 Page #104 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० भगवई सुत्त अच्छिवेयणा इ वा, कण्णवेयणा इ वा णहवेयणा इवा, दंतवेयणा इवा, इंदग्गहा इ वा, खंदग्गहा इ वा, कुमारग्गहा इ वा, जक्खग्गहा इ वा, भूयग्गहा इ वा, एगाहिया इ वा, बेयाहिया इ वा, तेयाहिया इ वा, चाउत्थाहिया इ वा, उव्वेयगा इ वा, कासा इवा, सासा इ वा, सोसा इ वा, जरा इ वा, दाहा इ वा, कच्छकोहा इ वा, अजीरया इ वा, पंडुरोगा इवा, हरिसा इवा, भगंदरा इ वा, हिययसूला इवा, मत्थयसूला इ वा, जोणिसूला इ वा, पाससूला इ वा, कुच्छिसूला इ वा, गाममारी इ वा णगरमारी इ वा, खेडमारी इ वा, कब्बडमारी इ वा, दोणमुहमारी इवा, मडम्बमारी इ वा, पट्टणमारी इ वा, आसममारी इ वा, संबाहमारी इ वा, सण्णिवेसमारी इ वा, पाणक्खया, जणक्खया, धणक्खया, कुलक्खया, वसणभूया अणारिया, जे यावि अण्णे तहप्पगारा ण ते सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो जमस्समहारण्णो अण्णाया जाव सिं वा जमाइयाणं देवाणं । सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो जमस्स महारण्णो इमे देवा अहावच्चा अभिण्णाया होत्था, तं जहा अंबे अंबरिसे चेव, सामे सबले त्ति यावरे, रुद्दोवरुद्दे काले य, महाकाले त्ति यावरे ॥१॥ असिपत्ते धणू कुंभे, वालू वेयरणी त्ति य । खरस्सरे महाघोसे, एमेए पण्णरसाssहिया ॥२॥ सक्क्स्स णं देविंदस्स देवरण्णो जमस्स महारण्णो सतिभागं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता । अहावच्चाभिण्णायाणं देवाणं एगं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता । एवं महिढिए जाव जमे महाराया । कहि णं भंते ! सक्क्स्स देविंदस्स देवरण्णो वरुणस्स महारण्णो संयजले णामं महाविमाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! तस्स णं सोहम्मवडेंसयस्स महाविमाणस्स पच्चत्थिमेणं सोहम्मे कप्पे असंखेज्जाई, जहा सोमस्स तहा विमाणरायहाणीओ भाणियव्वा जाव पासायवडेंसया । णवरं णामं णाणत्तं । सक्कस्स णं देविंदस्स देवरण्णो वरुणस्स महारण्णो जाव चिट्ठति, तं जहा- वरुणकाइया इ वा, वरुणदेवयकाइया इ वा, णागकुमारा, णागकुमारीओ, उदहिकुमारा, उदहीकुमारीओ, थणियकुमारा, थणियकुमारीओ; जे यावण्णे तहप्पगारा सव्वे ते तब्भत्तिआ जाव चिट्ठति । जंबूद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं जाई इमाई समुप्पज्जंति, तं जहा- अइवासा इवा, मंदवासा इ वा, सुवुट्ठी इ वा, दुवुट्ठी इ वा, उदब्भेदा इ वा, उदप्पीला इ वा, उदव्वाहा इ वा, पव्वाहा इ वा, गामवाहा इ वा जाव सण्णिवेसवाहा इ वा पाणक्खया जाव तेसिं वा वरुणकाइयाणं देवाणं । सक्क्स्स णं देविंदस्स देवरण्णो वरुणस्स महारण्णो जाव अहावच्चाभिण्णाया होत्था, तं जहाकक्कोडए, कद्दमए, अंजणे, संखवालए, पुंडे, पलासे, मोए, जए, दहिमुहे, अयंपुले, कायरिए । 94 Page #105 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११ १२ १३ भगवई सुत्त सक्क्स्स णं देविंदस्स देवरण्णो वरुणस्स महारण्णो देसूणाई दो पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, अहावच्चाभिण्णायाणं देवाणं एगं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता, एमहिड्ढीए जाव वरुणे महाराया । कहि णं भंते! सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो वेसमणस्स महारण्णो वग्गु णामं महाविमाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! तस्स णं सोहम्मवडिंसयस्स महाविमाणस्स उत्तरेणं एवं जहा सोमस्स महाविमाण, रायहाणिवत्तव्वया तहा णेयव्वा जाव पासायवडेंसया । सक्कस्स णं देविंदस्स देवरण्णो वेसमणस्स महारण्णो इमे देवा आणा- उववाय वयण णिद्देसे चिट्ठति, तं जहा- वेसमणकाइया इ वा, वेसमण देवयकाइया इ वा, सुवण्णकुमारा सुवण्णकुमारीओ दीवकुमारा, दीवकुमारीओ दिसाकुमारा दिसाकुमारीओ वाणमंतरा, वाणमंतरीओ जे यावणे तहप्पगारा सव्वे ते तब्भत्तिआ जाव चिट्ठति । जंबूद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं जाई इमाई समुप्पजंति, तं जहा- अयागरा इ वा, तउयागरा इ वा, तंबागरा इ वा, सीसागरा इ वा हिरण्णागरा इ वा, सुवण्णागरा इ वा, रयणागरा इ वा, वइरागरा इ वा, वसुहारा इ वा, हिरण्णवासा इवा, सुवण्णवासा इ वा, रयणवासा इ वा, वइरवासा इ वा आभरणवासा इवा, पत्तवासा इवा, पुप्फवासा इवा, फलवासा इवा, बीयवासा इवा, मल्लवासा इ वा वण्णवासा इवा, चुण्णवासा इवा, गंधवासा इवा, वत्थवासा इ वा हिरण्णवुट्ठी इ वा, सुवण्णवुट्ठी इ वा, रयणवुट्ठी इ वा, वइरवुट्ठी इ वा, आभरणवुट्ठी इ वा, पत्तवुट्ठी इ वा, पुप्फवुट्ठी इ वा, फलवुट्ठी इ वा, बीयवुट्ठी इ वा, मल्लवुट्ठी इ वा, वण्णवुट्ठी इ वा, चुण्णवुट्ठी इ वा, गंधवुट्ठी इ वा, वत्थवुट्ठी इ वा, भायणवुट्ठी इ वा, खीरवुट्ठी इ वा; सुकाला इ वा, दुक्काला इ वा अप्पग्घा इ वा, महग्घा इ वा, सुभिक्खा इवा, दुब्भिक्खाइ वा, कयविक्कया इ वा, सण्णिही इ वा, सण्णिचया इ वा, णिही इ वा, णिहाणाइं वा, चिरपोराणाइं वा, पहीणसामियाइं वा, पहीणसेउयाइं वा, पहीणमग्गाणि वा पहीणगोत्तागाराइं वा; उच्छण्णसामियाइं वा; उच्छण्णसेउयाइं वा; उच्छण्णगोत्तागाराइं वा, सिंघाडग-तिग- चउक्क-चच्चर-चउम्मुह महापहपहेसु वा, णयरणिद्धमणेसु वा, सुसाण-गिरि- कंदर- संति-सेलोवट्ठाण भवणगिहेसु सण्णि- क्खित्ताइं चिट्ठेति । ण ताइं सक्कस्स देविंदस्स देवरण्णो वेसमणस्स महारण्णो अण्णायाई, अदिट्ठाई, असुयाई, अमुयाई, अविण्णायाइं; तेसिं वा वेसमणकाइयाणं देवाणं । सक्क्स्स देविंदस्स देवरण्णो वेसमणस्स महारण्णो इमे देवा अहावच्चा - भिण्णाया होत्था, तं जहा- पुण्णभद्दे, माणिभद्दे, सालिभद्दे सुमणभद्दे, चक्के, रक्खे, पुण्णरक्खे, सव्वाणे, सव्वजसे, सव्वकामे, समिद्धे, अमोहे, असंगे । सक्कस्स णं देविंदस्स देवरण्णो वेसमणस्स महारण्णो दो पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता, अहावच्चाभिण्णायाणं देवाणं एगं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता, एमहिड्ढीए जाव वेसमणे महाराया ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ | सत्तमो उद्देशो समत्तो ॥ 95 Page #106 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ भगवई सुत्त अमो उद्देसो रायगिहे णयरे जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी- असुरकुमाराणं भंते ! देवाणं कइ देवा आहेवच्चं जाव विहरंति? गोयमा ! दस देवा आहेवच्चं जाव विहरंति । तं जहा- चमरे असुरिंदे असुरराया; सोमे, जमे, वरुणे, वेसमणे; बली वइरोयणिंदे वइरोयणराया, सोमे, जमे, वेसमणे, वरुणे । णागकुमाराणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! दस देवा आहेवच्चं जाव विहरति। तं जहा- धरणे णं णागकुमारिंदे णागकुमारराया; कालवाले, कोलवाले, सेलवाले, संखवाले, भूयाणंदे णाग-कुमारिंदे णागकुमारराया; कालवाले, कोलवाले, संखवाले, सेलवाले । जहा णागकुमारिंदाणं एयाए वत्तव्वयाए णीयं एवं इमाणं णेयव्वं- सुवण्णकुमाराणं-वेणुदेवे, वेणुदाली, चित्ते, विचित्ते, चित्तपक्खे, विचित पक्खे। विज्जुकुमाराणं-हरिक्कंत, हरिस्सह, पभ, सुप्पभ, पभकंत, सुप्पभ- कंता। अग्गिकुमाराणं-अग्गिसीह, अग्गिमाणव, तेउ, तेउसीह, तेउकंत, तेउप्पभा । दीवकुमाराणं- पुण्ण, विसिट्ठ, रूय, रूयंस, रूयकंत, रूयप्पभा । उदहिकुमाराणं- जलकंते, जलप्पभ, जल, जलरूय, जलकंत, जलप्पभा । दिसाकुमाराणंअमियगई, अमियवाहणे, तुरियगई, खिप्पगई, सीहगई, सीहविक्कमगई । वाउकुमाराणं- वेलंब, पभंजण, काल, महाकाल, अंजण, रिट्ठा ।थणियकुमाराणं- घोस, महाघोस, आवत्त, वियावत्त, णंदियावत्त, महाणंदियावत्ता । एवं भाणियत्वं जहा असुरकुमारा। सोम कालवाल चित्तप्पभ तेयरूव जल तुरियगई काल आवत्त । पिसायकुमाराणं पुच्छा ? गोयमा ! दो देवा आहेवच्चं जाव विहरंति, तं जहा काले य महाकाले, सुरूव पडिरूव पुण्णभद्दे य । अमरवई माणिभद्दे, भीमे य तहा महाभीमे ॥ किण्णर किंपुरिसे खलु, सप्पुरिसे खलु तहा महापुरिसे । अड्काय महाकाए, गीयरई चेव गीयजसे ॥ एए वाणमंतराणं देवाणं । जोइसियाणं देवाणं दो देवा आहेवच्चं जाव विहरंति, तं जहा - चंदे य, सूरे य । सोहम्मीसाणेसु णं भंते! कप्पेसु कइ देवा आहेवच्चं जाव विहरंति ? गोयमा ! दस देवा जाव विहरंति, तं जहा सक्के देविंदे देवराया; सोमे, जमे, वरुणे, वेसमणे । ईसाणे देविंदे देवराया, सोमे, जमे, वेसमणे, वरुणे । एसा वत्तव्वया सव्वेसु वि कप्पेसु एए चेव भाणियव्वा । जे य इंदा ते य भाणियव्वा ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ अट्ठमो उद्देशो समत्तो ॥ 96 Page #107 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त णवमो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- कइविहे णं भंते ! इंदियविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे इंदियविसए पण्णत्ते, तं जहा- सोइंदियविसए जाव जीवाभिगमे जोइसिय उद्देसओ णेयव्वो अपरिसेसो । | णवमो उद्देशो समत्तो || दसमो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी-चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुररण्णो कइ परिसाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! तओ परिसाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- समिया, चंडा, जाया, एवं जहाणपव्वीए जाव अच्चुओ कप्पो ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ ॥ दसमो उद्देशो समत्तो || ॥ तइअं सतं समत्तं || चउत्थं सतं पढमो, बीओ, तइओ, चउत्थो उद्देसो चतारि विमाणेहिं, चत्तारि य होति रायहाणीहिं । णेरइए लेस्साहि य, दस उद्देसा चउत्थसये | रायगिहे णयरे जाव एवं वयासी- ईसाणस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो कई लोगपाला पण्णत्ता ? गोयमा! चत्तारि लोगपाला पण्णत्ता, तं जहा- सोमे, जमे, वेसमणे, वरुणे । एएसि णं भंते ! लोगपालाणं कई विमाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि विमाणा पण्णत्ता, तं जहा- सुमणे, सव्वओभद्दे, वग्गू, सुवग्गू । कहि णं भंते! ईसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो सोमस्स महारण्णो सुमणे णामं महाविमाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबूद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरे णं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए जाव ईसाणे णामं कप्पे पण्णत्ते, तत्थ णं जाव पंच वडेंसया पण्णत्ता, तं जहा- अंकवडेंसए, फलिहवडेंसए, रयणवडेंसए, जायरूववडेंसए, मज्झे ईसाण- वडेंसए । तस्स णं ईसाणवडेंसयस्स Page #108 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त महाविमाणस्स पुरित्थमेणं तिरियमसंखेज्जाई जोयणसहस्साई वीईवइत्ता एत्थ णं ईसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो सोमस्स महारण्णो सुमणे णामं महाविमाणे पण्णत्ते-अद्धतेरसजोयण एवं जहा सक्कस्स वत्तव्वया तईयसए तहा ईसाणस्स वि जाव अच्चणिया सम्मत्ता | चउण्हं वि लोगपालाणं विमाणे विमाणे उद्देसओ, चउसु वि विमाणेसु चत्तारि उद्देसा अपरिसेसा, णवरं ठिईए णाणत्तं आइ दुय तिभागूणा, पलिया धणयस्स हॉति दो चेव । दो सतिभागा वरुणे, पलिय महावच्चदेवाणं ॥ ॥ पढमो, बीओ, तइओ, चउत्थो उद्देशो समत्तो || पंचमो, छट्ठो, सत्तमो, अहमो उद्देसो १ रायहाणीसु वि चत्तारि उद्देसा भाणियव्वा जाव एमहिड्ढीए जाव वरुणे महाराया। णवमो उद्देसो णेरइए णं भंते ! णेरइएसु उववज्जइ, अणेरइए णेरइएसु उववज्जइ ? पण्णवणाए लेस्सापए तईओ उद्देसओ भाणियव्वो जाव णाणाई । दसमो उद्देसो से णणं भंते ! कण्ललेस्सा णीललेस्सं पप्प तारूवत्ताए, तावण्णत्ताए जाव परिणमंति ? एवं चउत्थो उद्देसओ पण्णवणाए चेव लेस्सापदे णेयव्वो जाव परिणाम वण्ण रस गंध, सुद्ध अपसत्थ संकिलिमुण्हा । गइ परिणाम पएसो, गाह वग्गणा द्वाणमप्पबहू | सेवं भंते ! सेवं भंते || || दसमो उद्देशो समत्तो || || चउत्थं सतं समत्तं || पंचमं सतं पढमो उद्देसो चंपरवि अणिल गंठिय, सद्दे छउमाउ एयण णियंठे । 98 Page #109 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त रायगिहं चंपचंदिमा य, दस पंचमम्मि सए || तेणं कालेणं तेणं समएणं चंपा णामं णयरी होत्था वण्णओ | तीसे णं चंपाए णयरीए पुण्णभद्दे णामं चेइए होत्था, वण्णओ । सामी समोसढे जाव परिसा पडिगया। तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेट्टे अंतेवासी इंदभूई णाम अणगारे गोयमगोत्तेणं जाव एवं वयासीजंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे सूरिया उदीणपाईणमुग्गच्छ पाईणदाहिणमागच्छंति, पाईणदाहिणमुग्गच्छ दाहिणपडीणमागच्छंति, दाहिणपडीणमुग्गच्छ पडीणउदीण-मागच्छंति, पडीणउदीणमुग्गच्छ उदीणपाईणमागच्छंति? हंता गोयमा ! जंबुद्दीवे णं दीवे सूरिया उदीणपाईणमुग्गच्छ जाव उदीण-पाईणमागच्छंति | जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे दाहिणड्ढे दिवसे भवइ, तया णं उत्तरड्ढे वि दिवसे भवइ; जया णं उत्तरड्ढे दिवसे भवइ, तया णं जंबुदीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमपच्चत्थिमे णं राई भवइ ? हंता गोयमा ! जया णं जंबुद्दीवे दीवे दाहिणड्ढे दिवसे भवइ जाव पुरत्थिम पच्चत्थिमे णं राई भवइ। | जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमे णं दिवसे भवइ, तया णं पच्चत्थिमे णं वि दिवसे भवइ, जया णं पच्चत्थिमे णं दिवसे भवइ; तया णं जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तर-दाहिणे णं राई भवइ ? हंता गोयमा ! जया णं जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमे णं दिवसे भवइ जाव उत्तरदाहिणे णं राई भवइ । जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे दाहिणड्ढे उक्कोसए अट्ठारसमुहुत्ते दिवसे भवइ, तया णं उत्तरड्ढे वि उक्कोसए अट्ठारसमुहत्ते दिवसे भवइ, जया णं उत्तरड्ढे उक्कोसए अट्ठारसमुहत्ते दिवसे भवइ तया णं जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमपच्चत्थिमे णं जहणिया दुवालसमुहुत्ता राई भवइ ? हंता गोयमा ! जया णं जंबुद्दीवे दीवे दाहिणड्ढे उक्कोसए अट्ठारसमुहुत्ते दिवसे भवइ जाव दुवालस मुहुत्ता राई भवइ । जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमे णं उक्कोसए अट्ठार- समुहुत्ते दिवसे भवइ तया णं जंबुद्दीवे दीवे पच्चत्थिमेण वि उक्कोसेणं अट्ठारसमुहुत्ते दिवसे भवइ, जया णं पच्चत्थिमे णं उक्कोसए अट्ठारसमुहुत्ते दिवसे भवइ तया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे उत्तरदाहिणे दुवालसमुहुत्ता जहणिया राई भवइ ? हंता गोयमा ! एवं चेव । 99 Page #110 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ८ जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे दाहिणड्ढे अट्ठारस मुहुत्ताणंतरे दिवसे भवइ, तया णं उत्तरड्ढे अट्ठारस मुहुत्ताणंतरे दिवसे भवइ, जया णं उत्तरड्ढे अट्ठारस मुहुत्ताणंतरे दिवसे भवइ तया णं जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमपच्चत्थिमे णं साइरेगा दुवालस मुहुत्ता राई भवइ? हंता गोयमा ! एवं चेव । जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमे णं अट्ठारस मुहुत्ताणंतरे दिवसे भवइ, तया णं पच्चत्थिमे णं अट्ठारस मुहुत्ताणंतरे दिवसे भवइ, जया णं पच्चत्थिमे णं अट्ठारस मुहुत्ताणंतरे दिवसे भवइ, तया णं जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरदाहिणे णं साइरेगा दुवालस मुहुत्ता राई भवइ ? हंता गोयमा ! एवं चेव । एवं एएणं कमेणं ओसारेयव्वं- सत्तरस मुत्ते दिवसे तेरस मुहुत्ता राई भवइ; सत्तरस मुहुत्ताणंतरे दिवसे साइरेगा तेरस मुहुत्ता राई, सोलस मुहुत्ते दिवसे चोद्दस मुहुत्ता राई, सोलस मुहुत्ताणंतरे दिवसे साइरेगा चउद्दसमुहत्ता राई, पण्णरस मुहुत्ते दिवसे पण्णरस मुहुत्ता राई, पण्णरस मुहुत्ताणंतरे दिवसे साइरेगा पण्णरस मुहुत्ता राई, चोद्दस मुहुत्ते दिवसे सोलस मुहत्ता राई, चोद्दस मुहुत्ताणंतरे दिवसे साइरेगा सोलस मुहुत्ता राई, तेरस मुत्ते दिवसे सत्तरस मुहुत्ता राई, तेरस मुहुत्ताणंतरे दिवसे, साइरेगा सत्तरस मुहुत्ता राई । जया णं जंबुद्दीवे दीवे दाहिणड्ढे जहण्णए दुवालसमुहुत्ते दिवसे भवइ, तया णं उत्तरड्ढे वि दुवालस मुहुत्ते दिवसे भवइ । जया णं उत्तरड्ढे दुवालस मुहुत्ते दिवसे भवइ, तया णं जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिम- पच्चत्थिमे णं उक्कोसिया अट्ठारसमुहुत्ता राई भवइ ? हंता गोयमा ! एवं चेव । जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरित्थमे णं जहण्णए दुवालसमुहुत्ते दिवसे भवइ, तया णं पच्चत्थिमे णं वि जहण्णए दुवालसमुहुत्ते दिवसे भवइ, जया णं पच्चत्थिमे णं तया णं जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरदाहिणे णं उक्कोसिया अट्ठारसमुहुत्ता राई भवइ? हंता गोयमा ! एवं चेव । जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे दाहिणड्ढे वासाणं पढमे समए पडिवज्जइ तया णं उत्तरड्ढे वि वासाणं पढमे समए पडिवज्जइ; जया णं उत्तरड्ढे वासाणं पढमे समए पडिवज्जइ तया णं जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिम-पच्चत्थिमे णं अणंतर-पुरक्खडे समयंसि वासाणं पढमे समए पडिवज्जइ ? हंता गोयमा ! एवं चेव । 100 Page #111 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १३ जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमे णं वासाणं पढमे समए पडिवज्जइ तया णं पच्चत्थिमे वि वासाणं पढमे समए पडिवज्जइ | जया णं पच्चत्थिमे णं वासाणं पढमे समए पडिवज्जइ तया णं मंदरस्स पव्वयस्स उत्तर दाहिणे णं अणंतरपच्छाकडसमयंसि वासाणं पढमे समए पडिवण्णे भवइ ? हंता गोयमा ! एवं चेव । एवं जहा समएणं अभिलावो भणिओ वासाणं तहा आवलियाए वि भाणियव्वो; एवं आणपाणण वि, थोवेण वि, लवेण वि त्तेण वि, अहोरत्तेण वि, पक्खेण वि, मासेण वि, उउणा वि, एएसिं सव्वेसिं जहा समयस्स अभिलावो तहा भाणियव्वो। जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे दाहिणड्ढे हेमंताणं पढमे समए पडिवज्जइ तया णं उत्तरड्ढे वि हेमंताणं पढमे समए पडिवज्जइ ? एवं जहा वासाणं पुच्छा तहा भाणियव्वा जाव उउणा वि । एवं गिम्हाण वि आलावगो भाणियव्वो | एवं एए तीसं आलावगा | जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणड्ढे पढमे अयणे पडिवज्जइ, तया णं उत्तरड्ढे वि पढमे अयणे पडिवज्जइ ? एवं जहा समएणं अभिलावो तहेव अयणेण वि भाणियव्वो जाव अणंतर पच्छाकडसमयंसि पढमे अयणे पडिवण्णे भवइ । जहा अयणेणं अभिलावो तहा संवच्छरेण वि भाणियव्वो । एवं जुएण वि, वाससएण वि, वाससहस्सेण वि, वाससयसहस्सेण वि आलावगो भाणियव्वो । एवं पुव्वंगे, पुव्वे, तुडियंगे, तुडिए, अडडंगे, अडडे, अववंगे, अववे, हूहूयंगे, हूहूए, उप्पलंगे, उप्पले, पउमंगे, पउमे, णलिणंगे, णलिणे, अत्थणिउरंगे, अत्थणिउरे, अउयंगे, अठए, णउयंगे, णउए, पउयंगे, पउए चलियंगे, चुलिया, सीसपहेलियंगे, सीसपहेलिया; एवं पलिओवमेण, सागरोवमेण वि आलावगो भाणियव्वो | जया णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे दाहिणड्ढे ओसप्पिणी पडिवज्जइ तया णं उत्तरड्ढे वि ओसप्पिणी पडिवज्जड़; जया णं उत्तरड्ढे ओसप्पिणी पडिवज्जइ तया णं जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिम पच्चत्थिमे णं णेवत्थि ओसप्पिणी, णेवत्थि उस्सप्पिणी; अवट्ठिए णं तत्थ काले पण्णत्ते समणाउसो ? हंता गोयमा ! एवं चेव । जहा ओसप्पिणीए आलावओ भणिओ तहा उस्सप्पिणीए वि भाणियव्वो। १६ लवणे णं भंते ! समुद्दे सूरिया उदीण पाईणमुग्गच्छ पाईणदाहिणमागच्छंति, पुच्छा ? गोयमा ! जच्चेव जंबुद्दीवस्स वत्तव्वया भणिया तच्चेव सव्वा अपरिसेसिया लवणसमुद्दस्स वि भाणियव्वा, णवरं अभिलावो इमो णेयव्वो-जया णं भंते ! लवणे समुद्दे दाहिणड्ढे दिवसे भवइ, तं चेव जाव तया णं लवणसमुद्दे पुरत्थिम-पच्चत्थिमे णं राई भवइ । एवं एएणं अभिलावेणं णेयव्वं जाव जया णं भंते ! लवणसमुद्दे दाहिणड्ढे ओसप्पिणी पडिवज्जइ तया णं उत्तरड्ढे वि ओसप्पिणी पडिवज्जड़, जया णं उत्तरड्ढे ओसिप्पिणी 101 Page #112 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९ [] Πα Lo भगवई सुत्त पडिवज्जइ तया णं लवणसमुद्दे पुरत्थिम-पच्चत्थिमेणं णेवत्थि ओसप्पिणी, णेवत्थि उस्सप्पिणी, अवट्ठिएणं तत्थ काले पण्णत्ते समणाउसो ? हंता गोयमा ! एवं चेव । धायइसंडे णं भंते ! दीवे सूरिया उदीणपाईणमुग्गच्छ पाईणदाहिणमागच्छंति, पुच्छा ? गोयमा ! जच्चेव जंबुद्दीवस्स वत्तव्वया भणिया तच्चेव सव्वा अपरिसेसिया धायइसंडस्स वि भाणियव्वा, णवरं इमेणं अभिलावेणं सव्वे आलावगा भाणियव्वा - जया णं भंते ! धायइसंडे दीवे दाहिणड्ढे दिवसे भवइ, तया णं उत्तरड्ढे वि, जया णं उत्तरड्ढे दिवसे भवइ तया णं धायइसंडे दीवे मंदराणं पुरत्थिमपच्चत्थिमे णं राई भवइ ? हंता गोयमा ! एवं चेव । एवं एएणं अभिलावेणं णेयव्वं जाव जया णं भंते ! धायइसंडे दाहिणड्ढे ओसप्पिणी पडिवज्जइ तया णं उत्तरड्ढे वि? जया णं उत्तरड्ढे ओसप्पिणी पडिवज्जइ तया णं धायइसंडे दीवे मंदराणं पव्वयाणं पुरत्थिम-पच्चत्थिमे णं णेवत्थि ओसप्पिणी णेवत्थि उस्सप्पिणी, अवट्ठिए णं तत्थ काले पण्णत्ते समणाउसो ? हंता गोयमा ! एवं चेव । जहा लवणसमुद्दस्स वत्तव्वया तहा कालोदस्स वि भाणियव्वा णवरं कालोदस्स णामं भाणियव्वं । अब्भिंतरपुक्खरद्धेणं भंते सूरिया उदीणपाईणमुग्गच्छ पाईण दाहिणमागच्छंति, पुच्छा ? गोयमा ! जहेव धायइसंडस्स वत्तव्वया तहेव अब्भिंतरपुक्खरद्धस्स वि भाणियव्वा, णवरं अभिलावो अब्भिंतर पुक्खरद्धेणं भाणियव्वो जाव तया णं अब्भिंतरपुक्खरद्धे मंदराणं पुरत्थिमेपच्चत्थिमेणं णेवत्थि ओसप्पिणी, णेवत्थि उस्सप्पिणी, अवट्ठिए णं तत्थ काले पण्णत्ते समणाउसो ? हंता गोयमा ! एवं चेव । ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ पंचमं सतं बीओ उद्देसो गाव एवं वयासी-अत्थि णं भंते! ईसिं पुरेवाया पच्छा-वाया मंदावाया महावाया वायंति ? हंता, अत्थि | अत्थि णं भंते ! पुरत्थिमे णं ईसिंपुरेवाया पच्छावाया मंदावाया महावाया वायंति ? हंता, अत्थि। एवं पच्चत्थिमे णं, दाहिणे णं, उत्तरे णं, उत्तरपुरत्थिमे णं, दाहिणपुरत्थिमे णं, दाहिणपच्चत्थिमे णं, उत्तरपच्चत्थिमे णं । 102 Page #113 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जया णं भंते ! पुरत्थिमे णं ईसिं पुरेवाया, पच्छावाया, मंदावाया, महावाया वायंति, तया णं पच्चत्थिमे णं वि ईसिं पुरेवाया जाव वहंति; जया णं पच्चत्थिमे णं ईसिंपुरेवाया जाव वहंति, तया णं पुरत्थिमे णं वि जाव वहंति? हंता गोयमा ! जया णं पुरत्थिमे णं जाव वहंति, तया णं पच्चत्थिमेण वि ईसिंपुरेवाया जाव वहंति; जया णं पच्चत्थिमे णं ईसिंपुरवाया जाव वहंति, तया णं पुरत्थिमे णं वि ईसिंपुरेवाया जाव वहति। एवं दिसासु, विदिसासु । अत्थि णं भंते ! दीविच्चया ईसिं पुरेवाया ? हंता, अत्थि । । ॐ ॐ अत्थि णं भंते ! सामुद्दया ईसिं प्रेवाया ? हंता, अत्थि । । जया णं भंते ! दीविच्चया ईसिं पुरेवाया, तया णं सामुद्दया वि ईसिं पुरेवाया; जया णं सामुद्दया ईसिं पुरेवाया, तया णं दीविच्चया वि ईसिं पुरेवाया ? गोयमा ! णो इणढे समढे | से केणडेणं भंते ! एवं वुच्चइ-जया णं दीविच्चया ईसिं पुरेवाया, णो णं तया सामुद्दया ईसिं पुरेवाया; जया णं सामुद्दया ईसिं पुरेवाया, णो णं तया दीविच्चया ईसिं पुरेवाया ? गोयमा! तेसि णं वायाणं अण्णमण्ण विवच्चासेणं लवणे समुद्दे वेलं णाइक्कमइ। से तेणटेणं जाव वाया वायंति। अत्थि णं भंते ! ईसिं पुरेवाया जाव महावाया वायंति ? हंता, अत्थि | कया णं भंते ! ईसिं पुरेवाया जाव महावाया वायंति ? गोयमा ! जया णं वाउयाए अहारियं रियति तया णं ईसिं पुरेवाया जाव महावाया वायंति। अत्थि णं भंते ! ईसिं रेवाया जाव महावाया वायंति ? हंता, अत्थि । कया णं भंते ! ईसिं पुरेवाया जाव महावाया वायंति ? गोयमा ! जया णं वाउयाए उत्तरकिरियं रियइ तया णं ईसिं पुरेवाया जाव महावाया वायंति। अत्थि णं भंते ! ईसिं पुरेवाया जाव महावाया वायंति ? हंता, अत्थि । कया णं भंते ! ईसिं पुरेवाया जाव महावाया वायंति ? गोयमा ! जया णं वाउकुमारा वाउकुमारीओ वा अप्पणो वा परस्स वा तदुभयस्स वा अट्ठाए वाउकायं उदीरेंति, तया णं ईसिं पुरेवाया जाव महावाया वायंति। वाउकाए णं भंते ! वाउकायं चेव आणमंति वा पाणमंति वा ? हंता गोयमा ! जाव पाणमंति । एवं जहा खंदए तहा चत्तारि आलावगा णेयव्वा । १२ अह भंते ! ओदणे कुम्मासे सुरा; एए णं किंसरीरा त्ति वत्तव्वं सिया ? ० 103 Page #114 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १३ १४ [] भगवई सुत्त गोयमा ! ओदणे कुम्मासे सुराए य जे घणे दव्वे, एए णं पुव्वभावपण्णवणं पडुच्च वणस्सइजीवसरीरा, तओ पच्छा सत्थाईया सत्थपरिणामिया अगणिज्झामिया अगणिझूसिया अगणिसेविया अगणिपरिणामिया अगणिजीवसरीरा इ वत्तव्वं सिया । सुराए य जे दवे दव्वे एए णं पुव्वभावपण्णवणं पडुच्च आउजीव सरीरा, तओ पच्छा सत्थाईया जाव अगणिकायसरीरा इ वत्तव्वं सिया । अह भंते ! अये तंबे तउए सीसए उवले कसट्टिया; एए णं किं सरीरा इ वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! अये तंबे तउए सीसए उवले कसट्टिया; एए णं पुव्वभावपण्णवणं पडुच्च पुढवीजीवसरीरा, तओ पच्छा सत्थाईया जाव अगणिजीवसरीरा इ वत्तव्वं सिया । अह भंते ! अट्ठी अट्ठिज्झामे, चम्मे चम्मज्झामे, रोमे रोमज्झामे, सिंगे सिंगज्झामे, खुरे खुरज्झामे, णहे णहज्झामे; एए णं किंसरीरा इ वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! अट्ठी चम्मे रोमे सिंगे खुरे णहे; एए णं तसपाण जीवसरीरा । अट्ठिज्झामे, चम्मज्झामे, रोमज्झामे, सिंगखुरणहज्झामे, एए णं पुव्वभाव पण्णवणं पडुच्च तसपाणजीवसरीरा; तओ पच्छा सत्थाईया जाव अगणि जीवसरीरा त्ति वत्तव्वं सिया । अह भंते ! इंगाले छारिए भुसे गोमए; एए णं किंसरीरा इ वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! इंगाले छारिए भुसे गोमए; एए णं पुव्वभावपण्णवणं पडुच्च एगिंदियजीवसरीरप्पओगपरिणामिया वि जाव पंचिंदियजीवसरीरप्पओगपरिणामिया वि, तओ पच्छा सत्थाईया जाव अगणिजीवसरीरा इ वत्तव्वं सिया | लवणे णं भंते ! समुद्दे केवइयं चक्कवाल विक्खंभेणं पण्णत्ते ? एवं णेयव्वं जाव लोगट्ठिई लोगाणुभावे । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ बीओ उद्देसो समत्तो ॥ तइओ उद्देसो अण्णउत्थिया णं भंते ! एवमाइक्खंति एवं भासंति एवं पण्णवेंति एवं परूवेंति से जहाणाम जालगंठिया सिया- आणुपुव्विगढिया, अणंतरगढिया, परंपरगढिया, अण्णमण्णगढिया, अण्णमण्णगरुयत्ताए, अण्णमण्णभारियत्ताए, अण्णमण्णगरुय संभारिय-त्ताए, अण्णमण्णघडत्ताए चिट्ठइ, एवामेव बहूणं जीवाणं बहूसु आजाइसहस्सेसु बहूई आउयसहस्साई आणुपुव्विगढिया जाव चिट्ठति । एगे वि य णं जीवे एगेणं समएणं दो आउयाइं पडिसंवेदेइ । तं जहा- इहभवियाउयं च परभवियाउयं च । जं समयं इहभवियाउयं पडिसंवेदेइ तं समयं परभवियाउयं पडिसंवेदेइ; जं समयं परभवियाउयं पडिसंवेदेइ तं समयं इहभवियाउयं पडिसंवेदेइ, से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवमाइक्खंति जाव परभवियाउयं च । जे ते एवमाहंसु तं णं मिच्छा । अहं पुण गोयमा ! एवमाइक्खामि जाव परूवेमि- से जहाणामए जालगंठिया सिया 104 Page #115 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जाव अण्णमण्णघडत्ताए चिटुंति; एवामेव एगमेगस्स जीवस्स बहूहिं आजाइसहस्सेहिं बहूइं आउयसहस्साइं आणुपुव्विगढियाइं जाव चिट्ठति। एगे वि य णं जीवे एगेणं समएणं एगं आउयं पडिसंवेदेइ । तं जहा- इहभवियाउयं वा, परभवियाउयं वा; जं समयं इहभवियाउयं पडिसंवेदेइ णो तं समयं परभवियाउयं पडिसंवेदेड, जं समयं परभवियाउयं पडिसंवेदेड णो तं समयं इहभवियाउयं पडिसंवेदेइ; इहभवियाउयस्स पडिसंवेयणाए णो परभवियाउयं पडिसंवेदेइ, परभवियाउयस्स पडिसंवेयणाए णो इहभवियाउयं पडिसंवेदेइ। एवं खलु एगे जीवे एगेणं समएणं एग आउयं पडिसंवेदेइ, तं जहा- इहभवियाउयं वा, परभवियाउयं वा । जीवे णं भंते ! जे भविए णेरइएस् उववज्जित्तए से णं किं साउए संकमइ, णिराउए संकमइ? गोयमा ! साउए संकमइ, णो णिराउए संकमइ । से णं भंते ! आउए कहिं कडे, कहिं समाइण्णे ? गोयमा ! पुरिमे भवे कडे, पुरिमे भवे समाइण्णे । एवं जाव वेमाणियाणं दंडओ | से णणं भंते ! जे भविए जं जोणिं उववज्जित्तए से तमाउयं पकरेड, तं जहा- णेरड्याउयं वा जाव देवाउयं वा ? हंता गोयमा ! जे भविए जं जोणिं उववज्जित्तए से तमाउयं पकरेइ, तं जहा- णेरइयाउयं वा, तिरि-मण-देवाउयं वा । णेरइयाउयं पकरेमाणे सत्तविहं पकरेइ, तं जहारयणप्पभापुढवीणेरइयाउयं वा जाव अहेसत्तमापुढवीणेरइयाउयं वा । तिरिक्खजोणियाउयं पकरेमाणे पंचविहं पकरेइ, तं जहा- एगिदियतिरिक्ख- जोणियाउयं वा जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणियाउयं वा [भेओ सव्वो भाणियव्वो ।] एवं मणुस्साउयं दुविहं, देवाउयं चउव्विहं पकरेइ । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || तइओ उद्देसो समत्तो || चउत्थो उद्देसो छउमत्थे णं भंते ! मणुस्से आउडिज्जमाणाइं सद्दाइं सुणेइ ? तं जहा- संखसद्दाणि वा सिंगसद्दाणि वा संखियसद्दाणि वा खरमहीसद्दाणि वा, पोयासद्दाणि वा पिरिपिरियासद्दाणि वा पणवसद्दाणि वा पडहसद्दाणि वा भंभासदाणि वा होरंभ-सद्दाणि वा भेरिसद्दाणि वा झल्लरीसद्दाणि वा दुंदुभिसद्दाणि वा तताणि वा वितताणि वा घणाणि वा झुसिराणि वा ? हंता गोयमा ! छउमत्थे णं मणुस्से आउडिज्जमाणाइं सद्दाइं सुणेइ, तं जहा- संखसद्दाणि वा जाव झुसिराणि वा। ताइं भंते ! किं पुट्ठाइं सुणेइ, अपुट्ठाइं सुणेइ ? गोयमा ! पुट्ठाइं सुणे; णो अपुट्ठाइं सुणेइ जाव णियमा छद्दिसिं सुणेइ । छउमत्थे णं भंते! मणूसे किं आरगयाइं सद्दाइं सुणेइ, पारगयाइं सद्दाइं सुणेइ ? गोयमा! आरगयाइं सद्दाइं सुणेइ, णो पारगयाइं सद्दाइं सुणेइ । 105 Page #116 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त |ब्द । जहा णं भंते ! छउमत्थे मणूसे आरगयाइं सद्दाइं सुणेइ, णो पारगयाइं सद्दाइं सुणेइ; तहा णं केवली मणुस्से किं आरगयाइं सद्दाइं सुणेइ, पारगयाइं सद्दाइं सुणेइ ? गोयमा ! केवली णं आरगयं वा पारगयं वा सव्वदूरमूलमणंतियं सदं जाणइ पासइ । से केणतणं भंते ! केवली णं आरगयं वा पारगयं वा जाव जाणइ पासइ ? गोयमा ! केवली पुरत्थिमे णं मियं पि जाणइ, अमियं पि जाणइ । एवं दाहिणे णं, पच्चत्थिमे णं, उत्तरे णं, उड्ढं, अहे- मियं पि जाणइ, अमियं पि जाणइ | सव्वं जाणइ केवली, सव्वं पासइ केवली | सव्वओ जाणइ केवली, सव्वओ पासइ केवली | सव्वकालं जाणइ केवली, सव्वकालं पास केवली। सव्वभावे जाणइ केवली, सव्वभावे पास केवली । अणंते णाणे केवलिस्स, अणंते दंसणे केवलिस्स । णिव्वुड़े णाणे केवलिस्स, णिव्वुड़े दंसणे केवलिस्स । से तेणटेणं गोयमा ! जाव जाणइ पासइ । छउमत्थे णं भंते ! मणुस्से हसेज्ज वा उस्सुयाएज्ज वा ? हंता गोयमा ! हसेज्ज वा उस्सुयाएज्ज वा | जहा णं भंते ! छउमत्थे मणुस्से हसेज्ज वा उस्सुयाएज्ज वा, तहा णं किं केवली वि हसेज्ज वा उस्स्याएज्ज वा? गोयमा ! णो इणढे समढे | से केणद्वेणं भंते ! जाव णो णं तहा केवली हसेज्ज वा उस्सुयाएज्ज वा? गोयमा ! जं णं जीवा चरित्तमोहणिज्जस्स कम्मस्स उदएणं हसंति व ति वा; से णं केवलिस्स णत्थि, से तेणटेणं जाव णो णं तहा केवली हसेज्ज वा उस्सुयाएज्ज वा । जीवे णं भंते ! हसमाणे वा उस्सुयमाणे वा कइ कम्मपयडीओ बंधइ ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा, अट्ठविहबंधए वा । एवं जाव वेमाणिए | पोहत्तिएहिं जीवेगिंदियवज्जो तियभंगो । छउमत्थे णं भंते ! मणुस्से णिहाएज्ज वा पयलाएज्ज वा ? हंता गोयमा ! णिद्दाएज्ज वा पयलाएज्ज वा | एवं जहा हसेज्ज वा आलावगो भणिओ तहा णिदाएज्ज वा आलावगो वि भाणियव्वो; णवरं दरिसणावरणिज्जस्स कम्मस्स उदएणं छउमत्थे णिवायंति वा पयलायंति वा, से णं केवलिस्स णत्थि | अण्णं तं चेव । जीवे णं भंते! णिद्दायमाणे वा पयलायमाणे वा कइ कम्मप्पगडीओ बंधइ ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्ठविहबंधए वा । एवं जाव वेमाणिए । पोहत्तिएस जीवेगिंदियवज्जो तियभंगो । हरी णं भंते ! हरिणेगमेसी सक्कदूए इत्थीगब्भं संहरमाणे किं गब्भाओ गब्भं साहरइ ? गब्भाओ जोणिं साहरइ? जोणीओ गब्भं साहरइ ? जोणीओ जोणिं साहरइ ? 106 Page #117 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त | | गोयमा ! णो गब्भाओ गब्भं साहरइ, णो गब्भाओ जोणिं साहरइ, णो जोणिओ जोणिं साहरइ; परामुसिय परामुसिय अव्वाबाहेणं अव्वाबाहं जोणिओ गब्भं साहरइ। पभू णं भंते ! हरिणेगमेसी सक्कस्स दूए इत्थीगब्भं णहसिरंसि वा रोमकूवंसि वा साहरित्तए वा, णीहरित्तए वा ? हंता पभू । णो चेव णं तस्स गब्भस्स किंचि वि आबाहं वा विबाह वा उप्पाएज्जा, छविच्छेयं पुण करेज्जा, एवं सुहुमं च णं साहरेज्ज वा, णीहरेज्ज वा | तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी अइमुत्ते णामं कुमारसमणे पगइभद्दए जाव विणीए | तए णं अइमुत्ते कुमारसमणे अण्णया कयाइं महाडिकायंसि णिवयमाणंसि कक्खपडिग्गय रयहरण पडिग्गह मायाए बहिया संपट्ठिए विहाराए | तएणं अइमुत्ते कुमारसमणे वाहयं वहमाणं पासइ, पासित्ता मट्टियाए पालिं बंधइ, बंधित्ता 'णाविया मे णाविया मे' णाविओ विव णावमयं पडिग्गहं उदगंसि कट्ट पव्वाहमाणे पव्वाहमाणे अभिरमइ । तं च थेरा अदक्खु, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता एवं वयासीएवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी अइमुत्ते णाम कुमारसमणे, से णं भंते ! अइमुत्ते कुमारसमणे कइहिं भवग्गहणेहिं सिज्झिहिइ जाव अंतं करेहिइ ? अज्जो ! त्ति समणे भगवं महावीरे ते थेरे एवं वयासी-एवं खलु अज्जो ! मम अंतेवासी अइमुत्ते णामं कुमारसमणे पगइभद्दए जाव विणीए, से णं अइमुत्ते कुमारसमणे इमेणं चेव भवग्गहणेणं सिज्झिहिइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेहिइ; तं मा णं अज्जो ! तुब्भे अइमुत्तं कुमारसमणं हीलेह, जिंदह, खिंसह, गरहह, अवमण्णह; तुब्भे णं देवाणुप्पिया ! अइमुत्तं कुमारसमणं अगिलाए संगिण्हह, अगिलाए उवगिण्हह, अगिलाए भत्तेणं पाणेणं विणएणं वेयावडियं करेह । अइमत्ते णं कुमारसमणे अंतकरे चेव, अंतिमसरीरिए चेव । तए णं ते थेरा भगवंतो समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ता समाणा समणं भगवं महावीरं वदंति, णमंसंति; अइमुत्तं कुमारसमणं अगिलाए संगिण्हंति जाव वेयावडियं करेंति | तेणं कालेणं तेणं समएणं महासुक्काओ कप्पाओ, महासग्गाओ महाविमाणाओ दो देवा महिड्ढिया जाव महाणुभागा समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं पाउब्भूया। तएणं ते देवा समणं भगवं महावीरं मणसा चेव वंदंति णमंसंति, मणसा चेव इमं एयारूवं वागरणं पुच्छंति-कइ णं भंते ! देवाणुप्पियाणं अंतेवासी सयाइं सिज्झिहिंति जाव अंतं करेहिति? तएणं समणे भगवं महावीरे तेहिं देवेहिं मणसा पुढे, तेसिं देवाणं मणसा चेव इमं एयारूवं वागरणं वागरेइ- एवं खलु देवाणुप्पिया ! मम सत्त अंतेवासी सयाइं सिज्झिहिंति जाव अंतं करेहिंति । 107 Page #118 -------------------------------------------------------------------------- ________________ |१७ भगवई सुत्त तएणं ते देवा समणेणं भगवया महावीरेणं मणसा पुट्ठेणं, मणसा चेव इमं एयारूवं वागरणं वागरिया समाणा हट्ठतुट्ठा जाव विसप्पमाण हियया समणं भगवं महावीरं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता मणसा चेव सुस्सूसमाणा णमंसमाणा अभिमुहा जाव पज्जुवासंति । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेट्ठे अंतेवासी इंदभूई णामं अणगारे जाव विहरइ । तएणं तस्स भगवओ गोयमस्स झाणंतरियाए वट्टमाणस्स इमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- एवं खलु दो देवा महिड्ढिया जाव महाणुभागा समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं पाउब्भूया, तं णो खलु अहं ते देवे जाणामि, कयराओ कप्पाओ वा सग्गाओ वा विमाणाओ वा कस्स वा अत्थस्स अट्ठाए इहं हव्वं आगया; तं गच्छामि णं भगवं महावीरं वंदामि णमंसामि, जाव पज्जुवासामि; इमाइं च णं एयारूवाइं वागरणाइं पुच्छिस्सामि त्ति कट्टु एवं संपेहेइ, संपेहित्ता उट्ठाए उट्ठेइ जाव जेणेव समणे भगवं महावीरे जाव पज्जुवासइ । गोयमा ! त्ति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं एवं वयासी-से णूणं तव गोयमा ! झाणंतरियाए वट्टमाणस्स इमेयारूवे अज्झत्थिए जाव जेणेव मम अंतिए तेणेव हव्वं आगए; से णूणं गोयमा ! अट्ठे समट्ठे ? हंता, अत्थि । तं गच्छाहि णं गोयमा ! एए चेव देवा इमाई एयारूवाइं वागरणाइं वागरेहिंति । तएणं भगवं गोयमे समणेणं भगवया महावीरेणं अब्भणुण्णाए समाणे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव ते देवा तेणेव पहारेत्थ गमणाए । तणं ते देवा भगवं गोयमं एज्जमाणं पासंति, पासित्ता हट्ठा जाव विसप्पमाण-हियया खिप्पामेव अब्भुट्ठेति, अब्भुट्ठित्ता खिप्पामेव पच्चुवागच्छंति, पच्चुवागच्छित्ता जेणेव भगवं गोयमे तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता जाव णमंसित्ता एवं वयासी एवं खलु भंते ! अम्हे महासुक्काओ कप्पाओ, महासग्गाओ विमाणाओ दो देवा महिड्ढिया जाव पाउब्भूया; तएणं अम्हे समणं भगवं महावीरं वंदामो णमंसामो, वंदित्ता णमंसित्ता मणसा चेव इमाइं एयारूवाइं वागरणाई पुच्छामो कइ णं भंते! देवाणुप्पियाणं अंतेवासी सयाइं सिज्झिहिंति जाव अंतं करेहिंति ? तएणं समणे भगवं महावीरे अम्हेहिं मणसा पुढे, अम्हे मणसा चेव एयारूवं वागरणं वागरेइ-एवं खलु देवाणुप्पिया ! मम सत्त अंतेवासी सयाई जाव अंतं करेहिंति । त णं अम्हे समणेणं भगवया महावीरेणं मणसा चेव पुट्ठेणं मणसा चेव इमं एयारूवं वागरणं वागरिया समाणा, समणं भगवं महावीरं वंदामो णमंसामो, वंदित्ता णमंसित्ता जाव पज्जुवासामो त्ति कट्टु भगवं गोयमं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता जामेव दिसिं पाउब्भूया तामेव दिसिं पडिगया । भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीदेवा णं भंते! संजया त्ति वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे, अब्भक्खाणमेयं देवाणं । 108 Page #119 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त देवा णं भंते ! असंजया त्ति वत्तव्वं सिया ? गोयमा ! णो इणढे समढे, णिदुर-वयणमेयं देवाणं। देवा णं भंते ! संजयाऽसंजया त्ति वत्तव्वं सिया? गोयमा ! णो इणढे समढे, असब्भूयमेयं देवाणं। से किं खाइ णं भंते ! देवा य वत्तव्वं सिया? गोयमा ! देवा णं णो संजया त्ति वत्तव्वं सिया। देवा णं भंते ! कयराए भासाए भासंति, कयरा वा भासा भासिज्जमाणी विसिस्सइ ? गोयमा ! देवा णं अद्धमागहाए भासाए भासंति, सा वि य णं अद्धमागहा भासा भासिज्जमाणी विसिस्सइ । केवली णं भंते ! अंतकरं वा अंतिमसरीरियं वा जाणइ पासइ ? हंता गोयमा ! जाणइ पासइ । जहा णं भंते ! केवली अंतकरं वा अंतिमसरीरियं वा जाणइ पासइ, तहा णं छउमत्थे वि अंतकरं वा अंतिमसरीरियं वा जाणइ पासइ ? गोयमा ! णो इणटे समटे | सोच्चा जाणइ पासइ, पमाणओ वा। से किं तं सोच्चा ? सोच्चा णं केवलिस्स वा केवलिसावयस्स वा केवलिसावियाए वा केवलि-उवासगस्स वा केवलिउवासियाए वा तप्पक्खियस्स वा तप्पक्खियसावयस्स वा तप्पक्खियसावियाए वा तप्पक्खियउवासगस्स वा तप्पक्खियउवासियाए वा से तं सोच्चा ।। से किं तं पमाणे ? पमाणे चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- पच्चक्खे, अणुमाणे, ओवम्मे, आगमे। एवं जहा अणुओगदारे तहा णेयव्वं जाव तेण परं णो अत्तागमे, णो अणंतरागमे; परंपरागमे । केवली णं भंते ! चरिमकम्मं वा चरिम णिज्जरं वा जाणइ पासइ ? हंता गोयमा ! जाणइ पासइ। जहा णं भंते ! केवली चरिमकम्मं वा चरिम णिज्जरं वा जाणइ पासइ तहा णं छउमत्थे वि चरिमकम्म वा चरिम णिज्जरं वा जाणइ पासइ ? गोयमा ! णो इणढे समढे । सोच्चा जाणइ पासइ, पमाणओ वा । एवं जहा अंतकरेणं वा आलावगो तहा चरिमकम्मेण वि अपरिसेसिओ णेयव्वो । केवली णं भंते ! पणीयं मणं वा वई वा धारेज्जा ? हंता, धारेज्जा । जण्णं भंते ! केवली पणीयं मणं वा वई वा धारेज्जा, तण्णं वेमाणिया देवा जाणंति पासंति ? गोयमा ! अत्थेगइया जाणंति पासंति, अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति ? २६ से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति ? 109 Page #120 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! वेमाणिया देवा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- माईमिच्छादिट्ठी उववण्णगा य, अमाईसम्मदिट्ठी उववण्णगा य; तत्थ णं जे ते माईमिच्छादिट्ठी उववण्णगा ते णं ण जाणंति ण पासंति; तत्थ णं जे ते अमाईसम्मदिट्ठी उववण्णगा ते णं अत्थेगइया जाणंति पासंति, अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति ? गोयमा ! अमाईसम्मदिट्ठी दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- अणंतरोववण्णगा य, परंपरोववण्णगा य; तत्थ णं जे ते अणंतरोववण्णगा ते णं ण जाणंति ण पासंति, तत्थ णं जे ते परंपरोववण्णगा ते णं अत्थेगइया जाणंति पासंति, अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति ? गोयमा ! परंपरोववण्णगा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्तगा य, अपज्जत्तगा य; तत्थ णं जे ते अपज्जत्तगा ते णं ण जाणंति ण पासंति; तत्थ णं जे ते पज्जत्तगा ते णं अत्थेगइया जाणंति पासंति, अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति ? गोयमा ! पज्जत्तगा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- उवउत्ता य अणुवउत्ता य । तत्थ णं जे ते अणुवउत्ता ते णं ण जाणंति ण पासंति । तत्थ णं जे ते उवउत्ता ते णं जाणंति पासंति । से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ तं जहा- अत्थेगइया वेमाणिया जाणंति पासंति; अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति । पभू णं भंते ! अणुत्तरोववाइया देवा तत्थगया चेव समाणा इहगएणं केवलिणा सद्धिं आलावं __ वा संलावं वा करेत्तए ? हंता, पभू । से केणद्वेणं भंते ! जाव पभू णं अणुत्तरोववाइया देवा जाव करेत्तए ? गोयमा ! जं णं अणुत्तरोववाइया देवा तत्थगया चेव समाणा अटुं वा हेउं वा पसिणं वा कारणं वा वागरणं वा पुच्छंति, तं णं इहगए केवली अटुं वा जाव वागरणं वा वागरेइ; से तेणटेणं जाव संलावं करेत्तए । जं णं भंते ! इहगए चेव केवली अटुं वा जाव वागरेइ, तं णं अणुत्तरोववाइया देवा तत्थगया चेव समाणा जाणंति पासंति ? हंता. जाणंति पासंति । से केणद्वेणं भंते ! जाव पासंति ? गोयमा ! तेसि णं देवाणं अणंताओ मणोदव्ववग्गणाओ लद्धाओ पत्ताओ अभिसमण्णागयाओ भवंति; से तेणद्वेणं जाव तत्थगया चेव समाणा जाणंति पासंति। अणुत्तरोववाइया णं भंते ! देवा किं उदिण्णमोहा, उवसंतमोहा, खीणमोहा? गोयमा ! णो उदिण्णमोहा, उवसंतमोहा, णो खीणमोहा । 110 Page #121 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त केवली णं भंते ! आयाणेहिं जाणइ पासइ ? गोयमा ! णो इणटे समटे | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- केवली णं आयाणेहिं ण जाणइ, ण पासइ? गोयमा! केवली णं पुरत्थिमे णं मियं पि जाणइ, अमियं पि जाणइ | एवं दाहिणेणं, पच्चत्थिमेणं, उत्तरेणं, उड्ढे, अहे मियं पि जाणइ, अमियं पि जाणइ । सव्वं जाणइ केवली, सव्वं पासइ केवली । सव्वओ जाणइ केवली, सव्वओ पासइ केवली । सव्वकालं जाणइ केवली, सव्वकालं पासइ केवली | सव्वभावे जाणइ केवली, सव्वभावे पासइ केवली ।अणंते णाणे केवलिस्स, अणंते दंसणे केवलिस्स। णिव्वुडे णाणे केवलिस्स, णिव्वुड़े दंसणे केवलिस्स। से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- केवली णं आयाणेहिं ण जाणइ, ण पासइ । केवली णं भंते ! अस्सिं समयंसि जेस् आगासपएसेसु हत्थं वा पायं वा बाहुं वा ऊरुं वा ओगाहित्ता णं चिट्ठति, पभू णं केवली सेयकालंसि वि तेसु चेव आगासपएसेसु हत्थं वा जाव ओगाहित्ता णं चिद्वित्तए ? गोयमा ! णो इणटे समढे। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! केवलिस्स णं वीरिय-सजोग-सद्दव्वयाए चलाइं उवकरणाइं भवंति, चलोवकरणट्ठयाए य णं केवली अस्सिं समयंसि जेसु आगासपएसेसु हत्थं वा, जाव चिट्ठइ; णो णं पभू केवली सेयकालंसि वि तेसु चेव आगासपएसेसु जाव चिट्ठित्तए । से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइकेवली णं अस्सिं समयंसि जेसु आगासपएसेस् हत्थं वा जाव चिट्ठइ, णो णं पभू केवली सेयकालंसि वि तेसु चेव आगसपएसेसु हत्थं वा जाव चिद्वित्तए | पभू णं भंते ! चउद्दसपुव्वी घडाओ घडसहस्सं, पडाओ पडसहस्सं, कडाओ कडसहस्सं, रहाओ रहसहस्सं, छत्ताओ छत्तसहस्सं, दंडाओ दंडसहस्सं, अभिणिव्वदे॒त्ता उवदंसेत्तए ? हंता, पभू। से केणद्वेणं भंते ! पभू चउद्दसपुव्वी जाव उवदंसेत्तए ? गोयमा ! चउद्दसव्विस्स णं अणंताई दव्वाइं उक्करियाभेएणं भिज्जमाणाइं लद्धाइं पत्ताई अभिसमण्णागयाइं भवंति, से तेणटेणं जाव उवदंसेत्तए | || सेवं भंते! सेवं भंते ! || || चउत्थो उद्देसो समत्तो || पंचमो उद्देसो छउमत्थे णं भंते ! मणूसे तीयमणंतं सासयं समयं केवलेणं संजमेणं, केवलेणं संवरेणं, केवलेणं बंभचेरवासेणं, केवलाहिं पवयणमायाहिं सिज्झिंसु ? गोयमा ! णो इणढे समढे । एवं जहा पढमसए चउत्थुद्देसे आलावगा तहा णेयव्वा जाव अलमत्थु त्ति वत्तव्वं सिया | अण्णउत्थिया णं भंते ! एवं आइक्खंति जाव परूवेंति- सव्वे पाणा, सव्वे भूया, सव्वे जीवा, सव्वे सत्ता एवंभूयं वेयणं वेदेति । से कहमेयं भंते ! एवं ? 111 Page #122 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 同 से केणद्वेणं भंते ! एवं वच्चइ ? अत्थेगइया पाणा भूया जाव अणेवंभूयं वेयणं वेदेंति ? गोयमा ! जे णं पाणा भूया जीवा सत्ता जहा कडा कम्मा तहा वेयणं वेदेंति, ते णं पाणा भूया जीवा सत्ता एवंभूयं वेयणं वेदेंति; जेणं पाणा भूया जीवा सत्ता जहा कडा कम्मा णो तहा वेयणं वेदेंति, ते णं पाणा भूया जीवा सत्ता अणेवंभूयं वेयणं वेदेंति; से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- जाव अणेवंभूयं वेयणं वेदेंति । म [ भगवई सुत्त गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवं आइक्खंति जाव वेदेंति, जे ते एवं आहंसु, मिच्छा ते एवं आहंसु; अहं पुण गोयमा ! एवं आइक्खामि जाव परूवेमि-अत्थेगड्या पाणा भूया जीवा सत्ता एवंभूयं वेयणं वेदेंति; अत्थेगइया पाणा भूया जीवा सत्ता अणेवंभूयं वेयणं वेति । N 9 जंबुद्दीवे णं भंते ! इह भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए समाए कइ कुलगरा होत्था ? गोयमा ! सत्त । एवं चेव तित्थयरमायरो, पियरो, पढमा सिस्सिणीओ, चक्कवट्टिमायरो, इत्थिरयणं, बलदेवा, वासुदेवा, वासुदेवमायरो, पियरो, एएसिं पडिसत्तु जहा समवाए णामपरिवाडीए तहा णेयव्वा ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ पंचमो उद्देसो समत्तो ॥ छट्ठो उद्देसो कहण्णं भंते ! जीवा अप्पाउयत्ताए कम्मं पकरेंति ? गोयमा ! तिहिं ठाणेहिं जीवा अप्पाउयत्ताए कम्मं पकरेंति, तं जहा- पाणे अइवाएत्ता, मुसं वइत्ता, तहारूवं समणं वा माहणं वा अफासुएणं, अणेसणिज्जेणं असण- पाण- खाइम - साइमेणं पडिलाभेत्ता; एवं खलु जीवा अप्पाउयत्ताए कम्मं पकरेंति । ल णेरइया णं भंते ! किं एवंभूयं वेयणं वेदेंति, अणेवंभूयं वेयणं वेदेंति ? गोयमा ! णेरड्या णं एवंभूयं पिवेयणं वेदेंति, अणेवंभूयं पिवेयणं वेदेंति । सेकेणणं भंते! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! जे णं णेरइया जहा कडा कम्मा तहा वेयणं वेदेंति, ते णं णेरइया एवभूयं वेयणं वेदेंति; जे णं णेरइया जहा कडा कम्मा णो तहा वेयणं वेदेंति, ते णं णेरड्या अणेवंभूयं वेयणं वेदेंति; से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वच्चइ - णेरड्या जाव वेदेंति । एवं जाव वेमाणिया, संसारमंडलं णेयव्वं । कण्णं भंते! जीवा दीहाउयत्ताए कम्मं पकरेंति ? गोयमा ! तिहिं ठाणेहिं जीवा दीहाउयत्ताए कम्मं पकरेंति । तं जहा- णो पाणे अइवाइत्ता, णो मुसं वइत्ता, तहारूवं समणं वा माहणं वा फासु-एसणिज्जेणं असणपाणखाइमसाइमेणं पडिलाभेत्ता; एवं खलु जीवा दीहाउयत्ताए कम्मं पकरेंति । कहण्णं भंते ! जीवा असुभदीहाउयत्ताए कम्मं पकति ? 112 Page #123 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! तिहिं ठाणेहिं जीवा असुभदीहाउयत्ताए कम्मं पकरेंति । तं जहा- पाणे अइवाएत्ता, मुसं वइत्ता, तहारूवं समणं वा माहणं वा हीलित्ता, प्रिंदित्ता, खिंसित्ता, गरहित्ता, अवमण्णित्ता अण्णयरेणं अमणुण्णेणं अपीइकारएणं असण-पाणखाइमसाइमेणं पडिलाभेत्ता; एवं खलु जीवा असुभदीहाउयत्ताए कम्मं पकरेंति। कहण्णं भंते ! जीवा सुभदीहाउयत्ताए कम्म परेंति ? गोयमा ! तिहिं ठाणेहिं जीवा सुभदीहाउयत्ताए कम्मं पकरेंति । तं जहा- णो पाणे अइवाइत्ता, णो मुसं वइत्ता, तहारूवं समणं वा माहणं वा वंदित्ता णमंसित्ता जाव पज्जुवासित्ता; अण्णयरेणं मणुण्णेणं, पीइकारएणं असण पाण खाइम साइमेणं पडिलाभेत्ता; एवं खलु जीवा सुभदीहाउयत्ताए कम्मं पकरेंति । । ॐ । गाहावइस्स णं भंते ! भंड विक्किणमाणस्स केइ भंडं अवहरेज्जा, तस्स णं भंते ! तं भंडं गवेसमाणस्स किं आरंभिया किरिया कज्जइ, परिग्गहिया किरिया कज्जइ, मायावत्तिया किरिया कज्जइ, अपच्चक्खाणकिरिया कज्जइ, मिच्छादसण-वत्तिया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! आरंभिया किरिया कज्जइ, परिग्गहिया किरिया कज्जइ, मायावत्तिया किरिया कज्जइ, अपच्चक्खाणकिरिया कज्जइ, मिच्छादंसणवत्तिया किरिया सिय कज्जइ, सिय णो कज्जइ; अह से भंडे अभिसमण्णागए भवइ, तओ से पच्छा सव्वाओ ताओ पयणुई भवंति । गाहावइस्स णं भंते ! भंडं विक्किणमाणस्स कइए भंडं साइज्जेज्जा, भंडे य से अण्वणीए सिया; गाहावइस्स णं भंते ! ताओ भंडाओ किं आरंभिया किरिया कज्जइ जाव मिच्छादसणकिरिया कज्जइ, कइयस्स वा ताओ भंडाओ किं आरंभिया किरिया कज्जइ जाव मिच्छादसणकिरिया कज्जइ ? गोयमा ! गाहावइस्स ताओ भंडाओ आरंभिया किरिया कज्जइ जाव अपच्चक्खाण किरिया कज्जड़; मिच्छादसणवत्तिया किरिया सिय कज्जइ, सिय णो कज्जइ; कइयस्स णं ताओ सव्वाओ पयणुई भवंति । गाहावइस्स णं भंते ! भंडं विक्किणमाणस्स कइए भंडं साइज्जेज्जा, भंडे से उवणीए सिया; कइयस्स णं भंते ! ताओ भंडाओ किं आरंभिया किरिया कज्जड़ जाव मिच्छादंसणवत्तिया किरिया कज्ज; गाहावइस्स वा ताओ भंडाओ कि आरंभिया किरिया कज्जड़ जाव मिच्छादसणवत्तिया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! कइयस्स ताओ भंडाओ हेढिल्लाओ चत्तारि किरियाओ कज्जंति, मिच्छादसणवत्तिया किरिया भयणाए; गाहावइस्स णं ताओ सव्वाओ पयणुई भवंति। गाहावइस्स णं भंते ! भंडं विक्किणमाणस्स कइए भंडं साइज्जेज्जा, धणे य से अणुवणीए सिया। कइयस्स णं भंते ! ताओ धणाओ किं आरंभिया किरिया कज्जइ जाव मिच्छादंसणवत्तिया किरिया कज्जइ? गाहावइस्स वा ताओ धणाओ किं आरंभिया किरिया कज्जइ जाव मिच्छादसणवत्तिया किरिया कज्जइ ? 113 Page #124 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० भगवई सुत्त गोयमा ! कइयस्स ताओ धणाओ हेट्ठिल्लाओ चत्तारि किरियाओ कज्जंति I मिच्छादंसणवत्तिया किरिया भयणाए । गाहावइस्स णं ताओ सव्वाओ पयणुई भवंति । गाहावइस्स णं भंते ! भंडं विक्किणमाणस्स कइए भंड साइज्जेज्जा, धणे से उवणीए सिया । गाहावइस्स णं भंते ! ताओ धणाओ किं आरंभिया किरिया कज्जइ जाव मिच्छादंसणवत्तिया किरिया कज्जइ ? कइयस्स वा ताओ धणाओ कि आरंभिया किरिया कज्जइ जाव मिच्छादंसणवत्तिया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! गाहावइस्स ताओ धणाओ आरंभिया किरिया कज्जइ जाव अपच्चक्खाण किरिया कज्जइ । मिच्छादंसणवत्तिया किरिया सिय कज्जइ, सिय णो कज्जइ । कइयस्स णं ताओ सव्वाओ पयणुई भवंति । अगणिकाए णं भंते ! अहुणोज्जलिए समाणे महाकम्मतराए चेव, महाकिरिय-तराए चेव महासवतराए चेव महावेयणतराए चेव भवइ; अहे णं समए समए वोक्कसिज्जमाणे चरिमकालसमयंसि इंगालब्भूए मुम्मुरब्भूए छारियब्भूए; तओ पच्छा अप्पकम्मतराए चेव जाव अप्पवेयणतराए चेव भवइ ? हंता गोयमा ! अगणिकाए णं अहुणोज्जलिए समाणे तं चेव जाव अप्प-वेयणतराए चेव भवइ। पुरिसे णं भंते ! धणुं परामुसइ, परामुसित्ता उसुं परामुसइ, परामुसित्ता ठाणं ठाइ, ठिच्चा आययकण्णाययं उसुं करेइ; आययकण्णाययं उसुं करेत्ता उड्ढं वेहासं उसुं उव्विहइ, तएणं से उसुं उड्ढं वेहासं उव्विहिए समाणे जाई तत्थ पाणाइं, भूयाइं, जीवाइं, सत्ताइं अभिहणइ, वत्तेइ, लेसेइ, संघाएइ संघट्टेइ, परितावेइ, किलामेइ, ठाणाओ ठाणं संकामेइ, जीवियाओ ववरोवेइ, तए णं भंते! से पुरिसे कइ किरिए ? गोयमा ! जावं च णं से पुरिसे धणुं परामुसइ, परामुसित्ता जाव उव्विहइ, तावं च णं से पुरिसे काइयाए जाव पाणाइवायकिरियाए पंचहिं किरियाहिं पुट्ठे । जेसिं पि य णं जीवाणं सरीरेहिं धणुं णिव्वत्तिए ते वि य णं जीवा काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठे; एवं धणुपुट्ठे पंचहिं किरियाहिं, जीवा पंचहिं, हारू पंचहिं, उसू पंचहिं, सरे, पतणे, फले, हारू पंचहिं । अहे णं से उसू अप्पणो गरुयत्ताए भारियत्ताए गुरुसंभारियत्ताए अहे वीससाए पच्चोवयमाणे जाइं तत्थ पाणाइं जाव जीवियाओ ववरोवेइ तावं च णं से पुरिसे कइ किरिए ? गोयमा ! जावं च णं से उसू अप्पणो गरुयत्ताए जाव ववरोवेइ तावं च णं से पुरिसे काइयाए जाव चउहिं किरियाहिं पुट्ठे; जेसिं पि य णं जीवाणं सरीरेहिं धणु णिव्वत्तिए ते वि जीवा चउहिं किरियाहिं पुट्ठे; धणुपुट्ठे चउहिं, जीवा चउहिं, हारू चउहिं, उसू पंचहिं, सरे, पतणे, फले, हारू पंचहिं, जे वि य से जीवा अहे पच्चोवयमाणस्स उवग्गहे वट्टंति ते वि य णं जीवा काइया जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठा । 114 Page #125 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अण्णउत्थिया णं भंते ! एवं आइक्खंति जाव परूवेंति- से जहा णामए ज जवाणे हत्थेणं हत्थे गेण्हेज्जा, चक्कस्स वा णाभी अरगाउत्ता सिया; एवामेव जाव चत्तारि पंच जोयणसयाई बहुसमाइण्णे मणुयलोए मणुस्सेहिं। से कहमेयं भंते ! एवं ? । गोयमा ! जण्णं ते अण्णउत्थिया एवं आइक्खंति जाव बहु समाइण्णे मणुयलोएमणुस्सेहिं; जे ते एवं आहंसु, मिच्छं ते एवं आहंसु । अहं पुण गोयमा! एवं आइक्खामि जाव परूवेमि- से जहाणामए जुवई जुवाणे हत्थेण हत्थं गेण्हेज्जा, चक्कस्स वा णाभी अरगाउत्ता सिया; एवामेव जाव चत्तारि पंच जोयणसयाई बहु- समाइण्णे णिरयलोए णेरइएहिं । णेरड्याणं भंते ! किं एगत्तं पभू विउवित्तए, पुहुत्तं पभू विउव्वित्तए ? गोयमा ! एगत्तं वि पभु विउवित्तए, पुहुत्तं वि पभु विउवित्तए । एवं जहा जीवाभिगमे तहा णेयव्वो जाव दुरहियासे । २४ आहाकम्मं अणवज्जे त्ति मणं पहारेत्ता भवइ; से णं तस्स ठाणस्स अणालोइय अपडिक्कते कालं करेइ, णत्थि तस्स आराहणा; से णं तस्स ठाणस्स आलोइय पडिक्कंते कालं करेइ, अत्थि तस्स आराहणा। एएणं गमेणं णेयव्वं- कीयगडं, ठवियं, रइयं, कंतारभत्तं, दुभिक्खभत्तं, वद्दलियाभत्तं, गिलाणभत्तं, सेज्जायरपिंडं, रायपिंडं । आहाकम्म अणवज्जे त्ति सयमें । भवइ | से णं तस्स ठाणस्स अणालोइय अपडिक्कंते कालं करेइ, णत्थि तस्स आराहणा; से णं तस्स ठाणस्स आलोइय पडिक्कंते कालं करेइ, अत्थि तस्स आराहणा | एएणं गमेणं णेयव्वं- कीयगडं जाव रायपिंडं । आहाकम्मं अणवज्जे त्ति अण्णमण्णस्स अणुप्पदावइत्ता भवइ । से णं तस्स ठाणस्स अणालोइय अपडिक्कंते कालं करेइ, णत्थि तस्स आराहणा; से णं तस्स ठाणस्स आलोइय पडिक्कंते कालं करेइ, अत्थि तस्स आराहणा। एवं एएणं गमेणं णेयव्वं-कीयगडं जाव रायपिंडं। आहाकम्मं णं अणवज्जे त्ति बहुजणमज्झे पण्णवइत्ता भवइ, से णं तस्स ठाणस्स अणालोइय अपडिक्कंते कालं करेइ, णत्थि तस्स आराहणा; से णं तस्स ठाणस्स आलोइय पडिक्कंते कालं करेइ, अत्थि तस्स आराहणा ।एवं एएणं गमेणं णेयव्वं- कीयगडं जाव रायपिंड। आयरिय-उवज्झाए णं भंते ! सविसयंसि गणं अगिलाए संगिण्हमाणे, अगिलाए उवगिण्हमाणे कइहिं भवग्गहणेहिं सिज्झइ जाव अंतं करेइ ? गोयमा ! अत्थेगइए तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झइ, अत्थेगइए दोच्चेणं भवग्गहणेणं सिज्झइ तच्चं पुण भवग्गहणं णाइक्कमइ । जे णं भंते ! परं अलिएणं असब्भएणं अब्भक्खाणेणं अब्भक्खाइ तस्स णं कहप्पगारा कम्मा कज्जंति ? 115 Page #126 -------------------------------------------------------------------------- ________________ w [] भगवई सुत्त गोयमा ! जे णं परं अलिएणं असब्भूएणं अब्भक्खाणेणं अब्भक्खाइ तस्स णं तहप्पगारा चेव कम्मा कज्जंति; जत्थेव णं अभिसमागच्छइ तत्थेव णं पडिसंवेदेइ; तओ से पच्छा [वेदेइ] णिज्जरेइ || सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ ॥ छट्टो उद्देसो समत्तो ॥ सत्तमो उद्देसो परमाणुपोग्गले णं भंते ! एयइ वेयइ चलइ फंदड् घट्टइ, खुब्भइ उदीरइ तं तं भावं परिणमइ ? गोयमा ! सिय एयइ जाव तं तं भावं परिणमइ; सिय णो एयइ जाव णो तं तं भावं परिणमइ । [ ] दुप्पएसिए णं भंते ! खंघे एयइ जाव तं तं भावं परिणमइ ? गोयमा ! सिय एयइ जाव तं तं भावं परिणमइ, सिय णो एयइ जाव णो तं तं भावं परिणमइ; सिय देसे एयइ, देसे णो एयइ जाव देसे तं तं भावं परिणमइ, देसे तं तं भावं णो परिणमइ । तिप्पएसिए णं भंते! खंधे एयइ जाव तं तं भावं परिणमइ ? गोयमा ! सिय एयइ सिय णो एयइ, सिय देसे एयइ देसे णो एयइ, सिय देसे एयइ देसा णो एयंति, सिय देसा एयंति देसे णो एयइ | चउप्पएसिए णं भंते! खंधे एयइ जाव तं तं भावं परिणमइ ? गोयमा ! सिय एयइ सिय णो एयइ, सिय देसे एयइ देसे णो एयइ, सिय देसे एयइ देसा णो एयंति, सिय देसा एयंति देसे णो एयइ; सिय देसा एयंति देसा णो एयंति । एवं जहा चउप्पएसिओ तहा पंचपएसिओ वि जाव अणतपएसिओ वि भाणियव्वो । 9 परमाणुपोग्गले णं भंते ! असिधारं वा खुरधारं वा ओगाहेज्जा ? हंता, ओगाहेज्जा । से णं भंते ! तत्थ छिज्जेज्ज वा भिज्जेज्ज वा? गोयमा ! णो इणट्टे समट्ठे, णो खलु तत्थ सत्थं कमइ । एवं जाव असंखेज्जपएसिओ । अणंतपएसिए णं भंते ! खंधे असिधारं वा खुरधारं वा ओगाहेज्जा । हंता, ओगाहेज्जा | से णं तत्थ छिज्जेज्ज वा भिज्जेज्ज वा ? गोयमा ! अत्थेगइए छिज्जेज्ज वा भिज्जेज्ज वा; अत्थेगइए णो छिज्जेज्ज वा णो भिज्जेज्ज वा । एवं अगणिकायस्स मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा ? णवरं झियाएज्ज भाणियव्वं | एवं पुक्खलसंवट्टगस्स महामेहस्स मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा ? णवरं उल्ले सिया भाणियव्वं । एवं गंगाए महाणईए पडिसोयं हव्वं आगच्छेज्जा ? णवरं विणिहायं आवज्जेज्जा भाणियव्वं । एवं उदगावत्तं वा उदगबिंदुं वा ओगाहेज्जा ? णवरं पारियावज्जेज्जा भाणियव्वं। 116 Page #127 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त परमाणुपोग्गले णं भंते ! किं सअड्ढे समज्झे सपएसे; उदाहु अणड्ढे अमज्झे अपएसे ? गोयमा ! परमाणुपोग्गले अणड्ढे अमज्झे अपएसे; णो सअड्ढे णो समज्झे णो सपएसे । 1 दुप्पएसिए णं भंते! खंधे किं सअड्ढे समज्झे सपएसे उदाहु अणड्ढे अमज्झे अपएसे ? गोयमा ! दुप्पएसिए खंधे सअड्ढे अमज्झे सपएसे; णो अणड्ढे णो समझे णो अपसे । तिप्पएसिए णं भंते ! खंधे, पुच्छा ? गोयमा ! तिप्पएसिए खंधे अणड्ढे समज्झे सपएसे; णो सअड्ढे णो अमज्झे णो अपएसे। जहा दुप्पसिओ तहा जे समा ते भाणियव्वा, जे विसमा ते जहा तिप्पएसिओ तहा भाणियव्वा । G १० ११ |१४| संखेज्जपएसिए णं भंते! खंधे किं सअड्ढे, पुच्छा ? गोयमा ! संखेज्जपएसिए खंधे सिय सअड्ढे, अमज्झे, सपएसे सिय अणड्ढे, समज्झे, सपएसे; जहा संखेज्जपएसिओ तहा असंखेज्जपएसिओ वि अणतपए- सिओ वि । परमाणु पोग्गले णं भंते ! परमाणु पोग्गलं फुसमाणे किं १ देसेणं देसं फुसइ, २ देसेणं देसे फुसइ, ३ देसेणं सव्वं फुसइ, ४ देसेहिं देसं फुसइ, ५ देसेहिं देसे फुसइ, ६ देसेहिं सव्वं फुसइ, ७ सव्वेणं देसं फुसइ, ८ सव्वेणं देसे फुसइ, ९ सव्वेणं सव्वं फुसइ ? गोयमा ! १ णो देसेणं देसं फुसइ, २ णो देसेणं देसे फुसइ, ३ णो देसेणं सव्वं फुसइ, ४ णो देसेहिं देसं फुसइ, ५ णो देसेहिं देसे फुसइ; ६ णो देसेहिं सव्वं फुसइ, ७ णो सव्वेणं देसं फुसइ, ८ णो सव्वेणं देसे फुसइ, ९ सव्वेणं सव्वं फुसइ । एवं परमाणु पोग्गले दुप्पएसियं फुसमाणे सत्तम-णवमेहिं (भंगेहिं) फुसइ । परमाणु पोग्गले तिप्पएसियं फुसमाणे णिपच्छिमएहिं तिहिं फुसइ । जहा परमाणु-पोग्गले तिप्पएसियं फुसाविओ एवं फुसावेयव्वो जाव अणंत पएसिओ । दुप्पएसि णं भंते ! खंधे परमाणुपोग्गलं फुसमाणे, पुच्छा ? गोयमा ! तईय णवमेहिं फुसइ, दुप्पएसिओ दुप्पएसियं फुसमाणो पढम- तईय-सत्तम-णवमेहिं फुसइ, दुप्पएसिओ तिप्पएसियं फुसमाणो आइल्लएहि य, पच्छिल्ल- एहि य तिहिं फुसइ, मज्झिमएहिं तिहिं विपडिसेहेयव्वं, दुप्पएसिओ जहा तिप्पए - सियं फुसाविओ एवं फुसावेयव्वो जाव अणतपएसियं । तिपएसिए णं भंते ! खंधे परमाणु पोग्गलं फुसमाणे पुच्छा ? गोयमा ! तईय छट्ठ णवमेहिं फुसइ, तिपएसिओ दुपएसियं फुसमाणो पढम तईय, चउत्थ छट्ठ, सत्तम णवमेहिं फुसइ, तिपएसिओ तिपएसिअं फुसमाणो सव्वेसु वि ठाणेसु फुसइ । जहा तिपएसिओ तिपएसिअं फुसाविओ एवं तिप्पए- सिओ जाव अनंत पएसिएणं संजोएयव्वो । जहा तिपएसिओ तहा जाव अणतपए- सिओ वि भाणियव्वो । परमाणुपोग्गले णं भंते! कालओ केवच्चिरं होइ ? 117 Page #128 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं | एवं जाव अणंतपएसिओ। एगपएसोगाढे णं भंते ! पोग्गले सेए तम्मि वा ठाणे, अण्णम्मि वा ठाणे कालओ केवच्चिरं होइ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं । एवं जाव असंखेज्जपएसोगाढे | एगपएसोगाढे णं भंते ! पोग्गले णिरेए कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एग समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । एवं जाव असंखेज्जपएसोगाढे | एगगुणकालए णं भंते ! पोग्गले कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । एवं जाव अणंतगुणकालए, एवं वण्ण गंध रस फासं जाव अणंतगुण लुक्खे । एवं सुहमपरिणए पोग्गले । एवं बादरपरिणए पोग्गले । सद्दपरिणए णं भंते ! पोग्गले कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं | असद्दपरिणए जहा एगगुणकालए | परमाणु पोग्गलस्स णं भंते ! अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । दुप्पएसियस्स णं भंते ! खंधस्स अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं अणंतं कालं । एवं जाव अणंतपएसिओ । एग पएसोगाढस्स णं भंते ! पोग्गलस्स सेयस्स अंतरं कालओ केवच्चिरं होई ? गोयमा ! जहण्णेणं एग समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । एवं जाव असंखेज्ज पएसोगाढे | एग पएसोगाढस्स णं भंते ! पोग्गलस्स णिरेयस्स अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं । एवं जाव असंखेज्जपएसोगाढे । वण्ण गंध रस फास सुहमपरिणय बायरपरिणयाणं, एएसिं जं चेव संचिट्ठणा तं चेव अंतरं वि भाणियव्वं । सद्दपरिणयस्स णं भंते ! पोग्गलस्स अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ? गोयमा! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । असद्दपरिणयस्स णं भंते ! पोग्गलस्स अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ? गोयमा! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं | 118 Page #129 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एयस्स णं भंते ! दव्वट्ठाणाउयस्स, खेत्तढाणाउयस्स, ओगाहणट्ठाणाउयस्स, भावट्ठाणाउयस्स कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया ? गोयमा ! सव्वत्थोवे खेत्तट्ठाणाउए, ओगाहणट्ठाणाउए असंखेज्जगुणे, दव्वट्ठाणाउए असंखेज्जगुणे, भावट्ठाणाउए असंखेज्जगुणे । खेत्तोगाहणदव्वे, भावहाणाउयं च अप्पबहू । खेत्ते सव्वत्थोवे, सेसा ठाणा असंखेज्जगुणा || णेरड्या णं भंते ! किं सारंभा सपरिग्गहा, उदाहु अणारंभा अपरिग्गहा ? गोयमा ! णेरइया सारंभा सपरिग्गहा, णो अणारंभा णो अपरिग्गहा | से केणटेणं भंते ! जाव णो अपरिग्गहा ? गोयमा ! णेरइया णं पुढविक्कायं समारंभंति जाव तसकायं समारंभंति; सरीरा परिग्गहिया भवंति, कम्मा परिग्गहिया भवंति, सचित्ताचित्त-मीसयाई दव्वाइं परिग्गहियाइं भवंति; से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव णो अपरिग्गहा । असुरकुमारा णं भंते ! किं सारंभा, पुच्छा ? गोयमा ! असुरकुमारा सारंभा सपरिग्गहा, णो अणारंभा, अपरिग्गहा । से केणद्वेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! असुरकुमारा णं पुढविकायं समारंभंति जाव तसकायं समारंभंति, सरीरा परिग्गहिया भवंति, कम्मा परिग्गहिया भवंति, भवणा परिग्गहिया भवंति; देवा, देवीओ, मणस्सा मणुस्सीओ, तिरिक्खजोणिया, तिरिक्खजोणिणीओ परिग्गहिया भवंति; आसण-सयण-भंडमत्तोवगरणा परिग्गहिया भवंति; सचित्ताचित्त-मीसयाई दव्वाइं परिग्गहियाइं भवंति | से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव णो अपरिग्गहा । एवं जाव थणियकुमारा । एगिंदिया जहा णेरड्या | २६ बेइंदिया णं भंते ! किं सारंभा सपरिग्गहा ? गोयमा ! तं चेव जाव सरीरा परिग्गहिया भवंति; बाहिरिया भंडमत्तोवगरणा परिग्गहिया भवंति। एवं जाव चउरिंदिया । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! किं सारंभा सपरिग्गहा उदाहु अणारंभा अपरिग्गहा? गोयमा ! तं चेव जाव कम्मा परिग्गहिया भवंति; टंका कूडा सेला सिहरी पब्भारा परिग्गहिया भवंति; जल थल बिल गुह लेणा परिग्गहिया भवंति; उज्झर णिज्झर चिल्लल पल्लल वप्पिणा परिग्गहिया भवंति; अगड तडाग दह णइओ वावि पुक्खरिणी दीहिया गुंजालिया सरा सरपंतियाओ सरसरपंतियाओ बिलपंतियाओ परिग्गहियाओ भवंति; आरामुज्जाणा काणणा वणा वणसंडा वणराईओ परिग्गहियाओ भवंति; देवउल सभा पवा थूभा खाइय परिखाओ परिग्गहियाओ भवंति; पागार अट्टालग चरिया दार गोपुरा परिग्गहिया भवंति; पासाय घर सरण लेण आवणा परिग्गहिया भवंति; सिंघाडग तिग चउक्क चच्चर चउम्मह महापहा परिग्गहिया भवंति; सगड रह जाण जुग्ग गिल्लि थिल्लि सीयसंदमाणियाओ परिग्गहियाओ 119 Page #130 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त भवंति; लोही लोहकडाह कडुच्छया परिग्गहिया भवंति; भवणा परिग्गहिया भवंति; देवा देवीओ मणुस्सा मणुस्सीओ तिरिक्खजोणिया तिरिक्खजोणिणीओ परिग्गहिया भवंति; आसण सयण खंभ भंड सचित्ताचित्त मीसयाई दव्वाइ परिग्गहिया भवंति। से तेणटेणं गोयमा ! पंचिंदियतिरिक्ख जोणिया सारंभा सपरिग्गहा, णो अणारंभा अपरिग्गहा । जहा तिरिक्खजोणिया तहा मणस्सा वि भाणियव्वा | वाणमंतर जोइस- वेमाणिया जहा भवणवासी तहा णेयव्वा । पंच हेऊ पण्णत्ता, तं जहा- हेउं ण जाणइ, हे ण पासइ, हेउं ण बुज्झइ, हेउं णाभिसमागच्छइ, हेउं अण्णाणमरणं मरइ । पंच हेऊ पण्णत्ता, तं जहा- हेउणा ण जाणइ, हेउणा ण पासइ, हेउणा ण बुज्झइ, हेउणा णाभिगच्छइ, हेउणा अण्णाणमरणं मरइ । पंच हेऊ पण्णत्ता । तं जहा- हेउं जाणइ, हेउं पासइ, हेउं बुज्झइ, हेउं अभिसमा- गच्छइ, हेउं छउमत्थमरणं मरइ। पंच हेऊ पण्णत्ता, तं जहा- हेउणा जाणइ, हेउणा पासइ, हेउणा बुज्झइ, हेउणा अभिसमागच्छइ, हेउणा छउमत्थमरणं मरइ । पंच अहेऊ पण्णत्ता, तं जहा- अहेउं ण जाणइ, अहेउं ण पासइ, अहे ण बुज्झइ, अहेउं णाभिगच्छड, अहेउं छउमत्थमरणं मरइ । पंच अहेऊ पण्णत्ता, तं जहा- अहेउणा ण जाणइ, अहेउणा ण पासइ, अहेउणा ण बुज्झइ, अहेउणा णाभिगच्छइ, अहेउणा छउमत्थमरणं मरइ । पंच अहेऊ पण्णत्ता, तं जहा- अहे जाणइ, अहेउं पासइ, अहेउं बुज्झइ, अहेउं अभिगच्छड़, अहेउं केवलिमरणं मरइ । ३६ पंच अहेऊ पण्णत्ता, तं जहा- अहेउणा जाणइ, अहेउणा पासइ, अहेउणा बुज्झइ, अहेउणा अभिगच्छड, अहेउणा केवलिमरणं मरइ । ॥ सत्तमो उद्देसो समत्तो || अट्ठमो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे होत्था जाव परिसा पडिगया। तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी णारयपुत्ते णामं अणगारे पगइभद्दए जाव विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी णियंठिपुत्ते णाम अणगारे पगइभद्दए जाव विहरइ । 120 Page #131 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ♡ w 5 भगवई सुत्त तएणं से णियंठिपुत्ते पुत्ते अणगारे, जेणामेव णारयपुत्ते अणगारे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता णारयपुत्तं अणगारं एवं वयासी सव्वपोग्गला ते अज्जो ! किं सअड्ढा समज्झा सपएसा; उदाहु अणड्ढा अमज्झा अपएसा ? अज्जो ! त्ति णारयपुत्ते अणगारे नियंठिपुत्तं अणगारं एवं वयासी- सव्वपोग्गला मे अज्जो ! सअड्ढा समज्झा सपएसा; णो अणड्ढा अमज्झा अपएसा । तएणं से णियंठिपुत्ते अणगारे णारयपुत्तं अणगारं एवं वयासी- जइ णं ते अज्जो ! सव्वपोग्गला सअड्ढा समज्झा सपएसा; णो अणड्ढा अमज्झा, अपएसा; किं दव्वादेसेणं खेत्तादेसेणं कालादेसेणं अदुव भावादेसेणं अज्जो ! सव्वपोग्गला सअड्ढा समज्झा सपएसा; अड्ढा अमज्झा अपएसा ? तएणं से णारयपुत्ते अणगारे णियंठिपुत्तं अणागरं एवं वयासी- दव्वादेसेण वि मे अज्जो ! सव्वपोग्गला सअड्ढा समज्झा सपएसा णो अणड्ढा अमज्झा अपएसा; खेत्तादेसेण वि कालादेसेणं वि भावादेसेणं वि एवं चेव | तएणं से णियंठिपुत्ते अणगारे णारयपुत्तं अणगारं एवं वयासी - जइ णं अज्जो ! दव्वादेसेणं सव्वपोग्गला सअड्ढा समज्झा सपएसा; णो अणड्ढा अमज्झा अपएसा; एवं ते परमाणुपोग्गले वि सअड्ढे समज्झे सपएसे; णो अणड्ढे अमज्झे अपएसे ? जइ णं अज्जो ! खेत्तादेसेण सव्वपोग्गला सअड्ढा समज्झा सपएसा; एवं ते एगपएसोगाढे वि पोग्गले सअड्ढे समज्झे सपएसे ? जइ णं अज्जो ! कालादेसेणं सव्वपोग्गला सअड्ढा समज्झा सपएसा; एवं ते एगसमयट्ठिइए वि पोग्गले सअड्ढे समज्झे सपएसे ? जइ णं अज्जो ! भावादेसेणं सव्वपोग्गला सअड्ढा समज्झा सपएसा; एवं ते एगगुणकालए वि पोग्गले सअड्ढे समज्झे सपएसे ? अह ते एवं ण भवइ तो जं तुमं वयसि 'दव्वादेसेण वि सव्वपोग्गला सअड्ढा समज्झा सपएसा; णो अणड्ढा अमज्झा अपएसा जाव भावादेसेण वि सव्वपोग्गला सअड्ढा समज्झा सपएसा; णो अणड्ढा अमज्झा अपएसा; तं णं मिच्छा । तएणं से णारयपुत्ते अणगारे णियंठिपुत्तं अणगारं एवं वयासी- णो खलु अहं देवाणुप्पिया ! एयमहं जाणामो पासामो; जइ णं देवाणुप्पिया णो गिलायंति परिकहित्तए तं इच्छामि गं देवाणुप्पियाणं अंतिए एयमहं सोच्चा णिसम्म जाणि । 国 तएणं से णियंठिपुत्ते अणगारे णारयपुत्तं अणगारं एवं वयासी- दव्वादेसेण वि मे अज्जो ! सव्वे पोग्गला सपएसा वि, अप्पएसा वि अणंता; खेत्तादेसेण वि कालादेसेण वि, भावादेसेण वि एवं चेव । जे दव्वओ अपएसे- से खेत्तओ णियमा अपएसे; कालओ सिय सपएसे, सिय अपएसे; भावओ सिय सपएसे, सिय अपएसे । जे खेत्तओ अपएसे- से दव्वओ सिय सपएसे, सिय अपएसे; कालओ भयणाए; भावओ भयणाए; जहा खेत्तओ तहा कालओ, भावओ । 121 Page #132 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जे दव्वओ सपएसे- से खेत्तओ सिय सपएसे, सिय अपएसे; एवं कालओ, भावओ वि | जे खेत्तओ सपएसे- से दव्वओ णियमा सपएसे; कालओ भयणाए भावओ भयणाए, जहा दव्वओ तहा कालओ, भावओ वि । एएसि णं भंते ! पोग्गलाणं दव्वादेसेणं खेत्तादेसेणं कालादेसेणं भावादेसेणं सपएसाणं अपएसाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? णारयपुत्ता ! सव्वत्थोवा पोग्गला भावादेसेणं अपएसा, कालादेसेणं अपएसा असंखेज्जगुणा, दव्वादेसेणं अपएसा असंखेज्जगुणा, खेत्तादेसेणं अपएसा असंखेज्जगुणा, खेत्तादेसेणं चेव सपएसा असंखेज्जगुणा; दव्वादेसेणं सपएसा विसेसाहिया, काला-देसेणं सपएसा विसेसाहिया, भावादेसेणं सपएसा विसेसाहिया। तएणं से णारयपुत्ते अणगारे णियंठिपुत्तं अणगारं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एयं अटुं सम्मं विणएणं भुज्जो भुज्जो खामेइ, खामित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ। भंते ! त्ति भगवं गोयमे जाव एवं वयासी- जीवा णं भंते ! किं वडढंति हायंति अवद्विया ? गोयमा ! जीवा णो वड्ढंति, णो हायंति; अवट्ठिया । णेरइया णं भंते ! किं वदति हायंति अवट्ठिया ? गोयमा ! णेरइया वड़दंति वि हायंति वि अवट्ठिया वि । जहा णेरइया एवं जाव वेमाणिया । सिद्धा णं भंते ! किं वड्ढति हायंति अवट्ठिया ? गोयमा ! सिद्धा वड्ढति, णो हायंति, अवट्ठिया वि। जीवा णं भंते ! केवइयं कालं अवद्रिया ? गोयमा ! सव्वद्धं । णेरड्या णं भंते ! केवइयं कालं वडढंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं | एवं हायंति वि । णेरइया णं भंते ! केवइयं कालं अवट्ठिया ? गोयमा ! जहण्णेणं एगं समयं, उक्कोसेणं चउवीसं मुहुत्ता । एवं सत्तसु वि पुढवीसु वड्ढति हायंति भाणियव्वा । अवट्ठिएस इमं णाणत्तं, तं जहारयणप्पभाए पुढवीए अडयालीसं मुहुत्ता, सक्करप्पभाए चउद्दस राइंदिया, वालुयप्पभाए मासो, पंकप्पभाए दो मासा, धूमप्पभाए चत्तारि मासा, तमाए अट्ठ मासा, तमतमाए बारस मासा | असुरकुमारा वि वड्डंति हायंति जहा णेरइया । अवट्ठिया जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अट्ठचत्तालीसं मुहुत्ता। एवं दसविहा भवणवासिणो । एगिंदिया वड्दति वि हायंति वि अवट्ठिया वि | एएहिं तिहि वि जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं | 122 Page #133 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त बेइंदिया वढंति हायंति तहेव; अवद्विया जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं दो अं एवं जाव चउरिंदिया। अवसेसा सव्वे वड्ढति हायति तहेव जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभाग; अवट्ठियाणं णाणत्तं इमं तं जहा- समुच्छिमपंचिंदिय तिरिक्खजोणियाणं दो अंतोमहत्ता । गब्भवक्कंतियाणं चउव्वीसं महत्ता । संमच्छिम- मणस्साणं अद्वचत्तालीसं मुहुत्ता । गब्भवक्कंतियमणुस्साणं चउवीसं मुहुत्ता । वाणमंतर जोइस सोहम्मीसाणेसु अट्ठचत्तालीसं मुहुत्ता। सणंकुमारे अट्ठारस राइंदियाइं चत्तालीस य मुहुत्ता | माहिदे चउवीसं राइंदियाइं वीस य मुहत्ता । बंभलोए पंचचत्तालीसं राइंदियाइं । लंतए णउइं राइंदियाइं । महासुक्के सहिँ राइंदियसयं । सहस्सारे दो राइंदियसयाइं। आणयपाणयाणं संखेज्जा मासा, आरणच्चयाणं संखेज्जाइं वासाइं । एवं गेवेज्जदेवाणं। विजय वेजयंत जयंत अपराजियाणं असंखेज्जाइं वाससहस्साइं। सव्वट्ठसिद्धे पलिओव- मस्स संखेज्जइभागो । सिद्धा णं भंते ! केवइयं कालं वडढंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अट्ठ समया । केवइयं कालं अवढिया ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं छम्मासा | जीवा णं भंते ! किं सोवचया, सावचया, सोवचय सावचया, णिरुवचय णिरवचया? गोयमा ! जीवा णो सोवचया णो सावचया णो सोवचय सावचया; णिरुवचय णिरवचया | एगिदिया तईयपए, सेसा जीवा चउहि पएहिं भाणियव्वा । सिद्धा णं पुच्छा ? गोयमा ! सिद्धा सोवचया, णो सावचया, णो सोवचय सावचया, णिरुवचय णिरवचया । जीवा णं भंते ! केवइयं कालं णिरुवचय णिरवचया ? गोयमा ! सव्वद्धं । णेरड्या णं भंते ! केवइयं कालं सोवचया ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं | केवइयं कालं सावचया ? एवं चेव । केवइयं कालं सोवचय-सावचया ? एवं चेव । केवइयं कालं णिरुचवय-णिरवचया ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं बारस मुहुत्ता । एगिदिया सव्वे सोवचयसावचया सव्वद्धं । सेसा सव्वे सोवचया वि, सावचया वि, सोवचयसावचया वि णिरुवचयणिरवचया वि; तिण्हं ठिई जहणणेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखज्जइभागं | णिरुवचय णिरवचयाणं (अवविएहिं) वक्कंतिकालो भाणियव्वो | सिद्धा णं भंते ! केवइयं कालं सोवचया ? गोयमा ! जहण्णेणं एग समयं, उक्कोसेणं अट्ठ समया। 123 Page #134 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त केवइयं कालं णिरुवचय-णिरवचया ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं छ मासा | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ अट्ठमं उद्देसो समत्तो || पंचमं सतं णवमो उद्देसो | तेणं कालेणं तेणं समएणं जाव एवं वयासी- किं इयं भंते ! णयरं रायगिहं ति पवुच्चइ, किं पुढवी जयरं रायगिहं ति पवुच्चइ; आऊ णयरं रायगिहं ति पवुच्चइ; किं तेऊ वाऊ वणस्सई णयरं रायगिहं ति पवुच्चइ ? एवं किं टंका कूडा जाव सचित्ताचित्त मीसयाइं दव्वाइं णयरं रायगिहं ति पवुच्चइ ? गोयमा ! पुढवी वि णयरं रायगिहं ति पवुच्चइ जाव सचित्ताचित्त मीसयाइं दव्वाइं णयरं रायगिहं ति पवुच्चइ । से केणटेणं भंते एवं वुच्चइ ? गोयमा ! पुढवी जीवा इ य, अजीवा इ य, णयरं रायगिहं ति पवुच्चइ जाव सचित्ताचित्तमीसयाई दव्वाइं, जीवा इ य, अजीवा इ य, णयरं रायगिहं ति पव्वुच्चइ। से तेणटेणं गोयमा! जाव रायगिहं ति पवुच्चइ । से णूणं भंते ! दिया उज्जोए, राइं अंधयारे ? हंता गोयमा ! जाव अंधयारे। से केणटेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! दिया सुभा पोग्गला, सुभे पोग्गलपरिणामे, राइं असुभा पोग्गला, असुभे पोग्गलपरिणामे । से तेणटेणं गोयमा ! एवं । णेरइयाणं भंते ! किं उज्जोए, अंधयारे ? गोयमा ! णेरइयाणं णो उज्जोए, अंधयारे । से केणटेणं भंते एवं ? गोयमा ! णेरइयाणं असुभा पोग्गला, असुभे पोग्गलपरिणामे। से तेणटेणं गोयमा ! एवं । 5 असुरकुमाराणं भंते ! किं उज्जोए, अंधयारे ? गोयमा ! असुरकुमाराणं उज्जोए, णो अंधयारे । से केणटेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! असुरकुमाराणं सुभा पोग्गला, सुभे पोग्गलपरिणामे । से तेणटेणं गोयमा ! एवं । एवामेव णागकुमाराणं जाव थणियकुमाराणं। पुढविक्काइया जाव तेइंदिया जहा णेरइया । [W चउरिंदियाणं भंते ! किं उज्जोए, अंधयारे ? गोयमा ! उज्जोए वि अंधयारे वि | से केणटेणं ? भंते एवं ? गोयमा ! चरिंदियाणं सुभासुभा य पोग्गला सुभासुभे य पोग्गलपरिणामे; से तेणटेणं गोयमा ! एवं । एवामेव पंचिंदियतिरिक्ख- जोणियाणं वि मणुस्साणं वि। वाणमंतर जोइस वेमाणिया जहा असुरकुमारा । 124 Page #135 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ত ” १० ११ भगवई सुत्त अत्थि णं भंते ! णेरइयाणं तत्थगयाणं एवं पण्णायए, तं जहा - समयाइ वा, आवलिया इ वा जाव उस्सप्पिणी इ वा, ओसप्पिणी इ वा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ- णेरइयाणं तत्थगयाणं णो पण्णायए, तं जहा- समया इ वा जाव ओसप्पिणी इ वा? गोयमा ! इहं तेसिं माणं, इहं तेसिं पमाणं, इहं तेसिं एवं पण्णायए, तं जहा- समया इवा जाव ओसप्पिणी इ वा; से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- णेरइयाणं जाव उस्सप्पिणी इ वा । एवं जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं । अत्थि णं भंते ! मणुस्साणं इहगयाणं एवं पण्णायए, तं जहा- समया इ वा जाव उस्सप्पिणी इ वा ? गोयमा ! हंता, अत्थि । सेकेणणं भंते ! एवं ? गोयमा ! इहं तेसिं माणं, इहं तेसिं पमाणं, इहं चेव तेसिं एवं पण्णायए, तं जहा- समया इ वा जाव ओसप्पिणी इ वा । से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं । वाणमंतर जोइस वेमाणियाणं जहा णेरइयाणं । तेणं कालेणं तेणं समएणं पासावच्चिज्जा थेरा भगवंतो जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते ठिच्चा एवं वयासी- से णूणं भंते ! अंसेखेज्जे लोए अणंता राइंदिया उप्पज्जिंसु वा उप्पज्जंति वा उप्पज्जिस्संति वा; विगच्छिंसु वा विगच्छंति वा विगच्छिस्संति वा; परित्ता राइंदिया उप्पज्जिंसु वा उप्पज्जंति वा उप्पज्जिस्संति वा; विगच्छिंसु वा विगच्छंति वा विगच्छिस्संति वा? हंता अज्जो ! असंखेज्जे लोए अणंता राइंदिया, उप्पज्जिंसु वा जाव विगच्छिस्संति वा। से केणद्वेणं भंते ! जाव विगच्छिस्संति वा ? सेणूणं भे अज्जो ! पासेणं अरहया पुरिसादाणिएणं सासए लोए बुइए, अणाइए, अणवदग्गे, परित्ते पुरिवुडे; हेट्ठा विच्छिण्णे, मज्झे संखित्ते, उप्पिं विसाले; अहे पलियंकसंठिए, मज्झे वरवइरविग्गहिए, उद्धमुइंगाकारसंठिए; तेसिं च णं सासयंसि लोगंसि अणाइयंसि अणवदग्गंसि, परित्तंसि परिवुडंसि, हेट्ठा विच्छि- ण्णंसि, मज्झे संखित्तंसि, उप्पिं विसालंसि; अहे पलियंकसंठियंसि, मज्झे वरवइर- विग्गहियंसि, उप्पिं उद्धमुइंगाकारसंठियंसि अणंता जीवघणा उप्पज्जित्ता, उप्पज्जित्ता णिलीयंति, परित्ता जीवघणा उप्पज्जित्ता-उप्पज्जित्ता णिलीयंति; से भूए उप्पण्णे विगए परिणए; अजीवेहिं लोक्कड़ पलोक्कइ; जे लोक्कड़ से लोए? हंता भगवं! से तेणद्वेणं अज्जो ! एवं वुच्चइ- असंखेज्जे लोए जाव तं चेव । तप्पभिदं च णं ते पासावच्चिज्जा थेरा भगवंतो समणं भगवं महावीरं पच्चभिजाणंति 'सव्वण्णू सव्वदरिसी' । तणं ते थेरा भगवंतो समणं भगवं महावीरं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीइच्छामि णं भंते ! तुब्भं अंतिए चाउज्जामाओ धम्माओ पंच महव्वयाई, सपडिक्कमणं धम्मं उवसंपज्जित्ता णं विहरित्तए । अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं । 125 Page #136 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तएणं ते पासावच्चिज्जा थेरा भगवंतो जाव चरमेहिं उस्सासणिस्सासेहिं सिद्धा जाव सव्वदुक्खप्पहीणा; अत्थेगइया देवलोएसु उववण्णा | कइविहा णं भंते ! देवलोगा पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा देवलोगा पण्णत्ता, तं जहा- भवणवासी वाणमंतर- जोइसिय वेमाणिया । भेएण- भवणवासी दसविहा, वाणमंतरा अट्ठविहा, जोइसिया पंचविहा, वेमाणिया दुविहा | किमियं रायगिहं ति य, उज्जोए अंधयार समए य ।। पासंतेवासी पुच्छा, राइंदिय देवलोगा य || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || णवमो उद्देसो समत्तो || दसमो उद्देसो १ तेणं कालेणं तेणं समएणं चंपा णामं णयरी होत्था । एवं जहा पढमिल्लो उद्देसओ तहा णेयव्वो एसो वि, णवरं चंदिमा भाणियव्वा । || सेवं भंते ! सेवं भंते || ॥ दसमो उद्देसो समत्तो || || पंचमं सतं समत्तं || छठं सतं पढमो उद्देसो १ वेयण आहार महस्सवे य, सपएस तमुयाए भविए । साली पुढवी कम्म, अण्णउत्थिय दस छट्ठगम्मि सए || से णूणं भंते ! जे महावेयणे से महाणिज्जरे, जे महाणिज्जरे से महावेयणे? महावेयणस्स य अप्पवेयणस्स य से सेए जे पसत्थणिज्जराए ? हंता गोयमा ! जे महावेयणे से महाणिज्जरे, जे महाणिज्जरे से महावेयणे। महावेयणस्स य अप्पवेयणस्स य से सेए जे पसत्थणिज्जराए | | छट्ठ-सत्तमासु णं भंते ! पुढवीसु णेरड्या महावेयणा ? हंता गोयमा ! महा- वेयणा | | 0 | ते णं भंते ! समणेहिंतो णिग्गंथेहिंतो महाणिज्जरतरा ? गोयमा ! णो इणढे समटे | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जे महावेयणे जाव पसत्थ णिज्जराए ? गोयमा ! से जहाणामए दुवे वत्था सिया, एगे वत्थे कद्दमरागरत्ते, एगे वत्थे खंजणरागरत्ते; एएसि णं गोयमा ! दोण्हं वत्थाणं कयरे वत्थे दुद्धोयतराए चेव, दुवामतराए चेव, दुप्परिकम्मतराए चेव; कयरे वा वत्थे सुद्धोयतराए चेव, सुवामतराए चेव, सुपरिकम्मतराए चेव; जे वा से वत्थे कद्दमरागरत्ते, जे वा से वत्थे खंजणरागरत्ते? 126 Page #137 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [ ] १० ११ भगवई सुत्त भगवं ! तत्थ णं जे से वत्थे कद्दमरागरत्ते, से णं वत्थे दुद्धोयतराए चेव, दुवामतराए चेव, दुप्परिकम्मतराए चेव । एवामेव गोयमा ! णेरइयाणं पावाई कम्माइं गाढीकयाइं, चिक्कणीकयाइं सिलिट्ठीकयाइं, खिलीभूयाइं भवंति । संपगाढं पि य णं ते वेयणं वेएमाणा णो महाणिज्जरा, णो महापज्जवसाणा भवंति । अदुत्तरं च णं गोयमा ! से जहा वा केइ पुरिसे अहिगरणिं आउडेमाणे महया महया सद्देणं, महया महया घोसेणं, महया महया परंपराघाएणं णो संचाएइ तीसे अहिगरणीए केइ अहाबायरे पोग्गले परिसाडित्तए । एवामेव गोयमा ! णेरइयाणं पावाइं कम्माई गाढीकयाइं जाव णो महापज्जवसाणाइं भवंति। भगवं ! तत्थ जे से वत्थे खंजणरागरत्ते से णं वत्थे सुद्धोयतराए चेव, सुवामतराए चेव, सुपरिकम्मतराए चेव; एवामेव गोयमा ! समणाणं णिग्गंथाणं अहाबायराई कम्माई सिढिलीकयाइं, णिट्ठियाई कडाई, विप्परिणामियाइं खिप्पामेव विद्धत्थाइं भवंति । जावइयं तावइयं पिणं ते वेयणं वेएमाणा महाणिज्जरा, महापज्जवसाणा भवंति । से जहा णामए केइ पुरिसे सुक्कं तणहत्थयं जायतेयंसि पक्खिवेज्जा, से णूणं गोयमा! से सुक्के तणहत्थए जायतेयंसि पक्खित्ते समाणे खिप्पामेव मसमसा - विज्जइ ? हंता, समसाविज्जइ । एवामेव गोयमा ! समणाणं णिग्गंथाणं अहाबायराई कम्माई जाव महापज्जवसाणा भवंति । अदुत्तरं च णं गोयमा ! से जहा णामए केइ पुरिसे तत्तंसि अयकवल्लंसि उदगबिंदु पक्खिवेज्जा; से णूणं गोयमा ! से उदगबिंदु तत्तंसि अयकवल्लंसि पक्खित्ते समाणे खिप्पामेव विद्धंसमागच्छइ ? हंता, विद्धंसमागच्छइ । एवामेव गोयमा ! समणाणं णिग्गंथाणं जाव महापज्जवसाणा भवंति । से तेणद्वेणं जे महावेयणे से महाणिज्जरे जाव से सेए जे पसत्थ णिज्जराए । कइविहे णं भंते ! करणे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे करणे पण्णत्ते, तं जहा- मणकरणे, वइकरणे, कायकरणे, कम्मकरणे । रइयाणं भंते! कइविहे करणे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- मणकरणे वइकरणे कायकरणे कम्मकरणे । एवं पंचिंदियाणं सव्वेसिं चउव्विहे करणे । एगिंदियाणं दुविहे - कायकरणे य कम्मकरणे य । विगलिंदियाणं तिविहे वइकरणे कायकरणे कम्मकरणे । णेरड्या णं भंते ! किं करणओ असायं वेयणं वेयंति, अकरणओ असायं वेयणं वेयंति? गोयमा ! णेरड्या णं करणओ असायं वेयणं वेयंति, णो अकरणओ असायं वेयणं वेयंति । सेकेणणं भंते! एवं ? 127 Page #138 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १३ १४ १५ १६ भगवई सुत्त गोयमा ! णेरड्याणं चउव्विहे करणे पण्णत्ते, तं जहा- मणकरणे, वइकरणे, कायकरणे, कम्मकरणे। इच्चेएणं चउव्विहेणं असुभेणं करणेणं णेरड्या करणओ असायं वेयणं वेयंति, णो अकरणओ; से तेणट्ठेणं । असुरकुमारा णं भंते ! किं करणओ सायं वेयणं वेयंति, अकरणओ ? गोयमा ! असेरकुमाराणं करणओ सायं वेयणं वेयंति, णो अकरणओ सायं वेयणं वेयंति । से केणद्वेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! असुरकुमाराणं चउव्विहे करणे पण्णत्ते, तं जहा- मणकरणे वइकरणे कायकरणे कम्मकरणे । इच्चेएणं सुभेणं करणेणं असुरकुमारा करणओ सायं वेयणं वेयंति, णो अकरणओ । एवं जाव थणियकुमाराणं । पुढवीकाइयाणं एवामेव पुच्छा ? णवरं इच्चेएणं सुभासुभेणं करणेणं पुढविक्काइया करणओ वेमायाए वेयणं वेदेंति, णो अकरणओ । ओरालियसरीरा सव्वे सुभासुभेणं वेमायाए । देवा सुभेणं सायं । जीवा णं भंते ! किं महावेयणा महाणिज्जरा, महावेयणा अप्पणिज्जरा, अप्पवेयणा महाणिज्जरा, अप्पवेयणा अप्पणिज्जरा ? गोया ! अत्थेगइया जीवा महावेयणा महाणिज्जरा, अत्थेगइया जीवा महावेयणा अप्पणिज्जरा, अत्थेगइया जीवा अप्पवेयणा महाणिज्जरा, अत्थेगइया जीवा अप्प - वेयणा अप्पणिज्जरा । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ- अत्थेगइया जीवा महावेयणा महाणिज्जरा जाव अत्थेगइया जीवा अप्पवेयणा अप्पणिज्जरा ? गोयमा ! पडिमापडिवण्णए अणगारे महावेयणे महाणिज्जरे; छट्ठसत्तमासु पुढवीसु णेरड्या महावेयणा अप्पणिज्जरा; सेलेसिं पडिवण्णए अणगारे अप्पवेयणे महाणिज्जरे; अणुत्तरोववाइया देवा अप्पवेयणा अप्पणिज्जरा । महावेयणे य वत्थे, कद्दम खंजणकए य अहिगरणी । तणहत्थे य कवल्ले, करण महावेयणा जीवा ॥ ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ बीओ उद्देसो रायहिं णयरं जाव एवं वयासी- आहारुद्देसओ जो पण्णवणाए सो सव्वो णिरवसेसो यव्वो ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ बीओ उद्देसो समत्तो ॥ 128 Page #139 -------------------------------------------------------------------------- ________________ E [N] w भगवई सुत्त तइओ उद्देसो बहुकम्म वत्थ पोग्गल, पओगसा वीससा य साइए । कम्मट्ठिइ त्थि संजय, सम्मदिट्ठी य सण्णी य ॥१॥ भविए दंसण पज्जत्त, भासय परित्ते णाण जोगे य । उवओगाहारग सुहुम, चरिम बंधे य अप्पबहुं ॥२॥ से णूणं भंते ! महाकम्मस्स महाकिरियस्स महासवस्स महावेयणस्स सव्वओ पोग्गला बज्झंति, सव्वओ पोग्गला चिज्जंति, सव्वओ पोग्गला उवचिज्जंति, सया समियं पोग्गला बज्झंति, सया समियं पोग्गला चिज्जंति, सया समियं पोग्गला उवचिज्जंति, सया समियं च णं तस्स आया दुरूवत्ताए, दुवण्णत्ताए, दुगंधत्ताए, दुरसत्ताए, दुफासत्ताए; अणिट्ठत्ताए, अकंत-अप्पिय-असुभ- अमणुण्ण-अमणामत्ताएअणिच्छियत्ताए, अणभिज्झियत्ताए, अहत्ताए, णो उड्ढत्ताए; दुक्खत्ताए, णो सुहत्ताए भुज्जो - भुज्जो परिणमंति ? हंता गोयमा ! महाकम्मस्स जाव तं चेव । सेकेणणं भंते ! एवं ? गोयमा ! से जहाणामए वत्थस्स अहयस्स वा धोयस्स वा तंतुग्गयस्स वा आणुपुव्वीए परिभुज्जमाणस्स सव्वओ पोग्गला बज्झंति; सव्वओ पोग्गला चिज्जंति; जाव परिणमंति; से तेणद्वेणं । से णूणं भंते ! अप्पकम्मस्स, अप्पकिरियस्स, अप्पासवस्स, अप्पवेयणस्स सव्वओ पोग्गला भिज्जंति, सव्वओ पोग्गला छिज्जंति, सव्वओ पोग्गला विद्धंसंति, सव्वओ पोग्गला परिविद्धंसंति; सया समियं पोग्गला भिज्जंति, सया समियं पोग्गला छिज्जंति, विद्धंस्संति, परिविद्धंस्संति; सया समियं च णं तस्स आया सुरुवत्ताए एवं पसत्थं णेयव्वं जाव सुहत्ताए, दुक्खता भुज्जो भुज्जो परिणमंति ? हंता गोयमा ! जाव परिणमति । से केणद्वेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! से जहाणामए वत्थस्स जल्लियस्स वा पंकियस्स वा मइल्लियस्स वा रइल्लियस्स वा आणुपुव्वीए परिकम्मिज्जमाणस्स सुद्धेणं वारिणा धोव्वमाणस्स सव्वओ पोग्गला भिज्जंति जाव परिणमंति; से तेणद्वेणं । শ वत्थस्स णं भंते ! पोग्गलोवचये किं पओगसा, वीससा ? गोयमा ! पओगसा वि वीससा वि । जहा णं भंते ! वत्थस्स णं पोग्गलोवचए पओगसा वि वीससा वि; तहा णं जीवाणं कम्मोवच किं पओगसा, वीससा ? गोयमा ! पओगसा, णो वीससा । सेकेणणं भंते एवं ? गोयमा ! जीवाणं तिविहे पओगे पण्णत्ते, तं जहा- मणप्पओगे, वइप्पओगे, कायप्पओगे; इच्चेएणं तिविहेणं पओगेणं जीवाणं कम्मोवचये पओगसा, णो वीससा; एवं सव्वेसिं पंचिंदियाणं तिविहे पओगे भाणियव्वे । पुढवीकाइयाणं एगविहेणं पओगेणं, एवं जाव वणस्सइकाइयाणं । विगलिंदियाणं दुविहे पओगे पण्णत्ते, तं जहा- वइपओगे, कायपओगे य, 129 Page #140 -------------------------------------------------------------------------- ________________ E वत्थस्स णं भंते ! पोग्गलोवचए किं साइए सपज्जवसिए साइए अपज्जवसिए अणाइए सपज्जवसिए अणाइए अपज्जवसिए ? [] ७ भगवई सुत्त इच्चेएणं दुविहेणं पओगेणं कम्मोवचए पओगसा, णो वीससा; से तेणट्टेणं गोयमा ! जाव णो वीससा । एवं जस्स जो पओगो जाव वेमाणियाणं । १० गोयमा ! वत्थस्स णं पोग्गलोवचए साइए सपज्जवसिए; णो साइए अपज्ज- वसिए, णो अणाइए सपज्जवसिए, णो अणाइए अपज्जवसिए । जहा णं भंते ! वत्थस्स पोग्गलोवचए साइए सपज्जवसिए; णो साइए अपज्ज- वसिए णो अणाइए सपज्जवसिए णो अणाइए अपज्जवसिए; तहा णं जीवाणं कम्मोवच पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइयाणं जीवाणं कम्मोवचए साइए सपज्जवसिए अत्थेगइयाणं अणाइए सपज्जवसिए अत्थेगइयाणं अणाइए अपज्जवसिए, णो चेव णं जीवाणं कम्मोवचए साइए अपज्जवसिए । से केणद्वेणं भंते एवं ? गोयमा ! इरियावहियबंधयस्स कम्मोवचए साइए सपवज्जवसिए । भवसिद्धियस्स कम्मोवच अणाइए सपज्जवसिए । अभवसिद्धियस्स कम्मोवचए अणाइए अपज्ज- वसिए; से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ | वत्थे णं भंते ! किं साइए सपज्जवसिए, चउभंगो पुच्छा ? गोयमा ! वत्थे साइए सपज्जवसिए, अवसेसा तिण्णि वि पडिसेहेयव्वा । जहा णं भंते! वत्थे साइए सपज्जवसिए, णो साइए अपज्जवसिए, णो अणाइए सपज्जवसिए, णो अणाइए अपज्जवसिए तहा णं जीवा किं साइया सपज्जवसिया, चउभंगो पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइया साइया सपज्जवसिया, एवं चत्तारि वि भंगा भाणियव्वा । सेकेणणं भंते एवं ? गोयमा ! णेरइय-तिरिक्खजोणिय मणुस्स- देवा गइरागइं पडुच्च साइया सपज्जवसिया, सिद्धा सिद्ध गइं पडुच्च साइया अपज्जवसिया, भवसिद्धिया लद्धिं पडुच्च अणाइया सपज्जवसिया, अभवसिद्धिया संसारं पडुच्च अणाइया अपज्ज - वसिया, से तेणट्ठेणं । कइ णं भंते! कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- णाणावरणिज्जं दरिसणा-वरणिज्जं जाव अंतराइयं । णाणावरणिज्जस्स णं भंते ! कम्मस्स केवइयं कालं बंधट्ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, तिण्णि य वाससहस्साइं अबाहा, अबाहूणिया कम्मट्ठई कम्मणिसेओ । एवं दरिसणा- वरणिज्जस्स वि । 130 Page #141 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११ 3 १४ १५ १६ भगवई सुत्त वेयणिज्जस्स जहणेणं दो समया, उक्कोसेणं जहा णाणावरणिज्जं । मोहणिज्जस्स जहणणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सत्तरिसागरोवमकोडाकोडीओ, सत य वाससहस्साणि अबाहा, अबाहूणिया कम्मट्ठिई कम्मणिसेओ । आउयस्स जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाणि पुव्वकोडितिभागमब्भहियाणि कम्मट्ठिई कम्मणिसेओ । णामगोयाणं जहण्णेणं अट्ठ मुहुत्ता, उक्कोसेणं वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ, दोण्णि य वाससहस्साणि अबाहा, अबाहूणिया कम्मट्ठिई कम्मणिसेओ । अंतराइयं जहा णाणावरणिज्जं । णाणावरणिज्जं णं भंते ! कम्मं किं इत्थी बंधइ, पुरिसो बंधइ, णपुंसओ बंधइ, गोइत्थीणोपुरिस-गोणपुंसओ बंधइ ? गोयमा ! इत्थी वि बंधड़, पुरिसे वि बंधइ, णपुंसओ वि बंधइ; गोइत्थी - णोपुरिस-णोणपुंसओ सिय बंधइ, सिय णो बंधइ । एवं आउयवज्जाओ सत्त कम्मप्पगडीओ । आउयं णं भंते ! कम्मं किं इत्थी बंधइ, पुरिसो बंधइ, णपुंसओ बंधइ, पुच्छा ? गोयमा ! इत्थी सिय बंधइ, सिय णो बंधइ । एवं तिण्णि वि भाणियव्वा; णोइत्थी-णोपुरिसपुंसओ ण बंध | णाणावरणिज्जं णं भंते! कम्मं किं संजए बंधइ, असंजए बंधइ, संजयासंजए बंधइ, णोसंजयणोअसंजय-णोसंजयासजए बंधइ ? गोयमा ! संजए सिय बंधड़, सिय णो बंधइ; असंजए बंधइ; संजयासंजए वि बंधइ; णोसंजयणोअसंजय- णोसंजयासजए ण बंधइ । एवं आउयवज्जाओ सत्त वि । आउए हेट्ठिल्ला तिणि भयणाए, उवरिल्ले ण बंध | णाणावरणिज्जं णं भंते ! कम्मं किं सम्मदिट्ठी बंधइ, मिच्छदिट्ठी बंधइ, सम्मामिच्छदिट्ठी बंधइ? गोयमा ! सम्मदिट्ठी सिय बंधइ, सिय णो बंधइ; मिच्छदिट्ठी बंधइ, सम्मा- मिच्छदिट्ठी बंधइ; एवं आउयवज्जाओ सत्त वि, आउए हेट्ठिला दो भयणाए, सम्मा- मिच्छदिट्ठी ण बंधइ । आउ हेट्ठिल्ला दो भयणाए, सम्मामिच्छादिट्ठी ण बंधइ । णाणावरणिज्जं णं भंते! कम्मं किं सण्णी बंधइ, असण्णी बंधइ, णोसण्णी णोअसण्णी बंधइ ? गोया ! सण्णी सिय बंधइ, सिय णो बंधइ । असण्णी बंधइ | णोसण्णी णोअसण्णी ण बंधइ । एवं वेयणिज्जाउयवज्जाओ छ कम्मप्पगडीओ । वेयणिज्जं हेट्ठिल्ला दो बंधंति, उवरिल्ले भयणाए, आउयं हेट्ठिल्ला दो भयणाए, उवरिल्ले ण बंध | णाणावरणिज्जं णं भंते ! कम्मं किं भवसिद्धिए बंधइ, अभवसिद्धिए बंधइ, णोभवसिद्धियअभवसिद्धिए बंधइ ? गोमा ! भवसिद्धिए भयणाए, अभवसिद्धिए बंधइ; णोभवसिद्धिय - णोअभव- सिद्धिए ण बंधइ, एवं आउयवज्जाओ सत्त वि, आउयं हेट्ठिल्ला दो भयणाए, उवरिल्ले ण बंधइ । 131 Page #142 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १७ १८ ||१९| २० २१ २२ २३ २४ २५ भगवई सुत णाणावरणिज्जं णं भंते ! कम्मं किं चक्खुदंसणी बंधइ, अचक्खुदंसणी बंधइ, ओहिदंसणी बंधइ, केवलदंसणी बंधइ ? गोयमा ! हेट्ठिल्ला तिण्णि भयणाए । उवरिल्ले ण बंधइ । एवं वेयणिज्ज- वज्जाओ सत्त वि। वेयणिज्जं हेट्ठिल्ला तिण्णि बंधंति, केवलदंसणी भयणाए । णाणावरणिज्जं णं भंते ! कम्मं किं पज्जत्तए बंघइ, अपज्जत्तए बंघइ, णोपज्जत्तयणोअपज्जत्तए बंधड़ ? गोयमा । पज्जत्तए भयणाए; अपज्जत्तए बंधइ, णोपज्जत्तय णोअपज्जत्तए ण बंधइ । एवं आउयवज्जाओ सत्त वि, आउयं हेट्ठिल्ला दो भयणाए, उवरिल्ले ण बंधइ । णाणावरणिज्जं णं भंते ! कम्मं किं भासए बंधइ, अभासए बंधइ ? गोयमा । दो वि भयणाए एवं वेयणिज्जवज्जाओ सत्त वि । वेयणिज्जं भासए बंधड़, अभासए भयणाए । णाणावरणिज्जं णं भंते! कम्मं किं परित्ते बंधड़, अपरित्ते बंधइ, णोपरित्ते णोअपरित्ते बंधइ ? गोयमा । परित्ते भयणाए, अपरित्ते बंधड़, णोपरित्ते णोअपरित्ते ण बंधड़ । एवं आउयवज्जाओ सत्त कम्मप्पगडीओ । आउयं परित्ते वि अपरित्ते वि भणाणोपर णोअपरित्ते ण बंधइ । णाणावरणिज्जं णं भंते ! कम्मं किं आभिणिबोहियणाणी बंधइ, सुयणाणी, ओहिणाणी, मणपज्जवणाणी, केवलणाणी बंधड ? गोयमा! हेट्ठिल्ला चत्तारि भयणाए, केवलणाणी ण बंधड़ एवं वेयणिज्ज वज्जाओ सत्त वि वेयणिज्जं हेट्ठिल्ला चत्तारि बंधंति, केवलणाणी भयणाए । णाणावरणिज्जं णं भंते! कम्मं किं मइअण्णाणी बंधइ, सुयअण्णाणी बंधड़, विभंगणाणी बंधइ? गोयमा । आउयवज्जाओ सत्त वि बंधंति, आउयं भयणाए । णाणावरणिज्जं णं भंते ! कम्मं किं मणजोगी बंधइ, वयजोगी बंधइ, कायजोगी बंधइ, अजोगी बंधइ ? गोयमा ! हेट्ठिल्ला तिण्णि भयणाए, अजोगी ण बंधइ । एवं वेयणिज्जवज्जाओ सत्त वि । वेयणिज्जं हेट्ठिल्ला बंधंति, अजोगी ण बंधइ । णाणावरणिज्जं णं भंते । कम्मं किं सागारोवउत्ते बंधड़, अणागारोवउत्ते बंधइ ? गोयमा । असु वि भयणाए । णाणावरणिज्जं णं भंते! कम्मं किं आहारए बंधड़, अणाहारए बंधइ ? 132 Page #143 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २६ २७ २८ P [N] ल Loc भगवई सुत्त गोयमा ! दो वि भयणाए । एवं वेयणिज्जाउयवज्जाणं छण्हं, वेयणिज्जं आहारए बंधइ, अणाहारए भयणाए । आउए आहारए भयणाए, अणाहारए ण बंधइ । णाणावरणिज्जं णं भंते ! कम्मं किं सुहुमे बंधइ, बायरे बंधइ, णोसुहुम-णोबायरे बंधइ ? गोयमा ! सुहुमे बंधइ, बायरे भयणाए, णोसुहुम णोबायरे ण बंधइ । एवं आउयवज्जाओ सत्त वि। आउए सुहुमे, बायरे भयणाए; णोसुहुम णोबायरे ण बंधइ । णाणावरणिज्जं णं भंते! कम्मं किं चरिमे बंधइ, अचरिमे बंधइ ? गोमा ! अट्ठ वि भयणाए । एएसि णं भंते ! जीवाणं इत्थीवेयगाणं, पुरिसेवेयगाणं, णपुसंगवेयगाणं, अवेयगाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा पुरिसवेयगा, इत्थिवेयगा संखेज्जगुणा, अवेयगा अनंतगुणा, णपुंसगवेयगा अणंतगुणा । एएसिं सव्वेसिं पयाणं अप्प - बहुगाई उच्चारेयव्वाइं जाव सव्वत्थोवा जीवा अचरिमा, चरिमा अनंतगुणा ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ तइओ उद्देसो समत्तो ॥ चउत्थो उद्देसो जीवे णं भंते! कालादेसेणं किं सपएसे, अपएसे ? गोयमा ! णियमा सपएसे । णेरइए णं भंते ! कालादेसेणं किं सपएसे अपएसे ? गोयमा ! सिय सपएसे, सिय अपएसे । एवं जाव सिद्धे । जीवा णं भंते! कालादेसणं किं सपएसा, अपएसा ? गोयमा ! णियमा सपएसा । णेरइया णं भंते ! कालादेसणं किं सपएसा, अपएसा ? गोमा ! सव्वे वि ताव होज्जा सपएसा अहवा सपएसा य अपएसे य, अहवा सपएसा य अपएसा य । एवं जाव थणियकुमारा । 网 पुढविकाइया णं भंते ! किं सपएसा, अपएसा ? गोयमा ! सपएसा वि अपएसा वि । एवं जाव वणस्सइकाइया । सेसा जहा णेरड्या तहा जाव सिद्धा । 133 Page #144 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त | आहारगाणं जीवएगिंदियवज्जो तियभंगो । अणाहारगाणं जीव एगिदियवज्जा छब्भंगा एवं भाणियव्वा-सपएसा वा; अपएसा वा; अहवा सपएसे य अपएसे य; अहवा सपएसे य अपएसा य; अहवा सपएसा य अपएसे य; अहवा सपएसा य अपएसा य | सिद्धेहिं तियभंगो । 9 भवसिद्धिया, अभवसिद्धिया जहा ओहिया । णोभवसिद्धिय-णोअभवसिद्धिया जीवसिद्धेहिं तियभंगो। व सण्णीहिं जीवाइओ तियभंगो । असण्णीहिं एगिदियवज्जो तियभंगो । एगिदिएसु अभंगयं। णेरड्य-देव-मणुएहिं छब्भंगो । णोसण्णि णोअसण्णि जीवमणुयसिद्धेहिं तियभंगो । सलेसा जहा ओहिया | कण्हलेस्सा, णीललेस्सा, काउलेस्सा जहा आहारओ, णवरं जस्स अत्थि एयाओ । तेउलेस्साए जीवाइओ तियभंगो, णवरं पुढवि- आउवणस्सईसु छब्भंगा । पम्हलेस्ससुक्कलेस्साए जीवाइओ तियभंगो । अलेसेहिं जीव सिद्धेहिं तियभंगो | मणुएसु छब्भंगा | सम्मदिट्ठीहिं जीवाइओ तियभंगो । विगलिंदिएसु छब्भंगा । मिच्छदिट्ठीहिं एगिदियवज्जो तियभंगो । सम्मामिच्छदिट्ठीहिं छब्भंगा | संजएहिं जीवाइओ तियभंगो । असंजएहिं एगिंदियवज्जो तियभंगो । संजया- संजएहिं तियभंगो जीवाइओ | णोसंजय णोअसंजय णोसंजयासंजय जीव सिद्धेहिं तियभंगो । सकसाईहिं जीवाइओ तियभंगो । एगिदिएस् अभंगयं । कोहकसाईहिं जीव-एगिदियवज्जो तियभंगो | देवेहिं छब्भंगा | माणकसाई-मायाकसाईहिं जीवएगिदियवज्जो तियभंगो । णेरड्यदेवेहिं छब्भंगा । लोभकसाईहिं जीव एगिदिय वज्जो तियभंगो । णेरइएसु छब्भंगा । अकसाई जीवमणुयसिद्धेहिं तियभंगो । ओहियणाणे आभिणिबोहियणाणे सुयणाणे जीवाइओ तियभंगो । विगलिदिएहिं छब्भंगा । ओहिणाणे, मणपज्जवणाणे, केवलणाणे जीवाइओ तियभंगो । ओहिए अण्णाणे, मइअण्णाणे, सयअण्णाणे, एगिंदियवज्जो तियभंगो । विभंगणाणे जीवाइओ तियभंगो । १३ सजोगी जहा ओहिओ | मणजोगी, वयजोगी, कायजोगी जीवाइओ तियभंगो, णवरं कायजोगी एगिदियेसु अभंगयं | अजोगी जहा अलेस्सा | सागरोवउत्त-अणागारोवउत्तेहिं जीव एगिंदियवज्जो तियभंगो । १६ सवेयगा य जहा सकसाई । इत्थिवेयग-पुरिसवेयग-णपुंसगवेयगेसु जीवाइओ तियभंगो । णवरं णपुंसगवेदे एगिदिएसु अभंगयं । अवेयगा जहा अकसाई । ससरीरी जहा ओहिओ । ओरालिय-वेउव्वियसरीराणं जीव-एगिदियवज्जो तियभंगो । आहारगसरीरे जीव- मणुएसु छब्भंगा, तेयग-कम्मगाणं जहा ओहिया। असरीरेहिं जीव-सिद्धेहिं तियभंगो। 134 Page #145 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त आहारपज्जत्तीए, सरीरपज्जत्तीए, इंदियपज्जत्तीए, आणापाणपज्जत्तीए जीव- एगिदियवज्जो तियभंगो, भासा- मणपज्जत्तीए जहा सण्णी, आहार अपज्जत्तीए जहा अणाहारगा, सरीर अपज्जत्तीए, इंदिय अपज्जत्तीए, आणापाण अपज्जत्तीए जीव- एगिंदियवज्जो तियभंगो, णेरइय- देव-मणुएहिं छब्भंगा, भासामणअपज्जत्तीए जीवाइओ तियभंगो, णेरइय-देव-मणुएहिं छब्भंगा । सपएसा आहारग भविय, सण्णि लेसा दिट्ठि संजय कसाए | णाणे जोगुवओगे, वेए य सरीर पज्जत्ती || जीवा णं भंते ! किं पच्चक्खाणी, अपच्चक्खाणी, पच्चक्खाणापच्चक्खाणी ? गोयमा ! जीवा पच्चक्खाणी वि अपच्चक्खाणी वि पच्चक्खाणापच्चक्खाणी वि । सव्वजीवाणं एवं पुच्छा ? गोयमा ! णेरड्या अपच्चक्खाणी एवं जाव चउरिंदिया, सेसा दो पडिसेहे-यव्वा । पंचिंदियतिरिक्खजोणीया णो पच्चक्खाणी, अपच्चक्खाणी वि, पच्चक्खाणा- पच्चक्खाणी वि। मणस्सा तिण्णि वि । सेसा जहा णेरड्या । २२ जीवा णं भंते ! किं पच्चक्खाणं जाणंति, अपच्चक्खाणं जाणंति, पच्चक्खाणा-पच्चक्खाणं जाणंति ? गोयमा ! जे पंचिंदिया ते तिण्णि वि जाणंति । अवसेसा तिण्णि वि ण जाणंति । २३ जीवा णं भंते ! किं पच्चक्खाणं कुव्वंति, अपच्चक्खाणं कुव्वंति, पच्चक्खाणा-पच्चक्खाणं कव्वंति ? गोयमा ! जहा ओहिओ तहा कुव्वणा | जीवा णं भंते ! किं पच्चक्खाणणिव्वत्तियाउया, अपच्चक्खाणणिव्वत्तियाउया, पच्चक्खाणापच्चक्खाणणिव्वत्तियाउया ? गोयमा ! जीवा य वेमाणिया य पच्चक्खाणणिव्वत्तियाउया, एवं तिण्णि वि; अवसेसा अपच्चक्खाणणिव्वत्तियाउया । पच्चक्खाणं जाणइ, कुव्वइ, तिण्णेव आउणिव्वत्ती । सपएसुद्देसम्मि य एमेए दंडगा चउरो | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || चउत्थो उद्देसो समत्तो || पंचमो उद्देसो किमियं भंते ! 'तमुक्काए' त्ति पव्वुच्चइ, किं पुढवी तमुक्काए त्ति पव्वुच्चइ, आऊ तमुक्काए त्ति पव्वुच्च् ? गोयमा ! णो पुढवि तमुक्काए त्ति पव्वुच्चइ, आऊ तमुक्काए त्ति पव्वुच्चइ। 135 Page #146 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! पुढविकाए णं अत्थेगइए सुभे; देसं पगासेइ, अत्थेगइए देसं णो पगासेइ । से तेणटेणं । तमुक्काए णं भंते ! कहिं समुट्ठिए, कहिं सण्णिहिए ? गोयमा ! जंबुद्दीवस्स दीवस्स बहिया तिरियमसंखेज्जे दीव समुद्दे वीईवइत्ता अरुणवरस्स दीवस्स बाहिरिल्लाओ वेइयंताओ अरुणोदयं समुदं बायालीसं जोयण- सहस्साणि ओगाहित्ता उवरिल्लाओ जलंताओ एगपएसियाए सेढीए एत्थ णं तमुक्काए समुट्ठिए । सत्तरस एक्कवीसे जोयणसए उडढं उप्पइत्ता तओ पच्छा तिरियं पवित्थरमाणे- पवित्थरमाणे सोहम्मीसाणसणंकुमारमाहिदे चत्तारि वि कप्पे आवरित्ता णं उड्ढं पि य णं जाव बंभलोगे कप्पे रिट्ठविमाणापत्थडं संपत्ते; एत्थ णं तमुक्काए णं सण्णिहिए । तमुक्काए णं भंते ! किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! अहे मल्लगमूलसंठिए, उप्पिं कुक्कुडपंजरगसंठिए पण्णत्ते । तमुक्काए णं भंते ! केवइयं विक्खंभेणं, केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- संखेज्जवित्थडे य, असंखेज्जवित्थडे य; तत्थ णं जे से संखेज्जवित्थडे से णं संखेज्जाइं जोयणसहस्साइं विक्खंभेणं असंखेज्जाइं जोयणसहस्साइं परिक्खेवेणं पण्णत्ते । तत्थ णं जे से असंखेज्जवित्थडे से णं असंखेज्जाइं जोयणसहस्साई विक्खंभेणं, असंखेज्जाइं जोयणसहस्साइं परिक्खेवेणं पण्णत्ते । | तमुक्काए णं भंते ! के महालए पण्णत्ते ? गोयमा ! अयं णं जंबुद्दीवे दीवे सव्वदीव-समुदाणं सव्वब्भंतराए जाव परिक्खेवेणं पण्णत्ते । देवे णं महिड्ढीए जाव महाणुभावे इणामेव-इणामेव त्ति कट्ट केवलकप्पं जंबुदीवं दीवं तिहिं अच्छराणिवाएहिं तिसत्तक्खुत्तो अणुपरियट्टिता णं हव्वमागच्छिज्जा, से णं देवे ताए उक्किट्ठाए, तुरियाए जाव देवगईए वीईवयमाणे वीईवयमाणे जाव एगाहं वा, दुयाहं वा, तियाहं वा; उक्कोसेणं छम्मासे वीईवएज्जा, अत्थेगइयं तमुकायं वीईवएज्जा, अत्थेगइयं तमुक्कायं णो वीईवएज्जा, एमहालए णं गोयमा! तमुक्काए पण्णत्ते । अत्थि णं भंते ! तमुक्काए गेहा इ वा, गेहावणा इ वा ? णो इणढे समठे। अत्थि णं भंते ! तमक्काए गामा इवा, जाव सण्णिवेसा इ वा ? णो इणद्वे समतु। | 5 अत्थि णं भंते ! तमुक्काए उराला बलाहया संसेयंति, सम्मुच्छंति, वासं वासंति ? हंता, अत्थि । तं भंते ! किं देवो पकरेइ, असुरो पकरेइ, णागो पकरेइ ? गोयमा ! देवो वि पकरेइ, असुरो वि पकरेइ, णागो वि पकरेइ । अत्थि णं भंते ! तमुक्काए बायरे थणियसद्दे, बायरे विज्जुए ? हंता, अत्थि। तं भंते ! किं देवो पकरेइ, पुच्छा ? गोयमा ! तिण्णि वि पकरेंति । व 136 Page #147 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त E अत्थि णं भंते ! तमुक्काए बायरे पुढविकाए, बायरे अगणिकाए ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । णण्णत्थ विग्गहगइसमावण्णएणं । १० अत्थि णं भंते ! तमुक्काए चंदिम सूरिय गहगण णक्खत्ततारारूवा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे; पलियस्सओ पुण अत्थि । अत्थि णं भंते ! तमुक्काए चंदाभा इ वा सूराभा इ वा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे; कादूसणिया पुण सा । १२ १३ |१४| १५ तमुक्काए णं भंते! केरिसए वण्णएणं पण्णत्ते ? गोयमा ! काले कालोभासे, गंभीर लोमहरिसजणणे, भीमे, उत्तासणए, परमकिण्हे वण्णेणं पण्णत्ते। देवे वि णं अत्थेगइए जे णं तप्पढमयाए पासित्ता णं खुभाएज्जा । अहे णं अभिसमागच्छेज्जा, तओ पच्छा सीहं सीहं, तुरियं तुरियं खिप्पामेव वीईवएज्जा । तमुक्कायस्स णं भंते! कइ णामधेज्जा पण्णत्ता ? गोयमा ! तेरस णामधेज्जा पण्णत्ता, तं जहा - तमे इ वा, तमुक्काए इ वा, अंधकारे इ वा, महंधकारे इ वा, लोगंधकारे इ वा, लोगतमिसे इ वा, देवंधयारे इ वा देवतमिसे इ वा, देवरण्णे इ वा, देववूहे इ वा, देवफलिहे इ वा, देवपडिक्खोभे इ वा अरुणोदए इ वा समुद्दे । तमुक्का णं भंते! किं पुढविपरिणामे, आउपरिणामे, जीवपरिणामे, पोग्गल - परिणामे ? गोयमा ! णो पुढविपरिणामे, आउपरिणामे वि, जीवपरिणामे वि, पोग्गल - परिणामे वि । तमुक्काए णं भंते ! सव्वे पाणा, भूया, जीवा, सत्ता पुढवीकाइयत्ताए जाव तसकाइयत्ताए उववण्णपुव्वा ? हंता गोयमा ! असई अदुवा अणंतक्खुत्तो; णो चेव णं बायरपुढविकाइय- त्ताए, बायरअगणिकाइयत्ताए वा । कइ णं भंते ! कण्हराईओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ कण्हराईओ पण्णत्ताओ। कहि णं भंते ! एयाओ अट्ठ कण्हराईओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! उप्पिं सणंकुमार - माहिंदाणं कप्पाणं, हिट्ठि बंभलोए कप्पे रिट्ठे विमाणपत्थडे- एत्थ णं अक्खाडगसमचउरंससंठाणसंठियाओ अट्ठ कण्हराईओ पण्णत्ताओ, तं जहा- पुरत्थिमेणं दो, पच्चत्थिमेणं दो, दाहिणेणं दो, उत्तरेणं दो; पुरत्थिमब्भंतरा कण्हराई दाहिणबाहिरं कण्हराइं पुट्ठा, दाहिणब्भंतरा कण्हराई पच्चत्थिमबाहिरं कण्हराई पुट्ठा, पच्चत्थिमब्भंतरा कण्हराई उत्तरबाहिरं कण्हराइं पुट्ठा, उत्तरमब्भंतरा कण्हराई पुरत्थिमबाहिरं कण्हराई पुट्ठा । दो पुरत्थिम-पच्चत्थिमाओ बाहिराओ कण्हराईओ छलंसाओ, दो उत्तर- दाहिणबाहिराओ कण्हराईओ तंसाओ, दो पुरत्थिम-पच्चत्थिमाओ अब्भिंतराओ कण्हराईओ चउरंसाओ, दो उत्तर- दाहिणाओ अब्भिंतराओ कण्हराईओ चउरंसाओ। पुव्वावरा छलंसा, तंसा पुण दाहिणुत्तरा बज्झा । 137 Page #148 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १७ १९ २३ २६ भगवई सुत्त अब्भिंतर चउरंसा, सव्वा वि य कण्हराईओ ॥ कण्हराईओ णं भंते ! केवइयं आयामेणं, केवइयं विक्खंभेणं, केवइयं परिक्खेवेणं पण्णत्ताओ ? गोयमा ! असंखेज्जाइं जोयणसहस्साइं आयामेणं, संखेज्जाइं जोयणसहस्साइं विक्खंभेणं, असंखेज्जाइं जोयणसहस्साइं परिक्खेवेणं पण्णत्ताओ । कण्हराईओ णं भंते ! के महालियाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अयं णं जंबुद्दीवे दीवे जाव अद्धमासं वीईवएज्जा, अत्थेगइयं कण्हराइं वीईवएज्जा, अत्थेगइयं कण्हराइं णो वीईवएज्जा, एमहालियाओ णं गोयमा ! कण्हराईओ पण्णत्ताओ । अत्थि णं भंते ! कण्हराईसु गेहा इ वा, गेहावणा इ वा ? णो इणट्ठे समट्ठे । अत्थि णं भंते ! कण्हराईसु गामा इ वा जाव सण्णिवेसाइ वा ? णो इणट्ठे समट्ठे । अत्थि णं भंते ! कण्हराईणं उराला बलाहया संसेयंति, सम्मुच्छंति, वासं वासंति ? हंता, अत्थि । तं भंते ! किं देवो पकरेइ, असुरो पकरेइ, णागो पकरेइ ? गोयमा ! देवो पकरेइ, णो असुरो, णो णागो पकड़ | अत्थि णं भंते ! कण्हराईसु बायरे थणियसद्दे ? गोयमा ! जहा उराला तहा । अत्थि णं भंते ! कण्हराईसु बायरे आउकाए, बायरे अगणिकाए, बायरे वणस्सइकाए ? गोयमा! णो इणट्ठे समट्ठे, णण्णत्थ विग्गहगइसमावण्णणं । अत्थि णं भंते ! कण्हराईसु चंदिम- सूरिय- गहगण-णक्खत्ततारारूवा ? गोयमा! णो इणट्ठे समट्ठे। अत्थि णं भंते ! कण्हराईणं चंदाभा इवा, सूराभा इ वा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । कण्हराईओ णं भंते ! केरिसियाओ वण्णेणं पण्णत्ताओ ? गोयमा ! कालाओ जाव खिप्पामेव वीज्जा | कण्हराईओ णं भंते! कइ णामधेज्जा पण्णत्ता ? गोयमा ! अट्ठ णामधेज्जा पण्णत्ता, तं जहा - कण्हराई वा, मेहराई वा, मघा इवा, माघवई इ वा, वायफलिहा इवा, वायपलिक्खोभा इवा, देवफलिहा इ वा, देवपलिक्खोभा इ वा । कहईओ णं भंते ! किं पुढवीपरिणामाओ, आउपरिणामाओ, जीवपरिणा-माओ, पोग्गलपरिणामाओ ? 138 Page #149 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! पुढवीपरिणामाओ, णो आउपरिणामाओ, जीवपरिणामाओ वि, पुग्गल- परिणामाओ वि। ३० कण्हराईसु णं भंते ! सव्वे पाणा भूया जीवा सत्ता उववण्णपुव्वा ? हंता गोयमा ! असइं अदुवा अणंतक्खुत्तो; णो चेव णं बायरआउकाइयत्ताए, बायरअगणिकाइयत्ताए बायर वणस्सइकाइयत्ताए वा | एएसि णं अट्ठण्हं कण्हराईणं अट्ठसु उवासंतरेसु अट्ठ लोगंतियविमाणा पण्णत्ता, तं जहाअच्ची, अच्चिमाली, वइरोयणे पभंकरे, चंदाभे, सूराभे सुक्काभे, सुपइट्ठाभे; मज्झे रिट्ठाभे | कहि णं भंते ! अच्चि विमाणे पण्णत्ते ? गोयमा मेणं । कहि णं भंते ! अच्चिमाली विमाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! पुरत्थिमेणं । एवं परिवाडीए णेयव्वं जाव कहि णं भंते ! रिढे विमाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! बहुमज्झ- देसभाए | एएसु णं अट्ठसु लोगंतियविमाणेसु अट्ठविहा लोगंतिया देवा परिवसंति, तं जहासारस्सयमाइच्चा, वण्ही वरुणा य गद्दतोया य । तुसिया अव्वाबाहा, अग्गिच्चा चेव रिट्ठा य || कहि णं भंते ! सारस्सया देवा परिवसंति ? गोयमा ! अचिम्मि विमाणे परिवति । कहि णं भंते ! आइच्चा देवा परिवसंति ? गोयमा ! अच्चिमालिम्मि विमाणे परिवति । एवं णेयव्वं जहाणुपुव्वीए जाव कहि णं भंते ! रिट्ठा देवा परिवसंति? गोयमा ! रिट्ठम्मि विमाणे । सारस्सयमाइच्चाणं भंते ! देवाणं कइ देवा, कइ देवसया परिवारा पण्णत्ता? गोयमा ! सत्त देवा, सत्त देवसया परिवारो पण्णत्तो । वण्ही-वरुणाणं देवाणं चउद्दस देवा, चउद्दस देवसहस्सा परिवारो पण्णत्तो | गद्दतोय-तुसियाणं देवाणं सत्त देवा, सत्त देवसहस्सा परिवारो पण्णत्तो । अवसेसाणं णव देवा, णव देवसया परिवारो पण्णत्तो । पढम जुगलम्मि सत्तओ सयाणि, बीयम्मि चउद्दस सहस्सा | तइए सत्त सहस्सा, णव चेव सयाणि सेसेसु || ३४ लोगंतियविमाणा णं भंते ! किं पइद्विया पण्णत्ता ? गोयमा ! वाउपइद्विया पण्णत्ता । एवं णेयव्वं विमाणाणं पइट्ठाणं, बाहुल्लुच्चत्तमेव संठाणं; बंभलोयवत्तव्वया णेयव्वा, जहा जीवाभिगमे देवुद्देसए जाव हंता गोयमा ! असई अदुवा अणंतक्खुत्तो। णो चेव णं देवित्ताए लोगंतियविमाणेसु । ३५ लोगंतिय देवा णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! अट्ठ सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता । 139 Page #150 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त लोगंतियविमाणेहिंतो णं भंते ! केवइयं अबाहाए लोगंते पण्णत्ते ? गोयमा ! असंखेज्जाई जोयणसहस्साई अबाहाए लोगंते पण्णत्ते । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ पंचमो उद्देसो समत्तो || छट्ठो उद्देसो कइ णं भंते ! पुढवीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! सत्त पुढवीओ पण्णत्ताओ, तं जहारयणप्पभा जाव तमतमा | रयणप्पभाईणं आवासा भाणियव्वा जाव अहे सत्तमाए | एवं जे जत्तिया आवासा ते भाणियव्वा जाव -कइ णं भंते ! अणुत्तरविमाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच अणुत्तरविमाणा पण्णत्ता, तं जहा- विजए जाव सव्वट्ठसिद्धे।। जीवे णं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावास-सयसहस्सेस् अण्णयरंसि णिरयावासंसि रइयत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते! तत्थगए चेव आहारेज्ज वा परिणामेज्ज वा, सरीरं वा बंधेज्जा ? गोयमा ! अत्थेगइए तत्थगए चेव आहारेज्ज वा परिणामेज्ज वा सरीरं वा बंधेज्जा; अत्थेगइए तओ पडिणियत्तइ, तओ पडिणियत्तिता इहमागच्छड़, आगच्छित्ता दोच्चपि मारणंतिय समग्घाएणं समोहणइ, समोहणित्ता इमीसे रयणप्पभाए पढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेस् अण्णयरंसि णिरयावासंसि रइयत्ताए उववज्जित्तए, तओ पच्छा आहारेज्ज वा परिणामेज्ज वा सरीरं वा बंधेज्जा | एवं जाव अहे सत्तमा पुढवी । जीवे णं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोहए समोहणित्ता जे भविए चउसट्ठीए असुरकुमारावाससयसहस्सेसु अण्णयरंसि असुरकुमारावासंसि असुरकुमारत्ताए उव- वज्जित्तए? एवं जहा णेरइया तहा भाणियव्वा जाव थणियकुमारा | जीवे णं भंते ! मारणंतियसमुग्घाएणं समोहए, समोहणित्ता जे भविए असंखेज्जेसु पुढविकाइयावाससयसहस्सेसु, अण्णयरंसि पुढविक्काइयावासंसि पुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते ! मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमेणं केवइयं गच्छेज्जा, केवइयं पाउणिज्जा ? गोयमा ! लोयंतं गच्छेज्जा, लोयंत पाउणिज्जा । से णं भंते ! तत्थगए चेव आहारेज्ज वा परिणामेज्ज वा सरीरं वा बंधेज्जा? गोयमा ! अत्थेगइए तत्थगए चेव आहारेज्ज वा परिणामेज्ज वा सरीरं वा बंधेज्जा; अत्थेगइए तओ पडिणियत्तइ, पडिणियत्तित्ता इहं हव्वं आगच्छइ, आगच्छित्ता दोच्चं पि मारणंतियसमुग्घाएणं समोहणइ, समोहणित्ता मंदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागमेत्तं वा, संखेज्जइभागमेत्तं वा, वालग्गं वा, वालग्गपुहुत्तं वा; एवं लिक्खं, जूयं, जवं, अंगुलं जाव जोयणकोडिं वा, जोयणकोडाकोडी वा, संखेज्जेसु वा असंखेज्जेसु वा जोयणसहस्सेसु, लोगंते वा एगपएसियं सेढिं मोत्तूण असंखेज्जेसु 140 Page #151 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [] [] ♡ m भगवई सुत्त पुढविक्काइयावाससयसहस्सेसु अण्णयरंसि पुढविक्काइयावासंसि उववज्जित्ता, तओ पच्छा आहारेज्ज वा परिणामेज्ज वा सरीरं वा बंधेज्जा । जहा पुरत्थिमेणं मंदरस्स पव्वयस्स आलावओ भणिओ एवं दाहिणेणं, पच्चत्थिमेणं, उत्तरेणं, उड्ढे, अहे । जहा पुढविकाइया तहा एगिंदियाणं सव्वेसिं एक्केक्कस्स छ आलावगा भाणियव्वा । पुढविकाइयत्ताए जीवे णं भंते ! मारणंतियसमुग्धाएणं समोहणइ, समोहणित्ता जे भविए असंखेज्जेसु बेइंदियावाससयसहस्सेसु अण्णयरंसि बेइंदियावासंसि बेइंदियत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते ! तत्थगए चेव आहारेज्ज वा परिणामेज्ज वा सरीरं वा बंधेज्जा ? गोयमा ! जहा णेरड्या तहा जाव गेवेज्जगा | जीवे णं भंते ! मारणंतियसमुग्धाएणं समोहए, समोहणित्ता जे भविए पंचसु अणुत्तरेसु महइमहालएसु महाविमाणेसु अण्णयरंसि अणुत्तरविमाणंसि अणुत्तरोव- वाइयदेवत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते ! तत्थगए चेव आहारेज्ज वा परिणामेज्ज वा सरीरं वा बंधेज्जा ? गोयमा ! तं चेव जाव आहारेज्ज वा परिणामेज्ज वा सरीरं वा बंधेज्जा । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते! त्ति ॥ ॥ छट्टो उद्देसो समत्तो ॥ सत्तमो उद्देसो अह भंते ! सालीणं वीहीणं गोधूमाणं जवाणं जवजवाणं; एएसिणं धण्णाणं कोट्ठाउत्ताणं पल्लाउत्ताणं मंचाउत्ताणं मालाउत्ताणं उल्लित्ताणं लित्ताणं पिहियाणं मुद्दियाणं लंछियाणं केवइयं कालं जोणी संचिट्ठइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि संवच्छराई, तेण परं जोणी पमिलायइ, तेण परं जोणी पविद्धंसइ, तेण परं बीए अबीए भवइ, तेण परं जोणीवोच्छेए पण्णत्ते समणाउसो ! | अह भंते ! कलाय-मसूर-तिल- मुग्ग-मास- णिप्फाव-कुलत्थ-आलिसंदग-सईण- पलिमंथगमाईणं; एएसि णं धण्णाणं कोट्ठउत्ताणं जाव केवइयं कालं जोणी संचिट्ठइ ? गोयमा ! जहा सालीणं तहा एयाणि वि; णवरं पंच संवच्छराइं; सेसं तं चेव । अह भंते ! अयसि-कुसुंभग-कोद्दव- कंगु-वरग-राग-कोदूसग - सण-सरिसव-मूलगबीयमाईणं एएसि णं धण्णाणं जाव जोणी संचिट्ठइ ? गोयमा ! एयाणि वि तहेव णवरं सत्त संवच्छराइं; सेसं तं चेव । एगमेगस्स णं भंते ! मुहुत्तस्स केवइया उसासद्धा वियाहिया ? गोयमा ! असंखेज्जाणं समयाणं समुदयसमिइसमागमेणं सा एगा आवलिया त्ति पवुच्चइ, संखेज्जा आवलिया ऊसासो, संखेज्जा आवलिया णिस्सासो 141 Page #152 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त हट्ठस्स अणवगल्लस्स, णिरुवकिट्ठस्स जंतुणो । एगे ऊसासणीसासे, एग पाणु त्ति वुच्चइ ॥१॥ सत्त पाणि से थोवे, सत्त थोवाइं से लवे । [wত लवाणं सत्तहत्तरिए, एस मुहुत्ते वियाहिए ॥२॥ तिण्णि सहस्सा सत्त य सयाइं, तेवत्तरिं च ऊसासा । एस मुहुत्तो दिट्ठो, सव्वेहिं अणंतणाणीहिं ॥३॥ E एएणं मुहुत्तपमाणेणं तीसमुहुत्तो अहोरत्तो, पण्णरस अहोरत्ता पक्खो, दो पक्खा मासो, दो मासा उऊ, तिण्णि उउए अयणे, दो अयणे संवच्छरे, पंचसंवच्छरिए जुगे, वीसं जुगाई वाससयं, दस वाससयाइं वाससहस्सं, सयं वाससहस्साणं वाससयसहस्सं, चउरासीइं वाससयसहस्साणि से एगे पुव्वंगे, चउरासीइं पुव्वंगा सयसहस्साइं से एगे पुव्वे; एवं तुडिअंगे, तुडिए; अडडंगे, अडडे; अववंगे, अववे, हूहूअंगे, हूहूए; उप्पलंगे, उप्पले, पउमंगे, पउमे, णलिणंगे, णलिणे; अत्थणिउरंगे, अत्थणिउरे; अउयंगे अउए, पउयंगे, पउए; णउअंगे, उए; चूलिअंगे, चूलिआ; सीसपहेलिअंगे, सीसपहेलिया; एताव ताव गणिए, एताव ताव गणियस्स विसए; तेण परं उवमिए । से किं तं ओवमिए ? ओवमिए दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- पलिओवमे य सागरोवमे य । से किं तं पलिओवमे, से किं तं सागरोवमे ? सत्थेण सुतिक्खेण वि, छेत्तुं भेत्तुं च जं किर ण सक्का । तं परमाणुं सिद्धा, वयंति आई पमाणाणं ॥ १ ॥ अणंताणं परमाणुपोग्गलाणं समुदयसमिइसमागमेणं सा एगा उस्सण्हसहिया इ वा, सण्हसण्हिया इ वा, उड्ढरेणू इ वा, तसरेणू इ वा, रहरेणू इ वा, वालग्गा इवा, लिक्खा इ वा, जूया इवा, जवमज्झे इ वा, अंगुले इ वा । अट्ठ उस्सण्हसहियाओ सा एगा सण्हसहिया, अट्ठ सण्हसहियाओ सा एगा उड्ढरेणू, अट्ठ उड्ढरेणूओ सा एगा तसरेणू, अट्ठ तसरेणूओ सा एगा रहरेणू, अट्ठ रहरेणूओ से एगे देवकुरुउत्तरकुरुगाणं मणुस्साणं वालग्गे; एवं हरिवास-रम्मग- हेमवय- एरण्णवयाणं, पुव्वविदेहाणं मणुस्साणं अट्ठ वालग्गा सा एगा लिक्खा, अट्ठ लिक्खाओ सा एगा जूया, अट्ठ जूयाओ से एगे जवमज्झे, अट्ठ जवमज्झाओ से एगे अंगुले, एएणं अंगुलपमाणेणं छ अंगुलाणि पाओ, बारस अंगुलाई विहत्थी, चउवीसं अंगुलाई रयणी, अडयालीसं अंगुलाई कुच्छी, छण्णउइ अंगुलाणि से एगे दंडे इ वा, धणू इ वा, जूए इ वा णालिया इ वा अक्खे इ वा, मुसले इ वा; एएणं धणुप्पमाणेणं दो धणुसहस्साइं गाउयं, चत्तारि गाउयाइं जोयणं । एएणं जोयणप्पमाणेणं जे पल्ले जोयणं आयामविक्खंभेणं, जोयणं उड्ढं उच्चत्तेणं, तं तिगुणं सविसेसं परिरएणं; से णं एगाहिय बेयाहिय तेयाहिया, उक्कोसं सत्तरत्तप्परूढाणं । संमट्ठे सण्णिचिए, भरिए वालग्गकोडीणं ॥ 142 Page #153 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [ ] 2 एएणं सागरोवमपमाणेणं चत्तारि सागरोवमकोडाकोडीओ कालो सुसमसुसमा, तिण्णि सागरोवमकोडाकोडीओ कालो सुसमा, दो सागरोवमकोडाकोडीओ कालो सुसमदुसमा, एगसागरोवमकोडाकोडी, बायालीसाए वाससहस्सेहिं ऊणिया कालो दुसमसुसमा; एक्कवीसं वाससहस्साइं कालो दुसमा एक्कवीसं वाससहस्साइं कालो दुसमदुसमा | Tam भगवई सुत्त ते णं वालग्गे णो अग्गी दहेज्जा, णो वाउ हरेज्जा, णो कुत्थेज्जा, णो परिविद्धंसेज्जा, णो पूइत्ताए हव्वं आगच्छेज्जा । तओ णं वाससए, वाससए एगमेगं वालग्गं अवहाय जावइएणं कालेणं से पल्ले खीणे, णिरए, णिम्मले, णिट्ठिए, णिल्लेवे, अवहडे, विसुद्धे भवइ से तं पलिओवमे । गाहा ल एएसि पल्लाणं, कोडाकोडी हवेज्ज दसगुणिया । तं सागरोवमस्स उ, एक्कस्स भवे परिमाणं ॥ पुणरवि उस्सप्पिणीए एक्कवीसं वाससहस्साइं कालो दुसमदुसमा एक्कवीसं वाससहस्साइं कालो दुसमा, एगा सागरोवमकोडाकोडी बायालीसाए वाससहस्सेहिं ऊणिया कालो दुसमसुसमा, दो सागरोवमकोडाकोडीओ कालो सुसमदुसमा तिण्णि सागरोवमकोडाकोडीओ कालो सुसमा, चत्तारि सागरोवमकोडाकोडीओ कालो सुसम - सुसमा । दस सागरोवमकोडाकोडीओ कालो ओसप्पिणी, दस सागरोवमकोडाकोडीओ कालो उस्सप्पिणी, वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ कालो ओसप्पिणी उस्सप्पिणी य । जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे इमीसे ओसप्पिणीए सुसमसुसमाए समाए उत्तमट्ठपत्ताएभरहस्स वासस्स केरिसए आयारभावपडोयारे होत्था ? गोयमा ! बहुसमरमणिज्जे भूमिभागे होत्था; से जहा णामए- आलिंगपुक्खरे इ वा, एवं उत्तरकुरुवत्तव्वया णेयव्वा जाव आसयंति सयंति; तीसे णं समाए भारहे वासे तत्थ तत्थ, देसे देसे, तहिं तहिं, बहवे उद्दाला कुद्दाला जाव कुसविकुस - विसुद्धरुक्खमूला जाव छविहा मणुस्सा अणुसज्जित्था; तं जहा पम्हगंधा, मियगंधा, अममा, तेयली, सहा, सण्णिचारी | ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ | सत्तमो उद्देसो समत्तो ॥ अट्ठमो उद्देसो कइ णं भंते! पुढवीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ पुढवीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- रयणप्पभा जाव ईसिपब्भारा। अत्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए अहे गेहा इ वा, गेहावणाइ वा ? गोयमा ! णो इणट्टे समट्ठे । अत्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए अहे गामा इ वा जाव सण्णिवेसा इ वा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । 143 Page #154 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ___ अत्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए अहे उराला बलाहया संसेयंति, संमुच्छंति, वासं वासंति ? गोयमा ! हंता, अत्थि | तिण्णि वि पकरेइ- देवो वि पकरेइ, असुरो वि पकरेइ, णागो वि पकरेइ। अत्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पढवीए बायरे थणियसद्दे ? गोयमा ! हंता, अत्थि | तिण्णि वि पकरेंति | अत्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए अहे बायरे अगणिकाए ? गोयमा ! णो इणढे समढे; णण्णत्थ विग्गहगइसमावण्णएणं । अत्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए अहे चंदिम जाव तारारूवा ? गोयमा ! णो इणढे समढे। अत्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए चंदाभा इ वा सूराभा इ वा ? गोयमा ! णो इणढे समढे । एवं जाव रयणप्पभाए तहा दोच्चाए पुढवीए सव्वं आलावगं भाणियव्वं। एवं तच्चाए वि भाणियव्वं, णवरं-देवो वि पकरेइ, असुरो वि पकरेइ, णो णागो पकरेइ । चउत्थीए वि एवं, णवरं देवो एक्को पकरेइ; णो असुरो, णो णागो पकरेइ । एवं हेडिल्लासु सव्वास् देवो एक्को पकरेड़ । अत्थि णं भंते ! सोहम्मीसाणाणं कप्पाणं अहे गेहा इ वा गेहावणाइ वा ? गोयमा ! णो इणद्वे समटे | अत्थि णं भंते ! गामा इ वा ? गोयमा ! णो इणद्वे समटे | अत्थि णं भंते ! उराला बलाहया ? गोयमा ! हंता, अत्थि | देवो पकरेइ, असुरो वि पकरेइ, णो णागो पकरेड़; एवं थणियसद्दे वि । अत्थि णं भंते ! बायरे पुढवीकाए, बायरे अगणिकाए ? गोयमा ! णो इणढे समढे, णण्णत्थ विग्गहगइसमावण्णएणं । अत्थि णं भंते ! चंदिम जाव तारारूवा ? गोयमा ! णो इणढे समढे । अत्थि णं भंते ! चंदाभा इ वा सूराभा इ वा ? गोयमा ! णो इणढे समढे । एवं सणंकुमारमाहिंदेसु, णवरं देवो एगो पकरेइ । एवं बंभलोए वि । एवं बंभलोगस्स उवरिं सव्वेहिं देवो पकरेइ; पुच्छियव्वो य बायरे आउकाए, बायरे अगणिकाए, बायरे वणस्सइकाए; अण्णं तं चेव । तमुक्काए कप्पपणए, अगणि पुढवी य अगणि पुढवीसु । 144 Page #155 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त आऊ तेऊ वणस्सई, कप्पुवरिमकण्हराईसु | कइविहे णं भंते ! आउयबंधे पण्णत्ते ? गोयमा ! छव्विहे आउयबंधे पण्णत्ते, तं जहा- जाइणामणिहत्ताउए, गइणाम- णिहत्ताउए, ठिइणामणिहत्ताउए, ओगाहणाणामणिहत्ताउए, पएसणामणिहत्ताउए, अणुभागणामणिहत्ताउए | दंडओ जाव वेमाणियाणं । जीवा णं भंते ! किं जाइणामणिहत्ता जाव अणुभागणामणिहत्ता ? गोयमा ! जाइणामणिहत्ता वि जाव अणुभागणामणिहत्ता वि | दंडओ जाव वेमाणियाणं । जीवा णं भंते ! किं जाइणामणिहत्ताउया जाव अणुभागणामणिहत्ताउया ? गोयमा ! जाइणामणिहत्ताउया वि जाव अणुभागणामणिहत्ताउया वि । दंडओ जाव वेमाणियाणं; एवं एए दुवालस दंडगा भाणियव्वा । जीवाणं भंते ! किं जाइणामणिहत्ता, जाइणामणिहत्ताउया; जीवा णं भंते ! किं जाइणामणिउत्ता, जाइणामणिउत्ताउया; एवं जाइगोयणिहत्ता, जाइगोयणिहत्ताउया; जाइगोयणिउत्ता, जाइगोयणिउत्ताउया; जाइणामगोयणिहत्ता, जाइणामगोयणिहत्ताउया; जाइणामगोयणिउत्ता, जाइणामगोयणिउताउया-१२, जाव अणुभागणामगोयणिउत्ताउया -७२ ? गोयमा ! जाइणामगोयणिउत्ताउया वि जाव अणुभागणामगोयणिउत्ताउया वि | दंडओ जाव वेमाणियाणं । २० लवणे णं भंते ! समुद्दे किं उसिओदए, पत्थडोदए, खुब्भियजले, अखुब्भिय- जले ? गोयमा ! लवणे णं समुद्दे उसिओदए, णो पत्थडोदए, खुब्भियजले, णो अखुब्भियजले । एत्तो आढत्तं जहा जीवाभिगमे जाव से तेणटेणं गोयमा ! बाहिरिया णं दीवसमुद्दा पुण्णा पुण्णप्पमाणा वोलट्टमाणा वोसट्टमाणा समभरघडत्ताए चिट्ठति। संठाणओ एगविहिविहाणा, वित्थारओ अणेगविहिविहाणा; दुगुणा, दुगुणप्पमाणाओ, जाव अस्सिं तिरियलोए असंखेज्जा दीवसमुद्दा सयंभूरमणपज्जवसाणा पण्णत्ता समणाउसो ! | दीवसमुद्दा णं भंते ! केवइया णामधेज्जेहिं पण्णत्ता ? गोयमा ! जावइया लोए सुभा णामा, सुभा रूवा, सभा गंधा, सुभा रसा, सुभा फासा; एवइया णं दीवसमुद्दा णामधेज्जेहिं पण्णत्ता । एवं णेयव्वा सुभा णामा; उद्धारो, परिणामो, सव्वजीवाणं उप्पाओ । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || अट्ठमो उद्देसो समत्तो || णवमो उद्देसो जीवे णं भंते ! णाणावरणिज्जं कम्मं बंधमाणे कइ कम्मप्पगडीओ बंधइ । गोयमा! सत्तविहबंधए वा अट्ठविहबंधए वा छव्विहबंधए वा; एवं बंधुद्देसो पण्णवणाए णेयव्वो। 145 Page #156 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त 3 देवे णं भंते ! महिड्ढीए जाव महाणुभागे बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पभू एगवण्णं, एगरूवं विउव्वित्तए ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । देवे णं भंते ! बाहिरए पोग्गले परियाइत्ता पभू ? गोयमा ! हंता, पभू । w [X] 8 ऊ w से णं भंते! किं इहगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ, तत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ, अण्णत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ ? गोयमा ! णो इहगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ, तत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ, णो अण्णत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ; । एवं एएणं गमेणं जाव एगवण्णं एगरूवं, एगवण्णं अणेगरूवं, अणेगवण्णं एगरूवं, अणेगवण्णं अणेगरूवं; चउभंगो । देवे णं भंते ! महिड्ढीए जाव महाणुभागे बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पभू कालगपोग्गलं णीलगपोग्गलत्ताए परिणामेत्तए, णीलगपोग्गलं वा कालगपोग्गलत्ताए परिणामेत्तए ? गोयमा ! णो इणट्टे समट्ठे । परियाइत्ता पभू । से णं भंते ! किं इहगए पोग्गले परियाइत्ता परिणामेइ, पुच्छा ? गोयमा ! तत्थगए पोग्गले परियाइत्ता परिणामेइ, णो इहगए णो अण्णत्थगए । एवं कालगपोग्गलं लोहियपोग्गलत्ताए, लोहियपोग्गलं कालगपोग्गलत्ताए परिणोमेइ । एएणं अभिलावेणं कालग हालिद्ध, कालग सुक्किल पोग्गला । एवं णीलएणं लोहियं, हालिद्धं, सुक्किल्लं । एवं लोहियएणं हालिद्धं, सुक्किलं । एवं हालिद्दएणं सुक्किल्लं । एवं एयाए परिवाडीए गंध रस फासा वि । णवरं कक्खडफासपोग्गलं मउय फासपोग्गलत्ताए; एवं गरुयलहुय सीयउसिण, णिद्धलुक्ख दो दो फासा भाणियव्वा। अविसुद्धलेसे णं भंते ! देवे असमोहएणं अप्पाणएणं अविसुद्धलेसं देवं, देवि, अणगारं अण्ण जाणइ पासइ ? णो इणट्ठे समट्ठे ॥१॥ एवं अविसुद्धलेसे देवे असमोहरणं अप्पाणेणं विसुद्धले ॥२॥ अविसुद्धलेसे देवे समोहरणं अप्पाणेणं अविसुद्धले ॥३॥ अविसुद्धलेसे देवे समोहरणं अप्पाणेणं विसुद्धलेसं ॥४॥ अविसुद्धलेसे देवे समोहयासमोहएणं अप्पाणेणं अविसुद्धले |५|| अविसुद्धलेसे देवे समोहयासमोहएणं अप्पाणेणं विसुद्धले ॥६॥ विसुद्धलेसे देवे असमोहरणं अप्पाणेणं अविसुद्धलेसं ॥७॥ विसुद्धलेसे देवे असमोहएणं अप्पाणेणं विसुद्धलेसं ॥८॥ ७ विसुद्धले से णं भंते! देवे समोहरणं अप्पाणेणं अविसुद्धलेसं देवं देविं अणगारं अण्णयरं जाण पासइ ? हंता गोयमा ! जाणइ पासइ |९|| 146 Page #157 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [] ल 30 E w भगवई सुत्त ॥११॥ एवं विसुद्धलेसे देवे समोहरणं अप्पाणेण विसुद्धले विसुद्धलेसे देवे समोहयासमोहएणं अप्पाणेणं अविसुद्ध विसुद्धलेसे देवे समोहयासमोहएणं अप्पाणेणं विसुद्धलेसं ॥१२॥ एवं हेट्ठिल्लएहिं अट्ठहिं ण जाणइ, ण पासइ; उवरिल्लएहिं चउहिं जाणइ, पासइ । ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ |१०|| ॥ णवमो उद्देसो समत्तो ॥ दसमो उद्देसो अण्णउत्थिया णं भंते ! एवं आइक्खंति जाव परूवेंति- जावइया रायगिहे णयरे जीवा, एवइयाणं जीवाणं णो चक्किया केइ सुहं वा दुहं वा जाव कोलट्ठिगमायमवि, णिप्फावमायमवि, कल(म)मायमवि; मासमायमवि, मुग्गमायमवि, जूयामायमवि, लिक्खामायमवि अभिणिवट्टेत्ता उवदंसित्तए; से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवं आइक्खंति जाव मिच्छं ते एवं आहंसु; अहं पुण गोयमा ! एवं आइक्खामि जाव परूवेमि- सव्वलोए वि य णं सव्वजीवाणं णो चक्किया केइ सुहं वा, तं चेव जाव उवदंसित्तए । सेकेणणं भंते! एवं ? गोयमा ! अयं णं जंबुद्दीवे दीवे जाव विसेसाहिए परिक्खेवेणं पण्णत्ता; देवे णं महिड्ढीए जाव महाणुभागे एगं महं सविलेवणं गंधसमुग्गगं गहाय तं अवद्दालेइ, तं अवद्दालेत्ता जाव इणामेव कट्टु केवलकप्पं जंबुद्दीवं दीवं तिहिं अच्छरा - णिवाएहिं तिसत्तखुत्तो अणुपरियट्टित्ता णं हव्वं आगच्छेज्जा । से णूणं गोयमा ! से केवलकप्पे जंबुद्दीवे दीवे तेहिं घाणपोग्गलेहिं फुडे ? हंता, फुडे । चक्किया णं गोयमा ! केइ तेसिं घाणपोग्गलाणं कोलट्ठिगमायमवि जाव उवदंसित्तए ? णो इणट्ठे समट्ठे । से तेणट्ठेणं गोयमा ! जाव उवदंसित्तए । जीवे णं भंते! जीवे, जीवे जीवे ? गोयमा ! जीवे ताव णियमा जीवे, जीवे वि णियमा जीवे । जीवे णं भंते ! णेरइए, णेरइए जीवे ? गोयमा ! णेरइए ताव णियमा जीवे, जीवे पुण सिय रइए, सिय अरइए । जीवे णं भंते ! असुरकुमारे, असुरकुमारे जीवे ? गोयमा ! असुरकुमारे ताव णियमा जीवे, जीवे पुण सिय असुरकुमारे, सिय णो असुरकुमारे । एवं दंडओ भाणियव्वो जाव वेमाणियाणं । जीवइ भंते! जीवे, जीवे जीवइ ? गोयमा ! जीवइ ताव णियमा जीवे, जीवे पुण सिय जीवइ, सिय णो जीवइ । जीवइ भंते ! णेरइए, णेरइए जीवइ ? गोयमा ! णेरइए ताव णियमा जीवइ, जीवइ पुण सिय रइए सिय अणेरइए । 147 Page #158 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवं दंडओ णेयव्वो जाव वेमाणियाणं । भवसिद्धिए णं भंते ! णेरइए, णेरइए भवसिद्धिए ? गोयमा ! भवसिद्धिए सिय णेरड़ए, सिय अणेरइए; णेरड़ए वि य सिय भव- सिद्धिए, सिय अभवसिद्धिए | एवं दंडओ जाव वेमाणियाणं । ܘܐ अण्णउत्थिया णं भंते ! एवं आइक्खंति जाव परूवेंति- एवं खलु सव्वे पाणा भूया जीवा सत्ता एगंतदक्खं वेयणं वेयंति; से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवं आइक्खंति जाव परूवेंति जाव मिच्छं ते एवं आहंस; अहं पुण गोयमा ! एवं आइक्खामि जाव परूवेमि- अत्थेगइया पाणा भूया जीवा सत्ता एगंतदुक्खं वेयणं वेयंति, आहच्च सायं वेयणं वेयंति; अत्थेगइया पाणा भूया जीवा सत्ता एगंतसायं वेयणं वेयंति, आहच्च अस्सायं वेयणं वेयंति; अत्थेगइया पाणा भूया जीवा सत्ता वेमायाए वेयणं वेदेति आहच्च सायमसायं । से केणटेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! णेरइया एगंतदुक्खं वेयणं वेयंति आहच्च सायं, भवणवइ-वाणमंतर-जोइस- वेमाणिया एगंतसायं वेयणं वेयंति आहच्च असायं; पुढविक्काइया जाव मणुस्सा वेमायाए वेयणं वेयंति आहच्च सायमसायं; से तेणद्वेणं । णेरइया णं भंते ! जे पोग्गले अत्तमायाए आहारेंति ते किं आयसरीर-खेत्तोगाढे पोग्गले अत्तमायाए आहारेंति, अणंतरखेत्तोगाढे पोग्गले अत्तमायाए आहारेंति, परंपरखेत्तोगाढे पोग्गले अत्तमायाए आहारेंति ? गोयमा ! आयसरीरखेत्तोगाढे पोग्गले अत्तमायए आहारेंति, णो अणंतरखेत्तो-गाढे पोग्गले अत्तमायाए आहारेति णो परंपरखेत्तोगाढे | जहा णेरड्या तहा जाव वेमाणियाणं दंडओ | केवली णं भंते ! आयाणेहिं जाणइ, पासइ ? गोयमा णो ! इणढे समढे । से केणद्वेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! केवली णं पुरत्थिमेणं मियं पि जाणइ, अमियं पि जाणइ जाव णिव्वुड़े दंसणे केवलिस्स, से तेणटेणं । जीवाणं य सुहं दुक्खं, जीवे जीवइ तहेव भविया य । एगंतदुक्खं वेयण, अत्तमायाय केवली | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ दसमो उद्देसो समत्तो || || छटुं सतं समत्तं || 148 Page #159 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त संत्तमं सतं पढमो उद्देसो आहार विरइ थावर, जीवा पक्खी य आउ अणगारे । छउमत्थ असंवुड, अण्णउत्थि दस सत्तम्मि सए | तेणं कालेणं तेणं समएणं जाव एवं वयासी- जीवे णं भंते ! कं समयमणाहारए भवइ ? गोयमा ! पढमे समए सिय आहारए सिय अणाहारए; बिइए समए सिय आहारए सिय अणाहारए, तइए समए सिय आहारए सिय अणाहारए, चउत्थे समए णियमा आहारए | एवं दंडओ | जीवो य एगिंदिया य चउत्थे समए, सेसा तइए समए | जीवे णं भंते ! के समयं सव्वप्पाहारए भवइ ? गोयमा ! पढमसमयोववण्णए वा चरमसमयभवत्थे वा, एत्थं णं जीवे सव्वप्पाहारए भवइ । दंडओ भाणियव्वो जाव वेमाणियाणं । किं संठिए णं भंते ! लोए पण्णत्ते ? गोयमा ! सुपइट्ठगसंठिए लोए पण्णत्ते, हेट्ठा विच्छिण्णे जाव उप्पिं उड्ढमुइंगा- गारसंठिए | तंसिं च णं सासयंसि लोगंसि हेट्ठा विच्छण्णंसि जाव उप्पिं उड्ढाइंगा- गारसंठियंसि उप्पण्णणाणदंसणधरे अरहा जिणे केवली जीवे वि जाणइ पासइ, अजीवे वि जाणइ पासइ, तओ पच्छा सिज्झइ जाव सव्व दुक्खाणं अंतं करेड़ । समणोवासयस्स णं भंते ! सामाइयकडस्स समणोवस्सए अच्छमाणस्स तस्स णं भंते ! किं इरियावहिया किरिया कज्जइ, संपराइया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! णो इरियावहिया किरिया कज्जइ, संपराइया किरिया कज्जइ । से केणतुणं भंते ! जाव संपराइया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! समणोवासयस्स णं सामाइयकडस्स समणोवस्सए अच्छमाणस्स आया अहिगरणी भवइ, आया अहिगरणवत्तियं च णं तस्स णो इरियावहिया किरिया कज्जइ, संपराइया किरिया कज्जइ; से तेणटेणं गोयमा ! जाव संपराइया किरिया कज्जइ । [3] समणोवासयस्स णं भंते ! पुव्वामेव तसपाणसमारंभे पच्चक्खाए भवइ, पुढविसमारंभे अपच्चक्खाए भवइ । से खणमाणे अण्णयरं तसं पाणं विहिंसेज्जा. से णं भंते ! तं वयं अइचरइ ? गोयमा ! णो इणढे समढे; णो खलु से तस्स अइवायाए आउट्टइ । समणोवासयस्स णं भंते ! पुव्वामेव वणस्सइसमारंभे पच्चक्खाए, से य पुढविं खणमाणे अण्णयरस्स रुक्खस्स मूलं छिंदेज्जा; से णं भंते ! तं वयं अइचरइ ? गोयमा ! णो इणढे समढे; णो खल से तस्स अइवायाए आउट्टइ । 149 Page #160 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८ भगवई सुत्त समणोवासए णं भंते ! तहारूवं समणं वा माहणं वा फासु-एसणिज्जेणं असण-पाण-खाइमसाइमेणं पडिलाभेमाणे किं लब्भइ ? गोयमा ! समणोवासए णं तहारूवं समणं वा जाव पडिलाभेमाणे तहारूवस्स समणस्स वा माहणस्स वा समाहिं उप्पाएइ, समाहिकारए णं तामेव समाहिं पडिलब्भइ। समणोवासए णं भंते ! तहारूवं समणं वा जाव पडिलाभेमाणे किं चयइ ? गोयमा ! जीवियं चयइ, दुच्चयं चयइ, दुक्करं करेइ, दुल्लहं लहइ, बोहिं बुज्झइ, तओ पच्छा सिज्झइ जाव अंतं करेइ । अत्थि णं भंते ! अकम्मस्स गई पण्णायइ ? हंता, अत्थि । कहं णं भंते ! अकम्मस्स गई पण्णायइ ? गोयमा ! णिस्संगयाए, णिरंगणयाए, गइपरिणामेणं, बंधणछेयणयाए, णिरिंधण-याए, पुव्वप्पओगेणं अकम्मस्स गई पण्णायइ । कहं णं भंते ! णिस्संगयाए, णिरंगणयाए, गइपरिणामेणं अकम्मस्स गई पण्णा- यइ ? गोयमा ! से जहाणामए केई पुरिसे सुक्कं तुंबं णिच्छिड्डं णिरुवहयं आणुपुव्वीए परिकम्मेमाणे परिकम्मेमाणे दब्भेहि य कुसेहि य वेढेइ, वेढेत्ता अट्ठहिं मट्टियालेवेहिं लिंपइ, लिंपित्ता उण्हे दलयइ, भूइं भूई सुक्कं समाणं अत्थाहमतारमपोरिसियंसि उदगंसि पक्खिवेज्जा; से णूणं गोयमा! से तुंबे तेसिं अट्ठण्हं मट्टियालेवाणं गुरुय-त्ताए, भारियत्ताए, गुरुसंभारियत्ताए सलिलतलमइवइत्ता अहे धरणितलपइट्ठाणे भवइ ? हंता, भवइ । अहे णं से तुंबे तेसिं अट्ठण्हं मट्टियालेवाणं परिक्खएणं धरणितलमइवइत्ता उप्पिं सलिलतलपइहाणे भवइ ? हंता भवइ । एवं खलु गोयमा ! णिस्संगयाए, णिरंगणयाए, गइपरिणामेणं अकम्मस्स गई पण्णायइ । कहं णं भंते ! बंधणछेयणयाए अकम्मस्स गई पण्णायइ ? गोयमा ! से जहाणामए कलसिंबलिया इ वा, मुग्गसिंबलिया इ वा, माससिंबलिया इ वा, सिंबलिसिंबलिया इ वा, एरंडमिंजिया इ वा उण्हे दिण्णा सुक्का समाणी फुडित्ता णं एगंतमंतं गच्छद; एवं खलु गोयमा ! बंधण छेयणयाए अकम्मस्स गई पण्णायइ । कहं णं भंते ! णिरिंधणयाए अकम्मस्स गई पण्णायइ ? गोयमा ! से जहाणामए घूमस्स इंधणविप्पमुक्कस्स उड्ढं वीससाए णिव्वाघाए णं गई पवत्तइ; एवं खलु गोयमा ! णिरिंधणयाए अकम्मस्स गई पण्णायइ । कहं णं भंते ! पुव्वप्पओगेणं अकम्मस्स गई पण्णायइ ? गोयमा ! से जहाणामए कंडस्स कोदंडविप्पमुक्कस्स लक्खाभिमुही णिव्वा- घाएणं गई पवत्तइ; एवं खलु गोयमा ! पुव्वप्पओगेणं अकम्मस्स गई पण्णायइ । एवं खलु गोयमा ! णिस्संगयाए णिरंगणयाए जाव पुव्वप्पओगेणं अकम्मस्स गई पण्णायइ । १३ 150 Page #161 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १६ दुक्खी णं भंते ! दुक्खेणं फुडे, अदुक्खी दुक्खेणं फुडे ? गोयमा ! दुक्खी दुक्खेणं फुडे, णो अदुक्खी दुक्खेणं फुडे | १७ दुक्खी णं भंते ! णेरइए दुक्खेणं फुडे, अदुक्खी णेरइए दुक्खेणं फुडे ? गोयमा ! दुक्खी णेरइए दुक्खेणं फुडे, णो अदुक्खी णेरइए दुक्खेणं फुडे। एवं दंडओ जाव वेमाणियाणं । एवं पंच दंडगा णेयव्वा-दुक्खी दुक्खेणं फुडे, दुक्खी दुक्खं परियायइ, दुक्खी दुक्खं उदीरेइ, दुक्खी दुक्खं वेएइ, दुक्खी दुक्खं णिज्जरेइ । अणगारस्स णं भंते ! अणाउत्तं गच्छमाणस्स वा, चिट्ठमाणस्स वा, णिसीय-माणस्स वा, तयट्टमाणस्स वा, अणाउत्तं वत्थं पडिग्गहं कंबलं गेण्हमाणस्स वा णिक्खिवमाणस्स वा; तस्स णं भंते ! किं इरियावहिया किरिया कज्जइ ? संपराइया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! णो इरियावहिया किरिया कज्जइ, संपराइया किरिया कज्जइ । १९ २० से केणटेणं भंते ! एवं ? गोयमा ! जस्स णं कोह-माण-माया-लोभा वोच्छिण्णा भवंति तस्स णं इरियावहिया किरिया कज्जइ, णो संपराइया किरिया कज्जइ । जस्सं णं कोहमाण-माया-लोभा अवोच्छिण्णा भवंति तस्स णं संपराइया किरिया कज्जइ, णो इरियावहिया किरिया कज्जइ । अहासुत्तं रीयमाणस्स इरियावहिया किरिया कज्जइ, उस्सुत्तं रीयमाणस्स संपराइया किरिया कज्जइ, से णं उस्सुत्तमेव रीयइ; से तेणद्वेणं । अह भंते ! सइंगालस्स, सधूमस्स, संजोयणादोसदुहस्स पाणभोयणस्स के अढे पण्णत्ते ? गोयमा ! जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा फासुएसणिज्जं असण-पाण-खाइम-साइमं पडिग्गाहेत्ता मच्छिए गिद्धे गढिए अज्झोववण्णे आहारं आहारेइ; एस णं गोयमा ! सइंगाले पाणभोयणे । जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा फासु-एसणिज्जं असणपाणखाइमसाइमं पडिग्गाहित्ता महया अप्पत्तियं कोहकिलामं करेमाणे आहारं आहारेइ; एस णं गोयमा! सधूमे पाणभोयणे । जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा जाव पडिग्गाहेत्ता गुणुप्पायणहेउं अण्णदव्वेणं सद्धिं संजोएत्ता आहारं आहारेइ; एस णं गोयमा ! संजोयणादोसदुढे पाणभोयणे । एस णं गोयमा ! सइंगालस्स सधूमस्स संजोयणादोसदुदृस्स पाणभोयणस्स अट्टे पण्णत्ते । अह भंते ! वीतिंगालस्स, वीयधूमस्स, संजोयणादोसविप्पमुक्कस्स पाण-भोयणस्स के अटे पण्णत्ते ? गोयमा ! जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा जाव पडिग्गाहेत्ता अमुच्छिए जाव आहारेड्; एस णं गोयमा ! वीतिंगाले पाणभोयणे । 151 Page #162 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा जाव पडिग्गाहेत्ता णो महयाअप्पत्तियं जाव आहारेइ; एस णं गोयमा ! वीयधूमे पाणभोयणे । जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा जाव पडिग्गाहेत्ता जहा लद्धं तहा आहारं आहारेइ; एस णं गोयमा ! संजोयणादोसविप्पमुक्के पाणभोयणे । एस णं गोयमा ! वीतिंगालस्स, वीयधूमस्स संजोयणादोसविप्पमुक्कस्स पाणभोयणस्स अट्ठे पण्णत्ते। अह भंते खेत्ताइक्कंतस्स, कालाइक्कंतस्स, मग्गाइक्कंतस्स, पमाणाइक्कंतस्स पाणभोयणस्स के अट्ठे पण्णत्ते ? गोयमा ! जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा फासु एसणिज्जं असण पाण खाइम साइमं अणुग्गए सूरिए पडिग्गाहेत्ता उग्गए सूरिए आहारं आहारेइ एस णं गोयमा ! खेत्ताइक्कंते पाणभोयणे । जेणं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा जाव साइमं वा पढमाए पोरिसीए पडिग्गाहेत्ता पच्छिमं पोरिसिं उवायणावेत्ता आहारं आहारेइ; एस णं गोयमा ! कालाइक्कंते पाणभोयणे । जेणं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा जाव साइमं वा पडिग्गाहित्ता परं अद्धजोयणमेराए वीइक्कमावेत्ता आहारमाहारेइ; एस णं गोयमा ! मग्गाइक्कंते पाणभोयणे । जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा फास- एसणिज्जं जाव साइमं वा पडिग्गाहित्ता परं बत्तीसाए [कुक्कुडिअंडगपमाणमेत्ताणं कवलाणं आहारं आहारेइ; एस णं गोयमा ! पमाणाइक्कंते पाणभोयणे । अट्ठ [कुक्कुडिअंडगपमाणमेत्ते कवले आहारं आहारेमाणे अप्पाहारे, दुवालस [कुक्कुडिअंडगपमाणमेत्ते कवले आहारं आहारेमाणे अवड्ढोमोयरिए, सोलस [कुक्कुडिअंडगपमाणे] कवले आहारं आहारमाणे दुभागपत्ते, चउवीसं [कुक्कुडिअंडगपमाणमेत्ते कवले आहारं आहारेमाणे पत्तोमोयरिए, बत्तीसं [कुक्कुडिअंडगपमाणमेत्ते कवले आहारं आहारेमाणे पमाणपत्ते, एतो एक्केण वि घासेणं ऊणगं आहारं आहारेमाणे समणे णिग्गंथे णो पकामरसभोईत्ति वत्तव्वं सिया । एस णं गोयमा ! खेत्ताइक्कंतस्स, कालाइक्कंतस्स, मग्गाइक्कंतस्स, पमाणाइक्कंतस्स पाणभोयणस्स अट्ठे पण्णत्ते। अह भंते ! सत्थातीयस्स सत्थपरिणामियस्स एसियस्स वेसियस्स सामुदाणियस्स पाणभोयणस्स के अट्ठे पण्णत्ते ? गोयमा ! जे णं णिग्गंथे वा णिग्गंथी वा णिक्खित्त -सत्थमुसले, ववगयमाला- वण्णगविलेवणे; ववगयचुयचइयचत्तदेहं, जीवविप्पजढं; अकयं, अकारियं, असंकप्पियं, अणाहूयं, अकीकडं अणुद्दिट्ठ, णवकोडीपरिसुद्धं, दसदोसविप्पमुक्कं, उग्गमुप्पाय- णेसणा सुपरिसुद्धं; वितिंगालं वीतधूमं, संजोयणादोसविप्पमुक्कं असुरसुरं, अचव चवं, अदुयं अविलंबियं अपरिसाडिं, अक्खोवंजणवणाणुलेवणभूयं, संजमजाया-मायावत्तियं, संजमभारवहणट्ठयाए बिलमिव पण भूणं अप्पाणेणं आहारमाहारेइ; एस णं गोयमा ! सत्थातीयस्स, सत्थपरिणामियस्स जाव पाणभोयणस्स अयमट्ठे पण्णत्ते । ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ 152 Page #163 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त बीओ उद्देसो १ से णूणं भंते ! सव्वपाणेहिं सव्वभूएहिं सव्वजीवेहिं सव्वसत्तेहिं पच्चक्खायमिति वयमाणस्स सुपच्चक्खायं भवइ अदुव दुपच्चक्खायं ? गोयमा ! सव्वपाणेहिं जाव सव्वसत्तेहिं पच्चक्खायमिति वयमाणस्स सिय सुपच्चक्खायं भवइ सिय दुपच्चक्खायं भवइ । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- सव्वपाणेहिं जाव सिय दुपच्चक्खायं भवइ ? गोयमा ! जस्स णं सव्वपाणेहिं जाव सव्वसत्तेहिं पच्चक्खायमिति वयमाणस्स णो एवं अभिसमण्णागयं भवइ- इमे जीवा, इमे अजीवा, इमे तसा, इमे थावरा, तस्स णं सव्वपाणेहिं जाव सव्वसत्तेहिं पच्चक्खायमिति वयमाणस्स णो सुपच्चक्खायं भवइ; दुपच्चक्खायं भवइ । एवं खलु से दुपच्चक्खाई सव्वपाणेहिं जाव सव्वसत्तेहिं पच्चक्खायमिति वयमाणे णो सच्चं भासं भासइ; मोसं भासं भासइ । एवं खलु से मुसावाई सव्वपाणेहिं जाव सव्वसत्तेहिं तिविहं तिविहेणं असंजय अविरय अपडिहय- पच्चक्खायपावकम्मे सकिरिए असंवुडे एगंतदंडे एगंतबाले यावि भवइ । जस्स णं सव्वपाणेहिं जाव सव्वसत्तेहिं पच्चक्खायमिति वयमाणस्स एवं अभिसमण्णागयं भवइ- इमे जीवा, इमे अजीवा, इमे तसा, इमे थावरा, तस्स णं सव्वपाणेहिं जाव सव्वसत्तेहिं पच्चक्खायमिति वयमाणस्स सुपच्चक्खायं भवइ; णो दुपच्चक्खायं भवइ । एवं खलु से सुपच्चक्खाई सव्वपाणेहिं जाव सव्वसत्तेहिं पच्चक्खायमिति वयमाणे सच्चं भासं भासइ, णो मोसं भासं भासइ । एवं खलु से सच्चवाई सव्वपाणेहिं जाव सव्वसत्तेहिं तिविहं तिविहेणं संजय-विरय-पडिहय- पच्चक्खायपावकम्मे अकिरिए संवुडे एगंतपंडिए यावि भवइ । से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ जाव सिय दुपच्चक्खायं भवइ । कइविहे णं भंते ! पच्चक्खाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पच्चक्खाणे पण्णत्ते, तं जहा- मूलगुणपच्चक्खाणे य उत्तरगुणपच्चक्खाणे मूलगुणपच्चक्खाणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- सव्वमूलगुणपच्चक्खाणे य देसमूलगुण- पच्चक्खाणे य । सव्वमूलगुणपच्चक्खाणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- सव्वाओ पाणाइवायाओ वेरमणं जाव सव्वाओ परिग्गहाओ वेरमणं ।। देसमूलगुणपच्चक्खाणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- थूलाओ पाणाइवायाओ वेरमणं जाव थूलाओ परिग्गहाओ वेरमणं । 153 Page #164 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त उत्तरगुणपच्चक्खाणे णं भंते! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- सव्वुत्तरगुणपच्चक्खाणे य देसुत्तरगुण- पच्चक्खाणे य । ८ सव्वुत्तरगुणपच्चक्खाणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दसविहे पण्णत्ते, तं जहाअणागयमइक्कंतं, कोडीसहियं णियंटियं चेव । सागारमणागारं परिमाणकडं णिरवसेसं ॥ साकेयं चेव अद्धाए, पच्चक्खाणं भवे दसहा । ७ १० ११ १२ १३ १४ १५ देसुत्तरगुणपच्चक्खाणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते । गोयमा ! सत्तविहे पण्णत्ते, तं जहा- दिसिव्वयं, उवभोग-परिभोगपरिमाणं, अणत्थदंडवेरमणं, सामाइयं, देसावगासियं, पोसहोववासो, अतिहिसंविभागो; अपच्छिममारणंतिय-संलेहणा- झूसणा आराहणया । जीवा णं भंते ! किं मूलगुणपच्चक्खाणी, उत्तरगुणपच्चक्खाणी, अपच्चक्खाणी? गोयमा ! जीवा मूलगुणपच्चक्खाणी वि, उत्तरगुणपच्चक्खाणी वि, अपच्चक्खाणी वि । णेरड्या णं भंते ! किं मूलगुणपच्चक्खाणी ? पुच्छा । गोयमा ! णेरइया णो मूलगुणपच्चक्खाणी, णो उत्तरगुणपच्चक्खाणी, अपच्चक्खाणी । एवं जाव चउरिंदिया । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया मणुस्सा य जहा जीवा । वाणमंतर जोइसिय वेमाणिया जहा रइया । एएसि णं भंते ! जीवाणं मूलगुणपच्चक्खाणीणं, उत्तरगुणपच्चक्खाणीणं, अपच्चक्खाणीणं य करे करेहिंतो जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा मूलगुणपच्चक्खाणी, उत्तरगुणपच्चक्खाणी असंखेज्जगुणा, अपच्चक्खाणी अणंतगुणा । एएसि णं भंते ! पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा पंचिंदियतिरिक्खजोणिया मूलगुणपच्चक्खाणी, उत्तरगुणपच्चक्खाणी असंखेज्जगुणा, अपच्चक्खाणी असंखेज्जगुणा । एएसि णं भंते ! मणुस्साणं मूलगुणपच्चक्खाणीणं पुच्छा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा मणुस्सा मूलगुणपच्चक्खाणी, उत्तरगुणपच्चक्खाणी संखेज्जगुणा, अपच्चक्खाणी असंखेज्जगुणा । जीवा णं भंते ! किं सव्वमूलगुणपच्चक्खाणी, देसमूलगुणपच्चक्खाणी, अपच्चक्खाणी ? गोयमा ! जीवा सव्वमूलगुणपच्चक्खाणी, देसमूलगुणपच्चक्खाणी, अपच्च- क्खाणी वि । णेरइयाणं पुच्छा ? 154 Page #165 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १७ PC ୧୧ ঃ २२ २३ भगवई सुत्त गोयमा ! णेरइया णो सव्वमूलगुणपच्चक्खाणी, णो देसमूलगुणपच्चक्खाणी, अपच्चक्खाणी । एवं जाव चउरिंदिया । पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा ? गोयमा ! पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णो सव्वमूलगुणपच्चक्खाणी, देसमूलगुण- पच्चक्खाणी वि, अपच्चक्खाणी वि । मणुस्सा जहा जीवा । वाणमंतर - जोइस-वेमाणिया जहा णेरड्या । एसि णं भंते ! जीवाणं सव्वमूलगुणपच्चक्खाणीणं, देसमूलगुण-पच्चक्खाणीणं, अपच्चक्खाणीणं य कयरे कयरेहिंतो जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा सव्वमूलगुणपच्चक्खाणी, देसमूलगुणपच्चक्खाणी असंखेज्जगुणा, अपच्चक्खाणी अणंतगुणा । एवं अप्पाबहुगाणि तिण्णि वि जहा पढमिल्लए दंड, वरं सव्वत्थोवा पंचिंदियतिरिक्खजोणिया देसमूलगुण पच्च-क्खाणी, अपच्चक्खाणी असंखेज्जगुणा । जीवा णं भंते ! किं सव्वुत्तरगुणपच्चक्खाणी देसुत्तरगुणपच्चक्खाणी, अपच्च- क्खाणी? गोयमा ! जीवा सव्वुत्तरगुणपच्चक्खाणी वि, एवं तिणि वि । पंचिंदिय- तिरिक्खजोणिया मस्सा य एवं चेव । सेसा अपच्चक्खाणी जाव वेमाणिया । एएसि णं भंते ! जीवाणं सव्वुत्तरगुणपच्चक्खाणीणं, देसुत्तरगुणपच्चक्खाणं अपच्चक्खाणीणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! तिण्णि वि अप्पाबहुगाणि जहा पढमे दंडए जाव मणुस्साणं । जीवा णं भंते! किं संजया असंजया संजयासंजया ? गोयमा ! जीवा संजया वि असंजया वि संजयासंजया वि; एवं जहेव पण्णवणाए तहेव भाणियव्वं जाव वेमाणिया, अप्पाबहुगं तहेव तिण्ह वि भाणियव्वं । जीवा णं भंते ! किं पच्चक्खाणी, अपच्चक्खाणी, पच्चक्खाणापच्चक्खाणी? गोयमा ! जीवा तिण्णि वि । एवं मणुस्सा वि तिण्णि वि । पंचिंदियतिरिक्ख- जोणिया आइल्लविरहिया । सेसा सव्वे अपच्चक्खाणी जाव वेमाणिया । एएसि णं भंते! जीवाणं पच्चक्खाणीणं जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा पच्चक्खाणी, पच्चक्खाणापच्चक्खाणी असंखेज्जगुणा, अपच्चक्खाणी अणंतगुणा । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया सव्वत्थोवा पच्चक्खाणापच्चक्खाणी, अपच्चक्खाणी असंखेज्जगुणा । मणुस्सा सव्वत्थोवा पच्चक्खाणी, पच्चक्खाणापच्चक्खाणी संखेज्जगुणा, अपच्चक्खाणी असंखेज्जगुणा । जीवाणं भंते! किं सासया, असासया ? गोयमा ! जीवा सिय सासया सिय असासया । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ - जीवा सिय सासया सिय असासया ? 155 Page #166 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! दव्वट्ठयाए सासया, भावट्ठयाए असासया | से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव सिय असासया । २५ णेरइया णं भंते ! किं सासया, असासया ? एवं जहा जीवा तहा णेरइया वि। एवं जाव वेमाणिया जाव सिय सासया सिय असासया । || सेवं भंते ! सेवं भंते || || बीओ उद्देसो समत्तो || तइओ उद्देसो | वणस्सइकाइया णं भंते ! किं कालं सव्वप्पाहारगा वा सव्वमहाहारगा वा भवंति ? गोयमा ! पाउसवरिसारत्तेसु णं एत्थ णं वणस्सइकाइया सव्वमहाहारगा भवंति, तयाणंतरं च णं सरए, तयाणंतरं च णं हेमंते, तयाणंतरं च णं वसंते, तयाणंतरं च णं गिम्हे, गिम्हास णं वणस्सइकाइया सव्वप्पाहारगा भवंति। जइ णं भंते ! गिम्हासु वणस्सइकाइया सव्वप्पाहारगा भवंति, कम्हा णं भंते! गिम्हासु बहवे वणस्सइकाइया पत्तिया पुप्फिया फलिया हरियगरेरिज्जमाणा, सिरीए अईव अईव उवसोभेमाणा उवसोभेमाणा चिटुंति ? गोयमा ! गिम्हासु णं बहवे उसिणजोणिया जीवा य पोग्गला य वणस्सइ- काइयत्ताए वक्कमति विउक्कमति चयंति उवचयंति; एवं खलु गोयमा ! गिम्हासु णं बहवे वणस्सइकाइया पत्तिया पुप्फिया जाव चिट्ठति । से णूणं भंते ! मूला मूलजीवफुडा, कंदा कंदजीवफुडा जाव बीया बीयजीवफुडा? हंता गोयमा ! मूला मूलजीवफुडा जाव बीया बीयजीवफुडा | जइ णं भंते ! मूला मूलजीवफुडा जाव बीया बीयजीवफुडा; कम्हा णं भंते ! वणस्सइकाइया आहारेंति, कम्हा परिणामेति ? गोयमा ! मूला मूलजीवफुडा, पुढवीजीवपडिबद्धा, तम्हा आहारेंति, तम्हा परिणामेंति; कंदा कंदजीवफुडा मूलजीवपडिबद्धा, तम्हा आहारेंति, तम्हा परिणामेंति; एवं जाव बीया बीयजीवफुडा फलजीवपडिबद्धा, तम्हा आहारेंति, तम्हा परिणामेति। अह भंते ! आलुए मूलए सिंगबेरे हिरिली सिरिली सिस्सिरिली किट्ठिया छिरेया छीरविरालिया कण्हकंदे वज्जकंदे सूरणकंदे खेलूडे भद्दमुत्था पिंडहलिद्दा लोही णीहू थीहू थिभगा मुग्गपण्णी अस्सकण्णी सीहकण्णी सीहंढी मुंसुंढी जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वे ते अणंतजीवा विविहसत्ता । हंता गोयमा ! आलुए मूलए जाव अणंतजीवा विविहसत्ता । सिय भंते ! कण्हलेसे णेरइए अप्पकम्मतराए, णीललेसे णेरइए महाकम्मतराए ? हंता, सिया। [d 0 से केणटेणं भंते ! एवं वच्चइ- कण्हलेसे णेरइए अप्पकम्मतराए, णीललेसे णेरइए महाकम्मतराए। 156 Page #167 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! ठिइं पडुच्च । से तेणडेणं गोयमा ! जाव महाकम्मतराए । सिय भंते ! णीललेसे णेरइए अप्पकम्मतराए, काउलेसे णेरइए महाकम्म- तराए ? हंता, सिया। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- णीललेसे णेरइए अप्पकम्मतराए, काउलेसे णेरइए महाकम्मतराए? गोयमा ! ठिइं पडुच्च; से तेणटेणं गोयमा ! जाव महाकम्मतराए | एवं असुरकुमारे वि, णवरं तेउलेसा अब्भहिया । एवं जाव वेमाणिया जस्स जइ लेस्साओ तस्स तत्तिया भाणियव्वाओ | जोइसियस्स ण भण्णइ; जाव सिय भंते। पम्हलेस्से वेमाणिए अप्पकम्मतराए, सुक्कलेसे वेमाणिए महाकम्मतराए ? हंता, सिया । से केणटेणं ? सेसं जहा णेरइयस्स जाव महाकम्मतराए । से णूणं भंते ! जा वेयणा सा णिज्जरा, जा णिज्जरा सा वेयणा ? गोयमा ! णो इणटे समटे | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जा वेयणा ण सा णिज्जरा, जा णिज्जरा ण सा वेयणा ? गोयमा ! कम्मं वेयणा, णोकम्मं णिज्जरा; से तेणडेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव ण सा वेयणा । णेरइयाणं भंते ! जा वेयणा सा णिज्जरा; जा णिज्जरा सा वेयणा ? गोयमा ! णो इणढे समटे | एवं जाव वेमाणियाणं । से णूणं भंते ! जं वेदेंसु तं णिज्जरिंसु, जं णिज्जरिंसु तं वेदेंसु । गोयमा ! णो इणढे समढे | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जं वेदेंसु णो तं णिज्जरेंसु, जं णिज्जरेंसु णो तं वेदेंसु ? गोयमा ! कम्मं वेदेंसु, णोकम्मं णिज्जरिंसु; से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव णो तं वेदेंसु । णेरड्याणं भंते ! जं वेदेंसु तं णिज्जरिंसु ? एवं जहा ओहियो दंडओ तहा णेरड्या वि । एवं जाव वेमाणिया । १५ से णूणं भंते ! जं वेदेति तं णिज्जरेंति; जं णिज्जति तं वेदेति ? गोयमा ! णो इणढे समढे । से केणटेणं भंते ! एवं वच्चइ जाव णो तं वेदेति ? गोयमा ! कम्मं वेदेति, णोकम्मं णिज्जरेंति; से तेणटेणं गोयमा ! एवं वच्चइ जाव णो तं वेदेति । एवं णेरड्या वि जाव वेमाणिया । 157 Page #168 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से णणं भंते ! जं वेदिस्संति तं णिज्जरिस्संति, जं णिज्जरिस्संति तं वेदिस्संति? गोयमा ! णो इणढे समढे । से केणद्वेणं जाव णो तं वेदिस्संति ? गोयमा ! कम्मं वेदिस्संति, णोकम्मं णिज्जरिस्संति; से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव णो णिज्जरिस्संति । एवं णेरइया वि जाव वेमाणिया । से णूणं भंते ! जे वेयणासमए से णिज्जरासमए, जे णिज्जरासमए से वेयणा-समए ? गोयमा ! णो इणढे समढे | से केणद्वेणं भंते ! एवं वच्चइ- जे वेयणासमए ण से णिज्जरासमए, जे णिज्जरासमए ण से वेयणासमए ? गोयमा ! जं समयं वेदेति णो तं समयं णिज्जरेंति; जं समयं णिज्जरेंति णो तं समयं वेदेति; अण्णम्मि समए वेदेति, अण्णम्मि समए णिज्जरेंति; अण्णे से वेयणासमए, अण्णे से णिज्जरासमए; से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव ण से वेयणासमए | णेरइयाणं भंते ! जे वेयणासमए से णिज्जरासमए, जे णिज्जरासमए से वेयणासमए ? गोयमा! णो इणटे समटे | से केणद्वेणं भंते ! एवं वच्चइ- णेरइयाणं जे वेयणासमए ण से णिज्जरा- समए, जे णिज्जरासमए ण से वेयणासमए ? गोयमा ! णेरड्या णं जं समयं वेदेति णो तं समयं णिज्जरेंति; जं समयं णिज्जति णो तं समयं वेदेंति; अण्णम्मि समए वेदेति, अण्णम्मि समए णिज्जरेंति; अण्णे से वेयणासमए अण्णे से णिज्जरासमए; से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ जाव ण से वेयणासमए | एवं जाव वेमाणियाणं। णेरइया णं भंते ! किं सासया, असासया ? गोयमा ! सिय सासया सिय असासया । से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ- णेरड्या सिय सासया सिय असासया ? गोयमा ! अव्वोच्छित्ति णयट्ठयाए सासया, वोच्छित्ति णयट्ठयाए असासया । से तेणटेणं जाव सिय सासया सिय असासया; एवं जाव वेमाणिया | || सेवं भंते ! सेवं भंते || ॥ तइओ उद्देसो समत्तो || चउत्थो उद्देसो | रायगिहे णयरे जाव एवं वयासी- कइविहा णं भंते ! संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता ? 158 Page #169 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [] ॥ चउत्थो उद्देसो समत्तो ॥ पंचमो उद्देसो @ रायगिहे जाव एवं वयासी - खहयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते ! कइविहे जोणिसंग पण्णत्ते? [N] w भगवई सुत्त गोयमा ! छव्विहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता, तं जहा- पुढविकाइया जाव तसकाइया । एवं जहा जीवाभिगमे जाव एगे जीवे एगेण समएणं एगं किरियं पकरेइ, तं जहासम्मत्तकिरियं वा मिच्छत्तकिरियं वा । Loc जीवा छव्विह पुढवी, जीवाण ठिई भवट्ठिई काये । णिल्लेवण अणगारे, किरिया सम्मत्त मिच्छत्ता ॥ ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ॥ गोयमा ! तिविहे जोणीसंगहे पण्णत्ते, तं जहा- अंडया, पोयया, सम्मुच्छिमा; एवं जहा वाभिगमे जाव णो चेव णं ते विमाणे वीईवएज्जा; एमहालया णं गोयमा ! ते विमाणा पण्णत्ता । ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ॥ ॥ पंचमो उद्देसो समत्तो ॥ छट्ठो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- जीवे णं भंते! जे भविए णेरइएस उववज्जित्तए से णं भंते ! किं इहगए णेरइयाउयं पकरेइ, उववज्जमाणे णेरइयाउयं पकरेइ, उववण्णे णेरइयाउयं पकरेइ ? गोयमा ! इहगए णेरइयाउयं पकरेइ, णो उववज्जमाणे णेरइयाउयं पकरेड़, णो उववणे णेरइयाउयं पकरेइ । एवं असुरकुमारेसु वि । एवं जाव वेमाणिएसु । जीवे णं भंते ! जे भविए णेरइएस उववज्जित्तए, से णं भंते ! किं इहगए णेरइयाउयं पडिसंवेदेइ, उववज्जमाणे णेरइयाउयं पडिसंवेदेइ, उववण्णे णेरइयाउयं पडिसंवेदेइ ? गोयमा ! णो इहगए णेरड्याउयं पडिसंवेदेइ, उववज्जमाणे णेरइयाउयं पडि - संवेदेइ, उववणे वि णेरइयाउयं पडिसंवेदेइ । एवं जाव वेमाणि । जीवे णं भंते ! जे भविए णेरइएस उववज्जित्तए, से णं भंते ! किं इहगए महावेयणे, उववज्जमाणे महावेयणे, उववण्णे महावेयणे ? गोयमा ! इहगए सिय महावेयणे सिय अप्पवेयणे, उववज्जमाणे सिय महावेयणे सिय अप्पवेयणे; अह णं उववण्णे भवइ, तओ पच्छा एगंतदुक्खं वेयणं वेदेइ, आहच्च सायं । जीवे णं भंते ! जे भविए असुरकुमारेसु उववज्जित्तए, पुच्छा ? 159 Page #170 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! इहगए सिय महावेयणे सिय अप्पवेयणे, उववज्जमाणे सिय महावेयणे सिय अप्पवेयणे; अह णं उववण्णे भवइ, तओ पच्छा एगंतसायं वेयणं वेदेइ, आहच्च असायं । एवं जाव थणियकुमारेसु । जीवे णं भंते ! जे भविए पुढविक्काइएसु उववज्जित्तए, पुच्छा ? गोयमा ! इहगए सिय महावेयणे सिय अप्पवेयणे; एवं उववज्जमाणे वि, अह णं उववण्णे भवइ, तओ पच्छा वेमायाए वेयणं वेदेइ । एवं जाव मणुस्सेसु । वाणमंतर-जोइसियवेमाणिएसु जहा असुरकुमारेसु । जीवा णं भंते ! किं आभोगणिव्वत्तियाउया, अणाभोगणिव्वत्तियाउया ? गोयमा ! णो आभोगणिव्वत्तियाउया, अणाभोगणिव्वत्तियाउया । एवं णेरड्या वि । एवं जाव वेमाणिया । अत्थि णं भंते ! जीवाणं कक्कस-वेयणिज्जा कम्मा कज्जंति ? गोयमा ! हंता, अत्थि । कहं णं भंते ! जीवाणं कक्कस-वेयणिज्जा कम्मा कज्जंति ? गोयमा ! पाणाइवाएणं जाव मिच्छादसणसल्लेणं । एवं खलु गोयमा ! जीवाणं कक्कसवेयणिज्जा कम्मा कज्जंति । अत्थि णं भंते ! णेरइयाणं कक्कस-वेयणिज्जा कम्मा कज्जंति ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव वेमाणियाणं । अत्थि णं भंते ! जीवाणं अकक्कस-वेयणिज्जा कम्मा कज्जंति ? गोयमा ! हंता, अत्थि | कहं णं भंते ! जीवाणं अकक्कस-वेयणिज्जा कम्मा कज्जति ? गोयमा ! पाणाइवायवेरमणेणं जाव परिग्गहवेरमणेणं, कोहविवेगेणं जाव मिच्छादसणसल्लविवेगेणं; एवं खल गोयमा ! जीवाणं अकक्कसवेयणिज्जा कम्मा कज्जति । अत्थि णं भंते ! णेरइयाणं अकक्कसवेयणिज्जा कम्मा कज्जंति ? गोयमा ! णो इणद्वे समढ़े। एवं जाव वेमाणिया; णवरं मणुस्साणं जहा जीवाणं । अत्थि णं भंते ! जीवाणं सायावेयणिया कम्मा कज्जंति ? हंता, अत्थि । कहं णं भंते ! जीवाणं सायावेयणिज्जा कम्मा कज्जंति ? गोयमा ! पाणाणुकंपयाए भूयाणुकंपयाए जीवाणुकंपयाए सत्ताणुकंपयाए बहुणं पाणाणं जाव सत्ताणं अदुक्खणयाए, असोयणयाए, अजूरणयाए, अतिप्पणयाए, अपिट्टणयाए, अपरियावणयाए; एवं खलु गोयमा ! जीवाणं सायावेयणिज्जा कम्मा कज्जति । एवं णेरड्याण वि | एवं जाव वेमाणियाणं | 160 Page #171 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अत्थि णं भंते ! जीवाणं आसायावेयणिज्जा कम्मा कज्जंति ? हंता, अत्थि। कहं णं भंते ! जीवाणं असायावेयणिज्जा कम्मा कज्जति ? गोयमा ! परदुक्खणयाए, परसोयणयाए, परजूरणयाए, परतिप्पणयाए, परपिट्टण-याए, परपरियावणयाए; बहूणं पाणाणं जाव सत्ताणं दुक्खणयाए, सोयणयाए जाव परियावणयाए; एवं खलु गोयमा ! जीवाणं अस्सायावेयणिज्जा कम्मा कज्जति । एवं णेरड्याण वि । एवं जाव वेमाणियाणं । जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए दुसमदुसमाए समाए उत्तमकट्ठपत्ताए भरहस्स वासस्स केरिसए आयारभावपडोयारे भविस्सइ। गोयमा ! कालो भविस्सइ- हाहाभूए, भंभाभूए, कोलाहलगभूए; समयाणुभावेण य णं खरफरुस-धूलिमइला दुव्विसहा वाउला भयंकरा वाया संवगा य वाहिति; इह अभिक्खं धूमाहिति य दिसा समंता रओसला, रेणुकलुस तमपडल णिरालोगा; समयलुक्खयाए य णं अहियं चंदा सीयं मोच्छंति, अहियं सूरिया तवइस्संति; अदुत्तरं च णं अभिक्खणं बहवे अरसमेहा, विरसमेहा, खारमेहा, खत्तमेहा(खट्टमेहा), अग्गिमेहा, विज्जुमेहा, विसमेहा, असणिमेहा; अपिवणिज्जोदगा(अजवणिज्जोदगा) वाहि-रोग-वेदणोदीरणापरिणामसलिला, अमणण्णपाणियगा, चंडाणिलपहयतिक्खधारा- णिवायपउरं वासं वासिहिंति; जे णं भारहे वासे गामागर- णयर-खेडकब्बड-मडंब-दोणमुह-पट्टणासमगयं जणवयं, चउप्पय-गवेलए, खहयरे य पक्खिसंघे, गामारण्ण पयारणिरए तसे य पाणे, बहुप्पगारे रुक्ख-गुच्छ- गुम्म-लय- वल्लि-तणपव्वग-हरि-ओसहि पवालंकुरमादीए य तणवणस्सइकाइए विद्धंसिहिंति, पव्वय-गिरिडोंगर-उत्थल-भट्ठिमादीए य वेयड्ढगिरिवज्जे विरावेहिति, सलिलबिल-गड्ड- दुग्गवि- समणिण्णुण्णयाइं च गंगा सिंधुवज्जाइं समीकरेहिति । तीसे णं भंते ! समाए भरहस्स वासस्स भूमीए केरिसए आयारभावपडोयारे भविस्सइ ? गोयमा ! भूमि भविस्सइ-इंगालब्भूया, मुम्मुरब्भूया, छारियभूया, तत्तकवेल्लुयब्भूया, तत्तसमजोइभूया, धूलिबहुला, रेणुबहुला, पंकबहुला, पणगबहुला, चलणिबहुला, बहूणं धरणिगोयराणं सत्ताणं दुण्णिक्कमा यावि भविस्सइ। तीसे णं भंते ! समाए भारहे वासे मणुयाणं केरिसए आयारभाव पडोयारे भविस्सइ ? गोयमा ! मणुया भविस्संति दुरूवा, दुव्वण्णा, दुग्गंधा, दुरसा, दुफासा, अणिट्ठा, अकंता जाव अमणामा, हीणस्सरा, दीणस्सरा, अणिदुसरा जाव अमणामस्सरा, अणादेज्जवयणपच्चायाया णिल्लज्जा, कूड-कवड- कलह-वह-बंध-वेरणिरया, मज्जायातिक्कमप्पहाणा, अकज्जणिच्चुज्जता, गुरुणियोग- विणयरहिया य विकलरूवा, परूढणह-केस-मंसु-रोमा, काला, खरफरुस-झामवण्णा, फुट्टसिरा, कविलपलिय-केसा, बहुण्हारुसंपिणद्ध-दुईसणिज्जरूवा, संकुड़ियवलीतरंगपरिवेढियंगमंगा, जरा-परिणयव्व थेरगणरा; पविरलपरिसडिय-दंतसेढी, उब्भडघडमुहा विसमणयणा, वंकणासा, वंकवलीविगयभेसणमुहा, कच्छूकसराभिभूया, खरतिक्खणखकंडूइय-विक्खयतणू, दद्दु-किडिभसिज्झ-फुडियफरुसच्छवी, चित्तलंगा, टोलगइ, R १९ 161 Page #172 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २० विसमसंधिबंधण-उक्कुडुअट्ठिग-विभत्तदुब्बला, कुसंघयण-कुप्पमाण-कुसंठिया, कुरूवा, कुट्ठाणासण- कुसेज्ज-दुब्भोइणो, असुइणो, अणेगवाहि-परिपीलियंगमंगा, खलंत-विब्भलगई, णिरुच्छाहा, सत्तपरिवज्जिया, विगयचे?-णहतेया, अभिक्खणं सीय-उण्ह-खर-फरुसवायविज्झडिय-मलिणपंसुरयगुंडियंगमंगा, बहुकोह- माण-माया, बहुलोभा, असुह-दुक्खभागी, ओसण्णं धम्मसण्ण- सम्मत्तपरिभट्ठा, उक्कोसेणं रयणिप्पमाणमेत्ता, सोलसवीसइवासपरमाउसो, पुत्तणत्तु-परियालपणयबहुला गंगासिंधुओ महाणईओ, वेयड्डं च पव्वयं णिस्साए बावत्तरिं णिओया बीयं बीयामेत्ता बिलवासिणो भविस्संति। ते णं भंते ! मण्या कं आहारं आहारेहिंति ? गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं गंगा महाणईओ रहपहवित्थराओ अक्खसोयप्पमाणमेत्तं जलं वोज्झिहिंति । से वि य णं जले बहुमुच्छ- कच्छभाइण्णे णो चेव णं आउबहुले भविस्सइ । तए णं ते मणुया सूरुग्गमणमुहत्तंसि य सुरत्थमणमुहत्तंसि य बिलेहिंतो णिद्धाहिति. णिद्धाइत्ता मच्छ-कच्छभे थलाइं गाहेहिति. गाहित्ता सीतातव- तत्तएहिं मच्छ- कच्छएहिं एक्कवीसं वाससहस्साइं वित्तिं कप्पेमाणा विहरिस्संति। ते णं भंते ! मण्या णिस्सीला णिग्गुणा णिम्मेरा णिप्पच्चक्खाण पोसहोववासा ओसण्णं मंसाहारा मच्छाहारा खोद्दाहारा कुणिमाहारा कालमासे कालं किच्चा कहिं गच्छिहिंति, कहिं उववज्जिहिंति ? गोयमा ! ओसण्णं णरग-तिरिक्खजोणिएसु उववज्जिहिंति । ते णं भंते ! सीहा वग्घा विगा दीविया अच्छा तरच्छा परस्सरा णिस्सीला तहेव जाव कहिं उववज्जिहिंति ? गोयमा ! ओसण्णं णरग-तिरिक्खजोणिएस् उववज्जिहिंति । २३ ते णं भंते ! ढंका कंका विलका मदढुगा सिही णिस्सीला जाव ओसण्णं णरग तिरिक्खजोणिएसु उववज्जिहिंति। || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || २२ ॥ छट्ठो उद्देसो समत्तो || सत्तमो उद्देसो संवुडस्स णं भंते ! अणगारस्स आउत्तं गच्छमाणस्स आउत्तं चिट्ठमाणस्स आउत्तं णिसीयमासस्स आउत्तं तयट्टमाणस्स आउत्तं वत्थं पडिग्गहं कंबलं पायपुंछणं गेण्हमाणस्स वा णिक्खिवमाणस्स वा, तस्स णं भंते ! किं इरियावहिया किरिया कज्जइ, संपराइया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! संवुडस्स णं अणगारस्स जाव तस्स णं इरियावहिया किरिया कज्जइ, णो संपराइया किरिया कज्जइ। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- संवुडस्स णं अणगारस्स जाव णो संपराइया किरिया कज्जइ ? 162 Page #173 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! जस्स णं कोह-माण-माया-लोभा वोच्छिण्णा भवंति, तस्स णं इरियावहिया किरिया कज्जइ; तहेव जाव उस्सुत्तं रीयमाणस्स संपराइया किरिया कज्जइ; से णं अहासुत्तमेव रीयइ, से तेणटेणं गोयमा ! जाव णो संपराइया किरिया कज्जइ । रूवी णं भंते ! कामा, अरूवी कामा ? गोयमा ! रूवी कामा, णो अरूवी कामा । सचित्ता भंते ! कामा, अचित्ता कामा ? गोयमा ! सचित्ता वि कामा, अचित्ता वि कामा । जीवा भंते ! कामा, अजीवा कामा ? गोयमा ! जीवा वि कामा, अजीवा वि कामा । जीवाणं भंते ! कामा, अजीवाणं कामा ? गोयमा ! जीवाणं कामा, णो अजीवाणं कामा । कइविहा णं भंते ! कामा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा कामा पण्णत्ता, तं जहा- सद्दा य रूवा य। रूवी भंते ! भोगा, अरूवी भोगा ? गोयमा ! रूवी भोगा, णो अरूवी भोगा । सचित्ता भंते ! भोगा, अचित्ता भोगा ? गोयमा ! सचित्ता वि भोगा, अचित्ता वि भोगा | जीवा भंते ! भोगा, अजीवा भोगा ? गोयमा ! जीवा वि भोगा, अजीवा वि भोगा | जीवाणं भंते ! भोगा, अजीवाणं भोगा ? गोयमा ! जीवाणं भोगा, णो अजीवाणं भोगा । कइविहा णं भंते ! भोगा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा भोगा पण्णत्ता, तं जहा- गंधा, रसा, फासा । कइविहा णं भंते ! कामभोगा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा कामभोगा पण्णत्ता, तं जहा- सद्दा रूवा गंधा रसा फासा। जीवा णं भंते ! किं कामी, भोगी ? गोयमा ! जीवा कामी वि भोगी वि | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जीवा कामी वि भोगी वि ? गोयमा ! सोइंदिय-चक्खिंदियाइं पडुच्च कामी, घाणिंदिय-जिब्भिंदिय-फासिंदियाइं पडुच्च भोगी, से तेणटेणं गोयमा ! जीवा कामी वि भोगी वि । णेरइया णं भंते ! किं कामी, भोगी ? गोयमा ! जहा जीवा तहा णेरइया । एवं जाव थणियकुमारा पुढविकाइयाणं पुच्छा | गोयमा ! पुढविकाइया णो कामी, भोगी । से केणटेणं जाव भोगी ? गोयमा ! फासिंदिय पडुच्च; से तेणटेणं जाव भोगी; एवं जाव वणस्सइकाइया । बेइंदिया एवं चेव, णवरं जिब्भिंदिय-फासिंदियाइं पडुच्च भोगी । तेइंदिया वि एवं चेव, णवरं घाणिंदियजिब्भिंदियफासिंदियाइं पडुच्च भोगी। 163 Page #174 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १७ चरिंदियाणं पुच्छा । गोयमा ! चउरिंदिया कामी वि भोगी वि | केणटेणं जाव भोगी वि ? गोयमा ! चक्खिंदियं पडुच्च कामी, घाणिंदिय जिब्भिंदिय फासिंदियाइं पडुच्च भोगी; से तेणटेणं जाव भोगी वि | अवसेसा जहा जीवा जाव वेमाणिया । एएसि णं भंते ! जीवाणं कामीभोगीणं, णोकामी-णोभोगीणं, भोगीण य कयरे कयरेहिंतो जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा कामीभोगी, णोकामी-णोभोगी अणंतगुणा, भोगी अणंतगुणा । छउमत्थे णं भंते ! मणूसे जे भविए अण्णयरेसु देवलोएस देवत्ताए उव- वज्जित्तए, से गूणं भंते ! से खीणभोगी; णो पभू उट्ठाणेणं कम्मेणं बलेणं वीरिएणं पुरिसक्कारपरक्कमेणं विउलाई भोगभोगाइं भुंजमाणे विहरित्तए? से णूणं भंते ! एयमढं एवं वयह ? गोयमा ! णो इणढे समटे | पभू णं भंते ! से उट्ठाणेण वि कम्मेण वि बलेण वि वीरिएण वि पुरिसक्कारपरक्कमेण वि अण्णयराइं विउलाइं भोगभोगाइं भुंजमाणे विहरित्तए, तम्हा भोगी; भोगे परिच्चयमाणे महाणिज्जरे, महापज्जवसाणे भवइ । आहोहिए णं भंते ! मणूसे जे भविए अण्णयरेसु देवलोएसु उववज्जित्तए पुच्छा ? गोयमा ! जहा छउमत्थे जाव महापज्जवसाणे भवइ । परमाहोहिए णं भंते ! मणुस्से जे भविए तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झित्तए जाव अंतं करेत्तए; से णूणं भंते ! से खीणभोगी, सेसं जहा छउमत्थस्स; पुच्छा ? हंता गोयमा ! से णं खीणभोगी; णो पभू उट्ठाणेणं जाव भुंजमाणे विहरित्तए; तम्हा से तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झइ जाव सव्व दुक्खाणं अंतं करेइ । केवली णं भंते ! मणूसे जे भविए तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झित्तए जाव अंतं करेत्तए, से णूणं भंते! से खीणभोगी पुच्छा ? गोयमा ! जहा परमाहोहिए जाव सव्व दुक्खाणं अंतं करेइ । जे इमे भंते ! असण्णिणो पाणा, तं जहा- पुढविक्काइया जाव वणस्सइकाइया, छट्ठा य एगइया तसा; एए णं अंधा, मूढा, तमं पविट्ठा तमपडलमोहजालपडिच्छण्णा अकामणिकरणं वेयणं वेदेंतीत्ति वत्तव्वं सिया ? हंता गोयमा ! जे इमे असण्णिणो पाणा जाव वेयणं वेदेंतीति वत्तव्वं सिया। अत्थि णं भंते ! पभू वि अकामणिकरणं वेयणं वेदेति ? हंता, अत्थि | कहं णं भंते ! पभू वि अकामणिकरणं वेयणं वेदेति ? गोयमा ! जे णं णो पभू विणा पईवेणं अंधकारंसि रूवाइं पासित्तए, जे णं णो पभू पुरओ रूवाइं अणिज्झाइत्ता णं पासित्तए, जे णं णो पभू मग्गओ रूवाइं अणवयक्खित्ता णं पासित्तए, जे णं णो पभू पासओ रूवाइं अणवलोइत्ता णं पासित्तए, जे णं णो पभू उड्ढं 164 Page #175 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त रूवाइं अणालोएत्ता णं पासित्तए, जे णं णो पभू अहे रूवाइं अणालोएत्ता णं पासित्तए; एस णं गोयमा ! पभू वि अकामणिकरणं वेयणं वेदेति । अत्थि णं भंते ! पभू वि पकामणिकरणं वेयणं वेदेति ? हंता, अत्थि । कहं णं भंते ! पभू वि पकामणिकरणं वेयणं वेदेति ? गोयमा ! जे णं णो पभू समुदस्स पारं गमित्तए, जे णं णो पभू समुदस्स पारगयाइं रूवाइं पासित्तए, जे णं णो पभू देवलोगं गमित्तए, जे णं णो पभू देव- लोगगयाइं रूवाइं पासित्तए; एस णं गोयमा ! पभू वि पकामणिकरणं वेयणं वेदेति। || सेवं भंते ! सेवं भंते || ॥ सत्तमो उद्देसो समत्तो || अट्ठमो उद्देसो छउमत्थे णं भंते ! मणूसे तीयमणंतं सासयं समयं केवलेणं संजमेणं जाव सव्वदुक्खाणमंतं करिंसु? एवं जहा पढमसए चउत्थुद्देसए तहा भाणियव्वं जाव अलमत्थु त्ति वत्तव्वं सिया । से णूणं भंते ! हत्थिस्स य कुंथुस्स य समे चेव जीवे ? हंता गोयमा ! हत्थियस्स य कुंथुस्स य समे चेव जीवे । एवं जहा रायप्पसेणइज्जे जाव खुइडियं वा महालियं वा। णेरइयाणं भंते ! पावे कम्मे जे य कडे, जे य कज्जइ, जे य कज्जिस्सइ सव्वे से दुक्खे, जे णिज्जिण्णे से सुहे ? हंता गोयमा ! णेरइयाणं पावे कम्मे जाव जे णिज्जिण्णे से सुहे । एवं जाव वेमाणियाणं | कइ णं भंते ! सण्णाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! दस सण्णाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- आहारसण्णा, भयसण्णा, मेहुणसण्णा, परिग्गहसण्णा, कोहसण्णा, माणसण्णा, मायासण्णा, लोभसण्णा, लोगसण्णा, ओहसण्णा | एवं जाव वेमाणियाणं । | णेरड्या दसविहं वेयणं पच्चणुभवमाणा विहरति, तं जहा- सीयं, उसिणं, खुह, पिवासं, कंडु, परज्झं, जरं, दाहं, भयं, सोगं | से णूणं भंते ! हत्थिस्स य कुंथुस्स य समा चेव अपच्चक्खाणकिरिया कज्जइ ? हंता गोयमा! हत्थिस्स य कुंथुस्स य जाव कज्जइ । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव कज्जइ ? गोयमा ! अविरइं पडुच्च । से तेणटेणं जाव कज्जइ । आहाकम्मं णं भंते ! भुंजमाणे किं बंधइ, किं पकरेइ, किं चिणाइ, किं उवचिणाइ ? 5 व 165 Page #176 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवं जहा पढमे सए णवमे उद्देसए तहा भाणियव्वं जाव सासए पंडिए, पंडियत्तं असासयं | || सेवं भंते ! सेवं भंते || ॥ अट्ठमो उद्देसो समत्तो || णवमो उद्देसो | असंवुडे णं भंते ! अणगारे बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पभू एगवण्णं एगरूवं विउव्वित्तए ? गोयमा ! णो इणढे समढे | असंवुडे णं भंते ! अणगारे बाहिरए पोग्गले परियाइत्ता पभू एगवण्णं एगरूवं विउवित्तए ? हंता, पभू । से भंते ! किं इहगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ, तत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ, अण्णत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ ? गोयमा ! इहगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ, णो तत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ, णो अण्णत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ ।। एवं एगवण्णं अणेगरूवं, अणेगवण्णं एग रूवं, अणेगवण्णं अणेगरूवं- चउभंगो । एवं जहा छट्ठसए णवमे उद्देसए तहा इह वि भाणियव्वं, देवस्स ठाणे अणगारं त्ति आलावगो; तत्थगयस्स ठाणे इहगयं त्ति भाणियव्वं । णायमेयं अरहया, सुयमेयं अरहया, विण्णायमेयं अरहया! महासिलाकंटए संगामे। महासिलाकंटए णं भंते ! संगामे वट्टमाणे के जइत्था, के पराजइत्था ? गोयमा ! वज्जी, विदेहपत्ते जइत्था; णव मल्लई, णव लेच्छई कासीकोसलगा अट्ठारस वि गणरायाणो पराजइत्था । तए णं से कोणिए राया महासिलाकंटगं संगाम उवट्ठियं जाणित्ता कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! उदाइं हत्थिरायं पडिकप्पेह, हय-गय- रहपवर-जोहकलियं चाउरंगिणिं सेणं सण्णाहेह, सण्णाहित्ता मम एयमाणत्तियं खिप्पामेव पच्चप्पिणह । तएणं ते कोडुबियपुरिसा कोणिएणं रण्णा एवं वुत्ता समाणा हट्ठ-तुट्ठ जाव अंजलिं कट्ट 'एवं सामी ! तहत्ति' आणाए विणएणं वयणं पडिसुणंति, पडिसुणित्ता खिप्पामेव छेयायरियोवएसमइकप्पणा-विकप्पेहिं सुणिउणेहिं, एवं जहा उववाइए जाव भीमं संगामियं अउज्झं उदाई हत्थिरायं पडिकप्पेंति, हय गय जाव सण्णाहेंति, सण्णाहित्ता जेणेव कूणिए राया तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता करयल जाव कूणियस्स रण्णो तमाणत्तियं पच्चप्पिणंति । तएणं से कूणिए राया जेणेव मज्जणघरं तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता, मज्जणघरं अणुप्पविसइ, मज्जणघरं अणुप्पविसित्ता बहाए जाव सव्वालंकारविभूसिएसण्णद्ध-बद्ध 166 Page #177 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त वम्मियकवए, उप्पीलिय-सरासणपट्टिए, पिणद्धगेवेज्ज-विमलवरबद्ध-चिंधपट्टे, गहियाउहप्पहरणे, सकोरंट-मल्लदामेणं छत्तेणं धरिज्जमाणेणं चउचामर- बालवीइयंगे, मंगलजयसद्दकयालोए एवं जहा उववाइए जाव जेणेव उदाई हत्थिराया तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता उदाइं हत्थिरायं दुरुढे । तए णं से कूणिए राया हारोत्थयसुकयरइयवच्छे जहा उववाइए जाव सेयवरचामराहिं उद्धव्वमाणीहिं उद्धृव्वमाणीहिं हय-गय-रह-पवर-जोहकलियाए चाउरंगिणीए सेणाए सद्धिं संपरिवुडे, महयाभडचडगरविंदपरिक्खित्ते जेणेव महासिला-कंटए संगामे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता महासिलाकंटयं संगामं ओयाए। पुरओ य से सक्के देविंदे देवराया एणं महं अभेज्जकवयं वइरपडिरूवगं विउव्वित्ता णं चिट्ठइ । एवं खल दो इंदा संगामे संगामेंति, तं जहा- देविंदे य, मणुइंदे य । एगहत्थिणा वि णं पभू कूणिए राया परिजिणित्तए | तएणं से कूणिए राया महासिलाकंटगं संगामं संगामेमाणे णव मल्लई णव लेच्छई कासीकोसलगा अट्ठारस वि गणरायाणो हयमहियपवरवीरघाइयविवडिय-चिंधद्धयपडागे किच्छपाणगए दिसोदिसिं पडिसेहित्था । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-महासिलाकंटए संगामे, महासिलाकंटए संगामे ? गोयमा ! महासिलाकंटए णं संगामे वट्टमाणे, जे तत्थ आसे वा हत्थी वा जोहे वा सारही वा, तणेण वा पत्तेण वा कटेण वा सक्कराए वा अभिहम्मइ सव्वे से जाणेइ महासिलाए अहं अभिहए | से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ महासिलाकंटए संगामे, महासिलाकंटए संगामे | महासिलाकंटए णं भंते ! संगामे वट्टमाणे कइ जणसयसाहस्सीओ वहियाओ? गोयमा ! चउरासीइं जणसयसाहस्सीओ वहियाओ । ते णं भंते ! मणुया णिस्सीला जाव णिप्पच्चक्खाणपोसहोववासा, रुढा, परिकुविया, समरवहिया, अणुवसंता कालमासे कालं किच्चा कहिं गया, कहिं उववण्णा ? गोयमा ! ओसण्णं णरग-तिरिक्खजोणिएसु उववण्णा । णायमेयं अरहया, सुयमेयं अरहया, विण्णायमेणं अरहया ! रहमुसले संगामे; रहमुसले णं भंते! संगामे वट्टमाणे के जइत्था, के पराजइत्था ? गोयमा ! वज्जी, विदेहपुत्ते, चमरे असुरिंदे असुरकुमारराया जइत्था; णव मल्लई, णव लेच्छई पराजइत्था । १३ तए णं से कूणिए राया रहमुसलं संगामं उवट्ठियं, सेसं जहा महासिलाकंटए, णवरं भूयाणंदे हत्थिराया जाव रहमुसलं संगामं ओयाए । पुरओ य से सक्के देविंदे देवराया जाव चिट्ठइ; मग्गओ य से चमरे असुरिंदे असुरकुमारराया एगं महं आयसं किढिणपडिरूवगं विउव्वित्ता णं चिट्ठइ । एवं खलु तओ इंदा संगामं संगामेंति, तं जहा- देविंदे य मणुइंदे य असुरिंदे य । एगहत्थिणा वि णं पभू कूणिए राया जइत्तए; तहेव जाव दिसोदिसि पडिसेहित्था | 167 Page #178 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १५ से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ रहमुसले संगामे, रहमुसले संगामे ? गोयमा ! रहमुसले णं संगामे वट्टमाणे एगे रहे अणासए असारहिए अणा- रोहए समुसले महया जणक्खयं जणवहं जणप्पमई जणसंवट्टकप्पं रुहिरकद्दमं करेमाणे सव्वओ समंता परिधावित्था। से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- रहमुसले संगामे, रहमुसले संगामे । रहमुसले णं भंते ! संगामे वट्टमाणे कइ जणसयसाहस्सीओ वहियाओ ? गोयमा ! छण्णउइं जणसयसाहस्सीओ वहियाओ ? ते णं भंते ! मणुया णिस्सीला जाव कहिं उववण्णा ? गोयमा ! तत्थ णं दससाहस्सीओ एगाए मच्छीए कुच्छिंसि उववण्णाओ |एगे देवलोगेस उववण्णे। एगे सुकुले पच्चायाए | अवसेसा ओसण्णं णरगतिरिक्ख- जोणिएसु उववण्णा । कम्हा णं भंते ! सक्के देविंदे देवराया, चमरे य असुरिंदे असुरकुमारराया कूणियरण्णो साहेज्जं दलयित्था। गोयमा! सक्के देविंदे देवराया पुव्वसंगइए, चमरे असुरिंदे असुरकुमारराया परियायसंगइए; एवं खलु गोयमा! सक्के देविंदे देवराया, चमरे य असुरिंदे असुरकुमारराया कूणियस्स रण्णो साहेज्जं दलयित्था । १९ बहुजणे णं भंते ! अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ, जाव परूवेइ-एवं खलु बहवे मणुस्सा अण्णयरेसु उच्चावएसु संगामेसु अभिमुहा चेव पहया समाणा कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति; से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जण्णं से बहुजणो अण्णमण्णस्स एवं आइक्खड़ जाव उववत्तारो भवंति; जे ते एवमाहंसु मिच्छं ते एवमाहंसु । अहं पुण गोयमा ! एवं आइक्खामि जाव परूवेमि--- एवं खलु गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं वेसाली णामं णयरी होत्था, वण्णओ । तत्थ णं वेसालीए णयरीए वरुणे णामं णागणत्तुए परिवसइ । अड्ढे जाव अपरिभूए; समणोवासए अभिगयजीवाजीवे जाव पडिलाभेमाणे छटुं छटेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तएणं से वरुणे णागणत्तुए अण्णया कयाइं रायाभिओगेणं, गणाभिओगेणं, बलाभिओगेणं रहमुसले संगामे आणत्ते समाणे छट्ठभत्तिए अट्ठमभत्तं अणुवट्टेइ, अणुवट्टित्ता कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! चाउग्घंटं आसरहं जुत्तामेव उवट्ठावेह; हय-गय-रह जाव सण्णाहेत्ता ममं एयं आणत्तियं पच्चप्पिणह । २१ तए णं ते कोडुबियपुरिसा जाव पडिसुणेत्ता खिप्पामेव सच्छत्तं सज्झयं जाव उवट्ठावेंति, हय गय रह जाव सण्णाति, सण्णाहित्ता जेणेव वरुणे णागणत्तुए जाव पच्चप्पिणंति | तएणं से वरुणे णागणत्तुए जेणेव मज्जणघरे तेणेव उवागच्छइ, जहा कूणिओ जाव जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला, जेणेव चाउग्घंटे आसरहे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता चाउग्घंटं 168 Page #179 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त आसरहं दुरुहइ, दुरुहित्ता हय गय रह जाव संपरिवुडे, महयाभडचडगरविंद परिक्खित्ते जेणेव रहमुसलं संगामे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता रहमुसलं संगामं ओयाओ | तएणं से वरुणे णागणत्तुए रहमुसलं संगाम ओयाए समाणे अयमेयारूवं अभिग्गहं अभिगेण्हइ- कप्पड़ मे रहमुसलं संगामं संगामेमाणस्स जे पुव्विं पहणइ से पडिहणित्तए, अवसेसे णो कप्पइ त्ति; अयमेयारूवं अभिग्गहं अभिगेण्हइ, अभिगेण्हेत्ता रहमुसलं संगामं संगामेइ । २४ तएणं तस्स वरुणस्स णागणत्तुयस्स रहमुसलं संगामं संगामेमाणस्स एगे पुरिसे सरिसए सरिसत्तए सरिसव्वए सरिसभंडमत्तोवगरणे रहेणं पडिरहं हव्वं आगए | तएणं से पुरिसे वरुणं णागणत्तुयं एवं वयासी- पहण भो वरुण णागणत्तुया! पहण भो वरुण णागणत्तुया, तए णं से वरुणे णागणतुए तं पुरिसं एवं वयासी-णो खलु मे कप्पड़ देवाणुप्पिया! पुट्विं अहयस्स पहणित्तए, तुमं चेव णं पुट्विं पहणाहि। तएणं से पुरिसे वरुणेणं णागणत्तुएणं एवं वुत्ते समाणे आसुरत्ते जाव मिसि- मिसेमाणे धणं परामुसइ, धणुं परामुसित्ता उसुं परामुसइ, उसुं परामुसित्ता ठाणं ठाइ ठाणं ठिच्चा आययकण्णाययं उसुं करेइ, आययकण्णाययं उसं करेत्ता वरुणं णाग- णत्तुयं गाढप्पहारी करेइ। तएणं से वरुणे णागणत्तुए तेणं पुरिसेणं गाढप्पहारीकए समाणे आसुरत्ते जाव मिसिमिसेमाणे धणुं परामुसइ, धणुं परामुसित्ता उसुं परामुसइ, उसुं परामुसित्ता ठाणं ठाइ, ठाणं ठिच्चा आययकण्णाययं उसुं करेइ, आययकण्णाययं उसुं करेत्ता तं पुरिसं एगाहच्चं कूडाहच्चं जीवियाओ ववरोवेइ । तए णं से वरुणे णागणत्तुए तेणं पुरिसेणं गाढप्पहारीकए समाणे अत्थामे, अबले, अवीरिए, अपुरिसक्कारपरक्कमे अधारणिज्जमिति कट्ट तुरए णिगिण्हइ, तुरए णिगिण्हित्ता रहं परावत्तेइ रहं परावत्तित्ता रहमुसलाओ संगामाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता, एगंतमंतं अवक्कमइ, एगंतमंतं अवक्कमित्ता तुरए णिगिण्हइ, तुरए णिगिण्हित्ता रहं ठवेइ, रहं ठवेत्ता रहाओ पच्चोरुहइ, रहाओ पच्चोरुहित्ता तुरए मोएइ, तुरए मोएत्ता तुरए विसज्जेइ, तुरए विसज्जित्ता दब्भसंथारगं संथरइ, दब्भसंथारगं संथरित्ता दब्भसंथारगं दुरूहइ, दब्भसंथारगं दुरूहित्ता पुरत्थाभिमुहे संपलियंक णिसण्णे, करयल संपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्ट एवं वयासी-णमोत्थुणं अरिहंताणं भगवंताणं जाव संपत्ताणं, णमोत्थुणं समणस्स भगवओ महावीरस्स आइगरस्स जाव संपाविउकामस्स मम धम्मायरियस्स धम्मोव-देसगस्स; वंदामि णं भंगवंतं तत्थगयं इहगए, पासउ मे से भगवं तत्थगए जाव वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-पुव्विं पि मए समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए थूलए पाणाइवाए चक्खाए जावज्जीवाए: एवं जाव थलए परिग्गहे पच्चक्खाए जावज्जीवाए: इयाणिं पि णं अहं तस्सेव भगवओ महावीरस्स अंतिए सव्वं पाणाइवायं पच्चक्खामि जावज्जीवाए, एवं जहा खंदओ जाव एयं पि य णं चरिमेहिं ऊसास णीसासेहिं वोसिरिस्सामि त्ति कट्ट सण्णाहपढें 169 Page #180 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त मुयइ, सण्णाहपढें मुइत्ता सल्लुद्धरणं करेइ, सल्लुद्धरणं करेत्ता आलोइयपडिक्कंते, समाहिपत्ते, आणुपुव्वीए कालगए | तएणं तस्स वरुणस्स णागणत्तुयस्स एगे पियबालवयंसए रहमुसलं संगामं संगामेमाणे एगेणं पुरिसेणं गाढप्पहारीकए समाणे अत्थामे अबले जाव अधार-णिज्जमिति कट्ट जहा वरुणं णागणत्तुयं रहमुसलाओ संगामाओ पडिणिक्खममाणं पासिए तहा ते वि तुरए णिगिण्हइ, तुरए णिगिण्हित्ता रहं परावत्तेइ, रहं परावत्तित्ता रहसमुसलाओ संगामाओ जाव तुरए विसज्जेइ, पडसंथारगं दुरुहइ, पडसंथारगं दुरुहित्ता पुरत्थाभिमुहे जाव अंजलिं कट्ट एवं वयासी- जाइं णं भंते ! मम पिय- बालवयंसस्स वरुणस्स णागणत्तुयस्स सीलाई वयाइं गुणाई वेरमणाई पच्चक्खाण पोसहोववासाइं, ताई णं ममं पि भवंतु त्ति कट्ट सण्णाहपढें मुयइ, सण्णाहपढें मुइत्ता सल्लुद्धरणं करेइ, सल्लुद्धरणं करेत्ता आणुपुव्वीए कालगए | तए णं वरुणं णागणत्तुयं कालगयं जाणित्ता अहासण्णिहिएहिं वाणमंतरेहिं देवेहिं दिव्वे सुरभिगंधोदगवासे वुढे, दसद्धवण्णे कुसुमे णिवाइए, दिव्वे य गीयगंधव्वणिण्णाए कए यावि होत्था । तएणं तस्स वरुणस्स णागणत्तुयस्स तं दिव्वं देविढिं, दिव्वं देवज्जुइं, दिव्वं देवाणुभागं सुणित्ता य पासित्ता य बहुजणो अण्णमण्णस्स एवं आइक्खड़ जाव परूवेइ-एवं खलु देवाणुप्पिया ! बहवे मणुस्सा जाव देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति। वरुणे णं भंते ! णागणत्तुए कालमासे कालं किच्चा कहिं गए, कहिं उव- वण्णे ? गोयमा ! सोहम्मे कप्पे, अरुणाभे विमाणे देवत्ताए उववण्णे | तत्थ णं अत्थेगइयाणं देवाणं चत्तारि पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता । तत्थ णं वरुणस्स वि देवस्स चत्तारि पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता । से णं भंते ! वरुणे देवे ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं भवक्खएणं ठिड- क्खएणं जाव अंतं करेहिइ । वरुणस्स णं भंते ! णागणत्तुयस्स पियबालवयंसए कालमासे कालं किच्चा कहिं गए, कहिं __उववण्णे ? गोयमा! सुकुले पच्चायाए | से णं भंते ! तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ? गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं काहिइ । || सेवं भंते ! सेवं भते ! ॥ || णवमो उद्देसो समत्तो || दसमो उद्देसो १ तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे होत्था, वण्णओ | गुणसीलए चेइए जाव पुढविसिलापट्टए होत्था, वण्णओ । 170 Page #181 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तस्स णं गुणसीलयस्स चेइयस्स अदूरसामंते बहवे अण्णउत्थिया परिवसंति, तं जहाकालोदाई सेलोदाई सेवालोदाई उदए णामुदए णम्मुदए अण्णवालए सेलवालए संखवालए सुहत्थी गाहावई। तए णं तेसिं अण्णउत्थियाणं अण्णया कयाइं एगयओ सहियाणं समुवागयाणं सण्णिविट्ठाणं सण्णिसण्णाणं अयमेयारूवे मिहोकहासमुल्लावे समुप्पज्जित्था- एवं खलु समणे णायपुत्ते पंच अत्थिकाए पण्णवेइ, तं जहा- धम्मत्थिकायं जाव पोग्गलत्थिकायं | तत्थ णं समणे णायपुत्ते चत्तारि अत्थिकाए अजीवकाए पण्णवेइ, तं जहा- धम्मत्थिकायं, अधम्मत्थिकायं, आगासत्थिकायं, पोग्गलत्थिकायं; एगं च णं समणे णायपुत्ते जीवत्थिकायं अरूविकायं जीवकायं पण्णवेइ । तत्थ णं समणे णायपुत्ते चत्तारि अत्थिकाए अरूविकाए पण्णवेइ तं जहा- धम्मत्थिकायं अधम्मत्थि-कायं आगासत्थिकायं जीवत्थिकायं; एगं च णं समणे णायपुत्ते पोग्गलत्थिकायं रूविकायं अजीवकायं पण्णवेइ; से कहमेयं मण्णे एवं | तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवे महावीरे जाव गुणसीलए चेइए समोसढे जाव परिसा पडिगया । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेट्टे अंतेवासी इंदभूई णाम अणगारे गोयमगोत्तेणं, एवं जहा बितियसए णियंठद्देसए जाव भिक्खायरियाए अडमाणे अहापज्जत्तं भत्तपाणं पडिग्गहित्ता रायगिहाओ णयराओ पडिणिक्खमइ अतुरियं अचवलं असंभंतं जाव रियं सोहेमाणे सोहेमाणे तेसिं अण्णउत्थियाणं अदूरसामंतेणं वीइवयइ । तए णं ते अण्णउत्थिया भगवं गोयमं अदूरसामंतेण वीइवयमाणं पासंति, पासित्ता अण्णमण्णं सद्दावेंति, सद्दावेत्ता एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हे इमा कहा अविप्पकडा, अयं च णं गोयमे अम्हं अदूरसामंतेणं वीईवयइ । तं सेयं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हं गोयमं एयमटुं पुच्छित्तए त्ति कट्ट अण्णमण्णस्स अंतिए एयमद्वं पडिसुणंति, पडिसुणित्ता जेणेव भगवं गोयमे तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता भगवं गोयमं एवं वयासीएवं खलु गोयमा ! तव धम्मायरिए धम्मोवएसए समणे णायपुत्ते पंच अत्थिकाए पण्णवेइ, तं जहा- धम्मत्थिकायं जाव पोग्गलत्थिकायं; तं चेव जाव एगं च णं समणे णायपुत्ते पोग्गलत्थिकायं रूविकायं अजीवकायं पण्णवेइ; से कहमेयं गोयमा! एवं ? तए णं से भगवं गोयमे ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- णो खलु वयं देवाणुप्पिया! अत्थिभावं वं अत्थि त्ति वयामो; अम्हे णं देवाणप्पिया! सव्वं अत्थिभावं अत्थि त्ति वयामो, सव्वं पत्थिभावं पत्थि त्ति वयामो; ते चेयसा (वेदसा) खलु तुब्भे देवाणुप्पिया! एयमढे सयमेव पच्चुवेक्खह त्ति कट्ट ते अण्णउत्थिए एवं वयइ, वइत्ता जेणेव गुणसीलए चेइए जेणेव समणे भगवं महावीरे एवं जहा णियंठुद्देसए जाव भत्तपाणं पडिदंसेइ, पडिदंसित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता णच्चासण्णे जाव पज्जुवासइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे महाकहापडिवण्णे या वि होत्था, कालोदाई य तं देसं हव्वं आगए । 171 Page #182 -------------------------------------------------------------------------- ________________ M भगवई सुत्त कालोदाइ ! त्ति समणे भगवं महावीरे कालोदाई एवं वयासी- से णूणं ते कालोदाई ! अण्णया कयाइ एगयओ सहियाणं समुवागयाणं सण्णिविद्वाणं तहेव जाव से कहमेयं मण्णे एवं ? से कालोदाई ! अट्ठे समट्ठे ? हंता, अत्थि । १० तं सच्चे णं एसमट्ठे कालोदाई ! अहं पंचत्थिकायं पण्णवेमि, तं जहा- धम्मत्थिकायं जाव पोग्गलत्थिकायं । तत्थ णं अहं चत्तारि अत्थिकाए अजीवकाए पण्णवेमि, तहेव जाव एगं च णं अहं पोग्गलत्थिकायं रूविकायं अजीवकायं पण्णवेमि । तणं से कालोदाई समणं भगवं महावीरं एवं वयासी- एयंसि णं भंते ! धम्मत्थिकासि अधम्मत्थिकायंसि आगासत्थिकायंसि अरूविकायंसि अजीवकायंसि चक्किया केई आसइत्तए वा सइत्तए वा चिट्ठइत्तए वा णिसीइत्तए वा तुयट्टित्तए वा ? णो इणट्ठे समट्ठे । कालोदाई ! एगंसि णं पोग्गलत्थिकायंसि रूविकायंसि अजीवकायंसि चक्किया केई आसइत्तए वा सइत्तए वा जाव तुयट्टित्तए वा । G एयंसि णं भंते ! पोग्गलत्थिकायंसि रूविकायंसि, अजीवकायंसि जीवाणं पावा कम्मा पावफलविवागसंजुत्ता कज्जंति ? णो इणट्ठे समट्ठे । कालोदाई ! एयंसि णं जीवत्थिकायंसि अरूविकायंसि जीवाणं पावा कम्मा पावफलविवागसंजुत्ता कज्जति । एत्थ णं से कालोदाई संबुद्धे; समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता, णमंसित्ता एवं वयासी- इच्छामि णं भंते ! तुब्भं अंतियं धम्मं णिसामेत्तए । एवं जहा खंदए तहेव पव्वइए, तहेव एक्कारस अंगाई जाव विहरइ । तए णं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइ रायगिहाओ णयराओ, गुणसीलाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता बहिया जणवयविहारं विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे गुणसीलए चेइए होत्था । तणं समणं भगवं महावीरे अण्णया कयाइ जाव समोसढे जाव परिसा पडिगया । तणं से कालोदाई अणगारे अण्णया कयाइ जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- अत्थि णं भंते! जीवाणं पावा कम्मा पावफलविवागसंजुत्ता कज्जंति? हंता, अत्थि । कहं णं भंते ! जीवाणं पावा कम्मा पावफलविवागसंजुत्ता कज्जंति ? कालोदाई ! से जहाणामए केइ पुरिसे मणुण्णं थालीपागसुद्धं अट्ठारस- वंजणाउणं विससम्मिस्सं भोयणं भुंजेज्जा, तस्स णं भोयणस्स आवाए भद्दए भवइ, तओ पच्छा परिणममाणे परिणममाणे दुरूवत्ताए, दुगंधत्ताए जहा महासवए जाव भुज्जो भुज्जो परिणमइ। एवामेव कालोदाई ! जीवाणं पाणाइवाए जाव मिच्छा-दंसणसल्ले, तस्स णं आवाए भद्दए भवइ, तओ पच्छा विपरिणममाणे विपरिणममाणे दुरूवत्ताए जाव भुज्जो भुज्जो परिणम । एवं खलु कालोदाई ! जीवाणं पावा कम्मा पावफलविवागसंजुत्ता कज्जंति । 172 Page #183 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११ १२ |१३ १४ १६ भगवई सुत्त अत्थि णं भंते ! जीवाणं कल्लाणा कम्मा कल्लाणफलविवागसंजुत्ता कज्जंति? हंता, अत्थि । कहं णं भंते ! जीवाणं कल्लाणा कम्मा जाव कज्जंति ? कालादाई ! से जहाणामए केई पुरिसे मणुण्णं थालीपागसुद्धं अट्ठारस- वंजणाउलं ओसहमिस्सं भोयणं भुंजेज्जा, तस्स णं भोयणस्स आवाए णो भद्दए भवइ, तओ पच्छा परिणममाणे परिणममाणे सुरूवत्ताए सुवण्णत्ताए जाव सुहत्ताएणो दुक्खत्ताए भुज्जो भुज्जो परिणमइ; एवामेव कालोदाई! जीवाणं पाणाइवायवेरमणे जाव परिग्गहवेरमणे, कोहविवेगे जाव मिच्छादंसणसल्लविवेगे, तस्स णं आवाए णो भद्दए भवइ, तओ पच्छा परिणममाणे परिणममाणे सुरूवत्ताए जाव णो दुक्खत्ताए भुज्जो भुज्जो परिणमइ । एवं खलु कालोदाई ! जीवाणं कल्लाणा कम्मा कल्लाण- फलविवाग-संजुत्ता कज्जंति । दो भंते ! पुरिसा सरिसया जाव सरिसभंडमत्तोवगरणा अण्णमण्णेणं सद्धिं अगणिकायं समारंभंति, तत्थ णं एगे पुरिसे अगणिकायं उज्जालेइ, एगे पुरिसे अगणिकायं णिव्वावेइ, एएसि णं भंते ! दोन्हं पुरिसाणं कयरे पुरिसे महाकम्म- तराए चेव महाकिरियतराए चेव महासवतराए चेव महावेयणतराए चेव? कयरे वा पुरिसे अप्पकम्मतराए चेव जाव अप्पवेयणतराए चेव ? जे वा से पुरिसे अगणिकायं उज्जालेइ, जे वा से पुरिसे अगणिकायं णिव्वावेइ ? कालोदाई ! तत्थ णं जे से पुरिसे अगणिकायं उज्जालेइ से णं पुरिसे महाकम्मतराए चेव जाव महावेयणतराए चेव । तत्थ णं जे से पुरिसे अगणिकायं णिव्वावेइ से णं पुरिसे अप्पकम्मतराए चेव जाव अप्पवेयणतराए चेव । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वच्चइ- तत्थ णं जे से पुरिसे जाव अप्पवेयणतराए चेव ? कालोदाई ! तत्थ णं जे से पुरिसे अगणिकायं उज्जालेइ से णं पुरिसे बहुतरागं पुढविकायं समारंभइ, बहुतरागं आउक्कायं समारंभइ, अप्पतरागं तेउकायं समारंभइ, बहुतरागं वाउकायं समारंभइ, बहुतरागं वणस्सइकायं समारंभइ, बहुतरागं तसकायं समारंभइ । तत्थ णं जे से पुरिसे अगणिकायं णिव्वावेइ, से णं पुरिसे अप्परागं पुढविक्कायं समारंभइ, अप्पतरागं आउक्कायं समारंभइ, बहुतरागं तेउक्कायं समारंभइ, अप्पतरागं वाउकायं समारंभइ, अप्परागं वणस्सइकायं समारंभइ, अप्पतरागं तसकायं समारंभइ । से तेणद्वेणं कालोदाई ! जाव अप्पवेयणतराए चेव । अत्थि णं भंते! अचित्ता वि पोग्गला ओभासंति, उज्जोवेंति, तवेंति, पभासेंति ? हंता, अत्थि I कयरे णं भंते ! अचित्ता वि पोग्गला ओभासंति जाव पभासेंति ? कालोदाई ! कुद्धस्स अणगारस्स तेयलेस्सा णिसट्ठा समाणी दूरं गया, दूरं णिपतति, देसं गया देसं णिपतति, जहिं जहिं णं सा णिपतति, तहिं तहिं णं ते अचित्ता वि पोग्गला ओभासंति जाव पभासेंति । एएणं कालोदाई ! ते अचित्ता वि पोग्गला ओभासंति जाव पभासंति । 173 Page #184 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १७ R 3 14 भगवई सुत्त तणं से कालोदाई अणगारे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता बहूहिं जाव अप्पाणं भावेमाणे जहा पढमसए कालास-वेसियपुत्ते जाव चउत्थछट्ठट्ठम सव्वदुक्खप्पहीणं। ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ ॥ दसमो उद्देसो समत्तो ॥ ॥सत्तमं सतं समत्तं ॥ असतं पढमो उद्देशो पोग्गल आसीविस रुक्ख, किरिय आजीव फासुयमदत्ते । पडिणीय बंध आहारणा य, दस अट्ठमम्मि सए || रायगिहे जाव एवं वयासी कइविहा णं भंते! पोग्गला पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा पोग्गला पण्णत्ता, तं जहा- पओगपरिणया, मीससापरिणया, वीससापरिणया य । पओगपरिणया णं भंते ! पोग्गला कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा- एगिंदिय-पओगपरिणया जाव पंचिंदिय- पओगपरिणया । एगिंदियपओगपरिणया णं भंते! पोग्गला कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा- पुढविक्काइय-एगिंदियपओगपरिणया जाव वणस्सइकाइयएगिंदिय- पओगपरिणया । पुढविक्काइय एगिंदियपओगपरिणया णं भंते ! पोग्गला कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सुहुमपुढविक्काइय- एगिंदिय- पओगपरिणया, बादरपुढविक्काइय- एगिंदियपओगपरिणया य । आउक्काइय- एगिंदियपओगपरिणया एवं चेव, एवं दुयओ भेओ जाव वणस्सइकाइया य । बेइंदियपओगपरिणयाणं, पुच्छा ? गोयमा! अणेगविहा पण्णत्ता । एवं तेइंदियपओगपरिणया, चउरिंदिय पओगपरिणया वि । पंचिंदिय-पओगपरिणयाणं, पुच्छा ? 174 Page #185 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा! चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहा- णेरइयपंचिंदिय-पओगपरिणया, तिरिक्ख-जोणियपंचिंदिय- पओगपरिणया, मणुस्सपंचिंदिय-पओगपरिणया, देवपंचिंदिय-पओगपरिणया य। णेरइयपचिंदिय-पओगपरिणयाणं पुच्छा ? । गोयमा ! सत्तविहा पण्णत्ता, तं जहा- रयणप्पभापुढवि-णेरइय-पंचिंदिय- पओगपरिणया वि जाव अहेसत्तमपुढवि णेरइय पंचिंदिय-पओगपरिणया वि | तिरिक्खजोणिय-पंचिंदिय-पओगपरिणयाणं, पुच्छा ? गोयमा ! तिविहा पण्णत्ता, तं जहा- जलयरतिरिक्खजोणिय-पंचिंदिय-पओगपरिणया, थलयरतिरिक्खजोणिय-पंचिंदियपओगपरिणया खहयर-तिरिक्ख-जोणियपंचिंदियपओगपरिणया। ९ जलयर-तिरिक्खजोणिय-पंचिंदिय-पओगपरिणयाणं पच्छा ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- समुच्छिम-जलयर-तिरिक्खजोणिय-पंचिंदियपओगपरिणया, गब्भवक्कंतिय-जलयर- तिरिक्खजोणिय- पंचिंदिय- पओग परिणया । थलयर-तिरिक्खजोणिय-पंचिंदिय-पओगपरिणयाणं पुच्छा ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- चउप्पयथलयर- तिरिक्खजोणिय-पंचिंदिय- पओगपरिणया, परिसप्प- थलयर-तिरिक्खजोणिय- पंचिंदिय- पओगपरिणया । चउप्पयथलयर-तिरिक्खजोणिय-पंचिंदिय-पओगपरिणयाणं गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- समुच्छिम-चउप्पयथलयर, तिरिक्खजोणिय- पंचिंदियपओगपरिणया, गब्भवक्कंतिय-चउप्पयथलयर-तिरिक्खजोणिय-पंचिंदिय- पओगपरिणया । एवं एएणं अभिलावेणं परिसप्पा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- उरपरिसप्पा य भुयपरिसप्पा य। उरपरिसप्पा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- संमुच्छिमा य गब्भवक्कंतिया य । एवं भुयपरिसप्पा वि, एवं खहयरा वि । मणुस्सपंचिंदियपओग परिणयाणं, पुच्छा ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- संमुच्छिम-मणुस्सपंचिंदिय-पओगपरिणया, गब्भवक्कंतियमणुस्स- पंचिंदिय-पओगपरिणया । देवपंचिंदिय-पओगपरिणयाणं, पुच्छा ? गोयमा ! चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहा- भवणवासि- देवपंचिंदिय- पओगपरिणया, एवं जाव वेमाणिया । भवणवासिदेव-पंचिंदिय-पओगपरिणयाणं, पुच्छा ? गोयमा ! दसविहा पण्णत्ता, तं जहा- असुरकुमारदेव-पंचिंदिय- पओगपरिणया जाव नारदेव- पंचिंदिय-पओगपरिणया । एवं एएणं अभिलावेणं अट्ठविहा वाणमंतरा तं जहा 175 Page #186 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १६ १७ १८ १९ २० २१ २२ २३ भगवई सुत्त पिसाया जाव गंधव्वा । पंचविहा जोइसिया, तं जहा- चंदविमाण- जोइसियदेव - पंचिंदियपओगपरिणया जाव ताराविमाण- जोइसियदेव - पंचिदिय-पओगपरिणया । वेमाणिया पओगपरिणया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- कप्पोवग-वेमाणिय पओगपरिणया, कप्पाईयवेमाणिय- पओगपरिणया । कप्पोवगवेमाणिय-पओगपरिणया दुवालसविहा पण्णत्ता, तं जहा- सोहम्मकप्पोवगवेमाणिया जाव अच्चुयकप्पोवग- वेमाणिया पओगपरिणया । कप्पाईयवेमाणिया पओगपरिणया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- गेवेज्जग-कप्पाईय वेमाणिया पओगपरिणया, अणुत्तरोववाईय-कप्पाईय-वेमाणिय-पओगपरिणया 1 गेवेज्ज-कप्पाईयवेमाणिय-पओगपरिणया णवविहा पण्णत्ता, तं जहा - हेट्ठिम-हेट्ठिम- गेवेज्जग- कप्पाईयवेमाणिय-पओगपरिणया जाव उवरिम- उवरिम- गेवेज्ज- कप्पाईय- वेमाणिय- पओगपरिणया । अणुत्तरोववाइय-कप्पाईय-वेमाणियदेव पंचिंदिय-पओगपरिणया णं भंते ! पोग्गला कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा - विजयअणुत्तरोववाइय- कप्पाईय वेमाणिय-पओगपरिणया जाव सव्वट्ठसिद्ध- अणुत्तरोववाइय-कप्पाईय-वेमाणियदेव पंचिंदिय- पओगपरिणया । सुहुम-पुढविक्काइय-एगिंदिय-पओगपरिणया णं भंते पोग्गला कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्तग-सुहुमपुढविक्काइय-एगिंदिय- पओग परिणया य अपज्जत्तग- सुहुम-पुढविक्काइय एगिंदिय पओग परिणया य । बादर पुढविक्काइयएगिंदिय पओगपरिणया एवं चेव । एवं जाव वणस्सइकाइया । एक्केक्का दुविहा सुहुमा य बायरा य पज्जत्तगा अपज्जत्तगा य भाणियव्वा । बेइंदियपओगपरिणयाणं, पुच्छा ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्तगबेइंदियपओगपरिणया य अपज्जत्तग बेइंदियपओग परिणया य । एवं तेइंदिया, चउरिंदिया वि । रयणप्पभापुढविणेरइय पओगपरिणयाणं, पुच्छा ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्तग-रयणप्पभापुढवी - णेरड्य-पओग-परिणया य अपज्जत्तग-रयणप्पभापुढवी-णेरइय-पओगपरिणया य । एवं जाव असत्तमा । संमुच्छिम-जलयर-तिरिक्खजोणिय-पंचेंदिय-पओगपरिणयाणं, पुच्छा ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य । एवं गब्भवक्कंतिया वि। संमुच्छिम- चउप्पय-थलयरा एवं चेव; एवं गब्भवक्कंतिया वि । एवं जाव संमुच्छिम-खहयरा य गब्भवक्कंतिय-खहयरा य, एक्केक्के पज्जत्तगा अपज्जत्तगा य भाणियव्वा । संमुच्छिम-मणुस्स-पंचिंदिय-पओगपरिणयाणं, पुच्छा ? गोयमा ! एगविहा पण्णत्ता अपज्जत्तगा चेव । गब्भवक्कंतिय-मणुस्स-पंचिंदिय-पओगपरिणयाणं, पुच्छा ? 176 Page #187 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-पज्जत्तगगब्भवक्कंतिया य अपज्जत्तग- गब्भवक्कंतिया असुरकुमार भवणवासिदेवाणं, पुच्छा ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्तग-असुरकुमारा य, अपज्जत्तग- असुरकुमारा य, एवं जाव थणियकुमारा पज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य भाणियव्वा । एवं एएणं अभिलावेणं दुयएणं भेएणं पिसाया जाव गंधव्वा । चंदा जाव ताराविमाणा । सोहम्मकप्पोवगा जाव अच्चुओ; हेहिम-हेडिम-गेविज्ज-कप्पाईयं जाव उवरिम-उवरिमगेविज्ज-कप्पाईयं। एवं विजय- अणुत्तरोववाइय-कप्पाईयं जाव अपराजिय-अणुत्तरोववाइयकप्पाईयं । सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय-कप्पाईय, पुच्छा ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्ता-सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय- कप्पाईय परिणया य अपज्जत्ता- सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय-कप्पाईय परिणया य ।। जे अपज्जत्ता-सुहुम-पुढविक्काइय-एगिदिय-पओगपरिणया ते ओरालिय-तेयाकम्मगसरीरप्पओगपरिणया । जे पज्जत्त-सुहम-पुढविक्काइय-एगिदिय-पओग परिणया ते ओरालियतेयाकम्मग-सरीर-प्पओगपरिणया । एवं जाव चरिंदिया पज्जत्ता । णवरं जे पज्जत्ता-बायर-वाउकाइय-एगिंदिय-प्पओगपरिणया ते ओरालिया- वेउव्विय-तेयाकम्मगसरीरप्पओगपरिणया; सेसं तं चेव । जे अपज्जत्त-रयणप्पभापुढवि-णेरइय-पंचिंदिय-पओगपरिणया ते वेठव्विय- तेयाकम्मगसरीरप्पओगपरिणया। एवं पज्जत्तगा वि | एवं जाव अहेसत्तमा । जे अपज्जत्तग-समुच्छिमजलयर-पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिय-पओगपरिणया ते ओरालियतेयाकम्मगसरीर- परिणया | एवं पज्जत्तगा वि | गब्भवक्कंतिय- अपज्जत्तगा एवं चेव । पज्जत्तगा णं एवं चेव, णवरं सरीरगाणि चत्तारि जहा बायरवाउक्कायाणं पज्जत्तगाणं । एवं जहा जलयरेसु चत्तारि आलावगा भणिया एवं चउप्पय-उरपरिसप्प-भुयपरिसप्प- खहयरेसु वि चत्तारि आलावगा भाणियव्वा । -पंचिंदिय-पओगपरिणया ते ओरालिय-तेयाकम्मसरीर-प्पओगपरिणया । एवं गब्भवक्कंतिया वि; अपज्जत्तग-पज्जत्तगा वि एवं चेव, णवरं सरीरगाणि पंच भाणियव्वाणि | जे अपज्जत्ता असुरकुमारभवणवासी ते जहा जेरइया । एवं पज्जत्तगा वि । एवं दुयएणं भेएणं जाव थणियकुमारा | एवं पिसाया जाव गंधव्वा | चंदा जाव ताराविमाणा। सोहम्मकप्पो जाव अच्चुओ; हेट्ठिमहेट्ठिमगेवेज्जगा जाव उवरिम-उवरिमगेवेज्जगा। विजयअणुत्तरोववाइए जाव सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइए। एक्केक्के णं दुयओ भेओ भाणियव्वो जाव जे य पज्जत्त 177 Page #188 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सव्वद्वसिद्ध-अणुत्तरोववाइय-कप्पाईय पओगपरिणया । जाव परिणया ते वेउव्विय-तेयाकम्मगसरीर जे अपज्जत्ता-सुहमपुढविक्काइय-एगिंदिय-पओगपरिणया ते फासिंदिय-पओगपरिणया। पज्जत्ता-सुहुमपुढविक्काइया वि एवं चेव । एवं अपज्जत्ता, पज्जत्ता बायरपुढविक्काइया य । एवं चउक्कएणं भेएणं जाव वणस्सइकाइया । जे अपज्जत्ता-बेइंदिय-पओगपरिणया ते जिब्भिंदिय-फासिंदिय-पओगपरिणया, पज्जत्ता बेइंदिया वि एवं चेव। एवं जाव चरिंदिया; णवरं एक्केक्कं इंदियं वड्ढेयव्वं । जे अपज्जत्त-रयणप्पभापढवि-णेरइय-पंचिंदिय-पओगपरिणया ते सोइंदिय-चक्खिंदियघाणिदिय-जिभिंदिय- फासिंदिय-पओगपरिणया । एवं पज्जत्तगा वि, एवं सव्वे भाणियव्वा । तिरिक्खजोणिय-मणुस्स-देवा जाव जे पज्जत्ता-सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय जाव परिणया ते सोइंदिय- चक्खिंदिय जाव फासिंदिय-पओगपरिणया । जे अप्पज्जत्ता-सुहमपुढविक्काइय-एगिंदिय-ओरालिय-तेया-कम्मग-सरीरपओग- परिणया ते फासिंदिय- प्पओगपरिणया। पज्जत्ता-सुहम-पुढविक्काइय-एगिंदया एवं चेव। बायर-अपज्जत्ता वि एवं चेव । एवं बायर पज्जत्तगा वि । एवं एएणं अभिलावेणं जस्स जइ इंदियाणि सरीराणि य तस्स ताणि भाणियव्वाणि जाव जे पज्जत्ता-सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय-कप्पाईय जाव देवपंचिंदिय-वेउव्विय-तेयाकम्मगसरीरप्पओगपरिणया ते सोइंदिय-चक्खिंदिय जाव फासिंदिय- पओगपरिणया। जे अपज्जत्ता-सुहम-पुढविक्काइय-एगिंदिय-पओग-परिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि, णील-लोहिय-हालिद्द-सुक्किल वण्ण परिणया वि, गंधओ सुब्भिगंधपरिणया वि; दुब्भिगंधपरिणया वि; रसओ तित्तरसपरिणया वि, कडुयरसपरिणया वि कसायरसपरिणया वि, अंबिलरसपरिणया वि, महररसपरिणया वि; फासओ कक्खडफासपरिणया वि जाव लक्खफासपरिणया वि; संठाणओ परिमंडलसंठाणपरिणया वि, वट्ट-तंस-चउरंस- आययसंठाणपरिणया वि | पज्जत्ता सुहमपुढवि काइया वि एवं चेव । एवं जहाणुपुव्वीए णेयव्वं जाव जे पज्जत्ता सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय जाव परिणया ते वण्णओ काल- वण्णपरिणया वि जाव आयय-संठाणपरिणया वि । जे अपज्जत्ता-सुहम-पुढविक्काइय-एगिंदिय-ओरालिय-तेया-कम्मा-सरीरप्पओग-परिणया ते वण्णओ काल- वण्णपरिणया वि जाव आयय-संठाणपरिणया वि । पज्जत्ता-सुहुमपुढविक्काइया वि एवं चेव । एवं जहाणुपुव्वीए णेयव्वं, जस्स जइ सरीराणि जाव जे पज्जत्ता-सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइयकप्पाईय-वेमाणियदेव-पंचिंदिय-वेउव्विय-तेया-कम्मासरीर-पओग परिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि जाव आययसंठाणपरिणया वि | 178 Page #189 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३७ ३८ ३९ ४० ४१ ४२ जे वण्णओ अपज्जत्ता-सुहुम-पुढविक्काइय- एगिंदिय-फासिंदिय-पओगपरिणया कालवण्णपरिणया वि जाव आययसंठाणपरिणया वि । पज्जत्तासुहुमपुढविकाइया वि एवं चेव। एवं जहाणुपुव्वीए जस्स जइ इंदियाणि तस्स तइ भाणियव्वाणि जाव जे पज्जत्तासव्वट्ठसिद्ध- अणुत्तरोववाइयकप्पाईय देवपंचिंदिय-सोइंदिय जाव फासिंदिय-पओगपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि जाव आयसंठाणपरिणया वि । भगवई सुत्त पत्ता-सुम-पुढविक्काइय- एगिंदिय-ओरालिय- तेया- कम्मा - फासिंदिय-पओगपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि जाव आययसंठाणपरिणया वि । पज्जत्तासुहुमपुढविक्काइया वि एवं चेव । एवं जहाणुपुव्वीए जस्स जइ सरीराणि इंदियाणि य तस्स तइ भाणियव्वाणि जाव जे पज्जत्ता- सव्वट्ठसिद्ध- अणुत्तरोववाइय- कप्पाईय-वेमाणियदेव पंचिंदिय-वेउव्विय तेया-कम्मासोइंदिय जाव फासिंदिय- पओगपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि जाव आययसंठाणपरिणया वि । एवं एए णव दंडगा । मीसापरिणया णं भंते! पोग्गला कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा- एगिंदिय-मीसापरिणया जाव पंचिंदिय- मीसापरिणया । एगिंदिय-मीसापरिणया णं भंते ! पोग्गला कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! जहा पओगपरिणएहिं णव दंडगा भणिया, एवं मीसापरिणएहिं वि णव दंडगा भाणियव्वा, तहेव सव्वं णिरवसेसं, णवरं अभिलावो 'मीसापरिणया' भाणियव्वं । जाव जे पज्जत्ता-सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय जाव आययसंठाणपरिणया वि । वीससापरिणया णं भंते ! पोग्गला कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा- वण्णपरिणया, गंधपरिणया, रसपरिणया, फासपरिणया, संठाणपरिणया । जे वण्णपरिणया ते पंचविहा, तं जहा- कालवण्ण- परिणया जाव सुक्किल्लवण्णपरिणया । जे गंधपरिणया ते दुविहा पण्णत्ता तं जहा - सुब्भिगंधपरिणया वि, दुब्भिगंधपरिणया वि । जे रस परिणया ते पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा- तित्तरसपरिणया जाव महुररस परिणया । जे फास परिणया ते अट्ठविहा पण्णत्ता, तं जहा- कक्खडफास परिणया जाव लुहफास परिणया । जे संठाणपरिणया ते पंचविहा पण्णत्ता, तंजहा- परिमंडलसंठाणपरिणया जाव आयत ठाण परिणया । जे वण्णओ काल वण्ण परिण्णया ते गंधओ सुब्भिगंधपरिणया वि दुब्भिगंधपरिणया वि एवं जहा पण्णवणाए तहेव णिरवसेसं जाव जे संठाणओ आययसंठाणपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणया वि जाव लुक्खफासपरिणया वि । एगे भंते! दव्वे किं पओगपरिणए, मीसापरिणए, वीससापरिणए ? गोयमा ! पओगपरिणए वा, मीसापरिणवा, वीससापरिणए । एगे दव्वेणं भंते! जइ पओगपरिण वयप्पओगपरिणएकायप्पओगपरिणए ? 179 किं मणप्पओगपरिणए, Page #190 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! मणप्पओगपरिणए वा, वयप्पओगपरिणए वा, कायप्पओगपरिणए वा । जइ भंते! मण-प्पओगपरिणए किं सच्च-मण-प्पओगपरिणए मोस-मण-प्पओग-परिणए, सच्चामोस-मण- प्पओगपरिणए असच्चामोस-मण-प्पओगपरिणए ? गोयमा ! सच्चमण-प्पओगपरिणए वा, मोसमण-प्पओगपरिणए वा, सच्चामोसमणप्पओगपरिणए वा, असच्चामोसमण-प्पओगपरिणए वा । जइ भंते! सच्चमण-प्पओगपरिणए कि आरंभ-सच्चमण-प्पओगपरिणए, अणारंभ-सच्चमणप्पओगपरिणए, सारंभ-सच्चमण-प्पओगपरिणए, असारंभ-सच्चमण-प्पओग-परिणए समारंभसच्चमण-प्पओगपरिणए, समारंभ- सच्चमण- प्पओगपरिणए ? गोयमा! आरंभ-सच्चमण-प्पओगपरिणए वा जाव असमारंभ-सच्चमण- प्पओग- परिणए वा । जइ भंते ! मोसमण-प्पओगपरिणए किं आरंभ-मोसमण-प्पओगपरिणए वा, पुच्छा ? गोयमा ! जहा सच्चेणं तहा मोसेण वि, एवं सच्चामोस-मणप्पओगेण वि, एवं असच्चामोसमणप्पओगेण वि आलावगो भाणियव्वो । जइ भंते ! वइ-प्पओगपरिणए किं सच्चवइ-प्पओगपरिणए, मोसवइ-प्पओग- परिणए, पुच्छा गोयमा ! जहा मण-प्पओगपरिणए तहा वइ-प्पओगपरिणए वि जाव असमारंभ-वइप्पओगपरिणए वा । ४७ जड़ भंते ! काय- प्पओगपरिणए किं ओरालिय-सरीरकाय-प्पओगपरिणए; ओरालिय-मीसासरीरकाय- प्पओगपरिणए वेउव्विय-सरीर-काय-प्पओगपरिणए वेउव्विय-मीसासरीर-कायप्पओगपरिणए; आहारग- सरीर-काय-प्पओगपरिणए, आहारग-मीसासरीर -काय-प्पओगपरिणए, कम्मासरीर-काय-प्पओगपरिणए ? गोयमा! ओरालियसरीर-काय-प्पओगपरिणए वा जाव कम्मगसरीर-काय-प्पओगपरिणए? जड़ भंते ! ओरालिय-सरीरकाय-पओगपरिणए किं एगिंदिय ओरालियसरीर- कायपओगपरिणए जाव पंचिंदिय- ओरालियसरीर-काय-पओगपरिणए ? गोयमा! एगिदिय-ओरालियसरीर-कायप्पओगपरिणए वा जाव पंचिंदिय-ओरालियसरीरकायपओगपरिणए वा। जइ भंते ! एगिंदिय-ओरालियसरीर-कायप्पओगपरिणए किं पुढविक्काइय-एगिदिय-ओरालियसरीरकाय- पओगपरिणए जाव वणस्सइकाइय-एगिदिय- ओरालियसरीर- कायप्पओगपरिणए ? गोयमा ! पुढविक्काइय-एगिदिय-ओरालिय-सरीरकाय-पओगपरिणए वा जाव वणस्सइकाइयएगिंदिय- ओरालिय-सरीरकाय-पओगपरिणए वा । जइ भंते ! पुढविक्काइय-एगिंदिय-ओरालियसरीर-कायप्पओग-परिणए, किं सुहम-पुढविक्काइय जाव परिणए, बायर-पुढविक्काइय जाव परिणए ? 180 Page #191 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! सुहम-पुढविक्काइय-एगिदिय जाव परिणए वा, बायर-पुढविक्काइय-एगिंदिय जाव परिणए वा । १२ जइ भंते ! सुहम-पुढविक्काइय जाव परिणए किं पज्जत्त-सुहम- पुढविक्काइय जाव परिणए ? अपज्जत्त- सुहुम-पुढविक्काइय जाव परिणए ? गोयमा! पज्जत्त-सुहुम-पुढविक्काइय जाव परिणए वा, अपज्जत्त-सुहुम-पुढविक्काइय जाव परिणए वा । एवं बायरा वि । एवं जाव वणस्सइकाइयाणं चउक्कओ भेओ । बेइंदियतेइंदिय-चउरिंदिया ओ भेओ- पज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य । जइ भंते ! पंचिंदिय-ओरालियसरीर-कायप्पओग-परिणए किं तिरिक्खजोणिय-पंचिंदियओरालियसरीर- कायप्पओग-परिणए, मणुस्सपंचिंदिय जाव परिणए ? गोयमा ! तिरिक्खजोणिय जाव परिणए वा, मणुस्सपंचिंदिय जाव परिणए वा । जइ भंते ! तिरिक्खजोणिय जाव परिणए किं जलयरतिरिक्खजोणिय जाव परिणए, थलयरखहयर जाव परिणए? एवं चउक्कओ भेओ जाव खहयराणं । जइ भंते ! मणुस्सपंचिंदिय जाव परिणए किं समुच्छिम-मणुस्सपंचिंदिय जाव परिणए, गब्भवक्कंतिय-मणुस्स जाव परिणए ? गोयमा ! दोसु वि । जइ गब्भवक्कंतिय-मणुस्स जाव परिणए किं पज्जत्त-गब्भवक्कंतिय जाव परिणए, अपज्जत्त- गब्भवक्कंतिय जाव परिणए ? गोयमा! पज्जत्तग गब्भवक्कंतिय जाव परिणए वा, अपज्जत्तग गब्भवक्कंतिय जाव परिणएवा। जड़ भंते ! ओरालिय-मीसा-सरीर-कायप्पओग-परिणए किं एगिदिय ओरालिय-मीसा-सरीरकायप्पओग- परिणए जाव पंचिंदिय- ओरालिय- मीसासरीर- कायप्पओग- परिणए ? गोयमा ! एगिदिय-ओरालियमीसासरीर-कायप्पओग-परिणए वा, एवं जहा ओरालियसरीरकायप्पओग- परिणएणं आलावगो भणिओ, तहा ओरालियमीसासरीर-कायप्पओग-परिणएणं वि आलावगो भाणियव्वो; णवरं बायरवाउक्काइयाणं, गब्भवक्कंतिय-पंचिंदिय-तिरिक्खजोणियाणं, गब्भवक्कंतिय मणुस्साणं, एएसि णं पज्जत्तापज्जत्तगाणं आलावगो; सेसाणं अपज्जत्तगाणं । जड़ भंते ! वेउव्वियसरीर-कायप्पओग-परिणए किं एगिदिय-वेउव्वियसरीर-कायप्पओग- परिणए जाव पंचिंदिय-वेउव्वियसरीर-कायप्पओग-परिणए ? गोयमा ! एगिदिय जाव परिणए वा, पंचिंदिय जाव परिणए वा । जइ भंते ! एगिदिय जाव परिणए, किं वाउक्काइय-एगिदिय जाव परिणए, अवाउ- क्काइय एगिदिय जाव परिणए ? 181 Page #192 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५९ ६० ६१ ६२ ६३ ६४ ६५ भगवई सुत्त गोयमा ! वाउक्काइय- एगिंदिय जाव परिणए, णो अवाउक्काइय- एगिंदिय जाव परिणए । एवं एएणं अभिलावेणं जहा 'ओगाहणसंठाणे' वेउव्विय- सरीरं भणियं तहा इह वि भाणियव्वं जाव पज्जत्तग- सव्वट्ठसिद्ध- अणुत्तरोववाइय- कप्पाईय- वेमाणिय- देव - पंचिंदिय- वेउव्वियसरीरकायप्पओग- परिणए वा, अपज्जत्तग- सव्वट्ठसिद्ध - अणुत्त- रोववाइय जाव परिण वा । जइ भंते! वेउव्विय-मीसासरीर-कायप्पओग-परिणए किं एगिंदिय-मीसासरीर- कायप्पओगपरिण जाव पंचिंदिय-मीसासरीर-कायप्पओगपरिणए ? गोयमा ! जहा वेउव्वियं तहा वेउव्वियमीसगं वि, णवरं देव णेरइयाणं अपज्जत्तगाणं, सेसाणं पज्जत्तगाणं । जाव णो पज्जत्तग- सव्वट्ठसिद्ध - अणुत्तरोववाइय जाव परिणए, अपज्जत्तगसव्वट्ठसिद्ध- अणुत्तरोववाइयदेव - पंचिंदिय-वेउव्वियमीसासरीर-कायप्पओगपरिणए । जइ भंते ! आहारगसरीर-कायप्पओगपरिणए किं मणुस्साहारग- सरीर- कायप्प- ओगपरिणए, अमणुस्साहारग जाव परिणए ? गोयमा ! जहा ओगाहणसंठाणे जाव इढिपत्त- पमत्त - संजय -सम्मदिट्ठि-पज्जत्तग-संखेज्जवासाउय जाव परिणए, णो अणिढिपत्त- पमत्त-संजय - सम्मदिट्ठि - पज्जत्त-संखेज्ज- वासाउय जाव परिणए, णो अणिढिपत्त- पमत्तसंजय-सम्मदिट्ठि-पज्जत्त- संखेज्ज- वासाउय जाव परिणए । जइ भंते ! आहारग-मीसासरीर-कायप्पओग-परिणए किं मणुस्साहारग- मीसासरीर- कायप्पओग परिणए, पुच्छा ? गोयमा ! जहा आहारगं तहेव मीसगं पि णिरवसेसं भाणियव्वं । जइ भंते ! कम्मासरीर-कायप्पओग-परिणए किं एगिंदिय-कम्मासरीर-कायप्पओग-परिणए जाव पंचिंदिय- कम्मासरीर-कायप्पओग-परिणए ? गोयमा ! एगिंदिय-कम्मासरीर-कायप्पओग-परिणए, एवं जहा ओगाहणसंठाणे कम्मगस्स भेओ तहेव इहावि जाव पज्जत्त-सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय-कप्पाईय वेमाणिय- देवपंचिंदियकम्मासरीर-कायप्पओग- परिणए, अपज्जत्त- सव्वट्ठसिद्ध- अणुत्तरोववाइय जाव परिणए वा । जइ भंते! मीसापरिणए किं मणमीसापरिणए वयमीसापरिणए कायमीसा- परिणए ? गोयमा ! मणमीसापरिणए वा, वयमीसापरिणए वा, कायमीसापरिणए वा । जइ भंते ! मणमीसापरिणए किं सच्चमणमीसापरिणए मोसमणमीसा परिणए, पुच्छा ? गोयमा ! जहा पओगपरिणए तहा मीसापरिणए वि भाणियव्वं णिरवसेसं जाव पज्जत्तासव्वट्ठसिद्ध- अणुत्तरोववाइय जाव देवपंचिंदिय-कम्मासरीर-मीसापरिणए वा, अपज्जत्तसव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय जाव कम्मासरीर- मीसापरिणए वा । जइ भंते! वीससापरिणए किं वण्णपरिणए, गंधपरिणए, रसपरिणए, फासपरिणए, संठाणपरिणए? 182 Page #193 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! वण्णपरिणए वा गंधपरिणए वा रसपरिणए वा फासपरिणए वा संठाणपरिणए वा। जइ भंते ! वण्णपरिणए किं कालवण्णपरिणए जाव सक्किल्लवण्णपरिणए? गोयमा! कालवण्णपरिणए वा जाव सुक्किल्लवण्णपरिणए वा । ६७ | जइ भंते ! गंधपरिणए किं सुब्भिगंधपरिणए, दुब्भिगंधपरिणए ? गोयमा ! सुब्भिगंधपरिणए वा, दुब्भिगंधपरिणए वा । जइ भंते ! रसपरिणए किं तित्तरसपरिणए, पुच्छा ? गोयमा ! तित्तरसपरिणए वा जाव महुररसपरिणए वा । जइ भंते! फासपरिणए किं कक्खडफासपरिणए जाव लुक्खफासपरिणए? गोयमा! कक्खडफासपरिणए वा जाव लुक्खफासपरिणए वा | जइ भंते! संठाणपरिणए, पुच्छा? गोयमा! परिमंडलसंठाणपरिणए वा जाव आययसंठाणपरिणए वा । दो भंते ! दव्वा किं पओगपरिणया मीसापरिणया वीससापरिणया ? गोयमा ! पओगपरिणया वा मीसापरिणया वा वीससापरिणया वा; अहवा एगे पओगपरिणए एगे मीसापरिणए; अहवा एगे पओगपरिणए, एगे वीससा-परिणए; अहवा एगे मीसापरिणए, एगे वीससापरिणए । जइ भंते ! पओगपरिणया किं मणप्पओगपरिणया, वइपओगपरिणया, कायप्पओगपरिणया? गोयमा ! मणप्पओगपरिणया वा वइप्पओगपरिणया वा कायप्पओगपरिणया वा; अहवा एगे मणप्पओगपरिणए, एगे वयप्पओगपरिणए; अहवा एगे मणप्पओग-परिणए, एगे कायप्पओगपरिणए; अहवा एगे वयप्पओगपरिणए, एगे कायप्पओग- परिणए । जइ भंते ! मणप्पओगपरिणया किं सच्चमणप्पओगपरिणया, असच्चमण-प्पओग-परिणया सच्चमोस- मणप्पओग-परिणया, असच्चामोस- मणप्पओग- परिणया? गोयमा ! सच्चमण-प्पओगपरिणया वा जाव असच्चामोस-मणप्पओग-परिणया; अहवा एगे सच्चमण-प्पओगपरिणए, एगे मोसमण-प्पओगपरिणए; अहवा एगे सच्चमण- प्पओगपरिणए, एगे सच्चमोसमण- प्पओगपरिणए; अहवा एगे सच्चमण-प्पओगपरिणए, एगे असच्चामोसमण- प्पओगपरिणए; अहवा एगे मोसमण-प्पओगपरिणए एगे सच्चमोसमणप्पओगपरिणए; अहवा एगे मोसमण-प्पओग-परिणए, एगे असच्चामोस-मणप्पओग-परिणए; अहवा एगे सच्चामोस-मणप्पओग-परिणए, एगे असच्चामोस- मण-प्पओगपरिणए | जड़ भंते ! सच्चमण-प्पओगपरिणया किं आरंभ-सच्चमण-पओगपरिणया, अणारंभ- सच्चमणपओगपरिणया, संरंभ-सच्चमण-पओगपरिणया, असंरंभ-सच्चमण-पओगपरिणया, समारंभसच्चमण-पओगपरिणया, असमारंभ- सच्चमण- पओगपरिणया ? ७४ 183 Page #194 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! आरंभ-सच्चमण-पओगपरिणया वा जाव असमारंभ-सच्चमण-पओगपरिणया वा; अहवा एगे आरंभ-सच्चमण-पओगपरिणए, एगे अणारंभ-सच्चमण-पओगपरिणए । एवं एएणं गमेणं यासंजोगेणं णेयव्वं, सव्वे संजोगा जत्थ जत्तिया उडेति ते भाणियव्वा जाव सव्वट्ठसिद्धग त्ति । जइ भंते ! मीसापरिणया किं मणमीसापरिणया, पुच्छा ? गोयमा ! एवं मीसापरिणया वि जहा पओगपरिणया । जइ भंते ! वीससापरिणया किं वण्णपरिणया, गंधपरिणया, रसपरिणया, फासपरिणया, संठाणपरिणया ? गोयमा ! एवं वीससापरिणया वि जाव अहवा एगे चउरंससंठाणपरिणए, एगे आययसंठाणपरिणए वा । तिण्णि भंते ! दव्वा किं पओगपरिणया, मीसापरिणया, वीससापरिणया ? गोयमा ! पओगपरिणया वा मीसापरिणया वा, वीससापरिणया वा; अहवा एगे पओगपरिणए दो मीसापरिणया, अहवा एगे पओगपरिणए दो वीससापरिणया, अहवा दो पओगपरिणया एगे मीसापरिणए, अहवा दो पओगपरिणया एगे वीससापरिणए, अहवा एगे मीसापरिणए दो वीससापरिणया, अहवा दो मीसापरिणया एगे वीससापरिणए; अहवा एगे पओगपरिणए एगे मीसापरिणए एगे वीससा परिणए । जइ भंते ! पओगपरिणया किं मणप्पओगपरिणया, वयप्पओगपरिणया, कायप्पओगपरिणया? गोयमा ! मणप्पओगपरिणया वा, एवं एक्कगसंजोगो, दुयासंजोगो, तियासंजोगो भाणियव्वो | जइ भंते ! मणप्पओगपरिणया किं सच्चमण-पओगपरिणया, असच्चमण- पओगपरिणया सच्चामोसमण- प्पओगपरिणया, असच्चामोसमणप्पओगपरिणया ? गोयमा ! सच्चमण-पओगपरिणया वा जाव असच्चामोसमण-पओगपरिणया वा; अहवा एगे सच्चमण- प्पओगपरिणए, दो मोसमण-पओगपरिणया वा | एवं दुयासंजोगो, तियासंजोगो भाणियव्वो; एत्थ वि तहेव जाव अहवा एगे तंससंठाण- परिणए, एगे चउरंससंठाणपरिणए एगे आययसंठाणपरिणए वा । चत्तारि भंते ! दव्वा किं पओगपरिणया मीसापरिणया वीससापरिणया ? गोयमा ! पओगपरिणया वा, मीसापरिणया वा, वीससापरिणया वा । अहवा एगे पओगपरिणए तिणि मीसापरिणया; अहवा एगे पओगपरिणए तिण्णि वीससापरिणया; अहवा दो पओगपरिणया दो मीसापरिणया, अहवा दो पओगपरिणया दो वीससापरिणया; अहवा तिण्णि पओगपरिणया; एगे मीसा परिणए, अहवा तिण्णि पओगपरिणया, एगे वीससापरिणए; अहवा एगे मीसापरिणए, तिण्णि वीससापरिणया; अहवा दो मीसापरिणया दो वीससापरिणया; अहवा तिण्णि मीसापरिणया एगे वीससापरिणए: 184 Page #195 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८१ ८२ ४ भगवई सुत्त अहवा एगे पओगपरिणए, एगे मीसापरिणए, दो वीससापरिणया; अहवा एगे पओगपरिणए दो मीसापरिणया एगे वीससापरिणए; अहवा दो पओगपरिणया एगे मीसापरिणए एगे वीससापरिण । जइ भंते ! पओगपरिणया किं मणप्पओगपरिणया वयप्पओगपरिणया कायप्पओगपरिणया? गोयमा ! एवं एएणं कमेणं पंच छ सत्त जाव दस संखेज्जा असंखेज्जा अणंता य दव्वा भाणियव्वा दुयासंजोएणं, तियासंजोएणं जाव दससंजोएणं, [ एगारससंजोएणं] बारससंजोएणं उवजुंजिऊणं जत्थ जत्तिया संजोगा उट्ठेति ते सव्वे भाणियव्वा, एए पुण जहा णवमसए पवेसणए भणिहामो तहा उवजुंजिऊण भाणियव्वा जाव असंखेज्जा । अणंता एवं चेव, णवरं एक्कं पदं अब्भहियं जाव अहवा अणंता परिमंडलसंठाण परिणया जाव अणंता आययसंठाणपरिणया । एएसि णं भंते! पोग्गलाणं पओगपरिणयाणं, मीसापरिणयाणं, वीससा - परिणयाणं य कयरे करेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पोग्गला पओगपरिणया, मीसापरिणया अणंतगुणा, वीससापरिणया अनंतगुणा । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ बीओ उद्देशो कइविहा णं भंते ! आसीविसा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा आसीविसा पण्णत्ता, तं जहाजाईआसीविसा य कम्मआसीविसा य । जाई आसीविसा णं भंते! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहा- विच्छ्रयजाईआसीविसे, मंडुक्कजाई- आसीविसे, उरगजाईआसीविसे, मणुस्सजाईआसीविसे । विच्छ्रयजाईआसीविसस्स णं भंते! केवइए विसर पण्णत्ते ? गोयमा ! पभू णं विच्छ्रयजाईआसीविसे अद्धभरहप्पमाणमेत्तं बोदिं विसेणं विसपरिगयं विसट्टमाणं पकरेत्तए । विसए से विसट्टयाए, णो चेव णं संपत्तीए करेंसु वा, करेंति, वा, करिस्सति वा । मंडुक्कजाईआसीविस, पुच्छा ? गोमा ! पभू णं मंडुक्कजाईआसीविसे भरहप्पमाणमेत्तं बोंदिं विसेणं विसपरिगयं, सेसं तं चेव जाव करिस्संति वा । एवं उरगजाईआसीविसस्स वि, णवरं जंबुद्दीवप्पमाणमेत्तं बोंदिं विसेणं विसपरिगयं, सेसं तं चेव जाव करिस्संति वा । 185 Page #196 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त मणुस्सजाइआसीविसस्स वि एवं चेव, णवरं समयखेत्तप्पमाणमेत्तं बोदिं विसेणं विसपरिगयं, सेसं तं चेव जाव करिस्संति वा । जइ भंते ! कम्मआसीविसे किं णेरइयकम्मआसीविसे, तिरिक्खजोणियकम्म-आसीविसे, मणुस्सकम्मआसीविसे देवकम्मासीविसे ? गोयमा ! णो णेरइयकम्मासीविसे, तिरिक्खजोणियकम्मासीविसे वि, मणुस्स- कम्मासीविसे वि, देवकम्मासीविसे वि । जड़ भंते ! तिरिक्खजोणिय-कम्मासीविसे किं एगिदिय-तिरिक्खजोणिय- कम्मासीविसे जाव पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिय-कम्मासीविसे ? गोयमा ! णो एगिदिय-तिरिक्खजोणिय-कम्मासीविसे जाव णो चरिंदिय- तिरिक्खजोणियकम्मासीविसे, पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिय-कम्मासीविसे । जइ भंते! पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिय-कम्मासीविसे किं संमच्छिम-पंचिंदिय-तिरिक्खजोणियकम्मासीविसे, गब्भवक्कंतिय-पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिय-कम्मा सीविसे? एवं जहा वेउव्वियसरीरस्स भेओ जाव पज्जत्ता-संखेज्जवासाउय- गब्भवक्कंतिय- पंचिंदियतिरिक्खजोणिय- कम्मासीविसे, णो अपज्जत्ता-संखेज्जवासाउय जाव कम्मासीवीसे । जइ भंते! मणुस्स-कम्मासीविसे किं समुच्छिममणुस्स-कम्मासीविसे गब्भवक्कंतिय- मणुस्सकम्मासीविसे ? गोयमा! णो समुच्छिम-मणुस्स-कम्मासीविसे, गब्भवक्कंतिय-मणुस्स-कम्मासीविसे, एवं जहा वेउव्वियसरीरं जाव पज्जत्त-संखेज्जवासाउय-कम्मभूमग-गब्भवक्कंतिय- मणुस्सकम्मासीविसे, णो अपज्जत्ता जाव कम्मासीविसे । जड़ भंते! देवकम्मासीविसे किं भवणवासिदेवकम्मासीविसे जाव वेमाणियदेव- कम्मासीविसे? गोयमा! भवणवासिदेवकम्मासीविसे वि एवं वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणियदेव-कम्मासीविसे वि। जइ भवणवासिदेव-कम्मासीविसे, किं असुरकुमार-भवणवासिदेव-कम्मासीविसे जाव थणियकुमार- भवणवासिदेव-कम्मासीविसे ? गोयमा ! असुरकुमार भवणवासिदेव-कम्मासीविसे वि जाव थणियकुमार- भवणवासिदेवकम्मासीविसे वि । जइ भंते ! असुरकुमार भवणवासिदेव-कम्मासीविसे किं पज्जत्तअसुरकुमारभवणवासिदेवकम्मासीविसे, अपज्जत्तअसुरकुमार-भवणवासिदेव-कम्मासीविसे ? गोयमा ! णो पज्जत्त-असुरकुमार-भवणवासिदेव-कम्मासीविसे, अपज्जत्त-असुरकुमारभवणवासिदेव-कम्मासीविसे । एवं जाव थणियकुमाराणं | जइ भंते ! वाणमंतरदेवकम्मासीविसे किं पिसायवाणमंतरदेवकम्मासीविसे, पुच्छा ? गोयमा! एवं चेव सव्वेसि पि अपज्जत्तगाणं । एवामेव जोइसियाणं वि सव्वेसिं अपज्जत्तगाणं । 186 Page #197 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १३ १४ १५ |१६ १७ १८ १९ २० २१ भगवई सुत्त जइ भंते ! वेमाणियदेव - कम्मासीविसे किं कप्पोवग-वेमाणियदेव-कम्मासीविसे, कप्पाईयवेमाणियदेव- कम्मासीविसे ? गोयमा! कप्पोवग-वेमाणियदेव-कम्मासीविसे, णो कप्पाईय-वेमाणियदेव - कम्मासीविसे । जड़ भंते ! कप्पोवग-वेमाणियदेव -कम्मासीविसे किं कम्मासीविसे जाव अच्चुयकप्पोवग-वेमाणियदेव-कम्मासीविसे ? गोयमा! सोहम्मकप्पोवग-वेमाणियदेव-कम्मासीविसे वि जाव सहस्सार- कप्पोवग- वेमाणियदेवकम्मासीविसे वि, णो आणयकप्पोवग-वेमाणियदेव-कम्मासीविसे जाव णो अच्चुय-कप्पोवगवेमाणियदेव-कम्मासीविसे । सोहम्मकप्पोवग-वेमाणियदेव जइ भंते ! सोहम्मकप्पोवग-वेमाणियदेव - कम्मासीविसे किं पज्जत्त-सोहम्म- कप्पोवगवेमाणिय- देवकम्मासीविसे, अपज्जत्त-सोहम्मकप्पोवग-वेमाणियदेव - कम्म- आसीविसे ? गोयमा! णो पज्जत्त-सोहम्मकप्पोवग-वेमाणियदेव-कम्मासीविसे, अपज्जत्त- सोहम्मकप्पोवगवेमाणियदेव - कम्मासीविसे । एवं जाव णो पज्जत्त-सहस्सार-कप्पोवग-वेमाणियदेव - कम्मासीविसे, अपज्जत्त- सहस्सारकप्पोवग- वेमाणियदेव-कम्मासीविसे । दस ठाणाई छउमत्थे सव्वभावेणं ण जाणइ ण पासइ, तं जहा- धम्मत्थिकायं, अधम्मत्थिकायं, आगासत्थिकायं, जीवं असरीरपडिबद्धं, परमाणुपोग्गलं, सद्दं, गंधं, वायं, अयं जिणे भविस्सइ वा ण वा भविस्सइ, अयं सव्वदुक्खाणं अंतं करेस्सइ वा ण वा करेस्सइ । एयाणि चेव उप्पण्णणाण- दंसणधरे अरहा जिणे केवली सव्वभावेणं जाणइ पासइ, तं जहाधम्मत्थिकायं जाव करेस्सइ वा ण वा करेस्सइ । कवि णं भंते! णाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे णाणे पण्णत्ते, तं जहा- आभिणिबोहियणाणे, सुयणाणे, ओहिणाणे, मणपज्जवणाणे, केवलणाणे । किं तं भंते! आभिणिबोहियणाणे ? गोयमा ! आभिणिबोहियणाणे चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- ओग्गहो, ईहा, अवाओ धारणा । एवं जहा 'रायप्पसेणइज्जे' णाणाणं भेओ तहेव इह भाणियव्वो जाव से तं केवलणाणे । अण्णाणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते, तं जहा- मइअण्णाणे, सुअण्णाणे, विभंगणाणे । से किं तं भंते ! मइअण्णाणे ? गोयमा ! मइअण्णाणे चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- ओग्गहो जाव धारणा । से किं तं भंते ! ओग्गहे ? 187 Page #198 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा! ओग्गहे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- अत्थोग्गहे य वंजणोग्गहे य । एवं जहेव आभिणिबोहियणाणं तहेव, णवरं एगद्वियवज्जं जाव णोइंदियधारणा | से त्तं धारणा, से त्तं मइअण्णाणे । से किं तं भंते ! स्यअण्णाणे ? गोयमा ! जं इमं अण्णाणिएहिं मिच्छादिट्ठिएहिं सच्छंदबुद्धि-मइ-विगप्पियं जहा णंदीए जाव से त्तं सुयअण्णाणे । से किं तं भंते ! विभंगणाणे ? गोयमा ! विभंगणाणे अणेगविहे पण्णत्ते, तं जहा- गामसंठिए, णयरसंठिए जाव सण्णिवेससंठिए, दीवसंठिए समुद्दसंठिए, वाससंठिए, वासहरसंठिए, पव्वय संठिए, रुक्खसंठिए, थूभसंठिए, हयसंठिए, गयसंठिए णरसंठिए, किण्णरसंठिए, किंपरिससंठिए महोरगसंठिए, गंधव्वसंठिए, उसभसंठिए, पसुसंठिए-पसयसंठिए-विहगसंठिए- वाणरसंठिए-णाणासंठाणसंठिए पण्णत्ते । जीवाणं भंते ! किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जीवा णाणी वि अण्णाणी वि | जे णाणी ते अत्थेगइया द्ण्णाणी, अत्थेगइया तिण्णाणी, अत्थेगइया चउणाणी, अत्थेगइया एगणाणी । जे दण्णाणी ते आभिणिबोहियणाणी य सुयणाणी य । जे तिण्णाणी ते आभिणिबोहियणाणी, स्यणाणी, ओहिणाणी; अहवा आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी, मणपज्जवणाणी । जे चउणाणी ते आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी, ओहिणाणी, मणपज्जवणाणी, जे एगणाणी ते णियमा केवलणाणी। जे अण्णाणी ते अत्थेगइया दुअण्णाणी, अत्थेगइया तिअण्णाणी । जे दुअण्णाणी ते मइअण्णाणी य सुय अण्णाणी य । जे तिअण्णाणी ते मइअण्णाणी, सुयअण्णाणी विभंगणाणी। २६ णेरइया णं भंते ! किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी वि, अण्णाणी वि । जे णाणी ते णियमा तिण्णाणी, तं जहाआभिणिबोहियणाणी, स्यणाणी, ओहिणाणी । जे अण्णाणी ते अत्थेगइया दुअण्णाणी, अत्थेगइया तिअण्णाणी; एवं तिण्णी अण्णाणा भयणाए । असुरकुमारा णं भंते ! किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहेव णेरइया तहेव, तिण्णि णाणाणि णियमा, तिण्णि अण्णाणाणि भयणाए | एवं जाव थणियकुमारा। पुढविक्काइया णं भंते ! किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! णो णाणी, अण्णाणी । जे अण्णाणी ते णियमा दुअण्णाणी- मइअण्णाणी य सुयअण्णाणी य । एवं जाव वणस्सइकाइया । बेइंदियाणं भंते ! किं णाणी अण्णाणी ? 188 Page #199 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २९ ३० ३१ ३२ ३३ ३४ ३५ ३६ ३७ |३८ ३९ ४० भगवई सुत्त गोयमा ! णाणी वि अण्णाणी वि । जे गाणी ते णियमा दुण्णाणी, तं जहाआभिणिबोहियणाणी य सुयणाणी य। जे अण्णाणी ते णियमा दुअण्णाणी, तं जहाअण्णाणी य सु अण्णाणी य । एवं तेइंदिय चउरिंदिया वि । पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं णं भंते! किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी वि अण्णाणी वि । जे गाणी ते अत्थेगइया दुण्णाणी, अत्थेगइया तिण्णाणी । जे अण्णाणी ते अत्थेगइया दुअण्णाणी, अत्थेगइया तिअण्णाणि । एवं तिण्णि णाणाणि, तिण्णि अण्णाणाणि य भयणाए । मणुस्सा जहा जीवा, तहेव पंच णाणाणि, तिण्णि अण्णाणाणि य भयणाए । वाणमंतरा जहा णेरड्या । जोइसिय-वेमाणियाणं तिण्णि णाणाणि तिण्णि अण्णाणण णियमा । सिद्धाणं भंते ! किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी, णो अण्णाणी, णियमा एगणाणी; वाणी । णिरयगइया णं भंते! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी वि अण्णाणी वि; तिणि णाणाइं णियमा, तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए । तिरियगइया णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! दो णाणा, दो अण्णाणा णियमा । मस्सगइया णं भंते! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! तिण्णि णाणाइं भयणाए, दो अण्णाणाई णियमा । देवगइया जहा णिरयगइया । सिद्धगइया जहा सिद्धा । सइंदिया णं भंते! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! चत्तारि णाणाइं, तिण्णि अण्णाणाई भयणाए । एगिंदिया णं भंते । जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा! जहा पुढविक्काइया । बेइंदिय-तेइंदिय - चउरिंदियाणं दो णाणा, दो अण्णाणा णियमा । पंचिंदिया जहा सइंदिया | अनिंदिया णं भंते! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सिद्धा । सकाइया णं भंते! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! पंच णाणाणि तिण्णि अण्णाणाणि भयणाए । पुढविक्काइया जाव वणस्सइकाइया णो णाणी, अण्णाणी, णियमा दुअण्णाणी, तं जहामइअण्णाणी य सुयअण्णाणी य । तसकाइया जहा सकाइया । अकाइया णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सिद्धा । 189 Page #200 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ४१ सुहुमा णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा पुढविक्काइया। बायरा णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सकाइया । बायरा णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सिद्धा । पज्जत्ता णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सकाइया । पज्जत्ता णं भंते ! णेरइया कि णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! तिण्णि णाणा, तिण्णि अण्णाणा णियमा । जहा णेरड्या एवं जाव थणियकुमारा। पढविकाइया जहा एगिंदिया । एवं जाव चरिंदिया । पज्जत्ता णं भंते ! पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिया किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा! तिणि णाणा, तिण्णि अण्णाणा भयणाए। मणुस्सा जहासकाइया। वाणमंतरजोइसिय- वेमाणिया जहा णेरइया । ৪৬ अपज्जत्ता णं भंते ! जीवा किं णाणी ? अण्णाणी ? गोयमा ! तिण्णि णाणा, तिण्णि अण्णाणा भयणाए । अपज्जत्ता णं भंते ! णेरड्या किं णाणी, अण्णाणी? तिण्णि णाणा णियमा, तिण्णि अण्णाणा भयणाए । एवं जाव थणियकुमारा | पुढविक्काइया जाव वणस्सइकाइया जहा एगिदिया । बेइंदियाणं पुच्छा ? गोयमा ! दो णाणा, दो अण्णाणा णियमा । एवं जाव पंचिंदिय तिरिक्खजोणियाणं । ४९ | अपज्जत्तगा णं भंते ! मणस्सा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा! तिण्णि णाणाई भयणाए, दो अण्णाणाइं णियमा । वाणमंतरा जहा णेरइया। अपज्जत्तगाणं जोइसिय-वेमाणियाणं तिण्णि णाणा, तिण्णि अण्णाणा णियमा । णोपज्जत्तगा णोअपज्जत्तगा भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सिद्धा | णिरयभवत्था णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा णिरयगइया। तिरयभवत्था णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! तिण्णि णाणा, तिण्णि अण्णाणा भयणाए । मणस्सभवत्था णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सकाइया । देवभवत्था णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा णिरयभवत्था। अभवत्था जहा सिद्धा । ७५ भवसिद्धिया णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा! जहा सकाइया। 190 Page #201 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अभवसिद्धियाणं भंते ! किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णो णाणी, अण्णाणी; तिण्णि अण्णाणाई भयणाए । णोभवसिद्धिया णोअभवसिद्धिया णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सिद्धा | सण्णीणं भंते ! जीवा णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सइंदिया । असण्णी जहा बेइंदिया । णोसण्णी णोअसण्णी जहा सिद्धा । कइविहा णं भंते ! लद्धी पण्णत्ता ? गोयमा! दसविहा लद्धी पण्णत्ता, तं जहा- णाण लद्धी, दंसणलद्धी, चरित्तलद्धी, चरित्ताचरित्तलद्धी, दाणलद्धी, लाभलद्धी, भोगलद्धी, उवभोगलद्धी, वीरियलद्धी, इंदियलद्धी । णाणलद्धी णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहाआभिणिबोहिय- णाणलद्धी जाव केवलणाणलद्धी । अण्णाणलद्धी णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा पण्णत्ता, तं जहामइअण्णाणलद्धी, सुयअण्णाणलद्धी, विभंगणाणलद्धी । दंसणलद्धी णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा पण्णत्ता, तं जहासम्मदंसणलद्धी, मिच्छादसणलद्धी, सम्मामिच्छादंसणलद्धी । चरित्तलद्धी णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहासामाइयचरित्तलद्धी छेओवट्ठावणिय-चरित्तलद्धी, परिहारविसुद्धचरित्तलद्धी, सुहुमसंपरायचरित्तलद्धी, अहक्खाय-चरित्तलद्धी । चरित्ताचरित्तलद्धी णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता | गोयमा ! एगागारा पण्णत्ता। एवं जाव उवभोगलद्धी एगागारा पण्णत्ता । वीरियलद्धी णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा पण्णत्ता, तं जहाबालवीरियलद्धी, पंडियवीरियलद्धी, बालपंडियवीरियलद्धी । इंदियलद्धी णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा- सोइंदियलद्धी जाव फासिंदियलद्धी ।। णाणलद्धिया णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी, णो अण्णाणी । अत्थेगइया दुण्णाणी एवं पंच णाणाइं भयणाए । तस्स अलद्धिया णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णो णाणी, अण्णाणी । अत्थेगइया दुअण्णाणी, अत्थेगइया तिअण्णाणी, तिण्णि अण्णाइं भयणाए । आभिणिबोहियणाणलद्धिया णं भंते! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी, णो अण्णाणी । अत्थेगइया दुण्णाणी-तिण्णाणी-चउणाणी, चत्तारि णाणाइं भयणाए | 191 Page #202 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तस्स अलद्धिया णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी वि अण्णाणी वि। जे णाणी ते णियमा एगणाणी, केवलणाणी । जे अण्णाणी ते अत्थेगइया दुअण्णाणी, अत्थेगइया तिअण्णाणी, तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए । आणलद्धिया वि | तस्स अलद्धिया वि जहा आभिणिबोहियणाणस्स अलद्धिया । ओहिणाणलद्धियाणं भंते ! किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी, णो अण्णाणी । अत्थेगइया तिण्णाणी, अत्थेगइया चणाणी | जे तिण्णाणी ते आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी, ओहिणाणी । जे चउणाणी ते आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी, ओहिणाणी, मणपज्जवणाणी । तस्स अलद्धियाणं ? गोयमा ! णाणी वि अण्णाणी वि | एवं ओहिणाणवज्जाइं चत्तारि णाणाइं तिणि अण्णाणाइं भयणाए | मणपज्जवणाणलद्धियाणं पुच्छा ? गोयमा! णाणी, णो अण्णाणी । अत्थेगइया तिण्णाणी, अत्थेगइया चउणाणी। जे तिण्णाणी ते आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी, मणपज्जवणाणी | जे चउणाणी ते आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी, ओहिणाणी, मणपज्जवणाणी । तस्स अलद्धियाणं पुच्छा ? गोयमा ! णाणी वि, अण्णाणी वि; मणपज्ज- वणाणवज्जाई चत्तारि णाणाइं, तिणि अण्णाणाई भयणाए । केवलणाणलद्धिया णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी | गोयमा ! णाणी, णो अण्णाणी। णियमा एगणाणी, केवलणाणी । तस्स अलद्धियाप ? गोयमा ! णाणी वि, अण्णाणी वि | केवलणाणवज्जाइं चत्तारि णाणाइं, तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए । अण्णाणलद्धियाणं पुच्छा ? गोयमा ! णो णाणी, अण्णाणी । तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए | तस्स अलद्धियाणं पुच्छा ? गोयमा ! णाणी, णो अण्णाणी | पंच णाणाइं भयणाए | जहा अण्णाणस्स लद्धिया अलद्धिया य भणिया एवं मइअण्णाणस्स सुय- अण्णाणस्स य लद्धिया अलद्धिया य भाणियव्वा । विभंगणाणलद्धियाणं तिण्णि अण्णाणाई णियमा । तस्स अलद्धियाणं पंच णाणाई भयणाए, दो अण्णाणाई णियमा। दंसणलद्धिया णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी वि, अण्णाणी वि | पंच णाणाइं तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए । तस्स अलद्धिया णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! तस्स अलद्धिया पत्थि । एवं सम्मादसणलद्धियाणं पंच णाणाइं भयणाए । तस्स अलद्धियाणं तिण्णि अण्णाणाई भयणाए | मिच्छादंसणलद्धिया तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए | तस्स अलद्धियाणं पंच णाणाई, 192 Page #203 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ७८ ७९ ७७ चरित्तलद्धिया णं भंते! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! पंच णाणाई भयणाए । तस्स अलद्धियाणं मणपज्जवणाणवज्जाइं चत्तारि णाणाइं, तिण्णि य अण्णाणाई भयणाए । सामाइय-चरित्तलद्धिया णं भंते! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी, केवलवज्जाइं चत्तारि णाणाइं भयणाए । तस्स अलद्धियाणं पंच णाणाइं, तिण्णि य अण्णाणाइं भयणाए । एवं जहा सामाइयचरित्तलद्धिया अलद्धिया य भणिया, तहेव छेदोवट्ठा- वणीय चरित्त जाव अहक्खाय- चरित्तलद्धिया अलद्धिया य भाणियव्वा णवरं अहक्खायचरित्तलद्धियाणं पंच णाणाइं भयणाए । ८० ८१ ८२ ८३ भगवई सुत्त ८४ तिण्णि य अण्णाणाई भयणाए । मिच्छादंसणलद्धिया अलद्धिया तहेव भाणियव्वा । सम्मामिच्छादंसणलद्धिया, अलद्धिया य जहा चरित्ताचरित्तलद्धिया णं भंते! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी, णो अण्णाणी । अत्थेगइया दुण्णाणी, अत्थेगइया तिण्णाणी। जे दुण्णाणी ते आभिणिबोहियणाणी य सुयणाणी य । जे तिण्णाणी ते आभिणिबोहिय- णाणी, सुयणाणी, ओहिणाणी । तस्स अलद्धियाणं पंच णाणाइं तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए । दाणलद्धियाणं पंच णाणाई, तिण्णि अण्णाणाई भयणाए । तस्स अलद्धियाणं णियमा एगणाणी- केवलणाणी । सेसा णत्थि । एवं जाव वीरियस्स लद्धी अलद्धी य भाणियव्वा । बालवीरियलद्धियाणं तिण्णि णाणाई, तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए । तस्स अलद्धियाणं पंच णाणाइं भयणाए । पंडियवीरिय-लद्धियाणं पंच णाणाई भयणाए । तस्स अलद्धियाणं मण- पज्जवणाणवज्जाइं चत्तारि णाणाइं, तिण्णि अण्णाणाइं तिण्णि भयणाए । बालपंडियवीरियलद्धियाणं तिण्णि णाणाई भयणाए । तस्स अलद्धियाणं पंच णाणाई, तिण्णि अण्णाणाई भयणाए । इंदियलद्धिया णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! चत्तारि णाणाई, तिण्णि य अण्णाणाइं भयणाए । तस्स अलद्धियाणं पुच्छा । गोयमा ! णाणी, णो अण्णाणी । णियमा एग णाणी - केवलणाणी I सोइंदियलद्धिया णं जहा इंदियलद्धिया । तस्स अलद्धिया-णाणी वि अण्णाणी वि । जे गाणी ते अत्थेगइया दुण्णाणी, अत्थेगइया एगणाणी । जे दुण्णाणी ते आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी । जे एगणाणी ते केवलणाणी। जे अण्णाणी ते णियमा दुअण्णाणी, तं जहा- मइअण्णाणी य सुय अण्णाणी य । एवं चक्खिंदिय- घाणिंदियाणं लद्धिया अलद्धिया वि । जिब्भिंदियलद्धियाणं चत्तारि णाणाई, तिण्णि य अण्णाणाणि भयणाए । 193 Page #204 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तस्स अलद्धिया-णाणी वि अण्णाणी वि। जे णाणी ते णियमा एगणाणी- केवलणाणी | जे अण्णाणी ते णियमा दुअण्णाणी, तं जहा- मइअण्णाणी य सुयअण्णाणी य । फासिंदियलद्धिया अलखिया जहा इंदियलद्धिया य अलद्धिया य । ८६ सागारोवउत्ता णं भंते ! जीवा किं णाणी ? अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी वि अण्णाणी वि । पंच णाणाई तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए । आभिणिबोहियणाण-सागारोवउत्ता णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी, णोअण्णाणी, चत्तारि णाणाइं भयणाए । एवं सुयणाण-सागारोवउत्ता वि । ओहिणाण सागारोवउत्ता जहा ओहिणाण- लधिया । मणपज्जणाण- सागारोवउत्ता जहा मणपज्जवणाणलद्धिया । केवलणाण- सागारोवउत्ता जहा केवलणाणलद्धिया । मइअण्णाण-सागारोवउत्ताणं तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए। एवं सुयअण्णाण- सागारोवउत्ता वि। विभंगणाण-सागारोवउत्ताणं तिण्णि अण्णाणाई णियमा । | ८८ | अणागारोवउत्ता णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी वि अण्णाणी वि। पंच णाणाई, तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए | एवं चक्खुदंसण-अचक्खुदंसण-अणागारोवउत्ता वि; णवरं चत्तारि णाणाइं तिण्णि अण्णाणाई भयणाए । ओहिदंसण अणागारोवउत्ताणं पुच्छा | गोयमा ! णाणी वि अण्णाणी वि । जे णाणी ते अत्थेगइया तिण्णाणी, अत्थेगइया चउणाणी | जे तिण्णाणी ते आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी, ओहिणाणी। जे चउणाणी ते आभिणिबोहियणाणी जाव मणपज्जवणाणी | जे अण्णाणी ते णियमा तिअण्णाणी, तं जहामइअण्णाणी, सुयअण्णाणी, विभंगणाणी । केवलदंसण- अणागारोवउत्ता जहा केवलणाणलद्धिया । सजोगी णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सकाइया । एवं मणजोगी, वइजोगी, कायजोगी वि | अजोगी जहा सिद्धा | सलेस्सा णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी गोयमा ! जहा सकाइया । कण्हलेस्सा णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सइंदिया । एवं जाव पम्हलेस्सा | सुक्कलेस्सा जहा सलेस्सा | अलेस्सा जहा सिद्धा । सकसाई णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सइंदिया । एवं जाव लोभकसाई । अकसाइं णं भंते ! किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! पंच णाणाई भयणाए | 194 Page #205 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९५ ९६ ९७ ९८ ९९ | १०० १०१ | १०२ १०३ १०४ भगवई सुत्त सवेयगा णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! जहा सइंदिया । एवं इत्थि - पुरिसणपुंसग वेयगा वि। अवेयगा जहा अकसाई । आहारगा णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी? गोयमा ! जहा सकसाई, णवरं केवलणाणं वि। अणाहारगा णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णाणी वि, अण्णाणी वि, मणपज्जवणाणवज्जाई णाणाई, अण्णाणाणि य तिण्णि भयणाए । आभिणिबोहियणाणस्स णं भंते! केवइए विसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से समासओ चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ । दव्वओ णं आभिणिबोहियणाणी आएसेणं सव्वदव्वाइं जाणइ पासइ, खेत्तओ णं आभिणिबोहियणाणी, आएसेणं सव्वं खेत्तं जाणइ पासइ, एवं कालओ वि, एवं भावओ वि। सुयणाणस्स णं भंते! केवइए विसए पण्णत्ते ? गोयमा ! ते समासओ चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ । दव्वओ णं सुयणाणी उवउत्ते सव्वदव्वाइं जाणइ, पासइ; एवं खेत्तओ वि, कालओ वि । एवं भावओ वि सुयणाणी उवउत्ते सव्वभावे जाणइ, पासइ । ओहिणाणस्स णं भंते! केवइए विसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से समासओ चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ । दव्वओ णं ओहिणाणी रूविदव्वाइं जाणइ पासइ, एवं जहा णंदीए जाव भावओ । मणपज्जवणाणस्स णं भंते! केवइए विसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से समासओ चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ । दव्वओ णं उज्जुमइ अणते अणतपएसिए, एवं जहा णंदीए जाव भावओ। केवलणाणस्स णं भंते! केवइए विसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से समासओ चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ । दव्वओ णं केवलणाणी सव्वदव्वाइं जाणइ पासइ, एवं जाव भावओ णं केवलणाणी सव्वे भावे जाणइपासइ । मइ अण्णाणस्स णं भंते! केवइए विसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से समासओ चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ । दव्वओ णं मइअण्णाणी मइअण्णाणपरिगयाइं दव्वाइं जाणइ पासइ, एवं जाव भावओ णं मइ अण्णाणी मइअण्णाणपरिगए भावे जाणइ पासइ । अण्णाणस्स णं भंते! केवइए विसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से समासओ चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ । दव्वओ णं सुयअण्णाणी सुयअण्णाणपरिगयाइं दव्वाइं आघवेइ, पण्णवेइ, परूवेइ । एवं खेत्तओ, कालओ, भावओ णं सुयअण्णाणी सुयअण्णाण - परिगए भावे आघवेइ पण्णवेइ परूवेइ। 195 Page #206 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त विभंगणाणस्स णं भंते ! केवइए विसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से समासओ चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ | दव्वओ णं विभंगणाणी विभंगणाणपरिगयाइं दव्वाइं जाणइ पासह एवं जाव भावओ णं विभंगणाणी विभंगणाणपरिगए भावे जाणइ पासइ । णाणी णं भंते ! णाणी त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! णाणी दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- साइए वा अपज्जवसिए, साइए वा सपज्जवसिए। तत्थ णं जे से साइए सपज्जवसिए से जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं छावहिँ सागरोवमाइं साइरेगाइं। आभिणिबोहियणाणी णं भंते ! आभिणिबोहिय णाणी त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! णाणी, आभिणिबोहियणाणी जाव केवलणाणी; अण्णाणी, मइ-अण्णाणी, सुयअण्णाणी, विभंगणाणी;-एएसिं दसह वि संचिट्ठणा जहा कायट्ठिईए। अंतरं सव्वं जहा जीवाभिगमे । १०९ | अप्पाबहुगाणि तिण्णि जहा बहुवत्तव्वयाए । केवइया णं भंते ! आभिणिबोहियणाणपज्जवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता आभिणिबोहियणाणपज्जवा पण्णत्ता। केवइया णं भंते ! स्यणाणपज्जवा पण्णत्ता ? गोयमा ! एवं चेव, एवं जाव केवलणाणस्स। एवं मइअण्णाणस्स सुयअण्णाणस्स य । केवइया णं भंते! विभंगणाणपज्जवा पण्णत्ता? गोयमा ! अणंता विभंगणाण- पज्जवा पण्णत्ता। एएसि णं भंते ! आभिणिबोहिय-णाणपज्जवाणं, सुयणाण-पज्जवाणं, ओहिणाण-पज्जवाणं, मणपज्जवणाण- पज्जवाणं, केवलणाण-पज्जवाणं य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा मणपज्जवणाणपज्जवा, ओहिणाणपज्जवा अणंतगुणा, सुयणाणपज्जवा अणंतगुणा, आभिणिबोहियणाणपज्जवा अणंतगुणा, केवल-णाणपज्जवा अणंतगुणा | ११४ एएसि णं भंते ! मइअण्णाण-पज्जवाणं सुयअण्णाण-पज्जवाणं विभंगणाण- पज्जवाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा विभंगणाण-पज्जवा, सुयअण्णाण-पज्जवा अणंतगुणा, मइअण्णाणपज्जवा अणंतगुणा । एएसि णं भंते ! आभिणिबोहियणाण-पज्जवाणं, जाव केवलणाण-पज्जवाणं, मइअण्णाणपज्जवाणं सुयअण्णाण-पज्जवाणं, विभंगणाण-पज्जवाणं य कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? 196 Page #207 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! सव्वत्थोवा मणपज्जवणाण-पज्जवा, विभंगणाण-पज्जवा अणंतगुणा, ओहिणाणपज्जवा अणंतगुणा, सुयअण्णाण-पज्जवा अणंतगुणा, सुयणाण-पज्जवा विसेसाहिया, मइअण्णाण- पज्जवा अणंतगुणा, आभिणिबोहियणाण-पज्जवा विसेसाहिया, केवलणाणपज्जवा अणंतगुणा || सेवं भंते ! सेवं भंते | || बीओ उद्देसो समत्तो || तइओ उद्देशो कइविहा णं भंते ! रुक्खा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा रुक्खा पण्णत्ता, तं जहा- संखेज्जजीविया, असंखेज्ज- जीविया, अणंत-जीविया । ३ से किं तं संखेज्जजीविया ? संखेज्जजीविया अणेगविहा पण्णत्ता, तं जहा- ताले, तमाले, तक्कलि, तेतलि, एवं जहा पण्णवणाए जाव णालिएरी | जे यावण्णे तहप्पगारा | से त्तं संखेज्ज-जीविया । से किं तं असंखेज्जजीविया ? असंखेज्जजीविया विहा पण्णत्ता, तं जहा- एगढिया य बहुबीयगा य । से किं तं एगट्ठिया ? एगट्ठिया अणेगविहा पण्णत्ता, तं जहा- णिबंब-जंबु एवं जहा पण्णवणाए जाव फला बहुबीयगा। से त्तं बहुबीयगा । से त्तं असंखेज्जजीविया | से किं तं अणंतजीविया ? अणंतजीविया अणेगविहा पण्णत्ता, तं जहा- आलुए, मूलए, सिंगबेरे एवं जहा सत्तमसए जाव सिउंढी मुसुंढी जे यावण्णे तहप्पगारा | से त्तं अणंत-जीविया। अह भंते ! कुम्मे, कुम्मावलिया, गोहा, गोहावलिया, गोणा, गोणावलिया, मणुस्से, मणुस्सावलिया, महिसे, महिसावलिया एएसि णं दुहा वा तिहा वा संखेज्जहा वा छिण्णाणं जे अंतरा ते वि णं तेहिं जीवपएसेहिं फुडा ? गोयमा ! हंता फुडा । पुरिसे णं भंते ! अंतरे हत्थेण वा पाएण वा अंगुलियाए वा सलागाए वा कटेण वा किलिंचेण वा, आमुसमाणे वा संमुसमाणे वा आलिहमाणे वा विलिहमाणे वा अण्णयरेण वा तिक्खेणं सत्थजाएणं आछिंदमाणे वा विछिंदमाणे वा अगणिकाएणं वा समोडहमाणे तेसिं जीवपएसाणं किंचि आबाहं वा विबाहं वा उप्पाएइ, छविच्छेयं वा करे ? गोयमा ! णो इणढे समढे, णो खलु तत्थ सत्थं कमइ । कइ णं भंते ! पुढवीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ पुढवीओ पण्णत्ताओ, तं जहारयणप्पभा जाव अहेसत्तमा, इसीपब्भारा । 197 Page #208 -------------------------------------------------------------------------- ________________ R 13 ४ 19 ६ भगवई सुत्त इमा णं भंते ! रयणप्पभापुढवी किं चरिमा अचरिमा ? गोयमा ! चरिमपदं णिरवसेसं भाणियव्वं । जाव वेमाणिया णं भंते ! फासचरिमेणं किं चरिमा, अचरिमा ? गोयमा ! चरिमा वि अचरिमा वि ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ॥ ॥ तइओ उद्देसो समत्तो ॥ चउत्थो उद्देशो रायगिहे जाव एवं वयासी कइ णं भंते! किरियाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! पंच किरियाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- काइया, अहिगरणिया पाओसिया, पारियावणिया, पाणाइवायकिरिया । एवं किरियापदं णिरवसेसं भाणियव्वं जाव सव्व थोवाओ मिच्छादंसणवत्तियाओ किरियाओ, अप्पच्चक्खाणकिरियाओ विसेसाहियाओ, परिग्गहियाओ किरियाओ विसेसाहियाओ, आरंभियाओ किरियाओ विसेसाहियाओ, मायावत्तियाओ किरियाओ विसेसाहियाओ || सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ ॥ चउत्थो उद्देसो समत्तो ॥ पंचमो उद्देशो रायगिहे जाव एवं वयासी- आजीविया णं भंते ! थेरे भगवंते एवं वयासी- समणोवासगस्स णं भंते ! सामाइयकडस्स समणोवस्सए अच्छमाणस्स केइ भंडं अवहरेज्जा, से णं भंते ! तं भंड अणुगवेसमाणे किं सयं भंडं अणुगवेसइ, परायगं भंडं अणुगवेसइ ? गोयमा ! सयं भंडं अणुगवेसइ, णो परायगं भंडं अणुगवे । तस्स णं भंते ! तेहिं सीलव्वय-गुण- वेरमण-पच्चक्खाण-पोसहोववासेहिं से भंडे अभंडे भवइ ? गोयमा ! हंता भवइ । से केणं खाइ णं अट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ सयं भंडं अणुगवेसइ णो परायगं भंडं अणुगवेसइ ? गोयमा ! तस्स णं एवं भवइ- णो मे हिरण्णे, णो मे सुवण्णे, णो मे कंसे, णो में दूसे, णो मे विपुलधण-कणग-रयण- मणि- मोत्तिय-संख- सिल-प्पवाल- रत्तरयणमाईए संतसारसावएज्जे, ममत्तभावे पुण से अपरिण्णाए भवइ, से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ सयं भंड अणुगवेसइ, णो परायगं भंडं अणुगवेसइ । समणोवासगस्स णं भंते ! सामाइयकडस्स समणोवस्सए अच्छमाणस्स केइ जायं चरेज्जा, से णं भंते! किं जायं चरड़, अजायं चरइ ? गोयमा ! जायं चरइ, णो अजायं चरड़ | तस्स णं भंते ! तेहिं सीलव्वय-गुण- वेरमण-पच्चक्खाण-पोसहोववासेहिं सा जाया अजाया भवइ ? गोयमा ! हंता भवइ । से केणं खाइणं अÌणं भंते ! एवं वुच्चइ जायं चरइ णो अजायं चरइ ? 198 Page #209 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! तस्स णं एवं भवइ- णो मे माया, णो मे पिया, णो मे भाया, णो मे भगिणी, णो मे भज्जा, णो मे पुत्ता, णो मे धूया णो मे सुण्हा; पेज्ज बंधणे पुण से अवोच्छिण्णे भवइ, से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव णो अजायं चरइ । समणोवासगस्स णं भंते ! पुव्वामेव थूलए पाणाइवाए अपच्चक्खाए भवइ, से णं भंते ! पच्छा पच्चाइक्खमाणे किं करेइ ? गोयमा ! तीयं पडिक्कमइ, पडुप्पण्णं संवरेइ, अणागयं पच्चक्खाई। तीयं पडिक्कममाणे किं-तिविहं तिविहेणं पडिक्कमइ, तिविहं दुविहेणं पडिक्कमइ, तिविहं एगविहेणं पडिक्कमइ; दुविहं तिविहेणं पडिक्कमइ, दुविहं दुविहेणं पडिक्कमइ, दुविहं एगविहेणं पडिक्कमइ; एगविहं तिविहेणं पडिक्कमइ, एगविहं दुविहेणं पडिक्कमइ, एगविहं एगविहेणं पडिक्कमइ ? गोयमा ! तिविहं तिविहेणं पडिक्कमइ, तिविहं वा दुविहेणं पडिक्कमइ, एवं चेव जाव एगविहं वा एगविणं पडिक्कमइ । तिविहं तिविहेणं पडिक्कममाणे ण करेइ, ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा वयसा कायसा । तिविहं दुविहेणं पडिक्कममाणे- ण करेइ, ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा वयसा; अहवा ण करेइ, ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा कायसा; अहवा ण करेइ, ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ वयसा कायसा । तिविहं एगविहेणं पडिक्कममाणे- ण करेइ, ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा; अहवा करेइ, ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ वयसा; अहवा ण करेइ, ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ कायसा । दुविहं तिविहेणं पडिक्कममाणे- ण करेइ, ण कारवेइ मणसा वयसा कायसा; अहवा ण करेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा वयसा कायसा; अहवा ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा वयसा कायसा । दुविहं दुविहेणं पडिक्कममाणे- ण करेइ, ण कारवेइ मणसा वयसा, अहवा ण करेइ, ण कारवेइ मणसा कायसा; अहवा ण करेइ, ण कारवेइ वयसा कायसा; अहवा ण करेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा वयसा; अहवा ण करेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा कायसा; अहवा ण करेइ, करेंतं णाणुजाणइ वयसा कायसा; अहवा ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा वयसा; अहवा ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा कायसा; अहवा ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ वयसा कायसा । दुविहं एगविहेणं पडिक्कममाणे- ण करेइ ण कारवेइ मणसा; अहवा ण करेइ ण कारवेइ वयसा; अहवा ण करेइ, ण कारवेइ कायसा; अहवा ण करेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा; अहवा ण करेइ, करेंतं णाणुजाणइ वयसा; अहवा ण करेइ, करेंतं णाणुजाणइ कायसा; अहवा कारवेइ, करेंतं णाणुजाणइ मणसा; अहवा ण कारवेइ करेंतं णाणुजाणइ वयसा; अहवा ण कारवेइ, करेंतं णाणुजाण कायसा । 199 Page #210 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९ भगवई सुत्त एगविहं तिविहेणं पडिक्कममाणे- ण करेइ मणसा वयसा कायसा; अहवा ण कारवेइ मणसा वयसा कायसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ मणसा वयसा कायसा । १२ एगविहं दुविहेणं पडिक्कममाणे- ण करेइ मणसा वयसा; अहवा ण करेइ मणसा कायसा; अहवा ण करेइ वयसा कायसा; अहवा ण कारवेइ मणसा वयसा; अहवा ण कारवेइ मणसा कायसा; अहवा ण कारवेइ वयसा कायसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ मणसा वयसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ मणसा कायसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ वयसा कायसा । एगविहं एगविणं पडिक्कममाणे- ण करेइ मणसा, अहवा ण करेइ वयसा अहवा ण करेइ कायसा; अहवा ण कारवेइ मणसा; अहवा ण कारवेइ वयसा; अहवा ण कारवेइ कायसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ मणसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ वयसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ कायसा । १० अणागयं पच्चक्खमाणे किं तिविहं तिविहेणं पच्चक्खाइ, पुच्छा ? गोयमा ! एवं ते चेव भंगा एगूणपण्णं भाणियव्वा । १३ पडुप्पण्णं संवरेमाणे किं तिविहं तिविहेणं संवरेइ पुच्छा ? गोयमा ! जहा पडिक्कममाणेणं एगूणपण्णं भंगा भणिया एवं संवरमाणेण वि एगूणपण्णं भंगा भाणियव्वा । ११ समणोवासगस्स णं भंते ! पुव्वामेव थूलए मुसावाए अपच्चक्खाए भवइ, से णं भंते ! पच्छा पच्चाइक्खमाणे किं करेइ ? एवं जहा पाणाइवायस्स सीयालं भंगसयं भणियं, तहा मुसावायस्स वि भाणियव्वं । एवं अदिण्णादाणस्स वि, एवं थूलगस्स मेहुणस्स वि, थूलगस्स परिग्गहस्स वि जाव अहवा करेंतं णाणुजाणइ कायसा । एवं खलु एरिसगा समणोवासगा भवंति णो खलु एरिसगा आजीविओवासगा भवंति । आजीवियसमयस्स णं अयमट्ठे- अक्खीणपडिभोइणो सव्वे सत्ता से हंता, छेत्ता, भेत्ता, लुंपित्ता, विलुंपित्ता, उद्दवइत्ता आहारं आहारेंति । तत्थ खलु इमे दुवालस आजीवियोवासगा भवंति, तं जहा- ताले, तालपलंबे, उव्विहे, संविहे, अवविहे, उदए, णामुदए, णम्मुदए, अणुवालए संखवालए, अयंपुले कायरए । इच्चेए दुवालस आजीवियोवासगा अरिहंतदेवतागा, अम्मा पिउसुस्सूसगा, पंचफलपडिक्कंता, तं जहा- उंबरेहिं, वडेहिं, बोरेहिं, सतरेहिं, पिलक्खूहिं,, पलंडू- ल्हसुण-कंदमूल-विवज्जगा, अणिल्लंछिएहिं अणक्कभिण्णेहिं गोणेहिं तसपाणविवज्जिएहिं वित्तेहिं वित्तिं कप्पेमाणा विहरति । एए वि ताव एवं इच्छंति किमंग ! पुण जे इमे समणोवासगा भवंति, जेसिं णो कप्पंति इमाइं पण्णरस कम्मादाणाइं सयं करेत्तए वा, कारवेत्तए वा, करंतं वा अण्णं समणुजाणेत्तए, तं जहा- इंगालकम्मे, वणकम्मे, साडीकम्मे, भाडीकम्मे, फोडीकम्मे, दंतवाणिज्जे, लक्खवाणिज्जे, केसवाणिज्जे, रसवाणिज्जे, विसवाणिज्जे, जंतपीलणकम्मे, णिल्लंछणकम्मे, दवग्गिदावणया, सर- दह-तलायपरि-सोसणया, असईजणपोसणया । 200 Page #211 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त इच्चेए समणोवासगा सुक्का, सुक्काभिजाइया भवित्ता कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति । कइविहा णं भंते ! देवलोगा पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा देवलोगा पण्णत्ता, तं जहा- भवणवासी, वाणमंतरा, जोइसिया, वेमाणिया। सेवं भंते ! सेवं भंते ! || पंचमो उद्देसो समत्तो || छट्टो उद्देशो अफामा गत समणोवासगस्स णं भंते! तहारूवं समणं वा माहणं वा फासु-एसणिज्जेणं असण-पाण- खाइमसाइमेणं पडिलाभेमाणस्स किं कज्जइ ? गोयमा ! एगंतसो से णिज्जरा कज्जइ, णत्थि य से पावे कम्मे कज्जइ । समणोवासगस्स णं भंते ! तहारूवं समणं वा माहणं वा अफासुएणं अणेसणिज्जेणं असणपाण-खाइम साइमेणं पडिलाभेमाणस्स किं कज्जइ ? गोयमा ! बहुतरिया से णिज्जरा कज्जइ, अप्पतराए से पावे कम्मे कज्जइ । समणोवासगस्स णं भंते ! तहारूवं असंजयविरयपडिहयपच्चक्खाय- पावकम्मं फासुएण वा, ग वा, एसणिज्जेण वा, अणेसणिज्जेण वा असण-पाण- खाइम-साइमेणं पडिलाभेमाणस्स किं कज्जइ ? गोयमा ! एगंतसो से पावेकम्मे कज्जइ, णत्थि से काइ णिज्जरा कज्जइ । णिग्गंथं च णं गाहावइकुलं पिंडवायपडियाए अणुप्पविर्से केइ दोहिं पिंडेहिं उवणिमंतेज्जा- एगं आउसो ! अप्पणा भुंजाहि, एग थेराणं दलयाहि; से य तं पडिग्गाहेज्जा, थेरा य से अणुगवेसियव्वा सिया, जत्थेव अणुगवेसमाणे थेरे पासिज्जा तत्थेव अणुप्पदायव्वे सिया, णो चेव णं अणुगवेसमाणे थेरे पासिज्जा, तं णो अप्पणा भुंजेज्जा, णो अण्णेसिं दावए; एगंते अणावाए अचित्ते बहुफासुए थंडिल्ले, पडिलेहित्ता पमज्जित्ता परिद्ववियव्वे सिया | णिग्गंथं च णं गाहावइकुलं पिंडवायपडियाए अणुप्पविलु केइ तिहिं पिंडेहिं उवणिमंतेज्जा-एगं आउसो ! अप्पणा भुंजाहि, दो थेराणं दलयाहि; से य पडिग्गाहेज्जा थेरा य से अणुगवेसियव्वा, सेसं तं चेव जाव परिद्ववियव्वा सिया, एवं जाव दसहिं पिंडेहिं उवणिमंतेज्जा; णवरं एगं आउसो! अप्पणा भुंजाहि, णव थेराणं दलयाहि; सेसं तं चेव जाव परिठ्ठवियव्वे सिया। oC || णिग्गंथं च णं गाहावइ कुलं पिंडवाय पडियाए अण्पविलु केइ दोहिं पडिग्गहेहिं उवणिमंतेज्जाएगं आउसो ! अप्पणा परिभंजाहि, एग थेराणं दलयाहि । से य तं पडिग्गाहेज्जा, तहेव जाव तं णो अप्पण जा, णो अण्णेसिं दावए; सेसं तं चेव जाव परिद्ववियव्वे सिया । एवं जाव दसहिं पडिग्गहेहिं । 201 Page #212 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवं जहा पडिग्गहवत्तव्वया भणिया तहा गोच्छग-रयहरण-चोलपट्टग-कंबल-लट्ठिसंथारगवत्तव्वया य भाणियव्वा जाव दसहिं संथारएहिं उवणिमंतेज्जा जाव परिद्ववियव्वे सिया। णिग्गंथेण य गाहावइकुलं पिंडवायपडियाए पविटेणं अण्णयरे अकिच्चट्ठाणे पडिसेविए, तस्स णं एवं भवइ-इहेव ताव अहं एयस्स ठाणस्स आलोएमि, पडिक्कमामि, जिंदामि, गरिहामि, विउट्टामि, विसोहेमि, अकरणयाए अब्भुढेमि, आहारिहं पायच्छित्तं तवोकम्म पडिवज्जामि; तओ पच्छा थेराणं अंतिअं आलोएस्सामि जाव तवोकम्म पडिवज्जिस्सामि । से य संपट्ठिए, असंपत्ते थेरा य पुव्वामेव अमुहा सिया, से णं भंते ! किं आराहए, विराहए? गोयमा ! आराहेए, णो विराहए | से य संपट्ठिए असंपत्ते अप्पणा य पुव्वामेव अमुहे सिया, से णं भंते ! किं आराहए, विराहए? गोयमा ! आराहए, णो विराहए । से य संपढिए असंपत्ते थेरा य कालं करेज्जा , से णं भंते ! किं आराहए, विराहए ? गोयमा ! आराहए, णो विराहए । से य संपट्ठिए असंपत्ते, अप्पप्णा य पुव्वामेव कालं करेज्जा; से णं भंते! किं आराहए, विराहए? गोयमा ! आराहए, णो विराहए | से य संपट्ठिए संपत्ते, थेरा य अमुहा सिया; से णं भंते! किं आराहए विराहए ? गोयमा ! आराहए, णो विराहए । से य संपढिए संपत्ते, अप्पणा य अमुहा सिया, एवं संपत्तेण वि चत्तारि आलावगा भाणियव्वा जहेव असंपत्तेणं । णिग्गंथेण य बहिया वियारभूमि वा विहारभूमि वा णिक्खंतेणं अण्णयरे अकिच्चट्ठाणे पडिसेविए, तस्स णं एवं भवइ- इहेव ताव अहं एयस्स ठाणस्स आलोएमि; एवं एत्थ वि ते चेव अट्ठ आलावगा भाणियव्वा जाव णो विराहए | णिग्गंथेण य गामाणुगामं दुइज्जमाणेणं अण्णयरे अकिच्चट्ठाणे पडिसेविए, तस्स णं एवं भवइ- इहेव ताव अहं एयस्स ठाणस्स आलोएमि; एत्थ वि ते चेव अट्ठ आलावगा भाणियव्वा जाव णो विराहए। णिग्गंथीए य गाहावइकुलं पिंडवायपडियाए अणुपविट्ठाए अण्णयरे अकिच्चट्ठाणे पडिसेविए; तीसे णं एवं भवइ- इहेव ताव अहं एयस्स ठाणस्स आलोएमि जाव तवोकम्म पडिवज्जामि, तओ पच्छा पवत्तिणीए अंतियं आलोएस्सामि जाव तवोकम्म पडिवज्जिस्सामि । सा य संपट्ठिया असंपत्ता पवत्तिणी य अमुहा सिया, सा णं भंते ! किं आराहिया, विराहिया 202 Page #213 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! आराहिया, णो विराहिया । एवं जहा णिग्गंथस्स तिण्णि गमा भणिया एवं णिग्गंथीए वि तिण्णि आलावगा भाणियव्वा जाव आराहिया, णो विराहिया । १४ | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- आराहए, णो विराहए ? गोयमा ! से जहाणामए-केइ पुरिसे एगं महं उण्णालोमं वा, गयलोमं वा, सणलोमं वा, कप्पासलोमं वा, तणसूयं वा दुहा वा तिहा वा संखेज्जहा वा छिदित्ता अगणिकायंसि पक्खिवेज्जा, से णूणं गोयमा ! छिज्जमाणे छिण्णे, पक्खिप्पमाणे पक्खित्ते, दज्झमाणे दड्ढे त्ति वत्तव्वं सिया ? हंता भगवं ! छिज्जमाणे छिण्णे जाव दड्ढे त्ति वत्तव्वं सिया | से जहा वा केइ पुरिसे वत्थं अहयं वा धोयं वा, तंतुम्गयं वा मंजिहादोणीए पक्खिवेज्जा, से णूणं गोयमा ! उक्खिप्पमाणे उक्खित्ते, पक्खिप्पमाणे पक्खित्ते, रज्जमाणे रत्तेत्ति वत्तव्वं सिया ? हंता भगवं ! उक्खिप्पमाणे उक्खित्ते जाव रत्तेति वत्तव्वं सिया | से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- आराहए णो विराहए । पईवस्स णं भंते ! झियायमाणस्स किं पईवे झियाइ, लट्ठी झियाइ, वत्ती झियाइ, तेल्ले झियाइ, दीवचंपए झियाइ, जोई झियाइ ? गोयमा ! णो पईवे झियाइ जाव णो दीवचंपए झियाइ, जोई झियाइ । अगारस्स णं भंते ! झियायमाणस्स किं अगारे झियाइ, कुड्डा झियाइ, कडणा झियाइ, धारणा झियाइ, बलहरणे झियाइ, वंसा झियाइ, मल्ला झियाइ, वग्गा झियाइ, छित्तरा झियाइ, छाणे झियाइ, जोई झियाइ ? गोयमा ! णो अगारे झियाइ, णो कुड्डा झियाइ, जाव णो छाणे झियाइ, जोई झियाइ । जीवे णं भंते! ओरालियसरीराओ कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए, सिय अकिरिए । णेरइए णं भंते ! ओरालियसरीराओ कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए । असुरकुमारे णं भंते ! ओरालियसरीराओ कइकिरिए ? गोयमा ! एवं चेव, एवं जाव वेमाणिए, जहा जीवे | जीवे णं भंते ! ओरालियसरीरेहिंतो कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए जाव सिय अकिरिए। णेरइए णं भंते ! ओरालियसरीरेहिंतो कइकिरिए ? एवं एसो जहा पढमो दंडओ तहा इमो वि अपरिसेसो भाणियव्वो जाव वेमाणिए, णवरं मणस्से जहा जीवे । 203 Page #214 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जीवा णं भंते ! ओरालियसरीराओ कइकिरिया ? गोयमा ! सिय तिकिरिया जाव सिय अकिरिया । णेरइया णं भंते ! ओरालियसरीराओ कइकिरिया ? एवं एसो वि जहा पढमो दंडओ तहा भाणियव्वो जाव वेमाणिया, णवरं मणुस्सा जहा जीवा । जीवा णं भंते ! ओरालियसरीरेहिंतो कइकिरिया ? गोयमा ! तिकिरिया वि, चउकिरिया वि, पंचकिरिया वि, अकिरिया वि । णेरड्या णं भंते ! ओरालियसरीरेहिंतो कइकिरिया ? गोयमा ! तिकिरिया वि, चउकिरिया वि, पंचकिरिया वि । एवं जाव वेमाणिया, णवरं मणुस्सा जहा जीवा | जीवे णं भंते ! वेउव्वियसरीराओ कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय अकिरिए | णेरडए णं भंते ! वेउव्वियसरीराओ कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए; एवं जाव वेमाणिए, णवरं मणुस्से जहा जीवे । एवं जहा ओरालियसरीरेणं चत्तारि दंडगा भणिया तहा वेउव्वियसरीरेण वि चत्तारि दंडगा भाणियव्वा, णवरं पंचमकिरिया ण भण्णइ, सेसं तं चेव | एवं जहा वेउव्वियं तहा आहारगं पि, तेयगं पि, कम्मगं पि भाणियव्वं; एक्केक्के चत्तारि दंडगा भाणियव्वा जाव वेमाणिया णं भंते ! कम्मगसरीरेहिंतो कइकिरिया? गोयमा! तिकिरिया वि, चउकिरिया वि| सेवं भंते! सेवं भंते! ॥ ॥ छट्ठो उद्देसो समत्तो || सत्तमो उद्देशो तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णयरे, वण्णओ । गुणसीलए चेइए, वण्णओ। पुढविसिलापट्टओ | तस्सं णं गुणसीलस्स चेइयस्स अदूरसामंते बहवे अण्णउत्थिया परिवति । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे आइगरे जाव समोसढे; जाव परिसा पडिगया तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स बहवे अंतेवासी थेरा भगवंतो जाइसंपण्णा, कुलसंपण्णा एवं जहा बिइयसए जाव जीवियास-मरणभय-विप्पमुक्का, समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते उड्ढंजाणू अहोसिरा, झाण- कोट्ठोवगया संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणा विहरति । तएणं ते अण्णउत्थिया जेणेव थेरा भगवंतो तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता ते थेरे भगवंते एवं वयासी- तुब्भे णं अज्जो ! तिविहं तिविहेणं असंजय-अविरय-अप्पडिहय पच्चक्खाय पावकम्मे एवं जहा सत्तमसए बिइए उद्देसए जाव एगंतबाला या वि भवह । 204 Page #215 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तएणं ते थेरा भगवंतो ते अण्णउत्थिए एवं वयासी-केण कारणेणं अज्जो! अम्हे तिविहं तिविहेणं अस्संजय-अविरय जाव एगंतबाला यावि भवामो ? तएणं ते अण्णउत्थिया ते थेरे भगवंते एवं वयासी- तुब्भे णं अज्जो! अदिण्णं गेण्हह, अदिण्णं भुंजह, अदिण्णं साइज्जह; तएणं तुब्भे अदिण्णं गेण्हमाणा, अदिण्णं भुंजमाणा, अदिण्णं साइज्जमाणा तिविहं तिविहेणं असंजय-अविरय जाव एगंतबाला यावि भवह । तएणं ते थेरा भगवंतो ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- केण कारणेणं अज्जो ! अम्हे अदिण्णं गेण्हामो, अदिण्णं भुंजामो, अदिण्णं साइज्जामो ? जए णं अम्हे अदिण्णं गेण्हमाणा, अदिण्णं भुंजमाणा, अदिण्णं साइज्जमाणा तिविहं तिविहेणं असंजय-अविरय जाव एगंतबाला यावि भवामो ? s तएणं ते अण्णउत्थिया ते थेरे भगवंते एवं वयासी-तुम्हाणं अज्जो ! दिज्जमाणे अदिण्णे, पडिग्गाहेज्जमाणे अपडिग्गहिए, णिस्सरिज्जमाणे अणिसिद्धे, तुब्भं णं अज्जो ! दिज्जमाणं, पडिग्गहगं असंपत्तं, एत्थ णं अंतरा केइ अवहरिज्जा, गाहावइस्स णं तं, णो खलु तं तुब्भ, तएणं तुब्भे अदिण्णं गेण्हह, अदिण्णं भुंजह अदिण्णं साइज्जह, तएणं तुब्भे अदिण्णं गेण्हमाणा जाव एगंतबाला यावि भवह । तएणं ते थेरा भगवंतो ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- णो खलु अज्जो! अम्हे अदिण्णं गेण्हामो, अदिण्णं भुंजामो, अदिण्णं साइज्जामो; अम्हे णं अज्जो ! दिण्णं गेण्हामो, दिण्णं भुंजामो, दिण्णं साइज्जामो | तएणं अम्हे दिण्णं गेण्हमाणा, दिण्णं भंजमाणा, दिण्णं साइज्जमाणा तिविहं तिविहेणं संजय-विरय-पडिहय एवं जहा सत्तमसए जाव एगंतपंडिया या वि भवामो । तएणं ते अण्णउत्थिया ते थेरे भगवंते एवं वयासी- केण कारणेणं अज्जो ! तुम्हे दिण्णं गेण्हह, दिण्णं भुंजह, दिण्णं साइज्जह, जए णं तुब्भे दिण्णं गेण्हमाणा, जाव एगंतपंडिया या वि भवह ? तएणं ते थेरा भगवंतो ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- अम्हे णं अज्जो ! दिज्जमाणे दिण्णे, पडिग्गाहिज्जमाणे पडिग्गहिए णिस्सरिज्जमाणे णिसिट्टे; अम्हं णं अज्जो ! दिज्जमाणं, पडिग्गहगं असंपत्तं, एत्थ णं अंतरा केइ अवहरेज्जा, अम्हं णं तं, णो खलु तं गाहावइस्स। तएणं अम्हे दिण्णं गेण्हामो, दिण्णं भुंजामो, दिण्णं साइज्जामो, तए णं अम्हे दिण्णं गेण्हमाणा, दिण्णं भुंजमाणा, दिण्णं साइज्जमाणा तिविहं तिविहेणं संजय-विरय जाव एगंतपंडिया यावि भवामो | तब्भे णं अज्जो ! अप्पणा चेव तिविहं तिविहेणं अस्संजयअविरय- अपडिहय- पच्चक्खाय- पावकम्मा जाव एगंतबाला यावि भवह | तएणं ते अण्णउत्थिया ते थेरे भगवंते एवं वयासी- केण कारणेणं अज्जो ! अम्हे तिविहं तिविहेणं असंजय अविरय जाव एगंतबाला यावि भवामो ? 205 Page #216 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तएणं ते थेरा भगवंतो ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- तुब्भे णं अज्जो ! अदिण्णं गेण्हह, अदिण्णं भुंजह, अदिण्णं साइज्जह; तएणं तुब्भे अदिण्णं गेण्हामाणा, जाव एगंतबाला यावि भवह । तएणं ते अण्णउत्थिया ते थेरे भगवंते एवं वयासी- केण कारणेणं अज्जो ! अम्हे अदिण्णं गेण्हामो, जाव एगंतबाला यावि भवामो ? तएणं ते थेरा भगवंतो ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- तुब्भे णं अज्जो ! दिज्जमाणे अदिण्णे, तं चेव जाव गाहावइस्स णं तं, णो खलु तं तुब्भं, तएणं तुज्झे अदिण्णं गेण्हह जाव एगंतबाला यावि भवह | तएणं ते अण्णउत्थिया ते थेरे भगवंते एवं वयासी- तब्भे णं अज्जो ! तिविहं तिविहेणं असंजय-अविरय जाव एगंतबाला यावि भवह । तएणं ते थेरा भगवंतो ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- केण कारणेणं अज्जो ! अम्हे तिविहं तिविहेणं असंजय जाव एगंतबाला यावि भवामो ? तएणं ते अण्णउत्थिया ते थेरे भगवंते एवं वयासी- तुब्भे णं अज्जो ! रीयं रीयमाणा पुढविं पेच्चेह, अभिहणह, वत्तेह, लेसेह, संघाएह, संघट्टेह, परितावेह, किलामेह, उवद्दवेह; तएणं तुब्भे पुढविं पेच्चेमाणा, अभिहणमाणा जाव उवद्दवेमाणा तिविहं तिविहेणं असंजय जाव एगंतबाला यावि भवह | तएणं ते थेरा भगवंतो ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- णो खलु अज्जो ! अम्हे रीयं रीयमाणा पढविं पेच्चेमो, अभिहणामो जाव उवद्दवेमो; अम्हे णं अज्जो ! रीयं रीयमाणा कायं वा, जोगं वा, रियं वा पडुच्च देसं देसेणं वयामो, पएसं पएसेणं वयामो; तेणं अम्हे देसं देसेणं वयमाणा, पएसं पएसेणं वयमाणा णो पढविं पेच्चेमो, अभिहणामो जाव उवद्दवेमो; तएणं अम्हे पढविं अपेच्चमाणा, अणभिहणेमाणा जाव अणुवद्दवेमाणा तिविहं तिविहेणं संजय विरयपडिहयपच्चक्खायपावकम्मा जाव एगंतपंडिया या वि भवामो । तुब्भे णं अज्जो ! अप्पणा चेव तिविहं तिविहेणं असंजय अविरय जाव एगंत बाला यावि भवह | तएणं ते अण्णउत्थिया ते थेरे भगवंते एवं वयासी- केण कारणेणं अज्जो ! अम्हे तिविहं तिविहेणं असंजय जाव एगंतबाला यावि भवामो ? तएणं ते थेरा भगवंतो ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- तुब्भे णं अज्जो ! रीयं रीयमाणा पुढविं पेच्चेह जाव उवद्दवेह; तएणं तुब्भे पुढविं पेच्चेमाणा जाव उवद्दवेमाणा तिविहं तिविहेणं असंजय जाव एगंतबाला यावि भवइ। तएणं ते अण्णउत्थिया ते थेरे भगवंते एवं वयासी- तुब्भे णं अज्जो ! गम्ममाणे अगए, वीइक्कमिज्जमाणे अवीइक्कंते, रायगिह णयरं संपाविउकामे असंपत्ते । 206 Page #217 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २१ / तएणं ते थेरा भगवंतो ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- णो खलु अज्जो ! अम्हं गम्ममाणे अगए, वीइक्कमिज्जमाणे अवीइक्कंते, रायगिहं णयरं संपाविउकामे असंपत्ते; अम्हं णं अज्जो गम्ममाणे गए, वीइक्कमिज्जमाणे वीइक्कंते, रायगिहं णयरं संपाविउकामे संपत्ते; तुब्भं णं अप्पणा चेव गम्ममाणे अगए, वीइक्कमिज्जमाणे अवीइक्कंते, रायगिहं णयरं संपाविउकामे असंपत्ते । तएणं ते थेरा भगवंतो अण्णउत्थिए एवं पडिहणंति, पडिहणित्ता गइप्पवायं णाम अज्झयणं पण्णवइंसु । कइविहे णं भंते ! गइप्पवाए पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे गइप्पवाए पण्णत्ते, तं जहा- पओगगई, ततगई, बंधण- छेयणगई, उववायगई, विहायगई; एत्तो आरब्भ पयोगपयं णिरवसेसं भाणियव्वं जाव से तं विहायगई || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ सत्तमो उद्देसो समत्तो || अट्ठमं सतं अट्ठमो उद्देशो रायगिहे जाव एवं वयासी- गुरु णं भंते ! पडुच्च कइ पडिणीया पण्णत्ता ? गोयमा! तओ पडिणीया पण्णत्ता, तं जहा- आयरियपडिणीए, उवज्झाय-पडिणीए, थेरपडिणीए। गई णं भंते ! पडुच्च कइ पडिणीया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ पडिणीया पण्णत्ता, तं जहाइहलोगपडिणीए, परलोगपडिणीए, दुहओलोगपडिणीए | समूहं णं भंते ! पडुच्च कइ पडिणीया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ पडिणीया पण्णत्ता, तं जहा- कुलपडिणीए, गणपडिणीए, संघपडिणीए | अणुकंपं णं भंते ! पडुच्च कइ पडिणीया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ पडिणीया पण्णत्ता, तं जहा- तवस्सिपडिणीए, गिलाणपडिणीए. सेहपडिणीए । सुयं णं भंते ! पडुच्च कइ पडिणीया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ पडिणीया पण्णत्ता, तंजहासुत्तपडिणीए, अत्थपडिणीए, तदुभयपडिणीए | भावं णं भंते ! पडुच्च कइ पडिणीया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ पडिणीया पण्णत्ता, तं जहाणाणपडिणीए, दंसणपडिणीए, चरित्तपडिणीए | कइविहे णं भंते ! ववहारे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे ववहारे पण्णत्ते, तं जहा- आगमे, सुए, आणा, धारणा, जीए । जहा से तत्थ आगमे सिया आगमेणं ववहारं पट्ठवेज्जा; णो य से तत्थ आगमे सिया, जहा से तत्थ सुए सिया, सुएणं ववहारं पट्टवेज्जा । णो य से तत्थ सुए सिया, जहा से तत्थ आणा सिया, आणाए ववहारं पट्ठवेज्जा । णो य से तत्थ आणा सिया, जहा से तत्थ धारणा सिया, धारणाए ववहारं पढ़वेज्जा | णो य से तत्थ धारणा सिया; जहा से तत्थ जीए सिया, जीएणं 207 Page #218 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ववहारं पट्ठवेज्जा । इच्चेएहिं पंचहिं ववहारेहिं ववहारं पट्ठवेज्जा; तं जहा- आगमेणं, सुएणं आणाए, धारणाए, जीएणं । जहा जहा से आगमे सुए आणा धारणा जीए तहा तहा ववहारं पट्ठवेज्जा । आगमबलिया समणा णिग्गंथा । इच्चेयं पंचविहं ववहारं जया जया जहिं जहिं, तया तया तहिं तहिं, अणिस्सि- ओवसियं सम्म ववहरमाणे समणे णिग्गंथे आणाए आराहए भवइ । कइविहे णं भंते ! बंधे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे बंधे पण्णत्ते, तं जहा- इरियावहियबंधे य संपराइयबंधे य । इरियावहियं णं भंते ! कम्मं किं णेरइओ बंधइ, तिरिक्खजोणिओ बंधइ, तिरिक्खजोणिणी बंधइ, मणुस्सो बंधइ, मणुस्सी बंधइ, देवो बंधइ, देवी बंधइ ? गोयमा ! णो णेरइओ बंधइ, णो तिरिक्खजोणिओ बंधइ, णो तिरिक्खजोणिणी बंधइ, णो देवो बंधइ णो देवी बंधइ, । पुव्वपडिवण्णए पडुच्च मणुस्सा य मणुस्सीओ य बंधंति, पडिवज्जमाणए पडुच्च- १ मणुस्सो वा बंधइ २ मणुस्सी वा बंधइ ३ मणुस्सा वा बंधति ४ मणुस्सीओ वा बंधंति ५ अहवा मणुस्सो य मणुस्सी य बंधंति ६ अहवा मणुस्सो य मणुस्सीओ य बंधति ७ अहवा मणुस्सा य मणुस्सी य बंधंति ८ अहवा मणुस्सा य मणुस्सीओ य बंधंति । तं भंते ! किं इत्थी बंधइ, पुरिसो बंधइ, णपुंसगो बंधइ, इत्थीओ बंधति, पुरिसा बंधंति, णपुंसगा बंधति; णोइत्थी णोपुरिसो णोणपुंसगो बंधइ ? . गोयमा ! णो इत्थी बंधइ, णो पुरिसो बंधइ, जाव णो णपुंसगो बंधइ, पुव्वपडिवण्णए पडुच्च अवगयवेदा बंधति, पडिवज्जमाणए पडुच्च अवगयवेदो वा बंधइ, अवगयवेदा वा बंधति । जइ भंते ! अवगयवेदो वा बंधइ, अवगयवेदा वा बंधंति तं भंते ! किं इत्थीपच्छाकडो बंधइ, पुरिसपच्छाकडो बंधइ, णपुंसगपच्छाकडो बंधइ, इत्थीपच्छाकडा बंधति पुरिसपच्छाकडा बंधंति णपुसगपच्छाकडा बधति ? उदाह इत्थीपच्छाकडो य पुरिसपच्छाकडो य बंधंति, जाव इत्थीपच्छाकडा य पुरिसपच्छाकडा य बंधंति, चउभंगो। उदाह इत्थीपच्छाकडो य णपंसगपच्छाकडो य बंधति, चउभंगो । उदाह पुरिसपच्छाकडो य णपुंसगपच्छाकडो य बंधंति, चउभंगो ? उदाहु इत्थीपच्छाकडो य पुरिसपच्छाकडो य णपुंसगपच्छाकडो य बंधंति, अट्ठभंगा । एवं एए छव्वीसं भंगा जाव उदाहु इत्थीपच्छाकडा य पुरिसपच्छाकडा य णपुंसगपच्छाकडा य बंधंति ? गोयमा ! इत्थीपच्छाकडो वि बंधइ, पुरिसपच्छाकडो वि बंधइ, णपुंसग- पच्छाकडो वि बंधइ; इत्थीपच्छाकडा वि बंधंति, पुरिसपच्छाकडा वि बंधति, णपुंसगपच्छाकडा वि बंधंति; | अहवा इत्थीपच्छाकडो य पुरिसपच्छाकडो य बंधइ, एवं एए चेव छव्वीसं भंगा भाणियव्वा, जाव अहवा इत्थी पच्छाकडा य पुरिसपच्छाकडा य णपुंसगपच्छाकडा य बंधंति । 208 Page #219 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १२ तं भंते ! किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ; बंधी, बंधइ, ण बंधिस्सइ; बंधी, ण बंधइ, बंधिस्सइ; बंधी, ण बंधइ, ण बंधिस्सइ; ण बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ; ण बंधी, बंधइ, ण बंधिस्सइ; ण बंधी, ण बंधइ, बंधिस्सइ; ण बंधी, ण बंधइ ण बंधिस्सइ ? गोयमा ! भवागरिसं पडुच्च अत्थेगइए बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ; अत्थेगइए बंधी, बंधइ, ण बंधिस्सइ; एवं तं चेव सव्वं जाव अत्थेगइए ण बंधी, ण बंधइ, ण बंधिस्सइ, गहणागरिसं पडुच्च अत्थेगइए बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ; एवं जाव अत्थेगइए ण बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ; णो चेव णं ण बंधी, बंधइ, ण बंधिस्सइ; अत्थेगइए ण बंधी, ण बंधइ, बंधिस्सइ । अत्थेगइए ण बंधी, ण बंधइ, ण बंधिस्सइ । तं भंते ! किं साइयं सपज्जवसियं बंधइ, साइयं अपज्जवसियं बंधइ, अणाइयं सपज्जवसियं बंधइ अणाइयं अपज्जवसियं बंधइ ? गोयमा ! साइयं सपज्जवसियं बंधइ, णो साइयं अपज्जवसियं बंधइ, णो अणाइयं सपज्जवसियं बंधइ, णो अणाइयं अपज्जवसियं बंधड़ । तं भंते! किं देसेणं देसं बंधइ, देसेणं सव्वं बंधइ, सव्वेणं देसं बंधइ, सव्वेणं सव्वं बंधइ? गोयमा! णो देसेणं देसं बंधड़, णो देसेणं सव्वं बंधइ, णो सव्वेणं देसं बंधइ, सव्वेणं सव्वं बंधइ । संपराइयं णं भंते ! कम्मं किं णेरइओ बंधइ, तिरिक्खजोणिओ बंधइ जाव देवी बंधइ ? गोयमा ! णेरइओ वि बंधइ, तिरिक्खजोणिओ वि बंधइ, तिरिक्खजोणिणी वि बंधइ, मणुस्सो वि बंधइ, मणुस्सी वि बंधइ, देवो वि बंधइ, देवी वि बंधइ । तं भंते ! किं इत्थी बंधइ, पुरिसो बंधइ जाव णोइत्थी णोपुरिसो णोणपुंसगो बंधइ ? गोयमा ! इत्थी वि बंधइ, पुरिसो वि बंधइ जाव णपुंसगा वि बंधति, अहवा एते य अवगयवेओ य बंधइ, अहवा एते य अवगयवेया य बंधन्ति । जइ भंते ! अवगयवेओ य बंधइ, अवगयवेया य बंधंति तं भंते ! किं इत्थीपच्छाकडो बंधइ, पुरिसपच्छाकडो बंधइ, पुच्छा ? एवं जहेव इरियावहियाबंधगस्स तहेव णिरवसेसं जाव अहवा इत्थीपच्छाकडा य पुरिसपच्छाकडा य णपुंसगपच्छाकडा य बंधंति । तं भंते ! किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, बंधी बंधइ ण बंधिस्सइ, बंधी ण बंधइ बंधिस्सइ, बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सइ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी बंधड़ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी बंधइ ण बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी ण बंधड़ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सइ । १९ तं भंते ! किं साइयं सपज्जवसियं बंधइ, पुच्छा ? 209 Page #220 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २० २१ २२ २३ २४ २५ २६ २७ २८ २९ ३० भगवई सुत्त गोयमा ! साइयं वा सपज्जवसियं बंधइ, अणाइयं वा सपज्जवसियं बंधइ, अणाइयं वा अपज्जवसियं बंधइ, णो चेव णं साइयं अपज्जवसियं बंधइ । तं भंते ! किं देसेणं देसं बंधइ पुच्छा ? गोयमा ! जहेव इरियावहियाबंधगस्स जाव सव्वेणं सव्वं बंधइ । कइ णं भंते ! कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- णाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं । कइ णं भंते ! परिसहा पण्णत्ता ? गोयमा ! बावीसं परीसहा पण्णत्ता, तं जहादिगिंछापरिसहे, पिवासापरिसहे जाव दंसणपरिसहे । एए णं भंते ! बावीसं परीसहा कइसु कम्मपयडीसु समोयरंति ? गोयमा ! चउसु कम्मपयडीसु समोयरंति, तं जहा- णाणावरणिज्जे, वेयणिज्जे, मोहणिज्जे, अंतराइए । णाणावरणिज्जे णं भंते ! कम्मे कइ परीसहा समोयरंति ? गोयमा ! दो परीसहा समोयरंति, तं जहा - पण्णा परीसहे, अणाण परीसहे य । वेणिज्जे णं भंते! कम्मे कइ परीसहा समोयरंति ? गोयमा ! एक्कारस परीसहा समोयरंति, तं जहा पंचेव आणुपुव्वी, चरिया सेज्जा वहे य रोगे य । तणफास-जल्लमेव य, एक्कारस वेयणिज्जमि ॥ दंसणमोहणिज्जे णं भंते ! कम्मे कइ परीसहा समोयरंति ? गोयमा ! एगे दंसण परीसहे समोर । चरित्तमोहणिज्जे णं भंते! कम्मे कइ परीसहा समोयरंति ? गोयमा ! सत्त परीसहा समोयरंति, तं जहा अरई अचेल इत्थी, णिसीहिया जायणा य अक्कोसे । सक्कार पुरक्कारे, चरित्तमोहम्मि सत्तेए ॥१॥ अंतराइए णं भंते! कम्मे कइ परीसहा समोयरंति ? गोयमा ! एगे अलाभ परीसहे समोयरइ I सत्तबिहबंधगस्स णं भंते! कइ परीसहा पण्णत्ता ? गोयमा ! बावीसं परीसहा पण्णत्ता, बीसं पुण वेएड् । जं समयं सीयपरीसहं वेएइ णो तं समयं उसिणपरीसहं वेएइ । जं समयं उसिणपरीसहं वेएइ, णो तं समयं सीयपरीसहं वेए । जं समयं चरियापरीसहं वेएइ, णो तं समयं णिसीहिया परीसहं वेएइ । जं समयं णिसीहिया परीसहं वेएइ, णो तं समयं चरिया परीसहं वेएड् । अट्ठविहबंधगस्स णं भंते! कइ परीसहा पण्णत्ता ? 210 Page #221 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३१ ३२ ३३ ३४ ३५ ३६ ३७ ३८ भगवई सुत्त गोयमा ! बावीसं परीसहा पण्णत्ता, तं जहा - छुहापरीसहे, पिवासापरीसहे, सीयपरीसहे, उसिणपरीसहे दंसमसगपरीसहे जाव अलाभपरीसहे । बीसं पुण वेएइ । छव्विहबंधगस्स णं भंते ! सरागछउमत्थस्स कइ परीसहा पण्णत्ता ? गोयमा ! चोद्दस परीसहा पण्णत्ता, बारस पुण वेएइ, जं समयं सीयपरीसहं वेएड् णो तं समयं उसिणपरीसहं वेएइ, जं समयं उसिणपरीसहं वेएइ णो तं समयं सीयपरीसहं वेए । जं समयं चरियापरीसहं वेएइ णो तं समयं सेज्जापरीसहं वेएइ, जं समयं सेज्जापरीसहं वेएइ, णो तं समयं चरियापरीसहं वेएइ । एक्कविहबंधगस्स णं भंते ! वीयरागछउमत्थस्स कइ परीसहा पण्णत्ता ? गोयमा ! एवं चेव जव छव्विहबंधगस्स । एगविहबंधगस्स णं भंते ! सजोगिभवत्थकेवलिस्स कइ परीसहा पण्णत्ता ? गोयमा ! एक्कारसपरीसहा पण्णत्ता, णव पुण वेएइ, सेसं जहा छव्विहबंधगस्स । अबंधगस्स णं भंते ! अजोगीभवत्थकेवलिस्स कइ परीसहा पण्णत्ता ? गोयमा ! एक्कारस परीसहा पण्णत्ता, णव पुण वेएइ । जं समयं सीयपरीसहं वेएइ णो तं समयं उसिणपरीसहं वेएइ, जं समयं उसिणपरीसहं वेएइ णो तं समयं सीयपरीसहं वेएइ । जं समयं चरियापरिसहं वेएइ णो तं समयं सेज्जापरीसहं वेएइ, जं समयं सेज्जापरीसहं वेएइ णो तं समयं चरियापरीसहं वेएइ । जंबूद्दीवे णं भंते ! दीवे सूरिया उग्गमणमुहुत्तंसि दूरे य मूले य दीसंति, मज्झंतियमुहुत्तंसि मूले य दूरे य दीसंति, अत्थमणमुहुत्तंसि दूरे य मूले य दीसंति ? हंता, गोयमा ! तं चेव जाव दीसंति । जंबूद्दीवे णं भंते ! दीवे सूरिया उग्गमणमुहुत्तंसि मज्झतियमुहुत्तंसि य अत्थमणमुहुत्तंसि य सव्वत्थ समा उच्चत्तेणं ? हंता गोयमा ! तं चेव जाव उच्चत्तेणं । जइ णं भंते ! जंबूद्दीवे दीवे सूरिया उग्गमणमुहुत्तंसि य मज्झंतियमुहुत्तंसि य अत्थमणमुहुत्तंसि य सव्वत्थ समा उच्चत्तेणं, से केणं खाइ अद्वेणं भंते ! एवं वच्चइ-जंबूद्दी णं दीवे सूरिया उग्गमणमुहुत्तंसि दूरे य मूले य दीसंति जाव अत्थमणमुहुत्तंसि दूरे य मूले य दीसंति ? गोयमा ! लेस्सापडिघाएणं उग्गमणमुहुत्तंसि दूरे य मूले य दीसंति, लेस्साहितावेणं मज्झंतियमुहुत्तंसि मूले य दूरे य दीसंति, लेस्सापडिघाएणं अत्थमणमुहुत्तंसि दूरे य मूले य दीसंति; से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं वच्चइ - जंबूद्दीवे णं दीवे सूरिया उग्गमण-मुहुत्तंसि दूरे य मूले दीसंति जाव अत्थमणमुहुत्तंसि दूरे य मूले य दीसंति । जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे सूरिया किं तीयं खेत्तं गच्छंति, पडुपण्णं खेत्तं गच्छंति, अणागयं खेत्तं गच्छति ? 211 Page #222 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! णो तीयं खेत्तं गच्छंति, पडुप्पण्णं खेत्तं गच्छंति, णो अणागयं खेत्तं गच्छंति । जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे सूरिया किं तीयं खेत्तं ओभासंति, पडुप्पण्णं खेत्तं ओभासंति, अणागयं खेत्तं ओभासंति ? गोयमा ! णो तीयं खेत्तं ओभासंति, पडुप्पण्णं खेत्तं ओभासंति, णो अणागयं खेत्तं ओभासंति। ४० | तं भंते ! किं पुढे ओभासंति, अपुढे ओभासंति ? गोयमा ! पुढे ओभासंति, णो अपुढे ओभासंति जाव णियमा छद्दिसिं । जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे सूरिया किं तीयं खेत्तं उज्जोवेंति, पुच्छा ? । गोयमा ! जहा ओभासंति तहा उज्जोवेंति जाव णियमा छद्दिसिं । एवं तवेंति, एवं पभासंति जाव णियमा छद्दिसिं। जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे सूरियाणं किं तीए खेत्ते किरिया कज्जइ, पड़प्पण्णे खेत्ते किरिया कज्जइ, अणागए खेत्ते किरिया कज्जइ ? गोयमा ! णो तीए खेत्ते किरिया कज्जइ, पड़प्पण्णे खेते किरिया कज्जइ, णो अणागए खेत्ते किरिया कज्जइ । सा भंते ! किं पुट्ठा कज्जइ, अपुट्ठा कज्जइ ? गोयमा ! पुट्ठा कज्जइ, णो अपुट्ठा कज्जइ जाव णियमा छद्दिसि । ४४. जंबूद्दीवे णं भंते ! दीवे सूरिया केवइयं खेत्तं उड्ढं तवेंति, केवइयं खेत्तं अहे तवेंति, केवइयं खेत्तं तिरियं तवेंति ? गोयमा ! एग जोयणसयं उड्ढं तवेंति; अट्ठारस जोयणसयाइं अहे तवंति, सीयालीसं जोयणसहस्साइं दोण्णि तेवढे जोयणसए एक्कवीसं च सद्विभाए जोयणस्स तिरियं तवेंति। अंतो णं भंते ! माणुसुत्तरपव्वयस्स जे चंदिम-सूरिय-गहगण-णक्खत्त- तारारूवा ते णं भंते ! देवा किं उड्ढोववण्णगा, पुच्छा ? गोयमा ! जहा जीवाभिगमे तहेव णिरवसेसं जाव इंदट्ठाणे णं भंते ! केवइयं कालं विरहिए उववाएणं ? गोयमा! जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं छम्मासा | बाहिया णं भंते ! माणुसुत्तरपव्वयस्स जे चंदिम सूरिय-गहगण-णक्खत्त तारारूवा ते णं भंते ! देवा किं उड्ढोववण्णगा, पुच्छा ? गोयमा ! जहा जीवाभिगमे जाव इंदट्ठाणे णं भंते ! केवइयं कालं उववाएणं विरहिए पण्णत्ते ? गोयमा! जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं छम्मासा | || सेवं भंते ! सेवं भंते॥ || अट्ठमो उद्देसो समत्तो || 212 Page #223 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त णवमो उद्देशो कइविहे गं भंते! बंधे पण्णत्ते? गोयमा! दुविहे बंधे पण्णत्ते, तं जहा- पओगबंधे य वीससाबंधे य। वीससाबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- साईयवीससाबंधे अणाईयवीससाबंधे य । अणाईयवीससाबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! तिविहे पण्णत्ते, तं जहा-धम्मत्थिकाय-अण्णमण्ण-अणाईय-वीससाबंधे, अधम्मत्थिकायअण्णमण्णअणाईयवीससाबंधे, आगासत्थिकाय-अण्ण-मण्ण-अणाईयवीससाबंधे। धम्मत्थिकाय-अण्णमण्ण-अणाईय-वीससाबंधे णं भंते ! किं देसबंधे, सव्वबंधे? गोयमा ! देसबंधे, णो सव्वबंधे । एवं अधम्मत्थिकाय-अण्णमण्ण-अणाईय-वीससाबंधे वि, एवं आगासत्थिकाय- अण्णमण्ण-अणाईय-वीससाबंधे वि | धम्मत्थिकाय-अण्णमण्ण-अणाईय-वीससाबंधे णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! सव्वद्धं। एवं अधम्मत्थिकाय-अण्णमण्ण-अणाईय-वीससाबंधे वि। एवं आगासत्थिकायअण्णमण्ण- अणाईय-वीससाबंधे वि । साईय-वीससाबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते, तं जहा- बंधणपच्चइए, भायणपच्चइए, परिणाम पच्चइए | से किं तं बंधणपच्चइए ? बंधणपच्चइए-जण्णं परमाणु पुग्गल-दुप्पएसिय-तिप्पएसिय जाव दसपए-सिय-संखेज्जपएसियअसंखेज्जपएसिय-अणंतपएसियाणं खंधाणं वेमाय-णिद्धयाए, वेमाय- लुक्खयाए, वेमायणिद्धलुक्खयाए बंधणपच्चइए णं बंधे समुप्पज्जइ, जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । से तं बंधणपच्चइए । Lor/ से किं तं भायणपच्चइए ? भायणपच्चइए-जण्णं जुण्णसुरा-जुण्णगुल-जुण्णतंदुलाणं भायणपच्चइए णं बंधे समुप्पज्जइ, जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं संखेज्जं कालं । सेत्तं भायण- पच्चइए | से किं तं परिणामपच्चइए ? परिणामपच्चइए- जण्णं अब्भाणं, अब्भरुक्खाणं जहा तइयसए जाव अमोहाणं परिणामपच्चइए णं बंधे समुप्पज्जइ । जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं छम्मासा। से तं परिणामपच्चइए | से तं साईयवीससाबंधे | से तं वीससाबंधे । से किं तं पओगबंधे । 213 Page #224 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! पओगबंधे तिविहे पण्णत्ते, तं जहा- अणाईए वा अपज्जवसिए, साईए वा अपज्जवसिए, साईए वा सपज्जवसिए । तत्थ णं जे से अणाईए अपज्ज- वसिए से णं अट्ठण्हं जीवमज्झपएसाणं, तत्थ वि णं तिण्हं- तिण्हं अणाईए अपज्ज- वसिए, सेसाणं साईए। तत्थ णं जे से साईए अपज्जवसिए से णं सिद्धाणं । तत्थ णं जे से साईए सपज्जवसिए से णं चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- आलावणबंधे, अल्लियावणबंधे, सरीरबंधे, सरीरप्पओगबंधे । (१२ से किं तं आलावणबंधे ? आलावणबंधे जण्णं तणभाराण वा, कट्ठभाराण वा, पत्तभाराण वा, पलालभाराण वा, वेत्तलया-वाग-वरत्त-रज्जु-वल्लि-कुस-दब्भमाईएहिं आलावणबंधे समुप्पज्जइ; जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं संखेज्जं कालं, से तं आलावणबंधे । से किं तं अल्लियावणबंधे ? अल्लियावणबंधे चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- लेसणाबंधे, उच्चयबंधे, धे, साहणणाबंधे । से किं तं लेसणाबंधे ? लेसणाबंधे- जण्णं कुट्टाणं, कुट्टिमाणं, खंभाणं, पासायाणं, कट्ठाणं, चम्माणं, घडाणं, पडाणं, कडाणं छुहा- चिक्खल्लसिलेस-लक्ख-महुसित्थ-माईएहिं लेसणएहिं बंधे समुप्पज्जइ, जहण्णेणं अंतोमुत्तं उक्कोसेणं संखेज्जं कालं । से तं लेसणाबंधे। से किं तं उच्चयबंधे ? उच्चयबंधे जण्णं तणरासीण वा, कट्ठरासीण वा, पत्तरासीण वा, तुसरासीण वा, भुसरासीण वा, गोमयरासीण वा, अवगररासीण वा उच्चत्तेणं बंधे समुप्पज्जइ, जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं संखेज्जं कालं, से तं उच्चयबंधे। से किं तं समुच्चयबंधे ? समुच्चयबंधे-जण्णं अगड-तडाग-णई-दह-वावी-पुक्खरिणी-दीहियाणं गुंजालियाणं, सराणं, सरपंतियाणं, सरसरपंतियाणं, बिलपंतियाणं, देवकुल- सभ-प्पव- थूम-खाइयाणं, परिहाणं, पागार- ट्टालग-चरिय- दार- गोपुर-तोरणाणं, पासाय-घर-सरण-लेण-आवणाणं, सिंघाडग-तियचउक्क-चच्चर- चउमुह- महापहमाईणं, छुहा-चिक्खल्ल-सिलेससमुच्चएणं बंधे समुप्पज्जइ, जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं संखेज्जं कालं। से तं समुच्चयबंधे | से किं तं साहणणाबंधे ? साहणणाबंधे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- देससाहणणाबंधे य, सव्वसाहणणाबंधे य । १५ १६ से किं तं देससाहणणाबंधे ? देससाहणणाबंधे जण्णं सगड-रह-जाण-जुग्ग-गिल्ली-थिल्लि-सीय-संदमाणी-लोही- लोहकडाहकडुच्छय- आसणसयण-खंभ-भंडमत्तोवगरणमाईणं देससाहणणाबंधे समुप्पज्जइ, जहण्णेणं । उक्कोसेणं संखेज्जं कालं | से तं देससाहणणाबंधे। 214 Page #225 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से किं तं सव्वसाहणणाबंधे ? सव्वसाहणणाबंधे- से णं खीरोदगमाईणं । से तं सव्वसाहणणाबंधे, से तं साहणणाबंधे, से तं अल्लियावणबंधे । से किं तं सरीरबंधे ? सरीरबंधे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- पुव्वपओगपच्चइए य पडुप्पण्णपओगपच्चइए य । से किं तं पव्वपओगपच्चइए ? पुव्वपओगपच्चइए-जण्णं णेरइयाणं, संसारत्थाणं सव्व जीवाणं तत्थ तत्थ तेसु तेसु कारणेसु समोहणमाणाणं जीवप्पएसाणं बंधे समुप्पज्जइ । से तं पुव्वपओग- पच्चइए | से किं तं पडुप्पण्ण-पओग-पच्चइए ? पडुप्पण्णपओगपच्चइए-जण्णं केवलणाणिस्स अणगारस्स केवलिसमुग्घाएणं समोहयस्स ताओ समग्घायाओ पडिणियत्तमाणस्स अंतरा मंथे वट्टमाणस्स तेयाकम्माणं बंधे समप्पज्जइ। किं कारणं? ताहे से पएसा एगत्तीगया भवंति। से तं पडुप्पण्ण-पओग-पच्चइए | से तं सरीरबंधे। से किं तं सरीरप्पओगबंधे ? सरीरप्पओगबंधे पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- ओरालियसरीरप्पओगबंधे, वेउव्वियसरीरप्पओगबंधे, आहारगसरीरप्पओगबंधे, तेयासरीरप्पओगबंधे, कम्मासरीरप्प- ओगबंधे। ओरालियसरीरप्पओगबंधे णं भंते ! कडविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- एगिंदिय-ओरालियसरीर-प्पओगबंधे, बेइंदियओरालियसरीर-प्पओगबंधे जाव पंचिंदिय-ओरालिय-सरीरप्पओगबंधे । एगिदिय-ओरालियसरीर-प्पओगबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- पुढविक्काइय-एगिंदिय-ओरालिय- सरीर- प्पओगबंधे, एवं एएणं अभिलावेणं भेओ जहा ओगाहणसंठाणे ओरालिय- सरीरस्स तहा भाणियव्वो जाव पज्जत्त- गब्भवक्कंतिय- मणुस्सपंचिंदिय-ओरालिय-सरीरप्पओगबंधे य अप्पज्जत्तगब्भवतियमणुस्स जाव बंधे य । ओरालियसरीर-प्पओगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा ! वीरिय-सजोग-सदव्वयाए पमायपच्चया कम्मं च जोगं च भवं च आउयं च पड़च्च ओरालियसरीर- प्पओग-णामकम्मस्स उदएणं ओरालियसरीर- प्पओगबंधे । एगिंदिय-ओरालियसरीर-प्पओगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा ! एवं चेव । पुढविक्काइयएगिंदिय ओरालियसरीरप्पओगबंधे एवं वणस्सइकाइया | बेइंदिया, तेइंदिया, चउरिंदिया वि एवं चेव । चेव । एवं जाव तिरिक्ख-जोणिय-पंचिंदिय-ओरालिय-सरीरप्पओगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा ! एवं चेव । 215 Page #226 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त मणुस्सपंचिंदियओरालियसरीरप्पओगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा! वीरिय-सजोग-सदव्वयाए पमायपच्चया कम्मं च जोगं च भवं च आउयं च पडुच्च मणुस्सपंचिंदिय-ओरालियसरीर-प्पओग-णामकम्मस्स उदएणं मणुस्सपंचिंदिय-ओरालिय-सरीरप्पओगबंधे। ओरालियसरीरप्पओगबंधे णं भंते ! किं देसबंधे, सव्वबंधे ? गोयमा! देसबंधे वि, सव्वबंधे वि एगिदियओरालियसरीरप्पओगबंधे णं भंते ! किं देसबंधे, सव्वबंधे ? गोयमा ! देशबंधे वि, सव्वबंधे वि । एवं पुढविक्काइया जाव मणुस्स-पंचिंदियओरालियसरीर-प्पओगबंधे । ओरालिय-सरीर-प्पओगबंधे णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वबंधे एक्कं समयं, देसबंधे जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं समयऊणाई । एगिंदियओरालियसरीरप्पओगबंधे णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वबंधे एक्कं समयं, देसबंधे जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइं समयऊणाई । पुढविक्काइयएगिदिय, पुच्छा ? गोयमा ! सव्वबंधे एक्कं समयं, देसबंधे जहण्णेणं खुड्डागभवग्गहणं तिसमयऊणं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइं समयऊणाई; एवं सव्वेसिं सव्वबंधो एक्कं समय, देसबंधो जेसिं णत्थि वेउव्वियसरीरं तेसिं जहण्णेणं खडडागभवग्गहणं तिसमयऊणं, उक्कोसेणं जा जस्स ठिर्ड सा समयऊणा कायव्वा । जेसिं पुण अत्थि वेउव्वियसरीरं तेसिं देसबंधो जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं जा जस्स ठिई सा समयऊणा कायव्वा जाव मणुस्साणं देसबंधे जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं समय ऊणाई । ३४] ओरालियसरीर-बंधंतरं णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्व-बंधंतरं जहण्णेणं खुड्डागभवग्गहणं तिसमयऊणं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं पुव्वकोडिसमयाहियाइं; देसबंधंतरं जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं तेतीसं सागरोवमाई तिसमयाहियाई । ३५ | एगिंदिय-ओरालिय पुच्छा ? गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं खुड्डागभवग्गहणं तिसमयऊणं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइं समयाहियाइं, देसबंधंतरं जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं । ३६ पुढविक्काइय-एगिंदिय पुच्छा ? 216 Page #227 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सव्वबंधतरं जहेव एगिदियस्स तहेव भाणियव्वं, देसबंधंतरं जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं तिण्णि समया । जहा पुढविक्काइयाणं एवं जाव चउरिंदियाणं वाउक्काइयवज्जाणं, णवरं सव्वबंधंतरं उक्कोसेणं जा जस्स ठिई सा समयाहिया कायव्वा। वाउक्काइयाणं सव्वबंधंतरं जहण्णेणं खुड्डागभवग्गहणं तिसमयऊणं, उक्कोसेणं तिण्णि वाससहस्साइं समयाहियाइं । देस बंधंतरं जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं अंतोमुत्तं । पंचिदियतिरिक्खजोणिय ओरालिय, पुच्छा ? सव्वबंधंतरं जहण्णेणं खुड्डागभवग्गहणं तिसमयऊणं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी समयाहिया । देसबंधंतरं जहा एगिंदियाणं तहा पंचिंदिय तिरिक्खजोणियाणं, एवं मणुस्साण वि णिरवसेसं भाणियव्वं जाव उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं । जीवस्स णं भंते ! एगिंदियत्ते, णोएगिंदियत्ते, पुणरवि एगिंदियत्ते; एगिंदिय-ओरालियसरीरप्पओग-बंधंतरं कालओ केवच्चिरं होइ । गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं दो खुड्डाइं भवग्गहणाइं तिसमयऊणाइं, उक्कोसेणं दो सागरोवम- सहस्साइं संखेज्जवास-मब्भहियाइं । देसबंधंतरं जहण्णेणं खुड्डागं भवग्गहणं समयाहियं, उक्कोसेणं दो सागरोवमसहस्साइं संखेज्जवास- मब्भहियाइं । जीवस्स णं भंते ! पुढविक्काइयत्ते, णोपुढविक्काइयत्ते, पुणरवि पुढविक्का- इयत्ते; पुढविक्काइय- एगिदिय- ओरालियसरीर-प्पओग-बंधंतरं कालओ केवच्चिरं होइ? गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं दो खुड्डाइं भवग्गहणाइं तिसमयऊणाई उक्कोसेणं अणंतं कालं- अणंता उस्सप्पिणी-ओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अणंता लोगा- असंखेज्जा पोग्गलपरियट्टा, ते णं पोग्गलपरियट्टा आवलियाए असंखेज्जइ- भागो । देसबंधंतरं जहण्णेणं खुड्डागं भवग्गहणं समयाहियं, उक्कोसेणं अणंतं कालं जाव आवलियाए असंखेज्जइभागो । जहा पुढविक्काइयाणं एवं वणस्सइकाय-वज्जाणं जाव मणुस्साणं । वणस्सइकाइयाणं एवं चेव, णवरं सव्व बंधंतरं उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं- असंखेज्जाओ उस्सप्पिणी-ओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ असंखेज्जा लोगा; एवं देसबंधंतरं पि उक्कोसेणं भाणियव्व सेसं तं चेव । एएसि णं भंते ! जीवाणं ओरालियसरीरस्स देसबंधगाणं, सव्वबंधगाणं, अबंधगाण य कयरेकयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा ओरालियसरीरस्स सव्वबंधगा, अबंधगा विसेसाहिया, देसबंधगा असंखेज्जगुणा । वेउव्वियसरीर-पओगबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहाएगिदिय- वेउव्वियसरीर-पओगबंधे य पंचेंदिय-वेउव्वियसरीर- पओगबंधे य । जइ एगिदिय-वेउव्वियसरीर-पओगबंधे किं वाउक्काइय-दयसरीर-पओगबंधे, अवाउक्काइयएगिदियसरीर- खपओगबंधे ? 217 Page #228 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा! जहा ओगाहणसंठाणे वेउव्वियसरीरभेओ तहा भाणियव्वो जाव पज्जत्ता-सव्वट्ठसिद्ध रोववाइय- वेमाणियदेव-पंचिंदिय- वेउव्वियसरीर-पओगबंधे य, अपज्जत्ता-सव्वट्ठसिद्ध जाव पओगबंधे य । वेउव्वियसरीरप्पओगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा! वीरिय-सजोग-सदव्वयाए जाव आउयं वा लद्धिं वा पडुच्च वेठब्वियसरीर- पओगणामाए कम्मस्स उदएणं वेउव्वियसरीर-पओगबंधे । ०४ वाउक्काइय-एगिंदिय-वेउव्वियसरीर-प्पओग बंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा! वीरिय-सजोग-सद्दव्वयाए जाव लद्धिं पडुच्च वाउक्काइय-एगिंदिय- वेउव्वियसरीरपओगबंधे । रयणप्पभापुढवि-णेरइय-पंचिंदिय-वेउव्वियसरीर-पओगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा ! वीरिय-सजोग-सद्दव्वयाए जाव आउयं वा पडुच्च रयणप्पभापुढवि जाव पओग बंधे। एवं जाव अहे सत्तमाए | तिरिक्खजोणिय-पंचिंदिय-वेउव्वियसरीर, पुच्छा ? गोयमा ! वीरिय सजोग-सद्दव्वयाए एवं जहा वाउकाइयाणं। मणुस्स-पंचिंदिय-वेउव्विय-सरीरप्पओग बंधे वि एवं चेव । असुरकुमार-भवणवासिदेव-पंचिंदिय-वेउव्विय-सरीर-प्पओगबंधे जहा रयणप्पभापुढवि-णेरइयाणं । एवं जाव थणियकुमारा, वाणमंतरा, जोइसिया, सोहम्म-कप्पोवगा वेमाणिया जाव अच्चुया; गेवेज्जकप्पाईया वेमाणिया, अणुत्तरोववाइय- कप्पाईया वेमाणिया वि एवं चेव । वेउव्वियसरीर-प्पओगबंधे णं भंते ! किं देसबंधे, सव्वबंधे ? गोयमा ! देसबंधे वि, सव्वबंधे वि | वाउक्काइय-एगिंदिय वेउव्वियसरीर- प्पओगबंधे एवं चेव। रयणप्पभा- पुढवि-णेरइया वि एवं चेव; एवं जाव अणुत्तरो- ववाइया । वेउव्वियसरीरप्पओगबंधे णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वबंधे जहण्णेणं एक्कं समय, उक्कोसेणं दो समया | देसबंधे जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं समयऊणाई । वाउक्काइयएगिदियवेउव्विय पच्छा ? गोयमा ! सव्वबंधे एक्कं समयं, देसबंधे जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं । रयणप्पभापुढविणेरड्य, पुच्छा ? गोयमा ! सव्वबंधे एक्कं समयं, देसबंधे जहण्णेणं दसवाससहस्साइं तिसमयऊणाइं, उक्कोसेणं सागरोवमं समयऊणं । एवं जाव अहे सत्तमा, णवरं देसबंधे जस्स जा जहणिया ठिई सा तिसमयऊणा कायव्वा, जा उक्कोसिया सा समयऊणा । 218 Page #229 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५१ ५२ ५३ ५४ ५५ ५६ भगवई सुत्त जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं मणुस्साण य जहा वाउक्काइयाणं । असुरकुमार - णागकुमार जाव अणुत्तरोववाइयाणं जहा णेरइयाणं; णवरं जस्स जा ठिई सा भाणियव्वा अणुत्तरोववाइयाणं सव्वबंधे एक्कं समयं, देसबंधे जहण्णेणं एक्कतीसं सागरोवमाइं तिसमयऊणाइं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं समयऊणाई | वेउव्वियसरीरप्पओगबंधंतरं णं भंते! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अणंतं कालं जाव आवलियाए असंखेज्जइभागो; एवं सबंधंतरं वि । वाउक्काइयवेउव्वियसरीर बंधंतरं भंते! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं; एवं सबंधंतरं पि । तिरिक्खजोणिय-पंचिंदिय-वेउव्वियसरीर-प्पओग-बंधंतर भंते! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडिपुहुत्तं; एवं देसबंधंतरं पि, एवं मणुसस्स वि । जीवस्स णं भंते ! वाउक्काइयत्ते, णोवाउकाइयत्ते, पुणरवि वाउकाइयत्ते; वाउक्काइयएगिंदियवेउव्विय सरीरप्पओग बंधंतर कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं वणस्सइकालो, एवं सबंधंतरं पि । जीवस्स णं भंते ! रयणप्पभापुढविणेरइयत्ते, णोरयणप्पभापुढवि णेरइयत्ते पुणरवि रयणप्पभापुढवि-णेरइयत्ते; पुच्छा ? गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं वणस्सइकालो, देसबंधंतरं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं वणस्सइकालो । एवं जाव अहे सत्तमाए, णवरं जा जस्स ठिई जहण्णिया सा सव्वबंघंतरे जहण्णेणं अंतोमुहुत्तमब्भहिया कायव्वा, सेसं तं चेव । पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिय मणुस्साण य जहा वाउक्काइयाणं; असुरकुमार णागकुमार जाव सहस्सारदेवाणं एएसिं जहा रयणप्पभा-पुढवि णेरइयाणं, णवरं सव्वबंधंतरे जस्स जा ठिई जहण्णिया सा अंतोमुहुत्तमब्भहिया कायव्वा, सेसं तं चेव । जीवस्स णं भंते! आणयदेवत्ते, णोआणय देवत्ते, पुणरवि आणयदेवत्ते; पुच्छा ? गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं अट्ठारस सागरोवमाइं वासपुहत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं अणंतं कालं वणस्सइकालो, देसबंधंतरं जहण्णेणं वासपुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं वणस्सइकालो; एवं जाव अच्चुए । णवरं जस्स जा ठिई सा । सव्वबंधंतरं जहण्णेणं वासपुहत्तमब्भहिया कायव्वा, सेसं तं चेव । 219 Page #230 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५७ ५८ ५९ ६१ ६२ ६३ ६४ ६५ ६६ भगवई सुत्त जीवस्स णं भंते! गेवेज्जकप्पाईय, पुच्छा । गोयमा! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं वासपुहत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं अणंतं कालं-वणस्सइकालो। देसबंधंतरं जहण्णेणं वासपुहत्तं, उक्कोसेणं वणस्सइकालो। जीवस्स णं भंते ! अणुत्तरोववाइय, पुच्छा । गोयमा! सव्वबंधंतरं जहणणेणं एक्कतीसं सागरोवमाइं वासपुहत्त-मब्भहियाइं, उक्कोसेणं संखेज्जाइं सागरोवमाइं । देसबंधंतरं जहण्णेणं वासपुहुत्तं, उक्कोसेणं संखेज्जाइं सागरोवमाइं । एसि णं भंते! जीवाणं वेउव्वियसरीरस्स देसबंधगाणं, सव्वबंधगाणं, अबंधगाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा वेउव्वियसरीरस्स सव्वबंधगा, देसबंधगा असंखेज्जगुणा, अबंधगा अणंतगुणा । आहारगसरीरप्पओगबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! एगागारे पण्णत्ते । जइ एगागारे पण्णत्ते किं मणुस्साहारगसरीर-पओगबंधे, अमणुस्साहारग सरीर - पओगबंधे ? गोयमा ! मणुस्साहारगसरीर-पओगबंधे, णो अमणुस्साहारग सरीर- पओगबंधे। एवं एएणं अभिलावेणं जहा ओगाहणसंठाणे जाव इड्ढिपत्त-पमत्त-संजय-सम्मदिट्ठि-पज्जत्तसंखेज्जवासाउय-कम्मभूमिय- गब्भवक्कंतिय- मणुस्साहारगसरीर-पओगबंधे, णो अणिड्ढिपत्तपत्त जाव मणुस्स आहारग सरीर-पओगबंधे । आहारगसरीर-पओगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा ! वीरिय-सजोग-सदव्वयाए जाव लद्धिं वा पडुच्च आहारग- सरीर-पओग- णामाए कम्मस्स उदणं आहारग- सरीर-पओग-बंधे । आहारगसरीर-पओगबंधे णं भंते! किं देसबंधे सव्वबंधे ? गोयमा ! देसबंधे वि, सव्वबंधे वि । आहारगसरीर-पओग-बंधे णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! सव्वबंधे एक्कं समयं, देसबंधे जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं वि अंतोमुहुत्तं । आहारग-सरीर-पओग-बंधंतरं णं भंते! कालओ केविच्चरं होइ ? गोयमा ! सव्वबंधंतरं जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं - अणंताओ उस्सप्पिणीओसप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अणंता लोया- अवड्ढपोग्गलपरियहं देसूणं । एवं देसबंधंतरं पि। एएसि णं भंते ! जीवाणं आहारगसरीरस्स देसबंधगाणं, सव्वबंधगाणं, अबंधगाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा आहारगसरीरस्स सव्वबंधगा, देसबंधगा संखेज्ज- गुणा, अबंधगा अणंतगुणा । 220 Page #231 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तेयासरीरप्पओगबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- एगिंदिय-तेयासरीर- प्पओगबंधे, बेइंदिय- तेयासरीरपओगबंधे जाव पंचिंदिय- तेयासरीर-पओगबंधे । एगिंदिय-तेयासरीर-पओगबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! एएणं अभिलावेणं भेओ जहा ओगाहणसंठाणे जाव पज्जत्ता- सव्वट्ठसिद्धअणुत्तरोववाइय-कप्पाईय-वेमाणिय-देवपंचिंदिय-तेयासरीर-पओगबंधे य, अपज्जत्त-सव्वट्ठसिद्धअणुत्तरोववाइय जाव पओगबंधे य । तेयासरीर-पओगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा ! वीरिय-सजोग-सदव्वयाए जाव आउयं च पडुच्च तेयासरीर- पओग- णामए कम्मस्स उदएणं तेयासरीर- पओगबंधे । तेयासरीर-पओगबंधे णं भंते ! किं देसबंधे, सव्वबंधे ? गोयमा ! देसबंधे, णो सव्वबंधे । तेयासरीर-पओगबंधे णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहाअणाइए वा अपज्जवसिए, अणाइए वा सपज्जवसिए । तेयासरीर-पओग-बंधंतरं णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! अणाइयस्स अपज्जवसियस्स पत्थि अंतरं, अणाइयस्स सपज्जवसियस्स वि णत्थि अंतरं | एएसि णं भंते ! जीवाणं तेयासरीरस्स देसबंधयाणं, अबंधगाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा तेयासरीरस्स अबंधगा, देसबंधगा अणंतगुणा | कम्मासरीरप्पओगबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! अट्ठविहे पण्णत्ते, तं जहा- णाणावरणिज्ज-कम्मासरीर-पओगबंधे, जाव अंतराइयकम्मासरीर- पओग-बंधे । णाणावरणिज्ज-कम्मासरीर-पओगबंधे णं भंते! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा ! णाण-पडिणीययाए, णाण-णिण्हवणयाए, णाणंतराएणं, णाणप्पओसेणं, णाणच्चासायणयाए, णाण- विसंवायणाजोगेणं, णाणावरणिज्ज-कम्मासरीर-पओगणामाए कम्मस्स उदएणं णाणावरणिज्ज- कम्मासरीर- पओगबंधे । दरिसणावरणिज्ज-कम्मासरीर-प्पओगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? गोयमा ! दंसणपडिणीययाए, एवं जहा णाणावरणिज्जं, णवरं दंसणणामं घेत्तव्वं जाव दंसणविसंवायणाजोगेणं दंसणावरणिज्जकम्मासरीरप्पओगणामाए कम्मस्स उदएणं दंसणावरणिज्ज-कम्मासरीरप्पओगबंधे । ७७ सायावेयणिज्ज-कम्मासरीर-पओगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं ? 221 Page #232 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ७८ ७९ ८० ८१ ८३ भगवई सुत्त गोयमा ! पाणाणुकंपयाए, भूयाणुकंपयाए, एवं जहा सत्तमसए छट्टुद्देसए जाव अपरियावणया सायावेयणिज्ज-कम्मासरीर-पओगणामाए कम्मस्स उदण सायावेयणिज्ज-कम्मासरीर ओगबंधे । असायावेयणिज्ज, पुच्छा ? गोयमा ! परदुक्खणयाए, परसोयणयाए, जहा सत्तमसए छहुद्देसए जाव परियावणयाए असायावेयणिज्जकम्मा सरीरप्प ओगणामाए कम्मस उदण असाया-वेयणिज्ज कम्मासरीरपओगबंधे | ८६ मोहणिज्जकम्मासरीर, पुच्छा ? गोयमा ! तिव्वकोहयाए, तिव्वमाणयाए, तिव्वमाययाए, तिव्वदंसणमोहणिज्जयाए, तिव्वचरित्तमोहणिज्जयाए कम्मस्स उदणं मोहणिज्ज कम्मासरीर- पओगबंधे । तिव्वलोभयाए, मोहणिज्ज-कम्मासरीर-पओगणामा णेरड्याउयकम्मासरीर, पुच्छा ? गोयमा! महारंभयाए, महापरिग्गहयाए, कुणिमाहारेणं, पंचिंदियवहेणं णेरइयाउय- कम्मासरीरपओग-णामाए कम्मस्स उदएणं णेरड्याउय- कम्मासरीर- पओगबंधे । ८२ मणुस्साउयकम्मासरीर, पुच्छा ? गोयमा ! पगइभद्दयाए, पगइविणीययाए, साणुक्कोसणयाए, अमच्छरियाए मणुस्साउयकम्मासरीर जाव पओगबंधे | तिरिक्खजोणियाउय-कम्मासरीर, पुच्छा ? गोयमा ! माइल्लयाए, णियडिल्लयाए, अलियवयणेणं कूडतुल-कूडमाणेणं तिरिक्खजोणियाउयकम्मा जाव पओगबंधे । देवाउयकम्मासरीर, पुच्छा ? गोयमा ! सरागसंजमेणं, संजमासंजमेणं, बालतवोकम्मेणं, अकामणिज्जराए देवाउयकम्मासरीर जाव ओगबंधे । ८४ सुभणामकम्मासरीर, पुच्छा ? गोयमा ! काउज्जुययाए, भावज्जययाए, भासुज्जुययाए, अविसंवायणजोगेणं सुभणामकम्मासरीरप्पओग णामाए कम्मस्स उदएणं सुभणाम कम्मासरीर पओगबंधे। ८५ असुभणामकम्मासरीर, पुच्छा ? 222 गोयमा ! कायअणुज्जुयाए, भावअणुज्जयाए, भासअणुज्जुयाए, कम्मासरीर- प्पओग-णामाए कम्मस्स उदएणं असुभणाम कम्मासरीर- पओगबंधे । उच्चागोयकम्मासरीर, पुच्छा ? विसंवायणा-जोगेणं असुभणाम Page #233 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! जाइअमएणं, कुलअमएणं, बलअमएणं, रूवअमएणं, तवअमएणं, सुयअमएणं, लाभअमएणं, इस्सरियअमएणं, उच्चागोयकम्मासरीर-पओग-णामाए कम्मस्स उदएणं उच्चागोय-कम्मसरीर-पओगबंधे । ८७ णीयागोयकम्मासरीर, पुच्छा ? गोयमा ! जाइमएणं, कुलमएणं, बलमएणं जाव इस्सरियमएणं, णीयागोय-कम्मासरीर- प्पओग णामाए कम्मस्स उदएणं णीयागोय- कम्मासरीर-प्पओगबंधे । अंतराइयकम्मासरीर, पुच्छा ? गोयमा ! दाणंतराएणं, लाभंतराएणं, भोगंतराएणं, उवभोगंतराएणं वीरियंतराएणं अंतराइयकम्मा- सरीर- प्पओगणामाए कम्मस्स उदएणं अंतराइय-कम्मा-सरीर- प्पओगबंधे। | ८८ णाणावरणिज्ज-कम्मा-सरीर-प्पओगबंधे णं भंते ! किं देसबंधे, सव्वबंधे? गोयमा ! देसबंधे, णो सव्वबंधे एवं जाव अंतराइयं । णाणावरणिज्ज-कम्मासरीर-प्पओगबंधे णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- अणाईए अपज्जवसिए एवं जहा तेयगस्स संचिट्ठणा तहेव, एवं जाव अंतराइयस्स | णाणावरणिज्जकम्मासरीरप्पओग बंधतरं णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! अणाईयस्स अपज्जवसियस्स णत्थि अंतरं । एवं जहा तेयगसरीरस्स अंतरं तहेव। एवं जाव अंतराइयस्स । एएसि णं भंते ! जीवाणं णाणवरणिज्जस्स कम्मस्स देसबंधगाणं, अबंधगाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! अप्पाबहुगं जहा तेयगस्स | एवं आउयवज्जं जाव अंतराइयस्स। आउयस्स पुच्छा? गोयमा! सव्वत्थोवा जीवा आउयस्स कम्मस्स देसबंधगा, अबंधगा संखेज्जगुणा। जस्स णं भंते! ओरालियसरीरस्स सव्वबंधे से णं भंते ! वेउव्विय सरीरस्स किं बंधए, अबंधए? गोयमा ! णो बंधए, अबंधए | आहारगसरीरस्स किं बंधए अबंधए ? गोयमा ! णो बंधए, अबंधए । तेयासरीरस्स किं बंधए, अबंधए ? गोयमा ! बंधए, णो अबंधए । जइ बंधए किं देसबंधए सव्वबंधए ? गोयमा ! देसबंधए, णो सव्वबंधए । कम्मासरीरस्स किं बंधए, अबंधए ? गोयमा ! जहेव तेयगस्स जाव देसबंधए णो सव्वबंधए। जस्स णं भंते ! ओरालियसरीरस्स देसबंधे, से णं भंते ! वेउव्विय सरीरस्स किं बंधए, अबंधए? 223 Page #234 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९८ ९९ १०० १०१ | १०२ १०३ भगवई सुत्त गोयमा ! णो बंधए, अबंधए । एवं जहेव सव्वबंधेणं भणियं तहेव देसबंधेण वि भाणियव्वं जाव कम्मगस्स । जस्स णं भंते ! वेउव्वियसरीरस्स सव्वबंधे से णं भंते ! ओरालिय सरीरस्स किं बंधए, अबंध ? गोयमा ! णो बंधए, अबंधए । आहारगसरीरस्स एवं चेव, तेयगस्स कम्मगस्स य जहेव ओरालिएणं समं भणियं तहेव भाणियव्वं जाव देसबंधए, णो सव्वबंध | जस्स णं भंते ! वेउव्वियसरीरस्स देसबंधे से णं भंते! ओरालिय सरीरस्स किं बंधए, अबंध ? गोयमा ! णो बंधए, अबंधए । एवं जहेव सव्वबंधेणं भणियं तहेव देसबंधेण वि भाणियव्वं जाव कम्मगस्स । जस्स णं भंते! आहारगसरीरस्स सव्वबंधे से णं भंते ! ओरालिय सरीरस्स किं बंधए, अबंध? गोयमा ! णो बंधए, अबंधए । एवं वेउव्वियस्स वि, तेयाकम्माणं जहेव ओरालिएणं समं भणियं तहेव भाणियव्वं । जस्स णं भंते! आहारगसरीरस्स देसबंधे से णं भंते! ओरालिय सरीरस्स किं बंधए, अबंधए? गोयमा ! णो बंधए, अबंधए । एवं जहा आहारगस्स सव्वबंधेणं भणियं तहा सबंधेण वि भाणियव्वं जाव कम्मगस्स । जस्स णं भंते! तेयासरीरस्स देसबंधे से णं भंते! ओरालियसरीरस्स किं बंधए, अबंधए ? गोयमा ! बंधए वा, अबंधए वा । जइ बंध किं देसबंधए, सव्वबंधए ? गोयमा ! देसबंध वा, सव्वबंध वा । वेउव्वियसरीरस्स किं बंधए, अबंधए ? गोयमा ! एवं चेव । एवं आहारगसरीरस्स वि । कम्मगसरीरस्स किं बंधए, अबंधए ? गोयमा ! बंध, णो अबंध | जइ बंधए किं देसबंधए, सव्वबंधए ? गोयमा ! देसबंधए, णो सव्वबंधए । जस्स णं भंते! कम्मगसरीरस्स देसबंधे से णं भंते ! ओरालिय सरीरस्स किं बंधए, अबंधए ? गोमा ! बंध वा अबंधए वा । एवं जहा तेयगस्स वत्तव्वया भणिया तहा कम्मगस्स वि भाणियव्वा जाव तेयासरीरस्स देसबंधए, णो सव्वबंध | | १०४ | एएसि णं भंते! सव्वजीवाणं ओरालिय-वेउव्विय- आहारग- तेया- कम्मासरीरगाणं देसबंधगाणं सव्वबंधगाणं अबंधगाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा? गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा आहारगसरीरस्स सव्वबंधगा, तस्स चेव देसबंधगा संखेज्जगुणा । वेउव्वियसरीरस्स सव्वबंधगा असंखेज्जगुणा, तस्स चेव देसबंधगा असंखेज्जगुणा। तेयाकम्मगाणं अबंधगा अणंतगुणा दोण्ह वि तुल्ला । ओरालिय- सरीरस्स सव्वबंधगा अणंतगुणा, तस्स चेव अबंधगा विसेसाहिया, तस्स चेव देसबंधगा असंखेज्जगुणा । तेया- कम्मगाणं 224 Page #235 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ R 3 ४ 19 ६ भगवई सुत्त देसबंधगा विसेसाहिया, वेउव्वियसरीरस्स अबंधगा विसेसाहिया, आहारगसरीरस्स अबंधगा विसेसाहिया ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! | ॥ णवमो उद्देसो समत्तो ॥ दसमो उद्देशो रायगियरे जाव एवं वयासी- अण्णउत्थिया णं भंते ! एवं आइक्खंति, जाव एवं परुवेंतिएवं खलु सीलं सेयं, सुयं सेयं, सुयं सीलं सेयं; से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवं आइक्खंति जाव सील सेयं; जे ते एवं आहंसु, मिच्छा ते एवं आहंसु, अहं पुण गोयमा ! एवं आइक्खामि जाव परूवेमि एवं खलु मए चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा- सीलसंपण्णे णामं एगे णो सुयसंपण्णे, सुयसंपण्णे णामं एगे णो सीलसंपण्णे, एगे सीलसंपण्णे वि सुयसंपण्णे वि, एगे णो सीलसंपण्णे णो सुयसंपण्णे । तत्थ णं जे से पढमे पुरिसजाए से णं पुरिसे सीलवं असुयवं; उवरए, अविण्णायधम्मे; एस णं गोयमा ! मए पुरिसे देसाराहए पण्णत्ते । तत्थ णं जे से दोच्चे पुरिसजाए से णं पुरिसे असीलवं सुयवं, अणुवरए, विण्णायधम्मे, एस णं गोयमा ! मए पुरिसे देसविराहए पण्णत्ते । तत्थ णं जे से तच्चे पुरिसजाए से णं पुरिसे सीलवं सुयवं; उवरए विण्णायधम्मे, एस णं गोयमा ! मए पुरिसे सव्वाराहए पण्णत्ते । तत्थं णं जे से चउत्थे पुरिसजाए से णं पुरिसे असीलवं असुयवं, अणुवरए अविण्णायधम्मे; एस णं गोयमा ! मए पुरिसे सव्वविराहए पण्णत्ते । कइविहा णं भंते ! आराहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा आराहणा पण्णत्ता, तं जहाणाणाराहणा, दंसणाराहणा, चरित्ताराहणा । णाणाराहणा णं भंते! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा पण्णत्ता, तं जहा- उक्कोसिया, मज्झिमा, जहण्णा । दंसणाराहणा णं भंते! कहविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! एवं चेव तिविहा वि, एवं चरित्ताराहणा वि। जस्स णं भंते ! उक्कोसिया णाणाराहणा तस्स उक्कोसिया दंसणाराहणा, जस्स उक्कोसिया दंसणाराहणा तस्स उक्कोसिया णाणाराहणा ? गोयमा ! जस्स उक्कोसिया णाणाराहणा तस्स दंसणाराहणा उक्कोसा वा अजहण्णुक्कोसा वा; जस्स पुण उक्कोसिया दंसणाराहणा तस्स णाणाराहणा उक्कोसा वा, जहण्णा वा, अजहण्णमणुकोसा वा । जस्स णं भंते ! उक्कोसिया णाणाराहणा तस्स उक्कोसिया चरित्ताराहणा, जस्स उक्कोसिया चरित्ताराहणा तस्स उक्कोसिया णाणाराहणा ? 225 Page #236 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८ 18 १० ११ १२ १३ १४ भगवई सुत्त गोयमा ! जहा उक्कोसिया णाणाराहणा य दंसणाराहणा य भणिया तहा उक्कोसिया णाणाराहणा य चरित्ताराहणा य भाणियव्वा । जस्स णं भंते ! उक्कोसिया दंसणाराहणा तस्स उक्कोसिया चरित्ताराहणा, जस्स उक्कोसिया चरित्ताराहणा तस्स उक्कोसिया दंसणाराहणा? गोयमा! जस्स उक्कोसिया दंसणाराहणा तस्स चरित्ताराहणा उक्कोसा वा, जहण्णा वा, अजहण्णमणुक्कोसा वा, जस्स पुण उक्कोसिया चरित्ताराहणा तस्स दंसणाराहणा णियमा उक्कोसा । उक्कोसियं णं भंते ! णाणाराहणं आराहेत्ता कइहिं भवग्गहणेहिं सिज्झइ जाव सव्व दुक्खाणं अंतं करेइ ? गोयमा ! अत्थैगइए तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झइ जाव सव्व दुक्खाणं अंतं करेइ; अत्थेगइए दोच्चेणं भवग्गहणेणं सिज्झइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ; अत्थेगइए कप्पोवएसु वा कप्पाईएसु वा उववज्जइ । उक्कोसियं णं भंते! दंसणाराहणं आराहेत्ता कइहिं भवग्गहणेहिं सिज्झइ जाव सव्वदुक्खाणं अंत करेइ ? गोयमा ! जहेव णाणाराहणा तहेव दंसणाराहणा जाव कप्पाईएस वा उववज्जइ । उक्कोसियं णं भंते ! चरित्ताराहणं आराहेत्ता कइहिं भवग्गहणेहिं सिज्झइ जाव सव्वदुक्खाणं अंत करेइ ? गोयमा ! एवं चेव, णवरं अत्थेगइए कप्पाईएस उववज्जइ । मज्झिमियं णं भंते ! णाणाराहणं आराहेत्ता कइहिं भवग्गहणेहिं सिज्झइ, जाव सव्वदुक्खाणं अंत करेइ ? गोयमा ! अत्थेगइए दोच्चेणं भवग्गहणेणं सिज्झइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ, तच्चं पुण भवग्गहणं णाइक्कमइ । मज्झिमयं णं भंते ! दंसणाराहणं आराहेत्ता कइहिं भवग्गहणेहिं सिज्झइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ ? गोयमा ! जहेव मज्झमिया णाणाराहणा तहेव मज्झिमिया दंसणाराहणा वि । एवं मज्झिमयं चरिताराहणं पि । जहण्णियं णं भंते ! णाणाराहणं आराहेत्ता कइहिं भवग्गहणेहिं सिज्जइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ ? गोयमा ! अत्थेगइए तच्चेणं भवग्गहणेणं सिज्झइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ; सत्त भवग्गहणाइं पुण णाइक्कमइ । एवं दंसणाराहणं पि, एवं चरित्ताराहणं पि । कवि णं भंते! पोग्गलपरिणामे पण्णत्ते ? 226 Page #237 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५ १६ १७ १८ १९ २० २१ २२ २३ २४ २५ भगवई सुत्त गोयमा ! पंचविहे पोग्गलपरिणामे पण्णत्ते, तं जहा- वण्णपरिणामे गंधपरिणामे, रसपरिणामे, फासपरिणामे, संठाणपरिणामे । वण्णपरिणामे णं भंते! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- कालवण्णपरिणामे जाव सुक्किल्ल वण्ण परिणामे । एवं एएणं अभिलावेणं गंधपरिणामे दुविहे, रसपरिणामे पंचविहे, फासपरिणामे अट्ठविहे । संठाणपरिणामे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहापरिमंडलसंठाणपरिणामे जाव आययसंठाणपरिणामे । एगे भंते ! पोग्गलत्थिकायपएसे किं दव्वं, दव्वदेसे, दव्वाइं, दव्वदेसा; उदाहु दव्वं च दव्वदेसे य, उदाहु दव्वं च दव्वदेसा य, उदाहु दव्वाइं च दव्वदेसे य, उदाहु दव्वाइं च दव्वदेसा य ? गोयमा ! सिय दव्वं, सिय दव्वदेसे; णो दव्वाइं, णो दव्वदेसा, णो दव्वं च दव्वदेसे य, णो दव्वं च दव्वदेसा य, णो दव्वाइं च दव्वदेसे य, णो दव्वाइं च दव्वदेसा य । दो भंते ! पोग्गलत्थिकायपएसा किं दव्वं, दव्वदेसे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय दव्वं, सिय दव्वदेसे, सिय दव्वाइं, सिय दव्वदेसा; सिय दव्वं च दव्वदेसे य, णो दव्वं च दव्वदेसा य; सेसा पडिसेहेयव्वा । तिण्णि भंते ! पोग्गलत्थिकायपएसा किं दव्वं, दव्वदेसे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय दव्वं, सिय दव्वदेसे, एवं सत्त भंगा भाणियव्वा जाव सिय दव्वाइं च दव्वदेसे य, णो दव्वाइं च दव्वदेसा य । चत्तारि भंते ! पोग्गलत्थिकायपएसा किं दव्वं, पुच्छा ? गोयमा ! सिय दव्वं, सिय दव्वदेसे; अट्ठ वि भंगा भाणियव्वा जाव सिय दव्वाइं च दव्वदेसा य; जहा चत्तारि पएसा भणिया तहा पंच, छ, सत्त जाव असंखेज्जा । अणंता भंते ! पोग्गलत्थिकायपएसा किं दव्वं, पुच्छा ? गोयमा । एवं चेव अट्ठ भंगा जाव सिय दव्वाइं च दव्वदेसा य । केवइया णं भंते! लोगागासपएसा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा लोगागास पएसा पण्णत्ता ? एगमेगस्स णं भंते ! जीवस्स केवइया जीवपएसा पण्णत्ता ? गोयमा ! जावइया लोगागासपएसा, एगमेगस्स णं जीवस्स एवइया जीवपएसा पण्णत्ता । कइ णं भंते ! कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- णाणवरणिज्जं जाव अंतराइयं । णेरइयाणं भंते ! कइ कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ ! एवं सव्वजीवाणं अट्ठ कम्मपगडीओ ठावेयव्वाओ जाव वेमाणियाणं । 227 Page #238 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २६ २७ २८ २९ ३० ३१ ३२ ३३ ३४ भगवई सुत णाणावरणिज्जस्स णं भंते ! कम्मस्स केवइया अविभागपलिच्छेदा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणता अविभागपलिच्छेदा पण्णत्ता | रइयाणं भंते! णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स केवइया अविभाग पलिच्छेदा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता अविभागपलिच्छेदा पण्णत्ता । एवं सव्वजीवाणं जाव वेमाणियाणं अणंता अविभागपलिच्छेदा पण्णत्ता । एवं जहा णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स अविभागपलिच्छेदा भणिया तहा अण्ह वि कम्मपगडीणं भाणियव्वा जाव वैमाणियाणं अंतराइयस्स । एगमेगस्स णं भंते! जीवस्स एगमेगे जीवपएसे णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स केवइएहिं अविभागपलिच्छेदेहिं आवेढिय परिवेढिए ? गोयमा । सिय आवेढिय परिवेढिए, सिय णो आवेढिय परिवेढिए; जड़ आवेढिय परिवेढिए णियमा अनंतेहिं । एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स एगमेगे जीवपएसे णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स केवइएहिं अविभागपलिच्छेदेहिं आवेढिय परिवेढिए ? गोयमा ! णियमं अणतेहिं । एवं जहा णेरइयस्स तहेव जाव वेमाणियस्स; णवरं मणुस्सस्स जहा जीवस्स । एगमेगस्स णं भंते । जीवस्स एगमेगे जीवपएसे दरिसणावरणिज्जस्स कम्मस्स केवइएहिं अविभाग पलिच्छेदेहिं आवेदिय परिवेढिए ? गोयमा ! एवं जहेव णाणावरणिज्जस्स तहेव दंडगो भाणियव्वो जाव वेमाणियस्स । एवं जाव अंतराइयस्स भाणियव्वं णवरं वेयणिज्जस्स, आउयस्स, णामस्स, गोयस्स एएसिं चउण्ह वि कम्माणं मणुस्सस्स जहा णेरइयस्स तहा भणियव्वं, सेसं तं चैव । जस्स णं भंते ! णाणावरणिज्जं तस्स दरिसणावरणिज्जं; जस्स दंसणावरणिज्जं तस्स णाणावर णिज्जं ? गोयमा ! जस्स णं णाणावरणिज्जं तस्स दंसणावरणिज्जं नियमं अत्थि, जस्स णं दरिसणावरणिज्जं तस्स वि णाणावरणिज्जं नियमं अत्थि । जस्स णं भंते! णाणावरणिज्जं तस्स वेयणिज्जं जस्स वेयणिज्जं तस्स णाणावरणिज्जं ? ! गोयमा । जस्स णाणावरणिज्जं तस्स वेयणिज्जं नियमं अत्थि, जस्स पुण वेयणिज्जं तस्स णाणावरणिज्जं सिय अत्थि सिय णत्थि । जस्स णं भंते! णाणावरणिज्जं तस्स मोहणिज्जं, जस्स मोहणिज्जं तस्स णाणावरणिज्जं ? गोयमा । जस्स णाणावरणिज्जं तस्स मोहणिज्जं सिय अत्थि सिय णत्थि जस्स पुण मोहणिज्जं तस्स णाणावरणिज्जं नियमं अत्थि । जस्स णं भंते । णाणावरणिज्जं तस्स आउयं, पुच्छा ? 228 Page #239 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! जहा वेयणिज्जेण समं भणियं तहा आउएण वि समं भाणियव्वं, एवं णामेण वि गोएण वि समं | अंतराइएण समं जहा दरिसणावरणिज्जेण समं भणियं तहेव परोप्परं भाणियव्वाणि । ३५ जस्स णं भंते ! दरिसणावरणिज्जं तस्स वेयणिज्जं, जस्स वेयणिज्जं तस्स दरिसणावरणिज्जं? गोयमा ! जहा णाणावरणिज्जं उवरिमेहिं सत्तहिं कम्मेहिं समं भणियं तहा दरिसणावरणिज्जं पि उवरिमेहिं छहिं कम्मेहि समं भाणियव्वं जाव अंतराइएणं । जस्स णं भंते ! वेयणिज्जं तस्स मोहणिज्जं; जस्स मोहणिज्जं तस्स वेयणिज्जं ? गोयमा ! जस्स वेयणिज्जं तस्स मोहणिज्जं सिय अत्थि सिय णत्थि, जस्स पुण मोहणिज्जं तस्स वेयणिज्जं णियमं अत्थि । जस्स णं भंते ! वेयणिज्जं तस्स आउयं; जस्स आउयं तस्स वेयणिज्जं? गोयमा! दो वि परोप्परं णियमं । जहा आउएण समं एवं णामेण वि गोएण वि समं भाणियव्वं। जस्स णं भंते ! वेयणिज्जं तस्स अंतराइयं, पुच्छा ? गोयमा ! जस्स वेयणिज्जं तस्स अंतराइयं सिय अत्थि, सिय णत्थि; जस्स अंतराइयं तस्स वेयणिज्जं णियमं अत्थि । जस्सं णं भंते ! मोहणिज्जं तस्स आउयं ? जस्स णं भंते ! आउयं तस्स मोहणिज्जं? गोयमा ! जस्स मोहणिज्जं तस्स आउयं णियमं अत्थि, जस्स पुण आउयं तस्स मोहणिज्जं सिय अत्थि, सिय णत्थि; एवं णामं, गोयं, अंतराइयं च भाणियव्वं । जस्स णं भंते ! आउयं तस्स णाम, पुच्छा ? गोयमा ! दो वि परोप्परं णियमं, एवं गोत्तेण वि समं भाणियव्वं । जस्स णं भंते ! आउयं तस्स अंतराइयं, पुच्छा ? गोयमा ! जस्स आउयं तस्स अंतराइयं सिय अत्थि, सिय णत्थि; जस्स पुण अंतराइयं तस्स आउयं णियमं अत्थि। जस्स णं भंते ! णामं तस्स गोयं, जस्स णं गोयं तस्स णं णामं ? गोयमा ! दो वि एए परोप्परं णियमा अत्थि । जस्स णं भंते ! णामं तस्स अंतराइयं, पुच्छा ? गोयमा ! जस्स णामं तस्स अंतराइयं सिय अत्थि, सिय णत्थि; जस्स पुण अंतराइयं तस्स णामं णियमं अत्थि | जस्स णं भंते ! गोयं तस्स अंतराइयं, पुच्छा ? 229 Page #240 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! जस्स णं गोयं, तस्स अंतराइयं सिय अत्थि सिय णत्थि; जस्स पुण अंतराइयं, तस्स गोयं णियमं अत्थि। जीवे णं भंते ! किं पोग्गली, पोग्गले ? गोयमा ! जीवे पोग्गली वि, पोग्गले वि । से केणद्वेणं भंते ! एवं वच्चइ- जीवे पोग्गली वि, पोग्गले वि ? । गोयमा ! से जहाणामए- छत्तेणं छत्ती, दंडेणं दंडी, घडेणं घडी, पडेणं पडी, करेणं करी; एवामेव गोयमा ! जीवे वि सोइंदियचक्खिंदिय- घाणिंदिय- जिभिंदिय- फासिंदियाइं पडुच्च पोग्गली, जीवं पडुच्च पोग्गले; से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ- जीवे पोग्गली वि, पोग्गले वि। ४६ णेरइए णं भंते ! किं पोग्गली, पोग्गले ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव वेमाणिए, णवरं जस्स जइ इंदियाइं तस्स तइ वि भाणियव्वाइं । सिद्धे णं भंते ! किं पोग्गली, पोग्गले ? गोयमा ! णो पोग्गली, पोग्गले । से केणटेणं भंते ! एवं वच्चइ- सिद्धे णो पोग्गली पोग्गले ? गोयमा ! जीवं पडुच्च । से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-सिद्धे णो पोग्गली, पोग्गले || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ दसमो उद्देसो समत्तो || || अट्ठमं सतं समत्तं ॥ णवमं सतं पढमो उद्देशो भारत रिम जंबुद्दीवे जोइस, अंतरदीवा असोच्च गांगेय । , णवमम्मि सयम्मि चोत्तीसा || तेणं कालेणं तेणं समएणं मिहिला णामं णयरी होत्था, वण्णओ | माणिभद्दे चेइए, वण्णओ । सामी समोसढे, परिसा णिग्गया जाव भगवं गोयमे पज्जुवासमाणे एवं वयासी- कहि णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे, किं संठिए णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे ? एवं जंबुद्दीवपण्णत्ती भाणियव्वा जाव एवामेव सपुव्वावरेणं जंबुद्दीवे दीवे चोद्दस सलिला सयसहस्सा छप्पण्णं च सहस्सा भवंतीति मक्खाया || सेवं भंते ! सेवं भंते || || पढमो उद्देसो समत्तो || बीओ उद्देशो रायगिहे जाव एवं वयासी- जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइया चंदा पभासिंसु वा पभासेंति वा पभासिस्संति वा ? एवं जहा जीवाभिगमे जाव 230 Page #241 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एगं च सयसहस्सं, तेत्तीसं खलु भवे सहस्साइं णव य सया पण्णासा, तारागणकोडाकोडीणं; सोभं सोभिंसु, सोभिंति, सोभिस्संति । लवणे णं भंते ! समुद्दे केवइया चंदा पभासिंसु वा पभासिंति वा पभासिस्संति वा ? एवं जहा जीवाभिगमे जाव ताराओ । धायइसंडे, कालोदे, पुक्खरवरे, अब्भिंतरपुक्खरद्धे, मणुस्सखेत्ते; एएस सव्वेसु जहा जीवाभिगमे जाव एगससी- परिवारो तारागण कोडिकोडीणं । पुक्खरोदे णं भंते ! समुद्दे केवइया चंदा पभासिंसु वा पभासेंति वा पभासिस्संति वा ? एवं सव्वेसु दीवसमुद्देसु जोइसियाणं भाणियव्वं जाव सयंभूरमणे, जाव सोभिंसु वा, सोभंति वा, सोभिस्संति वा ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ ॥ बीओ उद्देसो समत्तो ॥ ३-३० उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- कहि णं भंते! दाहिणिल्लाणं एगोरुय मणुस्साणं एगोरुयदीवे णामं दीवे पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं चुल्लहिमवंतस्स वासहरपव्वयस्स पुरत्थिमिल्लाओ चरिमंताओ लवणसमुद्दं उत्तरपुरत्थिमेणं तिण्णि जोयणसयाइं ओगाहित्ता एत्थ णं दाहिणिल्लाणं एगोरुयमणुस्साणं एगोरुयदीवे णामं दीवे पण्णत्ते । तिण्णि जोयणसयाइं आयाम-विक्खंभेणं, णवएगूणवण्णे जोयणसए किंचिविसेसूणे परिक्खेवेणं पण्णत्ते। से णं एगाए पउमवरवेइयाए एगेण य वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते, दोह वि पमाणं वण्णओ । एवं एएणं कमेणं जहा जीवाभिगमे जाव सुद्धदंतदीवे जाव देवलोगपरिग्गहा णं ते मणुया पण्णत्ता समणा- उसो । एवं अट्ठावीसं पि अंतरदीवा सएणंसणं आयामविक्खंभेणं भाणियव्वा, णवरं दीवे दीवे उद्देसओ, एवं सव्वे वि अट्ठावीसं उद्देसगा ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ ३-३० उद्देसो समत्ता ॥ एगतीसइमो उद्देशो असोच्चा केवली रायगिहे जाव एवं वयासी- असोच्चा णं भंते! केवलिस्स वा, केवलि - सावगस्स वा, केवलि - सावियाए वा, केवलि - उवासगस्स वा, केवलि - उवासियाए वा, तप्पक्खियस्स वा, तप्पक्खियसावगस्स वा, तप्पक्खिय-सावियाए वा, तप्पक्खिय-उवासगस्स वा, तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्जा सवणयाए ? गोयमा ! असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा अत्थेगइए केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्जा सवणयाए, अत्थेगइए केवलिपण्णत्तं धम्मं णो लभेज्जा सवणयाए । 231 Page #242 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- असोच्चा णं जाव णो लभेज्जा सवणयाए ? गोयमा ! जस्स णं णाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ से णं असोच्चा स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्ज सवणयाए; जस्स णं णाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलिपण्णत्तं धम्मं णो लभेज्ज सवणयाए | से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- तं चेव जाव णो लभेज्ज सवणयाए | असोच्चा णं भंते ! केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलं बोहिं बुज्झेज्जा ? । गोयमा ! असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा अत्थेगइए केवलं बोहिं बुज्झेज्जा, अत्थेगइए केवलं बोहिं णो बुज्झेजा | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- असोच्चाणं जाव णो बुज्झेज्जा ? गोयमा ! जस्स णं दरिसणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलं बोहिं बुज्झेज्जा; जस्स णं दरिसणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलं बोहिं णो बुज्झेज्जा; से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइअसोच्चा णं जाव णो बुज्झेज्जा । असोच्चा णं भंते ! केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वएज्जा ? गोयमा ! असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव उवासियाए वा अत्थेगइए केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वएज्जा; अत्थेगइए केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं णो पव्वएज्जा । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- असोच्चा णं जाव णो पव्वएज्जा ? गोयमा ! जस्स णं धम्मंतराइयाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वएज्जा; जस्स णं धम्मतराइयाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं णो पव्वएज्जा | से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ- असोच्चा णं जाव णो पव्वएज्जा | असोच्चा णं भंते ! केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलं बंभचेरवासं आवसेज्जा? गोयमा ! असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा अत्थेगइए केवलं बंभचेरवासं आवसेज्जा, अत्थेगइए केवलं बंभचेरवासं णो आवसेज्जा | से केणद्वेणं भंते ! एवं वच्चड- असोच्चा णं जाव केवलं बंभचेरवासं णो आवसेज्जा ? गोयमा ! जस्स णं चरित्तावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलं बंभचेरवासं आवसेज्जा; जस्स णं 232 Page #243 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 19 ६ وا भगवई सुत्त चरित्तावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलं बंभचेरवासं णो आवसेज्जा । से तेणट्ठेणं गोयमा! एवं वुच्चइअसोच्चा णं जाव केवलं बंभचेरवासं णो आवसेज्जा । असोच्चा णं भंते ! केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा केवलेणं संजमेणं संजमेज्जा ? गोयमा ! असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा अत्थेगइए केवलेणं संजमेणं संजमेज्जा; अत्थेगइए केवलेणं संजमेणं णो संज- मेज्जा | से केणट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ- असोच्चा णं जाव केवलेणं संजमेणं णो संजमेज्जा ? गोयमा ! जस्स णं जयणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलेणं संजमेणं संजमेज्जा; जस्स णं जयणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलेणं संजमेणं णो संजमेज्जा; से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइअसोच्चा णं जाव अत्थेगइए णो संजमेज्जा | असोच्चा णं भंते! केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा केवलेणं संवरेणं संवरेज्जा ? गोयमा ! असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा अत्थेगइए केवलेणं संवरेणं संवरेज्जा, अत्थेगइए केवलेणं संवरेणं णो संवरेज्जा । सेकेणणं भंते ! एवं वच्चइ- असोच्चा णं जाव केवलेणं संवरेणं णो संवरेज्जा । गोयमा ! जस्स णं अज्झवसाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलेणं संवरेणं संवरेज्जा; जस्स णं अज्झवसाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलेणं संवरेणं णो संवरेज्जा, से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- असोच्चा णं जाव केवलेणं संवरेण णो संवरेज्जा । असोच्चा णं भंते! केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा केवलं आभिणिबोहियणाणं उप्पाडेज्जा ? गोयमा ! असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा अत्थेगइए केवलं आभिणिबोहियणाणं उप्पाडेज्जा, अत्थेगइए केवलं आभिणिबोहियणाणं णो उप्पाडेज्जा । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ- असोच्चा णं जाव केवलं आभिणिबोहियणाणं णो उप्पाडेज्जा ? गोयमा ! जस्स णं आभिणिबोहिय णाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलं आभिणिबोहिय-णाणं उप्पाडेज्जा; जस्स णं आभिणिबोहिय- णाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ, से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय- उवासियाए वा केवलं आभिणिबोहियणाणं णो 233 Page #244 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८ ९ १० भगवई सुत्त उप्पाडेज्जा; से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- असोच्चा णं जाव केवलं आभिणिबोहियणाणं णो उप्पाडेज्जा । असोच्चा णं भंते ! केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा केवलं सुयणाणं उप्पाडेज्जा? गोयमा ! जहा आभिणिबोहियणाणस्स वत्तव्वया भणिया, तहा सुयणाणस्स वि भाणियव्वा; णवरं सुयणाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे भाणियव्वे । एवं चेव केवलं ओहिणाणं भाणियव्वं, णवरं ओहिणाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे भाणियव्वे । एवं केवलं मणपज्जवणाणं भाणियव्वं, णवरं मणपज्जव णाणावर णिज्जाणं कम्माणं खओवसमे भाणियव्वे | असोच्चा णं भंते! केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा केवलणाणं उप्पाडेज्जा ? गोयमा ! एवं चेव; णवरं केवलणाणावरणिज्जाणं कम्माणं खए कडे भवइ, से णं केवलणाणं उप्पाडेज्जा । से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- असोच्चा णं जाव केवलणाणं णो उप्पाडेज्जा। असोच्चा णं भंते! केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्जा सवणयाए, केवलं बोहिं बुज्झेज्जा, केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारयं पव्वएज्जा, केवलं बंभचेरवास आवसेज्जा, केवलेणं संजमेणं संजमेज्जा, केवलेणं संवरेणं संवरेज्जा, केवलं आभिणिबोहियणाणं उप्पाडेज्जा जाव केवलं मणपज्जवणाणं उप्पाडेज्जा, केवलणाणं उप्पाडेज्जा ? गोयमा ! असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा अत्थेगइए केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्जा सवणयाए, अत्थेगइए केवलिपण्णत्तं धम्मं णो लभेज्जा सवणयाए; अत्थेागइए केवलं बोहिं बुज्झेज्जा, अत्थेगइए केवलं बोहिं णो बुज्झेज्जा; अत्थेगइए केवलं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वज्जा, अत्थेगइए जाव णो पव्वज्जा; अत्थेगइए केवलं बंभचेरवासं आवसेज्जा, अत्थेगइए केवलं बंभचेरवासं णो आवसेज्जा; अत्थेगइए केवलेणं संजमेणं संजमेज्जा, अत्थेगइए केवलेणं संजमेणं णो संजमेज्जा; एवं संवरेणं वि; अत्थेगइए केवलं आभिणिबोहियणाणं उप्पाडेज्जा, अत्थेगइए णो उप्पाडेज्जा; एवं जाव मणपज्जवणाणं, अत्थेाइए केवलणाणं उप्पाडेज्जा, अत्थेगइए केवलणाणं णो उप्पाडेज्जा । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- असोच्चा णं तं चेव जाव अत्थेगइए केवलणाणं णो उप्पाडेज्जा ? गोयमा ! जस्स णं णाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ, जस्स णं दरिसणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ, जस्स णं धम्मंतराइयाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ, एवं चरित्तावरणिज्जाणं, जयणावरणिज्जाणं, अज्झवसाणावरणिज्जाणं, आभिणिबोहियणाणावरणिज्जाणं जाव मणपज्जव - णाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे णो कडे भवइ; जस्स णं केवल णाणावरणिज्जाणं कम्माणं खए णो कडे भवइ; से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव केवलिपण्णत्तं धम्मं णो लभेज्जा सवणयाए, केवलं बोहिं णो बुज्झेज्जा, जाव केवलणाणं णो उप्पाडेज्जा । जस्स णं णाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ, जस्स णं दरिसणावर - णिज्जाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ, जस्स 234 Page #245 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११ १२ १३ १४ १५ १६ १७ | १८ भगवई सुत्त २० णं धम्मंतराइयाणं, एवं जाव जस्स णं केवलणाणावरणिज्जाणं कम्माणं खए कडे भवइ से णं असोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्जा सवणयाए, केवलं बोहिं बुज्झेज्जा जाव केवलणाणं उप्पाडेज्जा । तस्स णं भंते ! छट्ठछट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं उड्ढं बाहाओ पगिज्झिय पगिज्झिय सूराभिमुहस्स आयावणभूमीए आयावेमाणस्स पगइभद्दयाए, पगइउव- संतयाए, पगइपयणुकोहमाण-माया-लोभयाए, मिउ-मद्दव संपण्णयाए, अल्ली - णयाए, भद्दयाए, विणीययाए, अण्णया कयाइ सुभेणं अज्झवसाणेणं, सुभेणं परिणामेणं, लेस्साहिं विसुज्झमाणीहिं- विसुज्झमाणीहिं; तयावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमेणं; ईहा अपोह - मग्गणगवेसणं करेमाणस्स विब्भंगे णामं अण्णाणे समुप्पज्जइ, से णं तेण विब्भंगणाणेणं समुप्पण्णेणं जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं असंखेज्जाइं जोयणसहस्साइं जाणइ पासइ । से णं तेण विब्भंगणाणेणं समुप्पणेणं जीवे वि जाणइ, अजीवे वि जाणइ, पासंडत्थे, सारंभे, सपरिग्गहे, संकिलिस्समाणे वि जाणइ, विसुज्झमाणे वि जाणइ, से णं पुव्वामेव सम्मत्तं पडिवज्जइ, सम्मत्तं पडिवज्जित्ता समणधम्मं रोएइ, समणधम्मं रोएत्ता चरित्तं पडिवज्जइ, चरित्तं पडिवज्जित्ता लिंगं पडिवज्जइ, तस्स णं तेहिं मिच्छत्तपज्जवेहिं परिहायमाणेहिंपरिहायमाणेहिं सम्मदंसणपज्जवेहिं परिवड्ढमाणेहिं परिवड्ढमाणेहिं से विब्भंगे अण्णाणे सम्मत्तपरिग्गहिए खिप्पामेव ओहीत्ति परावत्तइ । से णं भंते ! कइसु लेस्सासु होज्जा ? गोयमा ! तिसु विसुद्धलेस्सासु होज्जा, तं जहातेउलेस्साए, पम्हलेस्साए, सुक्कलेस्साए । से णं भंते ! कइसु णाणेसु होज्जा ? गोयमा ! तिसु आभिणिबोहियणाण- सुयणाणओहिणाणेसु होज्जा । से णं भंते ! किं सजोगी होज्जा, अजोगी होज्जा ? गोयमा ! सजोगी होज्जा, जो अजोगी होज्जा । जइ सयोगी होज्जा, किं मणजोगी होज्जा, वड्जोगी होज्जा, कायजोगी होज्जा ? गोयमा ! मणजोगी वा होज्जा, वइजोगी वा होज्जा, कायजोगी वा होज्जा । से णं भंते! किं सागारोवउत्ते होज्जा, अणागारोवउत्ते वा होज्जा ? गोयमा ! सागारोवउत्ते वा होज्जा, अणागारोवउत्ते वा होज्जा । से णं भंते ! कयरम्मि संघयणे होज्जा ? गोयमा ! वइरोसहणारायसंघयणे होज्जा । से णं भंते ! कयरम्मि संठाणे होज्जा ? गोयमा ! छण्हं संठाणाणं अण्णयरे संठाणे होज्जा । १९ से णं भंते! कयरम्मि उच्चत्ते होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं सत्त रयणीए, उक्कोसेणं पंच धणुसइए होज्जा । से णं भंते! कयरम्मि आउए होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगट्ठवासाउए, उक्कोसेणं पुव्वकोडी आउए होज्जा | 235 Page #246 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २१ २२ २३ २४ २५ २६ २७ २८ २९ | ३० ३१ भगवई सुत्त णं भंते! किं सवेयए होज्जा, अवेयए होज्जा ? गोयमा ! सवेयए होज्जा, गो अवेयए होज्जा । जइ सवेयए होज्जा, किं इत्थिवेयए होज्जा, पुरिसवेयए होज्जा, पुरिस- णपुंसगवेयए होज्जा ? गोयमा ! णो इत्थिवेयए होज्जा; पुरिसवेयए वा होज्जा, पुरिस-णपुंसगवेयए वा होज्जा । णं भंते! किं सकसाई होज्जा, अकसाई होज्जा ? गोयमा ! सकसाई होज्जा, णो अकसाई होज्जा | जइ सकसाई होज्जा, से णं भंते! कइसु कसाएसु होज्जा ? गोयमा ! चउसु संजलण-कोहमाण-माया-लोभेसु होज्जा । तस्स णं भंते! केवइया अज्झवसाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा अज्झवसाणा पण्णत्ता । ते णं भंते! किं सत्था, अप्पसत्था ? गोयमा ! पसत्था, णो अप्पसत्था । से णं भंते ! तेहिं पसत्थेहिं अज्झवसाणेहिं वड्ढमाणेहिं अणंतेहिं णेरइयभवग्ग- हणेहिंतो अप्पाणं विसंजोएइ, अणंतेहिं तिरिक्खजोणिय भवग्गहणेहिंतो अप्पाणं विसंजोएइ, अणंतेहिं मणुस्सभवग्गहणेहिंतो अप्पाणं विसंजोएइ, अणंतेहिं देवभव-ग्गहणेहिंतो अप्पाणं विसंजोएइ; जाओ वि य से इमाओ णेरइय-तिरिक्खजोणिय-मणुस्सदेवगइ - णामाओ चत्तारि उत्तरपयडीओ, तासिं च णं उवग्गहिए अणंताणुबंधी कोह- माण- माया-लोभे खवेइ, खवेत्ता अपच्चक्खाणकसा कोह- माण-माया-लोभे खवेइ, खवेत्ता पच्चक्खाणावरण कोह- माण - माया - लोभे खवेइ, खवेत्ता संजलण-कोह- माण- माया-लोभे खवेइ, खवेत्ता पंचविहं णाणावरणिज्जं, विहं दरिसणावरणिज्जं, पंचविहं अंतराइयं, तालमत्थयकडं च णं मोहणिज्जं कट्टु, कम्मरयविकिरणकरं अपुव्वकरणं अणुपविट्ठस्स अणंते अणुत्तरे णिव्वाघाए णिरावरणे कसिणे पडिपुण्णे केवलवरणाण-दंसणे समुप्पण्णे । से णं भंते! केवलिपण्णत्तं धम्मं आघवेज्ज वा पण्णवेज्ज वा परूवेज्ज वा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे, णण्णत्थ एगणाएण वा एगवागरणेण वा । से णं भंते ! पव्वावेज्ज वा मुंडावेज्ज वा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे, उवएसं पुण करेज्जा। से णं भंते ! सिज्झइ जाव अंतं करेइ ? हंता गोयमा ! सिज्झइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ। से णं भंते ! किं उड्ढं होज्जा, अहे होज्जा, तिरियं होज्जा ? गोयमा ! उड्ढं वा होज्जा, अहे वा होज्जा, तिरियं वा होज्जा; उड्ढं होज्जमाणे सद्दावाईवियडावाई-गंधावाई-मालवंतपरियाएस वट्टवेयड्ढपव्वएसु होज्जा; साहरणं पडुच्च सोमणसवणे वा पंडगवणे वा होज्जा; अहे होज्जमाणे गड्डाए वा, दरीए वा होज्जा; साहरणं पडुच्च पायाले वा, भवणे वा होज्जा; तिरियं होज्जमाणे पण्णरससु कम्मभूमीसु होज्जा; साहरणं पडुच्च अड्ढाइज्जदीव- समुद्द-तदेक्कदेसभाए होज्जा । 236 Page #247 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३२ ३३ ३४ ३५ ३६ ३७ ३८ ३९ भगवई सुत्त ते णं भंते! एगसमए णं केवइया होज्जा ? गोयमा ! जहणेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं दस । से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा अत्थेगइए केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्जा सवणयाए, अत्थेगइए असोच्चा णं केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलिपण्णत्तं धम्मं णो लभेज्जा सवणयाए जाव अत्थेाइए केवलणाणं उप्पाडेज्जा, अत्थेगइए केवलणाणं णो उप्पाडेज्जा । सोच्चा णं भंते! केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्जा सवणयाए ? गोयमा ! सोच्चा णं केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय उवासियाए वा अत्थे - गइए केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्ज सवणयाए; अत्थेगइए णो लभेज्ज सवणयाए । एवं जा चेव असोच्चाए वत्तव्वया, सा चेव सोच्चाए वि णिरवसेसं भाणियव्वा, णवरं अभिलावो 'सोच्चे' त्ति । जाव जस्स णं मणपज्जव णाणावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमे कडे भवइ, जस्स णं केवलणाणावरणिज्जाणं कम्माणं खए कडे भवइ, से णं सोच्चा केवलिस्स वा जाव तप्पक्खिय-उवासियाए वा केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज्जा सवणयाए, केवलं बोहिं बुज्झेज्जा जाव केवलणाणं उप्पाडेज्जा । तस्स णं अट्ठमं-अट्ठमेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं अप्पाणं भावेमाणस्स पगइभद्दयाए, तहेव जाव मग्गण-गवेसणं करेमाणस्स ओहिणाणे समुप्पज्जइ । से णं तेण ओहिणाणेणं समुप्पणेणं जहणेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं असंखेज्जाई अलोए लोयप्पमाणमेत्ताइं खंडाई जाणइ पासइ । से णं भंते ! कइसु लेस्सासु होज्जा ? गोयमा ! छसु लेसासु होज्जा, तं जहा- कण्हलेस्साए जाव सुक्कलेस्साए । से णं भंते ! कइसु णाणेसु होज्जा ? गोयमा ! तिसु वा चउसु वा होज्जा; तिसु होज्जमाणे आभिणि-बोहियणाण-सुयणाणओहिणाणेसु होज्जा, चसु होज्जमाणे आभिणि-बोहियणाण-सुयणाण-ओहिणाण मणपज्जवणाणेसु होज्जा । से णं भंते ! किं सजोगी होज्जा, अजोगी होज्जा ? एवं जोगो, उवओगो, संघयणं, संठाणं, उच्चत्तं, आउयं च एयाणि सव्वाणि जहा असोच्चाए तहेव भाणियव्वाणि । से णं भंते ! किं सवेदए, पुच्छा ? गोयमा ! सवेदए वा होज्जा, अवेदए वा होज्जा । जइ अवेदए होज्जा किं उवसंतवेदए होज्जा, खीणवेदए होज्जा ? गोयमा ! णो उवसंतवेद होज्जा, खीणवेदए होज्जा । 237 Page #248 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ४० | जइ सवेदए होज्जा किं इत्थीवेदए होज्जा, पुरिसवेदए होज्जा, पुरिस- णपुंसगवेदए होज्जा ? ___ गोयमा ! इत्थीवेदए वा होज्जा, पुरिसवेदए वा होज्जा, पुरिस णपुंसगवेदए वा होज्जा । से णं भंते ! किं सकसाई होज्जा, अकसाई होज्जा ? गोयमा ! सकसाई वा होज्जा, अकसाई वा होज्जा । जइ अकसाई होज्जा किं उवसंतकसाई होज्जा, खीणकसाई होज्जा ? गोयमा! णो उवसंतकसाई होज्जा, खीणकसाई होज्जा । जइ सकसाई होज्जा से णं भंते ! कइसु कसाएसु होज्जा ? गोयमा ! चउसु वा तिसु वा दोसु वा एक्कम्मि वा होज्जा । चउसु होज्जमाणे चउसु संजलणकोह-माण- माया-लोभेसु होज्जा, तिसु होज्जमाणे तिसु- संजलणमाण-माया-लोभेसु होज्जा, दोसु होज्जमाणे दोसु-संजलणमाया-लोभेसु होज्जा, एगम्मि होज्जमाणे एगम्मि संजलणलोभे होज्जा । तस्स णं भंते ! केवइया अज्झवसाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा; एवं जहा असोच्चाए तहेव जाव केवलवरणाण-दंसणे समुप्पज्जइ । से णं भंते ! केवलिपण्णत्तं धम्मं आघवेज्ज वा पण्णवेज्ज वा परूवेज्ज वा ? हंता गोयमा ! आघवेज्ज वा पण्णवेज्ज वा परूवेज्ज वा । से णं भंते ! पव्वावेज्ज वा मुंडावेज्ज वा ? हंता गोयमा ! पव्वावेज्ज वा मुंडावेज्ज वा । तस्स णं भंते ! सिस्सा वि पव्वावेज्ज वा मुंडावेज्जा वा ? हंता गोयमा ! पव्वावेज्ज वा मुंडावेज्ज वा । तस्स णं भंते ! पसिस्सा वि पव्वावेज्ज वा मुंडावेज्ज वा ? हंता गोयमा! पव्वावेज्ज वा मुंडावेज्जा वा । से णं भंते ! सिज्झइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ ? हंता गोयमा! सिज्झइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ । तस्स णं भंते ! सिस्सा वि सिज्झंति जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति ? हंता गोयमा ! सिज्झंति जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति ।। तस्स णं भंते ! पसिस्सा वि सिज्झंति जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति ? हंता गोयमा ! सिज्झंति जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति । से णं भंते ! किं उड्ढं होज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! जहेव असोच्चाए जाव अड्ढाइज्ज-दीवसमुद्द तदेक्कदेसभाए होज्जा | ते णं भंते ! एगसमए णं केवइया होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं अट्ठसयं । 238 Page #249 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से तेणटेणं गोयमा ! एवं वच्चइ- सोच्चा णं केवलिस्स वा जाव केवलि- उवासियाए वा जाव अत्थेगइए केवलणाणं उप्पाडेज्जा, अत्थेगइए केवलणाणं णो उप्पाडेज्जा | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ एगतीसइमो उद्देसो समत्तो || || अट्ठमं सतं समत्तं ॥ बत्तीसइमो उद्देशो गांगेय अणगार तेणं कालेणं तेणं समएणं वाणियग्गामे णामं णयरे होत्था, वण्णओ। दुइपलासए चेइए। सामी समोसढे। परिसा णिग्गया | धम्मो कहिओ | परिसा पडिगया । तेणं कालेणं तेणं समएणं मणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छड़, तेणेव उवागच्छित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते ठिच्चा समणं भगवं महावीरं एवं वयासी संतरं भंते ! णेरइया उववज्जंति, णिरंतरं णेरड्या उववज्जंति? गंगेया! संतरं पि णेरड्या उववज्जंति, णिरंतरं पि रइया उववज्जति । संतरं भंते ! असुरकुमारा उववज्जंति, णिरंतरं असुरकुमारा उववज्जंति ? गंगेया ! संतरं पि असुरकुमारा उववज्जंति, णिरंतरं पि असुरकुमारा उववज्जंति। एवं जाव थणियकुमारा | संतरं भंते ! पुढविक्काइया उववज्जंति, णिरंतरं पुढविक्काइया उववज्जंति? गंगेया ! णो संतरं पुढविक्काइया उववज्जंति, णिरंतरं पुढविक्काइया उववज्जंति । एवं जाव वणस्सइकाइया । बेइंदिया जाव वेमाणिया एए जहा जेरइया । संतरं भंते ! णेरड्या उव्वदृति, णिरंतरं णेरइया उव्वदृति ? गंगेया ! संतरं पि णेरइया उव्वद्वृति; णिरंतरं पि णेरड्या उव्वद्वृति, एवं जाव थणियकुमारा | संतरं भंते ! पुढविक्काइया उव्वदृति, णिरंतरं भंते ! पुढविक्काइया उव्वद्वंति। गंगेया ! णो संतरं पुढविक्काइया उव्वद॒ति, णिरंतरं पुढविक्काइया उव्वद॒ति । एवं जाव वणस्सइकाइया णो संतरं, णिरंतरं उव्वद॒ति । संतरं भंते ! बेइंदिया उव्वदृति, णिरंतरं बेइंदिया उव्वदृति ? गंगेया ! संतरं पि बेइंदिया उव्वदृति, णिरंतरं पि बेइंदिया उव्वद॒ति । एवं जाव वाणमंतरा। संतरं भंते ! जोइसिया चयंति, णिरंतरं भंते ! जोइसिया चयंति ? गंगेया ! संतरं पि जोइसिया चयंति, णिरंतरं पि जोइसिया चयंति । एवं जाव वेमाणिया । | कइविहे णं भंते ! पवेसणए पण्णत्ते । 239 Page #250 -------------------------------------------------------------------------- ________________ |१० ११ | १२ | १३ १४ भगवई सुत गंगेया ! चउव्विहे पवेसणए पण्णत्ते, तं जहा- णेरइय-पवेसणए, तिरिक्ख- जोणिय-पवेसणए, मणुस्स पवेसणए, देव पवेसणए । इय-पवेसणए णं भंते! कइविहे पणणत्ते ? गंगेया ! सत्तविहे पण्णत्ते, तं जहा- रयणप्पभा-पुढवि णेरइय-पवेसणए जाव अहेसत्तमापुढवि-णेरइय-पवेसणए । एगे णं भंते! रइए णेरइय-पवेसणएणं पविसमाणे किं रयणप्पभाए होज्जा, सक्करप्पभा होज्जा जाव अहेसत्तमाए होज्जा ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा, सक्करप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा । दो भंते! णेरइया णेरइय-पवेसणएणं पविसमाणा किं रयणप्पभाए होज्जा जाव अहेसत्तमाए होज्जा ? गंगेया । स्यणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए होज्जा जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । एवं एक्केक्का पुढवी छड्डेयव्वा जाव अहवा एगे तमाए एगे असत्तमाए होज्जा । तिणि भंते ! णेरड्या णेरइय-पवेसणएणं पविसमाणा किं रयणप्पभाए होज्जा जाव अहेसत्तमाए होज्जा ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए होज्जा; जाव अहवा एगे रयणप्पभाए दो अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए होज्जा; जाव अहवा दो रयणप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे सक्करप्पभाए दो वालुयप्पभाए होज्जा, जाव अहवा एगे सक्करप्पभाए दो अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा दो सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए होज्जा, जाव अहवा दो सक्करप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । एवं जहा सक्करप्पभाए वत्तव्वया भणिया, तहा सव्वपुढवीणं भाणियव्वं जाव अहवा दो तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए, एगे सक्करप्पभाए, एगे वालुयप्पभाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए होज्जा, जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥५॥ अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे 240 Page #251 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५ १६ भगवई सुत्त पंकप्पभाए होज्जा, अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥४॥ अहवा गे रयणप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा; जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥ ३॥ अहवा एगे रयणप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमा होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥२॥ अहवा गे रयणप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥ १ ॥ अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए होज्जा अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा, जाव अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥४॥ अहवा एगे सक्कर- प्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा, जाव अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥३॥ अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा, अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥२॥ अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे तमाए एगे असत्तमाए होज्जा ॥१॥ अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे तमाए होज्जा; अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥३॥ अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा; अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥२॥अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे तमाए एगे असत्तमाए होज्जा ॥१॥ अहवा एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा अहवा एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभा एगे असत्तमाए होज्जा ॥२॥ अहवा एगे पंकप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥१॥ अहवा एगे धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥१॥ चत्तारि भंते ! णेरइया णेरइय-पवेसणएणं पविसमाणा किं रयणप्पभाए होज्जा, छ ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए तिण्णि सक्करप्पभाए होज्जा, अहवा एगे रयणप्पभाए तिण्णि वालुयप्पभाए होज्जा, एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए तिण्णि अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा दो रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए होज्जा, एवं जाव अहवा दो रयणप्पभाए दो आहेसत्तमाए होज्जा अहवा तिण्णि रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा तिण्णि रयणप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे सक्करप्पभाए तिण्णि वालुयप्पभाए होज्जा एवं जहेव रयणप्पभाए उवरिमाहिं समं चारियं तहा सक्करप्पभाए वि उवरिमाहिं समं चारेयव्वं; एवं एक्केक्काए समं चारेयव्वं जाव अहवा तिण्णि तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए दो वालुयप्पभाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए दो पंकप्पभाए होज्जा एवं जाव एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए दो 241 Page #252 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १७ भगवई सुत्त अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा | अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाएहोज्जा एवं जाव अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए दो पंकप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए दो अहेसत्तमाए होज्जा । एवं एएणं गमएणं जहा तिन्ह जीवाणं तियसंजोगो भणिओ तहा इह वि भाणियव्वो; जाव अहवा दो घूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा | १०५ | अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे तमाए होज्जा, अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे तमाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे तमाए एगे असत्तमाए होज्जा । । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे तमाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा ए रयणप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥ अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा । एवं जहा रयणप्पभाए उवरिमाओ पुढवीओ चारियाओ तहा सक्करप्पभाए वि उवरिमाओ चारियव्वाओ; जाव अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥ अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे 242 Page #253 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा | अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा || अहवा एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा | पंच भंते ! णेरड्या णेरड्यप्पवेसणएणं पविसमाणा किं रयणप्पभाए होज्जा, पुच्छा ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए चत्तारि सक्करप्पभाए होज्जा; जाव अहवा एगे रयणप्पभाए चत्तारि अहेसत्तमाए होज्जा ॥१॥ अहवा दो रयणप्पभाए तिणि सक्करप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा दो रयणप्पभाए तिण्णि अहेसत्तमाए होज्जा ॥२॥ अहवा तिण्णि रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए होज्जा; एवं जाव तिण्णिरयण- पभाए दो अहेसत्तमाए होज्जा ||३|| अहवा चत्तारि रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा चत्तारि रयणप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ॥४॥ अहवा एगे सक्करप्पभाए चत्तारि वालयप्पभाए होज्जा । एवं जहा रयणप्पभाए समं उवरिमपुढवीओ चारियाओ तहा सक्करप्पभाए वि समं चारेयव्वाओ जाव अहवा चत्तारि सक्करप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा; एवं एक्केक्काए समं चारेयव्वाओ जाव अहवा चत्तारि तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए तिण्णि वालुयप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए तिण्णि अहेसत्तमाए होज्जा | अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए दो वालुयप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए दो अहेसत्तमाए होज्जा | अहवा एगे रयणप्पभाए तिण्णि सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए तिण्णि सक्करप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए दो वालुयप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए दो अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा दो रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहेसत्तमाए | अहवा तिण्णि रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा तिण्णि रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए तिण्णि पंकप्पभाए होज्जा ।एवं एएणं कमेणं जहा चउण्हं जीवाणं तियासंजोगो भणिओ तहा पंचण्ह वि तियासंजोगो भाणियव्वो; णवरं तत्थ एगो संचारिज्जइ इह दोण्णि, सेसं तं चेव जाव अहवा तिण्णि धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालयप्पभाए दो पंकप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए दो अहेसत्तमाए होज्जा | अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए दो वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहेसत्तमाए | अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करपभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए 243 Page #254 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २१ २२ भगवई सुत होज्जा एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए होज्जा एवं जाव अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए दो धूमप्पभाए होज्जा; एवं जहा चउण्हं जीवाणं चउक्कसंजोगो भणिओ तहा पंचह वि चउक्कसंजोगो भाणियव्वो, णवरं अब्भहियं एगो संचारेयव्वो, एवं जाव अहवा दो पंकप्पा एगे धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा १ अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे तमाए होज्जा २; अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे पंकप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ३; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा ४ अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्कप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ५ अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ६; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा ७; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ८; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ९; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा १० । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होज्जा ११ अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा १२; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे तमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा १३ अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा १४ अहवा एगे रयणप्पभाए एगे पंकप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा १५ । अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे तमाए होज्जा १६; अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा १७; अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयापभाए एगे पंकप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा १८; अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा १९; अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमा होज्जा २०; अहवा एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा २१ । छब्भंते! णेरड्या णेरइयप्पवेसणएणं पविसमाणा किं रयणप्पभाए होज्जा, पुच्छा ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए पंच सक्करप्पभाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए पंच वालुयप्पभाए होज्जा जाव अहवा एगे रयणप्पभाए पंच अहेसत्तमाए होज्जा अहवा दो रयणप्पभाए 244 Page #255 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २३ २४ २५ २६ भगवई सुत्त चत्तारि सक्करप्पभाए होज्जा; जाव अहवा दो रयणप्पभाए चत्तारि अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा तिण्णि रयणप्पभाए तिण्णि सक्करप्पभाए, एवं एएणं कमेणं जहा पंचण्हं जीवाणं दुयासंजोगो तहा छण्ह वि भाणियव्वो, णवरं एक्को अब्भहिओ संचारेयव्वो जाव अहवा पंच तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए चत्तारि वालुयप्पभाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए चत्तारि पंकप्पभाए होज्जा, एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए चत्तारि अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए तिणि वालुयप्पभाए होज्जा, एवं एएणं कमेणं जहा पंचण्हं जीवाणं तियासंजोगो भणिओ तहा छह वि भाणियव्वो, णवरं एक्को अहिओ उच्चारेयव्वो, सेसं तं चेव । चक्कसंजोगो वि तहेव, पंचसंजोगो वि तहेव, णवरं एक्को अब्भहिओ संचारेयव्वो जाव पच्छिमो भंगो- अहवा दो वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे घूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए जाव एगे तमाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे पंकप्पा एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा; अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव गे अस होज्जा | सत्त भंते ! णेरइया णेरइयप्पवेसणएणं पविसमणा किं रयणप्पभाए होज्जा, पुच्छा ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए छ सक्करप्पभाए होज्जा । एवं एएणं कमेणं जहा छण्हं जीवाणं दुया- संजोगो तहा सत्तण्ह वि भाणियव्वं णवरं एगो अब्भहिओ संचारिज्जइ, सेसं तं चैव । तियासंजोगो, चउक्कसंजोगो, पंच संजोगो, छक्कसंजोगो य जहा छण्हं जीवाणं तहा सत्तण्ह वि भाणियव्वं, णवरं एक्केक्को अब्भहिओ संचारेयव्वो जाव उक्कग संजोगो जाव अहवा दो सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अट्ठ भंते । णेरड्या णेरइयप्पवेसणएणं पविसमणा किं रयणप्पभाए होज्जा, पुच्छा ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए सत्त सक्करप्पभाए होज्जा । एवं दुयासंजोगो जाव छक्कसंजोगो य जहा सत्तण्हं भणिओ तहा अट्ठण्ह वि भाणियव्वो णवरं एक्केक्को अब्भहिओ संचारेयव्वो । सेसं तं चेव जाव छक्कसंजोगस्स अहवा तिण्णि सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा; 1 245 Page #256 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे तमाए दो अहेसत्तमाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए जाव दो तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा | एवं संचारेयव्वं जाव अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा। णव भंते ! णेरड्या णेरइयप्पवेसणएणं पविसमणा किं रयणप्पभाए होज्जा, पुच्छा ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए अट्ठ सक्करप्पभाए होज्जा । एवं दुयासंजोगो जाव सत्तगसंजोगो य जहा अट्ठण्हं जीवाणं भणियं तहा णवण्हं पि भाणियव्वं; णवरं एक्केक्को अब्भहिओ संचारेयव्वो, सेसं तं चेव | पच्छिमो आलावगो-अहवा तिण्णि रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा । दस भंते ! णेरड्या णेरइयप्पवेसएणं पविसमाणा किं रयणप्पभाए होज्जा, पुच्छा ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा | अहवा एगे रयणप्पभाए णव सक्करप्पभाए होज्जा | एवं दुयासंजोगो जाव सत्तसंजोगो य जहा णवण्हं जीवाणं; णवरं एक्केक्को अब्भहिओ संचारेयव्वो, सेसं तं चेव । अपच्छिम आलावगो- अहवा चत्तारि रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा । संखेज्जा भंते ! णेरइया णेरइयप्पवेसणएणं पविसमणा किं रयणप्पभाए होज्जा, पुच्छा ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा | अहवा एगे रयणप्पभाए संखेज्जा सक्करप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा दो रयणप्पभाए संखेज्जा सक्करप्पभाए होज्जा; एवं जाव अहवा दो रयणप्पभाए संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा तिण्णि रयणप्पभाए संखेज्जा सक्करप्पभाए होज्जा | एवं एएणं कमेणं एक्केक्को संचारेयव्वो जाव अहवा दस रयणप्पभाए संखेज्जा सक्करप्पभाए होज्जा | एवं जाव अहवा दस रयणप्पभाए संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा | अहवा संखेज्जा रयणप्पभाए संखेज्जा सक्करप्पभाए होज्जा; जाव अहवा संखेज्जा रयणप्पभाए संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा | अहवा एगे सक्करप्पभाए संखेज्जा वालुयप्पभाए होज्जा, एवं जहा रयणप्पभा उवरिमपुढवीहिं समं चारिया तहा सक्करप्पभा वि उवरिमपुढवीहिं समं चारेयव्वा, एवं एक्केक्का पुढवी उवरिमपुढवीहिं समं चारेयव्वा; जाव अहवा संखेज्जा तमाए संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा | अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए संखेज्जा वालुयप्पभाए होज्जा; अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए संखेज्जा पंकप्पभाए होज्जा; जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए संखेज्जा वालुयप्पभाए होज्जा; जाव अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए तिण्णि सक्करप्पभाए संखेज्जा वालुयप्पभाए होज्जा; एवं एएणं कमेणं एक्केक्को संचारेयव्वो जाव अहवा एगे रयणप्पभाए संखेज्जा सक्करप्पभाए संखेज्जा वालुयप्पभाए होज्जा; | 246 Page #257 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अहवा दो रयणप्पभाए, संखेज्जा सक्करप्पभाए, संखेज्जा वालुयप्पभाए होज्जा; जाव अहवा दो रयणप्पभाए, संखेज्जा सक्करप्पभाए, संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा तिण्णि रयणप्पभाए, संखेज्जा सक्करप्पभाए, संखेज्जा वालयप्पभाए होज्जा; एवं एएणं कमेणं एक्केक्को रयणप्पभाए संचारेयव्वो; जाव अहवा संखेज्जा रयणप्पभाए संखेज्जा सक्करप्पभाए संखेज्जा वालुयप्पभाए होज्जा; जाव अहवा संखेज्जा रणयप्पभाए संखेज्जा सक्करप्पभाए संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालयप्पभाए संखेज्जा पंकप्पभाए होज्जा; जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए दो वालयप्पभाए संखेज्जा पंकप्पभाए होज्जा; एवं एएणं कमेणं तियासंजोगो, चउक्कसंजोगो जाव सत्तगसंजोगो य जहा दसण्हं जीवाणं तहेव भाणियव्वो। पच्छिमो आलावगो सत्तसंजोगस्सअहवा संखेज्जा रयणप्पभाए, संखेज्जा सक्कर- प्पभाए जाव संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा। असंखेज्जा भंते ! णेरइया णेरइयप्पवेसणएणं पविसमणा किं रयणप्पभाए होज्जा, पुच्छा ? गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए, असंखेज्जा सक्करप्पभाए होज्जा; एवं दुयासंजोगो जाव सत्तगसंजोगो य जहा संखेज्जाणं जीवाणं भणिओ तहा असंखेज्जाण वि भाणियव्वो । णवरं 'असंखेज्जाओ' अब्भहिओ भाणियव्वो, सेसं तं चेव जाव सत्तगसंजोगस्स पच्छिमो आलावगो-अहवा असंखेज्जा रयणप्पभाए असंखेज्जा सक्करप्पभाए जाव असंखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा । उक्कोसेणं भंते ! णेरड्या णेरड्यप्पवेसणएणं पविसमाणे किं रयणप्पभाए होज्जा, पुच्छा ? गंगेया ! सव्वे वि ताव रयणप्पभाए होज्जा | अहवा रयणप्पभाए य सक्करप्पभाए य होज्जा; अहवा रयणप्पभाए य वालुयप्पभाए य होज्जा; जाव अहवा रयणप्पभाए य अहेसत्तमाए य होज्जा; अहवा रयणप्पभाए य सक्करप्पभाए य वाल्यप्पभाए य होज्जा; एवं जाव अहवा रयणप्पभाए य सक्करप्पभाए य अहेसत्तमाए य होज्जा | अहवा रयणप्पभाए वालयप्पभाए पंकप्पभाए य होज्जा; जाव अहवा रयणप्पभाए वालुयप्पभाए अहेसत्तमाए य होज्जा | अहवा रयणप्पभाए पंकप्पभाए धूमप्पभाए होज्जा, एवं रयणप्पभं अमुयंतेसु जहा तिण्हं णेरइयाणं तियासंजोगो भणिओ तहा भाणियव्वं जाव अहवा रयणप्पभाए य तमाए य अहेसत्तमाए य होज्जा | अहवा रयणप्पभाए य सक्करप्पभाए य वालुयप्पभाए य पंकप्पभाए य होज्जा; अहवा रयणप्पभाए सक्करप्पभाए वालुयप्पभाए धूमप्पभाए य होज्जा; जाव अहवा रयणप्पभाए सक्करप्पभाए वालुयप्पभाए अहेसत्तमाए य होज्जा । अहवा रयणप्पभाए सक्करप्पभाए पंकप्पभाए धूमप्पभाए य होज्जा; एवं रयणप्पभं अमुयंतेसु जहा चउण्हं णेरइयाणं चउक्कगसंजोगो भणिओ तहा भाणियव्वं जाव अहवा रयणप्पभाए धूमप्पभाए तमाए अहेसत्तमाए य होज्जा | अहवा रयणप्पभाए सक्करप्पभाए वालयप्पभाए पंकप्पभाए धूमप्पभाए य होज्जा अहवा रयणप्पभाए जाव पंकप्पभाए तमाए य होज्जा अहवा रयणप्पभाए जाव पंकप्पभाए 247 Page #258 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अहेसत्तमाए य होज्जा। अहवा रयणप्पभाए सक्करप्पभाए वालुयप्पभाए धूमप्पभाए तमाए य होज्जा एवं रयणप्पभं अमुयंतेसु जहा पंचण्हं जेरइयाणं पंचगसंजोगो भणिओ तहा भायिणव्वं; जाव अहवा रयणप्पभाए पंकप्पभाए जाव अहेसत्तमाए य होज्जा | अहवा रयणप्पभाए सक्करप्पभाए जाव धूमप्पभाए तमाए य होज्जा अहवा रयणप्पभाए जाव धूमप्पभाए अहेसत्तमाए य होज्जा | अहवा रयणप्पभाए सक्करप्पभाए जाव पंकप्पभाए, तमाए य अहेसत्तमाए य होज्जा अहवा रयणप्पभाए, सक्करप्पभाए वालयप्पभाए, धूमप्पभाए, तमाए, अहेसत्तमाए य होज्जा अहवा रयणप्पभाए, सक्करप्पभाए, पंकप्पभाए जाव अहेसत्तमाए य होज्जा अहवा रयणप्पभाए वाल्यप्पभाए जाव अहेसत्तमाए होज्जा अहवा रयणप्पभाए य सक्करप्पभाए य जाव अहेसत्तमाए य होज्जा | एयस्स णं भंते ! रयणप्पभा-पुढविणेरइय-प्पवेसणगस्स सक्करप्पभा- पुढविणेरइयप्पवेसणगस्स जाव अहेसत्तमा-पुढविणेरइय-प्पवेसणगस्स कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गंगेया ! सव्वत्थोवे अहेसत्तमा-पुढविणेरइय-पवेसणए, तमापुढवि- णेरइय-पवेसणए असंखेज्जगुणे; एवं पडिलोमगं जाव रयणप्पभा-पुढवि-णेरइय-पवेसणए असंखेज्जगुणे । तिरिक्खजोणियपवेसणए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गंगेया ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- एगिदिय-तिरिक्खजोणिय-पवेसणए जाव पचिंदियतिरिक्खजोणिय- प्पवेसणए | एगे भंते ! तिरिक्खजोणिए तिरिक्खजोणिय-प्पवेसणएणं पविसमाणे किं एगिदिएस् होज्जा जाव किं पंचिंदिएसु होज्जा ? गंगेया ! एगिदिएसु वा होज्जा जाव पंचिंदिएसु वा होज्जा | दो भंते ! तिरिक्खजोणिया, पच्छा ? गंगेया ! एगिदिएसु वा होज्जा जाव पंचिंदिएसु वा होज्जा । अहवा एगे एगिदिएसु होज्जा एगे बेइंदिएस होज्जा, एवं जहा णेरइयप्पवेसणए तहा तिरिक्खजोणियप्पवेसणए वि भाणियव्वे जाव असंखेज्जा । उक्कोसा भंते ! तिरिक्खजोणिया, पुच्छा ? गंगेया! सव्वे वि ताव एगिदिएस होज्जा । अहवा एगिदिएसु य बेइंदिएस य होज्जा । एवं जहा णेरड्या चारिया तहा तिरिक्खजोणिया वि चारेयव्वा । एगिंदिया अमुयंतेसु दुयासंजोगो, तियासंजोगो, चउक्कसंजोगो, पंचसंजोगो उवउंजिऊण भाणियव्वो जाव अहवा एगिदिएसु य, बेइंदिय-तेइंदिय-चरिंदिय पंचिंदिएसु य होज्जा । एयस्स णं भंते ! एगिदियतिरिक्खजोणियपवेसणगस्स जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणियपवेसणगस्स य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? ३८ 248 Page #259 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३९ ४० ४१ ४२ ४३ ४४ ४५ ४६ भगवई सुत गंगेया ! सव्वथोवे पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिय-पवेसणए, चउरिंदिय-तिरिक्खजोणिय-पवेसण ए विसेसाहिए, एवं तेइंदिय विसेसाहिए, बेइंदिय विसेसा - हिए, एगिंदिय विसेसाहिए । मस्सप्पवेसण णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गंगेया ! दुविहे पण्णत्ते तं जहा- संमुच्छिम मणुस्सप्पवेसणए य । मणुस्सप्पवेसणए, गब्भवक्कंतिय एगे भंते ! मणुस्से मणुस्सप्पवेसणएणं पविसमाणे किं संमुच्छिम- मणुस्सेसु होज्जा, गब्भवक्कंतियमणुस्सेसु होज्जा ? गंगेया ! संमुच्छिम-मणुस्सेसु वा होज्जा, गब्भवक्कंतिय- मणुस्सेसु वा होज्जा । दो भंते! मणुस्सा, पुच्छा ? गंगेया ! संमुच्छिममणुस्सेसु वा होज्जा, गब्भवक्कंतियमणुस्सेसु वा होज्जा । अहवा एगे संमुच्छिममणुस्सेसु होज्जा एगे गब्भवक्कंतियमणुस्सेसु होज्जा; एवं एएणं कमेणं जहा णेरइयपवेसणए तहा मणुस्सपवेसणए वि भाणियव्वे जाव दस जीवे । संखेज्जा भंते ! मणुस्सा, पुच्छा ? गंगेया ! संमुच्छिममणुस्सेसु वा होज्जा, गब्भवक्कंतियमणुस्सेसु वा होज्जा । अहवा एगे संमुच्छिममणुस्सेसु होज्जा संखेज्जा गब्भवक्कंति-यमणुस्सेसु वा होज्जा; अहवा दो संमुच्छिममणुस्सेसु होज्जा संखेज्जा गब्भवक्कंतियमणुस्सेसु होज्जा; एवं एक्केक्कं उस्सारिं जाव अहवा संखेज्जा संमुच्छिममणुस्सेसु होज्जा संखेज्जा गब्भवक्कंतियमणुस्सेसु होज्जा । असंखेज्जा भंते ! मणुस्सा, पुच्छा ? गंगेया ! सव्वे वि ताव संमुच्छिम मणुस्सेसु होज्जा । अहवा असंखेज्जा संमुच्छिममणुस्सेसु, एगे गब्भवक्कंतियमणुस्सेसु होज्जा; अहवा असंखेज्जा संमुच्छिम-मणुस्सेसु दो गब्भवक्कंतिय- मणुस्सेसु होज्जा; एवं जाव असंखेज्जा समुच्छिम - मणुस्सेसु होज्जा संखेज्जा गब्भवक्कंतिय- मणुस्सेसु होज्जा । उक्कोसा भंते ! मणुस्सा, पुच्छा ? गंगेया ! सव्वे वि ताव संमुच्छिममणुस्सेसु होज्जा अहवा संमुच्छिम-मणुस्सेसु य गब्भवक्कंतियमणुस्सेसु य होज्जा । एयस्स णं भंते ! संमुच्छिम - मणुस्स-पवेसणगस्स गब्भवक्कंतिय- मणुस्स-पवेसणगस्स य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गंगेया ! सव्वत्थोवे गब्भवक्कंतिय-मणुस्स-पवेसणए, असंखेज्जगुणे । 249 संमुच्छिम-मणुस्स-पवेसण देवपवेसणए णं भंते! कइविहे पण्णत्ते? गंगेया! चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहाभवणवासीदेवपवेसणए जाव वेमाणियदेवपवेसणए । Page #260 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४७ ४८ ४९ ५० ५१ ५२ भगवई सुत्त एगे भंते ! देवे देवपवेसणएणं पविसमाणे किं भवणवासीसु होज्जा, वाणमंतर-जोइसिय वेमाणिएसु होज्जा ? गंगेया ! भवणवासीसु वा होज्जा, वाणमंतर - जोइसिय-वेमाणिएसु वा होज्जा । दो भंते! देवा देवपवेसणएणं, पुच्छा ? गंगेया ! भवणवासीसु वा होज्जा, वाणमंतर - जोइसिय-वेमाणिएसु वा होज्जा । अहवा एगे भवणवासीसु एगे वाणमंतरेसु होज्जा, एवं जहा तिरिक्ख- जोणियपवेसणए तहा देवपवेसण वि भाणियव्वे जाव असंखेज्ज त्ति । उक्कोसा भंते! पुच्छा ? गंगेया ! सव्वे वि ताव जोइसिएस होज्जा, अहवा जोइसिय-भवणवासिसु य होज्जा, अहवा जोइसिय-वाणमंतरेसु य होज्जा, अहवा जोइसिय-वेमाणिएसु य होज्जा, अहवा जोइसिएसु य भवणवासिसु य वाणमंतरेसु य होज्जा, अहवा जोइसिएसु य भवणवासिसु य वेमाणिएसु य होज्जा, अहवा जोइसिएसु य वाणमंतरेसु य वेमाणिएसु य होज्जा, अहवा जोइसिएसु य भवणवासिसु य वाणमंतरेसु य वेमाणिएसु य होज्जा । एयस्स णं भंते ! भवणवासिदेव-पवेसणगस्स, वाणमंतरदेव-पवेसणगस्स, जोइसियदेवपवेसणगस्स, वेमाणियदेव पवेसणगस्स य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा? गंगेया ! सव्वत्थोवे वेमाणियदेव पवेसणए, भवणवासिदेव पवेसणए असंखेज्ज गुणे, वाणमंतरदेव- पवेसणए असंखेज्जगुणे, जोइसियदेवपवेसणए संखेज्जगुणे । एयस्स णं भंते ! णेरइयपवेसणगस्स तिरिक्खजोणिय मणुस्स-देव- पवेसणगस्स य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिए वा ? गंगेया ! सव्वत्थोवे मणुस्सपवेसणए; असंखेज्जगुणे, तिरिक्खजोणियप्पवेसणए असंखेज्जगुणे | णेरइयपवेसणए असंखेज्जगुणे, देवपवेसण संतरं भंते ! णेरड्या उववज्जंति, णिरंतरं णेरड्या उववज्जंति, संतरं असुरकुमारा उववज्जंति, निरंतरं असुरकुमारा उववज्जंति एवं जाव संतरं वेमाणिया उववज्जंति, णिरंतरं वेमाणिया उववज्जंति; संतरं णेरड्या उव्वट्टंति, णिरंतरं णेरड्या उव्वहंति; जाव संतरं वाणमंतरा उव्वट्टंति, णिरंतरं वाणमंतरा उव्वट्टंति, संतरं जोइसिया चयंति, णिरंतरं जोइसिया चयंति; संतरं वेमाणिया चयंति, णिरंतरं वेमाणिया चयंति ? गंगेया ! संतरंपि णेरइया उववज्जंति, णिरंतरंपि णेरड्या उववज्जंति; जाव संतरंपि थणियकुमारा उववज्जंति, णिरंतरंपि थणियकुमारा उववज्जंति; णो संतरं पुढविक्काइया उववज्जंति, णिरंतरं पुढविक्काइया उववज्जंति, एवं जाव वणस्सइकाइया; सेसा जहा णेरइया जाव संतरं पिवेमाणिया उववज्जंति णिरंतरं पि वेमाणिया उववज्जंति; संतरं पि णेरड्या उव्वट्टंति, णिरंतरं पि णेरइया उव्वट्टंति; एवं जाव थणियकुमारा । णो संतरं पुढविक्काइया उव्वट्टंति, णिरंतरं पुढविक्काइया उव्वट्टंति; एवं जाव वणस्सइकाइया, सेसा जहा णेरड्या, णवरं 250 Page #261 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जोइसिय-वेमाणिया चयंतीति अभिलावो जाव संतरं पि वेमाणिया चयंति, णिरंतरं पि वेमाणिया चयंति । सओ भंते ! णेरड्या उववज्जंति, असओ भंते ! णेरइया उववज्जंति ? गंगेया ! सओ णेरड्या उववज्जंति, णो असओ णेरइया उववज्जंति; एवं जाव वेमाणिया । ५४ | सओ भंते ! णेरड्या उव्वद्वंति, असओ णेरड्या उव्वāति ? गंगेया ! सओ णेरइया उव्वदृति, णो असओ णेरड्या उव्वद्वृति; एवं जाव वेमाणिया, णवरं जोइसिय-वेमाणिएसु चयंति भाणियव्वं । सओ भंते ! णेरड्या उववज्जंति, असओ भंते ! णेरइया उववज्जंति; सओ असुरकुमारा उववज्जंति जाव सओ वेमाणिया उववज्जंति, असओ वेमाणिया उववज्जंति । सओ णेरइया उव्वदृति, असओ णेरड्या उव्वद्वृति; सओ असुरकुमारा उव्वदृति जाव सओ वेमाणिया चयंति, असओ वेमाणिया चयंति ? गंगेया ! सओ णेरइया उववज्जंति, णो असओ णेरड्या उववज्जंति; सओ असुरकुमारा उववज्जंति, णो असओ असुरकुमारा उववज्जंति जाव सओ वेमाणिया उववज्जंति, णो असओ वेमाणिया उववज्जंति, सओ णेरइया उव्वदृति, णो असओ णेरड्या उव्वदृति; जाव सओ वेमाणिया चयंति, णो असओ वेमाणिया चयंति । से केणटेणं भंते ! एवं वच्चइ- सओ णेरइया उववज्जंति, णो असओ णेरइया उववज्जंति; जाव सओ वेमाणिया चयंति, णो असओ वेमाणिया चयंति। से णूणं गंगेया ! पासेणं अरहया पुरिसादाणीएणं सासए लोए बुइए अणाईए अणवदग्गे, जहा पंचमसए जाव जे लोक्कड़ से लोए, से तेणटेणं गंगेया ! एवं वुच्चइ जाव सओ वेमाणिया चयंति, णो असओ वेमाणिया चयंति । सयं भंते ! एवं जाणह, उदाहु असयं, असोच्चा एए एवं जाणह, उदाहु सोच्चा- सओ णेरइया उववज्जंति, णो असओ णेरइया उववज्जंति; जाव सओ वेमाणिया चयंति णो असओ वेमाणिया चयंति ? गंगेया ! सयं एए एवं जाणामि, णो असयं; असोच्चा एए एवं जाणामि, णो सोच्चा- सओ णेरड्या उववज्जंति, णो असओ णेरड्या उववज्जंति जाव सओ वेमाणिया चयंति, णो असओ वेमाणिया चयंति । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव णो असओ वेमाणिया चयंति ? गंगेया ! केवली णं पुरत्थिमेणं मियं पि जाणइ, अमियं पि जाणइ; एवं जहा सदुद्देसए जाव णिव्वुडे णाणे केवलिस्स; से तेणटेणं गंगेया ! एवं वुच्चइ-तं चेव जाव णो असओ वेमाणिया चयंति । सयं भंते ! णेरड्या णेरइएसु उववज्जंति, असयं णेरड्या णेरइएसु उववज्जंति? गंगेया ! सयं णेरड्या णेरइएसु उववज्जंति, णो असयं णेरइया णेरइएसु उववज्जंति । १७ 251 Page #262 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५८ ५९ ६० भगवई सुत्त से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव उववज्जंति ? गंगेया ! कम्मोदएणं, कम्मगुरुयत्ताए, कम्मभारियत्ताए कम्मगुरुसंभारियत्ताए; असुभाणं कम्माणं उदएणं, असुभाणं कम्माणं विवागेणं, असुभाणं कम्माणं फलविवागेणं सयं णेरड्या णेरइएसु उववज्जंति, णो असयं णेरइया णेरइएस उवज्जंति; से तेणद्वेणं गंगेया ! जाव उववज्जति । सयं भंते ! असुरकुमारा, पुच्छा ? गंगेया ! सयं असुरकुमारा जाव उववज्जंति, णो असयं असुरकुमारा जाव उववज्जंति । से केणद्वेणं भंते ! जाव उववज्जंति ? गंगेया ! कम्मोदएणं कम्मोवसमेणं, कम्मविगईए, कम्मविसोहीए, कम्मविसुद्धीए; सुभाणं कम्माणं उदएणं, सुभाणं कम्माणं विवागेणं, सुभाणं कम्माणं फलविवागेणं सयं असुरकुमारा असुरकुमारत्ताए उववज्जंति; णो असयं असुरकुमारा असुरकुमारत्ताए उववज्जंति से तेणट्टेणं गंगेया ! जाव उववज्जंति । एवं जाव थणियकुमारा । सयं भंते ! पुढविक्काइया, पुच्छा ? गंगेया ! सयं पुढविक्काइया पुढविकाइयत्ताए उववज्जंति, णो असयं पुढविक्काइया पुढविकाइयत्ताए उववज्जंति । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव उववज्जंति ? गंगेया ! कम्मोदएणं, कम्मगुरुयत्ताए, कम्मभारियत्ताए, कम्मगुरु- संभारियत्ताए सुभासुभाणं कम्माणं उदएणं, सुभासुभाणं कम्माणं विवागेणं, सुभासुभाणं कम्माणं फलविवागेणं सयं पुढविकाइया पुढविकाइयत्ताए उववज्जंति, णो असयं पुढविक्काइया पुढविकाइयत्ताए उववज्जंति । से तेणद्वेणं गंगेया ! जाव उववज्जंति । एवं जाव मणुस्सा । वाणमंतरजोइसिय-वेमाणिया जहा असुरकुमारा । जाव से तेणट्ठेणं गंगेया! एवं वुच्चइ- सयं वेमाणिया वेमाणियत्ताए उववज्जंति, णो असयं । तप्पभिड़ं च णं से गंगेये अणगारे समणं भगवं महावीरं पच्चभिजाणइ सव्वण्णुं सव्वदरिसिं । तएणं से गंगेये अणगारे समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ, करेत्ता वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी - इच्छामि णं भंते ! तुब्भं अंतियं चाउज्जामाओ धम्माओ पंचमहव्वइयं, सपडिक्कमणं धम्मं पडिवज्जित्तए । एवं जहा कालासवेसियपुत्तो तहेव भाणियव्वं जाव सव्वदुक्खप्पहीणे ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ ॥ बत्तीसइमो उद्देसो समत्तो ॥ 252 Page #263 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तेत्तीसइमो उद्देशो उसभदत्त-देवाणंदा तेणं कालेणं तेणं समएणं माहणकुंडग्गामे णयरे होत्था, वण्णओ । बहुसालए चेइए, वण्णओ | तत्थ णं माहणकुंडग्गामे णयरे उसभदत्ते णामं माहणे परिवसइ । अड्ढे, दित्ते, वित्ते जाव बहुजणस्स अपरिभूए, रिउव्वेद-जजुव्वेद- सामवेद-अथव्वणवेद जहा खंदओ जाव अण्णेसु य बहुसु बंभण्णएसु णएसु सुपरिणिट्ठिए समणोवासए अभिगयजीवाजीवे, उवलद्धपुण्णपावे जाव अहापरिग्गहिएहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ | तस्स णं उसभदत्तस्स माहणस्स देवाणंदा णामं माहणी होत्था सुकुमालपाणिपाया जाव पियदंसणा, सुरूवा समणोवासिया अभिगयजीवाजीवा उवलद्धपुण्णपावा जाव विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं सामी समोसढे जाव परिसा पज्जुवासइ। तएणं से उसभदत्ते माहणे इमीसे कहाए उवलद्धढे समाणे हद्वतुट्ठ जाव हियए, जेणेव देवाणंदा माहणी तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता देवाणंदं माहणिं एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिए! समणे भगवं महावीरे आइगरे जाव सव्वण्णू सव्वदरिसी, आगासगएणं चक्केणं जाव सुहंसुहेणं विहरमाणे बहुसालए चेइए अहापडिरूवं जाव विहरइ। तं महाफलं खलु देवाणुप्पिया! तहारूवाणं अरहंताणं भगवंताणं णामगोयस्स वि सवणयाए, किमंग पुण अभिगमणवंदण- णमंसण-पडिपुच्छण-पज्जुवासणयाए, एगस्स वि आरियस्स धम्मियस्स सुवयणस्स सवण- याए, किमंग पुण विउलस्स अट्ठस्स गहणयाए; तं गच्छामो णं देवाणुप्पिए ! समणं भगवं महावीरं वंदामो णमंसामो जाव पज्जुवासामो; एयं णं इहभवे य, परभवे य हियाए सुहाए खमाए णिस्सेसाए आणुगामियत्ताए भविस्सइ । तएणं सा देवाणंदा माहणी उसभदत्तेणं माहणेणं एवं वुत्ता समाणी हट्ठ तुट्ठा जाव विसप्पमाण- हियया, करयल जाव कट्ट उसभदत्तस्स माहणस्स एयमद्वं विणएणं पडिसुणेइ । तएणं से उसभदत्ते माहणे कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया! लहकरणजुत्त-जोइय-समखुरवालिहाण-समलिहिय-सिंगेहिं, जंबूणयामयकलावजुत्तपरिविसिटेहिं, रययामयघंटा-सुत्त-रज्जुय-पवर-कंचण-णत्थ-पग्गहोग्गहियएहिं, णीलुप्पलकयामेलएहि, पवर-गोण-जुवाणएहिं णाणामणि-रयण- घंटियाजाल-परिगयं, सुजाय-जुग- जोत्तरज्जुय- जुगपसत्थ-सुविरचिय-णिमियं, पवर-लक्खणोववेयं धम्मियं जाणप्पवरं जुत्तामेव उवद्ववेह, उवट्ठवेत्ता मम एयमाणत्तियं पच्चप्पिणह । तएणं ते कोडुबियपुरिसा उसभदत्तेणं माहणेणं एवं वुत्ता समाणा हद्वतुट्ठ जाव विसप्पमाणहियया, करयल जाव एवं सामी ! तहत्ताणाए विणएणं वयणं पडिसुणेति पडिसुणेत्ता खिप्पामेव लहुकरणजुत्त जाव धम्मियं जाणप्पवरं जुत्तामेव उवद्ववेत्ता तमाणत्तियं पच्चप्पिणंति । ३ 253 Page #264 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त 20 तएणं से उसभदत्ते माहणे ण्हाए जाव अप्पमहग्घाभरणालंकियसरीरे साओ गिहाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला जेणेव धम्मिए जाणप्पवरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता धम्मियं जाणप्पवरं दुढे । तएणं सा देवाणंदा माहणी ण्हाया जाव अप्पमहग्घाभरणालंकियसरीरा, बहूहिं खुज्जाहिं, चिलाइयाहिं, णाणादेस-विदेसपरिपिडियाहिं, सदेसणेवत्थ- गहियवेसाहिं, इंगिय-चिंतिय- पत्थियवियाणियाहिं, कुसलाहिं, विणीयाहिं, चेडियाचक्कवाल- वरिसधर- थेरकंचुइज्ज-महत्तरगवंदपरिक्खित्ता अंतेउराओ णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला, जेणेव धम्मिए जाणप्पवरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता जाव धम्मियं जाणप्पवरं दुरूढा | तएणं से उसभदत्ते माहणे देवाणंदाए माहणीए सद्धिं धम्मियं जाणप्पवरं दुरूढे समाणे णियगपरियालसंपरिवुड़े माहणकुंडग्गामणयरं मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव बहुसालए चेइए तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता छत्ताईए तित्थयराइसए पासइ, पासित्ता धम्मियं जाणप्पवरं ठवेइ, ठवित्ता धम्मियाओ जाणप्पवराओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता समणं भगवं महावीरं पंचविहेणं अभिगमेणं अभिगच्छइ; तं जहा- सच्चित्ताणं दव्वाणं विसरणयाए, एवं जहा बिइयसए जाव तिविहाए पज्जुवासणयाए पज्जुवासइ । तएणं सा देवाणंदा माहणी धम्मियाओ जाणप्पवराओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता बहूहिं खुज्जाहिं जाव महत्तरगवंदपरिक्खित्ता समणं भगवं महावीरं पंचविहेणं अभिगमेणं अभिगच्छइ, तं जहा- सचित्ताणं दव्वाणं विउसरणयाए, अचित्ताणं दव्वाणं अविमोयणयाए, विणयोणयाए गायलट्ठीए, चक्खुप्फासे अंजलिपग्गहेणं, मणस्स एगत्तीभावकरणेणं; जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छड, उवा- गच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खत्तो आयाहिणंपयाहिणं करेइ, करित्ता वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता उसभदत्तं माहणं पुरओ कट्ट ट्ठिया चेव सपरिवारा सुस्सूसमाणी, णमंसमाणी, अभिमुहा विणएणं पंजलिउडा जाव पज्जुवासइ । तएणं सा देवाणंदा माहणी आगयपण्हाया पप्फुयलोयणा संवरियवलयबाहा कंचुयपरिक्खित्तिया धाराहयकलंबगं पिव समसवियरोमकवा समणं भगवं महावीरं अणिमिसाए दिट्ठीए पेहमाणी पेहमाणी चिट्ठइ । | भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीकिं णं भंते ! एसा देवाणंदा माहणी आगयपण्हया, तं चेव जाव रोमकूवा देवाणुप्पियं अणिमिसाए दिट्ठीए पेहमाणी पेहमाणी चिट्ठइ ? गोयमा ! त्ति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं एवं वयासी- एवं ख यम एव वयासी- एव खल गोयमा ! देवाणंदा माहणी ममं अम्मगा, अहं णं देवाणंदाए माहणीए अत्तए; तएणं सा देवाणंदा माहणी तेणं पुव्वपुत्तसिणेहरागेणं आगयपण्हया जाव समूसवियरोमकूवा ममं अणिमिसाए दिट्ठीए पेहमाणी पेहमाणी चिट्ठइ । तएणं समणे भगवं महावीरे उसभदत्तस्स माहणस्स देवाणंदाए माहणीए तीसे य महइमहालियाए इसिपरिसाए जाव परिसा पडिगया । 254 Page #265 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० ११ १२ भगवई सुत्त तणं से उसभदत्ते माहणे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्मं सोच्चा णिसम्म हट्ठतुट्ठे उट्ठाए उट्ठेइ, उट्ठाए उट्ठेत्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो जाव णमंसित्ता एवं वयासीएवमेयं भंते ! तहमेयं भंते ! जहा खंदओ जाव से जहेयं तुब्भे वदह त्ति कट्टु उत्तरपुरत्थिमं दिसिभागं अवक्कमइ, अवक्कमित्ता सयमेव आभरण-मल्ला-लंकारं ओमुयइ, ओमुइत्ता सयमेव पंचमुट्ठियं लोयं करेइ, करित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ जाव णमंसित्ता एवं वयासी-आलित्ते णं भंते ! लोए, पलित्ते णं भंते ! लोए, आलित्तपलित्ते णं भंते ! लोए, जराए मरणेण य, एवं एएणं कमेणं जहा खंदओ तहेव पव्वइओ जाव सामाइयमाइयाई एक्कारस अंगाइं अहिज्जइ जाव बहूहिं चउत्थछट्ठ-ट्ठम- दसम जाव विचित्तेहिं तवो- कम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणे बहूइं वासाइं सामण्णपरियागं पाउणइ, पाउणित्ता मासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसेइ, झूसित्ता सट्ठि भत्ताइं अणसणाए छेदेइ, छेदित्ता जस्सट्ठाए कीरइ णग्गभावे जाव तमट्ठे आराहेइ, आराहेत्ता जाव सव्व दुक्ख-प्पहीणे । तणं सा देवाणंदा माहणी समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्मं सोच्चा णिसम्म हट्ठातुट्ठा समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिण -पयाहिणं जाव णमंसित्ता एवं वयासी- एवमेयं भंते ! तहमेयं भंते ! एवं जहा उसभदत्तो तहेव जाव धम्मं आइक्खियं । तणं समणे भगवं महावीरे देवाणंद माहणिं सयमेव पव्वावेइ, सयमेव पव्वावित्ता सयमेव अज्जचंदणाए अज्जाए सीसिणित्ताए दलयइ । तएणं सा अज्जचंदणा अज्जा देवाणंदामाहणिं सयमेव पव्वावेइ, सयमेव मुंडावेइ, सयमेव सेहावेइ, एवं जहेव उसभदत्तो तहेव अज्जचंदणाए अज्जाए इमं एयारूवं धम्मियं च उवएसं संमं संपडिवज्जइ, तमाणाए तहा गच्छइ जाव संजमेणं संजमइ । तएणं सा देवाणंदा अज्जा अज्जचंदणाए अज्जाए अंतियं सामाइयमाइयाई एक्कारस अंगाई अहिज्जइ, सेसं तं चेव जाव सव्वदुक्खप्पहीणा । तस्स णं माहणकुंडग्गामस्स णयरस्स पच्चत्थिमेणं एत्थ णं खत्तियकुंडग्गामे णामं णयरे होत्था, वण्णओ । तत्थ णं खत्तियकुंडग्गामे णयरे जमाली णामं खत्तियकुमारे परिवसइ । अड्ढे दित्ते जाव बहुजणस्स अपरिभूए; उप्पिं पासायवरगए फुट्टमाणेहिं मुइंगमत्थहिं बतीसइबद्धेहिं णाडएहिं णाणाविहवरतरुणीसंपउत्तेहिं उवणच्चिज्जमाणे-उवणच्चिज्जमाणे, उवगिज्जमाणे-उवगिज्जमाणे, उवलालिज्ज - माणे - उवलालिज्जमाणे, पाउस- वासारत्त-सरयहेमंत-वसंत- गिम्हपज्जंते छप्पि उऊ जहा - विभवेणं माणमाणे, कालं गालेमाणे, इट्ठे सद्दफरिस-रस-रूव-गंधे पंचविहे माणुस्सर कामभोगे पच्चणुब्भवमाणे विहरइ । तएणं खत्तियकुंडग्गामे णयरे सिंघाडग तिक- चउक्क-चच्चर जाव बहुजणसद्दे इवा, एवं हा उववाइए जाव एवं पण्णवेइ, एवं परूवेइ, एवं खलु देवाणुप्पिया ! समणे भगवं महावीरे आइगरे जाव सव्वण्णू सव्वदरिसी माहणकुंडग्गामस्स णयरस्स बहिया बहुसालए चेइए अहापडि जाव विहरइ । 255 Page #266 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १३ १४ १५ १६ भगवई सुत्त तं महप्फलं खलु देवाणुप्पिया ! तहारूवाणं अरहंताणं भगवंताणं णाम गोयस्स वि सवणयाए एवं जहा उववाइए जाव एगाभिमुहे खत्तियकुंडग्गामं णयरं मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव माहणकुंडग्गामे णयरे जेणेव बहुसालए चेइए, तेणेव उवागच्छंति; एवं जहा उववाइए जाव तिविहाए पज्जुवासणयाए पज्जुवासइ । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स तं महया जणसद्दं वा जाव जणसण्णिवायं वा सुणमाणस्स वा पासमाणस्स वा अयं एयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- किं णं अज्ज खत्तियकुंडग्गामे णयरे इंदमहे इ वा, खंदमहे इ वा, मुगुंदमहे इ वा, णागमहे इ वा, जक्खमहे इ वा, भूयमहे इ वा, कूवमहे इ वा, तडागमहे इ वा, ईमहे इ वा, दहमहे इ वा, पव्वयमहे इ वा, रुक्खमहे इ वा, चेइयमहे इ वा, थूभमहे इ वा जण्णं एए बहवे उग्गा, भोगा, राइण्णा, इक्खागा, णाया, कोरव्वा, खत्तिया, खत्तियपुत्ता, भडा, भडपुत्ता, एवं जहा उववाइए जाव सत्थवाह-प्पभिइओ जाव खत्तियकुंडग्गामे णयरे मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छंति; एवं संपेहेइ एवं संपेहित्ता कंचुइज्जपुरिसं सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासी- किं णं देवाणुप्पिया ! अज्ज खत्तियकुंडग्गामे णयरे इंदमहे इ वा जाव णिग्गच्छंति ? तएणं से कंचुइज्जपुरिसे जमालिणा खत्तियकुमारेणं एवं वुत्ते समाणे हट्ठ-तुट्ठे समणस्स भगवओ महावीरस्स आगमणगहियविणिच्छए करयल जाव जमालिं खत्तियकुमारं जपणं विजएणं वद्धावेइ, वद्धावित्ता एवं वयासी - णो खलु देवा - णुप्पिया ! अज्ज खत्तियकुंडग्गा यरे इंदमहे इ वा जाव णिग्गच्छंति; एवं खलु देवाणुप्पिया ! अज्ज समणे भगवं महावीरे आइगरे जाव सव्वण्णू सव्वदरिसी माहणकुंडग्गामस्स णयरस्स बहिया बहुसालए चेइए अहापडिरूवं उग्गहं जाव विहरइ । तएणं एए बहवे उग्गा भोगा जाव अप्पेगइया वंदणवत्तियं जाव णिग्गच्छंति । तएणं से जमाली खत्तियकुमारे कंचुइज्जपुरिसस्स अंतियं एयं अट्ठे सोच्चा, णिसम्म हट्ठ-तुट्ठे कोडुंबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्यावेत्ता एवं वयासी- खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! चाउग्घंटं आसरहं जुत्तामेव उवट्ठवेह, उवट्ठवेत्ता मम एयमाणत्तियं पच्चप्पिणह । तएणं ते कोडुंबियपुरिसा जमालिणा खत्तियकुमारेण एवं वुत्ता समाणा जाव पच्चप्पिणंति । तएणं से जमालिखत्तियकुमारे जेणेव मज्जणघरे तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता ण्हाए जाव सव्वालंकारविभूसिए मज्जणघराओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला, जेणेव चाउग्घंटे आसरहे तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता चाउरघंट आसरहं दुरूहइ, दुरूहित्ता सकोरंटमल्ल-दामेणं छत्तेणं धरिज्जमाणेणं, महया-भडचडकरपहकरवंद- परिक्खित्ते, खत्तियकुंड- ग्गामं णयरं मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव माहणकुंडग्गामे णयरे, जेणेव बहुसालए चेइए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता तुरए णिगिण्हेइ, णिगिण्हित्ता रहं ठवेइ, ठवेत्ता रहाओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता पुप्फ-तंबोलाउहमाइयं उपाणहाओ य विसज्जेइ, विसज्जेत्ता एगसाडियं उत्तरासंगं करेइ, करित्ता आयंते, चोक्खे, परमसुइब्भूए, अंजलिमउलियहत्थे जेणेव समणे 256 Page #267 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १७ १८ १९ २० २१ भगवई सुत्त भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेड़, करेत्ता जाव तिविहाए पज्जुवासणाए पज्जुवास | तएणं समणे भगवं महावीरे जमालिस्स खत्तियकुमारस्स, तीसे य महइ - महालियाए जाव धम्मका जाव परिसा पडिगया । तएणं से जमालिखत्तियकुमारे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्मं सोच्चा, णिसम्म हट्ठट्ठ जाव हियए, उट्ठाए उट्ठेइ, उट्ठेत्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो जाव णमंसित्ता एवं वयासी- सद्दहामि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं, पत्तियामि णं भंते! णिग्गंथं पावयणं, रोएमि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं, अब्भुट्ठेमि णं भंते! णिग्गंथं पावयणं, एवमेयं भंते ! तहमेयं भंते! अवितहमेयं भंते ! असंदिद्धमेयं भंते ! णिग्गंथं पावयणं, से जहेयं तुब्भे वयह, जं णवरं देवाणुप्पिया! अम्मापियरो आपुच्छामि, तएणं अहं देवाणुप्पियाणं अंतियं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वयामि । अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं । तएणं से जमाली खत्तियकुमारे समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे हट्ठ-तुट्ठे समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो जाव णमंसित्ता तमेव चाउग्घंटं आसरहं दुरूहेइ, दुरूहित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियाओ बहुसालओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता सकोरंट जाव धरिज्जमाणेणं महया भडचडगर- पहकरवंद-परिक्खित्ते, जेणेव खत्तियकुंडग्गामे णयरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता खत्तियकुंडग्गामं णयरं मज्झंमज्झेणं, जेणेव सए गिहे, जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता तुरए णिगिण्हइ, णिगिण्हित्ता रहं ठवेइ, ठवित्ता रहाओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता जेणेव अब्भिंतरिया उवट्ठाणसाला, जेणेव अम्मापियरो तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता अम्मापियरो जएणं विजएणं वद्धावेइ, वद्धावित्ता एवं वयासी- एवं खलु अम्मयाओ ! मए समणस्स भगवओ महावीस्स अंतियं धम्मे णिसंते, सेविय मे धम्मे इच्छिए, पडिच्छिए, अभिरुइए । तएणं तं जमालिं खत्तियकुमारं अम्मापियरो एवं वयासी- धण्णे सि णं तुमं जाया ! कयत्थे सि णं तुमं जाया ! कयपुण्णे सि णं तुमं जाया ! कयलक्खणे सि णं तुमं जाया ! जं णं तु समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्मे णिसंते, से वि य धम्मे तव इच्छिए, पडिच्छिए, अभिरुइ । तएणं से जमालिखत्तियकुमारे अम्मापियरो दोच्चं पि एवं वयासी- एवं खलु मए अम्मयाओ ! समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्मे णिसंते जाव अभि- रुइए। तएणं अहं अम्मयाओ ! संसारभउव्विग्गे, भीए जम्म-जरा-मरणेणं, तं इच्छामि णं अम्मयाओ ! तुब्भेहिं अब्भणुण्णा समाणे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए । तएणं सा जमालिस्स खत्तियकुमारस्स माया तं अणिट्टं, अकंतं, अप्पियं, अमणुण्णं, अमणामं असुयपुव्वं गिरं सोच्चा, णिसम्म, सेयागय-रोमकूव-पगलंत-विलीणगत्ता, सोगभरपवेवियंगमंगी, णित्तेया, दीण-विमणवयणा, करयल- मलियव्व-कमलमाला, तक्खण-ओलुग्गदुब्बलसरीर-लावण्ण-सुण्ण णिच्छाया, गयसिरीया, पसिढिलभूसण- पडंतखुण्णिय- संचुण्णिय 257 Page #268 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त धवल-वलय-पब्भट्ठ-उत्तरिज्जा, मुच्छा-वस-णढ-चेयणरुई, सुकुमाल-विकिण्ण- केसहत्था, परसुणिवत्तव्व चंपगलया, णिव्वत्त- महेव्व इंदलट्ठी, विमुक्क-संधिबंधणा कोट्टिम- तलंसि धसत्ति सव्वंगेहिं सण्णिवडिया । तएणं सा जमालिस्स खत्तियकुमारस्स माया ससंभमोवत्तियाए परियारियाए तुरियं कंचणभिंगारमह - विणिग्गय - सीयल - वि मल - जलधार-परिसिंचमाण - णिव्वाविय-गायलट्ठी, उक्खेवय-तालियंट-वीयणग-जणियवाएणं, संफुसिएणं अंतेउरपरिजणेणं आसासिया समाणी, रोयमाणी, कंदमाणी, सोयमाणी, विलवमाणी जमालिं खत्तिय- कुमारं एवं वयासी- तुमं सि णं जाया! अम्हं एगे पुत्ते इटे, कंते, पिए, मणुण्णे, मणामे, थेज्जे, वेसासिए सम्मए बहुमए अणुमए भंडकरंडगसमाणे, रयणे रयणब्भूए जीविऊसविए, हिययणंदिजणणे, उंबरपुप्फमिव दुल्लहे सवणयाए, किमंग ! पुण पासणयाए; तं णो खलु जाया! अम्हे इच्छामो तुब्भं खणमवि विप्पओगं, तं अच्छाहि ताव जाया ! जाव ताव अम्हे जीवामो, तओ पच्छा अम्हहिं कालगएहिं समाणेहिं परिणयवये, वढिय-कुलवंस-तंतुकज्जम्मि णिरवयक्खे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइहिसि । तएणं से जमाली खत्तियकुमारे अम्मा-पियरो एवं वयासी- तहा वि णं तं अम्मा-याओ ! जं णं तुब्भे मम एवं वयह- तुमं सि णं जाया ! अम्हं एगे पुत्ते इढे कंते तं चेव जाव पव्वइहिसि; एवं खलु अम्मायाओ ! माणुस्सए भवे अणेगजाइ-जरा-मरण-रोग-सारीरमाणसपकामदुक्ख- वेयण-वसण-सओव-दवाभिभूए, अधुवे, अणिइए, असासए, संज्झब्भरागसरिसे, जलबुब्बुयसमाणे, कुसग्ग-जल-बिंदु-सण्णिभे, सुविणगदंसणोवमे, विज्जुलयाचंचले, अणिच्चे, सडण-पडण- विद्धंसण-धम्मे, पुव्विं वा पच्छा वा अवस्सं विप्पजहियव्वे भविस्सइ; से केस णं जाणइ अम्मयाओ ! के पुव्विं गमणयाए, के पच्छा गमणयाए ? तं इच्छामि णं अम्मयाओ ! तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए समाणे जाव पव्वइत्तए | तएणं तं जमालिं खत्तियकुमारं अम्मा-पियरो एवं वयासी- इमं च ते जाया ! सरीरगं पविसिट्ठरूवं लक्खण-वंजणगुणोववेयं, उत्तमबल-वीरिय-सत्तजुत्तं, विण्णाण-वियक्खणं, ससोहग्गगुणसमुस्सियं अभिजायमहक्खम, विविह-वाहि-रोगरहियं णिरुवहय-उदत्त-लहूं, पंचिंदियपडु-पढमजोव्वणत्थं, अणेग- उत्तमगु-णेहिं संजुत्तं, तं अणुहोहि ताव जाया ! णियगसरीररूव-सोहग्ग-जोव्वणगुणे, तओ पच्छा अणुभूय-णियग-सरीररूव-सोहग्ग-जोव्वणगुणे अम्हेहिं कालगएहिं समाणेहिं परिणयवये, वढियकुलवंसतंतुकज्जम्मि णिरवयक्खे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइहिसि । तएणं से जमाली खत्तियकुमारे अम्मा-पियरो एवं वयासी- तहा वि णं तं अम्मयाओ ! जं णं तुब्भे ममं एवं वयह-इमं च णं ते जाया ! सरीरगं तं चेव जाव पव्वइहिसि । एवं खल अम्मयाओ ! माणुस्सगं सरीरं दुक्खाययणं, विविहवाहि- सयसंणिकेयं, अद्वियकढुट्ठियं, छिराण्हारु-जालओणद्धसंपिणलं, मट्टियभंडं व दुब्बलं, असुइसंकिलिटुं, अणिढे वि य सव्वकालसंठप्पयं, जराकुणिम- जज्जरघरं व सडण- पडण-विद्धंसणधम्मं, पुट्विं वा पच्छा वा 258 Page #269 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अवस्सं विप्पजहियव्वं भविस्सइ; से केस णं जाणइ अम्मयाओ ! के पुट्विं, तं चेव जाव पव्वइत्तए । तएणं तं जमालिं खत्तियकुमारं अम्मा-पियरो एवं वयासी- इमाओ य ते जाया! विपुलकुलबालियाओ, सरिसियाओ, सरित्तयाओ, सरिव्वयाओ, सरिस-लावण्ण-रूवजोव्वणगुणोववेयाओ, सरिसरहिंतो कुलेहिंतो आणिएल्लियाओ कला-कुसल- सव्वकाललालियसुहोचियाओ,मद्दवगुणजुत्त-णिउण-विणओवयार- पंडिय- वियक्खणाओ, मंजुल-मिय-महरभणिय-विहसिय- विप्पेक्खिय-गइविलास- चिट्ठिय- विसारयाओ, अविकलकुल- सीलसालिणीओ, विसुद्धकुल-वंस-संताणतंतु-वद्धण- प्पगब्भवयभाविणीओ, मणाणुकूल-हियइच्छियाओ, अट्ठ तुज्झ गुणवल्लहाओ, उत्तमाओ, णिच्चं भावाणुरत्तसव्वंग-सुंदरीओ भारियाओ; तं भुंजाहि ताव जाया! एयाहिं सद्धिं विउले माणुस्सए कामभोगे, तओ पच्छा भुत्तभोगी, विसयविगयवोच्छिण्णकोउहल्ले अम्हेहिं कालगएहिं जाव पव्वइहिसि । तएणं से जमाली खत्तियकुमारे अम्मापियरो एवं वयासी- तहा वि णं तं अम्मयाओ! जं णं तुब्भे मम एयं वयह-इमाओ ते जाया ! विपुलकुल जाव पव्वइहिसि; एवं खलु अम्मयाओ ! माणुस्सगा कामभोगा असुई, असासया, वंतासवा, पित्तासवा, खेलासवा, सुक्कासवा, सोणियासवा, उच्चार - पासवण - खेल - सिंघाणग - वंतपित्त - पूय -सुक्क-सोणियसमुब्भवा, अमणुण्णदुरूव- मुत्त-पूइय- पुरिस पुण्णा, मयगंधुस्सास-असुभ-णिस्सास-उव्वेयणगा, बीभत्था, अप्पकालिया, लहुसगा, कल- मलाहिवासदुक्खबहुजणसाहारणा, परिकिलेस- किच्छदुक्खसज्झा, अबुह-जणणिसेविया, सया सागरहणिज्जा, अणंत-संसारवद्धणा, कडुगफलविवागा चुडल्लिव्व अमुच्चमाण- दुक्खाणुबंधिणो, सिद्धिगमणविग्घा; से केस णं जाणइ अम्मयाओ ! के पुट्विं गमणयाए के पच्छा? तं इच्छामि णं अम्मयाओ! जाव पव्वइत्तए। तएणं तं जमालिं खत्तियकुमारं अम्मा-पियरो एवं वयासी- इमे य ते जाया ! अज्जय-पज्जयपिउपज्जयागए सुबहु हिरण्णे य, सुवण्णे य, कंसे य, दूसे य, विउल- धण-कणग जाव संतसारसावएज्जे, अलाहि जाव आसत्तमाओ कुल-वंसाओ पकामं दाउं, पकामं भोत्तुं, परिभाएउं, तं अणुहोहि ताव जाया ! विउले माणुस्सए इढि-सक्कारसमुदए, तओ पच्छा अणुहूयकल्लाणे, वड्ढियकुलवंस जाव पव्वइहिसि। तएणं से जमाली खत्तियकुमारे अम्मा-पियरो एवं वयासी- तहा वि णं तं अम्मयाओ ! जं णं तुब्भे ममं एवं वयह- इमं च ते जाया ! अज्जय-पज्जय जाव पव्वइहिसि; एवं खलु अम्मयाओ ! हिरण्णे य, सुवण्णे य जाव सावएज्जे अग्गि- साहिए, चोरसाहिए, रायसाहिए, मच्चुसाहिए, दाइयसाहिए, अग्गिसामण्णे जाव दाइयसामण्णे, अधुवे, अणिइए, असासए, पुव्विं वा पच्छा वा अवस्सं विप्पजहियव्वे भविस्सइ, से केस णं जाणइ तं चेव जाव पव्वइत्तए । तएणं तं जमालिं खत्तियकुमारं अम्मयाओ जाहे णो संचाएंति विसयाणुलोमाहिं बहुहिं आघवणाहि य, पण्णवणाहि य, सण्णवणाहि य, विण्णवणाहि य आघवेत्तए वा, पण्णवेत्तए वा, सण्णवेत्तए वा, विण्णवेत्तए वा, ताहे विसयपडिकूलाहिं संजमभयुव्वेयणकराहिं 259 Page #270 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३१ ३२ भगवई सुत्त पण्णवणाहिं पण्णवेमाणा एवं वयासी एवं खलु जाया ! णिग्गंथे पावयणे सच्चे, अणुत्तरे, केवले, एवं जहा आवस्सए जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेइ । अहीव एगंतदिट्ठीए, खुरो इव एगंतधाराए, लोहमया जवा चावेयव्वा, वालुयाकवले इव णिस्साए, गंगा वा महाणई पडिसोयगमणयाए, महासमुद्दो वा भुयाहिं दुत्तरो; तिक्खंकमियव्वं, गरुयं लंबेयव्वं, असिधारगं वयं चरियव्वं । णो खलु कप्पड़ जाया ! समणाणं णिग्गंथाणं आहाकम्मिए इ वा, उद्देसिए इ वा, मिस्सजाए इ वा, अज्झोयरए इ वा, पूइकम्मे इ वा, कीए इ वा, पामिच्चे इ वा, अच्छेज्जे इवा, अणिसट्टे इ वा, अभिहडे इ वा, कंतारभत्ते इ वा, दुब्भिक्खभत्ते इ वा, गिलाणभत्ते इ वा, वद्दलियाभत्ते इ वा, पाहुणगभत्ते इ वा, सेज्जायरपिंडे इ वा, रायपिंडे इ वा, मूलभोयणे इ वा, कंदभोयणे इ वा, फलभोयणे इ वा, बीयभोयणे इ वा, हरियभोयणे इ वा, भुत्त वा पायए वा । तुमं सि च णं जाया ! सुहसमुचिए, णो चेव णं दुहसमुचिए; णालं सीयं, णालं उण्हं, णालं खुहा, णालं पिवासा, णालं चोरा, णालं वाला, णालं दंसा, णालं मसगा, णालं वाइय-पित्तियसेंभिय-सण्णिवाइए विविहरोगायंके, परिस्सहोवसग्गे उदिण्णे अहियासित्तए । तं णो खलु जाया ! अम्हे इच्छामो तुब्भं खणमवि विप्पओगं, तं अच्छाहि ताव जाया ! जाव ताव अम्हे जीवामो; तओ पच्छा अम्हेहिं जाव पव्वइहिसि । तएणं से जमाली खत्तियकुमारे अम्मा-पियरो एवं वयासी- तहा वि णं तं अम्म-याओ ! जं णं तुब्भे ममं एवं वयह, एवं खलु जाया ! णिग्गंथे पावयणे सच्चे, अणुत्तरे, केवले तं चेव जाव पव्वइहिसि; एवं खलु अम्मयाओ ! णिग्गंथे पावयणे कीवाणं, कायराणं, कापुरिसाणं, इहलोगपडिबद्धाणं, परलोगपरंमुहाणं, विसयतिसियाणं दुरणुचरे पागयजणस्स; धीरस्स, णिच्छियस्स, वयसियस्स णो खलु एत्थं किंचि वि दुक्करं करणयाए, तं इच्छामि णं अम्मयाओ ! तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए समाणे समणस्स भगवओ महावीरस्स जाव पव्वइत्तए । तणं तं जमालिं खत्तियकुमारं अम्मापियरो जाहे णो संचाएंति विसयाणुलोमाहि य, विसयपडिकूलाहि य बहूहिं आघवणाहि य, पण्णवणाहि य आघवेत्तए वा जाव विष्णवेत्तए वा, ताहे अकामाइं चेव जमालिस्स खत्तियकुमारस्स णिक्खमणं अणुमण्णित्था । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया कोडुंबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासी- खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! खत्तियकुंडग्गामं णयरं सब्भिंतरबाहिरियं आसियसंमज्जि - ओवलित्तं एवं जहा उववाइए जाव पच्चप्पिणंति। तएणं से जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया दोच्चं पि कोडुंबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! जमालिस्स खत्तिय- कुमारस्स महत्थं, महग्घं, महरिहं, विउलं णिक्खमणाभिसेयं उवट्ठवेह । तएणं ते कोडुंबिय - पुरिसा तहेव जाव पच्चप्पिणंति । तएणं तं जमालिं खत्तियकुमारं अम्मा-पियरो सीहासणवरंसि पुरत्थाभिमुहं णिसीयावेंति, णिसीयावेत्ता अट्ठसएणं सोवण्णियाणं कलसाणं, एवं जहा रायप्पसेणइज्जे जाव अट्ठसएणं भोमेज्जाणं कलसाणं सव्विड्ढीए जाव महया रवेणं महया णिक्खमणाभिसेएणं अभिसिंचति । 260 Page #271 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त महया महया णिक्खमणाभिसेएणं अभिसिंचित्ता करयल जाव जएणं विजएणं वद्धावेंति, वद्धावित्ता एवं वयासी- भण जाया ! किं देमो, किं पयच्छामो, किंणा वा ते अट्ठो ? तएणं से जमाली खत्तियकमारे अम्मापियरो एवं वयासी-इच्छामि णं अम्मयाओ ! कुत्तियावणाओ रयहरणं च पडिग्गहं च आणि कासवगं च सद्दावि | तएणं से जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासीखिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! सिरिघराओ तिण्णि सयसहस्साइं गहाय दोहिं सयसहस्सेहिं कुत्तियावणाओ रयहरणं च पडिग्गहं च आणेह, सयसहस्सेणं कासवगं सद्दावेह । तएणं ते कोडुबियपुरिसा जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिउणा एवं वुत्ता समाणा हद्वतुट्ठ करयल जाव पडिसुणेत्ता खिप्पामेव सिरिघराओ तिण्णि सयसहस्साइं, तहेव जाव कासवगं सद्दावेंति | तएणं से कासवए जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिउणा कोडुबियपुरिसेहिं सद्दाविए समाणे हढे तुढे पहाए जाव विभूसियसरीरे, जेणेव जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता करयल जाव जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पियरं जएणं विजएणं वद्धावेइ, वद्धावित्ता एवं वयासी- संदिसंतु णं देवाणुप्पिया ! जं मए करणिज्जं ? तएणं से जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया तं कासवगं एवं वयासी- तुम देवाणुप्पिया ! जमालिस्स खत्तियकुमारस्स परेणं जत्तेणं चउरंगुलवज्जे णिक्ख-मणपाओग्गे अग्गकेसे कप्पेहि । तएणं से कासवगे जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिउणा एवं वुत्ते समाणे हद्व-तुट्ठ-करयल जाव एवं सामी ! तहत्ताणाए विणएणं वयणं पडिसणेड, पडिसणेत्ता सरभिणा गंधोदएणं हत्थ पाए पक्खालेइ, पक्खालित्ता सुद्धाए अट्ठपडलाए पोत्तीए मुहं बंधइ, मुहं बंधित्ता जमालिस्स खत्तियकुमारस्स परेणं जत्तेणं चउरंगुलवज्जे णिक्खमणपाओग्गे अग्गकेसे कप्पेड़ । तएणं सा जमालिस्स खत्तियकुमारस्स माया हंसलक्खणेणं पडसाइएणं अग्गकेसे पडिच्छड़, पडिच्छित्ता सुरभिणा गंधोदएणं पक्खालेइ, पक्खालित्ता अग्गेहिं वरेहिं गंधेहिं, मल्लेहिं अच्चेइ, अच्चित्ता सुद्धे वत्थे बंधइ, बंधित्ता रयणकरंडगंसि पक्खिवइ, पक्खिवित्ता हारवारिधार- सिंदुवार-छिण्णमुत्तावलि-प्पगासाइं सुयवियोग-दुसहाइं अंसूई विणिम्मुयमाणीविणिम्म्यमाणी एवं वयासी- एस णं अम्हं जमालिस्स खत्तियकुमारस्स बहूसु तिहीसु य पव्वणीसु य उस्सवेसु य जण्णेसु य छणेसु य अपच्छिमे दरिसणे भविस्सई ति कट्ठ ऊसीसगमूले ठवेइ । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स अम्मा-पियरो दोच्चं पि उत्तरावक्कमणं सीहासणं रया-ति, रयावेत्ता जमालिं खत्तियकुमारं णिसीयावेंति, णिसीयावेत्ता सेयापीयएहिं कलसेहिं ण्हावेंति ण्हावेत्ता पम्हलसुकुमालाए सुरभीए गंधकासाईए गायाइं लूहेंति, लूहेत्ता सरसेणं (रत्तेणं) गोसीसचंदणेणं गायाइं अणुलिंपति अणुलिंपित्ता णासाणिस्सासवायवोज्झं, चक्खुहरं, वण्ण-फरिसजुत्तं, हयलालापेलवं अइरेगं, धवलं, कणगखचियंतकम्म, महरिहं, हंसलक्खणपडसाडगं परिहिंति, परिहित्ता हारं पिणटुंति, पिणवेत्ता अद्धहारं पिणटुंति, पिणद्धित्ता एवं जहा सूरियाभस्स अलंकारो तहेव जाव चित्तं रयणसंकडुक्कडं मउड पिणखेंति, 261 Page #272 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३६ ३७ ३८ भगवई सुत्त किं हु ! गंथिम-वेढिम-पूरिम- संघाइमेणं चउव्विहेणं मल्लेणं कप्परुक्खगं पिव अलंकियविभूसियं करें। तएणं से जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया कोडुंबिय पुरिसे सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासीखिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! अणेगखंभसयसण्णिविडं, लीलट्ठिय- सालभंजियागं जहा रायप्पसेणइज्जे विमाणवण्णओ जाव मणिरयण-घंटिया- जालपरिक्खित्तं पुरिससहस्सवाहिणिं सीयं उवट्ठवेह, उवट्ठवेत्ता मम एयमाणत्तियं पच्चप्पिणह । तएणं ते कोडुंबियपुरिसा जाव पच्चप्पिणंति । तएणं से जमाली खत्तियकुमारे केसालंकारेणं, वत्थालंकारेणं, मल्लालंकारेणं, आभरणालंकारेणं चउव्विहेणं अलंकारेणं अलंकारिए समाणे पडिपुण्णालंकारे सीहासणाओ अब्भुट्ठेइ, सीहासणाओ अब्भुट्ठित्ता सीयं अणुप्पदाहिणी करेमाणे सीयं दुरूहइ, दुरूहित्ता सीहासणवरंसि पुरत्थाभिमुहे सणसण्णे । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स माया ण्हाया जाव अप्पमहग्घा- भरणालंकिय सरीरा हंसलक्खणं पडसाडगं गहाय सीयं अणुप्पदाहिणीकरेमाणी सीयं दुरूहइ सीयं दुरूहित्ता जमालिस्स खत्तियकुमारस्स दाहिणे पासे भद्दासणवरंसि सण्णिसण्णा । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स अम्मधाई ण्हाया जाव अप्पमहग्घा-भरणालंकिय सरीरा, रयहरणं पडिग्गहं च गहाय सीयं अणुप्पदा - हिणीकरेमाणी सीयं दुरूहइ, सीयं दुरूहित्ता जमालिस्स खत्तियकुमारस्स वामे पासे भद्दासणवरंसि सण्णिसण्णा । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिट्ठओ एगा वरतरुणी सिंगारागारचारुवेसा संगयगय जाव रूवजोव्वणविलासकलिया सरदब्भ-हिम- रयय-कुमुद - कुंदेंदुप्पगासं सकोरंटमल्लदामं धवलं आयवत्तं गहाय सलीलं उवरिं धारेमाणी-धारेमाणी चिट्ठा । तएणं तस्स जमालिस्स उभओ पासिं दुवे वरतरुणीओ सिंगारागारचारु जाव कलियाओ, णाणामणि- कणग-रयण-विमल-महरिह-तवणिज्जुज्जल-विचित्तदंडाओ, चिल्लियाओ, संखंककुंदेदु-दगरय- अमयमहिय- फेणपुंजसण्णि- कासाओ धवलाओ चामराओ गहाय सलीलं वीयमाणीओ वीयमाणीओ चिट्ठति । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स उत्तरपुरत्थिमेणं एगा वरतरुणी सिंगारागार जाव कलिया सेयं रययामयं विमलसलिलपुण्णं मत्तगयमहा - मुहाकिइसमाणं भिंगारं गहाय चिट्ठइ । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स दाहिणपुरत्थिमेणं एगा वरतरुणी सिंगारागार जाव कलिया चित्तकणगदंडं तालवेंट गहाय चिट्ठइ । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया कोडंबियपुरिसे सद्दावेइ सद्दावित्ता एवं वयासीखिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! सरिसयं, सरित्तयं, सरिव्वयं, सरिसलावण्ण-रूव-जोव्वणगुणोववेयं, एगाभरण-वसणगहिय- णिज्जोयं कोडुंबिय - वरतरुण-सहस्सं सद्दावेह। तएणं ते कोडुंबियपुरिसा जाव पडिसुणित्ता खिप्पामेव सरिसयं, सरित्तयं जाव सद्दावेंति । तएणं ते कोडुंबियपुरिसा जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिउणा कोडुंबियपुरिसेहिं सद्दाविया समाणा हट्ठाया जाव एगाभरण- वसणगहिय- णिज्जोया जेणेव जमालिस्स 262 Page #273 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त खत्तियकुमारस्स पिया तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता करयल जाव वद्धावेत्ता एवं वयासीसंदिसंतु णं देवाणुप्पिया! जं अम्मेहं करणिज्जं । तएणं से जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया तं कोडुबियवरतरुणसहस्सं पि एवं वयासी- तुब्भे णं देवाणुप्पिया ! बहाया जाव गहियणिज्जोया जमालिस्स खत्तियकुमारस्स सीयं परिवहेह । तएणं ते कोडुंबियपुरिसा जमालिस्स खत्तियकुमारस्स जाव पडिसुणित्ता ण्हाया जाव एगाभरणवसण-गहिय-णिज्जोया जमालिस्स र रस्स सीयं परिवहति । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पुरिससहस्सवाहिणिं सीयं दुरूढस्स समाणस्स तप्पढमयाए इमे अट्ठट्ठ-मंगलगा पुरओ अहाणुपुव्वीए संपट्ठिया; तं जहा- सोत्थिय-सिरिवच्छ जाव दप्पणा; तयाणंतरं च णं पुण्णकलसभिंगारं जहा उववाइए जाव गगणतलमणुलिहंती पुरओ अहाणुपुव्वीए संपट्ठिया, एवं जहा उववाइए तहेव भाणियव्वं जाव आलोयं च करेमाणा जयजयसदं च पउंजमाणा पुरओ अहाणपुव्वीए संपट्ठिया | तयाणंतरं च णं बहवे उग्गा भोगा जहा उववाइए जाव महापुरिस- वग्गुरापरिक्खित्ता, जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पुरओ य मग्गओ य पासओ य अहाणुपुत्वीए संपट्ठिया । तएणं से जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया ण्हाया जाव विभूसिए हत्थिक्खंधवरगए सकोरंटमल्लदामेणं छत्तेणं धरिज्जमाणेणं सेयवरचामराहिं उद्ध्वमाणीहिं हय-गय-रहपवरजोहकलियाए चाउरंगिणीए सेणाए सद्धिं संपरिवुडे, महयाभडचडगर जाव परिक्खित्ते जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिट्ठओ अणुगच्छड्। तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पुरओ महं आसा, आसवरा, उभओ पासिं णागा, णागवरा, पिट्ठओ रहा, रहसंगेल्ली । तयाणंतरं च णं बहवे लडिग्गाहा कुंतग्गाहा जाव पुत्थयग्गाहा जाव वीणग्गाहा, तयाणंतरं च णं अट्ठसयं गयाणं, अट्ठसयं तुरयाणं अट्ठसयं रहाणं; तयाणंतरं च णं लउडअसि-कोंतहत्थाणं बहूणं पायत्ताणीणं पुरओ संपट्ठियं; तयाणंतरं च णं बहवे राईसरतलवर जाव सत्यवाहप्पभिइओ पुरओ संपट्ठिया | तए णं से जमाली खत्तियकुमारे अब्भुग्गयभिंगारे, परिग्गहियतालियंटे, ऊसवियसेयछत्ते, पवीइयसेयचामरबालवीयणीए, सव्विड्ढीए जाव दुंदुहि-णिग्घोस णाइयरवेणं खत्तियकुंडग्गामं णयरं मज्झंमज्झेणं जेणेव माहणकुंडग्गामे णयरे, जेणेव बहुसालए चेइए, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव पहारेत्थ गमणाए । तएणं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स खत्तियकुंडग्गामं णयरं मज्झमज्झेणं णिग्गच्छमाणस्स सिंघाडग-तिय-चउक्क जाव पहेसु बहवे अत्यत्थिया जहा उववाइए जाव अभिणंदिया य अभित्थुणंता य एवं वयासी- जय जय गंदा ! धम्मेणं, जय जय गंदा ! तवेणं, जय जय गंदा ! भदं ते अभग्गेहिं णाण- दंसणचरित्तमुत्तमेहं, अजियाइं जिणाहि इंदियाई, जीयं च पालेहि समणधम्मं; जियविग्घो वि य वसाहि तं देव ! सिद्धिमज्झे णिहणाहि य राग-दोसमल्ले, तवेणं धिइधणियबद्धकच्छे, मद्दाहि य अट्ठ कम्मसत्तू झाणेणं उत्तमेणं सुक्केणं, अप्पमत्तो हराहि आराहणपडागं च धीर ! तेलोक्करंगमज्झे, पावय वितिमिरमणुत्तरं केवलं च णाणं, गच्छ य मोक्खं परं पदं जिणवरोवदितुणं सिद्धिमग्गेणं 263 Page #274 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अकुडिलेणं, हंता परीसहचमु, अभिभविय गामकंटकोवसग्गाणं, धम्मे ते अविग्घमत्थु त्ति कट्ट अभिणंदंति य अभिOणंति य । तएणं से जमालि खत्तियकुमारे णयणमालासहस्सेहिं पिच्छिज्जमाणे पिच्छिज्जमाणे एवं जहा उववाइए कुणिओ जाव णिग्गच्छद; णिग्गच्छित्ता जेणेव माहणकुंडग्गामे णयरे जेणेव बहुसालए चेइए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता छत्ताईए तित्थगराइसए पासइ, पासित्ता पुरिस-सहस्सवाहिणिं सीयं ठवेइ, पुरिससहस्स- वाहिणिओ सीयाओ पच्चोरुहइ। तएणं तं जमालिं खत्तियकुमारं अम्मापियरो पुरओ काउं जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो जाव णमंसित्ता एवं वयासी- एवं खलु भंते ! जमाली खत्तियकुमारे अम्हं एगे पुत्ते इढे कंते जाव किमंग ! पुण पासणयाए | से जहा णामए उप्पले इ वा पउमे इ वा जाव सहस्सपत्ते इ वा पंके जाए जले संवुड्ढे णोवलिप्पड़ पंकरएणं, णोवलिप्पड़ जलरएणं, एवामेव जमाली वि खत्तियकुमारे कामेहिं जाए, भोगेहिं संवुड्ढे णोवलिप्पइ कामरएणं णोवलिप्पड़ भोगरएणं णोवलिप्पइ मित्त-णाइणियगसयण- संबंधि- परिजणेणं। एस णं देवाणुप्पिया! संसारभयुव्विग्गे भीए जम्मण-मरणेणं; देवाण- प्पियाणं अंतिए मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए; तं एयं णं देवाणुप्पियाणं! अम्हे सीसभिक्खं दलयामो, पडिच्छंतु णं देवाणुप्पिया! सीसभिक्खं | तएणं समणे भगवं महावीरे जमालिं खत्तियकुमारं एवं वयासी- अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं ! तएणं से जमाली खत्तियकुमारे समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे हद्वतुढे समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो जाव णमंसित्ता उत्तरपुरत्थिमं दिसिभागं अवक्कमइ, अवक्कमित्ता सयमेव आभरण- मल्ला-लंकारं ओमुयइ। तएणं सा जमालिस्स खत्तियकुमारस्स माया हंसलक्खणेणं पडसाइएणं आभरण- मल्लालंकारं पडिच्छइ, पडिच्छत्ता हारवारि जाव विणिम्मुयमाणी- विणिम्मुयमाणी जमालिं खत्तियकुमारं एवं वयासी-घडियव्वं जाया ! जइयव्वं जाया ! परिक्कमियव्वं जाया! अस्सिं च णं अढे णो पमाएयव्वं ति कट्ट जमालिस्स खत्तियकुमारस्स अम्मापियरो समणं भगवं महावीरं वंदंति, णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता जामेव दिसिं पाउब्भूया तामेव दिसि पडिगया । तएणं से जमाली खत्तियकुमारे सयमेव पंचमुट्ठियं लोयं करेइ, करित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, एवं जहा उसभदत्तो तहेव पव्वइओ; णवरं पंचहिं पुरिससएहिं सद्धिं तहेव जाव सामाइयमाइयाइं एक्कारस अंगाइं अहिज्झइ, अहिज्झित्ता बहूहिं चउत्थ-छट्ठहम जाव मासद्ध- मासखमणेहिं विचित्तेहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तएणं से जमाली अणगारे अण्णया कयाइ जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छड़, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- इच्छामि णं भत्ते! तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए समाणे पंचहिं अणगारसएहिं सद्धिं बहिया जणवयविहारं विहरित्तए। 264 Page #275 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तएणं समणे भगवं महावीरे जमालिस्स अणगारस्स एयमहूँ णो आढाइ, णो परिजाणइ, तसिणीए संचिट्ठइ । तएणं से जमाली अणगारे समणं भगवं महावीरं दोच्चं पि तच्चं पि एवं वयासी- इच्छामि णं भंते ! तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए समाणे पंचहि अणगारसएहिं सद्धिं जाव विहरित्तए । तएणं समणे भगवं महावीरे जमालिस्स अणगारस्स दोच्चं पि तच्चं पि एयमटुं णो आढाइ जाव तुसिणीए संचिट्ठइ । तएणं से जमाली अणगारे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियाओ बहसालाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता पंचहिं अणगारसएहिं सद्धिं बहिया जणवयविहारं विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं सावत्थी णामं णयरी होत्था, वण्णओ | कोट्ठए चेइए, वण्णओ जाव वणसंडस्स वण्णओ | तेणं कालेणं तेणं समएणं चंपा णामं णयरी होत्था, वण्णओ | पुण्णभद्दे चेइए, वण्णओ जाव पुढविसिलापट्टओ। तएणं से जमाली अणगारे अण्णया कयाइं पंचहिं अणगारसएहिं सद्धिं संपरिवुडे पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे गामाणुग्गामं दूइज्जमाणे जेणेव सावत्थी णयरी, जेणेव कोट्ठए चेइए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता अहापडिरूवं उग्गहं ओगिण्हइ, ओगिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तएणं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइं पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे जाव सुहंसुहेणं विहरमाणे जेणेव चंपाणयरी, जेणेव पुण्णभद्दे चेइए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता अहापडिरूवं उग्गहं ओगिण्हइ, ओगिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तएणं तस्स जमालिस्स अणगारस्स तेहिं अरसेहि य विरसेहि य अंतेहि य पंतेहि तुच्छेहि य कालाइक्कंतेहि य, पमाणाइक्कंतेहि य, सीएहि य पाणभोयणेहिं अण्णया कयाई सरीरगंसि विउले रोगायंके पाउब्भूए-उज्जले, विउले, पगाढे, कक्कसे, कडुए, चंडे, दुक्खे, दुग्गे, तिव्वे, दुरहियासे; पित्तज्जर परिगयसरीरे, दाहवुक्कंतिए या वि विहरइ । तएणं से जमाली अणगारे वेयणाए अभिभूए समाणे समणे णिग्गंथे सद्दावेइ सद्दावित्ता एवं वयासी- तब्भे णं देवाणप्पिया ! मम सेज्जासंथारगं संथरह । तएणं ते समणा णिग्गंथा जमालिस्स अणगारस्स एयमटुं विणएणं पडिसुणेति, पडिसुणित्ता जमालिस्स अणगारस्स सेज्जासंथारगं संथरंति । तएणं से जमाली अणगारे बलियतरं वेयणाए अभिभूए समाणे दोच्चं पि समणे णिग्गंथे सद्दावेइ, सद्दावित्ता, दोच्चं पि एवं वयासी- ममं णं देवाणुप्पिया! सेज्जासंथारए णं किं कडे, कज्जइ ? तएणं ते समणा णिग्गंथा जमालिं अणगारं एवं वयासी- णो खलु देवाणुप्पिया णं सेज्जासंथारए कडे, कज्जइ । तएणं तस्स जमालिस्स अणगारस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जिथा- जं णं समणे भगवं महावीरे एवं आइक्खइ जाव एवं परूवेइ-एवं खल चलमाणे चलिए, उदीरिज्जमाणे उदीरिए जाव णिज्जरिज्जमाणे णिज्जिण्णे; तं णं मिच्छा; इमं च णं पच्चक्खमेव दीसइ सेज्जासंथारए कज्जमाणे अकडे, संथरिज्जमाणे असंथरिए। जम्हा णं सेज्जासंथारए कज्जमाणे 265 Page #276 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अकडे, संथरिज्जमाणे असंथरिए, तम्हा चलमाणे वि अचलिए जाव णिज्जरिज्जमाणे वि अणिज्जिण्णे; एवं संपेहेइ, संपेहित्ता समणे णिग्गंथे सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासी-जं णं देवाणुप्पिया! समणे भगवं महावीरे एवं आइक्खड़ जाव परूवेइ- एवं खल चलमाणे चलिए; तं चेव सव्वं जाव णिज्जरिज्जमाणे वि अणिजिण्णे। तएणं तस्स जमालिस्स अणगारस्स एवं आइक्खमाणस्स जाव परूवेमाणस्स अत्थेगइया समणा णिग्गंथा एयमद्वं सद्दहंति, पत्तियंति, रोयंति; अत्थेगइया समणा णिग्गंथा एयमर्दु णो सद्दहंति, णो पत्तियंति, णो रोयंति। तत्थ णं जे ते समणा णिग्गंथा जमालिस्स अणगारस्स एयमद्वं सद्दहंति, पत्तियंति, रोयंति ते णं जमालिं चेव अणगारं उवसंपज्जित्ता णं विहरंति; तत्थ णं जे ते समणा णिग्गंथा जमालिस्स अणगारस्स एयं अटुं णो सद्दहति, णो पत्तियंति, णो रोयंति ते णं जमालिस्स अणगारस्स अंतियाओ कोट्ठयाओ चेइयाओ पडिणिक्खमंति, पडिणि-क्खमित्ता पुव्वाणुपुव्विं चरमाणा गामाणुगामं दूइज्जमाणा जेणेव चंपाणयरी जेणेव पुण्णभद्दे चेइए जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं- पयाहिणं करेंति, करित्ता वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता समणं भगवं महावीरं उवसंपज्जित्ता णं विहरंति । तएणं से जमाली अणगारे अण्णया कयाइ ताओ रोगायंकाओ विप्पमुक्के, हढे जाए, अरोए बलियसरीरे, सावत्थीए णयरीए कोट्ठयाओ चेइयाओ पडिणि- क्खमइ, पडिणिक्खमित्ता पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे गामाणुग्गामं दूइज्जमाणे जेणेव चंपाणयरी, जेणेव पुण्णभद्दे चेइए, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते ठिच्चा समणं भगवं महावीरं एवं वयासी- जहा णं देवाणुप्पियाणं बहवे अंतेवासी समणा णिग्गंथा छउमत्था भवित्ता छउमत्थावक्कमणेणं अवक्कंता, णो खलु अहं तहा छउमत्थे भवित्ता छउमत्थावक्कमणेणं अवक्कंते, अहं णं उप्पण्ण-णाणदंसणधरे अरहा जिणे केवली भवित्ता केवलि-अवक्कमणेणं अवक्कंते। तएणं भगवं गोयमे जमालिं अणगारं एवं वयासी- णो खलु जमाली! केवलिस्स णाणे वा दंसणे वा सेलसि वा थंभंसि वा थूभंसि वा आवारिज्जइ वा णिवारिज्जइ वा, जइ णं तुम जमाली ! उप्पण्ण-णाणदंसणधरे अरहा जिणे केवली भवित्ता केवलिअवक्कमणेणं अवक्कंते तो णं इमाई दो वागरणाई वागरेहि- सासए लोए जमाली ! असासए लोए जमाली ! सासए जीवे जमाली! असासए जीवे जमाली ! तएणं से जमाली अणगारे भगवया गोयमेणं एवं वुत्ते समाणे संकिए कंखिए जाव कलुससमावण्णे जाए या वि होत्था, णो संचायइ भगवओ गोयमस्स किंचि वि पमोक्खं आइक्खित्तए, तुसिणीए संचिट्ठइ । 'जमाली' त्ति समणे भगवं महावीरे जमालिं अणगारं एवं वयासी- अत्थि णं जमाली ! ममं बहवे अंतेवासी समणा णिग्गंथा छउमत्था, जे णं पभू वागरणं वागरित्तए, जहा णं अहं, णो चेव णं एयप्पगारं भासं भासित्तए, जहा णं तुमं ! सासए लोए जमाली ! जं ण कयाइ णासी, ण कयाइ ण भवइ, ण कयाइ ण भविस्सइ, भुविं च भवइ य भविस्सइ य, धुवे णिइए सासए 266 Page #277 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५४ ५५ ५६ ५७ ५८ ५९ भगवई सुत्त अक्खए अव्वए अवट्ठिए णिच्चे, असासए लोए जमाली ! जं ओसप्पिणी भवित्ता उस्सप्पिणी भवइ, उस्सप्पिणी भवित्ता ओसप्पिणी भवइ । सासए जीवे जमाली ! जं ण कयाइ णासी जाव णिच्चे। असासए जीवे जमाली! जं णं णेरइए भवित्ता तिरिक्खजोणिए भवइ तिरिक्खजोि भवित्ता मणुस्से भवइ, मणुस्से भवित्ता देवे भवइ । तणं से जमाली अणगारे समणस्स भगवओ महावीरस्स एवं आइक्ख माणस्स जाव एवं परूवेमाणस्स एयं अट्ठ णो सद्दहइ, णो पत्तियइ, णो रोएइ एयमट्ठे असद्दहमाणे, अपत्तियमाणे, अरोएमाणे दोच्चं पि समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियाओ आयाए अवक्कमइ, अवक्कमित्ता बहूहिं असब्भावुब्भावणाहिं मिच्छत्ताभिणिवेसेहि य अप्पाणं च परं च तदुभयं च वुग्गाहेमाणे, वुप्पाएमाणे बहूइं वासाइं सामण्णपरियागं पाउणइ, पाउणित्ता अद्धमासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसेइ, झूसित्ता तीसं भत्ताइं अणसणाए छेदेइ, छेदित्ता अणालोइय- अपडिक्कंते कालमासे कालं किच्चा लंतए कप्पे तेरससागरोवमठिइएसु देवकिव्वि- सिएस देवेस देवकिव्विसियत्ताए उववण्णे । तस्स ठाणस्स तणं भगवं गोयमे जमालिं अणगारं कालगयं जाणित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी कुसिस्से जमाली णामं अणगारे, से णं भंते ! जमाली अणगारे कालमासे कालं किच्चा कहिं गए, कहिं उववण्णे ? गोयमा ! इति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं एवं वयासी एवं खलु गोयमा ! ममं अंतेवासी कुसिस्से जमाली णामं अणगारे से णं तया मम एवं आइक्खमाणस्स जाव परूवेमण्णस्स एयं अट्ठे णो सद्दहइ जाव एयं अट्ठे अरोएमाणे दोच्चं पि ममं अंतियाओ आयाए अवक्कमइ, अवक्कमित्ता बहूहिं असब्भावुब्भाणाहिं तं चेव जाव देवकिव्विसियत्ताए उववण्णे। कइविहा णं भंते! देवकिव्विसिया पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा देवकिव्विसिया पण्णत्ता, तं जहातिसागरोवमट्ठिईया, तेरससागरोवमट्ठिईया | तिपलि ओवम- ट्ठिईया, कहिं णं भंते ! तिपलिओवमट्ठिईया देवकिव्विसिया परिवसंति ? गोयमा ! उप्पिं जोइसियाणं, हिट्ठि सोहम्मीसाणेसु कप्पेसु, एत्थ णं तिपलि-ओवमट्ठिया देवकिव्विसिया परिवसंति । कहिं णं भंते ! तिसागरोवमट्ठिईया देवकिव्विसिया परिवसंति ? गोयमा ! उप्पिं सोहम्मीसाणाणं कप्पाणं, हिट्ठि सणकुमारमाहिंदेसु कप्पेसु एत्थ णं तिसागरोवमट्ठिईया देवकिव्विसिया परिवसंति । कहिं णं भंते ! तेरससागरोवमट्ठिईया देवकिव्विसिया परिवसंति ? गोमा ! उप्पिं बंभलोगस्स कप्पस्स, हिट्ठि लंतए कप्पे, एत्थ णं तेरस- सागरोवमट्ठिया देवकिव्विसिया परिवसंति । 267 Page #278 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ६० देवकिव्विसिया णं भंते ! केसु कम्मादाणेसु देव किव्विसियत्ताए उववतारो भवंति ? गोयमा ! जे इमे जीवा आयरियपडिणीया, उवज्झायपडिणीया, कुलपडि- णीया, गणपडिणीया, संघपडिणीया; आयरिय उवज्झायाणं अयसकरा, अवण्णकरा, अकित्तिकरा, बहूहिं असब्भावुब्भावणाहिं मिच्छत्ताभिणिवेसेहि य अप्पाणं परं च तदुभयं च वुग्गाहेमाणा, वुप्पाएमाणा बहूई वासाइं सामण्णपरियागं पाउणंति, पाउणित्ता, तस्स द्वाणस्स अणालोइय अपडिक्कंता कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेस् देवकिव्विसिएस् देवकिव्विसियत्ताए उववत्तारो भवंति; तं जहा- तिपलिओवम- द्विइएसु वा तिसागरोवमट्ठिइएसु वा तेरससागरोवमदिईएसु वा। देवकिव्विसिया णं भंते ! ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं, भवक्खएणं, ठिईक्खएणं अणंतरं चयं चइत्ता कहिं गच्छंति कहिं उववज्जंति ? गोयमा ! जाव चत्तारि पंच णेरइय-तिरिक्खजोणिय-मणुस्स-देवभव- गहणाइं संसारं अणुपरियट्टित्ता तओ पच्छा सिझंति जाव दुक्खाणं अंतं करेंति; अत्थेगइया अणाईयं अणवदग्गं दीहमद्धं चाउरंतसंसारकंतारं अणुपरियद॒ति । जमाली णं भंते ! अणगारे अरसाहारे विरसाहारे अंताहारे पंताहारे लूहाहारे तुच्छाहारे अरसजीवी विरसजीवी जाव तुच्छजीवी उवसंतजीवी पसंतजीवी विवित्तजीवी ? हंता गोयमा ! जमाली णं अणगारे अरसाहारे विरसाहारे जाव विवित्तजीवी। ६३ | जइ णं भंते ! जमाली अणगारे अरसाहारे विरसाहारे जाव विवित्तजीवी, कम्हा णं भंते ! जमाली अणगारे कालमासे कालं किच्चा लंतए कप्पे तेरससागरोवमट्टिईएसु देवकिव्विसिएस देवेस देवकिव्विसियत्ताए उववण्णे ? गोयमा ! जमाली णं अणगारे आयरियपडिणीए, उवज्झायपडिणीए; आयरिय- उवज्झायाणं अयसकारए, अवण्णकारए जाव वुप्पाएमाणे जाव बहूई वासाइं सामण्णपरियागं पाउणइ, पाउणित्ता अद्धमासियाए संलेहणाए तीसं भत्ताई अणसणाए छेदेइ, छेदित्ता तस्स ठाणस्स अणालोइय अपडिक्कंते कालमासे कालं किच्चा लंतए कप्पे जाव उववण्णे | जमाली णं भंते ! देवे ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं जाव कहिं उववज्जिहिइ? गोयमा ! चत्तारि, पंच(णेरइय) तिरिक्खजोणिय-मणुस्सदेवभवग्गहणाइं संसारं अणुपरियट्टित्ता तओ पच्छा सिज्झिहिइ जाव अंतं काहिइ || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ तेत्तीसइओ उद्देसो समत्तो | चोत्तीसइमो उद्देशो १ तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे जाव एवं वयासी- पुरिसे णं भंते ! पुरिसं हणमाणे किं पुरिसं हणइ, णोपुरिसे हणइ ? गोयमा ! परिसं पि हणइ, णोपरिसे वि हणइ । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- पुरिसं पि हणइ, णोपुरिसे वि हणइ ? 268 Page #279 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! तस्स णं एवं भवइ- एवं खलु अहं एगं पुरिसं हणामि; से णं एगं पुरिसं हणमाणे अणेगे जीवे हणइ, से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- पुरिसं पि हणइ णोपुरिसे वि हणइ । पुरिसे णं भंते ! आसं हणमाणे किं आसं हणइ, णोआसे वि हणइ ? गोयमा ! आसं पि हणइ, णोआसे वि हणइ | से केणटेणं ? अट्ठो तहेव, एवं हत्थिं, सीहं, वग्घं जाव चित्तलगं | एए सव्वे इक्कगमा । परिसे णं भंते ! अण्णयरं तसं पाणं हणमाणे किं अण्णयरं तसं पाणं हणइ, णो अण्णयरे तसे पाणे हणइ? गोयमा ! अण्णयरं पि तसं पाणं हणइ, णो अण्णयरे वि तसे पाणे हणइ । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- अण्णयरं पि तसं पाणं हणइ, णो अण्णयरे वि तसे पाणे हणइ। गोयमा ! तस्स णं एवं भवइ- एवं खलु अहं एगं अण्णयरं तसं पाणं हणामि, से णं एगं अण्णयरं तसं पाणं हणमाणे अणेगे जीवे हणइ । से तेणटेणं गोयमा ! तं चेव । पुरिसे णं भंते ! इसिं हणमाणे किं इसि हणइ, णोइसिं हणइ ? गोयमा ! इसि पि हणइ, णोइसि पि हणइ । से केणटेणं भंते ! एवं वच्चइ ? गोयमा ! तस्स णं एवं भवइ- एवं खलु अहं एग इसिं हणामि, से णं एग इसिं हणमाणे अणंते जीवे हणइ, से तेणटेणं, णिक्खेवो । पुरिसे णं भंते ! पुरिसं हणमाणे किं पुरिसवेरेणं पुढे, णोपुरिसवेरेणं पुढे? गोयमा ! णियमं ताव पुरिसवेरेणं पुढे, अहवा पुरिसवेरेण य णोपुरिसवेरेण य पुढे अहवा पुरिसवेरेण य णोपुरिसवेरेहि य पुढे; एवं आसं जाव चित्तलगं | जाव अहवा चित्तलगवेरेण य णोचित्तलगवेरेहि य पुढे | पुरिसे णं भंते ! इसिं हणमाणे किं इसिवेरेणं पुढे, णोइसिवेरेणं पुढे ? गोयमा ! णियमं ताव इसिवेरेण य णोइसिवेरेहि य पुढे । पुढविक्काइए णं भंते ! पुढविक्काइयं चेव आणमइ वा, पाणमइ वा, ऊससइ वा, णीससइ वा? हंता, गोयमा ! पुढविक्काइए पुढविक्काइयं चेव आणमइ वा जाव णीससइ वा | पुढविक्काइए णं भंते ! आउक्काइयं आणमइ जाव णीससइ वा ? हंता, गोयमा! पुढविक्काइए आउक्काइयं आणमइ जाव णीससइ वा; एवं तेउक्काइयं, वाउक्काइयं, वणस्सइकाइयं । आउक्काइए णं भंते ! पुढविक्काइयं आणमइ वा, पुच्छा वा ? हंता गोयमा! एवं चेव । आउक्काइए णं भंते! आउक्काइयं चेव आणमइ वा, पुच्छा ? हंता गोयमा! एवं चेव; एवं तेउवाउ-वणस्सइकायं । 269 Page #280 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११ १२ १३ १४ १ 3 ४ ५ भगवई सुत्त उक्काइए णं भंते! पुढविक्काइयं आणमइ वा, पुच्छा ? हंता गोयमा ! एवं चेव; जाव वणस्सइकाइए णं भंते ! वणस्सइकाइयं चेव आणमइ वा ? गोयमा ! तव । पुढविक्काइए णं भंते ! पुढविक्काइयं चेव आणममाणे वा, पाणममाणे वा, उससमाणे वा, णीससमाणे वा कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए । पुढविक्काइए णं भंते! आउक्काइयं आणममाणे वा जाव कइ किरिए ? गोमा ! एवं चेव एवं जाव वणस्सइकाइयं । एवं आउक्काइएण वि सव्वे वि भाणियव्वा । एवं तेउ वाउ वणस्सइकाइएण वि सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए सिय पंचकिरिए । वाक्काइए णं भंते! रुक्खस्स मूलं पचालेमाणे वा पवाडेमाणे वा कइ - किरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए; एवं कंदं जाव बीयं पचालेमाणे सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ चोत्तीसइमो उद्देसो समत्तो ॥ ॥ णवमं सतं समत्तं ॥ समं सतं पढमो उद्देशो दिसि संवुड अणगारे, आयड्ढी सामहत्थि देवि सभा । उत्तर-अंतरदीवा, दसमम्मि सयम्मि चउत्तीसा ॥ रायगिहे जाव एवं वयासी- किमियं भंते! पाईणा ति पवुच्चइ ? गोयमा ! जीवा चेव अजीवा चेव । किमियं भंते ! ‘पडिणा' ति पवुच्चइ ? गोयमा ! एवं चेव; एवं दाहिणा एवं उदीणा एवं उड्ढा एवं अहे वि। कइ णं भंते! दिसाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! दस दिसाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- पुरत्थिमा, पुरत्थिमदाहिणा, दाहिणा, दाहिणपच्चत्थिमा, पच्चत्थिमा, पच्चत्थिमुत्तरा, उत्तरा, उत्तरपुरत्थिमा, उड्ढा, अहो । यासि णं भंते ! दसण्हं दिसाणं कइ णामधेज्जा पण्णत्ता ? गोयमा ! दस णामधेज्जा पण्णत्ता, तं जहा इंदा अग्गेयी जमा य, णेरई वारुणी य वायव्वा । 270 Page #281 -------------------------------------------------------------------------- ________________ وال ८ 18 १० भगवई सुत्त सोमा ईसाणी य विमला य, तहा तमा य बोद्धव्वा ॥ इंदा णं भंते! दिसा किं जीवा, जीवदेसा, जीवपएसा अजीवा, अजीवदेसा, अजीवपएसा ? गोयमा ! जीवा वि, तं चेव जाव अजीवपएसा वि । जे जीवा ते णियमा एगिंदिया जाव पंचिंदिया, अणिदिया । जे जीवदेसा ते णियमा एगिंदियदेसा जाव अणिदियदेसा । जे जीवपएसा ते एगिंदियपएसा जाव अणिदियपएसा । जे अजीवा ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहारूवी अजीवा य अरूवीअजीवा य । जे रूवीअजीवा ते चउव्विहा पण्णत्ता; तं जहा - खंधा, खंधदेसा, खंधपएसा, परमाणुपोग्गला । जे अरूवीअजीवा ते सत्तविहा पण्णत्ता, तं जहा- णो धम्मत्थिकाए, धम्मत्थिकायस्स देसे, धम्मत्थिकायस्स पएसा; णो अधम्मत्थि-काए, अधम्मत्थिकायस्स देसे, अधम्मत्थिकायस्स पएसा, णो आगासत्थिकाए आगासत्थिकायस्स देसे, आगासत्थि- कायस्स पएसा, अद्धासमए । अग्गेयी णं भंते! दिसा किं जीवा, जीवदेसा, जीवपएसा पुच्छा ? गोयमा ! णोजीवा जीवदेसा वि, जीवपएसा वि; अजीवा वि, अजीवदेसा वि, अजीवपएसा वि । जे जीवदेसा ते णियमा एगिंदियदेसा । अहवा एगिंदियदेसा य बेइंदियस्स देसे, अहवा एगिंदियदेसा य बेइंदियस्स देसा य, अहवा एगिंदियदेसा य बेइंदियाण य देसा अहवा एगिंदियदेसा य तेइंदियस्स देसे य । एवं चेव तियभंगो भाणियव्वो । एवं जाव अनिंदियाणं तियभंगो | जे जीवपएसा ते णियमा एगिंदियपएसा | अहवा एगिंदियपएसा य बेइंदियस्स पएसा, अहवा एगिंदियपएसा य बेइंदियाण य पएसा । एवं आइल्लविरहिओ जाव अनिंदियाणं । जे अजीवा ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- रूवीअजीवा य अरूवीअजीवा य। जे रूवीअजीवा ते चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहा - खंधा जाव परमाणुपोग्गला । जे अरूवीअजीवा ते स पण्णत्ता, तं जहा - णोधम्मत्थिकाए धम्मत्थिकायस्स देसे, धम्मत्थिकायस्स पएसा, एवं अहम्मत्थिकायस्स वि, एवं आगासत्थिकायस्स वि, अद्धासमए । विदिसासु णत्थिजीवा; देसे भंगो य होइ सव्वत्थ । जमा णं भंते! दिसा किं जीवा ? जहा इंदा तहेव णिरवसेसा । णेरई य जहा अग्गेयी । वारुणी जहा इंदा । वायव्वा जहा अग्गेयी। सोमा जहा इंदा । ईसाणी जहा अग्गेयी । विमलाए जीवा जहा अग्गेयीए; अजीवा जहा इंदा । एवं तमाए वि, णवरं अरूवी छव्विहा, अद्धासमयो ण भण्णइ । कइ णं भंते ! सरीरा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच सरीरा पण्णत्ता, तं जहा- ओरालिए जाव कम्मए । ओरालि यसरीरे णं भंते! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! ओगाहणासंठाणं णिरवसेसं भाणियव्वं जाव अप्पाबहुगं ति ||| सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ 271 Page #282 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त बीओ उद्देशो रायगिहे जाव एवं वयासी-संवुडस्स णं भंते ! अणगारस्स वीयीपंथे ठिच्चा पुरओ रूवाइं णिज्झायमाणस्स, मग्गओ रूवाइं अवयक्खमाणस्स, पासओ रूवाइं अवलोएमाणस्स, उड्ढं रूवाइं आलोएमाणस्स, अहे रूवाइं आलोएमाणस्स तस्स णं भंते ! किं इरियावहिया किरिया कज्जइ संपराइया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! संवुडस्स णं अणगारस्स वीयीपंथे ठिच्चा जाव तस्स णं णो इरियावहिया किरिया कज्जइ, संपराइया किरिया कज्जइ । से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ- संवुडस्स अणगारस्स जाव संपराइया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! जस्स णं कोहमाणमायालोभा एवं जहा सत्तमसए पढमोद्देसए जाव से णं उस्सुत्तमेव रीयइ । से तेणटेणं गोयमा! जाव से संपराइया किरिया कज्जइ। संवुडस्स णं भंते ! अणगारस्स अवीयीपंथे ठिच्चा पुरओ रूवाइं णिज्झायमाणस्स जाव तस्स णं भंते ! किं इरियावहिया किरिया कज्जइ, पुच्छा ? गोयमा ! संवुडस्स णं अणगारस्स अवीयीपंथे ठिच्चा जाव तस्स णं इरियावहिया किरिया कज्जइ, णो संपराइया किरिया कज्जइ । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! जहा सत्तमे सए पढमोद्देसए जाव से णं अहासुत्तमेव रीयइ । से तेणटेणं गोयमा ! जाव णो संपराइया किरिया कज्जइ । कइविहा णं भंते ! जोणी पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा जोणी पण्णत्ता, तं जहा- सीया, उसिणा, सीओसिणा; एवं जोणीपयं णिरवसेसं भाणियव्वं । कइविहा णं भंते ! वेयणा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा वेयणा पण्णत्ता, तं जहा- सीया, उसिणा, सीओसिणा | एवं वेयणापयं णिरवसेसं भाणियव्वं जाव णेरइया णं भंते ! किं दुक्खं वेयणं वेदेति, सुहं वेयणं वेदेति, अदुक्खमसुहं वेयणं वेदेति ? गोयमा! दुक्खं पि वेयणं वेदेति, सुहं पि वेयणं वेदेति, अदुक्खमसुहं पि वेयणं वेदेति। मासियं णं भंते ! भिक्खुपडिमं पडिवण्णस्स अणगारस्स णिच्चं वोसट्ठकाए चियत्तदेहे, जे केइ परीसहोवसग्गा उप्पजंति, तं जहा- दिव्वा वा माणुसा वा तिरिक्खजोणिया वा; ते उप्पण्णे सम्म सहइ, खमइ, तितिक्खड़, अहियासेइ । एवं मासिया भिक्खुपडिमा णिरवसेसा भाणियव्वा, जहा दसाहिं जाव आराहिया भवइ। भिक्खु य अण्णयरं अकिच्चट्ठाणं पडिसेवित्ता, से णं तस्स ठाणस्स अणालो- इय अपडिक्कंते कालं करेइ, णत्थि तस्स आराहणा | से णं तस्स ठाणस्स आलोइयपडिकंते कालं करेइ, अत्थि तस्स आराहणा । 272 Page #283 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त भिक्खु य अण्णयरं अकिच्चट्ठाणं पडिसेवित्ता तस्स णं एवं भवइ- पच्छा वि णं अहं चरिमकालसमयंसि एयस्स ठाणस्स आलोएस्सामि जाव पडिवज्जिस्सामि, से णं तस्स ठाणस्स अणालोइय अपडिक्कंते कालं करेइ पत्थि तस्स आराहणा, से णं तस्स ठाणस्स आलोइय-पडिक्कंते कालं करेड अत्थि तस्स आराहणा । भिक्खू य अण्णयरं अकिच्चठाणं पडिसेवित्ता तस्स णं एवं भवइ- जइ ताव समणोवासगा वि कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवंति, किमंग पुण अहं अणपण्णियदेवत्तणंपि णो लभिस्सामि त्ति कट्ट; से णं तस्स ठाणस्स अणालोइय अपडिक्कंते कालं करेइ, णत्थि तस्स आराहणा; से णं तस्स ठाणस्स आलोइय-पडिक्कंते कालं करेइ, अत्थि तस्स आराहणा || सेवं भंते! सेवं भंते ! || || बीओ उद्देसो समत्तो || तइओ उद्देशो Lan रायगिहे जाव एवं वयासी- आइड्ढीए णं भंते ! देवे जाव चत्तारि, पंच देवावासंतराइं वीइक्कंते, तेण परं परिड्ढीए? हंता गोयमा ! आयड्ढीए णं देवे जाव तेण परं परिड्ढीए । एवं असुरकुमारे वि । णवरं असुरकुमारावासंतराइं, सेसं तं चेव । एवं एएणं कमेणं जाव थणियकुमारे, एवं वाणमंतरे, जोइसिए, वेमाणिए वि जाव तेण परं परिडढीए | अप्पड्ढीए णं भंते ! देवे से महड्ढियस्स देवस्स मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा ! णो इणढे समढे। ४ समड़ढीए णं भंते ! देवे समड़ढीयस्स देवस्स मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा! णो इणटे समढे; पमत्तं पुण वीइवएज्जा | से णं भंते ! किं विमोहित्ता पभू , अविमोहित्ता पभू ? गोयमा ! विमोहित्ता पभू , णो अविमोहेत्ता पभू । से भंते ! किं पव्विं विमोहित्ता पच्छा वीइवएज्जा, पव्विं वीइवइत्ता पच्छा विमोहेज्जा ? गोयमा! पुव्विं विमोहित्ता पच्छा वीइवएज्जा, णो पुट्विं वीइवइत्ता पच्छा विमोहेज्जा | | महिडढीए णं भंते ! देवे अप्पड़ढियस्स देवस्स मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा ? हंता गोयमा ! वीइवएज्जा । से भंते ! किं विमोहित्ता पभू , अविमोहित्ता पभू ? गोयमा ! विमोहित्ता वि पभू, अविमोहेत्ता वि पभू । ८ से भंते ! किं पुव्विं विमोहित्ता पच्छा वीइवएज्जा, पुट्विं वीइवइत्ता पच्छा विमोहेज्जा ? गोयमा! पुव्विं वा विमोहेत्ता पच्छा वीइवएज्जा, पुव्विं वा वीइवइत्ता पच्छा विमोहेज्जा | 273 Page #284 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अप्पढिए णं भंते ! असुरकुमारे महिड्ढियस्स असुरकुमारस्स मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा ! णो इणढे समढे । एवं असुरकुमारेण वि तिण्णि आलावगा भाणियव्वा जहा ओहिएणं देवेणं भणिया एवं जाव थणियकुमारेणं । वाणमंतर-जोइसिय- वेमाणिएणं एवं चेव । अप्पड़ढिए णं भंते ! देवे, महिइढियाए देवीए मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा? गोयमा ! णो इणटे समढे। समड़ढिए णं भंते ! देवे, समढियाए देवीए मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा ! तहेव देवेण य देवीए य दंडओ भाणियव्वो जाव वेमाणियाए । अप्पढिया णं भंते ! देवी, महढियस्स देवस्स मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा ! एसो वि तईओ दंडओ भाणियव्वो जाव महिइढिया वेमाणिणी अप्पड़ढियस्स वेमाणियस्स मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा ? हंता, वीइवएज्जा । अप्पढिया णं भंते ! देवी महड्ढियाए देवीए मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा ! णो इणढे समटे | एवं समढिया देवी समढियाए देवीए तहेव, महिइढिया वि देवी अप्पड़ढियाए देवीए तहेव, एवं एक्कक्के तिण्णि तिण्णि आलावगा भाणियव्वा जाव । महइढिया णं भंते ! वेमाणिणी अप्पडढियाए वेमाणिणीए मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा ! हंता वीइवएज्जा । सा भंते ! किं विमोहित्ता पभू अविमोहित्ता पभू ? तहेव जाव पुट्विं वा वीइवइत्ता पच्छा विमोहेज्जा । एए चत्तारि दंडगा । आसस्स णं भंते ! धावमाणस्स किं खु-ख त्ति करेइ ? गोयमा ! आसस्स णं धावमाणस्स हिययस्स य जगयस्स य अंतरा एत्थ णं कक्कडए णाम वाए संमुच्छइ, जेणं आसस्स धावमाणस्स 'खु खु' त्ति करेइ । अह भंते ! आसइस्सामो, सइस्सामो चिहिस्सामो णिसिइस्सामो तुयहिस्सामोआमंतणी आणवणी जायणी, तह पुच्छणी य पण्णवणी । पच्चक्खाणी भासा, भासा इच्छाणलोमा य || अणभिग्गहिया भासा भासा य, अभिग्गहम्मि बोद्धव्वा । संसयकरणी भासा, वोयडमव्वोयडा चेव । पण्णवणी णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! आसइस्सामो, तं चेव जाव ण एसा भासा मोसा || सेवं भंते! सेवं भंते ! || ॥ तइओ उद्देसो समत्तो || 274 Page #285 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [2] ४ भगवई सुत्त चउत्थो उद्देशो तेणं कालेणं तेणं समएणं वाणियग्गामे णयरे होत्था, वण्णओ । दूइपलासए चेइए । साम समोसढे जाव परिसा पडिगया । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेट्ठे अंतेवासी इंदभूई णामं अणगारे जाव अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी सामहत्थी णामं अणगारे पगइभद्दए, जहा रोहे जाव अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तएणं से सामहत्थी अणगारे जायसड्ढे जाव उट्ठाए उट्ठेइ, उट्ठित्ता जेणेव भगवं गोयमे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता भगवं गोयमं तिक्खुत्तो जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी अत्थि णं भंते ! चमरस असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो तायत्तीसगा देवा ? सामहत्थी ! हंता, अत्थि । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ - चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो तायत्तीसगा देवा, तायत्तीसगा देवा ? एवं खलु सामहत्थी ! तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे काकंदी णामं णयरी होत्था, वण्णओ । तत्थ णं काकंदीए णयरीए तायत्तीसं सहाया गाहावई समणोवासया परिवसंति- अड्ढा जाव बहुजणस्स अपरिभूया; अभिगयजीवाजीवा, उवलद्धपुणपावा विहरति । तएणं ते तायत्तीसं सहाया गाहावई समणोवासया पुव्विं उग्गा उग्गविहारी, संविग्गा, संविग्गविहारी भवित्ता, तओ पच्छा पासत्था, पासत्थविहारी, ओसण्णा, ओसण्णविहारी, कुसीला, कुसीलविहारी, अहाच्छंदा, अहाच्छंदविहारी, बहूइं वासाइं समणोवासगपरियागं पाउणंति पाउणित्ता अद्धमासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसेंति, झूसित्ता तीसं भत्ताइं अणसणाइं छेदेंति, छेदित्ता तस्स ठाणस्स अणालोइय- अपडिक्कंता कालमासे कालं किच्चा चमरस्स असुरिंदस्स असुर- कुमाररण्णो तायत्तीसग देवत्ताए उववण्णा । जप्पभिड़ं च णं भंते ते काकंदगा तायत्तीसं सहाया गाहावई समणोवासगा चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो तायत्तीसगदेवत्ताए उववण्णा तप्पभिडं च णं भंते ! एवं वच्चइचमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो तायत्तीसगा देवा, तायत्तीसगा देवा ? तणं भगवं गोयमे सामहत्थिणा अणगारेणं वुत्ते समाणे संकिए, कंखिए, वितिगिच्छए; उट्ठाए उट्ठेइ, उट्ठाए उट्ठित्ता सामहत्थिणा अणगारेणं सद्धिं जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता, णमंसित्ता एवं वयासी अत्थि णं भंते ! चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो तायत्तीसगा देवा ? गोयमा ! हंता अत्थि । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ - एवं तं चैव सव्वं भाणियव्वं जाव तप्पभिड़ं च णं भंते ! एवं वुच्चइ- चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो तायत्तीसगा देवा, तायत्तीसगा देवा ? 275 Page #286 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५ فا भगवई सुत्त णो इणट्ठे समट्ठे, गोयमा ! चमरस्स णं असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो तायत्तीसगाणं देवाणं सासए णामधेज्जे पण्णत्ते; जं ण कयाइ णासी, ण कयाइ ण भवइ, ण कयाइ ण भविस्सइ; जाव णिच्चे अव्वोच्छित्तिणयट्टयाए, अण्णे चयंति, अण्णे उववज्जंति । अत्थि णं भंते! बलिस्स वइरोयणिंदस्स वइरोयणरण्णो तायत्तीसगा देवा ? गोमा ! हंता अत्थि । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ - बलिस्स वइरोयणिंदस्स वइरोयणरण्णो तायत्तीसगा देवा, तायत्तीसगा देवा ? एवं खलु गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे बिभेले णामं सण्णिवेसे होत्था, वण्णओ । तत्थ णं बिभेले सण्णिवेसे तायत्तीसं सहाया गाहावई समाणोवासया परिवसंति एवं जहा चमरस्स जाव उववण्णा । जप्पभि च णं भंते ! बिभेलगा तायत्तीसं सहाया गाहावई समणोवासगा बलिस्स वइरोयणिंदस्स वइरोयणरण्णो तायत्तीसगदेवत्ताए उववण्णा, सेसं तं चेव जाव णिच्चे अव्वोच्छित्तिणयट्ठयाए, अण्णे चयंति, अण्णे उववज्जंति । अत्थि णं भंते ! धरणस्स णागकुमारिंदस्स णागकुमाररण्णो तायत्तीसगा देवा ? गोयमा ! हंता अत्थि । से केणद्वेणं भंते! जाव तायत्तीसगा देवा, तायत्तीसगा देवा ? गोयमा ! धरणस्स णागकुमाररिंदस्स णागकुमाररण्णो तायत्तीसगाणं देवाणं सासर णामधेज्जे पण्णत्ते, जं ण कयाई णासी जाव अण्णे चयंति अण्णे उववज्जंति । एवं भूयाणंदस्स वि एवं जाव महाघोसस्स । अत्थि णं भंते! सक्क्स्स देविंदस्स, देवरण्णो तायत्तीसगा देवा ? हंता अत्थि । सेकेणणं भंते! जाव तायत्तीसगा देवा, तायत्तीसगा देवा ? एवं खलु गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे पलासए णामं सण्णिवेसे होत्था, वण्णओ । तत्थ णं पलासए सण्णिवेसे तायत्तीसं सहाया गाहावई समणोवासया जहा चमरस्स जाव विहरति । तएणं ते तायत्तीसं सहाया गाहावई समणोवासया पुव्विं पि पच्छा वि उग्गा, उग्गविहारी, संविग्गा, संविग्गविहारी बहूइं वासाइं समणोवासगपरियागं पाउणंति पाउणित्ता मासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसेंति, झूसित्ता सट्ठ भत्ताइं अणसणाए छेदेंति, छेदित्ता आलोइयपडिक्कंता समाहिपत्ता कालमासे कालं किच्चा जाव उववण्णा । जप्पभिड़ं च णं भंते ! पलासगा तायत्तीसं सहाया गाहावई समणोवासगा, सेसं जहा चमरस्स जाव अण्णे उववज्जंति । अत्थि णं भंते ! ईसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो तायतीसगा देवा ? 276 Page #287 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९ 18 13 भगवई सुत्त गोयमा ! जहा सक्कस्स, णवरं चंपाए णयरीए जाव उववण्णा । जप्पभिदं च णं भंते ! चंपिज्जा तायत्तीसं सहाया, सेसं तं चेव जाव अण्णे उववज्जंति | अत्थि णं भंते ! सणंकुमारस्स देविंदस्स देवरण्णो, पुच्छा ? गोयमा ! हंता अत्थि । सेकेणणं भंते एवं वुच्चइ ? गोयमा ! जहा धरणस्स तहेव । एवं जाव अच्चुयस्स जाव अण्णे उववज्जंति ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते! ॥ ॥ चउत्थो उद्देसो समत्तो ॥ पंचमो उद्देशो तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे । गुणसीलए चेइए जाव परिसा पडिगया । तेणं काणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स बहवे अंतेवासी थेरा भगवंतो जाइसंपण्णा कुलसंपण्णा जहा अट्ठमे सए सत्तमुद्देसए जाव संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरंति । तणं ते थेरा भगवंतो जायसड्ढा जायसंसया जहा गोयमसामी जाव पज्जुवासमाणा एवं वयासी चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ ? अज्जो ! पंच अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- काली, रायी, रयणी, विज्जु, मेहा । तत्थ णं एगमेगाए देवीए अट्ठट्ठ देवीसहस्सा परिवारो पण्णत्तो । पभू णं ताओ एगमेगा देवी अण्णाइं अट्ठट्ठ देवीसहस्साइं परिवारं विउव्वित्तए । एवामेव सपुव्वावरेणं चत्तालीसं देवीसहस्सा, सेत्तं तुडिए पभू णं भंते ! चमरे असुरिंदे असुरकुमारराया चमरचंचाए रायहाणीए सभाए सुहम्माए, चमरंसि सीहासणंसि तुडिएणं सद्धिं दिव्वाइं भोग भोगाई भुंजमाणे विहरित्तए ? णो इट्ठे समट्ठे । से केणट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ- णो पभू चमरे असुरिंदे चमरचंचाए रायहाणीए जाव विहरित्तए? अज्जो ! चमरस्स णं असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो चमरचंचाए रायहाणीए सभाए सुहम्माए, माणवए चेइयखंभे वइरामएस गोल- वट्ट समुग्गएसु बहूओ जिण सकहाओ सण्णिक्खित्ताओ चिट्ठति; जाओ णं चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमार- रण्णो अण्णेसिं च बहूणं असुरकुमाराणं देवाण य देवीण य अच्चणिज्जाओ, वंदणिज्जाओ णमंसणिज्जाओ पूयणिज्जाओ सक्कारणिज्जाओ सम्माणणिज्जाओ कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासणिज्जाओ भवंति, तेसिं पणिहाय णो पभू । से तेणद्वेणं अज्जो ! एवं वुच्चइ- णो पभू चमरे असुरिंदे असुरकुमार राया जाव विहरित्तए । 277 Page #288 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ 19 ७ ८ 18 भगवई सुत्त भू णं अज्जो ! चमरे असुरिंदे असुरकुमारराया चमरचंचाए रायहाणीए सभाए सुहम्माए चमरंसि सीहासणंसि चउसट्ठीए सामाणीय- साहस्सीहिं तायत्तीसाए जाव अण्णेहिं च बहूहिं असुरकुमारेहिं देवेहि य देवीहि य सद्धिं संपरिवुडे महयाहय - णट्ट जाव भुंजमाणे विहरित्तए । केवलं परियारिड्ढीए, णो चेव णं मेहुणवत्तियं । चमरस्स णं भंते ! असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो सोमस्स महारण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कणगा, कणगलया, चित्तगुत्ता, वसुंधरा। तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारे पण्णत्ते। पभू णं ताओ एगमेगाए देवीए अण्णं एगमेगं देवीसहस्सं परिवारं विउव्वित्तए । एवामेव सपुव्वावरेणं चत्तारि देवीसहस्सा । से त्तं तुडिए । पभू णं भंते ! चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो सोमे महाराया सोमाए रायहाणीए सभाए सुहम्माए सोमंसि सीहासणंसि तुडिएणं, पुच्छा ? अवसेसं जहा चमरस्स, णवरं परिवारो जहा- सूरियाभस्स, सेसं तं चेव जाव णो चेव णं मेहुणवत्तियं । चमरस्स णं भंते! असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो जमस्स महारण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ? अज्जो ! एवं चेव, णवरं जमाए रायहाणीए, सेसं जहा सोमस्स । एवं वरुणस्स वि, णवरं वरुणाए रायहाणीए; एवं वेसमणस्स वि, णवरं वेसमणाएरायहाणीए; सेसं तं चेव जाव णो चेव णं मेहुणवत्तियं । बलिस्स णं भंते ! वइरोयणिंदस्स पुच्छा ? अज्जो ! पंच अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा - सुभा णिसुंभा रंभा णिरंभा मयणा । तत्थ णं एगमेगाए देवीए अट्ठट्ठ देवीसहस्सं परिवारो, सेसं जहा चमरस्स, णवरं बलिचंचाए रायहाणीए, परिवारो जहा मोउद्देसए सेसं तं चेव जाव णो चेव णं मेहुणवत्तियं । बलिस णं भंते ! वइरोयणिंदस्स, वइरोयणरण्णो सोमस्स महारण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ । तं जहा- मीणगा, सुभद्दा, विजया, असणी । तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारो । सेसं जहा चमर-सोमस्स एवं जाव वेसमणस्स । धरणस्स णं भंते ! णागकुमारिंदस्स नागकुमाररण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ ? अज्जो ! छ अग्गमहिसीओ, तं जहा - इला, सुक्का, सतारा, सोदामिणी, इंदा, घणविज्जुया । तत्थ णं एगमेगाए देवीए छ छ देवीसहस्सा परिवारो पण्णत्तो । पभू णं ताओ एगमेगा देवी 278 Page #289 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | १० ११ १२ | १३ १४ १५ भगवई सुत्त अण्णाइं छ छ देविसहस्साइं परिवारं विउव्वित्तए | एवामेव सपुव्वावरेणं छत्तीसाइं देविसहस्साइं । सेत्तं तुडि । पभू णं भंते ! धरणे पुच्छा ? सेसं तं चेव, णवरं धरणाए रायहाणीए, धरणंसि सीहासणंसि, सओ परिवारो। सेसं तं चेव । धरणस्स णं भंते ! णागकुमारिंदस्स नागकुमारण्णो लोगपालस्स कालवालस्स महारण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- असोगा, विमला, सुप्पभा, सुदंसणा । तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्स परिवारो, अवसेसं जहा चमरलोगपालाणं । एवं साणं हि वि भूयाणंदस्स भंते ! पुच्छा ? अज्जो ! छ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- रूया, रूयंसा, सुरूया, रूयगावई, रूयकंता, रूयप्पभा । तत्थ णं एगमेगाए देवीए छ छ देवीसहस्सं परिवारो अवसेसं जहा धरणस्स । भूयाणंदस्स णं भंते ! णागकुमारिंदस्स णागकुमारण्णो लोगपालस्स कालवालस्स महारण्णो पुच्छा? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- सुणंदा, सुभद्दा, सुजाया, सुमणा । तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारो अवसेसं जहा चमरलोगपालाणं । एवं साणं तिह वि लोगपालाणं । जे दाहिणिल्ला इंदा तेसिं जहा धरणिंदस्स, लोगपालाण तेसिं जहा धरणस्स लोगपालाणं, उत्तरिल्लाणं इंदाणं जहा भूयाणंदस्स, लोगपालाण वि तेसिं जहा भूयाणंदस्स लोगपालाणं, णवरं इंदाणं सव्वेसिं रायहाणीओ सीहासणाणि य सरिसणामगाणि; परिवारो जहा तइए सए पढमे उद्देसए । लोगपालाणं सव्वेसिं राहाणीओ सीहासणाणि य सरिसणामगाणि, परिवारो जहा चमरस्स लोगपालाणं । कालस्स णं भंते ! पिसायिंदस्स पिसायरण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कमला, कमलप्पभा, उप्पला, सुदंसणा। तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देविसहस्सं, सेसं जहा चमरलोगपालाणं । परिवारो तहेव, णवरं कालाए रायहाणीए, कालंसि सीहासणंसि, सेसं तं चेव । एवं महाकालस्स वि । सुरूवस्स णं भंते ! भूतिंदस्स भूतरण्णो पुच्छा ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- रूववई, बहुरूवा, सुरूवा, सुभगा । तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारो, सेसं जहा कालस्स । एवं पडिरुवस्स वि । पुण्णभद्दस्स णं भंते ! जक्खिंदस्स पुच्छा ? 279 Page #290 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १६ १७ १८ १९ २० २१ २२ २३ भगवई सुत्त अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- पुण्णा, बहुपुत्तिया, उत्तमा, तारया । तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारो, सेसं जहा कालस्स । एवं माणिभद्दस्स वि । भीमस्स णं भंते ! रक्खसिंदस्स पुच्छा ? अज्जो! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- पउमा, पउमावती, कणगा, रयणप्पभा | तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारो सेसं जहा कालस्स । एवं महाभीमस्स वि। किण्णरस्स णं भंते ! पुच्छा ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- वडेंसा, केउमई, रइसेणा, रइप्पिया । सेसं तं चेव । एवं किंपुरिसस्स वि । सप्पुरिस्स णं पुच्छा ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- रोहिणी, णवमिया, हिरी, पुप्फवई । सेसं तं चेव । एवं महापुरिसस्स वि । अइकायस्स णं पुच्छा ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- भुयंगा, भुयगवई, महाकच्छा, फुडा | सेसं तं चेव, एवं महाकायस्स वि । इस छा ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- सुघोसा, विमला, सुस्सरा, सरस्सई । सेसं तं चेव । एवं गीयजसस्स वि । सव्वेसिं एएसि जहा कालस्स णवरं सरिसणामियाओ रायहाणीओ सीहासणाणि य, सेसं तं चेव । चंदस्स णं भंते! जोइसिंदस्स जोइसरण्णो पुच्छा । अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- चंदप्पभा, दोसिणाभा, अच्चिमाली, पभंकरा । एवं जहा जीवाभिगमे जोइसियउद्देसए तहेव सूरस्स वि सूरप्पभा, आयवाभा, अच्चिमाली, पभंकरा । सेसं तं चेव जाव णो चेव णं मेहुणवत्तियं । इंगालस्स णं भंते ! महग्गहस्स कइ अग्गमहिसीओ, पुच्छा ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- विजया, वेजयंती, जयंती, अपराजिया । तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारो, सेसं तं चेव जहा चंदस्स णवरं इंगालवडेंसए विमाणे, इंगालगंसि सीहासणंसि, सेसं तं चेव, एवं वियालगस्स वि । एवं अट्ठासीईए वि महागहाणं भाणियव्वं जाव भावकेउस्स, णवरं वडेंसगा सीहासणाणि य सरिसणामगाणि, सेसं तं चेव । सक्कस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरण्णो पुच्छा ? 280 Page #291 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २४ २५ २६ २७ भगवई सुत्त अज्जो ! अट्ठ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा पउमा, सिवा, सेया, अंजू, अमला, अच्छरा, णवमिया, रोहिणी । तत्थ णं एगमेगाए देवीए सोलस- सोलस देवी सहस्स परिवारो पण्णत्तो । पभू णं ताओ एगमेगा देवी अण्णाई सोलस - सोलस देविसहस्साइं परिवारं विउव्वित्त । एवामेव सपुव्वारेणं अट्ठावीसुत्तरं देविसयसहस्सं परिवारं, से त्तं तुडिए । पभू णं भंते ! सक्के देविंदे देवराया सोहम्मे कप्पे सोहम्मवडेंसए विमाणे सभाए सुहम्माए सक्कंसि सीहासणंसि तुडिएणं सद्धिं दिव्वाइं भोगभोगाई भुंजमाणे विहरित्तए ? अज्जो ! जहा चमरस्स, णवरं परिवारो जहा मोउद्देसए । सक्कस्स णं देविंदस्स देवरण्णो सोमस्स महारण्णो कइ अग्गमहिसीओ पुच्छा ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- रोहिणी, मदणा, चित्ता, सोमा । तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवी सहस्सं परिवारो सेसं जहा चमरलोगपालाणं, णवरं सयंप विमाणे, सभाए सुहम्माए, सोमंसि सीहासणंसि, सेसं तं चेव । एवं जाव वेसमणस्स णवरं विमाणाइं जहा तइयसए । ईसाणस्स णं भंते ! पुच्छा ? अज्जो ! अट्ठ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कण्हा, कण्हराई, रामा, रामरक्खिया, वसू, वसुगुत्ता, वसुमित्ता, वसुंधरा । तत्थ णं एगमेगाए देवीए सोलस्स- सोलस्स देवीसहस्सं परिवारो सेसं जहा सक्कस्स । ईसाणस्स णं भंते ! देविंदस्स सोमस्स महारण्णो कइ अग्गमहिसीओ, पुच्छा ? अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- पुढवी, राई, रयणी, विज्जू । तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारो सेसं जहा सक्क्स्स लोगपालाणं, एवं जाव वरुणस्स, णवरं विमाणा जहा चउत्थसए, सेसं तं चेव जाव णो चेव णं मेहुणवत्तियं ॥ सेवं भंते! सेवं भंते !॥ ॥ पंचमो उद्देसो समत्तो ॥ छट्ठो उद्देसो कहि णं भंते ! सक्क्स्स देविंदस्स देवरण्णो सभा सुहम्मा पण्णत्ता ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं इमीसे रयणप्पभाए बहुसमरमणिज्जाओ भूमिभागाओ उड्ढ; एवं जहा रायप्पसेणइज्जे जाव पंच वडेंसगा पण्णत्ता, तं जहाअसोगवडेंस जाव मज्झे सोहम्मवडेंसए I से णं सोहम्मवडेंसए महाविमाणे अद्धतेरसजोयणसयसहस्साइं आयामविक्खंभेणं । एवं जह सूरियाभे तहेव माणं, तहेव उववाओ । सक्क्स्स य अभिसेओ तहेव जह सूरियाभस्स। अलंकारअच्चणिया तहेव जाव आयरक्ख त्ति || दो सागरोवमाइं ठई । 281 Page #292 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [ ४ क भगवई सुत्त सक्केणं भंते! देविंदे देवराया के महिढिए जाव के महासोक्खे ? गोयमा ! महिड्दिए जाव महासोक्खे । से णं तत्थ बत्तीसार विमाणावाससय- सहस्साणं जाव दिव्वाइं भोगभोगाइं भुंजमाणे विहरइ । एवं महिड्दिए जाव महासोक्खे सक्के देविंदे देवराया ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ छट्टो उद्देसो समत्तो ॥ ७-३४ उद्देसो कहि णं भंते ! उत्तरिल्लाणं एगोरुयमणुस्साणं एगोरुयदीवे णामं दीवे पण्णत्ते ? गोयमा ! जहा जीवाभिगमे तहेव णिरवसेसं जाव सुद्धदंतदीवो त्ति । एए अट्ठावीसं उद्देसगा भाणियव्वा ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ ७-३४ उद्देसो समत्तो ॥ ॥ दसमं सतं समत्तं ॥ एक्कारसं सतं पढमो उद्देसो उप्पल सालु पलासे, कुंभी णाली य पउम कण्णिय । लिण सिव लोग कालं, आलभिय दस दो य एक्कारे ॥ तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी- उप्पले णं भंते ! एगपत्तए किं एगजीवे अणेगजीवे ? गोयमा ! एगजीवे, णो अणेगजीवे । तेणं परं जे अण्णे जीवा उववज्जंति तेणं णो एगजीवा अणेगजीवे । ते णं भंते! जीवा कओहिंता उववज्जंति ? किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति ? मणुस्सेहिंतो उववज्जंति ? देवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! णो णेरइएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्खजोणिएहिंतो वि उववज्जंति, मणुस्सेहिंतो वि उववज्जंति, देवेहिंतो वि उववज्जंति । एवं उववाओ भाणियव्वो जहा वक्कंती वणस्सइकाइयाणं जाव ईसाणेति । ते णं भंते! जीवा एगसमए णं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति। ते णं भंते! जीवा समए - समए अवहीरमाणा - अवहीरमाणा केवड्कालेणं अवहीरंति ? 282 Page #293 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! ते णं असंखेज्जा समए-समए अवहीरमाणा-अवहीरमाणा असंखेज्जाहिं उस्सप्पिणिओस्सप्पिणिहिं अवहीरंति, णो चेव णं अवहिया सिया। तेसि णं भंते! जीवाणं केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं उक्कोसेणं साइरेगं जोयणसहस्सं । ते णं भंते ! जीवा णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स किं बंधगा, अबंधगा ? गोयमा ! णो अबंधगा, बंधए वा, बंधगा वा । एवं जाव अंतरायइयस्स | णवरं आउयस्स पच्छा ? गोयमा ! बंधए वा, अबंधए वा, बंधगा वा, अबंधगा वा; अहवा बंधए य अबंधए य अहवा बंधए य अबंधगा य, अहवा बंधगा य अबंधए य, अहवा बंधगा य अबंधगा य एते अट्ट भंगा। ते णं भंते! जीवा णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स किं वेयगा, अवेयगा ? गोयमा! णो अवेयगा, वेयए वा वेयगा वा | एवं जाव अंतराइयस्स | ते णं भंते ! जीवा किं सायावेयगा, असायावेयगा ? गोयमा ! सायावेयए वा असायावेयए वा एवं एते अटू भंगा । ते णं भंते ! जीवा णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स किं उदई, दई ? गोयमा ! णो अणुदई, उदई वा उदइणो वा । एवं जाव अंतराइयस्स | ते णं भंते! जीवा णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स किं उदीरगा अणुदीरगा ? गोयमा ! णो अणुदीरगा, उदीरए वा उदीरगा वा । एवं जाव अंतराइयस्स। णवरं वेयणिज्जाउएसु अट्ठ भंगा | ते णं भंते ! जीवा किं कण्हलेसा णीललेसा काउलेसा तेउलेसा ? गोयमा ! कण्हलेसे वा जाव तेउलेसे वा, कण्हलेस्सा वा णीललेस्सा वा काउलेस्सा वा तेउलेस्सा वा । अहवा कण्हलेसे य णीललेस्से य, एवं दुयासंजोग- तियासंजोग-चउक्कसंजोगेणं असीई भंगा भवंति । ते णं भंते ! जीवा किं णाणी अण्णाणी ? गोयमा ! णो णाणी, अण्णाणी वा अण्णाणिणो वा ते णं भंते ! जीवा किं मणजोगी, वयजोगी, कायजोगी ? गोयमा ! णो मणजोगी, णो वयजोगी, कायजोगी वा कायजोगिणो वा । ते णं भंते ! जीवा किं सागारोवउत्ता, अणागारोवउत्ता ? गोयमा ! सागारोवउत्ते वा, अणागारोवउत्ते वा अटू भंगा । कइवण्णा, कइगंधा, कइरसा, कइफासा तेसि णं भंते ! जीवाणं सरीरगा पण्णत्ता ? 283 Page #294 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! पंचवण्णा पंचरसा दुगंधा अट्ठफासा पण्णत्ता | ते पुण अप्पणा अवण्णा अगंधा अरसा अफासा पण्णत्ता । ते णं भंते ! जीवा किं उस्सासगा, णिस्सासगा, णोउस्सास णिस्सासगा ? गोयमा ! उस्सासए वा णिस्सासए वा णोउस्सासणिस्सासए वा; उस्सासगा वा णिस्सासगा वा णोउस्सासणिस्सासगा वा | अहवा उस्सासए य णिस्सासए य, चउभंगो | अहवा उस्सासए य णोउस्सासणिस्सासए य, चउभंगो | अहवा णिस्सासए य णोउस्सासणिस्सासए य चउभंगो । अहवा उस्सासए य निस्सासए य नोउस्सास णिस्सासए य अट्ठ भंगा | एवं एए छव्वीसं भंगा भवंति । ते णं भंते ! जीवा किं आहारगा, अणाहारगा ? गोयमा ! णो अणाहारगा, आहारए वा, अणाहारए वा एवं अट्ठ भंगा | ते णं भंते ! जीवा किं विरया, अविरया, विरयाविरया ? गोयमा ! णो विरया, णो विरयाविरया, अविरए वा अविरया वा । ते णं भंते ! जीवा किं सकिरिया अकिरिया ? गोयमा ! णो अकिरिया, सकिरिए वा सकिरिया वा । ते णं भंते ! जीवा किं सत्तविहबंधगा, अट्ठविहबंधगा ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्ठविहबंधए वा | अट्ठ भंगा | ते णं भंते ! जीवा किं आहारसण्णोवउत्ता, भयसण्णोवउत्ता मेहणसण्णोवउत्ता, परिग्गहसण्णोवउत्ता ? गोयमा ! आहारसण्णोवउत्ता वा, एवं असीति भंगा । ते णं भंते ! जीवा किं कोहकसायी, माणकसायी, मायाकसायी, लोभकसायी ? गोयमा ! चत्तारि वि भयणाए असीति भंगा । ते णं भंते ! जीवा किं इत्थिवेयगा, पुरिसवेयगा, णपुंसगवेयगा ? गोयमा! णो इत्थिवेयगा णो पुरिसवेयगा, णपुंसगवेयए वा णपुंसगवेयगा वा । ते णं भंते! जीवा किं इत्थिवेय-बंधगा, पुरिसवेय-बंधगा णपुंसगवेय-बंधगा ? गोयमा! इत्थिवेयबंधए वा पुरिसवेय-बंधए वा णपुंसगवेय-बंधए वा, एवं छव्वीसं भंगा। ते णं भंते ! जीवा किं सण्णी, असण्णी ? गोयमा ! णो सण्णी, असण्णी वा असण्णीणो वा । ते णं भंते ! जीवा किं सइंदिया, अणिंदिया ? गोयमा ! णो अणिंदिया, सइंदिए वा सइंदिया वा । से णं भंते ! उप्पलजीवे त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं असंखेज्ज कालं । 284 Page #295 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 30 ३१ |३२ |३३ |३४ ३५ |३६ |३७ भगवई सुत्त से णं भंते ! उप्पलजीवे पुढविजीवे, पुणरवि उप्पलजीवे त्ति केवइयं कालं सेवेज्जा; केवइयं कालं गइरागई करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं असंखेज्जाइं भवग्गहणाईं। कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं, एवइयं कालं सेवेज्जा, एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । से णं भंते ! उप्पलजीवे, आउजीवे पुणरवि उप्पलजीवे त्ति केवइयं कालं सेवेज्जा ? केवइयं कालं गइरागइं करेज्जा ? गोयमा ! एवं चेव, एवं जहा पुढविजीवे भणिए तहा जाव वाउजीवे भाणियव्वे | से णं भंते ! उप्पलजीवे वणस्सइजीवे, से पुणरवि उप्पलजीवे त्ति केवइयं कालं सेवेज्जा, केवइयं कालं गइरागई करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई उक्कोसेणं अणंताई भवग्गहणाई। कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं अणंतं कालं तरूकालं; एवइयं कालं सेवेज्जा, एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | से णं भंते ! उप्पलजीवे बेइंदियजीवे पुणरवि उप्पलजीवे त्ति केवइयं कालं सेवेज्जा, केवइयं कालं गइरागई करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं संखेज्जाइं भवग्गहणाई । कालादेसणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं संखेज्जं कालं; एवइयं कालं सेवेज्जा, एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । एवं तेइंदिय, चउरिंदियजीवे वि। से णं भंते ! उप्पलजीवे पंचेदियतिरिक्ख जोणियजीवे पुणरवि उप्पलजीवे त्ति पुच्छा । गोयमा ! भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाई; कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ताइं, उक्कोसेणं पुव्वकोडिपुहुत्तं; एवइयं कालं सेवेज्जा, एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा। एवं मणुस्सेण वि समं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । ते णं भंते! जीवा किमाहारमाहरेंति ? गोमा ! दव्वओ अणतपएसियाइं दव्वाइं, खेत्तओ असंखेज्जपएसोगाढाई, कालओ अण्णयरं कालठिड्याइं, भावओ वणमंताइं गंधमंताई रसमंताई फासमंताई एवं जहा आहारुद्देस वणस्सइकाइयाणं आहारो तहेव जाव सव्वप्पणयाए आहारमाहारेंति, णवरं णियमा छद्दिसिं; सेसं तं चेव । तेसि णं भंते ! जीवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता । गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं दस वाससहस्साइं ? तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ समुग्धाया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ समुग्धाया पण्णत्ता । तं जहा- वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्धाए, मारणंतियसमुग्धाए । 285 Page #296 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३८ ३९ ४० १ १ [x भगवई सुत्त ते णं भंते ! जीवा मारणंतियसमुग्धाएणं किं समोहया मरंति, असमोहया मरंति ? गोयमा ! समोहया वि मरंति, असमोहया वि मरंति । ते णं भंते ! जीवा अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति, कहिं उववज्जंति ? उववज्जंति, तिरिक्खजोणिएसु उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! जहा वक्कंतीए उव्वट्टणाए वणस्सइकाइयाणं तहा भाणियव्वं । अह भंते ! सव्वे पाणा सव्वे भूया सव्वे जीवा सव्वे सत्ता उप्पलमूलत्ताए उप्पलकंदत्ताए उप्पलपत्तत्ताए उप्पलकेसरत्ताए उप्पलकण्णियत्ताए उप्पलथिभुगता उप्पलणालत्ताए किं णेरइएसु उववण्णपुव्वा ? हंता, गोयमा ! असइं अदुवा अणंतखुत्तो ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ बीओ उद्देसो सालुए णं भंते ! एगपत्तए किं एगजीवे, अणेगजीवे ? गोयमा! एगजीवे। एवं उप्पलुद्देसगवत्तव्वया अपरिसेसा भाणियव्वा जाव अणंतखुत्तो, णवरं सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं धणुपुहुत्तं। सेसं तं चेव ॥ सेवं भंते! सेवं भंते! | ॥ बीओ उद्देसो समत्तो ॥ तइओ उद्देसो पलासे णं भंते ! एगपत्तए किं एगजीवे, अणेगजीवे ? गोयमा ! एवं उप्पलुद्देसगवत्तव्वया अपरिसेसा भाणियव्वा । णवरं सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं उक्कोसेणं गाउयपुहुत्ता, देवेहिंतो ण उववज्जंति । ते णं भंते! जीवा किं कण्हलेस्सा, णीललेस्सा, काउलेस्सा ? गोयमा ! कण्हलेस्से वा णीललेस्से वा काउलेस्से वा, एवं छव्वीसं भंगा । सेसं तं चेव ॥ सेवं भंते! सेवं भंते! ॥ ॥ तइओ उद्देसो समत्तो ॥ चउत्थो उद्देसो कुंभ णं भंते! एगपत्तए किं एगजीवे, अणेगजीवे ? गोयमा! जहा पलासुद्देसर तहा भाणियव्वे । णवरं ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं वासपुहुत्तं। सेसं तं चैव ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ 286 Page #297 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त || चउत्थो उद्देसो समत्तो || पंचमो उद्देसो । णालिए णं भंते ! एगपत्तए किं एगजीवे, अणेगजीवे ? गोयमा ! कुंभिउद्देसगवत्तव्वया णिरवसेसं भाणियव्वा || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || पंचमो उद्देसो समत्तो || छट्ठो उद्देसो पउमे णं भंते ! एगपत्तए किं एगजीवे, अणेगजीवे ? गोयमा ! उप्पलुद्देसगवत्तव्वया णिरवसेसा भाणियव्वा || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || छट्ठो उद्देसो समत्तो || सत्तमो उद्देसो कण्णिए णं भंते ! एगपत्तए किं एगजीवे, अणेगजीवे ? गोयमा ! एवं चेव णिरवसेसं भाणियव्वं || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ सत्तमो उद्देसो समत्तो || अट्ठमो उद्देसो णलिणे णं भंते ! एगपत्तए किं एगजीवे, अणेगजीवे ? गोयमा ! एवं चेव णिरवसेसं जाव अणंतखुत्तो || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ अट्ठमो उद्देसो समत्तो || णवमो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं हत्थिणापुरे णामं णयरे होत्था, वण्णओ | तस्स णं हत्थिणापुरस्स णयरस्स बहिया उत्तरपुरत्थिमे दिसिभागे एत्थ णं सहसंबवणे णामं उज्जाणे होत्था । सव्वोउयपुप्फफलसमिद्धे रम्मे णंदणवणसण्णिभप्पगासे सुहसीतलच्छाए मणोरमे साउप्फले अकंटए पासाईए जाव पडिरूवे | 287 Page #298 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २ तत्थ णं हत्थिणापुरे णयरे सिवे णामं राया होत्था । महयाहिमवंत-महंत-मलय मंदर महिंदसारे, वण्णओ। तस्स णं सिवस्स रण्णो धारिणी णामं देवी होत्था । सुकुमाल पाणिपाया, वण्णओ। तस्स णं सिवस्स रण्णो पुत्ते धारिणीए अत्तए सिवभद्दे णामं कुमारे होत्था। सुकुमाल-पाणिपाए जहा सूरियकंते जाव पच्चुवेक्खमाणे-पच्चुवेक्खमाणे विहरड़। तएणं तस्स सिवस्स रण्णो अण्णया कयाइ पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि रज्जधुरं चिंतेमाणस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था-अत्थि ता मे पुरा पोराणाणं, एवं जहा तामलिस्स जाव पुत्तेहिं वड्ढामि, पसूहि वड्ढामि, रज्जेणं वड्ढामि, एवं रटेणं, बलेणं, वाहणेणं, कोसेणं, कोट्ठागारेणं, पुरेणं, अंतेउरेणं वड्ढामि; विपुलधण-कणग-रयण जाव संतसारसावएज्जेणं अईवअईव अभिवड्ढामि, तं किं णं अहं पुरा पोराणाणं जाव एगंतसोक्खयं उव्वेहमाणे विहरामि? तं जाव ताव अहं हिरण्णेणं वड्ढामि जाव अईव-अईव अभिवड्ढामि जाव मे सामंतरायाणो वि वसे वटुंति, तावता मे सेयं कल्लं पाउप्पभायाए रयणीए जाव उट्ठियम्मि सूरे सहस्स-रस्सिम्मि दिणयरे तेयसा जलंते सुबह लोही- लोहकडाह-कडुच्छुयं तंबियं तावसभंडगं घडावेत्ता सिवभई कुमारं रज्जे ठवित्ता तं सुबहुं लोही-लोहकडाह-कडुच्छयं तंबियं तावसभंडगं गहाय जे इमे गंगाकूले वाणपत्था तावसा भवंति, तं जहाहोत्तिया पोत्तिया कोत्तिया जण्णई सड्ढई थालई हुंबउट्ठा दंतुक्खलिया उम्मज्जगा संमज्जगा णिमज्जगा संपक्खाला उद्धकंडूयगा अहोकंडूयगा दाहिणकूलगा उत्तरकूलगा संखधमगा कूलधमगा मियलुद्धया हत्थितावसा जलाभिसेयकिढिणगाया अंबुवासिणो वाउवासिणो वक्कलवासिणो जलवासिणो चेलवासिणो अंबुभक्खिणो वाउभक्खिणो सेवालभक्खिणो मूलाहारा कंदाहारा पत्ताहारा तयाहारा पुप्फाहारा फलाहारा बीयाहारा परिसडियकंदमूलपंडुपत्तपुप्फफलाहारा उदंडा रुक्खमूलिया मंडलिया वणवासिणो बिलवासिणो दिसापोक्खिया आयावणाहिं पंचग्गितावेहिं इंगालसोल्लियंपिव कंदुसोल्लियंपिव कट्ठसोल्लियंपिव अप्पाणं करेमाणा विहरंति । तत्थ णं जे ते दिसापोक्खी तावसा तेसिं अंतियं मुंडे भवित्ता दिसापोक्खियतावसत्ताए पव्वइत्तए । पव्वइए वि य णं समाणे अयमेयारूवं अभिग्गहं अभिगिहिस्सामि-कप्पड़ मे जावज्जीवाए छटुं छटेणं अणिक्खित्तेणं दिसाचक्कवालेणं तवोकम्मेणं उड्ढं बाहाओ पगिज्झिय पगिज्झिय जाव विहरित्तए' त्ति कट्ट एवं संपेहेइ । संपेहेत्ता कल्लं पाउप्पभायाए रयणीए जाव उट्ठियम्मि सूरे सहस्सरस्सिम्मि दिणयरे तेयसा जलंते सुबहुं लोही-लोहकडाह जाव घडावेत्ता कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासीखिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! हत्थिणापुरं णयरं सब्भिंतरं बाहिरियं आसियसम्मज्जिओवलित्तं जाव तमाणत्तियं पच्चप्पिणंति । तएणं से सिवे राया दोच्चं पि कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! सिवभद्दस्स कुमारस्स महत्थं महग्घं महरिहं विउलं रायाभिसेयं उवद्ववेह। तएणं ते कोडुबियपुरिसा तहेव उवट्ठति । तएणं से सिवे राया अणेग- गणणायग-दंडणायग जाव संधिपालसद्धिं संपरिवुडे सिवभई कुमारं सीहासणवरंसि पुरत्थाभिमुहं णिसियावेइ, णिसियावेत्ता अट्ठसएणं सोवण्णियाणं कलसाणं जाव अट्ठसएणं भोमेज्जाणं कलसाणं सव्विड्डीए जाव वाइय-रवेणं महया-महया रायाभि-सेएणं अभिसिंचइ, अभिसिंचेत्ता पम्हल-सुकुमालाए सुरभीए गंधकासाईए गायाइं लूहेइ, 288 Page #299 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त लूहेत्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं गायाइं अणुलिंपड़; एवं जहेव जमालिस्स अलंकारो तहेव जाव कप्परुक्खगं विव अलंकियविभूसियं करेइ, करित्ता करयल जाव कट्टु सिवभदं कुमारं जएणं विजएणं वद्धावेंति, जएणं विजएणं वद्धावित्ता ताहिं इट्ठाहिं कंताहिं पियाहिं जहा उववाइए कूणियस्स जाव परमाउं पालयाहि, इट्ठजणसंपरितुडे हत्थिणाउरस्स णयरस्स अण्णेसिं च बहूणं गामागर-णयरं जाव विहराहि, त्ति कट्ट जयजयसदं पउंजंति । तएणं से सिवभद्दे कुमारे राया जाए | महया हिमवंत- महंत-मलयमंदरमहिंदसारे, वण्णओ जाव रज्जं पसासेमाणे विहरइ । तएणं से सिवे राया अण्णया कयाइं सोभणंसि तिहि करण-दिवस-मुहुत्त-णक्खतंसि विउलं असण-पाण-खाइम-साइमं उवक्खडावेइ, उवक्खडावेत्ता मित्त-णाइ-णियग सयण संबंधी परिजणं रायाणो य खत्तिया य आमतेइ, आमंतेत्ता तओ पच्छा बहाए जाव विभूसियसरीरे भोयणवेलाए भोयणमंडवंसि सुहासणवरगए तेणं मित्त- णाइ- णियगसयण-संबंधि-परिजणेणं राएहि य खत्तिएहि य सद्धिं विउलं असण-पाण- खाइम-साइमं एवं जहा तामली जाव सक्कारेइ, सम्माणेइ, सक्कारित्ता सम्माणित्ता तं मित्त-णाइ-णियग-सयण-संबंधि परिजणं रायाणो य खत्तिए य सिवभदं च रायाणं आपुच्छड़, आपुच्छित्ता सुबहुं लोही-लोहकडाहकडुच्छुयं तंबियं तावसभंडगं गहाय जे इमे गंगाकूलगा वाणपत्था तावसा भवंति, तं चेव जाव तेसिं अंतियं मुंडे भवित्ता दिसापोक्खिय तावसत्ताए पव्वइए | पव्वइए वि य णं समाणे अयमेयारूवं अभिग्गहं अभिगिण्हइ-कप्पड़ मे जावज्जीवाए छटुं छट्टेणं तं चेव जाव अभिग्गहं अभिगिण्हइ, अभिगिण्हित्ता पढम छटुक्खमणं उवसंपज्जित्ता णं विहरइ । तएणं से सिवे रायरिसी पढमछ?क्खमणपारणगंसि आयावणभूमीओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता वागलवत्थणियत्थे जेणेव सए उडए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता किढिणसंकाइयगं गिण्हइ, गिण्हित्ता पुरत्थिमं दिसं पोक्खेइ, पुरत्थिमाए दिसाए सोमे महाराया पत्थाणे पत्थियं "अभिरक्खउ सिवं रायरिसी, अभिरक्खित्ता जाणि य तत्थकंदाणि य मूलाणि य तयाणि य पत्ताणि य पुप्फाणि य फलाणि य बीयाणि य हरियाणि य ताणि अणुजाणउ” ति कट्ट पुरत्थिमं दिसं पसरइ, पुरत्थिमं दिसं पसरइत्ता जाणि य तत्थ कंदाणि य जाव हरियाणि य ताइं गेण्हइ, गिण्हेत्ता किढिणसंकाइयगं भरेइ, भरेत्ता दब्भे य कुसे य समिहाओ य पत्तामोडं च गिण्हइ, गिण्हेत्ता जेणेव सए उडए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता किढिणसंकाइयगं ठवेइ, ठवेत्ता वेदिं वड्ढेइ, वड्ढेत्ता उवलेवण-संमज्जणं करेइ, करेत्ता दब्भ-कलस-हत्थगए जेणेव गंगा महाणई तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता गंगामहाणइं ओगाहेइ, ओगाहेत्ता जलमज्जणं करेइ, करेत्ता जलकीडं करेइ, करेत्ता जलाभिसेयं करेइ, करेत्ता आयंते चोक्खे परमसुइभूए देवय-पिइकयकज्जे दब्भ- कलसहत्थगए गंगाओ महाणईओ पच्चुत्तरइ, पच्चुत्तरित्ता जेणेव सए उडए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता दब्भेहि य कुसेहि य वालुयाएहि य वेइं रएइ, वेइं रएत्ता सरएणं अरणिं महेइ, महेत्ता अग्गिं पाडेइ, पाडेत्ता अग्गिं संधुक्केइ, संधुक्केत्ता समिहाकट्ठाई पक्खिवइ, पक्खित्ता अग्गिं उज्जालेइ, उज्जालेत्ता अग्गिस्स दाहिणे पासे सत्तंगाइं समादहे। तं जहासकहं वक्कलं ठाणं, सिज्जा भंडं कमंडलं । दंडदारुं तहअप्पाणं, अहेताइं समादहे || 289 Page #300 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ~ १० ११ भगवई सुत्त महुणा य घएण य तंदुलेहि य अग्गिं हुणइ, अग्गिं हुणित्ता चरुं साहेइ, चरुं साहेत्ता बलिं वइस्सदेवं करेइ, करेत्ता अतिहिपूयं करेइ, करेत्ता तओ पच्छा अप्पणा आहारमाहारेइ । तणं से सिवे रायरिसी दोच्चं छट्ठक्खमणं उवसंपज्जित्ताणं विहरइ । तएणं से सिवे रायरिसी दोच्चे छट्ठक्खमणपारणगंसि आयावणभूमीओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता एवं जहा पढमपारणगं, णवरं दाहिणगं दिसं पोक्खेड़, दाहिणाए दिसाए जमे महाराया ! पत्थाणे पत्थियं अभिरक्खउ सिवं रायरिसिं सेसं तं चेव जाव तओ पच्छा अप्पणा आहारमाहारे । तणं से सिवे रायरिसी तच्चं छट्ठक्खमणं उवसंपज्जित्ता णं विहरइ । तएणं से सिवे रायरिसी सेसं तं चेव णवरं पच्चत्थिमं दिसं पोक्खेइ, पच्चत्थिमाए दिसाए वरुणे महाराया पत्थाणे पत्थियं अभिरक्खउ सिव रायरिसिं सेसं तं चेव जाव तओ पच्छा अप्पणा आहारमाहारेइ । तणं से सिवे रायरिसी चउत्थं छट्ठक्खमणं उवसंपज्जित्ताणं विहरइ । तएणं से सिवे रायरिसी चउत्थछट्ठक्खमण, एवं तं चेव णवरं उत्तरदिसं पोक्खेइ, उत्तराए दिसाए वेसमणे महाराया पत्थाणे पत्थियं अभिरक्खउ सिवं रायरिसिं, सेसं तं चेव जाव तओ पच्छा अप्पणा आहारमाहारे । तएणं तस्स सिवस्स रायरिसिस्स छट्ठछट्टेणं अणिक्खित्तेणं दिसाचक्कवालेणं जाव आयावेमाणस्स पगइभद्दयाए जाव विणीययाए अण्णया कयाइ तयावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमेणं ईहापोह-मग्गण - गवेसणं करेमाणस्स विब्भंगे णामं अण्णाणे समुप्पण्णे । से णं तेणं विब्भंगणाणेणं समुप्पण्णेणं पासइ अस्सिं लोए सत्त दीवे सत्त समुद्दे, तेण परं ण जाणइ ण पासइ । तएणं तस्स सिवस्स रायरिसिस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- अत्थि णं ममं अइसेसे णाण-दंसणे - समुप्पण्णे, एवं खलु अस्सिं लोए सत्त दीवा सत्त समुद्दा, तेणं परं वोच्छिण्णा दीवा य समुद्दा य; एवं संपेहेइ, संपेहेत्ता आयावणभूमीओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता वागलवत्थणियत्थे जेणेव सए उडए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता सुबहु लोही-लोहकडाहकडुच्छयं तंबिय तावस-भंडगं किढिणसंकाइयगं च गेण्हइ, गेण्हित्ता जेणेव हत्थिणापुरे णयरे जेणेव तावसावसहे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता भंडणिक्खेवं करेइ, करेत्ता हत्थिणापुरे णयरे सिंघाडग-तिग जाव पहेसु बहु जणस्स एवमाइक्खइ जाव एवं परूवेइ-अत्थि णं देवाणुप्पिया ! ममं अइसेसे णाणदंसणे समुप्पण्णे, एवं खलु अस्सिं लोए जाव दीवा य समुद्दा य । तएणं तस्स सिवस्स रायरिसिस्स अंतियं एयमट्ठे सोच्चा णिसम्म हत्थिणापुरे णयरे सिंघाडगतिग जाव पहेसु बहुजणो अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ जाव परूवेइ एवं खलु देवाणुप्पिया ! सिवे रायरिसी एवं आइक्खड़ जाव परुवेइ- अत्थि णं देवाणुप्पिया ! ममं अइसेसे णाणदंसणे जाव तेण परं वोच्छिण्णा दीवा य समुद्दा य। से कहमेयं मण्णे एवं ? तेणं कालेणं तेणं समएणं सामी समोसढे, परिसा निग्गया जाव पडिगया । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेट्ठे अंतेवासी जहा बिइयसए णियंठुद्देसए जाव 290 Page #301 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त घरसमुदाणस्स भिक्खायरियाए अडमाणे बहुजणसदं णिसामेइ, बहुजणो अण्णमण्णस्स एवं आइक्खड़ जाव परूवेइ-एवं खलु देवाणुप्पिया! सिवे रायरिसी एवं आइक्खड़ जाव परुवेइअत्थि णं देवाणुप्पिया! तं चेव जाव वोच्छिण्णा दीवा य समुद्दा य । से कहमेयं मण्णे एवं ? तएणं भगवं गोयमे बहुजणस्स अंतियं एयमढे सोच्चा णिसम्म जायसड्ढे, एवं जहा णियंठुद्देसए जाव तेण परं वोच्छिण्णा दीवा य समुद्दा य, से कहमेयं भंते! एवं ? गोयमा! त्ति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं एवं वयासी-जण्णं गोयमा! से बहुजणे अण्णमण्णस्स एवमाइक्खड़, तं चेव सव्वं भाणियव्वं जाव वोच्छिण्णा दीवा य समुद्दा य। तएणं तस्स सिवस्स रायरिसिस्स अंतिए एयमढे सोच्चा णिसम्म तं चेव सव्वं भाणियव्वं जाव तेणं परं वोच्छिण्णा दीवा य समुद्दा य, तण्णं मिच्छा। अहं पुण गोयमा ! एवमाइक्खामि जाव परूवेमि-एवं खलु जंबुद्दीवाइया दीवा लवणाइया समुद्दा संठाणओ एगविहिविहाणा, वित्थारओ अणेगविहिविहाणा एवं जहा जीवाभिगमे जाव सयंभूरमणपज्जवसाणा अस्सिं तिरियलोए असंखेज्जे दीवसमुद्दे पण्णत्ते समणाउसो ! अत्थि णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे दव्वाइं सवण्णाई पि अवण्णाई पि सगंधाई पि अगंधाई पि सरसाइं पि अरसाइं पि सफासाइं पि अफासाइं पि अण्णमण्णबद्धाइं अण्णमण्णपुट्ठाइं जाव घडत्ताए चिट्ठति। गोयमा ! हंता अत्थि । अत्थि णं भंते ! लवणसमुद्दे दव्वाइं सवण्णाइं पि अवण्णाइं पि सगंधाइं पि अगंधाइं पि सरसाइं पि अरसाइं पि सफासाइं पि अफासाइं पि अण्णमण्णबद्धाइं अण्णमण्णपुट्ठाइं जाव घडत्ताए चिटुंति । गोयमा ! हंता अत्थि । अत्थि णं भंते! धायइसंडे दीवे दव्वाइं सवण्णाइं पि एवं चेव, एवं जाव सयंभूरमणसमुद्दे? गोयमा! हंता, अत्थि । तएणं सा महतिमहालिया महच्चपरिसा समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं एयमढे सोच्चा णिसम्म हद्वतुट्ठा समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता जामेव दिसं पाउब्भूया तामेव दिसं पडिगया | तए णं हत्थिणापुरे णयरे सिंघाडग जाव महापह-पहेसु बहुजणो अण्णम- एणस्स एवमाइक्खड़ जाव परूवेइ- जण्णं देवाणुप्पिया ! सिवे रायरिसी एवमाइक्खड़ जाव परूवेइ-अत्थि णं देवाणुप्पिया! ममं अइसेसे णाणे जाव तेणं परं दीव समुद्दा य वोच्छिण्णा; तं णो इणढे समठे। समणे भगवं महावीरे एवमाइक्खड़ जाव परूवेइ- एवं खल एयस्स सिवस्स रायरिसिस्स छटुंछडेणं तं चेव जाव भंडणिक्खेवं करेइ, भंडणिक्खेवं करेत्ता हत्थिणापुरे णयरे सिंघाडग जाव समुद्दा य । तएणं तस्स सिवस्स रायरिसिस्स अंतियं एयमढे सोच्चा णिसम्म जाव तेण परं वोच्छिण्णा दीवा य समुद्दा य; तण्णं मिच्छा। समणे भगवं महावीरे एवमाइक्खइ-एवं खलु जंबु-द्दीवाईया दीवा लवणाईया समुद्दा तं चेव जाव असंखेज्जा दीवसमुद्दा पण्णत्ता समणाउसो! 291 Page #302 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तए णं से सिवे रायरिसी बहुजणस्स अंतियं एयमढे सोच्चा णिसम्म संकिए कंखिए वितिगिच्छिए भेदसमावण्णे कलुससमावण्णे जाए यावि होत्था । तए णं तस्स सिवस्स रायरिसिस्स संकियस्स कंखियस्स जाव कलुससमावण्णस्स से विभंगे अण्णाणे खिप्पामेव परिवडिए । तएणं तस्स सिवस्स रायरिसिस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- एवं खलु समणे भगवं महावीरे आइगरे तित्थयरे जाव सव्वण्णू सव्वदरिसी आगास- गएणं चक्केणं जाव सहसंबवणे उज्जाणे अहापडिरूवं जाव विहरइ । तं महाफलं खलु तहारूवाणं अरहंताणं भगवंताणं णामगोयस्स एवं जहा उववाइए जाव गहणयाए। तं गच्छामि णं समणं भगवं महावीरं वदामि जाव पज्जुवासामि, एयं णे इहभवे य परभवे य जाव भविस्सइ त्ति कट्ट एवं संपेहेइ, संपेहित्ता जेणेव तावसावसहे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता तावसावसहं अणुप्पविसइ, अणुप्पविसित्ता सुबहुं लोही-लोहकडाह जाव किढिणसंकाइयगं च गेण्हइ, गेण्हित्ता तावसावसहाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता परिवडियविब्भंगे हत्थिणाउरं जयरं मज्झमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव सहसंबवणे उज्जाणे, जेणेव समणे भगवं महावीरे, तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ, वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता णच्चासण्णे णाइदूरे जाव पंजलिउडे पज्जुवासइ । तएणं समणे भगवं महावीरे सिवस्स रायरिसिस्स तीसे य महइमहालियाए परिसाए धम्म परिकहेइ जाव आणाए आराहए भवइ । तएणं से सिवे रायरिसी समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्म सोच्चा णिसम्म जहा खंदओ जाव उत्तरपुरत्थिमं दिसीभागं अवक्कमइ, अवक्कमित्ता सुबह लोही लोहकडाह जाव किढिणसंकाइयगं एगंते एडेइ, एडेत्ता सयमेव पंचमुट्ठियं लोयं करेइ, करेत्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं जहेव उसभदत्ते तहेव पव्वइओ, तहेव इक्कारस अंगाई अहिज्जइ, तहेव सव्वं जाव सव्वदुक्खप्पहीणे। भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीजीवा णं भंते ! सिज्झमाणा कयरम्मि संघयणे सिज्झंति ? गोयमा! वइरोसभणारायसंघयणे सिज्झंति । एवं जहेव उववाइए तहेव संघयणं संठाणं उच्चत्तं आउयं च परिवसणा | एवं सिद्धिगंडिया णिरवसेसा भाणियव्वा, जाव अव्वाबाहं सोक्खं अणुहोति सासयं सिद्धा || सेवं भंते! सेवं भंते! || || णवमो उद्देसो समत्तो || दसमो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- कइविहे णं भंते ! लोए पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे लोए पण्णत्ते, तंजहा- दव्वलोए खेत्तलोए काललोए भावलोए । 292 Page #303 -------------------------------------------------------------------------- ________________ R 13 ४ ६ ७ ८ १० |११ १२ १३ १४ भगवई सुत्त खेत्तलोए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पण्णत्ते, तंजहा - अहोलोयखेत्तलोए, तिरियलोयखेत्तलोए, उड्ढलोयखेत्तलोए । अहोलोयखेत्तलोए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! सत्तविहे पण्णत्ते, तंजहारयणप्पभापुढवि-अहोलोयखेत्तलोए जाव अहेसत्तमापुढवि - अहोलोयखेत्त- लोए । तिरियलोयखेत्तलोए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! असंखेज्जविहे पण्णत्ते, तं जहा- जंबुद्दीवे दीवे तिरियलोय- खेत्तलोए जाव सयंभूरमणसमुद्दे तिरियलोयखेत्तलोए । उड्ढलोयखेत्तलोए णं भंते! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा! पण्णरसविहे पण्णत्ते, तंजहा- सोहम्मकप्प - उड्ढलोय-खेत्तलोए जाव अच्चुयकप्पउड्ढलोय-खेत्तलोए, गेवेज्जविमाण - उड्ढलोय - खेत्तलोए, अणुत्तरविमाण उड्ढलोय-खेत्तलोए ईसिपब्भार-पुढवि-उड्ढलोय-खेत्तलोए । अहोलोयखेत्तलोए णं भंते! किं संठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! तप्पागारसंठिए पण्णत्ते । तिरियलोयखेत्तलोए णं भंते! किं संठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! झल्लरिसंठिए पण्णत्ते । उड्ढलोयखेत्तलोए णं भंते ! किं संठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! उड्ढमुइंगाकारसंठिए पण्णत्ते। लोए णं भंते! किंसंठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! सुपइट्ठग-संठिए लोए पण्णत्ते, तंजहा - हेट्ठा विच्छिण्णे, मज्झे संखित्ते, जहा सत्तमसए पढमुद्देस जाव अंतं करे । अलोए णं भंते! किं संठिए पण्णत्ते ? गोयमा ! झुसिरगोल - संठिए पण्णत्ते । अहोलोय-खेत्तलोए णं भंते! किं जीवा, जीवदेसा, जीव पएसा ? गोयमा ! जहा इंदा दिसा वण्णिया तहेव णिरवसेसं भाणियव्वं जाव अद्धासमए । तिरियलोयखेत्तलोए णं भंते! किं जीवा, जीवदेसा, जीवपदेसा ? गोयमा ! जहा अहोलोए तह चेव । एवं उड्ढलोयखेत्तलोए वि, णवरं अरुवी छव्विहा, अद्धासमओ णत्थि । लोए णं भंते! किं जीवा, जीवदेसा, जीवपदेसा ? गोयमा ! जहा बिईयसए अत्थिउद्देसए लोयागासे, णवरं अरूवी सत्तविहा अहम्मत्थिकायस्स पएसा, णोआगासत्थिकाए, आगासत्थिकायस्स देसे, आगासत्थिकायपएसा, अद्धासमए, सेसं तं चेव । अलोए णं भंते! किं जीवा, जीवदेसा, जीवपएसा ? गोयमा ! जहा अत्थिकायउद्देसए अलोगागासे, तहेव णिरवसेसं जाव अनंत- भागणे । 293 जाव Page #304 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५ १६ १७ १८ १९ भगवई सुत्त अहेलोय-खेत्तलोयस्स णं भंते ! एगम्मि आगासपएसे किं जीवा, जीवदेसा, जीवप्पएसा; अजीवा, अजीवदेसा, अजीवपएसा ? गोयमा ! णो जीवा, जीवदेसा वि जीवपएसा वि; अजीवा वि अजीवदेसा वि अजीवपएसा वि । जे जीवदेसा ते णियमा एगिंदिय देसा, अहवा एगिंदियदेसा य बेइंदियस्स देसे, अहवा एगिंदियदेसा य बेइंदियाण य देसा । एवं मज्झिल्ल - विरहिओ जाव अहवा एगिंदियदेसा य अणिदियदेसाय | जे जीवपएसा ते णियमा एगिंदियपएसा; अहवा एगिंदियपएसा य बेइंदियस्स परसा, अहवा एगिंदियपएसा य बेइंदियाण य पएसा, एवं आइल्लविरहिओ जाव पंचिंदिएसु, अणिदिएस तियभंगो । जे अजीवा ते दुविहा पण्णत्ता, तंजहा- रूवी अजीवा य अरूवी अजीवा य । रूवी तहेव, जे अरूवी अजीवा ते पंचविहा पण्णत्ता, तंजहा- णो धम्मत्थिकाए धम्मत्थिकायस् देसे, धम्मत्थिकायस्स पएसे, एवं अहम्मत्थिकायस्स वि, अद्धासमए । तिरियलोयखेत्तलोयस्स णं भंते! एगम्मि आगासपएसे किं जीवा, पुच्छा ? गोयमा ! जहा अहोलोयखेत्तलोयस्स तहेव । एवं उड्ढलोयखेत्तलोयस्स वि, णवरं अद्धासमओ णत्थि, अरूवी चउव्विहा । लोयस्स जहा अहोलोयखेत्तलोयस्स एगम्मि आगासपएसे । अलोयस्स णं भंते ! एगंमि आगासपएसे किं जीवा, पुच्छा ? गोयमा ! णो जीवा, णो जीवदेसा, तं चेव जाव अणंतेहिं अगरुयलहुय गुणेहिं संजुत् सव्वागासस्स अणंतभागूणे । दव्वओ णं अहेलोयखेत्तलोए अणंताइं जीवदव्वाइं, अणंताइं अजीवदव्वाई, अनंता जीवाजीवदव्वा । एवं तिरियलोयखेत्तलोए वि । एवं उड्ढलोयखेत्तलोए वि । दव्वओ णं अलोए णवत्थि जीवदव्वा णेवत्थि अजीवदव्वा णेवत्थि जीवाजीवदव्वा, एगे अजीवदव्वदेसे जाव सव्वागासअणंतभागूणे । कालओ णं अहेलोयखेत्तलोए - ण कयाइ णासि जाव णिच्चे । एवं जाव अलोए । भावओ णं अहेलोयखेत्तलोए अणंता वण्णपज्जवा, एवं जहा खंदए जाव अणंता अगरुयलहुयपज्जवा, एवं जाव लोए । भावओ णं अलोए णेवत्थि वण्णपज्जवा जाव णेवत्थि गरुयलहुयपज्जवा, एगे अजीवदव्वदेसे जाव अनंतभागणे । लोए णं भंते! के महालए पण्णत्ते ? गोयमा ! अयण्णं जंबुद्दीवे दीवे सव्वदीव समुद्दाणं सव्वब्भंतराए जाव परिक्खेवेणं । तेणं कालेणं तेणं समएणं छ देवा महिड्ढीया जाव महासोक्खा; जंबुद्दीवे दीवे मंदरे पव्वए मंदरचूलियं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता णं चिट्ठेज्जा, अहे णं चत्तारि दिसाकुमारीओ महत्तरियाओ चत्तारि बलिपिंडे गहाय जंबुद्दीवस्स दीवस्स चउसु वि दिसासु बहिया अभिमुहीओ ठिच्चा ते चत्तारि बलिपिंडे जमगसमगं बहियाभिमुहे पक्खिवेज्जा, पभू णं गोयमा ! तओ एगमेगे देवे ते चत्तारि बलिपिंडे धरणितलमसंपत्ते खिप्पामेव पडिसाहरित्तए, ते णं गोयमा ! देवा ता उक्किट्ठाए जाव देवगईए एगे देवे पुरत्थाभिमुहे पयाए । एवं दाहिणाभिमुहे । एवं पच्चत्थिमाभिमुहे, एवं उत्तराभिमुहे । एवं उड्ढाभिमुहे एवं अहोभिमुहे पयाए । तेणं कालेणं तेणं समएणं 294 Page #305 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त वाससहस्साउए दारए पयाए, तएणं तस्स दारगस्स अम्मापियरो पहीणा भवंति, णो चेव णं ते देवा लोगंतं संपाउणंति । तएणं तस्स दारगस्स आउए पहीणे भवइ, णो चेव णं ते देवा लोगंतं संपाउणंति, तएणं तस्स दारगस्स अद्विमिंजा पहीणा भवंति, णो चेव णं ते देवा लोगंतं संपाउणंति। तएणं तस्स दारगस्स आसत्तमे वि कुलवंसे पहीणे भवइ, णो चेव णं ते देवा लोगंतं संपाउणंति। तएणं तस्स दारगस्स णामगोए वि पहीणे भवइ, णो चेव णं ते देवा लोगंतं संपाउणंति, तेसि णं भंते! देवाणं किं गए बहुए, अगए बहुए ? गोयमा ! गए बहुए णो अगए बहुए, गयाउ से अगए असंखेज्जइभागे, अगयाउ से गए असंखेज्जगुणे, लोए णं गोयमा! एमहालए पण्णत्ते । अलोए णं भंते ! के महालए पण्णत्ते ? गोयमा ! अयण्णं समयखेत्ते पणयालीसं जोयणसयसहस्साइं आयाम- विक्खंभेणं, जहा खंदए जाव परिक्खेवेणं । तेणं कालेणं तेणं समएणं दस देवा महिडढिया जाव संपरिक्खित्ता णं संचिढेज्जा, अहे णं अट्ठ दिसाकुमारीओ महत्तरियाओ अट्ठ बलिपिंडे गहाय माणुसुत्तरस्स पव्वयस्स चउसु वि दिसासु चउसु वि विदिसासु बहियाभिमुहीओ ठिच्चा ते अट्ठ बलिपिंडे जमगसमगं बहियाभिमुहे पक्खिवेज्जा, पभू णं गोयमा! तओ एगमेगे देवे ते अट्ठ बलिपिंडे धरणितलमसंपत्ते खिप्पामेव पडिसाहरित्तए, ते णं गोयमा! देवा ताए उक्किट्ठाए जाव देवगईए लोगते ठिच्चा असब्भावपट्ठवणाए एगे देवे पुरत्थाभिमुहे पयाए, एगे देवे दाहिणपुरत्थाभिमुहे पयाए, एवं जाव उत्तरपुरत्थाभिमुहे, एगे देवे उड्ढाभिमुहे, एगे देवे अहोभिमुहे पयाए। तेणं कालेणं तेणं समएणं वाससयसहस्साउए दारए पयाए । तएणं तस्स दारगस्स अम्मापियरो पहीणा भवंति, णो चेव णं ते देवा अलोयंतं संपाउणंति, तं चेव सव्वं भाणियव्वं जाव तेसिं णं भंते ! देवाणं किं गए बहुए, अगए बहुए ? गोयमा! णो गए बहुए, अगए बहुए, गयाओ से अगए अणंतगुणे, अगयाओ से गए अणंतभागे । अलोए णं गोयमा ! ए महालए पण्णत्ते । लोगस्स णं भंते ! एगम्मि आगासपएसे जे एगिदियपएसा जाव पंचिंदियपएसा अणिदियपएसा अण्णमण्णबद्धा अण्णमण्णपट्ठा जाव अण्णमण्ण- समभरघडत्ताए चिटुंति ? अत्थि णं भंते ! अण्णमण्णस्स किंचि आबाहं वा वाबाहं वा उप्पायंति, छविच्छेदं वा करेंति ? गोयमा ! णो इणढे समटे | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-लोयस्स णं एगंमि आगासपएसे जे एगिंदियपएसा जाव अण्णमण्णघडत्ताए चिट्ठति, णत्थि णं भंते ! अण्णमण्णस्स किंचि आबाहं वा जाव करेंति? गोयमा ! से जहाणामए णट्टिया सिया सिंगारागार-चारुवेसा जाव कलिया रंगट्ठाणंसि जणसयाउलंसि जणसय-सहस्साउलंसि बत्तीसइविहस्स णट्टस्स अण्णयरं णट्टविहिं उवदंसेज्जा, से गुणं गोयमा ! ते पेच्छगा तं णट्टियं अणिमिसाए दिट्ठीए सव्वओ समंता समभिलोएंति ? हंता समभिलोएंति । ताओ णं गोयमा ! दिट्ठीओ तंसि णट्टियंसि सव्वओ समंता संणिपडियाओ? हंता सण्णिपडियाओ, अत्थि णं गोयमा ! ताओ दिवीओ तीसे णट्टियाए किंचि वि आबाहं वा वाबाहं वा उप्पाएंति, छविच्छेदं वा करेंति ? णो इणढे समटे | 295 Page #306 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अहवा सा णट्टिया तासिं दिट्ठीणं किंचि आबाहं वा वाबाहं वा उप्पाएइ, छविच्छेदं वा करेइ ? णो इणटे समटे | ताओ वा दिट्ठीओ अण्णमण्णाए दिट्ठीए किंचि आबाहं वा वाबाहं वा उप्पाएंति, छविच्छेदं वा करेंति ? णो इणढे समटे | से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- तं चेव जाव छविच्छेदं वा करेंति । लोयस्स णं भंते! एगम्मि आगासपएसे जहण्णपए जीवपएसाए उक्कोसपए जीवपएसाणं, सव्वजीवाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा लोयस्स एगम्मि आगासपएसे जहण्णपए जीवपएसा, सव्वजीवा असंखेज्जगणा, उक्कोसपए जीवपएसा विसेसाहिया || सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ दसमो उद्देसो समत्तो || एक्कारसमो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं वाणियग्गामे णामं णयरे होत्था, वण्णओ । दूइपलासए चेइए, वण्णओ जाव पुढविसिलापट्टओ | तत्थ णं वाणियग्गामे णयरे सुदंसणे णामं सेट्ठी परिवसइअड्ढे जाव बहुजणस्स अपरिभूए; समणोवासए अभिगयजीवाजीवे जाव अहापरिग्गहेहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ। सामी समोसढे जाव परिसा पज्जुवासइ । तएणं से सुदंसणे सेट्ठी इमीसे कहाए लद्धढे समाणे हद्वतुट्टे पहाए जाव सव्वालंकारविभूिसिए साओ गिहाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता सकोरेंटमल्लदामेणं छत्तेणं धरिज्जमाणेणं पायविहारचारेणं महयापुरिसवग्गुरा- परिक्खित्ते वाणियग्गामं णयरं मज्झमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव दूइपलासे चेइए, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं पंचविहेणं अभिगमेणं अभिगच्छइ, तं जहा- सच्चित्ताणं दव्वाणं विउस्सरणयाए; एवं जहा उसभदत्तो जाव तिविहाए पज्जुवासणाए पज्जुवासेइ । तएणं समणे भगवं महावीरे सदसणस्स सेविस्स तीसे य महइ महालियाए परिसाए धम्म परिकहेइ जाव आणाए आराहए भवइ । तएणं से सुदंसणे सेट्ठी समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्म सोच्चा, णिसम्म हट्टतुट्टे उहाए उढेइ, उद्वेत्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो जाव णमंसित्ता एवं वयासीकइविहे णं भंते ! काले पण्णत्ते ? सुदंसणा ! चउव्विहे काले पण्णत्ते, तंजहा- पमाणकाले, अहाउणिव्वत्तिकाले, मरणकाले, अद्धाकाले । से किं तं पमाणकाले ? पमाणकाले दुविहे पण्णत्ते, तंजहा- दिवसप्पमाणकाले राइप्पमाणकाले य। चउपोरिसिए दिवसे, चउपोरिसिया राई भवइ । उक्कोसिया अद्धपंचमुहुत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ, जहणिया तिमहत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ । 296 Page #307 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जया णं भंते ! उक्कोसिया अद्धपंचमुहत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ, तया णं कइभागमहत्तभागेणं परिहायमाणी-परिहायमाणी जहणिया तिमहत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ ? जया णं जहण्णिया तिमहत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ, तया णं कड़भागमहत्तभागेणं परिवड़ढमाणी-परिवड़ढमाणी उक्कोसिया अद्धपंचमहत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ ? सुदंसणा ! जया णं उक्कोसिया अद्धपंचमुहुत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ तया णं बावीस- सयभाग-मुहुत्तभागेणं परिहायमाणी-परिहायमाणी जहण्णिया तिमुहुत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ । जया णं जहणिया तिमुहुत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ, तया णं बावीस-सयभाग-मुहुत्तभागेणं परिवड्ढमाणी-परिवड्ढमाणी उक्कोसिया अद्धपंचमुहुत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ । कया णं भंते ! उक्कोसिया अद्धपंचमुहुत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ ? कया वा जहणिया तिमुहुत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ ? सुदंसणा ! जया णं उक्कोसए अट्ठारसमुहुत्ते दिवसे भवइ, जहण्णिया दुवालसमुहुत्ता राई भवड़ तया णं उक्कोसिया अद्धपंचमुहुत्ता दिवसस्स पोरिसी भवइ, जहण्णिया तिमुहुत्ता राईए पोरिसी भवइ । जया णं उक्कोसिया अट्ठारस- मुहुत्तिया राई भवइ, जहण्णिए दुवालसमुहुत्ते दिवसे भवइ, तया णं उक्कोसिया अद्धपंचमुहुत्ता राईए पोरिसी भवइ, जहण्णिया तिमुहुत्ता दिवसस्स पोरिसी भवइ । ___ कया णं भंते ! उक्कोसए अट्ठारसमुहुत्ते दिवसे भवइ, जहण्णिया दुवालस-मुहुत्ता राई भवइ ? कया वा उक्कोसिया अट्ठारस मुहुत्ता राई भवइ, जहण्णए दुवालस-मुहुत्ते दिवसे भवइ ? सुदंसणा ! आसाढपुण्णिमाए उक्कोसए अट्ठारसमुहुत्ते दिवसे भवइ, जहण्णिया दुवालसमुहुत्ता राई भवइ । पोसपुण्णिमाए णं उक्कोसिया अट्ठारस- मुहुत्ता राई भवइ, जहण्णए दुवालसमुहुत्ते दिवसे भवइ। अत्थि णं भंते ! दिवसा य राइओ य समा चेव भवंति ? सदसणा ! हंता, अत्थि । कया णं भंते ! दिवसा य राईओ य समा चेव भवंति ? सुदंसणा ! चित्तासोयपण्णिमास् णं एत्थ णं दिवसा य राईओ य समा चेव भवंति, पण्णरसमुहुत्ते दिवसे पण्णरस-मुहुत्ता राई भवइ । चउभाग-मुहुत्त-भागूणा चउमुहुत्ता दिवसस्स वा राईए वा पोरिसी भवइ । से तं पमाणकाले । से किं तं अहाउ-णिव्वत्ति-काले ? अहाउ-णिव्वत्ति-काले जण्णं जेणं णेरइएण वा तिरिक्खजोणिएण वा मणुस्सेण वा देवेण वा अहाउयं णिव्वत्तियं से त्तं पालेमाणे अहाउणिव्वत्तिकाले । से किं तं मरणकाले? मरणकाले जीवो वा सरीराओ, सरीरं वा जीवाओ से त्तं मरणकाले। से किं तं अद्धाकाले ? 297 Page #308 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२ १३ १४ |१५ | १६ |१७ भगवई सुत्त अद्धाकाले अणेगविहे पण्णत्ते । से णं समयट्टयाए आवलियट्टयाए जाव उस्सप्पिणीयाए । एस णं सुदंसणा ! अद्धा दोहारच्छेएणं (दुहाछेएण) छिज्जमाणे जाहे विभागं णो हव्वमागच्छड् सेत्तं समए, समयट्ठाए । असंखेज्जाणं समयाणं समुदयसमिइसमागमेणं सा एगा आवलिय त्ति पवुच्चइ । संखेज्जाओ आवलियाओ जहा सालिउद्देसए जाव सागरोवमस्स उ एगस्स भवे परिमाणं । एएहिं णं भंते ! पलिओवम-सागरोवमेहिं किं पओयणं ? सुदंसणा ! एएहिं पलिओवमसागरोवमेहिं णेरइयतिरिक्खजोणिय-मणुस्स- देवाणं आउयाइं मविज्जति । रइयाणं भंते! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? सुदंसणा ! ठिइपयं णिरवसेसं भाणियव्वं जाव अजहण्णमणुक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता । अत्थि णं भंते ! एएसिं पलिओवमसागरोवमाणं खएड् वा अवचएइ वा ? सुदंसणा! हंता, अत्थि । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- अत्थि णं एएसि णं पलिओवम- सागरोवमाणं जाव अवचएड् वा ? एवं खलु सुदंसणा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं हत्थिणापुरे णामं णयरे होत्था, वण्णओ । सहसंबवणे उज्जाणे, वण्णओ । तत्थ णं हत्थिणापुरे बले णामं राया होत्था, वण्णओ । तस्स णं बलस्स रण्णो पभावई णामं देवी होत्था । सुकुमाल पाणिपाया, वण्णओ जाव विहरइ । तणं सा पभावई देवी अण्णया कयाइ तंसि तारिसगंसि वासघरंसि अब्भिंतरओ सचित्तकम्मे, बाहिरओ दूमिय-घट्ठ-मट्ठे, विचित्तउल्लोय-चिल्लियतले, मणिरयण- पणासियंधयारे, बहुसमसुविभत्तदेसभाए, पंचवण्ण- सरस- सुरभिमुक्क पुप्फपुंजोवयार- कलिए कालागरु-पवर- कुंदरुक्क ब- तुरुक-धूव-मघमघंत-गंधुद्धयाभिरामे, सुगंध- वरगंधिए, गंघ - वट्टिभूए तंसि तारिसगंसि सयणिज्जंसि सालिंगणवट्टिए, उभओविब्बोयणे, दुहओ उण्णए, मज्झे णय-गंभीरे, गंगा-पुलिणवालुय-उद्दालसालिसएउवचिय-खोमिय- दुगुल्ल पट्ट - पडिच्छायणे, सुविरइय-रयत्ताणे, रत्तंसुयसंवुए सुरम्मे, आइणग-रूय-बूर - णवणीय- तूलफासे, सुगंध-वरकुसुम-चुण्ण-सयणोवयार-कलिए, अद्धरत्तकाल- समयंसि सुत्तजागरा ओहीरमाणी-ओहीरमाणी अयमेयारूवं ओरालं कल्लाणं सिवं धण्णं मंगल्लं सस्सिरियं महासुविणं पासित्ता णं पडिबुद्धा । हार-रयय-खीरसागर-ससंककिरण- दगरय-रययमहासेलपंडुरतरोरुरमणिज्ज-पेच्छणिज्जं, लट्ठ-पउट्ठ-वट्ट- पीवर - सुसिलिट्ठ - विसिट्ठतिक्खदाढाविडंबियमुहं, परिकम्मियजच्चकमलकोमलमईोभंत उट्ठ, रत्तुप्पलपत्त मउय सुकुमा तालु जीहं, मूसागयपवरकणगतावियआवत्तायंत- तडिविमलसरिस - णयणं, विसालपीवरोरुं, पडिपुण्णविपुलखंधं, मिउविसयसुहुमलक्खण-पसत्थ- विच्छि ण्ण-केसरसडोवसोभियं, ऊसियसुणिम्मिय-सुजाय-अप्फोडिय - लंगूलं, सोमं सोमाकारं, लीलायंतं, जंभायंतं, णहतलाओ ओवयमाणं णिययवयणमइवयंतं, सीहं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धा । 298 - थिर Page #309 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तएणं सा पभावई देवी अयमेयारूवं ओरालं जाव सस्सिरियं गं पासित्ता णं पडिबुद्धा समाणी हद्वतुट्ठ जाव हियया धाराहयकलंबपुप्फगं पिव समूसियरोमकूवा तं सुविणं ओगिण्हइ, ओगिण्हित्ता सयणिज्जाओ अब्भुढेइ, अब्भुढेत्ता अतुरियमचवलमसंभंताए अविलंबियाए रायहंससरिसीए गईए जेणेव बलस्स रण्णो सयणिज्जे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता बलं रायं ताहिं उदाहिं कंताहिं पियाहिं मणण्णाहिं मणामाहिं ओरालाहिं कल्लाणाहिं सिवाहिं धण्णाहिं मंगल्लाहिं सस्सिरीयाहिं मिय-महर-मंजुलाहिं गिराहिं संलवमाणी-संलवमाणी पडिबोहेइ, पडिबोहेत्ता बलेणं रण्णा अब्भणुण्णाया समाणी णाणामणिरयण- भत्तिचित्तंसि भद्दासणंसि णिसीयइ, णिसीयित्ता आसत्था वीसत्था सुहासणवरगया बलं रायं ताहिं इठ्ठाहिं कंताहिं जाव संलवमाणी- संलवमाणी एवं वयासीएवं खलु अहं देवाणुप्पिया ! अज्ज तंसि तारिसगंसि सयणिज्जंसि सालिंगण वट्टिए तं चेव जाव णियगवयणमइवयंतं सीहं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धा, तण्णं देवाणुप्पिया ! एयस्स ओरालस्स जाव महासुविणस्स के मण्णे कल्लाणे फलवित्तिविसेसे भविस्सइ ? तएणं से बले राया पभावईए देवीए अंतियं एयमहूँ सोच्चा णिसम्म हहतुट्ठ जाव हियए धाराहय-णीव-सुरभिकुसुम-चंचुमालइय-तणुय-ऊसविय-रोमकूवे तं सुविणं ओगिण्हइ, ओगिण्हित्ता ईहं पविस्सइ, ईहं पविसित्ता अप्पणो साभाविएणं मइपुव्वएणं बुद्धिविण्णाणेणं तस्स सुविणस्स अत्थोग्गहणं करेइ, करेत्ता पभावइं देविं ताहिं इट्ठाहिं कंताहिं जाव मंगल्लाहिं स्सरीयाहिं संलवमाणे- संलवमाणे एवं वयासीओराले णं तुमे देवी ! सुविणे दिढे, कल्लाणे णं तुमे देवी ! सुविणे दिढे जाव सस्सिरीए णं तुमे देवी! सुविणे दिढे, आरोग्ग-तुट्ठि-दीहा- उकल्लाण- मंगल्लकारए णं तुमे देवी! सुविणे दिटे, अत्थलाभो देवाणुप्पिए! भोगलाभो देवाणुप्पिए ! पुत्तलाभो देवाणुप्पिए ! रज्जलाभो देवाणुप्पिए ! एवं खलु तुमं देवाणुप्पिए ! णवण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं अट्ठमाणं राइंदियाणं वीइक्कंताणं अम्हं कुलकेउं, कुलदीवं, कुलपव्वयं, कुलवडेंसयं, कुलतिलगं, कुलकित्तिकरं, कुलणंदिकरं, कुलजसकरं, कुलाधारं, कुलपायवं, कुलविवद्धणकरं, सुकुमालपाणिपायं, अहीणपडिपुण्णपंचिंदिय सरीरं जाव ससिसोमाकारं, कंतं, पियदंसणं, सुरूवं, देवकुमार-समप्पभं दारगं पयाहिसि। से वि य णं दारए उम्मुक्कबालभावे विण्णायपरिणयमेत्ते जोव्वणगमणुप्पत्ते सूरे वीरे विक्कंते वित्थिण्ण-विउलबल-वाहणे रज्जवई राया भविस्सइ । तं उराले णं तुमे देवी ! सुमिणे दिढे जाव आरोग्गतुहि दीहाउयकल्लाण जाव मंगल्लकारए णं तुमे देवी ! सुविणे दिढे त्ति कट्ट पभावइं देविं ताहिं इट्ठाहिं जाव वग्गूहिं दोच्चं पि तच्चं पि अणुबूहइ । तएणं सा पभावई देवी बलस्स रण्णो अंतियं एयमढे सोच्चा णिसम्म हट्टतुट्ठा करयल परिग्गहियं जाव एवं वयासी- एवमेयं देवाणुप्पिया ! तहमेयं देवाणुप्पिया! अवितहमेयं देवाणुप्पिया ! असंदिद्धमेयं देवाणप्पिया ! इच्छियमेयं देवाणप्पिया ! पडिच्छियमेयं देवाणुप्पिया ! इच्छियपडिच्छियमेयं देवाणुप्पिया! से जहेयं तुब्भे वयह त्ति कट्ट तं सुविणं सम्म पडिच्छइ, पडिच्छित्ता बलेणं रण्णा अब्भणुण्णाया समाणी णाणामणि 299 Page #310 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त रयणभत्तिचित्ताओ भद्दासणाओ अब्भुढेइ, अब्भुढेत्ता अतुरियमचवल जाव गईए जेणेव सए सयणिज्जे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता सयणिज्जंसि णिसीयइ, णिसीइत्ता एवं वयासीमा मे से उत्तमे पहाणे मंगल्ले सुविणे अण्णेहिं पावसुमिणेहिं पडिहम्मिस्सइ, त्ति कट्ठ देवगुरुजणसंबद्धाहिं पसत्थाहिं मंगल्लाहिं धम्मियाहिं कहाहिं सुविणजागरियं पडिजागरमाणीपडिजागरमाणी विहरड़ । तएणं से बले राया कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! अज्ज सविसेसं बाहिरियं उवट्ठाणसालं गंधोदय-सित्त-सुइअ-संमज्जिओवलित्तं सुगंधवरपंचवण्णपुप्फोवयारकलियं कालागरुपवर-कुंदुरूक्क जाव गंधवट्टिभूयं करेह य करावेह य, करेत्ता कारवित्ता सीहासणं रएह, रयावित्ता ममेयं आणत्तियं पच्चप्पिणह। तएणं ते कोडुंबिय पुरिसा जाव पडिसुणित्ता खिप्पामेव सविसेसं बाहिरियं उवट्ठाणसालं जाव पच्चप्पिणंति। तएणं से बले राया पच्चूसकालसमयंसि सयणिज्जाओ अब्भुढेइ, अब्भुढेत्ता पायपीढाओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता जेणेव अट्टणसाला तेणेव उवागच्छइ, अट्टणसालं अणुपविसइ, जहा उववाइए तहेव अट्टणसाला तहेव मज्जणघरे जाव ससिव्व पियदंसणे णरवई मज्जणघराओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता सीहासणवरंसि पुरत्था-भिमुहे णिसीयइ, णिसीइत्ता अप्पणो उत्तरपुरत्थिमे दिसीभाए अट्ठ भद्दासणाई सेयवत्थ-पच्चुत्थुयाई सिद्धत्थग-कय- मंगलोवयाराई रयावेइ, रयावेत्ता अप्पणो अदूरसामंते णाणामणिरयणमंडियं, अहियपेच्छणिज्जं, महग्घं वरपट्टणग्गयं, सण्हपट्टबहुभत्ति- सयचित्तत्ताणं, ईहामिय-उसभ जाव भत्तिचित्तं अभिंतरियं जवणियं अंछावेइ, अंछावेत्ता णाणामणि-रयण-भत्तिचित्तं अत्थरय-मउयमसूरगोत्थयं, सेयवत्थपच्चुत्थुयं, अंगसुहफासुयं, सुमउयं पभावईए देवीए भद्दासणं रयावेइ, रयावित्ता कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासीखिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! अटुंगमहाणिमित्तसुत्तत्थधारए, विविहसत्थ-कुसले, सुविणलक्खणपाढए सद्दावेह। तएणं ते कोडुंबियपुरिसा जाव पडिसुणित्ता बलस्स रण्णो अंतियाओ पडिणिक्खमंति, पडिणिक्खमित्ता सिग्घं तुरियं चवलं चंडं वेइयं हत्थिणाउरं णयरं मज्झंमज्झेणं जेणेव तेसिं सुविणलक्खणपाढगाणं गिहाई तेणेव उवागच्छंति, तेणेव उवागच्छित्ता ते सुविणलक्खणपाढए सद्दावेंति । तएणं ते सुविणलक्खण-पाढगा बलस्स रण्णो कोडुबियपुरिसेहिं सद्दाविया समाणा हद्वतुट्ठा व्हाया जाव अलंकिय-सरीरा सिद्धत्थगहरियालियाकयमंगलमुद्धाणा सएहिं सएहिं गिहेहिं णिग्गच्छंति, णिग्गच्छित्ता हत्थिणारं णयरं मज्झंमज्झेणं जेणेव बलस्स रण्णो भवणवरवडेंसए तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता भवणवरवडेंसगपडिदुवारंसि एगओ मिलंति, एगओ मिलित्ता जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला जेणेव बले राया तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता करयल जाव बलं रायं जएणं विजएणं वद्धावेंति। तएणं ते सुविणलक्खणपाढगा 300 Page #311 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त बलेणं रण्णा वंदिय-पूइअ-सक्कारिया-संमाणिया समाणा पत्तेयं पत्तेयं पुव्वण्णत्थेसु भद्दासणेसु णिसीयंति । तएणं से बले राया पभावइं देवीं जवणियंतरियं ठावेइ, ठावेत्ता पुप्फ- फलपडि- पुण्णहत्थे परेणं विणएणं ते सुविणलक्खणपाढए एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया! पभावई देवी अज्ज तंसि तारिसगंसि वासघरंसि जाव सीहं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धा । तण्णं देवाणुप्पिया! एयस्स ओरालस्स जाव के मण्णे कल्लाणे फलवित्ति-विसेसे भविस्सइ? तएणं ते सुविणलक्खणपाढगा बलस्स रण्णो अंतियं एयमढे सोच्चा णिसम्म हहतुट्ठा तं सुविणं ओगिण्हंति, ओगिण्हित्ता ईहं अणुप्पविसंति, अणुप्पविसित्ता तस्स सुविणस्स अत्थोग्गहणं करेंति, करेत्ता अण्णमण्णेणं सद्धिं संचालेंति, संचालित्ता तस्स सुविणस्स लद्धट्ठा गहियट्ठा पुच्छियट्ठा विणिच्छियट्ठा अभिगयट्ठा बलस्स रण्णो पुरओ सुविणसत्थाई उच्चारेमाणाउच्चारेमाणा एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिया! अम्हं सुविणसत्थंसि बायालीसं सुविणा, तीसं महासुविणा, बावत्तरि सव्वसुविणा दिवा । तत्थणं देवाणुप्पिया! तित्थयरमायरो वा चक्कवट्टिमायरो वा तित्थयरंसि वा चक्कवट्टिसि वा गब्भं वक्कममाणंसि एएसिं तीसाए महासुविणाणं इमे चोद्दस महासुविणे पासित्ता णं पडिबुझंति। तं जहागय-वसह-सीह-अभिसेय-दाम-ससि-दिणयरं झयं कुंभ । पउमसर-सागर-विमाण-भवण-रयणुच्चय-सिहिं च ॥ वासुदेवमायरो वा वासुदेवंसि गब्भं वक्कममाणंसि एएसिं चोद्दसण्हं महासुविणाणं अण्णयरे सत्त महासुविणे पासित्ता णं पडिबुज्झंति । बलदेवमायरो वा बलदेवंसि गब्भं वक्कममाणंसि एएसिं चोद्दसण्हं महासुविणाणं अण्णयरे चत्तारि महासुविणे पासित्ता णं पडिबुज्झंति । मंडलियमायरो वा मंडलियंसि गब्भं वक्कममाणंसि एएसिं णं चउदसण्हं महासुविणाणं अण्णयरं एगं महासुविणं पासित्ता णं पडिबुज्झंति । इमे य णं देवाणुप्पिया! पभावईए देवीए एगे महासुविणे दिहे, तं ओराले णं देवाणुप्पिया ! पभावईए देवीए सुविणे दिढे जाव आरोग्गतुट्ठि-दीहाउ-कल्लाण-मंगल्लकारए णं देवाणुप्पिया ! पभावईए देवीए सुविणे दिहे, अत्थलाभो देवाणुप्पिया ! भोगलाभो देवाणुप्पिया ! पुत्तलाभो देवाणुप्पिया ! रज्जलाभो देवाणुप्पिया! एवं खलु देवाणुप्पिया ! पभावई देवी णवण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं अट्ठमाणं राइंदियाणं वीइक्कंताणं तुम्हें कुलकेउं जाव देवकुमार-समप्पभं दारगं पयाहिइ । से वि य णं दारए उम्मुक्कबालभावे जाव रज्जवई राया भविस्सइ, अणगारे वा भावियप्पा। तं ओराले णं देवाणुप्पिया ! पभावईए देवीए सुविणे दिढे जाव मंगल्लकारए णं देवाणुप्पिया ! पभावईए देवीए सुविणे दिढे । तएणं से बले राया सुविणलक्खणपाढगाणं अंतिए एयमढे सोच्चा णिस्सम हहतुट्ठ करयल जाव कट्ट ते सुविणलक्खणपाढगे एवं वयासी-एवमेयं देवाणुप्पिया! जाव से जहेयं तुब्भे वयह त्ति कट्ट तं सुविणं सम्म पडिच्छइ, पडिच्छित्ता सुविणलक्खणपाढए विउलेणं असण-पाणखाइम-साइम-पप्फ-वत्थ-गंध-मल्लालंकारेणं सक्कारेड सम्माणेड, सक्कारिता सम्माणित्ता विउलं जीवियारिहं पीइदाणं दलयइ, दलयित्ता पडिविसज्जेइ, पडिविसज्जेत्ता सीहासणाओ 301 Page #312 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अब्भुढेइ, अब्भुढेत्ता जेणेव पभावई देवी तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता पभावइं देविं ताहिं इट्ठाहिं जाव महर सस्सिरीयाहिं वग्गूहिं संलवमाणे-संलवमाणे एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिए! सुविणसत्थंसि बायालीसं सुविणा तीसं महासुविणा बावत्तरिं सव्वसुविणा दिहा। तत्थ णं देवाणुप्पिए ! तित्थयरमायरो वा चक्कवट्टिमायरो वा तं चेव जाव अण्णयरं एगं महासुविणं पासित्ता णं पडिबुज्झंति । इमे य णं तुमे देवाणुप्पिए ! एगे महासुविणे दिखे, तं ओराले णं तुमे देवी ! सविणे दिढे जाव रज्जवई राया भविस्सइ, अणगारे वा भावियप्पा, तं ओराले णं तुमे देवी! सुविणे दिढे जाव मंगलकारए णं तुमे देवी! सुमिणे दिढे त्ति कट्ट पभावइं देविं ताहिं इट्ठाहिं कंताहिं जाव महुर-सस्सिरीयाहिं वग्गूहिं दोच्चं पि तच्चं पि अणुबूहइ । तएणं सा पभावई देवी बलस्स रण्णो अंतियं एयमढे सोच्चा णिसम्म हट्टतुट्ठ करयल जाव एवं वयासी- एयमेयं देवाणुप्पिया ! जाव तं सुविणं सम्म पडिच्छइ, पडिच्छित्ता बलेणं रण्णा अब्भणण्णाया समाणी णाणामणि-रयण-भत्ति-चित्ताओ भद्दासणाओ अब्भुढेइ, अतुरियमचवलं जाव रायहंस सरिसीए गईए जेणेव सए भवणे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता सयं भवणं अणुपविट्ठा । तएणं सा पभावई देवी बहाया जाव सव्वालंकारविभूसिया तं गब्भं णाइसीएहिं णाइउण्हेहिं णाइतित्तेहि णाइकडुएहिं णाइकसाएहिं णाइअंबिलेहिं णाइमहुरेहिं उउभयमाण-सुहेहिं भोयणच्छायण-गंध-मल्लेहिं जं तस्स गब्भस्स हियं मियं पत्थं गब्भपोसणं तं देसे य काले य आहारमाहारेमाणी विवित्तमउएहिं सयणासणेहिं पइरिक्कसुहाए मणाणुकुलाए विहारभूमीए पसत्थदोहला संपुण्ण-दोहला सम्माणियदोहला अविमाणियदोहला वोच्छिण्णदोहला विणीयदोहला ववगय-रोग-सोग-मोह-भय-परित्तासा तं गब्भं सुहं सुहेणं परिवहइ । तएणं सा पभावई देवी णवण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं अद्धट्ठमाण य राइंदियाणं वीइक्कंताणं सुकुमालपाणिपायं अहीणपडिपुण्ण-पंचिदियसरीरं लक्खण-वंजण-गुणोवयेयं जाव ससिसोमाकारं कंतं पियदंसणं सुरूवं दारयं पयाया। तएणं तीसे पभावईए देवीए अंगपडियारियाओ पभावइं देविं पसूयं जाणेत्ता जेणेव बले राया तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता करयल जाव बलं रायं जएणं विजएणं वद्धावेंति, वद्धावेत्ता एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिया! पभावइ देवी णवण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं जाव सुरूवं दारगं पयाया तं एयण्णं देवाणुप्पियाणं पियट्ठयाए पियं णिवेदेमो, पियं भे भवउ ।। तएणं से बले राया अंगपडियारियाणं अंतियं एयम सोच्चा णिसम्म हद्वतुट्ठ जाव धाराहयणीव सुरभिकुसुम-चंचुमालइय-तणुए उसविय-रोमकूवे तासिं अंगपडियारियाणं मउडवज्जं जहामालियं ओमोयं दलयइ, दलयित्ता सेयं रययामयं विमलसलिलपुण्णं भिंगारं च गिण्हइ, गिण्हित्ता मत्थए धोवइ, धोवित्ता विउलं जीवियारिहं पीइदाणं दलयइ, दलयित्ता सक्कारेइ सम्माणेइ, सक्कारेत्ता सम्माणेत्ता पडिविसज्जइ । तएणं से बले राया कोडुंबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासी- खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! हत्थिणाउरे णयरे चारगसोहणं करेह, करेत्ता माणुम्मावड्ढणं करेह, करेत्ता हत्थिणाउरं णयरं सब्भितरबाहिरियं आसिय- संमज्जिओ-वलित्तं जाव गंधवट्टिभयं करेह कारवेह, करेत्ता य ३१/ 302 Page #313 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त कारवेत्ता य जूवसहस्सं वा चक्कसहस्सं वा पूयामहामहिमसंजुत्तं उस्सवेह उस्सवेत्ता ममेयमाणत्तियं पच्चप्पिणह । तएणं ते कोडुंबियपुरिसा बलेणं रण्णा एवं वुत्ता समाणा जाव तमाणत्तियं पच्चप्पिणंति । तएणं से बले राया जेणेव अट्टणसाला तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता तं चेव जाव मज्जणघराओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता उस्सुक्कं उक्करं उक्किट्ठ अदिज्जं अमिज्जं अभडप्पवेसं अदंडकोदंडिमं अधरिमं गणियावरणा-डइज्जकलियं अणेगतालाचराणुचरियं अणुद्धयमुइंगं अमिलायमल्लदामं पमुइयपक्कीलियं सपुरजणजाणवयं दसदिवसे ठिइवडियं करे।। तएणं से बले राया दसाहियाए ठिइवडियाए वट्टमाणीए सइए य साहस्सिए य सयसाहस्सिए य जाए य दाए य भाए य दलमाणे य दवावेमाणे य, सइए य साहस्सिए य सयसाहस्सिए य लंभे पडिच्छेमाणे य पडिच्छावेमाणे यावि विहरइ । तएणं तस्स दारगस्स अम्मापियरो पढमे दिवसे ठिइवडियं करेइ, तईए दिवसे चंदसूरदंसणियं करेइ, छठे दिवसे जागरियं करेइ, एक्कारसमे दिवसे विइक्कंते णिव्वत्ते असुइयजायकम्मकरणे संपत्ते बारसाहदिवसे विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं उवक्खडाविति, उवक्खडावेत्ता जहा सिवो जाव खत्तिए य आमंतेति आमंतेत्ता तओ पच्छा व्हाया तं चेव जाव सक्कारेंति सम्माणेति, सक्कारेत्ता सम्माणेत्ता तस्सेव मित्तणाइ जाव राईण य खत्तियाण य पुरओ अज्जय-पज्जय पिउपज्जयागयं बहुपुरिसपरंपरप्परूढं कुलाणुरूवं कुलसरिसं कुलसंताण-तंतुवद्धणकरं अयमेयारूवं गोण्णं गुणणिप्फण्णं णामधेज्जं करेंति-"जम्हा णं अम्हं इमे दारए बलस्स रण्णो पुत्ते पभावईए देवीए अत्तए, तं होउ णं अम्हं एयस्स दारगस्स णामधेज्जं महब्बले," तएणं तस्स दारगस्स अम्मापियरो णामधेज्जं करेंति महब्बले त्ति । तएणं से महब्बले दारए पंचधाईपरिग्गहिए, तं जहा- खीरधाईए, एवं जहा दढपइण्णे जाव णिव्वाघायंसि सुहंसुहेणं परिवड्ढइ । तएणं तस्स महब्बलस्स दारगस्स अम्मापियरो अणुपुव्वेणं ठिइवडियं वा चंदसूरदंसावणियं वा जागरियं वा णामकरणं वा परंगामणं वा पयचंकमणं वा जेमामणं वा पिंडवद्धणं वा पजंपावणं वा कण्णवेहणं वा संवच्छरपडिलेहणं वा चोलोयणगं च उवणयणं च अण्णाणि य बहूणि गब्भाधाण-जम्मणमाइयाइं कोउयाइं करेंति। तएणं तं महब्बलं कुमारं अम्मापियरो साइरेगट्ठवासगं जाणित्ता सोभणंसि तिहि- करणणक्खत्त- मुहुत्तंसि कलायरियस्स उवणेंति एवं जहा दढप्पइण्णो जाव अलं भोगसमत्थे जाए यावि होत्था । तएणं तं महब्बलं कुमारं उम्मुक्कबालभावं जाव अलं भोगसमत्थं वियाणित्ता अम्मापियरो अट्ठ पासायवडेंसए करेंति, अब्भुग्गय-मूसिय-पहसिए इव वण्णओ जहा रायप्पसेणइज्जे जाव 303 Page #314 -------------------------------------------------------------------------- ________________ |३६ ३७ ३८ भगवई सुत्त पडिरूवे । तेसि णं पासायवडेंसगाणं बहुमज्झदेसभागे एत्थ णं महेगं भवणं करेंति अणेगखंभसयसण्णिविट्ठे, वण्णओ जहा रायप्पसेणइज्जे पेच्छाघरमंडवंसि जाव पडिरूवे । तएणं तं महब्बलं कुमारं अम्मापियरो अण्णया कयाइ सोभणंसि तिहि-करण-दिवस- णक्खत्तमुहुत्तंसि ण्हायं जाव सव्वालंकारविभूसियं पमक्खणग-ण्हाण-गीय-वाइय-पसाहण-अट्ठग-तिलगकंकण-अविहव-वहुउवणीयं मंगलसुजंपिएहि य वर - कोउय- मंगलोवयार कयसंतिकम्मं सरिसियाणं सरिसतयाणं सरिसव्वयाणं सरिसलावण्ण-रूव-जोव्वणगुणोववेयाणं विणीयाणं कयकोउयमंगलपाय-च्छित्ताणं सरिसएहिं रायकुलेहिंतो आणिल्लियाणं अट्ठण्हं रायवरकण्णाणं एगदिवसेणं पाणिं गिण्हाविंसु। तएणं तस्स महाबलस्स कुमारस्स अम्मापियरो अयमेयारूवं पीइदाणं दलयंति, तं जहा- अट्ठ हिरण्णकोडिओ, अट्ठ सुवण्णकोडीओ, अट्ठ मउडे मउडप्पवरे, अट्ठ कुंडलजुए कुंडलजुयप्पवरे, अट्ठहारे हारप्पवरे, अट्ठ अद्धहारे अद्धहारप्पवरे, अट्ठ एगावलीओ एगावलिप्पवराओ, एवं मुत्तावलीओ, एवं कणगावलीओ, एवं रयणावलीओ, अट्ठ कडगजोए कडगजोयप्पवरे, एवं तुडियजोए, अट्ठ खोमजुयलाई खोमजुयलप्पवराई, एवं वडगजुयलाई, एवं पट्टजुयलाइं, एवं दुगुल्लजुयलाइं अट्ठ सिरीओ, अट्ठ हिरीओ, एवं धिईओ, कित्तीओ, बुद्धीओ, लच्छीओ, अट्ठ णंदाई, अट्ठ भद्दाइं, अट्ठ तले तलप्पवरे सव्वरयणामए णियगवरभवणकेऊ, अट्ठ झए झयप्पवरे, अट्ठ वये वयप्पवरे दसगोसाहस्सिएणं वएणं, अट्ठ णाडगाई णाडगप्पवराई बत्तीसबद्धेणं णाडणं, अट्ठ आसे आसप्पवरे सव्वरयणामए सिरिघरपडिरूवए, अट्ठ हत्थी हत्थिप्पवरे, सव्वरयणामए सिरिघरपडिरूवए, अट्ठ जाणाइं जाणप्पवराई, अट्ठ जुगाई जुगप्पवराई, एवं सिबियाओ, एवं संदमाणीओ, एवं गिल्लीओ-थिल्लीओ, अट्ठ वियडजाणाइं वियडजाणप्पवराई, अट्ठ रहे पारिजाणिए, अट्ठरहे संगामिए, अट्ठ आसे आसप्पवरे, अट्ठ हत्थी हत्थिप्पवरे, अट्ठ गामे गामप्पवरे दसकुलसाहस्सिएणं गामेणं, अट्ठ दासे दासप्पवरे, एवं चेव दासीओ, एवं किंकरे, एवं कंचुइज्जे, एवं वरिसधरे, एवं महत्तरए, अट्ठ सोवण्णिए ओलंबणदीवे, अट्ठ रुप्पामए ओलंबणदीवे, अट्ठ सुवण्ण- रुप्पामए ओलंबणदीवे, अट्ठ सोवण्णिए उक्कंचणदीवे, एवं चेव तिण्णि वि; अट्ठ सोवण्णिए पंजरदीवे, एवं चेव तिण्णि वि । अट्ठ सोवण्णिए थाले, अट्ठ रुप्पमए थाले, अट्ठ सुवण्णरुप्पमए थाले, अट्ठ सोवण्णियाओ पत्तीओ एए चेव तिण्णि वि, अट्ठ सोवण्णियाइं थासयाइं एए चेव तिण्णि वि, अट्ठ सोवण्णियाइं मल्लगाई एए चेव तिण्णि वि, अट्ठ सोवण्णियाओ तलियाओ एए चेव तिण्णि वि, अट्ट सोवणियाओ कविचिआओ एए चेव तिण्णि वि, अट्ठ सोवण्णिए उवएडए एए चेव तिण्णि वि, अट्ठ सोवण्णियाओ अवयक्काओ एए चेव तिण्णि वि, अट्ठ सोवण्णिए पायपीढए एए व तिण्णि वि, अट्ठ सोवण्णियाओ भिसियाओ एए चेव तिण्णि वि, अट्ठ सोवण्णियाओ करोडियाओ एए चेव तिण्णि वि अट्ठ सोवण्णिए पल्लंके एए चेव तिण्णि वि, अट्ठ सोवण्णियाओ पडिसेज्जाओ एए चेव तिण्णि वि, अट्ठ हंसासणाई, अट्ठ कोंचासणाई, एवं गरुलासणाइं, उण्णयासणाई, पणयासणाई, दीहासणाई, भद्दासणाई, पक्खासणाई, मगरासणाई, 304 Page #315 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अट्ठ पउमासणाइं, अट्ट दिसा सोवत्थियासणाई, अट्ठ तेल्लसमुग्गे एवं जहा रायप्पसेणइज्जे जाव अट्ठ सरिसव-समुग्गे, अट्ठ खुज्जाओ एवं जहा उववाइए जाव अट्ठ पारिसीओ, अट्ठ छत्ते, अट्ठ छत्तधारिओ चेडीओ, अट्ठ तालियंटे, अट्ठ चामराओ, अट्ठ चामरधारीओ चेडीओ, अट्ठ तालियंटधारिओ चेडीओ, अट्ठ करोडियाओ, अट्ठ करोडियाधारीओ चेडीओ, अट्ठ खीरधाईओ जाव अट्ठ अंकधाईओ, अट्ठ अंगमद्दियाओ, अट्ठ उम्मद्दियाओ, अट्ठ पहावियाओ, अट्ठ पसाहियाओ, अट्ठ वण्णगपेसीओ, अट्ठ चुण्णगपेसीओ, अट्ठ कोट्ठागारीओ, अट्ठ दवकारीओ, अट्ठ उवत्थाणियाओ, अट्ठ णाडइज्जाओ, अट्ठ कोडुबिणीओ, अट्ठ महाणसिणीओ, अट्ठभंडागारिणीओ, अट्ठ अब्भाधारिणीओ, अट्ठ पुप्फधारणीओ, अट्ठ पाणिधारणीओ, अट्ठ बलिकारीओ, अट्ठ सेज्जाकारीओ, अट्ठ अभिंतरियाओ पडिहारीयाओ, अट्ठ बाहिरीयाओ पडिहारीयाओ, अट्ठ मालाकारीओ, अट्ठ पेसणकारीओ, अण्णं वा सुबहुं हिरण्णं वा सुवण्णं वा कंसं वा दूसं वा विउलधण- कणग जाव संतसारसावएज्जं, अलाहि जाव आसत्तमाओ कुलवंसाओ पकामं दाउं, पकामं भोत्तुं, पकामं परिभाएउं । तएणं से महब्बले कुमारे एगमेगाए भज्जाए एगमेगं हिरण्णकोडिं दलयइ, एगमेगं सुवण्णकोडिं दलयइ, एगमेगं मउडं मउडप्पवरं दलयइ, एवं तं चेव सव्वं जाव एगमेगं पेसणकारिं दलयइ, अण्णं वा सुबह हिरण्णं वा जाव परिभाएउं | तएणं से महब्बले कुमारे उप्पिं पासायवरगए जहा जमाली जाव विहरइ ।। तेणं कालेणं तेणं समएणं विमलस्स अरहओ पओप्पए धम्मधोसे णामं अणगारे जाइसंपण्णे एवं जहा केसिसामी जाव पंचहिं अणगारसएहिं सद्धिं संपरिवुड़े पुव्वाणुपुट्विं चरमाणे गामाणुग्गामं दूइज्जमाणे जेणेव हत्थिणाउरे णयरे, जेणेव सहसंबवणे उज्जाणे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता अहापडिरूवं उग्गहं ओगिण्हइ, ओगिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तएणं हत्थिणाउरे णयरे सिंघाडग-तिय जाव परिसा पज्जुवासइ । तएणं तस्स महब्बलस्स कुमारस्स तं महयाजणसई वा जणवूहं वा एवं जहा जमाली तहेव चिंता, तहेव कंचुइज्जपुरिसं सद्दावेइ, कंचुइज्जपुरिसो वि तहेव अक्खाइ, णवरं धम्मघोसस्स अणगारस्स आगमण-गहिय-विणिच्छए करयल जाव णिग्गच्छइ । एवं खलु देवाणुप्पिया ! विमलस्स अरहओ पउप्पए धम्मघोसे णामं अणगारे, सेसं तं चेव जाव सो वि तहेव रहवरेणं णिग्गच्छइ । धम्मकहा जहा केसिसामिस्स । सो वि तहेव अम्मापियरं आपुच्छइ, णवरं धम्मघोसस्स अणगारस्स अंतियं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए, तहेव वुत्तपडिवुत्तया, णवरं इमाओ य ते जाया ! विउलरायकुलबालियाओ कला-कुसल-सव्वकाललालिय-सुहोचियाओ सेसं तं चेव जाव ताहे अकामाई चेव महब्बलकुमारं एवं वयासी- तं इच्छामो ते जाया ! एगदिवसमवि रज्जसिरिं पासित्तए । तएणं से महब्बले कुमारे अम्मापियराण वयणमण्यत्तमाणे तुसिणीए संचिट्ठइ। तएणं से बले राया कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, एवं जहा सिवभद्दस्स तहेव रायाभिसेओ भाणियव्वो जाव अभिसिंचइ, करयलपरिग्गहियं महब्बलं कुमारं जएणं विजएणं वद्धावेंति, जएणं विजएणं वद्धावित्ता जाव एवं वयासी- भण जाया ! किं देमो, किं पयच्छामो, सेसं जहा जमालिस्स 305 Page #316 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४१ ४२ ४३ ~ भगवई सुत्त जाव तणं से महब्बले अणगारे धम्मघोसस्स अणगारस्स अंतियं सामाइयमाइयाइं चोद्दस पुव्वाइं अहिज्जइ, अहिज्जित्ता बहूहिं चउत्थ जाव विचित्तेहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणे बहुपडिपुण्णाइं दुवालसवासाइं सामण्णपरियागं पाउणइ, मासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसित्ता सट्ठि भत्ताइं अणसणाए छेदेत्ता आलोइयपडिक्कंते समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा उड्ढं चंदि - सूरिय जहा अम्मडो जाव बंभलोए कप्पे देवत्ताए उववण्णे । तत्थ णं अत्थेगइयाणं देवाणं दस सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता, तत्थणं महब्बलस्स वि देवस्स दस सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता । से णं तुमं सुदंसणा ! बंभलोए कप्पे दस सागरोवमाइं दिव्वाइं भोगभोगाई भुंजमाणे विहरित्ता ताओ चेव देवलोगाओ आउक्खएणं भवक्खएणं ठिइक्खएणं अणंतरं चयं चइत्ता इहेव वाणियग्गामे णयरे सेट्ठिकुलंसि पुत्तत्ताए पच्चायाए । तएणं तुमे सुदंसणा ! उम्मुक्कबालभावेणं विण्णायपरिणयमेत्तेणं जोव्वणगम-णुप्पत्तेणं तहारूवाणं थेराणं अंतियं केवलिपण्णत्ते धम्मे णिसंते, से वि य धम्मे तुब्भे इच्छिए, पडिच्छिए, अभिरूइए; तं सुट्टु णं तुमं सुदंसणा ! इयाणिं पकरेसि। से तेणट्ठेणं सुदंसणा ! एवं वुच्चइ-अत्थि णं एएसिं पलिओवम-सागरोवमाणं खएड् वा अवचएइ वा । तएणं तस्स सुदंसणस्स सेट्ठिस्स समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं एयमट्ठे सोच्चा णिसम्म सुभेणं अज्झवसाणेणं, सुभेणं परिणामेणं, लेस्साहिं विसुज्झमाणीहिं, तयावरणिज्जाणं कम्माणं खओवसमेणं, ईहा-पोह-मग्गण-गवेसणं करेमाणस्स सण्णीपुव्वजाईसरणे समुप्पण्णे, मट्ठे सम्मं अभिसमेइ । तणं से सुदंसणे सेट्ठी समणेणं भगवया महावीरेणं संभारियपुव्वभवे दुगुणाणीयसड्ढसंवेगे आणंदंसुपुण्णणयणे समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ, करेत्ता वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- एवमेयं भंते ! से जहेयं तुब्भे वयह जाव उत्तरपुरच्छिमं दिसिभागं अवक्कमइ, सेसं जहा उसभदत्तस्स जाव सव्वदुक्खप्पहीणे, णवरं चोद्दस पुव्वाइं अहिज्झइ, बहुपडिपुण्णाई दुवालसवासाइं सामण्णपरियागं पाउणइ, सेसं तं चेव । सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ || एक्कारसमो उद्देसो समत्तो ॥ बारसमो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं आलभिया णामं णयरी होत्था, वण्णओ । संखवणे चेइए, वण्णओ। तत्थ णं आलभियाए णयरीए बहवे इसिभद्दपुत्तपामोक्खा समणोवासया परिवसंति- अड्ढा जाव बहुजणस्स अपरिभूया; अभिगयजीवा जीवा जाव अहापरि-ग्गहेहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणा विहरंति । तणं तेसिं समणोवासयाणं अण्णया कयाइ एगयओ सहियाणं समुवागयाणं सण्णिविट्ठाणं सण्णिसण्णाणं अयमेयारूवे मिहो कहासमुल्लावे समुप्पज्जित्था देवलोएसु णं अज्जो ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? 306 Page #317 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तएणं से इसिभद्दपुत्ते समणोवासए देवठिइगहियढे ते समणोवासए एवं वयासी- देवलोएसु णं अज्जो! देवाणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं ठिई पण्णत्ता, तेण परं समयाहिया, दुसमयाहिया जाव दससमयाहिया, संखेज्जसमयाहिया, असंखेज्जसमयाहिया, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता | तेण परं वोच्छिण्णा देवा य देवलोगा य । तएणं ते समणोवासया इसिभद्दपुत्तस्स समणोवासगस्स एवमाइक्खमाणस्स जाव एवं परूवेमाणस्स एयमढे णो सद्दहंति, णो पत्तियंति, णो रोयंति, एयमढे असद्दहमाणा, अपत्तियमाणा, अरोएमाणा जामेव दिसं पाउब्भया तामेव दिसं पडिगया। तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे जाव समोसढे । परिसा णिग्गया जाव पज्जुवासइ । तएणं ते समणोवासया इमीसे कहाए लद्धट्ठा समाणा हद्वतुट्ठा एवं जहा तुंगियउद्देसए जाव पज्जुवासंति । तएणं समणे भगवं महावीरे तेसिं समणोवासगाणं, तीसे य महइमहालिए परिसाए धम्म परिकहेइ जाव आणाए आराहए भवइ । तएणं ते समणोवासया समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्म सोच्चा णिसम्म हट्टतुट्ठा उठाए उद्वेइ, उद्वेत्ता समणं भगवं महावीरं वंदंति, णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीएवं खलु भंते ! इसिभद्दपुत्ते समणोवासए अम्हं एवं आइक्खड़ जाव परूवेइ-देवलोएसु णं अज्जो! देवाणं जहण्णेणं दस-वास-सहस्साइं ठिई पण्णत्ता, तेणं परं समयाहिया जाव तेण परं वोच्छिण्णा देवा य देवलोगा य से कहमेयं भंते ! एवं ? अज्जो ! त्ति समणे भगवं महावीरे ते समणोवासए एवं वयासी- जण्णं अज्जो! इसिभद्दपत्ते समणोवासए तुझं एवं आइक्खइ जाव परूवेइ-देवलोएसु णं अज्जो ! देवाणं जहण्णेणं दस वाससहस्साई ठिई पण्णत्ता, तेण परं समयाहिया जाव तेण परं वोच्छिण्णा देवा य देवलोगा य; सच्चे णं एसमढे, अहं पि णं अज्जो ! एवमाइक्खामि जाव परूवेमि- देवलोएस् णं अज्जो! देवाणं जहण्णेणं दस वास- सहस्साइं तं चेव जाव तेण परं वोच्छिण्णा देवा य देवलोगा य, सच्चे णं एसमढे। तएणं ते समणोवासगा समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं एयमहूँ सोच्चा णिसम्म समणं भगवं महावीरं वंदंति णमंसंति; वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव इसिभद्दपुत्ते समणोवासए तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता इसिभद्दपुत्तं समणोवासगं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता एयमहूँ सम्म विणएणं भुज्जो भुज्जो खामेति। तएणं ते समणोवासया पसिणाई पुच्छंति, पच्छित्ता अट्ठाइं परियादियंति, परियादियित्ता समणं भगवं महावीरं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता जामेव दिसं पाउब्भया तामेव दिसं पडिगया । भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ, णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीपभू णं भंते ! इसिभद्दपुत्ते समणोवासए देवाणुप्पियाणं अंतियं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए ? गोयमा ! णो इणढे समटे | इसिभद्दपुत्तेणं समणोवासए बहूहिं सीलव्वय- गुणव्वय- वेरमणपच्चक्खाण-पोसहोववासेहिं अहापरिग्गहिएहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणे ई वासाई 307 Page #318 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त समणोवासगपरियागं पाउणिहिइ, पाउणित्ता मासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसेहिइ, झूसेत्ता सद्धिं भत्ताइं अणसणाए छेदेहिइ, छेदेत्ता आलोइय पडिक्कंते समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा सोहम्मे कप्पे अरुणाभे विमाणे देवत्ताए उववज्जिहिइ । तत्थ णं अत्थेगइयाणं देवाणं चत्तारि पलिओवमाइं ठिई पण्णत्ता । तत्थ णं इसिभद्दपुत्तस्स वि देवस्स चत्तारि पलिओवमाइं ठिई भविस्सइ । से णं भंते ! इसिभद्दपुत्ते देवे ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं भवक्खएणं ठिईक्खएणं जाव कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं काहेइ । सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति भगवं गोयमे जाव अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तएणं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइ आलभियाओ णयरीओ संखवणाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता बहिया जणवयविहारं विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं आलभिया णामं णयरी होत्था, वण्णओ । तत्थ णं संखवणे णामं चेइए होत्था, वण्णओ। तस्स णं संखवणस्स चेइयस्स अदूरसामंते पोग्गले णामं परिव्वायए परिवसइ-रिउव्वेद-जजुव्वेद जाव बंभणएसु परिव्वायएसु य णएसु सुपरिणिट्ठिए छटुं-छट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं उड्ढं बाहाओ जाव आयावेमाणे विहरइ । तएणं तस्स पोग्गलस्स परिव्वायगस्स छटुं-छटेणं जाव आयावेमाणस्स पगइभद्दयाए जहा सिव्वस्स जाव विब्भंगे णाम अण्णाणे समुप्पण्णे । से णं तेणं विभंगेणं अण्णाणेणं समुप्पणेणं बंभलोए कप्पे देवाणं ठिइं जाणइ पासइ। तएणं तस्स पोग्गलस्स परिव्वायगस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्प- ज्जित्था- अत्थि णं ममं अइसेसे णाणदंसणे समप्पण्णे, देवलोएस् णं देवाणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं ठिई पण्णत्ता, तेण परं समयाहिया, दुसमयाहिया जाव असंखेज्जसमयाहिया, उक्कोसेणं दससागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता, तेणं परं वोच्छिण्णा देवा य देवलोगा य; एवं संपेहेइ, एवं संपेहेत्ता आयावणभूमीओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता तिदंडकुंडिया जाव धाउरत्ताओ य गेण्हइ, गेण्हेत्ता जेणेव आलभिया णयरी, जेणेव परिव्वायगावसहे, तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता भंडणिक्खेवं करेइ, करेत्ता आलभियाए णयरीए सिंघाडग जाव पहेसु अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ जाव परूवेइ- अत्थि णं देवाणुप्पिया ! ममं अइसेसे णाणदंसणे समुप्पण्णे, देवलोएसु णं देवाणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं, तहेव जाव वोच्छिण्णा देवा य देवलोगा य । तएणं आलभियाए णयरीए एएणं अभिलावेणं जहा सिवस्स, तं चेव जाव से कहमेयं मण्णे एवं? सामी समोसढे जाव परिसा पडिगया । भगवं गोयमे तहेव भिक्खायरियाए तहेव बहजणसई णिसामेड, णिसामेत्ता तहेव सव्वं भाणियव्वं जाव अहं पण गोयमा ! एवं आइक्खामि एवं भासामि जाव परूवेमि- देवलोएसु णं देवाणं जहण्णेणं दस वाससहस्साई ठिई पण्णत्ता, तेण परं समयाहिया दुसमयाहिया जाव उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता, तेण परं वोच्छिण्णा देवा य देवलोगा य । अत्थि णं भंते ! सोहम्मे कप्पे दव्वाइं सवण्णाई पि अवण्णाई पि तहेव पुच्छा ? 308 Page #319 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! हंता अत्थि । एवं ईसाणे वि जाव अच्चुए वि एवं चेव गेवेज्जविमाणेसु, अणुत्तरविमाणेसु, ईसिपब्भाराए वि । जाव हंता अत्थि । तएणं सा महतिमहालिया परिसा जाव पडिगया। तएणं आलभियाए णयरीए सिंघाडग-तिय, एवं जहा सिवस्स जाव सव्व- दुक्खप्पहीणे। णवरं तिदंड-कुंडियं जाव धाउरत्तवत्थपरिहिए परिवडियविभंगे आलभियं णयरिं मज्झमज्झेणं णिग्गच्छइ जाव उत्तरपुरत्थिमं दिसिभागं अवक्कमइ, अवक्कमित्ता तिदंडकुंडियं च जहा खंदओ जाव पव्वइओ | सेसं जहा सिवस्स जाव अव्वाबाहं सोक्खं अणुभवंति सासयं सिद्धा | ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || बारसमो उद्देसो समत्तो || ॥ एक्कारसं सतं समत्तं ॥ बारसमं सतं पढमो उद्देसो संखे जयंती पुढवी, पोग्गल अइवाय राहु लोगे य । णागे य देव आया, बारसमसए दसुद्देसा | तेणं कालेणं तेणं समएणं सावत्थी णामं णयरी होत्था, वण्णओ | कोट्ठए चेइए, वण्णओ। तत्थ णं सावत्थीए णयरीए बहवे संखप्पामोक्खा समणोवासगा परिवसंति-अड़ढा जाव बहजणस्स अपरिभूया; अभिगयजीवाजीवा जाव अहापरिग्ग- हिएहिं तवोक्कमेहिं अप्पाणं भावेमाणा विहरंति । तस्स णं संखस्स समणोवासगस्स उप्पला णामं भारिया होत्था, सुकमाल पाणिपाया जाव सुरूवा, समणोवासिया अभिगयजीवाजीवा जाव अहापरिग्गहिएहिं तवोक्कमेहिं अप्पाणं भावेमाणा विहरइ। तत्थ णं सावत्थीए णयरीए पोक्खली णामं समणोवासए परिवसइअड्ढे जाव अपरिभूए अभिगय जीवाजीवे जाव अहापरिग्गहिएहिं तवोक्कमेहिं अप्पाणं भावेमाणा विहरड़। तेणं कालेणं तेणं समएणं सामी समोसढे । परिसा णिग्गया जाव पज्जुवासइ। तएणं ते समणोवासगा इमीसे कहाए लद्धट्ठा समाणा जहा आलभियाए जा ते । तएणं समणे भगवं महावीरे तेसिं समणोवासगाणं तीसे य महइ महालियाए परिसाए धम्मकहा जाव परिसा पडिगया । तएणं ते समणोवासगा समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्म सोच्चा णिसम्म हट्टतुट्ठा समणं भगवं महावीरं वदति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता पसिणाई पुच्छंति पुच्छित्ता अट्ठाई परियादियंति, परियादियित्ता उडेति, उद्वेत्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियाओ कोट्टयाओ चेइयाओ पडिणिक्खमंति, पडिणिक्ख- मित्ता जेणेव सावत्थी णयरी तेणेव पहारेत्थ गमणाए । 309 Page #320 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तएणं से संखे समणोवासए ते समणोवासए एवं वयासी- तुज्झे णं देवाणुप्पिया! विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं उवक्खडावेह, तएणं अम्हे तं विपुलं असणं पाणं खाइमं साइम आसाएमाणा विसाएमाणा परिभाएमाणा परिभुजेमाणा पक्खियं पोसहं पडिजागरमाणा विहरिस्सामो | तएणं ते समणोवासगा संखस्स समणोवासगस्स एयमहूं विणएणं पडिसुणेति। तएणं तस्स संखस्स समणोवासगस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समु- प्पज्जित्था- णो सेयं तं विउलं असणं जाव साइमं आसाएमाणस्स विसाए माणस्स परिभाएमाणस्स परिभुजेमाणस्स पक्खियं पोसहं पडिजागर-माणस्स विहरित्तएसेयं खलु मे पोसहसालाए पोसहियस्स बंभयारिस्स उम्मुक्कमणि - सुवण्णस्स ववगय-माला-वण्णग-विलेवणस्स णिक्खित्तसत्थ- मुसलस्स एगस्स अबिइयस्स दब्भसंथारो-वगयस्स पक्खियं पोसहं पडिजागरमाणस्स विहरित्तए त्ति कट्ट एवं संपेहेइ, संपेहेत्ता जेणेव सावत्थी णयरी, जेणेव सए गिहे, जेणेव उप्पला समणोवासिया तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता उप्पलं समणोवासियं आपुच्छइ, आपुच्छित्ता जेणेव पोसहसाला तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता पोसहसालं अणुपविस्सइ, अणुपविस्सित्ता पोसहसालं पमज्जइ, पमज्जित्ता उच्चारपासवणभूमि पडिलेहेइ, पडिलेहित्ता दब्भसंथारगं संथरइ, संथरित्ता दब्भसंथारगं दूहइ, दुरुहित्ता पोसहसालाए पोसहिए बभयारा जाव पक्खियं पोसहं पडिजागरमाणे विहरइ । तएणं ते समणोवासगा जेणेव सावत्थी णयरी जेणेव साइं साइं गिहाइं, तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता विपुलं असणं पाणं खाइमं साइमं उवक्खडावेंति, उवक्खडावित्ता अण्णमण्णं सद्दावेंति, सद्दावेत्ता एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया! अम्हेहिं से विउले असण-पाण-खाइमसाइमे उवक्खडाविए, संखे य णं समणोवासए णो हव्व- मागच्छइ, तं सेयं खलु देवाणुप्पिया! अम्हं संखं समणोवासगं सद्दावेत्तए । तएणं से पोक्खली समणोवासए ते समणोवासए एवं वयासी-अच्छह णं तुब्भे देवाणुप्पिया! सुण्णिव्वुया वीसत्था, अहं णं संखं समणोवासगं सद्दावेमि, त्ति कट्ट तेसिं समणोवासगाणं अंतियाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता सावत्थीए णयरीए मज्झं-मज्झेणं जेणेव संखस्स समणोवासगस्स गिहे तेणेव उवागच्छइ, उवा-गच्छित्ता संखस्स समणोवासगस्स गिहं अणुपविढे । तएणं सा उप्पला समणोवासिया पोक्खलिं समणोवासयं एज्जमाणं पासइ, पासित्ता हट्ठ-तुट्ठा आसणाओ अब्भुढेइ अब्भुतुत्ता सत्तह पयाइं अणुगच्छइ, अणुगच्छित्ता पोक्खलिं समणोवासगं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता आसणेणं उवणिमंतेइ, उवणिमंतेत्ता एवं वयासी- संदिसउ णं देवाणुप्पिया ! किमागम- णप्पओयणं ? तएणं से पोक्खली समणोवासए उप्पलं समणोवासियं एवं वयासी-कहिं णं देवाणुप्पिए ! संखे समणोवासए ? तएणं सा उप्पला समणोवासिया पोक्खलिं समणोवासयं एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिया ! संखे समणोवासए पोसहसालाए पोसहिए जाव पक्खियं पोसहं पडिजागरमाणे विहरइ । 310 Page #321 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० ११ १२ १३ १४ १५ भगवई सुत्त तणं से पोक्खली समणोवासए जेणेव पोसहसाला, जेणेव संखे समणोवासए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता गमणागमणाए पडिक्कमइ, पडिक्कमित्ता संखं समणोवासयं वंद णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया! अम्हेहिं से विउले असणे पाणे खाइमे साइमे उवक्खडाविए, तं गच्छामो णं देवाणुप्पिया! तं विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं आसाएमाणा जाव पडिजागरमाणा विहारामो । तणं से संखे समणोवासए पोक्खलिं समणोवासयं एवं वयासी- णो खलु मे कप्पड़ देवाणुप्पिया! तं विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं आसाएमाणस्स जाव पडि जागरमाणस्स विहरित्तए; कप्पइ मे पोसहसालाए पोसहियस्स जाव पडिजागर - माणस्स विहरित्तए । तं छंदेणं देवाणुप्पिया ! तुब्भे तं विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं आसाएमाणा जाव विहरह। तणं से पोक्खली समणोवासए संखस्स समणोवासगस्स अंतियाओ पोसहसालाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता सावत्थिं णयरिं मज्झं-मज्झेणं जेणेव ते समणोवासगा तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता ते समणोवासए एवं वयासी एवं खलु देवाणुप्पिया ! संखे समणोवासए पोसहसालाए पोसहिए जाव विहरइ, तं छंदेणं देवाणुप्पिया ! तुब्भे विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं जाव विहरह, संखे णं समणोवासए णो हव्वमागच्छइ । तएणं ते समणोवासगा तं विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं आसाएमाणा जाव विहरति । तणं तस्स संखस्स समणोवासगस्स पुव्वरत्ता-वरत्तकालसमयंसि धम्मजागरियं जागरमाणस्स अयमेयारूवे जाव समुप्पज्जित्था - सेयं खलु मे कल्लं पाउप्पभायाए रयणीए जाव उट्ठियम्मि सूरे सहस्स रस्सिम्मि दिणयरे तेयसा जलंते समणं भगवं महावीरं वंदित्ता णमंसित्ता जाव पज्जुवासित्ता तओ पडिणियत्तस्स पक्खियं पोसहं पारित्तए त्ति कट्टु एवं संपेहेइ, एवं संपेहेत्ता कल्लं जाव जलते पोसहसालाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता सुद्धप्पावेसाई मंगल्लाइं वत्थाइं पवरपरिहिए सयाओ गिहाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता पायविहारचारेणं सावत्थिं णयरिं मज्झं-मज्झेणं जाव पज्जुवासइ । तएणं ते समणोवासगा कल्लं पाउप्पभायाए जाव उट्ठियम्मि सूरे सहस्सरस्सिम्मि जलते ण्हाया जाव अप्पमहग्घाभरणालंकिय सरीरा सएहिं सएहिं गेहेहिंतो पडिणिक्खमंति, पडिणिक्खमित्ता एगयओ मेलायंति, एगयओ मेलायित्ता पायविहारचारेणं जाव पज्जुवासंति। तणं समणे भगवं महावीरे तेसिं समणोवासगाणं तीसे य महइमहालियाए परिसाए धम्मं परिकहे जाव आणाए आराहए भवइ । तएणं ते समणोवासगा समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्मं सोच्चा णिसम्म हट्ठतुट्ठा उट्ठाए उट्ठेति, उट्ठेत्ता समणं भगवं महावीरं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव संखे समणोवासए तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता संखं समणोवासयं एवं वयासी- तुमं देवाणुप्पिया ! हिज्जो अम्हे अप्पणा चेव एवं वयासी- तुम्हे णं देवाणुप्पिया ! विउलं असणं पाणं खाइमं साइमं जाव विहरिस्सामो, तएणं तुमं पोसहसालाए जाव विहरिए, तं सु देवाणुप्पिया ! अम्हे हीलसि । णं तुम 311 Page #322 -------------------------------------------------------------------------- ________________ |१६ १७ |१८ |१९ २० भगवई सुत्त अज्जो ! त्ति समणे भगवं महावीरे ते समणोवासए एवं वयासी- मा णं अज्जो ! तुब्भे संख समणोवासयं हीलह, णिंदह, खिंसह, गरहह, अवमण्णह, संखे णं समणोवासए पियधम्मे चेव, दढधम्मे चेव, सुदक्खुजागरियं जागरिए । भंते! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीविहाणं भंते! जागरिया पण्णत्ता ? गोयमा! तिविहा जागरिया पण्णत्ता, तं जहा- बुद्धजागरिया अबुद्धजागरिया सुदक्खुजागरिया | से केणट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ तिविहा जागरिया पण्णत्ता, तं जहा- बुद्धजागरिया, अबुद्धजागरिया, सुदक्खुजागरिया ? गोयमा ! जे इमे अरिहंतो भगवंतो उप्पण्ण णाणदंसणधरा जहा खंदए जाव सव्वण्णू सव्वदरिसी, एए णं बुद्धा बुद्ध जागरियं जागरंति । जे इमे अणगारा भगवंतो ईरियासमिया भासासमिया जाव गुत्तबंभयारी एए णं अबुद्धा अबुद्धजागरियं जागरंति । जे इमे समणोवासगा अभिगयजीवाजीवा जाव अहापरिग्गहेहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेाणा विहरंति, एए णं सुदक्खुजागरियं जागरंति, से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- तिविहा जागरिया जाव सुदक्खुजागरिया | तणं से संखे समणोवासए समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- कोहवसट्टे णं भंते ! जीवे किं बंधइ, किं पगरेइ, किं चिणाइ, किं उवचिणाइ ? संखा ! कोहवसट्टे णं जीवे आउयवज्जाओ सत्त कम्मपगडीओ सिढिल-बंधण- बद्धाओ एवं जहा पढमसए असंवुडस्स अणगारस्स जाव अणुपरियट्टा । माणवसट्टे वि एवं चेव, एवं मायावसट्टे वि, एवं लोभवसट्टे वि जाव अणुपरियट्टा । तएणं ते समणोवासगा समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं एयमट्ठे सोच्चा णिसम्म भीया तत्था तसिया संसारभउव्विग्गा समणं भगवं महावीरं वंदंति, णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव संखे समणोवासए तेणेव उवागच्छंति उवागच्छित्ता संखं समणोवासयं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता एयमट्ठे सम्मं विणएणं भुज्जो भुज्जो खामेंति । तएणं ते समणोवासगा सेसं जहा आलभियाए जाव पडिगया । भंते! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीपभू णं भंते ! संखे समणोवासए देवाणुप्पियाणं अंतियं मुंडे भवित्ता आगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । एवं जहा इसिभद्दपुत्तस्स जाव सव्व दुक्खाणं अंतं काहे । ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ 312 Page #323 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 2 ३ ४ 19 भगवई सुत्त बीओ उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं कोसंबी णामं णयरी होत्था, वण्णओ । चंदोवतरणे चेइए, वण्णओ । तत्थ णं कोसंबीए णयरीए सहस्साणीयस्स रण्णो पोत्ते सयाणीयस्स रण्णो पुत्ते चेडगस्स रणो णत्तुए मियावईए देवीए अत्तए जयंतीए समणोवासियाए भत्तिज्जए उदायणे णामं राया होत्था, वण्णओ । तत्थ णं कोसंबीए णयरीए सहस्साणीयस्स रण्णो सुण्हा सयाणीयस्स रण्णो भज्जा चेडगस्स रण्णो धूया उदायणस्स रण्णो माया जयंतीए समणोवासियाए भाउज्जा मियावई णामं देवी होत्था, वण्णओ । सुकुमाल - पाणिपाया जाव सुरूवा; समणोवासिया अभिगय जीवाजीवा जाव अहापरिग्गहेहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तत्थ णं कोसंबीए णयरीए सहस्साणीयस्स रण्णो धूया सयाणीयस्स रण्णो भगिणी उदायणस्स रण्णो पिउच्छा मियावईए देवीए णणंदा वेसालीसावयाणं अरहंताणं पुव्वसिज्जायरी जयंती णामं समोणवासिया होत्था, सुकुमाल पाणिपाया जाव सुरूवा; अभिगय जीवाजीवा जाव अहापरिग्गहेहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं सामी समोसढे जाव परिसा पज्जुवासइ । तएणं से उदायणे राया इमीसे कहाए लद्धट्ठे समाणे हट्ठतुट्ठे कोडुंबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! कोसंबिं णयरिं सब्भिंतर-बाहिरियं आसित्तसमज्जिओवलित्तं करेत्ता य कारवेत्ता एयमाणत्तियं पच्चपिणह एवं जहा कूणिओ तहेव सव्वं जाव पज्जुवासइ । तएणं सा जयंती समणोवासिया इमीसे कहाए लद्धट्ठा समाणी हट्ठ-तुट्ठा जेणेव मियावई देवी तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता मियावरं देविं एवं वयासी एवं जहा णवमसए उस दत्तो जाव णिस्सेसाए आणुगामियत्ताए भविस्सइ । तएणं सा मियावई देवी जयंतीए समणोवासियाए जहा देवाणंदा जाव पडिसुणेइ । तएणं सा मियावई देवी कोडुंबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासी- खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया! लहुकरण-जुत्तजोइय जाव धम्मियं जाणप्पवरं जुत्तामेव उवट्ठवेह जाव उवट्ठवेंति उवट्ठवित्ता तमाणत्तियं पच्चप्पिणंति । तणं सा मियावई देवी जयंतीए समणोवासियाए सद्धिं पहाया जाव अप्पमहग्घा भरणालंकियसरीरा बहूहिं खुज्जाहिं जाव अंतेउराओ णिग्गच्छइ, णिगच्छित्ता जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला जेणेव धम्मिए जाणप्पवरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता जाव दुरूढा । तएणं सा मियावई देवी जयंतीए समणोवासियाए सद्धिं धम्मियं जाणप्पवरं दुरूढा समाणी णियगपरियाल संपरिवुडा जहा उसभदत्तो जाव धम्मियाओ जाणप्पवराओ पच्चोरुहइ । तएणं सा मियावई देवी जयंतीए समणोवासियाए सद्धिं बहूहिं खुज्जाहिं जहा देवाणंदा जाव वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता उदायणं रायं पुरओ कट्टु ठिइया चेव पज्जुवासइ । तएणं समणे भगवं महावीरे उदायणस्स रण्णो, मियावईए देवीए जयंतीए समणोवासियाए, तीसे य 313 Page #324 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त महइमहालियाए परिसाए धम्म परिकहेइ जाव परिसा पडिगया, उदायणे पडिगए, मियावई देवी वि पडिगया । तएणं सा जयंती समणोवासिया समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्म सोच्चा णिसम्म हद्वतुट्ठा समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीकहं णं भंते! जीवा गरुयत्तं हव्वमागच्छंति? जयंती! पाणाइवाएणं जाव मिच्छादंसणसल्लेणं, एवं खलु जीवा गरुयत्तं हव्वमागच्छंति । कहण्णं भंते जीवा लयत्तं हव्वमागच्छंति? जयंती! पाणाइवायवेरमणेणं जाव मिच्छादसणसल्ल-वेरमणेणं, एवं खलु जीवा लहुयत्तं हव्वंमागच्छंति । एवं जहा पढमेसते संसारं आउलीकरेंति, परित्ती करेंति, दीहीकरेंति, हस्सीकरेंति, अणुपरियŞति, एवं वीईवयंति । भवसिद्धियत्तणं भंते ! जीवाणं किं सभावओ, परिणामओ ? जयंती ! सभावओ, णो परिणामओ । सव्वे वि णं भंते ! भवसिद्धिया जीवा सिज्झिस्संति ? हंता, जयंती ! सव्वे वि णं भवसिद्धिया जीवा सिज्झिस्संति । १० जइ णं भंते ! सव्वे वि भवसिद्धिया जीवा सिज्झिस्संति, तम्हा णं भवसिद्धियविरहिए लोए भविस्सइ ? जयंति ! णो इणढे समढे । से केणं खाइएणं अटेणं भंते ! चइ- सव्वे वि णं भवसिद्धिया जीवा सिज्झिस्संति, णो चेव णं भवसिद्धियविरहिए लोए भविस्सइ ? जयंती ! से जहाणामए सव्वागाससेढी सिया; अणाईया, अणवदग्गा, परित्ता, परिवुडा; सा णं परमाणुपोग्गलमेत्तेहिं खंडेहि समए समए अवहीरमाणी-अवहीरमाणी अणंताहिं ओसप्पिणीउसप्पिणीहिं अवहीरंति, णो चेव णं अवहिया सिया । से तेणद्वेणं जयंती ! एवं वच्चइ- सव्वे वि णं भवसिद्धिया जीवा सिज्झिस्संति, णो चेव णं भवसिद्धियविरहिए लोए भविस्सइ। सुत्तत्तं भंते ! साहू, जागरियत्तं साहू ? जयंती ! अत्थेगइयाणं जीवाणं सुत्तत्तं साहू, अत्थेगइयाणं जीवाणं जागरियत्तं साहू । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-अत्थेगइयाणं जाव साहू ? जयंती ! जे इमे जीवा अहम्मिया अहम्माणुया अहम्मिट्ठा अहम्मक्खाई अहम्मपलोई अहम्मपलज्जणा अहम्मसमुदायारा अहम्मेणं चेव वित्तिं कप्पेमाणा विहरंति, एएसिं णं जीवाणं सुत्तत्तं साहू । एए णं जीवा सुत्ता समाणा णो बहूणं पाणाणं भूयाणं जीवाणं सत्ताणं दुक्खणयाए सोयणयाए जाव परियावणयाए वढूति, एए णं जीवा सुत्ता समाणा अप्पाणं वा परं वा तदुभयं वा णो बहूहिं अहम्मियाहिं संजोयणाहिं संजोएत्तारो भवंति, एएसिं णं जीवाणं सुत्तत्तं साहू । 314 Page #325 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२ १३ १४ १५ भगवई सुत्त जयंती ! जे इमे जीवा धम्मिया धम्माणुया जाव धम्मेणं चेव वितिं कप्पेमाणा विहरंति, एएसिं णं जीवाणं जागरियत्तं साहू । एए णं जीवा जागरा समाणा बहूणं पाणाणं जाव सत्ताणं अदुक्खणयाए जाव अपरियावणयाए वट्टंति, तेणं जीवा जागरमाणा अप्पाणं वा परं वा तदुभयं वा बहूहिं धम्मियाहिं संजोयणाहिं संजोएत्तारो भवंति । एए णं जीवा जागरमाणा धम्मजागरियाए अप्पाणं जागरइत्तारो भवंति, एएसि णं जीवाणं जागरियत्तं साहू; से तेणद्वेणं जयंती ! एवं वुच्चइ-अत्थेगइयाणं जीवाणं सुत्तत्तं साहू, अत्थेगइयाणं जीवाणं जागरियत्तं साहू । बलियत्तं भंते ! साहू दुब्बलियत्तं साहू ? जयंती ! अत्थेगइयाणं जीवाणं बलियत्तं साहू, अत्थेगइयाणं जीवाणं दुब्बलियत्तं साहू । सेकेणणं भंते! एवं वुच्चइ ? जयंती ! जे इमे जीवा अहम्मिया जाव अहम्मेणं चेव वित्तिं कप्पेमाणा विहरंति एएसि णं जीवाणं दुब्बलियत्तं साहू । एए णं जीवा एवं जहा सुत्तस्स तहा दुब्बलियत्तस्स वत्तव्वया भाणियव्वा । बलियस्स जहा जागरस्स तहा भाणियव्वं जाव संजोएत्तारो भवंति, एएसि णं जीवाण बलियत्तं साहू, से तेणद्वेणं जयंती ! एवं वुच्चइ- तं चेव जाव साहू I दक्खत्तं भंते ! साहू, आलसियत्तं साहू ? जयंती ! अत्थेगइयाणं जीवाणं दक्खत्तं साहू, अत्थेगइयाणं जीवाणं आलसियत्तं साहू | सेकेणणं भंते! एवं वुच्चइ ? जयंती ! जे इमे जीवा अहम्मिया जाव अहम्मेणं चेव वित्तिं कप्पेमाणा विहरंति, एएसि णं जीवाणं आलसियत्तं साहू । एए णं जीवा आलसा समाणा णो बहूणं, एवं जहा सुत्ता तहा आलसा भाणियव्वा, जहा जागरा तहा दक्खा भाणियव्वा जाव संजोएत्तारो भवंति । एए णं जीवा दक्खा समाणा बहूहिं आयरियवेयावच्चेहिं जाव उवज्झाय-वेयावच्चेहिं, थेर-वेयावच्चेहिं तवस्सि-वेयावच्चेहिं, गिलाण वेयावच्चेहिं, सेह वेयावच्चेहिं, कुल वेयावच्चेहिं, गण वेयावच्चेहिं, संघ वेयावच्चेहिं साहम्मियवेयावच्चेहिं अत्ताणं संजोएत्तारो भवंति, एएसि णं जीवाणं दक्खत्तं साहू से तेणद्वेणं तं चैव जाव साहू T सोइंदियवसट्टे णं भंते ! जीवे किं बंधइ ? जयंति ! जहा कोहवसट्टे भणियं तहेव सोइंदियवसट्टे वि भाणियव्वं जाव अणुपरियट्टइ। एवं चक्खिंदियवसट्टे वि जाव फासिंदियवसट्टे वि । तणं सा जयंती समणोवासिया समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं एयमट्ठे सोच्चा णिसम्म हट्ठट्ठा सेसं जहा देवाणंदा तहेव पव्वइया जाव सव्वदुक्खप्पहीणा ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ बीओ उद्देसो समत्तो ॥ 315 Page #326 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तइओ उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- कइ णं भंते ! पुढवीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! सत्त पुढवीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- पढमा दोच्चा जाव सत्तमा। पढमा णं भंते ! पुढवी किं णामा किं गोत्ता पण्णत्ता ? गोयमा ! घम्मा णामेणं, रयणप्पभा गोत्तेणं, एवं जहा जीवाभिगमे पढमो णेरड्यउद्देसओ सो चेव णिरवसेसो भाणियव्वो जाव अप्पाबगं ति || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ तइओ उद्देसो समत्तो || चउत्थो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- दो भंते ! परमाणुपोग्गला एगयओ साहण्णंति, एगयओ साहण्णित्ता किं भवइ ? गोयमा ! दुप्पएसिए खंधे भवइ, से भिज्जमाणे दुहा कज्जइ, एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ परमाणुपोग्गले भवइ । तिण्णि भंते ! परमाणुपोग्गला एगयओ साहण्णंति, साहण्णित्ता किं भवइ? गोयमा ! तिपएसिए खंधे भवइ । से भिज्जमाणे दुहा वि तिहा वि कज्जइ, दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे भवइ, तिहा कज्जमाणे तिण्णि परमाणुपोग्गला भवंति । चत्तारि भंते ! परमाणुपोग्गला एगयओ साहण्णंति, पुच्छा | गोयमा ! चउपएसिए खंधे भवइ, से भिज्जमाणे दुहा वि तिहा वि चहा वि कज्जइ, दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ, अहवा दो दुपएसिया खंधा भवंति । तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दुप्पएसिए खंधे भवइ, चहा कज्जमाणे चत्तारि परमाणुपोग्गला भवंति । पंच भंते ! परमाणुपोग्गला, पुच्छा | गोयमा ! पंचपएसिए खंधे भवइ । से भिज्जमाणे दुहा वि तिहा वि चहा वि पंचहा वि कज्जइ; दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ चउपएसए खंधे भवइ, अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ; तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ तिप्पएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति; चहा कज्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ दुप्पएसिए खंधे भवइ, पंचहा कज्जमाणे पंच परमाणुपोग्गला भवंति । छब्भंते ! परमाणुपोग्गला, पुच्छा । ४ ५ छब्मत 316 Page #327 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा! छप्पएसिए खंधे भवइ, से भिज्जमाणे दुहा वि तिहा वि जाव छव्विहा वि कज्जइ। दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ दुप्पएसिए खंधे, एगयओ चउपएसिए खंधे भवइ, अहवा दो तिपएसिया खंधा भवंति । तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ चउपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे, गयओ तिपएसिए खंधे भवइ, अहवा तिण्णि दुपएसिया खंधा भवंति । चउहा कज्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ दो परमाणपोग्गला, एगयओ दो दुप्पएसिया खंधा भवंति । पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे भवइ । छहा कज्जमाणे छ परमाणुपोग्गला भवंति । सत्त भंते ! परमाणुपोग्गला, पुच्छा। गोयमा! सत्तपएसिए खंधे भवइ; से भिज्जमाणे दुहा वि जाव सत्तहा वि कज्जइ । दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दुप्पसिए खंधे, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ तिप्पएसिए खंधे, एगयओ चउपएसिए खंधे भवइ । तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ चउपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ। चउहा कज्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ तिण्णि दुपएसिया खंधा भवंति | पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति। छहा कज्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे भवइ। सत्तहा कज्जमाणे सत्त परमाणुपोग्गला भवंति । अट्ठ भंते! परमाणुपोग्गला, पुच्छा । गोयमा! अट्ठपएसिए खंधे भवइ । से भिज्जमाणे दुहा वि जाव सतहा वि कज्जइ। दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दपएसिए खंधे, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ; अहवा दो चउप्पएसिया खंधा भवंति। तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला भवंति, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुप्पएसिए खंधे एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ, अहवा 317 Page #328 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति | चउहा कज्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दोण्णि परमाणपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ; अहवा चत्तारि दुपएसिया खंधा भवंति । पंचहा कज्जमाणे चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ तिपए- सिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणु पोग्गला, एगयओ तिण्णि दुपएसिया खंधा भवंति । छहा कज्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला; एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ चत्तारि परमाणपोग्गला, एगयओ दो दपएसिया खंधा भवति । सत्तहा कज्जमाणे एगयओ छ परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे भवइ। अट्टहा कज्जमाणे अट्ठ परमाणपोग्गला भवंति । णव भंते ! परमाणपोग्गला, पच्छा ।। गोयमा ! णव पएसिए खंधे भवइ । से भिज्जमाणे दुहा वि कज्जइ जाव णवविहा कज्जइ; दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणु पोग्गले एगयओ अट्ठपएसिए खंधे भवइ, एवं एक्केक्कं संचारतेहिं जाव अहवा एगयओ चउप्पएसिए खंधे; एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ । तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणपोग्गले, एगयओ दो चउप्पएसिया खंधा भवंति, (अहवा एगयओ दो दुपएसिया खंधा एगयओ पंचपऐसिए खंधे भवइ), अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ चउपएसिए खंधे भवड़; अहवा तिणि तिपएसिया खंधा भवंति | चउहा कज्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ छप्पसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोगला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ पंच-पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ तिण्णि दुप्पएसिया खंधा, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ । पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला; एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ तिण्णि परमाणपोग्गला, एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ 318 Page #329 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ चत्तारि दुपएसिया खंधा भवंति । छहा कज्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ दुप्पएसिए खंधे, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ तिण्णि दुप्पसिया खंधा भवंति । सत्तहा कज्जमाणे एगयओ छ परमाणुपोग्गला, एगयओ तिप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ पंच परमाणुपोग्गला, एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति । अट्टहा कज्जमाणे एगयओ सत्त परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे भवइ । णवहा कज्जमाणे णव परमाणुपोग्गला भवंति । दस भंते ! परमाणुपोग्गला, पुच्छा ? गोयमा ! दस पएसिए खंधे भवइ । से भिज्जमाणे दुहा वि कज्जइ जाव दसविहा वि कज्जइ। दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ णवपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दपएसिए खंधे, एगयओ अट्ठपएसिए खंधे भवइ; एवं एक्केक्कं संचारेयव्वं ति जाव अहवा दो पंच पएसिया खंधा भवंति । तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ अट्ठपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ सत्तपए- सिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ चउप्पएसिए खंधे, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ; [अहवा एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ;] अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ पंच पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ दो चउप्पएसिया खंधा भवंति, अहवा एगयओ दो तिपएसिया खंधा, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ । चउहा कज्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोगला, एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ तिप्पएसिए खंधे, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दो चउप्पएसिया खंधा भवंति; [अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दो दुपए सिया खंधा, एगयओ पंचपएसिए खंधे भव;] अहवा एगयओ परमाणु पोग्गले एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिण्णि तिपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ तिण्णि दुपएसिया खंधा, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति । पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ; 319 Page #330 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १८ १९ २० २१ २२ २३ भगवई सुत्त अहवा एगयओ तिणि परमाणुपोग्गला, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ चउपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगओ चउपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणु पोग्गला, एगयओ एग दुपएसिए खंधे, एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिण्णि दुपएसिया खंधा, एगयओ तिपए - सिए खंधे भवइ, अहवा पंच दुपएसिया खंधा भवंति । छहा कज्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ चउपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला; एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ चत्तारि दुपएसिया खंधा भवंति। सत्तहा कज्जमाणे एगयओ छ परमाणुपोग्गला, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ पंच परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ तिण्णि दुपएसिया खंधा भवंति । अट्ठहा कज्जमाणे एगयओ सत्त परमाणुपोग्गला, एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ छ परमाणुपोग्गला, एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति। णवहा कज्जमाणे एगयओ अट्ठ परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे भवइ । दसहा कज्जमाणे दस परमाणुपोग्गला भवंति । संखेज्जा णं भंते ! परमाणुपोग्गला एगयओ साहण्णंति, एगयओ साहणित्ता किं भवइ ? गोयमा ! संखेज्जपएसिए खंधे भवइ । से भिज्जमाणे दुहा वि जाव दसहा वि संखेज्जहा वि कज्जइ । दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ संखेज्ज -पएसिए खंधे भवइः अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; एवं जाव अहवा एगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा दो संखेज्जपएसिया खंधा भवंति । तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; एवं जाव अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणु-पोग्गले, एगयओ दो संखेज्जपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ दो संखेज्जपएसिया खंधा भवंति एवं जाव अहवा एगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ दो संखेज्जपएसिया खंधा भवंति; अहवा तिण्णि संखेज्ज - पएसिया खंधा भवंति । 320 Page #331 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त चउहा कज्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ तिप्पएसिए खंधे, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; एवं जाव अहवा एगयओ दो परमा-णुपोग्गला; एगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दो संखेज्जपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ दो संखेज्जपएसिया खंधा भवंति; जाव अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ दो संखेज्जपएसिया खंधा भवंति, अहवा एगयओ परमाणपोग्गले, एगयओ तिण्णि संखेज्जपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ तिण्णि संखेज्जपएसिया खंधा भवंति; जाव अहवा एगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ तिण्णि संखेज्जपएसिया खंधा भवंति; अहवा चत्तारि संखेज्जपएसिया खंधा भवंति | एवं एएणं कमेणं पंचगसंजोगो वि भाणियव्वो एवं जाव णवगसंजोगो । दसहा कज्जमाणे एगयओ णव परमाणुपोग्गला, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ अट्ठ परमाणु पोग्गला, एगयओ दुपएसिए, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ । एएणं कमेणं एक्केक्को पूरेयव्वो जाव अहवा एगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ णव संखेज्जपएसिया खंधा भवंति; अहवा दस संखेज्जपएसिया खंधा भवंति । संखेज्जहा कज्जमाणे संखेज्जा परमाणुपोग्गला भवंति । असंखेज्जा णं भंते ! परमाणुपोग्गला एगयओ साहण्णंति, एगयओ साहणित्ता किं भवइ ? गोयमा ! असंखेज्जपएसिए खंधे भवइ; से भिज्जमाणे दुहा वि जाव दसहा वि संखेज्जहा वि असंखेज्जहा वि कज्जइ । दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे भवइ; जाव अहवा एगयओ दसपएसिए खंधे भवइ, एगयओ असंखिज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा दो असंखेज्जपएसिया खंधा भवंति। तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ असंखिज्ज- पएसिए खंधे भवइ; जाव अहवा एगयओ परमाणपोग्गले. एगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दो असंखेज्जपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ दो असंखेज्जपएसिया खंधा भवंति, एवं जाव अहवा एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे, एगयओ दो असंखेज्जपएसिया खंधा भवंति; अहवा तिण्णि असंखेज्जपएसिया खंधा भवति । 321 Page #332 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त चहा कज्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे भवइ, एवं चउक्कगसंजोगो जाव दसगसंजोगो, एए जहेव संखेज्ज- पएसियस्स, णवरं असंखेज्जगं एग अहिगं भाणियव्वं जाव अहवा दस असंखेज्ज- पएसिया खंधा भवंति । संखेज्जहा कज्जमाणे एगयओ संखेज्जा परमाणुपोग्गला, एगयओ असंखेज्ज पएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ संखेज्जा दुपएसिया खंधा, एगयओ असंखेज्ज-पएसिए खंधे भवइ; एवं जाव अहवा एगयओ संखेज्जा दसपएसिया खंधा, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ संखेज्जा संखेज्ज-पएसिया खंधा, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे भवइ; अहवा संखेज्जा असंखेज्जपएसिया खंधा भवंति । असंखेज्जहा कज्जमाणे असंखेज्जा परमाणुपोग्गला भवंति । अणंता णं भंते ! परमाणुपोग्गला जाव किं भवइ ? गोयमा ! अणंतपएसिए खंधे भवइ; से भिज्जमाणे दुहा वि तिहा वि जाव दसहा वि संखेज्जाअसंखेज्जा - अणंतहा वि कज्जइ । दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ अणंतपएसिए खंधे भवइ; जाव अहवा दो अणंतपएसिया खंधा भवंति । तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ अणंतपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणपोग्गले, एगयओ दुपएसिए, एगयओ अणंतपएसिए खंधे भवइ; जाव अहवा एगयओ परमाणपोग्गले, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे, एगयओ अणंतपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दो अणंतपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ दो अणंत-पए सिया खंधा भवंति, एवं जाव अहवा एगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ दो अणंतपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे, एगयओ दो अणंतपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे, एगयओ दो अणंतपएसिया खंधा भवंति; अहवा तिण्णि अणंतपएसिया खंधा भवंति । चउहा कज्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ अणंतपएसिए खंधे भवइ; एवं चउक्कसंजोगो जाव असंखेज्जगसंजोगो, एए सव्वे जहेव असंखेज्जाणं भणिया तहेव अणंताण वि भाणियव्वं, णवरं एक्कं अणंतगं अब्भहियं भाणियव्वं जाव अहवा एगयओ संखेज्जा संखेज्जपएसिया खंधा, एगयओ अणंतपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ संखेज्जा असंखेज्जपएसिया खंधा, एगयओ अणंतपएसिए खंधे भवड़; अहवा संखेज्जा अणंतपएसिया खंधा भवंति। असंखेज्जहा कज्जमाणे एगयओ असंखेज्जा परमाणपोग्गला, एगयओ अणंत- पएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ असंखेज्जा दुपएसिया खंधा, एगयओ अणंत- पएसिए खंधे भवइ; जाव अहवा एगयओ असंखेज्जा संखेज्जपएसिया खंधा, एगयओ अणंतपएसिए खंधे भवइ; अहवा एगयओ असंखेज्जा असंखेज्जपएसिया खंधा, एगयओ अणंत पएसिए खंधे भवइ अहवा असंखेज्जा अणंतपएसिया खंधा भवंति। अणंतहा कज्जमाणे अणंता परमाणुपोग्गला भवंति | 322 Page #333 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एएसि णं भंते ! परमाणुपोग्गलाणं साहणणा भेयाणुवाएणं अणंताणंता पोग्गलपरियट्टा समणुगंतव्वा भवंतीतिमक्खाया ? हंता गोयमा ! एएसि णं परमाणुपोगलाणं साहणणा जाव मक्खाया । कइविहे णं भंते ! पोग्गलपरियट्टे पण्णत्ते ? गोयमा ! सत्तविहे पोग्गलपरियट्टे पण्णत्ते, तं जहा- ओरालियपोग्गलपरियट्टे वेउव्वियपोग्गलपरियट्टे तेयापोग्गलपरियट्टे कम्मापोग्गलपरियट्टे मणपोग्गलपरियट्टे वइपोग्गलपरियट्टे आणापाणुपोग्गलपरियट्टे । णेरइयाणं भंते ! कइविहे पोग्गलपरियट्टे पण्णत्ते ? गोयमा ! सत्तविहे पोग्गलपरियट्टे पण्णत्ते, तं जहा- ओरालिय पोग्गलपरियट्टे वेउव्वियपोग्गलपरियट्टे जाव आणापाणुपोग्गलपरियट्टे | एवं जाव वेमाणियाणं । एगमेगस्स णं भंते ! णेरयस्स केवइया ओरालियपोग्गलपरिया अतीता ? गोयमा ! अणंता | केवइया पुरेक्खडा ? गोयमा ! कस्सइ अत्थि, कस्सइ णत्थि; जस्सत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा । एगमेगस्स णं भंते ! असुरकुमारस्स केवइया ओरालिय-पोग्गल-परियट्टा ? गोयमा ! एवं चेव, एवं जाव वेमाणियस्स | एगमेगस्स णं भंते ! णेरयस्स केवइया वेउव्वियपोग्गलपरिया, अतीता? गोयमा! अणंता, एवं जहेव ओरालियपोग्गलपरियट्टा तहेव वेठब्विय पोग्गलपरियट्टा वि भाणियव्वा। एवं जाव वेमाणियस्स। एवं जाव आणापाण-पोग्गलपरियट्टा। एए एगत्तिया सत्त दंडगाभवंति। णेरइयाणं भंते ! केवइया ओरालियपोग्गलपरियट्टा अतीता ? गोयमा! अणंता । केवइया पुरेक्खडा ? अणंता । एवं जाव वेमाणियाणं । एवं वेउव्वियपोग्गलपरियट्टा वि । एवं जाव आणापाणुपोग्गल-परियट्टा जाव वेमाणियाणं एवं एए पोहत्तिया सत्त चउव्वीसदंडगा | एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स णेरइयत्ते केवइया ओरालियपोग्गलपरियट्टा अतीता ? गोयमा! णत्थि एक्को वि | केवइया प्रेक्खडा ? णत्थि एक्को वि | एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स असुरकुमारत्ते केवइया ओरालियपोग्गल परियट्टा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव थणियकुमारत्ते जहा असुरकुमारत्ते । एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स पढविक्काइयत्ते केवइया ओरालिय-पोग्गलपरियट्टा अतीता ? 323 Page #334 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! अणंता, केवइया पुरेक्खडा ? कस्सइ अत्थि, कस्सइ णत्थि; जस्सत्थि तस्स जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा, एवं जाव मणुस्सत्ते, वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणियत्ते जहा असुरकुमारत्ते। एगमेस्स णं भंते ! असुरकुमारस्स णेरइयत्ते केवइया ओरालियपोग्गल-परियट्टा? एवं जहा णेरइयस्स वत्तव्वया भणिया, तहा असुरकुमारस्स वि भाणियव्वा जाव वेमाणियत्ते। एवं जाव थणियकुमारस्स | एवं पुढविक्काइयस्स वि । एवं जाव वेमाणियस्स, सव्वेसिं एक्को गमो । एगमेगस्स णं भंते ! णेरइयस्स णेरइयत्ते केवइया वेउव्वियपोग्गलपरियट्टा अतीता ? गोयमा ! अणंता, केवड्या पुरेक्खडा ? एकोत्तरिया जाव अणंता वा, एवं जाव थणियकुमारत्ते। पुढविकाइयत्ते पुच्छा । णत्थि एक्को वि, केवइया पुरेक्खडा ? णत्थि एक्को वि, एवं जत्थ वेउव्वियसरीरं अत्थि तत्थ एगुत्तरिओ, जत्थ णत्थि तत्थ जहा पुढविकाइयत्ते तहा भाणियव्वं जाव वेमाणियस्स वेमाणियत्ते। तेयापोग्गलपरियट्टा, कम्मापोग्गलपरियट्टा य सव्वत्थ एगुत्तरिया भाणियव्वा । मणपोग्गलपरियट्टा सव्वेसु पंचिंदिएस एगुत्तरिया, विगलिंदिएसु णत्थि । वइपोग्गलपरियट्टा एवं चेव, णवरं एगिदिएसु णत्थि सेसेसु भाणियव्वा। आणापाणुपोग्गलपरियट्टा सव्वत्थ एगुत्तरिया जाव वेमाणियस्स वेमाणियत्ते । णेरइयाणं भंते ! णेरइयत्ते केवइया ओरालियपोग्गलपरियट्टा अतीता ? गोयमा ! णत्थि एक्को वि । केवइया पुरेक्खडा ? णत्थि एक्को वि, एवं जाव थणियकुमारत्ते। पुढविकाइयत्ते, पुच्छा । गोयमा ! अणंता | केवइया पुरेक्खडा ? अणंता, एवं जाव मणुस्सत्ते । वाणमंतर- जोइसियवेमाणियत्ते जहा जेरइयत्ते, एवं जाव वेमाणियस्स वेमाणियत्ते, एवं सत्त वि पोग्गलपरियट्टा भाणियव्वा; जत्थ अत्थि तत्थ अतीता वि पुरेक्खडा वि अणंता भाणियव्वा, जत्थ णत्थि तत्थ दो वि णत्थि भाणियव्वा । जाव वेमाणियाणं वेमाणियत्ते केवइया आणापाणुपोग्गलपरियट्टा अतीता ? अणंता | केवइया प्रेक्खडा? अणंता । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- ओरालियपोग्गलपरियट्टे, ओरालिय-पोग्गल-परियट्टे ? गोयमा ! जण्णं जीवेणं ओरालियसरीरे वट्टमाणेणं ओरालियसरीर पाओग्गाइं दव्वाई ओरालियसरीरत्ताए गहियाइं, बद्धाइं, पुट्ठाइं, कडाइं, पढ़वियाइं, णिविट्ठाइं, अभिणिविट्ठाइं, अभिसमण्णागयाइं, परियाइयाइं, परिणामियाई, णिज्जिणाइं, णिसिरियाई, णिसिट्ठाई भवंति; से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वच्चइ-ओरालियपोग्गलपरियट्टे ओरालियपोग्गलपरियट्टे | 324 Page #335 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवं वेउव्वियपोग्गलपरियट्टे वि, णवरं वेउव्वियसरीरे वट्टमाणेणं वेउव्वियसरीर पाओग्गाई दव्वाइं वेउव्वियसरीरत्ताए गहियाइं सेसं तं चेव सव्वं, एवं जाव आणापाणपोग्गल- परियट्टे, णवरं आणापाणुपाओग्गाइं सव्वदव्वाइं आणापाणुत्ताए गहियाइं, सेसं तं चेव । ओरालियपोग्गलपरियट्टे णं भंते ! केवइकालस्स णिव्वत्तिज्जइ ? गोयमा ! अणंताहिं उस्सप्पिणि-ओसप्पिणीहिं, एवइकालस्स णिव्वित्तिज्जइ। एवं वेउव्वियपोग्गलपरियट्टे वि । एवं जाव आणापाणपोग्गलपरियट्टे वि | एयस्स णं भंते ! ओरालिय-पोग्गलपरियट्ट-णिव्वत्तणा-कालस्स, वेउव्विय-पोग्गल-परियट्टणिव्वत्तणा-कालस्स जाव आणापाण-पोग्गलपरियट्ट-णिव्वत्तणा-कालस्स कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवे कम्मग - पोग्गलपरियट्ट - णिव्वत्तणाकाले, तेया - पोग्गलपरियट्टणिव्वत्तणाकाले अणंतगुणे, ओरालिय-पोग्गल-परियट्ट-णिवत्तणाकाले अणंतगुणे, आणापाणुपोग्गलपरियट्ट - णिवत्तणाकाले अणंतगुणे, मणपोग्गल - परियट्ट - णिवत्तणाकाले अणंतगुणे, वइपोग्गल - परियट्ट- णिवत्तणाकाले अणंतगुणे वेठव्विय - पोग्गलपरियट्टणिव्वत्तणाकाले अणंतगुणे | एएसि णं भंते ! ओरालियपोग्गलपरियट्टाणं जाव आणापाणुपोग्गल-परियडाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा वेउवियपोग्गलपरियट्टा, वइपोग्गलपरिया मणपोग्गलपरियट्टा अणंतगुणा, आणापाणुपोग्गलपरियट्टा अणंतगुणा, ओरालियपोग्गलपरियट्टा अणंतगुणा, तेयापोग्गलपरियट्टा अणंतगुणा, कम्मगपोग्गलपरियट्टा अणंतगुणा । | सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || चउत्थो उद्देसो समत्तो || पंचमो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी-अह भंते ! पाणाइवाए मुसावाए अदिण्णादाणे मेहणे परिग्गहे- एस णं कइवण्णे कइगंधे कइरसे कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचवण्णे, दुगंधे, पंचरसे, चउफासे पण्णत्ते । अह भंते ! कोहे, कोवे, रोसे, दोसे, अखमा, संजलणे, कलहे, चंडिक्के भंडणे, विवादे; एस णं कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचवण्णे, दुगंधे, पंचरसे, चउफासे पण्णत्ते । अह भंते ! माणे, मए, दप्पे, थंभे, गव्वे, अत्तुक्कोसे, परपरिवाए, उक्कासे, अवक्कासे, उण्णत्ते, उण्णामे, दुण्णामे; एस णं कइवण्णे कइ फासे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचवण्णे, दुगंधे, पंचरसे, चउफासे पण्णत्ते । 325 Page #336 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ 19 ८ १० ११ १२ १३ भगवई सुत्त अह भंते ! माया, उवहि, णियडी, वलये, गहणे, णूमे, कक्के, कुरूए, जिम्हे, किव्विसे, आयरणया, गूहणया, वंचणया, पलिउंचणया, साइजोगे य; एस णं कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचवण्णे जाव चउफासे पण्णत्ते । अह भंते! लोभे, इच्छा, मुच्छा, कंखा, गेही, तण्हा, भिज्झा, अभिज्झा, आसासणया, पत्थणया, लालप्पणया, कामासा, भोगासा, जीवियासा, मरणासा, णंदीरागे; एस णं कइवणे जाव कइफासे पण्णत्ते? गोयमा ! पंचवण्णे जाव चउफासे पण्णत्ते । अह भंते ! पेज्जे, दोसे, कलहे जाव मिच्छादंसणसल्ले; एस णं कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचवण्णे जाव चउफासे पण्णत्ते । अह भंते! पाणाइवायवेरमणे जाव परिग्गहवेरमणे; कोहविवेगे जाव मिच्छादंसणसल्लविवेगे; एस णं कइवणे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! अवण्णे, अगंधे, अरसे, अफासे पण्णत्ते । अह भंते! उप्पत्तिया वेणइया कम्मिया पारिणामिया; एस णं कइवण्णा जाव कइफासा पण्णत्ता ? गोयमा ! अवण्णा जाव अफासा पण्णत्ते । अह भंते ! उग्गहे ईहा अवाए धारणा एस णं कइवण्णा जाव कइफासा पण्णत्ता ? गोयमा ! अवण्णा जाव अफासा पण्णत्ता । अह भंते ! उट्ठाणे कम्मे बले वीरिए पुरिसक्कारपरक्कमे एस णं कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! अवण्णे जाव अफासे पण्णत्ते । सत्तमे णं भंते! ओवासंतरे कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! अवणे जाव अफासे पण्णत्ते । सत्तमे णं भंते ! तणुवाए कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? घणवाए, गोयमा ! जहा पाणाइवाए, णवरं अट्ठफासे पण्णत्ते । एवं जहा सत्तमे तणुवाए तहा सत्तमे घणोदही, पुढवी । छट्टे उवासंतरे अवण्णे; तणुवाए जाव छट्ठी पुढवी, एयाई अट्ठफसाइं। एवं जहा सत्तमाए पुढवीए वत्तव्वया भणिया तहा जाव पढमाए पुढवीए भाणियव्वं । जंबुद्दीवे दीवे जाव सयंभुरमणे समुद्दे, सोहम्मे कप्पे जाव ईसिपब्भारा पुढवी, रइयावासा जाव वेमाणियावासा एयाणि सव्वाणि अट्ठफासाणि । णेरड्या णं भंते ! कइवण्णा जाव कइफासा पण्णत्ता । गोयमा ! वेउव्विय-तेयाइं पडुच्च पंचवण्णा, पंचरसा, दुग्गंधा, अट्ठफासा पण्णत्ता; कम्मगं पडुच्च पंचवण्णा, पंचरसा, दुगंधा, चउफासा पण्णत्ता; जीवं पडुच्च अवण्णा जाव अफासा पण्णत्ता । एवं जाव थणिकुमारा । 326 Page #337 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त पुढविक्काइयाणं पुच्छा । गोयमा ! ओरालिय, तेयगाइं पडुच्च पंचवण्णा जाव अट्ठफासा पण्णत्ता; कम्मगं पडुच्च जहा णेरड्याणं; जीवं पडुच्च तहेव । एवं जाव चरिंदिया; णवरं वाउक्काइया ओरालिय, वेउव्विय, तेयगाइं पडुच्च पंचवण्णा जाव अट्ठफासा पण्णत्ता; सेसं जहा णेरइयाणं । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया जहा वाउक्काइया । मणुस्साणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! ओरालिय-वेउव्विय-आहारग-तेयगाइं पडुच्च पंचवण्णा जाव अट्ठफासा पण्णत्ता; कम्मगं, जीवं च पडुच्च जहा णेरइयाणं | वाणमंतर- जोइसिय-वेमाणिया जहा पेरइया । धम्मत्थिकाए जाव जीवत्थिकाए; एए सव्वे अवण्णा जाव अफासा। पोग्गलत्थिकाए पंचवण्णे, पंचरसे, दुगंधे, अट्ठफासे पण्णत्ते । णाणावरणिज्जे जाव अंतराइए; एयाणि चउफासाणि | कण्हलेसा णं भंते ! कइवण्णा जाव कइ फासा पण्णत्ता । गोयमा ! दव्वलेसं पड़च्च पंचवण्णा जाव अट्ठफासा पण्णत्ता; भावलेसं पड़च्च अवण्णा अगंधा, अरसा अफासा | एवं जाव सुक्कलेस्सा | सम्मद्दिहि मिच्छादिट्ठी सम्मामिच्छादिट्ठी चक्खइंसणे अचखुदंसणे ओहिदंसणे केवलदंसणे आभिणिबोहियणाणे जाव विभंगणाणे; आहारसण्णा जाव परिग्गहसण्णा; एयाणि अवण्णाणि अगंधाणि, अरसाणि अफासाणि । ओरालियसरीरे जाव तेयगसरीरे; एयाणि अट्ठफासाणि । कम्मगसरीरे चउफासे | मणजोगे, वयजोगे य चउफासे; कायजोगे अट्ठफासे | सागारोवओगे य अणगारोवओगे य अवण्णा जाव अफासा ।। सव्वदव्वा णं भंते ! कइवण्णा जाव कइफासा पण्णत्ता । गोयमा ! अत्थेगइया सव्वदव्वा पंचवण्णा जाव अट्ठफासा पण्णत्ता; अत्थेगइया सव्वदव्वा पंचवण्णा जाव चउफासा पण्णत्ता; अत्थेगइया सव्वदव्वा एगवण्णा एगगंधा एगरसा दुफासा पण्णत्ता; अत्थेगइया सव्वदव्वा अवण्णा जाव अफासा पण्णत्ता । एवं सव्वपएसा वि, सव्वपज्जवा वि । तीयद्धा अवण्णा जाव अफासा पण्णत्ता । एवं अणागयता वि | एवं सव्वद्धा वि । जीवे णं भंते ! गब्भं वक्कममाणे कइवण्णं, कइगंधं, कइरसं, कइफासं परिणामं परिणमइ ? गोयमा ! पंचवण्णं, पंचरसं, दुगंधं, अट्ठफासं परिणाम परिणमइ। कम्मओ णं भंते ! जीवे विभत्तिभावं परिणमइ णो अकम्मओ ? कम्मओ णं जगे विभत्तिभावं परिणमइ णो अकम्मओ ? हंता गोयमा ! कम्मओ णं जीवे विभत्तिभावं परिणमइ, णो अकम्मओ विभत्तिभावं परिणमइ। एवं जगे वि || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || पचंमो उद्देसो समत्तो || ॥ एक्कारसं सतं समत्तं ॥ 327 Page #338 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त छटो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- बहुजणे णं भंते ! अण्णमण्णस्स एवमाइक्खड़ जाव एवं परूवेइएवं खलु राहू चंदं गेण्हइ, एवं खलु राहू चंदं गेण्हइ ॥ से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जण्णं से बहुजणे अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ जाव मिच्छं ते एवमाहंसु, अहं पुण गोयमा ! एवमाइक्खामि जाव एवं परूवेमि- एवं खलु राहू देवे महिड्ढीए जाव महासोक्खे, वरवत्थधरे वरमल्लधरे, वरगंधधरे, वराभरणधारी, राहुस्स णं देवस्स णव णामधेज्जा पण्णत्ता, तं जहा- सिंघाडए, जडिलए, खत्तए, खरए, दद्दरे, मगरे, मच्छे, कच्छभे, कण्हसप्पे। राहुस्स णं देवस्स विमाणा पंचवण्णा पण्णत्ता, तं जहा- किण्हा, णीला, लोहिया, हालिद्दा, सुक्किल्ला । अत्थि कालए राहविमाणे खंजणवण्णाभे पण्णत्ते, अत्थि णीलए राहुविमाणे लाउयवण्णाभे पण्णत्ते, अत्थि लोहिए राहविमाणे मंजिट्ठवण्णाभे पण्णत्ते, अत्थि पीयए राहुविमाणे हालिद्दवण्णाभे पण्णत्ते, अत्थि सुक्किल्लए राहविमाणे भासरासिवण्णाभे पण्णत्ते । जया णं राहू आगच्छमाणे वा गच्छमाणे वा विउव्वमाणे वा परियारेमाणे वा चंदलेस्सं पुरत्थिमेणं आवरित्ता णं पच्चत्थिमेणं वीईवयइ तया णं पुरत्थिमेणं चंदे उवदंसेइ, पच्चत्थिमेणं राहू । जया णं राहू आगच्छमाणे वा गच्छमाणे वा विउव्वमाणे वा परियारेमाणे वा चंदलेस्सं पच्चत्थिमेणं आवरित्ता णं पुरत्थिमेणं वीईवयइ तया णं पच्चत्थिमेणं चंदे उवदंसेइ, पुरत्थिमेणं राहू । एवं जहा पुरत्थिमेणं पच्चत्थिमेणं य दो आलावगा भणिया तहा दाहिणेण य उत्तरेण य दो आलावगा भाणियव्वा । एवं उत्तरपुरत्थिमेण य दाहिणपच्चत्थिमेण य दो आलावगा भाणियव्वा । एवं दाहिणपुरत्थिमेणं उत्तरपच्चत्थिमेणं य दो आलावगा भाणियव्वा, एवं चेव जाव तया णं उत्तरपच्चत्थिमेणं चंदे उवदंसेइ, दाहिणपुरत्थिमेणं राहू । जया णं राहू आगच्छमाणे वा गच्छमाणे वा विउव्वमाणे वा परियारेमाणे वा चंदलेस्सं आवरेमाणे-आवरेमाणे चिट्ठइ तया णं मणुस्सलोए मणुस्सा वयंति- एवं खलु राहू चंदं गेण्हेइ, एवं खलु राहू चंदं गेण्हइ । जया णं राहू आगच्छमाणे जाव परियारेमाणे चंदस्स लेस्सं आवरित्ता णं पासेणं वीईवयइ तया णं मणुस्सलोए मणुस्सा वयंति- ‘एवं खलु चंदेणं राहुस्स कुच्छी भिण्णा, एवं खल चंदेणं राहुस्स कुच्छी भिण्णा' । जया णं राहू आगच्छमाणे वा जाव परियारेमाणे चंदस्स लेस्सं आवरित्ता णं पच्चोसक्कइ तया णं मणुस्सलोए मणुस्सा वयंति"एवं खलु राहणा चंदे वंते, एवं खल राहणा चंदे वंते ।' जया णं राह आगच्छमाणे वा जाव स्यारेमाणे वा चंदलेस्सं अहे सपक्खिं सपडिदिसिं आवरित्ता णं चिट्ठइ तया णं मणस्सलोए मणुस्सा वयंति- "एवं खलु राहुणा चंदे घत्थे, एवं खलु राहुणा चंदे घत्थे ।" कइविहे णं भंते ! राहू पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे राहू पण्णत्ते, तं जहा- धुवराहू य पव्वराहू य । तत्थ णं जे से धुवराहू से बहुलपक्खस्स पाडिवए पण्णरसइभागेणं पण्णरसइभागं चंदस्स लेस्सं आवरेमाणे आवरेमाणे चिट्ठइ, तंजहा- पढमाए पढमं भागं, बितियाए बितियं भागं जाव पण्णरसेसु पण्णरसमं भागं, 328 Page #339 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ 19 w ७ भगवई सुत्त चरिमसमये चंदे रत्ते भवइ, अवसेसे समये चंदे रत्ते य विरत्ते य भवइ; तमेव सुक्कपक्खस्स उवदंसेमाणे उवदंसेमाणे चिट्ठइ, पढमाए पढमं भागं जाव पण्णरसेसु पण्णरसमं भागं, चरिमसमये चंदे विरत्ते भवइ; अवसेसे समये चंदे रत्ते य विरत्ते य भवइ । तत्थ णं जे से पव्वराहू से जहण्णेणं छण्हं मासाणं उक्कोसेणं बायालीसाए मासाणं चंदस्स, अडयालीसाए संवच्छराणं सूरस्स लेस्सं आवरेमाणे आवरेमाणे चिट्ठइ । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ - चंदे ससी, चंदे ससी ? गोयमा ! चंदस्स णं जोइसिंदस्स जोइसरण्णो मियंके विमाणे, कंता देवा, कंताओ देवीओ, कंताइं आसण-सयण-खंभभंडमत्तोवगरणाई, अप्पणा वि य णं चंदे जोइसिंदे जोइसराया सोमे कंते सुभए पियदंसणे सुरूवे, से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ चंदे ससी, चंदे ससी । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ-सूरे आइच्चे, सूरे आइच्चे ? गोयमा ! सूरादिया णं समया इ वा आवलिया इ वा जाव उस्सप्पिणी इ वा अवसप्पिणी इ वा, से तेणट्टेणं जाव आइच्चे | चंदस्स णं भंते! जोइसिंदस्स जोइसरण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! जहा दसमसए जाव णो चेव णं मेहुणवत्तियं । सूरस्स वि तहेव । चंदिम-सूरिया णं भंते ! जोइसिंदा जोइसरायाणो केरिसए कामभोगे पच्चणु- भवमाणा विहरति? गोयमा! से जहाणामए केइ पुरिसे पढमजोव्वणुट्ठाणबलत्थे पढम जोव्वणुट्ठाणबलत्थाए भारियाए सद्धिं अचिरवत्तविवाहकज्जे, अत्थगवेसणयाए सोलसवासविप्पवासिए से णं तओ लद्धट्ठे, कयकज्जे, अणहसमग्गे पुणरवि णियगगिहं हव्वमागए, ण्हाए जाव सव्वालंकारविभूसिए मणुण्णं थालिपागसुद्धं अट्ठारसवंजणाउलं भोयणं भुत्ते समाणे, तंसि तारिसगंसि वासघरंसि एवं वण्णओ महब्बले कुमारे जाव सयणोवयारकलिए, ताए तारिसियाए भारियाए सिंगारागारचारुवेसाए जाव कलियाए अणुरत्ताए अविरत्ताए मणाणुकूलाए सद्धिं इट्ठे सद्दे फरिसे जाव पंचविहे माणुस कामभोगे पच्चणुब्भवमाणे विहरेज्जा । से णं गोयमा ! पुरिसे विउसमणकालसमयंसि केरिसयं सायासोक्खं पच्चणुब्भवमाणे विहरइ ? ओरालं समणाउसो ! तस्स णं गोयमा ! पुरिसस्स कामभोगेहिंतो वाणमंतराणं देवाणं एत्तो अणंत- गुण-विसिट्ठतरा चेव कामभोगा; वाणमंतराणं देवाणं कामभोगेहिंतो असुरिंद- वज्जियाणं भवणवासिणं देवाणं एत्तो अणंतगुण- विसिट्ठतरा चैव कामभोगा; असुरिंदवज्जियाणं भवणवासियाणं देवाणं कामभोगेहिंतो असुरकुमाराणं देवाणं एत्तो अणंतगुणविसिट्ठतरा चेव कामभोगा; असुरकुमाराणं देवाण भोगे गहगण-णक्खत्त-तारा-रूवाणं जोइसिया देवाण एत्तो अणंतगुणविसिट्ठतरा चेव कामभोगा; गहगण-णक्खत्त जाव कामभोगेहिंतो चंदिम-सूरियाणं जोइसियाणं जोइसराईणं एत्तो अणंतगुणविसिट्ठतरा चेव कामभोगा; चंदिम-सूरिया णं गोयमा ! 329 Page #340 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जोइसिंदा जोइसरायाणो एरिसे कामभोगे पच्चणुब्भवमाणा विहरंति । || सेवं भंते ! सेवं भंते !॥ || छट्ठो उद्देसो समत्तो || सत्तमो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं जाव एवं वयासी- के महालए णं भंते ! लोए पण्णत्ते ? गोयमा ! महइमहालए लोए पण्णत्ते, पुरत्थिमेणं असंखेज्जाओ जोयण- कोडाकोडीओ, एवं दाहिणेण वि पच्चत्थिमेण वि, उत्तरेण वि; एवं उड्डंपि, अहे वि असंखेज्जाओ जोयणकोडाकोडीओ आयामविक्खंभेणं । एयंसि णं भंते ! एमहालयंसि लोगंसि अत्थि केइ परमाणुपोग्गलमेत्ते वि पएसे, जत्थ णं अयं जीवे ण जाए वा ण मए वा वि ? गोयमा ! णो इणढे समढे। से केणद्वेणं भंते ! एवं वच्चड- एयंसि णं एमहालयंसि लोगंसि पत्थि केड परमाणपोग्गलमत्ते वि पएसे, जत्थ णं अयं जीवे ण जाए वा ण मए वा वि ? गोयमा ! से जहाणामए केइ पुरिसे अयासयस्स एगं महं अयावयं करेज्जा; से णं तत्थ जहण्णेणं एक्कं वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं अयासहस्सं पक्खिवेज्जा, ताओ णं तत्थ पउरगोयराओ पउरपाणियाओ जहण्णेणं एगाहं वा दुयाहं वा तियाहं वा उक्कोसेणं छम्मासे परिवसेज्जा । अत्थि णं गोयमा ! तस्स अयावयस्स केई परमाणुपोग्गलमेत्ते वि पएसे, जेणं तासिं अयाणं उच्चारेण वा पासवणेण वा खेलेण वा सिंघाणेण वा वंतेण वा पित्तेण वा पूएण वा सुक्केण वा सोणिएण वा चम्मेहिं वा रोमेहिं वा सिंगेहिं वा खुरेहिं वा पहेहिं वा अणक्कंतपुव्वे भवइ ? णो इणढे समढे, होज्जा वि णं गोयमा ! तस्स अयावयस्स केई परमाणपोग्गलमेत्ते वि पएसे, जे णं तासिं अयाणं उच्चारेण वा जाव णहेहिं वा अणोक्वं गो चेव णं एयंसि एमहालयंसि लोगंसि लोगस्स य सासयं भावं, संसारस्स य अणाइभावं, जीवस्स य णिच्चभावं, कम्मबहुत्तं, जम्मण- मरणबाहुल्लं च पडुच्च णत्थि केइ परमाणुपोग्गलमेत्ते वि पएसे, जत्थ णं अयं जीवे ण जाए वा ण मए वा वि | से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ एयंसिणं एमहालियंसि लोगंसि णत्थि केइ परमाणु पोग्गलमेत्ते पएसे जत्थणं अयं जीवे ण जाए ण मए वा वि | कइ णं भंते ! पुढवीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! सत्त पुढवीओ पण्णत्ताओ । एवं जहा पढमसए पंचमे-उद्देसए तहेव आवासा ठावेयव्वा जाव अणुत्तरविमाणे त्ति जाव अपराजिए, सव्वट्ठसिद्धे । 330 Page #341 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अयं णं भंते ! जीवे इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससय- सहस्सेसु एगमेगंसि णिरयावासंसि पुढविकाइयत्ताए जाव वणस्सइकाइयत्ताए णरगत्ताए णेरइयत्ताए उववण्णपुव्वे? हंता गोयमा ! असई अदुवा अणंतखुत्तो । सव्वजीवा वि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरया वाससहस्सेसु, पुच्छा ? गोयमा! तं चेव जाव अणंतखुत्तो । अयं णं भंते ! जीवे सक्करप्पभाए पुढवीए पणवीसाए णिरयावास-सय सहस्सेसु एगमेगंसि रयावासंसि, पच्छा ? गोयमा ! जहा रयणप्पभाए तहेव दो आलावगा भाणियव्वा । एवं जाव धूमप्पभाए । अयं णं भंते ! जीवे तमाए पुढवीए पंचूणे णिरयावाससयसहस्से एगमेगंसि णिरयावासंसि, पुच्छा ? गोयमा ! तं चेव जाव अणंत खुत्तो | एवं दो वि आलावगा | अयं णं भंते ! जीवे अहेसत्तमाए पुढवीए पंचसु अणुत्तरेसु महइमहालएसु महाणिरएसु एगमेगंसि णिरयावासंसि पच्छा ? गोयमा ! जहा रयणप्पभाए | अयं णं भंते! जीवे चउसट्ठीए असुरकुमारावाससयसहस्सेसु एगमेगंसि असुरकुमारावासंसि पुढविक्काइयत्ताए जाव वणस्सइकाइयत्ताए देवत्ताए देवित्ताए आसण-सयणभंडमत्तोवगरणत्ताए उव हंता गोयमा ! जाव अणंतखुत्तो । सव्वजीवा वि णं भंते ! एवं चेव, एवं जाव थणियकुमारेसु। णाणत्तं आवासेसु, आवासा पुव्वभणिया । अयं णं भंते ! जीवे असंखेज्जेसु पुढविक्काइयावास-सयसहस्सेसु एगमेगंसि पुढविक्काइयावासंसि पुढविक्काइयत्ताए जाव वणस्सइकाइयत्ताए उववण्णपुव्वे ? हंता गोयमा ! जाव अणंतखुत्तो । एवं सव्वजीवा वि, एवं जाव वणस्सइ-काइएसु । अयं णं भंते ! जीवे असंखेज्जेसु बेइंदियावाससयसहस्सेसु एगमेगसि बेइंदियावासंसि पुढविक्काइयत्ताए जाव वणस्सइकाइयत्ताए; बेइंदियत्ताए उववण्ण- पुव्वे ? हंता गोयमा ! जाव अणंत खुत्तो । सव्वजीवा वि णं एवं चेव । एवं जाव मणुस्सेसु, णवरं तेइंदिएसु जाव वणस्सइकाइयत्ताए तेइंदियत्ताए, चरिंदिएसु चरिंदियत्ताए, पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु पंचिंदियतिरिक्खजोणियत्ताए, मणुस्सेसु मणुस्सत्ताए, सेसं जहा बेइंदियाणं । वाणमंतर-जोइसिय- सोहम्मीसाणेसु य जहा असुरकुमाराणं । अयं णं भंते ! जीवे सणंकमारे कप्पे बारससु विमाणावाससयसहस्सेसु एगमेगंसि वेमाणियावासंसि पुढविकाइयत्ताए पुच्छा ? १२ 331 Page #342 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! जहा असुरकुमाराणं जाव अणंतखुत्तो, णो चेव णं देवित्ताए, एवं सव्वजीवा वि । एवं जाव आरणच्चुएसु । अयं णं भंते ! जीवे तिसु वि अट्ठारसुत्तरेसु गेविज्जविमाणावासेसु पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव जहा सणंकुमारेसु । अयं णं भंते ! जीवे पंचसु अणुत्तरविमाणेसु एगमेगंसि अणुत्तरविमाणंसि पुच्छा ? गोयमा ! तहेव जाव असई वा अणंतखुत्तो, णो चेव णं देवत्ताए वा देवित्ताए वा, एवं सव्वजीवा वि । अयं णं भंते ! जीवे सव्वजीवाणं माइत्ताए, पिइत्ताए, भाइत्ताए, भगि- णित्ताए, भज्जत्ताए, पुत्तत्ताए, धूयत्ताए, सुण्हत्ताए उववण्णपुव्वे ? हंता गोयमा ! असई, अदुवा अणंतखुत्तो । सव्वजीवा वि णं भंते ! इमस्स जीवस्स माइत्ताए जाव उववण्णपुव्वा ? हंता गोयमा ! असइं अदुवा अणंतखुत्तो। अयं णं भंते! जीवे सव्वजीवाणं अरित्ताए, वेरियत्ताए, घायगत्ताए, वहगत्ताए, पडिणीयत्ताए, पच्चामित्तत्ताए उववण्णपुव्वे ? हंता गोयमा ! असई अदुवा अणंतखुत्तो। सव्वजीवा वि णं भंते इमस्स जीवस्स अरित्तए जाव उववण्णपुव्वा ! हंता गोयमा ! असइं अदुवा अणंतखुत्तो । अयं णं भंते ! जीवे सव्वजीवाणं रायत्ताए, जुवरायत्ताए जाव सत्थवाहत्ताए उववण्णपुव्वे ? हंता गोयमा ! असइं अदुवा अणंतखुत्तो । सव्वजीवाणं एवं चेव । अयं णं भंते ! जीवे सव्वजीवाणं दासत्ताए, पेसत्ताए, भयगत्ताए, भाइल्लगत्ताए, भोगपुरिसत्ताए, सीसत्ताए, वेसत्ताए उववण्णपुव्वे ? हंता गोयमा ! असई अदुवा अणंतखुत्तो। एवं सव्वजीवा वि अणंतखुत्तो। || सेवं भंते! सेवं भंते॥ ॥ सत्तमो उद्देसो समत्तो || अट्ठमो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं जाव एवं वयासी- देवे णं भंते ! महिडढीए जाव महासोक्खे अणंतरं चयं चइत्ता बिसरीरेसु णागेसु उववज्जेज्जा ? हंता गोयमा ! उववज्जेजा | २ से णं तत्थ अच्चिय - वंदिय - पइय - सक्कारिय - सम्माणिए दिव्वे सच्चे सच्चोवाए सण्णिहियपाडिहरे यावि भवेज्जा ? 332 Page #343 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त हंता, गोयमा ! भवेज्जा | से णं भंते ! तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता सिज्झेज्जा जाव सव्वदक्खाणं अंतं करेज्जा ? हंता, गोयमा ! सिज्झेज्जा जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेज्जा । देवे णं भंते ! महिड्ढीए जाव बिसरीरेसु मणीसु उववज्जेजा ? हंता, गोयमा! उववज्जेज्जा जहा णागाणं जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेज्जा । देवे णं भंते ! महिड्ढीए जाव बिसरीरेसु रुक्खेसु उववज्जेज्जा ? हंता, गोयमा ! उववज्जेज्जा सेसं जहा णागाणं णवरं सण्णिहियपाडिहेरे लाउल्लोइयमहिए यावि भवेज्जा । सेसं तं चेव जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेज्जा | | अह भंते ! गोलंगूलवसभे, कुक्कुडवसभे, मंडुक्कवसभे एएणं णिस्सीला णिव्वया णिग्गुणा णिम्मेरा णिप्पच्चक्खाणपोसहोववासा कालमासे कालं किच्चा इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए उक्कोसेणं सागरोवमठिईयंसि णरयंसि रइयत्ताए उववज्जेजा ? समणे भगवं वागरेइ- उववज्जमाणे उववन्ने त्ति वत्तव्वं सिया । अह भंते ! सीहे वग्घे जहा उस्स(ओस)प्पिणीउद्देसए जाव परस्सरे एए णं णिस्सीला जाव णरयंसि रइयत्ताए उववज्जेज्जा ? हंता, गोयमा ! उववज्जेज्जा । अह भंते ! ढंके कंके विलए मग्गुए सिखी, एए णं णिस्सीला जाव णरयंसि जेरइयत्ताए उववज्जेज्जा ? हंता, गोयमा ! उवज्जेज्जा || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || अहमो उद्देसो समत्तो || णवमो उद्देसो कइविहा णं भंते ! देवा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा देवा पण्णत्ता, तंजहा- भवियदव्वदेवा णरदेवा धम्मदेवा देवाहिदेवा भावदेवा । से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ- भवियदव्वदेवा भवियदव्वदेवा ? गोयमा! जे भविए पंचिंदियतिरिक्खजोणिए वा मणुस्से वा देवेसु उववज्जित्तए से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- भवियदव्वदेवा भवियदव्वदेवा | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- णरदेवा, णरदेवा ? गोयमा ! जे इमे रायाणो चाउरंतचक्कवट्टी उप्पण्णसमत्तचक्करयणप्पहाणा णवणिहिपइणो समिद्धकोसा बत्तीसं रायवरसहस्साणुयायमग्गा सागर-वरमेहलाहिवइणो मणुस्सिंदा, से तेणद्वेणं जाव णरदेवा, णरदेवा । 333 Page #344 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- धम्मदेवा, धम्मदेवा ? गोयमा ! जे इमे अणगारा भगवंतो ईरियासमिया जाव गुत्तबंभयारी, से तेणटेणं जाव धम्मदेवा, धम्मदेवा । से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ- देवाहिदेवा, देवाहिदेवा ? गोयमा ! जे इमे अरिहंता भगवंतो उप्पण्णणाण-दंसणधरा जाव सव्वदरिसी, से तेणटेणं जाव देवाहिदेवा, देवाहिदेवा । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- भावदेवा, भावदेवा ? गोयमा ! जे इमे भवणवइ-वाणमंतर-जोइस-वेमाणिया देवा देवगइणामगोयाई कम्माइं वेदेति, से तेणद्वेणं जाव भावदेवा, भावदेवा । भवियदव्वदेवा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति, किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्ख-मणुस्सदेवेहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! णेरएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्ख मणुस्स देवेहिंतो वि उववज्जति, भेओ जहा वक्कंतीए सव्वेसु उववाएयव्वा जाव अणुत्तरोववाइय त्ति, णवरं असंखेज्जवासाउयअकम्मभूमग-अंतरदीवग-सव्वदृसिद्धवज्जं जाव अपराजिय-देवेहिंतो वि उववज्जंति, णो सव्वट्ठसिद्धदेवेहिंतो उववज्जंति । णरदेवा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति, किं णेरइएहितो, पुच्छा ? गोयमा ! णेरइएहिंतो उववज्जति, णो तिरिक्खजोणिएहितो, णो मणुस्सेहिंतो, देवेहितो वि उववज्जंति । जइ णेरइएहिंतो उववज्जंति किं रयणप्पभापुढविणेरइएहितो उववज्जंति जाव अहेसत्तमपुढविणेरइएहितो उववज्जंति ? गोयमा ! रयणप्पभापुढविणेरइएहिंतो उववज्जंति, णो सक्करप्पभापुढवि णेरइएहिंतो जाव णो अहेसत्तमपुढविणेरइएहिंतो उववज्जंति । जइ देवेहिंतो उववज्जति किं भवणवासिदेवेहिंतो उववज्जंति, वाणमंतर- जोइसियवेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! भवणवासिदेवेहितो वि उववज्जंति, वाणमंतर देवेहिंतो वि, एवं सव्वदेवेस् उववाएयव्वा, वक्कंतिभेएणं जाव सव्वट्ठसिद्धत्ति । धम्मदेवा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति, किं णेरइएहितो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा! वक्कंतिभेएणं सव्वेसु उववाएयव्वा जाव सव्वट्ठसिद्ध त्ति । णवरं तमा-अहेसत्तमाएतेउ- वाउ-असंखिज्ज-वासाउय-अकम्मभूमग-अंतरदीवग-वज्जेसु । । देवाहिदेवा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति, किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा! णेरइएहिंतो उववज्जंति, णो तिरिक्खजोणिएहितो, णो मणुस्सेहितो, देवेहितो वि उववज्जति। 334 Page #345 -------------------------------------------------------------------------- ________________ |१३ १४ | १५ १६ १७ १९ २० २१ २३ २४ भगवई सुत्त जइ णेरइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! तिसु पुढवीसु उववज्जंति, साओ खोडेयव्वाओ । जइ देवेहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! वेमाणिएसु सव्वेसु उववज्जंति जाव सव्वसिद्धत्ति, सेसा खोडेयव्वा । भावदेवा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? एवं जहा वक्कंतीए भवणवासीणं उववाओ तहा भाणियव्वो । भवियदव्वदेवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहणणेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई । णरदेवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता । गोयमा ! जहण्णेणं सत्त वाससयाई, उक्कोसेणं चउरासीई पुव्वसय-सहस्साइं । धम्मदेवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता । गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी । देवाहिदेवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता । गोयमा ! जहण्णेणं बावत्तरिं वासाई, उक्कोसेणं चउरासीइं पुव्वसयसहस्साइं । भावदेवाणं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता । गोयमा ! जहण्णेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाई । भवियदव्वदेवा णं भंते! किं एगत्तं पभू विउव्वित्तए, पुहुत्तं पभू विउव्वित्तए ? गोयमा ! एगत्तं पि पभू विउव्वित्तए, पुहुत्तं पि पभू विउव्वित्तए, एगत्तं विव्वमाणे एगिंदियरूवं वा जाव पंचिंदियरूवं वा, पुहुत्तं विउव्वमाणे एगिंदियरूवाणि वा जाव पंचिंदियरूवाणि वा, ताइं संखेज्जाणि वा असंखेज्जाणि वा, संबद्धाणि वा असंबद्धाणि वा, सरिसाणि वा असरिसाणि वा विउव्वंति, विउव्वित्ता तओ पच्छा अप्पणो जहिच्छियाई कज्जाई करेंति । एवं णरदेवा वि । एवं धम्मदेवा वि । देवाहिदेवाणं पुच्छा ? गोयमा ! एगत्तं पि पभू विउव्वित्तए, पुहुत्तं पि पभू विउव्वित्तए, णो चेव णं संपत्तीए विउव्विंसु वा विउव्विंति वा विउव्विस्संति वा । भावदेवाणं पुच्छा ? जहा भवियदव्वदेवा । भवियदव्वदेवा णं भंते ! अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति, कहिं उववज्जंति ? किं णेरइएसु उववज्जंति जाव देवेसु उववज्जंति ? गोयमा! णो णेरइएसु उववज्जंति, णो तिरिक्खजोणिएसु, णो मणुस्सेसु; देवेसु उववज्जंति, जइ देवेसु उववज्जंति सव्वदेवेसु उववज्जंति जाव सव्वट्ठसिद्धत्ति । 335 Page #346 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २५ २७ २८ 30 ३१ |३३ |३४| ३५ ३६ भगवई सुत्त णरदेवा णं भंते! अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं उववज्जंति पुच्छा ? गोयमा ! णेरइएसु उववज्जंति, णो तिरिक्खजोणिएसु णो मणुस्सेसु णो देवेसु उववज्जंति । जइ णेरइएस उववज्जंति सत्तसु वि पुढवीसु उववज्जंति । धम्मदेवा णं भंते ! अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! णो णेरइएसु उववज्जंति, णो तिरिक्खजोणिएसु णो मणुस्सेसु; देवेसु उववज्जंति । जइ देवेसु उववज्जंति किं भवणवासिदेवेसु उववज्जंति पुच्छा ? गोयमा ! णो भवणवासिदेवेसु उववज्जंति, णो वाणमंतर देवेसु, णो जोइसिय देवेसु, वेमाणियदेवेसु उववज्जंति, सव्वेसु वेमाणिएसु उववज्जंति जाव सव्वट्ठसिद्ध- अणुत्तरोववाइय वेमाणिय देवेसु उववज्जंति, अत्थेगइया सिज्झति जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति । देवाहिदेवा अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति, कहिं उववज्जंति ? गोयमा ! सिज्झंति जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति । भावदेवा णं भंते! अणंतरं उव्वट्टित्ता, पुच्छा ? गोयमा ! जहा वक्कंतीए असुरकुमाराणं उववट्टणा तहा भाणियव्वा । भवियदव्वदेवे णं भंते ! भवियदव्वदेवे त्ति कालओ केवचिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं । एवं जच्चेव ठिई सच्चेव संचिट्ठणा वि जाव भावदेवस्स; णवरं धम्मदेवस्स जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी । भवियदव्वदेवस्स णं भंते! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं अणंतं कालं; वणस्सइकालो। देस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं साइरेगं सागरोवमं, उक्कोसेणं अणंतं कालं - अवड्ढं पोग्गलपरियट्टं देसूणं । धम्मदेवस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमपुहुत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं - अवड्ढं पोग्गलपरियहं देसूणं । देवाहिदेवाणं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । भावदेवस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं अणतं कालं वणस्सइकालो । एएसि णं भंते ! भवियदव्वदेवाणं, णरदेवाणं जाव भावदेवाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? 336 Page #347 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३७ [] 用 ल [] भगवई सुत्त गोयमा ! सव्वत्थोवा णरदेवा, देवाहिदेवा संखेज्जगुणा, धम्मदेवा संखेज्जगुणा, भवियदव्वदेवा असंखेज्जगुणा, भावदेवा असंखेज्जगुणा । एएसि णं भंते ! भावदेवाणं भवणवासीणं, वाणमंराणं, जोइसियाणं, वेमाणियाणं सोहम्मगाणं जाव अच्चुयगाणं, गेवेज्जगाणं, अणुत्तरोववाइयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अणुत्तरोववाइया भावदेवा, उवरिमगेवेज्जा भावदेवा संखेज्जगुणा, मज्झिमगेवेज्जा संखेज्जगुणा, हेट्ठिमगेवेज्जा संखेज्जगुणा, अच्चुए कप्पे देवा संखेज्जगुणा जाव आणयकप्पे देवा संखेज्जगुणा, एवं जहा जीवाभिगमे तिविहे देवपुरिसे अप्पाबहुयं जाव जोइसिया भावदेवा असंखेज्जगुणा ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ णवमो उद्देसो समत्तो ॥ दसमो उद्देसो विहा णं भंते! आया पण्णत्ता ? गोयमा ! अट्ठविहा आया पण्णत्ता, तं जहा- दवियाया, कसायाया, जोगाया, उवओगाया, णाणाया, दंसणाया, चरित्ताया, वीरियाया । जस्स णं भंते! दवियाया तस्स कसायाया, जस्स कसायाया तस्स दवियाया ? गोयमा ! जस्स दवियाया तस्स कसायाया सिय अत्थि सिय णत्थि, जस्स पुण कसायाया तस्स दवियाया नियमं अत्थि । जस्स णं भंते! दवियाया तस्स जोगाया, पुच्छा ? गोयमा ! जहा दवियाया कसायाया भणिया तहा दवियाया जोगाया भाणियव्वा। जस्स णं भंते! दवियाया तस्स उवओगाया, पुच्छा ? गोयमा ! जस्स दवियाया तस्स उवओगाया नियमं अत्थि, जस्स उवओगाया तस्स वि दवियाया नियमं अत्थि । जस्स दवियाया तस्स णाणाया भयणाए, जस्स पुण णाणाया तस्स दवियाया णियमं अत्थि। जस्स दवियाया तस्स दंसणाया नियमं अत्थि, जस्स वि दंसणाया तस्स दवियाया नियमं अत्थि । जस्स दवियाया तस्स चरित्ताया भयणाए, जस्स पुण चरित्ताया तस्स दवियाया णियमं अत्थि । एवं वीरियायाए वि समं ॥ १ ॥ जस्स णं भंते! कसायाया तस्स जोगाया, जस्स जोगाया तस्स कसायाया ? गोयमा ! जस्स कसायाया तस्स जोगाया णियमं अत्थि, जस्स पुण जोगाया तस्स कसायाया सिय अत्थि सिय णत्थि । एवं उवओगायाए वि समं कसायाया णेयव्वा । कसायाया य णाणाया य परोप्परं दो वि भइयव्वाओ । 337 Page #348 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जहा कसायाया य उवओगाया य तहा कसायाया य दंसणाया य | कसायाया य चरित्ताया य दो वि परोप्परं भइयव्वाओ । जहा कसायाया य जोगाया य भणिया तहा कसायाया य वीरियाया य भाणियव्वाओ ॥२॥ एवं जहा कसायायाए वत्तव्वया भणिया तहा जोगायाए वि उवरिमाहिं समं भाणियव्वाओ ॥३॥ जहा दवियायाए वत्तव्वया भणिया तहा उवओगायाए वि उवरिल्लाहिं समं भाणियव्वा ॥४॥ जस्स णाणाया तस्स दंसणाया णियम अत्थि, जस्स पुण दंसणाया तस्स णाणाया भयणाए। जस्स णाणाया तस्स चरित्ताया सिय अत्थि सिय णत्थि, जस्स पुण चरित्ताया तस्स णाणाया णियमं अत्थि । णाणाया वीरियाया दो वि परोप्परं भयणाए ॥५॥ जस्स दंसणाया तस्स उवरिमाओ दो वि भयणाए, जस्स पुण ताओ तस्स दंसणाया णियमं अत्थि ॥६॥ जस्स चरित्ताया तस्स वीरियाया णियमं अत्थि, जस्स पुण वीरियाया तस्स चरित्ताया सिय अत्थि सिय णत्थि ॥७॥ | एयासि णं भंते ! दवियायाणं, कसायायाणं जाव वीरियायाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवाओ चरित्तायाओ, णाणायाओ अणंतगुणाओ, कसायाओ अणंतगुणाओ, जोगायाओ विसेसाहियाओ, वीरियायाओ विसेसाहियाओ, उवओग- दविय-दंसणायाओ तिण्णि वि तुल्लाओ विसेसाहियाओ | आया भंते ! णाणे अण्णे णाणे ? गोयमा ! आया सिय णाणे सिय अण्णाणे, णाणे पुण णियमं आया । आया भंते ! णेरइयाणं णाणे, अण्णे णेरइयाणं णाणे ? गोयमा ! आया णेरइयाणं सिय णाणे, सिय अण्णाणे | णाणे पुण से णियमं आया, एवं जाव थणियकुमाराणं । आया भंते ! पुढविकाइयाणं अण्णाणे, अण्णे पुढविकाइयाणं अण्णाणे ? गोयमा ! आया पुढविकाइयाणं णियमं अण्णाणे, अण्णाणे वि णियमं आया, एवं जाव वणस्सइकाइयाणं, बेइंदिय तेइंदिय जाव वेमाणियाणं जहा णेरइयाणं | आया भंते ! दंसणे, अण्णे दंसणे ? गोयमा ! आया णियमं दंसणे, दंसणे वि णियमं आया। आया भंते ! णेरइयाणं दंसणे, अण्णे णेरइयाणं दंसणे ? गोयमा ! आया णेरड्याणं णियमा दंसणे, दंसणे वि से णियमं आया, एवं जाव वेमाणियाणं णिरंतरं दंडओ। आया भंते ! रयण्णपभापुढवी अण्णा रयणप्पभा पुढवी ? गोयमा ! रयणप्पभा पुढवी सिय आया सिय णो आया सिय अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य । 338 Page #349 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- रयणप्पभा पुढवी सिय आया, सिय णो आया, सिय अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य ? गोयमा ! अप्पणो आइढे आया, परस्स आइडे णो आया, तदुभयस्स आइडे अवत्तव्वं रयणप्पभा पुढवी आयाइ य णो आयाइ य; से तेणटेणं गोयमा जाव णो आयाइ य । आया भंते ! सक्करप्पभा पुढवी ? गोयमा ! जहा रयणप्पभा पुढवी तहा सक्करप्पभा वि | एवं जाव अहेसत्तमा । आया भंते ! सोहम्मे कप्पे पुच्छा । गोयमा ! सोहम्मे कप्पे सिय आया. सिय णो आया जाव णो आयाइ य । से केणद्वेणं भंते ! जाव णो आयाइ य ? गोयमा ! अप्पणो आइढे आया, परस्स आइडे णो आया, तद्भयस्स आइडे अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य; से तेणटेणं गोयमा ! जाव णो आयाइ य | एवं जाव अच्चए कप्पे । आया भंते ! गेविज्जविमाणे, पुच्छा ? गोयमा ! जहा रयणप्पभा तहेव । एवं अणुत्तरविमाणा वि, ईसिपब्भारा वि । आया भंते ! परमाणुपोग्गले, अण्णे परमाणुपोग्गले ? गोयमा ! जहा सोहम्मे कप्पे तहा परमाणुपोग्गले वि भाणियव्वे । आया भंते ! दुपएसिए खंधे, अण्णे दुपएसिए खंधे ? गोयमा ! दुपएसिए खंधे सिय आया, सिय णो आया सिय अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य, सिय आया य णो आया य, सिय आया य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य, सिय णो आया य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ, तं चेव जाव णो आया य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य? गोयमा ! अप्पणो आइढे आया, परस्स आइढे णोआया, तदुभयस्स आइडे अवत्तव्वं, दुपएसिए खंधे आयाइ य णो आयाइ य, देसे आइहे सब्भावपज्जवे देसे आइडे असब्भावपज्जवे दुप्पएसिए खंधे आया य णो आया य, देसे आइढे सब्भावपज्जवे देसे आइडे तदुभयपज्जवे दुपएसिए खंधे आया य अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य, देसे आइढे असब्भावपज्जवे देसे आइढे तदुभयपज्जवे दुपएसिए खंधे णो आया य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- तं चेव जाव णो आयाइ य । आया भंते ! तिपएसिए खंधे अण्णे तिपएसिए खंधे ? गोयमा ! तिपएसिए खंधे सिय आया, सिय णो आया, सिय अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य, सिय आया य णो आया य, सिय आया य णो आयाओ य, सिय आयाओ य णो आया य, सिय आया य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य, सिय आया य अवत्तव्वाइं आयाओ य णो आयाओ य, सिय आयाओ य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य, सिय णो आया य 339 Page #350 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २० २१ २२ भगवई सुत्त अवत्तव्यं आयाइ य णो आयाइ य, सिय णो आया य अवत्तव्वाइं आयाओ य णो आयाओ य, सिय णो आयाओ य अवत्तव्वं आया य णो आया य, सिय आया य णो आया य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य । सेकेणणं भंते ! एवं वुच्चइ - तिपएसिए खंधे सिय आया एवं चेव उच्चारेयव्वं जाव सिय आया य णो आया य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य ? गोयमा ! अप्पणो आइट्ठे आया । परस्स आइट्ठे णो आया । तदुभयस्स आइट्ठे अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य । देसे आइट्ठे सब्भावपज्जवे देसे आइट्ठे असब्भावपज्जवे तिपएसिए खंधे आया य णोआया य । देसे आइडे सब्भावपज्जवे देसा आइट्ठा असब्भावपज्जवा तिपएसिए खंधे आया य णोआयाओ य । देसा आइट्ठा सब्भावपज्जवा देसे आइडे असब्भावपज्जवे तिपएसिए खंधे आयाओ य णोआया य । देसे आइट्ठे सब्भावपज्जवे देसे आइ तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे आया य अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य देसे आइडे सब्भावपज्जवे देसा आइट्ठा तदुभयपज्जवा तिपएसिए खंधे आया य अवत्तव्वाइं आयाओ य गोआयाओ य । देसा आइट्ठा सब्भावपज्जवा देसे आइडे तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे आयाओ य अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य, एए तिणि भंगा । देसे आइट्ठे असब्भावपज्जवे देसे आइडे तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे णोआया य, अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य । देसे आइट्ठे असब्भावपज्जवे देसा आइट्ठा तदुभयपज्जवा तिपएसिए खंधे णोआया य अवत्तव्वाइं आयाओ य णोआयाओ य । देसा आइट्ठा असब्भावपज्जवा देसे आइट्ठे तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे णोआयाओ य अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य । देसे आइडे सब्भावपज्जवे देसे आइडे असब्भावपज्जवे देसे आइडे तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे आया य गोआया य अवत्तव्यं आयाइ य णोआयाइ य । से तेणणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- तिपएसिए खंधे सिय आया जाव णोआयाइ य । आया अंते! चउप्पएसिए खंधे, पुच्छा ? गोयमा । चउप्पएसिए खंधे सिय आया, सिय णोआया, सिय अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य। सिय आया य णोआया य, चउभंगा ॥ सिय आया य अवत्तव्वं, चउभंगा ॥ सिय णोआया य अवत्तव्वं, चउभंगा ॥ सिय आया य णोआया य अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य | सिय आया य णोआया य अवत्तव्वाई आयाओ य णोआयाओं य सिय आया य णोआयाओ य अवत्तव्यं आयाइ य णोआयाइ य सिय आयाओ य णोआया य अवत्तव्वं आयाइ य । णोआयाइ य । सेकेणणं भंते । एवं वुच्चइ चउप्पएसिए खंधे सिय आया य णोआया य अवत्तव्वं तं चैव अट्ठे पडिउच्चारेयव्वं ? गोयमा ! अप्पणो आइट्ठे आया, परस्स आइट्ठे णो आया, तदुभयस्स आइट्ठे अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य । देसे आइट्ठे सब्भावपज्जवे देसे आइट्ठे असब्भावपज्जवे, चउभंगो ॥ सब्भावपज्जवेणं तदुभएण य, चउभंगो ॥ असम्भावेणं तदुभएण य, चउभंगो ॥ देसे आइडे 340 Page #351 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सब्भावपज्जवे देसे आइढे असब्भावपज्जवे देसे आइढे तदुभयपज्जवे चउप्पएसिए खंधे आया य णो आया य अवत्तव्यं आयाइ य णो आयाइ य १६; देसे आइढे सब्भावपज्जवे देसे आइटे असब्भावपज्जवे देसा आइट्ठा तद्भयपज्जवा चउप्पएसिए खंधे आया य णो आया य अवत्तव्वाइं आयाओ य णोआयाओ य १७; देसे आइटे सब्भावपज्जवे देसा आइट्ठा असब्भावपज्जवा देसे आइढे तदुभयपज्जवे चउप्पएसिए खंधे आया य णो आयाओ य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य | देसा आइट्ठा सब्भावपज्जवा देसे आइढे असब्भावपज्जवे देसे आइढे तदुभयपज्जवे चउप्पएसिए खंधे आयाओ य णो आया य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य । से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वच्चइ- चउप्पएसिए खंधे सिय आया सिय णो आया सिय अवत्तव्वं णिक्खेवे ते चेव भंगा उच्चारेयव्वा जाव णो आयाइ य । आया भंते ! पंचपएसिए खंधे, अण्णे पंचपएसिए खंधे ? गोयमा! पंचपएसिए खंधे सिय आया । सिय णो आया | सिय अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य। सिय आया य णो आया य, चउभंगो || सिय आया य अवत्तव्वं, चउभंगो || णो आया य अवत्तव्वेण य, चउभंगो || तियगसंजोगे एक्को ण पडड़ । से केणद्वेणं भंते ! तं चेव पडिउच्चारेयव्वं ? गोयमा ! अप्पणो आइढे आया । परस्स आइडे णो आया । तदुभयस्स आइडे अवत्तव्वं । देसे आइढे सब्भावपज्जवे देसे आइडे असब्भावपज्जवे । एवं दुयगसंजोगे सव्वे पडंति । तियगसंजोगे एक्को ण पडइ । छप्पएसियस्स सव्वे पडंति। जहा छप्पएसिए एवं जाव अणंतपएसिए || सेवं भंते ! सेवं भंते! || ॥ दसमो उद्देसो समत्तो || ॥ बारसमं सत्तं समत्तं ॥ तेरसमं सतं पढमो उद्देसो पुढवी देव-मणंतर, पुढवी आहारमेव उववाए | भासा कम्म अणगारे, केयाघडिया समग्घाए || रायगिहे जाव एवं वयासी- कइ णं भंते! पुढवीओ पण्णत्ताओ? गोयमा! सत्त पुढवीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- रयणप्पभा जाव अहेसत्तमा। इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए केवइया णिरयावास-सयसहस्सा पण्णत्ता? गोयमा ! तीसं णिरयावास-सयसहस्सा पण्णत्ता | 341 Page #352 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ते णं भंते ! किं संखेज्जवित्थडा, असंखेज्जवित्थडा ? गोयमा ! संखेज्जवित्थडा वि असंखेज्जवित्थडा वि । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावास-सयसहस्सेसु संखेज्ज- वित्थडेसु णरएस एगसमएणं केवइया णेरइया उववज्जंति ? केवइया काउलेस्सा उववज्जंति? केवइया कण्हपक्खिया उववज्जति ? केवइया सुक्कपक्खिया उववज्जंति? केवइया सण्णी उववज्जंति? केवइया असण्णी उववज्जंति ? केवइया भवसिद्धिया उववज्जंति ? केवइया अभवसिद्धिया उवज्जति ? केवइया आभिणिबोहियणाणी उववज्जंति? केवइया स्यणाणी उववज्जंति ? केवइया ओहिणाणी उववज्जति ? केवइया मइअण्णाणी उववज्जंति? केवइया सुयअण्णाणी उववज्जति ? केवइया विभंगणाणी उववज्जंति ? केवइया चक्खुदंसणी उववज्जति ? केवइया अचक्खुदंसणी उववज्जंति ? केवइया ओहिदंसणी उववज्जंति ? केवइया आहारसण्णोवउत्ता उववज्जंति ? केवइया भयसण्णोवउत्ता उववज्जंति ? केवइया मेहणसण्णोवउत्ता उववज्जति ? केवइया परिग्गहसण्णोवउत्ता उववज्जंति ? केवइया इत्थिवेयगा उववज्जति ? केवइया परिसवेयगा उववज्जति ? केवइया णपंसगवेयगा उववज्जति ? केवइया कोहकसायी उववज्जंति जाव केवइया लोभकसायी उववज्जंति ? केवइया सोइंदियउवउत्ता उववज्जंति जाव केवइया फासिदियोवउत्ता उववज्जति ? केवइया णोइंदियोवउत्ता उववज्जति? केवइया मणजोगी उववज्जति ? केवइया वइजोगी उववज्जति? केवइया कायजोगी उववज्जति? केवइया सागारोवउत्ता उववज्जति ? केवइया अणागारोवउत्ता उववज्जति? गोयमा ! इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेसु संखेज्ज- वित्थडेसु णरएस जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं संखेज्जा रइया उववज्जंति । जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा काउलेस्सा उववज्जंति | जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा कण्हपक्खिया उववज्जति । एवं सुक्कपक्खिया वि । एवं सण्णी, एवं असण्णी वि । एवं भवसिद्धिया, एवं अभवसिद्धिया वि | आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी, ओहिणाणी, मइअण्णाणी, सुयअण्णाणी, विभंगणाणी एवं चेव। चक्खुदंसणी ण उववज्जंति । जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा अचक्खदंसणी उववज्जति। एवं ओहिदंसणी वि। एवं आहारसण्णोवउत्ता वि जाव परिग्गहसण्णोवउत्ता वि । इत्थिवेयगा ण उववज्जति । पुरिसवेयगा वि ण उववज्जंति । जहण्णेणं एक्को वा दो वा, तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा णपुंसगवेयगा उववज्जंति । एवं कोहकसायी जाव लोभकसायी । सोइंदियोवउत्ता ण उववज्जंति एवं जाव फासिंदियोवउत्ता ण उववज्जंति | जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा णोइंदियोवउत्ता उववज्जंति। मणजोगी ण उववज्जंति, एवं वडजोगी वि, जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा कायजोगी उववज्जंति । एवं सागारोवउत्ता वि, एवं अणागारोवउत्ता वि । 342 Page #353 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त | | इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावास-सयसहस्सेसु संखेज्ज- वित्थडेसु णरएस एगसमएणं केवइया णेरइया उव्वति ? केवइया काउलेस्सा उव्वद्वृति जाव केवइया अणागारोवउत्ता उव्वटुंति ? गोयमा ! इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावास-सयसहस्सेसु संखेज्ज- वित्थडेसु णरएस् एगसमएणं जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा. उक्कोसेणं संखेज्जा णेरडया उव्वद्वंति। जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा काउलेस्सा उव्वद॒ति । एवं जाव सण्णी | असण्णी ण उव्वटुंति। जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा भवसिद्धिया उव्वदि॒ति । एवं जाव सुयअण्णाणी । विभंगणाणी ण उव्वदि॒ति । चक्खुदंसणी ण उव्वद॒ति । जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा अचक्खुदंसणी उव्वदि॒ति । एवं जाव लोभकसायी । सोइंदियोवउत्ता ण उव्वदृति, एवं जाव फासिदियोवउत्ता ण उव्वद॒ति । जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा णोइंदियोवउत्ता उव्वति । मणजोगी ण उव्वति, वइजोगी वि ण उवति । जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा कायजोगी उव्वदृति। एवं सागारोवउत्ता वि, अणागारोवउत्ता वि । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावास-सयसहस्सेसु संखेज्ज-वित्थडेसु णरएसु केवइया णेरइया पण्णत्ता ? केवइया काउलेस्सा जाव केवइया अणागारोवउत्ता पण्णत्ता ? केवइया अणंतरोववण्णगा पण्णत्ता ? केवइया परंपरोववण्णगा पण्णत्ता ? केवइया अणंतरावगाढा पण्णत्ता ? केवइया परंपरावगाढा पण्णत्ता? केवइया अणंतराहारा पण्णत्ता ? केवइया परंपराहारा पण्णत्ता? केवइया अणंतरपज्जत्ता पण्णत्ता? केवइया परंपरपज्जत्ता पण्णत्ता? केवइया चरिमा पण्णत्ता ? केवइया अचरिमा पण्णत्ता? गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावास-सयसहस्सेस् संखेज्ज-वित्थडेस् णरएस संखेज्जा णेरड्या पण्णत्ता, संखेज्जा काउलेस्सा पण्णत्ता, एवं जाव संखेज्जा सण्णी पण्णत्ता | असण्णी सिय अत्थि, सिय णत्थि, जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं संखेज्जा पण्णत्ता । संखेज्जा भवसिद्धिया पण्णत्ता, एवं जाव संखेज्जा परिग्गह-सण्णोवउत्ता पण्णत्ता, इत्थिवेयगा णत्थि, परिसवेयगा णत्थि, संखेज्जा णपंसगवेयगा पण्णत्ता, एवं कोहकसाई वि | माणकसायी जहा असण्णी, एवं जाव लोभकसायी | संखेज्जा सण्णी पण्णत्ता | असण्णी सिय अत्थि, सिय णत्थि, जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं संखेज्जा। सोइंदियोवउत्ता संखेज्जा पण्णत्ता, एवं जाव फासिंदियोवउत्ता | णोइंदियोवउत्ता जहा असण्णी | संखेज्जा मणजोगी पण्णत्ता, एवं जाव अणागारोवउत्ता। अणंतरोववण्णगा सिय अत्थि, सिय णत्थि; जइ अत्थि जहा असण्णी । संखेज्जा परंपरोववण्णगा पण्णत्ता । एवं जहा अणंतरोववण्णगा तहा अणंतरावगाढा, अणंतराहारगा, अणंतरपज्जत्तगा । परंपराव-गाढा जाव अचरिमा जहा परंपरोववण्णगा। 343 Page #354 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावास-सयसहस्सेसु असंखेज्ज- वित्थडेसु णरएसु एगसमएणं केवइया णेरइया उववज्जति जाव केवइया अणागारोवउत्ता उववज्जति ? गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावास-सयसहस्सेसु असंखेज्ज-वित्थडेसु णरएसु एगसमएणं जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं असंखेज्जा णेरड्या उववज्जति । एवं जहेव संखेज्जवित्थडेसु तिण्णि गमगा तहा असंखेज्ज वित्थडेसु वि तिण्णि गमगा भाणियव्वा, णवरं उक्कोसेणं असंखेज्जा भाणियव्वा, सेसं तं चेव जाव असंखेज्जा अचरिमा पण्णत्ता, णवरं संखेज्जवित्थडेसु वि असंखेज्जवित्थडेसु वि ओहिणाणी ओहिदंसणी य संखेज्जा उव्वट्टावेयव्वा सेसं तं चेव । सक्करप्पभाए णं भंते! पुढवीए केवइया णिरयावास-सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा! पणवीसं णिरयावास-सयसहस्सा पण्णत्ता | ते णं भंते ! किं संखेज्जवित्थडा. असंखेज्जवित्थडा ? गोयमा ! जहा रयणप्पभाए तहा सक्करप्पभाए वि । णवरं असण्णी तिसु वि गमएस ण भण्णइ, सेसं तं चेव । वालुयप्पभाए णं भंते ! पुढवीए केवइया निरयावास-सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! पण्णरस णिरयावाससयसहस्सा पण्णत्ता । सेसं जहा सक्करप्पभाए, णाणत्तं लेसासु, लेसाओ जहा पढमसए | पंकप्पभाए णं भंते ! पुढवीए केवइया णिरयावास-सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! दस णिरयावाससयसहस्सा पण्णत्ता | एवं जहा सक्करप्पभाए, णवरं ओहिणाणी ओहिदंसणी य ण उव्वदृति, सेसं तं चेव । धूमप्पभाए णं भंते ! पुढवीए केवइया णिरयावास-सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा! तिण्णि णिरयावास-सयसहस्सा | एवं जहा पंकप्पभाए | तमाए णं भंते ! पुढवीए केवइया णिरयावास सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! एगे पंचूणे णिरयावाससयसहस्से पण्णत्ते । सेसं जहा पंकप्पभाए | अहेसत्तमाए णं भंते ! पुढवीए कइ अणुत्तरा महइमहालया महाणिरया पण्णत्ता? गोयमा ! पंच अणुत्तरा जाव अपइट्ठाणे । ते णं भंते! किं संखेज्जवित्थडा, असंखेज्जवित्थडा ? गोयमा ! संखेज्जवित्थडे य असंखेज्जवित्थडा य । अहेसत्तमाए णं भंते ! पुढवीए पंचसु अणुत्तरेसु महइमहालएसु महाणिरएसु संखेज्जवित्थडे णरए एगसमएणं केवइया णेरड्या उववज्जंति ? गोयमा ! जहा पंकप्पभाए, णवरं तिसु णाणेसु ण उववज्जंति, ण उव्वद्वृति, पण्णत्तएसु तहेव अत्थि, एवं असंखेज्जवित्थडेसु वि, णवरं असंखेज्जा भाणियव्वा । १५, इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेसु संखेज्ज- वित्थडेसु णरएसु किं सम्मदिट्ठी जेरइया उववज्जंति, मिच्छादिट्ठी जेरइया उववज्जंति, सम्मामिच्छादिट्ठी णेरड्या उववज्जति ? 344 Page #355 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! सम्मदिट्ठी वि णेरइया उववज्जंति, मिच्छादिट्ठी वि णेरइया उववज्जंति, णो सम्मामिच्छादिट्ठी णेरइया उववज्जति । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावास-सयसहस्सेसु संखेज्ज- वित्थडेसु णरएसु किं सम्मदिट्ठी णेरइया उव्वदृति, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेसु संखेज्जवित्थडा णरगा किं सम्मदिट्ठीहिं जेरइएहिं अविरहिया ? मिच्छादिट्ठीहिं रइएहिं अविरहिया ? सम्मामिच्छादिट्ठीहिं रइएहिं अविरहिया ? गोयमा ! सम्मदिट्ठीहिं वि णेरइएहिं अविरहिया, मिच्छादिट्ठीहिं वि णेरइएहिं अविरहिया, सम्मामिच्छादिट्ठीहिं णेरइएहिं अविरहिया विरहिया वा । एवं असंखेज्ज- वित्थडेस् वि तिण्णि गमगा भाणियव्वा । एवं सक्करप्पभाए वि, एवं जाव तमाए वि | अहेसत्तमाए णं भंते ! पुढवीए पंचसु अणुत्तरेसु महइमहालएस महाणिरएसु संखेज्जवित्थडे णरए किं सम्मदिट्ठी जेरइया उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! सम्मदिट्ठी णेरइया ण उववज्जंति, मिच्छादिट्ठी णेरड्या उववज्जंति, सम्मामिच्छादिट्ठी रइया ण उववज्जंति, एवं उव्वदृति वि, अविरहिए जहेव रयणप्पभा। एवं असंखेज्जवित्थडेस् वि तिण्णि गमगा | से णूणं भंते ! कण्हलेस्से णीललेस्से जाव सुक्कलेस्सेसु भवित्ता कण्हलेस्सेसु णेरइएसु उववज्जंति ? हंता, गोयमा ! कण्हलेस्सेसु जाव उववज्जंति । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- कण्हलेस्सेसु जाव उववज्जंति ? गोयमा ! लेस्सट्ठाणेसु संकिलिस्समाणेसु संकिलिस्समाणेसु कण्हलेसं परिणमइ, कण्हलेसं परिणमित्ता कण्हलेसेसु णेरइएसु उववज्जंति, से तेणद्वेणं जाव उववज्जति ।। से णूणं भंते ! कण्हलेस्से जाव सुक्कलेस्से भवित्ता णीललेस्सेसु णेरइएसु उव- वज्जंति ? हंता गोयमा ! जाव उववज्जंति । से केणद्वेणं भंते ! जाव उववज्जंति ? गोयमा ! लेस्सट्ठाणेसु संकिलिस्समाणेसु वा विसुज्झमाणेसु वा णीललेस्सं परिणमइ, णीललेस्सं परिणमित्ता णीललेस्सेसु णेरइएसु उववज्जंति । से तेणटेणं गोयमा ! जाव उववज्जंति । २१ से णूणं भंते! कण्हलेस्से णीललेस्से जाव सुक्कलेसे भवित्ता काउलेस्सेस् णेरइएस् उववज्जति ? गोयमा ! जहा णीललेस्साए तहा काउलेस्साए वि भाणियव्वा || सेवं भंते! सेवं भंते ! || ॥ पढमो उद्देसो समत्तो || 345 Page #356 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ २ 3 ४ 19 ६ भगवई सुत्त तेरसमं सतं बीओ उद्देसो कइविहा णं भंते! देवा पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा देवा पण्णत्ता, तं जहा- भवणवासी, वाणमंतरा, जोइसिया, वेमाणिया । भवणवासी णं भंते ! देवा कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दसविहा पण्णत्ता, तं जहाअसुरकुमारा जाव थणियकुमारा ! एवं सव्व देवाण भेओ जहा बिइयसए देवुद्देस जाव सव्वट्ठसिद्धगा देवा | केवइया णं भंते! असुरकुमारावास -सयसहस्सा पण्णत्ता? गोयमा! चोसट्ठि असुरकुमारावास सयसहस्सा पण्णत्ता । ते णं भंते ! किं संखेज्जवित्थडा, असंखेज्जवित्थडा ? गोयमा ! संखेज्जवित्थडा वि, असंखेज्जवित्थडा वि । चोसट्ठीए णं भंते ! असुरकुमारावास-सयसहस्सेसु संखेज्जवित्थडेसु- असुरकुमारावासेसु एगसमएणं केवइया असुरकुमारा उववज्जंति जाव केवइया तेउलेस्सा उव्वज्जंति, केवइया कण्हपक्खिया उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! जहा रयणप्पभाए तहेव सव्वावत्तवया भाणियव्वा । णवरं दोहिं वेएहिं उववज्जंति, णपुंसगवेयगा ण उववज्जंति, सेसं तं चेव । उव्वट्टंतगा वि तहेव, णवरं असण्णी उव्वट्टंति । ओहिणाणी ओहिदंसणी य ण उव्वहंति, सेसं तं चेव । पण्णत्तएसु तहेव णवरं-संखेज्जगा इत्थिवेयगा पण्णत्ता, एवं पुरिसवेयगा वि, णपुंसगवेयगा णत्थि। कोहकसायी सिय अत्थि सिय णत्थि, जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिणि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा पण्णत्ता । एवं माणकसायी वि मायाकसायी वि। संखेज्जा लोभकसायी पण्णत्ता, सेसं तं चेव । तिसु वि गमएसु संखेज्जेसु चत्तारि लेस्साओ भाणियव्वाओ । एवं असंखेज्जवित्थडेसु वि, णवरं- तिसु वि गमएस असंखेज्जा भाणियव्वा जाव असंखेज्जा अचरिमा पण्णत्ता । केवइया णं भंते ! णागकुमारावास -सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमां ! चुलसीई नागकुमारावास -सयसहस्सा पण्णत्ता । एवं जाव थणियकुमारा, णवरं जत्थ जत्तिया भवणा । केवइया णं भंते ! वाणमंतरावास - सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा वाणमंतरावाससयसहस्सा पण्णत्ता । ते णं भंते ! किं संखेज्जवित्थडा, असंखेज्जवित्थडा ? गोयमा ! संखेज्जवित्थडा, णो असंखेज्जवित्थडा । 346 Page #357 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 18 १० ११ १२ भगवई सुत्त संखेज्जेसु णं भंते ! वाणमंतरावास -सयसहस्सेसु एगसमएणं केवइया वाणमंतरा उववज्जंति ? गोयमा ! जहा असुरकुमाराणं संखेज्जवित्थडेसु तिण्णि गमगा तहेव वाणमंतराण वि तिण्णि गमगा भाणियव्वा । केवइया णं भंते ! जोइसिय-विमाणावास-सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा जोइसिय-विमाणावास - सयसहस्सा पण्णत्ता । ते णं भंते! किं संखेज्जवित्थडा असंखेज्जवित्थडा ? गोयमा! जहा वाणमंतराणं तहा जोइसियाणं वि तिण्णि गमगा भाणियव्वा णवरं एगा तेउलेस्सा। उववज्जंतेसु पण्णत्तेसु य असण्णी णत्थि, सेसं तं चेव । सोहम्मे णं भंते ! कप्पे केवइया विमाणावास-सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! बत्तीसं विमाणावास - सयसहस्सा पण्णत्ता । ते णं भंते ! किं संखेज्जवित्थडा, असंखेज्जवित्थडा ? गोयमा ! संखेज्जवित्थडा वि असंखेज्जवित्थडा वि । सोहम्मे णं भंते ! कप्पे बत्तीसाए विमाणवास - सयसहस्सेसु संखेज्जवित्थडेसु विमाणेसु एगसमएणं केवइया सोहम्मा देवा उववज्जंति, केवइया तेउलेस्सा उववज्जंति? गोयमा ! जहा जोइसियाणं तिण्णि गमगा तहेव तिण्णि गमगा भाणियव्वा, तिसु वि संखेज्जा भाणियव्वा, णवरं ओहिणाणी ओहिदंसणी य चयावेयव्वा, सेसं तं चेव । असंखेज्जवित्थडेसु एवं चेव तिण्णि गमगा, णवरं तिसु वि गमएस असंखेज्जा भाणियव्वा। ओहिणाणी य ओहिदंसणी य संखेज्जा चयंति, सेसं तं चेव । एवं जहा सोहम्मे वत्तव्वया भणिया तहा ईसाणे वि छ गमगा भाणियव्वा । सणकुमारे एवं चेव, णवरं इत्थी वेयगा उववज्जंतेसु पण्णत्तेसु य ण भण्णंति । असण्णी तिसु वि गमएस ण भण्णंति । सेसं तं चेव, एवं जाव सहस्सारे, णाणत्तं विमाणेसु लेस्सासु य, सेसं तं चेव । आणय-पाणएसु णं भंते ! कप्पेसु केवइया विमाणावाससया पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तार विमाणावाससया पण्णत्ता । णं भंते! किं संखेज्जवित्थडा, असंखेज्जवित्थडा ? गोयमा ! संखेज्ज वित्थडा वि, असंखेज्ज वित्थडा वि । एवं संखेज्जवित्थडेसु तिण्णि गमगा जहा सहस्सारे । असंखेज्जवित्थडेसु उववज्जंतेसु य चयंतेसु य एवं चेव संखेज्जा भाणियव्वा, पण्णत्तेसु असंखेज्जा I णवरं णोइंदियोवउत्ता, अणतरोववण्णगा, अणंतरागाढगा, अणंतराहारगा, अणंतरपज्जत्तगा य एएसि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा पण्णत्ता, सेसा असंखेज्जा भाणियव्वा । आरणच्चुएस एवं चेव जहा आणयपाणएसु, णाणत्तं विमाणेसु । एवं गेवेज्जगा वि । कइ णं भंते ! अणुत्तरविमाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच अणुत्तरविमाणा पण्णत्ता। 347 Page #358 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ते णं भंते ! किं संखेज्जवित्थडा, असंखेज्जवित्थडा ? गोयमा ! संखेज्जवित्थडे य असंखेज्जवित्थडा य । पंचसु णं भंते ! अणुत्तरविमाणेसु संखेज्जवित्थडे विमाणे एगसमएणं केवइया अणुत्तरोववाइया देवा उववज्जंति, केवइया सुक्कलेस्सा उववज्जंति, एवं पुच्छा तहेव? गोयमा ! पंचसु णं अणुत्तरविमाणेसु संखेज्जवित्थडे अणुत्तरविमाणे एगसमएणं जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा अणुत्तरोववाइया देवा उववज्जंति, एवं जहा गेवेज्जविमाणेसु संखेज्जवित्थडेसु, णवरं-किण्हपक्खिया, अभवसिद्धिया, तिसु अण्णाणेसु एए ण उववज्जंति, ण चयंति, ण पण्णत्तएसु भाणियव्वा, अचरिमा वि खोडिज्जंति जाव संखेज्जा चरिमा पण्णत्ता, सेसं तं चेव । असंखेज्जवित्थडेसु वि एए ण भण्णंति, णवरं अचरिमा अत्थि, सेसं जहा गेवेज्जएसु असंखेज्जवित्थडेसु जाव असंखेज्जा अचरिमा पण्णत्ता | चोसट्टीए णं भंते ! असुरकुमारावास-सयसहस्सेसु संखेज्जवित्थडेसु असुरकुमारा- वासेसु किं सम्मदिट्ठी असुरकुमारा उववज्जंति, मिच्छादिट्ठी असुरकुमारा उववज्जति ? गोयमा ! जहा रयणप्पभाए तिण्णि आलावगा भणिया तहा भाणियव्वा । एवं असंखेज्जवित्थडेसु वि तिण्णि गमगा । एवं जाव गेवेज्जविमाणे । अणुत्तरविमाणेसु एवं चेव; णवरं तिसु वि आलावएसु मिच्छादिट्ठी सम्मामिच्छादिट्ठी य ण भण्णंति । सेसं तं चेव । से णूणं भंते ! कण्हलेस्से जीवे णील लेस्से जाव सुक्कलेस्से भवित्ता कण्हलेस्सेसु देवेसु उववज्जति ? हंता गोयमा ! एवं जहेव णेरइएस पढमे उद्देसए तहेव भाणियव्वं । णीललेसाए वि जहेव णेरइयाणं । जहा णीललेस्साए एवं जाव पम्हलेस्सेसु । सुक्कलेस्सेसु एवं चेव, णवरंलेस्सट्ठाणेसु विसुज्झमाणेसु विसुज्झमाणेसु सुक्कलेस्सं परिणमइ, सुक्कलेस्सं परिणमित्ता सुक्कलेस्सेसु देवेसु उववज्जंति। से तेणटेणं जाव उववज्जति ॥ सेवं भंते! सेवं भंते !| || बीओ उद्देसो समत्तो || तेरसमं सतं तइओ उद्देसो | णेरड्या णं भंते ! अणंतराहारा, तओ णिव्वत्तणया, पुच्छा ? गोयमा ! परियारणापदं णिरवसेसं भाणियव्वं || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || तइओ उद्देसो समत्तो || 348 Page #359 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ 13 ४ 19 भगवई सुत्त चउत्थो उद्देसो कइ णं भंते ! पुढवीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! सत्त पुढवीओ पण्णत्ताओ, तं जहारयणप्पभा जाव अहेसत्तमा । अहेसत्तमाए णं भंते ! पुढवीए पंच अणुत्तरा महइमहालया जाव अपइट्ठाणे । ते णं णरगा छट्ठीए तमाए पुढवीए णरएहिंतो किं महत्तरा, महाविच्छिण्णतरा, महागासतरा, महापइरिक्कतरा; णो तहा महापवेसणतरा, णो आइण्णतरा, णो आउलतरा, अणोमाणतरा ? हंता गोयमा ! ते णं णरगा छट्ठीए तमाए पुढवीए णरएहिंतो महत्तरा चेव, महाविच्छिण्णतरा चेव, महागासतरा चेव, महापइरिक्कतरा चेव; णो तहा महापवेसणतरा चेव, णो आइण्णतरा चेव, णो आउलतरा चेव, अणोमाणतरा चेव । तेसु णं भंते ! णरएसु णेरड्या छट्ठीए तमाए पुढवीए णेरइएहिंतो किं महाकम्मतरा, महाकिरियतरा, महासवतरा, महावेयणतरा; णो तहा अप्पकम्मतरा, णो अप्पकिरियतरा णो अप्पासवतरा, णो अप्पवेयणतरा; अप्पिढियतरा, अप्पजुइयतरा; णो तहा महिड्ढियतरा, णो महज्जुइयतरा ? । हंता गोयमा ! तेसु णं णरएसु णेरइया छट्ठीए तमाए पुढवीए णेरइएहिंतो महाकम्मतरा चेव, महाकिरियतरा चेव, महासवतरा चेव, महावेयणतरा चेव; णो तहा अप्पकम्मतरा चेव, णो अप्पकिरियतरा चेव, णो अप्पासवतरा चेव, णो अप्पवेयणतरा चेव; अप्पिड्ढियतरा चेव, अप्पजुइयतरा चेव; णो तहा महिड्ढियतरा चेव, णो महज्जुइयतरा चेव । छट्ठीए णं भंते ! तमाए पुढवीए एगे पंचूणे णिरयावाससयसहस्से पण्णत्ते, पुच्छा ? हंता गोयमा ! ते णं णरगा अहेसत्तमाए पुढवीए णरएहिंतो णो तहा महत्तरा चेव, णो महाविच्छिण्णतरा चेव णो महागासतरा चेव, णो महापइरिक्कतरा चेव, महप्पवेसणतरा चेव आइण्णतरा चेव, आउलतरा चेव, ओमाणतरा चेव । तेसु णं णरएसु णेरड्या अहेसत्तमाए पुढवीए णेरइएहिंतो अप्पकम्मतरा चेव अप्पकिरियतरा चेव अप्पासवतरा चेव अप्पवेयणतरा चेव णो तहा महाकम्मतरा चेव, णो महाकिरियतरा चेव णो महासवतरा चेव णो महावेयणतरा चेव । महिड्ढियतरा चेव महज्जुइयतरा चेव, णो ता अप्पिड्ड्ढियतरा चेव णो अप्पज्जुइयतरा चेव । छट्ठीए णं भंते! तमाए पुढवीए णरगा पंचमाए घूमप्पभाए पुढवीए णरएहिंतो किं महत्तरा, पुच्छा? हंता गोयमा ! ते णं णरगा महत्तरा चेव महावित्थिण्णतरा चेव, महागासतरा चेव, महापइरिक्कतरा चेव, णो तहा महप्पवेसणतरा चेव णो आइण्णतरा चेव, णो आउलतरा चेव, अणोमाणतरा चेव । 349 Page #360 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ६ ७ ८ ९ ११ १२ १३ १४ भगवई सुत्त तेसु णं णरएसु णेरड्या पंचमाए धूमप्पभाए पुढवीए णेरएहिंतो महाकम्मतरा चेव महाकिरियतरा चेव, महासवतरा चेव, महावेयणतरा चेव णो तहा अप्पकम्मतरा णो अप्पकिरियतरा, णो अप्पासवतरा, णो अप्पवेयणतरा चेव; अप्पिढियतरा चेव अप्पजुइयतरा चेव णो तहा महिड्ढियतरा णो महाजुइयतरा चेव । पंचमाए णं धूमप्पभाए पुढवीए तिण्णि णिरयावाससयसहस्सा पण्णत्ता, पुच्छा ? गोयमा ! जहा छट्ठीए भणिया एवं सत्त वि पुढवीओ परोप्परं भण्णंति जाव रयणप्पभं ति जाव णो तहा महिड्ढियतरा चेव, णो अप्पजुइयतरा चेव । रयणप्पभापुढविणेरइया णं भंते ! केरिसयं पुढविफासं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति ? गोयमा ! अणिट्ठे जाव अमणामं । एवं जाव असत्तमापुढविणेरइया । एवं आउफासं जाव वणस्सइफासं । इमा णं भंते ! रयणप्पभापुढवी दोच्चं सक्करपभं पुढविं पणिहाय सव्वमहंतिया बाहल्लेणं, सव्वखुड्डिया सव्वंतेसु, पुच्छा ? हंता गोयमा ! एवं जहा जीवाभिगमे बिइए णेरइयउद्देसए । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभा पुढवीए णिरयपरिसामंतेसु जे पुढविक्काइया जाव वणस्सइकाइया ते णं जीवा किं महाकम्मतरा चेव, महाकिरियतरा चेव, महासवतरा चेव, महावेयणतरा चेव ? हंता गोयमा ! एवं जहा णेरइयउद्देसए जाव असत्तमाए । कहि णं भंते ! लोगस्स आयाममज्झे पण्णत्ते ? गोयमा ! इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए ओवासंतरस्स असंखेज्जइभागं ओगाहेत्ता एत्थ णं लोगस्स आयाममज्झे पण्णत्ते । कहि णं भंते ! अहेलोगस्स आयाममज्झे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउत्थीए पंकप्पभाए पुढवी ओवासंतरस्स साइरेगं अद्धं ओगाहित्ता एत्थ णं अहेलोगस्स आयाममज्झे पण्णत्ते। कहि णं भंते ! उड्ढलोगस्स आयाममज्झे पण्णत्ते ? गोयमा ! उप्पिं सणकुमारमाहिंदाणं कप्पाणं हेट्ठि बंभलोए कप्पे रिट्ठविमाणे पत्थडे एत्थ णं उड्ढलोगस्स आयाममज्झे पण्णत्ते । कहि णं भंते! तिरियलोगस्स आयाममज्झे पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स बहुमज्झदेसभाए इमीसे रयणप्पभाए पुढवी उवरिमहेट्ठिल्लेसु खुड्डगपयरेसु एत्थ णं तिरियलोगस्स मज्झे अट्ठपएसिए रुयए पण्णत्ते, जओ णं इमाओ दस दिसाओ पवहंति, तं जहा- पुरच्छिमा पुरच्छिम - दाहिणा एवं जहा दसमसए णामधेज्जं ति । इंदा णं भंते ! दिसा किमाइया, किं पवहा, कइ पएसाइया, कइ पएसुत्तरा, कइ पएसिया किं पज्जवसिया, किं संठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! इंदा णं दिसा रुयगाइया रुयगप्पवहा दुपएसाइया दुपएसुत्तरा, लोगं पडुच्च असंखेज्जपएसिया, अलोगं पडुच्च अणतपएसिया, लोगं पडुच्च साइया सपज्जवसिया, अलोगं पडुच्च साइया अपज्जवसिया, लोगं पडुच्च मुरजसंठिया, अलोगं पडुच्च सगडुद्धिसंठिया पण्णत्ता । 350 Page #361 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५ १६ १७ १८ १९ २० २१ २२ भगवई सुत्त अग्गेई णं भंते ! दिसा किमाइया, किं पवहा, कइ पएसाइया, कइ पएस - विच्छिण्णा, कइ पएसिया, किं पज्जवसिया, किं संठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! अग्गेई णं दिसा रुयगाइया, रुयगप्पवहा, एगपएसाइया, एगपएसविच्छिण्णा, अणुत्तरा, लोगं पडुच्च असंखेज्जपएसिया, अलोगं पडुच्च अणतपएसिया, लोगं पडुच्च साइया सपज्जवसिया, अलोगं पडुच्च साइया अपज्जवसिया, छिण्णमुत्तावलीसंठिया पण्णत्ता। जमा जहा इंदा; णेरई जहा अग्गेई । एवं जहा इंदा तहा दिसाओ चत्तारि । जहा अग्गेई ता चत्तारि विदिसाओ । विमला णं भंते! दिसा किमाइया, पुच्छा ? गोयमा ! विमला णं दिसा रुयगाइया रुयगप्पवहा चउप्पएसाइया दुपएसविच्छिण्णा, अणुत्तरा, लोगं पडुच्च सेसं जहा अग्गेईए, णवरं रुयगसंठिया पण्णत्ता, एवं तमा वि । किमियं भंते ! लोए त्ति पवुच्चइ ? गोयमा ! पंचत्थिकाया, एस णं एवइए लोए त्ति पवुच्चइ, तं जहा - धम्मत्थिकाए अहम्मत्थिकाए जाव पोग्गलत्थिकाए । धम्मत्थिकारणं भंते! जीवाणं किं पवत्तइ ? गोयमा ! धम्मत्थिकाएणं जीवाणं आगमण-गमण-भासुम्मेस-मणजोगा-वड्जोगा- कायजोगा, जे यावण्णे तहप्पगारा चला भावा सव्वे ते धम्मत्थिकाए पवत्तंति; गइलक्खणे णं धम्मत्थिकाए । अहम्मत्थिकाएणं भंते! जीवाणं किं पवत्तइ ? गोयमा ! अहम्मत्थिकाएणं जीवाणं ठाण- णिसीयण तुयट्टण, मणस्स य एगत्तीभाव- करणया, जे यावण्णे तहप्पगारा थिरा भावा सव्वे ते अहम्मत्थिकाए पवत्तंति; ठाणलक्खणे णं अहम्मत्थिकाए। आगासत्थिकारणं भंते! जीवाणं किं पवत्तइ ? गोयमा ! आगासत्थिकाएणं जीवदव्वाण य अजीवदव्वाण य भायणभूए । एगेण वि से पुण्णे, दोहि वि पुणे, सयं पि माएज्जा, कोडिसएण वि पुण्णे, कोडिसहस्सं पि माएज्जा। अवगाहणालक्खणे णं आगासत्थिकाए । जीवत्थिकारणं भंते! जीवाणं किं पवत्तइ ? गोयमा ! जीवत्थिकाएणं जीवे अणंताणं आभिणिबोहियणाणपज्जवाणं, अणंताणं सुयणाणपज्जवाणं एवं जहा बिइयसए अत्थिकायउद्देसए जाव उवओगं गच्छइ, ओगलक्खणे णं जीवे । पोग्गलत्थिकाएणं णं भंते! जीवाणं किं पवत्तइ ? गोयमा ! पोग्गलत्थिकाएणं जीवाणं ओरालिय-वेउव्विय-आहारग- तेया- कम्मा-सोइंदियचक्खिंदिय- घाणिंदिय-जिब्भिंदिय-फासिंदिय-मणजोग-वयजोग-कायजोग-आणापाणूणं च गहणं पवत्तइ; गहणलक्खणे णं पोग्गलत्थिकाए । 351 Page #362 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २३ २४ २५ २६ २७ २८ २९ |३० ३१ ३२ ३३ ३४ ३५ ३६ ३७ ३८ ३९ भगवई सुत्त एगे भंते ! धम्मत्थिकायपएसे केवइएहिं धम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! जहण्णपए, तिहिं उक्कोसपए छहिं । से णं भंते ! केवइएहिं अहम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! जहण्णपए चउहिं, उक्कोसपए सत्तहिं । से णं भंते ! केवइएहिं आगासत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! सत्तहिं । से णं भंते ! केवइएहिं जीवत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! अणंतेहिं । से णं भंते ! केवइएहिं पोग्गलत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! अणंतेहिं । से णं भंते ! केवइएहिं अद्धासमएहिं पुट्ठे ? गोयमा ! सिय पुट्ठे सिय णो पुट्ठे; जइ पुट्ठे णियमं अणतेहिं । एगे भंते ! अहम्मत्थिकायप से केवइएहिं धम्मत्थिकायपएसेहिं पुढे ? गोयमा ! जहण्णपए चउहिं उक्कोसपए सत्तहिं । से णं भंते ! केवइएहिं अहम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! जहण्णपए तिहिं, चउहिं वा उक्कोसपए छहिं, सेसं जहा धम्मत्थिकायस्स । एगे भंते ! आगासत्थिकायप से केवइएहिं धम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! सिय पुट्ठे सिय णो पुट्ठे, जइ पुढे जहण्णपए एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा, चउहिं वा उक्कोसपए सत्तहिं । एवं अहम्मत्थिकायपएसेहिं वि । से णं भंते ! केवइएहिं आगासत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! छहिं । से णं भंते ! केवइएहिं जीवत्थिकायपएसेहिं पुढे ? गोयमा ! सिय पुढे सिय णो पुट्ठे, जइ पुट्ठे नियमं अणंतेहिं । एवं पोग्गलत्थिकाय- पएसेहि वि, अद्धासमएहि वि । एगे भंते ! जीवत्थिकायपएसे केवइएहिं धम्मत्थिकाय-पएसेहिं पुढे ? गोयमा ! जहण्णपए चउहिं, उक्कोसपए सत्तहिं । एवं अहम्मत्थिकायपएसेहिं वि। केवइएहिं भंते ! आगासत्थिकाय - पएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! सत्तहिं । केवइएहिं भंते ! जीवत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! अणंतेहिं । सेसं जहा धम्मत्थिकायस्स। एगे भंते ! पोग्गलत्थिकायपएसे केवइएहिं धम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! जहेव जीवत्थिकायस्स । दो भंते! पोग्गलत्थिकायपएसा केवइएहिं धम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठा ? गोयमा ! जहण्णप छहिं, उक्कोसपए बारसहिं । एवं अहम्मत्थिकाय-पएसेहिं वि । केवइएहिं भंते! आगासत्थिकाय पएसेहिं पुट्ठा ? गोयमा ! बारसहिं, सेसं जहा धम्मत्थिकायस्स । 352 Page #363 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ४० तिण्णि भंते! पोग्गलत्थिकायपएसा केवइएहिं धम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठा ? गोयमा ! जहण्णप अट्ठहिं, उक्कोसपए सत्तरसहिं । एवं अहम्मत्थिकायपएसेहिं वि । ४१ केवइएहिं भंते! आगासत्थिकाय-पएसेहिं पुट्ठा ? गोयमा ! सत्तरसहिं । सेसं जहा धम्मत्थिकायस्स । एवं एएणं गमेणं भाणियव्वं जाव दस, णवरं जहण्णपए दुगुणेणं दुरूवाहिएणं, उक्कोसपए पंचगुणेणं दुरूवाहिएणं । एवं चत्तारि पोग्गलत्थिकायस्स पएसा जहण्णपए दसहिं, उक्कोसपए बावीसाए । पंच पोग्गलत्थ काय पएसा जहण्णपए बारसहिं, उक्कोसपए सत्तावीसाए । छ पोग्गलत्थिकायस्स पएसा जहण्णपए चोद्दसहिं, उक्कोसपए बत्तीसाए । सत्त पोग्गलत्थिकायस्स पएसा जहण्णेणं सोलसहिं, उक्कोसपए सत्ततीसाए । अट्ठ पोग्गलत्थिकायस्स पएसा जहण्णपए अट्ठारसहिं उक्कोसपए बायालीसाए । णव पोग्गलत्थिकायस्स पएसा जहण्णपए वीसाए, उक्कोसपए सीयालीसाए । दस पोग्गलत्थिकायस्स पएसा जहण्णपए बावीसाए, उक्कोसपए बावण्णाए आगासत्थिकायस्स सव्वत्थ उक्कोसगं भाणियव्वं । संखेज्जा भंते! पोग्गलत्थिकायपएसा केवइएहिं धम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठा ? ४२ गोयमा ! जहण्णपए तेणेव संखेज्जएणं दुगुणेणं दुरूवाहिएणं, उक्कोसपए तेणेव संखेज्जएणं पंचगुणं दुरूवाहिणं । केवइएहिं भंते ! अधम्मत्थिकाय-पएसेहिं पुट्ठा ? गोयमा ! एवं चेव । केवइएहिं भंते ! आगासत्थिकाय-पएसेहिं, पुट्ठा ? गोयमा ! तेणेव संखेज्जएणं पंचगुणेणं दुरूवाहिणं । केवइएहिं जीवत्थिकाय-पएसेहिं पुट्ठा ? गोयमा ! अणंतेहिं । ४६ केवइएहिं भंते ! पोग्गलत्थिकाय-पएसेहिं, पुट्ठा ? गोयमा ! अणंतेहिं । केवइएहिं भंते ! अद्धासमएहिं पुट्ठा ? गोयमा ! सिय पुट्ठे, सिय णो पुट्ठे; जइ पुढे णियमं अणंतेहिं । असंखेज्जा भंते ! पोग्गलत्थिकायपएसा केवइएहिं धम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठा ? गोयमा ! जहण्णपण तेणेव असंखेज्जएणं दुगुणेणं दुरूवाहिएणं, उक्कोसपए तेणेव असंखेज्जएणं पंचगुणेणं दुरूवाहिएणं, सेसं जहा संखेज्जाणं जाव णियमं अणंतेहिं। ४३ ४४ ४५ ४७ ४८ ४९ ू अणंता भंते ! पोग्गलत्थिकायपएसा केवइएहिं धम्मत्थिकाय पएसेहिं पुट्ठा ? गोयमा! जहा असंखेज्जा तहा अणंता वि णिरवसेसं भाणियव्वा । एगे भंते ! अद्धासमए केवइएहिं धम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! सत्तहिं । केवइएहिं भंते ! अहम्मत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! एवं चेव, एवं आगासत्थिकाएहिं वि । ५२ केवइएहिं भंते ! जीवत्थिकायपएसेहिं पुट्ठे ? गोयमा ! अणंतेहिं । एवं जाव अद्धासमएहिं । 353 Page #364 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ५३ | धम्मत्यिकाएणं भंते ! केवइएहिं धम्मत्थिकाय-पएसेहिं पुढे ? गोयमा ! णत्थि एक्केण वि । १४ | केवइएहिं भंते अधम्मत्यिकाय-पएसेहिं पुढे ? गोयमा ! असंखेज्जेहिं । ५५ केवइएहिं भंते ! आगासत्थिकाय-पएसेहिं पट्टे ? गोयमा ! असंखेज्जेहिं । ५६ केवइएहिं भंते ! जीवत्यिकायपएसेहिं पट्टे ? गोयमा ! अणंतेहिं । केवइएहिं भंते ! पोग्गलत्थिकाय-पएसेहिं पुढे ? गोयमा ! अणंतेहिं । केवइएहिं भंते ! अद्धासमएहिं पुढे ? गोयमा ! सिय पुढे, सिय णो पुढे; जइ पुढे णियमा अणंतेहिं । अहम्मत्थिकाएणं भंते ! केवइएहिं धम्मत्थिकाय-पएसेहिं पुढे ? गोयमा ! असंखेज्जेहिं। केवइएहिं भंते ! अहम्मत्थि कायपएसेहिं पुढे ? गोयमा ! णत्थि एक्केण वि । सेसं जहा धम्मत्थिकायस्स | एवं एएणं गमएणं सव्वे वि सट्ठाणए णत्थि एक्केण वि पुट्ठा | परट्ठाणए आइल्लएहिं तिहिं असंखेज्जेहिं भाणियव्वं, पच्छिल्लएसु अणंता भाणियव्वा । जावअद्धासमये णं भंते ! केवइएहिं अद्धासमएहिं पुढे ? गोयमा ! णत्थि एक्केण वि। जत्थ णं भंते ! एगे धम्मत्थिकायपएसे ओगाढे, तत्थ केवइया धम्मत्थिकाय-पएसा ओगाढा ? गोयमा ! णत्थि एक्को वि | केवइया भंते ! अहम्मत्थिकाय-पएसा ओगाढा ? गोयमा ! एक्को । केवइया भंते ! आगासत्थिकाय-पएसा ओगाढा ? गोयमा ! एक्को | केवइया भंते ! जीवत्थिकाय-पएसा ओगाढा ? गोयमा ! अणंता | केवइया भंते ! पोग्गलत्थिकाय-पएसा ओगाढा ? गोयमा ! अणंता । केवइया भंते ! अद्धासमया ओगाढा ? गोयमा ! सिय ओगाढा सिय णो ओगाढा, जइ ओगाढा अणंता । जत्थ णं भंते ! एगे अहम्मत्थिकायपएसे ओगाढे तत्थ केवइया धम्मत्थिकाय पएसा ओगाढा? गोयमा ! एक्को । केवइया भंते ! अहम्मत्थिकाय-पएसा ओगाढा ? गोयमा ! णत्थि एक्को वि | सेसं जहा धम्मत्थिकायस्स । जत्थ णं भंते ! एगे आगासत्थिकायपएसे ओगाढे तत्थ केवइया धम्मत्थिकाय-पएसा ओगाढा? गोयमा! सिय ओगाढा सिय णो ओगाढा; जइ ओगाढा एक्को। एवं अहम्मत्थिकाय पएसा वि। केवइया भंते आगासत्थिकाय पएसा ओगाढा ? गोयमा ! णत्थि एक्को वि | केवइया भंते जीवत्थिकाय-पएसा ओगाढा? गोयमा ! सिय ओगाढा सिय णो ओगाढा, जड़ ओगाढा अणंता | एवं जाव अद्धासमया । 354 Page #365 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जत्थ णं भंते ! एगे जीवत्थिकायपएसे ओगाढे तत्थ केवइया धम्मत्थि कायपएसा ओगाढा ? गोयमा ! एक्को, एवं अहम्मत्थिकायपएसा वि | एवं आगासत्थिकाय-पएसा वि | केवइया भंते ! जीवत्थिकायपएसा ओगाढा ? गोयमा ! अणंता | सेसं जहा धम्मत्थिकायस्स जत्थ णं भंते ! एगे पोग्गलत्थिकायपएसे ओगाढे तत्थ केवइया धम्मत्थिकाय-पएसा ओगाढा? गोयमा ! एवं जहा जीवत्थिकायपएसे तहेव णिरवसेसं । जत्थ णं भंते ! दो पोग्गलत्थिकायपएसा ओगाढा तत्थ केवइया धम्मत्थिकाय-पएसा ओगाढा? गोयमा ! सिय एक्को सिय दोण्णि, एवं अहम्मत्थिकायस्स वि, एवं आगासत्थिकायस वि, सेसं जहा धम्मत्थिकायस्स | जत्थ णं भंते ! तिण्णि पोग्गलत्थिकायपएसा तत्थ केवइया धम्मत्थिकाय-पएसा ओगाढा ? गोयमा ! सिय एक्को, सिय दोण्णि, सिय तिण्णि | एवं अहम्मत्थिकायस्स वि । एवं आगासत्थिकायस्स वि । सेसं जहेव दोण्हं । एवं एक्केक्को वडढियव्वो पएसो आइल्लएहिं तिहिं अत्थिकाएहिं । सेसेहिं जहेव दोण्हं जाव दसण्हं सिय एक्को, सिय दोण्णि, सिय तिण्णि जाव सिय दस । संखेज्जाणं सिय एक्को, सिय दोण्णि जाव सिय दस, सिय संखेज्जा । असंखेज्जाणं सिय एक्को जाव सिय संखेज्जा, सिय असंखेज्जा। जहा असंखेज्जा एवं अणंता वि | जत्थ णं भंते ! एगे अद्धासमए ओगाढे तत्थ केवइया धम्मत्थिकायपएसा ओगाढा? गोयमा ! एक्को | केवइया अहम्मत्थि कायपएसा ? एक्को | केवइया भंते आगासत्थि कायपएसा ? एक्को | केवइया जीवत्थि कायपएसा ? अणंता | एवं जाव अद्धासमया । जत्थ णं भंते ! धम्मत्थिकाए ओगाढे तत्थ केवइया धम्मत्थिकाय-पएसा ओगाढा? गोयमा ! णत्थि एक्को वि । केवइया अहम्मत्थिकाय-पएसा ओगाढा ? असंखेज्जा । केवइया आगासत्थिकायपएसा ओगाढा ? असंखेजा । केवइया जीवत्थिकायपएसा ओगाढा ? अणंता । एवं जाव अद्धासमया । जत्थ णं भंते! अहम्मत्थिकाए ओगाढे तत्थ केवइया धम्मत्थिकाय-पएसा ओगाढा ? गोयमा ! असंखेज्जा । केवइया भंते ! अहम्मत्थिकायपएसा ओगाढा ? गोयमा! णत्थि एक्को वि | सेसं जहा धम्मत्थिकायस्स | एवं सव्वे, सहाणे णत्थि एक्को वि भाणियव्वं, परहाणे आइल्लगा तिणि असंखेज्जा भाणियव्वा, पच्छिल्लगा तिण्णि अणंता भाणियव्वा जाव जत्थ अद्धासमए ओगाढे तत्थ केवइया अद्धासमया ओगाढा? णत्थि एक्को वि। जत्थ णं भंते ! एगे पुढविक्काइए ओगाढे तत्थ णं केवइया पुढविक्काइया ओगाढा ? गोयमा ! असंखेज्जा | केवइया आउक्काइया ओगाढा ? असंखेज्जा | केवइया तेउकाइया ओगाढा ? 355 Page #366 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त असंखेज्जा | केवइया वाउकाइया ओगाढा ? असंखेज्जा। केवइया वणस्सइकाइया ओगाढा ? अणंता । जत्थ णं भंते ! एगे आउक्काइए ओगाढे तत्थ णं केवइया पुढविकाइया ओगाढा ? गोयमा ! असंखेज्जा । केवइया आउकाइया ओगाढा ? असंखेज्जा । एवं जहेव पुढविक्काइयाणं वत्तव्वया तहेव सव्वेसिं णिरवसेसं भाणियव्वं जाव जत्थ णं भंते ! वणस्सइकाइए ओगाढे तत्थणं केवइया वणस्सइकाइया ओगाढा ? अणंता | एयंसि णं भंते ! धम्मत्थिकायंसि अधम्मत्थिकायंसि आगासत्थिकायंसि चक्किया केई आसइत्तए वा चिद्वित्तए वा णिसीयत्तए वा तुयट्टित्तए वा ? गोयमा ! णो इणढे समटे, अणंता पुण तत्थ जीवा ओगाढा | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव ओगाढा ? गोयमा ! से जहाणामए- कूडागारसाला सिया, दुहओ लित्ता, गुत्ता, गुत्तदुवारा, जहा रायप्पसेणइज्जे जाव दुवारवयणाइं पिहेइ, दुवारवयणाई पिहेत्ता तीसे कूडागारसालाए बहुमज्जदेसभाए जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिणि उक्कोसेणं पईवसहस्सं पलीवेज्जा, से णूणं गोयमा ! ताओ पईवलेस्साओ अण्णमण्णसंबद्धाओ अण्णमण्णपुट्ठाओ अण्णमण्ण संबद्ध पुट्ठाओ अण्णमण्णघडत्ताए चिट्ठति ? हंता चिट्ठति । चक्किया णं गोयमा ! केई तासु पईवलेस्सासु आसइत्तए वा जाव तुयट्टित्तए वा ? भगवं ! णो इणढे समढे | अणंता पुण तत्थ जीवा ओगाढा, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव ओगाढा | कहि णं भंते ! लोए बहुसमे ? कहि णं भंते ! लोए सव्वविग्गहिए पण्णत्ते? गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए उवरिमहेविल्लेसु खुड्डगपयरेसु एत्थ णं लोए बहुसमे, एत्थ णं लोए सव्वविग्गहिए पण्णत्ते । कहि णं भंते ! विग्गहविग्गहिए लोए पण्णत्ते ? गोयमा ! विग्गहकंडए, एत्थ णं विग्गहविग्गहिए लोए पण्णत्ते । किं संठिए णं भंते ! लोए पण्णत्ते ? गोयमा ! सुपइट्ठियसंठिए लोए पण्णत्ते, हेट्ठा विच्छिण्णे, एवं जहा सत्तमसए पढमुद्देसे जाव अंतं करेइ । एयस्स णं भंते ! अहेलोयस्स, तिरियलोयस्स, उड्ढलोयस्स य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवे तिरियलोए, उड्ढलोए असंखेज्जगुणे, अहेलोए विसेसाहिए | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ८४ | ८६ ८७ ॥ चउत्थो उद्देसो समत्तो || 356 Page #367 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ २ 13 भगवई सुत्त तेरसमं सतं पंचमो उद्देसो रइया णं भंते! किं सचित्ताहारा, अचित्ताहारा, मीसाहारा ? गोयमा ! णो सचित्ताहारा, अचित्ताहारा, णो मीसाहारा । एवं असुरकुमारा, पढमो णेरड्य उद्देसओ णिरवसेसो भाणियव्वो || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ पंचमो उद्देसो समत्तो ॥ तेरसमं सतं छट्टो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- संतरं भंते! णेरड्या उववज्जंति, णिरंतरं णेरड्या उववज्जंति ? गोयमा ! संतरं पि णेरड्या उववज्जंति, णिरंतरं पि णेरड्या उववज्जंति । एवं असुरकुमारा वि । एवं जहा गंगेए तहेव दो दंडगा जाव संतरं पि वेमाणिया चयंति, णिरंतरं पि वेमाणिया चयति । कहि णं भंते ! चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो चमरचंचा णामं आवासे पण्णत्ते ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणेणं तिरियमसंखेज्जे दीवसमुद्दे, एवं जहा बिइयसए सभाउद्देसए वत्तव्वया सच्चेव अपरिसेसा णेयव्वा । तीसे णं चमरचंचाए रायहाणी दाहिण पच्चत्थिमेणं छक्कोडिसए पणपण्णं च कोडीओ पणतीसं च सयसहस्साइं पण्णासं च सहस्साइं अरुणोदगसमुद्दं तिरियं वीइवइत्ता एत्थ णं चमरस्स असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो चमरचंचे णामं आवासे पण्णत्ते-चउरासीइं जोयणसहस्साइं आयाम-विक्खंभेणं, दो जोयणसयसहस्सा पण्णट्ठि च सहस्साइं छच्च बत्तीसे जोयणसए किंचि विसेसाहिए परिक्खेवेणं । से णं एगेणं पागारेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ते । से णं पागारे विड्ढ जोयणसयं उड्ढं उच्चत्तेणं, एवं चमरचंचाए रायहाणीए वत्तव्वया भाणियव्वा सभाविहूणा जाव चत्तारि पासायपंतीओ । चमरे णं भंते ! असुरिंदे असुरकुमारराया चमरचंचे आवासे वसहिं उवेइ ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । सेकेणं खाइ अणं भंते ! एवं वुच्चइ- चमरचंचे आवासे, चमरचंचे आवासे? 357 Page #368 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | भगवई सुत्त गोयमा ! से जहाणामए इहं मणुस्सलोगंसि उवगारियलेणाइ वा उज्जाणियलेणाइ वा णिज्जाणियलेणाइ वा धारावारियलेणाइ वा, तत्थ णं बहवे मणुस्सा य मणुस्सीओ य आसयंति, सयंति, एवं जहा रायप्पसेणइज्जे जाव कल्लाणफलवित्तिविसेसं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति, अण्णत्थ पुण वसहिं उर्वति । एवामेव गोयमा ! चमरस्स असुरिंदिस्स असुरकुमाररण्णो चमरचंचे आवासे केवलं किड्डा-रइपत्तियं, अण्णत्थ पुण वसहिं उति, से तेणटेणं जाव आवासे । सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति जाव विहरइ । तए णं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइ रायगिहाओ णयराओ गुणसीलाओ जाव विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं चंपा णामं णयरी होत्था, वण्णओ | पुण्णभद्दे चेइए, वण्णओ । तएणं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइ पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे जाव विहरमाणे जेणेव चंपाणयरी जेणेव पुण्णभद्दे चेइए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता जाव विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं सिंधूसोवीरेसु जणवएस वीतीभए णामं णयरे होत्था, वण्णओ । तस्स णं वीतीभयस्स णयरस्स बहिया उत्तरपुरत्थिमे दिसिभाए एत्थ णं मियवणे णामं उज्जाणे होत्था । सव्वोउय-पुप्फ-फल-समिद्धे, वण्णओ । तत्थ णं वीतीभए णयरे उदायणे णामं राया होत्था, वण्णओ | तस्स णं उदायणस्स रणो पभावई णामं देवी होत्था, वण्णओ। तस्स णं उदायणस्स रण्णो पठमावई णामं देवी होत्था, सुकुमाल-पाणिपाया, वण्णओ | तस्स णं उदायणस्स रण्णो पुत्ते पभावईए देवीए अत्तए अभीइणाम कुमारे होत्था, सुकुमाल पाणिपाए एवं जहा सिवभद्दे जाव पच्चुवेक्खमाणे विहरइ । तस्स णं उदायणस्स रण्णो णियए भाइणिज्जे केसी णामं कुमारे होत्था । सुकुमाल पाणिपाए जाव सुरूवे । से णं उदायणे राया सिंधुसोवीर-पामोक्खाणं सोलसण्हं जणवयाणं, वीतीभयप्पामोक्खाणं तिण्हं तेसट्ठीणं णयरागरसयाणं, महसेणप्पामोक्खाणं दसण्हं राईणं बद्धमउडाणं विदिण्णछत्तचामरवालवीयणाणं, अण्णेसिं च बहूणं राईसर-तलवर जाव सत्यवाह-पभिईणं आहेवच्चं, पोरेवच्चं जाव कारेमाणे, पालेमाणे; समणोवासए अभिगयजीवाजीवे जाव विहरइ । तए णं से उदायणे राया अण्णया कयाइ जेणेव पोसहसाला तेणेव उवागच्छइ । एवं जहा संखे जाव पोसहं पडिजागरमाणे विहरइ । तए णं तस्स उदायणस्स रण्णो पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि धम्मजागरियं जागरमाणस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था-धण्णा णं ते गामा-गर-णयर-खेड-कब्बड-मडंब-दोणमुह-पट्टणा-सम-संबाह-सण्णिवेसा, जत्थ णं समणे भगवं महावीरे विहरइ, धण्णा णं ते राईसर-तलवर जाव सत्थवाह-पभिईओ, जे णं समणं भगवं महावीरं वंदति णमंसंति जाव पज्जुवासंति । जइ णं समणे भगवं महावीरे पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे गामाणुगामं जाव विहरमाणे इहमागच्छेज्जा, इह समोसरेज्जा, इहेव वीतीभयस्स णयरस्स बहिया मियवणे उज्जाणे अहापडिरूवं उग्गहं उग्गिण्हित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणा विहरेज्जा, तो णं अहं समणं भगवं महावीरं वंदेज्जा, णमंसेज्जा जाव पज्जुवासेज्जा । तएणं समणे भगवं महावीरे उदायणस्स रण्णो अयमेयारूवं अज्झत्थियं जाव समुप्पण्णं वियाणित्ता चंपाओ णयरीओ पुण्णभद्दाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता 358 Page #369 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १० पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे गामाणुगामं दूइज्जमाणे सुहंसुहेणं विहरमाणे जेणेव सिंधूसोवीरे जणवए जेणेव वीतीभये णयरे, जेणेव मियवणे उज्जाणे तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता जाव संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणा विहरइ । तएणं वीतीभये णयरे जाव परिसा पज्जुवासइ । तएणं से उदायणे राया इमीसे कहाए लद्धडे समाणे हद्वतुढे कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! वीतीभयं णयरं सब्भिंतरबाहिरियं जहा कूणिओ उववाइए जाव पज्जुवासइ। पउमावईपामोक्खाओ देवीओ तहेव जाव पज्जुवासंति | धम्मकहा | तएणं से उदायणे राया समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्म सोच्चा णिसम्म हद्वतुढे उहाए उढेइ, उट्ठाए उद्वित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो जाव णमंसित्ता एवं वयासीएवमेयं भंते ! तहमेयं भंते ! जाव से जहेयं तुब्भे वयह त्ति कट्ट जं णवरं देवाणुप्पिया ! अभिइकुमारं रज्जे ठावेमि, तएणं अहं देवाणुप्पियाणं अंतिए मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वयामि | 3 [ ! मा पडिबंधं करेह । तएणं से उदायणे राया समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे हट्ट-तुट्टे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता तमेव आभिसेक्कं हत्थिं दुरूहइ, दुरूहित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियाओ मियवणाओ उज्जाणाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता जेणेव वीतीभये णयरे तेणेव पहारेत्थ गमणाए । तएणं तस्स उदायणस्स रण्णो अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- एवं खलु अभीइकुमारे ममं एगे पुत्ते इढे कंते जाव किमंग पुण पासणयाए । तं जइ णं अहं अभीइकुमारं रज्जे ठावेत्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वयामि तो णं अभीइकुमारे रज्जे य रहे य जाव जणवए य माणुस्सएस् य कामभोगेस् मच्छिए, गिद्धे, गढिए, अज्झोववण्णे, अणाईयं, अणवदग्गं दीहमद्धं चाउरंतसंसारकंतारं अणुपरियट्टिस्सइ । तं णो खलु मे सेयं अभीइकुमारं रज्जे ठावेत्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए मुंडे भवित्ता जाव पव्वइत्तए, सेयं खलु मे णियगं भाइणेज्जं केसिं कुमार रज्जे ठावेत्ता समणस्स भगवओ जाव पव्वइत्तए एवं संपेहेइ, एवं संपेहेत्ता जेणेव वीतीभये णयरे तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता वीतीभयं णयरं मज्झमज्झेणं जेणेव सए गेहे जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला, तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता आभिसेक्कं हत्थिं ठवेइ, ठवेत्ता आभिसेक्काओ हत्थीओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता जेणेव सीहासणे तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता सीहासणवरंसि पुरत्थाभिमुहे णिसीयइ, णिसीइत्ता कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! वीतीभयं णयरं सब्भिंतरबाहिरियं जाव पच्चप्पिणंति। तएणं से उदायणे राया दोच्चं पि कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासी- खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया ! केसिस्स कुमारस्स महत्थं महग्धं महरिहं विउलं एवं रायाभिसेओ जहा सिवभद्दस्स कुमारस्स तहेव भाणियव्वो जाव परमाउं पालयाहि, इट्ठजणसंपरिवुडे सिंधसोवीरपामोक्खाणं सोलसण्हं जणवयाणं वीतीभयपामोक्खाणं तिणि तेसट्ठीणं 359 Page #370 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगबई सुत्त णयरागरसयाणं महसेणपामोक्खाणं दसण्हं राईणं अण्णेसिं च बहूणं राईसर जाव कारेमाणे, पालेमाणे विहराहि त्ति कट्ट जयजयसदं पउंजंति । तएणं से केसी कुमारे राया जाए, महया हिमवंत जाव रज्जं पसासेमाणे विहरइ। तएणं से उदायणे राया केसिं रायाणं आपुच्छइ । तएणं से केसी राया कोडुबिय-पुरिसे सद्दावेइ, एवं जहा जमालिस्स तहेव सब्भिंतरबाहिरियं तहेव जाव णिक्खमणाभिसेयं उवट्ठवेइ । तएणं से केसी राया अणेग-गणणायग जाव संपरिवुडे उदायणं रायं सीहासणवरंसि पुरत्थाभिमुहे णीसीयावेइ, णिसीयावेत्ता अट्ठसएणं सोव्वणियाणं कलसाणं एवं जहा जमालिस्स जाव एवं वयासी- भण सामी ! किं देमो, किं पयच्छामो, किण्णा वा ते अट्ठो ? तएणं से उदायणे राया केसिं रायं एवं वयासी-इच्छामि णं देवाणुप्पिया । कुत्तियावणाओ रयहरणं च पडिग्गहं च आणियं, कासवगं च सद्दावियं । एवं जहा जमालिस्स, णवरं पउमावई अग्गकेसे पडिच्छड़ पियविप्पओगदूसहा । तएणं से केसी राया दोच्चं पि उत्तरावक्कमणं सीहासणं रयावेइ, रयावेत्ता, उदायणं रायं सेयापीयएहिं कलसेहिं पहावेइ पहावेत्ता सेसं जहा जमालिस्स जाव सण्णिसण्णे, तहेव अम्मधाई, णवरं पउमावई हंसलक्खणं पडसाडगं गहाय सेसं तं चेव जाव सीयाओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता उत्तरपुरत्थिमं दिसिभागं अवक्कमइ अवक्कमित्ता सयमेव आभरणमल्लालंकारं ओमयइ । तं चेव पउमावई पडिच्छइ जाव घडियव्वं सामी ! जाव णो पमाएयव्वं, त्ति कट्ट केसी राया पठमावई य समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता, णमंसित्ता जाव पडिगया । तएणं से उदायणे राया सयमेव पंचमुट्ठियं लोयं करेइ, सेसं जहा उसभदत्तस्स जाव सव्वदुक्खप्पहीणे । तएणं तस्स अभीइस्स कुमारस्स अण्णया कयाइ पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि कुटुंबजागरियं जागरमाणस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- एवं खलु अहं उदायणस्स पुत्ते पभावईए देवीए अत्तए, तएणं से उदायणे राया ममं अवहाय णियगं भाइणिज्ज केसिकुमारं रज्जे ठावेत्ता समणस्स भगवओ जाव पव्वइए । इमेणं एयारूवेणं महया अप्पत्तिएणं मणोमाणसिएणं दुक्खेणं अभिभूए समाणे अंतेउर-परियाल-संपरिवुड़े सभंडमत्तोवगरणमायाए वीतीभयाओ णयराओ णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता पुव्वाणुपुट्विं चरमाणे गामाणुगामं दूइज्जमाणे जेणेव चंपाणयरी, जेणेव कूणिए राया, तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता कूणियं रायं उवसंपज्जित्ता णं विहरइ । तत्थ वि णं से विउलभोगसमिइ- समण्णागए यावि होत्था । तएणं से अभीइकुमारे समणोवासए यावि होत्था, अभिगय जीवाजीवे जाव विहरइ, उदायणम्मि रायरिसिम्मि समणुबद्धवेरे यावि होत्था । तेणं कालेणं तेणं समएणं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए णिरयपरिसामंतेसु चोसदि असुरकुमारावाससयसहस्सा पण्णत्ता । तएणं से अभीइकमारे बहूई वासाइं समणोवासगपरियागं पाउणइ, पाउणित्ता अद्धमासियाए संलेहणाए तीसं भत्ताइं अणसणाए छेदेइ, छेदेत्ता 360 Page #371 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ R ३ ४ ५ ६ ७ ८ ९ १० भगवई सुत तस्स ठाणस्स अणालोइय- अपडिक्कंते कालमासे कालं किच्चा इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए णिरयपरिसामंतेसु चोसट्ठीए असुरकुमारावास -सयसहस्सेसु अण्णयरंसि आयावा आयावा असुरकुमारावासंसि आयावा असुरकुमार देवत्ताए उववण्णो । तत्थ णं अत्येगइयाणं आयावगाणं असुरकुमाराणं देवाणं एगं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता । तत्थ णं अभिइस्स वि देवस्स एवं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता । से णं भंते ! अभीइदेवे ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं भवक्खएणं ठिइक्खएणं अनंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव सव्वदुक्खाणं अंतं काहि । ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ छट्टो उद्देसो समत्तो ॥ तेरसमं सतं सत्तमो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी आया भंते ! भासा, अण्णा भासा ? गोयमा ! णो आया भासा, अण्णा भासा | रूविं भंते ! भासा, अरूविं भासा ? गोयमा ! रूविं भासा, णो अरुविं भासा । सचित्ता भंते ! भासा, अचित्ता भासा ? गोयमा ! णो सचित्ता भासा, अचित्ता भासा । जीवा भंते! भासा, अजीवा भासा ? गोयमा ! णो जीवा भासा, अजीवा भासा । जीवाणं भंते । भासा, अजीवाणं भासा ? गोयमा जीवाणं भासा णो अजीवाणं भासा । पुव्विं भंते ! भासा, भासिज्जमाणी भासा, भासासमय -वीइक्कंता भासा ? गोयमा! णो पुव्विं भासा, भासिज्जमाणी भासा णो भासासमयवीइक्कंता भासा । " पुव्विं भंते । भासा भिज्जइ, भासिज्जमाणी भासा भिज्जइ भासासमयवीइक्कंता भासा भिज्जइ ? गोयमा ! णो पुव्विं भासा भिज्जइ, भासिज्जमाणी भासा भिज्जइ, णो भासासमयवीइक्कंता भासा भिज्जइ । कइविहा णं भंते । भासा पण्णता ? गोयमा । चउव्विहा भासा पण्णत्ता, तंजहा सच्चा, मोसा, सच्चामोसा, असच्चामोसा । आया भंते! मणे, अण्णे मणे । गोयमा ! णो आया मणे, अण्णे मणे । जहा भासा तहा मणे वि जाव णो अजीवाणं मणे । पुव्विं भंते! मणे, मणिज्जमाणे मणे ? गोयमा ! जहेव भासा । 361 Page #372 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ११ | पुव्विं भंते ! मणे भिज्जइ; मणिज्जमाणे मणे भिज्जइ, मणसमयवीइक्कंते मणे भिज्जइ? गोयमा! जहेव भासा | कइविहे णं भंते ! मणे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे मणे पण्णत्ते, तं जहा- सच्चे जाव असच्चामोसे । आया भंते ! काये, अण्णे काये ? गोयमा ! आया वि काये, अण्णे वि काये | रूविं भंते ! काये, अरूविं काये ? गोयमा ! रूविं वि काये, अरूविं वि काये । एवं एक्केक्के पुच्छा ? गोयमा ! सचित्ते वि काये, अचित्ते वि काये | जीवे वि काये, अजीवे वि काये, जीवाण वि काये, अजीवाण वि काये । पुट्विं भंते! काये, पुच्छा ? गोयमा ! पुट्विं पि काये, कायिज्जमाणे वि काये, कायसमय वीइक्कंते वि काये । १६ पुट्विं भंते ! काये भिज्जइ ? पुच्छा | गोयमा ! पुट्विं पि काये भिज्जइ जाव काये भिज्जइ कइविहे णं भंते ! काये पण्णत्ते ? गोयमा ! सत्तविहे काये पण्णत्ते, तं जहा- ओराले, ओरालियमीसए, वेउव्विए, वेउव्वियमीसए आहारए, आहारगमीसए, कम्मए | कइविहे णं भंते ! मरणे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे मरणे पण्णत्ते, तं जहा- आवीचियमरणे ओहिमरणे आइयंतियमरणे बालमरणे पंडियमरणे | आवीचियमरणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वावीचिय मरणे, खेत्तावीचियमरणे कालावीचियमरणे भवावीचियमरणे भावावीचियमरणे | दव्वावीचियमरणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- णेरड्यदव्वावीचियमरणे, तिरिक्खजोणियदव्वावीचियमरणे, मणुस्सदव्वावीचियमरणे, देवदव्वावीचियमरणे। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- णेरड्यदव्वावीचियमरणे, णेरड्यदव्वावीचियमरणे ? गोयमा ! जण्णं णेरड्या णेरइए दव्वे वट्टमाणा जाइं दव्वाइं णेरइयाउयत्ताए गहियाइं, बद्धाइं, पुट्ठाई, कडाइं, पट्टवियाई, णिविट्ठाई, अभिणिविट्ठाई, अभिसमण्णागयाइं भवंति ताई दव्वाई आवीचियमणुसमयं णिरंतरं मरंति त्ति कट्ट से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइणेरड्यदव्वावीचियमरणे एवं जाव देव-दव्वावीचियमरणे । 362 Page #373 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त खेत्तावीचियमरणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउविहे पण्णत्ते, तं जहाणेरइयखेत्तावीचियमरणे जाव देवखेत्तावीचियमरणे | से केणटेणं भंते! एवं वच्चइ- णेरड्यखेत्तावीचियमरणे णेरड्यखेत्तावीचिय मरणे? गोयमा ! जण्णं णेरइया णेरइयखेत्ते वट्टमाणा जाइं दव्वाइं णेरइयाउयत्ताए गहियाइं, एवं जहेव दव्वावीचियमरणे तहेव खेत्तावीचियमरणे वि । एवं जाव भावावीचियमरणे। ओहिमरणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वोहि-मरणे, खेत्तोहि-मरणे जाव भावोहि-मरणे | दव्वोहि-मरणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- णेरइयदव्वोहि-मरणे जाव देव-दव्वोहि-मरणे । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- णेरइय-दव्वोहि-मरणे णेरड्य-दव्वोहि मरणे ? गोयमा ! जण्णं णेरड्या णेरड्यदव्वे वट्टमाणा जाइं दव्वाइं संपयं मरंति, ते णं णेरड्या ताई दव्वाइं अणागए काले पुणो वि मरिस्संति, से तेणटेणं गोयमा ! जाव णेरइय दव्वोहिमरणे । एवं तिरिक्खजोणिय-मणुस्स-देवदव्वोहिमरणे वि । एवं एएणं गमेणं खेत्तोहिमरणे वि, कालोहिमरणे वि, भवोहिमरणे वि, भावोहिमरणे वि । आइयंतियमरणे णं भंते ! पुच्छा | गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वाइयंतियमरणे, खेत्ताइयंतियमरणे, जाव भावाइयंतियमरणे । दव्वाइयंतियमरणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहाणेरड्यदव्वाइयंतियमरणे जाव देवदव्वाइयंतियमरणे । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- णेरड्यदव्वाइयंतियमरणे णेरइय - दव्वाइयंतिय मरणे? गोयमा ! जण्णं णेरड्या णेरड्यदव्वे वट्टमाणा जाइं दव्वाइं संपयं मरंति, तेणं णेरड्या ताई दव्वाइं अणागए काले णो पुणो वि मरिस्संति, से तेणटेणं जाव णेरइयदव्वाइयंतिय मरणे । एवं तिरिक्ख-जोणिय-मणुस्स-देवाइयंतियमरणे, एवं खेत्ताइयंतियमरणे वि, एवं जाव भावाइयंतियमरणे वि । बालमरणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुवालसविहे पण्णत्ते, तं जहा- वलयमरणं, वसट्टमरणं एवं जहा खंदए जाव गिद्धपुट्ठ-मरणं । पंडियमरणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- पाओवगमणे य भत्तपच्चक्खाणे य । पाओवगमणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- णीहारिमे य अणीहारिमे य जाव णियमं अपडिकम्मे । २८ भत्तपच्चक्खाणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तं चेव जहा पाओवगमणे, णवरं णियमं सपडिकम्मे || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ सत्तमो उद्देसो समत्तो || 363 Page #374 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ 2 भगवई सुत्त तेरसमं सतं अमो उद्देसो कइ णं भंते! कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ कम्मपगडीओ पण्णत्ताओ । एवं बंधट्ठिइउद्देसो भाणियव्वो णिरवसेसो जहा पण्णवणा || सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ अमो उद्देसो समत्तो ॥ तेरसमं सतं णमो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी - से जहाणामए केइ पुरिसे केयाघडियं गहाय गच्छेज्जा; एवामेव अणगारे वि भावियप्पा केयाघडियाकिच्चहत्थगएणं अप्पाणेणं उड्ढं वेहासं उप्पएज्जा ? हंता गोयमा ! उप्पएज्जा । अणगारे णं भंते ! भावियप्पा केवइयाइं पभू केयाघडियाकिच्चहत्थगयाइं रूवाइं विउव्वित्तए ? गोयमा ! से जहाणामए जुवई जुवाणे हत्थेणं हत्थे, एवं जहा तइयसए पंचमुद्देस जाव णो चेव णं संपत्तीए विउव्विंसु वा विउव्वंति वा विउव्विस्संति वा । से जहाणामए केइ पुरिसे हिरण्णपेलं गहाय गच्छेज्जा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा हिरण्णपेलहत्थकिच्चगएणं अप्पाणेणं उड्ढं वेहासं उप्पएज्जा ? हंता गोयमा ! उप्पएज्जा । एवं जहा केयाघडियं आलावगो तहा हिरण्णपेलंपि णिरवसेसं जाव णो चेव णं संपत्तीए विउव्विसुं वा विउव्वंति वा विउव्विसंति वा । एवं सुवण्णपेलं, रयणपेलं, वइरपेलं, वत्थपेलं, आभरणपेलं, वियलकडं, सुंबकडं, चम्मकडं, कंबलकडं, एवं अयभारं, तंबभारं, तउयभारं, सीसगभारं हिरण्णभारं सुवण्णभारं वइरभारं । 8 से जहाणामए वग्गुली सिया, दो वि पाए उल्लंबिया उल्लंबिया उड्ढंपाया अहोसिरा चिट्ठेज्जा; एवामेव अणगारे वि भावियप्पा वग्गुलीकिच्चगएणं अप्पाणेणं उड्ढं वेहासं चिट्ठेज्जा ? हंता गोयमा ! चिट्ठेज्जा । एवं जाव णो चेव णं संपत्तीए । एवं जण्णोवइय-वत्तव्वया णिरवसेसा भाणियव्वा जहा तइयसए पंचमुद्देसए । से जहाणामए जलोया सिया, उदगंसि कायं उव्विहिया उव्विहिया गच्छेज्जा; एवामेव अणगारे वि भावियप्पा जलोयाकिच्चगएणं अप्पाणेणं जाव गच्छेज्जा ? हंता गोयमा ! गच्छेज्जा ! एवं जाव णो चेव णं संपत्तीए जाव विउव्विस्संति वा । से जहाणामए बीयंबीयगसउणे सिया, दो वि पाए समतुरंगेमाणे समतुरंगेमाणे गच्छेज्जा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा बीयंबीयगसउण किच्चगएणं अप्पाणेणं जाव गच्छेज्जा ? हंता गोयमा ! गच्छेज्जा ! सेसं तं चेव जाव णो चेवणं संपत्तीए जाव विउव्विस्संति? 364 Page #375 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से जहाणामए पक्खिबिरालए सिया, रुक्खाओ रुखं डेवेमाणे-डेवेमाणे गच्छेज्जा। एवामेव अणगारे वि भावियप्पा, पुच्छा ? हंता गोयमा ! गच्छेज्जा | सेसं तं चेव णिरवसेसं । से जहाणामए जीवंजीवगसउणे सिया, दो वि पाए समतुरंगेमाणे-समतुरंगेमाणे गच्छेज्जा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा, पुच्छा ? सेसं तं चेव णिरवसेसं । से जहाणामए हंसे सिया, तीराओ तीरं अभिरममाणे-अभिरममाणे गच्छेज्जा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा हंसकिच्चगएणं अप्पाणेणं, पुच्छा ? हंता गोयमा ! गच्छेज्जा । सेसं तं चेव णिरवसेसं से जहाणामए समुद्दवायसए सिया, वीईओ वीइं डेवेमाणे-डेवेमाणे गच्छेज्जा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा, पुच्छा ? हंता गोयमा ! गच्छेज्जा । सेसं तं चेव णिरवसेसं । से जहाणामए केइ पुरिसे चक्कं गहाय गच्छेज्जा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा चक्ककिच्चहत्थगएणं अप्पाणेणं, पुच्छा ? हंता गोयमा ! गच्छेज्जा । सेसं जहा केयाघडियाए । एवं छत्तं, चमरं, रयणं वइरं, वेरुलियं जाव रिट्ठ, उप्पलहत्थगं, पउमहत्थगं, कुमुयहत्थगं जाव सहस्सपत्तगं । से जहाणामए केइ पुरिसे भिसं अवघालिय-अवदालिय गच्छेज्जा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा भिसकिच्चगएणं अप्पाणेणं, पुच्छा ? हंता गोयमा ! गच्छेज्जा | सेसं तं चेव । से जहाणामए मुणालिया सिया, उदगंसि कायं उम्मज्जिय-उम्मज्जिय चिठेज्जा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा मणालिय किच्चगएणं अप्पाणेणं, पच्छा ? हंता गोयमा ! चिद्वेज्जा । सेसं तं चेव । से जहाणामए वणसंडे सिया, किण्हे किण्होभासे जाव महामेह-णिउरुंबभूए, पासाईए दरिसणिज्जे, अभिरूवे, पडिरूवे; एवामेव अणगारे वि भावियप्पा वणसंडकिच्चगएणं अप्पाणेणं उड़ढं वेहासं उप्पएज्जा ? हंता गोयमा ! उप्पएज्जा | सेसं तं चेव । १६ । से जहाणामए पुक्खरणी सिया चउक्कोणा, समतीरा, अणुपुव्वसुजाय वप्पगंभीर- सीयलजला जाव सढुण्णइयमहरसरणाइया पासाईया, दरिसणिज्जा अभिरुवा, पडिरूवा, एवामेव अणगारे वि भावियप्पा पोक्खरणीकिच्चगएणं अप्पाणेणं उड्ढं वेहासं उप्पएज्जा ? हंता गोयमा ! उप्पएज्जा | अणगारे णं भंते ! भावियप्पा केवइयाइं पभू पोक्खरणीकिच्चगयाइं रूवाइं विउवित्तए ? गोयमा ! सेसं तं चेव सव्वं जहा केयाघडियाए जाव णो चेव णं संपत्तीए जाव विउव्विस्संति वा । 365 Page #376 -------------------------------------------------------------------------- ________________ |१८ १ १ R 13 भगवई सुत से भंते ! किं मायी विउव्वइ, अमायी विउव्वइ ? गोयमा ! मायी विउव्व णो अमायी विउव्वइ । मायी णं तस्स ठाणस्स अणालोइय अपडिक्कंते कालं करेइ, णत्थि तस्स आराहणा । अमायी णं तस्स ठाणस्स आलोइयपडिक्कंते कालं करेइ, अत्थि तस्स आराहणा ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ णवमो उद्देसो समत्तो ॥ तेरसमं सतं दसमो उद्देसो कइ णं भंते ! छाउमत्थिय समुग्धाया पण्णत्ता ? गोयमा ! छ छाउमत्थिया समुग्धाया पण्णत्ता, तं जहा समुग्धाया णेयव्वा, जहा पण्णवणाए जाव आहारगसमुग्धाए ॥ दसमो उद्देसो समत्तो ॥ ॥ तेरसमं समत्तं ॥ चोद्दसमं सतं वेयणासमुग्धाए एवं छाउमत्थिय ॥ सेवं भंते! सेवं भंते! ॥ पढमो उद्देसो चरम उम्माय सरीरे, पोग्गल अगणी तहा किमाहारे । संसिद्ध मंतरे खलु, अणगारे केवली चैव ॥ रायगिहे जाव एवं वयासी- अणगारे णं भंते ! भावियप्पा चरमं देवावासं वीइक्कंते, परमं देवावासमसंपत्ते, एत्थ णं अंतरा कालं करेज्जा, तस्स णं भंते! कहिं गई, कहिं उदवाए पण्णत्ते ? गोयमा ! जे से तत्थ परियस्सओ तल्लेसा देवावासा तहिं तस्स गई, तहिं तस्स उववाए पण्णत्ते। से य तत्थ गए विराहेज्जा, कम्मलेस्सामेव पडिपडइ, से य तत्थ गए णो विराहेज्जा, तामेव लेस्सं उवसंपज्जित्ता णं विहरइ । अणगारे णं भंते! भावियप्पा चरमं असुरकुमारावासं वीइक्कंते, परमं असुरकुमारावासमसंपत्ते, एत्थ णं अंतरा कालं करेज्जा, तस्स णं भंते । कहिं गई, कहिं उठवाए पण्णत्ते ? 366 Page #377 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव थणियकुमारावासं, जोइसियावासं, एवं वेमाणियावासं, जाव विहरइ । | णेरइयाणं भंते ! कहं सीहा गई, कहं सीहे गइविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से जहाणामए- केइ पुरिसे तरुणे बलवं जुगवं जाव णिउणसिप्पोवगए आउंटियं बाहं पसारेज्जा, पसारियं वा बाहं आउंटेज्जा, विक्खिण्णं वा मुढिं साहरेज्जा, साहरियं वा मुद्धिं विक्खिरेज्जा, उण्णिमिसियं वा अच्छिं णिम्मिसेज्जा णिम्मिसियं वा अच्छिं उम्मिसेज्जा, भवे एयारूवे ? णो इणढे समढे | णेरड्या णं एगसमएण वा दुसमएण वा तिसमएण वा विग्गहेणं उववज्जंति । णेरइयाणं गोयमा ! तहा सीहा गई, तहा सीहे गइविसए पण्णत्ते । एवं जाव वेमाणियाणं, णवरं एगिदियाणं चउसमइए विग्गहे भाणियव्वे। सेसं तं चेव । णेरड्या णं भंते ! किं अणंतरोववण्णगा, परंपरोववण्णगा, अणंतरपरंपर-अणु-ववण्णगा ? गोयमा ! णेरइया अणंतरोववण्णगा वि परंपरोववण्णगा वि अणंतरपरंपर- अणुववण्णगा वि | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव अणंतरपरंपरअणुववण्णगा वि ? गोयमा ! जे णं णेरडया पढमसमयोववण्णगा ते णं णेरड्या अणंतरोववण्णगा, जे णं णेरड्या अपढमसमयोववण्णगा ते णं णेरड्या परंपरोववण्णगा, जे णं णेरइया विग्गहगइसमावण्णगा ते णं णेरइया अणंतरपरंपरअणुववण्णगा, से तेणटेणं जाव अणंतर- परंपर-अणुववण्णगा वि । एवं णिरंतरं जाव वेमाणिया । अणंतरोववण्णगा णं भंते ! णेरड्या किं णेरइयाउयं पकरेंति जाव देवाउयं पकरेंति? गोयमा ! णो णेरडयाउयं पकरेंति जाव णो देवाउयं पकरेंति । परंपरोववण्णगा णं भंते ! णेरइया किं णेरइयाउयं पकरेंति जाव देवाउयं पकरेंति? गोयमा ! णो णेरइयाउयं पकरेंति, तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, मणुस्साउयं पि पकरेंति, णो देवाउयं पकरेंति । अणंतरपरंपरअणुववण्णगा णं भंते ! णेरड्या किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा! णो णेरइयाउयं पकरेंति जाव णो देवाउयं पकरेंति । एवं जाव वेमाणिया; णवरं पंचिंदियतिरिक्खजोणिया, मणुस्सा य परंपरोववण्णगा चत्तारि वि आउयाइं पकरेंति। सेसं तं चेव। णेरड्या णं भंते ! किं अणंतरणिग्गया, परंपरणिग्गया, अणंतरपरंपर-अणिग्गया ? गोयमा ! णेरड्या णं अणंतरणिग्गया वि जाव अणंतरपरंपरअणिग्गया वि | से केणद्वेणं भंते ! जाव अणिग्गया वि ? गोयमा ! जे णं णेरइया पढमसमयणिग्गया ते णं णेरइया अणंतरणिग्गया। जे णं णेरइया अपढमसमयणिग्गया ते णं णेरड्या परंपरणिग्गया । जे णं णेरड्या विग्गहगइसमावण्णगा ते णं णेरड्या अणंतरपरंपरअणिग्गया, से तेणटेणं गोयमा! जाव अणंतर-परंपर-अणिग्गया वि | एवं जाव वेमाणिया । 367 Page #378 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अणंतरणिग्गया णं भंते ! णेरड्या किं णेरड्याउयं पकरेंति जाव देवाउयं पकरेंति ? गोयमा ! णो णेरइयाउयं पकरेंति जाव णो देवाउयं पकरेंति । परंपरणिग्गया णं भंते ! णेरड्या किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा? गोयमा ! णेरड्याउयं पि पकरेंति जाव देवाउयं पि पकरेंति । अणंतरपरंपरअणिग्गया णं भंते ! णेरड्या, पुच्छा? गोयमा ! णो णेरड्याउयं पकरेंति जाव णो देवाउयं पकरेंति एवं णिरवसेसं जाव वेमाणिया । णेरड्या णं भंते ! किं अणंतरखेदोववण्णगा, परंपरखेदोववण्णगा, अणंतरपरंपरखेदाणुववण्णगा? गोयमा ! णेरड्या अणंतरखेदोववण्णागा वि परंपरखेदोववण्णगा वि, अणंतरपरंपरखेदाणववण्णगा वि | एवं एएणं अभिलावेणं तं चेव चत्तारि दंडगा भाणियव्वा || सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ || पढमो उद्देसो समत्तो || चोद्दसमं सतं बीओ उद्देसो कइविहे णं भंते ! उम्माए पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे उम्माए पण्णत्ते, तं जहा- जक्खाएसे य मोहणिज्जस्स य कम्मस्स उदएणं । तत्थ णं जे से जक्खाएसे से णं सुहवेयणतराए चेव सुहविमोयणतराए चेव । तत्थ णं जे से मोहणिज्जस्स कम्मस्स उदएणं से णं दुहवेयणतराए चेव, दुह विमोयणतराए चेव । णेरइयाणं भंते ! कइविहे उम्माए पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे उम्माए पण्णत्ते, तं जहा- जक्खाएसे य, मोहणिज्जस्स य कम्मस्स उदएणं २ से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- णेरड्याणं दुविहे उम्माए पण्णत्ते, तं जहा- जक्खाएसे य मोहणिज्जस्स य कम्मस्स उदएणं ? गोयमा ! देवे वा से असुभे पोग्गले पक्खिवेज्जा, से णं तेसिं असुभाणं पोग्गलाणं पक्खिवणयाए जक्खाएसं उम्मायं पाउणेज्जा, मोहणिज्जस्स वा कम्मस्स उदएणं मोहणिज्जं उम्मायं पाउणेज्जा | से तेणटेणं गोयमा ! जाव उदएणं । असुरकुमाराणं भंते ! कविहे उम्माए पण्णत्ते ? गोयमा ! जहेव णेरइयाणं; णवरं देवे वा से महिड्ढीयतराए असुभे पोग्गले पक्खिवेज्जा, से णं तेसिं असुभाणं पोग्गलाणं पक्खिवणयाए जक्खाएसं उम्मायं पाउणेज्जा, मोहणिज्जस्स वा, 368 Page #379 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सेसं तं चेव, से तेणटेणं जाव उदएणं । एवं जाव थणियकुमाराणं | पुढविकाइयाणं जाव मणुस्साणं एएसिं जहा जेरइयाणं; वाणमंतर- जोइस-वेमाणियाणं जहा असुरकुमाराणं । अत्थि णं भंते ! पज्जण्णे कालवासी वुट्ठिकायं पकरेइ ? गोयमा ! हंता अत्थि । जाहे णं भंते ! सक्के देविंदे देवराया वुट्टिकायं काउकामे भवइ से कहमियाणिं पकरेइ ? गोयमा ! ताहे चेव णं से सक्के देविंदे देवराया अभिंतरपरिसए देवे सद्दावेइ, तएणं ते अभिंतरपरिसगा देवा सद्दाविया समाणा मज्झिमपरिसए देवे सद्दावेंति, तएणं ते मज्झिम परिसगा देवा सद्दाविया समाणा बाहिरपरिसए देवे सद्दावेंति, तएणं ते बाहिरपरिसगा देवा सद्दाविया समाणा बाहिरबाहिरगे देवे सद्दावेंति, तएणं ते बाहिरबाहिरगा देवा सद्दाविया समाणा आभिओगिए देवे सद्दावेंति, तएणं ते आभिओगिया देवा सद्दाविया समाणा वुट्ठि-काइए देवे सद्दावेंति, तएणं ते वद्विकाइया देवा सद्दाविया समाणा वढिकायं पकरेंति । एवं खल गोयमा ! सक्के देविंदे देवराया वुढिकायं पकरेंति । अत्थि णं भंते ! असुरकुमारा वि देवा वुट्टिकायं पकरेंति ? गोयमा ! हंता अत्थि। किं पत्तियं णं भंते ! असुरकुमारा देवा वुट्ठिकायं पकरेंति ? गोयमा ! जे इमे अरहंता भगवंता एएसि णं जम्मण महिमासु वा णिक्खमणमहिमासु वा णाणुप्पायमहिमासु वा परिणिव्वाणमहिमासु वा एवं खलु गोयमा ! असुरकुमारा वि देवा वुट्ठिकायं पकरेंति, एवं णागकुमारा वि, एवं जाव थणियकुमारा । वाणमंतर-जोइसियवेमाणिया एवं चेव । जाहे णं भंते ! ईसाणे देविंदे देवराया तमुक्कायं काउकामे भवइ, से कहमियाणिं पकरेइ ? गोयमा ! ताहे चेव णं से ईसाणे देविंदे देवराया अभिंतरपरिसाए देवे सद्दावेइ, तएणं ते अभिंतरपरिसगा देवा सद्दाविया समाणा एवं जहेव सक्कस जाव तएणं ते आभिओगिया देवा सद्दाविया समाणा तमुक्काइए देवे सद्दावेंति, तएणं ते तमुक्काइया देवा सद्दाविया समाणा तमुक्कायं पकरेंति । एवं खल गोयमा ! ईसाणे देविंदे देवराया तमुक्कायं पकरेइ । अत्थि णं भंते ! असुरकुमारा वि देवा तमुक्कायं पकरेंति ? हंता अत्थि । किं पत्तियं णं भंते ! असुरकुमारा देवा तमक्कायं पकरेंति ? गोयमा ! किड्डा रइपत्तियं वा पडिणीयविमोहणट्ठयाए वा गुत्तिसारक्खणहउँ वा अप्पणो वा सरीरपच्छायणट्ठयाए, एवं खलु गोयमा ! असुरकुमारा वि देवा तमुक्कायं पकरेंति, एवं जाव वेमाणिया || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ बीओ उद्देसो समत्तो || 369 Page #380 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ R ४ ७ ८ 18 १० भगवई सुत्त चोद्दसमं सतं तइओ उद्देस देवे णं भंते ! महाकाए महासरीरे अणगारस्स भावियप्पणो मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा! अत्थेगइए वीइवएज्जा, अत्थेगइए णो वीइवएज्जा । से केणद्वेणं भंते! एवं वच्चइ- अत्थेगइए वीइवएज्जा, अत्थेगइए णो वीइवएज्जा ? गोयमा ! दुविहा देवा पण्णत्ता तं जहा- मायिमिच्छादिट्ठीउववण्णगा य अमायिसम्मदिट्ठीउववण्णगा य, तत्थ णं जे से मायिमिच्छादिट्ठीउववण्णए देवे से णं अणगारं भावियप्पाणं पासइ, पासित्ता णो वंदइ, णो णमंसइ, णो सक्कारेइ, णो सम्माणेइ, णो कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं जाव पज्जुवासइ, से णं अणगारस्स भावियप्पणो मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा । तत्थ णं जे से अमायिसम्मद्दिट्ठिउववण्णए देवे से णं अणगारं भावियप्पाणं पासइ पासित्ता वंद, णमंसइ जाव पज्जुवासइ । से णं अणगारस्स भावियप्पणो मज्झंमज्झेणं णो वीइवएज्जा, से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव अत्थेगइए णो वीइवएज्जा । असुरकुमारे णं भंते! महाकाये महासरीरे अणगारस्स भावियप्पणो मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा! एवं चेव, देवदंडओ भाणियव्वो जाव वेमाणिए । अत्थि णं भंते ! णेरइयाणं सक्कारे इ वा, सम्माणे इ वा, किइकम्मे इ वा अब्भुट्ठाणे इ वा, अंजलिपग्गहे इ वा; आसणाभिग्गहे इ वा आसणाणुप्पदाणे इ वा, एंतस्स पच्चुग्गच्छणया, ठियस्स पज्जुवासणया, गच्छंतस्स पडिसंसाहणया ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । अत्थि णं भंते ! असुरकुमाराणं सक्कारे इ वा, सम्माणे इ वा जाव गच्छंतस्स पडिसंसाहणया? हंता अत्थि । एवं जाव थणियकुमाराणं । पुढविकाइयाणं जाव चउरिंदियाणं एएसिं जहा रइयाणं । अत्थि णं भंते ! पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं सक्कारे इ वा जाव गच्छंतस्स पडिसंसाहणया ? हंता अत्थि, णो चेव णं आसणाभिग्गहे इ वा, आसणाणुप्पदाणे इवा । मणुस्साणं जाव वेमाणियाणं जहा असुरकुमाराणं । अप्पिड्ढीए णं भंते ! देवे महिड्ढीयस्स देवस्स मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । समिड्ढीए णं भंते ! देवे समिड्ढीयस्स देवस्स मज्झं मज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा! णो इट्ठे समट्ठे, पमत्तं पुण वीइवज्जा | से णं भंते ! किं सत्थेणं अक्कमित्ता पभू, अणक्कमित्ता पभू ? गोयमा ! अक्कमित्ता पभू, णो अणक्कमित्ता पभू । से णं भंते ! किं पुव्विं सत्थेणं अक्कमित्ता पच्छा वीइवएज्जा, पुव्विं वीइवएज्जा पच्छा सत्थेणं अक्कमेज्जा ? 370 Page #381 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! पुव्विं सत्थेणं अक्कमित्ता पच्छा वीइवएज्जा, णो पुट्विं वीइवइत्ता पच्छा सत्येणं अक्कमिज्जा । एवं एएणं अभिलावेणं जहा दसमसए आइड्ढीउद्देसए तहेव णिरवसेसं चत्तारि दंडगा भाणियव्वा जाव महिड़ढीया वेमाणिणी अप्पिड़ढीयाए वेमाणिणीए | रयणप्पभापढविणेरइया णं भंते ! केरिसयं पोग्गल परिणामं पच्चणब्भवमाणा विहरंति? गोयमा! अणिढे जाव अमणाणं । एवं जाव अहेसत्तमापुढविणेरइया । एवं वेयणापरिणामं । एवं जहा जीवाभिगमे बिइए णेरइयउद्देसए जावअहेसत्तमापुढविणेरड्या णं भंते ! केरिसयं परिग्गहसण्णापरिणामं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति ? गोयमा ! अणिटुं जाव अमणामं ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ तइओ उद्देसो समत्तो || चोद्दसमं सतं चउत्थो उद्देसो | १ | एस णं भंते ! पोग्गले तीयमणंतं सासयं समयं लुक्खी, समयं अलुक्खी, समयं लुक्खी वा अलुक्खी वा; पुव्विं च णं करणेणं अणेगवण्णं अणेगरूवं परिणामं परिणमइ, अह से परिणामे णिज्जिण्णे भवइ, तओ पच्छा एगवण्णे एगरूवे सिया ? हंता गोयमा ! एस णं पोग्गले तीयं मणंतं सासयं समयं तं चेव जाव एगरूवे सिया। एस णं भंते ! पोग्गले पडुप्पण्णं सासयं समयं लुक्खी, पुच्छा? गोयमा ! एवं चेव; एवं अणागयमणंतं पि । एस णं भंते ! खंधे तीयमणंतं सासयं समयं लुक्खी पुच्छा? गोयमा! एवं चेव, खंधे वि जहा पोग्गले । एस णं भंते ! जीवे तीयमणंतं सासयं समयं दुक्खी, समयं अदुक्खी, समयं दुक्खी वा अदुक्खी वा; पुव्विं च णं करणेणं अणेगभावं अणेगभूयं परिणामं परिणमइ, अह से वेयणिज्जे णिज्जिण्णे भवइ, तओ पच्छा एगभावे एगभूएसिया ? । हंता गोयमा ! एस णं जीवे तीयमणतं सासयं समयं जाव एगभूए सिया, एवं पडुप्पण्णं सासयं समयं, एवं अणागयमणंतं सासयं समयं । परमाणुपोग्गले णं भंते ! किं सासए, असासए ? गोयमा ! सिय सासए, सिय असासए | से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ-सिय सासए, सिय असासए ? गोयमा ! दव्वट्ठयाए सासए, वण्णपज्जवेहिं जाव फासपज्जवेहिं असासए । से तेणद्वेणं गोयमा! एवं वुच्चइ- सिय सासए, सिय असासए | 371 Page #382 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त परमाणुपोग्गले णं भंते ! किं चरिमे, अचरिमे ? ६ | गोयमा ! दव्वादेसेणं णो चरिमे, अचरिमे; खेत्तादेसेणं सिय चरिमे, सिय अचरिमे; कालादेसेणं सिय चरिमे, सिय अचरिमे; भावादेसेणं सिय चरिमे सिय अचरिमे । कइविहे णं भंते ! परिणामे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे परिणामे पण्णत्ते, तं जहा- जीवपरिणामे य अजीवपरिणामे य । एवं परिणामपयं णिरवसेसं भाणियव्वं || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ || चउत्थो उद्देसो समत्तो || चोद्दसमं सतं पंचमो उद्देसो णेरइए णं भंते ! अगणिकायस्स मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा ! अत्थेगइए वीइवएज्जा, अत्थेगइए णो वीइवएज्जा । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-अत्थेगइए वीइवएज्जा, अत्थेगइए णो वीइवएज्जा ? गोयमा ! णेरड्या विहा पण्णत्ता, तं जहा- विग्गहगइसमावण्णगा य अविग्गहगइसमावण्णगा य, तत्थ णं जे से विग्गहगइसमावण्णए णेरइए से णं अगणिकायस्स मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा | से णं तत्थ झियाएज्जा ? णो इणढे समढे, णो खलु तत्थ सत्थं कमइ । तत्थ णं जे से अविग्गहगइ- समावण्णए णेरइए से णं अगणिकायस्स मज्झंमज्झेणं णो वीइवएज्जा, से तेणद्वेणं जाव णो वीइवएज्जा। असुरकुमारे णं भंते ! अगणिकायस्स मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा । गोयमा ! अत्थेगइए वीइवएज्जा, अत्थेगइए णो वीइवएज्जा । से केणटेणं भंते ! जाव अत्थेगइए णो वीइवएज्जा ? गोयमा ! असुरकुमारा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- विग्गहगइसमावण्णगा य अविग्गहगइसमावण्णगा य । तत्थ णं जे से विग्गहगइसमावण्णए असुरकुमारे से णं वीइवएज्जा। एवं जहेव णेरइए जाव णो खलु तत्थ सत्थं कमइ । तत्थ णं जे से अविग्गहगइसमावण्णए असुरकमारे से णं अत्थेगइए अगणिकायस्स मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा, अत्थेगइए णो वीइवएज्जा | जे णं वीइवएज्जा से णं तत्थ झियाएज्जा ? 372 Page #383 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 19 ८ 18 १० ११ १२ भगवई सुत्त गोयमा ! णो इणट्ठे, समट्ठे, णो खलु तत्थ सत्थं कमइ । से तेणद्वेणं । एवं जाव थणियकुमारे। एगिंदिया जहा णेरइया । बेइंदिया णं भंते ! अगणिकायस्स मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा ! जहा असुरकुमारे तहा बेइंदिए वि, णवरं जे णं वीइवएज्जा से णं तत्थ झियाएज्जा । सेसं तं चेव । एवं जाव चउरिंदिए | पंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते! अगणिकायस्स मज्झमज्झेणं वीइवएज्जा ? गोयमा ! अत्थेगइए वीइवएज्जा, अत्थेगइए णो वीइवएज्जा । से केणद्वेणं भंते ! जाव वीइवएज्जा ? गोयमा ! पंचिंदियतिरिक्खजोणिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा - विग्गहगइ समावण्णगा य अविग्गहगइसमावण्णगा य । विग्गहगइसमावण्णए जहेव णेरइए जाव णो खलु तत्थ सत्थं कमइ । अविग्गहगइसमावण्णगा पंचिंदियतिरिक्ख-जोणिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा इड्ढिप्पत्ता य अणि ढिप्पत्ता य । तत्थ णं जे से इढिप्पत्ते पंचिंदियतिरिक्खजोणिया से णं अत्थेगइए अगणिकायस्स मज्झंमज्झेणं वीइवएज्जा, अत्थेगइए णो वीइवएज्जा | जे णं वीइवएज्जा से णं तत्थ झियाएज्जा ? णो इणट्ठे समट्ठे, णो खलु तत्थ सत्थं कमइ । तत्थ णं जे से अणिढिप्पत्ते पंचिंदियतिरिक्खजोणिए से णं अत्थेगइए अगणिकायस्स मज्झंमज्झेणं वीड्वएज्जा अत्थेगइए णो वीइवएज्जा । जेणं वीइवएज्जा से णं तत्थ झियाएज्जा ? हंता झियाएज्जा | से तेणट्ठेणं जाव अत्थेगइए णो वीइवएज्जा । एवं मणुस्से वि । वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिए जहा असुरकुमारे। णेरइया दस ठाणाहिं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति, तं जहा- अणिट्ठा सद्दा, अणिट्ठा रूवा, अणिट्ठा गंधा, अणिट्ठा रसा, अणिट्ठा फासा, अणिट्ठा गई, अणिट्ठा ठिई, अणिट्टे लावण्णे, अणिट्टे जसो कित्ती, अणिट्ठे उट्ठाण-कम्म-बल-वीरिय- पुरिसक्कारपरक्कमे । असुरकुमारा दस ठाणाई पच्चणुब्भवमाणा विहरंति, तं जहा - इट्ठा सद्दा, इट्ठा रूवा जाव इट्ठे उट्ठाण-कम्म-बल-वीरियपुरिसक्कारपरक्कमे । एवं जाव थणियकुमारा । पुढविकाइया छ ठाणाइं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति, तं जहा - इट्ठाणिट्ठा फासा, इट्ठाणिट्ठा गई, एवं जाव पुरिसक्कार- परकम्मे । एवं जाव वणस्सइकाइया । बेइंदिया सत्त ठाणाइं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति, तं जहा - इट्ठाणिट्ठा रसा, सेसं जहा एगिंदियाणं । तेइंदिया अट्ठ ठाणाइं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति, तं जहा - इट्ठाणिट्ठा गंधा, सेसं जहा बेइंदियाणं । चउरिंदिया णव ठाणाइं पच्चणुब्भवमाणा विहरंति, तं जहा - इट्ठाणिट्ठा रूवा, सेसं जहा तेइंदियाणं । 373 Page #384 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १३ १४ १५ र ३ भगवई सुत्त पंचिंदियतिरिक्खजोणिया दस ठाणाई पच्चणुब्भवमाणा विहरंति, तं जहा- इट्ठाणिट्ठा सद्दा जाव पुरिसक्कार परक्कमे, एवं मणुस्सा वि, वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिया जा असुरकुमारा । देवे णं भंते! महिड्ढीए जाव महासोक्खे बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पभू, तिरियपव्वयं वा तिरियभित्तिं वा उल्लंघेत्तए वा पल्लंघेत्तए वा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे। देवे णं भंते ! महिड्ढीए जाव महासोक्खे बाहिरए पोग्गले परियाइत्ता पभू, तिरियपव्वयं वा तिरियभित्तिं वा उल्लंघेत्तए वा पल्लंघेत्तए वा ? गोयमा ! हंता पभू ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ पंचमो उद्देसो समत्तो ॥ चोद्दसमं सतं छट्टो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- णेरड्या णं भंते ! किमाहारा, किं परिणामा, किं जोणिया, किं ठिईया पण्णत्ता ? गोयमा ! णेरड्या णं पोग्गलाहारा, पोग्गलपरिणामा, पोग्गलजोणिया, पोग्गलठिईया, कम्मोवगा, कम्मणियाणा, कम्मठिईया, कम्मुणामेवविप्परियासमेंति । एवं जाव वेमाणिया। णेरड्या णं भंते ! किं वीइदव्वाइं आहारेंति, अवीइदव्वाइं पि आहारेंति ? गोयमा! णेरड्या वीइदव्वाइं पि आहारेंति, अवीइदव्वाइं पि आहारेंति । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ- णेरड्या जाव आहारेंति ? गोयमा ! जे णं णेरड्या एगपएसूणाई पि दव्वाइं आहारेंति, ते णं णेरइया वीइदव्वाइं आहारेंति, जे णं णेरइया पडिपुण्णाई दव्वाइं आहारेंति ते णं णेरड्या अवीइदव्वाइं आहारेंति, से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-णेरड्या जाव आहारेंति । एवं जाव वेमाणिया। जाहे णं भंते ! सक्के देविंदे देवराया दिव्वाइं भोगभोगाई भुंजिउकामे भवइ से कहमियाणिं पकरेइ ? गोयमा ! ताहे चेव णं से सक्के देविंदे देवराया एगं महं णेमिपडिरूवगं विउव्वइ; एगं जोयणसयसहस्सं आयामविक्खंभेणं, तिणि जोयणसयसहस्साइं जाव अर्द्धगुलंच किंचिविसेसाहियं परिक्खेवेणं । तस्स णं णेमिपडिरूवगस्स उवरिं बहुसमरमणिज्जे भूमिभागे पण्णत्ते जाव मणीणं फासो । तस्स णं णेमिपडिरूवगस्स बहुमज्झदेसभागे तत्थ णं महं 374 Page #385 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगबई सुत्त पासायवडेंसगं विउव्वइ पंच जोयणसयाई उड्ढं उच्चत्तेणं, अड्ढाइज्जाइं जोयणसयाई विक्खंभेणं, अब्भुग्गय-मूसिय, वण्णओ जाव पडिरूवं । तस्स णं पासायवडिंसगस्स उल्लोए पउमलयाभत्तिचित्ते जाव पडिरूवे । तस्स णं पासायवडेंसगस्स अंतो बहसमरमणिज्जे भूमिभागे जाव मणीणं फासो । मणिपेढिया अट्ठजोयणिया जहा वेमाणियाणं। तीसे णं मणिपेढियाए उवरिं महं एगे देवसयणिज्जे विउव्वइ, सयणिज्जवण्णओ जाव पडिरूवे | तत्थ णं से सक्के देविंदे देवराया अट्ठहिं अग्गमहिसीहिं सपरिवाराहिं, दोहि य अणिएहिं पट्टाणिएण य गंधव्वाणिएण य सद्धिं महयाहयणट्ट जाव दिव्वाइं भोगभोगाइं भुंजमाणे विहरइ । जाहे ईसाणे देविंदे देवराया दिव्वाइं भोगभोगाइं भुजिउकामे भवइ से कहमियाणिं पकरेइ? गोयमा ! जहा सक्के तहा ईसाणे वि णिरवसेसं | एवं सणंकमारे वि, णवरं पासायवडेंसओ छ जोयणसयाइं उडढं उच्चत्तेणं, तिण्णि जोयणसयाई विक्खंभेणं । मणि-पेढिया तहेव अट्ठजोयणिया । तीसे णं मणिपेढियाए उवरिं एत्थ णं महेगं सीहासणं विउव्वइ सपरिवारं भाणियव्वं । तत्थ णं सणकुमारे देविंदे देवराया बावत्तरीए सामाणिय- साहस्सीहिं जाव चउहिं बावत्तरीहिं आयरक्खदेवसाहस्सीहि य बहुहिं सणंकुमारकप्पवासीहिं वेमाणिएहिं देवेहि य देवीहि य सद्धिं संपरिवुडे महयाहय जाव विहरइ । एवं जहा सणंकुमारे तहा जाव पाणओ-अच्चुओ, णवरं जो जस्स परिवारो सो तस्स भाणियव्वो | पासाय-उच्चत्तं जं सएस-सएस कप्पेस विमाणाणं उच्चत्तं, अद्धद्धं वित्थारो जाव अच्चुयस्स णवजोयणसयाई उड्ढं उच्चत्तेणं अद्धपंचमाइं जोयणसयाई विक्खंभेणं । तत्थ णं गोयमा ! अच्चुए देविंदे देवराया दसहिं सामाणियसाहस्सीहिं जाव विहरइ, सेसं तं चेव || सेवं भंते! सेवं भंते !॥ || छट्ठो उद्देसो समत्तो || चोद्दसमं सतं सत्तमो उद्देसो रायगिहे जाव परिसा पडिगया । गोयमा ! त्ति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं आमंतित्ता एवं वयासी-चिर संसिट्ठोसि मे गोयमा ! चिरसंथुओसि मे गोयमा! चिरपरिचिओसि मे गोयमा ! चिरजुसिओसि मे गोयमा ! चिराणुगओसि मे गोयमा ! चिराणुवत्तीसि मे गोयमा ! अणंतरं देवलोए अणंतरं माणुस्सए भवे, किं परं, मरणा कायस्स भेया, इओ चुया दो वि तुल्ला एगट्ठा अविसेसमणाणत्ता भविस्सामो | जहा णं भंते ! वयं एयमढे जाणामो पासामो तहा णं अणुत्तरोववाइया वि देवा एयमटुं जाणंति पासंति ? हंता गोयमा ! जहा णं वयं एयमद्रं जाणामो, पासामो तहा अणुत्तरोववाइया वि देवा एयमटुं जाणंति पासंति । 375 Page #386 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ३ से केणटेणं जाव पासंति ? गोयमा ! अणुत्तरोववाइयाणं अणंताओ मणोदव्ववग्गणाओ लद्धाओ पत्ताओ अभिसमण्णागयाओ भवंति, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव पासंति । कइविहे णं भंते ! तुल्लए पण्णत्ते ? गोयमा ! छव्विहे तुल्लए पण्णत्ते, तं जहा- दव्वतुल्लए खेत्ततुल्लए कालतुल्लए भवतुल्लए भावतुल्लए संठाणतुल्लए । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- दव्वतुल्लए, दव्वतुल्लए ? गोयमा ! परमाणपोग्गले परमाणपोग्गलस्स दव्वओ तुल्ले, परमाणुपोग्गले परमाणुपोग्गलवइरित्तस्स दव्वओ णो तुल्ले, दुपएसिए खंधे दुपएसियस्स खंधस्स दव्वओ तुल्ले, दुपएसिए खंधे दुपएसिय वइरित्तस्स दव्वओ णो तुल्ले । एवं जाव दसपएसिए । तुल्लसंखेज्जपएसिए खंधे तुल्लसंखेज्जपएसियस्स खंधस्स दव्वओ तुल्ले, तुल्लसंखेज्जपएसिए खंधे तुल्लसंखेज्जपएसियवइरित्तस्स खंधस्स दव्वओ णो तुल्ले, एवं तुल्लअसंखेज्जपएसिए वि एवं तुल्लअणंतपएसिए वि, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- दव्वतुल्लए दव्वतुल्लए । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- खेत्ततुल्लए, खेत्ततुल्लए ? गोयमा ! एगपएसोगाढे पोग्गले एगपएसोगाढस्स पोग्गलस्स खेत्तओ तुल्ले, एगपएसोगाढे पोग्गले एगपएसोगाढ-वइरित्तस्स पोग्गलस्स खेत्तओ णो तुल्ले । एवं जाव दसपएसोगाढे | एवं तुल्लसंखेज्जपएसोगाढे, एवं तुल्लअसंखेज्जपएसोगाढे वि । से तेणटेणं गोयमा ! जाव खेत्ततुल्लए, खेत्ततुल्लए । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- कालतुल्लए, कालतुल्लए ? गोयमा ! एगसमयठिईए पोग्गले एगसमयठिईयस्स य पोग्गलस्स कालओ तुल्ले, एगसमयठिईए पोग्गले एगसमयठिईय-वइरित्तस्स पोग्गलस्स कालओ णो तुल्ले, एवं जाव दससमयठिईए | तुल्लसंखेज्जसमयठिईए एवं चेव । एवं तुल्लअसंखेज्जसमयठिईए वि | से तेणटेणं जाव कालतुल्लए कालतुल्लए | से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ-भवतुल्लए, भवतुल्लए ? गोयमा ! णेरइए जेरइयस्स भवढयाए तुल्ले, णेरइयवइरित्तस्स भवट्ठयाए णो तुल्ले, तिरिक्खजोणिए एवं चेव, एवं मणुस्से, एवं देवे वि । से तेणद्वेणं जाव भवतुल्लए भवतुल्लए। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- भावतुल्लए, भावतुल्लए ? गोयमा ! एगगुणकालए पोग्गले एगगुणकालस्स पोग्गलस्स भावओ तुल्ले, एगगुणकालए पोग्गले एगगुणकालगवइरित्तस्स पोग्गलस्स भावओ णो तुल्ले । एवं जाव दसगुणकालए । एवं तुल्लसंखेज्जगुणकालए पोग्गले, एवं तुल्लअसंखेज्ज-गुणकालए वि, एवं तुल्लअणंतगुणकालए वि | जहा कालए एवं णीलए, लोहियए, हालिद्दे, सुक्किल्लए । एवं सुब्भिगंधे एवं दुब्भिगंधे। एवं तित्ते जाव महरे | एवं कक्खडे जाव लुक्खे | 376 Page #387 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त उदइए भावे उदइयस्स भावस्स भावओ तुल्ले, उदइए भावे उदइयभाववइरित्तस्स भावस्स भावओ णो तुल्ले । एवं उवसमिए, खइए, खओवसमिए, पारिणामिए, सण्णिवाइए भावे सण्णिवाइयस्स भावस्स | से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- भावतुल्लए, भावतुल्लए । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-संठाणतुल्लए, संठाणतुल्लए ? गोयमा ! परिमंडले संठाणे परिमंडलस्स संठाणस्स संठाणओ तुल्ले, परिमण्डल-संठाणे परिमंडलसंठाणवइरित्तस्स संठाणओ णो तुल्ले । एवं वट्टे, तंसे, चउरंसे, आयए । समचउरंससंठाणे समचउरंसस्स संठाणस्स संठाणओ तुल्ले, समचउरंसे संठाणे समचउरंससंठाण-वरित्तस्स संठाणस्स संठाणओ णो तुल्ले । एवं जाव हुंडे । से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव संठाणतुल्लए, संठाणतुल्लए । भत्तपच्चक्खायए णं भंते ! अणगारे अहे णं वीससाए कालं करेइ, से णं तत्थ मुच्छिए जाव अज्झोववण्णे आहारमाहारेइ, तओ पच्छा अमच्छिए अगिद्धे जाव अणज्झोववण्णे आहारमाहारेइ ? हंता गोयमा ! भत्तपच्चक्खायए णं अणगारे तं चेव । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- भत्तपच्चक्खायए णं तं चेव ? गोयमा ! भत्तपच्चक्खायए णं अणगारे अहे णं वीससाए कालं करेइ, तस्स जाव अज्झोववण्णे आहारे भवइ, तओ पच्छा अमुच्छिए जाव आहारे भवइ, से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव आहारमाहारेइ । अत्थि णं भंते ! लवसत्तमा देवा, लवसत्तमा देवा ? हंता अत्थि । से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ- लवसत्तमा देवा, लवसत्तमा देवा ? गोयमा ! से जहाणामए केइ पुरिसे तरुणे जाव णिउणसिप्पोवगए सालीण वा वीहीण वा गोधूमाण वा जवाण वा जवजवाण वा पक्काणं, परियाताणं हरियाणं हरियकंडाणं तिक्खेणं णवपज्जणएणं असिअएणं पडिसाहरिया पडिसाहरिया पडिसंखिविया पडिसंखिविया जाव इणामेव इणामेव त्ति कट्ट सत्त लवए लएज्जा, जड़ णं गोयमा ! तेसिं देवाणं एवइयं कालं आउए पहप्पए तो णं ते देवा तेणं चेव भवग्गहणेणं सिज्झंता जाव अंतं करेंता, से तेणटेणं जाव लवसत्तमा देवा, लवसत्तमा देवा । अत्थि णं भंते ! अणुत्तरोववाइया देवा, अणुत्तरोववाइया देवा ? हंता अत्थि । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- अणत्तरोववाइया देवा ? गोयमा ! अणुत्तरोववाइयाणं देवाणं अणुत्तरा सद्दा जाव अणुत्तरा फासा, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- जाव अणुत्तरोववाइया देवा, अणुत्तरोववाइयदेवा । अणुत्तरोववाइया णं भंते ! देवा णं केवइएणं कम्मावसेसेणं अणत्तरोववाइय देवत्ताए उववण्णा? गोयमा ! जावइयं छट्ठभत्तिए समणे णिग्गंथे कम्मं णिज्जरेइ, एवइएणं कम्मावसेसेणं अणुत्तरोववाइया देवा देवत्ताए उववण्णा ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! | 377 Page #388 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ R 18 14 ६ ८ ९ १० ११ १२ भगवई सुत्त | सत्तमो उद्देसो समत्तो ॥ चोद्दसमं सतं अट्ठमो उद्देसो इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए सक्करप्पभाए य पुढवीए केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते? गोयमा ! असंखेज्जाई जोयणसहस्साइं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते । सक्करप्पभाए णं भंते ! पुढवीए वालुयप्पभाए य पुढवीए केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव तमाए अहेसत्तमाए य अहेसत्तमाए णं भंते ! पुढवीए अलोगस्स य केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! असंखेज्जाइं जोयणसहस्साइं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते । जोइसस्स णं भंते ! सोहम्मीसाणाण य कप्पाणं केवइयं पुच्छा । गोयमा ! असंखेज्जाइं जोयण सहस्साइं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते । सोहम्मीसाणाणं भंते ! सणकुमारमाहिंदाण य केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! असंखेज्जाइं जोयणसहस्साइं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते । सणंकुमारमाहिंदाणं भंते ! बंभलोगस्स कप्पस्स य केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! एवं चेव । भलोगस्स णं भंते ! लंतगस्स य कप्पस्स केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! एवं चेव | लंतयस्स णं भंते ! महासुक्कस्स य कप्पस्स केवइयं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! एवं चेव । एवं महासुक्कस्स कप्पस्स सहस्सारस्स य । एवं सहस्सारस्स आणयपाणयकप्पाणं । एवं आणय-पाणयाण य कप्पाणं आरणच्चुयाणं कप्पाणं । एवं आरणच्चुयाणं गेविज्जविमाणाण य । एवं गेविज्जविमाणाणं अणुत्तरविमाणाण य । अणुत्तरविमाणाणं भंते ! ईसिंपब्भाराए य पुढवीए केवइए अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुवालसजोयणे अबाहाए अंतरे पण्णत्ते । ईसिंपब्भाराए णं भंते ! पुढवीए अलोगस्स य केवइए अबाहाए अंतरे पण्णत्ते? गोयमा ! देसूणं जोयणं अबाहाए अंतरे पण्णत्ते । एस णं भंते ! सालरुक्खे उण्हाभिहए तण्हाभिहए दवग्गिजालाभिहए कालमासे कालं किच्चा कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? 378 Page #389 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! इहेव रायगिहे णयरे सालरुक्खत्ताए पच्चायाहिइ, से णं तत्थ अच्चिय-वंदिय-पूइयसक्कारिय-सम्माणिए दिव्वे सच्चे सच्चोवाए सण्णिहियपाडिहरे, लाउल्लोइय- महिए यावि भविस्सइ । से णं भंते ! तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गमिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं काहिइ । एस णं भंते ! साललट्ठिया उण्हाभिहया तण्हाभिहया दवग्गिजालाभिहया कालमासे कालं किच्चा कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे विंझगिरिपायमूले महेसरिए णयरीए सामलिरुक्खत्ताए पच्चायाहिइ, सा णं तत्थ अच्चिय-वंदिय-पूइय जाव लाउल्लोइयमहिए यावि भविस्सइ । से णं भंते! तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा! जहा सालरुक्खस्स जाव अंतं काहिइ । एस णं भंते ! उंबरलट्ठिया उण्हाभिहया जाव कालमासे कालं किच्चा कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे पाइलिपुत्ते णयरे पाडलिरुक्खत्ताए पच्चायाहिइ । से णं तत्थ अच्चिय-वंदिय जाव भविस्सइ । से णं भंते ! अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! तं चेव जाव अंतं काहिइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं अम्मडस्स परिव्वायगस्स सत्त अंतेवासीसया गिम्हकालसमयंसि, एवं जहा उववाइए जाव आराहगा । बहुजणे णं भंते ! अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ- एवं खलु अम्मडे परिव्वायए कंपिल्लपुरे णयरे घरसए, एवं जहा उववाइए अम्मडस्स वत्तव्वया जाव दड्ढप्पइण्णो अंतं काहिइ । अत्थि णं भंते ! अव्वाबाहा देवा, अव्वाबाहा देवा ? हंता अत्थि | से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- अव्वाबाहा देवा, अव्वाबाहा देवा ? गोयमा ! पभू णं एगमेगे अव्वाबाहे देवे एगमेगस्स पुरिसस्स एगमेगंसि अच्छिपत्तंसि दिव्वं देवि ढिं, दिव्वं देवज्जुइं, दिव्वं देवाणुभागं, दिव्वं बत्तीसइविहं पट्टविहिं उवदंसेत्तए णो चेव णं तस्स पुरिसस्स किंचि वि आबाहं वा वाबाहं वा उप्पाएइ, छविच्छेयं वा करेइ, ए सुहमं च णं उवदंसेज्जा, से तेणद्वेणं जाव अव्वाबाहा देवा, अव्वाबाहा देवा | पभू णं भंते ! सक्के देविंदे देवराया पुरिसस्स सीसं सपाणिणा असिणा छिंदित्ता कमंडलुम्मि पक्खिवित्तए ? हंता पभू । से कहमियाणिं पकरेइ ? 379 Page #390 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १८ १९ २० २१ 13 भगवई सुत्त गोयमा ! छिंदिया छिंदिया च णं पक्खिवेज्जा, भिंदिया भिंदिया च णं पक्खिवेजा, कोट्टिया कोट्टिया च णं पक्खिवेज्जा, चुण्णिया चुण्णिया च णं पक्खिवेज्जा, तओ पच्छा खिप्पामेव पडिसंघाएज्जा, णो चेव णं तस्स पुरिसस्स किंचि आबाहं वा वाबाहं वा उप्पाएज्जा, छविच्छेदं पुण करेइ, ए सुहुमं च णं पक्खिवेज्जा । अत्थि णं भंते ! जंभगा देवा, जंभगा देवा ? हंता गोयमा ! अत्थि । से केणद्वेणं भंते ! एवं वच्चइ - जंभगा देवा, जंभगा देवा ? गोयमा ! जंभगा णं देवा णिच्चं पमुइय-पक्कीलिया कंदप्परइमोहणसीला, जेणं ते देवे कुद्धे पासेज्जा, से णं पुरिसे महंतं अयसं पाठणिज्जा, जे णं ते देवे तुट्ठे पासेज्जा, सेणं महंतं जसं पाउणेज्जा, से तेणट्ठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ - जंभगा देवा, जंभगा देवा । विहाणं भंते! जंभगा देवा पण्णत्ता ? गोयमा ! दसविहा पण्णत्ता, तं जहा - अण्णजंभगा पाणजंभगा वत्थजंभगा लेणजंभगा सयणजंभगा पुप्फजंभगा फलजंभगा पुप्फफलजंभगा विज्जाजंभगा अवियत्तजंभगा । जंभगा णं भंते ! देवा कहिं वसहिं उवेंति ? गोयमा ! सव्वेसु चेव दीहवेयड्ढेसु, चित्तविचित्त जमग-पव्वएसु, कंचणपव्वएस य, एत्थ णं जंभगा देवा वसहिं उवेंति । जंभगाणं भंते ! देवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! एगं पलिओवमं ठिई पण्णत्ता ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ अट्ठमो उद्देसो समत्तो ॥ चोद्दसमं सतं णवमो उद्देसो अणगारे णं भंते ! भावियप्पा अप्पणो कम्मलेस्सं ण जाणइ ण पासइ, तं पुण जीवं सरूविं सकम्मलेस्सं जाणइ, पासइ ? हंता गोयमा ! अणगारे णं भावियप्पा अप्पणो जाव पासइ । अत्थि णं भंते ! सरूवी सकम्मलेस्सा पोग्गला ओभासेंति पभासेंति उज्जोएंति तवेंति ? गोयमा ! हंता अत्थि । करे णं भंते! सरुवी सकम्मलेस्सा पोग्गला ओभासेंति पभासेंति उज्जोएंति तवेंति ? गोयमा ! जाओ इमाओ चंदिम-सूरियाणं देवाणं विमाणेहिंतो लेस्साओ बहिया अभिणिस्सडाओ ताओ ओभासेंति पभासेंति उज्जोएंति तवेंति । एवं एएणं गोयमा ! ते सरुवी सकम्मलेस्सा पोग्गला ओभासेंति पभासेंति उज्जोएंति तवेंति । 380 Page #391 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त णेरइयाणं भंते ! किं अत्ता पोग्गला, अणत्ता पोग्गला ? गोयमा ! णो अत्ता पोग्गला, अणत्ता पोग्गला । असुरकुमाराणं भंते ! किं अत्ता पोग्गला, अणत्ता पोग्गला? गोयमा ! अत्ता पोग्गला, णो अणत्ता पोग्गला । एवं जाव थणियकुमाराणं । पुढविकाइयाणं पुच्छा? गोयमा ! अत्ता वि पोग्गला, अणत्ता वि पोग्गला। एवं जाव मणुस्साणं। वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणियाणं जहा असुरकुमाराणं । णेरड्याणं भंते ! किं इट्ठा पोग्गला, अणिट्ठा पोग्गला ? गोयमा! णो इट्ठा पोग्गला, अणिट्ठा पोग्गला | जहा अत्ता भणिया तहा इट्ठा वि कंता वि पिया वि मणुण्णा वि भाणियव्वा । एए पंच दंडगा | देवे णं भंते! महड्ढिए जाव महासोक्खे स्वसहस्सं विउव्वित्ता पभू भासासहस्सं भासित्तए ? गोयमा! हंता पभू । सा णं भंते ! किं एगा भासा, भासासहस्सं ? गोयमा ! एगा णं सा भासा, णो खलु तं भासासहस्सं । तेणं कालेणं तेणं समएणं भगवं गोयमे अचिरुग्गयं बालसूरियं जासुमणा कुसुमपुंजप्पगासं लोहियगं पासइ, पासित्ता जायसड्ढे जाव समुप्पण्णकोउहल्ले जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ जाव एवं वयासीकिमियं भंते ! सूरिए, किमियं भंते! सूरियस्स अट्टे ? गोयमा ! सुभे सूरिए, सुभे सूरियस्स अटे। किमियं भंते! सूरिए; किमियं भंते! सूरियस्स पभा? गोयमा ! एवं चेव, एवं छाया, एवं लेस्सा । जे इमे भंते ! अज्जत्ताए समणा णिग्गंथा विहरंति एए णं कस्स तेयलेस्सं वीइवयंति? गोयमा ! मासपरियाए समणे णिग्गंथे वाणमंतराणं देवाणं तेयलेस्सं वीइवयइ । दुमासपरियाए समणे णिग्गंथे असुरिंद-वज्जियाणं भवणवासीणं देवाणं तेयलेस्सं वीइ-वयइ । तिमासपरियाए समणे णिग्गंथे असुरकुमाराणं देवाणं तेयलेस्सं वीइवयइ । चउम्मास-परियाए समणे णिग्गंथे गहगण-णक्खत्त-तारारूवाणं जोइसियाणं देवाणं तेयलेस्सं वीइ-वयइ | पंचमासपरियाए समणे णिग्गंथे चंदिम-सूरियाणं जोइसिंदाणं जोइसरायाणं तेयलेस्सं वीइवयइ | छमासपरियाए समणे णिग्गंथे सोहम्मीसाणाणं देवाणं तेयलेस्सं वीइवयइ । सत्तमासपरियाए समणे णिग्गंथे सणंकुमारमाहिंदाणं देवाणं तेयलेस्सं वीइवयइ । अट्टमासपरियाए समणे णिग्गंथे बंभलोगलंतगाणं देवाणं तेयलेस्सं वीइवयइ । णवमासपरियाए समणे णिग्गंथे महासुक्कसहस्साराणं देवाणं तेयलेस्सं वीइवयइ । दसमासपरियाए समणे णिग्गंथे आणय-पाणयआरणच्चयाणं देवाणं तेयलेस्सं वीइवयइ । एक्कारसमासपरियाए समणे णिग्गंथे गेवेज्जगाणं देवाणं तेयलेस्सं वीइवयइ । बारसमास परियाए समणे णिग्गंथे अणुत्तरोववाइयाणं देवाणं 381 Page #392 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तेयलेस्सं वीइवयइ। तेणं परं सुक्के सुक्काभिजाए भवित्ता तओ पच्छा सिज्झइ जाव अंतं करेइ || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || णवमो उद्देसो समत्तो || चोद्दसमं सतं दसमो उद्देसो केवली णं भंते ! छउमत्थं जाणइ पासइ ? हंता गोयमा ! जाणइ पासइ । जहा णं भंते ! केवली छउमत्थं जाणइ पासइ, तहा णं सिद्धे वि छउमत्थं जाणइ पासइ ? हंता गोयमा ! जाणइ पासइ । केवली णं भंते ! आहोहियं जाणइ पासइ ? गोयमा ! एवं चेव । एवं परमाहोहियं, एवं केवलिं। केवली भंते सिद्धं जाणइ पासइ ? हंता गोयमा ! जाणइ पासइ । जहा णं भंते ! केवली सिद्धं जाणइ पासइ, तहा णं सिद्धे वि सिद्धं जाणइ पासड़ ? हंता गोयमा ! जाणइ पासड़ । केवली णं भंते ! भासेज्जा वा वागरेज्जा वा ? हंता गोयमा ! भासेज्ज वा वागरेज्ज वा । ६ जहा णं भंते ! केवली भासेज्ज वा वागरेज्ज वा तहा णं सिद्धे वि भासेज्ज वा वागरेज्ज वा ? गोयमा ! णो इणढे समटे । से केणटेणं भंते ! एवं वच्चइ- जहा णं केवली भासेज्ज वा वागरेज्ज वा णो तहा णं सिद्धे भासेज्ज वा वागरेज्ज वा ? गोयमा ! केवली णं सउट्ठाणे सकम्मे सबले सवीरिए सपरिसक्कारपरक्कमे। सिद्धे णं अणुट्ठाणे जाव अपुरिसक्कार परक्कमे । से तेणटेणं गोयमा ! जाव वागरेज्ज वा | केवली णं भंते ! उम्मिसेज्ज वा णिम्मिसेज्ज वा ? । हंता गोयमा ! उम्मिसेज्ज वा णिम्मिसेज्ज वा । एवं जहा भासेज्ज वागरेज्ज सह तिण्णि पुच्छा, तह चेव उम्मिसेज्ज निम्मिसेज्ज सह तिण्णि पुच्छा । एवं आउंडेज्ज वा पसारेज्ज वा, एवं ठाणं वा सेज्जं वा णिसीहियं वा चेएज्जा । केवली णं भंते ! इमं रयणप्पभं पुढविं रयणप्पभापुढवीत्ति जाणइ पासइ ? हंता गोयमा ! जाणइ पासइ । जहा णं भंते ! केवली इमं रयणप्पभं पुढविं रयणप्पभापुढवीत्ति जाणइ पासइ, तहा णं सिद्धे वि इमं रयणप्पभं पुढविं रयणप्पभापुढवीत्ति जाणइ पासइ? हंता गोयमा ! जाणइ पासइ । केवली णं भंते ! सक्करप्पभं पुढविं सक्करप्पभापुढवीत्ति जाणइ पासइ ? हंता गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव अहेसत्तमं । केवली णं भंते ! सोहम्मं कप्पं सोहमे कप्पेत्ति जाणइ पासइ ? हंता गोयमा ! जाणइ पासइ। सेसं तं चेव । एवं ईसाणं जाव अच्चुयं । 382 Page #393 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त केवली णं भंते ! गेवेज्जविमाणे गेवेज्जविमाणे त्ति जाणइ पासइ ? हंता गोयमा! एवं चेव । एवं अणुत्तरविमाणे वि । १२ | केवली णं भंते ! ईसिंपब्भारं पुढविं ईसिंपन्भारपुढवीत्ति जाणइ पासइ ? हंता गोयमा! एवं चेव। केवली णं भंते ! परमाणुपोग्गलं परमाणुपोग्गले त्ति जाणइ पासइ ? हंता गोयमा! एवं चेव । एवं दुपएसियं खधं । एवं जावजहा णं भंते ! केवली अणंतपएसियं खंधं अणंतपएसिए खंधे त्ति जाणइ पासइ तहा णं सिद्धे वि अणंतपएसियं जाव पासइ ? हंता जाणइ पासइ || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || दसमो उद्देसो समत्तो || || चोद्दसमं सतं समत्तं || पण्णरसमं सतं गोसालस चरित्तं १ णमो सुयदेवयाए भगवईए| तेणं कालेणं तेणं समएणं सावत्थी णामं णयरी होत्था, वण्णओ । तीसे णं सावत्थीए णयरीए बहिया उत्तरपुरत्थिमे दिसिभाए तत्थ णं कोट्ठए णामं चेइए होत्था, वण्णओ । तत्थ णं सावत्थीए णयरीए हालाहला णामं कुंभकारी आजीविओ- वासिया परिवसइअड्ढा जाव अपरिभूया; आजीवियसमयंसि लद्धट्ठा गहियट्ठा पुच्छियट्ठा विणिच्छियट्ठा अद्विमिंजपेम्माणुरागरत्ता, अयमाउसो ! आजीवियसमये अडे, अयं परमढे, सेसे अणढे त्ति आजीवियसमएणं अप्पाणं भावेमाणी विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं गोसाले मंखलिप्त्ते चउव्वीसवासपरियाए हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणंसि आजीवियसंघसंपरिवुड़े आजीवियसमएणं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तएणं तस्स गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स अण्णया कयाइ इमे छ दिसाचरा अंतियं पाउब्भवित्था, तं जहा- साणे, कलंदे, कण्णियारे, अच्छिद्दे, अग्गिवेसायणे, अज्जुणे गोमायुपुत्ते । तए णं ते छ दिसाचरा अट्ठविहं (णिमित्तं) पुव्वगयं मग्गदसमं सएहिं-सएहिं मइदंसणेहिं णिज्जुहंति, णिज्जुहित्ता गोसालं मंखलिप्त्तं उवट्ठाइस् । तएणं से गोसाले मंखलिपत्ते तेणं अटुंगस्स महाणिमित्तस्स केणइ उल्लोयमेत्तेणं सव्वेसिं पाणाणं, सव्वेसिं भूयाणं, सव्वेसि जीवाणं, सव्वेसिं सत्ताणं इमाई छ अणइक्कम- णिज्जाई वागरणाइं वागरे, तं जहा- लाभ, अलाभ, सुहं, दुक्खं, जीवियं, मरणं तहा । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते तेणं अटुंगस्स महाणिमित्तस्स केणइ उल्लोयमेत्तेणं सावत्थीए णयरीए अजिणे जिणप्पलावी, अणरहा अरहप्पलावी, अकेवली केवलिप्पलावी, असव्वण्णू सव्वण्णुप्पलावी, अजिणे जिणसई पगासेमाणे विहरइ । 383 Page #394 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तएणं सावत्थीए णयरीए सिंघाडग जाव पहेसु बहुजणो अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ जाव एवं परूवेइ- एवं खलु देवाणुप्पिया ! गोसाले मंखलिपुत्ते जिणे जिणप्पलावी जाव पगासेमाणे विहरड़, से कहमेयं मण्णे एवं ? ते काणं तेणं समएणं सामी समोसढे जाव परिसा पडिगया । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेट्ठे अंतेवासी इंदभूई णामं अणगारे गोयमगोत्तेणं जाव छट्ठे-छट्टेणं एवं जहा बितियसए णियंठुद्देसए जाव अडमाणे बहुजणसद्दं णिसामेइ, बहुजणो अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ जाव परूवेइ- एवं खलु देवाणुप्पिया ! गोसाले मंखलिपुत्ते जिणे जिणप्पलावी जाव पगासेमाणे विहरइ, से कहमेयं मण्णे एवं ? तएणं भगवं गोयमे बहुजणस्स अंतियं एयमट्ठे सोच्चा णिसम्म जायसड्ढे जाव भत्तपाणं पडिदंसेइ, जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी- एवं खलु अहं भंते! छछद्वेणं तं चेव जाव जिणसद्दं पगासेमाणे विहरइ; से कहमेयं भंते ! एवं ? तं इच्छामि णं भंते! गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स उट्ठाणपरियाणियं परिकहियं । गोयमा ! त्ति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं एवं वयासी- जण्णं गोयमा! से बहुजणे अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ जाव परूवेइ- एवं खलु गोसाले मंखलिपुत्ते जिणे जिणप्पलावी जाव पगासेमाणे विहरइ' तं णं मिच्छा । अहं पुण गोयमा ! एवमाइक्खामि जाव परूवेमिएवं खलु एयस्स गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स मंखलिणामं मंखे पिया होत्था। तस्स णं मंखलिस्स मंखस्स भद्दाणामं भारिया होत्था, सकुमाल पाणिपाया जाव पडिरूवा । तएणं सा भद्दा भारिया अण्णया कयाइ गुव्विणी यावि होत्था । तेणं कालेणं तेणं समएणं सरवणे णामं सण्णिवेसे होत्था । रिद्ध-त्थिमिय- समिद्धा जाव सण्णिभप्पगासे, पासाईए जाव पडिरूवे । तत्थ णं सरवणे सण्णिवेसे गोबहुले णामं माहणे परिवसइ, अड्ढे जाव अपरिभूए, रिउव्वेद जाव सुपरिणिट्ठिए यावि होत्था । तस्स णं गोबहुलस्स, माहणस्स गोसाला यावि होत्था । तएण से मंखली मंखे अण्णया कयाइ भद्दाए भारियाए गुव्विणीए सद्धिं चित्तफलगहत्थगए मंखत्तणेणं अप्पाणं भावेमाणे पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे गामाणुगामं दूइज्जमाणे जेणेव सरवणे सण्णिवेसे जेणेव गोबहुलस्स माहणस्स गोसाला तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता गोबहुलस्स माहणस्स गोसालाए एगदेसंसि भंडणिक्खेवं करेइ, करेत्ता सरवणे सण्णिवेसे उच्च णीय-मज्झिमाइं कुलाई घरसमुदाणस्स भिक्खायरियाए अडमाणे वसहीए सव्वओ समंता मग्गण - गवेसणं करेइ । वसहीए सव्वओ समंता मग्गण-गवेसणं करेमाणे अण्णत्थ वसहिं अलभमाणे तस्सेव गोबहुलस्स माहणस्स गोसालाए एगदेसंसि वासावासं उवागए । तएणं सा भद्दाभारिया णवण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं अद्धट्ठमाणं- राइंदियाणं वीइक्कंताणं सुकुमाल जाव पडिरूवगं दारगं पयाया । तणं तस्स दारगस्स अम्मापियरो जाव एक्कारसमे दिवसे वीइक्कंते बारसाहे दिवसे अयमेयारूवं गोणं गुणणिप्फण्णं णामधेज्जं करेंति- जम्हा णं अम्हं इमे दारए गोबहुलस्स माहणस्स गोसालाए जाए तं होउ णं अम्हं इमस्स दारगस्स णामधेज्जं गोसाले गोसाले त्ति । तणं तस्स दारगस्स अम्मापियरो णामधेज्जं करेंति 'गोसाले' त्ति । तएणं से गोसाले दार 384 Page #395 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त lal उम्मुक्कबालभावे विण्णायपरिणयमेत्ते जोव्वणगमणुप्पत्ते सयमेव पाडिएक्कं चित्तफलगं करेइ, करेत्ता चित्तफलगहत्थगए मंखत्तणेणं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं अहं गोयमा ! तीसं वासाइं अगारवासमझे वसित्ता अम्मापिईहिं देवत्तगएहिं एवं जहा भावणाए जाव एग देवदूसमादाय मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए । तएणं अहं गोयमा ! पढमं वासावासं अद्धमासं अद्धमासेणं खममाणे अट्ठियगामं णिस्साए पढमं अंतरावासं वासावासं उवागए । दोच्चं वासं मासंमासेणं खममाणे पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे गामाणुगामं दूइज्जमाणे जेणेव रायगिहे णयरे, जेणेव णालंदा बाहिरिया, जेणेव तंतुवायसाला तेणेव उवागच्छामि, उवागच्छित्ता अहा पडिरूवं उग्गहं उगिण्हामि, उगिण्हित्ता तंतुवायसालाए एगदेसंसि वासावासं उवागए । तएणं अहं गोयमा ! पढमं मासखमणं उवसंपज्जित्ता णं विहरामि । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते चित्तफलगहत्थगए मंखत्तणेणं अप्पाणं भावेमाणे पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे जाव दूइज्जमाणे जेणेव रायगिहे णयरे, जेणेव णालंदा बाहिरिया, जेणेव तंतुवायसाला तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता तंतुवायसालाए एगदेसंसि भंडणिक्खेवं करेइ, करित्ता रायगिहे णयरे उच्चणीय जाव अण्णत्थ कत्थइ वसहिं अलभमाणे तीसे य तंतुवायसालाए एगदेसंसि वासावासं उवागए, जत्थेव णं अहं गोयमा । तएणं अहं गोयमा! पढममासक्खमण-पारणगंसि तंतुवायसालाओ पडिणिक्खमामि, पडिणिक्खमित्ता णालंदाबाहिरियं मज्झंमज्झेणं जेणेव रायगिहे णयरे तेणेव उवागच्छामि, रायगिहे णयरे जाव अडमाणे विजयस्स गाहावइस्स गिहं अणुपविढे | तएणं से विजए गाहावई ममं एज्जमाणं पासइ, पासित्ता हद्वतुट्टे खिप्पामेव आसणाओ अब्भुढेइ, अब्भुट्टित्ता पायपीढाओ पच्चोरूहइ, पच्चोरूहित्ता पाउयाओ ओमयइ, ओमइत्ता एगसाडियं उत्तरासंगं करेइ, करित्ता अंजलिमउलियहत्थे ममं सत्तट्ठपयाइं अणुगच्छइ, अणुगच्छित्ता ममं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ, करित्ता ममं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता ममं विउलेणं असण-पाण-खाइम-साइमेणं पडिलाभेस्सामि त्ति कट्ट तुडे, पडिलाभेमाणे वि तुट्टे, पडिलाभिए वि तुढे । तएणं तस्स विजयस्स गाहावइस्स तेणं दव्वसुद्धेणं, दायगसुद्धेणं, पडिगाहगसुद्धेणं तिविहेणं तिकरणसुद्धेणं दाणेणं मए पडिलाभिए समाणे देवाउए णिबद्धे, संसारे परित्तीकए, गिहंसि य से इमाइं पंच दिव्वाइं पाउब्भूयाइं, तं जहा- वसुधारा वुढा, दसद्धवण्णे कुसुमे णिवाइए, चेलुक्खेवे कए, आहयाओ देवदुंदभीओ, अंतरा वि य णं आगासे- 'अहो दाणे, अहो दाणे' त्ति घुट्टे | तएणं रायगिहे णयरे सिंघाडग जाव महापह-पहेसु बहुजणो अण्णमण्णस्स एव- माइक्खड़ जाव एवं परूवेइ- धण्णे णं देवाणुप्पिया! विजए गाहावई, कयत्थे णं देवाणुप्पिया! विजए गाहावई, कयपुण्णे णं देवाणुप्पिया ! विजए गाहावई, कयलक्खणे णं देवाणुप्पिया! विजए गाहावई, कया णं लोया देवाणप्पिया ! विजयस्स गाहावइस्स, सुलद्धे णं देवाणुप्पिया! माणुस्सए जम्मजीयफले विजयस्स गाहावइस्स, जस्स णं गिहंसि तहारूवे साहु साहुरूवे पडिलाभिए समाणे इमाइं पंचदिव्वाइं पाउब्भूयाइं, तं जहा- वसुधारा वुट्ठा जाव अहो दाणे अहो दाणे त्ति 385 Page #396 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त घुढे । तं धण्णे, कयत्थे, कयपुण्णे, कयलक्खणे, कया णं लोया, सुलद्धे माणुस्सए जम्मजीवियफले विजयस्स गाहावइस्स, विजयस्स गाहावइस्स | १२ | तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते बहुजणस्स अंतिए एयमढे सोच्चा णिसम्म समुप्पण्णसंसए समुप्पण्णकोउहल्ले जेणेव विजयस्स गाहावइस्स गिहे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता पासइविजयस्स गाहावइस्स गिहंसि वसुहारं वुटुं, दसवण्णं कुसुमं णिवडियं, ममं च णं विजयस्स गाहावइस्स गिहाओ पडिणिक्खममाणं पासइ, पासित्ता हट्ठ-तुढे जेणेव मम अंतिए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता ममं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ, करित्ता ममं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता ममं एवं वयासी- तुब्भे णं भंते! ममं धम्मायरिया, अहं णं तुब्भं धम्मंतेवासी । तएणं अहं गोयमा ! गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स एयमद्वं णो आढामि, णो परिजाणामि, तुसिणीए संचिट्ठामि । तएणं अहं गोयमा ! रायगिहाओ णयराओ पडिणिक्खमामि, पडिणिक्खमित्ता णालंदं बाहिरियं मज्झमज्झेणं जेणेव तंतुवायसाला, तेणेव उवागच्छामि, उवागच्छित्ता दोच्चं मासखमणं उवसंपज्जित्ता णं विहरामि | तएणं अहं गोयमा ! दोच्चं मासक्खमणपारणगंसि तंत्वायसालाओ पडिणिक्खमामि, पडिणिक्खमित्ता णालंदं बाहिरियं मज्झमज्झेणं जेणेव रायगिहे णयरे जाव अडमाणे आणंदस्स गाहावइस्स गिहं अणुप्पविढे । तएणं से आणंदे गाहावई ममं एज्जमाणं पासइ, एवं जहेव विजयस्स, णवरं ममं विउलाए खज्जगविहीए पडिलाभेस्सामि त्ति तुट्टे, सेसं तं चेव जाव तच्चं मासक्खमणं उवसंपज्जित्ता णं विहरामि । तएणं अहं गोयमा ! तच्चं मासक्खमणपारणगंसि तंतुवायसालाओ पडिणिक्खमामि, पडिणिक्खमित्ता तहेव जाव अडमाणे सुणंदस्स गाहावइस्स गिहं अणुपविढे । तएणं से सुणंदे गाहावई एवं जहेव विजय गाहावई, णवरं ममं सव्वकामगुणिएणं भोयणेणं पडिलाभेइ, सेसं तं चेव जाव चउत्थं मासक्खमणं उवसंपज्जित्ता णं विहरामि । तीसे णं णालंदाए बाहिरियाए अदूरसामंते एत्थ णं कोल्लाए णामं सण्णिवेसे होत्था, सण्णिवेस वण्णओ । तत्थ णं कोल्लाए सण्णिवेसे बहले णामं माहणे परिवसइ । अड्ढे जाव अपरिभूए, रिउव्वेय जाव सुपरिणिट्ठिए यावि होत्था । तएणं से बहले माहणे कत्तियचाउम्मासियपाडिवगंसि विउलेणं महघयसंजुत्तेणं परमण्णेणं माहणे आयामेत्था । तएणं अहं गोयमा ! चउत्थमासक्खमणपारणगंसि तंतुवायसालाओ पडिणिक्खमामि, पडिणिक्खमित्ता णालंदं बाहिरियं मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छामि, णिग्गच्छित्ता जेणेव कोल्लाए सण्णिवेसे तेणेव उवागच्छामि, उवागच्छित्ता कोल्लाए सण्णिवेसे उच्चणीय जाव अडमाणस्स बहुलस्स माहणस्स गिहं अणुप्पविढे | तएणं से बहले माहणे ममं एज्जमाणं तहेव जाव ममं विउलेणं महङ्घयसंजुत्तेणं परमण्णेणं पडिलाभिस्सामि त्ति तुट्टे | सेसं जहा विजयस्स, जाव बहुले माहणे, बहुले माहणे । १६ तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते ममं तंतुवायसालाए अपासमाणे रायगिहे णयरे सब्भितरबाहिरियाए ममं सव्वओ समंता मग्गण गवसणं करेइ, ममं कत्थवि सुई वा खुइं वा पवित्तिं वा अलभमाणे जेणेव तंतुवायसाला तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता साडियाओ य 386 Page #397 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगबई सुत्त पाडियाओ य कुंडियाओ य वाहणाओ य चित्तफलगं च माहणे आयामेइ, आयामेत्ता सउत्तरोटुं मुंडं कारेइ, सउत्तरोढं मुंडं कारित्ता तंतुवायसालाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्ख- मित्ता णालंदं बाहिरियं मज्झमज्जेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव कोल्लागसण्णिवेसे तेणेव उवागच्छइ। तएणं तस्स कोल्लागस्स सण्णिवेसस्स बहिया बहुजणो अण्णमण्णस्स एवमाइक्खइ जाव परूवेइ- धण्णे णं देवाणप्पिया! बहुले माहणे, तं चेव जाव जीवियफले बहुलस्स माहणस्स बहुलस्स माहणस्स | तएणं तस्स गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स बहुजणस्स अंतियं एयमढे सोच्चा णिसम्म अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- जारिसिया णं ममं धम्मायरियस्स धम्मोवएसगस्स समणस्स भगवओ महावीरस्स इड्ढी जुई जसे बले वीरिए पुरिसक्कारपरक्कमे लद्धे पत्ते अभिसमण्णागए, णो खलु अत्थि तारिसिया णं अण्णस्स कस्सइ तहारूवस्स समणस्स वा माहणस्स वा इड्ढी जुई जाव परक्कमे लद्धे पत्ते अभिसमण्णागए; तं णिस्संदिद्धे च णं एत्थ ममं धम्मायरिए धम्मोवएसए समणे भगवं महावीरे भविस्सड त्ति कट्ट कोल्लागसण्णिवेसे सब्भिंतरबाहिरिए ममं सव्वओ समंता मग्गणगवेसणं करेइ, ममं सव्वओ जाव करेमाणे कोल्लागसण्णिवेसस्स बहिया पणीयभूमीए मए सद्धिं अभिसमण्णागए | तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते हद्वतुढे ममं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं जाव णमंसित्ता एवं वयासी- तुब्भे णं भंते ! मम धम्मायरिया, अहं णं तुब्भं अंतेवासी | तएणं अहं गोयमा ! गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स एयमढें पडिसुणेमि । तएणं अहं गोयमा ! गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं सद्धिं पणीयभूमीए छव्वासाइं लाभं अलाभं सुखं दुक्खं सक्कारमसक्कारं पच्चणुब्भवमाणे अणिच्चजागरियं विहरित्था । तएणं अहं गोयमा ! अण्णया कयाइ पढमसरदकालसमयंसि अप्पट्टिकायंसि गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं सद्धिं सिद्धत्थ गामाओ जयराओ कम्मगामं णयरं संपट्ठीए विहाराए। तस्स णं सिद्धत्थगामस्स णयरस्स कुम्मगामस्स णयरस्स य अंतरा एत्थ णं महं एगे तिलथंभए पत्तिए पुप्फिए हरियगरेरिज्जमाणे सिरीए अईव-अईव उवसोभेमाणे- उवसोभेमाणे चिट्ठइ । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते तं तिलथंभगं पासइ, पासित्ता ममं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता, एवं वयासी- एस णं भंते ! तिलथंभए किं णिप्फज्जिस्सइ णो णिप्फज्जिस्सइ ? एए य सत्त तिलपुप्फजीवा उद्दाइत्ता उद्दाइत्ता कहिं गच्छिहिंति, कहिं उववज्जिहिंति ? तएणं अहं गोयमा ! गोसालं मंखलिपुत्तं एवं वयासी-गोसाला ! एस णं तिलथंभए णिप्फज्जिस्सइ णो ण णिप्फज्जिस्सइ; एए य सत्त तिलपुप्फजीवा उद्दाइत्ता उद्दाइत्ता एयस्स चेव तिलथंभगस्स एगाए तिलसंगलियाए सत्त तिला पच्चायाइस्संति । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते ममं एवं आइक्खमाणस्स एयमटुं णो सद्दहइ, णो पत्तियइ, णो रोएड; एयमटुं असद्दहमाणे अपत्तियमाणे, अरोएमाणे मम पणिहाए 'अयण्णं मिच्छावाइ भवउ' ममं अंतियाओ सणियं सणियं पच्चोसक्कड़, पच्चोसक्कित्ता जेणेव से तिलथंभए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता तं तिलथंभगं सलेद्यायं चेव उप्पाडेइ, उप्पाडित्ता एगते एडेइ। तक्खणमेत्तं च णं गोयमा! दिव्वे अब्भवद्दलए पाउब्भूए । तएणं से दिव्वे अब्भवद्दलए खिप्पामेव पतणतणाएइ, खिप्पामेव पविज्जुयाइ, खिप्पामेव णच्चोदगं णाइमट्टियं 387 Page #398 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त पविरलपप्फुसियं रयरेणुविणासणं दिव्वं सलिलोदगं वासं वासइ, जेणं से तिलयंभए आसत्थे पच्चायाए, तत्थेव बद्धमूले, तत्थेव पइट्ठिए । ते य सत्त तिलपुप्फजीवा उद्दाइत्ता उद्दाइत्ता तस्सेव तिलथंभगस्स एगाए तिलसंगलियाए सत्त तिला पच्चायाया । तएणं अहं गोयमा ! गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं सद्धिं जेणेव कुम्मग्गामे णयरे तेणेव उवागच्छामि । तणं तस्स कुम्मग्गामस्स णयरस्स बहिया वेसियायणे णाम बालतवस्सी छटुंछटेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं उड्ढं बाहाओ पगिज्झिय पगिज्झिय सूराभिमुहे आयावणभूमिए आयावेमाणे विहरइ, आइच्च-तेय-तवियाओ य से छप्पईओ सव्वओ समंता अभिणिस्सवंति पाण-भूय-जीव-सत्त दयट्ठयाए च णं पडियाओ पडियाओ तत्थेव भुज्जो भुज्जो पच्चोरुहेइ । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते वेसियायणं बालतवस्सिं पासइ, पासित्ता ममं अंतियाओ सणियंसणियं पच्चोसक्कड़, पच्चोसक्कित्ता जेणेव वेसियायणे बालतवस्सी तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता वेसियायणं बालतवस्सिं एवं वयासी-किं भवं मुणी मुणिए, उदाहु जूयासेज्जायरए? तएणं से वेसियायणे बालतवस्सी गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स एयमटुं णो आढाइ, णो परियाणइ, तुसिणीए संचिट्ठइ । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते वेसियायणं बालतवस्सिं दोच्चं पि तच्चं पि एवं वयासी-किं भवं मुणी मुणिए, उदाहु जूया सेज्जायरए ? तएणं से वेसियायणे बालतवस्सी गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं दोच्चं पि तच्चं पि एवं वुत्ते समाणे आसुरुत्ते जाव मिसिमिसेमाणे आयावणभूमीओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता तेयासमुग्घाएणं समोहणइ, समोहणित्ता सत्तट्ठपयाइं पच्चोसक्कइ, सत्तट्ठपयाई, पच्चोसक्कित्ता गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स वहाए सरीरगंसि तेयं णिसिरइ । तएणं अहं गोयमा ! गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स अणुकंपणट्टयाए वेसियायणस्स बालतवस्सिस्स तेयपडिसाहरणट्ठयाए एत्थ णं अंतरा सीयलियं तेयलेस्सं णिसिरामि, जाए सा ममं सीयलियाए तेयलेस्साए वेसियायणस्स बालतवस्सिस्स सा उसिणा तेयलेस्सा पडिहया । तएणं से वेसियायणे बालतवस्सी ममं सीयलियाए तेयलेस्साए तं उसिणं तेयलेस्सं पडिहयं जाणित्ता गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स सरीरगस्स किंचि आबाहं वा वाबाहं वा छविच्छेयं वा अकीरमाणं पासित्ता तं उसिणं तेयलेस्सं पडिसाहरइ, तं उसिणं तेयलेस्सं पडिसाहरित्ता ममं एवं वयासीसे गयमेयं भगवं ! से गयमेयं भगवं ! | तएणं गोसाले मंखलिपुत्ते ममं एवं वयासी- किं णं भंते ! एस जूयासेज्जायरए तुब्भे एवं वयासी- से गयमेयं भगवं ! से गयमेयं भगवं ? तएणं अहं गोयमा ! गोसालं मंखलिपुत्तं एवं वयासी- तुम णं गोसाला ! वेसियायणं बालतवस्सिं पाससि, पासित्ता ममं अंतियाओ सणियंसणियं पच्चोसक्कसि, जेणेव वेसियायणं बालतवस्सी तेणेव उवागच्छसि, तेणेव उवागच्छित्ता वेसियायणं बालतवस्सिं एवं वयासी-किं भवं मुणी मुणिए, उदाहु जुयासेज्जायरए? तएणं से वेसियायणे बालतवस्सी तव एयमद्वं णो आढाइ, णो परिजाणड, तसिणीए संचिइ । तएणं तुमं गोसाला ! वेसियायणं बालतवस्सिं दोच्चं पि तच्चं पि एवं वयासी- किं भवं मुणी मुणिए जाव सेज्जायरए ? तएणं से वेसियायणे बालवतस्सी तुमं दोच्चं पि तच्चं पि एवं वुत्ते 388 Page #399 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २४ २५ २६ २७ भगवई सुत्त समाणे आसुरुत्ते जाव पच्चोसक्कड़, पच्चोसक्कित्ता तव वहाए सरीरगंसि तेयलेस्सं णिस्सरइ। तएणं अहं गोसाला! तव अणुकंपणट्टयाए वेसियायणस्स बालतवस्सिस्स उसिणतेयलेस्सा पडिसाहरणट्टयाए एत्थ णं अंतरा सीयलियं तेयलेस्सं णिस्सिरामि जाव पडिहयं जाणित्ता तव य सरीरगस्स किंचि आबाहं वा वाबाहं वा छविच्छेयं वा अकीरमाणं पासित्ता तं उसिणं तेयलेस्सं पडिसारित्ता ममं एवं वयासी- से गयमेयं भगवं, से गयमेयं भगवं । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते ममं अंतियाओ एयमट्ठे सोच्चा णिसम्म भीए जाव संजायभए ममं वंदइ णमंसइ, ममं वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी कहं णं भंते ! संखित्तविउलतेयलेस्से भवइ ? तएणं अहं गोयमा ! गोसालं मंखलिपुत्तं एवं वयासी- जे णं गोसाला! एगाए सणहाए कुम्मासपिंडियाए एगेण य वियडासएणं छछट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं उड्ढं बाहाओ पगिज्झिय पगिज्झिय जाव विहरइ, से णं अंतो छण्हं मासाणं संखित्तविउलतेयलेस्से भवइ । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते ममं एयमट्ठे सम्मं विणएणं पडणेइ । तएणं अहं गोयमा ! अण्णया कयाइ गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं सद्धिं कुम्मगामाओ णयराओ सिद्धत्थग्गामं णयरं संपट्ठिए विहाराए, जाहे य मो तं देसं हव्वमागया जत्थ णं से तिल भए । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते ममं एवं वयासी- तुब्भे णं भंते ! तया ममं एवं आइक्खह जाव परूवेह - गोसाला ! एस णं तिलथंभए णिप्फज्जिस्सइ, णो ण णिप्फज्जिस्सइ, तं चेव जाव पच्चायाइस्संति, तं णं मिच्छा, इमं च णं पच्चक्खमेव दीसइ एस णं से तिलथंभ णो णिप्फण्णे अणिप्फण्णमेव । ते य सत्त तिलपुप्फजीवा उद्दाइत्ता उद्दाइत्ता णो एयस्स चेव तिलथंभगस्स एगाए तिलसंगलियाए सत्त तिला पच्चायाया । तएणं अहं गोयमा ! गोसालं मंखलिपुत्तं एवं वयासी- तुमं णं गोसाला ! तया ममं एवं आइक्खमाणस्स जाव परूवेमाणस्स एयमहं णो सद्दहसि णो पत्तियसि, णो रोयसि, एयम असद्दहमाणे अपत्तियमाणे अरोपमाणे ममं पणिहाए “अयं णं मिच्छावाई भवउ" त्ति कट्टु ममं अंतियाओ सणियं-सणियं पच्चोसक्कड़, पच्चोसक्कित्ता जेणेव से तिलथंभए तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता जाव एगंतमंते एडेड् । तक्खणमेत्तं गोसाला ! दिव्वे अब्भवद्दलए पाउब्भूए । तएणं से दिव्वे अब्भवद्दलए खिप्पामेव तं चेव जाव तस्स चेव तिलथंभगस्स एगाए तिलसंगलियाए सत्त तिला पच्चायाया; तं एस णं गोसाला ! से तिलथंभए णिप्फण्णे, णो अणिप्फण्णमेव । ते य सत्त तिलपुप्फजीवा उद्दाइत्ता उद्दात्ता एयस्स चेव तिलथंभयस्स एगाए तिलसंगलियाए सत्त तिला पच्चायाया । एवं खलु गोसाला! वणस्सइकाइया पउट्टपरिहारं परिहरति । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते ममं एवमाइक्खमाणस्स जाव परूवेमाणस्स एयमट्ठे णो सद्दहइ जाव अरोपमाणे जेणेव से तिलथंभए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता ताओ तिलथंभयाओ तं तिलसंगलियं खुड्डइ, खुड्डित्ता करयलंसि सत्त तिले पप्फोडेइ । तएणं तस्स गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स ते सत्त तिले गणमाणस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- ‘एवं 389 Page #400 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त खलु सव्वजीवा वि पउट्टपरिहारं परिहरंति' | एस णं गोयमा ! गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स पउट्टे; एस णं गोयमा ! गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स ममं अंतियाओ आयाए अवक्कमणे पण्णत्ते । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते एगाए सणहाए कुम्मासपिंडियाए एगेण य वियडासएणं छटुंछट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं उड्ढं बाहाओ पगिज्झिय-पगिज्झिय जाव विहरइ । तएणं से गोसाले मंख अंतो छण्हं मासाणं संखित्त-विउलतेयलेस्से जाए । तएणं तस्स गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स अण्णया कयाइ इमे छ दिसाचरा अंतियं पाउब्भवित्था, तं जहा- साणे तं चेव सव्वं जाव अजिणे जिणसदं पगासेमाणे विहरइ । तं णो खलु गोयमा ! गोसाले मंखलिपुत्ते जिणे, जिणप्पलावी जाव जिणसदं पगासेमाणे विहरइ, गोसाले णं मंखलिपुत्ते अजिणे, जिणप्पलावी जाव पगासेमाणे विहरइ । तएणं सा महइमहालया महच्च परिसा जाव वंदित्ता णमंसित्ता जाव पडिगया । । तएणं सावत्थीए णयरीए सिंघाडग जाव बहुजणो अण्णमण्णस्स एवं आइक्खड़ जाव परुवेइजं णं देवाणप्पिया ! गोसाले मंखलिपत्ते जिणे जिणप्पलावी जाव विहरइ तं मिच्छा | समणे भगवं महावीरे एवं आइक्खड़ जाव परूवेइ- एवं खलु तस्स गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स मंखली णामं मंखे पिया होत्था । तएणं तस्स मंखलिस्स एवं चेव तं सव्वं भाणियव्वं जाव अजिणे जिणसदं पगासेमाणे विहरइ । तं णो खलु गोसाले मंखलिपुत्ते जिणे, जिणप्पलावी जाव विहरइ, गोसाले मंखलिपुत्ते अजिणे जिणप्पलावी जाव विहरइ। समणे भगवं महावीरे जिणे जिणप्पलावी जाव जिणसदं पगासेमाणे विहरइ । तएणं से गोसाले मंखलिपत्ते बहुजणस्स अंतियं एयमहूँ सोच्चा णिसम्म आसुरुत्ते जाव मिसिमिसेमाणे आयावणभूमीओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता सावत्थिं णयरिं मज्झंमज्झेणं जेणेव हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणंसि आजीवियसंघसंपरिवुड़े महया अमरिसं वहमाणे एवं चावि विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी आणंदे णामं थेरे पगइभद्दए जाव विणीए छटुं-छट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरड़। तएणं से आणंदे थेरे छट्टक्खमणपारणगंसि पढमाए पोरिसीए एवं जहा गोयमसामी तहेव आपुच्छइ, तहेव जाव अडमाणे हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणस्स अदूरसामंतेणं वीइवयइ। तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते आणंदं थेरं हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणस्स अदूरसामंतेणं वीइवयमाणं पासइ, पासित्ता एवं वयासी- एहि ताव आणंदा! इओ एगं महं उवमियं णिसामेहि। तएणं से आणंदे थेरे गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं एवं वुत्ते जेणेव हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणे, जेणेव गोसाले मंखलिपुत्ते तेणेव उवागच्छइ। तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते आणंदं थेरं एवं वयासी- एवं खलु आणंदा ! इओ चिराईयाए अद्धाए केइ उच्चावया वणिया अत्थत्थी, अत्थलुद्धा, अत्थगवेसी, अत्थकंखिया, अत्थपिवासा अत्थगवेसणयाए णाणाविहविउलपणियभंडमायाए सगडीसागडेणं भत्तपाणं पत्थयणं गहाय एगं महं अगामियं, अणोहियं छिण्णावायं दीहमद्धं अडविं अणुप्पविट्ठा। तएणं तेसिं 390 Page #401 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त वणियाणं तीसे अगामियाए, अणोहियाए, छिण्णावायाए, दीहमखाए अडवीए किंचि देसं अणुप्पत्ताणं समाणाणं से पुव्वगहिए उदए अणुपुव्वेणं परिभुजेमाणे- परिभुजेमाणे खीणे | तएणं ते वणिया खीणोदगा समाणा तण्हाए परिब्भवमाणा अण्णमण्णे सद्दावेंति, सद्दावित्ता एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हं इमीसे अगामियाए जाव अडवीए किंचि देसं अणुप्पत्ताणं समाणाणं से पुव्वगहिए उदए अणुपुव्वेणं परिभुजेमाणे-परिभुजेमाणे खीणे, तं सेयं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हं इमीसे अगामियाए जाव अडवीए उदगस्स सव्वओ समंता मग्गणगवेसणं करेत्तए त्ति कट्ट अण्णमण्णस्स अंतिए एयमद्वं पडिस्णेति, पडिसणेत्ता तीसे णं अगामियाए जाव अडवीए उदगस्स सव्वओ समंता मग्गणगवेसणं करेंति, उदगस्स सव्वओ समंता मग्गणगवेसणं करेमाणा एगं महं वणसंडं आसाएंति- किण्हं किण्होभासं जाव णिउरंबभूयं पासाईयं जाव पडिरूवं । तस्स णं वणसंडस्स बहुमज्झदेसभाए एत्थ णं महेगं वम्मीयं आसाएंति। तस्स णं वम्मीयस्स चत्तारि वप्पओ अब्भग्गयाओ अभिणिसढाओ तिरियं सुसंपग्गहियाओ, अहे पण्णगद्धरूवाओ, पण्णगद्धसंठाणसंठियाओ, पासाईयाओ जाव पडिरूवाओ। तएणं ते वणिया हद्वतुट्ठा अण्णमण्णं सद्दावेंति, सद्दावेत्ता एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हे इमीसे अगामियाए जाव सव्वओ समंता मग्गणगवेसणं करेमाणेहिं इमे वणसंडे आसाइए, किण्हे, किण्होभासे । इमस्स णं वणसंडस्स बहुमज्झदेसभाए इमे वम्मीए आसाइए। इमस्स णं वम्मीयस्स चत्तारि वप्पुओ अब्भुग्गयाओ जाव पडिरूवाओ । तं सेयं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हं इमस्स वम्मीयस्स पढमं वप्पिं भिंदित्तए, अवियाई ओरालं उदगरयणं अस्साएस्साओ । तएणं ते वणिया अण्णमण्णस अंतियं एयम€ पडिसुणेति, पडिसुणेत्ता तस्स वम्मीयस्स पढम वप्पिं भिंदंति । तेणं तत्थ अच्छं पत्थं जच्चं तणुयं फालियवण्णाभं ओरालं उदगरयणं आसाएंति । तएणं ते वणिया हद्वतुट्ठा पाणियं पिबंति, पाणियं पिबित्ता वाहणाइं पज्जेंति, वाहणाई पज्जेत्ता भायणाइं भरेंति | भायणाई भरेत्ता दोच्चं पि अण्णमण्णं एवं वयासी- एवं अम्हहिं इमस्स वम्मीयस्स पढमाए वप्पाए भिण्णाए ओराले उदगरयणे अस्साइए, तं सेयं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हं इमस्स वम्मीयस्स दोच्चं पि वप्पं भिंदित्तए; अवियाइं एत्थ ओरालं सुवण्णरयणं अस्साएस्सामो । तएणं ते वणिया अण्णमण्णस्स अंतियं एयमद्वं पडिसुणेति, अण्णमण्णस्स अंतियं एयमटुं पडिसणेत्ता तस्स वम्मीयस्स दोच्चं पि वप्पं भिंदंति । ते णं तत्थ अच्छं जच्चं तवणिज्जं महत्थं महग्धं महरिहं ओरालं सुवण्णरयणं अस्साएंति । तएणं ते वणिया हद्वतुट्ठा भायणाई भरेंति, पवहणाइं भरेंति । भरित्ता तच्चं पि अण्णमण्णं एवं वयासी-एवं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हे इमस्स वम्मीयस्स पढमाए वप्पाए भिण्णाए ओराले उदगरयणे आसाइए, दोच्चाए वप्पाए भिण्णाए ओराले सुवण्णरयणे आसाइए, तं सेयं खलु देवाणुप्पिया! अम्हं इमस्स वम्मीयस्स तच्चं पि वप्पं भिदित्तए | अवियाइं एत्थं ओरालं मणिरयणं अस्साएस्सामो | 391 Page #402 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तएणं ते वणिया अण्णमण्णस्स अंतियं एयमद्वं पडिसणेति, पडिसणेत्ता तस्स वम्मीयस्स तच्चं पि वप्पं भिंदंति । ते णं तत्थ विमल णिम्मलं णित्तलं णिक्कलं महत्थं महग्धं महरिहं ओरालं मणिरयणं आसाएंति । तएणं ते वणिया हद्वतुट्ठा भायणाइं भरेंति, भरित्ता पवहण्णाई भरेंति । भरित्ता चउत्थं पि अण्णमण्णं एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हे इम्मस्स वम्मीयस्स पढमाए वप्पाए भिण्णाए ओराले उदगरयणे आसाइए, दोच्चाए वप्पाए भिण्णाए ओराले सुवण्णरयणे आसाइए, तच्चाए वप्पाए भिण्णाए ओराले मणिरयणे आसाइए | तं सेयं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हं इमस्स वम्मीयस्स चउत्थं पि वप्पं भिंदित्तए, अवियाइं उत्तम महग्घं महरिहं ओरालं वइररयणं अस्साएस्सामो | तएणं तेसिं वणियाणं एगे वणिए हियकामए, सुहकामए, पत्थकामए आणुकंपिए णिस्सेसिए, हिय-सुह-णिस्सेसकामए ते वणिए एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हे इमस्स वम्मीयस्स पढमाए वप्पाए भिण्णाए ओराले उदगरयणे जाव तच्चाए वप्पाए भिण्णाए ओराले मणिरयणे आसाइए | तं होउ अलाहि पज्जत्तं णे एसा चउत्थी वप्पा मा भिज्जउ; चउत्थी णं वप्पा सउवसग्गा यावि होत्था । तएणं ते वणिया तस्स वणियस्स हियकामगस्स सुहकामगस्स जाव हिय-सुह-णिस्सेसकामगस्स एवमाइक्खमाणस्स जाव परूवेमाणस्स एयमढे णो सद्दहति जाव णो रोयंति, एयमहूं असद्दहमाणा जाव अरोएमाणा तस्स वम्मीयस्स चउत्थं पि वप्पिं भिंदंति। ते णं तत्थ उग्गविसं चंडविसं घोरविसं महाविसं अइकायमहाकायं मसिमूसाकालगं णयण-विसरोसपण्णं अंजणपुंजणिगरप्पगासं रत्तच्छं जमलजुयलचंचल-चलंतजीहं धरणितलवेणिभूयं उक्कडफुडकुडिल-जडुल-कक्खड-विकड-फडाडोव-करणदच्छं लोहागरधम्ममाण धमधमेंत-घोसं अणागलियचंडतिव्वरोसं समुइयं तुरियं चवलं धमंतं दिह्रिविसं सप्पं संघर्टेति । तएणं से दिह्रिविसे सप्पे हिं वणिएहिं संघट्टिए समाणे आसुरुत्ते जाव मिसिमिसेमाणे सणियं सणियं उद्वेइ, उद्वित्ता सरसरसरस्स वम्मीयस्स सिहरतलं दुरुहेइ, सिहरतलं दुरुहेत्ता आइच्चं णिज्झाइ, आइच्चं णिज्झाइत्ता ते वणिए अणिमिसाए दिदीए सव्वओ समंता समभिलोएड । तएणं ते वणिया तेणं दिट्ठीविसेणं सप्पेणं अणिमिसाए दिट्ठीए सव्वओ समंता समभिलोइया समाणा खिप्पामेव सभंडमत्तोवगरणमायाए एगाहच्चं कूडाहच्चं भासरासी कया यावि होत्था । तत्थ णं जे से वणिए तेसिं वणियाणं हियकामए जाव हिय-सुह-णिस्सेसकामए से णं आणुकंपियाए देवयाए सभंडमत्तोवगरणमायाए णियगं णयरं साहिए । एवामेव आणंदा ! तव वि धम्मायरिएणं धम्मोवएसएणं समणेणं णायपुत्तेणं ओराले परियाए आसाइए, ओराला कित्तिवण्ण-सद्द-सिलोगा सदेवमण्यासुरे लोए पुव्वंति, गुवंति थुवंति- इति खल समणे भगवं महावीरे, इति खलु समणे भगवं महावीरे । तं जड़ मे से अज्ज किंचि वि वदइ तो णं तवेणं तेएणं एगाहच्चं कूडाहच्चं भासरासिं करेमि, जहा वा वालेणं ते वणिया | तुमं च णं आणंदा ! सारक्खामि, संगोवामि, जहा वा से वणिए तेसिं वणियाणं हियकामए 392 Page #403 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३७ ३८ ३९ भगवई सुत्त जाव णिस्सेसकामए आणुकंपियाए देवयाए सभंड जाव साहिए, तं गच्छ णं तुमं आणंदा ! तव धम्मायरियस्स धम्मोवएसगस्स समणस्स णायपुत्तस्स एयमहं परिकहि । तणं से आणंदे थेरे गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं एवं वुत्ते समाणे भीए जाव संजायभए गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स अंतियाओ हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता सिग्घं तुरियं सावत्थिं णयरिं मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव कोट्ठए चेइए, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ, करित्ता वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- एवं खलु अहं भंते ! छट्ठक्खमणपारणगंसि तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए समाणे सावत्थी णयरीए जाव अडमाणे हालाहलाए कुंभकारीए जाव वीइवयामि, तएणं गोसाले मंखलिपुत्ते ममं जाव पासित्ता एवं वयासी- एहि ताव आणंदा ! इओ एगं महं उवमियं णिसामेहि । तएणं अहं गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं एवं वुत्ते समाणे जेणेव हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणे, जेणेव गोसाले मंखलिपुत्ते, तेणेव उवागच्छामि । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते ममं एवं वयासी- एवं खलु आणंदा ! इओ चिराईयाए अद्धाए केइ उच्चावया वणिया, एवं तं चेव सव्वं णिरवसेसं भाणियव्वं जाव णियगणयरं साहिए । तं गच्छ णं तुमं आणंदा ! तव धम्मायरियस्स धम्मोवएसगस्स समणस्स णायपुत्तस्स एयमद्वं परिकहि । तं पभू णं भंते ! गोसाले मंखलिपुत्ते तवेणं तेएणं एगाहच्चं कूडाहच्चं भासरासिं करेत्तए, विसए णं भंते ! गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स जाव करेत्तए, समत्थे णं भंते ! गोसाले जव करेत्त ? पभू णं आणंदा ! गोसाले जाव करेत्तए । विसए णं आणंदा ! गोसालस्स जाव करेत्तए । समत्थे णं आणंदा ! गोसाले जाव करेत्तए । णो चेव णं अरहंते भगवंते, पारियावणियं पुण करेज्जा I जावइए णं आणंदा ! गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स तवतेए, एत्तो अणंतगुणविसिट्ठतराए चेव तवतेए अणगाराणं भगवंताणं, खंतिखमा पुण अणगारा भगवंतो । जावइए णं आणंदा ! अणगाराणं भगवंताणं तवतेए एत्तो अणंतगुणविसिट्ठतराए चेव तवतेए थेराणं भगवंताणं; खंतिखमा पुण थेरा भगवंतो ! जावइए णं आणंदा ! थेराणं भगवंताणं तवतेए एत्तो अणंतगुणविसिट्ठयराए चेव तवतेए अरहंताणं भगवंताणं; खंतिखमा पुण अरहंता भगवंतो । पभू णं आणंदा ! गोसाले मंखलिपुत्ते तवेणं तेएणं जाव करेत्तए विसए णं आणंदा जाव करेत्तए, समत्थे णं आणंदा ! जाव करेत्तए, णो चेव णं अरहंते भगवंते, पारियावणियं पुण ज्जा | तं गच्छ णं तुमं आणंदा ! गोयमाईणं समणाणं णिग्गंथाणं एयमट्ठे परिकहेहि-मा णं अज्जो ! तुब्भं केइ गोसालं मंखलिपुत्तं धम्मियाए पडिचोयणाए पडिचोएउ, धम्मियाए पडिसारणाए पडिसारेउ, धम्मिएणं पडोयारेणं पडोयारेउ, गोसाले णं मंखलिपुत्ते समणेहिं णिग्गंथेहिं मिच्छं विपडिवण्णे । तएणं से आणंदे थेरे समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव गोयमाइ समणा णिग्गंथा तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता गोयमाइ समणे णिग्गंथे आमंतेइ, आमंतित्ता एवं वयासी- एवं खलु अहं 393 Page #404 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त | | अज्जो ! छटुक्खमणपारणगंसि समणेणं भगवया महावीरेणं अब्भणण्णाए समाणे सावत्थीए णयरीए तं चेव सव्वं जाव गोयमाईणं समणाणं णिग्गंथाणं एयमटुं परिकहेहि, तं मा णं अज्जो ! तुब्भं केइ गोसालं मंखलिपुत्तं धम्मियाए पडिचोयणाए पडिचोएउ जाव मिच्छं विपडिवण्णे | जावं च णं आणंदे थेरे गोयमाईणं समणाणं णिग्गंथाणं एयमद्वं परिकहेइ तावं च णं से गोसाले मंखलिपुत्ते हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता आजीवियसंघसंपरिवुडे महया अमरिसं वहमाणे सिघं तुरियं जाव सावत्थिं णयरिं मज्झमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव कोट्ठए चेइए, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते ठिच्चा समणं भगवं महावीरं एवं वयासी- सुट्ठ णं आउसो कासवा ममं एवं वयासी, साहूणं आउसो कासवा ! ममं एवं वयासी- गोसाले मंखलिपुत्ते ममं धम्मंतेवासी, गोसाले मंखलिपुत्ते ममं धम्मंतेवासी। ४१ जे णं से मंखलिपुत्ते तव धम्मंतेवासी से णं सुक्के सुक्काभिजाइए भवित्ता कालमासे कालं किच्चा अण्णयरेसु देवलोएस देवत्ताए उववण्णे, अहं णं उदाइणामं कुंडियायणीए, अज्जुणस्स गोयमपुत्तस्स सरीरगं विप्पजहामि, अज्जुणस्स गोयमपुत्तस्स सरीरगं विप्पजहित्ता गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स सरीरगं अणुप्पविसामि; अणुप्पविसित्ता इमं सत्तमं पउट्टपरिहारं परिहरामि । जे वि आई आउसो कासवा ! अम्हं समयंसि केइ सिज्झिंसु वा सिझंति वा सिज्झिस्संति वा सव्वे ते चउरासीइं महाकप्पसयसहस्साइं, सत्त दिव्वे, सत्त संजूहे, सत्त सण्णिगब्भे, सत्त पउट्टपरिहारे, पंच कम्माणि सयसहस्साइं सद्धिं च सहस्साइं छच्चसए तिण्णि य कम्मंसे अणुपुव्वेणं खवइत्ता तओ पच्छा सिझंति, बुज्झंति, मुच्चंति, परिणिव्वायंति, सव्वदुक्खाणमंतं करेंसु वा करेंति वा करिस्संति वा । से जहा वा गंगा महाणयी जओ पवूढा, जहिं वा पज्जुवत्थिया, एस णं अद्धा पंचजोयणसयाई आयामेणं, अद्धजोयणं विक्खंभेणं, पंच धणुसयाइं उव्वेहेणं, एएणं गंगापमाणेणं सत्त गंगाओ सा एगा महागंगा, सत्त महागंगाओ सा एगा सादीणगंगा, सत्त सादीणगंगाओ सा एगा मच्चुगंगा, सत्त मच्चुगंगाओ सा एगा लोहियगंगा, सत्त लोहियगंगाओ, सा एगा आवतीगंगा, सत्त आवतीगंगाओ सा एगा परमावती, एवामेव सपुव्वावरेणं एगं गंगासयसहस्सं सत्तरि सहस्सा छच्च गुणपण्णं गंगासया भवंतीति मक्खाया। तासिं दुविहे उद्धारे पण्णत्ते, तं जहा- सुहमबोंदि-कलेवरे चेव बायरबोंदि-कलेवरे चेव । तत्थ णं जे से सुहमबोंदिकलेवरे से ठप्पे | तत्थ णं जे से बायरबोंदि-कलेवरे तओ णं वाससए गए वाससए गए एगमेगं गंगावालुयं अवहाय जावइएणं कालेणं से कोटे खीणे, णीरए, णिल्लेवे, णिट्ठिए भवइ सेत्तं सरे सरप्पमाणे | एएणं सरप्पमाणेणं तिण्णि सर- सय- साहस्सीओ से एगे महाकप्पे, चउरासीइं महाकप्पसय-सहस्साइं से एगे महामाणसे | ४२ 394 Page #405 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अणंताओ संजूहाओ जीवे चयं चइत्ता उवरिल्ले माणसे संजूहे देवे उववज्जइ। से णं तत्थ दिव्वाइं भोगभोगाइं भंजमाणे विहरइ, विहरित्ता ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं, भवक्खएणं, ठिइक्खएणं अणंतरं चयं चइत्ता पढमे सण्णिगब्भे जीवे पच्चायाइ ॥१॥ से णं तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता मज्झिल्ले माणसे संजहे देवे उववज्जइ | से णं तत्थ दिव्वाइं भोगभोगाइं जाव विहरित्ता ताओ देवलोयाओ आउक्खएणं जाव चइत्ता, दोच्चे सण्णिगब्भे जीवे पच्चायाइ ॥२॥ से णं तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता हेट्ठिल्ले माणसे संजूहे देवे उववज्जइ । से णं तत्थ दिव्वाइं जाव चइत्ता तच्चे सण्णिगब्भे जीवे पच्चायाइ ॥३॥ से णं तओहिंतो जाव उव्वट्टित्ता उवरिल्ले माणुसुत्तरे संजूहे देवे उववज्जइ । से णं तत्थ दिव्वाइं जाव चइत्ता चउत्थे सण्णिगब्भे जीवे पच्चायाइ ॥४॥ से णं तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता मज्झिल्ले माणुसुत्तरे संजूहे देवे उववज्जइ । से णं तत्थ दिव्वाइं जाव चइत्ता पंचमे सण्णिगब्भे जीवे पच्चायाइ॥५॥ से णं तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता हिडिल्ले माणुसुत्तरे संजूहे देवे उववज्जइ । से णं तत्थ दिव्वाइं जाव चइत्ता छट्टे सण्णिगब्भे जीवे पच्चायाइ ॥६॥ से णं तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता बंभलोगे णामं से कप्पे पण्णत्ते, पाईणपडीणायए उदीणदाहिणविच्छिण्णे, जहा ठाणपए जाव पंच वडेंसगा पण्णत्ता, तं जहा- असोगवडेंसए जाव पडिरूवा | से णं तत्थ देवे उववज्जइ | से णं तत्थ दस सागरोवमाइं दिव्वाइं भोग जाव चइत्ता सत्तमे सण्णिगब्भे जीवे पच्चायाइ ॥७॥ से णं तत्थ णवण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं अद्धद्वमाणं जाव वीइक्कंताणं सुकुमाल- भद्दलए मिउकुंडलकुंचियकेसए मट्ठगंडतलकण्णपीढए देवकुमारसप्पभए दारए पयाइ। से णं अहं कासवा! तएणं अहं आउसो कासवा ! कोमारियपव्वज्जाए कोमारएणं बंभचेरवासेणं इमे सत्त पउट्टपरिहारे परिहरामि, तं जहा- एणेज्जस्स, मल्लरामस्स, मंडियस्स, रोहस्स, भारद्दाइस्स, अज्जुणगस्स गोयमपुत्तस्स गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स | तत्थ णं जे से पढमे पउट्टपरिहारे से णं रायगिहस्स णयरस्स बहिया मंडिकुच्छिंसि चेइयंसि उदाइस्स कुंडियायणस्स सरीरं विप्पजहामि, विप्पजहित्ता एणेज्जगस्स सरीरगं सित्ता बावीसं वासाइं पढमं पउपरिहारं परिहरामि । तत्थ णं जे से दोच्चे पउट्टपरिहारे- से णं उदंडपुरस्स णयरस्स बहिया चंदोयरणंसि चेइयसि एणेज्जगस्स सरीरगं विप्पजहामि, विप्पजहित्ता मल्लरामस्स सरीरगं अणुप्पविसामि, अणुप्पविसित्ता एकवीसं वासाइं दोच्चं पउट्टपरिहारं परिहरामि । 395 Page #406 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४५ ४६ ४७ भगवई सुत्त तत्थ णं जे से तच्चे पउट्टपरिहारे से णं चंपाए णयरीए बहिया अंगमंदिरंसि चेइयंसि मल्लरामस्स सरीरगं विप्पजहामि, विप्पजहित्ता मंडियस्स सरीरगं अणुप्पविसामि, अणुप्पविसित्ता वीस वासाइं तच्चं पउट्टपरिहारं परिहरामि । तत्थ णं जे से चउत्थे पउट्टपरिहारे से णं वाणारसीए णयरीए बहिया काममहावणंसि चेयंसि मंडियस्स सरीरगं विप्पजहामि, विप्पजहित्ता रोहस्स सरीरगं अणुप्पविसामि, अणुप्पविसित्ता एगूणवीसं वासाइं चउत्थं पउट्टपरिहारं परिहरामि । तत्थ णं जे से पंचमे पउट्टपरिहारे से णं आलभियाए णयरीए बहिया पत्तकालगयंसि चेइयंसि रोहस्स सरीरगं विप्पजहामि, विप्पजहित्ता भारद्दाइस्स सरीरगं अणुप्पविसामि, अणुप्पविसित्ता अट्ठारस वासाइं पंचमं पउट्टपरिहारं परिहरामि । तत्थ णं जे से छट्टे पउट्टपरिहारे से णं वेसालीए णयरीए बहिया कोंडियायणंसि चेइयंसि भारद्दाइयस्स सरीरं विप्पजहामि, विप्पजहित्ता अज्जुणगस्स गोयमपुत्तस्स सरीरगं अणुप्पविसामि, अणुप्पविसित्ता सत्तरस्स वासाइं छटुं पउट्टपरिहारं परिहरामि । तत्थ णं जे से सत्तमे पउट्टपरिहारे से णं इहेव सावत्थीए णयरीए हालाहलाए कुंभकारी कुंभकारावणंसि अज्जुणगस्स गोयमपुत्तस्स सरीरगं विप्पजहामि, विप्पजहित्ता गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स सरीरगं अलं थिरं धुवं धारणिज्जं सीयसहं उण्हसहं खुहासहं विविह-दंसमसगपरिसहोवसग्गासहं थिरसंघयणं त्ति कट्टु तं अणुप्पविसामि, अणुप्पविसित्ता सोलस वासाइं इमं सत्तमं पउट्टपरिहारं परिहरामि । एवामेव आउसो कासवा ! एगेणं तेत्तीसेणं वाससएणं सत्त पउट्टपरिहारा परिहरिया भवंतीति मक्खाया । तं सुट्टु णं आउसो कासवा ! ममं एवं वयासी, साहु णं आउसो कासवा ! ममं एवं वयासी - गोसाले मंखलिपुत्ते ममं धम्मंतेवासी, गोसाले मंखलिपुत्ते ममं धम्मंतेवासी । तणं समणे भगवं महावीरे गोसालं मंखलिपुत्तं एवं वयासी - गोसाला ! से जहाणामए तेणए सिया, गामेल्लएहिं परब्भवमाणे परब्भवमाणे कत्थ य गड्डं वा दरिं वा णिण्णं वा पव्वयं वा विसमं वा अणस्साएमाणे एगेणं महं उण्णालोमेण वा सणलोमेण वा कप्पासपम्हेण वा तणसूण वा अत्ताणं आवरित्ता णं चिट्ठेज्जा; से णं अणावरिए आवरियमिति अप्पाणं मण्णइ, अप्पच्छण्णे य पच्छण्णमिति अप्पाणं मण्णइ अणिलुक्के णिलुक्कमिति अप्पाणं मण्णइ, अपलाए पलायमिति अप्पाणं मण्णइ, एवामेव तुमं पि गोसाला ! अणण्णे संते अणमिति अप्पाणं उपलभसि, तं मा एवं गोसाला ! णारिहसि गोसाला ! सच्चेव ते सा छाया णो अण्णा । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे आसुरत्ते जाव समणं भगवं महावीरं उच्चावयाहिं आउसणाहिं आउसइ, आउसित्ता उच्चावयाहिं उद्धसणाहिं उद्धंसेइ, उद्धसेत्ता उच्चावयाहिं णिब्भंछणाहिं णिब्भंछेइ, णिब्भंछेत्ता उच्चावयाहिं णिच्छोडणाहिं णिच्छोडेइ, णिच्छोडेत्ता एवं वयासी णट्टे सि कयाइ, विणट्ठे सि कयाइ, भट्ठे सि कयाइ, गट्ठविणट्ठ-भट्ठे सि कयाइ, अज्ज ण भवसि णाहि ते ममाहिंतो सुहमत्थि। 396 Page #407 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४८ ४९ ५० भगवई सुत्त तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी पाईणजाणवए सव्वाणुभूई णामं अणगारे पगइभद्दए जाव विणीए, धम्मायरियाणुरागेणं एयमट्ठे असहमाणे उट्ठाए उट्ठेइ, उट्ठित्ता जेणेव गोसाले मंखलिपुत्ते तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता गोसालं मंखलिपुत्तं एवं वयासी- जे वि ताव गोसाला ! तहारूवस्स समणस्स वा माहणस्स वा अंतियं एगमवि आरियं धम्मियं सुवयणं णिसामेइ, से वि ताव वंदइ णमंसइ जाव कल्लाणं मंगलं देवयं पज्जुवासइ, किमंग पुण तुमं गोसाला ! भगवया चेव पव्वाविए, भगवया चेव मुंडाविए, भगवया चेव सेहाविए, भगवया चेव सिक्खाविए, भगवया चेव बहुस्सुईकए, भगवओ चेव मिच्छं विप्पडिवण्णे तं मा एवं गोसाला ! णारिहसि गोसाला ! सच्चेव ते सा छाया णो अण्णा । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते सव्वाणुभूइणामेणं अणगारेणं एवं वुत्ते समाणे आसुरुत्ते जाव सव्वाणुभूइं अणगारं तवेणं तेएणं एगाहच्चं कूडाहच्चं भासरासिं करे । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते सव्वाणुभूइं अणगारं तवेणं तेएणं एगाहच्चं कूडाहच्चं भासरासिं करित्ता दोच्चं पि समणं भगवं महावीरं उच्चावयाहिं आउसणाहिं आउसइ जाव सुहं णत्थि । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी कोसलजाणवए सुणक्खत्ते णामं अणगारे पगइभद्दए जाव विणीए, धम्मायरियाणुरागेणं जहा सव्वाणुभूई तहेव जाव सच्चेव ते सा छाया णो अण्णा । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते सुणक्खत्तेणं अणगारेणं एवं वुत्ते समाणे आसुरुत्ते जाव सुणक्खत्तं अणगारं तवेणं तेएणं परितावेइ । तएणं से सुणक्खत्ते अणगारे गोसालेणं मंखलिपुत्तेण तवेणं तेएणं परिताविए समाणे जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता सयमेव पंच महव्वयाइं आरुभेइ, आरुभेत्ता समणा य समणीओ य खामेइ, खामित्ता आलोइयपडिक्कंते समाहिपत्ते आणुपुव्वीए कालगए । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते सुणक्खत्तं अणगार तवेणं तेएणं परितावित्ता तच्चं पि समणं भगवं महावीरं उच्चावयाहिं आउसणाहिं आउसइ, सव्वं तं चेव जाव सुहं णत्थि । तएणं सम भगवं महावीरे गोसालं मंखलिपुत्तं एवं वयासी- जे वि ताव गोसाला ! तहारूवस्स समणस्स वा माहणस्स वा तं चेव जाव पज्जुवासइ, किमंग पुण गोसाला ! तुमं मए चेव पव्वाविए जाव मए चेव बहुस्सुईकए, ममं चेव मिच्छं विप्पडिवण्णे ? तं मा एवं गोसाला ! जाव णो अण्णा । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे आसुरत्ते जाव तेयासमुग्घाएणं समोहण्णइ, समोहणित्ता सत्तट्ठ पयाइं पच्चोसक्कइ, पच्चोसक्कित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स वहाए सरीरगंसि तेयं णिसिर । से जहाणामए वाउक्कलिया इ वा वायमंडलिया इ वा; सेलंसि वा कुड्डंसि वा थंभंसि वा थूभंसि वा आवरिज्जमाणी वा णिवारिज्जमाणी वा सा णं तत्थ णो कमइ, णो पक्कमइ, एवामेव गोसालस्स वि मंखलिपुत्तस्स तवे तेए समणस्स भगवओ महावीरस्स वहाए सरीरगंसि णिसिट्टे समाणे से णं तत्थ णो कमइ, णो पक्कमइ, अंचियंचिय करेइ, करित्ता आयाहिणपयाहिणं करेइ, करित्ता उड्ढं वेहासं उप्पइए; से णं तओ पडिहए पडिणियत्ते समा तमेव गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स सरीरगं अणुडहमाणे - अणुडहमाणे अंतो- अंतो अणुप्पविट्ठे । 397 Page #408 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ५१ / तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते सएणं तेएणं अण्णाइडे समाणे समणं भगवं महावीरं एवं वयासी- तुम णं आउसो कासवा ! मम तवेणं तेएणं अण्णाइढे समाणे अंतो छण्हं मासाणं पित्तज्जरपरिगयसरीरे दाहवक्कंतीए छउमत्थे चेव कालं करेस्ससि । तएणं समणे भगवं महावीरे गोसालं मंखलिपुत्तं एवं वयासी-णो खलु अहं गोसाला ! तव तवेणं तेएणं अण्णाइडे समाणे अंतो छण्हं मासाणं जाव कालं करिस्सामि, अहं णं अण्णाइं सोलस वासाइं जिणे सुहत्थी विहरिस्सामि, तुम णं गोसाला ! अप्पणा चेव सएणं तेएणं अण्णाइढे समाणे अंतो सत्तरत्तस्स पित्तज्जरपरिगयसरीरे जाव छउमत्थे चेव कालं करिस्ससि। तएणं सावत्थीए णयरीए सिंघाडग जाव पहेस् बहुजणो अण्णमण्णस्स एवमाइक्खड़ जाव एवं परूवेइ एवं खलु देवाणुप्पिया ! सावत्थीए णयरीए बहिया कोट्ठए चेइए दुवे जिणा संलवंति, एगे वयइ-तमं पव्विं कालं करिस्ससि, एगे वयइ तमं पव्वि कालं करिस्ससि, तत्थ णं के पुण सम्मावाई के पुण मिच्छावाई ? तत्थ णं जे से अहप्पहाणे जणे से वयइ- समणे भगवं महावीरे सम्मावाई, गोसाले मंखलिपुत्ते मिच्छावाई ।। अज्जो ! त्ति समणे भगवं महावीरे समणे णिग्गंथे आमंतित्ता एवं वयासी- अज्जो से जहाणामए तणरासी इ वा कद्रासी इ वा पत्तरासी इ वा तयारासी इ वा तसरासी ड वा भुसरासी इ वा गोमयरासी इ वा अवकररासी इ वा अगणिझामिए अगणिझूसिए अगणिपरिणामिए हयतेए गयतेए णद्वतेए भट्ठतेए लुत्ततेए विणकृतेए । एवामेव गोसाले मंखलिपुत्ते मम वहाए सरीरगंसि तेयं णिसिरेत्ता हयतेए गयतेए जाव विणहतेए जाए | तं छंदेणं अज्जो ! तुब्भे गोसालं मंखलिपुत्तं धम्मियाए पडिचोयणाए पडिचोएह, पडिचोएत्ता धम्मियाए पडिसारणाए पडिसारेह, पडिसारित्ता धम्मिएणं पडोयारेणं पडोयारेह, पडोयारेत्ता अद्वेहि य हेऊहि य पसिणेहि य वागरणेहि य कारणेहि य णिप्पट्ठ-पसिण-वागरणं करेह । तएणं ते समणा णिग्गंथा समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ता समाणा समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव गोसाले मंखलिपुत्ते तेणेव उवागच्छंति, तेणेव उवागच्छित्ता गोसालं मंखलिपुत्तं धम्मियाए पडिचोयणाए पडिचोएंति, पडिचोएत्ता धम्मियाए पडिसारणाए पडिसारेंति, पडिसारेत्ता धम्मिएणं पडोयारेणं पडोयारेंति, पडोयारित्ता अटेहि य हेऊहि य कारणेहि य णिप्पट्ठ-पसिण-वागरणं करेंति । तएणं से गोसाले मंखलिपत्ते समणेहिं णिग्गंथेहिं धम्मियाए पडिचोयणाए पडिचोइज्जमाणे जाव णिप्पट्ठपसिणवागरणे कीरमाणे आसुरुत्ते जाव मिसिमिसेमाणे णो संचाएइ समणाणं णिग्गंथाणं सरीरगस्स किंचि आबाहं वा वाबाहं वा उप्पाएत्तए, छविच्छेयं वा करेत्तए | तएणं ते आजीविया थेरा गोसालं मंखलिपुत्तं समणेहिं णिग्गंथेहिं धम्मियाए पडिचोयणाए पडिचोएज्जमाणं, धम्मियाए पडिसारणाए पडिसारिज्जमाणं, धम्मिएणं पडोयारेण य पडोयारेज्जमाणं, अडेहि य हेऊहि य णिप्पट्ट-पसिण-वागरणं करेमाणं, आसुरुत्तं जाव मिसिमिसेमाणं समणाणं णिग्गंथाणं सरीरगस्स किंचि आबाहं वा वाबाहं वा छविच्छेयं वा अकरेमाणं पासंति, पासित्ता गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स अंतियाओ आयाए अवक्कमंति, अवक्कमित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति, तेणेव उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेंति करेत्ता वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता 398 Page #409 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त समणं भगवं महावीरं उवसंपज्जित्ता णं विहरंति, अत्थेगइया आजीविया थेरा गोसालं चेव मंखलिपुत्तं उवसंपज्जित्ता णं विहरंति । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते जस्सट्टाए हव्वमागए तमढे असाहेमाणे, रुंदाइं पलोएमाणे, दीहण्हाइं णीससमाणे, दाढियाए लोमाइं लुंचमाणे अवयं कंडूयमाणे, पुयलिं पप्फोडेमाणे, हत्थे विणिक्षुणमाणे, दोहि वि पाएहिं भूमि कोट्टेमाणे, 'हा हा अहो ! हओ अहमस्सि त्ति कट्ट समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियाओ कोट्ठयाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ; पडिणिक्खमित्ता जेणेव सावत्थी णयरी, जेणेव हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणे तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणंसि अंबकूणगहत्थगए, मज्जपाणगं पियमाणे, अभिक्खणं गायमाणे, अभिक्खणं णच्चमाणे, अभिक्खणं हालाहलाए कुंभकारीए अंजलिकम्म करेमाणे, सीयलएणं मट्टियापाणएणं आयंचणिउदएणं गायाइं परिसिंचमाणे विहरइ । अज्जो त्ति समणे भगवं महावीरे समणे णिग्गंथे आमंतित्ता एवं वयासी- जावइए णं अज्जो ! गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं ममं वहाए सरीरगंसि तेये णिसढे, से णं अलाहि पज्जत्ते सोलसण्हं जणवयाणं, तं जहा- अंगाणं बंगाणं मगहाणं मलयाणं मालवगाणं अच्छाणं वच्छाणं कोच्छाणं पाढाणं लाढाणं वज्जाणं मोलीणं कासीणं कोसलाणं अबाहाणं णं घायाए, वहाए, उच्छायणयाए, भासीकरणयाए । TT जं पि य अज्जो ! गोसाले मंखलिपुत्ते हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणंसि अंबकूणगहत्थगए, मज्जपाणं पियमाणे, अभिक्खणं जाव अंजलिकम्मं करेमाणे विहरइ, तस्स वि य णं वज्जस्स पच्छादणट्ठयाए इमाइं अट्ठ चरिमाइं पण्णवेइ, तं जहा- चरिमे पाणे, चरिमे गेये, चरिमे गट्टे, चरिमे अंजलिकम्मे, चरिमे पोक्खलसंवट्टए महामेहे, चरिमे सेयणए गंधहत्थी, चरिमे महासिलाकंटए संगामे, अहं च णं इमीसे ओसप्पिणीए चउवीसाए तित्थयराणं चरिमे तित्थयरे सिज्झिस्सं जाव अंतं करेस्सं ति । जं पि य अज्जो ! गोसाले मंखलिपुत्ते सीयलएणं मट्टियापाणएणं आयंचणिउदएणं गायाइं सेचमाणे विहरइ । तस्स वि य णं वज्जस्स पच्छादणट्ठयाए इमाइं चत्तारि पाणगाडं चत्तारि अपाणगाई पण्णवेइ । से किं तं पाणए ? पाणए चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- गोपुट्ठए, हत्थमद्दियए, आयवतत्तए सिलापब्भट्ठए । से तं पाणए । से किं तं अपाणए ? अपाणए चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- थालपाणए तयापाणए सिंबलिपाणए, सुद्धपाणए । से किं तं थालपाणए ? थालपाणए- जं णं दाथालगं वा दावारगं वा दाकुंभगं वा दाकलसं वा सीयलगं उल्लगं हत्थेहिं । मसइ, ण य पाणियं पियइ । से तं थालपाणए। से किं तं तयापाणए ? तयापाणए जं णं अंबं वा अंबाडगं वा जहा पओगपए जाव बोरं वा तिंदुरुयं वा तरुणगं वा, आमगं वा आसगंसि आवीलेइ वा पविलेइ वा, ण य पाणियं पियइ, से तं तयापाणए । 399 Page #410 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ६४ से किं तं सिंबलिपाणए ? सिंबलिपाणए- जं णं कलसंगलियं वा, मुग्गसंगलियं वा माससंगलियं वा सिंबलिसंगलियं वा तरुणियं आमियं आसगंसि आवीलेइ वा पविलेइ वा, ण य पाणियं पियइ, से तं सिंबलिपाणए । से किं तं सुद्धपाणए ? सुद्धपाणए जे णं छ मासे सुद्धखाइमं खाइ, दो मासे पुढविसंथारोवगए, दो मासे कट्ठसंथारोवगए, दो मासे दब्भसंथारोवगए, तस्स णं बहुपडिपुण्णाणं छण्हं मासाणं अंतिमराईए इमे दो देवा महिड्ढिया जाव महासोक्खा अंतियं पाउब्भवंति, तं जहा- पुण्णभद्दे य माणिभद्दे य । तएणं ते देवा सीयलएहिं उल्लएहिं हत्थेहिं गायाई परामसंति, जे णं ते देवे साइज्जइ, से णं आसीविसत्ताए कम्मं पकरेड़; जे णं ते देवे णो साइज्जइ, तस्स णं सयंसि सरीरगंसि अगणिकाए संभवइ, से णं सएणं तेएणं सरीरगं झामेइ, झामित्ता तओ पच्छा सिज्झइ जाव अंतं करेइ । से तं सुद्धपाणए । तत्थ णं सावत्थीए णयरीए अयंपुले णामं आजीविओवासए परिवसइ- अड्ढे जाव अपरिभूए, जहा हालाहला जाव आजीवियसमएणं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तएणं तस्स अयंपुलस्स आजीविओवासगस्स अण्णया कयाइ पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि कुटुंबजागरियं जागरमाणस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- किं संठिया हल्ला पण्णत्ता ? तएणं तस्स अयंपुलस्स आजीविओवासगस्स दोच्चं पि अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- एवं खलु ममं धम्मायरिए, धम्मोवएसए गोसाले मंखलिपुत्ते उप्पण्णणाणंदसणधरे जाव सव्वण्णू सव्वदरिसी इहेव सावत्थीए णयरीए हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणंसि आजीवियसंघसंपरिवुडे आजीवियसमएणं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ, तं सेयं खलु मे कल्लं जाव जलंते गोसालं मंखलिपुत्तं वंदित्ता जाव पज्जुवासेत्ता इमं एयारूवं वागरणं वागरित्तए त्ति कट्ट एवं संपेहेइ, एवं संपेहित्ता कल्लं जाव जलते ण्हाए जाव अप्पमहग्घाभरणालंकियसरीरे, साओ गिहाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता पायविहारचारेणं सावत्थिं णयरिं मज्झमज्झेणं जेणेव हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता गोसालं मंखलिपुत्तं हालाहलाए कुंभकारीए कुभकारावणंसि अंबकूणगहत्थगयं जाव अंजलिकम्म करेमाणं सीयलएणं मट्टियापाणएणं आयंचणि-उदएणं गायाई परिसिंचमाणं पासइ, पासित्ता लज्जिए, विलिए, विड्डे सणियं सणियं पच्चोसक्कड़ । तएणं ते आजीविया थेरा अयंपुलं आजीवियोवासगं लज्जियं जाव पच्चोसक्कमाणं पासइ, पासित्ता एवं वयासी- एहि ताव अयंपुला ! एत्तओ । तएणं से अयंपुले आजीवियोवासए आजीवियथेरेहिं एवं वुत्ते समाणे जेणेव आजीविया थेरा तेणेव उवागच्छड़, तेणेव उवागच्छित्ता आजीविए थेरे वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता पच्चासण्णे जाव पज्जुवासइ । अयंपुला ! ति आजीविया थेरा अयंपुलं आजीवियोवासगं एवं वयासी- से णूणं ते अयंपुला! पुव्वरत्तारवरत्तकाल-समयंसि जाव किंसंठिया हल्ला पण्णत्ता? तएणं तव अयंपुला! दोच्चं पि अयमेया रूवे अज्झत्थिए तं चेव सव्वं भाणियव्वं जाव सावत्यिं णयरी मज्झंमज्झेणं जेणेव हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणे, जेणेव इहं तेणेव हव्वमागए। से णूणं ते अयंपुला ! अढे समटे ? हंता अत्थि । 400 Page #411 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ६७ ६८ ६९ ७० भगवई सुत्त जं पि य अयंपुला ! तव धम्मायरिए धम्मोवएसए गोसाले मंखलिपुत्ते हालाहलाए कुंभकारी कुंभकारावणंसि अंबकूणगहत्थगए जाव अंजलिं करेमाणे विहरइ, तत्थ वि णं भगवं इमाइं अट्ठ चरिमाइं पण्णवेइ, तं जहा- चरिमे पाणे जाव अंतं करिस्सइ । जे वि य अयंपुला ! तव धम्मायरिए धम्मोवएसए गोसाले मंखलिपुत्ते सीयलएणं मट्टिया पाणएणं जाव विहरइ, तत्थ वि णं भगवं इमाइं चत्तारि पाणगाई, चत्तारि अपाणगाइं पण्णवेइ । से किं तं पाणए ? पाणए चउव्विहे पण्णत्ते जाव तओ पच्छा सिज्झइ जाव अंतं करेइ । तं गच्छ णं तुमं अयंपुला ! एस चेव तव धम्मायरिए धम्मोवएसए गोसाले मंखलिपुत्ते इमं एयारूवं वागरणं वागरित्त त्ति | तएणं से अयंपुले आजीवियोवासए आजीविएहिं थेरेहिं एवं वुत्ते समाणे हट्ठ-तुट्ठे उट्ठाए उट्ठेइ, उट्ठाए उट्ठेत्ता जेणेव गोसाले मंखलिपुत्ते तेणेव पहारेत्थ गमणाए । तएणं ते आजीविया थेरा गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स अंबकूणगएडावणट्ठयाए एगंतमंते संगारं कुव्वंति । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते आजीवियाणं थेराणं संगारं पडिच्छइ, संगारं पडिच्छित्ता अंबकूणगं एगंतमंते एडेइ। तएणं से अयंपुले आजिवियोवासए जेणेव गोसाले मंखलिपुत्ते तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता गोसालं मंखलिपुत्तं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं जाव पज्जुवासइ । अयंपुला ! त्ति गोसाले मंखलिपुत्ते अयंपुलं आजीवियोवासगं एवं वयासी- से णूणं अयंपुला ! पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि जाव जेणेव ममं अंतियं तेणेव हव्वमागए । से णूणं अयंपुला ! अट्ठे समट्ठे ? हंता अत्थि । तं णो खलु एस अंबकूणए, अंबचोयए णं एसे । किंसंठिया हल्ला पण्णत्ता ? वंसीमूलसंठिया हल्ला पण्णत्ता । वीणं वाएहि रे वीरगा । वीणं वाएहि रे वीरगा । तएणं से अयंपुले ! आजीवियोवासए गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं इमं एयारूवं वागरणं वागरिए समाणे हट्ठ-तुट्ठे जाव हियए गोसालं मंखलिपुत्तं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता पसिणाइं पुच्छ्इ, पुच्छित्ता अट्ठाइं परियादियइ, परियादियत्ता उट्ठाए उट्ठेइ, उट्ठेत्ता गोसालं मंखलिपुत्तं वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता जाव पडिगए । तएणं से गोसाले मंखलिपुत्ते अप्पणो मरणं आभोएइ, आभोइत्ता आजीविए थेरे सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं वयासी- तुब्भे णं देवाणुप्पिया ! ममं कालगयं जाणित्ता सुरभिणा गंधोदएणं ण्हाणेह, सुरभिणा गंधोद णं ण्हावित्ता पम्हलसुकुमालाए गंधकासाईए गायाइं लूहेह, गायाइं लूहित्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं गायाइं अणुलिंपह, अणुलिंपित्ता महरिहं हंसलक्खणं पडसाडगं णियंसेह, णियंसित्ता सव्वालंकारविभूसियं करेह, करित्ता पुरिस - सहस्सवाहिणिं सीयं दुरूहेइ, दुरूहित्ता सावत्थीए णयरीए सिंघाडग जाव पहेसु महया महया सद्देणं उग्घोसेमाणा उग्घोसेमाणा एवं वयह- एवं खलु देवाणुप्पिया ! गोसाले मंखलिपुत्ते जिणे, जिणप्पलावी जाव जिणसद्दं पगासेमाणे विहरित्ता इमीसे ओसप्पिणीए चउवीसाए तित्थयराणं चरिमे तित्थयरे सिद्धे जाव सव्वदुक्खप्पहीणे, इड्ढसक्कारसमुदएणं मम सरीरगस्स णीहरणं करेह । तएणं ते आजीविया थेरा गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स एयमट्ठे विणएणं पडिसुर्णेति । तएणं तस्स गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स सत्तरत्तंसि परिणममाणंसि पडिलद्ध सम्मत्तस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था णो खलु अहं जिणे, जिणप्पलावी जाव जिणसद्दं पगासेमाणे विहरिए, अहं णं गोसाले चेव मंखलिपुत्ते समणघायए, समणमारए समणपडिणीए, 401 Page #412 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त आयरिय-उवज्झायाणं अयसकारए, अवण्णकारए अकित्तिकारए, बहूहिं असब्भावुब्भावणाहिं मिच्छत्ताभिणिवेसेहिं य अप्पाणं वा परं वा तदुभयं वा वुग्गाहेमाणे, वुप्पाएमाणे विहरित्ता सएणं तेएणं अण्णाइटे समाणे अंतो सत्तरत्तस्स पित्तज्जरपरिगयसरीरे दाहवक्कंतीए छउमत्थे चेव कालं करेस्सं | समणे भगवं महावीरे जिणे जिणप्पलावी जाव जिणसई पगासेमाणे विहरइ ! एवं संपेहेइ, एवं संपेहित्ता, आजीविए थेरे सद्दावेइ, सद्दावित्ता उच्चावय-सवह-साविए पकरेइ, पकरित्ता एवं वयासी- णो खलु अहं जिणे जिणप्पलावी जाव पगासेमाणे विहरिए अहं णं गोसाले चेव मंखलिपुत्ते, समणघायए जाव छउमत्थे चेव कालं करेस्सं, समणे भगवं महावीरे जिणे, जिणप्पलावी जाव जिणसदं पगासेमाणे विहरइ। तं तुब्भे णं देवाणुप्पिया ! मम कालगयं जाणित्ता वामे पाए सुंबेणं बंधह, बंधित्ता तिक्खुत्तो मुहे उभेह, उट्ठभेत्ता सावत्थीए णयरीए सिंघाडग जाव पहेसु आकड्ढविकटिं करेमाणा महया महया सद्देणं उग्घोसेमाणा उग्घोसेमाणा एवं वयह- णो खलु देवाणुप्पिया ! गोसाले मंखलिपुत्ते जिणे, जिणप्पलावी जाव एस णं गोसाले चेव मंखलीपुत्ते, समणघायए जाव छउमत्थे चेव कालगए । समणे भगवं महावीरे जिणे, जिणप्पलावी जाव विहरइ; महया अणिड्ढी-असक्कारसमुदएणं ममं सरीरगस्स णीहरणं करेज्जाह; एवं वदित्ता कालगए | ७२ | तएणं आजीविया थेरा गोसालं मंखलिपुत्तं कालगयं जाणित्ता हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणस्स दुवाराइं पिहेंति, पिहित्ता हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणस्स बहुमज्झदेसभाए सावत्थिं णयरिं आलिहंति, आलिहित्ता गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स सरीरगं वामे पाए सुंबेणं बंधइ, बंधित्ता तिक्खुत्तो मुहे उद्दुहंति, उद्दहित्ता सावत्थीए णयरीए सिंग्घाडग जाव पहेसु आकड्ढविकढिं करेमाणा, णीयं णीयं सद्देणं उग्घोसेमाणा उग्घोसेमाणा एवं वयासी- णो खलु देवाणुप्पिया ! गोसाले मंखलिपुत्ते जिणे जिणप्पलावी जाव विहरिए, एस णं गोसाले चेव मंखलिपुत्ते समणघायए जाव छउमत्थे चेव कालगए । समणे भगवं महावीरे जिणे, जिणप्पलावी जाव विहरइ, सवहपडिमोक्खणगं करेंति, करित्ता दोच्चं पि पूयासक्कारथिरीकरणट्ठयाए गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स वामाओ पायाओ सुंबं मयंति, सुंब मुइत्ता हालाहलाए कुंभकारीए कुंभकारावणस्स दुवारवयणाई अवगुणंति, अवगुणित्ता गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स सरीरगं सुरभिणा गंधोदएणं ण्हाणेति, तं चेव जाव महया इढिसक्कार-समुदएणं गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स सरीरगस्स णीहरणं करेंति । तएणं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइ सावत्थीओ णयरीओ कोट्ठयाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता बहिया जणवयविहारं विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं मेंढियगामे णामं णयरे होत्था, वण्णओ | तस्स णं मेंढियगामस्स णयरस्स बहिया उत्तरपुरच्छिमे दिसिभाए एत्थ णं सालकोट्ठए णामं चेइए होत्था, वण्णओ जाव पुढविसिलापट्टओ । तस्स णं सालकोट्ठगस्स णं चेइयस्स अदूरसामंते एत्थ णं महेगे मालुयाकच्छए यावि होत्था- किण्हे किण्होभासे जाव णिउरंबभूए, पत्तिए, पुप्फिए, फलिए हरियग-रेरिज्जमाणे, सिरीए अईव-अईव उवसोभेमाणे चिट्ठइ । तत्थ णं मेंढियगामे णयरे रेवई णाम गाहावइणी परिवसइ, अड्ढा जाव अपरिभूया । तएणं समणे भगवं महावीरे अण्णया 402 Page #413 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त कयाइ पुव्वाणुपुट्विं चरमाणे जाव जेणेव मेंढियगामे णयरे जेणेव सालकोट्ठए चेइए जाव परिसा पडिगया । तए णं समणस्स भगवओ महावीरस्स सरीरगंसि विपुले रोगायके पाउब्भूए उज्जले जाव दुरहियासे, पित्तज्जरपरिगयसरीरे, दाहवक्कंतीए यावि विहरइ, अवियाई लोहियवच्चाई पि पकरेइ । चाउवण्णं वागरेइ-एवं खलु समणे भगवं महावीरे गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स तवेणं तेएणं अण्णाइढे समाणे अंतो छण्हं मासाणं पित्तज्जर-परिगयसरीरे दाहवक्कंतीए छउमत्थे चेव कालं करिस्सइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी सीहे णामं अणगारे पगइभद्दए जाव विणीए मालुयाकच्छगस्स अदूरसामंते छटुंछटेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं उड्ढ़बाहाओ जाव विहरइ । तएणं तस्स सीहस्स अणगारस्स झाणंतरियाए वट्टमाणस्स अयमेयारूवे जाव समुप्पज्जित्था-एवं खलु ममं धम्मायरियस्स धम्मोवएस- गस्स समणस्स भगवओ महावीरस्स सरीरगंसि विउले रोगायके पाउब्भूए, उज्जले जाव छउमत्थे चेव कालं करिस्सइ । वदिस्संति य णं अण्णतित्थिया-'छउमत्थे चेव कालगए'। इमेणं एयारूवेणं महया मणोमाणसिएणं दुक्खेणं अभिभूए समाणे आयावणभूमिए पच्चोरुहइ पच्चोरुहित्ता जेणेव मालुयाकच्छए तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता मालुयाकच्छगं अंतो-अंतो अणुपविसइ, अणुपविसित्ता महया-महया सद्देणं कुहुकुहुस्स परुण्णे । 'अज्जो' त्ति समणे भगवं महावीरे समणे णिग्गंथे आमंतेइ, आमंतित्ता एवं वयासी- एवं खलु अज्जो ! ममं अंतेवासी सीहे णामं अणगारे पगइभद्दए तं चेव सव्वं भाणियव्वं जाव परुण्णे | तं गच्छह णं अज्जो ! तुब्भे सीहं अणगारं सद्दह । तएणं ते समणा णिग्गंथा समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ता समाणा समणं भगवं महावीरं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियाओ सालकोट्ठयाओ चेइयाओ पडिणिक्खमंति, पडिणिक्खमित्ता जेणेव सीहे अणगारे तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता सीहं अणगारं एवं वयासी- सीहा ! धम्मायरिया सद्दावेंति । तएणं से सीहे अणगारे समणेहिं णिग्गंथेहिं सद्धिं मालयाकच्छगाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता जेणेव सालकोट्ठए चेइए, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खत्तो आयाहिणं पयाहिणं जाव पज्जवासइ। सीहा ! त्ति समणे भगवं महावीरे सीहं अणगारं एवं वयासी- से णणं ते सीहा! झाणंतरियाए वट्टमाणस्स अयमेयारूवे जाव परुण्णे; से णूणं ते सीहा ! अढे समढे ? हंता अत्थि । तं णो खलु सीहा | गोसालस्स मंखलिपुत्तस्स तवेणं तेएणं अण्णाइढे समाणे अंतो छण्हं मासाणं जाव कालं करिस्सं, अहं णं अण्णाइं अद्ध-सोलसवासाइं जिणे सुहत्थी विहरिस्सामि, तं गच्छह णं तुमं सीहा ! मेंढियगामं णयरं, रेवईए गाहावइणीए गिहे, तत्थ णं रेवईए गाहावइणीए मम अढाए दवे कोहंडफला कवोस्र] उवक्खडिया, तेहिं णो अट्ठो, अत्थि से अण्णे पारियासिए फासए बीयऊरए [ मज्जास्र] तमाहराहि, एएणं अट्ठो | 403 Page #414 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ७८ तएणं से सीहे अणगारे समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे हद्वतुढे जाव हियए समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता अतुरियमचवलमसंभंतं मुहपोत्तियं पडिलेहइ, पडिलेहित्ता जहा गोयमसामी जाव जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियाओ सालकोट्ठयाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता अतरियं जाव जेणेव मेंढियगामे णयरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता मेंढियगामं णयरं मज्झमज्झेणं जेणेव रेवईए गाहावइणीए गिहे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता रेवईए गाहावइणीए गिहं अणुप्पविढे । तएणं सा रेवई गाहावइणी सीहं अणगारं एज्जमाणं पासइ, पासित्ता हट्टतुट्ठा खिप्पामेव आसणाओ अब्भुढेइ, अब्भुट्टित्ता सीहं अणगारं सत्तट्ठपयाइं अणुगच्छड़ अणुगच्छित्ता तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ, करित्ता वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- संदिसंतु णं देवाणुप्पिया! किमागमणप्पओयणं? तएणं से सीहे अणगारे रेवई गाहावइणिं एवं वयासी- एवं खलु तुमे देवाणुप्पिए ! जाव एयमाहराहि, तेणं अट्ठो । तएणं सा रेवई गाहावइणी सीहं अणगारं एवं वयासी- केस णं सीहा ! से णाणी वा तवस्सी वा, जेणं तव एस अढे मम ताव रहस्सकडे हव्वमक्खाए, जओ णं तुम जाणासि ? एवं जहा खंदए जाव जओ णं अहं जाणामि । तएणं सा रेवई गाहावइणी सीहस्स अणगारस्स अंतियं एयमढे सोच्चा णिसम्म हद्वतुट्ठा जेणेव भत्तघरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता पत्तगं मोएइ, पत्तगं मोएत्ता जेणेव सीहे अणगारे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता सीहस्स अणगारस्स पडिग्गहगंसि तं सव्वं सम्मं णिस्सिरइ। तएणं तीए रेवईए गाहावइणीए तेणं दव्वसुद्धेणं जाव दाणेणं सीहे अणगारे पडिलाभिए समाणे देवाउए णिबद्धे, जहा विजयस्स जाव सुलद्धे माणुस्सए जम्म- जीवियफले रेवईए गाहावइणीए। तएणं से सीहे अणगारे रेवईए गाहावइणीए गिहाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता मेंढियगामं णयरं मज्झंमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जहा गोयमसामी जाव भत्तपाणं पडिदंसेइ, पडिदंसित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स पाणिसि तं सव्वं संमं णिस्सिरइ । तएणं समणे भगवं महावीरे अमुच्छिए जाव अणज्झोववण्णे बिलमिव पण्णगभूएणं अप्पाणेणं तमाहारं सरीरकोद्वगंसि पक्खिवइ । तएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स तमाहारं आहारियस्स समाणस्स से विपुले रोगायंके खिप्पामेव उवसमं पत्ते, हढे जाए, आरोग्गे, बलियसरीरे । तुट्ठा समणा, तुट्ठाओ समणीओ, तुट्ठा सावया, तुट्ठाओ सावियाओ, तुट्ठा देवा, तुट्ठाओ देवीओ, सदेवमणुयासुरे लोए तुढे- 'हढे जाए समणे भगवं महावीरे, हट्टे जाए समणे भगवं महावीरे' । भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीएवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी पाईणजाणवए सव्वाणुभूईणामं अणगारे पगइभद्दए जाव विणीए, से णं भंते! तया गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं तवेणं तेएणं भासरासीकए समाणे कहिं गए, कहिं उववण्णे ? ८१ 404 Page #415 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवं खलु गोयमा ! ममं अंतेवासी पाईणजाणवए सव्वाणुभूइणामं अणगारे पगइभद्दए जाव विणीए, से णं तया गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं भासरासीकए समाणे उड्ढं चंदिम-सूरिय जाव महासुक्के कप्पे वीइवइत्ता सहस्सारे कप्पे देवत्ताए उववण्णे । तत्थ णं अत्थेगइयाणं देवाणं अट्ठारस सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता, तत्थ णं सव्वाणुभूइस्स वि देवस्स अट्ठारस सागरोवमाई ठिई पण्णत्ता | से णं सव्वाणुभूई देवे ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं, भवक्खएणं ठिइक्खएणं जाव महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं करेहिइ । ८३ एवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी कोसलजाणवए सुणक्खत्ते णामं अणगारे पगइभद्दए जाव विणीए, से णं भंते ! तया णं गोसालेणं मंखलिपुत्तेणं तवेणं तेएणं परिताविए समाणे कालमासे कालं किच्चा कहिं गए, कहिं उववण्णे ? एवं खलु गोयमा! ममं अंतेवासी सुणक्खत्ते णामं अणगारे पगइभद्दए जाव विणीए, से णं तया गोसालेणं मंखलिपत्तेणं तवेणं तेएणं परिताविए समाणे जेणेव ममं अंतिए तेणेव उवागच्छइ, तेणेव उवागच्छित्ता वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता सयमेव पंच महव्वयाई आरुहइ, आरुहित्ता समणा य समणीओ य खामेइ, खामित्ता आलोइय-पडिक्कंते समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा उड्ढं चंदिम-सूरिय जाव आणय पाणयारणकप्पे वीइवइत्ता अच्चुए कप्पे देवत्ताए उववण्णे। तत्थ णं अत्थेगइयाणं देवाणं बावीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता। तत्थ णं सुणक्खत्तस्स वि देवस्स बावीसं सागरोवमाइं, सेसं जहा सव्वाणुभूइस्स जाव अंतं काहिइ । एवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी कुसिस्से गोसाले णामं मंखलिपुत्ते से णं भंते! गोसाले मंखलिपुत्ते कालमासे कालं किच्चा कहिं गए, कहिं उववण्णे? एवं खलु गोयमा ! ममं अंतेवासी कुसिस्से गोसाले णामं मंखलिपुत्ते समणघायए जाव छउमत्थे चेव कालमासे कालं किच्चा उड्ढं चंदिम-सूरिय जाव अच्चुए कप्पे देवत्ताए उववण्णे। तत्थ णं अत्थेगइयाणं देवाणं बावीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता । तत्थ णं गोसालस्स वि देवस्स बावीसं सागरोवमाई ठिई पण्णत्ता । से णं भंते ! गोसाले देवे ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं जाव कहिं उववज्जिहिइ? गोयमा ! इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे विंझगिरिपायमूले पुंडेसु जणवएसु सयदुवारे णयरे संमइस्स रण्णो भद्दाए भारियाए कच्छिंसि पत्तत्ताए पच्चायाहिड | से णं तत्थ णवण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं जाव वीइक्कंताणं जाव सुरूवे दारए पयाहिइ । जं रयणिं च णं से दारए जाइहिइ, तं रयणिं च णं सयदुवारे णयरे सब्भिंतरबाहिरिए भारग्गसो य कुंभग्गसो य परमवासे य रयणवासे य वासे वासिहिति । तएणं तस्स दारगस्स अम्मापियरो एक्कारसमे दिवसे वीइक्कंते जाव संपत्ते बारसाहदिवसे अयमेयारूवं गोण्णं गुणणिप्फण्णं णामधेज्जं काहिंति- जम्हा णं अम्हं इमंसि दारगंसि जायंसि समाणंसि सयदुवारे णयरे सब्भितरबाहिरिए जाव रयणवासे वुढे, तं होउ णं अम्हं इमस्स दारगस्स ८४ ८५ 405 Page #416 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त णामधेज्जं महापउमे, महापउमे। तएणं तस्स दारगस्स अम्मापियरो णामधेज्जं करेहिंति 'महापउमे' त्ति । وا तएणं तं महापउमं दारगं अम्मापियरो साइरेगट्ठवासजायगं जाणित्ता सोभणंसि तिहि-करणदिवस-णक्ख से महया-महया रायाभिसेएणं अभिसिंचेहिंति | से णं तत्थ राया भविस्सइ, महयाहिमवंत वण्णओ जाव विहरिस्सइ | तएणं तस्स महापउमस्स रण्णो अण्णया कयाइ दो देवा महिइढिया जाव महासोक्खा सेणाकम्मं काहिंति । तं जहा- पुण्णभद्दे य माणिभद्दे य । तएणं सयदुवारे णयरे बहवे राईसर-तलवर जाव सत्थवाहप्पभिईओ अण्णमण्णं सद्दावेहिंति, अण्णमण्णं सद्दावेत्ता एवं वदेहिंति-जम्हा णं देवाणुप्पिया ! अम्हं महापउमस्स रण्णो दो देवा महढिया जाव सेणाकम्मं करेंति, तं जहा- पुण्णभद्दे य माणिभद्दे य, तं होउ णं देवाणुप्पिया ! अम्हं महापउमस्स रण्णो दोच्चं पि णामधेज्जे 'देवसेणे, देवसेणे' | तएणं तस्स महापउमस्स रण्णो दोच्चे वि णामधेज्जे भविस्सइ 'देवसेणे, देवसेणे' त्ति । तएणं तस्स देवसेणस्स रण्णो अण्णया कयाइ सेए संखतलविमलसण्णिगासे चउदंते हत्थिरयणे समुप्पज्जिस्सइ । तएणं से देवसेणे राया तं सेयं संखतल-विमल-सण्णिगासं चउदंतं हत्थिरयणं दूरुढे समाणे सयदुवारं णयरं मज्झंमज्झेणं अभिक्खणं-अभिक्खणं अभिजाहिइ, णिज्जाहिइ य । तएणं सयदुवारे णयरे बहवे राईसर जाव पभिईओ अण्णमण्णं सद्दावेहिति, अण्णमण्णं सद्दावेत्ता वदेहिंति-जम्हा णं देवाणुप्पिया ! अम्हं देवसेणस्स रण्णो सेए संखतलविमल-सण्णिगासे चउदंते हत्थिरयणे समुप्पण्णे, तं होउ णं देवाणुप्पिया ! अम्हं देवसेणस्स रण्णो तच्चे वि णामधेज्जे 'विमलवाहणे, विमलवाहणे' । तएणं तस्स देवसेणस्स रण्णो तच्चे वि णामधेज्जे 'विमलवाहणे' त्ति | तएणं से विमलवाहणे राया अण्णया कयाइ समणेहिं णिग्गंथेहिं मिच्छं विप्पडि- वज्जिहिइ, अप्पेगइए आउसेहिइ, अप्पेगइए अवहसिहिइ, अप्पेगइए णिच्छोडेहिइ अप्पेगइए णिब्भत्थेहिइ, अप्पेगइए बंधेहिइ, अप्पेगइए णिरुंभेहिइ, अप्पेगइयाणं छविच्छेयं करेहिइ, अप्पेगइए हिड, अप्पेगडए उद्दवेहिड, अप्पेगइयाणं वत्थं पडिग्गहं कंबलं पायपंछणं आच्छिंदिहिड, विच्छिंदिहिइ, भिंदिहिइ, अवहरिहिइ, अप्पेगइयाणं भत्तपाणं वोच्छिंदिहिइ, अप्पेगइए णिण्णयरे करेहिइ, अप्पेगइए णिव्विसए करेहिइ । तएणं सयदुवारे णयरे बहवे राईसर जाव वदिहिंति- एवं खलु देवाणुप्पिया ! विमलवाहणे राया समणेहिं णिग्गंथेहिं मिच्छं विप्पडिवण्णे अप्पेगइए आउस्सइ जाव णिव्विसए करेइ, तं णो खलु देवाणुप्पिया ! एयं अम्हं सेयं, णो खलु एयं विमलवाहणस्स रण्णो सेयं, णो खलु एयं रज्जस्स वा रहस्स वा बलस्स वा वाहणस्स वा पुस्स वा अंतेउरस्स वा जणवयस्स वा सेयं, जण्णं विमलवाहणे राया समणेहिं णिग्गंथेहिं मिच्छं विप्पडिवण्णे | तं सेयं खलु देवाणुप्पिया! अम्हं विमलवाहणं रायं एयमटुं विण्णवित्तए, त्ति कट्ट अण्णमण्णस्स अंतियं एयमटुं पडिसुणेति, पडिसुणित्ता जेणेव विमलवाहणे राया तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता करयलपरिग्गहियं विमलवाहणं रायं जएणं विजएणं वद्धावेंति, वद्धावेत्ता एवं वदिहिंति- एवं खलु देवाणुप्पिया ! (तुब्भे) समणेहिं णिग्गंथेहि मिच्छं विप्पडिवण्णा अप्पेगइए आउस्संति जाव अप्पेगइए णिव्विसए करेंति; तं णो खलु एयं देवाणुप्पियाणं सेयं, णो खलु एयं अम्हं 406 Page #417 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९० ९१ ९२ ९३ ९४ भगवई सुत्त सेयं, णो खलु एयं रज्जस्स वा जाव जणवयस्स वा सेयं, जं णं देवाणुप्पिया ! समणेहिं णिग्गंथेहिं मिच्छं विप्पडिवण्णा, विरमंतु णं देवाणुप्पिया ! एयस्स अट्ठस्स अकरणयाए । तएणं से विमलवाहणे राया तेहिं बहूहिं राईसर जाव सत्थवाहप्पभिईहिं एयमट्ठे विण्णत्ते समाणे 'णो धम्मो' त्ति 'णो तवो' त्ति मिच्छाविणएणं एयमट्ठे पडिसुणेहिइ । तस्स णं सयदुवारस्स णयरस्स बहिया उत्तरपुरच्छिमे दिसिभाए एत्थ णं सुभूमिभागे णामं उज्जाणे भविस्सइ । सव्वोउय, वण्णओ । तेणं कालेणं तेणं समएणं विमलस्स अरहओ पउप्पए सुमंगले णामं अणगारे जाइसंपण्णे एवं जहा धम्मघोसस्स वण्णओ जाव संखित्तविउल-तेयलेस्से, तिण्णाणोवगए, सुभूमिभागस्स उज्जाणस्स अदूरसामंते छटुं छट्टेणं अणिक्खित्तेणं जाव आयावेमाणे विहरिस्सइ । तणं से विमलवाहणे राया अण्णया कयाइ रहचरियं काउं णिज्जाहिइ । तएणं से विमलवाहणे राया सुभूमिभागस्स उज्जाणस्स अदूरसामंते रहचरियं करेमाणे सुमंगलं अणगारं छट्टं छट्टेणं जाव आयावेमाणं पासिहिइ, पासित्ता आसुरुत्ते जाव मिसिमिसेमाणे सुमंगलं अणगारं रहसिरेणं णोल्लावेहिइ । तएणं से सुमगंले अणगारे विमलवाहणेणं रण्णा रहसिरेणं णोल्लाविए समाणे सणियं सणियं उट्ठेहिति, उट्ठित्ता दोच्चं पि उड्ढं बाहाओ पगिज्झियपगिज्झिय जाव आयावेमाणे विहरिस्सइ । तएणं से विमलवाहणे राया सुमंगलं अणगारं दोच्चं पि रहसिरेणं णोल्लावेहिइ । तएणं से सुमंगले अणगारे विमलवाहणेणं रण्णा दोच्चं पि रहसिरेणं णोल्लाविए समाणे सणियं- सणिय उट्ठेहिड़ि, उट्ठित्ता ओहिं पउंजेहिड़ि, ओहिं परंजित्ता विमलवाहणस्स रण्णो तीतद्धं ओहिणा आभोएहिइ, आभोइत्ता विमलवाहणं रायं एवं वदिहि - णो खलु तुमं विमलवाहणे राया, णो खलु तुमं देवसेणे राया, णो खलु तुमं महापउमे राया, तुमं णं इओ तच्चे भवग्गहणे गोसाले णामं मंखलिपुत्ते होत्था, समणघायए जाव छउमत्थे चेव कालगए, तं जइ ते तया सव्वाणुभूइणा अणगारेणं, पभुणा वि होऊणं सम्मं सहियं खमियं तितिक्खियं अहियासियं; जइ ते तया सुणक्खत्तेणं अणगारेणं जाव अहियासियं, जइ ते तया समणेणं भगवया महावीरेणं पभुणा वि जाव अहियासियं, तं णो खलु ते अहं तहा सम्मं सहिस्सं जाव अहियासिस्सं; अहं ते सहयं सरहं ससारहियं तवेणं तेएणं एगाहच्चं कूडाहच्चं भासरासिं करेज्जामि । तएणं से विमलवाहणे राया सुमंगलेणं अणगारेणं एवं वुत्ते समाणे आसुरुत्ते जाव मिसिमिसेमाणे सुमंगलं अणगारं तच्चं पि रहसिरेणं णोल्लावेहिइ । तएणं से सुमंगले अणगारे विमलवाहणेणं रण्णा तच्चं पि रहसिरेणं णोल्लाविए समाणे आसुरुत्ते जाव मिसिमिसेमाणे आयावणभूमिओ पच्चोरुहइ, पच्चोरुहित्ता तेयासमुग्धाएणं समोहण्णिहिइ, तेयासमुग्घाएणं समोहणित्ता सत्तट्ठ पयाइं पच्चोसक्किहिइ, सत्तट्ठ पयाइं पच्चोसक्कित्ता विमलवाहणं रायं सहयं सरहं ससारहियं तवेणं तेएणं जाव भासरासिं करेहिइ । सुमंगले णं भंते ! अणगारे विमलवाहणं रायं सहयं जाव भासरासिं करित्ता कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? 407 Page #418 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९५ ९६ भगवई सुत्त गोयमा ! सुमंगले णं अणगारे विमलवाहणं रायं सहयं जाव भासरासिं करित्ता बहूहिं छट्ठट्ठमदसम-दुवालसेहिं मासद्धमासखमणेहिं विचित्तेहिं तवोकम्मेहिं अप्पाणं भावेमाणे बहू वासाइं सामण्णपरियागं पाउणेहिइ, पाउणित्ता मासियाए संलेहणाए सट्ठि भत्ताइं अणसणाए छेदेत्ता आलोइयपडिक्कंते समाहिपत्ते उड्ढं चंदिम जाव गेवेज्जविमाणावाससयं वीइवइत्ता सव्वट्ठसिद्धे महाविमाणे देवत्ताए उववज्जिहि । तत्थ णं देवाणं अजहण्ण- मणुक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता । तत्थ णं सुमंगलस्स वि देवस्स अजहण्ण- मणुक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता । से णं भंते ! सुमंगले देवे ताओ देवलोगाओ जाव महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं काहि । विमलवाहणे णं भंते ! राया सुमंगलेणं अणगारेणं सहए जाव भासरासीकए समाणे कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! विमलवाहणे णं राया सुमंगलेणं अणगारेणं सहये जाव भासरासीकए समाणे अहेसत्तमाए पुढवीए उक्कोसकालट्ठिइयंसि णरयंसि णेरइयत्ताए उववज्जिहिइ। से णं तओ अणंतरं उववट्टित्ता मच्छेसु उववज्जिहिइ । तत्थ वि णं सत्थवज्झे दाहवक्कंतीए कालमासे कालं किच्चा दोच्चं पि अहेसत्तमाए पुढवीए उक्कोसकालट्ठिइयंसि णरगंसि णेरइयत्ताए उववज्जिहिइ। से णं तओ अणंतरं उव्वट्टित्ता दोच्चं पि मच्छेसु उववज्जिहि तत्थ विणं सत्थवज्झे दाह-वक्कंतीए कालमासे कालं किच्चा छट्ठीए तमाए पुढवीए उक्कोस कालाट्ठिइयंसि णरगंसि णेरइयत्ताए उववज्जिहिइ । से णं तओहिंतो अणंतर उव्वट्टित्ता इत्थियासु उववज्जिहिइ । तत्थ वियणं सत्थवज्झे दाहवक्कंतीए कालमासे कालं किच्चा दोच्चं पिछट्टीए तमाए पुढवीए उक्कोसकाल - ठिइयंसि जाव उव्वट्टित्ता दोच्चं पि इत्थीयासु उववज्जिहि । तत्थ वि णं सत्थवज्झे जाव पंचमाए धूमपभाए पुढवीए उक्कोसकाल - ठिड्यंसि जाव उव्वट्टित्ता उरएसु उववज्जिहिइ । तत्थ वि णं सत्थवज्झे जाव दोच्चं पि पंचमाए जाव उव्वट्टिता दोच्चं पि उरएसु उववज्जिहिइ । तत्थ वि णं सत्थवज्जे जाव चउत्थीए पंकप्पा पुढवी उक्कोसकालट्ठिइयंसि जाव उव्वट्टित्ता सीहेसु उववज्जिहिइ । तत्थ वि णं सत्थवज्झे तहेव जाव किच्चा दोच्चं पि चउत्थीए पंकप्पभाए जाव उववट्टित्ता दोच्चं पि सीहेसु उववज्जिहिइ जाव किच्चा तच्चाए वालुयप्पभाए पुढवीए उक्कोसकाल - ठिइयंसि जाव उव्वट्टित्ता पक्खीसु उववज्जिहिइ । तत्थ वि णं सत्थवज्झे जाव दोच्चं पि तच्चाए वालुयप्पभाए जाव उव्वट्टिता दोच्चं पि पक्खीसु उववज्जिहिइ । तत्थ वि णं सत्थवज्जे जाव किच्चा दोच्चाए सक्करप्पभाए जाव उव्वट्टित्ता सरीसवेसु उववज्जिहिइ । तत्थ वि णं सत्थ वज्जे जाव दोच्चं पि दोच्चाए सक्करप्पभाए जाव उव्वट्टित्ता दोच्चं पि सरीसवेसु उववज्जिहिइ । तत्थ वि य णं सत्थवज्जे जाव इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए उक्कोसकालठिड्यंसि णरगंसि णेरइयत्ता उववज्जिहिइ जाव उव्वट्टित्ता सण्णिसु उववज्जिहिइ । तत्थ वि णं सत्थवज्झे जाव असण्णीसु उववज्जिहि । तत्थ वि णं सत्थवज्झे जाव दोच्चं पि इमीसे रयणप्पभाए पुढवी पलि ओवमस्स असंखेज्जइ - भागट्ठिइयंसि णरगंसि णेरइयत्ताए उववज्जिहिइ । से णं तओ अनंतरं उव्वट्टित्ता जाएं इमाइं खहयरविहाणारं भवंति तं जहा- चम्मपक्खीणं, लोमपक्खीणं, समुग्गपक्खीणं, विययपक्खीणं तेसु अणेगसय सहस्सखुत्तो उद्दाइत्ता - उद्दाइत्ता 408 Page #419 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तत्थेव तत्थेव भुज्जो-भुज्जो पच्चायाहिइ । सव्वत्थ वि णं सत्थवज्झे दाहवक्कंतीए कालमासे कालं किच्चा जाइं इमाइं भयपरिसप्पविहाणाई भवंति, तं जहा- गोहाणं, णउलाणं जहा पण्णवणाए जाव जाहगाणं, चउप्पाइयाणं, तेसु अणेगसयसहस्सखुत्तो सेसं जहा खहयराणं जाव कालमासे कालं किच्चा जाइं इमाइं उरपरिसप्पविहाणाइं भवंति, तं जहा- अहीणं, अयगराणं, आसालियाणं, महोरगाणं, तेसु अणेगसयसहस्सखुत्तो जाव जाइं इमाइं चउप्पयविहाणाई भवंति, तं जहा- एगखुराणं दुखुराणं गंडीपयाणं सणहपयाणं तेसु अणेगसयसहस्स खुत्तो जाव जाइं इमाई जलयरविहाणाई भवंति, तं जहा- मच्छाणं, कच्छभाणं जाव सुंसुमाराणं तेसु अणेगसयसहस्स खुत्तो जाव जाइं इमाइं चरिंदियविहाणाई भवंति, तं जहा- अंधियाणं, पोत्तियाणं जहा पण्णवणाए जाव गोमयकीडाणं तेस् अणेगसयसहस्सखुत्तो जाव जाइं इमाइं तेइंदियविहाणाइं भवंति, तं जहा- उवचियाणं जाव हत्थिसोंडाणं, तेसु अणेग-सयसहस्स-खुत्तो जाव जाइं इमाई बेइंदियविहाणाइं भवंति, तं जहा- पुलाकिमियाणं जाव समुद्दलिक्खाणं तेसु अणेगसय-सहस्सखुत्तो जावजाइं इमाइं वणस्सइविहाणाइं भवंति, तं जहा- रुक्खाणं गुच्छाणं जाव कहणाणं, तेसु अणेगसय-सहस्स-खुत्तो जाव पच्चायाइस्सइ । उस्सण्णं च णं कडुयरुक्खेसु कडुयवल्लीसु सव्वत्थ वि णं सत्थवज्झे जाव जाइं इमाई वाउक्काइयविहाणाई भवंति, तं जहा- पाईणवायाणं जाव सुद्धवायाणं, तेसु अणेगसयसहस्स-खुत्तो जाव जाइं इमाइं तेउक्काइय- विहाणाइं भवंति, तं जहा- इंगालाणं जाव सूरकंतमणिणिस्सियाणं, तेसु अणेगसयसहस्स-खुत्तो जाव जाइं इमाई आउक्काइयविहाणाइं भवंति, तं जहा- उस्साणं जाव खातोदगाणं, तेसु अणेगसय-सहस्स-खुत्तो जाव पच्चायाइस्सइ । उस्सण्णं च णं खारोदएसु, खातोदएसु; सव्वत्थ वि णं सत्थवज्झे जाव कालं किच्चा जाइं इमाइं पुढविकाइयविहाणाइं भवंति, तं जहा- पुढवीणं, सक्कराणं जाव सूरकंताणं, तेसु अणेगसयसहस्स-खुत्तो जाव पच्चायाहिइ, उस्सण्णं च णं खरबायर पुढविक्काइएसु, सव्वत्थ वि णं सत्थवज्झे जाव कालं किच्चा | रायगिहे णयरे बाहिं खरियत्ताए उववज्जिहिइ । तत्थ वि णं सत्थवज्झे जाव किच्चा दुच्चं पि रायगिहे णयरे अंतो खरियत्ताए उववज्जिहिइ । तत्थ वि णं सत्थवज्झे जाव किच्चा इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे विंझगिरिपायमूले बेभेले सण्णिवेसे माहणकुलंसि दारियत्ताए पच्चायाहिइ । तएणं तं दारियं अम्मापियरो उम्मुक्कबालभावं जोव्वणगमणुप्पत्तं पडिरूवएणं सुक्केणं, पडिरूवएणं विणएणं, पडिरूवयस्स भत्तारस्स भारियत्ताए दलइस्संति। सा णं तस्स भारिया भविस्सइ-इट्ठा कंता जाव अणुमया भंडकरंगडगसमाणा तेल्लकेला इव सुसंगोविया, चेलपेडा इव सुसंपरिग्गहिया, रयणकरंडओ विव सुसारक्खिया, सुसंगोविया, मा णं सीयं, मा णं उण्हं जाव परिस्सहोवसग्गा फुसंत् । तएणं सा दारिया अण्णया कयाइ गुठ्विणी ससुरकुलाओ कुलघरं णिज्जमाणी अंतरा दवग्गिजालाभिहया कालमासे कालं किच्चा दाहिणिल्लेसु अग्गिकुमारेसु देवेसु देवत्ताए उववज्जिहिइ । से णं तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता माणुस्सं विग्गहं लभिहिइि, माणुस्सं विग्गहं लभित्ता केवलं बोहिं बुज्झिहिइ, बुज्झित्ता मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइहिइ। तत्थ वि य ९९ 409 Page #420 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | १०० १०१ भगवई सुत्त णं विराहियसामण्णे कालमासे कालं किच्चा दाहिणिल्लेसु असुरकुमारेसु देवेसु देवत्ताए उववज्जिहिइ । से णं तओहिंतो जाव उव्वट्टित्ता माणुसं विग्गहं तं चेव जाव तत्थ वि विराहियसामण्णे कालमासे जाव किच्चा दाहिणिल्लेसु णागकुमारेसु देवेसु देवताए उववज्जिहिइ। से णं तओहिंतो अनंतरं एवं एएणं अभिलावेणं दाहिणिल्लेसु सुवण्णकुमारेसु एवं विज्जुकुमारेसु एवं अग्गिकुमार वज्जं जाव दाहिणिल्लेसु थणियकुमारेसु । से णं तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता माणुस्सं विग्गहं लभिहिइ जाव विराहियसामण्णे जोइसिएसु देवेसु उववज्जिहिइि । से णं तओहिंतो अणंतरं चयं चइत्ता माणुस्सं विग्गहं लभिहिइ लभित्ता केवलं बोहिं बुज्झिहिइ जाव अविराहियसामण्णे कालमासे कालं किच्चा सोहम्मे कप्पे देवत्ता उववज्जिहिइ । से णं तओहिंतो अणंतरं चयं चइत्ता माणुस्सं विग्गहं लभिहिइ, केवलं बोहिं बुज्झिहिति, तत्थ वि णं अविराहियसामण्णे कालमासे कालं किच्चा सणकुमारे कप्पे देवत्ता उववज्जिहिइ । एवं जहा सणकुमारे तहा बंभलोए, महासुक्के, आणए, आरणे । से णं तओ जाव अविराहियसामण्णे कालमासे कालं किच्चा सव्वट्ठसिद्धे महाविमाणे देवत्ताए उववज्जिहिइ। से णं तओहिंतो अनंतरं चयं चइत्ता महाविदेहे वासे जाई इमाई कुलाई भवंतिअड्ढाइं जाव अपरिभूयाइं तहप्पगारेसु कुलेसु पुत्तत्ताए पच्चायाहिइ । एवं जहा उववाइए दढप्पइण्ण-वत्तव्वया सच्चेव वत्तव्वया णिरवसेसा भाणियव्वा जाव केवलवरणाणदंसणे समुपज्जइ । तए णं से दढप्पइण्णे केवली अप्पणो तीयद्धं आभोएहिइ, आभोइत्ता समणे णिग्गंथे सद्दावेहिइ, सद्दावेत्ता एवं वदिहिइ एवं खलु अहं अज्जो ! इओ चिराईयाए अद्धाए गोसाले णामं मंखलिपुत्ते होत्था, समणघायए जाव छउमत्थे चेव कालगए, तम्मूलगं च णं अहं अज्जो ! अणाईयं अणवदग्गं दीहमद्धं चाउरंतसंसारकंतारं अणुपरियट्टिए, तं मा णं अज्जो ! तुब्भं केइ भवउ आयरियपडिणीयए, उवज्झायपडिणीए अयसकारण अवण्णकारए अकित्तिकारए मा णं से वि एवं चेव अणाईयं, अणवदग्गं जाव संसारकंतारं अणुपरियट्टिहिइ जहा णं अहं । तएणं ते समणा णिग्गंथा दढप्पइण्णस्स केवलिस्स अंतियं एयमट्ठे सोच्चा णिसम्म भीया तत्था तसिया संसारभव्विग्गा दढप्पइण्णं केवलिं वंदिहिंति, णमंसिहिंति वंदित्ता णमंसित्ता तस्स ठाणस्स आलोइएहिंति णिदिहिंति जाव पडिवज्जिहिंति । तएणं से दढप्पइण्णे केवली बहूइं वासाइं केवलपरियागं पाउणिहिइ, पाउणित्ता अप्पणो आउसेसं जाणेत्ता भत्तं पच्चक्खाहिइ, एवं जहा उववाइए जाव सव्वदुक्खाणमंतं काहिहि || सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ पण्णरसमं सतं समत्तो ॥ 410 Page #421 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 18 २ ३ ६ भगवई सुत्त सोलसमं सतं पढमो उद्देसो अहिगरणि जरा कम्मे, जावइयं गंगदत्त सुमिणे य । ओगे लोग बलि, ओहि दीव उदही दिसा थणिया ॥ तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे जाव पज्जुवासमाणे एवं वयासी- अत्थि णं भंते! अहिगरणिंसि वाउयाए वक्कमइ ? हंता अत्थि । से भंते ! किं पुढे उद्दाइ, अपुट्ठे उद्दाइ ? गोयमा ! पुट्ठे उद्दाइ, णो अपुट्ठे उद्दाइ । से भंते! किं ससरीरी णिक्खमइ, असरीरी णिक्खमइ ? एवं जहा खंदए जाव से तेणट्टेणं णो असरीरी णिक्खमइ । इंगालकारियाए णं भंते! अगणिकाए केवइयं कालं संचिट्ठइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि राइंदियाइं । अण्णे वि तत्थ वाउयाए वक्कमइ, ण विणा वाउयाएणं अगणिकाए उज्जलइ । पुरिसे णं भंते ! अयं अयकोट्ठसि अयोमएणं संडासएणं उव्विहमाणे वा पव्विहमाणे वा कइकिरिए ? गोयमा ! जावं च णं से पुरिसे अयं अयकोद्वंसि अयोमएणं संडासएणं उव्विहिति वा पव्विहिति वा, तावं च णं से पुरिसे काइयाए जाव पाणाइवायकिरियाए पंचहिं किरियाहिं पुट्ठे, जेसिं पि णं जीवाणं सरीरेहिंतो अए णिव्वत्तिए, अयकोट्ठे णिव्वत्तिए, संडासए णिव्वत्तिए, इंगाला णिव्वत्तिया, इंगालकड्ढणी णिव्वत्तिया, भत्था णिव्वत्तिया, ते वि णं जीवा काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठा । पुरिसे णं भंते ! अयं अयकोट्ठाओ अयोमएणं संडासएणं गहाय अहिकरणिंसि उक्खिव्वमाणे वा णिक्खिव्वमाणे वा कइकिरिए ? गोयमा ! जावं च णं से पुरिसे अयं अयकोट्ठाओ जाव णिक्खिवइ वा तावं च णं से पुरिसे काइयाए जाव पाणाइवायकिरियाए पंचहिं किरियाहिं पुट्ठे । जेसिं पि णं जीवाणं सरीरेहिंतो अयो णिव्वत्तिए, अयकोट्ठे णिव्वत्तिए, संडासए णिव्वत्तिए, चम्मेट्ठे णिव्वत्तिएमुट्ठिए णिव्वत्तिए, अहिगरणी णिव्वत्तिया, अहिगरणि-खोडी णिव्वत्तिया, उदगदोणी णिव्वत्तिया, अहिगरणसाला णिव्वत्तिया, ते वि णं जीवा काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठा । जीवे णं भंते! किं अहिगरणी, अहिगरणं ? गोयमा ! जीवे अहिगरणी वि अहिगरणं पि । 411 Page #422 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जीवे अहिगरणी वि अहिगरणं पि ? गोयमा ! अविरतिं पडुच्च। तेणटेणं जाव अहिगरणं पि । णेरइए णं भंते ! किं अहिगरणी अहिगरणं ? गोयमा ! अहिगरणी वि अहिगरणं पि | एवं जहेव जीवे तहेव णेरड़ए वि | एवं णिरंतरं जाव वेमाणिए । जीवे णं भंते ! किं साहिगरणी, णिरहिगरणी ? गोयमा ! साहिगरणी, णो णिरहिगरणी। से केणतुणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! अविरतिं पडुच्च से तेणटेणं जाव णो णिरहिगरणी । एवं जाव वेमाणिए । जीवे णं भंते ! किं आयाहिगरणी, पराहिगरणी, तदुभयाहिगरणी ? गोयमा ! आयाहिगरणी वि, पराहिगरणी वि, तदुभयाहिगरणी वि | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव तदुभयाहिगरणी वि ? गोयमा ! अविरतिं पडुच्च, से तेणटेणं जाव तदुभयाहिगरणी वि । एवं जाव वेमाणिए । जीवा णं भंते ! अधिकरणे किं आयप्पयोगणिव्वत्तिए परप्पयोगणिव्वत्तिए, तदुभयप्पयोगणिव्वत्तिए ? गोयमा ! आयप्पयोगणिव्वत्तिए वि, परप्पयोगणिव्वत्तिए वि तदुभयप्पयोगणिव्वत्तिए वि। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! अविरतिं पडुच्च । से तेणडेणं जाव तभयप्पयोगणिव्वत्तिए वि | एवं जाव वेमाणियाणं । कइ णं भंते ! सरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच सरीरगा पण्णत्ता, तं जहा- ओरालिए जाव कम्मए । कइ णं भंते ! इंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच इंदिया पण्णत्ता, तं जहा- सोइंदिए जाव फासिदिए । कइविहे णं भंते ! जोए पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे जोए पण्णत्ते, तं जहा- मणजोए वइजोए कायजोए । जीवे णं भंते ! ओरालियसरीरं णिव्वत्तेमाणे किं अधिकरणी, अधिकरणं ? गोयमा! अधिकरणी वि अधिकरणं पि । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- अधिकरणी वि अधिकरणं पि ? गोयमा ! अविरतिं पडुच्च, से तेणटेणं जाव अधिकरणं पि । पुढविकाइए णं भंते ! ओरालियसरीरं णिव्वत्तेमाणे किं अधिकरणी, अधिकरणं? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव मणुस्से । एवं जहा ओरलिए तहा वेउव्वियसरीरं पि, णवरं जस्स अत्थि । जीवे णं भंते ! आहारगसरीरं णिव्वत्तेमाणे किं अधिकरणी पुच्छा ? गोयमा ! अधिकरणी वि अधिकरणं पि । 412 Page #423 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९ २० ३ भगवई सुत्त से केणद्वेणं भंते! जाव अधिकरणं पि ? गोयमा ! पमायं पडुच्च । से तेणट्ठेणं जाव अधिकरणं पि । एवं मणुस्से वि । तेयासरीरं जहा ओरालियं, णवरं सव्वजीवाणं भाणियव्वं । एवं कम्मगसरीरं । जीवे णं भंते! सोइंदियं णिव्वत्तेमाणे किं अधिकरणी, अधिकरणं ? गोयमा ! जहेव ओरालियसरीरं तहेव सोइंदियं पि भाणियव्वं, णवरं जस्स अत्थि सोइंदियं । एवं चक्खिंदिय-घाणिंदिय-जिब्भिंदिय- फासिंदियाण वि, णवरं जाणियव्वं जस्स जं अत्थि । वे णं भंते! मणजोगं णिव्वत्तेमाणे किं अधिकरणी, अधिकरणं ? गोयमा ! जहेव सोइंदियं तहेव णिरवसेसं I वइजोगो एवं चेव, णवरं एगिंदियवज्जाणं। एवं कायजोगो वि, णवरं सव्वजीवाणं जाव वेमाणिए । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ सोलसमं सतं बीओ उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- जीवाणं भंते! किं जरा, सोगे ? गोयमा ! जीवाणं जरा वि सोगे वि । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव सोगे वि ? गोयमा ! जे णं जीवा सारीरं वेयणं वेदेंति, तेसि णं जीवाणं जरा, जे णं जीवा माणसं वेयणं वेदेंति, तेसि णं जीवाणं सोगे । से तेणट्ठेणं जाव सोगे वि । एवं णेरइयाण वि । एवं जव थणियकुमाराणं । पुढविकाइयाणं भंते ! किं जरा, सोगे ? गोयमा ! पुढविकाइयाणं जरा, णो सोगे। सेकेणणं भंते! जाव णो सोगे ? गोयमा ! पुढविकाइयाणं सारीरं वेयणं वेदेंति, णो माणसं वेयणं वेदेंति । से तेणद्वेणं जाव णो सोगे । एवं जाव चउरिंदियाणं । सेसाणं जहा जीवाणं जाव वेमाणियाणं । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ तेणं कालेणं तेणं समएणं सक्के देविंदे देवराया वज्जपाणी पुरंदरे जाव भुंजमाणे विहरइ । इमं च णं केवलकप्पं जंबुद्दीवं दीवं विउलेणं ओहिणा आभोएमाणे आभोएमाणे पासइ समणं भगवं महावीरं जंबुद्दीवे दीवे । एवं जहा ईसाणे तइयसए तहेव सक्के वि । णवरं आभिओगे ण सद्दावेइ, हरी पायत्ताणियाहिवई सुघोसा घंटा, पालओ विमाणकारी, पालगं विमाणं, उत्तरिल्ले णिज्जाणमग्गे, दाहिणपुरत्थिमिल्ले रइकरपव्वए । सेसं तं चेव जाव णामगं सावेत्ता 413 Page #424 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ ε ९ १० भगवई सुत्त पज्जुवासइ। धम्मकहा जाव परिसा पडिगया । तएणं से सक्के देविंदे देवराया समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्मं सोच्चा णिसम्म हट्ठतुट्ठे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी कइविहे णं भंते ! उग्गहे पण्णत्ते ? सक्का ! पंचविहे उग्गहे पण्णत्ते, तं जहा- देविंदोग्गहे, रायोग्गहे, गाहावइउग्गहे, सागारियउग्गहे, साहम्मियउग्गहे । जे इमे भंते! अज्जत्ताए समणा णिग्गंथा विहरंति, एएसि णं अहं उग्गहं अणुजाणामीति कट्टु समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता तमेव दिव्वं जाणविमाणं दुरूहइ, दुरूहित्ता जामेव दिसं पाउब्भूए तामेव दिसं पडिगए । भंते! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीजं णं भंते ! सक्के देविंदे देवराया तुब्भे णं एवं वदइ, सच्चे णं एसमट्ठे ? हंता गोयमा ! सच्चे। सक्के णं भंते ! देविंदे देवराया किं सम्मावाई, मिच्छावाई ? गोयमा ! सम्मावाई, णो मिच्छावाई। सक्के णं भंते ! देविंदे देवराया किं सच्चं भासं भासइ, मोसं भासं भासइ, सच्चामोसं भासं भासइ, असच्चामोसं भासं भासइ ? गोयमा ! सच्चं पि भासं जाव असच्चामोस पि भासं भासइ । सक्के णं भंते ! देविंदे देवराया किं सावज्जं भासं भासइ, अणवज्जं भासं भासइ ? गोयमा ! सावज्जं पि भासं भासइ, अणवज्जं पि भासं भासइ । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ- सावज्जं पि जाव अणवज्जं पि भासं भासइ ? गोयमा ! जाहे णं सक्के देविंदे देवराया सुहुमकायं अणिजूहित्ता णं भासं भासइ ताहे णं सक्के देविंदे देवराया सावज्जं भासं भासइ, जाहे णं सक्के देविंदे देवराया सुहुमकायं णिजूहित्ता णं भासं भासइ ताहे णं सक्के देविंदे देवराया अणवज्जं भासं भासइ। से तेणट्टेणं जाव भासइ । सक्के णं भंते ! देविंदे देवराया किं भवसिद्धीए, अभवसिद्धीए, सम्मदिट्ठीए, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहा मोउद्देसए सणंकुमारो जाव णो अचरिमे । जीवाणं भंते! किं चेयकडा कम्मा कज्जंति, अचेयकडा कम्मा कज्जंति ? गोयमा ! जीवाणं चेयकडा कम्मा कज्जंति, णो अचेयकडा कम्मा कज्जंति । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव कज्जंति ? गोयमा ! जीवाणं आहारोवचिया पोग्गला, बोंदिचिया पोग्गला, कलेवरचिया पोग्गला तहा तहा णं ते पोग्गला परिणमंति, णत्थि अचेयकडा कम्मा समणाउसो ! दुट्ठाणेसु, दुसेज्जासु दुणिसीहियासु तहा तहा णं ते पोग्गला परिणमंति, णत्थि अचेयकडा कम्मा समणाउसो ! आयंके से वहाए होइ, संकप्पे से वहाए होइ, मरणंते से वहाए होइ तहा तहा णं ते पोग्गला 414 Page #425 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 13 ४ भगवई सुत्त परिणमंति णत्थि अचेयकडा कम्मा समणाउसो ! से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव कम्मा कज्जति । एवं णेरइयाण वि । एवं जाव वेमाणियाणं ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ बीओ उद्देसो समत्तो ॥ सोलसमं सतं तइओ उद्देस रायगिहे जाव एवं वयासी कइ णं भंते! कम्मपयडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ कम्मपयडीओ पण्णत्ताओ, तं जहा णाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं । एवं जाव वेमाणियाणं । जीवे णं भंते ! णाणावरणिज्जं कम्मं वेदेमाणे कइ कम्मपयडीओ वेदेइ ? गोयमा ! अट्ठ कम्मप्पयडीओ । एवं जहा पण्णवणाए वेयावेय उद्देसओ सो चेव णिरवसेसो भाणियव्वो । वेदाबंधो वि तहेव, बंधावेदो वि तहेव, बंधाबंधो वि तहेव भाणियव्वो जाव वेमाणियाणं ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! | तएणं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइ रायगिहाओ णयराओ गुणसीलाओ चेइयाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता बहिया जणवयविहारं विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं उल्लुयतीरे णामं णयरे होत्था, वण्णओ । तस्स णं उल्लुयतीरस्स णयरस्स बहिया उत्तरपुरच्छिमे दिसिभाए एत्थ णं एगजंबूए णामं चेइए होत्था, वण्णओ । तएणं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइ पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे जाव एगजंबूए चेइए समोसढे जाव परिसा पडिगया। भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी अणगारस्स णं भंते ! भावियप्पणो छछट्टेणं अणिक्खित्तेणं जाव आयावेमाणस्स तस्स णं पुरच्छिमेणं अवड्ढं दिवसं णो कप्पइ हत्थं वा पायं वा बाहुं वा ऊरुं वा आउंटावेत्त वा पसारेत्तए वा, पच्चच्छिमेणं से अवड्ढं दिवसं कप्पइ हत्थं वा पायं वा बाहुं वा ऊरुं वा आउंटावेत्तए वा पसारेत्तए वा । तस्स णं अंसियाओ लंबंति, तं चेव वेज्जे अदक्खु, ईसिं पाडेइ, पाडेत्ता अंसियाओ छिंदेज्जा, से णूणं भंते ! जे छिंदइ तस्स किरिया कज्जइ, जस्स छिज्जइ णो तस्स किरिया कज्जइ णण्णत्थेगेणं धम्मंतराइएणं ? हंता गोयमा ! जे छिंदइ जाव धम्मंतराइएणं ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ तइओ उद्देसो समत्तो ॥ 415 Page #426 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सोलसमं सतं चउत्थो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- जावइयं णं भंते ! अण्णगिलाए समणे णिग्गंथे कम्मं णिज्जरेइ एवइयं कम्मं णरएसु णेरड्या वासेण वा वासेहिं वा वाससएण वा खवयंति ? गोयमा ! णो इणढे समढे । जावइयं णं भंते! चउत्थभत्तिए समणे णिग्गंथे कम्मं णिज्जरेइ एवइयं कम्मं णरएस णेरड्या वाससएण वा वाससएहिं वा वाससहस्सेण वा खवयंति ? गोयमा ! णो इणटे समटे | जावइयं णं भंते ! छट्ठभत्तिए समणे णिग्गंथे कम्मं णिज्जरेइ एवइयं कम्मं णरएसु णेरड्या वाससहस्सेण वा वाससहस्सेहिं वा वाससयसहस्सेण वा खवयंति ? गोयमा! णो इणढे समढे | जावइयं णं भंते! अट्ठमभत्तिए समणे णिग्गंथे कम्मं णिज्जरेइ एवइयं कम्मं णरएसु णेरड्या वाससयसहस्सेण वा वाससयसहस्सेहिं वा वासकोडीए वा खवयंति ? णो इणढे समटे | 9 w जावइयं णं भंते ! दसमभत्तिए समणे णिग्गंथे कम्मं णिज्जरेइ एवइयं कम्मं णरएसु णेरड्या वासकोडीए वा वासकोडीहिं वा वासकोडाकोडीए वा खवयंति ? णो इणढे समढे | से केणतुणं भंते ! एवं वच्चइ- जावइयं अण्णगिलायए समणे णिग्गंथे कम्मं णिज्जरेइ एवइयं कम्मं णरएसु णेरड्या वासेण वा वासेहिं वा वाससएण वा णो खवयंति, जावइयं चउत्थभत्तिए, एवं तं चेव पुव्वभणियं उच्चारेयव्वं जाव वासकोडाकोडीए वा णो खवयंति ? गोयमा ! से जहाणामए केइ परिसे जुण्णे जराजज्जरियदेहे सिढिल-तयावलि-तरंग- संपिणद्धगत्ते पविरल-परिसडिय-दंतसेढी उण्हाभिहए तण्हाभिहए आउरे झुझिए पिवासिए दुब्बले किलंते एगं महं कासंब-गंडियं सुक्कं जडिलं गंठिल्लं चिक्कणं वाइद्धं अपत्तियं मुंडेण परसुणा अवक्कमेज्जा, तएणं से पुरिसे महंताई महंताई सद्दाइं करेइ, णो महंताई महंताई दलाई अवद्दालेइ, एवामेव गोयमा ! णेरइयाणं पावाइं कम्माइं गाढीकयाई चिक्कणीकयाइं; एवं जहा छट्ठसए जाव णो महापज्जवसाणा भवंति । से जहाणामए केइ पुरिसे अहिगरणिं आउडेमाणे महया जाव णो महापज्जवसाणा भवंति । से जहाणामए केइ पुरिसे तरुणे बलवं जाव मेहावी णिउणसिप्पोवगए एगं महं सामलि-गंडियं उल्लं अजडिलं अगंठिल्लं अचिक्कणं अवाइद्धं सपत्तियं तिक्खेण परसुणा अक्कमेज्जा, तएणं से पुरिसे णो महंताइं-महंताई सद्दाइं करेइ, महंताई महंताई दलाइं अवद्दालेइ । एवामेव गोयमा! समणाणं णिग्गंथाणं अहाबादराई कम्माइं सिढिली कयाइं णिट्ठियाइं कयाइं जाव खिप्पामेव परिविद्धत्थाई भवंति; जावइयं-तावइयं पि णं ते वेयणं वेदेमाणा महाणिज्जरा महापज्जवसाणा भवंति । से जहा वा केइ परिसे सुक्कतणहत्थगं जायतेयंसि पक्खिवेज्जा एवं जहा छट्ठसए तहा अयोकवल्ले वि जाव महापज्जवसाणा भवंति | से तेणटेणं गोयमा ! एवं वच्चइ-जावइयं अण्णगिलायए समणे णिग्गंथे कम्मं णिज्जरेइ, तं चेव जाव वासकोडाकोडीए वा णो खवयंति || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || चउत्थो उद्देसो समत्तो || 416 Page #427 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ 13 ४ ५ भगवई सुत्त सोलसमं सतं पंचमो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं उल्लुयतीरे णामं णयरे होत्था, वण्णओ । एगजंबुए चेइए, वण्णओ। तेणं कालेणं तेणं समएणं सामी समोसढे जाव परिसा पज्जुवासइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं सक्के देविंदे देवराया वज्जपाणी एवं जहेव बिइयउद्देसए तहेव दिव्वेणं जाणविमाणेणं आगओ जाव जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता जाव णमंसित्ता एवं वयासी देवे णं भंते! महिड्ड्ढए जाव महासोक्खे बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पभू आगमित्तए? सक्का! णो इणट्ठे समट्ठे । देवे णं भंते ! महिड्दिए जाव महासोक्खे बाहिरए पोग्गले परियाइत्ता पभू आगमित्तए ? सक्का ! हंता पभू । देवे णं भंते ! महिढिए, एवं एएणं अभिलावेणं गमित्तए वा, भासित्तए वा वागरित्तए वा, उम्मिसावेत्तए वा णिमिसावेत्तए वा, आउंटावेत्तए वा पसारेत्तए वा, ठाणं वा सेज्जं वा णिसीहियं वा चेइत्तए वा, विउव्वित्तए वा, परियारावेत्तए वा ? सक्का ! हंता भू । इमाइं अट्ठ उक्खित्तपसिणवागरणाई पुच्छ्इ, पुच्छित्ता संभंतियवंदणएणं वंदइ, वंदित्ता तमेव दिव्वं जाणविमाणं दुरूहइ, दुरूहित्ता जामेव दिसं पाउब्भूए तामेव दिसं पडिए । भत्ते त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीअण्णया णं भंते ! सक्के देविंदे देवराया देवाणुप्पियं वंदइ णमंसइ सक्कारेइ जाव पज्जुवासइ, किण्णं भंते ! अज्ज सक्के देविंदे देवराया देवाणुप्पियं अट्ठ उक्खित्त-पसिणवागरणाई पुच्छइ, पुच्छित्ता संभंतियवंदणएणं वंदइ णमंसइ जाव पडिगए ? गोयमा ! त्ति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं एवं वयासी- एवं खलु गोयमा! तेणं कालेणं तेणं समएणं महासुक्के कप्पे महासामाणे विमाणे दो देवा महड्ढिया जाव महासोक्खा एगविमाणंसि देवत्ताए उववण्णा, तंजहा- मायिमिच्छदिट्ठिउववण्णए य अमायिसम्मदिट्ठिउववण्णए य । तएणं से मायिमिच्छदिट्ठिउववण्णए देवे तं अमायिसम्मदिट्ठि उववण्णगं देवं एवं वयासी- 'परिणममाणा पोग्गला णो परिणया, अपरिणया; परिणमंतीति पोग्गला णो परिणया, अपरिणया । तएण से अमायिसम्मदिट्ठि उववण्णए देवे तं मायिमिच्छदिट्ठि उववण्णगं देवं एवं वयासी- परिणममाणा पोग्गला परिणया णो अपरिणया, परिणमंतीति पोग्गला परिणया, णो अपरिणया । तं मायिमिच्छदिट्ठिउववण्णगं एवं पडिहणइ । एवं पडिहणित्ता ओहिं पउंजइ, ओहिं परंजित्ता ममं ओहिणा आभोएइ, आभोएत्ता अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था - एवं खलु समणे भगवं महावीरे जंबुद्दीवे दीवे जेणेव भारहे वासे, जेणेव उल्लुयतीरे णयरे, जेणेव एगजंबुए चेइए अहापडिरूवं जाव विहरइ । तं सेयं खलु मे समणं भगवं महावीरं वंदित्ता जाव पज्जुवासित्ता इमं एयारूवं वागरणं 417 Page #428 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त पुच्छित्तए त्ति कट्ट एवं संपेहेइ एवं संपेहित्ता चउहिं सामाणियसाहस्सीहिं, एवं परिवारो जहा सूरियाभस्स जाव णिग्घोसणाइयरवेणं जेणेव जंबुद्दीवे दीवे जेणेव भारहे वासे, जेणेव उल्लुयतीरे णयरे, जेणेव एगजंबुए चेइए, जेणेव मम अंतियं तेणेव पहारेत्थ गमणाए । तएणं से सक्के देविंदे देवराया तस्स देवस्स तं दिव्वं देविढिं दिव्वं देवजुइ दिव्वं देवाणुभागं दिव्वं तेयलेस्सं असहमाणे ममं अट्ठ उक्खित्तपसिणवागरणाइं पुच्छड़, पच्छित्ता संभंतिय जाव पडिगए । जावं च णं समणे भगवं महावीरे भगवओ गोयमस्स एयमद्वं परिकहेइ तावं च णं से देवे तं देसं हव्वमागए । तएणं से देवे समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी एवं खलु भंते ! महासुक्के कप्पे महासामाणे विमाणे एगे मायिमिच्छादिहि उववण्णए देवे ममं एवं वयासी- परिणममाणा पोग्गला णो परिणया, अपरिणया; परिणमंतीति पोग्गला णो परिणया अपरिणया । तएणं अहं तं मायिमिच्छादिट्ठिउववण्णगं देवं एवं वयासी- परिणममाणा पोग्गला परिणया, णो अपरिणया; परिणमंतीति पोग्गला परिणया, णो अपरिणया; से कहमेयं भंते ! एवं? | गंगदत्ता ! ति समणे भगवं महावीरे गंगदत्तं देवं एवं वयासी- अहं पि णं गंगदत्ता! एवमाइक्खामि जाव परूवेमि- परिणममाणा पोग्गला जाव परिणया, णो अपरिणया: सच्चमेसे अढे । तएणं से गंगदत्ते देवे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं एयमहूँ सोच्चा णिसम्म हद्वतुट्ठ समणं भगवं महावीरं वंदइ, णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता णच्चासण्णे जाव पज्जुवासइ। तएणं समणे भगवं महावीरे गंगदत्तस्स देवस्स तीसे य महइमहालियाए परिसाए धम्म परिकहेइ जाव आराहए भवइ । तएणं से गंगदत्ते देवे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्म सोच्चा णिसम्म हद्वतुढे उट्ठाए उढेइ, उट्ठाए उद्वित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीअहं णं भंते ! गंगदत्ते देवे किं भवसिद्धिए, अभवसिद्धिए ? गंगदत्ता ! तुमण्णं भवसिद्धिए णो अभवसिद्धिए | एवं जहा सूरियाभो जाव बत्तीसइविहं णट्टविहिं उवदंसेइ, उवदंसेत्ता जाव तामेव दिसं पडिगए | भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं जाव एवं वयासी- गंगदत्तस्स णं भंते! देवस्स सा दिव्वा देविड्ढी दिव्वा देवज्जुई दिव्वे देवाणुभावे कहिं गए, कहिं अणुप्पविढे? गोयमा ! सरीरं गया, सरीरं अणुप्पविट्ठा | कूडागारसालादिद्वंतो जाव सरीरं अणुप्पविढे । अहो णं भंते ! गंगदत्ते देवे महिइढिए जाव महासोक्खे | गंगदत्ते णं भंते ! देवेणं सा दिव्वा देविड्ढी, दिव्वा देवज्जुइ, दिव्वे देवाणुभावे किण्णा लढे जाव किण्णा अभिसमण्णागए ? पुव्वभवे के आसी किं णामए वा. किंवा गोत्तेणं ? 418 Page #429 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! त्ति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं एवं वयासी- एवं खलु गोयमा! तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे हत्थिणापुरे णामं णयरे होत्था, वण्णओ । सहसंबवणे उज्जाणे, वण्णओ । तत्थ णं हत्थिणापुरे णयरे गंगदत्ते णाम गाहावई परिवसइ, अड्ढे जाव अपरिभूए । तेणं कालेणं तेणं समएणं मुणिसुव्वए अरहा आइगरे जाव सव्वण्णू सव्वदरिसी आगासगएणं चक्केणं जाव पकड्ढिज्जमाणेणं-पकढिज्जमाणेणं सीसगणसंपरिबुडे पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे जाव जेणेव सहसंबवणे उज्जाणे जाव विहरइ । परिसा णिग्गया जाव पज्जुवासइ। तएणं से गंगदत्ते गाहावइ इमीसे कहाए लद्धढे समाणे हद्वतुढे पहाए जाव विभूसिय सरीरे साओ गिहाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता पायविहारचारेणं हत्थिणापुरं णयरं मज्झं- मज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव सहसंबवणे उज्जाणे जेणेव मुणिसुव्वए अरहा तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता मुणिसुव्वयं अरहं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ जाव तिविहाए पज्जुवासणाए पज्जुवासइ । तएणं मुणिसुव्वए अरहा गंगदत्तस्स गाहावइस्स तीसे य महइ महालियाए परिसाए धम्मो कहिओ जाव परिसा पडिगया । तएणं से गंगदत्ते गाहावइ मुणिसुव्वयस्स अरहओ अंतियं धम्म सोच्चा णिसम्म हहतुट्टे उहाए उद्वेइ, उहाए उद्वित्ता मुणिसुव्वयं अरहं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- सद्दहामि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं जाव से जहेयं तुब्भे वयह, जं णवरं देवाणुप्पिया ! जेट्टपुत्तं कुटुंबे ठावेमि, तएणं अहं देवाणुप्पियाणं अंतियं मुंडे भवित्ता जाव पव्वयामि । अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं । तएणं से गंगदत्ते गाहावई मुणिसुव्वएणं अरहया एवं वुत्ते समाणे हद्वतुढे मुणिसुव्वयं अरहं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता मुणिसुव्वयस्स अरहओ अंतियाओ सहसंबवणाओ उज्जाणाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता जेणेव हत्थिणारे णयरे जेणेव सए गिहे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता विउलं असणं पाणं खाइम खाइम उवक्खडावेइ, उवक्खडावेत्ता मित्त-णाइ-णियग सयण-संबंधि-परियणं आमंतेइ, आमंतेत्ता तओ पच्छा ण्हाए जहा पूरणे जाव जेट्टपुत्तं कुटुंबे ठावेइ । तं मित्त-णाइ जाव जेट्टपुत्तं च आपुच्छइ, आपुच्छित्ता पुरिससहस्सवाहिणिं सीयं दुरूहइ, दुरूहित्ता मित्त-णाइ-णियग जाव परिजणेणं जेट्ठपुत्तेणं य समणुगम्ममाणमग्गे सव्विड्ढीए जाव णाइयरवेणं हत्थिणारं मज्झमज्झेणं णिग्गच्छड़, णिग्गच्छित्ता जेणेव सहसंबवणे उज्जाणे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता छत्ताइए तित्थगराइसए पासइ । एवं जहा उदायणो जाव सयमेव आभरणे ओमुयइ ओमुयइत्ता सयमेव पंचमुट्ठियं लोयं करेइ, करेत्ता जेणेव मुणिसुव्वए अरहा एवं जहेव उदायणे तहेव पव्वइए; तहेव एक्कारस अंगाइं अहिज्जइ जाव मासियाए संलेहणाए अत्ताणं झूसेइ झूसेत्ता सहि भत्ताई अणसणाए छेदेइ, छेदेत्ता आलोइय पडिक्कंते समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा महासुक्के कप्पे महासामाणे विमाणे उववायसभाए देवसयणिज्जंसि जाव गंगदत्तदेवत्ताए उववण्णे । तएणं से गंगदत्ते देवे अहणोववण्णमेत्तए समाणे पंचविहाए पज्जत्तीए पज्जत्तभावं गच्छइ तं जहा 419 Page #430 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त आहारपज्जत्तीए जाव भासामणपज्जत्तीए | एवं खलु गोयमा ! गंगदत्तेणं देवेणं सा दिव्वा देविड्ढी जाव अभिसमण्णागया | गंगदत्तस्स णं भंते ! देवस्स केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! सत्तरस सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता । १४ गंगदत्ते णं भंते ! देवे ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं जाव कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ? गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं काहिइ || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || पंचमो उद्देसो समत्तो || सोलसमं सतं छट्ठो उद्देसो कइविहे णं भंते ! सुविणदंसणे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे सुविणदंसणे पण्णत्ते, तं जहाअहातच्चे, पयाणे, चिंतासुविणे, तव्विवरीए, अवत्तदंसणे । सुत्ते णं भंते ! सुविणं पासइ, जागरे सुविणं पासइ, सुत्तजागरे सुविणं पासइ ? गोयमा ! णो सुत्ते सुविणं पासइ, णो जागरे सुविणं पासइ, सुत्तजागरे सुविणं पासइ । 3 जीवा णं भंते ! किं सुत्ता, जागरा, सुत्तजागरा ? गोयमा ! जीवा सुत्ता वि, जागरा वि, सुत्तजागरा वि । णेरड्या णं भंते ! किं सुत्ता, जागरा, सुत्तजागरा ? गोयमा ! णेरइया सुत्ता, णो जागरा, णो सुत्तजागरा । एवं जाव चउरिंदिया । पंचिंदिय तिरिक्खजोणिया णं भंते ! किं सुत्ता, जागरा, सुत्तजागरा ? गोयमा ! सुत्ता, णो जागरा, सुत्तजागरा वि । मणुस्सा जहा जीवा | वाणमंतर- जोइसियवेमाणिया जहा णेरइया || संवुडे णं भंते ! सुविणं पासइ, असंवुडे सुविणं पासइ, संवुडासंवुडे सुविणं पासइ? गोयमा ! संवुड़े वि सुविणं पासइ, असंवुड़े वि सुविणं पासइ, संवुडासंवुड़े वि सुविणं पासइ । संवुडे सुविणं पासइ अहातच्चं पासइ । असंवुड़े सुविणं पासइ तहा वा तं होज्जा, अण्णहा वा तं होज्जा । संवुडासंवुडे सुविणं पासइ एवं चेव । जीवा णं भंते ! किं संवुडा, असंवुडा, संवुडासंवुडा ? गोयमा ! जीवा संवुडा वि, असंवुडा वि, संवुडासंवुडा वि । एवं जहेव सुत्ताणं दंडओ तहेव भाणियव्वो | |८| कइ णं भंते ! सुविणा पण्णत्ता ? गोयमा ! बायालीसं सुविणा पण्णत्ता | | 420 Page #431 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ___ कइ णं भंते ! महासुविणा पण्णत्ता ? गोयमा ! तीसं महासुविणा पण्णत्ता | कइ णं भंते ! सव्वसुविणा पण्णत्ता ? गोयमा ! बावत्तरिं सव्वसुविणा पण्णत्ता | तित्थयरमायरो णं भंते ! तित्थयरंसि गब्भं वक्कममाणंसि कइ महासुविणे पासित्ता णं पडिबुज्झंति ? गोयमा ! तित्थयरमायरो णं तित्थयरंसि गब्भं वक्कममाणंसि एएसिं तीसाए महाविणाणं इमे चोद्दस महासुविणे पासित्ता णं पडिबुज्झंति, तं जहा- गय उसभ सीह जाव सिहिं च । चक्कवट्टिमायरो णं भंते ! चक्कवटिसि गब्भं वक्कममाणंसि कइ महासुविणे पासित्ता णं पडिबुज्झंति ? गोयमा ! चक्कवट्टिमायरो चक्कवहिसि गब्भं वक्कममाणंसि एएसिं तीसाए महासुविणाणं, एवं जहा तित्थयरमायरो जाव सिहं च । वासुदेवमायरो णं पुच्छा ? गोयमा ! वासुदेवमायरो वासुदेवस्स गब्भं वक्कममाणंसि एएसिं चोद्दसण्हं महासुविणाणं अण्णयरे सत्त महासुविणे पासित्ता णं पडिबुज्झंति | १४ | बलदेवमायरो णं पुच्छा ? गोयमा ! बलदेवमायरो जाव एएसिं चोद्दसण्हं महासुविणाणं अण्णयरे चत्तारि महासुविणे पासित्ता णं पडिबुज्झंति । मंडलियमायरो णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! मंडलियमायरो जाव एएसिं चोद्दसण्हं महासुविणाणं अण्णयरं एगं महासुविणं जाव पडिबुज्झंति ।। समणे भगवं महावीरे छउमत्थकालियाए अंतिमराइयंसि इमे दस महासुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे, तं जहा- एगं च णं महं घोररूवदित्तधरं तालपिसायं सुविणे पराजियं पासित्ता णं पडिबुद्धे । एगं च णं महं सुक्किलपक्खगं पुंसकोइलं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे । एगं च णं महं चित्तविचित्तपक्खगं पुंसकोइलगं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे। एगं च णं महं दामदुगं सव्वरयणामयं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे । एगं च णं महं सेयं गोवग्गं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे। एगं च णं महं पउमसरं सव्वओ समंता कुसुमियं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे । एगं च णं महं सागरं उम्मी-वीयी-सहस्स-कलियं भुयाहिं तिण्णं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे । एगं च णं महं दिणयरं तेयसा जलंतं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे । एगं च णं महं हरि-वेरुलियवण्णाभेणं णियगेणं अंतेणं माणुसुत्तरं पव्वयं सव्वओ समंता आवेढियं परिवेढियं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे । एगं च णं महं मंदरे पव्वए मंदरचूलियाए उवरिं सीहासण-वरगयं अप्पाणं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे । जण्णं समणं भगवं महावीरे एगं महं घोररूवदित्तधरं तालपिसायं सुविणे पराजियं जाव पडिबुद्धे, तण्णं समणेणं भगवया महावीरेणं मोहणिज्जे कम्मे मलाओ उग्घाइए | जण्णं समणे भगवं महावीरे एगं महं सुकिल्ल जाव पडिबुद्धे, तण्णं समणे भगवं महावीरे सुक्कज्झाणोवगए विहरइ। जण्णं समणे भगवं महावीरे एगं महं चित्तविचित्त जाव पडिबुद्धे, तण्णं समणे भगवं महावीरे विचित्तं ससमय-परसमइयं दुवालसंग गणिपिडगं आघवेइ, पण्णवेइ, परूवेइ, दंसेइ, णिदंसेइ, उवदंसेइ; तं जहा- आयारं, सूयगडं जाव दिहिवायं | जण्णं समणे भगवं महावीरे 421 Page #432 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एग महं दामदुगं सव्वरयणामयं सुविणे पासित्ता णं पडिबुद्धे, तण्णं समणे भगवं महावीरे दुविहे धम्मे पण्णवेइ, तं जहा- अगारधम्म वा अणगारधम्मं वा । जपणं समणे भगवं महावीरे एग महं सेयं गोवग्गं जाव पडिबुद्धे, तण्णं समणस्स भगवओ महावीरस्स चाउव्वण्णाइण्णे समणसंघे; तं जहा- समणा, समणीओ, सावया, सावियाओ । १८) जण्णं समणे भगवं महावीरे एगं महं पउमसरं जाव पडिबुद्धे तण्णं समणे भगवं महावीरे चउव्विहे देवे पण्णवेइ; तं जहा- भवणवासी, वाणमंतरे, जोइसिए वेमाणिए | जण्णं समणे भगवं महावीरे एगं महं सागरं जाव पडिबद्धे, तण्णं समणेणं भगवया महावीरेणं अणादीए अणवदग्गे जाव संसारकंतारे तिण्णे | जण्णं समणे भगवं महावीरे एग महं दिणयरं जाव पडिबुद्धे, तण्णं समणस्स भगवओ महावीरस्स अणंते अणुत्तरे जाव केवलवरणाणदंसणे समप्पण्णे | जण्णं समणे जाव वीरे एगं महं हरिवेरुलिय जाव पडिबुद्धे, तण्णं समणस्स भगवओ महावीरस्स ओराला कित्ति-वण्ण-सद्द-सिलोया सदेवमणुयासुरे लोए परिभमंति- 'इति खलु समणे भगवं महावीरे, 'इति खलु समणे भगवं महावीरे । जण्णं समणे भगवं महावीरे मंदरे पव्वए मंदरचूलियाए जाव पडिबुद्धे, तण्णं समणे भगवं महावीरे सदेवमणुयासुराए परिसाए मज्झगए केवलीपण्णत्तं धम्मं आघवेइ जाव उवदंसेइ । इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं हयपंतिं वा गयपंतिं वा जाव वसभपंतिं वा पासमाणे पासइ, दुरुहमाणे दुरुहइ, दुरूढमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्जइ, तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झइ जाव अंतं करेइ । इत्थी वा परिसे वा विणंते एगं महं दामिणिं पाईणपडिणायए दुहओ समुद्दे पुढे पासमाणे पासइ, संवेल्लेमाणे संवेल्लेइ, संवेल्लियमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्झइ, तेणेव भवग्गहणेणं जाव अंतं करेइ । इत्थी वा पुरिसे वा एगं महं रज्जु पाईणपडिणायतं दुहओ लोगंते पुढे पासमाणे पासइ, छिंदमाणे छिंदइ, छिण्णमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव जाव अंतं करेइ । इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं किण्हसुत्तगं वा जाव सुक्किलसुत्तगं वा पासमाणे पासइ, उग्गोवेमाणे उग्गोवेइ, उग्गोवियमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव जाव अंतं करेइ । इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं अयरासिं वा तंबरासिं वा तउयरासिं वा सीसगरासिं वा पासमाणे पासइ, दुरूहमाणे दुरूहइ, दुरूढमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्झइ, दोच्चे भवग्गहणे सिज्झइ जाव अंतं करेइ । इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं हिरण्णरासिं वा सुवण्णरासिं वा रयणरासिं वा वइररासिं वा पासमाणे पासइ, दुरूहमाणे दुरूहइ, दुरूढमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्झइ, तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झइ जाव अंतं करेइ । इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं तणरासिं वा जहा तेयणिसग्गे जाव अवकररासिं वा पासमाणे पासइ, विक्खिरमाणे विक्खिरइ, विक्खिणमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्झइ, तेणेव भवग्गहणेणं जाव अंतं करेइ । २२ 422 Page #433 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २५ इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं सरथंभं वा वीरणथंभं वा वंसीमूलथंभं वा वल्लीमूलथंभं वा पासमाणे पासइ, उम्मूलेमाणे उम्मूलेइ, उम्मूलियमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्झइ, तेणेव भवग्गहणेणं जाव अंतं करेइ । २६ | इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं खीरकुंभं वा दधिकुंभं वा घयकुंभं वा महुकुंभं वा पासमाणे पासइ, उप्पाडेमाणे उप्पाडेइ, उप्पाडियमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्झइ, तेणेव भवग्गहणेणं जाव अंतं करेइ । इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं सुरावियडकुंभं वा सोवीरवियडकुंभं वा तेल्लकुंभं वा वसाकुंभं वा पासमाणे पासइ, भिंदमाणे भिंदइ, भिण्णमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्झइ, दोच्चेणं भवग्गहणेणं जाव अंतं करेइ । इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं पउमसर-कुसुमियं पासमाणे पासइ, ओगाहमाणे ओगाहइ, ओगाढमिति अप्पाणं मण्णइ; तक्खणामेव बुज्झइ, तेणेव भवग्गहणेणं जाव अंतं करेइ । इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं सागरं उम्मीवीयी-सहस्स-कलियं पासमाणे पासइ, तरमाणे तरइ, तिण्णमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्झइ, तेणेव भवग्गहणेणं जाव अंतं करेइ । इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं भवणं सव्वरयणामयं पासमाणे पासइ, अणुप्पविसमाणे अणुप्पविसइ, अणुप्पविट्ठमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्झइ, तेणेव भवग्गहणेणं जाव अंतं करेइ । ३० इत्थी वा पुरिसे वा सुविणंते एगं महं विमाणं सव्वरयणामयं पासमाणे पासइ, दुरूहमाणे दुरूहइ, दुरूढमिति अप्पाणं मण्णइ, तक्खणामेव बुज्झइ, तेणेव भवग्रहणेणं जाव अंतं करेइ । अह भंते ! कोट्ठपुडाण वा जाव केयइपुडाण वा अणुवायंसि उब्भिज्जमाणाण वा जाव ठाणाओ वा ठाणं संकामिज्जमाणाणं किं कोढे वाइ जाव केयई वाइ ? गोयमा ! णो कोटे वाइ जाव णो केयई वाइ, घाणसहगया पोग्गला वाइ । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || छट्ठो उद्देसो समत्तो || सोलसमं सतं सत्तमो उद्देसो कइविहे णं भंते ! उवओगे पण्णत्ते ? 423 Page #434 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! विहे उवओगे पण्णत्ते । एवं जहा उवओगपदं पण्णवणाए तहेव णिरवसेसं भाणियव्वं। एवं पासणयापदं च णिरवसेसं णेयव्वं || सेवं भंते ! सेवं भंते ॥ सत्तमो उद्देसो समत्तो || सोलसमं सतं अट्ठमो उद्देसो के महालए णं भंते ! लोए पण्णत्ते ? गोयमा ! महइमहालए | एवं जहा बारसमसए तहेव जाव असंखेज्जाओ जोयण- कोडाकोडीओ परिक्खेवेणं । लोयस्स णं भंते ! पुरथिमिल्ले चरिमंते किं जीवा, जीवदेसा, जीवपएसा; अजीवा, अजीवदेसा, अजीवपएसा ? | | गोयमा ! णो जीवा, जीवदेसा वि, जीवपएसा वि; अजीवा वि, अजीवदेसा वि, अजीवपएसा वि। जे जीवदेसा ते णियमं एगिदियदेसा य, अहवा एगिंदियदेसा य बेइंदियस्स य देसे एवं जहा दसमसए अग्गेयी दिसा तहेव, णवरं देसेसु अणिंदियाणं आइल्लविरहिओ । जे अरूवी अजीवा ते छव्विहा, अद्धासमयो पत्थि । सेसं तं चेव णिरवसेसं । लोगस्स णं भंते ! दाहिणिल्ले चरिमंते किं जीवा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव एवं पच्चत्थिमिल्ले वि उत्तरिल्ले वि ।। लोगस्स णं भंते ! उवरिल्ले चरिमंते किं जीवा, पच्छा ? गोयमा ! णो जीवा, जीवदेसा वि जीवपएसा वि जाव अजीवपएसा वि | जे जीवदेसा ते णियमं एगिदियदेसा य अणिंदियदेसा य, अहवा एगिदियदेसा य अणिंदियदेसा य बेइंदियस्स य देसे, अहवा एगिंदियदेसा य अणिंदियदेसा य बेइंदियाण य देसा एवं मज्झिल्लविरहिओ जाव पंचिंदियाणं । जे जीवप्पएसा ते णियमं एगिदियप्पएसा य अणिंदियप्पएसा य, अहवा एगिंदियप्पएसा य अणिंदिय-पएसा य बेइंदियस्स पएसा य, अहवा एगिदिय-पएसा य अणिदिय-पएसा य बेइंदियाण य पएसा, एवं आइल्लविरहिओ जाव पंचिंदियाणं | अजीवा जहा दसमसए तमाए तहेव णिरवसेसं । लोगस्स णं भंते ! हेट्ठिल्ले चरिमंते किं जीवा, पुच्छा ? गोयमा ! णो जीवा, जीवदेसा वि, जीवपएसा वि जाव अजीवप्पएसा वि | जे जीवदेसा ते णियमं एगिदियदेसा, अहवा एगिदियदेसा य बेइंदियस्स देसे, अहवा एगिदियदेसा य बेइंदियाण य देसा, एवं मज्झिल्लविरहिओ जाव अणिंदियाणं । पएसा आइल्लविरहिया सव्वेसिं जहा पुरथिमिल्ले चरिमंते तहेव । अजीवा जहेव उवरिल्ले चरिमंते तहेव । 424 Page #435 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त | इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए पुरथिमिल्ले चरिमंते किं जीवा, जीव देसा, पुच्छा ? गोयमा ! णो जीवा, एवं जहेव लोगस्स तहेव चत्तारि वि चरिमंता जाव उत्तरिल्ले चरिमंते । उवरिल्ले चरिमंते जहा दसमसए विमला दिसा तहेव णिरवसेसं । हेढिल्ले चरिमंते जहेव लोगस्स हेढिल्ले चरिमंते तहेव, णवरं देसे पंचिंदिएस तियभंगो त्ति सेसं तं चेव । एवं जहा रयणप्पभाए चत्तारि चरिमंता भणिया तहा सक्करप्पभाए वि, उवरिम- हेढिल्ला जहा रयणप्पभाए हेढिल्ले । एवं जाव अहेसत्तमाए । एवं सोहम्मस्स वि जाव अच्च्यस्स | गेविज्जविमाणाणं एवं चेव, णवरं उवरिम-हेढिल्लेसु चरिमंतेसु देसेसु पंचिंदियाण वि मज्झिल्लविरहिओ चेव, सेसं तहेव । एवं जहा गेवेज्ज विमाणा तहा अणुत्तरविमाणा वि, ईसिपब्भारा वि । परमाणुपोग्गले णं भंते ! लोगस्स पुरथिमिल्लाओ चरिमंताओ पच्चत्थिमिल्लं चरिमंतं एगसमएणं गच्छड़, पच्चत्थिमिल्लाओ चरिमंताओ पुरथिमिल्लं चरिमंतं एगसमएणं गच्छइ, दाहिणिल्लाओ चरिमंताओ उत्तरिल्लं जाव गच्छइ, उत्तरिल्लाओ चरिमंताओ दाहिणिल्लं जाव गच्छइ, उवरिल्लाओ चरिमंताओ हेद्विल्लं चरिमंतं एगसमएणं गच्छइ, हेढिल्लाओ चरिमंताओ उवरिल्लं चरिमंतं एगसमएणं गच्छड ? | 0 हंता गोयमा ! परमाणुपोग्गले णं लोगस्स पुरथिमिल्लाओ चरिमंताओ तं चेव जाव उवरिल्लं चरिमंतं गच्छइ । पुरिसे णं भंते ! वासं वासइ, वासं णो वासइ त्ति हत्थं वा पायं वा बाहुं वा उरुं वा आउंटावेमाणे वा पसारेमाणे वा कइकिरिए ? गोयमा ! जावं च णं से पुरिसे वासं वासइ वासं णो वासइ त्ति हत्थं वा जाव उरुं वा आउंटावेइ वा पसारेइ वा, तावं च णं से पुरिसे काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुढे । देवे णं भंते ! महिड्ढिए जाव महासोक्खे लोगते ठिच्चा पभू अलोगंसि हत्थं वा जाव उरुं वा आउंटावेत्तए वा पसारेत्तए वा ? गोयमा ! णो इणढे समटे | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- देवे णं महिड्ढिए जाव लोगते ठिच्चा णो पभू अलोगंसि हत्थं वा जाव पसारेत्तए वा ? गोयमा ! जीवाणं आहारोवचिया पोग्गला, बोंदिचिया पोग्गला, कलेवरचिया पोग्गला, पोग्गलामेव पप्प जीवाण य अजीवाण य गइपरियाए आहिज्जइ, अलोए णं णेवत्थि जीवा, णेवत्थि पोग्गला; से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव पसारेत्तए वा || सेवं भंते! सेवं भंते ! || || अट्ठमो उद्देसो समत्तो || 425 Page #436 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सोलसमं सतं णवमो उद्देसो कहि णं भंते ! बलिस्स वइरोयणिंदस्स वइरोयणरण्णो सभा सुहम्मा पण्णत्ता ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरेणं तिरियमसंखेज्जे जहेव चमरस्स जाव बायालीसं जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं बलिस्स वइरोयणिंदस्स वइरोयणरण्णो रुयगिंदे णामं उप्पायपव्वए पण्णत्ते । सत्तरस एक्कवीसे जोयणसए एवं पमाणं जहेव तिगिच्छिकूडस्स । पासायवडेंसगस्स वि तं चेव पमाणं, सीहासणं सपरिवारं बलिस्स परियारेणं, अट्ठो तहेव, णवरं रुयगिंदप्पभाई, सेसं तं चेव जाव बलिचंचाए रायहाणीए अण्णेसिं च जाव रुयगिंदस्सणं उप्पायपव्वयस्स उत्तरेणं छक्कोडिसए तहेव जाव चत्तालीसं जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता एत्थ णं बलिस्स वइरोयणिंदस्स वइरोयणरण्णो बलिचंचा णाम रायहाणी पण्णत्ता | एगं जोयणसयसहस्सं पमाणं, तहेव जाव बलिपेढस्स उववाओ जाव आयरक्खा सव्वं तहेव णिरवसेस; णवरं साइरेगं सागरोवमं ठिई पण्णत्ता, सेसं तं चेव जाव बली वइरोयणिंदे, बली वइरोयणिंदे || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || णवमो उद्देसो समत्तो || सोलसमं सतं दसमो उद्देसो कइविहा णं भंते ! ओही पण्णत्ता ? ओही पण्णत्ता। एवं ओहीपदं णिरवसेसं भाणियव्वं || सेवं भंते! सेवं भंते ! || ॥ दसमो उद्देसो समत्तो || सोलसमं सतं ११-१४ उद्देसा १ दीवकुमारा णं भंते ! सव्वे समाहारा, सव्वे समुस्सासणिस्सासा ? णो इणढे समढे । एवं जहा पढमसए बिइयउद्देसए दीवकुमाराणं वत्तव्वया तहेव जाव समाउया, समुस्सासणिस्सासा | दीवकुमारा णं भंते ! कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ? गोयमा! चत्तारि लेस्साओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कण्हलेस्सा जाव तेउलेस्सा । एएसिं णं भंते ! दीवकुमाराणं कण्हलेस्साणं जाव तेउलेस्साण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? 426 Page #437 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ ५ २ 13 18 19 भगवई सुत्त गोयमा! सव्वत्थोवा दीवकुमारा तेउलेस्सा, काउलेस्सा असंखेज्जगुणा, णीललेस्सा विसेसाहिया, कण्हलेस्सा विसेसाहिया । एएसिं णं भंते ! दीवकुमाराणं कण्हलेसाणं जाव तेउलेस्साण य कयरे कयरेहिंतो अप्पिड्ढिया वा महिड्ढिया वा ? गोयमा ! कण्हलेस्साहितो णीललेस्सा महिढिया जाव सव्वमहिड्ढिया तेउलेस्सा ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ उदहिकुमाराणं णं भंते! सव्वे समाहारा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं दिसाकुमाराण वि, थणियकुमाराण वि । उद्देसगो भाणियव्वो एवं एए तिण्णि उद्देसगा । ॥ ११-१४ उद्देसो समत्ता ॥ ॥ सोलसमं सतं समत्त ॥ सत्तरसमं सतं पढमो उद्देसो कुंजर संजय सेलेसिं, किरिय ईसाण पुढवि दग वाऊ । एगिंदिय णाग सुवण्ण, विज्जु वायु अग्गि सत्तरसे ॥ रायगिहे जाव एवं वयासी- उदायी णं भंते ! हत्थि राया कओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता उदायिहत्थिरायत्ताए उववण्णे ? गोयमा ! असुरकुमारेहिंतो देवेहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता उदायि-हत्थि-रायत्ताए उववण्णे । उदायी णं भंते ! हत्थिराया कालमासे कालं किच्चा कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए उक्कोसं सागरोवमट्ठिइयंसि णिरयावासंसि णेरइयत्ता उववज्जिहिइ । से णं भंते ! तओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं काहिइ । भूयाणंदे णं भंते ! हत्थिराया कओहिंतो अणंतरं उव्वट्टित्ता भूयाणंदे हत्थिरायत्ताए उववण्णे ? गोयमा ! जहेव उदायी जाव अंतं काहिइ | पुरिसे णं भंते ! तालमारुहइ, तालमारुहित्ता तालाओ तालफलं पचालेमाणे वा पवाडेमाणे वा किरिए ? 427 Page #438 -------------------------------------------------------------------------- ________________ وا ८ 18 १० ११ १२ भगवई सुत्त गोयमा ! जावं च णं से पुरिसे तालमारुहइ, तालमारुहित्ता तालाओ तालफलं पचालेइ वा पवाडेइ वा तावं च णं से पुरिसे काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठे; जेसिं पि णं सरीरेहिंत्तो ताले णिव्वत्तिए तालफले णिव्वत्तिए ते वि णं जीवा काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठा । अहे णं भंते ! से तालफले अप्पणो गरुयत्ताए जाव पच्चोवयमाणे जाई तत्थ पाणाई जाव जीवियाओ ववरोवेइ तरणं भंते! से पुरिसे कइकिरिए ? गोयमा ! जावं च णं से तालफले अप्पणो गरुयत्ताए जाव जीवियाओ ववरोवेइ तावं च णं से पुरिसे काइयाए जाव चउहिं किरियाहिं पुट्ठे; जेसि पि णं जीवाणं सरीरेहिंतो ताले णिव्वत्तिए ते वि णं जीवा काइयाए जाव चउहिं किरियाहिं पुट्ठा; जेसिं पि णं जीवाणं सरीरेहिंतो तालफले णिव्वत्तिए ते वि णं जीवा काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठा, जे वि य से जीवा अहे वीससाए पच्चोवयमाणस्स उवग्गहे वट्टेति ते वि य णं जीवा काइयाए जाव पंचहि किरियाहिं पुट्ठा । पुरिसे णं भंते ! रुक्खस्स मूलं पचालेमाणे वा पवाडेमाणे वा कइकिरिए? गोयमा ! जावं च णं से पुरिसे रुक्खस्स मूलं पचालेइ, वा, पवाडेइ वा तावं च णं से पुरिसे काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठे, जेसिं पि य णं जीवाणं सरीरेहिंतो मूले णिव्वत्तिए जाव बीए णिव्वत्तिए, ते वि य णं जीवा काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठा। अहे णं भंते ! से मूले अप्पणी गरुययाए जाव जीवियाओ ववरोवेइ तओ णं भंते ! से पुरिसे कइ किरिए ? गोयमा ! जावं च णं से मूले अप्पणो जाव ववरोवेइ तावं च णं से पुरिसे काइयाए जाव चउहिं किरियाहिं पुट्ठे; जेसिं पि य णं जीवाणं सरीरेहिंतो कंदे णिव्वत्तिए जाव बीए णिव्वत्तिए ते वि णं जीवा काइयाए जाव चउहिं पुट्ठा; जेसिं पि य णं जीवाणं सरीरेहिंतो मूले णिव्वत्तिए ते वि णं जीवा काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठा; जे वि य णं से जीवा अहे वीससाए पच्चोवयमाणस्स उवग्गहे वट्टंति ते वि णं जीवा काइयाए जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठा । पुरिसे णं भंते ! रुक्खस्स कंदं पचालेइ, पुच्छा ? गोयमा ! तावं च णं से पुरिसे जाव पंचहिं किरियाहिं पुट्ठे, जेसिं पिणं जीवाणं सरीरेहिंतो मूले णिव्वत्तिए जाव बीए णिव्वत्तिए ते वि णं जीवा पंचहिं किरियाहिं पुट्ठा । अहे णं भंते! से कंदे अप्पणी गरुयत्ताए, पुच्छा ? गोयमा ! जाव चउहिं पुट्ठे; जेसिं पि णं जीवाणं सरीरेहिंतो मूले णिव्वत्तिए, खंधे णिव्वत्तिए जाव चउहिं पुट्ठा; जेसिं पि णं जीवाणं सरीरेहिंतो कंदे णिव्वत्तिए ते वि य णं जीवा जाव पंचहिं पुट्ठा; जे वि य से जीवा अहे वीससाए पच्चोवयमाणस्स जाव पंचहिं पुट्ठा । जहा कंदे, एवं जाव बीयं । कइ णं भंते ! सरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच सरीरगा पण्णत्ता, तं जहा- ओरालिए जाव कम्मए । 428 Page #439 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त कइ णं भंते ! इंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच इंदिया पण्णत्ता, तं जहा- सोइंदिए जाव फासिंदिए । कइविहे णं भंते ! जोए पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे जोए पण्णत्ते, तं जहा- मणजोए, वयजोए, कायजोए । जीवे णं भंते ! ओरालियसरीरं णिव्वत्तेमाणे कइकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए; एवं पुढविकाइए वि, एवं जाव मणुस्से । जीवा णं भंते ! ओरालियसरीरं णिव्वत्तेमाणा कइकिरिया ? गोयमा ! तिकिरिया वि, चउकिरिया वि, पंचकिरिया वि; एवं जाव मणुस्सा | एवं वेउव्वियसरीरेण वि दो दंडगा, णवरं जस्स अत्थि वेउव्वियं, एवं जाव कम्मगसरीरं। एवं सोइंदियं जाव फासिंदियं । एवं मणजोगं, वयजोगं, कायजोगं, जस्स जं अत्थि, तं भाणियव्वं। एए एगत्त-पुहुत्तेणं छव्वीसं दंडगा | कइविहे णं भंते! भावे पण्णत्ते ? गोयमा ! छव्विहे भावे पण्णत्ते, तं जहा- उदइए, उवसमिए जाव सण्णिवाइए | से किं तं उदइए ? उदइए भावे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- उदइए, उदयणिप्फण्णे य; एवं एएणं अभिलावेणं जहा अणुओगदारे छण्णामं तहेव णिरवसेसं भाणियव्वं जाव से त्तं सण्णिवाइए भावे || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ १८ | ॥ पढमो उद्देसो समत्ता || सत्तरसमं सतं बीओ उद्देसो से णूणं भंते ! संजय-विरय-पडिहय-पच्चक्खायपावकम्मे धम्मे ठिए, असंजय-अविरयअपडिहयपच्चक्खायपावकम्मे अधम्मे ठिए, संजयासंजए धम्माधम्मे ठिए? हंता गोयमा ! संजय-विरय जाव धम्माधम्मे ठिए । एयंसि णं भंते ! धम्मंसि वा अधम्मंसि वा, धम्माधम्मंसि वा चक्किया केइ आसइत्तए वा जाव तुयट्टित्तए वा ? गोयमा ! णो इणढे समढे । से केणं खाइ अटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जाव धम्माधम्मे ठिए | गोयमा ! संजय-विरय जाव पावकम्मे धम्मे ठिए, धम्मं चेव उवसंपज्जित्ताणं विहरइ; असंजय जाव पावकम्मे अधम्मे ठिए, अधम्म चेव उवसंपज्जित्ता णं विहरड़ । संजयासंजए धम्माधम्मे ठिए, धम्माधम्म उवसंपज्जित्ता णं विहरइ । से तेणटेणं गोयमा ! जाव धम्माधम्मे ठिए । 429 Page #440 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त | | | जीवा णं भंते ! किं धम्मे ठिया, अधम्मे ठिया, धम्माधम्मे ठिया ? गोयमा ! जीवा धम्मे वि ठिया, अधम्मे वि ठिया, धम्माधम्मे वि ठिया । णेरइयाणं भंते ! किं धम्मे ठिया, पुच्छा | गोयमा ! णेरड्या णो धम्मे ठिया, अधम्मे ठिया, णो धम्माधम्मे ठिया । एवं जाव चउरिंदियाणं । पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते ! किं धम्मे ठिया, पुच्छा ? गोयमा ! पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णो धम्मे ठिया, अधम्मे ठिया, धम्माधम्मे वि ठिया । मणुस्सा जहा जीवा | वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिया जहा णेरइया | अण्णउत्थिया णं भंते ! एवं आइक्खंति जाव परूवेंति- एवं खलु समणा पंडिया, समणोवासया बालपंडिया, जस्स णं एगपाणाए वि दंडे अणिक्खित्ते से णं एगंतबाले त्ति वत्तव्वं सिया, से कहमेय भंते ! एवं ? गोयमा ! जण्णं ते अण्णउत्थिया एवं आइक्खंति जाव वत्तव्वं सिया; जे ते एवं आहंसु मिच्छं ते एवं आहेसु । अहं पुण गोयमा ! एवं आइक्खामि जाव परूवेमि- एवं खलु समणा पंडिया, समणोवासगा बालपंडिया, जस्स णं एगपाणाए वि दंडे णिक्खित्ते से णं णो एगंतबाले त्ति वत्तव्वं सिया | जीवा णं भंते ! किं बाला, पंडिया, बालपंडिया ? गोयमा ! बाला वि, पंडिया वि, बालपंडिया वि | णेरइयाणं भंते ! किं बाला, पुच्छा ? गोयमा ! णेरड्या बाला, णो पंडिया, णो बालपंडिया । एवं जाव चउरिंदियाणं । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! किं बाला, पृच्छा ? गोयमा ! पंचिंदिय-तिरिक्ख-जोणिया बाला, णो पंडिया, बालपंडिया वि । मणुस्सा जहा जीवा। वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिया जहा णेरइया । अण्णउत्थिया णं भंते ! एवं आइक्खंति जाव परूवेंति- एवं खलु पाणाइवाए, मुसावाए जाव मिच्छादसणसल्ले वट्टमाणस्स अण्णे जीवे, अण्णे जीवाया, पाणाइवायवेरमणे जाव परिग्गहवेरमणे, कोहविवेगे जाव मिच्छादसणसल्लविवेगे वट्टमाणस्स अण्णे जीवे, अण्णे जीवाया; उप्पत्तियाए जाव परिणामियाए वट्टमाणस्स अण्णे जीवे, अण्णे जीवाया; उग्गहे, ईहा, अवाए, धारणाए वट्टमाणस्स अण्णे जीवे, अण्णे जीवाया; उठाणे जाव परक्कमे वट्टमाणस्स अण्णे जीवे, अण्णे जीवाया; णेरइयत्ते, तिरिक्ख-मणुस्स-देवत्ते वट्ट- माणस्स अण्णे जीवे, अण्णे जीवाया, णाणावरणिज्जे जाव अंतराइए वट्टमाणस्स अण्णे जीवे, अण्णे जीवाया; एवं कण्हलेस्साए जाव सुक्कलेस्साए; एवं सम्मदिट्ठिए, मिच्छादिट्ठीए सम्मामिच्छादिट्ठीए; एवं चक्खुदंसणे जाव केवलदंसणे, आभिणिबोहियणाणे जाव केवलणाणे एवं तिणि अण्णाणा; चत्तारि सण्णाओ; पंच सरीरा; तिण्णि जोगा; दो उवओगे जाव अणागारोवओगे वट्टमाणस्स अण्णे जीवे, अण्णे जीवाया; से कहमेयं भंते! एवं ? 430 Page #441 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२ १३ १४ १ 13 भगवई सुत्त गोयमा ! जं णं ते अण्णउत्थिया एवं आइक्खंति जाव अण्णे जीवाया; जे ते एवं आहंसु मिच्छं ते एवं आहंसु । अहं पुण गोयमा ! एवं आइक्खामि जाव परूवेमि- एवं खलु पाणाइवाए जाव मिच्छादंसणसल्ले वट्टमाणस्स सच्चेव जीवे, सच्चेव जीवाया; जाव अणागारोवओगे वट्टमाणस्स सच्चेव जीवे, सच्चेव जीवाया । देवे णं भंते ! महिड्ढिए जाव महासोक्खे पुव्वामेव रूवी भवित्ता पभू अरूविं विउव्वित्ता णं चिट्ठित्तए ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ- देवे णं जाव णो पभू अरूविं विउव्वित्ता णं चिट्ठित्तए? गोयमा ! अहमेयं जाणामि, अहमेयं पासामि, अहमेयं बुज्झामि, अहमेयं अभिसमण्णागच्छामि, मए एयं णायं, मए एयं दिट्ठे, मए एयं बुद्धं, मए एयं अभिसमण्णागयं-जं णं तहागयस्स जीवस्स सरूविस्स, सकम्मस्स, सरागस्स, सवेयगस्स, समोहस्स, सलेसस्स, ससरीरस्स, ताओ सरीराओ अविप्पमुक्कस्स एवं पण्णायइ, तं जहा- कालत्ते वा जाव सुक्किलत्ते वा सुब्भिगंधत्ते वा दुब्भिगंधत्ते वा तित्तत्ते वा जाव महुरत्ते वा, कक्खडत्ते वा जाव लक्खते वा, से तेणट्टेणं गोयमा ! जाव चिट्ठित्तए । सच्चेव णं भंते ! से जीवे पुव्वामेव अरूवी भवित्ता पभू रूविं विउव्वित्ता णं चिट्ठित्तए ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे जाव चिट्ठित्तए । गोयमा ! अहं एयं जाणामि जाव जं णं तहागयस्स जीवस्स अरूविस्स, अकम्मस्स, अरागस्स, अवेदस्स, अमोहस्स, अलेसस्स, असरीरस्स, ताओ सरीराओ विप्पमुक्कस्स णो एवं पण्णायइ, तं जहा- कालत्ते वा जाव क्ख वा । से तेणट्ठेणं गोयमा ! जाव चिट्ठित्तए वा । सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ बीओ उद्देसो समत्ता ॥ सत्तरसमं सतं तइओ उद्देसो सेलेसिं पडिवण्णए णं भंते ! अणगारे सया समियं एयइ, वेयइ जाव तं तं भावं परिणमइ ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे; णण्णत्थ एगेणं परप्पओगेणं । कइविहा णं भंते ! एयणा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता; तं जहा- दव्वेयणा, खेत्तेयणा, कालेयणा, भवेयणा, भावेयणा । दव्वेयणा णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहाणेरइयदव्वेयणा, तिरिक्ख - जोणिय दव्वेयणा मणुस्सदव्वेयणा देवदव्वेयणा । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वच्चइ- णेरइयदव्वेयणा णेरड्यदव्वेयणा ? गोयमा ! जं णं णेरइया णेरइयदव्वे वहिंसु वा, वट्टंति वा, वट्टिस्संति वा ते णं तत्थ णेरइया णेरइयदव्वे वट्टमाणा णेरड्यदव्वेयणं एयंसु वा एयंति वा, एइस्संति वा । से तेणट्ठेणं गोयमा ! जाव णेरइय दव्वेयणा । 431 Page #442 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 5 भगवई सुत्त से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- तिरिक्खजोणियदव्वेयणा तिरिक्खजोणिय- दव्वेयणा? गोयमा ! एवं चेव, णवरं तिरिक्खजोणियदव्वे भाणियव्वं । सेसं तं चेव, एवं जाव देवदव्वेयणा | खेत्तेयणा णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहाणेरड्यखेत्तेयणा जाव देवखेत्तेयणा । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-णेरइयखेत्तेयणा, णेरइयखेत्तेयणा ? गोयमा ! एवं चेव, णवरं णेरड्यखेत्तेयणा भाणियव्वा, एवं जाव देवखेत्तेयणा |एवं कालेयणा वि, एवं भवेयणा वि, एवं भावेयणा वि, एवं जाव देव भावेयणा । कइविहा णं भंते ! चलणा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा चलणा पण्णत्ता, तं जहा- सरीर चलणा, इंदियचलणा, जोगचलणा | सरीरचलणा णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा- ओरालिय सरीरचलणा जाव कम्मगसरीरचलणा | इंदियचलणा णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहासोइंदियचलणा जाव फासिंदियचलणा । जोगचलणा णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा पण्णत्ता, तं जहामणजोगचलणा, वइजोगचलणा, कायजोगचलणा | से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ- ओरालियसरीरचलणा, ओरालियसरीरचलणा ? गोयमा ! जं णं जीवा ओरालियसरीरे वट्टमाणा ओरालियसरीरपाओग्गाइं दव्वाइं ओरालियसरीरत्ताए परिणामेमाणा ओरालियसरीरचलणं चलिंसु वा चलंति वा चलिस्संति वा; से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव ओरालियसरीरचलणा, ओरालियसरीरचलणा । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- वेउव्वियसरीरचलणा, वेठव्वियसरीरचलणा ? गोयमा ! एवं चेव, णवरं वेउव्वियसरीरे वट्टमाणा । एवं जाव कम्मगसरीरचलणा । १४ | से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ- सोइंदियचलणा, सोइंदियचलणा ? गोयमा ! जं णं जीवा सोइंदिये वट्टमाणा सोइंदियपाओग्गाइं दव्वाइं सोइंदियत्ताए परिणामेमाणा सोइंदियचलणं चलिंसु वा चलंति वा चलिस्संति वा । से तेणटेणं जाव सोइंदियचलणा । एवं जाव फासिंदियचलणा | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- मणजोगचलणा, मणजोगचलणा ? गोयमा ! जं णं जीवा मणजोए वट्टमाणा मणजोगपाओग्गाइं दव्वाइं मणजोगत्ताए परिणामेमाणा मणजोगचलणं चलिंसु वा चलंति वा चलिस्संति वा से तेणटेणं जाव मणजोगचलणा | एवं वइजोगचलणा वि, एवं कायजोगचलणा वि | अह भंते ! संवेगे, णिव्वेए, गुरु-साहम्मिय-सुस्सूसणया, आलोयणया, णिंदणया, गरहणया, खमावणया, सुयसहायता, विउसमणया, भावे अपडिबद्धया, विणिवट्टणया, 432 Page #443 -------------------------------------------------------------------------- ________________ R 13 ४ 19 ε भगवई सुत्त विवित्तसयणासणसेवणया, सोइंदियसंवरे जाव फासिंदयसंवरे, जोगपच्चक्खाणे, सरीरपच्चक्खाणे, कसायपच्चक्खाणे, संभोगपच्चक्खाणे, उवहिपच्चक्खाणे, भत्तपच्चक्खाणे, खमा, विरागया, भावसच्चे, जोगसच्चे, करणसच्चे, मणसमण्णाहरणया, वइसमण्णाहरणया, कायसमण्णाहरणया, कोहविवेगे जाव मिच्छादंसणसल्लविवगे, णाणसंपण्णया, दंसणसंपण्णया, चरित्तसंपण्णया, वेयणाअहियासणया, मारणंतियअहियासणया; एए णं भंते ! पया किं पज्जवसाणफला पण्णत्ता समणाउसो ? गोयमा ! संवेगे, णिव्वेए जाव मारणंतिय अहियासणया; एए णं सिद्धिपज्जवसाण- फला पण्णत्ता समणाउसो ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ तइओ उद्देसो समत्ता ॥ सत्तरसमं सतं चउत्थो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णयरे जाव एवं वयासी- अत्थि णं भंते ! जीवाणं पाणाइवाएणं किरिया कज्जइ ? गोयमा ! हंता, अत्थि । सा भंते ! किं पुट्ठा कज्जइ, अपुट्ठा कज्जइ ? गोयमा ! पुट्ठा कज्जइ, णो अपुट्ठा कज्जइ । एवं जहा पढमसए छट्टुद्देसए जाव णो अणाणुपुव्विकडा त्ति वत्तव्वं सिया । एवं जाव वेमाणियाणं; णवरं जीवाणं एगिंदियाण य णिव्वाघाएणं छद्दिसिं, वाघायं पडुच्च सिय तिदिसिं, सिय चउदिसिं, सिय पंचदिसिं । सेसाणं नियमं छद्दिसिं । अत्थि णं भंते ! जीवाणं मुसावाएणं किरिया कज्जइ ? गोयमा ! हंता, अत्थि । सा भंते! किं पुट्ठा कज्जइ, अपुट्ठा कज्जइ ? गोयमा ! जहा पाणाइवाएणं दंडओ एवं मुसावाएण वि । एवं अदिण्णादाणेण वि, मेहुणेण वि, परिग्गहेण वि । एवं एए पंच दंडगा । जं समयं णं भंते! जीवाणं पाणाइवाएणं किरिया कज्जइ सा भंते! किं पुट्ठा कज्जइ, अपुट्ठा कज्जइ ? गोयमा ! तहेव जाव वत्तव्वं सिया । एवं जाव वेमाणियाणं । एवं मुसावाएणं जाव परिग्गणं । एवं एए वि पंच दंडगा । जं देसेणं भंते ! जीवाणं पाणाइवाएणं किरिया कज्जइ, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव जाव परिग्गहेणं, एए वि पंच दंडगा । जं पएसं णं भंते ! जीवाणं पाणइवाएणं किरिया कज्जइ सा भंते किं पुट्ठा कज्जइ ? एवं तहेव दंडओ | एवं जाव परिग्गहेणं । एवं एए वीसं दंडगा । 433 Page #444 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८ जीवाणं भंते ! किं अत्तकडे दुक्खे, परकडे दुक्खे, तदुभयकडे दुक्खे ? गोयमा! अत्तकडे दुक्खे, णो परकडे दुक्खे, णो तदुभयकडे दुक्खे । एवं जाव वेमाणियाणं । जीवा णं भंते ! किं अत्तकडं दुक्खं वेएंति, परकडं दुक्खं वेएंति, तदुभयकडं दुक्खं वेति ? गोयमा ! अत्तकडं दुक्खं वेएंति, णो परकडं दुक्खं वेएंति, णो तदुभयकडं दुक्खं वेति । एवं जाव वेमाणियाणं । 18 |१० ११ भगवई सुत्त १ जीवाणं भंते ! किं अत्तकडा वेयणा, परकडा वेयणा, पुच्छा ? गोयमा ! अत्तकडा वेयणा, णो परकडा वेयणा, णो तदुभयकडा वेयणा । एवं जाव वेमाणियाणं । जीवाणं भंते ! किं अत्तकडं वेयणं वेएंति, परकडं वेयणं वेएंति, तदुभयकडं वेयणं वेति ? गोयमा ! जीवा अत्तकडं वेयणं वेएंति, णो परकडं, णो तदुभयकडं । एवं जाव वेमाणियाणं । ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ चउत्थो उद्देसो समत्ता ॥ सत्तरसमं सतं पंचमो उद्देसो कहिं णं भंते ! ईसाणस्स देविंदस्स देवरण्णो सभा सुहम्मा पण्णत्ता ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरेणं इमीसे रयणप्पभा पुढवी बहुसमरमणिज्जाओ भूमिभागाओ उड्ढं चंदिम-सूरिय एवं जहा ठाणपए जाव मज्झे ईसाणवडेंसए । से णं ईसाणवडेंसए महाविमाणे अद्धतेरसजोयणसयसहस्साइं एवं जहा दसमसए सक्कविमाणवत्तव्वया सा इह वि ईसाणस्स णिरवसेसा भाणियव्वा जाव आयरक्ख त्ति । ठिई सातिरेगाइं दो सागरोवमाई, सेसं तं चेव जाव ईसाणे देविंदे देवराया, ईसाणे देविंदे देवराया | ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ पंचमो उद्देसो समत्ता ॥ सत्तरसमं सतं छट्टो उद्देसो पुढविक्काइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए समोहए, समोहणित्ता जे भविए सोहम्मे कप्पे पुढविक्काइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! किं पुव्विं उववज्जित्ता पच्छा संपाउणेज्जा, पुव्विं संपाठणित्ता पच्छा उववज्जेज्जा ? गोयमा ! पुव्विं वा उववज्जित्ता पच्छा संपाउणेज्जा, पुव्विं वा संपाठणित्ता पच्छा उववज्जेज्जा | 434 Page #445 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३ भगवई सुत्त 7 से केणटेणं जाव पच्छा उववज्जेज्जा ? गोयमा ! पुढविक्काइयाणं तओ समुग्घाया पण्णत्ता, तं जहा- वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्घाए, मारणंतियसमुग्घाए । मारणंतियसमुग्घाएणं समोहणमाणे देसेण वा समोहणइ, सव्वेण वा समोहणइ, देसेण वा समोहणमाणे पुव्विं संपाउणित्ता पच्छा उववज्जिज्जा, सव्वेणं समोहणमाणे पुव्विं उववज्जेत्ता पच्छा संपाउणेज्जा; से तेणटेणं जाव उववज्जेज्जा । पुढविकाइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए जाव समोहए, समोहणित्ता जे भविए ईसाणे कप्पे पुढविकाइयत्ताए, पुच्छा ? गोयमा! एवं चेव ईसाणे वि । एवं जाव अच्चुय-गेविज्ज विमाणे, अणुत्तर विमाणे; ईसिपब्भाराए य एवं चेव । पुढविकाइए णं भंते ! सक्करप्पभाए पुढवीए समोहए समोहणित्ता जे भविए सोहम्मे कप्पे पुढविकाइयत्ताए, पुच्छा ? गोयमा! एवं जहा रयणप्पभाए पुढविकाइओ उववाइओ एवं सक्करप्पभाए वि पुढविक्काइओ उववाएयव्वो जाव ईसिपब्भाराए, एवं जहा रयणप्पभाए वत्तव्वया भणिया, एवं जाव अहेसत्तमाए समोहए ईसिपब्भाराए उववाएयव्वो, सेसं तं चेव । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || छट्ठो उद्देसो समत्ता || सत्तरसमं सतं सत्तमो उद्देसो पढविक्काइए णं भंते ! सोहम्मे कप्पे समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! किं पुट्विं, पुच्छा ? गोयमा ! जहा रयणप्पभाए पुढविकाइए सव्वकप्पेसु जाव ईसिप्पन्भाराए ताव उववाइओ, एवं सोहम्मपुढविकाइओ वि सत्तसु वि पुढवीसु उववाएयव्वो जाव अहेसत्तमा; एवं जहा सोहम्मपुढविकाइओ सव्वपुढवीसु उववाइओ, एवं जाव ईसिपब्भारा पुढविकाइओ सव्वपुढवीसु उववाएयव्वो जाव अहेसत्तमाए || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ सत्तमो उद्देसो समत्ता || सत्तरसमं सतं अट्ठमो उद्देसो १ | आउक्काइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए समोहए, समोहणित्ता जे भविए सोहम्मे कप्पे आउकाइयत्ताए उववज्जित्तए पुच्छा ? 435 Page #446 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! जहा पुढविकाइओ तहा आउकाइओ वि सव्व कप्पेसु जाव ईसिपब्भाराए तहेव उववाएयव्वो । एवं जहा रयणप्पभाआउकाइओ उववाइओ तहा जाव अहेसत्तम-पुढविआउकाइओ उववाएयव्वो जाव ईसिपब्भाराए || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || अट्ठमो उद्देसो समत्ता || सत्तरसमं सतं णवमो उद्देसो आउक्काइए णं भंते ! सोहम्मे कप्पे समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए घणोदहिवलएसु आउक्काइयत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते ! पुच्छा? गोयमा ! तं चेव जाव अहेसत्तमाए | जहा सोहम्म कप्प आउक्काइओ एवं जाव ईसिपब्भाराआउक्काइओ जाव अहेसत्तमाए उववाएयव्वो || सेवं भंते ! सेवं भंते! || || णवमो उद्देसो समत्ता || सत्तरसमं सतं दसमो उद्देसो वाउक्काइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए जाव जे भविए सोहम्मे कप्पे वाउ- क्काइयत्ताए उववज्जित्तए, से णं पुच्छा ? गोयमा ! जहा पुढविकाइओ तहा वाउकाइओ वि, णवरं वाउकाइयाणं चत्तारि समग्घाया पण्णत्ता, तं जहा- वेयणासमुग्घाए जाव वेउव्वियसमग्घाए । मारणंतियसमुग्घाए णं समोहणमाणे देसेण वा समोहणइ, सेसं तं चेव जाव अहेसत्तमाए समोहओ ईसिपब्भाराए उववाएयव्वो || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ दसमो उद्देसो समत्ता || सत्तरसमं सतं इक्कारसमो उद्देसो वाउक्काइए णं भंते ! सोहम्मे कप्पे समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए घणवाए, तणुवाए, घणवायवलएस्, तणुवायवलएस, वाउकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! तं चेव सव्वं भाणियव्वं । जहा सोहम्मे वाउक्काइओ सत्तसु वि पुढविसु उववाइओ एवं जाव ईसिप्पन्भाराए वाउक्काइओ जाव अहेसत्तमाए उववाएयव्वो सेवं भंते! सेवं भंते! || ॥ इक्कारसमो उद्देसो समत्ता || सत्तरसमं सतं 436 Page #447 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त बारसमो उद्देसो एगिंदिया णं भंते ! सव्वे समाहारा, पुच्छा ? गोयमा ! जहा पढमसए बिइयउद्देसए पढविक्काइयाणं वत्तव्वया भणिया सा चेव एगिदियाणं इह भाणियव्वा जाव णो समाउया समोववण्णगा। एगिंदियाणं भंते ! कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! चत्तारि लेस्साओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कण्हलेस्सा जाव तेउलेस्सा | एएसिणं भंते ! एगिंदियाणं कण्हलेस्साणं जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा एगिदियाणं तेउलेस्सा. काउलेस्सा अ णीललेस्सा विसेसाहिया, कण्हलेस्सा विसेसाहिया । एएसि णं भंते! एगिदियाणं कण्हलेस्साणं इड्ढी पुच्छा ? गोयमा! जहेव दीवकुमा- राणं | सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ || बारसमो उद्देसो समत्ता ॥ Loo सत्तरसमं सतं १३-१७ उद्देसो १ णागकुमारा णं भंते ! सव्वे समाहारा, पुच्छा ? गोयमा ! जहा सोलसमसए दीवकुमारुद्देसे तहेव णिरवसेसं भाणियव्वं जाव इड्ढी । सुवण्णकुमारा णं भंते ! सव्वे समाहारा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव जहा नागकुमारा | विज्जुकुमारा णं भंते ! सव्वे समाहारा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । वायुकुमारा णं भंते ! सव्वे समाहारा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । अग्गिकुमारा णं भंते ! सव्वे समाहारा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । ॥ १३-१७ उद्देसो समत्ता || ॥ सत्तरसमं सतं समत्त || अट्ठारसमं सतं पढमो उद्देसो पढमे विसाह मायंदिए य, पाणाइव गुल केवलि अणगारे, भविए तह सोमिलद्वारसे || सिद्धे णं भंते ! सिद्धभावेणं किं पढमे अपढमे ? गोयमा ! पढमे, णो अपढमे । 437 Page #448 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जीवा णं भंते ! जीवभावेणं किं पढमा अपढमा ? गोयमा ! णो पढमा, अपढमा । एवं जाव वेमाणिया । सिद्धा णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! पढमा, णो अपढमा । आहारए णं भंते ! जीवे आहारभावेणं किं पढमे अपढमे ? गोयमा ! णो पढमे, अपढमे। एवं जाव वेमाणिए। पोहत्तिए एवं चेव । अणाहारए णं भंते ! जीवे अणाहारभावेणं पुच्छा | गोयमा ! सिय पढमे, सिय अपढमे। णेरइए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णो पढमे, अपढमे । एवं जाव वेमाणिए । सिद्धे पढमे णो अपढमे । अणाहारगा णं भंते ! जीवा अणाहारभावेणं पुच्छा । गोयमा ! पढमा वि अपढमा वि । णेरड्या जाव वेमाणिया णो पढमा, अपढमा | सिद्धा पढमा, णो अपढमा । भवसिद्धीए एगत्तपत्तेणं जहा आहारए, एवं अभवसिद्धीए वि । णोभवसिद्धीय- णोअभवसिद्धीए णं भंते ! जीवे पुच्छा ? गोयमा ! पढमे, णो अपढमे । णोभवसिद्धीय-णोअभवसिद्धीएणं भंते ! सिद्धे पच्छा ? गोयमा ! जहा जीवे तहा सिद्धे वि | एवं पुहुत्तेणं वि जीवे, सिद्धे दोण्ह वि भाणियव्वा | सण्णी णं भंते ! जीवे सण्णीभावेणं किं पढमे, पुच्छा ? गोयमा ! णो पढमे, अपढमे । एवं विगलिंदियवज्ज जाव वेमाणिए । एवं पुहत्तेणं वि । असण्णी एवं चेव एगत्तपुहुत्तेणं, णवरं जाव वाणमंतरा । णोसण्णी णोअसण्णी जीवे, मणुस्से, सिद्धे पढमे, णो अपढमे । एवं पुहुत्तेण वि । सलेसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहा आहारए, एवं पुहुत्तेणं वि | कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा एवं चेव, णवरं जस्स जा लेसा अत्थि । अलेसे णं जीव, मणुस्स, सिद्धे जहा णोसण्णी- णोअसण्णी । सम्मदिट्ठीए णं भंते ! जीवे सम्मदिद्विभावेणं किं पढमे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय पढमे, सिय अपढमे । एवं एगिदियवज्जं जाव वेमाणिए | सिद्धे पढमे, णो अपढमे । तया जीवा पढमा वि अपढमा वि, एवं जाव वेमाणिया । सिद्धा पढमा, णो अपढमा । मिच्छादिट्ठीए एगत्तपुहुत्तेणं जहा आहारगा । सम्मामिच्छादिट्ठी एगत्तपुहुत्तेणं जहा सम्मदिट्ठी, णवरं जस्स अत्थि सम्मामिच्छत्तं । संजए जीवे मणुस्से य एगत्तपुहुत्तेणं जहा सम्मदिट्ठी, असंजए जहा आहारए, संजयासंजए जीवे पंचिंदियतिरिक्खजोणियमणुस्सा एगत्तपत्तेणं जहा सम्मदिट्ठी णोसंजए णोअसंजए णोसंजयासंजए जीवे सिद्ध य एगत्तपुहुत्तेणं पढमे, णो अपढमे । 438 Page #449 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५ १६ १७ १९ २० १८ सागारोवउत्ता अणागारोवउत्ता एगत्तपुहुत्तेणं जहा अणाहारए । सवेदगो जाव णपुंसगवेदगो एगत्तपुहुत्तेणं जहा आहारए, णवरं जस्स जो वेदो अत्थि । अवेदओ एगत्तपुहुत्तेणं तिसु वि पदेसु जहा अकसायी ॥ २१ २२ २३ २४ २५ २६ भगवई सुत्त सकसायी कोहकसायी जाव लोभकसायी एए एगत्तपुहुत्तेणं जहा आहारए । अकसायी जीवे सिय पढमे सिय अपढमे, एवं मणुस्से वि । सिद्धे पढमे, णो अपढमे; पुहुत्तेणं जीवा, मणुस्सा पढमा वि अपढमा वि । सिद्धा पढमा णो अपढमा । २७ णाणी एगत्तपुहुत्तेणं जहा सम्मदिट्ठी । आभिणिबोहियणाणी जाव मणपज्जवणाणी एगत्तपुहुत्तेणं एवं चेव, णवरं जस्स जं अत्थि । केवलणाणी जीवे मणुस्से सिद्धे य एगत्तपुहुत्तेणं पढमा, णो अपढमा । अण्णाणी, मइअण्णाणी, सुयअण्णाणी, विभंगणाणी एगत्तपुहुत्तेणं जहा आहारए । सजोगी, मणजोगी, वयजोगी, कायजोगी एगत्तपुहुत्तेणं जहा आहारए, णवरं जस्स जो जोगो अत्थि। अजोगी जीव-मणुस्स-सिद्धा एगत्तपुहुत्तेणं पढमा, णो अपढमा । ससरीरी जहा आहारए, एवं जाव कम्मगसरीरी, जस्स जं अत्थि सरीरं, णवरं आहारगसरीरी एगत्तपुहुत्तेणं जहा सम्मदिट्ठी । असरीरी जीवो सिद्धो एगत्तपुहुत्तेणं पढमो णो अपढो । पंचहिं पज्जत्तीहिं पंचहिं अपज्जत्तीहिं एगत्तपुहुत्तेणं जहा आहारए, णवरं जस्स जा अत्थि जाव वेमाणिया णो पढमा, अपढमा । इमा लक्खण-गाहा जो जेणं पत्तपुव्वो भावो, सो तेण अपढमओ होइ । सेसेसु होई पढमो, अपत्तपुव्वेसु भावेसु ॥ जीवे णं भंते! जीवभावेणं किं चरिमे अचरिमे ? गोयमा ! णो चरिमे, अचरिमे । रइए णं भंते ! णेरइयभावेणं, पुच्छा ? गोयमा ! सिय चरिमे, सिय अचरिमे । एवं जाव मणि | सिद्धे जहा जीवे । जीवा णं पुच्छा ? गोयमा ! णो चरिमा, अचिरमा । णेरइया चरिमा वि अचरिमा वि, एवं जाव वेमाणिया । सिद्धा जहा जीवा । आहारए सव्वत्थ एगत्तेणं सिय चरिमे, सिय अचरिमे, पुहुत्तेणं चरिमा विचमा । अणाहारओ जीवो सिद्धो य एगत्तेण वि पुहुत्तेण वि णो चरिमे, अचरिमे । सेट्ठाणेसु एगत्तपुहुत्तेणं जहा आहारओ । भवसिद्धीओ जीवपए एगत्तपुहुत्तेणं चरिमे णो अचरिमे, सेसट्ठाणेसु जहा ओ अभवसिद्धिओ सव्वत्थ एगत्तपुहुत्तेणं णो चरिमे, अचरिमे । णोभवसिद्धीय-णोअभवसिद्धीय जीवा सिद्धा य एगत्तपुहुत्तेणं जहा अभवसिद्धीओ I सणी जहा आहारओ, एवं असण्णी वि । णोसण्णी - णोअसण्णी जीवपए सिद्धपए य अचरिमे, मणुस्सपए चरिमे एगत्तपुहुत्तेणं । 439 Page #450 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २८ २९ सम्मट्ठी जहा अणाहारओ, मिच्छादिट्ठी जहा आहारओ, सम्मामिच्छादिट्ठी एगिंदिय विगलिंदियवज्जं सिय चरिमे, सिय अचरिमे, पुहुत्तेणं चरिमा वि अरिमा वि । संजओ जीवो मणुस्सो य जहा आहारओ, असंजओ वि तहेव, संजयासंजए वि तहेव, णवरं जस्स जं अत्थि | णोसंजय णोअसंजय णोसंजयासंजओ जहा णोभवसिद्धीय णोअभवसिद्धीओ । सकसायी जाव लोभकसायी सव्वट्ठाणेसु जहा आहारओ, अकसायी जीवपए सिद्धे य णो चरिमो, अचरिमो; मणुस्सपए सिय चरिमो, सिय अचरिमो | 130 ३१ ३२ ३३ ३४ ३५ ३६ ३७ 18 भगवई सुत्त सलेस्सी जाव सुक्कलेस्सी जहा आहारओ, णवरं जस्स जा अत्थि । अलेस्सी जहा णोसण्णी णोअसण्णी । R णाणी जहा समदिट्ठी सव्वत्थ, आभिणिबोहियणाणी जाव मणपज्जवणाणी जहा आहारओ, णवरं जस्स जं अत्थि । केवलणाणी जहा णोसण्णी- णोअसण्णी, अण्णाणी जाव विभंगणाणी जहा आहारओ । सयोगी जाव कायजोगी जहा आहारओ, जस्स जो जोगो अत्थि । अजोगी जहा णोसण्णीणोअसण्णी । सागारोवउत्तो अणागारोवउत्तो य जहा अणाहारओ । सवेदओ जाव णपुंसगवेदओ जहा आहारओ, अवेदओ जहा अकसायी । सरीरी जाव कम्मगसरीरी जहा आहारओ, णवरं जस्स जं अत्थि । असरीरी जहा गोभवसिद्धी - णोअभवसिद्धीओ | पंचहिं पज्जत्तीहिं पंचहिं अपज्जत्तीहिं जहा आहारओ, सव्वत्थ एगत्तपुहुत्तेणं दंडगा भाणियव्वा । इमा लक्खणगाहा जो जं पाविहिइ पुणो, भावं सो तेण अचरिमो होइ । अच्चंतविओगो जस्स, जेण भावेण सो चरिमो । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्ता ॥ अट्ठारसमं सतं बीओ उद्देस तेणं कालेणं तेणं समएणं विसाहा णामं णयरी होत्था, वण्णओ। बहुपुत्तिए चेइए, वण्णओ । सामी समोसढे जाव पज्जुवासइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं सक्के देविंदे देवराया वज्जपाणी पुरंदरे, एवं जहा सोलसमस बिइयउद्देसए तहेव दिव्वेणं जाणविमाणेणं आगओ । णवरं एत्थ आभियोगा वि अत्थि जाव बत्तीसइविहं णट्टविहिं उवदंसेइ, उवदंसेत्ता जाव पडिगए । भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं जाव एवं वयासी एवं जहा तईयसए ईसाणस्स वत्तव्वया तहेव कूडागारदिट्ठतो, तहेव पुव्वभवपुच्छा जाव अभिसमण्णागया ? 440 Page #451 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! त्ति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयमं एवं वयासी- एवं खलु गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे हत्थिणापुरे णामं णयरे होत्था, वण्णओ | सहस्संबंवणे उज्जाणे, वण्णओ । तत्थ णं हत्थिणापुरे णयरे कत्तिए णामं सेट्ठी परिवसइ, अड्ढे जाव अपरिभूए; णेगमपढमासणिए, णेगमट्ठसहस्सस्स बहुसु कज्जेसु य कारणेसु य कोडंबेसु य एवं जहा रायप्पसेणइज्जे चित्ते जाव चक्खुभूए, णेगमट्ठसहस्सस्स सयस्स य कुडंबस्स आहेवच्चं जाव कारेमाणे पालेमाणे, समणोवासए, अभिगयजीवाजीवे जाव विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं मुणिसुव्वए अरहा आइगरे जहा सोलसमसए तहेव जाव समोसढे जाव परिसा पज्जुवासइ । तएणं से कत्तिए सेट्ठी इमीसे कहाए लद्धढे समाणे हद्वतुट्टे, एवं जहा एक्कारसमसए सुदंसणे तहेव णिग्गओ जाव पज्जुवासइ । तएणं मुणिसुव्वए अरहा कत्तियस्स सेविस्स धम्मकहा जाव परिसा पडिगया । तएणं से कत्तिए सेट्ठी मुणिसुव्वए जाव णिसम्म हट्टतुट्टे उट्ठाए उढेइ, उट्ठाए उद्वेत्ता मुणिसुव्वयं जाव एवं वयासी-एवमेयं भंते ! जाव से जहेयं तुब्भे वदह, जं णवरं देवाणुप्पिया ! णेगमद्वसहस्सं आपुच्छामि, जेट्टपुत्तं च कुटुंबे ठावेमि, तएणं अहं देवाणुप्पियाणं अंतियं पव्वयामि। अहासुहं जाव मा पडिबंधं । तए णं से कत्तिए सेट्ठी जाव पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता जेणेव हत्थिाणापुरे णयरे जेणेव सए गेहे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता णेगमट्ठसहस्सं सद्दावेइ, सद्दावेत्ता एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया ! मए मुणिसुव्वयस्स अरहओ अंतियं धम्मे णिसंते, से वि य मे धम्मे इच्छिए, पडिच्छिए, अभिरुइए । तएणं अहं देवाणुप्पिया ! संसारभयुव्विग्गे जाव पव्वयामि, तं तुब्भे णं देवाणुप्पिया ! किं करेइ, किं ववसइ, किं भे हियइच्छिए, किं भे सामत्थे ? तएणं तं णेगमट्ठसहस्सं पि कत्तियं सेटिं एवं वयासी- जइ णं तुब्भे देवाणुप्पिया! संसारभयुव्विग्गा जाव पव्वइस्संति, अम्हं देवाणप्पिया ! किं अण्णे आलंबणे वा, आहारे वा, पडिबंधे वा? अम्हे वि णं देवाणुप्पिया! संसारभयुव्विग्गा भीया जम्मणमरणाणं देवाणुप्पिएहिं सद्धिं मुणिसुव्वयस्स अरहओ अंतियं मुंडा भवित्ता अगाराओ जाव पव्वयामो । तएणं से कत्तिए सेट्ठी तं णेगमट्ठसहस्सं एवं वयासी- जइ णं देवाणुप्पिया ! संसारभयुव्विग्गा भीया जम्मणमरणाणं मए सद्धिं मुणिसुव्वयस्स जाव पव्वयह, तं गच्छह णं तुब्भे देवाणुप्पिया ! सएस गिहेसु, विपुलं असणं जाव उवक्खडावेह, मित्तणाई जाव जेहपुत्तं कुडुंबे ठावेह, ठावेत्ता तं मित्तणाइ जाव जेट्टपुत्ते आपुच्छह, आपुच्छेत्ता पुरिससहस्सवाहिणीओ सीयाओ दुरूहह, दुरूहित्ता मित्तणाई जाव परिजणेणं जेट्टपुत्तेहिं य समणुगम्ममाणमग्गा सव्वड्ढीए जाव रवेणं अकालपरिहीणं चेव मम अंतियं पाउब्भवह। तएणं ते णेगमट्ठसहस्सं पि कत्तियस्स सेहिस्स एयमद्वं विणएणं पडिसुणेइ, पडिसुणेत्ता जेणेव साइं साइं गिहाई तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता विउलं असणं जाव उवक्खडावेंति, उवक्खडावेत्ता जाव जेट्टपुत्ते कुटुंबे ठावेंति, ठावेत्ता तं मित्तणाई जाव जेट्टपुत्ते य आपुच्छंति, आपुच्छेत्ता पुरिससहस्सवाहिणीओ सीयाओ दुरूहित्ता मित्तणाई जाव परिजणेणं जेट्टपुत्तेहि य समणु- गम्ममाण-मग्गा सव्विड्ढीए जाव रवेणं अकालपरिहीणं चेव कत्तियस्स सेद्विस्स अंतियं पाउब्भवंति । | 441 Page #452 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ८ तएणं से कत्तिए सेट्ठी विपुलं असणं जाव साइमं एवं जहा गंगदत्तो तहा मित्तणाइ जाव परिजणेणं जेट्टपुत्तेणं णेगमट्ठसहस्सेण य समणुगम्ममाणमग्गे सव्वड्ढीए जाव रवेणं हत्थिणापुरं णयरं मज्झंमज्झेणं जहा गंगदत्तो जाव आलित्ते णं भंते ! लोए, पलित्ते णं भंते! लोए, आलित्तपलित्ते णं भंते ! लोए जाव आणुगामियत्ताए भविस्सइ, तं इच्छामि णं भंते! णेगमट्ठसहस्सेण सद्धिं सयमेव पव्वावियं जाव धम्ममाइक्खियं । तएणं मुणिसुव्वए अरहा कत्तियं सेटिं णेगमट्ठसहस्सेणं सद्धिं सयमेव पव्वावेइ जाव धम्ममाइक्खइ- एवं देवाणुप्पिया ! गंतव्वं, एवं चिट्ठियव्वं जाव संजमियव्वं । तए णं से कत्तिए सेट्ठी णेगमट्ठसहस्सेण सद्धिं मुणिसुव्वयस्स अरहओ इमं एयारूवं धम्मियं उवदेसं सम्म पडिवज्जइ, तमाणाए तहा गच्छड़ जाव संजमेइ । तएणं से कत्तिए सेट्ठी णेगमट्ठसहस्सेणं सद्धिं अणगारे जाए- ईरियासमिए जाव गुत्तबंभयारी | तएणं से कत्तिए अणगारे मुणिसुव्वयस्स अरहओ तहारूवाणं थेराणं अंतियं सामाइयमाइयाइं चोद्दस पुव्वाई अहिज्जइ, अहिज्जित्ता बहुहिं चउत्थ छट्ठ-दुम जाव अप्पाणं भावेमाणे बहुपडिपुण्णाई दुवालस वासाइं सामाण्ण-परियागं पाउणइ, पाउणित्ता मासियाए संलेहणाए अत्ताणं झोसेइ, झोसित्ता सद्धिं भत्ताई अणसणाए छेदेइ, छेदेत्ता आलोइय पडिकंते कालमासे कालं किच्चा सोहम्मे कप्पे सोहम्मवडेंसए विमाणे उववायसभाए देवसयणिज्जंसि जाव सक्के देविंदत्ताए उववण्णे | तए णं से सक्के देविंदे देवराया अहणोववण्णमित्तए सेसं जहा गंगदत्तस्स जाव सव्व दुक्खाणं अंतं काहिइ, णवरं ठिई दो सागरोवमाइं, सेसं तं चेव ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || बीओ उद्देसो समत्ता || अट्ठारसमं सतं तइओ उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णयरे होत्था, वण्णओ । गुणसीलए चेइए, वण्णओ | सामी समोसरिए जाव परिसा पडिगया | तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी मागंदियपत्ते णामं अणगारे पगइभद्दे, जहा मंडियपत्ते जाव पज्जवासमाणे एवं वयासी से णूणं भंते ! काउलेस्से पुढविकाइए काउलेस्सेहिंतो पुढविकाइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता माणुसं विग्गहं लभइ, लभित्ता केवलं बोहिं बुज्झइ, बुज्झित्ता तओ पच्छा सिज्झइ जाव सव्व दुक्खाणं अंतं करेइ? हंता मागंदियपुत्ता ! काउलेस्से पुढविकाइए जाव सव्व दुक्खाणं अंतं करेइ । से णूणं भंते ! काउलेसे आउकाइए काउलेसेहिंतो आउकाइएहितो अणंतरं उव्वट्टित्ता माणुसं विग्गहं लभइ, लभित्ता केवलं बोहिं बुज्झइ जाव सव्व दुक्खाणं अंतं करेइ ? हंता मागंदियपुत्ता! जाव सव्व दुक्खाणं अंतं करेइ । से णूणं भंते! काउलेस्से वणस्सइकाइए, पुच्छा ? गोयमा! एवं चेव जाव अंतं करेइ । 442 Page #453 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति मागंदियपत्ते अणगारे समणं भगवं महावीरं जाव णमंसित्ता जेणेव समणे णिग्गंथे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणे णिग्गंथे एवं वयासी- एवं खल अज्जो ! काउलेस्से पुढविकाइए तहेव जाव अंतं करेइ, एवं खलु अज्जो ! काउलेसे आउकाइए जाव अंतं करेइ, एवं खल अज्जो ! काउलेस्से वणस्सइकाइए जाव अंतं करेइ । तएणं ते समणा णिग्गंथा मागंदियपुत्तस्स अणगारस्स एवमाइक्खमाणस्स जाव एवं परूवेमाणस्स एयमलु णो सद्दहति जाव जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीएवं खलु भंते ! मागंदियपुत्ते अणगारे अम्हं एवमाइक्खमइ जाव परूवेइ एवं खलु अज्जो ! काउलेस्से पुढविकाइए जाव अंतं करेइ, एवं खलु अज्जो ! काउलेस्से आउक्काइए जाव अंतं करेइ, एवं वणस्सइकाइए वि जाव अंतं करेइ, से कहमेयं भंते ! एवं ? अज्जो ! त्ति समणे भगवं महावीरे ते समणे णिग्गंथे आमंतित्ता एवं वयासी- जण्णं अज्जो ! मागंदियपुत्ते अणगारे तुब्भे एवं आइक्खड़ जाव परूवेइ- एवं खलु अज्जो ! काउलेस्से पुढविकाइए जाव अंतं करेइ, एवं खल अज्जो ! काउलेस्से आउक्काइए जाव अंतं करेइ, एवं खलु अज्जो! काउलेस्से वणस्सइकाइए वि जाव अंतं करेइ, सच्चे णं एसमढे अहं पि णं अज्जो एवमाइक्खामि जाव परूवेमि- एवं खलु अज्जो ! कण्हलेसे पुढविकाइए कण्हलेसेहितो पुढविकाइएहिंतो जाव अंतं करेइ, एवं खलु अज्जो ! णीललेस्से पुढविकाइए जाव अंतं करेइ, एवं काउलेस्से वि, जहा पुढविकाइए एवं आउकाइए वि, एवं वणस्सइकाइए वि, सच्चे णं एसमटे | सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति समणा णिग्गंथा समणं भगवं महावीरं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव मागंदियपुत्ते अणगारे तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता मागंदियपुत्तं अणगारं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता एयमद्वं सम्मं विणएणं भुज्जो भुज्जो खामेति | तएणं से मागंदियपुत्ते अणगारे उट्ठाए उढेइ, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीअणगारस्स णं भंते ! भावियप्पणो सव्वं कम्मं वेएमाणस्स, सव्वं कम्मं णिज्जरे- माणस्स, सव्वं मारं मरमाणस्स, सव्वं सरीरं विप्पजहमाणस्स, चरिमं कम्मं वेएमाणस्स, चरिमं कम्म णिज्जरेमाणस्स, चरिमं मारं मरमाणस्स, चरिमं सरीरं विप्पजहमाणस्स, मारणंतियं कम्म वेएमाणस्स, मारणंतियं कम्मं णिज्जरेमाणस्स, मारणंतियं मारं मरमाणस्स, मारणंतियं सरीरं विप्पजहमाणस्स जे चरिमा णिज्जरा-पोग्गला सुहमा णं ते पोग्गला पण्णत्ता समणाउसो ! सव्वं लोगं पिणं ते ओगाहित्ताणं चिटुंति? اکیا हंता मागंदियपुत्ता ! अणगारस्स णं भावियप्पणो जाव ओगाहित्ताणं चिट्ठति | छउमत्थे णं भंते ! मणस्से तेसिं णिज्जरापोग्गलाणं किंचि आणत्तं वा णाणत्तं वा जाव जाणइ पासइ? 443 Page #454 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त मागंदियपत्ता ! णो इणढे समटे | एवं जहा इंदिय उद्देसए पढमे जाव वेमाणिया जाव तत्थ णं जे ते उवउत्ता ते जाणंति, पासंति, आहारैति । से तेणटेणं मागंदियपुत्ता ! अत्थेगइया जाव ण जाणंति, ण पासंति, आहारंति । णेरड्या णं भंते ! ते णिज्जरापोग्गला किं जाणंति, पासंति, आहारंति पुच्छा ? मागंदियपुत्ता ! एवं चेव जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं । मणुस्सा णं भंते ! ते णिज्जरापोग्गले किं जाणंति पासंति आहारेंति, उदाहु ण जाणंति ण पासंति ण आहारेंति ? मागंदिय पुत्ता ! अत्थेगइया जाणंति पासंति आहारेंति, अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति, आहारेति । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जाव अत्थेगइया ण जाणंति ण पासंति आहारेंति ? मागंदिय पुत्ता ! मणुस्सा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सण्णीभूया य असण्णीभूया य । तत्थ णं जे ते असण्णीभूया ते ण जाणंति ण पासंति, आहारेति । तत्थ णं जे ते सण्णीभूया ते दुविहा पण्णत्ता तं जहा- उवउत्ता अणुवउत्ता य । तत्थ णं जे ते अणुवउत्ता ते ण जाणंति ण पासंति, आहारेति । तत्थ णं जे ते उवउत्ता ते जाणंति पासंति आहारेंति। से तेणटेणं मागंदिय पुत्ता ! एवं वुच्चइ- अत्थेगइया ण जाणंति, ण पासंति, आहारेंति; अत्थेगइया जाणंति, पासंति, आहारेति । वाणमंतर-जोइसिया जहा णेरइया । वेमाणिया णं भंते ! ते णिज्जरापोग्गले किं जाणंति, पुच्छा ? मागंदिय पुत्ता ! जहा मणुस्सा, णवरं वेमाणिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- मायिमिच्छादिट्ठीउववण्णगा य अमायिसम्मदिट्ठीउववण्णगा य । तत्थ णं जे ते मायिमिच्छादिट्ठी-उववण्णगा ते णं ण जाणंति ण पासंति आहारेति । तत्थ णं जे ते अमायिसम्मदिट्ठी-उववण्णगा ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- अणंतरोववण्णगा य परंपरोववण्णगा य । तत्थ णं जे ते अणंतरोववण्णगा ते णं ण जाणंति ण पासंति आहारेंति । तत्थ णं जे ते परंपरोववण्णगा ते विहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य । तत्थ णं जे ते अपज्जत्तगा ते णं ण जाणंति, ण पासंति, आहारेंति। तत्थ णं जे ते पज्जत्तगा ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- उवउत्ता य अणुवउत्ता य । तत्थ णं जे ते अणुवउत्ता ते णं ण जाणंति ण पासंति आहारैति । तत्थ णं जे ते उवउत्ता ते णं जाणंति, पासंति, आहारेति । कविहे गं भंते ! बंधे पण्णत्ते ? मागंदियपुत्ता ! दुविहे बंधे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वबंधे य भावबंधे य । दव्वबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? मागंदियपुत्ता ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- पओगबंधे य वीससाबंधे य । वीससाबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? मागंदियपुत्ता ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा साईयवीससाबंधे य अणाईयवीससाबंधे य । १४ | पओगबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? मागंदियपुत्ता ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- सिढिल बंधणबंधे य धणियबंधणबंधे य । 444 Page #455 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त भावबंधे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? मागंदियपुत्ता ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- मूलपगडिबंधे य उत्तरपगडिबंधे य । १६ | णेरइयाणं भंते ! कइविहे भावबंधे पण्णत्ते ? मागंदियपुत्ता ! दुविहे भावबंधे पण्णत्ते, तं जहा- मूलपगडिबंधे य उत्तरपगडिबंधे य । एवं जाव वेमाणियाणं । णाणावरणिज्जस्स णं भंते ! कम्मस्स कइविहे भावबंधे पण्णत्ते ? मागंदियपुत्ता ! दुविहे भाव बंधे पण्णत्ते, तं जहा- मूलपगडिबंधे य उत्तरपगडिबंधे य । णेरइयाणं भंते ! णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स कइविहे भावबंधे पण्णत्ते ? मागंदियपुत्ता ! दुविहे भावबंधे पण्णत्ते, तं जहा- मूलपगडिबंधे य उत्तरपगडि बंधे य । एवं जाव वेमाणियाणं | जहा णाणावरणिज्जेणं दंडओ भणिओ एवं जाव अंतराइएणं भाणियव्वो | जीवाणं भंते ! पावे कम्मे जे य कडे, जाव जे य कज्जिस्सइ, अत्थि याइ तस्स केइ णाणत्ते ? हंता अत्थि । से केणटेणं भंते ! एवं वच्चइ- जीवाणं पावे कम्मे जे य कडे जाव जे य कज्जिस्सइ, अत्थि याइ तस्स णाणत्ते ? मागंदियपुत्ता ! से जहाणामए केइ पुरिसे धणुं परामुसइ, धणुं परामुसित्ता उसुं परामुसइ, उसुं परामुसित्ता ठाणं ठाइ, ठाणं ठाएत्ता आययकण्णाययं उसुं करेइ, आयय- कण्णाययं उसुं करेत्ता उड्ढं वेहासं उव्विहइ, से णूणं मागंदियपुत्ता ! तस्स उसुस्स उड्ढं वेहासं उव्वीढस्स समाणस्स एयइ वि णाणत्तं जाव तं तं भावं परिणमड़ वि णाणत्तं ? हंता भगवं ! एयइ वि णाणत्तं जाव परिणमइ वि णाणत्तं, से तेणटेणं मागंदियपुत्ता! एवं वच्चइ- जाव तं तं भावं परिणमइ वि णाणत्तं । णेरड्या णं भंते ! पावे कम्मे जे य कडे, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव वेमाणियाणं। णेरड्या णं भंते ! जे पोग्गले आहारत्ताए गेण्हति, तेसि णं भंते ! पोग्गलाणं सेयकालंसि कइभागं आहारेंति, कइभागं णिज्जरेंति ? मागंदियपुत्ता ! संखेज्जइभागं आहारेंति, अणंतभागं णिज्जति । चक्किया णं भंते ! केइ तेसु णिज्जरापोग्गलेसु आसइत्तए वा जाव तुयट्टित्तए वा ? णो इणढे समटे, अणाहारणमेयं बुइयं समणाउसो ! एवं जाव वेमाणियाणं | || सेवं भंते ! सेवं भंते! || २२ | ॥ तइओ उद्देसो समत्ता || 445 Page #456 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ ४ 19 भगवई सुत्त सत्तरसमं सतं चउत्थो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे जाव भगवं गोयमे एवं वयासी- अह भंते ! पाणाइवाए, मुसावाए मिच्छादंसणसल्ले, जाव पाणाइवा वेरमणे जाव मिच्छादंसणसल्लवेरमणे, पुढविक्काइए जाव वणस्सइकाइए, धम्मत्थिकाए, अधम्मत्थिकाए, आगासत्थिकाए, जीवे असरीरपडिबद्धे, परमाणु-पोग्गले, सेलेसिं पडिवण्णए अणगारे, सव्वे य बायरबोंदिधरा कलेवरा, एए णं दुविहा जीवदव्वा य अजीवदव्वा य जीवाणं परिभोगत्ता हव्वमागच्छंति? गोयमा ! पाणाइवाए जाव एए णं दुविहा जीवदव्वा य अजीवदव्वा य अत्थेगइया जीवाणं परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति अत्थेगइया जीवाणं जाव णो हव्वमागच्छंति । से केणट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ- पाणाइवाए जाव णो हव्वमागच्छंति ? गोयमा! पाणाइवाए जाव मिच्छादंसणसल्ले, पुढविकाइए जाव वणस्सइकाइए, सव्वे य बायरबोंदिधरा कलेवरा; एए णं दुविहा जीवदव्वा य अजीवदव्वा य, जीवाणं परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति। पाणाइवायवेरमणे जाव मिच्छादंसण-सल्लविवेगे, धम्मत्थिका अधम्मत्थिकाए जाव परमाणुपोग्गले, सेलेसिं पडिवण्णए अणगारे, एए णं दुविहा जीवदव्वा य अजीवदव्वा य जीवाणं परिभोगत्ताए णो हव्वमागच्छंति, से तेणट्ठेणं गोयमा ! जाव णो हव्वमागच्छंति । कइ णं भंते ! कसाया पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि कसाया पण्णत्ता, तं जहाएवं कसायपयं णिरवसेसं भाणियव्वं जाव णिज्जरिस्संति लोभेणं । कइ णं भंते ! जुम्मा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि जुम्मा पण्णत्ता, तं जहा- कडजुम्मे, ओगे, दावरजुम्मे, कलिओगे । से केणट्टेणं भंते एवं वुच्चइ - जाव कलिओगे ? गोयमा ! जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे चउपज्जवसिए से त्तं कडजुम्मे । जेणं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे तिपज्जवसिए से त्तं तेओगे । जेणं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे, दुपज्जवसिए से त्तं दावरजुम्मे । जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे एगपज्जवसिए से त्तं कलिओगे। से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ - जाव कलिओगे । णेरइया णं भंते ! किं कडजुम्मा, तेओगा, दावरजुम्मा, कलियोगा ? गोयमा ! जहण्णपए कडजुम्मा, उक्कोसपए तेओगा, अजहण्णुक्कोस-पए सिय कडजुमा जाव सिय कलियोगा । एवं जाव थणियकुमारा । वणस्सइकाइयाणं पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णपए अपया, उक्कोसपए य अपया, अजहण्णुक्कोसपए सिय कडजुम्मा जाव सिय कलियोगा । 446 Page #457 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ७ ८ 18 भगवई सुत्त बेइंदियाणं पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णपए कडजुम्मा, उक्कोसपए दावरजुम्मा, अजहण्ण-मणुक्कोसपए सिय जुमा जाव सिय कलियोगा । एवं जाव चउरिंदिया । सेसा एगिंदिया जहा बेइंदिया । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया जाव वेमाणिया जहा णेरइया । सिद्धा जहा वणस्सइकाइया । इत्थीओ णं भंते ! किं कडजुम्मा पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णपए कडजुम्माओ, उक्कोसपए कडजुम्माओ, अजहण्ण-मणुक्कोस- पए सिय कडजुम्माओ जाव सिय कलियोगाओ, एवं असुर- कुमारित्थीओ वि जाव थणियकुमारइत्थीओ। एवं तिरिक्खजोणियइत्थीओ I एवं मणुसित्थीओ । एवं वाणमंतर- जोइसियवेमाणियदेवित्थी ओ । जावइया णं भंते ! वरा अंधगवण्हिणो जीवा तावइया परा अंधगवण्हिणो जीवा ? हंता गोयमा ! जावइया वरा अंधवगण्हिणो जीवा तावइया परा अंधगवण्हिणो जीवा । सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ चउत्थो उद्देसो समत्ता ॥ अट्ठारसमं सतं पंचमो उद्देसो दो भंते ! असुरकुमारा एगंसि असुरकुमारावासंसि असुरकुमारदेवत्ताए उववण्णा, तत्थ णं एगे असुरकुमारे देवे पासाईए, दरिसणिज्जे, अभिरूवे, पडिरूवे; एगे असुरकुमारे देवे से णं णो पासाईए, णो दरिसणिज्जे, णो अभिरुवे, णो पडिरूवे, से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! असुरकुमारा देवा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा वेउव्वियसरीरा य अवेउव्वियसरीरा य, तत्थ णं जे से वेउव्वियसरीरे असुरकुमारे देवे से णं पासाईए जाव पडिरूवे; तत्थ णं जे से अवेउव्वियसरीरे असुरकुमारे देवे से णं णो पासाईए जाव णो पडिरूवे । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव णो पडिरूवे ? गोयमा ! से जहाणामए - इह मणुयलोगंसि दुवे पुरिसा भवंति - एगे पुरिसे अलंकिय- विभूसिए, एगे पुरिसे अणलंकियविभूसिए, एएसि णं गोयमा ! दोण्हं पुरिसाणं कयरे पुरिसे पासाईए जाव पडिरूवे, कयरे पुरिसे णो पासाईए जाव णो पडिरूवे, जे वा से पुरिसे अणलंकियविभूसिए, जे वा से पुरिसे अलंकिय- विभूसिए ? भगवं ! तत्थ णं जे से पुरिसे अलंकियविभूसिए से णं पुरिसे पासाईए जाव पडिरूवे, तत्थ णं जे से पुरिसे अणलंकियविभूसिए से णं पुरिसे णो पासाईए जाव णो पडिरूवे । से तेणट्टेणं गोयमा ! जाव णो पडिरूवे । दो भंते ! णागकुमारा देवा एगंसि णागकुमारावासंसि पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव जाव थणियकुमारा । वाणमंतर - जोइसिय-वेमाणिया वि एवं चेव । 447 Page #458 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त दो भंते ! णेरइया एगंसि जेरइयावासंसि णेरइयत्ताए उववण्णा, तत्थ णं एगे णेरइए महाकम्मतराए चेव जाव महावेयणतराए चेव; एगे णेरइए अप्पकम्मतराए चेव जाव अप्पवेयणतराए चेव; से कहमेयं भंते! एवं ? | गोयमा ! णेरड्या दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- मायिमिच्छदिहिउववण्णगा य अमायिसम्मदिद्विउववण्णगा य । तत्थ णं जे से मायिमिच्छदिहिउववण्णए णेरइए से णं महाकम्मतराए चेव जाव महावेयणतराए चेव; तत्थ णं जे से अमायिसम्म-दिट्ठि-उववण्णए णेरइए से णं अप्पकम्मतराए चेव जाव अप्पवेयणतराए चेव ।। दो भंते ! असुरकुमारा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं एगिदिय-विगलिंदियवज्जं जाव वेमाणिया । णेरइए णं भंते ! अणंतरं उव्वट्टित्ता जे भविए पंचिंदियतिरिक्ख-जोणिएसु उववज्जित्तए से णं भंते! कयरं आउयं पडिसंवेदेइ ? गोयमा ! हेरइयाउयं पडिसंवेदेइ, पंचिंदियतिरिक्खजोणियाउए से पुरओ कडे चिट्ठइ, एवं मणुस्सेसु वि, णवरं मणुस्साउए से पुरओ कडे चिट्ठइ । असुरकुमारा णं भंते ! अणंतरं उव्वट्टित्ता जे भविए पुढविकाइएसु उववज्जित्तए, पुच्छा ? गोयमा ! असुरकुमाराउयं पडिसंवेदेइ, पुढविकाइयाउए से पुरओ कडे चिट्ठइ । एवं जो जहिं भविओ उववज्जित्तए, तस्स तं पुरओ कडं चिट्ठइ, जत्थ ठिओ तं पडिसंवेदेइ जाव वेमाणिए, णवरं पुढविकाइए पुढविकाइएसु उववज्जइ, पुढविकाइयाउयं पडिसंवेदेइ, अण्णे य से पुढविक्काइयाउए पुरओ कडे चिट्ठइ, एवं जाव मणुस्सो सट्ठाणे उववाएयव्वो, परट्ठाणे तहेव । दो भंते ! असुरकुमारा एगंसि असुरकुमारावासंसि असुरकुमारदेवत्ताए उववण्णा, तत्थ णं एगे असुरकुमारे देवे उज्जुयं विउव्विस्सामीति उज्जुयं विउव्वइ, वंकं विउव्विस्सामीति वंकं विउव्वइ, जं जहा इच्छइ तं तहा विउव्वइ । एगे असुरकुमारे देवे उज्जुयं विउव्विस्सामीति वंकं विउव्वइ, वंकं विउव्विस्सामीति उज्जुयं विउव्वइ, जं जहा इच्छइ णो तं तहा विउव्वइ; से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! असुरकुमारा देवा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- मायिमिच्छदिढि-उववण्णगा य अमायिसम्मदिट्ठिउववण्णगा य । तत्थ णं जे से मायिमिच्छदिट्ठी-उववण्णए असुरकुमारे देवे से णं उज्जुयं विउविस्सामि त्ति वंकं विउव्वइ जाव णो तं तहा विउव्वइ । तत्थ णं जे से अमायिसम्मदिद्विउववण्णए असुरकुमारे देवे से उज्जुयं विउविस्सामि त्ति जाव तं तहा विउव्वइ । दो भंते ! णागकुमारा, पुच्छा ? गोयमा ! जहा असुरकुमारा तहा नागकुमारा वि । एवं जाव थणियकुमारा | वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिया एवं चेव ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || पचंमो उद्देसो समत्ता || 448 Page #459 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अट्ठारसमं सतं छट्ठो उद्देसो १ फाणियगुले णं भंते ! कइवण्णे, कइगंधे, कइरसे, कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! एत्थ णं दो णया भवंति, तं जहा- णिच्छइयणए य वावहारियणए य । वावहारियणयस्स गोड्डे फाणियगुले, णेच्छइयणयस्स पंचवण्णे दुगंधे पंचरसे अट्ठफासे पण्णत्ते। भमरे णं भंते ! कइवण्णे, पुच्छा ? ४ ५ गोयमा ! एत्थ णं दो णया भवंति, तं जहा- णिच्छइयणए य वावहारियणए य | वावहारियणयस्स कालए भमरे, णेच्छइय-णयस्स पंचवण्णे जाव अट्ठफासे पण्णत्ते । सुयपिच्छे णं भंते ! कइवण्णे, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव, णवरं वावहारियणयस्स णीलए सुयपिच्छे, णेच्छइयणयस्स पंचवण्ण्णे, सेसं तं चेव । एवं एएणं अभिलावेणं लोहिया मंजिट्ठिया, पीतिया हालिद्दा, सुक्किल्लए संखे, सुब्भिगंधे कोढे, दुब्भिगंधे मयगसरीरे, कडुए णिंबे, तित्ता सुंठी, कसाए कविटे, अंबा अंबिलिया, महुरे खण्डे, कक्खडे वइरे, मउए णवणीए, गरूए य, लहुए उलुयपत्ते, सीए हिमे, उसिणे अगणिकाए, णि तेल्ले । छारिया णं भंते ! कइवण्णे, पुच्छा ? गोयमा ! एत्थ दो णया भवंति, तं जहा- णिच्छइय-णए य वावहारियणए य, वावहारियणयस्स लुक्खा छारिया, णेच्छइय-णयस्स पंचवण्णा जाव अट्ठफासा पण्णत्ता | परमाणुपोग्गले णं भंते ! कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! एगवण्णे, एगगंधे, एगरसे, दुफासे पण्णत्ते । दुपएसिए णं भंते ! खंधे कइवण्णे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय एगवण्णे, सिय दुवण्णे; सिय एगगंधे, सिय दुगंधे; सिय एगरसे, सिय दुरसे; सिय दुफासे, सिय तिफासे, सिय चउफासे पण्णत्ते । एवं तिपएसिए वि, णवरं सिय एगवण्णे, सिय दुवण्णे, सिय तिवण्णे | एवं रसेसु वि, सेसं जहा दुपएसियस्स एवं चउपएसिए वि, णवरं सिय एगवण्णे जाव सिय चउवण्णे । एवं रसेसु वि, सेसं तं चेव । एवं पंच पएसिए वि, णवरं सिय एगवण्णे जाव सिय पंचवण्णे, एव रसेसु वि गंधफासा तहेव । जहा पंचपएसिओ एवं जाव असंखेज्जपएसिओ । सुहमपरिणए णं भंते ! अणंतपएसिए खंधे कइवण्णे पुच्छा ? गोयमा ! जहा पंचपएसिए तहेव णिरवसेसं । बायरपरिणए णं भंते ! अणंतपएसिए खंधे कइवणे ८ 449 Page #460 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! सिय एगवण्णे जाव सिय पंचवण्णे, सिय एगगंधे सिय दुगंधे, सिय एगरसे जाव सिय पंचरसे, सिय चउफासे जाव सिय अट्ठफासे पण्णत्ते || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ छट्ठो उद्देसो समत्ता || अट्ठारसमं सतं सत्तमो उद्देसो १ रायगिहे जाव एवं वयासी- अण्णउत्थिया णं भंते ! एवमाइक्खंति जाव पवेति- एवं खलु केवली जक्खाएसेणं आइढे समाणे आहच्च दो भासाओ भासइ, तं जहा- मोसं वा सच्चामोसं वा; से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जण्णं ते अण्णउत्थिया जाव जे ते एवमाहंसु मिच्छं ते एवमाहंसु; अहं पुण गोयमा ! एवमाइक्खामि, भासामि, पण्णवेमि, परूवेमि- णो खलु केवली जक्खाएसेणं आइट्ठइ, णो खल केवली जक्खाएसेणं आइढे समाणे आहच्च दो भासाओ भासइ, तं जहा- मोसं वा सच्चामोसं वा । केवली णं असावज्जाओ अपरोवघाइयाओ आहच्च दो भासाओ भासइ, तं जहा- सच्चं वा असच्चामोसं वा । कइविहे णं भंते ! उवही पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे उवही पण्णत्ते, तं जहा- कम्मोवही, सरीरोवही, बाहिरभण्डमत्तोवगरणोवही । णेरइयाणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! दुविहे उवही पण्णत्ते, तं जहा- कम्मोवही य सरीरोवही य । सेसाणं तिविहे उवही एगिंदियवज्जाणं जाव वेमाणियाणं । एगिंदियाणं दुविहे उवही पण्णत्ते, तं जहा- कम्मोवही य सरीरोवही य । कइविहे णं भंते ! उवही पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे उवही पण्णत्ते, तं जहा- सच्चित्ते, अचित्ते, मीसए | एवं णेरइयाण वि, एवं णिरवसेसं जाव वेमाणियाणं । कइविहे णं भंते ! परिग्गहे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे परिग्गहे पण्णत्ते, तं जहाकम्मपरिग्गहे, सरीरपरिग्गहे, बाहिरगभंडमत्तोवगरणपरिग्गहे । णेरइयाणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहा उवहिणा दो दंडगा भणिया तहा परिग्गहेणं वि दो दंडगा भाणियव्वा । कइविहे गं भंते ! पणिहाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे पणिहाणे पण्णत्ते, तं जहामणपणिहाणे, वइपणिहाणे, कायपणिहाणे । णेरइयाणं भंते ! कइविहे पणिहाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव पुढविकाइयाणं, पुच्छा ? गोयमा ! एगे कायपणिहाणे पण्णत्ते । एवं जाव वणस्सइकाइयाणं । बेइंदियाणं, पुच्छा ? गोयमा ! दुविहे पणिहाणे पण्णत्ते, तं जहा- वइपणिहाणे य कायपणिहाणे य। एवं जाव चरिंदियाणं । सेसाणं तिविहे वि जाव वेमाणियाणं । fI 450 Page #461 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११ १२ १३ १४ १५ १६ भगवई सुत्त कइविहे णं भंते ! दुप्पणिहाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे दुप्पणिहाणे पण्णत्ते, तं जहामणदुप्पणिहाणे, एवं जहेव पणिहाणेणं दंडओ भणिओ तहेव दुप्पणिहाणेण वि भाणियव्वो । कइविहे णं भंते ! सुप्पणिहाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे सुप्पणिहाणे पण्णत्ते, तं जहामणसुप्पणिहाणे, वइसुप्पणिहाणे, कायसुप्पणिहाणे । मणुस्साणं भंते ! कइविहे सुप्पणिहाणे पण्णत्ते ? गोयमा ! एवं चेव । सेवं भंते ! सेवं भंते! त्ति जाव विहरइ । तए णं समणे भगवं महावीरे जाव बहिया जणवयविहारं विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे, गुणसीलए चेइए, वण्णओ । जाव पुढविसिला- पट्टओ । तस्स णं गुणसीलस्स चेइयस्स अदूरसामंते बहवे अण्णउत्थिया परिवसंति, तं जहा- कालोदायी, सेलोदायी, एवं जहा सत्तमसए अण्णउत्थिउद्देसए जाव से कहमेयं मणे एवं? तत्थ णं रायगिहे णयरे मद्दुए णामं समणोवासए परिवसइ । अड्ढे जाव अपरिभूए; अभिगय-जीवाजीवे जाव विहरइ । तए णं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइ पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे जाव समोसढे, परिसा जाव पज्जुवासइ । तएणं मद्दुए समणोवास इमीसे कहाए लद्धट्ठे समाणे हट्ठतुट्ठे जाव विसप्पमाणहियए, पहाए जाव अलंकिय सरीरे, सयाओ गिहाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता पायविहारचारेणं रायगिहं णयरं जाव णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता तेसिं अण्णउत्थियाणं अदूरसामंतेणं वीइवयइ | तए णं ते अण्णउत्थिया मद्दुयं समणोवासयं अदूरसामंतेणं वीइवयमाणं पासंति, पासित्ता अण्णमण्णं सद्दावेंति, सद्दावेत्ता एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पिया! अम्हं इमा कहा अविप्पकडा, इमं च णं मद्दुए समणोवासए अम्हं अदूरसामंतेणं वीइवयइ, तं सेयं खलु देवाणुप्पिया ! अम्हं मद्दुयं समणोवासयं एयमट्ठे पुच्छित्तए' त्ति कट्टु अण्णमण्णस्स अंतियं एयमद्वं पडिसुर्णेति, पडिसुणेत्ता जेणेव मद्दुए समणोवासए तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता मद्दुयं समणोवासयं एवं वयासी एवं खलु मद्दुया ! तव धम्मायरिए धम्मोवएसए समणे णायपुत्ते पंच अत्थिकाये पण्णवेइ, एवं जहा सत्तमे सए अण्णउत्थियउद्देसए जाव से कहमेयं मद्दुया ! एवं ? तए णं से महुए समणोवास ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- जइ कज्जं कज्जइ जाणामो पासमो, अहे कज्जं ण कज्जइ ण जाणामो ण पासामो । तए णं ते अण्णउत्थिया मद्दुयं समणोवासयं एवं वयासीकेस णं तुमं मद्दुया ! समणोवासगाणं भवसि, जे णं तुमं एयमट्ठे ण जाणसि ण पाससि ? तए णं से मद्दुए समणोवासए ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- अत्थि णं आउसो ! वाउकाए वाइ ? हंता अत्थि, तुब्भे णं आउसो ! वाउकायस्स वायमाणस्स रूवं पासह ? णो इणट्ठे समट्ठे । अत्थि णं आउसो ! घाणसहगया पोग्गला ? हंता अत्थि, तुब्भे णं आउसो! घाणसहगयाणं पोग्गलाणं रूवं पासह ? णो इणट्ठे सम । 451 Page #462 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अत्थि णं आउसो ! अरणिसहगए अगणिकाये ? हंता अत्थि । तुब्भे णं आउसो ! अरणिसहगयस्स अगणिकायस्स एवं पासह ? णो इणद्वे समटे । अत्थि णं आउसो ! समुदस्स पारगयाइं रूवाइं ? हंता अत्थि | तुब्भे णं आउसो ! समुदस्स पारगयाई रुवाइं पासइ ? णो इणद्वे समटे | अत्थि णं आउसो ! देवलोगगयाइं रूवाइं ? हंता अत्थि । तुब्भे णं आउसो! देवलोगगयाइं रूवाई पासह ? णो समढे इणढे | एवामेव आउसो ! अहं वा तुब्भे वा अण्णो वा छउमत्थो जइ जो जं ण जाणइ ण पासइ तं सव्वं ण भवइ, एवं भे सुबहुए लोए ण भविस्सई ति कट्ट ते अण्णउत्थिए एवं पडिहणइ, एवं पडिहणित्ता जेणेव गुणसीलए चेइए जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं पंचविहेणं अभिगमेणं जाव प मढुया ! त्ति समणे भगवं महावीरे मद्दुयं समणोवासगं एवं वयसी- सुट्ठ णं मढुया ! तुमं ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- साहू णं मढुया ! तुमं ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- जे णं मढुया ! अटुं वा हेउं वा पसिणं वा वागरणं वा अण्णायं अदिदं अस्सुयं अमुयं अविण्णायं बहुजणमज्झे आघवेइ पण्णवेइ जाव उवदंसेइ, से णं अरिहंताणं आसायणाए वट्टइ, अरिहंतपण्णत्तस्स धम्मस्स आसायणाए वट्टइ, केवलीणं आसायणाए वट्टइ, केवलिपण्णत्तस्स धम्मस्स आसायणाए वट्टइ, तं सुट्ठ णं तुमं मढुया ! ते अण्णउत्थिए एवं वयासी, साहू णं तुमं मढुया ! जाव एवं वयासी | तए णं मढुए समणोवासए समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे हह-तुट्टे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता पच्चासण्णे जाव पज्जुवासइ। तए णं समणे भगवं महावीरे मडुयस्स समणोवासगस्स तीसे य जाव परिसा पडिगया। मढुए समणोवासए समणस्स भगवओ महावीरस्स जाव णिसम्म हद्वतुढे पसिणाइं पुच्छइ, पुच्छित्ता अट्ठाइं परियाइइ, परियाइत्ता उठाए उद्वेइ, उद्वेत्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता जाव पडिगए | भंते ! त्ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीपभू णं भंते ! मढुए समणोवासए देवाणुप्पियाणं अंतियं जाव पव्वइत्तए ? गोयमा ! णो इणढे समढे । एवं जहेव संखे तहेव अरुणाभे जाव सव्व दुक्खाणं अंतं काहिइ । १९ / देवे णं भंते ! महिड्ढिए जाव महासोक्खे रूवसहस्सं विउव्वित्ता पभू अण्णमण्णेणं सद्धिं संगामित्तए? गोयमा ! हंता पभू । ताओ णं भंते! बोंदीओ किं एगजीवफुडाओ अणेगजीवफुडाओ ? गोयमा! एगजीवफुडाओ, णो अणेगजीवफुडाओ । २१ | तेसि णं भंते ! बोंदीणं अंतरा किं एगजीवफुडा अणेग-जीवफुडा ? गोयमा ! एगजीवफुडा, णो अणेगजीवफुडा | 452 Page #463 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २२ २३ २४ २५ २६ २७ २८ २९ ३० ३१ भगवई सुत्त पुरिसे णं भंते ! अंतरे णं हत्थेण वा, एवं जहा अट्ठमसए तइए उद्देस जाव णो खलु तत्थ सत्थं कमइ । अत्थि णं भंते ! देवासुराणं संगामे, देवासुराणं संगामे ? हंता गोयमा ! अत्थि । देवासुरेसु णं भंते ! संगामेसु वट्टमाणेसु किण्णं तेसिं देवाणं पहरणरयणत्ताए परिणमइ ? गोयमा ! जण्णं ते देवा तणं जा कट्टं वा पत्तं वा सक्करं वा परामुसंति तं णं तेसिं देवाणं पहरण रयणत्ताए परिणाम | भंते ! जहेव देवाणं तहेव असुरकुमाराणं ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे, असुरकुमाराणं देवाणं णिच्चं विउव्विया पहरणरयणा पण्णत्ता । देवे णं भंते! महिड्ढीए जाव महासोक्खे पभू लवणसमुद्दं अणुपरियट्टित्ताणं हव्वमागच्छित्तए? गोयमा ! हंता पभू । देवे णं भंते ! महिड्ढीए एवं धायइसंडं दीवं, पुच्छा ? गोयमा ! हंता पभू, एवं जाव रुयगवरं दीवं । तेण परं वीइवएज्जा, णो चेव णं अणुपरियहेज्जा । अत्थि णं भंते ! देवा जे अणंते कम्मंसे जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा, उक्कोसेणं पंचहिं वाससएहिं खवयंति ? गोयमा ! हंता अत्थि । अत्थि णं भंते ! ते देवा जे अणंते कम्मंसे जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा, उक्कोसेणं पंचहिं वाससहस्सेहिं खवयंति ? गोयमा ! हंता अत्थि । अत्थि णं भंते ! ते देवा जे अणंते कम्मंसे जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा, उक्कोसेणं पंचहिं वाससयसहस्सेहिं खवयंति ? गोयमा ! हंता अत्थि । करे णं भंते ! ते देवा जे अणंते कम्मंसे जहण्णेणं एक्केण वा जाव पंचहिं वाससएहिं खवयंति ? कयरे णं भंते! ते देवा जाव पंचहिं वाससहस्सेहिं खवयंति ? कयरे णं भंते! ते देवा जाव पंचहिं वाससयसहस्सेहिं खवयंति ? गोयमा ! वाणमंतरा देवा अणंते कम्मंसे जाव एगेणं वाससएणं खवयंति, असुरिंदवज्जिया भवणवासी देवा अणंते कम्मंसे जाव दोहिं वाससएहिं खवयंति, असुरकुमाराणं देवा अणंते कम्मंसे जाव तीहिं वाससएहिं खवयंति, गह-णक्खत्त- तारारूवा जोइसिया देवा अणंते कम्मंसे जाव चउहिं वास सएहिं खवयंति, चंदिम-सूरिया जोइसिंदा जोइसरायाणो अणंते कम्मंसे जाव पंचहिं वाससएहिं खवयंति। सोहम्मीसाणगा देवा अणंते कम्मंसे जाव एगेणं वाससहस्सेणं खवयंति, सणकुमार- माहिंदगा देवा अणंते कम्मंसे जाव दोहिं वाससहस्सेहिं खवयंति, बंभलोग लंतगा देवा अणंते कम्मंसे जाव तीहिं वाससहस्सेहिं खवयंति, महासुक्क - सहस्सारगा देवा अणंते कम्मंसे जाव चउहिं वाससहस्सेहिं खवयंति आणय-पाणय-आरण-अच्चयुगा देवा अणंते कम्मंसे जाव पंचहिं वाससहस्सेहिं खवयंति, 453 Page #464 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त हिद्विमगेविज्जगा देवा अणंते कम्मंसे जाव एगेणं वाससयसहस्सेणं खवयंति, मज्झिमगेवेज्जगा देवा अणंते कम्मसे जाव दोहिं वाससयसहस्सेहिं खवयंति, उवरिमगेवेज्जगा देवा अणंते कम्मसे जाव तिहिं वाससयसहस्सेहिं खवयंति, विजय- वेजयंत-जयंत-अपराजियगा देवा अणंते कम्मंसे जाव चउहिं वास सयसहस्सेहिं खवयंति, सव्वट्ठसिद्धगा देवा अणंते कम्मसे जाव पंचहिं वाससयसहस्सेहिं खवयंति | एएणं गोयमा! ते देवा जे अणंते कम्मंसे जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं पंचहिं वाससएहिं खवयंति, एएणं गोयमा ! ते देवा जाव पंचहिं वाससहस्सेहिं खवयंति, एएणं गोयमा! ते देवा जाव पंचहिं वाससयसहस्सेहिं खवयंति ||| सेवं भंते ! सेवं भंते!| ॥ सत्तमो उद्देसो समत्ता || अट्ठारसमं सतं अट्ठमो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- अणगारस्स णं भंते ! भावियप्पणो पुरओ दुहओ जुगमायाए पेहाए रीयं रीयमाणस्स पायस्स अहे कुक्कुडपोए वा वट्टापोए वा कुलिंगच्छाए वा परियावज्जेज्जा, तस्स णं भंते ! किं ईरियावहिया किरिया कज्जइ, संपराइया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! अणगारस्स णं भावियप्पणो जाव तस्स णं ईरियावहिया किरिया कज्जइ, णो संपराइया किरिया कज्जइ । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जहा सत्तमसए संवुडुद्देसए जाव अट्ठो णिक्खित्तो ||सेवं भंते ! सेवं भंते ! || त्ति भगवं गोयमे जाव विहरइ । तए णं समणे भगवं महावीरे जाव बहिया जणवय विहारं विहरड़ । तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे जाव पुढविसिलापट्टए । तस्स णं गुणसीलस्स चेइयस्स अदूरसामंते बहवे अण्णउत्थिया परिवति । तए णं समणे भगवं महावीरे जाव समोसढे जाव परिसा पडिगया । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स जेटे अंतेवासी मं अणगारे जाव विहरइ । तए णं ते अण्णउत्थिया जेणेव भगवं गोयमे तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता भगवं गोयमं एवं वयासी- तुब्भे गं अज्जो ! तिविहं तिविहेणं असंजया जाव एगंतबाला यावि भवह । तए णं भगवं गोयमे अण्णउत्थिए एवं वयासी- से केणं कारणेणं अज्जो ! अम्हे तिविहं तिविहेणं असंजया जाव एगंतबाला यावि भवामो | तए णं ते अण्णउत्थिया भगवं गोयमं एवं वयासी- तुब्भे णं अज्जो ! रीयं रीयमाणा पाणे पेच्चेह, अभिहणह जाव उवद्दवेह, तए णं तुब्भे पाणे पेच्चेमाणा जाव उवद्दवेमाणा तिविहं तिविहेणं जाव एगंतबाला यावि भवह । तए णं भगवं गोयमे ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- णो खल अज्जो ! अम्हे रीयं रीयमाणा पाणे पेच्चेमो जाव उवद्दवेमो, अम्हे णं अज्जो ! रीयं रीयमाणा कायं च जोगं च रीयं च पइच्च दिस्सा-दिस्सा, पदिस्सा-पदिस्सा वयामो, तए णं अम्हे दिस्सा-दिस्सा वयमाणा पदिस्सा-पदिस्सा वयमाणा णो पाणे पेच्चेमो जाव णो उवद्दवेमो, तए णं अम्हे पाणे म 454 Page #465 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Lw भगवई सुत्त अपेच्चेमाणा जाव अणोद्दवेमाणा तिविहं तिविहेणं जाव एगंतपंडिया यावि भवामो, तुब्भे णं अज्जो ! अप्पणा चेव तिविहं तिविहेणं जाव एगंतबाला यावि भवह। तए णं ते अण्णउत्थिया भगवं गोयमं एवं वयासी- केणं कारणेणं अज्जो ! अम्हे तिविहं तिविहेणं जाव भवामो । तए णं भगवं गोयमे ते अण्णउत्थिए एवं वयासी- तब्भे णं अज्जो ! रीयं रीयमाणा पाणे पेच्चेह जाव उद्दवेह, तए णं तुब्भे पाणे पेच्चेमाणा जाव उद्दवेमाणा तिविहं जाव एगंतबाला यावि भवह । तए णं भगवं गोयमे ते अण्णउत्थिए एवं पडिहणइ, पडिहणित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता पच्चासण्णे जाव पज्जुवासइ । गोयमा ! त्ति समणे भगवं महावीरे भगवं गोयम एवं वयासी- सुट्ठ णं तुमं गोयमा! ते अण्णउत्थिए एवं वयासी, साहु णं तुम गोयमा ! ते अण्णउत्थिए एवं वयासी, अत्थि णं गोयमा! ममं बहवे अंतेवासी समणा णिग्गंथा छउमत्था, जे णं णो पभू एयं वागरणं वागरेत्तए, जहा णं तुम, तं सुदृ णं तुमं गोयमा ! ते अण्णउत्थिए एवं वयासी, साहु णं तुम गोयमा ! ते अण्णउत्थिए एवं वयासी । तए णं भगवं गोयमे समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वृत्ते समाणे हद्वतुढे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीछउमत्थे णं भंते ! मणूसे परमाणुपोग्गलं किं जाणइ पासइ, उदाहु ण जाणइ ण पासइ ? गोयमा! अत्थेगइए जाणइ, ण पासइ; अत्थेगइए ण जाणइ, ण पासइ । छउमत्थे णं भंते ! मणूसे दुपएसियं खंधं किं जाणइ पासइ ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव असंखेज्जपएसियं । छउमत्थे णं भंते ! मणूसे अणंतपएसियं खंधं पुच्छा | गोयमा ! अत्थेगइए जाणइ पासइ, अत्थेगइए जाणइ ण पासइ, अत्थेगइए ण जाणइ पासइ, अत्थेगइए ण जाणइ ण पासइ ।। आहोहिए णं भंते ! मणुस्से परमाणुपोग्गलं, पुच्छा ? गोयमा ! जहा छउमत्थे । एवं आहोहिए वि जाव अणंतपएसियं | १० परमाहोहिए णं भंते ! मणूसे परमाणुपोग्गलं जं समयं जाणइ तं समयं पासइ, जं समयं पासइ तं समयं जाणइ ? गोयमा ! णो इणढे समढे । से केणट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ- परमाहोहिए णं मणुसे परमाणुपोग्गलं जं समयं जाणइ णो तं समयं पासइ, जं समयं पासइ णो तं समयं जाणइ ? गोयमा ! सागारे से णाणे भवइ, अणागारे से दंसणे भवइ, से तेणटेणं जाव णो तं समयं जाणइ, एवं जाव अणंतपएसियं । केवली णं भंते ! मणुस्से परमाणुपोग्गलं, पुच्छा ? गोयमा ! जहा परमाहोहिए तहा केवली वि जाव अणंतपएसियं || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ अट्ठमो उद्देसो समत्ता || 455 Page #466 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अट्ठारसमं सतं णवमो उद्देसो १ रायगिहे जाव एवं वयासी- अत्थि णं भंते ! भवियदव्वणेरड्या ? गोयमा! हंता अत्थि । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- भवियदव्वणेरइया, भवियदव्वणेरड्या ? गोयमा! जे भविए पंचिंदिए तिरिक्खजोणिए वा मणुस्से वा णेरइएसु उववज्जित्तए से तेणडेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- भविय दव्वणेरइया भविय दव्वणेरइया । एवं जाव थणियकुमाराणं । अत्थि णं भंते ! भवियदव्वपुढविकाइया ? हंता अत्थि | से केणद्वेणं भंते! एवं वुच्चइ ? गोयमा! जे भविए तिरिक्खजोणिए वा मणुस्से वा देवे वा पुढविकाइएसु उववज्जित्तए से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ । आउक्काइय-वणस्सइकाइयाणं एवं चेव । तेउ-वाऊ-बेइंदिय-तेइंदिय-चरिंदियाण य जे भविए तिरिक्खजोणिए वा मणस्से वा । पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं जे भविए णेरइए वा तिरिक्खजोणिए वा मणुस्से वा देवे वा । एवं मणुस्सा वि | वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणियाणं जहा णेरइया । भवियदव्वणेरइयस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी । भवियदव्वअसुरकुमारस्स णं भंते ! केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं । एवं जाव थणियकुमारस्स | भवियदव्वपुढविकाइयस्स णं, पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं साइरेगाइं दो सागरोवमाइं । एवं आउक्काइयस्स वि। तेउ-वाऊ जहा णेरइयस्स । वणस्सइकाइयस्स जहा पुढविकाइयस्स। बेइंदियस्स तेइंदियस्स चरिंदियस्स जहा णेरइयस्स | पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं । एवं मणुस्सस्स वि | वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणियस्स जहा असुरकुमारस्स | सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || णवमो उद्देसो समत्ता || अट्ठारसमं सतं दसमो उद्देसो Lan रायगिहे जाव एवं वयासी- अणगारे णं भंते ! भावियप्पा असिधारं खुरधारं वा ओगाहेज्जा ? गोयमा ! हंता ओगाहेज्जा । से णं भंते ! तत्थ छिज्जेज्ज वा भिज्जेज्ज वा ? 456 Page #467 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त | ६ गोयमा ! णो इणढे समढे, णो खलु तत्थ सत्थं कमइ । एवं जहा पंचमसए परमाणुपोग्गल वत्तव्वया जाव अणगारे णं भंते ! भावियप्पा उदावत्तं जाव णो खलु तत्थ सत्थं कमइ । परमाणुपोग्गले णं भंते ! वाउकाएणं फुडे, वाउकाए वा परमाणु-पोग्गलेणं फुडे ? गोयमा ! परमाणुपोग्गले वाउकाएणं फुडे, णो वाउयाए परमाणुपोग्गलेणं फुडे | दुप्पएसिए णं भंते! खंधे, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव असंखेज्ज-पएसिए | अणंतपएसिए णं भंते ! खंधे, पुच्छा | गोयमा ! अणंतपएसिए खंधे वाउयाएणं फुडे, वाउयाए अणंत-पएसिएणं खंधेणं । वत्थी भंते ! वाउकाएणं फुडे, वाउकाए वत्थिणा फुडे ? गोयमा ! वत्थी वाउयाएणं फुडे, णो वाउयाए वत्थिणा फुडे | अत्थि णं भंते! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए अहे दव्वाइं वण्णओ काल-णील-लोहिय-हालिद्दसुक्किल्लाइं गंधओ सुब्भिगंधाइं, दुब्भिगंधाइं, रसओ तित्त-कडुय-कसाय-अंबिल-महुराई, फासओ कक्कड-मउय-गरुय-लय-सीय-उसिण-णिद्ध लुक्खाइं, अण्णमण्णबद्धाइं, अण्णमण्णपुट्ठाइं जाव अण्णमण्णघडत्ताए चिट्ठति? गोयमा! हंता अत्थि। एवं जाव अहेसत्तमाए। अत्थि णं भंते ! सोहम्मस्स कप्पस्स अहे, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव ईसिपब्भाराए पुढवीए । सेवं भंते ! सेवं भंते ! जाव विहरइ । तएणं समणे भगवं महावीरे जाव बहिया जणवयविहारं विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं वाणियगामे णामं णयरे होत्था, वण्णओ | दूइपलासए चेइए, वण्णओ। तत्थ णं वाणियगामे णयरे सोमिले णामं माहणे परिवसइ, अड्ढे जाव अपरिभूए | रिउव्वेद जाव सुपरिणिहिए, पंचण्हं खंडियसयाणं, सयस्स कुटुंबस्स आहेवच्चं जाव विहरइ । तए णं समणे भगवं महावीरे जाव समोसढे जाव परिसा पज्जुवासइ । तए णं तस्स सोमिलस्स माहणस्स इमीसे कहाए लद्धहस्स समाणस्स अयमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था- एवं खलु समणे णायपुत्ते पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे गामाणुगामं दूइज्जमाणे सुहंसुहेणं जाव इहमागए जाव दूइपलासए चेइए अहापडिरूवं जाव विहरइ । तं गच्छामि णं समणस्स णायपुत्तस्स अंतियं पाउब्भवामि, इमाइं च णं एयारूवाइं अट्ठाइं जाव वागरणाई पुच्छिस्सामि, तं जड़ मे से इमाइं एयारूवाइं अट्ठाइं जाव वागरणाइं वागरेहिइ तओ णं वंदीहामि णमंसीहामि जाव पज्जुवासीहामि। अह मे से इमाइं अट्ठाइं जाव वागरणाइं णो वागरेहिइ तो णं एएहिं चेव अढेहि य जाव वागरणेहि य णिप्पट्ठपसिणवागरणं करेस्सामि त्ति कट्ट एवं संपेहेइ, संपेहेत्ता बहाए जाव विभूसिय सरीरे, साओ गिहाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता पायविहारचारेणं एगेणं खंडियसएणं सद्धिं संपरिवुडे वाणियगामं णयरं मज्झमज्झेणं णिग्गच्छइ, णिग्गच्छित्ता जेणेव दुइपलासए चेइए जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते ठिच्चा समणं भगवं महावीरं एवं वयासी 457 Page #468 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त |८| जत्ता ते भंते ! जवणिज्जं ते भंते ! अव्वाबाहं ते भंते ! फासुयविहारं ते भंते! ? सोमिला ! जत्ता वि मे, जवणिज्जं पि मे, अव्वाबाहं पि मे, फासुयविहारं पि मे | किं ते भंते ! जत्ता ? सोमिला ! जं मे तव-णियम-संजम-सज्झाय-झाणावस्सयमाइएसु जोगेसु जयणा, से तं जत्ता । किं ते भंते ! जवणिज्ज ? सोमिला ! जवणिज्जे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- इंदिय-जवणिज्जे य णोइंदिय-जवणिज्जे य । से किं तं इंदियजवणिज्जे ? इंदिय-जवणिज्जे- जं मे सोइंदिय-चक्खिंदिय-घाणिंदियजिब्भिंदिय-फासिंदियाइं णिरुवहयाइं वसे वट्ठति । से तं इंदिय-जवणिज्जे | से किं तं णोइंदियजवणिज्जे ? णोइंदियजवणिज्जे- जं मे कोह-माण-माया-लोभा वोच्छिण्णा, णो उदीरेंति, से तं णोइंदिय-जवणिज्जे । से तं जवणिज्जे । किं ते भंते ! अव्वाबाहं ? सोमिला ! जं मे वाइय-पित्तिय-सिभिय-सण्णिवाइया विविहा रोगायंका सरीरगया दोसा उवसंता, णो उदीरेंति । से तं अव्वाबाहं । किं ते भंते ! फासुयविहारं ? सोमिला ! जण्णं आरामेसु उज्जाणेसु देवकुलेसु सभासु पवासु इत्थी-पसु-पंडग- विवज्जियासु वसहीसु फासु-एसणिज्जं पीढ-फलग-सेज्जा-संथारगं उवसंपज्जित्ता णं विहरामि, से तं फासुयविहारं । सरसिवा ते भंते ! किं भक्खेया, अभक्खेया ? सोमिला ! सरिसवा मे भक्खेया वि अभक्खेया वि। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- सरिसवा ते भक्खेया वि अभक्खेया वि ? से णूणं ते सोमिला ! बंभण्णएसु णएस दुविहा सरिसवा पण्णत्ता, तं जहा- मित्तसरिसवा य धण्णसरिसवा य । तत्थ णं जे ते मित्तसरिसवा ते तिविहा पण्णत्ता, तं जहा- सहजायया, सहवढियया, सहपंसुकीलियया; ते णं समणाणं णिग्गंथाणं अभक्खेया। तत्थ णं जे ते धण्णसरिसवा ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सत्थपरिणया य असत्थपरिणया य; तत्थ णं जे ते असत्थपरिणया ते णं समणाणं णिग्गंथाणं अभक्खेया | तत्थ णं जे ते सत्थपरिणया ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- एसणिज्जा य अणेसणिज्जा य । तत्थ णं जे ते अणेसणिज्जा ते समणाणं णिग्गंथाणं अभक्खेया | तत्थ णं जे ते एसणिज्जा ते विहा पण्णत्ता, तं जहाजाइया य अजाइया य । तत्थ णं ते अजाइया ते णं समणाणं णिग्गंथाणं अभक्खेया | तत्थ णं जे ते जाइया ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- लद्धा य अलद्धा य । तत्थ णं जे ते अलद्धा ते णं समणाणं णिग्गंथाणं अभक्खेया | तत्थ णं जे ते लद्धा ते णं समणाणं णिग्गंथाणं भक्खेया, से तेणद्वेणं सोमिला ! एवं वुच्चइ जाव अभक्खेया वि | मासा ते भंते ! किं भक्खेया, अभक्खेया ? सोमिला ! मासा मे भक्खेया वि अभक्खेया वि | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव अभक्खेया वि ? 458 Page #469 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से णूणं ते सोमिला ! बंभण्णएसु णएसु दुविहा मासा पण्णत्ता, तं जहा- दव्वमासा य कालमासा य। तत्थ णं जे ते कालमासा ते णं सावणाईया आसाढपज्जवसाणा दुवालस पण्णत्ता, तं जहा- सावणे, भद्दवए, आसोए, कत्तिए, मग्गसिरे, पोसे, माहे, फग्गुणे, चित्ते, वइसाहे, जेट्ठामूले, आसाढे; ते णं समणाणं णिग्गंथाणं अभक्खेया । तत्थ णं जे ते दव्वमासा ते विहा पण्णत्ता, तं जहा- अत्थमासा य धण्णमासा य । तत्थ णं जे ते अत्थमासा ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सुवण्णमासा य रुप्पमासा य, ते णं समणाणं णिग्गंथाणं अभक्खेया। तत्थ णं जे ते धण्णमासा ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सत्थपरिणया य असत्थपरिणया य, एवं जहा धण्णसरिसवा जाव से तेणटेणं सोमिला ! जाव अभक्खेया वि । १७ कुलत्था ते भंते ! किं भक्खेया, अभक्खेया ? सोमिला ! कुलत्था मे भक्खेया वि अभक्खेया वि। से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव अभक्खेया वि ? से णूणं सोमिला ! ते बंभण्णएसु णएस दुविहा कुलत्था पण्णत्ता, तं जहा- इत्थिकुलत्था य धण्णकुलत्था य | तत्थ णं जे ते इत्थिकुलत्था ते तिविहा पण्णत्ता, तं जहा- कुलकण्णया इ वा, कलबहया इ वा, कलमाउया इवा, ते णं समणाणं णिग्गंथाणं अभक्खेया । तत्थ णं जे एवं जहा धण्णसरिसवा । से तेणटेणं सोमिला! जाव अभक्खेया वि | से णूणं भंते ! एगे भवं, दुवे भवं, अक्खए भवं, अव्वए भवं, अवट्ठिए भवं, अणेगभूयभावभविए भवं ? सोमिला ! एगे वि अहं जाव अणेगभूयभाव-भविए वि अहं। से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ- जाव अणेगभूयभाव-भविए वि अहं ? सोमिला ! दव्वट्ठयाए एगे वि अहं, णाणदंसणट्ठयाए दुवे वि अहं, पएसट्ठयाए अक्खए वि अहं, अव्वए वि अहं, अवट्ठिए वि अहं, उवयोगट्ठयाए अणेगभूयभावभविए वि अहं । से तेणटेणं सोमिला ! जाव अणेगभूयभाव-भविए वि अहं । एत्थं णं से सोमिले माहणे संबुद्धे, समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- जहा खंदओ जाव से जहेयं तुब्भे वदह । जहा णं देवाणुप्पियाणं अंतिए बहवे राईसर एवं जहा रायप्पसेणइज्जे चित्तो जाव दुवालसविहं सावगधम्म पडिवज्जइ, पडिवज्जित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ जाव पडिगए | तए णं से सोमिले माहणे समणोवासए जाए, अभिगयजीवाजीवे जाव अप्पाणं भावेमाणे विहरइ। पभू णं भंते ! सोमिले माहणे देवाणुप्पियाणं अंतिए मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगरियं पव्वइत्तए? गोयमा ! णो इणटे समटे | एवं जहेव संखे तहेव णिरवसेसं जाव सव्व दक्खाणं अंतं काहिइ || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ दसमो उद्देसो समत्ता || 459 Page #470 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ॥ अट्ठारसमं सतं समत्तं ॥ एगूणवीसइमं सतं पढमो उद्देसो १ लेस्सा य गब्भ पुढवी, महासवा चरम दीव भवणा य । णिव्वत्ति करण वणचर, सुरा य एगूणवीसइमो || रायगिहे जाव एवं वयासी- कइ णं भंते ! लेस्साओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! छल्लेसाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- किण्हा जाव सुक्किला । एवं जहा पण्णवणाए चउत्थो लेसद्देसओ, तहा भाणियव्वो णिरवसेसो || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ पढमो उद्देसो समत्ता || एगूणवीसइमं सतं बीओ उद्देसो कड़ णं भंते ! लेस्साओ पण्णत्तओ ? गोयमा ! छल्लेस्साओ पण्णात्ताओ- किण्हा जाव सुक्किला । एवं जहा पण्णवणाए गब्भुद्देसो सो चेव णिरवसेसो भाणियव्वो || सेवं भंते ! सेवं भंते! || || बीओ उद्देसो समत्ता || एगूणवीसइमं सतं तइओ उद्देसो | रायगिहे जाव एवं वयासी- सिय भंते ! जाव चत्तारि पंच पुढविकाइया एगयओ साहारणसरीरं बंधति बंधित्ता तओ पच्छा आहारेंति वा परिणामेति वा सरीरं वा बंधति? गोयमा ! णो इणढे समटे | पुढविकाइयाणं पत्तेयाहारा पत्तेयपरिणामा पत्तेयं सरीरं बंधंति, बंधित्ता तओ पच्छा आहारेंति वा परिणामेति वा सरीरं वा बंधति । तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! चत्तारि लेस्साओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कण्हलेस्सा, णीललेस्सा, काउलेस्सा, तेउलेस्सा | ते णं भंते ! जीवा किं सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, सम्मामिच्छादिट्ठी ? गोयमा ! णो सम्मदिट्ठी, मिच्छादिवी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी । 460 Page #471 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ६ ७ ९ १० १२ १३ १४ १५ १६ भगवई सुत्त ते णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी ? गोयमा ! णो णाणी, अण्णाणी; णियमा दुअण्णाणी। तं जहा- मइअण्णाणी य सुयअण्णाणी य । ते णं भंते ! जीवा किं मणजोगी, वयजोगी, कायजोगी ? गोयमा ! णो मणजोगी, जो वयजोगी, कायजोगी । ते णं भंते ! जीवा किं सागारोवउत्ता, अणागारोवउत्ता ? गोयमा ! सागारोवउत्ता वि अणगारोवत्ता वि । ते णं भंते! जीवा किमाहारमाहारेंति ? गोयमा ! दव्वओ णं अणतपएसियाइं दव्वाइं एवं जहा पण्णवणाए पढमे आहारुद्देसए जाव सव्वप्पणयाए आहारमाहारेंति । णं भंते! जीवा जमाहारेंति तं चिज्जंति, जं णो आहारेंति तं णो चिज्जंति, चिण्णे वा से उद्दाइ पलिसप्पड़ वा ? हंता गोयमा ! ते णं जीवा जमाहारेंति तं चिज्जंति, जं णो आहारेंति तं णो चिज्जंति, जाव पलिसप्पइ वा । तेसि णं भंते ! जीवाणं एवं सण्णा इ वा पण्णा इ वा मणो इ वा वई इ वा 'अम्हे णं आहारमाहारेमो' ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे, आहारेंति पुण ते । तेसि णं भंते! जीवाणं एवं सण्णाइ वा जाव वईइ वा 'अम्हे णं इट्ठाणिट्ठे फासे य पडिसंवेदेमो' ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे, पडिसंवेदेंति पुण ते । ते णं भंते ! जीवा किं पाणाइवाए उवक्खाइज्जंति, एवं मुसावाए, अदिण्णादाणे जाव मिच्छादंसणसल्ले उवक्खाइज्जंति ? गोयमा ! पाणाइवाए वि उवक्खाइज्जंति जाव मिच्छा दंसणसल्ले वि उवक्खाइज्जति । जेसिं पि णं जीवाणं ते जीवा एवमाहिज्जंति तेसिं पि णं जीवाणं णो विण्णाए णाणत्ते । ते णं भंते ! जीवा कओहिंतो उववज्जंति, किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! जहा वक्कंतीए पुढविक्काइयाणं उववाओ तहा भाणियव्वो । तेसि णं भंते ! जीवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइं । तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ समुग्धाया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ समुग्धाया पण्णत्ता, तं जहा- वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्धाए, मारणंतियसमुग्धाए । ते णं भंते ! जीवा मारणंतियसमुग्धाएणं किं समोहया मरंति, असमोहया मरंति ? गोयमा ! समोहया वि मरंति, असमोहया वि मरंति । ते णं भंते! जीवा अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति, कहिं उववज्जंति ? गोयमा ! तेसिं उव्वट्टणा जहा वक्कंतीए । 461 Page #472 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सिय भंते ! जाव चत्तारि पंच आउक्काइया एगयओ साहारणसरीरं बंधंति, बंधित्ता तओ पच्छा आहारेंति ? गोयमा ! जो चेव पुढविकाइयाणं गमो सो चेव भाणियव्वो जाव उव्वदृति, णवरं ठिई सत्त वाससहस्साइं उक्कोसेणं, सेसं तं चेव । सिय भंते ! जाव चत्तारि पंच तेउक्काइया, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव, णवरं उववाओ ठिई उव्वदृणा य जहा पण्णवणाए, सेसं तं चेव। वाउकाइयाणं एवं चेव, णाणत्तं णवरं चत्तारि समुग्घाया । सिय भंते ! जाव चत्तारि पंच वणस्सइकाइया, पुच्छा ? गोयमा ! णो इणढे समढे | अणंता वणस्सइकाइया एगयओ साहारण-सरीरं बंधति, बंधित्ता तओ पच्छा आहारेति वा परिणामेंति वा सरीरं वा बंधति | सेसं जहा तेउकाइयाणं जाव उव्वद॒ति, णवरं आहारो णियमं छद्दिसिं, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं, सेसं तं चेव । एएसि णं भंते ! पुढविकाइयाणं आउ-तेउ-वाउ-वणस्सइकाइयाणं सुहुमाणं बायराणं पज्जत्तगाणं अपज्जत्तगाणं कोसियाए ओगाहणाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा सुहमणिगोयस्स अपज्जत्तगस्स जहण्णिया ओगाहणा ।। सुहुमवाउक्काइयस्स अपज्जत्तगस्स जहण्णिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ।। सुहुमतेउकाइयस्स अपज्जत्तगस्स जहणिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ।३। सुहुमआउकाइयस्स अपज्जत्तगस्स जहण्णिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ।४। सुहुमपुढवि क्काइयस्स अपज्जत्तगस्स जहण्णिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ।५।। बायरवाउकाइयस्स अपज्जत्तगस्स जहणिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ।। बायरतेउक्काइयस्स अपज्जत्तगस्स जहणिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा । बायरआउकाइयस्स अपज्जत्तगस्स जहणिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा |८| बायरपुढवि- काइयस्स अपज्जत्तगस्स जहणिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा |९| पत्तेयसरीरबायर- वणस्सइकाइयस्स बायरणिगोयस्स एएसि णं अपज्जत्तगाणं जहणिया ओगाहणा दोण्ह वि तुल्ला असंखेज्जगुणा |१०-११। सुहमणिगोयस्स पज्जत्तगस्स जहणिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ।१२। तस्सेव अपज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया ।१३। तस्स चेव पज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया ।१४। सुहुमवाउकाइयस्स पज्जत्तगस्स जहण्णिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा |१५| तस्स चेव अपज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया ।१६। तस्स चेव पज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया ।१७। 462 Page #473 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवं सुहुमतेउकाइयस्स वि ।१८-१९-२०| एवं सुहुमआउक्काइयस्स वि ।२१-२२-२३। एवं सुहुमपुढविकाइयस्स वि ।२४-२५-२६। एवं बायरवाउकाइयस्स वि ।२७-२८-२९। एवं बायरतेउकाइयस्स वि ।३०-३१-३२। एवं बायरआउकाइयस्स वि ।३३-३४-३५। एवं बायरपुढविकाइयस्स वि |३६-३७-३८। एएसिं सव्वेसिं तिविहेणं गमेणं भाणियव्वं । बायरणिगोयस्स पज्जत्तगस्स जहण्णिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ।३९। तस्स चेव अपज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया ।४०। तस्स चेव पज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया ।४१| पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइयस्स पज्जत्तगस्स जहण्णिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ।४२। तस्स चेव अपज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ।४३। तस्स चेव पज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा ।४४। एयस्स णं भंते ! पुढविकाइयस्स आउक्काइयस्स तेउकाइयस्स वाउक्काइयस्स वणस्सइकाइयस्स कयरे काए सव्वसुहुमे कयरे काए सव्वसुहुमतराए ? गोयमा ! वणस्सइकाए सव्वसुहुमे, वणस्सइकाए सव्वसुहुमतराए | एयस्स णं भंते ! पुढविकाइयस्स आउक्काइयस्स तेउकाइयस्स वाउक्काइयस्स कयरे काए सव्वसुहुमे, कयरे काए सव्व सुहुमतराए ? गोयमा ! वाउक्काए सव्वसुहुमे, वाउक्काए सव्वसुहुमतराए । एयस्स णं भंते ! पुढविकाइयस्स आउक्काइयस्स तेउकाइयस्स कयरे काए सव्वसुहमे, कयरे काए सव्वसुहुमतराए ? गोयमा ! तेउकाए सव्वसुहुमे, तेउक्काए सव्वसुहुमतराए। एयस्स णं भंते ! पुढविक्काइयस्स आउक्काइयस्स कयरे काए सव्वसुहमे, कयरे काए सव्वसुहुमतराए ? गोयमा! आउक्काए सव्वसुहुमे, आउक्काए सव्व सुहुमतराए | एयस्स णं भंते ! पुढविक्काइयस्स आउकाइयस्स तेउकाइयस्स वाउकाइयस्स वणस्सइकाइयस्स कयरे काए सव्वबादरे, कयरे काए सव्वबादर-तराए ? गोयमा ! वणस्सइकाए सव्वबादरे, वणस्सइकाए सव्वबादरतराए | एयस्स णं भंते ! पुढविकाइयस्स आउक्काइयस्स तेउक्काइयस्स वाउक्काइयस्स कयरे काए सव्वबादरे, कयरे काए सव्वबादरतराए ? गोयमा ! पुढविक्काए सव्वबादरे, पुढविक्काए सव्वबादरतराए | एयस्स णं भंते ! आउक्काइयस्स तेउक्काइयस्स वाउकाइयस्स कयरे काए सव्वबायरे, कयरे काए सव्वबायरतराए ? गोयमा ! आउक्काए सव्वबादरे, आउक्काए सव्वबायरतराए | एयस्स णं भंते ! तेउकाइयस्स वाउक्काइयस्स कयरे काए सव्वबायरे, कयरे काए सव्वबायरतराए? गोयमा ! तेउकाय सव्वबायरे, तेउक्काए सव्वबायरतराए । 463 Page #474 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त के महालए णं भंते ! पुढविसरीरे पण्णत्ते ? गोयमा ! अणंताणं सुहमवणस्सइकाइयाणं जावइया सरीरा से एगे सुहमवाउसरीरे, असंखेज्जाणं सुहमवाउसरीराणं जावइया सरीरा से एगे सुहुमतेउसरीरे, असंखेज्जाणं सुहुमतेउकाइयसरीराणं जावइया सरीरा से एगे सहमे आउसरीरे, असंखेज्जाणं सहम-आउक्काइयसरीराणं जावइया सरीरा से एगे सुहुमे पुढविसरीरे, असंखेज्जाणं सुहुमपुढवि काइयसरीराणं जावइया सरीरा से एगे बायरवाउसरीरे, असंखेज्जाणं बायरवाउक्काइयाणं जावइया सरीरा से एगे बायरतेउसरीरे, असंखेज्जाणं बायरतेउकाइयाणं जावइया सरीरा से एगे बायरआउसरीरे, असंखेज्जाणं बायरआउकाइयाणं जावइया सरीरा से एगे बायरपढवि सरीरे । एमहालए णं गोयमा ! पुढविसरीरे पण्णत्ते । पुढविकाइयस्स णं भंते ! केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! से जहाणामए रण्णो चाउरंतचक्कवट्टिस्स वण्णगपेसिया तरुणी बलवं जुग जुवाणी अप्पायंका जाव णिठणसिप्पोवगया, णवरं चम्मेठ्ठ-दुहण-मुट्ठिय समाहय- णिचिय-गत्तकाया ण भण्णइ, सेसं तं चेव । सा णं तिक्खाए वइरामईए सण्हकरणीए तिक्खेणं वइरामएणं वट्टावरएणं एगं महं पढविकाइयं जउगोलासमाणं गहाय पडिसाहरिय-पडिसाहरिय पडिसंखिवियपडिसंखिविय जाव इणामेव त्ति कट्ट तिसत्त-खुत्तो उप्पीसेज्जा, तत्थ णं गोयमा ! अत्थेगइया पुढविक्काइया आलिद्धा अत्थेगइया पुढविक्काइया णो आलिद्धा, अत्थेगइया संघट्टिया अत्थेगइया णो संघट्टिया, अत्थेगइया परियाविया अत्थेगइया णो परियाविया, अत्थेगइया उद्दविया अत्थेगइया णो उद्दविया, अत्थेगइया पिट्टा अत्थेगइया णो पिट्ठा, पुढविकाइयस्स णं गोयमा ! एमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता | पुढविकाइए णं भंते ! अक्कंते समाणे केरिसियं वेयणं पच्चणुब्भवमाणे विहरइ ? गोयमा ! से जहाणामए केइ परिसे तरुणे बलवं जाव णिउणसिप्पोवगए एग परिसं जुण्णं जराजज्जरियदेहं जाव दुब्बलं किलंतं जमलपाणिणा मुद्धाणंसि अभिहणिज्जा, से णं गोयमा ! पुरिसे तेणं पुरिसेणं जमलपाणिणा मुद्धाणंसि अभिहए समाणे केरिसियं वेयणं पच्चणुब्भवमाणे विहरइ ? अणिटुं समणाउसो ! तस्स णं गोयमा ! पुरिसस्स वेयणाहिंतो पुढविकाइए अक्कंते समाणे एत्तो अणिद्वतरियं चेव अकंततरियं जाव अमणामतरियं चेव वेयणं पच्चणब्भवमाणे विहरइ । आउयाए णं भंते ! संघट्टिए समाणे केरिसियं वेयणं पच्चणब्भवमाणे विहरइ । गोयमा ! जहा पुढविकाइए | एवं तेउकाए वि, एवं वाउकाए वि, वणस्सइकाए वि || सेवं भंते! सेवं भंते ! || | तइओ उद्देसो समत्ता || 464 Page #475 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एगूणवीसइमं सतं चउत्थो उद्देसो सिय भंते ! णेरइया महासवा महाकिरिया महावेयणा महाणिज्जरा ? गोयमा! णो इणटे समढे। | सिय भंते! णेरड्या महासवा महाकिरिया महावेयणा अप्प णिज्जरा ? गोयमा ! हंता सिया । | ल सिय भंते ! णेरइया महासवा महाकिरिया अप्पवेयणा महा-णिज्जरा ? गोयमा! णो इणद्वे समटे। सिय भंते ! णेरइया महासवा महाकिरिया अप्पवेयणा अप्पणिज्जरा ? गोयमा ! णो इणद्वे समठे। सिय भंते ! णेरइया महासवा अप्पकिरिया महावेयणा महाणिज्जरा ? गोयमा! णो इणढे समढे। सिय भंते ! णेरइया महासवा अप्पकिरिया महावेयणा अप्पणिज्जरा ? गोयमा! णो इणद्वे समटे | सिय भंते ! णेरइया महासवा अप्पकिरिया अप्पवेयणा महाणिज्जरा ? गोयमा! णो इणढे समटे | सिय भंते! णेरइया महासवा अप्पकिरिया अप्पवेयणा अप्पणिज्जरा ? गोयमा ! णो इणद्वे समडे। 555555555 सिय भंते! णेरइया अप्पासवा महाकिरिया महावेयणा महाणिज्जरा ? गोयमा! णो इणढे समटे। सिय भंते! णेरड्या अप्पासवा महाकिरिया महावेयणा अप्पणिज्जरा? गोयमा ! णो इणढे समटे। सिय भंते! णेरइया अप्पासवा महाकिरिया अप्पवेयणा महाणिज्जरा? गोयमा ! णो इणद्वे समटे। सिय भंते! णेरड्या अप्पासवा महाकिरिया अप्पवेयणा अप्पणिज्जरा? गोयमा ! णो इणद्वे समटे। सिय भंते! णेरड्या अप्पासवा अप्पकिरिया महावेयणा महाणिज्जरा ? गोयमा ! णो इणद्वे समटे। सिय भंते! णेरड्या अप्पासवा अप्पकिरिया महावेयणा अप्पणिज्जरा? गोयमा ! णो इणढे समढे। 465 Page #476 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सिय भंते! णेरड्या अप्पासवा अप्पकिरिया अप्पवेयणा महाणिज्जरा? गोयमा ! णो इणद्वे समढे। सिय भंते ! णेरइया अप्पासवा अप्पकिरिया अप्पवेयणा अप्पणिज्जरा ? गोयमा ! णो इणद्वे समढे। एए सोलस भंगा । सिय भंते ! असुरकुमारा महासवा महाकिरिया महावेयणा महाणिज्जरा ? गोयमा ! णो इणद्वे समटे | एवं चउत्थो भंगो भाणियव्वो, सेसा पण्णरस भंगा खोडेयव्वा। एवं जाव थणियकुमारा । सिय भंते ! पुढविक्काइया महासवा महाकिरिया महावेयणा महाणिज्जरा ? गोयमा ! हंता सिया । एवं जाव सिय भंते ! पुढविकाइया अप्पासवा अप्पकिरिया अप्पवेयणा अप्पणिज्जरा ? गोयमा! हंता सिया। एवं जाव मणुस्सा | वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिया जहा असुरकुमारा || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ चउत्थो उद्देसो समत्ता || एगूणवीसइमं सतं पंचमो उद्देसो १ अत्थि णं भंते ! चरिमा वि णेरड्या परमा वि णेरड्या ? गोयमा ! हंता अत्थि। से णूणं भंते ! चरमेहिंतो णेरइएहिंतो परमा णेरइया महाकम्मतरा चेव, महाकिरियतरा चेव, महासवतरा चेव, महावेयणतरा चेव, परमेहिंतो वा णेरइएहिंतो चरमा रइया अप्पकम्मतरा चेव, अप्पकिरियतरा चेव, अप्पासवतरा चेव, अप्पवेयणतरा चेव ? हंता गोयमा ! चरमेहिंतो रइएहिंतो परमा जाव महावेयणतरा चेव, परमेहिंतो वा णेरइएहिंतो चरमा रइया जाव अप्पवेयणतरा चेव । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जाव अप्पेवेयणतरा चेव ? गोयमा ! ठिइं पडुच्च, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- जाव अप्पवेयणतरा चेव । अत्थि णं भंते ! चरमा वि असुरकुमारा परमा वि असुरकुमारा ? गोयमा ! हंता अत्थि । एवं चेव णिरवसेसं, णवरं विवरीयं भाणियव्वं- परमा अप्पकम्मा, चरमा महाकम्मा | सेसं तं चेव । एवं जाव थणियकुमारा | पुढविकाइया जाव मणुस्सा एए जहा णेरड्या । वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिया जहा असुरकुमारा | 466 Page #477 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ ५ १ १ R ३ ४ 5w ५ ६ ८ भगवई सुत कइविहा णं भंते ! वेयणा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा वेयणा पण्णत्ता । तं जहा- णिदा य अणिदाय । णेरड्या णं भंते ! किं णिदायं वेयणं वेयंति, अणिदायं ? गोयमा ! जहा पण्णवणा व वेमाणियन्ति ॥ सेवं भंते सेवं भंते ! ॥ ॥ पचंमो उद्देसो समत्ता एगूणवीसइमं सतं छट्टो उद्देसो कहि णं भंते ! दीवसमुद्दा ? केवइया णं भंते ! दीवसमुद्दा ? किं संठिया णं भंते ! दीवसमुद्दा ? गोयमा ! जहा जीवाभिगमे दीवसमुद्दुद्देसो सो चेव इह वि जोइसियमंडल उद्देसगवज्जो भाणिव्वा जाव परिणामो जीवउववाओं जाव अनंतखुत्तो ॥ सेवं भंते । सेवं भंते । ॥ ॥ छट्टो उद्देसो समत्ता ॥ एगूणवीसइमं सतं सत्तमो उद्देसो केवइया णं भंते! असुरकुमार-भवणावास -सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! चउसद्धिं असुरकुमार भवणावास-सयसहस्सा पण्णत्ता । ते णं भंते! किंमया पण्णत्ता ? गोयमा ! सव्वरयणामया, अच्छा, सण्हा जाव पडिरूवा । तत्थ णं बहवे जीवा य पोग्गला य वक्कमंति, विउक्कमंति, चयंति, उववज्जंति । सासया णं ते भवणा दव्वट्ठयाए; वण्णपज्जवेहिं जाव फासपज्जवेहिं असासया । एवं जाव थणियकुमारावासा । केवइया णं भंते ! वाणमंतर - भोमेज्ज-णयरावास-सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्ज वाणमंतर भोमेज्ज णयरावास सयसहस्सा पण्णत्ता । ते णं भंते! किंमया पण्णत्ता ? गोयमा ! तं चेव । केवइया णं भंते ! जोइसिय-विमाणावास-सयसहस्सा पुच्छा ? गोयमा ! असंखेज्जा । णं भंते! किंमया पण्णत्ता ? गोयमा ! सव्वफालिहामया, अच्छा, सेसं तं चेव । सोहम्मे णं भंते ! कप्पे केवइया विमाणावास-सयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! बत्तीसं विमाणावाससयसहस्सा पण्णत्ता । ते णं भंते! किंमया पण्णत्ता ? गोयमा ! सव्वरयणामया, अच्छा, सेसं तं चैव जाव अणुत्तरविमाणा, णवरं जाणेयव्वा जत्थ जत्तिया विमाणा ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ 467 Page #478 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ 13 18 19 ६ وا ८ भगवई सुत्त | सत्तमो उद्देसो समत्ता ॥ एगूणवीसइमं सतं अमो उद्देसो कइविहा णं भंते ! जीवणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा जीवणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- एगिंदियजीवणिव्वत्ती जाव पंचिंदियजीवणिव्वत्ती | एगिंदियजीवणिव्वत्ती णं भंते! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा! पंचविहा पण्णत्ता, तं जहा- पुढविक्काइय-एगिंदिय-जीवणिव्वत्ती जाव वणस्सइकाइयएगिंदिय-जीवणिव्वत्ती । पुढविकाइय-एगिंदिय-जीवणिव्वत्ती णं भंते! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा सुहुमपुढविकाइय-एगिंदियजीव-णिव्वत्ती बायरपुढविकाइय- एगिंदिय-जीवणिव्वत्ती । एवं एएणं अभिलावेणं भेदो जहा वड्डगबंधे तेयगसरीरस्स, जाव सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय-कप्पाईय-वेमाणिय-देवपंचिंदिय-जीवणिव्वत्ती णं भंते! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्तग-सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय कप्पाईय-वेमाणिय देवपंचिंदियजीवणिव्वत्ती य अपज्जत्तगसव्वट्ठसिद्धाणुत्तरोववाइय कप्पाईय-वेमाणियदेव पंचिंदिय- जीवणिव्वत्ती य । य कइविहा णं भंते ! कम्मणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! अट्ठविहा कम्मणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- णाणावरणिज्ज-कम्मणिव्वत्ती जाव अंतराइयकम्मणिव्वत्ती । रइयाणं भंते! इविहा कम्मणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! णेरइयाणं अट्ठविहा कम्मणिव्वत्ती पण्णत्ता, कम्मणिव्वती जाव अंतराइयकम्मणिव्वत्ती । एवं जाव वेमाणियाणं । तं जहा विहाणं भंते! सरीरणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा सरीरणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- ओरालिय-सरीरणिव्वत्ती जाव कम्मगसरीरणिव्वत्ती | 468 णाणावरणिज्ज णेरइयाणं भंते ! पुच्छा ? गोमा ! रइयाणं तिविहा सरीर णिव्वत्ती पण्णत्ता तं जहा- वेउव्वियसरीर- णिव्वत्ती, तेयासरीर - णिव्वत्ती, कम्मग सरीरणिव्वत्ती । एवं जाव वेमाणियाणं । णवरं णायव्वं जस्स जइ सरीराणि । कइविहाणं भंते! सव्विंदियणिव्वत्ती पण्णत्ता ? Page #479 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९ भगवई सुत्त गोयमा ! पंचविहा सव्विंदियणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- सोइंदियणिव्वत्ती जाव फासिंदियणिव्वत्ती। एवं णेरइयाणं जाव थणियकुमाराणं । पुढविकाइयाणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! एगा फासिंदियणिव्वत्ती पण्णत्ता । एवं जस्स जइ इंदियाणि जाव वेमाणियाणं। कइविहा णं भंते ! भासाणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा भासाणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- सच्चाभासा-णिव्वत्ती, मोसभासाणिव्वत्ती, सच्चामोसभासा-णिव्वत्ती, असच्चामोसभासा-णिव्वत्ती | एवं एगिदियवज्जं जस्स जा भासा जाव वेमाणियाणं । कइविहा णं भंते ! मणणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा मणणिवत्ती पण्णत्ता, तं जहा- सच्चमणणिव्वत्ती जाव असच्चामोसमणणिव्वत्ती । एवं एगिदियविगलिंदियवज्जं जाव वेमाणियाणं । कइविहा णं भंते ! कसायणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा कसायणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- कोहकसाय-णिव्वत्ती जाव लोहकसायणिव्वत्ती । एवं जाव वेमाणियाणं । कइविहा णं भंते ! वण्णणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा वण्णणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- कालावण्णणिव्वत्ती जाव सुक्किल्लवण्णणिव्वत्ती, एवं णिरवसेसं जाव वेमाणियाणं | एवं गंधणिव्वत्ती दुविहा जाव वेमाणियाणं । रसणिव्वत्ती पंचविहा जाव वेमाणियाणं । फासणिव्वत्ती अट्ठविहा जाव वेमाणियाणं । कइविहा णं भंते ! संठाणणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! छव्विहा संठाणणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- समचउरंस-संठाणणिव्वत्ती ण-णिव्वत्ती । णेरइयाणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! एगा इंडसंठाणणिव्वत्ती पण्णत्ता | असुरकुमाराणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! एगा समचउरंस-संठाणणिव्वत्ती पण्णत्ता । एवं जाव थणियकुमाराणं । पुढविकाइयाणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! एगा मसूरचंदसंठाणणिव्वत्ती पण्णत्ता । एवं जस्स जं संठाणं जाव वेमाणियाणं । कइविहा णं भंते ! सण्णा-णिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा सण्णा-णिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- आहारसण्णा-णिव्वत्ती जाव परिग्गहसण्णा-णिव्वत्ती | एवं जाव वेमाणियाणं । 6 कइविहा णं भंते ! लेस्साणिव्वत्ती पण्णत्ता ? 469 Page #480 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा! छव्विहा लेस्साणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- कण्हलेस्साणिव्वत्ती जाव सक्कलेस्साणिव्वत्ती। एवं जाव वेमाणियाणं, जस्स जइ लेस्साओ । कइविहा णं भंते ! दिट्ठीणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा दिट्ठीणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- सम्मदिट्ठीणिव्वत्ती, मिच्छादिद्विणिव्वत्ती, सम्मामिच्छादिहीणिव्वत्ती । एवं जाव वेमाणियाणं, जस्स जइविहा दिट्ठी । कइविहा णं भंते ! णाणणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा! पंचविहा णाणणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- आभिणिबोहियणाण-णिव्वत्ती जाव केवलणाण- णिव्वत्ती | एवं एगिदियवज्जं जाव वेमाणियाणं, जस्स जइ णाणा | कइविहा णं भंते ! अण्णाणणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा अण्णाणणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- मइअण्णाण-णिव्वत्ती, सयअण्णाणणिव्वत्ती, विभंगणाणणिव्वत्ती | एवं जस्स जइ अण्णाणा जाव वेमाणियाणं कइविहा णं भंते ! जोगणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! तिविहा जोगणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- मणजोग-णिव्वत्ती, वयजोग- णिव्वत्ती, कायजोगणिव्वत्ती । एवं जाव वेमाणियाणं, जस्स जइविहो जोगो । कइविहा णं भंते ! उवओगणिव्वत्ती पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा उवओगणिव्वत्ती पण्णत्ता, तं जहा- सागारोवओग-णिव्वत्ती, अणागारोवओगणिव्वत्ती । एवं जाव वेमाणियाणं || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ अट्ठमो उद्देसो समत्ता || अट्ठारसमं सतं समत्तं || एगूणवीसइमं सतं णवमो उद्देसो कइविहे णं भंते ! करणे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे करणे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वकरणे, खेत्तकरणे, कालकरणे, भवकरणे, भावकरणे । णेरइयाणं भंते ! कइविहे करणे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे करणे पण्णत्ते, तं जहादव्वकरणे जाव भावकरणे । एवं जाव वेमाणियाणं । L कइविहे णं भंते ! सरीरकरणे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे सरीरकरणे पण्णत्ते, तं जहा ओरालियसरीरकरणे जाव कम्मगसरीरकरणे । एवं जाव वेमाणियाणं जस्स जइ सरीराणि । कइविहे णं भंते ! इंदियकरणे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे इंदियकरणे पण्णत्ते, तं जहा- सोइंदियकरणे जाव फासिंदियकरणे। एवं जाव वेमाणियाणं जस्स जइ इंदियाई । एवं एएणं कमेणं भासाकरणे चउव्विहे, मणकरणे चउव्विहे, कसायकरणे चउव्विहे, समुग्घायकरणे सत्तविहे, सण्णाकरणे चउव्विहे, लेसाकरणे छव्विहे, दिट्ठीकरणे तिविहे, वेदकरणे तिविहे पण्णत्ते, तं जहा- इत्थिवेदकरणे, परिसवेदकरणे, 470 Page #481 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त णपुंसगवेद-करणे | एए सव्वे णेरइयाई दंडगा जाव वेमाणियाणं जस्स णं अत्थि जं तस्स सव्वं भाणियव्वं । | कइविहे णं भंते ! पाणाइवायकरणे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पाणाइवायकरणे पण्णत्ते, तं जहा- एगिदिय-पाणाइवायकरणे जाव पंचिंदियपाणाइवायकरणे । एवं णिरवसेसं जाव वेमाणियाणं । कइविहे णं भंते ! पोग्गलकरणे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पोग्गलकरणे पण्णत्ते, तं जहावण्णकरणे, गंधकरणे, रसकरणे, फासकरणे, संठाणकरणे । वण्णकरणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- कालवण्णकरणे जाव सुक्किल्ल-वण्णकरणे । एवं भेदोगंधकरणे दुविहे, रसकरणे पंचविहे, फासकरणे अट्ठविहे । संठाणकरणे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहापरिमंडलसंठाणकरणे जाव आयत संठाण करणे || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || णवमो उद्देसो समत्ता || अट्ठारसमं सतं समत्तं ॥ एगूणवीसइमं सतं दसमो उद्देसो १ वाणमंतरा णं भंते ! सव्वे समाहारा ? एवं जहा सोलसमसए दीवकुमारुद्देसओ जाव अप्पिडढिय त्ति॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ || दसमो उद्देसो समत्ता || ॥ एगूणवीसइमं सतं समत्तं || वीसइमं सतं पढमो उद्देसो बेइंदिय मागासे, पाणवहे उवचए य परमाणू । अंतर बंधे भूमी, चारण सोवक्कमा जीवा || रायगिहे जाव एवं वयासी- सिय भंते ! जाव चत्तारि पंच बेइंदिया एगयओ साहारणसरीरं बंधंति, बंधित्ता तओ पच्छा आहारेंति वा परिणामेंति वा सरीरं वा बंधति? 471 Page #482 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ ५ Ιε ७ ८ भगवई सुत्त गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । बेइंदिया णं पत्तेयाहारा पत्तेयपरिणामा पत्तेयसरीरं बंधति, बंधित्ता तओ पच्छा आहारेंति वा परिणामेंति वा सरीरं वा बंधंति । तेसि णं भंते! जीवाणं कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ ? गोमा ! तओ लेस्साओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कण्हलेस्सा, णीललेस्सा, काउलेस्सा। एवं जहा एगूणवीस मे सए तेउकाइयाणं जाव उव्वट्टंति । णवरं सम्मदिट्ठी वि मिच्छादिट्ठी वि, णो सम्मामिच्छादिट्ठी, दो णाणा, दो अण्णाणा णियमं, णो मणजोगी, वयजोगी वि, कायजोगी वि, आहारो नियमं छद्दिसिं । तेसि णं भंते ! जीवाणं एवं सण्णा इ वा पण्णा इ वा मणे इ वा वई इ वा -- अम्हे णं इट्ठाणिट्ठे रसे इट्ठाणिट्ठे फासे पडिसंवेएमो ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे, पडिसंवेदंति पुण ते । ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बारस संवच्छराइं । सेसं तं चेव, एवं तेइंदिया वि । एवं चउरिंदिया वि, णाणत्तं इंदिएसु, ठिईए य । सेसं तं चेव । ठिई जहा पण्णवणाए । सिय भंते! जाव चत्तारि पंच पंचिंदिया एगयओ साहारणं सरीरं बंधंति, पुच्छा? गोयमा ! जहा बेइंदियाणं, णवरं छल्लेसाओ, दिट्ठी तिविहा वि, चत्तारि णाणा तिण्णि अण्णाणा भयणाए, तिविहो जोगो । तेसि णं भंते ! जीवाणं एवं सण्णा इ वा पण्णा इ वा मणे इ वा वई इ वा - अम्हे णं आहारमाहारेमो ? गोयमा ! अत्थेगइयाणं एवं सण्णा इ वा पण्णा इ वा मणे इ वा वई इ वा अम्हे णं आहारमाहारेमो | अत्थेगइयाणं णो एवं सण्णा इ वा जाव वई इ वा अम्हे णं आहारमाहारेमो, आहारेंति पुण ते । तेसि णं भंते ! जीवाणं एवं सण्णा इ वा जाव वई इ वा अम्हे णं इट्ठाणिट्ठे सद्दे, इट्ठाणिट्टे रूवे, इट्ठाणिट्ठे गंधे, इट्ठाणिट्ठे रसे, इट्ठाणिट्टे फासे पडि-संवेदेमो ? गोयमा ! अत्थेगइयाणं एवं सण्णा इ वा जाव वई इ वा अम्हे णं इट्ठाणिट्ठे सद्दे जाव इट्ठाणिट्ठे फासे पडिसंवेदेमो, अत्थेगइयाणं णो एवं सण्णा इ वा जाव वई इ वा अम्हे णं इट्ठाणिट्ठे सद्दे जाव इट्ठाणिट्ठे फासे पडिसंवेदेमो, पडिसंवेदेंति पुण ते I ते णं भंते ! जीवा किं पाणाइवाए उवक्खाइज्जति, पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइया पाणाइवाए वि उवक्खाइज्जंति जाव मिच्छादंसण- सल्ले वि उवक्खाइज्जंति, अत्थेगइया णो पाणाइवाए उवक्खाइज्जंति जाव णो मिच्छादंसणसल्ले उवक्खाइज्जंति । जेसि पि णं जीवाणं ते जीवा एवमाहिज्जंति तेसिं पि णं जीवाणं अत्थेगइयाणं विण्णाए णाणत्ते, अत्थेगइयाणं णो विण्णाए णाणत्ते । उववाओ सव्वओ जाव सव्वट्ठसिद्धाओ, ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं । छस्समुग्घाया केवलिवज्जा, उव्वट्टणा सव्वत्थ गच्छंति जाव सव्वट्ठसिद्धे इ, सेसं जहा बेइंदियाणं । 472 Page #483 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एएसि णं भंते! बेइंदियाणं जाव पंचिंदियाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पंचिंदिया, चउरिदिया विसेसाहिया, तेइंदिया विसेसाहिया, बेइंदिया विसेसाहिया || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ || पढमो उद्देसो समत्ता || वीसइमं सतं बीओ उद्देसो कइविहे णं भंते ! आगासे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे आगासे पण्णत्ते, तं जहा- लोगागासे य अलोगागासे य । लोगागासे णं भंते ! किं जीवा, जीवदेसा, पुच्छा ? गोयमा ! जहा बिइयसए अत्थिउद्देसे तह चेव इह वि आलावगो भाणियव्वं । जावधम्मत्थिकाए णं भंते ! केमहालए पण्णत्ते ? गोयमा ! लोए लोयमेत्ते लोयप्पमाणे लोयफुडे लोयं चेव ओगाहित्ता णं चिट्ठइ । एवं जाव पोग्गलत्थिकाए । अहेलोए णं भंते ! धम्मत्थिकायस्स केवइयं ओगाढे ? गोयमा ! साइरेगं अद्धं ओगाढे | एवं एएणं अभिलावेणं जहा बिइयसए जाव ईसिपब्भारा णं भंते ! पुढवी लोगागासस्स किं संखेज्जइभाग ओगाढा, पुच्छा ? गोयमा! णो संखेज्जइभागं ओगाढा, असंखेज्जइभागं ओगाढा, णो संखेज्जेभागे ओगाढा, णो असंखेज्जे भागे ओगाढा, णो सव्वलोयं ओगाढा | सेसं तं चेव । धम्मत्थिकायस्स णं भंते ! केवइया अभिवयणा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणेगा अभिवयणा पण्णत्ता, तं जहा- धम्मे इ वा धम्मत्थिकाये इ वा पाणाइवायवेरमणे इ वा मुसावायरवेरमणे इ वा एवं जाव परिग्गहवेरमणे इ वा, कोहविवेगे इ वा जाव मिच्छादंसणसल्लविवेगे इ वा, इरियासमिई इ वा, भासासमिई इ वा, एसणासमिई इ वा, आयाणभंडमत्तणिक्खेवणासमिई इ वा, उच्चार-पासवण-खेल-जल्लसिंघाण-पारिट्ठावणिया-समिई इ वा, मणगुत्ती इ वा, वइगुत्ती इ वा, कायगुत्ती इ वा, जेयावण्णे तहप्पगारा सव्वे ते धम्मत्थिकायस्स अभिवयणा | अधम्मत्थिकायस्स णं भंते ! केवइया अभिवयणा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणेगा अभिवयणा पण्णत्ता, तं जहा- अधम्मे इ वा, अधम्मत्थिकाए इ वा, पाणाइवाए इ वा जाव मिच्छादसणसल्ले इ वा, इरियाअसमिई इ वा जाव उच्चारपासवणखेल- जल्ल- सिंघाण- पारिट्ठावणिया-असमिई इ वा, मणअगुत्ती इ वा, वइअगुत्ती इ वा, कायअगत्ती इ वा, जे यावण्णे तहप्पगारा सव्वे ते अधम्मत्थिकायस्स अभिवयणा | आगासत्थिकायस्स णं, पुच्छा ? ६ 473 Page #484 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! अणेगा अभिवयणा पण्णत्ता, तं जहा- आगासे इ वा, आगासत्थिकाये इ वा, गगणे इ वा, णभे इ वा, समे इ वा, विसमे इ वा, खहे इ वा, विहे इ वा, वीयी इ वा, विवरे इ वा, अंबरे इ वा, अंबरसे इ वा, छिड्डे इ वा, झुसिरे इ वा, मग्गे इ वा, विमुहे इ वा, अद्दे इ वा, (अट्टे इ वा) वियद्दे इ वा, आधारे इ वा, वोमे इ वा, भायणे इ वा, अंतरिक्खे इ वा, सामे इ वा, उवासंतरे इ वा, अगमे इ वा, फलिहे इ वा, अणंते इ वा, जे यावण्णे तहप्पगारा सव्वे ते आगासत्थिकायस्स अभिवयणा | जीवत्थिकायस्स णं भंते ! केवइया अभिवयणा पण्णत्ता ? उत्तर- गोयमा ! अणेगा अभिवयणा पण्णत्ता, तं जहा- जीवे इ वा, जीवत्थिकाये इ वा, पाणे इ वा, भूए इ वा, सत्ते इ वा, विण्णू इ वा, वेया इ वा, चेया इ वा, जेया इ वा, आया इ वा, रंगणा इ वा, हिंडुए इ वा, पोग्गले इ वा, माणवे इ वा, कत्ता इ वा, विकत्ता इ वा, जए इ वा, जंतु इ वा, जोणी इ वा, सयंभू इ वा, ससरीरी इ वा, णायए इ वा, अंतरप्पा इ वा, जे यावण्णे तहप्पगारा सव्वे ते जीवत्थिकायस्स अभिवयणा । पोग्गलत्थिकायस्स णं भंते ! केवइया अभिवयणा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणेगा अभिवयणा पण्णत्ता, तं जहा- पोग्गले इ वा, पोग्गलत्थिकाये इ वा, परमाणुपोग्गले इ वा, दुपएसिए इ वा, तिपएसिए इ वा जाव असंखेज्जपएसिए इ वा, अणंतपएसिए इवा, जे यावण्णे तहप्पगारा सव्वे ते पोग्गलत्थिकायस्स अभिवयणा || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ || बीओ उद्देसो समत्ता || वीसइमं सतं तइओ उद्देसो अह भंते! पाणाइवाए, मुसावाए जाव मिच्छादंसणसल्ले, पाणाइवाय-वेरमणे जाव मिच्छादसणसल्लविवेगे, उप्पत्तिया जाव पारिणामिया, उग्गहे जाव धारणा, उट्ठाणे, कम्मे, बले, वीरिए, पुरिसक्कारपरकम्मे, णेरइयत्ते, असुरकुमारत्ते जाव वेमाणियत्ते, णाणावरणिज्जे जाव अंतराइए, कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा, सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी समामिच्छादिट्टी, - जाव केवलदंसणे, आभिणिबोहियणाणे जाव विभंगणाणे, आहारसण्णा जाव परिगह सण्णा, ओरालियसरीरे जाव कम्मग सरीरे, मणजोगे, वईजोगे, कायजोगे, सागारोवओगे, अणागारोवओगे, जे यावण्णे तहप्पगारा सव्वे ते णण्णत्थ आयाए परिणमंति? हंता गोयमा ! पाणाइवाए जाव सव्वे ते णण्णत्थ आयाए परिणमंति । जीवे णं भंते ! गब्भं वक्कममाणे कइवण्णे, कइगंधे, पुच्छा ? जाव कम्मओ णं जए, णो अकम्मओ विभत्तिभावं गोयमा ! जहा बारसमस परिणमइ। || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ तइओ उद्देसो समत्तो || 474 Page #485 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त वीसइमं सतं चउत्थो उद्देसो १ कइविहे णं भंते ! इंदियउवचए पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे इंदियोवचए पण्णत्ते, तं जहा- सोइंदियउवचए जाव फासिदिय उवचए | एवं बिइओ इंदियउद्देसओ णिरवसेसो भाणियव्वो जहा पण्णवणाए || सेवं भंते! सेवं भंते ! || ॥ चउत्थो उद्देसो समत्तो || वीसइमं सतं पंचमो उद्देसो परमाणुपोग्गले णं भंते ! कइवण्णे, कइगंधे, कइरसे, कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा! एगवण्णे, एगगंधे, एगरसे, दुफासे पण्णत्ते । जइ एगवण्णे- सिय कालएसिय णीलए, सिय लोहिए, सिय हालिद्दए, सिय सुक्किलए; जइ एगगंधे- सिय सुब्भिगंधे, सिय दुब्भिगंधे; जइ एगरसे- सिय तित्ते, सिय कडुए, सिय कसाए, सिय अंबिले, सिय महुरे । जइ दुफासे- सिय सीए य णिद्धे य, सिय सीए य लुक्खे य, सिय उसिणे य णिद्धे य, सिय उसिणे य लुक्खे य । दुप्पएसिए णं भंते ! खंधे कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! जहा अट्ठारसमसए छठ्ठद्देसए जाव सिय चउफासे पण्णत्ते । एगवण्णे- सिय कालए जाव सिय सुक्किल्लए, जइ दुवण्णे- सिय कालए य णीलए य, सिय कालए य लोहियए य, सिय कालए य हालिद्दए य, सिय कालए कलए य, सिय णीलए य लोहियए य, सिय णीलए य हालिद्दए य, सिय णीलए य सुक्किलए य, सिय लोहियए य हालिद्दए य, सिय लोहियए य सुक्किलए य, सिय हालिद्दए य सुक्किलए य । एवं एए दुयासंजोगे दस भंगा । जइ एगगंधे- सिय सुब्भिगंधे, सिय दुब्भिगंधे य, जइ दुगंधे- सुब्भिगंधे य दुब्भिगंधे य । रसेसु जहा वण्णेसु । जइ दुफासे- सिय सीए य णिद्धे य, एवं जहेव परमाणु पोग्गले तहेव चत्तारि भंगा। जइ तिफासे- सव्वे सीए, देसे णिद्धे, देसे लुक्खे; सव्वे उसिणे, देसे गिद्धे, देसे लुक्खे; सव्वे णिद्धे, देसे सीए, देसे उसिणे; सव्वे लुक्खे, देसे सीए, देसे उसिणे । जइ चउफासे- देसे सीए, देसे उसिणे, देसे णिद्धे, देसे लुक्खे, एवं एए णव भंगा फासेसु । तिपएसिए णं भंते ! खंधे कइवण्णे जाव कइफासे पण्णते ? जहा अट्ठारसमसए छहृद्देसे जाव चउफासे पण्णत्ते । जइ एगवण्णे- सिय कालए जाव सुक्किलए । 475 Page #486 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जइ द्वण्णे- सिय कालए य सिय णीलए य, सिय कालए य सिय णीलगा य, सिय कालगा य णीलए य एए तिण्णि भंगा | सिय कालए य लोहियए य, सिय कालए य लोहियगा य, सिय कालगा य लोहियए य, एए तिण्णि भंगा एवं हालिद्दएण वि समं तिण्णि भंगा, एवं सक्किलएण वि समं तिणि भंगा, सिय णीलए य लोहियए य एत्थ वि तिणि भंगा, एवं हालिद्दएण वि समं तिण्णि भंगा क्कलएण वि समं तिण्णि भंगा, सिय लोहियए य हालिद्दए य समं तिण्णि भंगा, एवं सक्किलएण वि समं तिण्णि भंगा, सिय हालिद्दए य सुक्किलए य तिण्णि भंगा, एवं सव्वे ते दस दुयासंजोगा, भंगा तीसं भवंति । | जइ तिवण्णे- सिय कालए य णीलए य लोहियए य, सिय कालए य णीलए य हालिद्दए य, सिय कालए य णीलए य सुक्किलए य, सिय कालए य लोहियए य हालिद्दए य, सिय कालए य लोहियए य सुक्किलए य, सिय कालए य हालिद्दए य सुक्किलए य, सिय णीलए य लोहियए य हालिद्दए य, सिय णीलए य लोहियए य सुक्किलए य, सिय णीलए य हालिद्दए य सुक्किलए य, सिय लोहियए य हालिद्दए य सुक्किलए य एवं एए दस तियासंजोगा | जइ एगगंधे- सिय सुब्भिगंधे सिय दुब्भिगंधे । जइ दुगंधे सिय सुब्भिगंधे य दुब्भिगंधे य, एवं तिण्णि भंगा । रसा जहा वण्णा | जइ दुफासे- सिय सीए य णिद्धे य, एवं जहेव दुपएसियस्स तहेव चत्तारि भंगा । जइ तिफासे- सव्वे सीए देसे णिद्धे देसे लक्खे, सव्वे सीए देसे णिद्धे देसा लुक्खा, सव्वे सीए देसा णिद्धा देसे लुक्खे एए तिण्णि; सव्वे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एत्थ वि भंगा तिण्णि; सव्वे णिद्धे देसे सीए देसे उसिणे एत्थ वि भंगा तिण्णि; सव्वे लुक्खे देसे सीए देसे उसिणे एत्थ भंगा तिण्णि; एवं एए दुवालस भंगा । जइ चउफासे- देसे सीए, देसे उसिणे, देसे णिद्धे देसे लुक्खे; देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसा लुक्खा, देसे सीए देसे उसिणे देसा णिद्धा देसे लुक्खे, देसे सीए देसा उसिणा देसे णिद्धे देसे लुक्खे, देसे सीए देसा उसिणा देसे णिद्धे देसा लुक्खा, देसे सीए देसा उसिणा देसा णिद्धा देसे लुक्खे, देसा सीया देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, देसा सीया देसे उसिणे देसे णिद्धे देसा लक्खा, देसा सीया देसे उसिणे देसा णिद्धा देसे लक्खे, एवं चउसंयोगी नव भंगा | सव्वे एए तिपएसिए फासेसु पणवीसं भंगा । चउप्पएसिए णं भंते ! खंधे कडवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! जहा अट्ठारसमसए जाव सिय चउफासे पण्णत्ते । जइ एगवण्णे- सिय कालए य जाव सुक्किलए पंच भंगा । जइ दुवण्णे- सिय कालए य णीलए य, सिय कालए य णीलगा य, सिय कालगा य णीलए य, सिय कालगा य णीलगा य; चत्तारि भंगा | सिय कालए य लोहियए य; एत्थ वि चत्तारि भंगा | सिय कालए य हालिद्दए य; चतारि भंगा | सिय कालए य सक्किलए य, चत्तारि भंगा | सिय णीलए य लोहियए य; चत्तारि भंगा | सिय णीलए य हालिद्दए य; चत्तारि भंगा । सिय णीलए य सक्किलए य; चत्तारि भंगा | सिय लोहियए य हालिद्दए य; चत्तारि भंगा | सिय लोहियए 476 Page #487 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ७ ९ १० ११ भगवई सुत्त य सुक्किलए य; चत्तारि भंगा । सिय हालिए य सुक्किलए य; चत्तारि भंगा। एवं एए दस दुयासंजोगा, भंगा पुण चत्तालीसं । जइतिवण्णे- सिय कालए य णीलए य लोहियए य, सिय कालए णीलए लोहियगा य, सिय कालए य णीलगा य लोहियए य, सिय कालगा य णीलए य लोहियए य एए चत्तारि भंगा । एवं कालणीलहालिद्दएहिं चत्तारि भंगा, कालणील-सुक्किलेहिं चत्तारि, काललोहियहालिद्देहिं चत्तारि, काललोहियसुक्किलेहिं चत्तारि, कालहालिद्दसुक्किलेहिं चत्तारि । णीललोहियहालिद्दगाणं चत्तारि भंगा । णीललोहिय- सुक्किलगाणं चत्तारि णीलहालिद्दसुक्किलगाणं चत्तारि, लोहियहालिद्दसुक्किलगाणं चत्तारि भंगा । एवं एए दसतियासंजोगा, एक्केक्के संजोए चत्तारि भंगा, सव्वे ते चत्तालीसं भंगा। जइ चउवण्णे- सिय कालए णीलए लोहियए हालिद्दए य, सिय कालए णीलए लोहियए सुक्किलए, सिय कालए णीलए हालिए सुक्किलए, सिय कालए लोहियए हालिद्दए सुक्किलए, सिय णीलए लोहियए हालिद्दए सुक्किलए य । एवमेते चउक्कगसंजोए पंच भंगा । एए सव्वे उइ भंगा । जइ एगगंधे- सिय सुब्भिगंधे, सिय दुब्भिगंधे य, जइ दुगंधे - सुब्भिगंधे य दुब्भिगंधे य चत्तारि भंगा । रसा जहा वण्णा । जइ दुफासे- जहेव परमाणुपोग्गले चत्तारि भंगा । जइ तिफासे सव्वे सीए देसे णिद्धे देसे लुक्खे, सव्वे सीए देसे णिद्धे देसा लुक्खा, सव्वे सीए देसा णिद्धा देसे लुक्खे, सव्वे सीए देसा णिद्धा देसा लुक्खा, एए चत्तारि भंगा सव्वे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एत्थ वि चत्तारि भंगा । सव्वे णिद्धे देसे सीए देसे उसिणे, एत्थ वि चत्तारि भंगा । सव्वे लुक्खे देसे सीए देसे उसिणे, एत्थ वि चत्तारि भंगा । सव्वे एए तिफासे सोलस भंगा । जइ चउफासे- देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लक्खे, देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसा लुक्खा, देसे सीए देसे उसिणे देसा णिद्धा देसे लक्खे, देसे सिए देसे उसिणे देसा णिद्धा देसा लुक्खा; चउभंगो । देसे सीए देसा उसिणा देसे णिद्धे देसे लुक्खे, देसे सीए देसा उसिणा देसे णिद्धे देसा लुक्खा, देसे सीए देसा उसिणा देसा णिद्धा देसे लक्खे, देसे सीए देसा उसिणा देसा णिद्धा देसा लुक्खा; चउभंगो । एवं एए अट्ठ भंगा। देसा सीया देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लक्खे, जाव देसा सीया देसा उसिणा देसा णिद्धा देसा लुक्खा । एवं एए वि अट्ठ भंगा । सव्वे एए चउफासे सोलस भंगा भाणियव्वा । सव्वे एए फासेसु छत्तीसं भंगा । पंचपएसिए णं भंते! खंधे कइवण्णे जाव कइ फासे पण्णत्ते ? गोयमा ! जहा अट्ठारसमस ए जाव सिय चउफासे पण्णत्ते । जइ एगवण्णे, एवं एगवण्णदुवण्णा जहेव चउप्पएसिए । जइतिवण्णे- सिय कालए णीलए लोहियए य, सिय कालए णीलए लोहियगा य, सिय कालए णीलगा य लोहियए य, सिय कालए णीलगा य लोहियगा य, चउभंगा; सिय कालगा य णीलए य लोहियए य, सिय कालगा य णीलए य लोहियगा य, सिय कालगा य णीलगा य लोहियए य, एए सत्त भंगा । सिय कालए णीलए हालिद्दए य, एत्थ वि सत्त भंगा । 477 Page #488 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवं कालगणीलग-सुक्किलएसु सत्त भंगा । कालगलोहिय-हालिद्देसु सत्त भंगा । कालगलोहियसुक्किलेसु सत्त भंगा । कालगहालिद्दसुक्किलेसु सत्तभंगा । णीलग लोहियहालिद्देसु सत्त भंगा | णीललोहियसुक्किलेसु सत्त भंगा | णीलग हालिद्दसुक्किलेसु सत्तभंगा। लोहियहालिद्दसुक्किलेसु वि सत्त भंगा । एवमेए तियासंजोए सत्तरि भंगा । जइ चउवण्णे- सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य, सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दगा य, सिय कालए य णीलए य लोहियगा य हालिद्दए य, सिय कालएय णीलगा य लोहियए य हालिद्दए य, सिय कालगा य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य; एए पंच भंगा | सिय कालए य णीलए य लोहियए य सुक्किलए य; एत्थ वि पंच भंगा | एवं कालग-णीलग हालिद्द-सुक्किलेसु वि पंच भंगा ! कालगलोहिय-हालिद्द-सुक्किलएम वि पंच भंगा। णीलगलोहियहालिद्दसुक्किलेसु वि पंच भंगा। एवमेते चउक्कग संजोगएणं पणुवीसं भंगा। जइ पंचवण्णे- कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किलए य । सव्वमेए एक्कगदुयग-तियग-चउक्क-पंचगसंजोएणं ईयालं भंगसयं भवइ । गंधा जहा चउप्पएसियस्स | रसा जहा वण्णा । फासा जहा चउप्पएसियस्स | छप्पएसिए णं भंते ! खंधे कड़वण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! जहा अढारसम सए जाव सिय चउफासे पण्णत्ते | एगवण्ण, द्वण्णा जहा पंचपएसियस्स। जइ तिवण्णे- सिय कालए य णीलए य लोहियए य, एवं जहेव पंचपएसियस्स सत्त भंगा तहेव जाव सिय कालगा य णीलगा य लोहियए य; सिय कालगा य णीलगा य लोहियगा, एए अट्ठ भंगा। एवमेव दस तियासंजोगेस् एक्केक्कए संजोगे अट्ठ भंगा, एवं सव्वे वि तियगसंजोगे असीइ भंगा। जइ चउवण्णे- सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य, सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दगा य, सिय कालए य णीलए य लोहियगा य हालिद्दए य, सिय कालए य णीलए य लोहियगा य हालिद्दगा य; सिय कालए य णीलगा य लोहियए य हालिद्दए य, सिय कालए य णीलगा य लोहियए य हालिद्दगा य, सिय कालए य णीलगा य लोहियगा य हालिद्दए य सिय कालगा य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य, सिय कालगा य णीलए य लोहियए य हालिद्दगा य, सिय कालगा य णीलए य लोहियगा य हालिद्दए य, सिय कालगा य णीलगा य लोहियए य हालिद्दए य, एए एक्कास्स भंगा । एवमेए पंचचउक्कसंजोगा कायव्वा, एक्केक्कसंजोए एक्कारस भंगा। सव्वे एए पणपण्णं भंगा चउक्क-संजोएणं । जइ पंचवण्णे- सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किल्लए, सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किल्लगा य, सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दगा य सक्किल्लए य, सिय कालए य णीलए य लोहियगा य हालिद्दए य सुक्किल्लए य, सिय कालए य णीलगा य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किल्लए य, सिय कालगा य णीलए 478 Page #489 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किल्लए य; एवं एए छब्भंगा भाणियव्वा। एवमेए सव्वे वि एक्कग-दुयग-तियग-चउक्कग-पंचगसंजोगेसु छासीयं भंगसयं भवइ । गंधा जहा पंचपएसियस्स। रसा जहा एयस्सेव वण्णा। फासा जहा चउप्पएसियस्स | सत्तपएसिए णं भंते ! खंधे कइवण्णे जाव कइ फासे पण्णत्ते ? गोयमा ! जहा अट्ठारसम सए जाव सिय चउफासे पण्णत्ते । एगवण्णदुवण्णतिवण्णा जहा छप्पएसियस्स | जइ चउवण्णे- सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य, सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दगा य, सिय कालए य णीलए य लोहियगा य हालिद्दए य, सिय कालए य णीलए य लोहियगा य हालिद्दगा य; चउभंगो । एवं एएणं कमेणं एगं चउक्कयसंजोगेणं पण्णरस भंगा भाणियव्वा जाव सिय कालगा य णीलगा य लोहियगा हालिद्दए य । एवमेए पंचचउक्कसंजोगा णेयव्वा । एक्केक्के संजोए पण्णरस-पण्णरस भंगा। सव्वमेए पंचसत्तरि भंगा भवइ । जइ पंचवण्णे सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किलए य, सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किलगा य, सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दगा य सुक्किलए य, सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दगा य सुक्किलगा य, चउभंगो । सिय कालए य णीलए य लोहियगा य हालिद्दए य सुक्किलए य, सिय कालए य णीलए य लोहियगा य हालिद्दए य सुक्किलगा य, सिय कालए य णीलए य लोहियगा य हालिद्दगा य सुक्किलए य, सत्तभंगा एए । सिय कालए य णीलगा य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किलए य, सिय कालए य णीलगा य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किलगा य, सिय कालए य णीलगा य लोहियए य हालिद्दगा य सक्किलए य, सियकालए य णीलगा य लोहियगा य हालिद्दए य सक्किलए य, एवं एए एक्करस भंगा | सिय कालगा य णीलगे य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किलए य, सिय कालगा य णीलए य लोहियगे य हालिद्दए य सुक्किलगा य, सिय कालगा य णीलए य लोहियए य हालिद्दगा य सुक्किलए य, सिय कालगा य णीलए य लोहियगा य हालिद्दए य सुक्किलए, सिय कालगा य णीलगा य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किलए य । सव्वे एए सोलस भंगा पंच संजोगे | एवं सव्वमेए एक्कग-दुयग-तियग-चठक्कग-पंचगसंजोगेणं दो सोला भंगसया भवइ वण्णस्स। गंधा जहा चउप्पएसियस्स | रसा जहा एयस्स चेव वण्णा | फासा जहा चउप्पएसियस्स | अदुपएसिए णं भंते ! खंधे कई वण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! जहा अठारसमसए जाव सिय चउफासे पण्णत्ते । एगवण्ण-दुवण्ण-तिवण्णा जहेव सत्तपएसिए । जइ चउवण्णे- सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य, सिय कालए णीलए य लोहियए य हालिद्दगा य, एवं जहेव सत्तपएसिए तहेव पण्णरस भंगा जाव सिय कालगा य णीलगा य लोहियगा य हालिद्दगे य; सोलसमं इम- सिय कालगा य णीलगा य लोहियगा य 479 Page #490 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त हालिद्दगा य। एए सोलस भंगा, एवमेए पंच चउक्कसंजोगा, णेयव्वा एक्केक्के संजोए सोलससोलस भंगा, सव्वमेए असीइ भंगा । जइ पंचवण्णे सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किल्लए य, सिय कालए य णीलए य लोहियगे य हालिद्दगे य सुक्किल्लगा य, एवं एएणं कमेणं भंगा चारेयव्वा जाव सिय कालए य णीलगा य लोहियगा य हालिद्दगा य सुक्किलगे य एसो पण्णरसमो भंगो; सिय कालगा य णीलगे य लोहियगे य हालिद्दए य सुक्किलए य, सिय कालगा य णीलगे य लोहियगे य हालिद्दगे य सुक्किलगा य, सिय कालगा य णीलगे य लोहियगे य हालिद्दगा य सुक्किलए य, सिय कालगा य णीलगे य लोहियगे य हालिद्दगा य सुक्किलगा य चउभंगो | सिय कालगा य णीलगे य लोहियगा य हालिद्दए य सुक्किलए य, सिय कालगा य णीलगे य लोहियगा य हालिद्दए य सुक्किलगा य, सिय कालगा य णीलए य लोहियगा य हालिद्दगा य सुक्किलए य सत्त भंगा एए । सिय कालगा य णीलगा य लोहियगे य हालिद्दए य सुक्किलए य, सिय कालगा य णीलगा य लोहियगे य हालिद्दए य सुक्किलगा य, सिय कालगा य णीलगा य लोहियगे य हालिद्दगा य सुक्किलए य, सिय कालगा य णीलगा य लोहियगा य हालिद्दए य सुक्किलए य; एए एक्कारसभंगो पंचसंजोएणं सव्वे एते छव्वीसं भंगा भवइ । एवमेए सपुव्वावरेणं एक्कगदुयग-तियग-चउक्कग-पंचगसंजोएहिं दो एक्कतीसं भंगसया भवइ । गंधा जहा सत्तपएसियस्स। रसा जहा एयस्स चेव वण्णा | फासा जहा चउप्पएसियस्स | णवपएसिए णं भंते । खंधे कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा ! जहा अट्ठारसम सए जाव सिय चउफासे पण्णत्ते । एगवण्ण-दुवण्ण- तिवण्णचउवण्णा जहेव अट्ठपएसियस्स | जइ पंचवण्णे सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किलए, सिय कालए य णीलए य लोहियए य हालिद्दए य सुक्किलगा य, एवं परिवाडीए एक्कतीसं भंगा भाणियव्वा जाव सिय कालगा य णीलगा य लोहियगा य हालिद्दगा य सुक्किलए य । एए एकत्तीसं भंगा । एवं एक्कग-दुयग-तियग-चउक्कग- पंचगसंजोएहिं दो छत्तीसा भंगसया भवंति | गंधा जहा अट्ठपएसियस्स। रसा जहा एयस्स चेव वण्णा | फासा जहा चउप्पएसियस्स | दसपएसिए णं भंते ! खंधे कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? गोयमा! जहा अट्ठारसम सए जाव सिय चउफासे पण्णत्ते । एगवण्ण-वण्ण-तिवण्णचउवण्णा जहेव णवपएसियस्स | पंचवण्णे वि तहेव, णवरं बत्तीसइमो भंगो भण्णइ । एवमेए एक्कग-दुयग- तियग-चउक्कग-पंचगसंजोएसु दोण्णि सत्ततीसा भंगसया भवंति | गंधा जहा णवपएसियस्स । रसा जहा एयस्स चेव वण्णा । फासा जहा चउप्पएसियस्स। जहा दसपएसिओ एवं संखेज्जपएसिओ वि, एवं असंखेज्जपएसिओ वि, सुहमपरिणओ अणंतपएसिओ वि एवं चेव । २३ | बायरपरिणए णं भंते ! अणंतपएसिए खंधे कइवण्णे जाव कइफासे पण्णत्ते ? 480 Page #491 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा! जहा अट्ठारसम सए जाव सिय चउफासे, पंचफासे, छफासे, सत्तफासे अट्ठफासे पण्णत्ते। वण्ण-गंध-रसा जहा दसपएसियस्स | जइ चउफासे- सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सव्वे सीए सव्वे णिद्धे, सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सव्वे सीए सव्वे लुक्खे, सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सव्वे उसिणे सव्वे णिद्धे, सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सव्वे उसिणे सव्वे लुक्खे, चउभंगो । सव्वे कक्खडे सव्वे लहए सव्वे सीए सव्वे णिद्धे, सव्वे कक्खडे सव्वे लहुए सव्वे सीए सव्वे लुक्खे, सव्वे कक्खडे सव्वे लहुए सव्वे उसिणे सव्वे णिद्धे, सव्वे कक्खडे सव्वे लहुए सव्वे उसिणे सव्वे लुक्खे, चउभंगो । सव्वे मउए सव्वे गरुए सव्वे सीए सव्वे णिद्धे, सव्वे मउए सव्वे गरुए सव्वे सीए सव्वे लुक्खे, सव्वे मउए सव्वे गरुए सव्वे उसिणे सव्वे णिद्धे, सव्वे मउए सव्वे गरुए सव्वे उसिणे सव्वे लुक्खे, चउभंगो। सव्वे मठए सव्वे लहुए सव्वे सीए सव्वे णिद्धे, सव्वे मउए सव्वे लहुए सव्वे सीए सव्वे लुक्खे, सव्वे मठए सव्वे लहुए सव्वे उसिणे सव्वे णिद्धे, सव्वे मठए सव्वे लहुए सव्वे उसिणे सव्वे लुक्खे । एए सोलस भंगा चउफासे | जइ पंचफासे- सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सव्वे सीए देसे णिद्धे देसे लक्खे, सव्वे कर गरुए सव्वे सीए देसे णिद्धे देसा लुक्खा, सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सव्वे सीए देसा णिद्धा देसे लुक्खे, सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सव्वे सीए देसा णिद्धा देसा लुक्खा, चउभंगो । सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सव्वे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, चउभंगो । सव्वे कक्खडे सव्वे लहुए सव्वे सीए देसे णिद्ध देसे लुक्खे, चउभंगो । सव्वे कक्खडे सव्वे लहुए सव्वे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, चउभंगो । एवं एए कक्खडेणं सोलस भंगा । सव्वे मठए सव्वे गरुए सव्वे सीए देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं मउएण वि सोलस भंगा, एवं बत्तीसं भंगा । सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सव्वे णिद्धे देसे सीए देसे उसिणे, सोलस भंगा | सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सव्वे लुक्खे देसे सीए देसे उसिणे सोलस भंगा, एवं दोवि एए बत्तीसं भंगा | सव्वे कक्खडे सव्वे सीए सव्वे णिद्धे देसे गरुए देसे लहए, एत्थ वि बत्तीसं भंगा। सव्वे गरुए सव्वे सीए सव्वे णिद्धे देसे कक्खडे देसे मउए, एत्थ वि बत्तीसं भंगा। एवं सव्वे ते पंचफासे अट्ठावीसं भंगसयं भवइ । जइ छफासे-सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसा लुक्खा एवं जाव सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए देसा सीया देसा उसिणा देसा णिद्धा देसा लुक्खा एए सोलस भंगा। सव्वे कक्खडे सव्वे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एत्थ वि सोलस भंगा । सव्वे मउए सव्वे गरुए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लक्खे, एत्थ वि सोलस भंगा । सव्वे मउए सव्वे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, वि एत्थ वि सोलस भंगा, एवं चत्तारि एए चउसद्धिं भंगा । 481 Page #492 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २६ भगवई सुत्त सव्वे कक्खडे सव्वे सीए देसे गरुए देसे लहुए देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं जाव सव्वे सव्वे उसिणे देसा गरुया देसा लहुया देसा णिद्धा देसा लुक्खा, एए वि चउसट्ठि भंगा । सव्वे कक्खडे सव्वे णिद्धे देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे जाव सव्वे मउए सव्वे लुक्खे देसा गरुया देसा लहुया देसा सीया देसा उसिणा, एए चउसट्ठि भंगा। सव्वे गरुए सव्वे सीए देसे कक्खडे देसे मउए देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं जाव सव्वे लहुए सव्वे उसिणे देसा कक्खडा देसा मउया देसा णिद्धा देसा लुक्खा, एए चउसट्ठि भंगा। सव्वे गरुए सव्वे णिद्धे देसे कक्खडे देसे मउए देसे सीए देसे उसिणे जाव सव्वे लहुए सव्वे लक्खे देसा कक्खडा देसा मउया देसा सीया देसा उसिणा, एए चउसट्ठि भंगा। सव्वे सीए सव्वे णिद्धे देसे कक्खडे देसे मउए देसे गरुए देसे लहुए जाव सव्वे उसिणे सव्वे लक्खे देसा कक्खडा देसा मउया देसा गरुया देसा लहुया, एए चउसट्ठि भंगा। सव्वे ते छफासे तिण्णि चउरासीया भंगसया भवंति । जइ सत्तफासे- सव्वे कक्खडे देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, सव्वे कक्खडे देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसा णिद्धा देसा लुक्खा, चउभंगो । सव्वे कक्खडे देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसा उसिणा देसे णिद्धे देसे लुक्खे, चउभंगो । सव्वे कक्खडे देसे गरुए देसे लहुए देसा सीया देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, चउभंगो । सव्वे कक्खडे देसे गरुए देसे लहुए देसा सीया देसा उसिणा देसे णिद्धे देसे लुक्खे, चउभंगो । सव्वे ते सोलस भंगा भाणियव्वा । सव्वे कक्खडे देसे गरुए देसा लहुया देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं गरुएणं एगत्तेणं लहुएणं पुहुत्तेणं एए वि सोलस भंगा । सव्वे कक्खडे देसा गरुया देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लक्खे, सोलस भंगा भाणियव्वा । सव्वे कक्खडे देसा गरुया देसा लहुया देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एए वि सोलस भंगा भाणियव्वा । एवमेए चउसट्ठि भंगा कक्खडेणं समं । सव्वे मउए देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं मउएण वि समं चउसट्ठि भंगा भाणियव्वा । सव्वे गरुए देसे कक्खडे देसे मउए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं गरुएण वि समं चउसट्ठि भंगा कायव्वा । सव्वे लहुए देसे कक्खडे देसे मउए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं लहुएण वि समं चउसट्ठि भंगा कायव्वा। सव्वे सीए देसे कक्खडे देसे मउए देसे गरुए देसे लहुए देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं सीएण वि समं चउसट्ठि भंगा कायव्वा । सव्वे उसिणे देसे कक्खडे देसे मउए देसे गरुए देसे लहुए देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं उसिणेण वि समं चउसट्ठि भंगा कायव्वा । सव्वे णिद्धे देसे कक्खडे देसे मउए देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे, एवं णिद्धेण वि समं चउसट्ठि भंगा कायव्वा । सव्वे लुक्खे देसे कक्खडे देसे मउए देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे, एवं लुक्खेण वि समं चउसट्ठि भंगा कायव्वा जाव सव्वे लुक्खे देसा कक्खडा देसा मउया देसा गरुया देसा लहुया देसा सीया देसा उसिणा । एवं सत्तफासे पंच बारसुत्तरा भंगसया भवंति । 482 Page #493 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २७ भगवई सुत्त जइ अट्ठफासे- देसे कक्खडे देसे मउए देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं चउभंगो । देसे कक्खडे देसे मठए देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसा उसिणा देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं चउभंगो । देसे कक्खडे देसे मउए देसे गरुए देसे लहुए देसा सीया देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लक्खे, एवं चउभंगो | देसे कक्खडे देसे मउए देसे गरुए देसे लहुए देसा सीया देसा उसिणा देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं चउभंगो। एए चत्तारि चउक्का सोलस भंगा । देसे कक्खडे देसे मठए देसे गरुए देसा लया देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एवं एए गरुएणं एगत्तएणं लहुएणं पुहत्तएणं सोलस भंगा कायव्वा । देसे कक्खडे देसे मउए देसा गरुया देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लक्खे, एए वि सोलस भंगा कायव्वा | देसे कक्खडे देसे मठए देसा गरुया देसा लहया देसे सीए देसे उसिणे देसे णिद्धे देसे लुक्खे, एए वि सोलस भंगा कायव्वा। सव्वे वि ते चउसटुिं भंगा कक्खड-मउएहिं एगत्तएहिं । ताहे कक्खडेणं एगत्तएणं मउएणं पुहत्तेणं एते चउसद्धिं भंगा कायव्वा । ताहे कक्खडेणं पुहत्तएणं मउएणं एगत्तएणं चउसद्धिं भंगा कायव्वा । ताहे एएहिं चेव दोहि वि पुहत्तेहिं चउसद्धिं भंगा कायव्वा जाव देसा कक्खडा देसा मउया देसा गरुया देसा लहया देसा सीया देसा उसिणा देसा णिद्धा देसा लक्खा एसो अपच्छिमो भंगो। सव्वे ते अट्ठफासे दो छप्पण्णा भंगसया भवंति। एवं एए बायरपरिणए अणंतपएसिए खंधे सव्वेसु संजोएसु बारस छण्णउया भंगसया भवंति । कइविहे णं भंते ! परमाणू पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे परमाणू पण्णत्ते, तं जहादव्वपरमाणू खेत्तपरमाणू कालपरमाणू भावपरमाणू । दव्वपरमाणू णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- अच्छेज्जे, अभेज्जे, अडज्झे, अगेज्झे । खेत्तपरमाणू णं भंते ! कविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- अणद्धे, अमज्झे, अपएसे, अविभाइमे । कालपरमाणू ण भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- अवण्णे, अगंधे, अरसे, अफासे | भावपरमाणू णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- वण्णमंते, गंधमंते, रसमंते, फासमंते || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || पंचमो उद्देसो समत्तो | वीसइमं सतं छट्ठो उद्देसो १ पुढविक्काइए णं भंते! इमीसे रयणप्पभाए सक्करप्पभाए य पुढविए अंतरा समोहए समोहणित्ता जे भविए सोहम्मे कप्पे पुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते! किं पुट्विं उववज्जित्ता पच्छा आहारेज्जा, पुव्विं आहारित्ता पच्छा उववज्जेज्जा ? 483 Page #494 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ 19 Ιε وال भगवई सुत्त गोयमा ! पुव्विं वा उववज्जित्ता, एवं जहा सत्तरसमसए छट्टुद्देसे जाव से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-पुव्विं वा जाव उववज्जेज्जा । णवरं तेहिं संपाउणणा, इमेहिं आहारो भण्णइ, सेसं तं चेव । पुढविक्काइए णं भंते! इमीसे रयणप्पभाए सक्करप्पभाए य पुढवीए अंतरा समोहए समोहणित्ता जे भविए ईसाणे कप्पे पुढविक्काइयत्ताए उववज्जित्तए, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव ईसीपब्भाराए उववाएयव्वो । पुढविक्काइए णं भंते ! सक्करप्पभाए वालुयप्पभाए य पुढवीए अंतरा समोहए, समोहणित्ता जे भविए सोहम्मे जाव ईसीपब्भभाराए पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं एएणं कमेणं जाव तमाए, अहेसत्तमाए य पुढवीए अंतरा समोह समाणे जे भविए सोहम्मे जाव ईसिपब्भाराए उववाएयव्वो । पुढविक्काइए णं भंते ! सोहम्मीसाणाणं सणकुमारमाहिंदाण य कप्पाणं अंतरा समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुढविक्काइयत्ताए उववज्जित्तए से भंते ! पुव्विं उववज्जित्ता पच्छा आहारेज्जा ? गोयमा ! तं चेव जाव से तेणट्टेणं जाव णिक्खेवओ । पुढविक्काइए णं भंते ! सोहम्मीसाणाणं सणकुमारमाहिंदाण य कप्पाणं अंतरा समोहए, समोहणित्ता जे भविए सक्करप्पभाए पुढवीए पुढविक्काइयत्ताए उववज्जित्तए, पुच्छा ? गोयमा! एवं चेव । एवं जाव अहेसत्तमाए उववाएयव्वो । एवं सणकुमार माहिंदाणं बंभलोगस्स य कप्पस्स अंतरा समोहए समोहणित्ता पुणरवि जाव अहेसत्तमाए उववाएयव्वो । एवं बंभलोगस्स लंतगस्स य कप्पस्स अंतरा समोहए, पुणरवि जाव अहेसत्तमाए । एवं लंतगस्स महासुक्कस्स कप्पस्स य अंतरा समोहए, पुणरवि जाव अहे सत्तमा । एवं महासुक्कस्स सहस्सारस्स य कप्पस्स अंतरा पुणरवि जाव अहेसत्तमा | एवं सहस्सारस्स आणयपाणयकप्पाण य अंतरा पुणरवि जाव अहेसत्तमाए । एवं आणय-पाणयाणं आरणअच्चुयाण य कप्पाणं अंतरा पुणरवि जाव अहेसत्तमाए I एवं आरण-च्चुयाणं गेवेज्जविमाणाण अणुत्तर विमाणाण य अंतरा पुणरवि जाव अहेसत्तमा । एवं अणुत्तरविमाणाणं ईसीपब्भाराए य पुणरवि जाव अहेसत्तमाए उववाएयव्वो । आउक्काइए णं भंते! इमीसे रयणप्पभाए सक्करप्पभाए य पुढवीए अंतरा समोहए समोहणित्ता जे भविए सोहम्मे कप्पे आउकाइयत्ताए उववज्जित्तए, पुच्छा ? गोयमा ! जहा पुढविक्काइयस्स जाव से तेणद्वेणं । एवं पढम-दोच्चाणं अंतरा समोहए जाव ईसीपब्भाराए उववाएयव्वो । एवं एएणं कमेणं जाव तमाए अहेसत्तमाए य पुढवीए अंतरा समोहए, समोहणित्ता जाव ईसीपब्भाराए उववाएयव्वो आउक्काइयत्ताए । आउयाए णं भंते ! सोहम्मी - साणाणं सणकुमारमाहिंदाण य कप्पाणं अंतरा समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए घणोदहिसु, घणोदहिवल आउक्काइयत्ताए उववज्जित्तए, पुच्छा ? 484 Page #495 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! तं चेव । एवं एएहिं चेव अंतरा समोहओ जाव अहेसत्तमाए पुढवीए घणोदहिसु, घणोदहिवलएसु आउक्काइयत्ताए उववाएयव्वो । एवं जाव अणुत्तरविमाणाणं ईसीपब्भाराए य पुढवीए अंतरा समोहए जाव अहेसत्तमाए घणोदहिसु, घणोदहिवलएसु उववाएयव्वो | वाउक्काइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए सक्करप्पभाए य पुढवीए अंतरा समोहए, समोहणित्ता जे भविए सोहम्मे कप्पे वाउक्काइयत्ताए उववज्जित्तए, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहा सत्तरसमसए वाउक्काइयउद्देसए तहा इह वि, णवरं अंतरेसु समोहणा णेयव्वा, सेसं तं चेव जाव अणुत्तरविमाणाणं ईसीपब्भाराए य पुढवीए अंतरा समोहए, समोहणित्ता जे भविए घणवाय-तणुवाए, घणवाय-तणुवाय-वलएसु वाउक्काइयत्ताए उववज्जित्तए, सेसं तं चेव जाव से तेणटेणं जाव उववज्जेज्जा || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || छटो उद्देसो समत्तो || वीसइमं सतं सत्तमो उद्देसो कइविहे णं भंते ! बंधे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे बंधे पण्णत्ते, तं जहा- जीवप्पओगबंधे, अणंतरबंधे, परंपरबंधे । णेरइयाणं भंते ! कइविहे बंधे पण्णत्ते ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव वेमाणियाणं। णाणावरणिज्जस्स णं भंते ! कम्मस्स कइविहे बंधे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे बंधे पण्णत्ते, तं जहा- जीवप्पओगबंधे, अणंतरबंधे. परंपरबंधे । णेरइयाणं भंते ! णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स कइविहे बंधे पण्णत्ते ? एवं चेव । एवं जाव वेमाणियाणं । एवं जाव अंतराइयस्स | णाणावरणिज्जोदयस्स णं भंते ! कम्मस्स कइविहे बंधे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे बंधे पण्णत्ते एवं चेव, एवं णेरइयाणं वि जाव वेमाणियाणं, एवं जाव अंतराइयउदयस्स | इत्थीवेयस्स णं भंते ! कइविहे बंधे पण्णत्ते ? गोयमा ! तिविहे बंधे पण्णत्ते । एवं चेव । असुरकुमाराणं भंते ! इत्थीवेयस्स कइविहे बंधे पण्णत्ते ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव वेमाणियाणं, णवरं जस्स इत्थिवेओ अत्थि। एवं पुरिसवेयस्स वि, एवं णपुंसगवेयस्स वि जाव वेमाणियाणं णवरं जस्स जो अत्थि वेओ | दंसणमोहणिज्जस्स णं भंते ! कम्मस्स कइविहे बंधे पण्णत्ते ? एवं चेव, णिरंतरं जाव वेमाणियाणं । एवं चरित्तमोहणिज्जस्स वि जाव वेमाणियाणं। एवं एएणं कमेणं ओरालियसरीरस्स जाव कम्मगसरीरस्स, आहारसण्णाए जाव परिग्गहसण्णाए, कण्हलेसाए जाव सुक्कलेसाए, सम्मदिट्ठीए मिच्छादिट्ठीए सम्मामिच्छादिट्ठीए, 485 Page #496 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ ४ 19 Ιε भगवई सुत्त आभिणिबोहियणाणस्स जाव केवलणाणस्स, मइअण्णाणस्स, सुयअण्णाणस्स, विभंगणाणस्स, एवं आभिणिबोहियणाणविसयस्स भंते ! कइविहे बंधे पण्णत्ते ? गोयमा! एएसिं सव्वेसि पयाणं तिविहे बंधे पण्णत्ते I जाव केवलणाणविसयस्स मइअण्णाणविसयस्स सुयअण्णाणविसयस्स विभंगणाणविसयस्स सव्वे एए चउव्वीसं दंडगा भाणियव्वा, णवरं जस्स जं अत्थि तं भाणियव्वा । जाव वेमाणियाणं भंते ! विभंगणाणविसयस्स कइविहे बंधे पण्णत्ते? गोयमा! तिविहे बंधे पण्णत्ते, तं जहाजीवप्पओगबंधे अणंतरबंधे परंपरबंधे ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ | सत्तमो उद्देसो समत्तो ॥ इमं तं अमो उद्देसो कइ णं भंते ! कम्मभूमीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! पण्णरस कम्मभूमीओ पण्णत्ताओ, तं जहा - पंच भरहाई, पंच एरवयाई, पंच महाविदेहाई । इणं भंते! अकम्मभूमीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! तीसं अकम्मभूमीओ पण्णत्ताओ, तं जहा - पंच हेमवयाई, पंच हेरण्णवयाइं, पंच हरिवासाइं, पंच रम्मगवासाई, पंच देवकुराई, पंच उत्तर कुराई । एयासु णं भंते! तीसासु अकम्मभूमीसु अत्थि उस्सप्पिणीइ वा ओसप्पिणीइ वा ? गोयमा ! णो इट्ठे समट्ठे । एएसु णं भंते ! पंचसु भरहेसु पंचसु एरवएस अत्थि उस्सप्पिणीइ वा ओसप्पिणीइ वा ? गोयमा ! हंता अत्थि । एएस णं भंते ! पंचसु महाविदेहेसु, पुच्छा ? गोयमा ! णेवत्थि उस्सप्पिणी, णेवत्थि ओसप्पिणी, अवट्ठिए णं तत्थ काले पण्णत्ते समणाउसो । एएसु णं भंते ! पंचसु महाविदेहेसु अरहंता भगवंतो पंचमहव्वइयं सप॒डिक्कमणं धम्मं पण्णवयंति ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । एएसु णं पंचसु भरहेसु, पंचसु एरवएसु, पुरिम- पच्छिमगा दुवे अरहंता भगवंतो पंचमहव्वइयं सपडिक्कमणं धम्मं पण्णवयंति, अवसेसा णं अरहंता भगवंत चाउज्जामं धम्मं पण्णवयंति । एएसु णं पंचसु महाविदेहेसु अरहंता भगवंतो चाउज्जामं धम्मं पण्णवयंति । जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए कइ तित्थगरा पण्णत्ता ? गोयमा ! चउवीसं तित्थगरा पण्णत्ता, तं जहा उसभ अजिय-संभव-अभिणंदण-सुमइ-सुप्पभसुपास-ससि-पुप्फदंत-सीयल-सेज्जंस- वासुपुज्ज - विमल - अनंत- धम्म-संति- कुंथु-अर-मल्लिमुणिसुव्वय-णमि-णेमि-पास-वद्धमाणा । 486 Page #497 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एएसि णं भंते ! चउवीसाए तित्थगराणं कई जिणंतरा पण्णत्ता? गोयमा! तेवीसं जिणंतरा पण्णत्ता। एएसि णं भंते ! तेवीसाए जिणंतरेसु कस्स कहिं कालियसुयस्स वोच्छेए पण्णत्ते ? गोयमा ! एएसु णं तेवीसाए जिणंतरेसु पुरिमपच्छिमएसु अट्ठसु अट्ठसु जिणंतरेसु एत्थ णं कालियसुयस्स अवोच्छेए पण्णत्ते, मज्झिमएसु सत्तसु जिणंतरेसु एत्थ णं कालियसुयस्स वोच्छेए पण्णत्ते, सव्वत्थ वि णं वोच्छिण्णे दिद्विवाए | जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए देवाणुप्पियाणं केवइयं कालं पुव्वगए अणुसज्जिस्सइ ? गोयमा ! जंबुद्दीवे णं दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए ममं एगं वाससहस्सं पुव्वगए अणुसज्जिस्सइ । जहा णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए देवाणुप्पियाणं एगं वाससहस्सं पुव्वगए अणुसज्जिस्सइ, तहा णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए अवसेसाणं तित्थगराणं केवइयं कालं पुव्वगए अणुसज्जित्था ? गोयमा ! अत्थेगइयाणं संखेज्जं कालं, अत्थेगइयाणं असंखेज्जं कालं | ११ | जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए देवाणुप्पियाणं केवइयं कालं तित्थे अणुसज्जिस्सइ ? गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए ममं एगवीसं वाससहस्साइं तित्थे अणुसज्जिस्सइ । जहा णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए देवाणुप्पियाणं एक्कवीसं वाससहस्साइं तित्थं अणुसज्जिस्सइ तहा णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे आगमेस्साणं चरिमतित्थगरस्स केवइयं कालं तित्थे अणुसज्जिस्सइ ? गोयमा ! जावइए णं उसभस्स अरहओ कोसलियस्स जिणपरियाए एवइयाइं संखेज्जाइं वासाइं आगमेस्साणं चरिमतित्थगरस्स तित्थे अणुसज्जिस्सइ । तित्थं भंते ! तित्थं, तित्थगरे तित्थं ? गोयमा ! अरहा ताव णियमं तित्थगरे, तित्थं पुण चाउवण्णाइण्णे समणसंघे, तं जहा- समणा, समणीओ, सावया, सावियाओ। पवयणं भंते ! पवयणं, पावयणी पवयणं ? गोयमा ! अरहा ताव णियमं पावयणी, पवयणं पुण दुवालसंगे गणिपिडगे, तं जहा- आयारो जाव दिद्विवाओ । जे इमे भंते ! उग्गा, भोगा, राइण्णा, इक्खागा, णाया, कोरव्वा एए णं अस्सिं धम्मे ओगाहंति, ओगाहित्ता अट्ठविहं कम्मरयमलं पवाहेति, पवाहित्ता तओ पच्छा सिज्झंति जाव अंतं करेंति? हंता गोयमा ! जे इमे उग्गा भोगा तं चेव जाव अंतं करेंति, अत्थेगइया अण्णयरेसु देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवति । 487 Page #498 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त कइविहा णं भंते ! देवलोया पण्णत्ता ? गोयमा ! चउव्विहा देवलोया पण्णत्ता, तं जहाभवणवासी, वाणमंतरा, जोइसिया, वेमाणिया । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ अट्ठमो उद्देसो समत्तो || वीसइमं सतं णवमो उद्देसो कइविहा णं भंते ! चारणा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा चारणा पण्णत्ता, तं जहाविज्जाचारणाय, जंघाचारणा य । से केणतुणं भंते ! एवं वुच्चइ- विज्जाचारणा विज्जाचारणा ? गोयमा ! तस्स णं छटुंछट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं विज्जाए उत्तरगुणलद्धिं खममाणस्स विज्जाचारणलद्धी णामं लद्धी समुप्पज्जइ, से तेणटेणं जाव विज्जाचारणा। विज्जाचारणस्स णं भंते ! कहं सीहा गई, कहं सीहे गइविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! अयण्णं जंबुद्दीवे दीवे जाव किंचिविसेसाहिए परिक्खेवेणं, देवे णं महिड्ढीए जाव महासोक्खे जाव इणामेव इणामेव त्ति कट्ट केवलकप्पं जंबुद्दीवं दीवं तिहिं अच्छराणिवाएहिं तिक्खुत्तो अणुपरियट्टित्ता णं हव्वमागच्छेज्जा, विज्जाचारणस्स णं गोयमा! तहा सीहा गई, तहा सीहे गइविसए पण्णत्ते । विज्जाचारणस्स णं भंते ! तिरियं केवइयं गइविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से णं इओ एगेणं उप्पाएणं रे पव्वए समोसरणं करेइ, करेत्ता तहिं चेइयाई वंदइ, वंदित्ता बिइएणं उप्पाएणं णंदीसरवरे दीवे समोसरणं करेइ, करेत्ता तहिं चेइयाई वंदइ, वंदित्ता तओ पडिणियत्तइ, तओ पडिणियत्तित्ता इहमागच्छइ, इहमागच्छित्ता इह चेइयाई वंदइ | विज्जाचारणस्स णं गोयमा ! तिरियं एवइए गइविसए पण्णत्ते । विज्जाचारणस्स णं भंते ! उड्ढं केवइए गइविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से णं इओ एगेणं उप्पाएणं णंदणवणे समोसरणं करेइ, करेत्ता तहिं चेइयाई वंदइ, वंदित्ता बिइएणं उप्पाएणं पंडगवणे समोसरणं करेइ, करेत्ता तहिं चेइयाइं वंदइ, वंदित्ता तओ पडिणियत्तइ, तओ पडिणियत्तित्ता इहमागच्छइ, इहमागच्छित्ता इहं चेइयाइं वंदइ । विज्जाचारणस्स णं गोयमा ! उड्ढं एवइए गइविसए पण्णत्ते । से णं तस्स ठाणस्स अणालोइय अपडिक्कंते कालं करेइ, णत्थि तस्स आराहणा, से णं तस्स ठाणस्स आलोइयपडिक्कंते कालं करेइ अत्थि तस्स आराहणा | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- जंघाचारणे-जंघाचारणे ? गोयमा ! तस्स णं अट्ठमंअट्ठमेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं अप्पाणं भावेमाणस्स जंघाचारणलद्धी णाम लद्धी समुप्पज्जइ, से तेणटेणं जाव जंघाचारणे, जंघाचारणे । 488 Page #499 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जंघाचारणस्स णं भंते ! कहं सीहा गई, कहं सीहे गइविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! अयण्णं जंबुद्दीवे दीवे, एवं जहेव विज्जा चारणस्स, णवरं तिसत्तखुत्तो अणुपरियट्टित्ता णं हव्वमागच्छेज्जा, जंघाचारणस्स णं गोयमा ! तहा सीहा गई, तहा सीहे गइविसए पण्णत्ते । जंघाचारणस्स णं भंते ! तिरियं केवइए गइविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से णं इओ एगेणं उप्पाणं रुयगवरे दीवे समोसरणं करेइ, करेत्ता तहिं चेइयाई वंदइ, वंदित्ता तओ पडिणियत्तमाणे बिइएणं उप्पाएणं णंदीसरवरदीवे समोसरणं करेइ, करेत्ता तहिं चेइयाई वंदइ, वंदित्ता इहमागच्छइ, आगच्छित्ता इह चेइयाइं वंदइ । जंघाचारणस्स णं गोयमा ! तिरियं एवइए गइविसए पण्णत्ते। जंघाचारणस्स णं भंते ! उड्ढं केवइए गइविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से णं इओ एगेणं उप्पाएणं पंडगवणे समोसरणं करेइ, करेत्ता तहिं चेइयाई वंदइ, वंदित्ता तओ पडिणियत्तमाणे बिइएणं उप्पाएणं णंदणवणे समोसरणं करेइ, करेत्ता तहिं चेइयाई वंदइ, वंदित्ता इहमागच्छइ, इह चेइयाई वंदइ । जंघाचारणस्स णं गोयमा ! उड्ढं एवइए गइविसए पण्णत्ते । से णं तस्स ठाणस्स अणालोइय अपडिक्कंते कालं करेड, णत्थि तस्स आराहणा | से णं तस्स ठाणस्स आलोइय पडिक्कंते कालं करेइ, अत्थि तस्स आराहणा || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || णवमो उद्देसो समत्तो || वीसइमं सतं दसमो उद्देसो जीवा णं भंते ! किं सोवक्कमाउया, णिरुवक्कमाउया ? गोयमा ! जीवा सोवक्कमाउया वि णिरुवक्कमाउया वि । णेरइयाणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णेरइया णो सोवक्कमाउया, णिरुवक्कमाउया। एवं जाव थणियकुमारा | पुढविक्काइया जहा जीवा । एवं जाव मणुस्सा | वाणमंतर- जोइसियवेमाणिया जहा णेरइया । णेरइया णं भंते ! किं आओवक्कमेणं उवव्वज्जंति, परोवक्कमेणं उववज्जंति, णिरुवक्कमेणं उववज्जंति ? गोयमा ! आओवक्कमेण वि उवव्वज्जंति, परोवक्कमेण वि उवव्वज्जंति, णिरुवक्कमेण वि उववज्जति, एवं जाव वेमाणियाणं | Loo णेरड्या णं भंते ! किं आओवक्कमेणं उव्वद्भृति, परोवक्कमेणं उव्वद॒ति, णिरुवक्कमेणं उव्वद॒रति? 489 Page #500 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 19 ६ ७ ८ ११ भगवई सुत्त गोयमा ! णो आओवक्कमेणं उव्वट्टंति, णो परोवक्कमेणं उव्वट्टंति, णिरुवक्कमेणं उव्वट्टंति, एवं जाव थणियकुमारा । पुढविकाइया जाव मणुस्सा तिसु उव्वट्टेति । सेसा जहा णेरइया, णवरं जोइसिय-वेमाणिया चयंति । णेरड्या णं भंते ! किं आइड्ढीए उववज्जंति परिड्ढीए उववज्जंति ? गोयमा ! आइड्ढी उववज्जंति, णो परिड्ढीए उववज्जंति एवं जाव वेमाणिया । णेरइया णं भंते ! किं आइड्ढीए उव्वट्टंति, परिड्ढीए उव्वट्टंति ? गोयमा ! आइड्ढीए उव्वट्टंति, णो परिड्ढीए उव्वट्टंति, एवं जाव वेमाणिया, णवरं जोइसिया वेमाणिया य चयंतीति अभिलावो । णेरइया णं भंते ! किं आयकम्मुणा उववज्जंति, परकम्मुणा उववज्जंति? गोयमा ! आयकम्मुणा उववज्जंति, णो परकम्मुणा उवज्जंति । एवं जाव वेमाणिया । एवं उव्वट्टणादंडओ वि । णेरड्या णं भंते ! किं आयप्पओगेणं उववज्जंति, परप्पओगेणं उववज्जंति ? गोयमा! आयप्पओगेणं उववज्जंति, णो परप्पओगेणं उववज्जंति । एवं जाव वेमाणिया । एवं उव्वट्टणादंडओ वि । णेरड्या णं भंते ! किं कइसंचिया, अकड्संचिया, अवत्तव्वग - संचिया ? गोयमा ! णेरड्या कइसंचिया वि, अकइसंचिया वि, अवत्तव्वगसंचिया वि । से केणणं भंते! जाव अवत्तव्वगसंचिया वि ? गोयमा ! जे णं णेरड्या संखेज्जएणं पवेसणएणं पविसंति तेणं णेरड्या कइसंचिया, जेणं णेरइया असंखेज्जएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरड्या अकइसंचिया, जे णं णेरइया एक्कएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरड्या अवत्तव्वगसंचिया । से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव अवत्तव्वगसंचिया वि । एवं जाव थणियकुमारा । पुढविक्काइयाणं पुच्छा । गोयमा ! पुढविकाइया णो कइसंचिया, अकइसंचिया, णो अवत्तव्वग- संचिया । सेकेणणं भंते! एवं वुच्चइ- जाव णो अवत्तव्वगसंचिया ? गोयमा! पुढविकाइया असंखेज्जएणं पवेसणएणं पविसंति से तेणट्टेणं जाव णो अवत्तव्वगसंचिया, एवं जाव वणस्सइकाइया, बेइंदिया जाव वेमाणिया जहा णेरड्या | सिद्धाणं पुच्छा । गोयमा! सिद्धा कइसंचिया, णो अकइसंचिया, अवत्तव्वगसंचिया वि। से केणट्टेणं भंते! जाव अवत्तव्वगसंचिया वि ? गोयमा ! जे णं सिद्धा संखेज्जएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं सिद्धा कइसंचिया, जे णं सिद्धा एक्कएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं सिद्धा अवत्तव्वग-संचिया, से तेणद्वेणं जाव अवत्तव्वगसंचिया वि । 490 Page #501 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२ १३ १४ १५ भगवई सुत्त एएसि णं भंते ! णेरइयाणं कइसंचियाणं अकइसंचियाणं अवत्तव्वग-संचियाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा णेरड्या अवत्तव्वगसंचिया, कइसंचिया संखेज्जगुणा, अकइसंचिया असंखेज्जगुणा । एवं एगिंदियवज्जाणं जाव वेमाणियाणं अप्पाबहुगं । एगिंदियाणं णत्थि अप्पाबहुगं । एएसि णं भंते! सिद्धाणं कइसंचियाणं अवत्तव्वगसंचियाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा सिद्धा कइसंचिया, अवत्तव्वगसंचिया संखेज्जगुणा । णेरड्या णं भंते ! किं छक्कसमज्जिया, णोछक्कसमज्जिया, छक्केण य णोछक्केण य समज्जिया, छक्केहि य समज्जिया, छक्केहि य णोछक्केण य समज्जिया ? गोयमा ! णेरड्या छक्कसमज्जिया वि, णोछक्कसमज्जिया वि छक्केण य णोछक्केण य समज्जिया वि, छक्केहि य समज्जिया वि, छक्केहि य णोछक्केण य समज्जिया वि । से केणट्ठेणं भंते ! एवं वुच्चइ - णेरड्या छक्कसमज्जिया वि जाव छक्केहि य णोछक्केण य समज्जिया वि ? गोयमा ! जे णं णेरड्या छक्कएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरड्या छक्कसमज्जिया । जे णं णेरड्या जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं पंचएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरड्या णोछक्कसमज्जिया । जे णं णेरड्या एगेणं छक्कएणं अण्णेण य जहणेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं पंचएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरड्या छक्केण य णोछक्केण य समज्जिया । जे णं णेरड्या णेगेहिं छक्केहिं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरइया छक्केहि य समज्जिया । जे णं णेरड्या णेगेहिं छक्केहिं अण्णेण य जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं पंचएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरड्या छक्केहि य णोछक्केण य समज्जिया । से तेणद्वेणं तं चेव जाव समज्जिया वि । एवं जाव थणियकुमारा । पुढविक्काइयाणं पुच्छा ? गोयमा ! पुढविक्काइया णो छक्कसमज्जिया, णो णोछक्कसमज्जिया, णो छक्केण य णोछक्केण य समज्जिया; छक्केहिं समज्जिया, छक्केहि य णोछक्केण य समज्जिया वि । से केणद्वेणं भंते ! जाव समज्जिया वि ? गोयमा ! जे णं पुढविक्काइया णेगेहिं छक्कएहिं पवेसणगं पविसंति ते णं पुढवि- क्काइया छक्केहिं समज्जिया । जे णं पुढविक्काइया णेगेहिं छक्कएहि य अण्णेण य जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं पंचएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं पुढविक्काइया छक्केहि य णोछक्केण य समज्जिया, से तेणट्टेणं गोयमा ! जाव समज्जिया वि । एवं जाव वणस्सइकाइया । बेइंदिया जाव वेमाणिया, सिद्धा य जहा णेरइया । 491 Page #502 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १६ १७ १८ १९ २० भगवई सुत्त एएसि णं भंते ! णेरइयाणं छक्कसमज्जियाणं, णोछक्कसमज्जियाणं, छक्केण य णोछक्केण य समज्जियाणं छक्केहि य समज्जियाणं, छक्केहि य णोछक्केण य समज्जियाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा ! सव्वत्थोवा णेरड्या छक्कसमज्जिया, णोछक्कसमज्जिया संखेज्जगुणा, छक्केण य णोछक्केण य समज्जिया संखेज्जगुणा, छक्केहि य समज्जिया असंखेज्जगुणा, छक्केहि य णोछक्केण य समज्जिया संखेज्जगुणा । एवं जाव थणियकुमारा । एएसि णं भंते ! पुढविक्काइयाणं छक्केहिं समज्जियाणं, छक्केहि य णोछक्केण य समज्जियाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पुढविक्काइया छक्केहिं समज्जिया, छक्केहि य णोछक्केण य समज्जिया संखेज्जगुणा । एवं जाव वण्णस्सइकाइयाणं । बेइंदियाणं जाव वेमाणियाणं जहा रइयाणं । एएसि णं भंते ! सिद्धाणं छक्कसमज्जियाणं णोछक्कसमज्जियाणं जाव छक्केहि य णोछक्केण य समज्जियाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवा सिद्ध छक्केहि य णोछक्केण य समज्जिया, छक्केहिं समज्जिया संखेज्जगुणा, छक्केण य णोछक्केण य समज्जिया संखेज्जगुणा, छक्कसमज्जिया संखेज्जगुणा, णोछक्कसमज्जिया संखेज्जगुणा । णेरड्या णं भंते! किं बारससमज्जिया, गोबारससमज्जिया, बारसएण य णोबारसएण य समज्जिया, बारसएहिं समज्जिया, बारसएहि य णोबारसएण य समज्जिया ? गोयमा ! णेरड्या बारससमज्जिया वि जाव बारसएहि य णोबारसएण य समज्जिया वि । से केणद्वेणं भंते! जाव समज्जिया वि ? गोयमा ! जे णं णेरड्या बारसएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरड्या बारससमज्जिया । जे णं णेरड्या जहणेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं, एक्कारसएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरड्या णोबारससमज्जिया । जे णं णेरइया बारसएणं, अण्णेण य जहण्णेणं एक्केणं वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं एक्कारसएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरड्या बारसएण य णोबारसएण य समज्जिया । जे णं णेरड्या णेगेहिं बारसएहिं पवेसणगं पविसंति ते णं णेरड्या बारसएहिं समज्जिया । जे णं णेरड्या णेगेहिं बारसएहिं अण्णेण य जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं एक्कारसएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरड्या बारसएहि य णोबारसएण य समज्जिया । से तेणद्वेणं गोयमा ! जाव समज्जिया वि । एवं जव थणिकुमारा । पुढविक्काइयाणं पुच्छा ? गोयमा! पुढविक्काइया णो बारससमज्जिया, णो णोबारससमज्जिया, गो बारसएण य णोबारसएण य समज्जिया, बारसएहिं समज्जिया, बारसएहि य णोबारसएण य समज्जिया वि। 492 Page #503 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से केणटेणं भंते ! जाव समज्जिया वि ? गोयमा ! जे णं पुढविक्काइया णेगेहिं बारसएहिं पवेसणगं पविसंति ते णं पुढवि- क्काइया बारसएहिं समज्जिया । जे णं पुढविक्काइया णेगेहिं बारसएहिं अण्णेण य जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं एक्कारसएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं पुढविक्काइया बारसएहिं य णोबारसएण य समज्जिया, से तेणटेणं गोयमा ! जाव समज्जिया वि । एवं जाव वणस्सइक्काइया । बेइंदिया जाव सिद्धा जहा रइया । एएसि णं भंते ! णेरइयाणं बारससमज्जियाणं, एवं सव्वेहिं अप्पाबगं जहा छक्कसमज्जियाणं, णवरं बारसाभिलावो, सेसं तं चेव । सीईए य समज्जिया, चुलसीईहिं समज्जिया, चुलसीईहि य णोचुलसीईए य समज्जिया। गोयमा! णेरइया चुलसीइसमज्जिया वि जाव चुलसीईहि य णोचुलसीईए य समज्जिया वि । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ जाव समज्जिया वि ? गोयमा ! जे णं णेरड्या चुलसीईएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरइया चुलसीइ समज्जिया | जे णेरड्या जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं तेसीइ पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरइया णोचुलसीइसमज्जिया । जे णं णेरड्या चुलसीईए णं अण्णेण य जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा जाव उक्कोसेणं तेसीईएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरइया चुलसीईए य णोचुलसीईए य समज्जिया । जे णं णेरइया णेगेहिं चुलसीईएहिं पवेसणगं पविसंति ते णं णेरइया चुलसीईएहिं समज्जिया । जे णं णेरइया णेगेहिं चुलसीईएहि य अण्णेण य जहण्णेणं एक्केण वा जाव उक्कोसेणं तेसीईएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं णेरइया चुलसीईहि य णोचुलसीईए य समज्जिया । से तेणटेणं जाव समज्जिया वि | एवं जाव थणियकुमारा। पुढविक्काइया तहेव पच्छिल्लएहिं, णवरं अभिलावो चुलसीईओ । एवं जाव वणस्सइकाइया । बेइंदिया जाव वेमाणिया जहा णेरड्या। सिद्धाणं, पुच्छा ? गोयमा ! सिद्धा चुलसीइसमज्जिया वि, णोचुलसीइसमज्जिया वि, चुलसीईए य णोचुलसीईए य समज्जिया वि, णो चुलसीईहिं समज्जिया, णो चुलसीईहि य णोचुलसीईए य समज्जिया | से केणद्वेणं भंते ! जाव समज्जिया ? गोयमा ! जे णं सिद्धा चुलसीईएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं सिद्धा चुलसीइ समज्जिया । जे णं सिद्धा जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं तेसीइएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं सिद्धा णोचुलसीइसमज्जिया । जे णं चुलसीइएणं अण्णेण य जहण्णेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं तेसीइएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं सिद्धा चुलसीईए य णोचुलसीईए य समज्जिया। से तेणटेणं जाव समज्जिया । एएसि णं भंते ! णेरइयाणं चुलसीइसमज्जियाणं णोचुलसीइसमज्जियाण, पुच्छा ? सव्वेसि अप्पाबगं जहा छक्कसमज्जियाणं जाव वेमाणियाणं, णवरं अभिलावो चुलसीईओ । 493 Page #504 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २५ | एएसि णं भंते ! सिद्धाणं चुलसीइसमज्जियाणं णोचुलसीइसमज्जियाणं, चुलसीईए य णोचुलसीईए य समज्जियाणं कयरे कयरे हितो अप्पावा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा सिद्धा चुलसीईए य णोचुलसीईए य समज्जिया, चुलसीईसमज्जिया अणंतगुणा, णोचुलसीइसमज्जिया अणंतगुणा | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || दसमो उद्देसो समत्तो || वीसइमं सतं समत्तं ॥ एगवीसइमं सतं पढमो वग्गो सालि कल अयसि वंसे, इक्खू दब्भे य अब्भ तुलसी य । अद्वेए दस वग्गा, असीइं पुण होति उद्देसा ॥ रायगिहे जाव एवं वयासी- अह भंते ! साली-वीही-गोधूम जाव जवजवाणं, एएसि णं भंते ! जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति ? ते णं भंते ! जीवा कओहिंतो उववज्जंति- किं णेरइएहितो उववज्जंति जाव देवेहिंतो उववज्जति ? । गोयमा ! जहा वक्कंतीए तहेव उववाओ, णवरं देववज्जं । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति । अवहारो जहा उप्पलुद्देसे । तेसि णं भंते ! जीवाणं केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं धणुपुहुत्तं । ते णं भंते ! जीवा णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स किं बंधगा, अबंधगा ? गोयमा ! जहा उप्पलुद्देसे। एवं वेए वि, उदीरणाए वि । ते णं भंते ! जीवा किं कण्हलेस्सा, पुच्छा ? गोयमा ! छव्वीसं भंगा, दिट्ठी जाव इंदिया जहा उप्पलुद्देसे । ते णं भंते ! साली-वीही-गोधूम जाव जवजवगमूलगजीवे त्ति कालओ केवचिरं होइ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । से णं भंते ! साली-वीही-गोधूम जाव जवजवगमूलगजीवे पुढवीजीवे, पुणरवि साली वीहीजाव जवजवगमूलगजीवे केवइयं कालं सेवेज्जा, केवइयं कालं गइरागई करिज्जा ? गोयमा ! जहा उप्पलुद्देसे । एएणं अभिलावेणं जाव मणुस्सजीवे । आहारो जहा उप्पलुद्देसे । ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं वासपुहुत्तं । समुग्घाय-समोहया, उव्वदृणा य जहा उप्पलुद्देसे | अह भंते ! सव्वपाणा जाव सव्वसत्ता साली-वीही जाव जवजव-गमूलगजीवत्ताए उववण्णपुव्वा? हंता गोयमा ! असइं अदुवा अणंतखुत्तो । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || 494 Page #505 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ १ |१ १ भगवई सुत्त गवीसइमं तं पढमो वग्गो : २- १० उद्देसा अह भंते ! साली-वीही जाव जवजवाणं एएसि णं जे जीवा कंदत्ताए वक्कमंति ते णं भंते ! जीवा कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! कंदाहिगारेण सच्चेव मूलुद्देसो अपरिसेसो भाणियव्वो जाव असई अदुवा अणंतखुत्तो॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ एवं खंधे वि उद्देसओ णेयव्वो । एवं तयाए वि उद्देसो भाणियव्वो । साले वि उद्देसो भाणियव्वो । पवाले वि उद्देसो भाणियव्वो । पत्ते वि उद्देसो भाणियव्वो । एए सत्त वि उद्देसगा अपरिसेसं जहा मूले तहा णेयव्वा । एवं पुप्फे वि उद्देसओ, णवरं देवा उववज्जंति जहा उप्पलुद्देसे । चत्तारि लेस्साओ, असीइ भंगा। ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं उक्कोसेणं अंगुलपुहुत्तं, सेसं तं चेव । जहा पुप्फे एवं फले वि उद्देसओ अपरिसेसो भाणियव्वो । एवं बीए वि उद्देसओ । एए दस उद्देगा || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ एगवीसइमं सतं बीओ वग्गो : १-१० उद्देसा अहभंते ! कलाय-मसूर तिल - मुग्ग-मास - णिप्फाव - कुलत्थ-अलिसंदग-सतिण- पलिमंथगाणं एएसि जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति ते णं भंते! जीवा कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! मूलादीया दस उद्देसगा भाणियव्वा जहेव सालीणं णिरवसेसं तहेव । गवीसइमं सतं तइओ वग्गो : १-१० उद्देसा अह भंते ! अयसि-कुसुंभ-कोद्दव- कंगु-रालग-तुवरी- कोदूसा सण - सरिसव- मूलगबीयाणं एसि णं जे जीवा मूलत्ता वक्कमंति ते णं भंते! जीवा कओहिंतो उववज्जंति ? गोमा ! त्थव मूलादीया दस उद्देसगा जहेव सालीणं णिरवसेसं तहेव भाणियव्वं । वीसइमं तं चउत्थो वग्गो : १ - १० उद्देसा अह भंते! वंस-वेणु-कणक-कक्कावंस-चारुवंस- दंडा-कुडा- विमा-चंडा-वेणुया-कल्लाणीणं एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति पुच्छा ? गोयमा ! एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा जहेव सालीणं, णवरं देवो सव्वत्थ वि ण उववज्जइ, तिण्णि लेसाओ, सव्वत्थ वि छव्वीसं भंगा, सेसं तं चेव । 495 Page #506 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गवीसइमं तं पंचमो वग्गो : १-१० उद्देसा १ अह भंते ! इक्खु-इक्खुवाडिया वीरणा-इक्कड भमास- सुंठि - सर- वेत्त - तिमिर-सयपोरग- णलाणं एसि णं जे जीवा मूलात्ताए वक्कमंति, पुच्छा ? गोयमा ! जहेव वंसवग्गो तहेव एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा, णवरं खंधुद्देसे देवो उववज्जइ, चत्तारि लेस्साओ, सेसं तं चेव । एगवीसइमं सतं छट्टो वग्गो : १-१० उद्देसा अह भंते! सेडिय-भंडिय-दब्भ- कोंतिय-दब्भकुस-पव्वग-पोदइल-अज्जुण-आसाढग-रोहियंस-मुतवक्खीर-भुस-एरंड-कुरुकुंद-करकर-सुंठ-विभंगु-महुरयण-थुरग- सिप्पिय- सुंकलितणाणं एएसि णं जे जीवा मूलता वक्मंति, पुच्छा ? गोयमा ! एत्थ वि दस उद्देसगा णिरवसेसं जहेव वसवग्गो । एगवीसइमं सतं सत्तमो वग्गो : १-१० उद्देसा अह भंते ! अब्भरुह-वायाण- हरितग-तंदुलेज्जग-तणवत्थुल - चोरग मज्जारयाई-विल्लि- पालक्कदगपिप्पलिय-दव्वि-सोत्थिय - सायमंडुक्कि मूलग-सरिसवअंबिलसाग-जियंतगाणं, एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति, पुच्छा ? गोमा ! एत्थ वि दस उद्देसगा जहेव वसवग्गो । वीसइमं सतं अट्ठमो वग्गो : १-१० उद्देसा अह भंते ! सयपुप्फाणं एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति पुच्छा ? गोयमा ! एत्थ वि दस उद्देसगा णिरवसेसं जहा वंसाणं । एवं एएस अट्ठसु वग्गेसु असीइं उद्देगा भवंति । तुलसी-कण्ह-दल-फणेज्जा - अज्जा-चूयणा-चोरा- जीरा-दमणा-मरुया-इंदीवर ॥ एगवीसइमं सतं समत्तं ॥ 496 Page #507 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त बावीसइमं सतं बावीसइमं वग्गो : १-१० उद्देसा ० ताले-गट्ठिय-बहुबीयगा य, गुच्छा य गुम्म वल्ली य । छद्दस वग्गा एए, सद्धिं पुण होंति उद्देसा || रायगिहे जाव एवं वयासी- अह भंते ! ताल-तमाल-तक्कलि-तेतलि-साल-सरला- सारगल्लाणं जाव केयइ-कदलि-कंदलि-चम्मरुक्ख-गुंदरुक्ख-हिंगुरुक्ख-लवंगरुक्ख-पूयफल-खज्जूरि-णालिएरीणं एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति, ते णं भंते ! जीवा कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा कायव्वा जहेव सालीणं, णवरं इमं णाणत्तं- मूले कंदे खंदे तयाए साले य एएस् पंचसु उद्देसगेसु देवो ण उववज्जइ । तिण्णि लेसाओ । ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं दसवास-सहस्साई । उवरिल्लेसु पंचसु उद्देसएसु देवो उववज्जइ । चत्तारि लेसाओ। ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं वासपुहुत्तं | ओगाहणा मूले कंदे धणुहपुहत्तं, खंधे तयाए साले य गाउयपुहुत्तं, पवाले पत्ते धणुपुहुत्तं, पुप्फे हत्थपुहुत्तं, फले बीए य अंगुलपुहुत्तं । सव्वेहिं जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभाग। सेसं जहा सालीणं । एवं एए दस उद्देसगा । बावीसइमं सतं बीओ वग्गो : १-१० उद्देसा अह भंते ! णिबंब-जंबु-कोसंब-ताल-अंकोल्ल-पीलु-सेलु-सल्लइ-मोयइ- मालुय-बउल- पलासकरंज-पुत्तंजीवग-रिदृ-बिहेडग-हरियग-भल्लाय-उंबरिया-खीरणि-धायई-पियालपूइयणिंबायग(करंज) सेण्हय-पासिय-सीसव-असण-पुण्णाग-णागरुक्ख-सीवण्ण-असोगाणं एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति, पुच्छा ? गोयमा ! एवं मूलादीया दस उद्देसगा कायव्वा णिरवसेसं जहा तालवग्गो । बावीसइमं सतं तइओ वग्गो : १-१० उद्देसा अह भंते ! अत्थिय-तिंदुय-बोर-कविट्ठ-अंबाडग-माउलिंग-बिल्ल-आमलग-फणस-दाडिम- आसत्थउंबर - वड - णग्गोह- णंदिरुक्ख- पिप्पलि - सतर - पिलक्खुरुक्ख - काउंबरिय - कुच्छंभरिय-देवदालि-तिलगलउय-छत्तोह-सिरीस-सत्तवण्ण-दहिवण्ण-लोद्ध-धव-चंदण-अज्जुणणीव-कुडुग-कलंबाणं एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति, पुच्छा ? गोयमा ! एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा तालवग्गसरिसा णेयव्वा । बावीसइमं सतं 497 Page #508 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त चउत्थो वग्गो : १-१० उद्देसा अह भंते! वाइंगणि-अल्लइ-पोंडइ एवं जहा पण्णवणाए गाहाणुसारेणं णेयव्वं जाव गंज- पाडलावासि-अंकोल्लाणं एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति, पुच्छा ? गोयमा ! एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा जाव बीयं ति णिरवसेसं जहा वंसवग्गो। बावीसइमं सतं पंचमो वग्गो : १-१० उद्देसा Ian अह भंते ! सिरियका-णवमालिय-कोरंटग-बंधुजीवग-मणोज्जा, एवं जहा पण्णवणाए पढमपए गाहाणुसारेणं जाव णलणीयकुंद-महाजाईणं, एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति, पुच्छा ? गोयमा ! एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा णिरवसेसा जहा सालीणं । बावीसइमं सतं छटो वग्गो : १-१० उद्देसा अह भंते ! पूसफलि-कालिंगी-तुंबी-तउसी-एलावालुंकी एवं पयाणि जाणियव्वाणि पण्णवणागाहाणुसारेणं जहा तालवग्गे जाव दधिफोल्लइ-काकलि- मोक्कलि-अक्कबोंदीणं, एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति, पुच्छा ? गोयमा ! मूलादीया दस उद्देसगा कायव्वा जहा तालवग्गो । णवरं फलउद्देसे ओगाहणाए जहण्णं अंगुलस्स असंखेज्जइभाग, उक्कोसेणं धणुपुहुत्तं । ठिई सव्वत्थ जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं वासपुहुत्तं, सेसं तं चेव । छट्ठो वग्गो समत्तो । एवं छसु वि वग्गेसु सहि उद्देसगा भवंति । ॥ बावीसइमं सतं समत्तं ॥ तेवीसइमं सतं पढमो वग्गो : १-१० उद्देसा आलुय-लोही अवया पाढा तह मासवण्णि-वल्ली य । पंचेए दसवग्गा पण्णासं होंति उद्देसा || रायगिहे जाव एवं वयासी- अह भंते ! आलुय-मूलग-सिंगबेर-हलिद्द-रुरु-कंडरिय-जारुछीरबिरालि-किढिकुंदुक-कण्हकडभु मह-पुयलइ-महसिंगि-णेरुहा-सप्पसुगंधा-छिण्णरुहा-बीयरुहाणं एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति, पुच्छा ? 498 Page #509 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! मूलादीया दस उद्देसगा कायव्वा वंसवग्गसरिसा, णवरं परिमाणं जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जंति । अवहारोगोयमा ! ते णं अणंता, समये-समये अवहीरमाणा- अवहीरमाणा अणंताहिं ओसप्पिणीहिं उस्सप्पिणीहिं, एवइकालेणं अवहीरंति, णो चेव णं अवहरिया सिया । ठिई जहण्णेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं । सेसं तं चेव । तेवीसइमं सतं बीओ वग्गो : १-१० उद्देसा १ अह भंते ! लोही-णीहू-थीह-थिवगा-अस्सकण्णी-सीहकण्णी-सीउंटी-मुसंढीणं, एएसि णं जीवा मूलत्ताए, पुच्छा ? गोयमा ! एत्थ वि दस उद्देसगा जहेव आलुवग्गे | णवरं ओगाहणा तालवग्गसरिसा, सेसं तं चेव || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || तेवीसइमं सतं तइओ वग्गो : १-१० उद्देसा अह भंते ! अवक-कवक-कुहुण-कुंदुरुक्क-उव्वेहलिया-सफा-सज्जा-छत्ता-वंसाणिय- कुराणं, एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए, पुच्छा ? गोयमा ! एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा णिरवसेसा जहा आलुवग्गो, णवरं ओगाहणा तालवग्गसरिसा, सेसं तं चेव || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || तेवीसइमं सतं चउत्थो वग्गो : १-१० उद्देसा अह भंते ! पाढा-मियवालुंकि-महररसा-रायवल्लि-पउमा-मोंढरि-दंति-चंडीणं, एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए, पुच्छा ? गोयमा ! एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा आल्यवग्गसरिसा, णवरं ओगाहणा जहा वल्लीणं, सेसं तं चेव || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || तेवीसइमं सतं पंचमो वग्गो : १-१० उद्देसा | अह भंते ! मासपण्णी-मुग्गपण्णी-जीवग-सरिसव-करेणुय-काओलि-खीरकाओली-भंगि-णहिकिमिरासि-भद्दमुत्थ-णंगलइ-पयुय-किण्हा पउल-पाढे-हरेणुया-लोहीणं, एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए, पुच्छा ? 499 Page #510 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! एत्थ वि दस उद्देसगा णिरवसेसं आलुयवग्गसरिसा । एवं एत्थ पंचसु वि वग्गेसु पण्णासं उद्देसगा भाणियव्वा | सव्वत्थदेवा ण उववज्जंति, तिण्णि लेसाओ || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ तेवीसइमं पदं समत्तं || चठवीसइमं सतं पढमो उद्देसो | or उववाय परिमाणं संघयणुच्चत्तमेव संठाणं । लेस्सा दिट्ठी णाणे, अण्णाणे जोग उवओगे ॥१॥ सण्णा-कसाय-इंदिय-समग्घाया, वेयणा य वेए य । आउं अज्झवसाणा, अणुबंधो कायसंवेहो ॥२॥ जीवपए जीवपए जीवाणं, दंडगम्मि उद्देसो | चउवीसइमम्मि सए, चउव्वीसं होंति उद्देसा ॥३॥ रायगिहे जाव एवं वयासी- णेरड्या णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति- किं णेरइ-एहितो उववज्जंति, तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, मणुस्सेहिंतो उववज्जंति, देवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! णो णेरइएहिंतो उवज्जंति, तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति, मणुस्सेहिंतो वि उववज्जंति, णो देवेहिंतो उववज्जति । जइ तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति- किं एगिंदिय-तिरिक्ख-जोणिएहिंतो उववज्जति जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति? गोयमा! णो एगिदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, णो बेइंदिय, णो तेइंदिय, णो चरिंदिय तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति । जड़ णं भंते ! पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति-किं सण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति, असण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति? गोयमा ! सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, असण्णि पंचिंदिय-तिरिक्ख-जोणिएहिंतो वि उववज्जंति । जइ णं भंते ! असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति- किं जलयरेहिंतो उववज्जंति, थलयरेहिंतो उववज्जंति, खहयरेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! जलयरेहिंतो वि उववज्जंति, थलयरेहिंतो वि उववज्जंति, खहयरेहिंतो वि उववज्जंति । 500 Page #511 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ६ जइ णं भंते ! जलयर-थलयर-खहयरेहिंतो उववज्जंति - किं पज्जत्तएहिंतो उववज्जंति, अपज्जत्तएहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! पज्जत्तएहिंतो उववज्जंति, णो अपज्जत्तएहितो उववज्जति । पज्जत्त-असण्णिपंचिदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए रइएस उववज्जित्तए से णं भंते! कइसु पुढवीसु उववज्जेजा ? गोयमा! एगाए रयणप्पभाए पुढवीए उववज्जेजा। पज्जत्त-असण्णिपंचिदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए रयणप्पभाए पुढवीए णेरइएस् उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइकालटिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्सहिईएसु, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागढ़िईएसु उववज्जेज्जा। ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति । तेसि णं भंते ! जीवाणं सरीरगा कि संघयणी पण्णत्ता ? गोयमा ! छेवट्टसंघयणी पण्णत्ता | तेसि णं भंते ! जीवाणं केमहालिया सरीरोगाहणा पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं जोयणसहस्सं । तेसि णं भंते! जीवाणं सरीरगा कि संठिया पण्णत्ता ? गोयमा! हुंडसंठिया पण्णत्ता। तेसि णं भंते ! जीवाणं कई लेस्साओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! तिण्णि लेस्साओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कण्हलेस्सा, णीललेस्सा, काउलेस्सा | ते णं भंते ! जीवा किं सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, सम्मामिच्छादिट्ठी ? गोयमा ! णो सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी । ते णं भंते ! जीवा किं णाणी, अण्णाणी? गोयमा ! णो णाणी, अण्णाणी, णियमा दुअण्णाणी, तं जहा- मइअण्णाणी य, सयअण्णाणी य । ते णं भंते ! जीवा किं मणजोगी, वयजोगी, कायजोगी? गोयमा! णो मणजोगी, वयजोगी वि, कायजोगी वि । ते णं भंते ! जीवा किं सागारोवउत्ता अणागारोवउत्ता? गोयमा! सागरोवउत्ता वि अणागारोवउत्ता वि । तेसि णं भंते ! जीवाणं कई सण्णाओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! चत्तारि सण्णाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- आहारसण्णा, भयसण्णा, मेहुणसण्णा, परिग्गहसण्णा । । तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ कसाया पण्णत्ता? गोयमा! चत्तारि कसाया पण्णत्ता, तं जहाकोहकसाए, माणकसाए, माया-कसाए, लोहकसाए | तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ इंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच इंदिया पण्णत्ता, तं जहासोइंदिए जाव फासिदिए । 501 Page #512 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २१ तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ समुग्घाया पण्णत्ता ? गोयमा ! तओ समुग्घाया पण्णत्ता, तं जहा- वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्घाए, मारणांतियसमुग्घाए | ते णं भंते ! जीवा किं सायावेयगा असायावेयगा? गोयमा! सायावेयगा वि, असायावेयगा वि। ते णं भंते ! जीवा किं इत्थीवेयगा, पुरिसवेयगा, णपुंसगवेयगा ? गोयमा ! णो इत्थीवेयगा, णो पुरिसवेयगा, णपुंसगवेयगा | तेसि णं भंते ! जीवाणं केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी । तेसि णं भंते ! जीवाणं केवइया अज्झवसाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा अज्झवसाणा पण्णत्ता । २६ ते णं भंते ! किं पसत्था, अप्पसत्था ? गोयमा ! पसत्था वि, अप्पसत्था वि | से णं भंते ! पज्जत्त-असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिएत्ति कालओ केवचिरं होइ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं पुव्वकोडी | से णं भंते ! पज्जत्त-असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए रयणप्पभाए पुढवीए णेरइएपुणरवि पज्जत्त-असण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएत्ति केवइयं कालं सेवेज्जा, केवइय कालं गइरागई करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसेणं दो भवग्गहणाई, कालादेसेणं जहण्णेणं दस वाससहस्साई अंतोमुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं पुव्वकोडि- मब्भहियं, एवइयं कालं सेवेज्जा, एवइयं कालं गइरागई करेज्जा। पज्जत्त-असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए जहण्ण-कालदिईएस रयणप्पभापढविणेरइएस् उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइयकालद्विईएस उववज्जेज्जा? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सटिईएसु, उक्कोसेण वि दसवाससहस्सटिईएसु उववज्जेज्जा | ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! एवं सच्चेव पढम गमग वत्तव्वया णिरवसेसा भाणियव्वा जाव अणुबंधो त्ति | से णं भंते ! पज्जत्त-असण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए जहण्णकालट्ठिईय रयणप्पभापुढविणेरइए, पुणरवि पज्जत्त-असण्णि-पंचिंदिय-तिरिक्ख-जोणिएत्ति केवइयं कालं सेवेज्जा, केवइयं कालं गइरागइं करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं, कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं अंतोमुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहिया, एवइयं कालं सेवेज्जा, एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा | पज्जत्त-असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं जे भविए उक्कोसकालट्ठिईएसु रयणप्पभापुढविणेरइएस् उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकालट्ठिईएस् उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागट्ठिईएस उववज्जेज्जा, उक्कोसेण वि पलिओवमस्स असंखेज्जइभागट्टिईएसु उववज्जेज्जा । % 502 Page #513 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! अवसेसं तं चेव जाव अणुबंधो। से णं भंते ! पज्जत्त-असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए उक्कोसकालडिईयरयणप्पभापुढविणेरइए, पुणरवि पज्जत्त-असण्णि-पंचिंदिय-तिरिक्रवजोणिएत्ति जाव केवइयं कालं गइरागइ करेज्जा ? गोयमा! भवादेसेणं दो भवग्गहणाई, कालादेसेणं जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं अंतोमुत्तमब्भहियं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं पुव्वकोडिमब्भहियं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा, | जहण्णकालट्ठिईय पज्जत्त-असण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए रयणप्पभापुढविणेरइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकालट्ठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागढिईएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा ! सेसं तं चेव, णवरं इमाइं तिण्णि णाणत्ताइं- आउं, अज्झवसाणा, अणुबंधो य । जहण्णेणं ठिई अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमहत्तं । तेसि णं भंते ! जीवाणं केवइया अज्झवसाणा पण्णत्ता ? गोयमा! असंखेज्जा अज्झवसाणा पण्णत्ता । ते णं भंते ! किं पसत्था, अप्पसत्था ? गोयमा ! णो पसत्था, अप्पसत्था। अणुबंधो अंतोमुहुत्तं, सेसं तं चेव । से णं भंते ! जहण्णकालट्ठिईए पज्जत्त-असण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए रयणप्पभाए जाव केवइय कालं गइरागइं करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं, कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं अंतोमुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं अंतोमहत्तमब्भहिय, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | जहण्णकालट्ठिईय-पज्जत्त-असण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए जहण्णकालट्ठिइएसु रयणप्पभापुढविणेरइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकाल- द्विईएस् उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेण वि दसवाससहस्सटिईएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा ! तं चेव जाव अणुबंधो; ताई चेव तिण्णि णाणत्ताई । से णं भंते ! जहण्णकालद्विईय-पज्जत्त-असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए, जहण्णकालद्विईयरयणप्पभा पुढवी जेरइए, पुणरवि जाव केवइय कालं गइरागई करेज्जा? गोयमा ! भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं, कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं अंतोमहत्तमब्भहियाई, उक्कोसेण वि दसवाससहस्साई अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा। जहण्णकालट्ठिईयपज्जत्त-असण्णि पंचिंदिय तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए उक्कोसकालट्ठिईएसु रयणप्पभापुढविणेरइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकाल-ठिईएसु 503 Page #514 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागढिईएसु, उक्कोसेण वि पलिओवमस्स असंखेज्जइभागट्ठिईएसु उववज्जेज्जा | ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! अवसेसं तं चेव जाव अणुबधा, ताई चेव तिण्णि णाणत्ताई । से णं भंते! जहण्णकालद्विईय-पज्जत्त-असण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए, उक्कोस-कालद्विईयरयणप्पभाए पुणरवि जाव केवइयं कालं गइरागई करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसेणं दो भवग्गहणाई, कालादेसेणं जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं अंतोमुत्तमब्भहियं, उक्कोसेण वि पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं अंतोमुत्तमब्भहियं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । उक्कोसकालट्ठिइयपज्जत्तअसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते! जे भविए रयणप्पभापुढविणेरइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागठिईएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! अवसेसं जहेव ओहियगमएणं तहेव अणुगंतव्वं, णवरं इमाइं दोण्णि णाणत्ताइं- ठिई जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी । एवं अणुबंधो वि | सेसं तं चेव । से णं भंते ! उक्कोसकालद्विईय-पज्जत्त-असण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए, रयणप्पभाए, पुणरवि जाव केवइयं कालं गइरागइं करेज्जा ? गोयमा! भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं, कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहिया, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं पुव्वकोडीए अब्भहियं; जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा। उक्कोसकालट्ठिईयपज्जत्त-असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भवि जहण्णकालढिईएसु रयणपभाएपुढवीणेरइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइय कालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्सहिएईसु, उक्कोसेण वि दसवाससहस्स द्विईएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा ! सेसं तं चेव, जहा सत्तमगमए जाव से णं भंते ! उक्कोसकालद्विईयपज्जत्त-असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए जहण्णकालट्ठिईयरयणप्पभाए, पुणरवि जाव केवइयं कालं गइरागई करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं, कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहिया, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी दसवाससहस्सेहिं अब्भहिया जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा। उक्कोसकालट्ठिईयपज्जत्त-असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए उक्कोसकालट्ठिईएस रयणपभापुढवीणेरइएस उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकाल-ठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागढिईएसु, उक्कोसेण वि पलिओवमस्स असंखेज्जइभागट्टिईएसु उववज्जेज्जा | ॐ 504 Page #515 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! सेसं जहा सत्तम- गमए जाव अणुबंधो त्ति । ४९ से णं भंते ! उक्कोसकालट्ठिईयपज्जत्त-असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए उक्कोस कालट्ठिईयरयणप्पभाए, पुणरवि जाव केवइयं कालं गइरागई करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं, कालादेसेणं जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं पुव्वकोडीए अब्भहियं, उक्कोसेण वि पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं पुव्वकोडीए अब्भहियं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | एवं एए ओहिया तिण्णि गमगा, जहण्णकालट्ठिईएसु तिण्णि गमगा, उक्कोसकालट्ठिईएसु तिण्णि गमगा, सव्वे ते णव गमा भवंति । जइ णं भंते ! सण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति-किं संखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, असंखेज्जवासाउयसण्णि पंचिंदियतिरिक्खजोणिहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहितो उववज्जंति, णो असंखेज्जवासाउय जाव उववज्जंति । जइ संखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदिय तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति-किं जलयरेहितो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! जलयरेहिंतो उववज्जंति, एवं जहा असण्णी जाव पज्जत्तएहिंतो उववज्जंति, णो अपज्जत्तएहिंतो उववज्जंति । पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते! जे भविए णेरइएस् उववज्जित्तए, से णं भंते! कइसु पुढविसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! सत्तसु पुढविसु उववज्जेज्जा, तं जहा- रयणप्पभाए जाव अहेसत्तमाए | पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए रयणप्पभापुढविणेरइएस् उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइयाकालट्ठिईएस् उववज्जेज्जा? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्टिईएसु, उक्कोसेणं सागरोवमहिईएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहेव असण्णी | तेसि णं भंते ! जीवाणं सरीरगा कि संघयणी पण्णत्ता ? गोयमा! छव्विहसंघयणी पण्णत्ता, तं जहा-वइरोसभणारायसंघयणी, उसभणारायसंघयणी जाव छेवट्टसंघयणी | सरीरोगाहणा जहेव असण्णीणं। तेसि णं भंते ! जीवाणं सरीरगा किं संठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! छव्विहसंठिया पण्णत्ता, तं जहा- समचउरंसा जाव हुंडा | तेसि णं भंते ! जीवाणं कइ लेस्साओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! छल्लेसाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेसा । दिट्ठी तिविहा वि । तिण्णि णाणा तिण्णि अण्णाणा भयणाए । जोगो तिविहो वि । सेसं जहा असण्णीणं जाव अणुबंधो, णवरं- पंच समुग्घाया आदिल्लगा । वेदो तिविहो वि, अवसेसं तं चेव जाव५८ से णं भंते ! पज्जत्तसंखेज्जवासाउय सण्णि पंचिंदिय तिरिक्खजोणिए, रयणप्पभाएपुढवीए णेरइए जाव केवइयं कालं गइरागइं करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, 505 Page #516 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५९ ६० ६४ भगवई सुत्त उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाई । कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा | पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते जे भविए जहण्ण- कालठिईएसु रयणपभापुढवीणेरइएसु उववज्जित्तए से णं भंते! केवइयकालट्ठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सठिईएस, उक्कोसेण वि दसवाससहस्स–ट्ठिईएस उववज्जेज्जा । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! एवं सो चेव पढमो गमओ निरवसेसो भाणियव्वो जाव कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ चत्तालीसाए वाससहस्सेहिं अब्भहियाओ, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो जहण्णेणं सागरोवमट्ठिईएसु, उक्कोसेण वि सागरोवमट्ठिईएसु उववज्जेज्जा । अवसेसो परिमाणादीओ भवादेसपज्जवसाणाओ सो चेव पढमगमो णेयव्वो जाव कालादेसेणं जहण्णेणं सागरोवमं अंतोमुहुत्तमब्भहियं, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । जहण्णकालट्ठिईय-पज्जत्त-संखेज्जावासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते! जे भवि रयणप्पभापुढविणेरइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइयकालट्ठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएस, उक्कोसेणं सागरोवमट्ठिईएस उववज्जेज्जा | ते णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! अवसेसो सो चेव गमओ, णवरं इमाइं अट्ठ णाणत्ताइं- सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं धणुहपुहुत्तं, लेस्साओ तिण्णि आदिल्लाओ, णो सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी, णो णाणी, दो अण्णाणा नियमं समुग्धाया आदिल्ला तिण्णि, आउं, अज्झवसाणा, अणुबंधो य जहेव असण्णीणं । अवसेसं जहा पढमगमए जाव कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेण वि दसवाससहस्सट्ठिईएसु उववज्जेज्जा; ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति? गोयमा! एवं सो चेव चउत्थो गमओ णिरवसेसो भाणियव्वो जाव कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं चत्तालीसं वाससहस्साइं चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो जहण्णेणं सागरोवमट्ठिईएसु उक्कोसेण वि सागरोवमट्ठिईएसु उववज्जेज्जा; ते णं भंते जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति? गोयमा! एवं सो चेव चउत्थो गमओ णिरवसेसो भाणियव्वो जाव कालादेसेणं जहण्णेणं सागरोवम अंतोमुहुत्तमब्भहियं उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाई जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । 506 Page #517 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ६६ उक्कोसकालट्ठिईय-पज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते! जे भविए रयणप्पभापुढविणेरइएसु उववज्जित्तए; से णं भंते! केवइयकालहिईएसु उववज्जेज्जा? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेणं सागरोवमट्टिईएसु उववज्जेज्जा। ते णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा ! अवसेसो परिमाणादीओ भवादेसपज्जवसाणो एएसिं चेव पढमगमओ णेयव्वो, णवरं-ठिई जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी | एवं अणुबंधो वि, सेसं तं चेव । कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहिया, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएसु उववण्णो जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेण वि दसवाससहस्सट्टिईएसु उववज्जेज्जा | ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा ! सो चेव सत्तमो गमओ णिरवसेसो भाणियव्वो जाव भवादेसो त्ति । कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहिया, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ चत्तालीसाए वाससहस्सेहिं अब्भहियाओ, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । उक्कोसकालट्ठिईय-पज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते! जे भविए उक्कोसकालट्ठिईएसु रयणप्पभा पुढविणेरइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइय- कालदिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं सागरोवमट्टिईएसु, उक्कोसेण वि सागरो- वमट्टिईएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! सो चेव सत्तमगमओ णिरवसेसो भाणियव्वो जाव भवादेसो त्ति । कालादेसेणं जहण्णेणं सागरोवमं पुव्वकोडीए अब्भहियं, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाई चउहि पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गडरागई करेज्जा । एवं एए णव गमगा । उक्खेव-णिक्खेवओ णवस् वि जहेव असण्णीण | पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए सक्करप्पभाए पुढवीए णेरइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकालदिईएसु उववज्जेज्जा? गोयमा ! जहण्णेणं सागरोवमट्टिईएसु, उक्कोसेणं तिसागरोवमट्टिईएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते ! जीवा एग समएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहेव रयणप्पभाए उववज्जंतगस्स लद्धी सच्चेव णिरवसेसा भाणियव्वा जाव भवादेसो त्ति । कालादेसेणं जहण्णेणं सागरोवमं अंत्तोमुत्तमब्भहियं, उक्कोसेणं बारस सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । एवं रयणप्पभापुढविगमगसरिसा णव वि गमगा भाणियव्वा, णवरं- सव्वगमएसु वि णेरइयट्ठिई-संवेहेसु सागरोवमा भाणियव्वा, एवं जाव छट्ठपुढवि त्ति, णवरं- जेरइयठिई जा जत्थ पुढवीए जहण्णुक्कोसिया सा तेणं चेव कमेणं चउगुणा कायव्वा । 507 Page #518 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त वालुयप्पभाए पुढवीए अट्ठावीसं सागरोवमाइं चउगुणिया भवंति, पंकप्पभाए चत्तालीसं, धूमप्पभाए अट्ठसद्धिं, तमाए अट्ठासीइं । संघयणाइं-वालुयप्पभाए पंचविह- संघयणी, तं जहावयरोसहणारायसंघयणी जाव खीलिया-संघयणी, पंकप्पभाए चउव्विह- संघयणी, धूमप्पभाए तिविहसंघयणी, तमाए दुविहसंघयणी, तं जहा- वयरोसभणाराय-संघयणी य, उसभणारायसंघयणी य सेसं तं चेव । पज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते! जे भविए अहेसत्तमाए पुढवीए णेरइएस् उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकालट्ठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं बावीससागरोवमट्टिईएसु, उक्कोसेणं तेत्तीससागरोवम- टिईएसु उववज्जेज्जा | ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहेव रयणप्पभाए णव गमगा। लद्धी वि सच्चेव, णवरं- वयरोसभणारायसंघयणी । इत्थिवेयगा ण उववज्जंति, सेसं तं चेव जाव अणुबंधो त्ति । संवेहो भवादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि भवग्गहणाई उक्कोसेणं सत्त भवग्गहणाइं । कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाई दोहिं अंतोमुत्तेहिं अब्भहियाइं, उक्कोसेणं छावहिँ सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएसु उववण्णो, सच्चेव वत्तव्वया जाव भवादेसो त्ति । कालादेसो वि तहेव जाव उक्कोसेणं छावहिँ सागरावमाइं चउहि पुत्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएसु उववण्णो, सच्चेव लद्धी जाव अणुबंधो त्ति । भवादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं पंच भवग्गहणाइं । कालादेसेणं जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं दोहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं छावहिँ सागरोवमाइं तिहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा | सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, सच्चेव रयणप्पभापुढविजहण्णकालट्ठिईयवत्तव्वया भाणियव्वा जाव अणुबंधो त्ति, णवरं- पढमसंघयणं, णो इत्थीवेयगा। भवादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि भवग्गहणाई, उक्कोसेणं सत्त भवग्गहणाइं । कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं दोहिं अंतोमुत्तेहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं छावहिँ सागरोवमाई चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । सो चेव जहण्णकालढिईएसु उववण्णो, एवं सो चेव चउत्थो गमओ णिरवसेसो भाणियव्वो जाव कालादेसो त्ति । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएसु उववण्णो, सच्चेव लद्धी जाव अणुबंधो त्ति । भवादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं पंच भवग्गहणाइं । कालादेसेणं जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं दोहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं छावहिँ सागरोवमाइं तिहिं अंतोमुत्तेहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्ठिईओ जहण्णेणं बावीससागरोवमट्टिईएसु, उक्कोसेणं तेत्तीससागरोवमहिईएसु उववज्जेज्जा | B 508 Page #519 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ८२ ते णं भंते ! जीवा एग समएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा! सच्चेव सत्तम-पुढविपढमगमगवत्तव्वया भाणियव्वा जाव भवादेसो त्ति, णवरं- ठिई अणुबंधो य जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेणं वि पुव्वकोडी, सेसं तं चेव । कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं दोहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, उक्कोसेणं छावट्ठि सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । ८३| सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो, सच्चेव लद्धी संवेहो वि तहेव सत्तम- गमगसरिसो । ८४ सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो, एस चेव लद्धी जाव अणुबंधो त्ति । भवादेसेणं जहणेणं तिणि भवग्गहणाई, उक्कोसेणं पंच भवग्गहणाइं । कालादेसेणं जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं दोहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं छावट्ठि सागरोवमाइं तिहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | ८५ ८६ ८७ ८९ जइ मणुस्सेहिंतो उववज्जंति - किं सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, असण्णिमणुस्से-हिंतो उववज्जंति? गोयमा ! सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, णो असण्णीमणुस्सेहिंतो उववज्जंति। जइ णं भंते ! सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति- किं संखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, असंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति? गोयमा! संखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, णो असंखेज्जवासाउय सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति । ८८ पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए णेरइएस उववज्जित्तए, से णं भंते ! कइसु पुढवीसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! सत्तसु पुढवीसु उववज्जेज्जा, तं जहा- रयणप्पभाए जाव असत्तमा । २० जइ णं भंते ! संखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति किं पज्जत्तसंखेज्ज- वासाय सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, अपज्जत्तसंखेज्जवासाउय सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति? गोयमा! पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, णो अपज्जत्त-संखेज्जवासाउय सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति । पज्जत्तसंखेज्जावासाउयसण्णिमणुस्से णं भंते! जे भविए रयणप्पभाए पुढवीए रइएस उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइयकालट्ठिइएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेणं सागरोवमट्ठिईएस उववज्जेज्जा | णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा उववज्जंति । संघयणा छ, सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलपुहुत्तं, उक्कोसेणं पंचधणुसयाइं । एवं सेसं जहा सण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं जाव भवादेसो त्ति, णवरं चत्तारि णाणा तिण्णि अण्णाणा भयणाए । छ समुग्घाया केवलिवज्जा । ठिई अणुबंधो य जहण्णेणं मासपुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी, सेसं तं चेवं । कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं मासपुहुत्त-मब्भहियाइं, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | 509 Page #520 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९१ ९४ ९७ ९९ भगवई सुत्त सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया; णवरं- कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं मासपुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ चत्तालीसा वाससहस्सेहिं अब्भहियाओ; जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- कालादेसेणं जहणेणं सागरोवमं मासपुहुत्तमब्भहियं, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- इमाई पंच णाणत्ताईसरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलपुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंगुलपुहुत्तं, तिणिण णाणा तिण्णि अण्णाणाइं भयणाए, पंच समुग्धाया आदिल्ला, ठिई अणुबंधो य जहण्णेणं मासपुहुत्तं, उक्कोसेण वि मासपुहुत्तं । सेसं तं चेव जाव भवादेसो त्ति। कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं मासपुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं मासपुहत्हिं अब्भहियाइं; जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया चउत्थगमगसरिसा णेयव्वा, णवरंकालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं मासपुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं चत्तालीसं वाससहस्साइं चउहिं मासपुहुत्तेहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो, एस चेव गमगो, णवरं- कालादेसेणं जहण्णेणं सागरोवमं मासपुहत्तमब्भहियं, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं मासपुहुत्तेहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्ठिईओ जाओ, सो चेव पढमगमओ णेयव्वो, णवरं- सरीरोगाहणा जहण्णेणं पंचधणुसयाइं, उक्कोसेण वि पंचधणुसयाई, ठिई जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी, एवं अणुबंधो वि । कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहिया, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा | सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो, सच्चेव सत्तमगमगवत्तव्वया, णवरं- काला- देसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहिया, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ चत्तालीसाए वाससहस्सेहिं अब्भहियाओ, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो, सच्चेव सत्तमगमगवत्तव्वया, णवरं- काला- देसेणं जहण्णेणं एगं सागरोवमं पुव्वकोडीए अब्भहियं, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं काल इरागई करेज्जा । पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए सक्करप्पभाए पुढवीए णेरइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइय कालं ठिईएसु उववज्जेजा ? गोयमा! जहण्णेणं सागरोवमट्ठिईएसु, उक्कोसेणं तिसागरोवमट्ठिईएस उवज्जेज्जा । 510 Page #521 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! सो चेव रयणप्पभापुढविगमओ णेयव्वो, णवरं- सरीरोगाहणा जहण्णेणं रयणि हत्तं, उक्कोसेणं पंचधणुसयाई। ठिई जहण्णेणं वास हुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी । एवं अणुबंधो वि । सेसं तं चेव जाव भवादेसो त्ति । कालादेसेणं जहण्णेणं सागरोवमं वास हुत्तमब्भहियं, उक्कोसेणं बारस सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, एवइयं कालं जाव गइरागइं करेज्जा । एवं एसा ओहिएसु तिसु गमएसु मणुसस्स लद्धी, णाणत्तं-णेरड्यढिई, कालादेसेणं संवेहं च जाणेज्जा | सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, तस्स वि तिसु वि गमएस एस चेव लद्धी, णवरंसरीरोगाहणा जहण्णेणं रयणिपुह्त्तं, उक्कोसेणं वि रयणिपुह्त्तं । ठिई जहण्णेणं वासपुहुत्तं, उक्कोसेणं वि वासपहत्तं । एवं अणबंधो वि । सेसं जहा ओहियाणं। संवेहो सव्वो उवजंजिऊण भाणियव्वो । सो चेव अप्पणा उक्कोसकालढिईओ जाओ । तस्स वि तिसु वि गमएसु इमं णाणत्तंसरीरोगाहणा जहण्णेणं पंचधणसयाई, उक्कोसेण वि पंचधणसयाई । ठिई जहण्णेणं पव्वकोडी, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी । एवं अणुबंधो वि | सेसं जहा पढमगमए, णवरं- णेरइयठिई य कायसंवेहं च जाणेज्जा । एवं जाव छट्ठपुढवी, णवरं- तच्चाए आढवेत्ता एक्केक्कं संघयणं परिहायइ जहेव तिरिक्खजोणियाणं । कालादेसो वि तहेव, णवरं- मणुस्सट्टिई भाणियव्वा | १०३ पज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए अहेसत्तमाए पुढवि णेरइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकालट्ठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं बावीससागरोवमट्टिईएसु, उक्कोसेणं तेत्तीससागरोवमट्टिईएसु उववज्जेज्जा | ते णं भंते ! जीवा एग समएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! अवसेसो सो चेव सक्करप्पभापुढविगमओ णेयव्वो, णवरं- पढम संघयणं, इत्थिवेयगा ण उववज्जंति, सेसं तं चेव ज त्ति । भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं। कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं वासपुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं पुव्वकोडीए अब्भहियाई जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । १०५ सो चेव जहण्णकालट्ठिईएसु उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- जेरइयट्टिइं संवेहं च जाणेज्जा । १०६ सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएसु उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- संवेहं च जाणेज्जा। सो चेव अप्पणा जहण्णकालढिईओ जाओ । तस्स वि तिसु वि गमएस एस चेव वत्तव्वया, णवरं- सरीरोगाहणा जहण्णेणं रयणिपुहुत्तं, उक्कोसेणं वि रयणिपुहुत्तं । ठिई जहण्णेणं वासपुहुत्तं, उक्कोसेण वि वासपुहुत्तं । एवं अणुबंधो वि | संवेहो उवजुंजिऊण भाणियव्वो । सो चेव अप्पणा उक्कोसकालढिईओ जाओ, तस्स वि तिसु वि गमएसु एस चेव वत्तव्वया, णवरं- सरीरोगाहणा जहण्णेणं पंचधणुसयाई, उक्कोसेण वि पंचधणुसयाई । ठिई जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी, एवं अणुबंधो वि । णवसु वि एएसु गमएसु णेरइयट्टिई संवेहं च जाणेज्जा | सव्वत्थ भवग्गहणाइं दोण्णि जाव णवमगमए। कालादेसेणं जहण्णेणं १०७ 511 Page #522 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ R 13 ε भगवई सुत्त तेत्तीसं सागरोवमाइं पुव्वकोडीए अब्भहियाई, उक्कोसेण वि तेत्तीसं सागरोवमाइं पुव्वकोडी अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ चवीसइमं सतं बीओ उद्देस रायगिहे जाव एवं वयासी- असुरकुमारा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति-किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्खजोणिय- मणुस्स- देवेहिंतो उववज्जंति? गोयमा! णो णेरइएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, मणुस्सेहिंतो उववज्जंति, णो देवेहिंतो उववज्जति । एवं जहेव णेरइयउद्देसए । पज्जत्ता-असण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए असुरकुमारेसु उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइयकालट्ठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवास-सहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागट्ठिईएस उववज्जेज्जा | णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! रयणप्पभा- गमगसरिसा णव वि गमा भाणियव्वा, णवरं जाहे अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ भवइ ताहे अज्झवसाणा पसत्था, णो अप्पसत्था तिसु वि गमएसु । अवसेसं तं चेव । जइ सण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति- किं संखेज्जवासाउय-सण्णि पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, असंखेज्जवासाउय सण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! संखेज्जवासाउय जाव उववज्जंति, असंखेज्जवासाउय जाव उववज्जंति । असंखेज्जवासाउय-सण्णि-पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए असुरकुमारेसु उववज्जित्तए से णं भंते! केवइयकालट्ठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेणं तिपलिओवमट्ठिईएस उववज्जेज्जा । ते णं भंते! जीवा एगसमएणं, पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं संखेज्जा उववज्जंति । वयरोसभणारायसंघयणी । ओगाहणा जहण्णेणं धणुपुहुत्तं, उक्कोसेणं छ गाउयाइं । समचउरंससंठाणसंठिया पण्णत्ता । चत्तारि लेस्साओ आदिल्लाओ । णो सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी । णो णाणी, अण्णाणी, णियमं दुअण्णाणी - मइअण्णाणी सुयअण्णाणी य। जोगो तिविहो वि । उवओगो दुविहो वि । चत्तारि सण्णाओ । चत्तारि कसाया । पंच इंदिया । तिण्णि समुग्धाया आदि लगा । समोहया वि मरंति, असमोहया वि मरति । वेयणा दुविहा वि- सायावेयगा वि असायावेयगा वि । वेदो दुविहो वि- इत्थिवेयगा वि पुरिसवेयगा वि, णो णपुंसगवेयगा । ठिई जहण्णेणं साइरेगा पुव्वकोडी, उक्कोसेणं तिण्णि 512 Page #523 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८ ९ |१० ११ १२ १३ १४ १५ भगवई सुत्त पलिओवमाइं । अज्झवसाणा पसत्था वि अप्पसत्था वि । अणुबंधो जहेव ठिई । कायसंवेहोभवादेसेणं दो भवग्गहणाइं, कालादेसेणं जहण्णेणं साइरेगा पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहिया, उक्कोसेणं छप्पलिओवमाइं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएसु उववण्णो- एस चेव वत्तव्वया, णवरं असुरकुमारट्ठिइं संवेहं च जज्जा | सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो जहण्णेणं तिपलिओवमट्ठिईएसु, उक्कोसेण वि तिपलिओवमट्ठिईएसु उववज्जेज्जा- एस चेव वत्तव्वया, णवरं- ठिई से जहण्णेणं तिण्णि पलिओवमाइं, उक्कोसेणं वि तिण्णि पलिओवमाई । एवं अणुबंधो वि । कालादेसेणं जहण्णेणं छप्पलिओवमाइं, उक्कोसेण वि छप्पलिओवमाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सेसं तं चेव । सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्को-सेणं साइरेगपुव्वकोडीआउएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? अवसेसं तं चेव जाव भवादेसो त्ति, णवरं-ओगाहणा जहण्णेणं धणुपुहुत्तं, उक्कोसेणं साइरेगं धणुसहस्सं । ठिई जहण्णेणं साइरेगा पुव्वकोडी, उक्कोसेण वि साइरेगा पुव्वकोडी । एवं अणुबंधो वि। कालादेसेणं जहण्णेणं साइरेगा पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहिया, उक्कोसेणं साइरेगाओ दो पुव्वकोडीओ, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- असुरकुमारट्ठिई संवेहं च जाणेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएसु उववण्णो, जहण्णेणं साइरेगपुव्वकोडीआउएसु उक्कोसेण वि साइरेगपुव्वकोडी-आउएस उववज्जेजा, सेसं तं चेव, णवरं- कालादेसेणं जहण्णेणं साइगाओ दो पुव्वकोडीओ, उक्कोसेण वि साइरेगाओ दो पुव्वकोडीओ, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्ठिईओ जाओ, सो चेव पढमगमगो भाणियव्वो, णवरं-ठिई जहण्णेणं तिण्णि पलिओवमाइं, उक्कोसेणं वि तिण्णि पलिओवमाइं । एवं अणुबंधो वि । कालादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि पलिओवमाई दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं छप्पलिओमाइं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं असुरकुमारट्ठिइं संवेहं च जाणिज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएसु उववण्णो, जहण्णेणं तिपलिओवमाई, उक्कोसेण वि तिपलिओवमाई, एस चेव वत्तव्वया । णवरं- कालादेसेणं जहण्णेणं छप्पलिओवमाई, उक्कोसेणं वि छप्पलिओवमाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | 513 Page #524 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २० जइ णं भंते ! संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति किं जलयरेहिंतो उववज्जंति ? एवं जाव पज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्ख-जोणिए णं भंते! जे भविए असुरकुमारेसु उववज्जित्तए, से णं भंते । केवइयकालढिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेणं साइरेगसागरोवम- हिईएसु उववज्जेज्जा ।। ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! एएसिं रयणप्पभा-पढविगमगसरिसा णव गमगा णेयव्वा, णवरं-जाहे अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ भवइ, ताहे तिसु वि गमएसु इमं णाणत्तं-चत्तारि लेस्साओ, अज्झवसाणा पसत्था, णो अप्पसत्था, सेसं तं चेव । संवेहो साइरेगेण सागरोवमेण कायव्वो ॥९॥ __ जइ णं भंते ! मणुस्सेहिंतो उववज्जंति- किं सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जत्ति, असण्णि मणुस्सेहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जति, णो असण्णिमणुस्सेहितो उववज्जंति । जइ णं भंते ! सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति किं संखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहितो उववज्जति, असंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! संखेज्जवासाउय सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, असंखेज्जवासाउय सण्णिमणुस्सेहितो वि उववज्जति । असंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए असुरकुमारेसु उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइवकालटिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्टिईएसु, उक्कोसेणं तिपलिओवमट्टिईएसु उववज्जेज्जा। एवं असंखेज्जवासाउयतिरिक्खजोणियसरिसा आदिल्ला तिण्णि गमगा णेयव्वा, णवरं- सरीरोगाहणा पढमबिइएसु गमएसु जहण्णेणं साइरेगाइं पंचधणुसयाई, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाइं, सेसं तं चेव। तईयगमे ओगाहणा जहण्णेणं तिण्णि गाउयाई उक्कोसेणं वि तिण्णि गाउयाई, सेसं जहेव तिरिक्खजोणियाणं । सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, तस्स वि जहण्णकालट्ठिईयतिरिक्ख- जोणियसरिसा तिण्णि गमगा भाणियव्वा, णवरं- सरीरोगाहणा तिसु वि गमएसु जहण्णेणं साइरेगाई पंचधणुसयाई, उक्कोसेणं वि साइरेगाइं पंचधणुसयाइं । सेसं तं चेव । सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्ठिईओ जाओ, तस्स वि ते चेव पच्छिल्लगा तिण्णि गमगा भाणियव्वा, णवरं- सरीरोगाहणा तिसु वि गमएसु जहण्णेणं तिण्णि गाउयाई, उक्कोसेण वि तिण्णि गाउयाई । सेसं तं चेव । जह संखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जति-किं पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, अपज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णि मणुस्सेहिंतो उववज्जंति? गोयमा! पज्जत्तसंखेज्जवासाउय सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, णो अपज्जत्त-संखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जति | 514 Page #525 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २४ पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए असुरकुमारेसु उववज्जित्तएसे णं भंते! केवइयकालहिईएसु उववज्जेज्जा? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सट्ठिईसु, उक्कोसेणं साइरेगसागरोवमट्टिईएस् उववज्जेज्जा । ते णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा! जहेव एएसिं रयणप्पभाए उववज्जमाणाणं णव गमगा तहेव इह वि णव गमगा भाणियव्वा, णवरं- संवेहो साइरेगेण सागरोवमेण कायव्वो, सेसं तं चेव | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || बीओ उद्देसो समत्तो || चउवीसइमं सतं तइओ उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी-णागकुमारा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति, किं णेरइयतिरिक्खजोणिय-मणुस्स-देवेहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! णो णेरइएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, मणुस्सेहिंतो उववज्जति, णो देवेहिंतो उववज्जति । जड़ णं भंते! तिरिक्ख-जोणिएहिंतो उववज्जंति-किं एगिंदिय-तिरिक्खजोणिए-हिंतो उववज्जंति, पुच्छा? गोयमा ! जहा असुरकुमाराणं वत्तव्वया तहा एएसि पि जाव असण्णि त्ति | जइ सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति; किं संखेज्जवासाउय सण्णि पंचिंदिय तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, असंखेज्जवासाउय सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहितो उववज्जंति ? गोयमा! संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, असंखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो वि उववज्जंति | असंखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए णागकुमारेसु उववज्जित्तए से णं भंते! केवइयकालट्ठिईएस उववज्जेज्जा? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सटिईएसु, उक्कोसेणं देसूणदुपलिओवमट्टिईएसु उववज्जेज्जा | ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति? गोयमा ! सो चेव असुरकुमारेसु उववज्जमाणस्स गमगो भाणियव्वो जाव भवादेसो त्ति । कालादेसेणं जहण्णेणं साइरेगा पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिंअब्भहिया, उक्कोसेणं देसूणाइं पंच पलिओवमाइं, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा | सो चेव जहण्णकालढिईएसु उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- णागकुमारट्टिइं संवेहं च जाणेज्जा । सो चेव उक्कोसकालढिईएस उववण्णो, तस्स वि एस चेव वत्तव्वया, णवरं- ठिई जहण्णेणं देसूणाई दो पलिओवमाइं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं, सेसं तं चेव जाव भवादेसो त्ति | कालादेसेणं जहण्णेणं देसूणाइं चत्तारि पलिओवमाइं उक्कोसेणं देसूणाइं पंच पलिओवमाइं जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । | 515 Page #526 -------------------------------------------------------------------------- ________________ IT I ११ भगवई सुत्त |८| सो चेव अप्पणा जहण्णकालढिईओ जाओ, तस्स वि तिसु वि गमएसु जहेव असुरकुमारेसु उववज्जमाणस्स जहण्णकालट्ठिईयस्स तहेव णिरवसेसं । सो चेव अप्पणा उक्कोसकालटिईओ जाओ, तस्स वि तहेव तिण्णि गमगा जहा असुरकुमारेसु उववज्जमाणस्स। णवरं- णागकुमारहिई संवेहं च जाणेज्जा। सेसं तं चेव। जड़ णं भंते ! संखेज्ज-वासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति-किं पज्जत्तसंखेज्जावासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति, अपज्जत्त-संखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति ? गोयमा! पज्जत्त-संखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, णो अपज्जत्त-संखेज्ज-वासाउयसण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति । पज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए णाग- कुमारेसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकालट्ठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्साइं, उक्कोसेणं देसणाइं दो पलिओवमाइं । एवं जहेव असुरकमारेस उववज्जमाणस्स वत्तव्वया तहेव इह वि णवसु वि गमएसु, णवरं- णागकुमारढिईं संवेहं च जाणेज्जा, सेसं तं चेव । जइ मणुस्सेहिंतो उववज्जंति- किं सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, असण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति? गोयमा ! सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, णो असण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जति, एवं जहा असुरकुमारेसु उववज्जमाणस्स तहेव जावअसंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए णागकुमारेसु उववज्जित्तए से णं भंते! केवइयकालट्ठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं दसवाससहस्साई उक्कोसेणं देसूणाई दो पलिओवमाइं, एवं जहेव असंखेज्जवासाउयाणं तिरिक्खजोणियाणं णागकुमारेसु आदिल्ला तिण्णि गमगा तहेव इमस्स वि, णवरं-पढमबिइएसु गमएसु सरीरोगाहणा जहण्णेणं साइरेगाइं पंचधणुसयाइं, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाइं, तइयगमे ओगाहणा जहण्णेणं देसूणाइं दो गाउयाइं, उक्कोसेणं तिण्णिं गाउयाइं । सेसं तं चेव ।। सो चेव अप्पणा जहण्णकालटिईओ जाओ, तस्स तिसु वि गमएसु जहा तस्स चेव असरकमारेस उववज्जमाणस्स तहेव णिरवसेसं | सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्ठिईओ जाओ, तस्स तिसु वि गमएसु जहा तस्स चेव उक्कोसकालट्ठिईयस्स असुरकुमारेसु उववज्जमाणस्स, णवरं- णागकुमारढिइं संवेहं च जाणेज्जा , सेसं तं चेव ।। जइ णं भंते ! संखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति- किं पज्जत्तसंखेज्जवासाउयेहिंतो उववज्जंति, अपज्जत्तसंखेज्जवासाउयेहिंतो उववज्जंति? गोयमा! पज्जत्तसंखेज्जवासाउयेहिंतो उववज्जंति, णो अपज्जसंखेज्जवासउयेहिंतो उववज्जति । पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए णागकुमारेसु उववज्जित्तए से णं भंते! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्स-ट्टिईएसु, उक्कोसेणं देसूण-दोपलिओवम-ट्टिईएसु उववज्जेज्जा, एवं जहेव असुरकुमारेसु उववज्जमाणस्स सच्चेव १७ २७ 516 Page #527 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४ भगवई सुत्त लद्धी णिरवसेसा णवसु गमएसु, णवरं- णागकुमारट्ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ तइओ उद्देसो समत्तो ॥ चवीसइमं सतं ४-११ उद्देसो अवसेसा सुवण्णकुमाराणं जाव थणियकुमारा एए अट्ठ वि उद्देसगा जहेव नागकुमारा णिरवसेसा भाणियव्वा । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ ४-११ उद्देसो समत्तो ॥ चवीसइमं सतं दुवालसमो उद्देसो पुढविक्काइया णं भंते! कओहिंतो उवज्जंति, किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्ख जोणियमणुस्स-देवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! णो णेरइएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्खजोणिय- मणुस्सदेवेहिंतो वि उववज्जंति । जइ णं भंते! तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, किं एगिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! जहा वक्कंतीए उववाओ जाव जइ बायर- पुढविक्काइय-एगिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, किं पज्जत्तबायर पुढवि जाव उववज्जंति, अपज्जत्तबादरपुढवि जाव उववज्जंति ? गोयमा! पज्जत्तबादरपुढवी वि, अपज्जत्तबादरपुढवी वि उववज्जति । पुढविक्काइए णं भंते ! जे भविए पुढविक्काइएस उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइयकालट्ठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तट्ठिईएसु, उक्कोसेणं बावीसवाससहस्सट्ठिईएसु उववज्जेज्जा | ते णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! अणुसमयं अविरहिया असंखेज्जा उववज्जंति । छेवट्टसंघयणी । सरीरो- गाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं वि अंगुलस्स असंखेज्जइभागं । मसूराचंदासंठिया । चत्तारि लेस्साओ । णो सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी । णो णाणी, अण्णाणी, दो अण्णाणा नियमं । णो मणजोगी, णो वइजोगी, कायजोगी । उवओगो दुविहो वि। चत्तारि सण्णाओ । चत्तारि कसाया । एगे फासिंदिए पण्णत्ते । तिण्णि समुग्धाया। वेयणा दुविहा । णो इत्थीवेयगा, णो पुरिसवेयगा, णपुंसगवेयगा । ठिईए जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइं । अज्झवसाणा पसत्था वि, अप्पसत्था वि। अणुबंधो जहा ठिई । 517 Page #528 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ७ ८ 18 १० ११ १२ १३ भगवई सुत्त से णं भंते ! पुढविक्काइए पुणरवि पुढविकाइए त्ति केवइयं कालं सेवेज्जा, केवइयं कालं गइरागई करेज्जा ? गोयमा ! भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं असंखेज्जाई भवग्गहणाइं कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव जहण्णकालट्ठिईएसु उववण्णो, जहण्णेणं अंतोमुहुत्तट्ठिईएसु, उक्कोण अंतोमुहुत्तट्ठिईएसु, एवं चेव वत्तव्वया णिरवसेसा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो, जहण्णेणं बावीसवाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेण वि बावीसवाससहस्सट्ठिईएसु, सेसं तं चेव जाव अणुबंधो त्ति, णवरं-जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जेज्जा। भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाई, कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणंछावत्तरिंवाससहस्सुत्तरं सयसहस्सं; जाव - एवइय कालं गइराई करेज्जा । सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, सो चेव पढमिल्लओ गमओ भाणियव्वो, णवरंलेस्साओ तिण्णि । ठिई जहण्णेणं वि अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं । अप्पसत्था अज्झवसाणा । अणुबंधो जहा ट्ठिई । सेसं तं चेव । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो सच्चेव चउत्थगमगवत्तव्वया भाणियव्वा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिणि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा, असंखेज्जा वा जाव भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाई । कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तब्भहियाइं, उक्कोसेणं अट्ठासीइं वाससहस्साइं चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्ठिईओ जाओ, एवं तइयगमगसरिसो णिरवसेसो भाणियव्वो, णवरं- अप्पणा से ट्ठिई जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं, उक्कोसेणं वि बावीसं वाससहस्साइं । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं । एवं जहा सत्तमगमगो जाव भवादेसो । कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं अट्ठासीइं वाससहस्साइं चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएसु उववण्णो जहण्णेणं बावीसं वाससहस्सट्ठिईएसु, उक्कोसेण वि बावीसवाससहस्सट्ठिईएसु, एस चेव सत्तमगमगवत्तव्वया जाणियव्वा जाव भवादेसो त्ति । कालादेसेणं जहण्णेणं चोयालीसं वाससहस्साई, उक्कोसेणं छावत्तरिवास- सहस्सुत्तरं सयसहस्सं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । 518 Page #529 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १४ जइ णं भंते ! आउक्काइय-एगिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति किं सुहम आउएहितो उववज्जंति, बादरआउएहिंतो उववज्जति ? गोयमा! चउक्कओ भेदो भाणियव्वो, जहा पुढविक्काइयाणं । आउक्काइए णं भंते ! जे भविए पुढविक्काइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइय कालट्ठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुत्तट्टिईएसु, उक्कोसेणं बावीसवाससहस्सडिईएसु उववज्जेज्जा। एवं पुढविक्काइयगमगसरिसा णव गमगा भाणियव्वा, णवरं-थिबुगबिंदुसंठिए । ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं सत्त वाससहस्साइं । एवं अणुबंधो वि । एवं तिसु वि गमएसु ठिई । संवेहो तइयछट्ठसत्तमट्ठमणवमेसु गमएसु भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाई, सेसेसु चउसु गमएसु जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं असंखेज्जाइं भवग्गहणाइं। तइयगमए कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतोमुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं सोलसुत्तरं वाससय सहस्सं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । छठे गमए कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतोमुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं अट्ठासीइं वाससहस्साई चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाइं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सत्तमे गमए कालादेसेणं जहण्णेणं सत्त वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तब्भहियाइं, उक्कोसेणं सोलसुत्तरं वाससयसहस्सं जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । अट्ठमे गमए कालादेसेणं जहण्णेणं सत्त वाससहस्साइं अंतोमुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं अट्ठावीसं वाससहस्साइं चउहिं अंतोमुत्तेहिं अब्भहियाइं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । णवमे गमए भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाई, कालादेसेणं जहण्णेणं एगूणतीसं वाससहस्साइं, उक्कोसेणं सोलसुत्तरं वाससयसहस्सं जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । एवं णवसु वि गमएसु आउक्काइयट्टिई जाणियव्वा । जइ भंते ! तेउक्काइएहिंतो उववज्जंति, पच्छा ? गोयमा ! तेउक्काइयाण वि एस चेव वत्तव्वया, णवरं-णवसु वि गमएसु तिण्णि लेस्साओ । तेउक्काइया णं सुईकलाव-संठिया । ठिई जाणियव्वा । तईय गमए कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साई अंतोमुत्तमब्भहियाइं उक्कोसेणं अट्ठासीइं वाससहस्साइं बारसहिं राइंदिएहिं अब्भहियाइं जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । एवं संवेहो उवजुंजिऊण भाणियव्वो । जइ भंते! वाउक्काइएहिंतो उववज्जंति, पच्छा ? गोयमा! वाउक्काइयाण वि एवं चेव णव गमगा जहेव तेउक्काइयाणं. णवरं-पडागासंठिया पण्णत्ता | संवेहो तीहि वाससहस्सेहिं कायव्वो । तइयगमए कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतमहत्त-मब्भहियाई, उक्कोसेणं एगं वाससयसहस्सं। एवं संवेहो उवजुंजिऊण भाणियव्वो । जइ णं भंते ! वणस्सइकाइएहितो उववज्जंति पुच्छा ? गोयमा ! वणस्सइकाइयाणं आउकाइयगमगसरिसा णव गमगा भाणियव्वा, णवरं-णाणासंठिया । सरीरोगाहणा पढमएस 519 Page #530 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९ २२ २३ २४ भगवई सुत्त पच्छिल्लएसु य तिसु गमएस जहणेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं साइरेगं जोयणसहस्सं, मज्झिल्लएसु तिसु तहेव जहा पुढविकाइयाणं । संवेहो ठिई य जाणियव्वा। तइयगमे कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं अट्ठावीसुत्तरं वाससयसहस्सं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । एवं संवेहो उवजुंजिऊण भाणियव्वो । जइ णं भंते! बेइदिएहिंतो उववज्जंति किं पज्जत्त-बेइदिएहिंतो उववज्जंति, अपज्जत्तबेइंदिएहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! पज्जत्त - बेइदिएहिंतो वि उववज्जंति, अपज्जत्तबेइदिएहिंतो वि उववज्जंति । बेइंदिए णं भंते ! जे भविए पुढविक्काइएस उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइय कालठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तट्ठिईएस, उक्कोसेणं बावीसवाससहस्सट्ठिईएसु । ते णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति । छेवट्टसंघयणी । ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं बारस जोयणाइं। हुंडसंठिया । तिण्णि लेसाओ । सम्मदिट्ठि वि, मिच्छादिट्ठि वि, णो सम्मामिच्छादिट्ठि । दो णाणा, दो अण्णाणा नियमं णो मणजोगी, वयजोगी वि, कायजोगी वि। उवओगो दुविहो वि । चत्तारि सण्णाओ । चत्तारि कसाया । दो इंदिया पण्णत्ता, तं जहाजिब्भिंदिए य फासिंदिए य । तिण्णि समुग्धाया । सेसं जहा पुढविक्काइयाणं, णवरं-ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बारस संवच्छराई । एवं अणुबंधो वि, सेसं तं चेव । भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं संखेज्जाइं भवग्गहणाई । कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ताइं । उक्कोसेणं संखेज्जं कालं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो एस चेव वत्तव्वया सव्वा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो एस चेव बेइंदियस्स लद्धी, णवरं भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाई । कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं अट्ठासीइं वाससहस्साइं अडयालीसाए संवच्छरेहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, तस्स वि एस चेव वत्तव्वया तिसु वि गमएस । णवरं इमाइं सत्त णाणत्ताइं - सरीरोगाहणा जहा पुढविकाइयाणं णो सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी । दो अण्णाणा णियमं । णो मणजोगी, णो वयजोगी, कायजोगी । ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं । अज्झवसाणा अप्पसत्था । अणुबंधो ठिई। संवेहो तहेव आदिल्लेसु दोसु गमएस, तइयगमए भवादेसो तहेव अट्ठ भवग्गहणाइं। कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं अट्ठासीइं वाससहस्साइं चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाइं । जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्ठिईओ जाओ, एयस्स वि ओहिय-गमग-सरिसा तिण्णि गमगा भाणियव्वा । णवरं- तिसु वि गमएस ठिई जहण्णेणं बारस संवच्छराइं, उक्कोसेणं वि बारस 520 Page #531 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त संवच्छराइं । एवं अणुबंधो वि | भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाई । कालादेसेणं उवजुंजिऊण भाणियव्वं जाव णवमे गमए जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं बारसहिं संवच्छरेहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं अट्ठासीइं वाससहस्साई अडयालीसाए संवच्छरेहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । जइ णं भंते ! तेइंदिएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा! एवं चेव णवगमग पुच्छा भाणियव्वा, णवरं-आदिल्लेसु तिस वि गमएस सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाइं। तिण्णि इंदियाइं । ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं एगूणपण्णं राइंदियाइं । तइयगमए कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं अट्ठासीइं वाससहस्साइं छण्णउइं राइंदियसयमब्भहियाइं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | मज्झिमा तिण्णि गमगा तहेव । पच्छिमा वि तिण्णि गमगा तहेव, णवरं-ठिई जहण्णेणं एगूणपण्णं राइंदियाइं, उक्कोसेण वि एगूणपण्णं राइंदियाइं । संवेहो उवजुंजिऊण भाणियव्वो। जइ णं भंते ! चरिंदिएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव चरिंदियाण वि णव गमगा भाणियव्वा, णवरं- एएस चेव ठाणेसु णाणत्ता जाणियव्वा । सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं चत्तारि गाउयाइं । ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं य छम्मासा। एवं अणुबंधो वि। चत्तारि इंदियाइं, सेसं तं चेव जाव णवमगमएकालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं वाससहस्साइं छहिं मासेहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं अट्ठासीइं वाससहस्साइं चउवीसाए मासेहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा। जइ णं भंते ! पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति-किं सण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति, असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! सण्णिपंचिंदिएहितो वि उववज्जंति, असण्णिपंचिंदिएहितो वि उववज्जति। जइ णं भंते ! असण्णिपंचिंदिय तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति- किं जलचरेहिंतो उववज्जंति जाव किं पज्जत्तएहिंतो उववज्जति, अपज्जत्तएहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! जाव पज्जत्तएहितो वि उववज्जंति, अपज्जत्तएहितो वि उववज्जंति ।। असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते! जे भविए पुढविक्काइएसु उववज्जित्तए से णं भंते! केवइय कालठिईएसु उववज्जेज्जा? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्सठिईएसु। ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! एवं जहेव बेइंदियस्स ओहियगमए लद्धी तहेव, णवरं- सरीरोगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं जोयणसहस्सं । पंच इंदिया । ठिई अणुबंधो य जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी । सेसं तं चेव । भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाइं। कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुत्ता, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ अट्ठासीईए वाससहस्सेहिं अब्भहियाओ जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | णवसु वि गमएसु कायसंवेहो- भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ २८ 521 Page #532 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त भवग्गहणाइं । कालादेसेणं उवजुंजिऊण भाणियव्वं । णवरं- मज्झिमएसु तिसु गमएसु जहेव बेइंदियस्स, पच्छिल्लएसु तिसु गमएसु जहा एयस्स चेव पढमगमएसु, णवरं- ठिई अणुबंधो य जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी | सेसं तं चेव जाव णवमगमएसु कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी बावीसाए वाससहस्सेहिं अब्भहिया, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ अट्ठासीईए वाससहस्सेहिं अब्भहियाओ जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । जइ णं भंते! सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति-किं संखेज्ज-वासाउयसण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति, असंखेज्जवासाउय-सण्णि-पंचिंदिय- तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय- तिरिक्खजोणिएहितो उववज्जति, णो असंखेज्जवासाउय- सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति | जड़ णं भंते ! संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति-किं जलचरेहितो, पुच्छा ? गोयमा ! जहा असण्णीणं उववाओ । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहा रयणप्पभाए उववज्जमाणस्स सण्णिस्स तहेव इह वि, णवरं- ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं जोयणसहस्सं, सेसं तहेव जाव कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ अट्ठासीईए वाससहस्सेहिं अब्भहियाओ जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा। एवं संवेहो णवसु वि गमएसु जहा असण्णीणं तहेव णिरवसेसं। लद्धि से आदिल्लएस तिसु वि गमएस एस चेव । मज्झिल्लएस तिसु वि गमएस एस चेव, णवरं इमाई णव णाणत्ताइं-ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेण वि अंगुलस्स असंखेज्जइभागं | तिण्णि लेस्साओ | मिच्छादिट्ठी । दो अण्णाणा | कायजोगी । तिण्णि समुग्घाया । ठिई जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं वि अंतोमुहत्तं । अप्पसत्था अज्झवसाणा | अणुबंधो जहा ठिई, सेसं तं चेव । पच्छिल्लएस तिसु वि गमएसु जहेव पढमगमए, णवरं- ठिई अणुबंधो जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेणं वि पुव्वकोडी | सेसं तं चेव। जइ णं भंते ! मणुस्सेहिंतो उववज्जंति- किं सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, असण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! सण्णिमणुस्सेहितो वि उववज्जंति, असण्णिमणुस्सेहितो वि उववज्जति । असण्णिमणुस्से णं भंते! जे भविए पुढविक्काएसु उववज्जित्तए से णं भंते! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहा असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स जहण्णकालढिईयस्स तिण्णि गमगा तहा एयस्स वि ओहिया तिण्णि गमगा भाणियव्वा तहेव णिरवसेसा, सेसा छ ण भण्णंति । जइ भंते! सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति-किं संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, असंखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति? गोयमा! संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहितो उववज्जति, णो असंखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति । 522 Page #533 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ३८ | ४० जइ संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति-किं पज्जत्त-संखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, अपज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति? गोयमा ! पज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो वि उववज्जंति, अपज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो वि उववज्जति । सण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए पुढविकाइएसु उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइयकालठिईएस उववज्जंति ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्सठिईएसु उववज्जति । ते णं भंते ! जीवाएगसमएण केवइया उववज्जति ? गोयमा ! जहेव रयणप्पभाए उववज्जमाणस्स तहेव तिसु वि गमएस लद्धी, णवरं- ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभाग, उक्कोसेणं पंचधणुसयाइं । ठिई जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी । एवं अणुबंधो । संवेहो णवसु गमएसु जहेव सण्णिपंचिंदियस्स | मज्झिल्लएसु तिसु गमएसु लद्धी जहेव सण्णिपंचिंदियस्स । सेसं तं चेव णिरवसेसं । पच्छिल्ला तिण्णि गमगा जहा एयस्स चेव ओहिया गमगा, णवरं- ओगाहणा जहण्णेणं पंचधणुसयाई, उक्कोसेणं पंचधणुसयाइं । ठिई अणुबंधो जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी, सेसं तहेव । जइ णं भंते ! देवेहिंतो उववज्जंति- किं भवणवासिदेवेहिंतो उववज्जंति, वाणमंतर- देवेहितो उववज्जति, जोइसियदेवेहिंतो उववज्जंति, वेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा! भवणवासिदेवेहिंतो वि उववज्जति जाव वेमाणियदेवेहिंतो वि उववज्जति । जइ णं भंते ! भवणवासिदेवेहिंतो उववज्जंति-किं असुरकुमारभवणवासिदेवेहिंतो उववज्जंति जाव थणियकुमारभवणवासिदेवेहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! असुरकुमार-भवणवासिदेवेहितो उववज्जति जाव थणियकुमार-भवणवासिदेवेहिंतो उववज्जंति । असुरकुमारेणं भंते ! जे भविए पुढविक्काइएसु उववज्जत्तए से णं भंते ! केवइयकाल- ठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुत्तठिईएसु, उक्कोसेणं बावीसवाससहस्स ठिईएस उववज्जंति । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति । तेसि णं भंते ! जीवाणं सरीरगा किं संघयणी पण्णत्ता ? गोयमा ! छण्हं संघयणाणं असंघयणी जाव परिणमंति । तेसि णं भंते ! जीवाणं केमहालिया सरीरोगाहणा ? गोयमा ! दुविहा सरीरोगाहणा पण्णत्ता, तं जहा- भवधारणिज्जा य उत्तरवेउव्विया य । तत्थ णं जा सा भवधारणिज्जा सा जहण्णेणं असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं सत्त रयणीओ | तत्थ णं जा सा उत्तरवेउव्विया सा जहण्णेणं अंगुलस्स संखेज्जइभागं, उक्कोसेणं जोयणसयसहस्सं । तेसि णं भंते ! जीवाणं सरीरगा किं संठिया पण्णत्ता ? 523 Page #534 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-भवधारणिज्जा य उत्तरवेउव्विया य । तत्थ णं जे ते भवधारणिज्जा ते समचउरंससंठाणसंठिया पण्णत्ता | तत्थ णं जे ते उत्तरवेउव्विया ते णाणासंठाणसंठिया पण्णत्ता । लेस्साओ चत्तारि | दिट्ठी तिविहा वि | तिण्णि णाणा णियमं, तिण्णि अण्णाणा भयणाए । जोगो तिविहो वि । उवओगो दुविहो वि । चत्तारि सण्णाओ । चत्तारि कसाया । पंचइंदिया । पंच समग्घाया । वेयणा दुविहा वि । इत्थिवेयगा वि, पुरिसवेयगा वि, णो णसगवेयगा । ठिई जहण्णेणं दसवाससहस्साइं, उक्कोसेणं साइरेगं सागरोवमं । अज्झवसाणा असंखेज्जा पसत्था वि अप्पसत्था वि । ४८ अणुबंधो जहा ठिई । भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं, कालादेसेणं जहण्णेणं दसवास-सहस्साई अंतोमुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं साइरेगं सागरोवमं बावीसाए वाससहस्सेहिं अब्भहियं; जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । एवं णव वि गमा णेयव्वा, णवरं- मज्झिल्लएस् पच्छिल्लएसु तिसु गमएसु असुरकुमाराणं ठिइविसेसो जाणियव्वो, सेसा ओहिया चेव लद्धी कायसंवेहं च जाणेज्जा । सव्वत्थ दो भवग्गहणाई जाव णवमगमए कालादेसेणं जहण्णेणं साइरेगं सागरोवमं बावीसाए वाससहस्सेहिं अब्भहियं, उक्कोसेणं वि साइरेगं सागरोवमं बावीसाए वाससहस्सेहिं अब्भहियं; जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | णागकुमारे णं भंते ! जे भविए पुढविक्काइएसु, पुच्छा ? गोयमा ! एस चेव वत्तव्वया जाव भवादेसो त्ति, णवरं- ठिई जहण्णेणं दसवास- सहस्साइं, उक्कोसेणं देसूणाइं दो पलिओवमाइं । एवं अणुबंधो वि । कालादेसेणं जहण्णेणं दसवाससहस्साइं अंतोमुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं देसूणाई दो पलिओवमाइं बावीसाए वाससहस्सेहिं अब्भहियाइं। एवं णव वि गमगा असुरकुमारगमगसरिसा, णवरं- ठिइं कालादेसं च जाणेज्जा । एवं जाव थणियकुमाराणं । जइ णं भंते ! वाणमंतरेहिंतो उववज्जंति-किं पिसायवाणमंतरदेवेहिंतो उववज्जंति जाव गंधव्ववाणमंतरदेवेहिंतो उववज्जति ? गोयमा! पिसायवाणमंतरदेवेहिंतो जाव गंधव्व- वाणमंतर देवेहिंतो वि उववज्जंति। वाणमंतरदेवे णं भंते! जे भविए पुढविक्काइएस् उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइय कालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! एएसिं पि असुरकुमारगमगसरिसा णव गमगा भाणियव्वा, णवरं- ठिइं कालादेसं च जाणेज्जा | ठिई जहण्णेणं दसवाससहस्साइं, उक्कोसेणं पलिओवमं, सेसं तहेव । जइ णं भंते ! जोइसियदेवेहिंतो उववज्जति- किं चंदविमाण-जोइसियदेवेहिंतो उववज्जंति जाव ताराविमाण-जोइसियदेवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! चंदविमाण-जोइसियदेवेहिंतो वि उववज्जंति जाव ताराविमाण-जोइसिय-देवेहिंतो वि उववज्जति । जोइसियदेवे णं भंते ! जे भविए पुढविक्काइएसु उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइय कालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! लद्धी जहा असुरकुमाराणं, णवरं- एगा तेउलेस्सा पण्णत्ता | तिण्णि णाणा, तिण्णि अण्णाणा णियमं । ठिई जहण्णेणं अट्ठभागपलिओवमं, उक्कोसेणं पलिओवमं 524 Page #535 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त वाससयसहस्समब्भहियं । एवं अणुबंधो वि । कालादेसेणं जहण्णेणं अट्ठभागपलिओवमं अंतोमुत्तमब्भहियं, उक्कोसेणं पलिओवमं वाससयसहस्सेणं बावीसाए वाससहस्सेहिं अब्भहियं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । एवं सेसा वि अट्ठ गमगा भाणियव्वा, णवरं- ठिई कालादेसं च जाणेज्जा । जइ भंते ! वेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति-किं कप्पोवगवेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति, कप्पाईयवेमाणिय-देवेहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! कप्पोवग- वेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति, णो कप्पाईयवेमाणिय-देवेहिंतो उववज्जति । जड़ भंते ! कप्पोवगवेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति- किं सोहम्मकप्पोवग-वेमाणिय-देवेहिंतो उववज्जंति जाव अच्चय-कप्पोवग-वेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! सोहम्म-कप्पोवगवेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति, ईसाण-कप्पोवग-वेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति, णो सणंकुमारदेवेहिंतो उववज्जंति जाव णो अच्चुय-कप्पोवग-वेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति। सोहम्मेदेवे णं भंते ! जे भविए पुढविक्काइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइय कालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा! एवं जहा जोइसियस्स गमगो, णवरं-ठिई अणुबंधो य जहण्णेणं पलिओवमं, उक्कोसेणं दो सागरोवमाइं । कालादेसेणं जहण्णेणं पलिओवमं अंतोमुत्तमब्भहियं, उक्कोसेणं दो सागरोवमाइं बावीसाए वाससहस्सेहिं अब्भहियाइं; जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । एवं सेसा वि अट्ठ गमगा भाणियव्वा, णवरं-ठिइं कालादेसं च जाणेज्जा । ईसाणदेवे णं भंते ! जे भविए पुढविक्काइएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइय कालठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! एवं ईसाणदेवेण वि णव गमगा भाणियव्वा, णवरंठिई धो जहण्णेणं साइरेगं पलिओवमं, उक्कोसेणं साइरेगाइं दो सागरोवमाइं, सेसं तं चेव। || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ दुवालसमो उद्देसो समत्तो || चउवीसइमं सतं तेरसमो उद्देसो आउक्काइया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! जहेव पुढविक्काइय- उद्देसए जाव पुढविक्काइए णं भंते ! जे भविए आउक्काइएसु उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तठिईएसु, उक्कोसेणं सत्तवाससहस्सठिईएस उववज्जेज्जा । एवं पुढविक्काइयउद्देसगसरिसो भाणियव्वो, णवरं- ठिइं संवेहं च जाणेज्जा , सेसं तहेव । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ तेरसमो उद्देसो समत्तो || 525 Page #536 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त चउवीसइमं सतं चोद्दसमो उद्देसो तेउक्काइया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! पुढविक्काइयउद्देसगसरिसो उद्देसो भाणियव्वो, णवरं-ठिइं संवेहं च जाणेज्जा, देवेहिंतो ण उववज्जंति, सेसं तं चेव। || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || चोद्दसमो उद्देसो समत्तो || चउवीसइमं सतं पण्णरसमो उद्देसो वाउक्काइया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहेव तेउक्काइयउद्देसओ तहेव, णवरं- ठिइं संवेहं च जाणेज्जा || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ पण्णरसमो उद्देसो समत्तो || चउवीसइमं सतं सोलसमो उद्देसो वणस्सइकाइया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! पढविक्काइयसरिसो उद्देसो, णवरं- जाहे वणस्सइकाइओ वणस्सइ- काइएस् उववज्जइ ताहे पढम-बिइय-चउत्थ-पंचमेसु गमएसु परिमाणं- अणुसमयं अविरहियं अणंता उववज्जति। भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं अणंताई भवग्गहणाइं। कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं अणंतं कालं जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा | सेसा पंच गमा अट्ठभवग्गहणिया तहेव, णवरं- ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || सोलसमो उद्देसो समत्तो ॥ चउवीसइमं सतं सत्तरसमो उद्देसो बेइंदिया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? जाव पुढविक्काइए णं भंते ! जे भविए बेइंदिएस उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! सच्चेव पुढविकाइयस्स लद्धी जाव भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं संखेज्जाइं भवग्गहणाई, कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं संखेज्ज कालं जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । एवं तेसु चेव चउसु गमएसु संवेहो, सेसेसु पंचसु तहेव अट्ठ भवा । एवं जाव चरिंदिएणं समं चउसु संखेज्जा भवा, पंचसु अट्ठ भवा । 526 Page #537 -------------------------------------------------------------------------- ________________ R ३ १ R 3 ४ भगवई सुत्त पंचिंदियतिरिक्खजोणिय - मणुस्सेसु समं तहेव अट्ठ भवा । देवेसु (देवेहिंतो ) ण चेव उववज्जंति, ठिइं संवेह च जाणेज्जा । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ | सत्तरसमो उद्देसो समत्तो ॥ चउवीसइमं सतं अट्ठारसमो उद्देसो तेइंदिया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! जहेव बेइंदियाणं उद्देसो, तहेव णवरं-ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । तेउक्काइएस समं तइयगमे उक्कोसेणं अट्टुत्तराइं बेराइंदियसयाई, बेइदिए हिं समं तइयग कोसे अडयालीसं संवच्छराई छण्णउयराइंदियसयमब्भहियाई, तेइंदिएहिं समं तइयगमे उक्कोसेणं बाणउयाइं तिणि राइंदियसयाइं । एवं सव्वत्थ जाणेज्जा जाव सण्णिमणुस्स त्ति । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ अट्ठारसमो उद्देसो समत्तो ॥ चवीसइमं सतं एगूणवीसमो उद्देसो चउरिंदिया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! जहा तेइंदियाणं उद्देसओ तहेव चउरिंदियाण वि, णवरं ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ गूणवीसमो उद्देसो समत्तो ॥ चवीसइमं सतं बीसइमो उद्देसो पंचिंदियतिरिक्खजोणिया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, मणुस्सेहिंतो उववज्जंति, देवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा! णेरइएहिंतो वि उववज्जंति जाव देवेहिंतो वि उववज्जंति । जइ णं भंते ! णेरइएहिंतो उववज्जंति- किं रयणप्पभापुढवि णेरइएहिंतो उववज्जंति जाव अहेसत्तमपुढविणेरएहिंतो उववज्जंति ? गोयमा! रयणप्पभापुढविणेरइएहिंतो वि उववज्जंति जाव असत्तम-पुढवि णेरइएहिंतो वि उववज्जंति । रयणप्पभापुढविणेरइए णं भंते ! जे भविए पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जित्तए से णं भंते! केवइयकालट्ठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तट्ठिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडीआउएसु उववज्जेज्जा । णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? 527 Page #538 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 14 ६ وا ८ भगवई सुत्त गोयमा! जहा असुरकुमाराणं वत्तव्वया, णवरं- संघयणे पोग्गला अणिट्ठा अकंता जाव परिणमंति। ओगाहणा दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-भवधारणिज्जा य उत्तरवेउव्विया य। तत्थ णं जा सा भवधारणिज्जा सा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं सत्त धणूइं तिण्णि रयणिओ छच्चंगुलाई । तत्थ णं जा सा उत्तरवेउव्विया सा जहण्णेणं अंगुलस्स संखेज्जइभागं, उक्कोसेणं पण्णरस धणूई अड्ढाइज्जाओ रयणीओ । तेसि णं भंते! जीवाणं सरीरगा किं संठिया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- भवधारणिज्जा य उत्तरवेउव्विया य । तत्थ णं जे ते भवधारणिज्जा ते हुंडसंठिया पण्णत्ता । तत्थ णं जे ते उत्तरवेउव्विया ते वि हुंडसंठिया पण्णत्ता । एगा काउलेस्सा पण्णत्ता । समुग्धाया चत्तारि । णो इत्थिवेयगा, णो पुरिसवेयगा, णपुंसगवेयगा । ठिई जहण्णेणं दसवाससहस्साई, उक्कोसेणं सागरोवमं । एवं अणुबंधो वि । सेसं तहेव । भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाइं। कालादेसेणं जहण्णेणं दसवासहस्साइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएसु उववण्णो, जहण्णेणं अंतोमुहुत्तट्ठिईएसु, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तट्ठिईएसु, अवसेसं तहेव, णवरं कालादेसेणं जहण्णेणं तहेव, उक्कोसेणं चत्तारि सागरोवमाइं चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । एवं सेसा वि सत्त गमगा भाणियव्वा जहेव णेरड्यउद्देसए सण्णिपंचिदिएहिं समं । णेरड्याणं मज्झिमएसु य तिसु वि गमएसु पच्छिमएसु तिसु वि गमएस ठिइ णाणत्तं भवइ, सेसं तं चेव । सव्वत्थ ठिझं संवेहं च जाणेज्जा । सक्करप्पभापुढविणेरइए णं भंते! जे भविए पंचिदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जित से भंते केवइयकालठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहा रयणप्पभाए णव गमगा तहेव सक्करप्पभाए वि। णवरं सरीरोगाहणा जहा ओगाहणसंठाणे । तिणि णाणा तिण्णि अण्णाणा णियमं । ठिई अणुबंधा पुव्वभणिया । एवं णव वि गमगा उवजुंजिऊण भाणियव्वा, एवं जाव छट्ठपुढवी, णवरं- ओगाहणा- लेस्सा-ठिई- अणुबंधो संवेहो य जाणियव्वा । अहेसत्तमपुढविणेरइए णं भंते ! जे भविए पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जित्तए पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव णव गमगा । णवरं- ओगाहणा-लेस्सा-ठिई-अणुबंधा जाणियव्वा। संवेहो भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं छब्भवग्गहणाई । कालादेसेणं जहणेणं बावीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं छावट्ठि सागरोवमाइं तिहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा ॥१॥ आदिल्लएसु छसु वि गमएस जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं छ भवग्गहणाई, पच्छिल्लएसु तिसु गमएस जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं चतारि भवग्गहणाई । लद्धी णवसु वि गमएस जहा पढमगमए, णवरं ठिईविसेसो कालादेसो य बिइयगमएसु जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं छावट्ठि सागरोवमाइं तिहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा ॥२॥ 528 Page #539 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगबई सुत्त तइयगमए जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं पुव्वकोडीए अब्भहियाइं, उक्कोसेणं छावडिं सागरोवमाइं तिहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं ॥३॥ चउत्थगमे जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं अंतोमुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं छावडिं सागरोवमाइं तिहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं ॥४॥ पंचमगमए जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाई अंतोमुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं छावहिँ सागरोवमाइं तिहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाइं ॥५॥ छट्ठगमए जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं छावदि सागरोवमाइं तिहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं ॥६॥ सत्तमगमए जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं छावडिं सागरोवमाइं दोहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं ॥७॥ अट्ठमगमए जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं छावहिँ सागरोवमाइं दोहिं अंतोमुत्तेहिं अब्भहियाइं ॥८॥ णवमगमए जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाई पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं छावहिँ सागरोवमाइं दोहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा ॥९॥ जड़ णं भंते! तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति-किं एगिंदियतिरिक्ख-जोणिएहिंतो उववज्जंति, पच्छा ? गोयमा ! उववाओ जहा पढविकाइयउद्देसए जावपुढविकाइए णं भंते ! जे भविए पंचिंदियतिरिक्खजोणिएस् उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तढिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडीआउएसु उववज्जेज्जा | ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! परिमाणाइया अणुबंधपज्जवसाणा जच्चेव अप्पणो सट्ठाणे वत्तव्वया सच्चेव पंचिंदियतिरिक्खजोणिएस वि उववज्जमाणस्स भाणियव्वा, णवरं- णवसु वि गमएस परिमाणे जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जति । भवादेसेण वि णवसु वि गमएस जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाई । सेसं तं चेव । कालादेसं उभओ ठिईए करेज्जा । जइ णं भंते ! आउक्काइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! एवं आउक्काइयाण वि । एवं जाव चउरिंदिया उववाएयव्वा, णवरं- सव्वत्थ अप्पणो लद्धी भाणियव्वा । णवसु वि गमएस भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाइं । कालादेसेणं उभओ ठिइं करेज्जा | सव्वेसि सव्वगमएसु जहेव पुढविक्काइएसु उववज्जमाणाणं लद्धी तहेव सव्वत्थ ठिइं संवेहं च जाणेज्जा | जइ णं भंते ! पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति-किं सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! सण्णिपंचिंदिय, असण्णिपंचिदिय, भेओ जहेव पुढविक्काइएसु उववज्जमाणस्स जाव ११ १३ 529 Page #540 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १४ असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएसु उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्त- ठिईएसु, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभाग-ट्ठिइएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! अवसेसं जहेव पुढविक्काइएस उववज्जमाणस्स असण्णिस्स तहेव णिरवसेसं जाव भवादेसो त्ति | कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुत्ता, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं पुव्वकोडी-पहत्तमब्भहियं, जाव एवइयं कालं गइरागइ करेज्जा । बिइयगमए एस चेव लद्धी, णवरं-कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडिओ चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहिया, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएसु उववण्णो, जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइ-भागढिईएसु, उक्कोसेण वि पलिओवमस्स असंखेज्जइभागट्टिईएसु उववज्जति । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति? गोयमा! जहा रयणप्पभाए उववज्जमाणस्स असण्णिस्स वत्तवया तहेव णिरवसेसं जाव कालादेसो त्ति, णवरं-परिमाणं जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा उववज्जंति, सेसं तं चेव । सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, जहण्णेणं अंतोमुत्तढिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडीआउएस उववज्जंति । ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा! अवसेसं जहा एयस्स पुढविक्काइएसु उववज्जमाणस्स मज्झिमेसु तिसु गमएसु तहा इह वि मज्झिमेसु तिसु गमएसु जाव अणुबंधो त्ति । भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाइं । कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ चउहिं अंतोमुत्तेहिं अब्भहियाओ । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो एस चेव वत्तव्वया, णवरं-कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं अट्ठ अंतोमुहुत्ता; जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव उक्कोसकालटिईएसु उववण्णो जहण्णेणं पुव्वकोडिआइएसु, उक्कोसेणं वि पुव्वकोडिआउएसु उववज्जइ-एस चेव वत्तव्वया, णवरं-कालादेसेणं जाणेज्जा | सो चेव अप्पणा उक्कोसकालढिईओ जाओ सच्चेव पढमगमगवत्तव्वया, णवरं-ठिई जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी । सेसं तं चेव । कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी अंतोमुत्तमब्भहिया, उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं पुव्वकोडी-पुहुत्तमब्भहियं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएसु उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया जहा सत्तमगमे, णवरं- कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी अंतोमुहुत्तमब्भहिया, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाओ, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिई बवण्णो, जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभाग, उक्कोसेणं वि पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं | एवं जहा रयणप्पभाए उववज्जमाणस्स असण्णिस्स २१ 530 Page #541 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २३ भगवई सुत्त णवमगमए तहेव णिरवसेसं जाव कालादेसो त्ति, णवरं-परिमाणं जहा एयस्सेव तइयगमे, सेसं तं चेव । जड़ णं भंते ! सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति-किं संखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति, असंखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय- तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहितो उववज्जंति, णो असंखेज्जवासाउय- सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति । जड़ णं भंते ! संखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति-किं पज्जत्तसंखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, अपज्जत्त-संखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति ? गोयमा ! दोस् वि उववज्जंति । संखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते! जे भविए पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइय-काल-ठिईएसु उववज्जेज्जा? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुत्तठिईएसु, उक्कोसेणं तिपलिओवमद्विइएसु उववज्जेज्जा। ते णं भंते ! जीवा एग समएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहा एयस्स चेव सण्णिस्स रयणप्पभाए उववज्जमाणस्स पढमगमए, णवरं-ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं जोयणसहस्सं । सेसं तं चेव जाव भवादेसो त्ति । कालदेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडीपुहुत्तमब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा। सो चेव जहण्णकालटिईएस उववण्णो एस चेव वत्तव्वया, णवरं-कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाओ, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएसु उववण्णो, जहण्णेणं तिपलिओवमट्टिईएसु, उक्कोसेण वि तिपलिओवमहिईएस उववज्जेज्जा, एस चेव वत्तव्वया, णवरं-परिमाणं जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा उववज्जंति । ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभाग, उक्कोसेणं जोयणसहस्सं, सेसं तं चेव जाव अणुबंधो त्ति । भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं । कालादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि पलिओवमाइं अंतोमुत्त-मब्भहियाइं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडीए अब्भहियाइं; जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, जहण्णेणं अंतोमुत्तठिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडीआउएसु उववज्जेज्जा । लद्धी से जहा एयस्स चेव सण्णिपचिंदियस्स पुढविक्काइएस् उववज्जमाणस्स मज्झिल्लएसु तिसु गमएसु सच्चेव इह वि मज्झिमेसु तिसु गमएसु कायव्वा। संवेहो जहेव एत्थ चेव असण्णिस्स मज्झिमेसु तिसु गमएसु । सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्टिईओ जाओ जहा पढमगमओ | णवरं- ठिई अणुबंधो जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी | कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी अंतोमुहुत्तमब्भहिया, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडीपुहुत्त- मब्भहियाइं; जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | २८ 531 Page #542 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३३ ३४ ३५ |३६ ३७ ୮ ३९ ४० भगवई सुत्त सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो एस चेव वत्तव्वया । णवरं- कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी अंतोमुहुत्तमब्भहिया, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ चउहिं अंतोमुहुहिं अब्भहियाओ, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो जहण्णेणं तिपलिओवमट्ठिईएसु, उक्कोसेणं वि तिपलिओवमट्ठिईएसु, अवसेसं तं चेव । णवरं- परिमाणं, ओगाहणा य जहा एयस्सेव तइयगमए। भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं, कालादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडीए अब्भहियाइं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडीए अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा। जइ णं भंते ! मणुस्सेहिंतो उववज्जंति- किं सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, असण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा! सण्णिमणुस्सेहिंतो वि उववज्जंति असण्णि- मणुस्सेहिंतो वि उववज्जंति। अणिमणुस्से णं भंते! जे भविए पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडिआउए उववज्जेज्जा । लद्धी से तिसु वि गमएस जहेव पुढविक्काइएस उववज्जमाणस्स । संवेहो जहा एत्थ चेव असण्णिपंचिंदियस्स मज्झिमेसु तिसु गमएस तहेव णिरवसेसो भाणियव्वो । जइ सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति-किं संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, असंखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा! संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, णो असंखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति। जइ संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति-किं पज्जत्त-अपज्जत्तेहिंतो, पुच्छा? गोयमा ! पज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्सेहिंतो वि उववज्जंति अपज्जत्तसंखेज्जवासाउय- सण्णिमणुस्सेहिंतो वि उववज्जंति । सण्णिमणुस्से णं भंते! जे भविए पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइय काल ठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं तिपलिओवमट्ठिईएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! लद्धी से जहा एयस्सेव सण्णिमणुस्सस्स पुढविक्काइएस उववज्जमाणस्स पढमगमए जाव भवादेसो त्ति। कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडि-पुहुत्तमब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो एस चेव वत्तव्वया । णवरं कालादेसेणं जहण्णेणं दो अंतोमुहुत्ता, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ चउहिं अंतोमुहुत्तेहिं अब्भहियाओ; जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो जहण्णेणं तिपलिओवमट्ठिईएसु, उक्कोसेणं वि तिपलिओवमट्ठिईएसु, सच्चेव वत्तव्वया, णवरं-ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलपुहुत्तं, उक्कोसेणं 532 Page #543 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त पंच धणुसयाई। ठिई जहण्णेणं मासपुहुत्तं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी । एवं अणुबंधो वि । भवादेसेणं दो भवग्गहणाई, कालादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि पलिओवमाइं मासपुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडीए अब्भहियाइं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, जहा सण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जमाणस्स मज्झिमेसु तिसु गमएसु वत्तव्वया भाणिया एस चेव एयस्स वि मज्झिमेसु तिसु गमएसु णिरवसेसा भाणियव्वा, णवरं- परिमाणं उक्कोसेणं संखेज्जा उववज्जंति. सेसं तं चेव । ४१ ४२ सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्ठिईओ जाओ, सच्चेव पढमगमगवत्तव्वया, णवरं- ओगाहणा जहण्णेणं पंच धणुसयाई, उक्कोसेण वि पंच धणुसयाइं । ठिई अणुबंधो जहण्णेणं पुव्वकोडी उक्कोसेण वि पव्वकोडी, सेसं तहेव जाव भवादेसो त्ति, कालादेसेणं जहण्णेणं पव्वकोडी अंतोमुहुत्तमब्भहिया, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडी- पुहुत्तमब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं-कालादेसेणं जहण्णेणं पुव्वकोडी अंतोमुत्तमब्भहिया, उक्कोसेणं चत्तारि पुव्वकोडीओ चउहिं अंतोमुत्तेहिं अब्भहियाओ, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालढिईएस् उववण्णो, जहण्णेणं तिण्णि पलिओवमाइं, उक्कोसेणं वि तिण्णि पलिओवमाइं, एस चेव लद्धी जहेव सत्तमगमे । भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं । कालादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि पलिओवमाइं पुव्वकोडीए अब्भहियाई, उक्कोसेणं वि तिण्णि पलिओवमाइं पव्वकोडीए अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । जइ णं भंते ! देवेहिंतो उववज्जति-किं भवणवासिदेवेहिंतो उववज्जति, वाणमंतर-जोइसियवेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! भवणवासिदेवेहिंतो वि उववज्जंति जाव वेमाणियदेवेहिंतो वि उववज्जंति। जइ णं भंते ! भवणवासिदेवेहिंतो उववज्जति किं असुरकुमारभवणवासिदेवेहिंतो उववज्जंति जाव थणियकुमारभवणवासिदेवेहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! असुरकुमार जाव थणियकुमारभवणवासिदेवेहिंतो उववज्जति । ४७ असुरकुमारे णं भंते ! जे भविए पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तट्टिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडीआउएसु उववज्जेज्जा । असुरकुमाराणं लद्धी णवसु वि गमएसु जहा पुढविक्काइएसु उववज्जमाणस्स | भवादेसेणं सव्वत्थ अट्ठ भवग्गहणाई उक्कोसेणं, जहण्णेणं दोण्णि भवग्रहणाई । ठिइं संवेहं च सव्वत्थ जाणेज्जा। च णागकुमारे णं भंते ! जे भविए, पुच्छा ? गोयमा ! एस चेव वत्तव्वया, णवरं-ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । एवं जाव थणियकुमारे । 533 Page #544 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ४९ जइ णं भंते ! वाणमंतरेहिंतो उववज्जेज्जा- किं पिसायेहितो, पुच्छा ? गोयमा! उववाओ तहेव। जाव वाणमंतरे णं भंते ! जे भविए पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जित्तए, पुच्छा? गोयमा ! एवं चेव, णवरं- ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । जइ णं भंते ! जोइसिएहिंतो उववज्जेज्जा किं चंदविमाणेहितो, पुच्छा ? गोयमा! उववाओ तहेव जावजोइसिए णं भंते ! जे भविए पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जित्तए, पुच्छा ? गोयमा ! एस चेव वत्तव्वया । जहा पुढविक्काइयउद्देसए, णवरं-भवग्गहणाइं णवसु वि गमएस अट्ठ जाव कालादेसेणं जहण्णेणं अभागपलिओवमं अंतोमुहुत्तमब्भहियं, उक्कोसेणं चत्तारि पलिओवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं चउहि य वाससयसहस्सेहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । एवं णवसु वि गमएसु, णवरं- ठिइं संवेहं च जाणेज्जा। जइ णं भंते ! वेमाणियदेवेहिंतो उववज्जति- किं कप्पोवगवेमाणिय-देवेहिंतो उववज्जंति, कप्पाईयवेमाणिय-देवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! कप्पोवगवेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति, णो कप्पाईयवेमाणियदेवेहिंतो उववज्जति | जइ णं भंते ! कप्पोवगदेवेहिंतो उववज्जति, पच्छा ? गोयमा ! जाव सहस्सारकप्पोवगवेमाणियदेवेहिंतो वि उववज्जंति, णो आणय जाव अच्चुयकप्पोवगवेमाणियदेवेहिंतो उववज्जति । सोहम्मदेवे णं भंते ! जे भविए पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जित्तए, से णं ते! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? | गोयमा! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तठिईएसु उववज्जेज्जा, उक्कोसेणं पुव्वकोडी आउएसु, सेसं जहेव पुढविक्काइयउद्देसए णवसु वि गमएसु । णवरं-णवसु वि गमएसु जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं अट्ठ भवग्गहणाइं । ठिइं कालादेसं च जाणिज्जा। एवं ईसाणदेवे वि । एवं एएणं कमेणं अवसेसा वि जाव सहस्सारदेवेहिंतो उववाएयव्वा, णवरं- ओगाहणा जहा ओगाहणसंठाणे, लेस्सा-सणंकुमार-माहिंद-बंभलोएसु एगा पम्ह-लेस्सा, सेसाणं एगा सुक्कलेस्सा | वेए-णो इत्थिवेयगा, पुरिसवेयगा, णो णपुंसगवेयगा । आउ-अणुबंधा जहा ठिईपए, सेसं जहेव ईसाणगाणं; कायसंवेहं च जाणेज्जा ||| सेवं भंते! सेवं भंते ! || || वीसइमो उद्देसो समत्तो ॥ चउवीसइमं सतं एगवीसइमो उद्देसो मणुस्सा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जति ? किं णेरइएहिंतो उववज्जंति जाव देवेहितो उववज्जंति? गोयमा ! णेरइएहितो वि उववज्जंति जाव देवेहितो वि उववज्जंति। एवं उववाओ जहा पंचिंदियतिरिक्खजोणियउद्देसए जाव तमापुढविणेरइएहितो वि उववज्जंति, णो अहेसत्तमपुढविणेरइएहितो उववज्जंति । 534 Page #545 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 18 14 وا भगवई सुत्त रयणप्पभापुढविणेरइए णं भंते! जे भविए मणुस्सेसु उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं मासपुहुत्तट्ठिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडीआउएसु । अवसेसा वत्तव्वया जहा पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जंतस्स तहेव, णवरं- परिमाणे जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा उववज्जंति । जहा तहिं अंतोमुहुत्तेहिं तहा इहं मासपुहुत्तेहिं संवेहं करेज्जा | सेसं तं चेव । जहा रयणप्पभाए वत्तव्वया तहा सक्करप्पभाए वि, णवरं-जहण्णेणं वासपुहुत्तट्ठिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडीआउएसु । ओगाहणा-लेस्सा-णाण-ट्ठिइ-अणुबंध-संवेह-णाणत्तं च जाणेज्जा जहेव तिरिक्खजोणियउद्देसए । एवं जाव तमापुढविणेइ । जइ णं भंते ! तिरिक्ख-जोणिएहिंतो उववज्जंति- किं एगिंदिय-तिरिक्ख-जोणिए- हिंतो उववज्जंति जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! एगिंदिय-तिरिक्खजोणिहिंतो उववज्जंति एवं जहा पंचिंदियतिरिक्ख-जोणियउद्देसए, णवरं ते वाऊ पडिसेहेयव्वा, सेसं तं चेव जाव पुढविक्काइए णं भंते ! जे भविए मणुस्सेसु उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तट्ठिईए, उक्कोसेणं पुव्वकोडीआउएसु उववज्जेज्जा । ते णं भंते ! जीवाएगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहेव पंचिंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जमाणस्स पुढविक्काइयस्स वत्तव्वया सा चेव इह वि उववज्जमाणस्स भाणियव्वा णवसु वि गमएसु, णवरं- तइय-छट्ठ-णवमेसु गमएसु परिमाणं जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा उववज्जंति । जाहे अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ भवइ ताहे पढमगमए, अज्झवसाणा पसत्था वि अप्पसत्था वि, बिड्यगमए अप्पसत्था, तइयगमए पसत्था भवंति, सेसं तं चेव णिरवसेसं । जड् णं भंते! आउक्काइए, पुच्छा ? गोयमा ! एवं आउक्काइयाण वि । एवं वणस्सइ-काइया वि। एवं जाव चउरिंदियाण वि I असण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिय-सण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिय-असण्णिमणुस्ससण्णिमणुस्सा य एए सव्वे वि जहा पंचिंदियतिरिक्खजोणियउद्देसए तहेव भाणियव्वा, णवरं - एयाणि चेव परिमाण - अज्झवसाण - णाणत्ताणि जाणिज्जा पुढविकाइयस्स एत्थ चेव उद्देसए भणियाणि । सेसं तहेव णिरवसेसं । जाव जइ णं भंते ! देवेहिंतो उववज्जंति- किं भवणवासिदेवेहिंतो उववज्जंति, वेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! भवणवासिदेवेहिंतो वि उववज्जंति जाव वेमाणियदेवेहिंतो वि उववज्जंति । जइ णं भंते ! भवणवासिदेवेहिंतो उववज्जंति- किं असुरकुमारेहिंतो उववज्जंति जाव थणियकुमारेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! असुरकुमारेहिंतो वि उववज्जंति जाव थणियकुमारेहिंतो वि उववज्जंति । ८ असुरकुमारे णं भंते ! जे भविए मणुस्सेसु उववज्जित्तए, से णं भंते! केवइयकाल- ठिईएसु उववज्जेज्जा ? 535 Page #546 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त गोयमा ! जहण्णेणं मासपुहुत्तट्ठिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडीआरएसु उववज्जेज्जा । एवं जच्चेव पंचिंदियतिरिक्खजोणियउद्देसए वत्तव्वया सच्चेव एत्थ वि भाणियव्वा । णवरं- जहा तहिं जहण्णगं अंतोमुहुत्तट्ठिईएस तहा इहं मासपुहुत्तट्ठिईएसु । परिमाणं जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा उवज्जंति । सेसं तं चेव । एवं जाव ईसाणदेवो त्ति । एयाणि चेव णाणत्ताणि । |१३ सणंकुमारादीया जाव सहस्सारो त्ति जहेव पंचिंदियतिरिक्खजोणियउद्देसए, णवरं- परिमाणं जहणणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं संखेज्जा उववज्जंति । उववाओ जहण्णेणं वासपुहुत्तट्ठिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडीआउएसु, उववज्जेज्जा । सेसं तं चेव । संवेहं वासपुहुत्तं पुव्वकोडीसु करेज्जा । सणकुमारे ठिई चउगुणिया अट्ठावीसं सागरोवमा भवंति, माहिंदे ताणि चेव साइरेगाणि, बंभलोए चत्तालीसं, लंतए छप्पण्णं, महासुक्के अट्ठसट्ठि, सहस्सारे बावत्तरिं सागरोवमाइं । एसा उक्कोसा ठिई भणिया । जहण्णट्ठिइं पि चउ गुणेज्जा । आणयदेवे णं भंते ! जे भविए मणुस्सेसु उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइयकाल ठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं वासपुहुत्तट्ठिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडी ठिईएसु उववज्जेज्जा | णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! जहेव सहस्सारदेवाणं वत्तव्वया । णवरं - ओगाहणा-ठिई-अणुबंधो य जाणेज्जा, सेसं तं चेव । भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाई, उक्कोसेणं छ भवग्गहणाई । कालादेसेणं जहण्णेणं अट्ठारस सागरोवमाइं वासपुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं सत्तावण्णं सागरोवमाइं तिहिं पुव्वकोडिहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । एवं णव वि गमा, णवरं-ठिझं, अणुबंधं, संवेहं च जाणेज्जा । पाणयदेवस्स ठिई तिगुणिया सट्ठि सागरोवमाइं, आरणगस्स तेवट्ठि सागरोवमाइं, अच्चुयदेवस्स छावट्ठि सागरोवमाई । ११ जइ णं भंते ! कप्पाईयवेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति- किं गेविजगकप्पाईयदेवेहिंतो उववज्जंति, अणुत्तरोववाइयकप्पाईयदेवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! गेविज्जगकप्पाईय- देवेहिंतो वि उववज्जंति, अणुत्तरोववाइयकप्पाईय-देवेहिंतो वि उववज्जंति । जइ णं भंते ! गेविज्जगदेवेहिंतो उववज्जंति- किं हेट्ठिम-हेट्ठिम- गेविज्जगकप्पा-ईयदेवेहिंतो उववज्जंति जाव उवरिम उवरिम - गेविज्जग- कप्पाईय-देवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! हेट्ठिमहेट्ठिम-गेविज्जग-कप्पाईय- देवेहिंतो वि उववज्जंति जाव उवरिम-उवरिम- गेविज्जग- कप्पाईयदेवेहिंतो वि उववज्जंति । गेविज्जगदेवे णं भंते ! जे भविए मणुस्सेसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकाल ठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं वासपुहुत्तठिईएसु, उक्कोसेणं पुव्वकोडीठिईएसु । अवसेसं हा आणयदेवस्स वत्तव्वया, णवरं-ओगाहणा एगे भवधारणिज्जे सरीरए, से जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं उक्कोसेणं दो रयणीओ। संठाणं एगे भवधारणिज्जे सरीरे से समचउरंससंठिए 536 Page #547 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ||१४| १५ १६ १७ १८ भगवई सुत्त पण्णत्ते । पंच समुग्धाया पण्णत्ता, तं जहा - वेयणासमुग्धाए जाव तेयग-समुग्धाए, णो चेव णं वेउव्वियतेयगसमुग्धाएहिं समोहणिंसु वा, समोहणंति वा, समोहणिस्संति वा । ठिई अणुबंधो जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं, उक्कोसेणं एक्कतीसं सागरोवमाइं, सेसं तं चेव । कालादेसेणं जहण्णेणं बावीसं सागरोवमाइं वासपुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं तेणउइं सागरोवमाइं तिहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । एवं सेसेसु वि अट्ठगमएसु, णवरं- ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । जइ णं भंते ! अणुत्तरोववाइय-कप्पाईय-वेमाणियदेवेहिंतो उववज्जंति-किं विजयअणुत्तरोववाइय, जाव सव्वट्ठसिद्ध- अणुत्तरोववाइय-देवेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! विजयअणुत्तरोववाइयदेवेहिंतो वि उववज्जंति जाव सव्वट्ठसिद्ध-अणुत्तरोववाइय-देवेहिंतो ि उववज्जंति । विजय-वेजयंत-जयंत-अपराजियदेवे णं भंते ! जे भविए मणुस्सेसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहेव गेविज्जगदेवाणं, णवरं ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइ- भागं, उक्कोसेणं एगा रयणी । सम्मदिट्ठी, णो मिच्छदिट्ठी, णो सम्मामिच्छदिट्ठी । णाणी, णो अण्णाणी, णियमं तिण्णाणी, तं जहा-आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी, ओहिणाणी । ठिई जहण्णेणं एक्कतीसं सागरोवमाइं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाई, सेसं तं चेव । भवादेसेणं जहण्णेणं दो भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं चत्तारि भवग्गहणाई । कालादेसेणं जहण्णेणं एक्कतीसं सागरोवमाइ वासपुहुत्तमब्भहियाइं उक्कोसेणं छावट्ठि सागरोवमाइं दोहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । एवं सेसा वि अट्ठ गमगा भाणियव्वा । णवरं- ठिइं अणुबंध संवेहं च जाणेज्जा, सेसं एवं चेव । सव्वट्ठसिद्धगदेवे णं भंते ! जे भविए मणुस्सेसु उववज्जित्तए, पुच्छा ? गोयमा ! सा चेव विजयादिदेववत्तव्वया भाणियव्वा । णवरं- ट्ठिई अजहण्णमणुक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं। एवं अणुबंधो वि। सेसं तं चेव । भवादेसेणं दो भवग्गहणाई, कालादेसेणं जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं वासपुहुत्तमब्भहियाइं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं पुव्वकोडीए अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव जहण्णकालट्ठिईएस उववण्णो एस चेव वत्तव्वया, णवरं- कालादेसेणं जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं वासपुहुत्तमब्भहियाई, उक्कोसेणं वि तेत्तीसं सागरोवमाइं वासपुहुत्तमब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा ॥ सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- कालादेसेणं जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं पुव्वकोडीए अब्भहियाई, उक्कोसेण वि तेत्तीसं सागरोवमाइं पुव्वकोडी अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । एए चेव तिण्णि गमगा, सेसा ण भति । सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ एगवीसइमो उद्देसो समत्तो ॥ चवीसइमं सतं 537 Page #548 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त बावीसइमो उद्देसो वाणमंतरा णं भंते! कओहिंतो उववज्जति ? किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा? गोयमा ! जहेव णागकुमारउद्देसए असण्णी तहेव णिरवसेसं । जइ णं भंते ! सण्णिपंचिंदिय, पुच्छा ? गोयमा ! दोण्णि वि उववज्जति । असंखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए वाणमंतरेस् उववज्जित्तए से णं भंते! केवइय काल ठिईएस् उववज्जेज्जा ? गोयमा! जहण्णेणं दसवाससहस्सठिईएसु, उक्कोसेणं पलिओवमठिईएसु । सेसं तं चेव जहा णागकुमारउद्देसए जाव कालादेसेणं जहण्णेणं साइरेगा पुव्वकोडी दसहिं वाससहस्सेहिं अब्भहिया, उक्कोसेणं चत्तारि पलिओवमाइं जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव जहण्णकालटिईएसु उववण्णो जहेव णागकुमाराणं बिइयगमे वत्तव्वया । ___ सो चेव उक्कोसेणकालट्ठिईएसु उववण्णो जहण्णेणं पलिओवमट्टिईएसु, उक्कोसेणं वि पलिओवमट्टिईएसु । एस चेव वत्तव्वया, णवरं- ठिई से जहण्णेणं पलिओवमं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाई । संवेहो जहण्णेणं दो पलिओवमाइं, उक्कोसेणं चत्तारि पलिओवमाइं, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । मज्झिमगमगा तिण्णि वि जहेव णागकुमारेसु । पच्छिमेसु तिसु गमएसु तं चेव जहा णागकुमारुद्देसए, णवरं-ठिई संवेहं च जाणेज्जा । संखेज्जवासाउय सण्णिपंचिंदिय तिरिक्खजोणिए वि तहेव, णवरं-ठिई अणुबंधो संवेहं च उभओ ठिईए जाणेज्जा। जइ णं भंते ! मणुस्सेहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! असंखेज्जावासाउयाणं जहेव णागकुमाराणं उद्देसे तहेव वत्तव्वया। णवरं-तइयगमए ठिई जहण्णेणं पलिओवमं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं। ओगाहणा जहण्णेणं गाउयं, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाइं, सेसं तहेव । संवेहो से जहा एत्थ चेव उद्देसए असंखेज्ज-वासाउय- सण्णिपंचिंदियाणं । संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्से जहेव णागकुमारुद्देसए, णवरं-वाणमंतरे ठिइं संवेहं च जाणेज्जा। || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || बावीसइमो उद्देसो समत्तो || चउवीसइमं सतं तेवीसइमो उद्देसो जोइसिया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जति ? किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा? गोयमा ! भेदो जाव सण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, णो असण्णि पंचिंदियतिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जति । जइ णं भंते ! सण्णि किं संखेज्ज, असंखेज्जवासाउय, पुच्छा ? गोयमा! संखेज्ज-वासाउय, असंखेज्जवासाउय दोहि वि उववज्जेज्जा | 538 Page #549 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त असंखेज्ज-वासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए जोइसिएसु उववज्जित्तए से णं भंते ! केवइकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठभागपलिओवमट्टिईएसु, उक्कोसेणं पलिओवमवाससहस्स-दिईएस उववज्जेज्जा, अवसेसं जहा असुरकुमारुद्देसए, णवरं- ठिई जहण्णेणं अट्ठभाग-पलिओवमं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं । एवं अणुबंधो वि । सेसं तहेव, णवरं-कालादेसेणं जहण्णेणं दो अट्ठभागपलिओवमाइं, उक्कोसेणं चत्तारि पलिओवमाइं वाससय-सहस्समब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा | सो चेव जहण्णकालढिईएसु उववण्णो, जहण्णेणं अट्ठभागपलिओवमट्टिईएसु, उक्कोसेण वि अट्ठभागपलिओवमट्टिईएसु । एस चेव वत्तव्वया, णवरं- कालादेसेणं जाणेज्जा। सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएसु उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं-ठिई जहण्णेणं पलिओवमं वाससयसहस्समब्भहियं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं । एवं अणुबंधो वि । कालादेसेणं जहण्णेणं दो पलिओवमाइं दोहिं वाससयसहस्सेहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं चत्तारि पलिओवमाई वाससयसहस्समब्भहियाई । सो चेव अप्पणा जहण्णकालढिईओ जाओ, जहण्णेणं अट्ठभागपलिओवम-ट्ठिईएसु, उक्कोसेण वि अट्ठभागपलिओवमट्टिईएस उववज्जेज्जा | ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा! एस चेव वत्तव्वया, णवरं- ओगाहणा जहण्णेणं धणुपुहत्तं, उक्कोसेणं साइरेगाई अट्ठारसधणुसयाइं। ठिई जहण्णेणं अट्ठभागपलिओवम, उक्कोसेण वि अट्ठभाग-पलिओवमं | एवं अणुबंधोवि, सेसं तहेव। कालादेसेणं जहण्णेणं दो अट्ठभागपलि-ओवमाइं, उक्कोसेण वि दो अट्ठभागपलिओवमाइं, जाव एवइयं कालं गइरागइं करेज्जा । जहण्णकालदिईयस्स एस चेव एक्को गमो। सो चेव अप्पणा उक्कोसकालढिईओ जाओ, सा चेव ओहिया वत्तव्वया, णवरं- ठिई जहण्णेणं तिण्णि पलिओवमाइं, उक्कोसेण वि तिण्णि पलिओवमाइं । एवं अणुबंधो वि, सेसं तं चेव । एवं पच्छिमा तिण्णि गमगा णेयव्वा, णवरं-ठिइं संवेहं च जाणेज्जा। एए सत्त गमगा । जइ संखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदिय तिरिक्खजोणिएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा! संखेज्जवासाउयाणं जहेव असूक्मारेस् उववज्जमाणाणं तहेव णव वि गमा जोइसिय ठिइं संवेहं च जाणेज्जा, सेसं तहेव णिरवसेसं भाणियव्वं । १० जइ णं भंते ! मणुस्सेहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! भेदो तहेव । जाव असंखेज्ज-वासाउय-सण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए जोइसिएसु उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइकालठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहा असंखेज्जवासाउय-सण्णिपंचिंदियस्स जोइसिएसु चेव उववज्ज- माणस्स सत्त गमगा तहेव मणुस्साण वि, णवरं- ओगाहणाविसेसो। पढमेसु तिसु गमएसु ओगाहणा जहण्णेणं साइरेगाइं णव धणुसयाई, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाइं । मज्झिमगमए जहण्णेणं 539 Page #550 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त साइरेगाइं णव धणुसयाइं, उक्कोसेणं वि साइरेगाइं णव धणुसयाइं। पच्छिमेसु तिसु गमएसु जहण्णेणं तिण्णि गाउयाइं, उक्कोसेण वि तिण्णि गाउयाइं । सेसं तहेव णिरवसेसं जाव संवेहो त्ति । जइ णं भंते ! संखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्सेहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! संखेज्जवासाउयाणं जहेव असुरकुमारेसु उववज्जमाणाणं तहेव णव गमगा भाणियव्वा, णवरंजोइसियठिई संवेहं च जाणेज्जा, सेसं तं चेव णिरवसेसं | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ तेवीसइमो उद्देसो समत्तो || चउवीसइमं सतं चउवीसइमो उद्देसो १ ३ सोहम्मगदेवा णं भंते! कओहिंतो उववज्जति- किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा? गोयमा ! भेदो जहा जोइसियउद्देसए । असंखेज्ज-वासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए सोहम्मग- देवेस् उववज्जित्तए, से णं भंते ! केवइयकाल ठिईएस उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमट्टिईएसु, उक्कोसेणं तिपलिओवमट्ठिईएसु उववज्जेज्जा | ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा ! अवसेसं जहा जोइसिएसु उववज्जमाणस्स, णवरं- सम्मदिट्ठी वि, मिच्छादिट्ठी वि, णो सम्मामिच्छादिट्ठी। णाणी वि, अण्णाणी वि, दो णाणा दो अण्णाणा णियमा । ठिई जहण्णेणं पलिओवमं, उक्कोसेणं तिण्णि पलिओवमाइं । एवं अणुबंधो वि । सेसं तहेव । कालादेसेणं जहण्णेणं दो पलिओवमाइं, उक्कोसेणं छप्पलिओवमाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा | सो चेव जहण्णकालदिईएसु उववण्णो, एस चेव वत्तव्वया, णवरं-कालादेसेणं जहण्णेणं दो पलिओवमाइं, उक्कोसेणं चत्तारि पलिओवमाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव उक्कोसकालट्ठिईएस् उववण्णो, जहण्णेणं तिपलिओवमठिईएस्, उक्कोसेण वि तिपलिओवमठिईएस, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- ठिई जहण्णेणं तिण्णि पलिओवमाइं, उक्कोसेण वि तिण्णि पलिओवमाइं । सेसं तहेव । कालादेसेणं जहण्णेणं छप्पलिओवमाइं, उक्कोसेण वि छप्पलिओवमाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, जहण्णेणं पलिओवमट्टिईएसु, उक्कोसेण वि पलिओवमट्टिईएस, एस चेव वत्तव्वया, णवरं-ओगाहणा जहण्णेणं धणुपुहत्तं, उक्कोसेणं दो गाउयाइं । ठिई जहण्णेणं पलिओवमं, उक्कोसेण वि पलिओवमं। सेसं तहेव । कालादेसेणं जहण्णेणं दो पलिओवमाइं, उक्कोसेण वि दो पलिओवमाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्ठिईओ जाओ, आदिल्लगमगसरिसा तिण्णि गमगा णेयव्वा, णवरं- ठिई कालादेसं च जाणेज्जा | 540 Page #551 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८ ९ १० ११ १२ १३ १४ १५ १७ भगवई सुत्त जइ णं भंते ! संखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदिय, पुच्छा ? गोयमा ! संखेज्जवासाउयस्स जहेव असुरकुमारेसु उववज्जमाणस्स तहेव णव वि गमगा णवरं ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । जाहे य अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ भवइ ताहे तिसु वि गमएस सम्मदिट्ठि वि, मिच्छादिट्ठी वि णो सम्मामिच्छादिट्ठी । दो णाणा दो अण्णाणा णियमं । सेसं तं चेव । जइ णं भंते ! मणुस्सेहिंतो उववज्जंति, पुच्छा? गोयमा ! भेदो जहेव जोइसिएस उववज्जामाणस्स । जाव असंखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए सोहम्मे कप्पे देवत्ताए उववज्जित्तए, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहेव असंखेज्जवासाउयस्स सण्णिपंचिंदियतिरिक्ख जोणियस्स सोहम्मे कप्पे उववज्जमाणस्स तहेव सत्त गमगा, णवरं - ओगाहणा आदिल्लएसु दोसु गमएसु जहण्णेणं गाउयं, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाइं । तइयगमे जहण्णेणं तिण्णि गाउयाई, उक्कोसेण वि तिण्णि गाउयाइं। चउत्थगमए जहण्णेणं गाउयं, उक्कोसेण वि गाउयं । पच्छिमएसु तिसु गमएस जहण्णेणं तिण्णि गाउयाइं, उक्कोसेण वि तिण्णि गाउयाइं । सेसं तहेव णिरवसेसं । जइ णं भंते! संखेज्ज वासाउय सण्णिमणुस्सेहिंतो, पुच्छा ? गोयमा ! एवं संखेज्ज- वासाउय सण्णि मणुस्साणं जहेव असुरकुमारेसु उववज्जमाणाणं तहेव नव गमगा भाणियव्वा, णवरंसोहम्मदेवठि संवेहं च जाणेज्जा | सेसं तं चेव । ईसाणदेवा णं भंते! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! ईसाणदेवाणं एस चेव सोहम्मगदेवसरिसा वत्तव्वया, णवरं-असंखेज्ज वासाउय-सण्णिपंचिंदिय-तिरिक्खजोणियस्स जेसु ठाणेसु सोहम्मे उववज्जमाणस्स पलिओवमठिई तेसु ठाणेसु इह साइरेगं पलिओवमं कायव्वं। चउत्थगमे ओगाहणा जहण्णेणं धणुपुहुत्तं, उक्कोसेणं साइरेगाइं दो गाउयाइं, सेसं तव । असंखेज्जवासाउयसण्णिमणुस्स वि तहेव ठिई जहा पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स असंखेज्जवासाउयस्स । ओगाहणा वि जेसु ठाणेसु गाउयं तेसु ठाणेसु इहं साइरेगं गाउयं सेसं तव । संखेज्जवासाउयाणं तिरिक्खजोणियाणं मणुस्साण य जहेव सोहम्मेसु उववज्जमाणाणं तहेव णिरवसेसं णव वि गमगा । णवरं ईसाणठिझं संवेहं च जाणेज्जा । सणंकुमारदेवा णं भंते! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! उववाओ जहा सक्कर- प्पभापुढविणेरड्याणं । जाव पज्जत्तसंखेज्जवासाउयसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते ! जे भविए सणकुमार-देवेसु उववज्जित्तए, पुच्छा ? गोयमा ! अवसेसा परिमाणादीया भवादेसपज्जवसाणा सच्चेव वत्तव्वया भाणियव्वा जहा सोहम्मे उववज्जमाणस्स, णवरं- सणकुमारट्ठिइं संवेहं च जाणेज्जा। जाहे य अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ भवइ ताहे तिसु वि गमएसु पंच लेस्साओ आदिल्लाओ कायव्वाओ, सेसं तं चेव । जइ णं भंते ! मणुस्सेहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! मणुस्साणं जहेव सक्करप्पभाए उववज्जमाणाणं तहेव णव वि गमा भाणियव्वा, णवरं- सणकुमारट्ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । 541 Page #552 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १८ १९ २० २२ २४ भगवई सुत्त माहिंदगदेवा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! जहा सणंकुमारगदेवाणं वत्तव्वया तहा माहिंदगदेवाण वि भाणियव्वा, णवरंमाहिंदगदेवाणं ठिई साइरेगा भाणियव्वा सच्चेव । एवं बंभलोगदेवाण वि वत्तव्वया, णवरंबंभलोगट्ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । एवं जाव सहस्सारो, णवरं-ठिनं संवेहं च जाणेज्जा । लंतगादीणं जहण्णकालट्ठिईयस्स तिरिक्खजोणियस्स तिसु वि गमएसु छप्पि लेस्साओ कायव्वाओ । संघयणाइं बंभलोग - लंतएसु पंच आदिल्लगाणि, महासुक्क- सहस्सारेसु चत्तारि, तिरिक्खजोणियाण वि मणुस्साण वि । सेसं तं चेव । आणयदेवा णं भंते! कओहिंतो उववज्जंति, पुच्छा? गोयमा! उववाओ जहा सहस्सारदेवाणं, णवरं- तिरिक्खजोणिया खोडेयव्वा जाव पज्जत्त-संखेज्जवासाउय-सण्णिमणुस्से णं भंते ! जे भविए आणयदेवेसु उववज्जित्तए पुच्छा? गोयमा ! मणुस्साण य वत्तव्वया जहेव सहस्सारेसु उववज्जमाणाणं, णवरं-तिण्णि संघयणाणि, सेसं तहेव जाव अणुबंधो। भवादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि भवग्गहणाइं, उक्कोसेणं सत्त भवग्गहणाइं। कालादेसेणं जहण्णेणं अट्ठारस सागरोवमाइं दोहिं वासपुहुत्तेहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं सत्तावण्णं सागरोवमाइं चउहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । एवं सेसा वि अट्ठ गमगा भाणियव्वा णवरं-ठिझं संवेहं च जाणेज्जा, सेसं तं चेव । एवं जाव अच्चुयदेवा, णवरं ठिइं संवेहं च जाणेज्जा । चउसु वि संघयणा तिण्णि आणयादीसु । गेविज्जगदेवा णं भंते! कओहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! एस चेव वत्तव्वया, णवरं- दो संघयणा । ठिझं संवेहं च जाणेज्जा । विजय-वेजयंत-जयंत-अपराजियदेवा णं भंते! कओहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! एस चेव वत्तव्वया णिरवसेसा जाव अणुबंधो त्ति, णवरं- पढमं संघयणं। सेसं तहेव। भवादेसेणं जहण्णेणं तिण्णि भवग्गहणाई, उक्कोसेणं पंच भवग्गहणाई । कालादेसेणं जहण्णेणं एक्कतीसं सागरोवमाई दोहिं वासपुहुत्तेहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं छावट्ठि सागरोवमाइं तिहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । एवं सेसा वि अट्ठ गमगा भाणियव्वा, णवरं-ठिनं संवेहं च जाणेज्जा। मणुसे लद्धी णवसु वि सु वेज्जेसु उववज्जमाणस्स, णवरं पढमं संघयणं । सव्वट्ठसिद्धगदेवा णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! उववाओ जहेव विजयादीणं । जाव से णं भंते ! केवड्यकालट्ठिईएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमट्ठिईएसु, उक्कोसेण वि तेत्तीसं सागरोवमट्ठिईएस उववज्जंति, अवसेसा जहा विजयाईसु उववज्जंताणं, णवरं-भवादेसेणं तिण्णि भवग्गहणाइं, कालादेसेणं जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं दोहिं वासपुहुत्तेहिं अब्भहियाई, उक्कोसेणं वि तेत्तीसं सागरोवमाइं दोहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाई, जाव एवइयं कालं गइरागई करेज्जा । 542 Page #553 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २६ ४ भगवई सुत्त सो चेव अप्पणा जहण्णकालट्ठिईओ जाओ, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- ओगाहणा- ठिईओ रयणिपुहत्त-वासपुहुत्ताणि । सेसं तहेव । संवेहं च जाणेज्जा । सो चेव अप्पणा उक्कोसकालट्ठिईओ जाओ, एस चेव वत्तव्वया, णवरं- ओगाहणा जहणणं पंच धणुसयाइं, उक्कोसेणं वि पंचधणुसयाई । ठिई जहण्णेणं पुव्वकोडी, उक्कोसेण वि पुव्वकोडी, सेसं तहेव जाव भवादेसो त्ति । कालादेसेणं जहण्णेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं दोहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, उक्कोसेण वि तेत्तीसं सागरोवमाइं दोहिं पुव्वकोडीहिं अब्भहियाइं, एवइयं कालं सेवेज्जा, एवइयं कालं गइरागई करेज्जा I एए तिण्णि सव्वट्ठसिद्धगदेवाणं। ॥ सेवं गमगा भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ चउवीसइमो उद्देसो समत्तो ॥ पंचवीसइमं सतं पढमो उद्देसो लेस्सा य दव्व संठाण, जुम्म पज्जव नियंठ समणा य । ओहे भवियाभविए, सम्मा मिच्छे य उद्देसा ॥१॥ तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे जाव एवं वयासी कइ णं भंते! लेस्साओ पण्णत्ताओ? गोयमा! छल्लेसाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- कण्हलेस्सा जहा पढमसए बिइए उद्देसए तहेव लेस्साविभागो। अप्पाबहुगं च जाव चउव्विहाणं देवाणं चउव्विहाणं देवीणं मीसगं अप्पाबहु ति। कइविहा णं भंते ! संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता ? गोयमा ! चोद्दसविहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता, तं जहा - सुहुमअपज्जत्तगा, सुहुमपज्जत्तगा, बायरअपज्जत्तगा, बायरपज्जत्तगा, बेइंदिया अपज्जत्तगा, बेइंदिया पज्जत्तगा, एवं तेइंदिया, एवं चउरिंदिया, असण्णिपंचिंदिया अपज्जत्तगा, असण्णिपंचिंदिया पज्जत्तगा, सण्णिपंचिंदिया अपज्जत्तगा, सण्णिपंचिंदिया पज्जत्तगा । एएसि णं भंते ! चोद्दसविहाणं संसारसमावण्णगाणं जीवाणं जहण्णुक्कोसगस्स जोगस्स कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवे सुहुमस्स एगिंदियस्स अपज्जत्तगस्स जहण्णए जोए ।१। बायरस्स एगिंदियस्स अपज्जत्तगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे |२| बेइंदियस्स अपज्जत्तगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे | ३| एवं तेइंदियस्स |४| एवं चउरिंदियस्स |५| असण्णिस्स पंचिंदियस्स अपज्जत्तगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे । ६ । सण्णिस्स पंचिंदियस्स अपज्जत्तगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ॥७। सुहुमस्स पज्जत्तगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ।८। बायरस्स एगिंदियस्स पज्जत्तगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे |९| सुहुमस्स अपज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे | १० | बायरस्स एगिंदियस्स 543 Page #554 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अपज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ।११। सुहमस्स पज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ।१२। बायरस्स एगिदियस्स पज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ।१३। बेइंदियस्स पज्जत्तगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ।१४। एवं तेइंदियस्स वि |१५| एवं जाव सण्णिपंचिंदियस्स पज्जत्तगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगणे ।१६,१७,१८|| बेइंदियस्स अपज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ।१९। एवं तेइंदियस्स वि ।२०। एवं चरिंदियस्स वि ।२१। एवं जाव सण्णिपंचिंदियस्स अपज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ।२२,२३॥ बेइंदियस्स पज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ।२४। तेइंदियस्स वि पज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ।२५। चरिंदियस्स पज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगणे ।२६। असण्णिपंचिंदियस्स पज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ।२७। सण्णिपंचिंदियस्स पज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे |२८| दो भंते ! णेरड्या पढमसमयोववण्णगा किं समजोगी, विसमजोगी ? गोयमा ! सिय समजोगी, सिय विसमजोगी । से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ-सिय समजोगी, सिय विसमजोगी? गोयमा! आहारयाओ वा से अणाहारए, अणाहारयाओ वा से आहारए सिय हीणे, सिय तुल्ले, सिय अब्भहिए | जइ हीणेअसंखेज्जइभागहीणे वा संखेज्जइभागहीणे वा संखेज्जगणहीणे वा | असंखेज्जगणहीणे वा । अह अब्भहिए असंखेज्जइभागमब्भहिए वा संखेज्जइभागमब्भहिए वा संखेज्जगुणमब्भहिए वा असंखेज्जगुणमब्भहिए वा से तेणद्वेणं जाव सिय विसमजोगी। एवं जाव वेमाणियाणं । कइविहे णं भंते! जोए पण्णत्ते? गोयमा! पण्णरसविहे जोए पण्णत्ते, तं जहा- सच्च-मणजोए, मोसमणजोए, सच्चामोस-मणजोए, असच्चामोस-मणजोए, सच्चवइजोए, मोस-वइजोए, सच्चामोसवइजोए, असच्चामोसवइजोए, ओरालियसरीरकायजोए, ओरालिय-मीसासरीरकायजोए, वेउव्वियसरीरकायजोए, वेउव्वियमीसा-सरीरकायजोए, आहारगसरीरकायजोए, आहारगमीसासरीरकायजोए, कम्मासरीरकायजोए। एयस्स णं भंते ! पण्णरसविहस्स जहण्णुक्कोसगस्स जोगस्स कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवे कम्मगसरीरगस्स जहण्णए जोए ॥१॥ ओरालियमीसगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ॥२॥ वेउव्वियमीसगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ॥३॥ ओरालियसरीरगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ॥४॥ वेउव्वियसरीरगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ॥५॥ कम्मगसरीरस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ॥६॥ आहारगमीसस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ॥७॥ तस्स चेव उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ॥८॥ ओरालियमीसगस्स, वेउव्वियमीसगस्स य- एएसि णं उक्कोसए जोए दोण्ह वि तुल्ले असंखेज्जगुणे ॥९,१०॥ असच्चामोसमणजोगस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ॥११॥ आहारगसरीरस्स जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ॥१२॥ तिविहस्स मणजोगस्स, चउव्विहस्स वयजोगस्स- एएसि णं सत्तण्ह वि तुल्ले जहण्णए जोए असंखेज्जगुणे ॥१३-१९॥ आहारगसरीरस्स उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ॥२०॥ ओरालियसरीरस्स, वेउव्वियसरीरस्स चउव्विहस्स य मणजोगस्स, चउव्विहस्स य 544 Page #555 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त वइजोगस्स-एएसि णं दसण्ह वि तुल्ले उक्कोसए जोए असंखेज्जगुणे ॥२१-३०॥ ॥ सेवं भंते! सेवं भंते! ॥ || पढमो उद्देसो समत्तो || पंचवीसइमं सतं बीओ उद्देसो | कइविहा णं भंते! दव्वा पण्णत्ता? गोयमा! दुविहा दव्वा पण्णत्ता, तं जहा- जीवदव्वा य अजीवदव्वा य । अजीवदव्वा णं भंते! कइविहा पण्णत्ता? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- रूविअजीवदव्वा य अरूविअजीवदव्वा य | एवं एएणं अभिलावेणं जहा अजीवपज्जवा जाव से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- ते णं णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अणंता | जीवदव्वा णं भंते ! किं संखेज्जा, असंखेज्जा, अणंता ? गोयमा ! णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अणंता | से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ- जीवदव्वा णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अणंता ? गोयमा! असंखेज्जा णेरड्या जाव असंखेज्जा वाउक्काइया, अणंता वणस्सइकाइया, असंखेज्जा बेइंदिया, एवं जाव वेमाणिया, अणंता सिद्धा, से तेणटेणं गोयमा ! जाव अणंता | जीवदव्वा णं भंते ! अजीवदव्वा परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति, अजीवदव्वाणं जीवदव्वा परिभोगत्ताए हव्वामागच्छंति ? गोयमा ! जीवदव्वाणं अजीवदव्वा परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति, णो अजीवदव्वाणं जीवदव्वा परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-जाव हव्वमागच्छंति ? गोयमा ! जीवदव्वा णं अजीवदव्वे परियादियंति, परियादिइत्ता ओरालियं, वेउव्वियं, आहारगं, तेयगं, कम्मगं, सोइंदियं जाव फासिंदियं, मणजोगं वइजोगं, कायजोगं, आणापाणुत्तं च णिव्वत्तयंति, से तेणटेणं जाव हव्वमागच्छंति । णेरइयाणं भंते ! अजीवदव्वा परिभोगत्ताए हव्वमागच्छति, अजीव दव्वाणं णेरइया परिभोगत्ताए हव्वमागच्छति? गोयमा ! णेरइयाणं अजीवदव्वा परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति, णो अजीवदव्वाणं णेरड्या परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! णेरड्या अजीवदव्वे परियादियंति, परियादिइत्ता वेउव्विय-तेयग-कम्मगं, सोइंदियं जाव फासिंदियं मणजोगं, वइजोगं, कायजोगं, आणापाणुत्तं च णिव्वत्तयंति, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ-णेरइयाणं अजीवदव्वा परिभोगत्ताए हव्वमागच्छंति, णो अजीव-दव्वाणं णेरइया परिभोगत्ताए हव्वमागच्छति । एवं जाव वेमाणिया, णवरं-सरीरइंदियजोगा भाणियव्वा जस्स जे अत्थि । | | से णणं भंते ! असंखेज्जे लोए अणंताई दव्वाइं आगासे भइयव्वाइं? हंता गोयमा! असंखेज्जे लोए अणंताई दव्वाइं आगासे भइयव्वाइं । 545 Page #556 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८ ९ १० ११ १२ १३ १४ १५ १६ भगवई सुत्त लोगस्स णं भंते ! एगम्मि आगासपएसे कइ दिसिं पोग्गला चिज्जंति ? गोयमा ! णिव्वाघाएणं छद्दिसिं, वाघायं पडुच्च सिय तिदिसिं, सिय चउदिसिं, सिय पंचदिसिं । लोगस्स णं भंते ! एगम्मि आगासपएसे कइदिसिं पोग्गला छिज्जंति ? गोयमा ! एवं चेव, एवं उवचिज्जंति, एवं अवचिज्जंति ? जीवे णं भंते ! जाई दव्वाइं ओरालियसरीरत्ताए गेण्हइ ताइं किं ठियाई गेण्हइ, अठियाई गेण्हइ ? गोयमा ! ठियाइं पि गेण्हइ, अठियाई पि गेहइ | ताइं भंते! किं दव्वओ गेण्हइ, खेत्तओ गेण्हइ, कालओ गेण्हइ, भावओ गेण्हइ ? गोयमा ! दव्वाओ वि गेण्हइ, खेत्ताओ वि गेण्हइ, कालओ वि गेण्हइ, भावओ वि गेण्हइ । ताइ दव्वओ अणंतपएसियाइं दव्वाइं, खेत्तओ असंखेज्जपएसोगाढाई एवं जहा पण्णवणाए पढमे आहारुद्देस जाव णिव्वाघाएणं छद्दिसिं, वाघायं पडुच्च सिय तिदिसिं, सिय चउदिसिं, सिय पंचदिसिं । जीवे णं भंते ! जाई दव्वाइं वेउव्वियसरीरत्ताए गेण्हइ ताई किं ठियाई गेण्हइ, अठियाई गेहइ? गोयमा ! एवं चेव, णवरं नियमं छद्दिसिं, एवं आहारग सरीरत्ताए वि । जीवे णं भंते ! जाई दव्वाइं तेयगसरीरत्ताए गेहइ, पुच्छा ? गोयमा ! ठियाइं गेण्हइ, णो अठियाइं गेण्हइ, सेसं जहा ओरालियसरीरस्स । कम्मगसरीरे एवं चेव । एवं जाव भावओ वि गिण्हइ । जीवे णं भंते ! जाई दव्वाइं दव्वओ गेहइ ताइं किं एगपएसियाई गेण्हइ, दुपएसियाइं गेण्हइ ? गोयमा ! जहा भासापए जाव आणुपुव्विं गेण्हइ, णो अणाणुपुव्विं गेण्हइ । ताइं भंते ! कइदिसिं गेण्हइ ? गोयमा ! एवं जाव णिव्वाघाएणं जहा ओरालियस्स । जीवे णं भंते ! जाई दव्वाइं सोइंदियत्ताए गेण्हइ, पुच्छा ? गोयमा ! जहा वेउव्वियसरीरं । एवं जाव जिब्भिंदियत्ताए । फासिंदियत्ताए जहा ओरालियसरीरं । मणजोगत्ताए जहा कम्मगसरीरं, णवरं- णियमं छद्दिसिं, एवं वइजोगत्ताए वि । कायजोगत्ताए जहा ओरालियसरीरस्स । जीवे णं भंते ! जाई दव्वाइं आणापाणुत्ताए गेण्हइ, पुच्छा ? गोयमा ! जहेव ओरालियसरीरत्ताए जाव सिय पंचदिसिं । केइ चउवीसदंडएणं एयाणि पयाणि भण्णंति-जस्स जं अत्थि । ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ बीओ उद्देसो समत्तो ॥ पंचवीसइमं सतं तइओ उद्देस कइ णं भंते ! संठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! छ संठाणा पण्णत्ता, तं जहा- परिमंडले, वट्टे, तंसे, चउरंसे, आयते, अणित्थंथे । 546 Page #557 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३ ४ 19 ८ १० ११ भगवई सुत्त परिमंडला णं भंते ! संठाणा दव्वट्टयाए किं संखेज्जा, असंखेज्जा, अणंता ? गोयमा ! णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अनंता । वट्टा णं भंते ! संठाणा दवट्टयाए किं संखेज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव अणित्थंथा । एवं पएसइयाए वि । एवं दव्वट्ठपएसट्टयाए वि । एएसि णं भंते! परिमंडल - वट्ट तंस - चउरंस- आयत-अणित्थंथाणं संठाणाणं दव्वट्टयाए पएसट्टयाए दव्वट्ठपएसट्ठयाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा परिमंडलसंठाणा दव्वट्टयाए, वट्टा संठाणा दव्वट्ठया संखेज्जगुणा, चउरंसा संठाणा दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, तंसा संठाणा दव्वट्टयाए संखेज्जगुणा, आयतासंठाणा दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, अणित्थंथा संठाणा दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा । पएसट्ठयाए-सव्वत्थोवा परिमंडला संठाणा पएसट्टयाए, वट्टा संठाणा पएसट्ठयाए संखेज्जगुणा, एवं जहा दव्वट्ठयाए तहा पएसट्ठयाए वि जाव अणित्थंथा संठाणा पए- सट्टयाए असंखेज्जगुणा । दव्वट्ठ पएसट्ठयाए-सव्वत्थोवा परिमंडला संठाणा दव्वट्टयाए, एवं सो चेव दव्वट्टयाए गमओ भाणियव्वो जाव अणित्थंथा संठाणा दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणा, अणित्थंथेहिंतो संठाणेहिंतो दव्वट्टयाए परिमंडला संठाणा पएसइयाए असंखेज्जगुणा, वट्टासंठाणा पए - सट्ठया संखेज्जगुणा, एवं सो चेव परसट्टयाए गमओ भाणियव्वो जाव अणित्थंथा संठाणा पएस ट्ठयाए असंखेज्जगुणा । कइ णं भंते ! संठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच संठाणा पण्णत्ता, तं जहा- परिमंडले जाव आयये। परिमंडला णं भंते ! संठाणा किं संखेज्जा, असंखेज्जा, अनंता ? गोयमा ! णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अनंता । वट्टा णं भंते ! संठाणा किं संखेज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव आया । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए परिमंडला संठाणा किं संखेज्जा, असंखेज्जा, अणंता ? गोयमा ! णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अनंता । वट्टा णं भंते! संठाणा किं संखेज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव आयया । सक्करप्पभाए णं भंते ! पुढवीए परिमंडला संठाणा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव आयया । एवं जाव अहेसत्तमाए । सोहम्मे णं भंते ! कप्पे परिमंडला संठाणा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव अच्चुए I गेवेज्जविमाणाणं णं भंते ! परिमंडलसंठाणा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं अणुत्तरविमाणेसु वि । एवं ईसिप भारा वि । 547 Page #558 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १३ १४ १५ १६ १७ १८ १९ भगवई सुत्त जत्थ णं भंते ! एगे परिमंडले संठाणे जवमज्झे तत्थ परिमंडला संठाणा किं संखेज्जा, असंखेज्जा, अनंता ? गोयमा ! णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अनंता । वट्टा णं भंते! संठाणा किं संखेज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव जाव आयया । जत्थ णं भंते! एगे वट्टे संठाणे जवमज्झे तत्थ परिमंडला संठाणा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव। वट्टा संठाणा एवं चेव । एवं जाव आयया । एवं एक्केक्केणं संठाणेणं पंच वि चारेयव्वा जाव आयतेणं । जत्थ णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए एगे परिमंडले संठाणे जवमज्झे तत्थ णं परिमंडला संठाणा, किं संखेज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अणंता। वट्टा णं भंते ! संठाणा किं संखेज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव जाव आयया । जत्थ णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए एगे वट्टे संठाणे जवमज्झे तत्थ णं परिमंडला संठाणा किं संखेज्जा, पुच्छा ? गोयमा! णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अनंता । वट्टा संठाणा एवं चेव, एवं जाव आयया । एवं पुणरवि एक्केक्केणं संठाणेणं पंच वि चारेयव्वा जहेव हेट्ठिल्ला जाव आयएणं, एवं जाव अहेसत्तमाए, एवं कप्पेसु वि जाव ईसीपब्भाराए पुढवीए । वट्टे णं भंते! संठाणे कइपएसिए कइपएसोगाढे पण्णत्ते ? गोयमा ! वट्टे संठाणे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- घणवट्टे य, पयरवट्टे य । तत्थ णं जे से पयरवट्टे से दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- ओयपएसिए य, जुम्मपएसिए य । तत्थ णं जे से ओयपएसिए से जहण्णेणं पंचपएसिए पंचपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए, असंखेज्जपएसोगाढे । तत्थ णं जे से जुम्मपएसिए से जहण्णेणं बारसपएसिए बारसपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणतपएसए असंखेज्जप सोगाढे | तत्थ णं जे से घणवट्टे से दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- ओयपएसिए य, जुम्मपएसिए य। तत्थ णं जे से ओयपएसिए से जहण्णेणं सत्तपएसिए सत्तपएसोगाढे उक्कोसेणं अनंत-पएसिए असंखेज्जपएसोगाढे । तत्थ णं जे से जुम्मपएसिए से जहण्णेणं बत्तीसपएसिए बत्तीसपरसोगाढे उक्कोसेणं अणतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे । तसे णं भंते! संठाणे कइपएसिए कइपएसोगाढे पण्णत्ते ? गोयमा ! तसे णं संठाणे दुविहे पण्णत्ते । तं जहा- घणतंसे य पयरतंसे य । तत्थ णं जे से पयरतंसे से दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- ओयपएसिए य, जुम्मपएसिए य । तत्थ णं जे से ओय एसिए से जहण्णेणं तिपएसिए तिपएसोगाढे, उक्कोसेणं तपसि असंखेज्जपएसोगाढे । तत्थ णं जे से जुम्मपएसिए से जहण्णेणं छप्पएसिए छप्पए-सोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे । तत्थ णं जे से घणतंसे से दुविहे पण्णत्ते, तं जहा - ओयपएसिए य, जुम्मपएसिए य । तत्थ णं जे से ओयपएसिए से जहण्णेणं पणतीसपएसिए पणतीसपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे । तत्थ णं जे से जुम्मपएसिए से जहणेणं चउप्पएसिएचउप्पएसोगाढे पण्णत्ते, उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे । 548 Page #559 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त चउरंसे णं भंते ! संठाणे कइपएसिए, कइपएसोगाढे पण्णत्ते ? गोयमा ! चउरंसे संठाणे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- घणचउरंसे य, पयरचउरंसे य। तत्थणं जे से पयरचउरंसे से दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- ओयपएसिए य जुम्मपएसिए य । तत्थ णं जे से ओयपएसिए से जहण्णेणं णवपएसिए णवपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंत-पएसिए असंखेज्जपएसोगाढे । तत्थ णं जे से जुम्मपएसिए से जहण्णेणं चउपएसिए चउ-पएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे | तत्थ णं जे से घणचउरंसे से दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- ओयपएसिए य जुम्मपएसिए य । तत्थ णं जे से ओयपएसिए से जहण्णेणं सत्तावीसइ पएसिए सत्तावीसइ पएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए अखंखेज्जपएसोगाढे । तत्थ णं जे से जम्मपएसिए से जहण्णेणं अट्ठपएसिए अट्ठपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे | २१ आयए णं भंते ! संठाणे कइपएसिए कइपएसोगाढे पण्णत्ते ? गोयमा! आयए णं संठाणे तिविहे पण्णत्ते, तं जहा- सेढीआयए, पयरायए, घणायए। तत्थ णं जे से सेढिआयए से दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- ओयपएसिए य जुम्मपएसिए य। तत्थ णं जे से ओयपएसिए से जहण्णेणं तिपएसिए तिपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे । तत्थ णं जे से जुम्मपएसिए से जहण्णेणं दुपएसिए दुपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंत- पएसिए असंखेज्जपएसोगाढे । तत्थ णं जे से पयरायए से दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- ओयपएसिए य जुम्मपएसिए य । तत्थ णं जे से ओयपएसिए से जहण्णेणं पण्णरसपएसिए पण्णरसपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे | तत्थ णं जे से जम्मपएसिए से जहण्णेणं छप्पएसिए छप्पएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे | तत्थ णं जे से घणायए से दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- ओयपएसिए य जुम्मपएसिए य । तत्थ णं जे से ओयपएसिए से जहण्णेणं पणयालीसपएसिए पणयालीसपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे | तत्थ णं जे से जम्मपएसिए से जहण्णेणं बारसपएसिए बारसपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे । परिमंडले णं भंते ! संठाणे कइपएसिए, कइपएसोगाढे पण्णत्ते ? गोयमा ! परिमंडले णं संठाणे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- घणपरिमंडले य पयरपरिमंडले य । तत्थ णं जे से पयरपरिमंडले से जहण्णेणं वीसइपएसिए वीसइपएसोगाढे, उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे | तत्थ णं जे से घणपरिमंडले से जहण्णेणं चत्तालीसइपएसिए चत्तालीसपएसोगाढे उक्कोसेणं अणंतपएसिए असंखेज्जपएसोगाढे । परिमंडले णं भंते! संठाणे दव्वट्ठयाए किं कडजम्मे, तेयोए, दावरजुम्मे, कलियोए ? गोयमा ! णो कडजुम्मे, णो तेयोए, णो दावरजुम्मे, कलियोए | वट्टे णं भंते! संठाणे दव्वट्ठयाए, पुच्छा? गोयमा ! एवं चेव जाव आयए | २३ २३ 549 Page #560 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २४ परिमंडला णं भंते ! संठाणा दव्वट्टयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा, सिय तेयोगा, सिय दावरजुम्मा, सिय कलियोगा, विहाणादेसेणं णो कडजुम्मा, णो तेयोगा, णो दावरजुम्मा, कलियोगा । एवं जाव आयया । २६ २७ M २९ ३० ३१ ३२ 33 ३४ ३५ ३६ परिमंडले णं भंते ! संठाणे परसट्टयाए किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्मे, सिय तेयोगे, सिय दावरजुम्मे, सिय कलियोए । एवं जाव आयए । परिमंडला णं भंते! संठाणा पएसट्टयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा जाव सिय कलियोगा, विहाणादेसेणं कडजुम्मा वि, तेयोगा वि, दावरजुम्मा वि, कलियोगा वि । एवं जाव आयया । परिमंडले णं भंते ! संठाणे किं कडजुम्मपएसोगाढे जाव कलियोगपएसोगाढे ? गोयमा ! कडजुम्मपएसोगाढे, णो तेयोगपएसोगाढे, णो दावरजुम्मपएसोगाढे, णो कलियोग-पएसोगाढे । वट्टे णं भंते ! संठाणे किं कडजुम्मेपएसोगाढे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्म-पएसोगाढे, सिय तेयोगपएसोगाढे, णो दावरजुम्मपएसोगाढे सिय कलियोगपएसोगाढे । तंसे णं भंते ! संठाणे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्मपएसोगाढे, सिय तेयोग- पएसोगाढे, सिय दावरजुम्मपएसोगाढे, णो कलियोगपएसोगाढे । चउरंसे णं भंते ! संठाणे, पुच्छा ? गोयमा ! जहा वट्टे तहा चउरंसे वि । आयए णं भंते ! संठाणे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्मपएसोगाढे जाव सिय कलियोगपएसोगाढे । परिमंडला णं भंते ! संठाणा किं कडजुम्मपएसोगाढा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं वि विहाणादेसेणं वि कडजुम्मपएसोगाढा, णो तेयोगपएसोगाढा, णो दावरजुम्मपएसो-गाढा, णो कलियोगपएसोगाढा । वट्टा णं भंते ! संठाणा किं कडजुम्मपएसोगाढा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा, णो तेयोगपएसोगाढा, णो दावरजुम्म परसोगाढा, णो कलियोगपएसोगाढा। विहाणादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा वि, तेयोगपएसोगाढा वि, णो दावरजुम्मपएसोगाढा, कलियोगपएसोगाढा वि । तंसा णं भंते ! संठाणा कि कडजुम्मपएसोगाढा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा, णो तेयोगपएसोगाढा, णो दावरजुम्मपएसोगाढा, णो कलियोगपएसोगाढा। विहाणादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा वि, तेयोगपएसोगाढा वि, दावरजुम्मपए-सोगाढा वि, णो कलियोगपएसोगाढा । चउरंसा जहा वट्टा । आयया णं भंते ! संठाणा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा, णो तेयोगपएसोगाढा, गोदावरजुम्मपएसोगाढा, णो कलियोगपएसोगाढा; विहाणादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा वि जाव कलियोगपएसोगाढा वि । परिमंडले णं भंते ! संठाणे किं कडजुम्मसमयठिईए, पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्मसमयठिईए जाव सिय कलियोगसमयठिईए । एवं जाव आयए । 550 Page #561 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३७ M ३९ ४० ४१ ४२ ४३ ४४ ४६ ४७ ४९ भगवई सुत्त परिमंडला णं भंते ! संठाणा किं कडजुम्मसमयठिईया, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मसमयठिईया जाव सिय कलियोगसमयठिईया । विहाणादेसेणं कडजुम्मसमय- ठिईया वि जाव कलियोगसमयठिईया वि । एवं जाव आयया । परिमंडले णं भंते ! संठाणे कालवण्णपज्जवेहिं किं कडजुम्मे जाव कलियोगे ? गोयमा ! सिय कडजुम्मे, एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ठिईए। एवं णीलवण्णपज्जवेहिं। एवं पंचहिं वण्णेहिं, दोहिं गंधेहिं, पंचहिं रसेहिं, अट्ठहिं फासेहिं जाव लुक्खफासपज्जवेहिं । सेढीओ णं भंते ! दव्वट्टयाए किं संखेज्जाओ, असंखेज्जाओ, अणंताओ ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ, णो असंखेज्जाओ, अणंताओ । पाईणपडीणाययाओ णं भंते! सेढीओ दव्वट्टयाए किं संखेज्जाओ, पुच्छा ? गोयमा! एवं चेव । एवं दाहिणुत्तराययाओ वि, एवं उड्ढमहाययाओवि । लोगागाससेढीओ णं भंते ! दव्वट्टयाए किं संखेज्जाओ, असंखेज्जाओ, अणंताओ ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ, असंखेज्जाओ, णो अणंताओ । पाईणपडीणाययाओ णं भंते ! लोगागाससेढीओ दव्वट्टयाए किं संखेज्जाओ, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं दाहिणुत्तराययाओ वि, एवं उड्ढमहाययाओ वि । अलोगागाससेढीओ णं भंते! दव्वट्टयाए किं संखेज्जाओ, असंखेज्जाओ, अणंताओ ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ, णो असंखेज्जाओ, अणंताओ । एवं पाईणपडीणाययाओ वि । एवं दाहिणुत्तराययाओ वि । एवं उड्ढमहाययाओ वि । सेढीओ णं भंते ! पएसट्टयाए किं संखेज्जाओ, पुच्छा ? गोयमा ! जहा दव्वट्ठयाए तहा पसट्टयाए वि जाव उड्ढमहाययाओ वि; सव्वाओ अणंताओ। लोगागासेढीओ णं भंते ! पएसट्टयाए किं संखेज्जाओ, पुच्छा । गोयमा ! सिय संखेज्जाओ, सिय असंखेज्जाओ, णो अणंताओ । एवं पाईणपडीणाययाओ वि । दाहिणुत्तराययाओ वि एवं चेव । उड्ढमहाययाओ णो संखेज्जाओ, असंखेज्जाओ, णो अणंताओ । अलोगागाससेढीओ णं भंते ! परसट्टयाए, पुच्छा ? गोयमा ! सिय संखेज्जाओ, सिय असंखेज्जाओ, सिय अनंताओ । पाईणपडीणाययाओ णं भंते ! अलोगागाससेढीओ पएसट्टयाए, पुच्छा ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ, णो असंखेज्जाओ, अणंताओ । एवं दाहिणुत्तराययाओ वि । उड्ढमहाययाओ णं भंते ! अलोगागाससेढीओ, पुच्छा ? गोयमा सिय संखेज्जाओ, सिय असंखेज्जाओ, सिय अनंताओ । सेढीओ णं भंते ! किं साइयाओ सपज्जवसियाओ, साइयाओ अपज्जवसियाओ, अणाइयाओ सपज्जवसियाओ, अणाइयाओ अपज्जवसियाओ ? गोयमा ! णो साइयाओ सपज्जवसियाओ, णो साइयाओ अपज्जवसियाओ, णो अणाइयाओ सपज्जवसियाओ, अणाइयाओ अपज्जवसियाओ । एवं जाव उड्ढमहाययाओ। 551 Page #562 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त लोगागाससेढीओ णं भंते! किं साइयाओ सपज्जवसियाओ, पुच्छा ? गोयमा ! साइयाओ सपज्जवसियाओ, णो साइयाओ अपज्जवसियाओ, णो अणाइयाओ सपज्जवसियाओ, णो अणाइयाओ अपज्जवसियाओ | एवं जाव उड़ढमहाययाओ । अलोगागाससेढीओ णं भंते ! किं साइयाओ सपज्जवसियाओ, पृच्छा ? गोयमा! सिय साइयाओ सपज्जवसियाओ, सिय साइयाओ अपज्जवसियाओ, सिय अणाइयाओ सपज्जवसियाओ, सिय अणाइयाओ अपज्जवसियाओ। पाईणपडीणाययाओ दाहिणुत्तराययाओ य एवं चेव, णवरं-णो साइयाओ सपज्जवसियाओ, सिय साइयाओ अपज्जवसियाओ, सेसं तं चेव । उड्ढमहाययाओ जहा ओहियाओ तहेव चउभंगो | सेढीओ णं भंते ! दव्वट्ठयाए किं कडजुम्माओ, पुच्छा ? गोयमा ! कडजुम्माओ, णो तेओगाओ, णो दावरजुम्माओ, णो कलिओगाओ । एवं जाव उड्ढमहाययाओ | लोगागाससेढीओ एवं चेव। एवं अलोगागाससेढीओ वि | सेढीओ णं भंते ! पएसट्टयाए किं कडजुम्माओ, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव उड्ढमहाययाओ । लोगागाससेढीओ णं भंते ! पएसट्ठयाए, पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्माओ, णो तेओयाओ, सिय दावरजुम्माओ, णो कालिओगाओ | एवं पाईणपडीणाययाओ वि, दाहिणुत्तराययाओ वि । उड्ढमहाययाओ णं भंते ! सेढीओ पएसट्टयाए, पुच्छा ? गोयमा ! कडजुम्माओ, णो तेओयाओ, णो दावरजुम्माओ, णो कलिओगाओ । अलोगागाससेढीओ णं भंते ! पएसट्ठयाए, पच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्माओ जाव सिय कलिओगाओ । एवं पाईणपडीणाययाओ वि | एवं दाहिणुत्तराययाओ वि | उड्ढमहाययाओ वि एवं चेव। णवरं णो कलिओगाओ। सेसं तं चेव । कई णं भंते! सेढीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! सत्त सेढीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- उज्जआयया, एगओवंका, दुहओवंका, एगओखहा, दुहओखहा, चक्कवाला, अद्धचक्कवाला | परमाणुपोग्गलाणं भंते ! किं अणुसेढिं गई पवत्तइ, विसेढिं गई पवत्तइ ? गोयमा ! अणुसेढिं गई पवत्तइ, णो विसेढिं गई पवत्तइ । दुपएसियाणं भंते ! खंधाणं अणुसेढिं गई पवत्तइ, विसेढिं गई पवत्तइ ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव अणंतपएसियाणं खंधाणं । णेरइयाणं भंते! किं अणुसेढिं गई पवत्तइ, विसेढिं गई पवत्तइ ? गोयमा! एवं चेव। एवं जाव वेमाणियाणं । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए केवइया णिरयावाससयसहस्सा पण्णत्ता ? गोयमा ! तीसं णिरयावाससयसहस्सा पण्णत्ता । एवं जहा पढमसए पंचमुद्देसए जाव अणुत्तर-विमाण त्ति । कइविहे णं भंते ! गणिपिडए पण्णत्ते ? गोयमा ! दवालसंगे गणिपिडए पण्णत्ते, तं जहाआयारो जाव दिद्विवाओ | 552 Page #563 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ६४ E |६६ ૬૭ २ 13 18 भगवई सुत्त से किं तं आयारो ? आयारे णं समणाणं णिग्गंथाणं आयार-गोयर-वेणइय - सिक्खा-भासाअभासा-चरण-करण-जाया- माया- वित्तीओ आघविज्जंति; एवं अंगपरूवणा णिरवसेसं भाणियव्वा जहा णंदीए । एएसि णं भंते ! णेरइयाणं जाव देवाणं, सिद्धाण य पंचगइसमासेणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! अप्पाबहुयं जहा बहुवत्तव्वयाए, अट्ठगइसमास - अप्पाबहुगं च । एएसि णं भंते ! सइंदियाणं, एगिंदियाणं जाव अनिंदियाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! जहा बहुवत्तव्वयाए तहेव ओहियं पयं भाणियव्वं, सकाइयअप्पाबहुगं तहेव ओहियं भाणियव्वं । एएसि णं भंते ! जीवाणं, पोग्गलाणं जाव सव्वपज्जवाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! जहा बहुवत्तव्वयाए । एएसि णं भंते! जीवाणं आउयस्स कम्मस्स बंधगाणं अबंधगाणं, पुच्छा ? गोयमा! जहा बहुवत्तव्वयाए जाव आउयस्स कम्मस्स अबंघगा विसेसाहिया ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ तइओ उद्देसो समत्तो ॥ पंचवीसइमं सतं चउत्थो उद्देसो कइ णं भंते ! जुम्मा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि जुम्मा पण्णत्ता, तं जहा- कडजुम्मे जाव कलिओगे । से केणट्टेणं भंते ! एवं वच्चइ ? गोयमा ! एवं जहा अट्ठारसमसए चउत्थे उद्देसए तहेव जाव से तेणट्टेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ | णेरइयाणं भंते ! कइ जुम्मा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि जुम्मा पण्णत्ता, तं जहाकडजुम्मे जाव कलिओगे । से केणद्वेणं भंते! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! अट्ठो तहेव । एवं जाव वाउकाइयाणं । वणस्सइकाइयाणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! वणस्सइकाइया सिय कडजुम्मा, सिय तेओगा, सिय दावरजुम्मा, सिय कलिओगा। से केणट्टेणं भंते! एवं वुच्चइ-वणस्सइकाइया जाव कलिओगा? गोयमा! उववायं पडुच्च । से तेणद्वेणं तं चेव । बेइंदियाणं जहा णेरइयाणं । एवं जाव वेमाणियाणं, सिद्धाणं जहा वणस्सइकाइयाणं । कइविहा णं भंते ! सव्वदव्वा पण्णत्ता ? गोयमा ! छव्विहा सव्वदव्वा पण्णत्ता, तं जहाधम्मत्थिकाए अधम्मत्थिकाए जाव अद्धासमए । धम्मत्थिकाए णं भंते ! दव्वट्टयाए किं कडजुम्मे जाव कलिओगे ? गोयमा ! णो कडजुम्मे, णो तेयोए, णो दावरजुम्मे, कलिओगे । एवं अहम्मत्थिकाए वि, एवं आगासत्थिकाए वि । 553 Page #564 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 18 १० ११ १२ १३ १४ १५ १६ १७ শ १९ भगवई सुत्त जीवत्थिकाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! कडजुम्मे, णो तेओए, णो दावरजुम्मे, णो कलिओगे । पोग्गलत्थिकाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्मे जाव सिय कलिओगे । अद्धासमए जहा जीवत्थिकाए । धम्मत्थिकाए णं भंते ! परसट्टयाए किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! कडजुम्मे, णो तेओए, णो दावरजुम्मे, णो कलिओगे । एवं जाव अद्धासमए । एएसि णं भंते! धम्मत्थिकाय अधम्मत्थिकाय जाव अद्धासमयाणं दव्वट्ठयाए, पुच्छा ? गोयमा ! एएसि णं अप्पाबहुगं जहा बहुवत्तव्वयाए तहेव णिरवसेसं । धम्मत्थिकाए णं भंते! किं ओगाढे, अणोगाढे ? गोयमा ! ओगाढे, णो अणोगाढ | जइ भंते ! ओगाढे- किं संखेज्जपएसोगाढे, असंखेज्जपएसोगाढे, अणंतपए-सोगाढे ? गोयमा ! णो संखेज्जपएसोगाढे, असंखेज्जपएसोगाढे, णो अणतपएसोगाढे । जइ भंते! असंखेज्जपएसोगाढे - किं कडजुम्मपएसोगाढे, पुच्छा ? गोयमा ! कडजुम्म परसोगाढे, णो तेओगपएसोगाढे, णो दावरजुम्मपएसोगाढे, णो कलिओगपएसोगाढे । एवं अधम्मत्थिका वि । एवं आगासत्थिकाए वि । जीवत्थिकाए, पुग्गलत्थिकाए, अद्धा - समए एवं चेव । इमा णं भंते ! रयणप्पभा पुढवी किं ओगाढा, अणोगाढा ? गोयमा ! जहेव धम्मत्थिकाए । एवं जाव अहेसत्तमा । सोहम्मे एवं चेव । एवं जाव ईसिपब्भारा पुढवी । जीवे णं भंते ! दव्वट्ठयाए किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! णो कडजुम्मे, णो तेओगे, णो दावरजुम्मे, कलिओगे । एवं णेरइए वि, एवं जाव सिद्धे । जीवा णं भंते ! दव्वट्ठयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं कडजुम्मा, णो तेओगा, णो दावरजुम्मा, णो कलिओगा । विहाणादेसेणं णो कडजुम्मा, णो तेओगा, णो दावरजुम्मा, कलिओगा । णेरइया णं भंते ! दव्वट्ठयाए, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा जाव सिय कलिओगा। विहाणादेसेणं णो कडजुम्मा, णो तेओगा, णो दावरजुम्मा, कलिओगा। एवं सिद्धा । जीवे णं भंते ! पएसट्ठयाए किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! जीवपएसे पडुच्च कडजुम्मे, णो तेओगे, णो दावरजुम्मे, णो कलिओगे । सरीरपएसे पडुच्च सिय कडजुम्मे जाव सिय कलिओगे । एवं जाव वेमाणिए । सिद्धे णं भंते! पएसट्ठयाए किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! कडजुम्मे णो तेओगे, णो दावरजुम्मे, णो कलिओगे । जीवा णं भंते ! पएसट्ठयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा । गोयमा ! जीवपएसे पडुच्च ओघादेसेण वि विहाणादेसेण वि कडजुम्मा, णो तेओगा, णो दावरजुम्मा, णो कलिओगा। सरीरपएसे पडुच्च 554 Page #565 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २० २१ २२ २३ २४ २५ २६ २७ २८ २९ 30 भगवई सुत्त ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा जाव सिय कलिओगा, विहाणादेसेणं कडजुम्मा वि जाव कलिओग वि । एवं णेरड्या वि । एवं जाव वेमाणिया | सिद्धा णं भंते! पएसट्ठयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं वि विहाणादेसेण वि कजुमा; णो तेओगा, णो दावरजुम्मा, णो कलिओगा । जीवे णं भंते ! किं कडजुम्मपएसोगाढे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्मपए- सोगाढे जाव सिय कलि ओगपएसोगाढे । एवं जाव सिद्धे । जीवा णं भंते ! किं कडजुम्मपएसोगाढा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा, णो तेओगपएसोगाढा, णो दावरपएसोगाढा, णो कलिओगपएस गाढा । विहाणा-देसेणं कडजुम्मपएसोगाढा वि जाव कलिओग पएसोगाढा वि । णेरइयाणं भंते ! किं कडजुम्मपएसोगाढा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मपएसोगाढा जाव सिय कलिओगपएसोगाढा । विहाणादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा ि जाव कलिओगपएसोगाढा वि । एवं एगिंदियसिद्धवज्जा सव्वे वि । सिद्ध-एगिंदिया य जहा जीवा । जीवे णं भंते ! किं कडजुम्मसमयट्ठिईए, पुच्छा ? गोयमा ! कडजुम्मसमयट्ठिईए, णो ओगसमयईिया, णो दावरसमयट्ठिईया, णो कलिओगसमयट्ठिईए | णेरइए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्मसमयट्ठिईए जाव सिय कलिओगसमयट्ठिईए। एवं जाव वेमाणिए । सिद्धे जहा जीवे । जीवा णं भंते! पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेण वि विहाणादेसेण वि कडजुम्मसमयट्ठिईया, णो तेओगसमयट्ठिईया, णो दावरसमयट्ठिईया, णो कलिओगसमयट्ठिईया। णेरइयाणं भंते ! पुच्छा? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मसमयट्ठिईया जाव सिय कलिओगसमयईया वि । विहाणादेसेणं कडजुम्मसमयद्विईया वि जाव कलिओ - समयट्ठिईया वि । एवं जाव वेमाणिया । सिद्धा जहा जीवा । जीवे णं भंते ! कालवण्णपज्जवेहिं किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! जीवपएसे पडुच्च णो कडजुम्मे जाव णो कलिओगे । सरीरपएसे पडुच्च सिय कडजुम्मे जाव सिय कलिओगे । एवं जाव वेमाणिए । सिद्धो चेव ण पुच्छिज्जइ । जीवा णं भंते ! कालवण्णपज्जवेहिं, पुच्छा ? गोयमा ! जीवपएसे पडुच्च ओघादेसेण वि विहाणादेसेण वि णो कडजुम्मा जाव णो कलिओगा । सरीरपएसे पडुच्च ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा जाव सिय कलिओगा, विहाणादेसेणं कडजुम्मा वि जाव कलिओगा वि । एवं जाव वेमाणिया । एवं णीलवण्णपज्जवेहिं दंडओ भाणियव्वो एगत्तपुहत्तेणं । एवं जाव लुक्खफासपज्जवेहिं । जीवे णं भंते ! आभिणिबोहियणाणपज्जवेहिं किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्मे जाव सिय कलिओगे । एवं एगिंदियवज्जं जाव वेमाणिए । 555 Page #566 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जीवा णं भंते ! आभिणिबोहियणाणपज्जवेहिं किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा जाव सिय कलिओगा । विहाणादेसेणं कडजुम्मा वि जाव कलिओगा वि | एवं एगिंदियवज्जं जाव वेमाणिया । एवं सुयणाणपज्जवेहिं वि | ओहिणाणपज्जवेहिं वि एवं चेव। णवरं विगलिंदियाणं णत्थि ओहिणाणं । मणपज्जवणाणं एवं चेव, णवरं जीवाणं मणुस्साण य, सेसाणं णत्थि । जीवे णं भंते ! केवलणाणपज्जवेहिं किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! कडजुम्मे, णो तेओगे, णो दावरजुम्मे, णो कलिओगे । एवं मणुस्से वि। एवं सिद्धे वि । जीवा णं भंते ! केवलणाणपज्जवेहिं किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेण वि विहाणादेसेण वि कडजुम्मा, णो तेओगा, णो दावरजुम्मा, णो कलिओगा | एवं मणुस्सा वि | एवं सिद्धा वि । जीवे णं भंते! मइअण्णाणपज्जवेहिं किं कडजुम्मे, पुच्छा? गोयमा! जहा आभिणिबोहियणाणपज्जवेहिं तहेव दो दंडगा । एवं सुयअण्णाणपज्जवेहिं वि, एवं विभंगणाणपज्जवेहिं वि । चक्खुदंसण- अचक्खुदंसण-ओहिदंसण-पज्जवेहिं वि एवं चेव, णवरं-जस्स जं अत्थि तं भाणियव्वं । केवलदंसणपज्जवेहिं जहा केवलणाणपज्जवेहिं। कड़ णं भंते ! सरीरगा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच सरीरगा पण्णत्ता, तं जहा- ओरालिए जाव कम्मए। एत्थ सरीरपयं णिरवसेसं भाणियव्वं जहा पण्णवणाए । जीवा णं भंते ! किं सेया, णिरेया ? गोयमा ! जीवा सेया वि, णिरेया वि। से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-जीवा सेया वि णिरेया वि ? गोयमा ! जीवा दुविहा पण्णत्ता, तं जहासंसारसमावण्णगा य असंसारसमावण्णगा य । तत्थ णं जे ते असंसारसमावण्णगा ते णं सिद्धा। सिद्धा णं दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- अणंतरसिद्धा य परंपरसिद्धा य । तत्थ णं जे ते परंपरसिद्धा ते णं णिरेया, तत्थ णं जे ते अणंतरसिद्धा ते णं सेया । ते णं भंते ! किं देसेया, सव्वेया ? गोयमा ! णो देसेया, सव्वेया । ३७ तत्थ णं जे ते संसार-समावण्णगा ते दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सेलेसिपडिवण्णगा य, असेलेसिपडिवण्णगा य । तत्थ णं जे ते सेलेसिपडिवण्णगा ते णं णिरेया, तत्थ णं जे ते असेलेसिपडिवण्णगा ते णं सेया । ६ ते णं भंते ! किं देसेया सव्वेया ? गोयमा ! देसेया वि, सव्वेया वि | से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जीवा सेया वि णिरेया वि । णेरइया णं भंते ! किं देसेया, सव्वेया ? गोयमा ! देसेया वि सव्वेया वि | से केणटेणं भंते ! देसेया वि, सव्वेया वि ? गोयमा ! णेरड्या दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- विग्गहगइ-समावण्णगा य अविग्गहगइसमावण्णगा य । तत्थ णं जे ते विग्गहगइसमावण्णगा ते णं सव्वेया, तत्थ णं जे ते अविग्गहगइसमावण्णगा ते णं देसेया। से तेणटेणं गोयमा ! जाव सव्वेया वि । एवं जाव वेमाणिया । 556 Page #567 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त परमाणुपोग्गला णं भंते! किं संखेज्जा, असंखेज्जा, अणंता ? गोयमा! णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अणंता । एवं जाव अणंतपएसिया खंधा। एगपएसोगाढा णं भंते ! पोग्गला किं संखेज्जा, असंखेज्जा, अणंता ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव असंखेज्जपएसोगाढा | एगसमयठिईया णं भंते! पोग्गला किं संखेज्जा, पुच्छा? गोयमा! एवं चेव । एवं जाव असंखेज्जसमयद्विईया । एगगुणकालगा णं भंते! पोग्गला किं संखेज्जा, पुच्छा ? गोयमा! एवं चेव । एवं जाव अणंतगुणकालगा | एवं अवसेसा वि वण्ण-गंध-रस-फासा णेयव्वा जाव अणंत-गुणलुक्ख त्ति। एएसि णं भंते ! परमाणुपोग्गलाणं, दुपएसियाण य खंधाणं दव्वट्ठयाए कयरे कयरेहितो बया? गोयमा ! दुपएसिएहिंतो खंधेहिंतो परमाणुपोग्गला दव्वट्ठयाए बहुगा। एएसि णं भंते ! दुपएसियाणं तिप्पएसियाण य खंधाणं दव्वद्वयाए कयरे कयरेहितो बया ? गोयमा! तिपएसिएहिंतो खंधेहिंतो दुपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए बया । एवं एएणं गमएणं जाव दसपएसिएहिंतो खंधेहिंतो णवपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए बया । एएसि णं भंते ! दसपएसियाणं, पुच्छा ? गोयमा ! दसपएसिएहिंतो खंधेहिंतो संखेज्जपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए बहुया। एएसि णं भंते! संखेज्जपएसियाणं, पुच्छा ? गोयमा ! संखेज्जपएसिएहिंतो खंधेहितो असंखेज्जपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए बया । एएसि णं भंते! असंखेज्जपएसियाणं, पुच्छा? गोयमा ! अणंतपएसिएहितो खंधेहितो असंखेज्जपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए बया । एएसि णं भंते! परमाणुपोग्गलाणं दुपएसियाण य खंधाणं पएसट्टयाए कयरे कयरेहितो बया ? गोयमा ! परमाणुपोग्गलेहिंतो दुपएसिया खंधा पएसट्टयाए बहुया। एवं एएणं गमएणं जाव णवपएसिएहिंतो खंधेहिंतो दसपएसिया खंधा पएसट्टयाए बया, एवं सव्वत्थ पुच्छियव्वं । दसपएसिएहितो खंधेहितो संखेज्जपएसिया खंधा पएसट्ठयाए बहुया । संखेज्जपएसिएहितो खंधेहिंतो असंखेज्जपएसिया खंधा पएसट्ठयाए बया । एएसि णं भंते! असंखेज्जपएसियाणं, पुच्छा ? गोयमा ! अणंतपएसिएहिंतो खंधेहितो असंखेज्जपएसिया खंधा पएसट्ठयाए बया। एएसि णं भंते ! एगपएसोगाढाणं दुपएसोगाढाण य पोग्गलाणं दव्वट्ठयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! दुपएसोगाढेहिंतो पोग्गलेहिंतो एगपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए विसेसाहिया। एवं एएणं गमएणं तिपएसोगाढेहिंतो पोग्गलेहिंतो दुपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए विसेसाहिया जाव दसपएसोगाढेहिंतो पोग्गलेहिंतो णवपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए विसेसाहिया । दसपएसोगाढेहिंतो पोग्गलेहिंतो संखेज्जपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए बहुया, 557 Page #568 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त संखेज्जपएसोगाढेहिंतो पोग्गलेहितो असंखेज्जपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए बया। पुच्छा सव्वत्थ भाणियव्वा | एएसि णं भंते ! एगपएसोगाढाणं दुपएसोगाढाण य पोग्गलाणं पएसट्ठयाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! एगपएसोगाढेहिंतो पोग्गलेहिंतो दुपएसोगाढा पोग्गला पएसट्टयाए विसेसाहिया, एवं जाव णवपएसोगाढेहिंतो पोग्गलेहिंतो दसपएसोगाढा पोग्गला पएसट्ठयाए विसेसाहिया, दसपएसोगाढेहिंतो पोग्गलेहिंतो संखेज्ज-पएसोगाढा पोग्गला पएसट्टयाए बया, संखेज्जपएसोगाढेहिंतो पोग्गलेहितो असंखेज्ज-पएसोगाढा पोग्गला पएसट्टयाए बहुया । एएसि णं भंते ! एगसमयट्टिईयाणं, दुसमयट्टिईयाण य पोग्गलाणं दव्वट्ठयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया ? गोयमा ! जहा ओगाहणाए वत्तव्वया एवं ठिईए वि | एएसि णं भंते ! एगगुणकालयाणं दुगुणकालयाण य पोग्गलाणं दव्वट्ठयाए कयरे कयरेहितो जाव विसेसाहिया? गोयमा! एएसि जहा परमाणपोग्गलाईणं तहेव वत्तव्वया णिरवसेसा। एवं सव्वेसिं वण्ण- गंध-रसाणं । एएसि णं भंते ! एगगुणकक्खडाणं दुगुणकक्खडाण य पोग्गलाणं दव्वट्ठयाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! एगगुणकक्खडेहिंतो पोग्गलेहिंतो दुगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए विसेसाहिया । एवं जाव णवगुणकक्खडेहिंतो पोग्गलेहिंतो दसगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए विसेसाहिया । दसगणकक्खडेहिंतो पोग्गलेहिंतो संखेज्जगणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए बया । संखेज्जगुणकक्खडेहिंतो पोग्गलेहितो असंखेज्जगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए बहुया । असंखेज्जगुणकक्खडेहिंतो पोग्गलेहिंतो अणंतगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए बहुया । एवं पएसट्ठयाए | सव्वत्थ पुच्छा भाणियव्वा । जहा कक्खडा एवं मध्य-गरुय-लया वि | सीयउसिण-णिद्ध-लुक्खा जहा वण्णा | एएसि णं भंते ! परमाणुपोग्गलाणं, संखेज्जपएसियाणं, असंखेज्जपएसियाणं, अणंतपएसियाण य खंधाणं दव्वट्ठयाए, पएसट्ठयाए, दव्वट्ठपएसट्ठयाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए, परमाणुपोग्गला दव्वट्ठयाए अणंतगुणा, संखेज्जपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, असंखेज्जपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा । पएसट्टयाए-सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा पएसट्टयाएपरमाणु- पोग्गला अपएसट्ठयाए अणंतगुणा, संखेज्जपएसिया खंधा पएसट्टयाए संखेज्जगुणा, असंखेज्ज-पएसिया खंधा पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा, दव्वट्ठपएसट्टयाए- सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा दव्वट्ठयाएते चेव पएसट्टयाए अणंतगुणा, परमाणुपोग्गला दव्वट्ठपएसट्टयाए अणंतगुणा, संखेज्जपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए संखेज्जगुणा, असंखेज्जपएसिया खंधा दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्टयाए असंखेज्जगुणा | 558 Page #569 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १६ / एएसि णं भंते! एगपएसोगाढाणं, संखेज्जपएसोगाढाणं, असंखेज्जपएसोगाढाण य पोग्गलाणं दव्वट्ठयाए, पएसट्ठयाए, दव्वट्ठपएसट्ठयाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा एगपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए, संखेज्जपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए संखेज्जगणा, असंखेज्जपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए असंखेज्जगणा। पएसट्ठयाए-सव्वत्थोवा एगपएसोगाढा पोग्गला अपएसट्ठयाए, संखेज्जपएसोगाढा पोग्गला पएसट्ठयाए संखेज्जगुणा, असंखेज्जपएसोगाढा पोग्गला पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा। दव्वट्ठपएसट्ठयाए-सव्वत्थोवा एगपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठअपएसट्ठयाए, संखेज्ज-पएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए संखेज्जगुणा, असंखेज्ज- पएसोगाढा पोग्गला दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा । एएसि णं भंते ! एगसमयडिईयाणं, संखेज्जसमयट्टिईयाणं, असंखेज्जसमयडिईयाण य पोग्गलाणं दव्वट्ठयाए जाव कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा! जहा ओगाहणाए तहा ठिईए वि भाणियव्वं अप्पाबहुगं । एएसि णं भंते ! एगगुणकालगाणं, संखेज्जगुणकालगाणं, असंखेज्जगुणकालगाणं, अणंतगुणकालगाणं य पोग्गलाणं दव्वट्ठयाए, पएसट्ठयाए, दव्वट्ठपएसट्ठयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! एएसिं जहा परमाणपोग्गलाणं अप्पाबहगं तहा एएसि पि अप्पाबगं, एवं सेसाण वि वण्ण-गंध-रसाणं । एएसिं णं भंते ! एगगुणकक्खडाणं, संखेज्जगुणकक्खडाणं, असंखेज्जगुणकक्खडाणं, अणंतगुणकक्खडाण य पोग्गलाणं दव्वट्ठयाए, पएसट्टयाए, दव्वट्ठपएसट्ठयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा एगगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए, संखेज्जगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, असंखेज्जगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, अणंतगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए अणंतगुणा । पएसट्ठयाए एवं चेव, णवरंसंखेज्जगणकक्खडा पोग्गला पएसद्वयाए असंखेज्जगणा। सेसं तं चेव । दव्वदुपए-सट्टयाएसव्वथोवा एगगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठ-अपएसट्टयाए । संखेज्जगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए संखेज्जगुणा । असंखेज्जगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा । अणंतगुणकक्खडा पोग्गला दव्वट्ठयाए अणंतगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए अणंतगुणा । एवं मध्य-गरुय-लह्याण वि अप्पाबहुयं। सीय-उसिण-णिद्ध-लुक्खाणं जहा वण्णाणं तहेव । परमाणुपोग्गले णं भंते ! दव्वट्ठयाए किं कडजुम्मे, तेओए, दावरजुम्मे, कलिओगे? गोयमा ! णो कडजुम्मे, णो तेओए, णो दावरजुम्मे, कलिओगे । एवं जाव अणंतपएसिए खंधे । परमाणुपोग्गला णं भंते ! दव्वट्ठयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा जाव सिय कलिओगा, विहाणादेसेणं णो कडजुम्मा, णो तेओगा, णो दावरजुम्मा, कलिओगा । एवं जाव अणंतपएसिया खंधा । 559 Page #570 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ६२ परमाणुपोग्गले णं भंते ! पएसट्टयाए किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा! णो कडजुम्मे, णो तेओगे, णो दावरजुम्मे, कलिओगे | दुपएसिए णं भंते! खंधे पएसट्टयाए किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा! णो कडजुम्मे, णो तेओगे, दावरजुम्मे, णो कलिओगे । तिपएसिए णं भंते! खंधे पएसट्टयाए किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा! णो कडजुम्मे, तेओए, णो दावरजुम्मे, णो कलिओगे । चउप्पएसिए णं भंते ! खंधे पएसट्टयाए किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा ! कडजुम्मे, णो तेओगे, णो दावरजुम्मे, णो कलिओगे | पंचपएसिए जहा परमाणुपोग्गले। छप्पएसिए जहा दुप्पएसिए । सत्तपएसिए जहा तिपएसिए । अट्ठपएसिए जहा चउप्पएसिए । णव-पएसिए जहा परमाणुपोग्गले। दसपएसिए जहा दुप्पएसिए । ६६ | संखेज्जपएसिए णं भंते ! पोग्गले पएसट्टयाए किं कडजम्मे पच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्मे जाव सिय कलिओगे । एवं असंखेज्जपएसिए वि, अणंतपएसिए वि | परमाणुपोग्गला णं भंते ! पएसट्ठयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडज्म्मा जाव सिय कलिओगा; विहाणादेसेणं णो कडजुम्मा, णो तेओगा, णो दावरजुम्मा, कलिओगा | दुप्पएसिया णं भंते ! खंधा पएसट्ठयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा, णो तेओगा, सिय दावरजुम्मा, णो कलिओगा, विहाणादेसेणं णो कडजुम्मा, णो तेओगा, दावरजुम्मा, णो कलिओगा । तिपएसिया णं भंते ! खंधा पएसट्ठयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा जाव सिय कलिओगा । विहाणादेसेणं णो कडजुम्मा, तेओगा, णो दावर-जुम्मा, णो कलिओगा । चउप्पएसिया णं भंते ! खंधा पएसट्ठयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं वि विहाणादेसेण वि कडजुम्मा, णो तेओगा, णो दावरजुम्मा, णो कलिओगा। पंचपएसिया जहा परमाणुपोग्गला | छप्पएसिया जहा दुप्पएसिया । सत्तपएसिया जहा तिपएसिया । अट्ठपएसिया जहा चउपएसिया । णवपएसिया जहा परमाणुपोग्गला | दसपएसिया जहा दुपएसिया | संखेज्जपएसिया णं भंते! खंधा पएसट्ठयाए किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा जाव सिय कलिओगा | विहाणादेसेणं कडजुम्मा वि जाव कलिओगा वि। एवं असंखेज्जपएसिया वि, अणंतपएसिया वि | परमाणुपोग्गले णं भंते ! किं कडजुम्मपएसोगाढे, पुच्छा ? गोयमा ! णो कडजुम्म- पएसोगाढे, णो तेओगपएसोगाढे, णो दावरजुम्मपएसोगाढे, कलिओगपएसोगाढे | दुपएसिए णं भंते ! खंधे किं कडजुम्मपएसोगाढे, पुच्छा ? गोयमा ! णो कडजुम्म- पएसोगाढे, णो तेओगपएसोगाढे, सिय दावरजुम्मपएसोगाढे सिय कलिओगपएसोगाढे | 560 Page #571 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तिपएसिए णं भंते ! खंधे किं कडजुम्मपएसोगाढे, पुच्छा ? गोयमा ! णो कडजुम्मपएसोगाढे, सिय तेओगपएसोगाढे, सिय दावरजुम्मपएसोगाढे सिय कलिओगपएसोगाढे | चउप्पएसिए णं भंते ! किं कडजुम्मपएसोगाढे, पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्म-पएसोगाढे जाव सिय कलिओगपएसोगाढे । एवं जाव अणंतपएसिए । परमाणपोग्गला णं भंते ! किं कडजम्मपएसोगाढा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं कडजम्मपएसोगाढा, णो तेओगपएसोगाढा, णो दावरजुम्मपएसोगाढा, णो कलिओगपएसोगाढा । विहाणादेसेणं णो कडजुम्मपएसोगाढा, णो तेयोगपएसोगाढा, णो दावरजुम्मपएसोगाढा, कलिओग-पएसोगाढा | ७८ दुप्पएसिया णं भंते ! खंधा किं कडजुम्मपएसोगाढा, पुच्छा? गोयमा ! ओघादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा, णो तेओगपएसोगाढा णो दावरजुम्मपएसोगाढा, णो कलिओगपएसोगाढा। विहाणादेसेणं णो कडजुम्मपएसोगाढा, णो तेओगपएसोगाढा, दावरजुम्मपएसोगाढा वि कलिओगपएसोगाढा वि | तिप्पएसिया णं भंते ! खंधा किं कडजुम्मपएसोगाढा, पुच्छा? गोयमा ! ओघादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा, णो तेओगपएसोगाढा, णो दावरजुम्मपएसोगाढा, णो कलिओगपएसोगाढा । विहाणादेसेणं णो कडजुम्मपएसोगाढा, तेओगपएसोगाढा वि, दावरजुम्मपएसोगाढा वि, कलिओगपएसोगाढा वि | चउप्पएसिया णं भंते ! खंधा किं कडजुम्मपएसोगाढा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं कडजुम्मपएसोगाढा, णो तेओगपएसोगाढा, णो दावरपएसोगाढा, णो कलिओगपए-सोगाढा । विहाणादेसेणं कडजम्मपएसोगाढा वि जाव कलिओगपएसोगाढा वि | एवं जाव अणंतपएसिया। परमाणुपोग्गले णं भंते ! किं कडजुम्मसमयट्ठिईए, पुच्छा ? गोयमा ! सिय कडजुम्मसमयहिईए जाव सिय कलिओगसमयहिईए | एवं जाव अणंतपएसिए | परमाणुपोग्गला णं भंते ! किं कडजुम्मसमयठिईए, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मसमयट्टिईया जाव सिय कलिओगसमयट्टिईया । विहाणादेसेणं कडजुम्म-समयट्ठिईया वि जाव कलिओगसमयट्टिईया वि । एवं जाव अणंतपएसिया । परमाणुपोग्गले णं भंते ! कालवण्णपज्जवेहिं किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा! जहा ठिईए वत्तव्वया एवं वण्णेसु वि सव्वेसु । गंघेसु वि एवं चेव । रसेसु वि जाव महुर रसेत्ति | | ८३ | अणंतपएसिए णं भंते! खंधे कक्खडफासपज्जवेहिं किं कडजुम्मे, पुच्छा ? गोयमा! सिय कडजुम्मे जाव सिय कलिओगे | अणंतपएसिया णं भंते ! खंधा कक्खडफासपज्जवेहिं किं कडजुम्मा, पुच्छा ? गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा जाव सिय कलिओगा । विहाणादेसेणं कडजुम्मा वि जाव कलिओगा वि । एवं मध्य-गरुय-लया वि भाणियव्वा । सीय-उसिण-णिद्ध-लुक्खा जहा वण्णा । 561 Page #572 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त | ८५ परमाणुपोग्गले णं भंते ! किं सड्ढे अणड्ढे ? गोयमा ! णो सड्ढे, अणड्ढे । दुपएसिए णं भंते ! खंधे किं सड्ढे, अणड्ढे? गोयमा! सड्ढे, णो अणड्ढे । तिपएसिए जहा परमाणुपोग्गले। चउपएसिए जहा दुपएसिए | पंचपएसिए जहा तिपएसिए | छप्पए-सिए जहा दुपएसिए। सत्तपएसिए जहा तिपएसिए । अट्ठपएसिए जहा दुपएसिए। णव-पएसिए जहा तिपएसिए । दसपएसिए जहा दुपएसिए । संखेज्जपएसिए णं भंते ! खंधे किं सड़ढे अणड्ढे ? गोयमा ! सिय सड़ढे, सिय अणडढे। एवं असंखेज्जपएसिए वि । एवं अणंतपएसिए वि । परमाणुपोग्गला णं भंते ! किं सड्ढा अणड्ढा ? गोयमा ! सड्ढा वा, अणड्ढा वा । एवं जाव अणंतपएसिया । परमाणपोग्गले णं भंते ! किं सेए, णिरेए ? गोयमा ! सिय सेए, सिय णिरेए । एवं जाव अणंतपएसिए । परमाणुपोग्गला णं भंते ! किं सेया, णिरेया ? गोयमा ! सेया वि णिरेया वि । एवं जाव अणंतपएसिया । परमाणपोग्गले णं भंते ! सेए कालओ केवचिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं । परमाणपोग्गले णं भंते ! णिरेए कालओ केवचिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । एवं जाव अणंतपएसिए । परमाणुपोग्गला णं भंते ! सेया कालओ केवचिरं होंति ? गोयमा ! सव्वद्धं । परमाणुपोग्गला णं भंते ! णिरेया कालओ केवचिरं होंति ? गोयमा ! सव्वद्धं । एवं जाव अणंतपएसिया । परमाणुपोग्गलस्स णं भंते ! सेयस्स केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! सट्ठाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं, परट्ठाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । णिरेयस्स केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! सट्टाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं, परट्ठाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । दुपएसियस्स णं भंते ! खंधस्स सेयस्स केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! सट्ठाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं, परहाणंतरं पड़च्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अणंतं कालं । णिरेयस्स णं भंते! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! सट्टाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं, परट्ठाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अणंत कालं । एवं जाव अणंतपएसियस्स | 562 Page #573 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९८ ९९ | १०० १०१ भगवई सुत्त परमाणुपोग्गलाणं भंते! सेयाणं केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । णिरेया णं भंते! केवइयं कालं अंतर होइ ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । एवं जाव अनंत-पएसियाणं खंधाणं । एएसि णं भंते ! परमाणुपोग्गलाणं सेयाणं, णिरेयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा परमाणुपोग्गला सेया, णिरेया असंखेज्जगुणा। एवं जाव असंखेज्जपएसियाणं खंधाणं । एएसि णं भंते ! अणतपएसियाणं खंधाणं सेयाणं, णिरेयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अणतपएसिया खंधा णिरेया, सेया अनंतगुणा । एएसि णं भंते ! परमाणुपोग्गलाणं, संखेज्जपएसियाणं, असंखेज्जपएसियाणं, अणंतपएसियाण य खंधाणं सेयाणं णिरेयाण य दव्वट्टयाए, परसट्टयाए, दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अणतपएसिया खंधा णिरेया दव्वट्टयाए । अणतपएसिया खंधा सेया दव्वट्ठयाए अणंतगुणा । परमाणुपोग्गला सेया दव्वट्टयाए अनंतगुणा । संखेज्जपएसिया खंधा सेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा । असंखेज्जपएसिया खंधा सेया दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणा । परमाणुपोग्गला णिरेया दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणा । संखेज्जपएसिया खंधा णिरेया दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा । असंखेज्जपएसिया खंधा णिरेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा । पएसट्ठयाए एवं चेव, णवरं परमाणुपोग्गला अपएसटु-याए भाणियव्वा । संखेज्जपएसिया खंधा णिरेया पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा । सेसं तं चेव । दव्वट्ठपएसट्टयाए-सव्वत्थोवा अणतपएसिया खंधा णिरेया दव्वट्टयाए । ते चेव परसट्टयाए अणंतगुणा । अणंतपएसिया खंधा सेया दव्वट्टयाए अणंतगुणा ते चेव पएसट्ठयाए अनंतगुणा । परमाणुपोग्गला सेया दव्वट्ठअपएसट्टयाए अणंतगुणा । संखेज्जपएसिया खंधा सेया दव्वट्ठया असंखेज्जगुणा । ते चेव परसट्टयाए असंखेज्जगुणा । असंखेज्जपएसिया खंधा सेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा । ते चेव पएसट्टयाए असंखेज्ज-गुणा । परमाणुपोग्गला णिरेया दव्वट्ठअपएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा । संखेज्जपएसिया खंधा णिरेया दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणा । ते चेव पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा । असंखेज्जपएसिया खंधा णिरेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा। ते चेव पसट्टयाए असंखेज्जगुणा । १०२ परमाणुपोग्गले णं भंते! किं देसेए सव्वेए णिरेए? गोयमा ! णो देसेए, सिय सव्वेए, सिय रेए । १०३ दुपएसिए णं भंते! खंधे किं देसेए सव्वेए णिरेए ? गोयमा! सिय देसेए सिय सव्वेए, सिय णिरेए। एवं जाव अणतपएसिए । १०४ परमाणुपोग्गला णं भंते! किं देसेया, सव्वेया, णिरेया ? गोयमा! णो देसेया, सव्वेया वि, णिरेया वि । १०५ दुपएसिया णं भंते ! खंधा किं देसेया, सव्वेया, णिरेया ? गोयमा ! देसेया वि, सव्वेया वि, णिरेया वि । एवं जाव अणतपएसिया । 563 Page #574 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १०६ परमाणपोग्गले णं भंते ! सव्वेए कालओ केवचिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं | णिरेए कालओ केवचिरं होइ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं | १०७ दुपएसिए णं भंते! खंधे देसेए कालओ केवचिरं होइ ? गोयमा! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जडभागं । सव्वेए कालओ केवचिरं होड़ ? गोयमा! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं | णिरेए कालओ केवचिरं होइ ? गोयमा! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं। एवं जाव अणंत- पएसिए । परमाणुपोग्गला णं भंते ! सव्वेया कालओ केवचिरं हॉति ? गोयमा! सव्वद्धं । णिरेया णं भंते! कालओ केवचिरं होंति ? गोयमा ! सव्वद्धं ।। दुप्पएसिया णं भंते ! खंधा देसेया कालओ केवचिरं होंति ? गोयमा ! सव्वद्धं। सव्वेया णं भंते! कालओ केवचिरं होंति ? गोयमा ! सव्वद्धं | णिरेया णं भंते ! कालओ केवचिरं होंति ? गोयमा ! सव्वद्धं । एवं जाव अणंतपएसिया । परमाणुपोग्गलस्स णं भंते ! सव्वेयस्स केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! सट्ठाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं। परहाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं एवं चेव । णिरेयस्स णं भंते! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! सट्ठाणंतरं पड़च्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं | परद्वाणंतरं पइच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं । दुपएसियस्स णं भंते ! खंधस्स देसेयस्स केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! सट्ठाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं। परहाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अणंतं कालं । सव्वेयस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! एवं चेव जहा देसेयस्स। णिरेयस्स णं भंते! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! सट्ठाणंतरं पड़च्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभागं । परहाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अणंतं कालं । एवं जाव अणंतपएसियस्स | |११२ परमाणपोग्गलाणं भंते ! सव्वेयाणं केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । णिरेयाणं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । दपएसियाणं भंते ! खंधाणं देसेयाणं केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । सव्वेयाणं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । णिरेयाणं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । एवं जाव अणंतपएसियाणं । एएसि णं भंते! परमाणपोग्गलाणं सव्वेयाणं णिरेयाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा परमाणुपोग्गला सव्वेया, णिरेया असंखेज्जगुणा | 564 Page #575 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एएसि णं भंते! दुपएसियाणं खंधाणं देसेयाणं, सव्वेयाणं, णिरेयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा दुपएसिया खंधा सव्वेया, देसेया असंखेज्जगुणा, णिरेया असंखेज्जगुणा । एवं जाव असंखेज्जपएसियाणं खंधाणं ।। एएसि णं भंते ! अणंतपएसियाणं खंधाणं देसेयाणं, सव्वेयाणं, णिरेयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा सव्वेया, णिरेया अणंतगुणा, देसेया अणंतगुणा । एएसि णं भंते ! परमाणुपोग्गलाणं, संखेज्जपएसियाणं, असंखेज्जपएसियाणं, अणंतपएसियाण य खंधाणं देसेयाणं, सव्वेयाणं, णिरेयाणं दव्वट्ठयाए, पएसट्ठयाए, दव्वट्ठपए-सट्ठयाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा सव्वेया दव्वट्ठयाए, अणंतपएसिया खंधा णिरेया दव्वट्ठयाए अणंतगुणा । अणंतपएसिया खंधा देसेया दव्वट्ठयाए अणंतगुणा। असंखेज्जपएसिया खंधा सव्वेया दव्वट्ठयाए अणंतगुणा। संखेज्जपएसिया खंधा सव्वेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा। परमाणुपोग्गला सव्वेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा । संखेज्ज-पएसिया खंधा देसेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा । असंखेज्जपएसिया खंधा देसेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा | परमाणुपोग्गला णिरेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा । संखेज्ज-पएसिया खंधा णिरेया दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा । असंखेज्जपएसिया खंधा णिरेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा ।। पएसट्ठयाए-सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा । एवं जहा दव्वट्ठयाए तहा पए-सट्टयाए वि, णवरंपरमाणुपोग्गला अपएसट्ठयाए भाणियव्वा । संखेज्जपएसिया खंधा णिरेया पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा, सेसं तं चेव । दव्वट्ठपएसट्टयाए-सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा सव्वेया दव्वट्ठयाए, ते चेव पएसट्टयाए अणंतगणा । अणंतपएसिया खंधा णिरेया दव्वद्वयाए अणंतगणा, ते चेव पएसट्टयाए अणंतगुणा, अणंतपएसिया खंधा देसेया दव्वट्ठयाए अणंतगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए अणंतगुणा। असंखेज्जपएसिया खंधा सव्वेया दव्वट्ठयाए अणंतगुणा, ते चेव पएसट्टयाए असंखेज्जगुणा । संखेज्जपएसिया खंधा सव्वेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए संखेज्जगुणा । परमाणुपोग्गला सव्वेया दव्वट्ठअपएसट्ठयाए असंखेज्ज-गुणा । संखेज्जपएसिया खंधा देसेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए संखेज्जगुणा । असंखेज्जपएसिया खंधा देसेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ते चेव पए-सट्ठयाए असंखेज्जगुणा, परमाणुपोग्गला णिरेया दव्वट्ठअपएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा । संखेज्जपएसिया खंधा णिरेया दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए संखेज्जगुणा, असंखेज्जपएसिया णिरेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ते चेव पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा। कइ णं भंते ! धम्मत्थिकायस्स मज्झपएसा पण्णत्ता ? गोयमा ! अट्ठ धम्मत्थिकायस्स मज्झपएसा पण्णत्ता । कइ णं भंते ! अधम्मत्थिकायस्स मज्झपएसा पण्णत्ता ? गोयमा ! एवं चेव । कड़ णं भंते ! आगासत्थिकायस्स मज्झपएसा पण्णत्ता ? गोयमा ! एवं चेव । 565 Page #576 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२१| १२२ १ R ३ ४ ५ ६ ७ ८ भगवई सुत कड् णं भंते ! जीवत्थिकायस्स मज्झपएसा पण्णत्ता ? गोयमा ! अट्ठ जीवत्थिकायस्स मज्झपएसा पण्णत्ता । एए णं भंते! अट्ठ जीवत्थिकायस्स मज्झपएसा कइसु आगासपएसेसु ओगाहंति ? गोयमा ! जहणणेणं एक्कंसि वा दोहिं वा तीहिं वा चउहिं वा पंचहिं वा छहिं वा उक्कोसेणं अडसु, णो चैव णं सत्तसु । ॥ सेवं भंते । सेवं भंते । ॥ ॥ चउत्थो उद्देसो समत्तो ॥ पंचवीसइमं सतं पंचमो उद्देसो कइविहा णं भंते! पज्जवा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पज्जवा पण्णत्ता, तं जहाजीवपज्जवा य अजीवपज्जवा य एवं पज्जवपयं णिरवसेसं भाणियव्वं, जहा पण्णवणाए । आवलिया णं भंते! किं संखेज्जा समया, असंखेज्जा समया, अणंता समया ? गोयमा ! णो संखेज्जा समया, असंखेज्जा समया, णो अनंता समया । णं भंते! किं संखेज्जा समया, असंखेज्जा समया, अणंता समया ? गोयमा ! एवं आणापाणू चेव । थोवे णं भंते! किं संखेज्जासमया, असंखेज्जा समया, अनंता समया ? गोयमा ! एवं चेव । एवं लवे वि, मुहुत्ते वि, एवं अहोरत्ते, एवं पक्खे, मासे, उऊ, अयणे, संवच्छरे, जुगे, वाससये, वाससहस्से, वाससयसहस्से, पुव्वंगे, पुव्वे, तुडियंगे, तुडिए, अडडंगे, अडडे, अववंगे, अववे, हूहुयंगे, हूहुए, उप्पलंगे, उप्पले, पउमंगे, पउमे, णलिणंगे, णलिणे, अत्थणिउरंगे, अत्थणिउरे, अउयंगे, अउये, णउयंगे, णउए, पउयंगे, पउएचूलियंगे, चूलिए, सीसपहेलियंगे, सीसपहेलिया, पलिओवमे, सागरोवमे, ओसप्पिणी, एवं उस्सप्पिणी वि । पोग्गलपरियट्टे णं भंते! किं संखेज्जा समया, असंखेज्जा समया, अणंता समया ? गोयमा ! णो संखेज्जा समया, णो असंखेज्जा समया, अणंता समया । एवं तीयद्धा, अणागयद्धा, सव्वद्धा । आवलियाओं णं भंते । किं संखेज्जा समया, असंखेज्जा समया, अणंता समया ? गोयमा । णो संखेज्जा समया, सिय असंखेज्जा समया, सिय अणंता समया । आणापाणू णं भंते । किं संखेज्जा समया, असंखेज्जा समया, अणंता समया ? गोयमा । एवं चेव । थोवा णं भंते! किं संखेज्जा समया, असंखेज्जा समया, अणंता समया ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव ओसप्पिणीओ त्ति । 566 Page #577 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० ११ १२ १३ १४ १५ १६ १७ १८ १९ भगवई सुत्त पोग्गलपरियट्टा णं भंते! किं संखेज्जा समया, असंखेज्जा समया, अणंता समया? गोयमा ! णो संखेज्जा समया, णो असंखेज्जा समया, अणंता समया । आणापाणूणं भंते ! किं संखेज्जाओ आवलियाओ, असंखेज्जाओ आवलियाओ अणंताओ आवलियाओ ? गोयमा ! संखेज्जाओ आवलियाओ, णो असंखेज्जाओ आवलियाओ, णो अणंताओ आवलियाओ । एवं थोवे वि एवं जाव 'सीसपहेलिय' त्ति । पलिओवमे णं भंते ! किं संखेज्जा आवलियाओ, असंखेज्जाओ आवलियाओ, अणंताओ आवलियाओ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ आवलियाओ, असंखेज्जाओ आवलियाओ, णो अनंताओ आवलियाओ । एवं सागरोवमे वि एवं ओसप्णिणी वि उस्सप्पिणी वि । पोग्गलपरियट्टेणं भंते! किं संखेज्जाओ आवलियाओ, असंखेज्जाओ आवलियाओ, अणंताओ आवलियाओ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ आवलियाओ, णो असंखेज्जाओ आवलियाओ, अणताओ आवलियाओ । एवं जाव सव्वद्धा । आणापाणू णं भंते! किं संखेज्जाओ आवलियाओ, असंखेज्जाओ आवलियाओ, अनंताओ आवलियाओ ? गोयमा ! सिय संखेज्जाओ आवलियाओ, सिय असंखेज्जाओ, सिय अनंताओ। एवं जाव सीसपहेलियाओ । पलिओवमा णं भंते ! किं संखेज्जाओ आवलियाओ, असंखेज्जाओ आवलियाओ, अणंताओ आवलियाओ ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ आवलियाओ, सिय असंखेज्जाओ आवलियाओ, सिय अणंताओ आवलियाओ । एवं जाव उस्सप्पिणीओ । पोग्गलपरियट्टा णं भंते! किं संखेज्जाओ आवलियाओ, असंखेज्जाओ आवलियाओ, अणंताओ आवलियाओ ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ आवलियाओ, णो असंखेज्जाओ आवलियाओ, अणताओ आवलियाओ । थोवे णं भंते ! किं संखेज्जाओ आणापाणूओ, असंखेज्जाओ आणापाणूओ, अणंताओ आणापाणूओ ? गोयमा ! जहा आवलियाए वत्तव्वया एवं आणापाणूओ वि णिरवसेसा । एवं एएणं गमएणं जाव सीसपहेलिया भाणियव्वा । सागरोवमे णं भंते! किं संखेज्जा पलिओवमा, असंखेज्जा पलिओवमा, अणंता पलिओवमा ? गोयमा ! संखेज्जा पलिओवमा, णो असंखेज्जा पलिओवमा, णो अणंता पलिओवमा, एवं ओसप्पिणीए वि उस्सप्पिणीए वि । पोग्गलपरियट्टे णं भंते ! किं संखेज्जा पलिओवमा, असंखेज्जा पलिओवमा, अनंता पलिओवमा ? गोयमा ! णो संखेज्जा पलिओवमा, णो असंखेज्जा पलिओवमा, अणंता पलिओवमा । एवं जाव सव्वद्धा । सागरोवमा णं भंते ! किं संखेज्जा पलिओवमा, असंखेज्जा पलिओवमा, अणंता पलिओवमा ? गोयमा ! सिय संखेज्जा पलिओवमा, सिय असंखेज्जा पलिओवमा, सिय अनंता पलिओवमा । एवं जाव ओसप्पिणी वि, उस्सप्पिणी वि । 567 Page #578 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त पोग्गलपरिया णं भंते ! किं संखेज्जा पलिओवमा, असंखेज्जा पलिओवमा, अणंता पलिओवमा? गोयमा ! णो संखेज्जा पलिओवमा, णो असंखेज्जा पलिओवमा, अणंता पलिओवमा । ओसप्पिणीए णं भंते ! किं संखेज्जा सागरोवमा, असंखेज्जा सागरोवमा, अणंता सागरोवमा ? गोयमा ! जहा पलिओवमस्स वत्तव्वया तहा सागरोवमस्स वि । पोग्गलपरियट्टे णं भंते ! किं संखेज्जाओ, असंखेज्जाओ, अणंताओ ओसप्पिणी उस्सप्पिणीओ? गोयमा! णो संखेज्जाओ, णो असंखेज्जाओ, अणंताओ ओसप्पिणी-उस्सप्पिणीओ | एवं जाव सव्वद्धा। पोग्गलपरियट्टा णं भंते ! किं संखेज्जाओ, असंखेज्जाओ, अणंताओ ओसप्पिणीउस्सप्पिणीओ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ, णो असंखेज्जाओ, अणंताओ ओसप्पिणीउस्सप्पिणीओ | तीयद्धा णं भंते ! किं संखेज्जा, असंखेज्जा, अणंता पोग्गलपरियट्टा ? गोयमा ! णो संखेज्जा, णो असंखेज्जा, अणंता पोग्गलपरिया | एवं अणागयद्धा वि एवं सव्वद्धा वि | अणागयद्धा णं भंते ! किं संखेज्जाओ, असंखेज्जाओ, अणंताओ तीयद्धाओ ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ, णो असंखेज्जाओ, णो अणंताओ तीयद्धाओ | अणागयद्धा णं तीयद्धाओ समयाहिया, तीयद्धा णं अणागयद्धाओ समयूणा | सव्वद्धा णं भंते ! किं संखेज्जाओ, असंखेज्जाओ, अणंताओ तीयद्धाओ ? गोयमा! णो संखेज्जाओ, णो असंखेज्जाओ, णो अणंताओ तीयद्धाओ । सव्वद्धा णं तीयद्धाओ साइरेगद्गुणा, तीयद्धा णं सव्वद्धाओ थोवूणए अद्धे ।। सव्वद्धा णं भंते ! किं संखेज्जाओ, असंखेज्जाओ, अणंताओ अणागयद्धाओ ? गोयमा ! णो संखेज्जाओ, णो असंखेज्जाओ, णो अणंताओ अणागयद्धाओ | सव्वद्धा णं अणागयताओ थोवूणगदुगुणा, अणागयता णं सव्वद्धाओ साइरेगे अद्धे। कइविहा णं भंते ! णिगोया पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा णिगोया पण्णत्ता । तं जहाणिगोयगा य, णिगोयगजीवा य । णिगोया णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सुहमणिगोया य, बायरणिगोया य । एवं णिगोया भाणियव्वा जहा जीवाभिगमे तहेव णिरवसेसं | कइविहे णं भंते ! णामे पण्णत्ते ? गोयमा ! छव्विहे णामे पण्णत्ते, तं जहा- ओदइए जाव सण्णिवाइए | से किं तं ओदइए णामे ? ओदइए णामे विहे पण्णत्ते, तं जहा- उदए य, उदयणिप्फण्णे यएवं जहा सत्तरसमे सए पढमे उद्देसए भावो तहेव इह वि | णवरं-इह णाम'त्ति आलावगो | सेसं तहेव जाव सण्णिवाइए | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || पंचमो उद्देसो समत्तो || 568 Page #579 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त पंचवीसइमं सतं छट्ठो उद्देसो १ रायगिहे जाव एवं वयासी- कइ णं भंते ! णियंठा पण्णत्ता ? गोयमा ! पंच णियंठा पण्णत्ता, तं जहा- पुलाए, बउसे, कुसीले, णियंठे, सिणाए। २ पुलाए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- णाण- पुलाए, दंसणपुलाए, चरित्तपुलाए, लिंगपुलाए, अहासुहुमपुलाए णामं पंचमे । बउसे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- आभोगबउसे, अणाभोगबउसे, संवुडबउसे, असंवुडबउसे, अहासुहुमबउसे णामं पंचमे । छ। कुसीले णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णते, तं जहा- पडिसेवणाक्सीले य, कसायकुसीले य । पडिसेवणाकुसीले णं भंते! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहाणाणपडिसेवणाकुसीले, दंसणपडिसेवणाकुसीले, चरित्तपडिसेवणाकुसीले, लिंगपडिसेवणाकुसीले, अहासुहुमपडिसेवणाकुसीले णामं पंचमे ।। कसायकुसीले णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहाणाणकसायकुसीले, दंसणकसायकुसीले, चरित्तकसायकुसीले, लिंगकसायकुसीले, अहासुहमकसायकुसीले णामं पंचमे । णियंठे णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- पढमसमय-णियंठे, अपढमसमयणियंठे, चरमसमयणियंठे. अचरमसमयणियंठे.. हमणियंठे णामं पंचमे । सिणाए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- अच्छवी, असबले, अकम्मंसे, संसुद्धणाणदंसणधरे अरहा जिणे केवली, अपरिस्सवी । प्लाए णं भंते ! किं सवेयए होज्जा, अवेयए होज्जा ? गोयमा ! सवेयए होज्जा, णो अवेयए होज्जा । जइ णं भंते! सवेयए होज्जा किं इत्थिवेयए होज्जा, पुरिसवेयए होज्जा, पुरिसणपुंसगवेयए होज्जा ? गोयमा ! णो इत्थिवेयए होज्जा, पुरिसवेयए होज्जा, पुरिसणपुंसगवेयए वा होज्जा | बउसे णं भंते ! किं सवेयए होज्जा, अवेयए होज्जा ? गोयमा ! सवेयए होज्जा, णो अवेयए होज्जा । जइ णं भंते ! सवेयए होज्जा किं इत्थिवेयए होज्जा, पुरिसवेयए होज्जा, पुरिसणपुंसगवेयए होज्जा ? गोयमा ! इत्थिवेयए वा होज्जा, पुरिसवेयए वा होज्जा, पुरिसणपुंसगवेयए वा होज्जा। एवं पडिसेवणाकुसीले वि । कसायकुसीले णं भंते ! किं सवेयए, पुच्छा | गोयमा ! सवेयए वा होज्जा, अवेयए वा होज्जा। 569 Page #580 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जइ भंते ! अवेयए किं उवसंतवेयए, खीणवेयए होज्जा ? गोयमा ! उवसंतवेयए वा, खीणवेयए वा होज्जा । १५ | जइ भंते ! सवेयए होज्जा किं इत्थिवेयए, पुच्छा | गोयमा ! तिसु वि जहा बउसो। णियंठे णं भंते ! किं सवेयए, पुच्छा | गोयमा ! णो सवेयए होज्जा, अवेयए होज्जा । जइ भंते ! अवेयए होज्जा किं उवसंतवेयए, पुच्छा । गोयमा ! उवसंतवेयए वा होज्जा, खीणवेयए वा होज्जा । सिणाए णं भंते ! किं सवेयए होज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! जहा णियंठे तहा सिणाए वि, णवरंणो उवसंतवेयए होज्जा, खीणवेयए होज्जा | पुलाए णं भंते ! किं सरागे होज्जा, वीयरागे होज्जा ? गोयमा ! सरागे होज्जा, णो वीयरागे होज्जा, एवं जाव कसायकुसीले । णियंठे णं भंते ! किं सरागे होज्जा, पुच्छा | गोयमा ! णो सरागे होज्जा, वीयरागे होज्जा । जइ भंते ! वीयरागे होज्जा किं उवसंतकसायवीयरागे होज्जा, खीणकसायवीयरागे होज्जा ? गोयमा ! उवसंतकसायवीयरागे वा होज्जा, खीणकसायवीयरागे वा होज्जा। सिणाए एवं चेव, णवरं- णो उवसंतकसायवीयरागे होज्जा, खीणकसायवीयरागे होज्जा | पुलाए णं भंते ! किं ठियकप्पे होज्जा, अद्वियकप्पे होज्जा ? गोयमा ! ठियकप्पे वा होज्जा, अट्ठियकप्पे वा होज्जा | एवं जाव सिणाए । पुलाए णं भंते ! किं जिणकप्पे होज्जा, थेरकप्पे होज्जा, कप्पाईए होज्जा ? गोयमा ! णो जिणकप्पे होज्जा, थेरकप्पे होज्जा, णो कप्पाईए होज्जा । बउसे णं भंते ! ? गोयमा ! जिणकप्पे वा होज्जा, थेरकप्पे वा होज्जा, णो कप्पाईए होज्जा। एवं पडिसेवणाकुसीले वि । कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जिणकप्पे वा होज्जा, थेरकप्पे वा होज्जा, कप्पाईए वा होज्जा । णियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णो जिणकप्पे होज्जा, णो थेरकप्पे होज्जा, कप्पाईए होज्जा। एवं सिणाए वि । पुलाए णं भंते ! किं सामाइयसंजमे होज्जा, छेओवट्ठावणियसंजमे होज्जा, परिहारविसुद्धियसंजमे होज्जा, सुहुमसंपरायसंजमे होज्जा, अहक्खायसंजमे होज्जा ? गोयमा ! सामाइयसंजमे वा होज्जा, छेओवट्ठावणियसंजमे वा होज्जा, णो परिहारविसुद्धिय-संजमे होज्जा, णो सुहुमसंपरायसंजमे होज्जा, णो अहक्खायसंजमे होज्जा। एवं बउसे वि, एवं पडिसेवणाकुसीले वि । कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सामाइयसंजमे वा होज्जा जाव सुहमसंपरायसंजमे वा होज्जा, णो अहक्खायसंजमे होज्जा । २८) 570 Page #581 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त नियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णो सामाइय संजमे होज्जा जाव णो सुहुम संपरायसंजमे होज्जा, अहक्खाय संजमे होज्जा | एवं सिणाए वि । जइ णं भंते ! पडिसेवए होज्जा किं मूलगुणपडिसेवए होज्जा, उत्तरगुणपडिसेवए होज्जा ? गोयमा ! मूलगुणपडिसेवए वा होज्जा, उत्तरगुणपडिसेवए वा होज्जा । मूलगुण- पडिसेवमाणे पंचण्हं आसवाणं अण्णयरं पडिसेवेज्जा, उत्तरगुणपडिसेवमाणे दसविहस्स पच्चक्खाणस्स अण्णयरं पडिसेवेज्जा । बउसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! पडिसेवए होज्जा, णो अपडिसेवए होज्जा | जइ णं भंते ! पडिसेवए होज्जा किं मूलगुणपडिसेवए होज्जा, उत्तरगुणपडिसेवए होज्जा ? गोयमा ! णो मूलगुणपडिसेवए होज्जा, उत्तरगुणपडिसेवए होज्जा | उत्तरगुण-पडिसेवमाणे दसविहस्स पच्चक्खाणस्स अण्णयरं पडिसेवेज्जा | पडिसेवणाकुसीले जहा पुलाए | कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णो पडिसेवए होज्जा, अपडिसेवए होज्जा । एवं णिग्गंथे वि, एवं सिणाए वि | पुलाए णं भंते ! कइसु णाणेसु होज्जा ? गोयमा ! दोसु वा तिसु वा होज्जा | दोसु होमाणे दोसु आभिणिबोहियणाणे सुयणाणे होज्जा; तिस होमाणे तिस आभिणि-बोहियणाणे, सुयणाणे, ओहिणाणे होज्जा। एवं बउसे वि, एवं पडिसेवणाक्सीले वि । ३६ | कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! दोसु वा, तिसु वा, चउसु वा होज्जा। दोसु होमाणे दोसु आभिणिबोहियणाणे, सुयणाणे होज्जा; तिसु होमाणे तिसु आभिणि-बोहियणाण-सुयणाणओहिणाणेसु होज्जा अहवा तिसु होमाणे तिसु आभिणिबोहियणाण सुयणाण-मणपज्जवणाणेसु होज्जा, चउसु होमाणे चउसु आभिणिबोहियणाण-सुयणाण ओहिणाण-मणपज्जवणाणेसु होज्जा। सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! एगंमि केवलणाणे होज्जा | पुलाए णं भंते ! केवइयं सुयं अहिज्जेज्जा? गोयमा! जहण्णेणं णवमस्स पुव्वस्स तइयं आयारवत्थु, उक्कोसेणं णव पुव्वाइं अहिज्जेज्जा । बउसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठ पवयणमायाओ, उक्कोसेणं दस पुव्वाइं अहिज्जेज्जा। एवं पडिसेवणाकुसिले वि । कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठ पवयणमायाओ, उक्कोसेणं चोद्दसं पुव्वाइं अहिज्जेज्जा । एवं णियंठे वि । सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सुयवइरित्ते होज्जा | पुलाए णं भंते ! किं तित्थे होज्जा, अतित्थे होज्जा ? गोयमा ! तित्थे होज्जा, णो अतित्थे होज्जा । एवं बउसे वि, एवं पडिसेवणाकुसीले वि । कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! तित्थे वा होज्जा, अतित्थे वा होज्जा। 571 Page #582 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ४५ जइ णं भंते ! अतित्थे होज्जा किं तित्थयरे होज्जा, पत्तेयबुद्धे होज्जा ? गोयमा! तित्थयरे वा होज्जा, पत्तेयबुद्धे वा होज्जा । एवं णियंठे वि, एवं सिणाए वि | पुलाए णं भंते ! किं सलिंगे होज्जा, अण्णलिंगे होज्जा, गिहिलिंगे होज्जा ? गोयमा ! दव्वलिंगं पडुच्च सलिंगे वा होज्जा, अण्णलिंगे वा होज्जा, गिहिलिंगे वा होज्जा, भावलिंग पड़च्च णियमा सलिंगे होज्जा | एवं जाव सिणाए | पुलाए णं भंते ! कइसु सरीरेसु होज्जा ? गोयमा ! तिसु, ओरालिय-तेया-कम्मएसु होज्जा | बउसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! तिस वा चउसु वा होज्जा, तिस होमाणे तिसु ओरालियतेया-कम्मएस होज्जा, चउसु होमाणे चउसु ओरालिय-वेउव्विय-तेया-कम्मएसु होज्जा । एवं पडिसेवणाकुसीले वि । कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! तिसु वा चउसु वा पंचसु वा होज्जा। तिसु होमाणे तिसु ओरालिय-तेया-कम्मएस होज्जा, चउसु होमाणे चउसु ओरालिय-वेउव्विय-तेया-कम्मएस होज्जा, पंचसु होमाणे पंचसु ओरालिय-वेउव्विय-आहारग-तेया-कम्मएसु होज्जा । णियंठो सिणाओ य जहा पुलाओ । पुलाए णं भंते ! किं कम्मभूमीए होज्जा, अकम्मभूमीए होज्जा ? गोयमा ! जम्मण-संतिभावं पडुच्च कम्मभूमीए होज्जा, णो अकम्मभूमीए होज्जा। बउसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जम्मण-संतिभावं पडुच्च कम्मभूमीए होज्जा, णो अकम्मभूमीए होज्जा। साहरणं पडुच्च कम्मभूमीए वा होज्जा, अकम्मभूमीए वा होज्जा | एवं जाव सिणाए । पुलाए णं भंते ! किं ओसप्पिणिकाले होज्जा, उस्सप्पिणिकाले होज्जा, णोओसप्पिणीणोउस्सप्पिणिकाले वा होज्जा ? गोयमा ! ओसप्पिणिकाले वा होज्जा, उस्सप्पिणिकाले वा होज्जा, णोओसप्पिणी-णोउस्सप्पिणीकाले वा होज्जा | जइ णं भंते ! ओसप्पिणिकाले होज्जा किं सुसमसुसमाकाले होज्जा, सुसमाकाले होज्जा, सुसमदुस्समाकाले होज्जा, दुस्समसुसमाकाले होज्जा, दुस्समाकाले होज्जा, दुस्समदुस्समाकाले होज्जा ? गोयमा ! जम्मणं पडुच्च णो सुसमसुसमाकाले होज्जा, णो सुसमाकाले होज्जा, सुसमदुस्समाकाले वा होज्जा, दुस्समसुसमाकाले वा होज्जा, णो दुस्समाकाले होज्जा, णो दुस्समदुस्समाकाले होज्जा । संतिभावं पडुच्चं णो सुसमसुसमाकाले होज्जा, णो सुसमाकाले होज्जा, सुसमदुस्समाकाले वा होज्जा, दुस्समसुसमाकाले वा होज्जा, दुस्समाकाले वा होज्जा, णो दुस्समदुस्समाकाले होज्जा । जइ णं भंते ! उस्सप्पिणिकाले होज्जा किं दुस्समदुस्समाकाले होज्जा, दुस्समाकाले होज्जा, दुस्समसुसमाकाले होज्जा, सुसमदुस्समाकाले होज्जा, सुसमाकाले होज्जा, सुसमसुसमाकाले होज्जा ? 572 Page #583 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५४ ५५ ५६ ५७ ५८ ५९ ६० भगवई सुत्त गोयमा ! जम्मणं पडुच्च णो दुस्समदुस्समाकाले होज्जा, दुस्समाकाले वा होज्जा, दुस्समसुसमाकाले वा होज्जा, सुसमदुस्समाकाले वा होज्जा, णो सुसमाकाले होज्जा, णो सुसमसुसमाकाले होज्जा । संतिभावं पडुच्च णो दुस्समदुस्समाकाले होज्जा, णो दुस्समाकाले होज्जा, दुस्समसुसमाकाले वा होज्जा, सुसमदुस्समाकाले वा होज्जा, णो सुसमाकाले होज्जा, णो सुसमसुसमाकाले होज्जा । जइ णं भंते ! णोओसप्पिणि-गोउस्सप्पिणिकाले होज्जा किं सुसमसुसमा पलिभागे होज्जा, सुसमापलिभागे होज्जा, सुसमदूस्समापलिभागे होज्जा, दूस्समसुसमापलिभागे होज्जा? गोयमा! जम्मणं-संतिभावं पडुच्च णो सुसमसुसमापलिभागे होज्जा, णो सुसमापलिभागेहोज्जा, णो सुसमदूस्समापलिभागे होज्जा, दूस्समसुसमापलिभागे होज्जा । बउसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! ओसप्पिणिकाले वा होज्जा, उस्सप्पिणिकाले वा होज्जा, णोओसप्पिणि णोउस्सप्पिणिकाले वा होज्जा । जइ णं भंते ! ओसप्पिणिकाले होज्जा किं सुसमसुसमाकाले होज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! जम्मणं-संतिभावं पडुच्च णो सुसमसुसमाकाले होज्जा, णो सुसमाकाले होज्जा, सुसमदुस्समाकाले वा होज्जा, दुस्समसुसमाकाले वा होज्जा, दुस्समाकाले वा होज्जा, णो दुस्समदुस्समाकाले होज्जा | साहरणं पडुच्च अण्णयरे समाकाले होज्जा । जइ णं भंते ! उस्सप्पिणिकाले होज्जा किं दुस्समदुस्समाकाले होज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! जम्मणं पडुच्च णो दुस्समदुस्समाकाले होज्जा जहेव पुलाए । संतिभावं पडुच्च णो दुस्समदुस्समाकाले होज्जा, णो दुस्समाकाले होज्जा, एवं संतिभावेण वि जहा पुलाए जाव णो सुसमसुसमाकाले होज्जा | साहरणं पडुच्च अण्णयरे समाकाले होज्जा । जइ णं भंते ! णोओस्सप्पिणि-णोउस्सप्पिणिकाले होज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! जम्मणंसंतिभावं पडुच्च सुसमसुसमापलिभागे होज्जा, एवं जव पुलाए जाव दुस्समसुसमापलिभागे होज्जा। साहरणं पडुच्च अण्णयरे पलिभागे होज्जा, जहा बउसे । एवं पडिसेवणाकुसीले वि । एवं कसायकुसीले वि । णियंठो सिणाओ य जहा पुलाओ, णवरं-एएसिं अब्भहियं-साहरणं भाणियव्वं, सेसं तं चेव । पुलाए णं भंते ! कालगए समाणे कं गई गच्छइ ? गोयमा ! देवगइं गच्छइ । देवगइं गच्छमाणे किं भवणवासीसु उववज्जेज्जा, वाणमंतरेसु उववज्जेज्जा, जोइसिएसु उववज्जेज्जा, वेमाणिएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! णो भवणवासीसु, णो वाणमंतरेसु, णो जोइसिएस, वेमाणिएसु उववज्जेज्जा । वेमाणिएस उववज्जमाणे जहण्णेणं सोहम्मे कप्पे, उक्कोसेणं सहस्सारे कप्पे उववज्जेज्जा । बउसे णं एवं चेव, णवरं- उक्कोसेणं अच्चुए कप्पे। पडिसेवणाकुसीले जहा बउसे । कसायकुसीले जहा पुलाए, णवरं- उक्कोसेणं अणुत्तरविमाणेसु उववज्जेज्जा । णियंठे णं एवं चेव जाव वेमाणिएसु उववज्जमाणे अजहण्णमणुक्कोसेणं अणुत्तरविमाणेसु उववज्जेज्जा | सिणाए णं भंते ! कालगए समाणे कं गई गच्छइ ? गोयमा ! सिद्धिगइं गच्छइ । 573 Page #584 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ६२ ६३ ६४ ६५ ६६ ६७ ६८ ६९ ७० ७१ ७२ भगवई सुत्त पुलाए णं भंते! देवेसु उवज्जमाणे किं इंदत्ताए उववज्जेज्जा, सामाणियत्ताए उववज्जेज्जा, तायत्तीसगत्ताए उववज्जेज्जा, लोगपालत्ताए उववज्जेज्जा, अहमिंदत्ताए वा उववज्जेज्जा ? गोयमा ! अविराहणं पडुच्च इंदत्ताए उववज्जेज्जा, सामाणियत्ताए उववज्जेज्जा, तायत्तीसगत्ताए उववज्जेज्जा, लोगपालत्ताए उववज्जेज्जा, णो अहमिंदत्ताए उववज्जेज्जा । विराहणं पडुच्च अण्णयरेसु उववज्जेज्जा । एवं बउसे वि, एवं पडिसेवणाकुसीले वि । कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! अविराहणं पडुच्च इंदत्ताए वा उववज्जेज्जा जाव अहमिंदत्ताए वा उववज्जेज्जा । विराहणं पडुच्च अण्णयरेसु उववज्जेज्जा । णियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! अविराहणं पडुच्च णो इंदत्ताए उववज्जेज्जा जाव णो लोगपालत्ताए उववज्जेज्जा, अहमिंदत्ताए उववज्जेज्जा । विराहणं पडुच्च अण्णयरेसु उववज्जेज्जा | पुलायस्स णं भंते ! देवलोगेसु उववज्जमाणस्स केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमपुहुत्तं, उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमाई । बउसस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमपुहुत्तं, उक्कोसेणं बावीसं सागरोवमाइं। एवं पडिसेवणाकुसीले वि । कसायकुसीलस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं पलिओवमपुहुत्तं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं । णियंठस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! अजहण्णमणुक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं। पुलागस्स णं भंते ! केवइया संजमट्ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा संजमट्ठाणा पण्णत्ता। एवं जाव कसायकुसीलस्स । णियंठस्स णं भंते ! केवड्या संजमट्ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! एगे अजहण्णमणुक्को - स संजमट्ठाणे । एवं सिणायस्स वि । एएसि णं भंते ! पुलाग-बउस पडिसेवणा- कसायकुसील - णियंठ-सिणायाणं संजमट्ठाणाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा णियंठस्स सिणायस्स य एगे अजहण्णमणुक्कोसए संजमट्ठाणे, पुलागस्स णं संजमट्ठाणा असंखेज्जगुणा, बउसस्स संजमट्ठाणा असंखेज्जगुणा, पडिसेवणाकुसीलस्स संजमट्ठाणा असंखेज्जगुणा, कसायकुसीलस्स संजमट्ठाणा असंखेज्जगुणा । पुलागस्स णं भंते ! केवइया चरित्तपज्जवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता चरित्तपज्जवा पण्णत्ता । एवं जाव सिणायस्स । पुलाए णं भंते ! पुलागस्स सट्ठाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं किं हीणे, तुल्ले, अब्भहिए ? गोयमा ! सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अब्भहिए । जइ हीणे अणंतभागहीणे वा असंखेज्जइभागहीणे वा संखेज्जइभागहीणे वा संखेज्जगुणहीणे वा असंखेज्जगुणहीणे वा अणंतगुणहीणे वा । अह अब्भहिए अनंतभागमब्भहिए वा असंखेज्जइभागमब्भहिए वा 574 Page #585 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ७३ ७४ ७५ ७६ واوا ७८ ७९ ८० ८१ भगवई सुत्त संखेज्जइभागमब्भहिए वा संखेज्जगुणमब्भहिए वा असंखेज्जगुणमब्भहिए वा अनंतगुणभहिए वा । पुलाए णं भंते ! बउसस्स परट्ठाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं किं हीणे, तुल्ले, अब्भहिए? गोयमा! हीणे, णो तुल्ले, णो अब्भहिए; अणंतगुणहीणे । एवं पडिसेवणा- कुसीलस्स वि । कसायकुसीलेण समं छट्ठाणवडिए जहेव सट्ठाणे। णियंठस्स जहा बउसस्स । एवं सिणायस्स वि। बउसे णं भंते ! पुलागस्स परट्ठाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं किं हीणे, तुल्ले, अब्भहिए ? गोयमा ! णो हीणे, णो तुल्ले, अब्भहिए, अनंतगुणब्भहिए । बउसे णं भंते ! बउसस्स सट्ठाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं, पुच्छा ? गोयमा ! सिय हीणे, सिय तुल्ले, सिय अब्भहिए । जइ हीणे छट्ठाणवडिए । जइ अब्भहिए छट्ठाण - वडिए । बउसे णं भंते ! पडिसेवणाकुसीलस्स परट्ठाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं किं हीणे तुल्ले, अब्भहिए ? गोयमा ! छट्ठाणवडिए, एवं कसायकुसीलस्स वि । बउसे णं भंते ! णियंठस्स परट्ठाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं, पुच्छा ? गोयमा ! हीणे, णो तुल्ले, णो अब्भहिए, अणंतगुणहीणे, एवं सिणायस्स वि । पडिसेवणाकुसीलस्स एवं चेव बउसवत्तव्वया भाणियव्वा । कसायकुसीलस्स एस चेव बउसवत्तव्वया, णवरं-पुलाएण वि छट्ठाणवडिए । णियंठे णं भंते ! पुलागस्स परट्ठाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं, पुच्छा ? गोयमा! णो हीणे, णो तुल्ले, अब्भहिए; अणंतगुणमब्भहिए | एवं जाव कसायकुसीलस्स । णियंठे णं भंते! णियंठस्स सट्ठाणसण्णिगासेणं, पुच्छा ? गोयमा ! णो हीणे, तुल्ले, णो अब्भहिए। एवं सिणायस्स वि । सिणाए णं भंते ! पुलागस्स परट्ठाणसण्णिगासेणं, पुच्छा ? गोयमा ! जहा णियंठस्स वत्तव्वया तहा सिणायस्स वि भाणियव्वा जाव सिणाए णं भंते! सिणायस्स सट्ठाणसण्णिगासेणं, पुच्छा? गोयमा ! णो हीणे, तुल्ले, णो अब्भहिए । एएसि णं भंते! पुलाग-बउस पडिसेवणाकुसील - कसायकुसील - णियंठ-सिणायाणं जहण्णुक्कोसगाणं चरित्तपज्जवाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! पुलागस्स कसायकुसीलस्स य एएसि णं जहण्णगा चरित्तपज्जवा दोण्ह वि तुल्ला सव्वत्थोवा । पुलागस्स उक्कोसगा चरित्तपज्जवा अनंतगुणा । बउसस्स पडिसेवणाकुसीलस्स य एएसि णं जहण्णगा चरित्तपज्जवा दोण्ह वि तुल्ला अणंतगुणा । बउसस्स उक्कोसगा चरित्तपज्जगा अणंतगुणा । पडिसेवणाकुसीलस्स उक्कोसगा चरित्तपज्जवा अणंतगुणा। कसायकुसीलस्स उक्कोसगा चरित्तपज्जवा अणंतगुणा । णियंठस्स सिणायस्स य एएसि णं अजहण्णमणुक्कोसगा चरित्तपज्जवा दोण्ह वि तुल्ला अनंतगुणा । पुलाए णं भंते! किं सयोगी होज्जा, अयोगी होज्जा ? गोयमा ! सयोगी होज्जा, णो अयोगी होज्जा ? जइ सयोगी होज्जा से णं भंते! किं मणजोगी होज्जा, वयजोगी होज्जा, कायजोगी 575 Page #586 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ८७ होज्जा ? गोयमा ! मणजोगी वा होज्जा, वयजोगी वा होज्जा, कायजोगी वा होज्जा | एवं जाव णियंठे | सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सयोगी वा होज्जा, अयोगी वा होज्जा । जइ णं भंते ! सयोगी होज्जा किं मणजोगी होज्जा, पुच्छा ? गोयमा ! सेसं जहा पुलागस्स। पुलाए णं भंते ! किं सागारोवउत्ते होज्जा, अणागारोवउत्ते होज्जा ? गोयमा ! सागारोवउत्ते वा होज्जा, अणागारोवउत्ते वा होज्जा । एवं जाव सिणाए । पुलाए णं भंते! सकसायी होज्जा, अकसायी होज्जा ? गोयमा ! सकसायी होज्जा, णो अकसायी होज्जा । जइ सकसायी होज्जा, से णं भंते ! कइसु कसाएस होज्जा ? गोयमा ! चउसु कोह-माण-माया-लोभेसु होज्जा | एवडं बउसे वि । एवं पडिसेवणाकुसीले वि | कसायक्सीले णं भंते! पच्छा ? गोयमा ! सकसायी होज्जा, णो अकसायी होज्जा | जइ सकसायी होज्जा से णं भंते ! कइसु कसाएसु होज्जा ? गोयमा ! चउसु वा तिसु वा दोसु वा एगम्मि वा होज्जा । चउसु होमाणे चउसु संजलणकोह-माण-माया-लोभेसु होज्जा, तिसु होमाणे तिसु संजलणमाण-माया-लोभेसु होज्जा, दोसु होमाणे संजलणमाया- लोभेसु होज्जा, एगम्मि होमाणे संजलणलोभे होज्जा । णियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णो सकसायी होज्जा, अकसायी होज्जा । जइ णं भंते ! अकसायी होज्जा, से णं भंते ! किं उवसंतकसायी होज्जा, खीणकसायी होज्जा? गोयमा ! उवसंतकसायी वा होज्जा, खीणकसायी वा होज्जा | सिणाए एवं चेव, णवरं-णो उवसंतकसायी होज्जा, खीणकसायी होज्जा | पुलाए णं भंते ! किं सलेस्से होज्जा, अलेस्से होज्जा ? गोयमा ! सलेस्से होज्जा, णो अलेस्से होज्जा | जइ सलेस्से होज्जा, से णं भंते ! कइसु लेस्सासु होज्जा ? गोयमा! तिस् विसुद्धलेस्सासु होज्जा, तं जहा- तेउलेस्साए, पम्हलेस्साए सुक्कलेस्साए | एवं बउसस्स वि, एवं पडिसेवणाक्सीले वि | कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सलेस्से होज्जा, णो अलेस्से होज्जा। जइ सलेस्से होज्जा, से णं भंते ! कइसु लेसासु होज्जा ? गोयमा ! छसु लेसासु होज्जा, तं जहाकण्हलेस्साए जाव सुक्कलेस्साए | णियंठे णं भंते! पुच्छा ? गोयमा ! सलेस्से होज्जा | जइ सलेस्से होज्जा से णं भंते ! कइसु लेस्सासु होज्जा ? गोयमा ! एक्काए सुक्कलेस्साए होज्जा । सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सलेस्से वा होज्जा, अलेस्से वा होज्जा । जइ सलेस्से होज्जा, से णं भंते ! कइसु लेस्सासु होज्जा? गोयमा! एगाए परमसुक्कलेस्साए होज्जा | ९२ पुलाए णं भंते ! किं वड्ढमाणपरिणामे होज्जा, हीयमाणपरिणामे होज्जा, अवट्ठिय-परिणामे होज्जा ? गोयमा ! वड्ढमाणपरिणामे वा होज्जा, हीयमाणपरिणामे वा होज्जा, अवट्ठियपरिणामे वा होज्जा । एवं जाव कसायकुसीले । 576 Page #587 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९३ ९४ ९५ ९६ ९७ ९८ ९९ | १००| १०१ १०२ १०४ १०५ १०६ भगवई सुत्त णियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! वड्ढमाणपरिणामे होज्जा, णो हीयमाणपरिणामे होज्जा, अवट्ठियपरिणामे वा होज्जा । एवं सिणाए वि । १०७ १०८ पुलाए णं भंते ! केवइयं कालं वड्ढमाणपरिणामे होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं । केवइयं कालं भंते ! हीयमाणपरिणामे होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं । केवइयं कालं भंते ! अवट्ठियपरिणामे होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं सत्त समया । एवं जाव कसायकुसीले । णियंठे णं भंते ! केवइयं कालं वड्ढमाणपरिणामे होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं वि अंतोमुहुत्तं । केवइयं कालं भंते ! अवट्ठियपरिणामे होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं । सिणाए णं भंते ! केवइयं कालं वड्ढमाणपरिणामे होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं वि अंतोमुहुत्तं । १०३ कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा, अट्ठविहबंधए वा, छव्विहबंधए वा। सत्त बंधमाणे आउयवज्जाओ सत्त कम्मप्पगडीओ बंधइ । अट्ठ बंधमाणे पडिपुण्णाओ अट्ठ कम्मप्पगडीओ बंधइ । छ बंधमाणे आउय मोहणिज्जवज्जाओ छक्कम्म-प्पगडीओ बंध | केवइयं कालं भंते ! अवट्ठियपरिणामे होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी । पुलाए णं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ बंधइ ? गोयमा ! आउयवज्जाओ सत्त कम्म प्पगडीओ बंधइ। बउसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा, अट्ठविहबंधए वा । सत्त बंधमाणे आउयवज्जाओ सत्त कम्मप्पगडीओ बंधइ, अट्ठ बंधमाणे पडिपुण्णाओ अट्ठ कम्मप्पगडीओ बंधइ। एवं पडिसेवणाकुसीले वि । णियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! एगं वेयणिज्जं कम्मं बंधइ । सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! एगविहबंधए वा अबंध वा । एगं बंधमाणे एगं वेणिज्जं कम्मं बंधइ । पुलाए णं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ वेदेइ ? गोयमा ! णियमं अट्ठ कम्मप्पगडीओ वेदेइ । एवं जाव कसायकुसीले । णियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! मोहणिज्जवज्जाओ सत्त कम्मप्पगडीओ वेदे । सिणाए णं भंते! पुच्छा? गोयमा ! वेयणिज्ज आउय - णाम-गोयाओ चत्तारि कम्म-प्पगडीओ वेदेइ । 577 Page #588 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त पुलाए णं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ उदीरेइ ? गोयमा ! आउय-वेयणिज्जवज्जाओ छ कम्मप्पगडीओ उदीरेइ । बउसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सत्तविहउदीरए वा, अट्ठविहउदीरए वा, छव्विहउदीरए वा | सत्त उदीरेमाणे आउयवज्जाओ सत्त कम्मपगडीओ उदीरेइ । अट्ठ उदीरेमाणे पडिपुण्णाओ अट्ठ कम्मप्पगडीओ उदीरेइ । छ उदीरेमाणे आउयवेयणिज्जवज्जाओ छ कम्मप्पगडीओ उदीरेइ । पडिसेवणा कुसीले एवं चेव । कसायकुसीले णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सत्तविहउदीरए वा, अट्ठविहउदीरए वा, छव्विहउदीरए वा, पंचविहउदीरए वा | सत्त उदीरेमाणे आउयवज्जाओ सत्त कम्मप्पगडीओ उदीरेइ। अट्ट उदीरेमाणे पडिपुण्णाओ अट्ठ कम्मप्पगडीओ उदीरेइ । छ उदीरेमाणे आउय णिज्जवज्जाओ छ कम्मप्पगडीओ उदीरेड़ | पंच उदीरेमाणे आउय-वेयणिज्ज-मोहणिज्जवज्जाओ पंच कम्मप्पगडीओ उदीरेइ । णियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! पंचविहउदीरए वा, दुविहउदीरए वा । पंच उदीरेमाणे आउय- वेयणिज्ज- मोहणिज्जवज्जाओ पंच कम्मप्पगडीओ उदीरेइ, दो उदीरेमाणे णामं च गोयं च उदीरेइ। सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! दुविहउदीरए वा अणुदीरए वा | दो उदीरेमाणे णामं च गोयं च उदीरेइ । पुलाए णं भंते ! पुलायत्तं जहमाणे किं जहइ, किं उवसंपज्जइ ? गोयमा ! पुलायत्तं जहइ, कसायकुसीलं वा असंजमं वा उवसंपज्जइ । बउसे णं भंते ! बउसत्तं जहमाणे किं जहइ, किं उवसंपज्जइ ? गोयमा ! बउसत्तं जहइ, पडिसेवणाकुसीलं वा कसायकुसीलं वा असंजमं वा संजमासंजमं वा उवसंपज्जइ। पडिसेवणाकुसीले णं भंते! पुच्छा । गोयमा ! पडिसेवणाकुसीलत्तं जहइ, बउसं वा कसायकुसीलं वा असंजमं वा संजमासंजमं वा उवसंपज्जइ । कसायकुसीले णं भंते! पुच्छा ? गोयमा ! कसायकुसीलत्तं जहइ, पुलायं वा बउसं वा पडिसेवणाकुसीलं वा णियंठं वा असंजमं वा संजमासंजमं वा उवसंपज्जइ । णियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णियंठत्तं जहइ, कसायकुसीलं वा सिणायं वा असंजमं वा उवसंपज्जइ । सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सिणायत्तं जहइ, सिद्धिगई उवसंपज्जइ । पुलाए णं भंते ! किं सण्णोवउत्ते होज्जा, णोसण्णोवउत्ते होज्जा ? गोयमा ! णोसण्णोवउत्ते होज्जा। बउसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सण्णोवउत्ते वा होज्जा, णोसण्णोवउत्ते वा होज्जा । एवं पडिसेवणाकुसीले वि, एवं कसायकुसीले वि । णियंठे सिणाए य जहा पुलाए | पुलाए णं भंते ! किं आहारए होज्जा, अणाहारए होज्जा ? गोयमा ! आहारए होज्जा, णो अणाहारए होज्जा | एवं जाव णियंठे । 578 Page #589 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १२४ १२३ सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! आहारए वा होज्जा, अणाहारए वा होज्जा | पुलाए णं भंते ! कइ भवग्गहणाई होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं, उक्कोसेणं तिण्णि । १२५ | बउसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं, उक्कोसेणं अट्ठ । एवं पडिसेवणाकुसीले वि, एवं कसायकुसीले वि । णियंठे जहा पुलाए । १२६ सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! एक्कं । १२७ प्लागस्स णं भंते! एगभवग्गहणीया केवइया आगरिसा पण्णत्ता ? गोयमा! जहण्णेणं एक्को, उक्कोसेणं तिण्णि । १२८ बउसस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को, उक्कोसेणं सयग्गसो । एवं पडिसेवणाकुसीले वि, एवं कसायकुसीले वि | णियंठस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को, उक्कोसेणं दोण्णि | सिण्णायस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! एक्को । पलागस्स णं भंते ! णाणाभवग्गहणीया केवइया आगरिसा पण्णत्ता ? गोयमा ! जहण्णेणं दोण्णि, उक्कोसेणं सत्त । १३२ बउसस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं दोण्णि, उक्कोसेणं सहस्सग्गसो। एवं जाव कसायकुसीलस्स। णियंठस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं दोण्णि, उक्कोसेणं पंच | सिणायस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णत्थि एक्को वि । पुलाए णं भंते ! कालओ केवचिरं होइं ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। १३६ बउसे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी । एवं पडिसेवणाकुसीले वि, कसायकुसीले वि । १३७ णियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहत्तं। १३८ सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी | पुलाया णं भंते ! कालओ केवचिरं होंति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं। बउसा णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सव्वद्धं । एवं जाव कसायकुसीला | णियंठा जहा पुलाया, सिणाया जहा बउसा । पुलागस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण अणंतं कालं-अणंताओ ओसप्पिणिउस्सप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अवड्ढ-पोग्गलपरियट्ट देसूणं। एवं जाव णियंठस्स । 579 Page #590 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १४२ | १४३ १४४ | १४५ १४६| १४७ १५० १५१ १४८ कसायकुसीलस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! छ समुग्घाया पण्णत्ता, तं जहावेयणासमुग्घाए जाव आहारगसमुग्धाए । | १४९ णियंठस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णत्थि एक्को वि । १५२ | १५४| भगवई सुत्त सिणायस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । पुलाया णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं संखेज्जाई वासाई | बउसा णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । एवं जाव कसायकुसीलाणं । णियंठा णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं छम्मासा। सिणायाणं जहा बउसाणं । १५५ पुलागस्स णं भंते ! कइ समुग्धाया पण्णत्ता ? गोयमा ! तिण्णि समुग्धाया पण्णत्ता, तं जहा- वेयणासमुग्घाए, कसायसमुग्धाएमारणंतियसमुग्धा । १५६| | १५७ बउसस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! पंच समुग्धाया पण्णत्ता, तं जहा-वेयणासमुग्धा जाव तेयासमुग्धाए । एवं पडिसेवणाकुसीले वि । | १५३ पुलाए णं भंते ! लोगस्स किं संखेज्जइभागं फुसइ, असंखेज्जइभागं फुसइ, पुच्छा? गोयमा ! जहा ओगाहणा भणिया तहा फुसणा वि भाणियव्वा जाव सिणाए । सिणायस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयम ! एगे केवलिसमुग्धाए पण्णत्ते । पुलाए णं भंते ! लोगस्स किं संखेज्जइभागे होज्जा, असंखेज्जइभागे होज्जा, संखेज्जेसु भागेसु होज्जा, असंखेज्जेसु भागेसु होज्जा, सव्वलोए होज्जा ? गोयमा ! णो संखेज्जइभागे होज्जा, असंखेज्जइभागे होज्जा, णो संखेज्जेसु भागेसु होज्जा, णो असंखेज्जेसु भागेसु होज्जा, णो सव्वलोए होज्जा । एवं जाव णियंठे । सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णो संखेज्जइभागे होज्जा, असंखेज्जइभागे होज्जा, णो संखेज्जे भागे होज्जा, असंखेज्जेसु भागेसु होज्जा, सव्वलोए वा होज्जा । पुलाए णं भंते ! कयरम्मि भावे होज्जा ? गोयमा ! खओवसमिए भावे होज्जा । एवं जाव कसायकुसीले । णियंठे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! उवसमिए भावे वा होज्जा, खइए भावे वा होज्जा । सिणाए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! खइए भावे होज्जा । पुलाया णं भंते ! एगसमएणं केवइया होज्जा ? गोयमा ! पडिवज्जमाणए पडुच्च सिय अत्थि, सिय णत्थि । जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं सयपुहुत्तं । पुव्वपडिवण्ण पडुच्च सिय अत्थि, सिय णत्थि । जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं सहस्सपुहुत्तं। 580 Page #591 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १५८ बउसा णं भंते ! एगसमएणं केवइया होज्जा ? गोयमा ! पडिवज्जमाणए पडुच्च सिय अत्थि, सिय णत्थि । जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं सयपुहुत्तं । पुव्वपडिवण्णए पडुच्च जहण्णेणं कोडिसयपुहुत्तं, उक्कोसेणं वि कोडिसयपुहुत्तं। एवं पडिसेवणाकुसीले वि । कसायकुसीला णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! पडिवज्जमाणए पडुच्च सिय अत्थि, सिय पत्थि । जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं सहस्सपुहुत्तं। पुव्वपडिवण्णए पडुच्च जहण्णेणं कोडिसहस्सपुत्तं, उक्कोसेणं वि कोडिसहस्सपुहत्तं । णियंठा णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! पडिवज्जमाणए पडुच्च सिय अत्थि, सिय णत्थि, जड़ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं बावटुं सतं- अट्ठसयं खवगाणं, चउप्पण्णं उवसामगाणं। पुव्वपडिवण्णए पडुच्च सिय अत्थि, सिय णत्थि । जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं सयपुहुत्तं । सिणाया णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! पडिवज्जमाणए पडुच्च सिय अत्थि, सिय णत्थि; जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं अट्ठसयं । पुव्व- पडिवण्णए पडुच्च जहण्णेणं कोडिपुहुत्तं, उक्कोसेणं वि कोडिपुहुत्तं । एएसि णं भंते ! पुलाग-बउस-पडिसेवणाकुसील-कसायकुसील-णियंठ-सिणायाणं कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा णियंठा, पुलाया संखेज्जगुणा, सिणाया संखेज्जगुणा, बउसा संखेज्जगुणा, पडिसेवणाकुसीला संखेज्जगुणा, कसायकुसीला संखेज्जगुणा। | सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || छट्ठो उद्देसो समत्तो || पंचवीसइमं सतं सत्तमो उद्देसो २ १ कइ णं भंते! संजया पण्णत्ता ? गोयमा! पंच संजया पण्णत्ता, तं जहा- सामाइय- संजए, छेओवट्ठावणियसंजए, परिहारविसुद्धियसंजए, सुहुमसंपरायसंजए, अहक्खायसंजए | सामाइयसंजए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- इत्तरिए य आवकहिए य । छेओवट्ठावणियसंजए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- साइयारे य णिरइयारे य । छ। परिहारविसुद्धियसंजए णं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा णिव्विसमाणए य णिव्विट्ठकाइए य । सुहमसंपराय संजएणं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहासंकिलिस्समाणए य विसुद्धमाणए य । 581 Page #592 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९ ܘ ११ १३ १४ १५ भगवई सुत्त अहक्खायसंजए णं भंते! कइविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- छउमत्थे य केवल य । सामाइयम्मि उ कए, चाउज्जामं अणुत्तरं धम्मं । तिविहेणं फासयंतो, सामाइयसंजओ स खलु ॥१॥ छेत्तूण उ परियागं, पोराणं जो ठवेइ अप्पाणं । धम्मम्मि पंचजामे, छेओवट्ठावओ स खलु ॥२॥ परिहरइ जो विसुद्धं तु, पंचजामं अणुत्तरं धम्मं । तिविहेणं फासयंतो, परिहारिसंजओ स खलु ॥३॥ लोभाणू वेययंतो, जो खलु उवसामओ व खवओ वा । सो सुहुमसंपराओ, अहक्खाया उणओ किंचि ॥४॥ उवसंते खीणम्मि व, जो खलु कम्मम्मि मोहणिज्जम्मि । छउमत्थो व जिणो वा, अहक्खाओ संजओ स खलु ॥ ५ ॥ सामाइयसंजए णं भंते! किं सवेयए होज्जा अवेयए होज्जा ? गोयमा ! सवेयए वा होज्जा, अवेयए वा होज्जा । जइ सवेयए एवं जहा कसायकुसीले तहेव णिरवसेसं । एवं छे ओवट्ठावणियसंजए वि । परिहारविसुद्धियसंजओ जहा पुलाओ । सुहुमसंपरायसंजओ अहक्खायसंजओ य जहा णियंठो । सामाइयसंजए णं भंते! किं सरागे होज्जा, वीयरागे होज्जा ? गोयमा ! सरागे होज्जा, णो वीयरागे होज्जा। एवं जाव सुहुमसंपरायसंजए । अहक्खायसंजए जहा णियंठे। सामाइयसंजए णं भंते! किं ठियकप्पे होज्जा, अट्ठियकप्पे होज्जा ? गोयमा ! ठियकप्पे वा होज्जा, अट्ठियकप्पे वा होज्जा । छेओवट्ठावणियसंजए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! ठियकप्पे होज्जा, णो अट्ठियकप्पे होज्जा । एवं परिहार-विसुद्धियसंजए वि । सेसा जहा सामाइयसंजए । सामाइयसंजए णं भंते! किं जिणकप्पे होज्जा, थेरकप्पे होज्जा, कप्पाईए होज्जा ? गोयमा ! जिणकप्पे वा होज्जा, जहा कसायकुसीले तहेव णिरवसेसं । छेओवट्ठावणिओ परिहारविसुद्धिओ य जहा बउसो, सेसा जहा णियंठे । सामाइयसंजए णं भंते ! किं पुलाए होज्जा, बउसे जाव सिणाए होज्जा ? गोयमा! पुलाए वा होज्जा, बउसे जाव कसायकुसीले वा होज्जा, णो णियंठे होज्जा, णो सिणाए होज्जा । एवं छे ओवट्ठावणिए वि । परिहारविसुद्धियसंजए णं भंते! पुच्छा ? गोयमा! णो पुलाए, णो बउसे, णो पडि- सेवणाकुसीले होज्जा, कसायकुसीले होज्जा, णो णियंठे होज्जा, णो सिणाए होज्जा । एवं सुहुमसंपराए वि । अहक्खायसंजए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णो पुलाए होज्जा जाव णो कसायकुसीले होज्जा, णियंठे वा होज्जा, सिणाए वा होज्जा । 582 Page #593 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सामाइयसंजए णं भंते ! किं पडिसेवए होज्जा, अपडिसेवए होज्जा ? गोयमा ! पडिसेवए वा होज्जा, अपडिसेवए वा होज्जा | जइ पडिसेवए होज्जा- किं मूलगुणपडिसेवए होज्जा ? गोयमा ! सेसं जहा पुलागस्स । जहा सामाइयसंजए एवं छेओवट्ठावणिए वि | परिहारविसुद्धियसंजए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णो पडिसेवए होज्जा, अपडिसेवए होज्जा । एवं जाव अहक्खायसंजए | सामाइयसंजए णं भंते ! कइसु णाणेसु होज्जा ? गोयमा ! दोसु वा तिसु वा चउसु वा णाणेसु होज्जा । एवं जहा कसायकुसीलस्स तहेव चत्तारि णाणाई भयणाए, एवं जाव सुहमसंपराए । अहक्खायसंजयस्स पंच णाणाइं भयणाए जहा णाणुद्देसए । सामाइयसंजए णं भंते ! केवइयं सुयं अहिज्जेज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठ पवयणमायाओ, एवं जहा कसायकुसीले । एवं छेओवट्ठावणिए वि । परिहारविसुद्धियसंजए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं णवमस्स पुव्वस्स तइयं आयारवत्थु, उक्कोसेणं असंपुण्णाई दस पुव्वाइं अहिज्जेज्जा । सुहुमसंपरायसंजए जहा सामाइयसंजए । अहक्खायसंजए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं अट्ठ पवयणमायाओ, उक्कोसेणं चोदस पुव्वाइं अहिज्जेज्जा, सुयवइरित्ते वा होज्जा | सामाइयसंजए णं भंते ! किं तित्थे होज्जा, अतित्थे होज्जा ? गोयमा ! तित्थे वा होज्जा, अतित्थे वा होज्जा, एवं जहा कसाय कुसीले । छेओवट्ठावणिए परिहारविसुद्धिए य जहा पुलाए, सेसा जहा सामाइयसंजए । सामाइयसंजए णं भंते ! किं सलिंगे होज्जा, अण्णलिंगे होज्जा, गिहिलिंगे होज्जा? गोयमा ! जहा पुलाए । एवं छेओवट्ठावणिए वि | सामाइयसंजए णं भंते ! कइसु सरीरेसु होज्जा ? गोयमा ! तिसु वा चउसु वा पंचसु वा जहा कसायकुसीले । एवं छेओवट्ठावणिए वि | सेसा जहा पुलाए | सामाइयसंजए णं भंते ! किं कम्मभूमीए होज्जा, अकम्मभूमीए होज्जा ? गोयमा ! जम्मणं संतिभावं पडुच्च कम्मभूमीए होज्जा, णो अकम्मभूमीए होज्जा । एवं जहा बउसे। एवं छेओवट्ठावणिए वि। परिहारविसुद्धिए य जहा पुलाए, सेसा जहा सामाइयसंजए | सामाइयसंजए णं भंते ! किं ओसप्पिणीकाले होज्जा, उस्सप्पिणीकाले होज्जा, णोओसप्पिणीणोउस्सप्पिणीकाले होज्जा ? गोयमा ! ओसप्पिणीकाले होज्जा, एवं जहा बउसे । एवं छेओवट्ठावणिए वि । णवरं जम्मणं संतिभावं पडुच्च चउसु वि पलिभागेसु णत्थि, साहरणं पडुच्च अण्णयरे पलिभागे होज्जा । सेसं तं चेव । परिहारविसुद्धिए णं भंते! पुच्छा ? गोयमा! ओसप्पिणीकाले वा होज्जा, उस्सप्पिणी-काले वा होज्जा, णोओसप्पिणी-णोउस्सप्पिणीकाले णो होज्जा। जइ ओसप्पिणीकाले होज्जा-जहा पुलाओ। उस्सप्पिणीकाले वि जहा पुलाओ। सुहुमसंपराइओ जहा णियंठो। एवं अहक्खाओ वि। २८ 583 Page #594 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २९ ३० ३१ ३२ ३३ ३४ ३५ ३६ ३७ ३८ ३९ ४० ४१ भगवई सुत्त सामाइयसंजए णं भंते! कालगए समाणे कं गई गच्छइ ? गोयमा ! देवगइं गच्छन् । सेणं भंते ! देवगइं गच्छमाणे किं भवणवासीसु उववज्जेज्जा, वाणमंतरेसु उववज्जेज्जा, जोइसिएस उववज्जेज्जा, वेमाणिएसु उववज्जेज्जा ? गोयमा ! णो भवणवासीसु उववज्जेज्जा, एवं जहा कसायकुसीले। एवं छेओवट्ठावणिए वि। परिहारविसुद्धिए जहा पुलाए । सुहुमसंपराए जहा णियंठे। अहक्खाए णं भंते! पुच्छा ? गोयमा ! एवं अहक्खायसंजए वि जाव अजहण्ण-मणुक्कोसेणं अणुत्तरविमाणेसु उववज्जेज्जा । अत्थेगइए सिज्झइ जाव अंतं करेइ । सामाइयसंजए णं भंते ! देवलोगेसु उववज्जमाणे किं इंदत्ताए उववज्जइ, पुच्छा ? गोयमा ! अविराहणं पडुच्चं इंदत्ताए, एवं जहा कसायकुसीले । एवं छेओवट्ठावणिए । परिहारविसुद्ध जहा पुलाए । सेसा जहा णियंठे । सामाइयसंजयस्स णं भंते ! देवलोगेसु उववज्जमाणस्स, केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता? गोयमा! जहणेणं दो पलिओवमाइं, उक्कोसेणं तेत्तीस सागरोवमाइं । एवं छेओवट्ठावणिए वि । परिहारविसुद्धियस्स णं भंते! पुच्छा ? गोयमा! जहण्णेणं दो पलिओवमाई, उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमाइं । सेसाणं जहा णियंठस्स । सामाइयसंजयस्स णं भंते! केवइया संजमट्ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! असंखेज्जा संजमट्ठाणा पण्णत्ता । एवं जाव परिहारविसुद्धियस्स । सुहुमसंपरायसंजयस्स णं भंते! पुच्छा? गोयमा ! असंखेज्जा अंतोमुहुत्तिया संजमट्ठाणा पण्णत्ता । अहक्खायसंजयस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! एगे अजहण्णमणुक्कोसए संजमट्ठाणे पण्णत्ते। एएसि णं भंते ! सामाइय-छेओवट्ठावणिय परिहारविसुद्धिय-सुहुमसंपराय-अहक्खाय- संजयाणं संजमट्ठाणाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा! सव्वत्थोवे अहक्खायसंजमस्स एगे अजहण्णमणुक्कोसए संजमट्ठाणे, सुहुमसंपरायसंजयस्स अंतोमुहुत्तिया संजमट्ठाणा असंखेज्जगुणा, परिहारविसुद्धियसंजयस्स संजमट्ठाणा असंखेज्जगुणा, सामाइयसंजयस्स छेओवट्ठावणियसंजयस्स य एएसि णं संजमट्ठाणा दोह वि तुल्ला असंखेज्जगुणा । सामाइयसंजयस्स णं भंते ! केवइया चरित्तपज्जवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अनंता चरित्तपज्जवा पण्णत्ता । एवं जाव अहक्खायसंजयस्स । सामाइयसंजए णं भंते ! सामाइयसंजयस्स सट्ठाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं किं हीणे, तुल्ले, अब्भहिए ? गोयमा ! सिय हीणे, एवं जाव छट्ठाणवडिए । सामाइयसंजए णं भंते! छेओवट्ठावणियसंजयस्स परट्ठाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं, पुच्छा ? गोयमा ! सिय हीणे एवं जाव छट्ठाणवडिए । एवं परिहारविसुद्धियस्स वि । सामाइयसंजए णं भंते ! सुहुमसंपरायसंजयस्स परट्ठाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं, पुच्छा ? गोयमा! हीणे, णो तुल्ले, णो अब्भहिए, अणंतगुणहीणे । एवं अहक्खाय-संजयस्स वि। एवं 584 Page #595 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४२ ४३ ४४ ४५ ४६ ४७ ४८ ४९ ५० भगवई सुत्त छेओवट्ठावणिए वि हेट्ठिल्लेसु तिसु वि समं छट्ठाणवडिए, उवरिल्लेसु दोसु तहेव हीणे । जहा छेओवट्ठावणिए तहा परिहारविसुद्धिए वि । सुहुमसंपरायसंजए णं भंते ! सामाइयसंजयस्स परट्ठाण सण्णिगासेणं, पुच्छा ? गोयमा! णो हीणे, णो तुल्ले, अब्भहिए, अणंतगुणमब्भहिए । एवं छेओवट्ठावणियपरिहार- विसुद्ध वि समं । सट्ठाणे सिय हिणे, सिय तुल्ले, सिय अब्भहिए । जइ हीणे अणंत गुणहीणे, अह(जइ) अब्भहिए अणंतगुणमब्भहिए | सुहुमसंपरायसंजयस्स अहक्खायसंजयस्स परट्ठाण सण्णिगासेणं, पुच्छा ? गोयमा! हीणे, णो तुल्ले, णो अब्भहिए, अणंतगुणहीणे । अहक्खाए हेट्ठिल्लाणं चउण्ह वि णो हीणे, णो तुल्ले, अब्भहिए, अणंतगुणमब्भहिए । सट्ठाणे णो हीणे, तुल्ले, णो अब्भहिए । एएसि णं भंते ! सामाइय-छेओवट्ठावणिय- परिहारविसुद्धिय - सुहुमसंपराय अहक्खाय- संजयाणं जहण्णुक्कोसगाणं चरित्तपज्जवाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सामाइयसंजयस्स छेओवट्ठावणियसंजयस्स य एएसि णं जहण्णगा चरित्तपज्जवा दोण्ह वि तुल्ला सव्वत्थोवा, परिहारविसुद्धियसंजयस्स जहण्णगा चरित्तपज्जवा अणंतगुणा । तस्स चेव उक्कोसगा चरित्तपज्जवा अणंतगुणा । सामाइयसंजयस्स छेओवट्ठावणियसंजयस्स य एएसि णं उक्कोसगा चरित्तपज्जवा दोण्ह वि तुल्ला अणंतगुणा । सुहुमसंपरायसंजयस्स जहण्णगा चरित्तपज्जवा गुण । तस्स चेव उक्कोसगा चरित्तपज्जवा अणंतगुणा । अहक्खायसंजयस्स अजहण्णमणुक्कोसगा चरित्तपज्जवा अणंतगुणा। सामाइयसंजए णं भंते! किं सजोगी होज्जा, अजोगी होज्जा ? गोयमा ! सजोगी होज्जा, एवं जहा पुलाए । एवं जाव सुहुमसंपरायसंजए । अहक्खाए जहा सिणाए । सामाइयसंजए णं भंते! किं सागारोवउत्ते होज्जा, अणागारोवउत्ते होज्जा ? गोयमा ! सागारोवउत्ते वा होज्जा, एवं जहा पुलाए । एवं जाव अहक्खाए । णवरं - वरं- सुहुमसंपराए सागारोवउत्ते होज्जा, णो अणागारोवउत्ते होज्जा । सामाइयसंजए णं भंते! किं सकसायी होज्जा, अकसायी होज्जा ? गोयमा ! सकसायी होज्जा, णो अकसायी होज्जा । एवं जहा कसायकुसीले । एवं छेओवट्ठावणिए वि । परिहारविसुद्धिए जहा पुलाए । सुहुमसंपरायसंजणं भंते! पुच्छा ? गोयमा ! सकसायी होज्जा, णो अकसायी होज्जा । जइ सकसायी होज्जा, से णं भंते ! कइसु कसायेसु होज्जा ? गोयमा ! एगम्मि संजलणलोभे होज्जा । अहक्खायसंजए जहा णियंठे । सामाइयसंजए णं भंते! किं सलेस्से होज्जा, अलेस्से होज्जा ? गोयमा ! सलेस्से होज्जा, एवं जहा कसायकुसीले । एवं छेओवट्ठावणिए वि । परिहारविसुद्धिए जहा पुलाए । सुसंप 585 Page #596 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त जहा णियंठे । अहक्खाए जहा सिणाए, णवरं-जइ सलेस्से होज्जा, एगाए सुक्कलेस्साए होज्जा। सामाइयसंजए णं भंते ! किं वड्ढमाणपरिणामे होज्जा, हीयमाणपरिणामे होज्जा, अवट्ठियपरिणामे होज्जा ? गोयमा ! वड्ढमाणपरिणामे वा होज्जा, एवं जहा पुलाए | एवं जाव परिहारविसुद्धिए। सुहमसंपराए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! वड्ढमाणपरिणामे वा होज्जा, हीयमाण-परिणामे वा होज्जा, णो अववियपरिणामे होज्जा | अहक्खाए जहा णियंठे । सामाइयसंजए णं भंते! केवइयं कालं वड्ढमाणपरिणामे होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, एवं जहा पुलाए । एवं जाव परिहारविसुद्धिए । सुहमसंपरायसंजए णं भंते ! केवइयं कालं वड्ढमाणपरिणामे होज्जा? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं । से णं भंते ! केवइयं कालं हीयमाण परिणामे होज्जा? गोयमा ! एवं चेव। 9x अहक्खायसंजए णं भंते ! केवइयं कालं वड़ढमाणपरिणामे होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहत्तं । से णं भंते ! केवइयं कालं अवट्ठिय परिणामे होज्जा? गोयमा ! जहण्णेणं एक्क समयं, उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी । सामाइयसंजए णं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ बंधइ ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा, अट्ठविहबंधए वा एवं जहा बउसे । एवं जाव परिहारविसुद्धिए । सुहमसंपरायसंजमे णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! आउय-मोहणिज्जवज्जाओ छ कम्मप्पगडीओ बंधइ। अहक्खायसंजए जहा सिणाए । सामाइयसंजए णं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ वेदेइ ? गोयमा ! णियमं अट्ठ कम्म- प्पगडीओ वेदेइ। एवं जाव सुहमसंपराए । अहक्खाए णं भंते! पुच्छा ? गोयमा! सत्तविहवेयए वा, चउव्विहवेयए वा । सत्त वेदेमाणे मोहणिज्जवज्जाओ सत्त कम्मप्पगडीओ वेदेइ । चत्तारि वेदेमाणे वेयणिज्जाउय- णामगोयाओ चत्तारि कम्मप्पगडीओ वेदेइ । सामाइयसंजए णं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ उदीरेइ ? गोयमा! सत्तविह उदीरए वा, अट्ठविहउदीरए वा, छव्विहउदीरए वा एवं जहा बउसो । एवं जाव परिहारविसुद्धिए । सुहमसंपराए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! छव्विहउदीरए वा, पंचविहउदीरए वा । छ उदीरेमाणे आउय-वेयणिज्जवज्जाओ छ कम्मप्पगडीओ उदीरेइ, पंच उदीरेमाणे आउय-वेयणिज्जमोहणिज्जवज्जाओ पंच कम्मप्पगडीओ उदीरेइ । अहक्खायसंजए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! पंचविहउदीरए वा, दुविहउदीरए वा, अणुदीरए वा। पंच उदीरेमाणे आउयवेयणिज्ज-मोहणिज्ज-वज्जाओ, सेसं जहा णियंठस्स। 586 Page #597 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सामाइयसंजए णं भंते ! सामाइयसंजयत्तं जहमाणे किं जहइ, किं उवसंपज्जइ ? गोयमा ! सामाइयसंजयत्तं जहइ, छेओवट्ठावणियसंजयं वा सुहमसंपरायसंजयं वा असंजमं वा संजमासंजमं वा उवसंपज्जइ । छेओवट्ठावणिए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! छेओवट्ठावणियसंजयत्तं जहइ, सामाइय- संजयं वा परिहारविसुद्धियसंजयं वा सुहमसंपरायसंजयं वा असंजयं वा संजमासंजयं वा उवसंपज्जइ । ६५ परिहारविसुद्धिए णं भंते! पुच्छा ? गोयमा ! परिहारविसुद्धियसंजयत्तं जहइ, छेओ वट्ठावणियसंजयं वा असंजमं वा उवसंपज्जइ । सुहुमसंपराए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! सुहुमसंपरायसंजयत्तं जहइ, सामाइयसंजयं वा छेओवट्ठावणियसंजयं वा अहक्खायसंजयं वा असंजमं वा उवसंपज्जइ । अक्खायसंजए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! अहक्खायसंजयत्तं जहइ, सुहुमसंपराय- संजमं वा असंजमं वा सिद्धिगई वा उवसंपज्जइ । सामाइयसंजए णं भंते ! किं सण्णोवउत्ते होज्जा, णोसण्णोवउत्ते होज्जा ? गोयमा! सण्णोवउत्ते होज्जा, एवं जहा बउसो। एवं जाव परिहारविसुद्धिए। सुहुमसंपराए अहक्खाए य जहा पुलाए। सामाइयसंजए णं भंते ! किं आहारए होज्जा, अणाहारए होज्जा ? गोयमा ! जहा पुलाए । एवं जाव सुहुमसंपराए । अहक्खायसंजए जहा सिणाए । सामाइयसंजए णं भंते ! कइ भवग्गहणाइं होज्जा? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं, उक्कोसेणं अट्ठ। एवं छेओवट्ठावणिए वि | परिहाराविसुद्धिए णं भंते! पुच्छा ? गोयमा! जहण्णेणं एक्कं, उक्कोसेणं तिण्णि। एवं जाव अहक्खाए । सामाइयसंजयस्स णं भंते ! एगभवग्गहणिया केवइया आगरिसा पण्णत्ता ? गोयमा! जहा बउसस्स। छेओवट्ठावणियस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को, उक्कोसेणं वीसपुहुत्तं । परिहारविसुद्धियस्स णं भंते! पुच्छा ? गोयमा! जहण्णेणं एक्को, उक्कोसेणं तिण्णि। सुहुमसंपरायस्स णं भंते! पुच्छा ? गोयमा! जहण्णेणं एक्को, उक्कोसेणं चत्तारि। अहक्खायस्स णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्को, उक्कोसेणं दोण्णि। सामाइयसंजयस्स णं भंते ! णाणाभवग्गहणिया केवइया आगरिसा पण्णत्ता? गोयमा! जहा बउसे। छेओवट्ठावणियस्स णं भंते! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं दोण्णि, उक्कोसेणं उवरिं णवण्हं सयाणं अंतो सहस्सस्स । परिहारविसुद्धियस्स जहण्णेणं दोण्णि, उक्कोसेणं सत्त । सुहमसंपरायस्स जहण्णेणं दोण्णि, उक्कोसेणं णव । अहक्खायस्स जहण्णेणं दोण्णि, उक्कोसेणं पंच । | | 587 Page #598 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ७९ ८४ सामाइयसंजए णं भंते ! कालओ केवचिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं देसूणएहिं णवहिं वासेहिं ऊणिया पुव्वकोडी । एवं छेओवट्ठावणिए वि | परिहारविसुद्धिए जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं देसूणएहिं एगुणतीसाए वासेहिं ऊणिया पुव्वकोडी । सुहमसंपराए जहा णियंठे | अहक्खाए जहा सामाइयसंजए | सामाइयसंजया णं भंते ! कालओ केवचिरं होंति ? गोयमा ! सव्वद्धं । छेओवट्ठावणियसंजया णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं अड्ढाइज्जाइं वाससयाइं, उक्कोसेणं पण्णासं सागरोवमकोडि- सयसहस्साइं । परिहाराविसुद्धियसंजया णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं देसूणाई दो वाससयाई उक्कोसेणं देसूणाओ दो पुव्वकोडीओ । सुहमसंपरायसंजया णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं | अहक्खायसंजया जहा सामाइयसंजया । सामाइयसंजयस्स णं भंते ! केवइयं कालं अंतरं होइ ? गोयमा ! जहा पुलागस्स। एवं जाव अहक्खायसंजयस्स | सामाइयसंजयाणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णत्थि अंतरं । छेओवट्ठावणियाणं ते! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं तेवहिँ वाससहस्साइं, उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमकोडाकोडीओ । परिहारविसुद्धियाणं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! जहण्णेणं चउरासीइं वाससहस्साइं, उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमकोडाकोडीओ | सुहमसंपरायाणं जहा णियंठाणं । अहक्खाय- संजयाणं जहा सामाइयसंजयाणं । सामाइयसंजयस्स णं भंते ! कइ समुग्घाया पण्णत्ता ? गोयमा ! छ समुग्घाया पण्णत्ताजहा कसायकुसीलस्स | एवं छेओवट्ठावणियस्स वि । परिहारविसुद्धियस्स जहा पुलागस्स | रायस्स जहा णियंठस्स | अहक्खायस्स जहा सिणायस्स | सामाइयसंजए णं भंते! लोगस्स किं संखेज्जइभागे होज्जा, असंखेज्जइभागे होज्जा, पुच्छा ? गोयमा! णो संखेज्जइ भागे होज्जा, एवं जहा पुलाए । एवं जाव सुहुमसंपराए । अहक्खायसंजए जहा सिणाए । सामाइयसंजए णं भंते ! लोगस्स किं संखेज्जइभागं फुसइ, पुच्छा ? गोयमा ! जहेव होज्जा तहेव फुसइ । सामाइयसंजए णं भंते ! कयरम्मि भावे होज्जा ? गोयमा ! खओवसमिए भावे होज्जा । एवं जाव सुहमसंपराए । अहक्खायसंजए णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! उवसमिए वा खइए वा भावे होज्जा। सामाइयसंजया णं भंते ! एगसमएणं केवइया होज्जा ? गोयमा ! जहा कसायकुसीला तहेव णिरवसेसं भाणियव्वं । ८७ 588 Page #599 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त छेओवट्ठावणिया णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! पडिवज्जमाणए पडुच्च सिय अत्थि सिय णत्थि। जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा, उक्कोसेणं सयपत्तं । पुव्वपडिवण्णए पडुच्च सिय अत्थि, सिय पत्थि, जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं कोडिसयपुहुत्तं । परिहारविसुद्धिया जहा पुलाया । सुहुमसंपराया जहा णियंठा । अहक्खायसंजया णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! पडिवज्जमाणए पडुच्च सिय अत्थि, सिय णत्थि। जइ अत्थि जहण्णेणं एक्को वा दो वा तिण्णि वा उक्कोसेणं बावट्ठसयं- अइत्तरसयं खवगाणं, चउप्पण्णं उवसामगाणं । पुव्वपडिवण्णए पडुच्च जहण्णेणं कोडि-पुहुत्तं, उक्कोसेणं वि कोडिपुहुत्तं । एएसि णं भंते ! सामाइय-छेओवट्ठावणिय-परिहार-विसुद्धिय-सुहुमसंपराय-अहक्खाय-संजयाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा सहम- संपरायसंजया, परिहारविसुद्धियसंजया संखेज्जगुणा, अहक्खायसंजया संखेज्जगुणा, छेओवट्ठावणियसंजया संखेज्जगुणा, सामाइयसंजया संखेज्जगुणा । पडिसेवण दोसालोयणा य, आलोयणारिहे चेव । तत्तो सामायारी, पायच्छित्ते तवे चेव || कइविहा णं भंते ! पडिसेवणा पण्णत्ता ? गोयमा ! दसविहा पडिसेवणा पण्णत्ता, तं जहा दप्पपमादणाभोगे, आउरे आवतीति य । संकिपणे सहसक्कारे, भयप्पओसा य वीमंसा ॥१॥ दस आलोयणादोसा, पण्णत्ता, तं जहा आकंपइत्ता अणुमाणइत्ता, जं दिळं बायरं च सुहमं वा । छण्णं सघाउलयं, बहुजण अव्वत्त तस्सेवी । दसहिं ठाणेहिं संपण्णे अणगारे अरिहइ अत्तदोसं आलोइत्तए, तं जहा- जाइसंपण्णे, कुलसंपण्णे, विणयसंपण्णे, णाणसंपण्णे, दंसणसंपण्णे चरित्तसंपण्णे, खते, दंते, अमायी, अपच्छाणुतावी । अट्ठहिं ठाणेहिं संपण्णे अणगारे अरिहइ आलोयणं पडिच्छित्तए, तं जहा- आयारवं, आहारवं, ववहारवं, उव्वीलए, पकुव्वए, अपरिस्सावी, णिज्जाज्जावए, अवायदंसी । दसविहा समायारी पण्णत्ता, तं जहाइच्छा मिच्छा तहक्कारो, आवस्सिया य णिसीहिया | आपुच्छणा य पडिपुच्छा, छंदणा य णिमंतणा | उवसंपया य काले, समायारी भवे दसहा || 589 Page #600 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १०७ १०३ दसविहे पायच्छित्ते पण्णत्ते, तं जहा- आलोयणारिहे, पडिक्कमणारिहे, तदुभयारिहे, विवेगारिहे, विउसग्गारिहे, तवारिहे, छेदारिहे, मूलारिहे, अणवठ्ठप्पारिहे, पारंचियारिहे। दुविहे तवे पण्णत्ते, तं जहा- बाहिरए य अन्भिंतरए य । से किं तं भंते ! बाहिरए तवे ? गोयमा ! बाहिरए तवे छव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- अणसणं, ओमोयरिया, भिक्खायरिया, रसपरिच्चाओ, कायकिलेसो, पडिसंलीणया । से किं तं भंते ! अणसणे ? गोयमा ! अणसणे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- इत्तरिए य आवकहिए य। से किं तं भंते ! इत्तरिए ? गोयमा ! इत्तरिए अणेगविहे पण्णत्ते, तं जहा- चउत्थे भत्ते, छडे भत्ते, अट्ठमे भत्ते, दसमे भत्ते, दुवालसमे भत्ते, चोद्दसमे भत्ते, अद्धमासिए भत्ते, मासिए भत्ते, दोमासिए भत्ते, तेमासिए भत्ते जाव छम्मासिए भत्ते । से तं इत्तरिए | से किं तं भंते ! आवकहिए ? गोयमा ! आवकहिए दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- पाओवगमणे य, भत्तपच्चक्खाणे य ।। से किं तं भंते ! पाओवगमणे ? गोयमा ! पाओवगमणे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- णीहारिमे य अणीहारिमे य, णियमं अपडिकम्मे | से तं पाओवगमणे | से किं तं भंते ! भत्तपच्चक्खाणे ? गोयमा ! भत्तपच्चक्खाणे दुविहे पण्णत्ते, तं जहाणीहारिमे य अणीहारिमे य, णियमं सपडिकम्मे | से तं भत्तपच्चक्खाणे | से तं आवकहिए | से तं अणसणे । से किं तं भंते ! ओमोयरिया ? गोयमा ! ओमोयरिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा दव्वोमोयरिया य भावोमोयरिया य । ११२ से किं तं भंते! दव्वोमोयरिया ? गोयमा ! दव्वोमोयरिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा उवगरणदव्वोमोयरिया य भत्तपाणदव्वोमोयरिया य । से किं तं भंते ! उवगरणदव्वोमोयरिया ? गोयमा ! उवगरणदव्वोमोयरिया तिविहा पण्णत्ता, तं जहा- एगे वत्थे, एगे पाए, चियत्तोवगरणसाइज्जणया । से त्तं उवगरणदव्वोमोयरिया। से किं तं भंते! भत्तपाणदव्वोमोयरिया? गोयमा! भत्तपाण दव्वोमोययरिया अट्ठ [कुक्कुडिअंडगप्पमाणमेत्ते कवले आहारं आहारेमाणे अप्पहारे, एवं जहा सत्तमसए पढमोद्देसए जाव णो 'पकामरसभोजी' त्ति वत्तव्वं सिया । से तं भत्तपाणदव्वोमोयरिया | से तं दव्वोमोयरिया। से किं तं भंते ! भावोमोयरिया ? गोयमा ! भावोमोयरिया अणेगविहा पण्णत्ता, तं जहाअप्पकोहे जाव अप्पलोभे, अप्पसद्दे, अप्पझंझे, अप्पतुमंतुमे । से तं भावोमोयरिया। से तं ओमोयरिया । 590 Page #601 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ११७ से किं तं भंते! भिक्खायरिया ? गोयमा ! भिक्खायरिया अणेगविहा पण्णत्ता, तं जहादव्वाभिग्गहचरए, एवं जहा उववाइए जाव सुद्धसणिए, संखादत्तिए | से तं भिक्खायरिया। से किं तं भंते! रसपरिच्चाए ? गोयमा ! रसपरिच्चाए अणेगविहे पण्णत्ते, तं जहाणिव्विगिइए, पणीयरसविवज्जए, एवं जहा उववाइए जाव लूहाहारे । से तं रसपरिच्चाए | से किं तं भंते ! कायकिलेसे ? गोयमा ! कायकिलेसे अणेगविहे पण्णत्ते, तं जहा- ठाणाईए, उक्कुड्यासणिए, एवं जहा उववाइए जाव सव्वगायपरिकम्म-विभूसविप्पमुक्के। से तं कायकिलेसे । से किं तं भंते ! पडिसंलीणया ? गोयमा ! पडिसंलीणया चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहा- इंदिय पडिसंलीणया, कसायपडिसंलीणया, जोगपडिसलीणया, विवित्तसयणासणसेवणया। से किं तं भंते! इंदियपडिसलीणया ? गोयमा! इंदियपडिसलीणया पंचविहा पण्णत्ता, तं जहासोइंदियविसयप्पयारणिरोहो वा, सोइंदियविसयप्पत्तेसु वा अत्थेसु रागदोस- विणिग्गहो, चक्खिंदियविसयप्पयारणिरोहो एवं जाव फासिंदियविसयप्पयारणिरोहो वा फासिंदियविसयप्पत्तेसु वा अत्थेसु रागदोसविणिग्गहो । से तं इंदियपडिसंलीणया | से किं तं भंते ! कसायपडिसंलीणया ? गोयमा ! कसायपडिसंलीणया चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहा- कोहोदयणिरोहो वा उदयप्पत्तस्स वा कोहस्स विफलीकरणं | एवं जाव लोभोदयणिरोहो वा उदयप्पत्तस्स वा लोभस्स विफलीकरणं । से तं कसायपडिसंलीणया। से किं तं भंते ! जोगपडिसंलीणया ? गोयमा ! जोगपडिसंलीणया तिविहा पण्णत्ता, तं जहामणजोगपडिसंलीणया, वइजोगपडिसलीणया, कायजोगपडिसंलीणया । से किं तं भंते! मणजोगपडिसंलीणया ? गोयमा! मणजोगपडिसलीणया तिविहा पण्णत्ता पण्णत्ता, तं जहा- अकुसलमणणिरोहो वा कुसलमणउदीरणं वा मणस्स वा एगत्तीभावकरणं। से किं तं भंते! वइजोगपडिसलीणया ? गोयमा! वइजोगपडिसलीणया तिविहा पण्णत्ता, तं जहा- अकुसलवइणिरोहो वा कुसलवइउदीरणं वा वइए वा एगत्तीभावकरणं। से किं तं कायजोगपडिसलीणया ? कायजोगपडिसलीणया जण्णं सुसमाहियपसंतसाहरियपाणियाए कुम्मो इव गुत्तिंदिए अल्लीणे पल्लीणे चिट्ठइ, से तं कायपडिसंलीणया । से तं जोगपडिसलीणया । से किं तं विवित्तसयणासणसेवणया ? विवित्तसयणासणसेवणया जण्णं आरामेस् वा उज्जाणेसु वा जहा सोमिलुद्देसए जाव सेज्जासंथारगं उवसंपज्जित्ता णं विहरइ । से त्तं विवितसयणासणसेवणया । से तं पडिसलीणया । से तं बाहिरए तवे | से किं तं भंते ! अन्भिंतरए तवे ? गोयमा ! अब्भिंतरए तवे छव्विहे पण्णत्ते, तं जहापायच्छित्तं, विणओ, वेयावच्चं, सज्झाओ, झाणं, विउसग्गो । १२३ से किं तं भंते! पायच्छित्ते ? गोयमा! पायच्छित्ते दसविहे पण्णत्ते, तं जहा- आलोयणारिहे जाव पारंचियारिहे। से तं पायच्छित्ते । 591 Page #602 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १२९ से किं तं भंते ! विणए ? गोयमा ! विणए सत्तविहे पण्णत्ते, तं जहा णाणविणएदंसणविणए, चरित्तविणए, मणविणए, वइविणए, कायविणए, लोगोवयारविणए । से किं तं भंते ! णाणविणए ? गोयमा! णाणविणए पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- आभिणिबोहियणाणविणए जाव केवलणाणविणए । से तं णाणविणए । से किं तं भंते! दंसणविणए । गोयमा! दंसणविणए दुविहे पण्णत्ते, तं जहासुस्सूसणाविणए य अणच्चासायणाविणए य । से किं तं भंते ! सुस्सूसणाविणए ? गोयमा ! सुस्सूसणाविणए अणेगविहे पण्णत्ते, तं जहासक्कारे इ वा सम्माणे इ वा एवं जहा चोद्दसमसए तडए उद्देसए जाव पडिसंसाहणया। से तं सुस्सूसणाविणए । से किं तं भंते ! अणच्चासायणाविणए ? गोयमा ! अणच्चासायणाविणए पणयालीसइविहे पण्णत्ते, तं जहा- अरहंताणं अणच्चासायणया, अरहंतपण्णत्तस्स धम्मस्स अणच्चासायणया, आयरियाणं अणच्चासायणया, उवज्झायाणं अणच्चासायणया, थेराणं अणच्चासायणया, कुलस्स अणच्चासायणया, गणस्स अणच्चासायणया, संघस्स अणच्चासायणया, किरियाए अणच्चासायणया, संभोगस्स अणच्चासायणया, आभिणिबोहियणाणस्स अणच्चासायणया जाव केवलणाणस्स अणच्चासायणया, एएसिं चेव भत्ति-बहुमाणेणं, एएसिं चेव वण्णसंजलणया | से तं अणच्चासायणाविणए । से तं दंसणविणए । से किं तं भंते ! चरित्तविणए ? गोयमा ! चरित्तविणए पंचविहे पण्णत्ते, तं जहासामाइयचरित्तविणए जाव अहक्खायचरित्तविणए । से तं चरित्तविणए | से किं तं भंते! मणविणए ? गोयमा! मणविणए दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- पसत्यमणविणए, अप्पसत्थमणविणए य । से किं तं भंते ! पसत्थमणविणए ? गोयमा ! पसत्थमणविणए सत्तविहे पण्णत्ते, तं जहाअपावए, असावज्जे, अकिरिए णिरुवक्केसे, अणण्हवकरे, अच्छविकरे, अभूया- भिसंकणे | से तं पसत्थमणविणए। से किं तं अप्पसत्यमणविणए ? अप्पसत्थमणविणए सत्तविहे पण्णत्ते, तं जहा- पावए, सावज्जे, सकिरिए, सउवक्केसे, अण्णहयकरे, छविकरे, भूयाभिसंकणे । से तं अप्पसत्थमणविणए । से तं मणविणए । से किं तं भंते ! वइविणए ? गोयमा ! वइविणए दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- पसत्थ- वइविणए य, अप्पसत्थवइविणए य । से किं तं भंते ! पसत्थवइविणए ? गोयमा ! पसत्थवइविणए सत्तविहे पण्णत्ते, तं जहाअपावए, असावज्जे जाव अभूयाभिसंकणे । से तं पसत्थवइविणए । 23७ 592 Page #603 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त से किं तं भंते! अप्पसत्थवइविणए ? गोयमा ! अप्पसत्थवइविणए सत्तविहे पण्णत्ते, तं जहा- पावए, सावज्जे जा भयाभिसंकणे । से तं अप्पसत्थवइविणए । से तं वइविणए । से किं तं भंते! कायविणए ? गोयमा ! कायविणए दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- पसत्थकायविणए य, अप्पसत्थकायविणए य । से किं तं भंते ! पसत्थकायविणए ? गोयमा ! पसत्थकायविणए सत्तविहे पण्णत्ते, तं जहाआउत्तं गमणं, आउत्तं ठाणं, आउत्तं णिसीयणं, आउत्तं तयट्टणं, आउत्तं उल्लंघणं, आउत्तं पल्लंघणं, आउत्तं सव्विंदियजोगजुंजणया । से तं पसत्थकायविणए | से किं तं भंते! अप्पसत्थकायविणए ? गोयमा ! अप्पसत्थकायविणए सत्तविहे पण्णत्ते, तं जहा- अणाउत्तं गमणं जाव अणाउत्तं सव्विंदिय । से तं अप्पसत्थ- कायविणए। से तं कायविणए। से किं तं भंते ! लोगोवयारविणए ? गोयमा ! लोगोवयारविणए सत्तविहे पण्णत्ते, तं जहाअब्भासवत्तियं, परच्छंदाणुवत्तियं, कज्जहेउं, कयपडिकइया, अत्तगवेसणया, देसकालण्णया, सव्वत्थेसु अप्पडिलोमया । से तं लोगोवयारविणए । से तं विणए । से किं तं भंते ! वेयावच्चे ? गोयमा ! वेयावच्चे दसविहे पण्णत्ते, तं जहा- आयरियवेयावच्चे, उवज्झायवेयावच्चे, थेरवेयावच्चे, तवस्सिवेयावच्चे, गिलाणवेयावच्चे, सेहवेयावच्चे, कुलवेयावच्चे, गणवेयावच्चे, संघवेयावेच्चे, साहम्मियवेयावच्चे । से तं वेयावच्चे । से किं तं भंते ! सज्झाए ? गोयमा ! सज्झाए पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा- वायणा, पडिपुच्छणा, परियट्टणा, अणुप्पेहा, धम्मकहा । से तं सज्झाए । से किं तं भंते ! झाणे ? गोयमा ! झाणे चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- अद्दे झाणे, रोद्दे झाणे, धम्मे झाणे, सुक्के झाणे | १४८ अट्टे झाणे चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- अमणुण्णसंपओगसंपत्ते तस्स विप्पओग सइसमण्णागए यावि भवइ, मणुण्णसंपओगसंपत्ते तस्स अविप्पओगसइसमण्णागए यावि भवइ, आयंकसंपओगसंपउत्ते तस्स विप्पओगसइसमण्णागए यावि भवइ, परिजसियकामभोगसंपओगसंपउत्ते तस्स अविप्पओगसइसमण्णागए यावि भवइ । अट्टस्स य झाणस्स चत्तारि लक्खणा पण्णत्ता, तं जहा- कंदणया, सोयणया, तिप्पणया, परिदेवणया | १४९ रोद्दे झाणे चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- हिंसाणुबंधी, मोसाणुबंधी, तेयाणुबंधी, सारक्खणाणु- बंधी। रोदस्स णं झाणस्स चत्तारि लक्खणा पण्णत्ता, तं जहा- ओस्सण्णदोसे, बहुलदोसे, अण्णाणदोसे, आमरणांतदोसे। धम्मे झाणे चउव्विहे चउप्पडोयारे पण्णत्ते, तं जहा- आणाविजए, अवायविजए विवागविजए, संठाणविजए । धम्मस्स णं झाणस्स चत्तारि लक्खणा पण्णत्ता, तं जहा- आणारुई, णिस्सगरुई, सुत्तरुई, ओगाढरुई । धम्मस्स णं झाणस्स चत्तारि आलंबणा पण्णत्ता, तं जहा- वायणा, पडिपुच्छणा, परियट्टणा, धम्मकहा। धम्मस्स णं झाणस्स चत्तारि अणुप्पेहाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- एगत्ताणुप्पेहा, अणिच्चाणुप्पेहा, असरणाणुप्पेहा, संसाराणुप्पेहा । 593 Page #604 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त १५१ सुक्के झाणे चउव्विहे चउप्पडोयारे पण्णत्ते, तं जहा- पुहुत्तवियक्केसवियारी, एगत्तवियक्के अवियारी, सुहमकिरिए अणियट्टी, समुच्छिण्णकिरिए अप्पडिवायी । सुक्कस णं झाणस्स चत्तारि लक्खणा पण्णत्ता, तं जहा- खंती, मुत्ती, अज्जवे, मद्दवे । सुक्कस्सं णं झाणस्स चत्तारि आलंबणा पण्णत्ता, तं जहा- अव्वहे, असंमोहे, विवेगे, विउसग्गे । सक्कस्स णं झाणस्स चत्तारि अणुप्पेहाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- अणंतवत्तियाणुप्पेहा, विप्परिणामाणुप्पेहा, असुभाणुप्पेहा, अवायाणुप्पेहा | से तं सुक्कझाणे । से तं झाणे। से किं तं भंते ! विउसग्गे ? गोयमा ! विउसग्गे दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वविउसग्गे य भावविउसग्गे य । से किं तं भंते ! दव्वविउसग्गे? गोयमा ! दव्वविउसग्गे चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहागणविउसग्गे, सरीरविउसग्गे, उवहिविउसग्गे, भत्तपाणविउसग्गे | से तं दव्वविउसग्गे। से किं तं भंते ! भावविउसग्गे? गोयमा ! भावविउसग्गे तिविहे पण्णत्ते, तं जहाकसायविउसग्गे, संसारविउसग्गे, कम्मविउसग्गे । से किं तं भंते ! कसायविउसग्गे ? गोयमा ! कसायविउसग्गे चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहाकोहविउसग्गे, माणविउसग्गे, मायाविउसग्गे, लोभविउसग्गे | से तं कसायविउसग्गे। से किं तं भंते ! संसारविउसग्गे ? गोयमा ! संसारविउसग्गे चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहाणेरइयसंसारविउसग्गे जाव देवसंसारविउसग्गे । से तं संसारविउसग्गे | से किं तं भंते ! कम्मविउसग्गे ? गोयमा ! कम्मविउसग्गे अट्टविहे पण्णत्ते, तं जहाणाणावरणिज्जकम्मविउसग्गे जाव अंतराइयकम्मविउसग्गे । से तं कम्मविउसग्गे | से तं भावविउसग्गे | से तं विउसग्गे । से तं अभिंतरए तवे || सेवं भंते! सेवं भंते !॥ ॥ सत्तमो उद्देसो समत्तो || पंचवीसइमं सतं अट्ठमो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी- जेरइया णं भंते ! कहं उववज्जंति ? गोयमा ! से जहाणामए पवए पवमाणे अज्झवसाण-णिव्वत्तिएणं करणोवाएणं सेयकाले तं ठाणं विप्पजहित्ता पुरिम ठाणं उवसंपज्जित्ताणं विहरइ, एवामेव एए वि जीवा पवओ विव पवमाणा अज्झवसाणणिव्वत्तिएणं करणोवाएणं सेयकाले तं भवं विप्पजहित्ता पुरिमं भवं उवसंपज्जित्ता णं विहरंति । तेसि णं भंते ! जीवाणं कहं सीहा गई, कहं सीहे गइविसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से जहाणामए केइ पुरिसे तरुणे बलवं, एवं जहा चोद्दसमसए पढमुद्देसए जाव तिसमएण वा विग्गहेणं उववज्जति | तेसि णं जीवाणं तहा सीहा गई, तहा सीहा गइविसए पण्णत्ते । |M 594 Page #605 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ते णं भंते! जीवा कहं परभवियाउयं पकरेंति ? गोयमा ! अज्झवसाणजोगणिव्वत्ति-एणं करणोवाएणं; एवं खलु ते जीवा परभवियाउयं पकरेंति । तेसि णं भंते ! जीवाणं कहं गई पवत्तइ ? गोयमा ! आउक्खएणं, भवक्खएणं, ठिइक्खएणं, एवं खलु तेसिं जीवाणं गई पवत्तइ । ते णं भंते ! जीवा किं आयड्ढीए उववज्जंति, परिड्ढीए उववज्जंति ? गोयमा ! आयड्ढीए उववज्जंति, णो परिड्ढीए उववज्जंति । ते णं भंते ! जीवा किं आयकम्मुणा उववज्जति, परकम्मुणा उववज्जंति ? गोयमा! आयकम्मणा उववज्जति, णो परकम्मणा उववज्जति ? ते णं भंते ! जीवा किं आयप्पओगेणं उववज्जंति, परप्पओगेणं उववज्जति ? गोयमा ! आयप्पओगेणं उववज्जंति, णो परप्पओगेणं उववज्जति । असुरकुमारा णं भंते ! कहं उववज्जंति ? जहा णेरड्या तहेव णिरवसेस जाव णो परप्पओगेणं उववज्जति । एवं एगिदियवज्जा जाव वेमाणिया | एगिंदिया एवं चेव | णवरं चउसमइओ विग्गहो, सेसं तं चेव । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || अट्ठमो उद्देसो समत्तो || पंचवीसइमं सतं णवमो उद्देसो भवसिद्धियणेरइया णं भंते ! कहं उववज्जंति ? गोयमा ! से जहाणामए पवए पवमाणे, अवसेसं तं चेव जाव वेमाणिए | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || णवमो उद्देसो समत्तो || पंचवीसइमं सतं दसमो उद्देसो अभवसिद्धियणेरइया णं भंते ! कहं उववज्जंति ? गोयमा ! से जहाणामए पवए पवमाणे, अवसेसं तं चेव । एवं जाव वेमाणिए || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ दसमो उद्देसो समत्तो || पंचवीसइमं सतं 595 Page #606 -------------------------------------------------------------------------- ________________ R R ३ ४ ५ भगवई सुत्त ११-१२ उद्देसो सम्मदिट्ठिणेरड्या णं भंते ! कहं उववज्जंति ? गोयमा ! से जहाणामए पवए पवमाणे, अवसेसं तं चेव । एवं एगिंदियवज्जं जाव वेमाणिया । ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ मिच्छादिट्ठिणेरइया णं भंते ! कहं उववज्जंति ? गोयमा ! से जहाणामए पवए पवमाणे, एवं अवसेसं तं चेव, एवं एगिंदियवज्जं जाव वेमाणिया । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते! ॥ ॥ पंचवीसइमं सतं समत्तं ॥ छवीसइमं सतं पढमो उद्देसो जीवा य लेस्स पक्खिय, दिट्ठि णाण अण्णाण सण्णाओ । वेय कसाए जोग उवओग, एक्कारस वि ठाणा ॥ तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे जाव एवं वयासी जीवे णं भंते! पावं कम्मं किं बंधी बंध बंधिस्सइ, बंधी बंधइ ण बंधिस्सइ, बंधी ण बंधइ बंधिस्सइ, बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सइ ? गोयमा! अत्थेगइए बंधी बंधइ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी बंधइ ण बंधिस्सइ, अत्थेइ बंधी ण बंधइ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सइ । सलेस्से णं भंते ! जीवे पावं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी बंध बंधिस्सइ, एवं चउभंगो । कण्हलेस्से णं भंते! जीवे पावं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी बंधइ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी बंधइ ण बंधिस्सइ । एवं जाव पम्हलेसे, सव्वत्थ पढमबिइयभंगा । सुक्कलेस्से जहा सलेस्से तहेव चउभंगो । अलेस्से णं भंते! जीवे पावं कम्मं, किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा! बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सइ । कण्हपक्खिए णं भंते ! जीवे पावं कम्मं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी बंधइ बधिस्सइ, एवं पढम-बिइया भंगा । सुक्कपक्खिए णं भंते! जीवे पावं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ; पुच्छा ? गोयमा ! चभंगो भाणियव्वो । सम्मदिट्ठीणं चत्तारि भंगा, मिच्छादिट्ठीणं पढम-बिइया, सम्मामिच्छादिट्ठीणं एवं चेव । 596 Page #607 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० ११ आहारसण्णोवउत्ताणं जाव परिग्गहसण्णोवउत्ताणं पढमबिइया, णोसण्णोवउत्ताणं चत्तारि । सवेयगाणं पढम-बिइया। एवं इत्थीवेयगा, पुरिसवेयगा, णपुंसगवेयगा वि । अवेयगाणं चत्तारि। १२ सकसायीणं चत्तारि । कोहकसायीणं पढम-बिइया भंगा । एवं माणकसाइयस्स वि, मायाकसाइयस्स वि । लोभकसाइयस्स चत्तारि भंगा । अकसायी णं भंते ! जीवे पावं कम्मं किं बंधी, पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी ण बंधइ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी ण बंधइ ण बंधिस्स । सजोगिस्स चउभंगो, एवं मणजोगिस्स वि, वयजोगिस्स वि, कायजोगिस्स वि । अजोगिस्स चरिमो । सागारोवउत्ते चत्तारि, अणागारोवउत्ते वि चत्तारि भंगा । णेरइए णं भंते ! पावं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी बंधइ बंधिस्सइ एवं पढम - बिइया भंगा | १३ १४ १५ |१६ १७ १८ भगवई सुत्त णाणीणं चत्तारि भंगा, आभिणिबोहियणाणीणं जाव मणपज्जवणाणीणं चत्तारि भंगा, केवलणाणीणं चरमो भंगो जहा अलेस्साणं । अण्णाणीणं पढम - बिइया, एवं मइअण्णाणीणं, सुयअण्णाणीणं विभंगणाणीणं वि । १९ सलेस्से णं भंते ! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा! एवं चेव । एवं कण्हलेसे वि, णीललेस्से वि, काउलेस्से वि । एवं कण्हपक्खिए, सुक्क पक्खिए, सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, सम्मामिच्छादिट्ठी; णाणी, आभिणिबोहियणाणी, सुयणाणी, ओहिणाणी, अण्णाणी, मइअण्णाणी, सुयअण्णाणी, विभंगणाणी, आहारसण्णोवउत्ते जाव परिग्गहसण्णोवउत्ते, सवेयए, णपुंसगवेयए, सकसायी जाव लोभकसायी, सजोगी, मणजोगी, वयजोगी, कायजोगी, सागारोवउत्ते, अणागारोवउत्ते; एएसु सव्वेसु पएस पढम-बिइया भंगा भाणियव्वा । एवं असुरकुमारस्स वि वत्तव्वया भाणियव्वा णवरं तेउलेस्सा, इत्थिवेयगा पुरिस - वेयगा य अब्भहिया, णपुंसगवेयगा ण भण्णंति, सेसं तं चेव, सव्वत्थ पढमबिइया भंगा । एवं जाव थणियकुमारस्स । एवं पुढविकाइयस्स वि, आउकाइयस्स वि जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स वि सव्वत्थ वि पढम-बिइया भंगा, णवरं जस्स जा लेस्सा, दिट्ठी, णाणं, अण्णाणं, वेदो, जोगो य अत्थितं तस्स भाणियव्वं, सेसं तहेव । मणुसस्स जच्चेव जीवपए वत्तव्वया तच्चेव णिरवसेसा भाणियव्वा । वाणमंतरस्स जहा असुरकुमारस्स । जोइसियस्स वेमाणियस्स एवं चेव, णवरंलेस्साओ जाणियव्वाओ, सेसं तहेव भाणियव्वं । जीवे णं भंते ! णाणावरणिज्जं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहेव पावकम्मस्स वत्तव्वया तहेव णाणावरणिज्जस्स वि भाणियव्वा, णवरं जीवपए मणुस्सपए य 597 Page #608 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २० २१ २२ २३ २४ २५ २६ २७ M भगवई सुत्त सकसाइम्मि जाव लोभकसाइम्मि य पढम - बिइया भंगा, अवसेसं तं चेव जाव वेमाणिया । एवं दरिसणावरणिज्जेण वि दंडओ भाणियव्वो णिरवसेसो । जीवे णं भंते ! वेयणिज्जं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ पुच्छा ? गोया ! अत्थेगइए बंधी बंधइ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी बंधइ ण बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सइ । सलेस्से वि एवं चेव तइयविहूणा भंगा । कण्हलेस्से जाव पम्हलेस्से पढम- बिइया भंगा, सुक्कलेसे तइयविहूणा भंगा, अलेस्से चरिमो भंगो। कण्हपक्खिए पढमबिइया । सुक्कपक्खिया तइयविहूणा । एवं सम्मदिट्ठिस्स वि । मिच्छादिट्ठिस्स सम्मामिच्छादिट्ठिस्स य पढम-बिइया । णाणिस्स तइयविहूणा, आभिणिबोहियणाणी जाव मणपज्जवणाणी पढम-बिइया। केवलणाणी तइयविहूणा । एवं णोसण्णोवउत्ते, अवेयए, अकसायी, सागारोवउत्ते अणागारोवउत्ते एएसु तइयविहूणा । अजोगिम्मि य चरिमो, सेसेसु य पढम-बिइया । णेरइए णं भंते! वेयणिज्जं कम्मं बंधी, बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा! एवं णेरइया जाव वेमाणिय त्ति । जस्स जं अत्थि सव्वत्थ वि पढम बिइया, णवरं मणुस्से जहा जीवे । जीवे णं भंते ! मोहणिज्जं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! जहेव पावं कम्मं तहेव मोहणिज्जंपि णिरवसेसं जाव वेमाणिए । जीवे णं भंते ! आउयं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिसइ, पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी, बंधइ- चउभंगो । सलेस्से जाव सुक्कलेस्से चत्तारि भंगा, अलेस्से चरिमो भंगो । कण्हपक्खिए णं भंते! पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी बंधइ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी ण बंधइ बंधिस्सइ । सुक्कपक्खिए, सम्मदिट्ठि, मिच्छादिट्ठि चत्तारि भंगा । सम्मामिच्छादिट्ठी णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी ण बंधइ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी ण बंध ण बंधिस्सइ, णाणी जाव ओहिणाणी चत्तारि भंगा । मणपज्जवणाणी णं भंते! पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी बंधइ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी ण बंधइ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सइ । केवलणाणे चरमो भंगो। एवं एएणं कमेणं णोसण्णोवउत्ते बिइयविहूणा जहेव मणपज्जवणाणे । अवेयए अकसायी य तइयचउत्था जहेव सम्मामिच्छत्ते । अजोगिम्मि चरिमो, सेसेसु पएसु चत्तारि भंगा जाव अणागारोवउत्ते । णेरइए णं भंते ! आउयं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! चत्तारि भंगा । एवं सव्वत्थ वि णेरइयाणं चत्तारि भंगा, णवरं कण्हलेस्से कण्हपक्खिए य पढमतइया भंगा, सम्मामिच्छत्ते तइय-चउत्था । असुरकुमारे एवं चेव, णवरं- कण्हलेस्से वि चत्तारि भंगा भाणियव्वा, सेसं जहा णेरइयाणं । एवं जाव थणियकुमाराणं । पुढविक्काइयाणं सव्वत्थ वि चत्तारि भंगा, णवरं कण्हपक्खिए पढम तइया भंगा । तेउलेस्से णं भंते ! पुच्छा? गोयमा ! बंधी ण बंधइ बंधिस्सइ, सेसेसु सव्वत्थ चत्तारि भंगा । एवं आउक्काइय-वणस्सइकाइयाण वि णिरवसेसं । तेउकाइय-वाउक्काइयाणं सव्वत्थ वि पढम 598 Page #609 -------------------------------------------------------------------------- ________________ R 3 ४ भगवई सुत्त तइया भंगा । बेइंदिय- तेइंदिय- चउरिंदियाणं पि सव्वत्थ पढम तइया भंगा । णवरं- सम्मत्ते, णाणे, आभिणिबोहियणाणे, सुयणाणे तइओ भंगो । पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं कण्हपक्खिए पढम - तइया भंगा । सम्मामिच्छत्ते तइय- चउत्थो भंगो । सम्मत्ते, णाणे, आभिणिबोहियणाणे, सुयणाणे, ओहिणाणे एएसु पंचसु वि पएसु बिइयविहूणा भंगा, सेसेसु चत्तारि भंगा। मणुस्साणं जहा जीवाणं, णवरं सम्मत्ते, ओहिएणाणे, आभिणिबोहियणाणे, सुयणाणे, ओहिणाणे- एएस बिइयविहूणा भंगा, सेसं तं चेव । वाणमंतरजोइसिय-वेमाणिया जहा असुरकुमारा । णामं गोयं अंतरायं च एयाणि जहा णाणावरणिज्जं ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ छवीसइमं तं बीओ उद्देस अणंतरोववण्णए णं भंते! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! अत्थेगइए बंधी बंधइ बंधिस्सइ; एवं पढम- बिइया भंगा । सलेस्से णं भंते! अणंतरोववण्णए णेरइए पावं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा? गोयमा! पढम-बिइया भंगा । एवं खलु सव्वत्थ पढम-बिइया भंगा, णवरं- सम्मामिच्छत्तं, मणजोगो, वइजोगो य ण पुच्छिज्जइ । एवं जाव थणियकुमाराणं । एगिंदियाणं सव्वत्थ पढम-बिइया भंगा । बेइंदिय - तेइंदिय- चउरिंदियाणं वयजोगो ण भण्णइ । पंचिंदिय-तिरिक्ख-जोणियाणं पि सम्मामिच्छत्तं, ओहिणाणं, विभंगणाणं, मणजोगो, वयजोगो; एयाणि पंच पयाणि ण भणति । मणुस्साणं अलेस्स- सम्मामिच्छत्त-मणपज्जव-णाणकेवलणाण- विभंगणाण - णोसण्णोवउत्त- अवेयग अकसायी मणजोग - वयजोग अजोगी एयाणि एक्कारस पयाणि ण भण्णंति । वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणियाणं जहा णेरइयाणं तहेव ते तिण्णि ण भण्णंति । सव्वेसिं जाण साणि ठाणाणि सव्वत्थ पढम- बिइया भंगा । जहा पावे कम्मे एवं णाणा-वरणिज्जेण वि दंडओ । एवं आउयवज्जेसु जाव अंतराइए दंडओ । अणंतरोववण्णए णं भंते! णेरइए आउयं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! बंधी, ण बंधइ, बंधिस्स । सलेस्से णं भंते ! अणंतरोववण्णए णेरइए आउयं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव तइओ भंगो । एवं जाव अणागारोवउत्ते सव्वत्थ वि तइओ भंगो । एवं मणुस्सवज्जं जाव वेमाणियाणं । मणुस्साणं सव्वत्थ तइय- चउत्था भंगा, णवरं कण्हपक्खिएस तइओ भंगो, सव्वेसिं णाणत्ताइं ताइं चेव ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ ॥ बीओ उद्देसो समत्तो ॥ छवीसइमं सतं 599 - - Page #610 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त तइओ उद्देसो परंपरोववण्णए णं भंते! जेरइए पावं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा? गोयमा! अत्थेगइए पढम-बिइया । एवं जहेव पढमो उद्देसओ तहेव परंपरोववण्णएहिं वि उद्देसओ भाणियव्वो णेरइयाओ तहेव णवदंडगसहिओ | अट्ठण्ह वि कम्मप्पगडीणं जा जस्स कम्मस्स वत्तव्वया सा तस्स अहीणमइरित्ता णेयव्वा जाव वेमाणिया अणागारोवउत्ता। || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || तइओ उद्देसो समत्तो || छवीसइमं सतं ४-१० उद्देसो अणंतरोगाढए णं भंते ! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहेव अणंतरोववण्णएहिं णवदंडगसंगहिओ उद्देसो भणिओ तहेव अणंतरोगाढएहिं वि अहीणमइरित्तो भाणियव्वो णेरड्याईए जाव वेमाणिए॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! | परंपरोगाढए णं भंते! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! जहेव परंपरोववण्णएहिं उद्देसो सो चेव णिरवसेसो भाणियव्वो || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || अणंतराहारए णं भंते ! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहेव अणंतरोववण्णएहिं उद्देसो तहेव णिरवसेसं | सेवं भंते ! सेवं भंते ! || परंपराहारए णं भंते! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा! एवं जहेव परंपरोववण्णएहिं उद्देसो तहेव णिरवसेसो भाणियव्वो। || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || अणंतरपज्जत्तए णं भंते ! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा! जहेव अणंतरोववण्णएहिं उद्देसो तहेव णिरवसेसं ||| सेवं भंते ! सेवं भंते ! || परंपरपज्जत्तए णं भंते ! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी, बंधइ, बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहेव परंपरोववण्णएहिं उद्देसो तहेव णिरवसेसो भाणियव्वो। सेवं भंते ! सेवं भंते ! चरिमे णं भंते! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा! एवं जहेव परंपरोववण्णएहिं उद्देसो तहेव चरिमेहिं णिरवसेसो ||| सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || ४-१० उद्देसो समत्तो || छवीसइमं सतं एक्कारसमो उद्देसो अचरिमे णं भंते ! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा! एवं जहेव पढमोद्देसए तहेव पढम-बिइया भंगा भाणियव्वा सव्वत्थ जाव पंचिंदियतिरिक्ख-जोणियाणं । 600 Page #611 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त | अचरिमे णं भंते ! मणुस्से पावं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा! अत्थेगइए बंधी बंधइ बंधिस्सइ, अत्थेगइए बंधी बंधइ ण बंधिस्सइ; अत्थेगइए बंधी, ण बंधइ, बंधिस्सइ । सलेस्से णं भंते ! अचरिमे मणुस्से पावंकम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा? गोयमा ! एवं चेव तिण्णि भंगा चरमविहूणा भाणियव्वा एवं जहेव पढमुद्देसे, णवरं- जेसु तत्थ वीससु चत्तारि भंगा तेसु इह आदिल्ला तिण्णि भंगा भाणियव्वा चरिमभंगवज्जा । अलेस्से केवलणाणी य अजोगी य, एए तिण्णि ण पुच्छिज्जंति, सेसं तहेव वाणमंतर-जोइसियवेमाणिए जहा णेरइए । अचरिमे णं भंते ! णेरइए णाणावरणिज्जं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा? गोयमा! एवं जहेव पावकम्म, णवरं-मणुस्सेस् सकसायीसु लोभकसायीस य पढमबिइया भंगा, सेसा अट्ठारस चरमविहणा, सेसं तहेव जाव वेमाणियाणं । दरिसणावरणिज्ज पि एवं चेव णिरवसेसं। वेयणिज्जे सव्वत्थ वि पढम-बिइया भंगा जाव वेमाणियाणं, णवरं-मणुस्सेसु अलेस्से, केवली अजोगी य णत्थि । अचरिमे णं भंते! णेरइए मोहणिज्जं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा ! जहेव पावं तहेव णिरवसेसं जाव वेमाणिए । अचरिमे णं भंते ! णेरइए आउयं कम्मं किं बंधी बंधड़ बंधिस्सइ, पुच्छा ? गोयमा! पढमतिइया भंगा । एवं सव्वपएस वि णेरड़याणं पढम-तडया भंगा. णवरं-सम्मामिच्छत्ते तडओ भंगो । एवं जाव थणियकमाराणं । पुढविक्काइय-आउक्काइय-वणस्सइकाइयाणं तेउलेस्साए तइओ भंगो, सेसेसु पएसु सव्वत्थ पढम-तइया भंगा । तेउकाइय-वाउक्काइयाणं सव्वत्थ पढम-तइया भंगा | बेइंदिय-तेइंदियचउरिंदियाणं एवं चेव, णवरं-सम्मत्ते, ओहिणाणे, आभिणिबोहियणाणे, सुयणाणे; एएसु चउसु वि ठाणेसु तइओ भंगो । पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं सम्मामिच्छत्ते तइओ भंगो, सेसेसु पएसु सव्वत्थ पढम-तइया भंगा । मणुस्साणं सम्मामिच्छत्ते अवेयए अकसाइम्मि य तइओ भंगो, अलेस्स-केवलणाणअजोगी य ण पुच्छिज्जंति । सेस पएस् सव्वत्थ पढम-तइया भंगा | वाणमंतर-जोइसियवेमाणिया जहा णेरइया । णामं गोयं अंतराइयं च जहेव णाणावरणिज्जं तहेव णिरवसेसं | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ एक्कारसमो उद्देसो समत्तो || छवीसइमो सतं समत्तं ॥ | . 601 Page #612 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सत्तवीसइमं सतं १-११ उद्देसो १ | जीवे णं भंते ! पावं कम्मं किं करिंसु करेंति करिस्संति; करिंसु करेंति ण करिस्संति; करिंसु ण करेंति करिस्संति; करिंसु ण करेंति ण करिस्संति ? गोयमा ! अत्थेगइए करिंसु करेंति करिस्संति; अत्थेगइए करिंसु करेंति ण करिस्संति; अत्थेगइए करिंसु ण करेंति करिस्संति; अत्थेगइए करिंसु ण करेंति ण करिस्संति | सलेस्से णं भंते ! जीवे पावं कम्मं किं करिंसु करेंति करेस्संति, पुच्छा ? २ गोयमा ! जच्चेव बंधिसए वत्तव्वया, सच्चेव णिरवसेसा भाणियव्वा, तहेव णवदंडग- संगहिया एक्कारस उद्देसगा भाणियव्वा । ॥ सत्तावीसं सतं समत्तं || अट्ठावीसइमं सतं १-११ उद्देसो जीवा णं भंते ! पावं कम्मं कहिं समज्जिणिंसु, कहिं समायरिंसु ? गोयमा ! सव्वे वि ताव तिरिक्खजोणिएसु होज्जा; अहवा तिरिक्खजोणिएसु य, णेरइएसु य होज्जा; अहवा तिरिक्खजोणिएसु य, मणुस्सेसु य होज्जा; अहवा तिरिक्खजोणिएसु य, देवेसु य होज्जा; अहवा तिरिक्खजोणिएसु य, णेरइएसु य, मणुस्सेसु य होज्जा; अहवा तिरिक्ख- जोणिएसु य, णेरइएसु य, देवेसु य होज्जा; अहवा तिरिक्खजोणिएसु य, मणुस्सेसु य, देवेसु य होज्जा; अहवा तिरिक्खजोणिएसु य, णेरइएसु य, मणुस्सेसु य, देवेसु य होज्जा। सलेस्सा णं भंते! जीवा पावं कम्मं कहिं समज्जिणिंस्, कहिं समायरिंस ? गोयमा! एवं चेव । एवं कण्हलेस्सा जाव अलेस्सा । एवं कण्हपक्खिया, सुक्कपक्खिया। एवं जाव अणागारोवउत्ता। णेरड्या णं भंते ! पावं कम्म कहिं समज्जिणिंसु, कहिं समायरिंसु? गोयमा ! सव्वे वि ताव तिरिक्खजोणिएसु होज्जा, एवं चेव अट्ठ भंगा भाणियव्वा । एवं सव्वत्थ अट्ठ भंगा । एवं जाव अणागारोवउत्ता वि | एवं जाव वेमाणियाणं । एवं णाणावरणिज्जेण वि दंडओ | एवं जाव अंतराइएणं । एवं एए जीवादीया वेमाणियपज्जवसाणा णव दंडगा भवंति । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ अणंतरोववण्णगा णं भंते! णेरइया पावं कम्मं कहिं समज्जिणिंसु ? कहिं समायरिंसु? गोयमा! सव्वे वि ताव तिरिक्खजोणिएसु होज्जा, एवं एत्थ वि अट्ठ भंगा। एवं अणंतरोववण्णगाणं णेरड्याईणं जस्स जं अत्थि लेसाईयं अणागारोवओगपज्जवसाणं तं सव्वं एयाए भयणाए भाणियव्वं जाव वेमाणियाणं, णवरं- अणंतरेसु जे परिहरियव्वा ते जहा बंधिसए तहा इहं पि । ३ 602 Page #613 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवं णाणावरणिज्जेण वि दंडओ, एवं जाव अंतराइएणं णिरवसेसं | एसो वि णवदंडगसंगहिओ उद्देसओ भाणियव्वो | सेवं भंते ! सेवं भंते ! एवं एएणं कमेणं जहेव बंधिसए उद्देसगाणं परिवाडी तहेव इहं पि अट्ठसु भंगेसु णेयव्वा, णवरंजाणियव्वं जं जस्स अत्थि तं तस्स भाणियव्वं जाव अचरिमुद्देसो । सव्वे वि एए एक्कारस उद्देसगा || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ अट्ठावीसइमो सतं समत्तं ॥ एगणतीसइमं सतं १-११ उद्देसो १ | जीवा णं भंते ! पावं कम्मं किं समायं पट्टविंसु समायं णिहविंसु? समायं पट्टविंसु विसमायं णिट्ठविंसु? विसमायं पट्टविंसु समायं णिहविंसु? विसमायं पट्ठविंसु विसमायं णिहविंसु ? गोयमा! अत्थेगइया समायं पट्ठविंसु समायं णिट्ठविंसु जाव अत्थेगइया विसमायं पट्ठविंसु विसमायं णिट्ठविंसु । से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ-अत्थेगइया समायं पट्टविंसु समायं णिट्ठविंसु-तं चेव ? गोयमा ! जीवा चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहा- अत्थेगइया समाउया समोववण्णगा, अत्थेगइया समाउया विसमोववण्णगा, अत्थेगइया विसमाउया समोववण्णगा, अत्थेगइया विसमाउया विसमोववण्णगा । तत्थ णं जे ते समाउया समोववण्णगा ते णं पावं कम्मं समायं पट्टविंसु समायं णिट्ठविंस् । तत्थ णं जे ते समाउया विसमोववण्णगा ते णं पावं कम्मं समायं पट्ठविंस् विसमायं णिट्ठविंस् । तत्थ णं जे ते विसमाउया समोववण्णगा ते णं पावं कम्मं विसमायं पट्टविस समायं णिहविंस् । तत्थ णं जे ते विसमाउया विसमोववण्णगा ते णं पावं कम्म विसमायं पट्ठविंसु विसमायं णिट्ठविंसु । से तेणद्वेणं गोयमा ! तं चेव । सलेस्सा णं भंते ! जीवा पावं कम्मं किं समायं पट्ठविंसु, समायं णिट्ठविंसु, पुच्छा? एवं चेव, एवं सव्वट्ठाणेसु वि जाव अणगारोवउत्ता | एए सव्वे वि पया एयाए वत्तव्वयाए भाणियव्वा | णेरड्या णं भंते! पावं कम्मं किं समायं पट्टविंसु समायं णिहविंसु, पुच्छा ? गोयमा! अत्थेगइया समायं पट्टविंस-एवं जहेव जीवाणं तहेव भाणियव्वं जाव अणागारोवउत्ता | एवं जाव वेमाणियाणं जस्स जं अत्थि तं एएणं चेव कमेणं भाणियव्वं । जहा पावेण दंडओ, एएणं कमेणं अट्ठसु वि कम्मप्पगडीस अट्ट दंडगा भाणियव्वा, जीवाईया वेमाणिय-पज्जवसाणा | एसो णवदंडगसंगहिओ पढमो उद्देसो भाणियव्वो || सेवं भंते! सेवं भंते! || अणंतरोववण्णगा णं भंते ! णेरइया पावं कम्मं किं समायं पट्ठविंसु, समायं णिढविंसु, पुच्छा ? गोयमा! अत्थेगइया समायं पट्ठविंसु, समायं णिट्ठविंसु; अत्थेगइया समायं पट्टविंसु, विसमायं णिट्ठविंसु । से केणद्वेणं भंते ! एवं वुच्चइ-अत्थेगइया समायं पट्ठविंसु-तं चेव? गोयमा ! अणंतरोववण्णगा णेरइया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- अत्थेगइया समाउया समोववण्णगा, 603 Page #614 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अत्थेगइया समाउया विसमोववण्णगा | तत्थ णं जे ते समाउया समोववण्णगा ते णं पावं कम्मं समायं पट्टविंस समायं णिट्ठविंसु । तत्थ णं जे ते समाउया विसमोववण्णगा ते णं पावं कम्मं समायं पट्टविंसु विसमायं णिट्ठविंसु । से तेणटेणं गोयमा ! तं चेव । सलेस्सा णं भंते! अणंतरोववण्णा णेरइया पावं कम्मं, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव, एवं जाव अणागारोवउत्ता । एवं असुरकुमाराणं । एवं जाव वेमाणियाणं, णवरं जं जस्स अत्थि तं तस्स भाणियव्वं । एवं णाणावरणिज्जेणं वि दंडओ, एवं णिरवसेसं जाव अंतराइएणं। एवं एएणं गमएणं जच्चेव बंधिसए उद्देसगपरिवाडी सच्चेव इह वि भाणियव्वा जाव अचरिमो त्ति। अणंतरउद्देसगाणं चउण्ह वि एक्का वत्तव्वया, सेसाणं सत्तण्हं एक्का। ॥ एगणतीसइमं सतं समत्तं ॥ तीसइमं सतं पढमो उद्देसो कइ णं भंते ! समोसरणा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि समोसरणा पण्णत्ता, तं जहाकिरियावाई, अकिरियावाई, अण्णाणियवाई, वेणइयवाई । जीवा णं भंते ! किं किरियावाई, अकिरियावाई, अण्णाणियवाई, वेणइयवाई ? गोयमा ! जीवा किरियावाई वि, अकिरियावाई वि, अण्णाणियवाई वि, वेणइयवाई वि। सलेस्सा णं भंते! जीवा किं किरियावाई, पुच्छा ? गोयमा! किरियावाई वि, अकिरियावाई वि, अण्णाणियवाई वि, वेणइयवाई वि | एवं जाव सुक्कलेस्सा | अलेस्सा णं भंते ! जीवा, पुच्छा? गोयमा ! किरियावाई, णो अकिरियावाई, णो अण्णाणियवाई, णो वेणइयवाई । कण्हपक्खिया णं भंते ! जीवा किं किरियावाई, पुच्छा? गोयमा! णो किरियावाई, अकिरियावाई, अण्णाणियवाई वि, वेणइयवाई वि । सुक्कपक्खिया जहा सलेस्सा । सम्मदिट्ठी जहा अलेस्सा। मिच्छादिट्ठी जहा कण्हपक्खिया । सम्मामिच्छादिट्ठीणं भंते ! किं किरियावाई, पुच्छा? गोयमा ! णो किरियावाई, णो अकिरियावाई, अण्णाणियवाई वि, वेणइयवाई वि । णाणी जाव केवलणाणी जहा अलेस्से। अण्णाणी जाव विभंगणाणी जहा कण्हपक्खिया। आहारसण्णोवउत्ता जाव परिग्गहसण्णोवउत्ता जहा सलेस्सा। णोसण्णोवउत्ता जहा अलेस्सा। सवेयगा जाव णसगवेयगा जहा सलेस्सा। अवेयगा जहा अलेस्सा | सकसायी जाव लोभकसायी जहा सलेस्सा । अकसायी जहा अलेस्सा। सजोगी जाव कायजोगी जहा सलेस्सा | अजोगी जहा अलेस्सा। सागारोवउत्ता अणागारोवउत्ता जहा सलेस्सा | णेरइया णं भंते! किं किरियावाई, पुच्छा ? गोयमा ! किरियावाई वि जाव वेणइयवाई वि | | ७ 604 Page #615 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सलेस्सा णं भंते ! णेरड्या किं किरियावाई, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव । एवं जाव काउलेस्सा। कण्हपक्खिया किरियाविवज्जिया । एवं एएणं कमेणं जच्चेव जीवाणं वत्तव्वया सच्चेव णेरइयाणं वि जाव अणागारोवउत्ता, णवरं- जं अत्थि तं भाणियव्वं, सेसं ण भण्णइ । जहा णेरड्या एवं जाव थणियकुमारा । पुढविकाइया णं भंते! किं किरियावाई, पुच्छा ? गोयमा! णो किरियावाई, अकिरियावाई वि । अण्णाणियवाई वि, णो वेणइयवाई। एवं पुढविकाइयाणं जं अत्थि तत्थ सव्वत्थ वि एयाइं दो मज्झिल्लाइं समोसरणाइं जाव अणागारोवउत्ता वि । एवं जाव चउरिंदियाणं सव्वठाणेसु एयाई चेव मज्झिल्लगाइं दो समोसरणाइं, णवरं-विगलिंदियाणं सम्मत्त-णाणेहिं वि एयाणि चेव मज्झिल्लगाइं दो समोसरणाइं । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया जहा जीवा, णवरं- जं अत्थि तं भाणियव्वं । मणुस्सा जहा जीवा तहेव णिरवसेसं । वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिया जहा असुरकुमारा । किरियावाई णं भंते ! जीवा किं णेरइयाउयं पकरेंति, तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, मणुस्साउयं पकरेंति, देवाउयं पकरेंति ? गोयमा ! णो णेरड्याउयं पकरेंति, णो तिरिक्ख-जोणियाउयं पकरेंति, मणुस्साउयं पि पकरेंति, देवाउयं पि पकरेंति । जइ देवाउयं पकरेंति किं भवणवासीदेवाउयं पकरेंति जाव वेमाणियदेवाउयं पकरेंति? गोयमा! णो भवणवासीदेवाउयं पकरेंति, णो वाणमंतरदेवाउयं पकरेंति णो जोइसियदेवाउयं पकरेंति, वेमाणियदेवाउयं पकरेंति । अकिरियावाई णं भंते ! जीवा किं णेरड्याउयं पकरेंति, तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा! णेरइयाउयं पि पकरेंति जाव देवाउयं पि पकरेंति एवं अण्णाणियवाई वि, वेणइयवाई वि । सलेस्सा णं भंते ! जीवा किरियावाई किं णेरड्याउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा ! णो णेरइयाउयं एवं जहेव जीवा तहेव सलेस्सा वि चउहिं वि समोसरणेहिं भाणियव्वा। कण्हलेस्सा णं भंते ! जीवा किरियावाई किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा! णो णेरड्याउयं पकरेंति, णो तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, मणुस्साउयं पकरेंति, णो देवाउयं पकरेंति। अकिरियाई अण्णाणियवाई वेणइयवाई य चत्तारि वि आउयाइं पकरेंति । एवं णीललेस्सा वि | एवं काउलेस्सा वि । तेउलेस्सा णं भंते ! जीवा किरियावाई किं णेरड्याउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा! णो णेरड्याउयं पकरेंति, णो तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, मणुस्साउयं पकरेंति, देवाउयं पि पकरेंति । जइ देवाउयं पकरेंति-तहेव । तेउलेस्सा णं भंते ! जीवा अकिरियावाई किं णेरइयाउयं पकरेंति पुच्छा ? गोयमा! णो णेरड्याउयं पकरेंति, मणुस्साउयं पि पकरेंति, तिरिक्खजोणियाउयं पि पकरेंति, देवाउयं पि पकरेंति । एवं अण्णाणियवाई वि, वेणइयवाई वि । जहा तेउलेस्सा एवं पम्हलेस्सा वि सुक्कलेस्सा वि णायव्वा । 605 Page #616 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १७ |१८ १९ २० २१ २२ २३ २४ २५ २६ भगवई सुत्त अलेस्सा णं भंते ! जीवा किरियावाई किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा! णो णेरइयाउयं पकरेंति, णो तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, णो मणुस्साउयं पकरेंति, णो देवाउयं पकरेंति । कण्हपक्खिया णं भंते ! जीवा अकिरियावाई किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा ! णेरड्याउयं पि पकरेंति एवं चउविहं पि । एवं अण्णाणियवाई वि, वेणइयवाई वि। सुक्कपक्खिया जहा सलेस्सा । सम्मदिट्ठी णं भंते ! जीवा किरियावाई किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा! णो णेरइयाउयं पकरेंति, णो तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, मणुस्साउयं पकरेंति, देवाउयं पि पकरेंति । मिच्छादिट्ठी जहा कण्हपक्खिया । सम्मामिच्छादिट्ठी णं भंते ! जीवा अण्णाणियवाई किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा ? जहा अलेस्सा। एवं वेणइयवाई वि । णाणी आभिणिबोहियणाणी य, सुयणाणी य, ओहिणाणी य जहा सम्मट्ठी । मणपज्जवणाणी णं भंते ! पुच्छा ? गोयमा ! णो णेरइयाउयं पकरेंति, णो तिरिक्खजोणियाउयं, णो मणुस्साउयं पकरेंति, देवाउयं पकरेंति । जइ देवाउयं पकरेंति किं भवणवासिदेवाउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा ! णो भवणवासिदेवाउयं पकरेंति, णो वाणमंतरदेवाउयं पकरेंति, णो जोइसियदेवाउयं पकरेंति, वेमाणियदेवाउयं पकरेंति । केवलणाणी जहा अलेस्सा । अण्णाणी जाव विभंगणाणी जहा कण्हपक्खिया । सण्णासु चउसु वि जहा सलेस्सा । णोसण्णोवउत्ता जहा मणपज्जवणाणी । सवेयगा जाव णपुंसगवेयगा जहा सलेस्सा । अवेयगा जहा अलेस्सा । सकसायी जाव लोभकसायी जहा सलेस्सा । अकसा जहा अलेस्सा। सजोगी जाव कायजोगी जहा सलेस्सा । अजोगी जहा अलेस्सा । सागारोवउत्ता य अणागारोवउत्ता य जहा सलेस्सा । किरियावाई णं भंते ! णेरइया किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा ! णो णेरइयाउयं पकरेंति, णो तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, मणुस्साउयं पकरेंति, णो देवाउयं पकरेंति । अकिरियावाई णं भंत! णेरइया, पुच्छा ? गोयमा ! णो णेरइयाउयं पकरेंति, तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, मणुस्साउयं पि पकरेंति, णो देवाउयं पकरेंति । एवं अण्णाणियवाई वि, वेणइयवाई वि। सलेस्सा णं भंते ! णेरड्या किरियावाई किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा ! एवं सव्वे वि णेरड्या जे किरियावाई ते मणुस्साउयं एगं पकरेंति, जे अकिरियावाई, अण्णाणियवाई, वेणइयवाई ते सव्वट्ठाणेसु वि णो णेरइयाउयं पकरेंति, तिरिक्खजोणि-याउयंपि पकरेंति, मणुस्साउयं पि पकरेंति, णो देवाउयं पकरेंति, णवरं- सम्मामिच्छत्ते उवरिल्लेहिं दोहि वि समोसरणेहिं ण किंचि वि पकरेंति जहेव जीवपए । एवं जाव थणियकुमारा जहेव णेरइया । अकिरियावाई णं भंते! पुढविक्काइया, पुच्छा ? गोयमा! णो णेरड्याउयं पकरेंति, तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, मणुस्साउयं पकरेंति, णो देवाउयं पकरेंति । एवं अण्णाणियवाई वि। 606 Page #617 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २७ २८ २९ ३० ३१ ३२ भगवई सुत्त सलेस्सा णं भंते! पुढविकाइया, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जं जं पयं अत्थि पुढवि- काइयाणं तहिं हिं मज्झिमे दो समोसरणेसु एवं चेव दुविहं आउयं पकरेंति, णवरं- तेउलेस्साए ण किं पि पकरेंति । एवं आउक्काइयाण वि, एवं वणस्सइकाइयाण वि । तेउकाइया वाउकाइया सव्वट्ठाणेसु मज्झिमेसु दोसु समोसरणेसु णो णेरइयाउयं पकरेंति, तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, णो मणुस्साउयं पकरेंति, णो देवाउयं पकरेंति । बेइंदिय तेइंदिय चउरिंदियाणं जहा पुढविकाइयाणं, णवरं सम्मत्त - णाणेसु ण एक्कं पि आउयं पकरेंति । किरियावाई णं भंते! पंचिंदियतिरिक्खजोणिया किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा ? गोयमा! जहा मणपज्जवणाणी । अकिरियावाई, अण्णाणियवाई, वेणइयवाई य चउव्विहं पि आउयं पकरेंति । जहा ओहिया तहा सलेस्सा वि । कण्हलेस्सा णं भंते ! किरियावाई पंचिंदियतिरिक्खजोणिया किं णेरइयाउयं, पुच्छा? गोयमा! णो णेरइयाउयं पकरेंति, णो तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, णो मणुस्साउयं पकरेंति, णो देवाउयं पकरेंति । अकिरियावाई, अण्णाणियवाई, वेणइयवाई, चउव्विहं पि आउयं पकरेंति । जहा कण्हलेस्सा एवं णीललेस्सा वि, काउलेस्सा वि, तेउलेस्सा जहा सलेस्सा। णवरंअकिरियावाई, अण्णाणियवाई, वेणइयवाई य णो णेरइयाउयं पकरेंति, देवाउयं पि पकरेंति, तिरिक्खजोणियाउयं पि पकरेंति, मणुस्साउयं पिपकरेंति । एवं पम्हलेस्सा वि, एवं सुक्कलेस्सा वि भाणियव्वा । कण्हपक्खिया तिहिं समोसरणेहिं चउव्विहं पि आउयं पकरेंति । सुक्कपक्खिया जहा सलेस्सा । सम्मदिट्ठी जहा मणपज्जवणाणी तहेव वेमाणियाउयं पकरेंति । मिच्छदिट्ठी जहा कण्हपक्खिया। सम्मामिच्छादिट्ठी ण य एक्कं पि पकरेंति जहेव णेरइया । णाणी जाव ओहिणाणी जहा सम्मदिट्ठी । अण्णाणी जाव विभंगणाणी जहा कण्हपक्खिया । सेसा जाव अणागारोवउत्ता सव्वे जहा सलेस्सा तहा चेव भाणियव्वा | जहा पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं वत्तव्वया भणिया एवं मणुस्साण वि भाणियव्वा, णवरंमणपज्जवणाणी, णोसण्णोवउत्ता य जहा सम्मदिट्ठी तिरिक्खजोणिया तहेव भाणियव्वा । अलेस्सा, केवलणाणी, अवेयगा, अकसायी, अजोगी, य एए एगं पि आउयं ण पकरेंति, जहा ओहिया जीवा । सेसं तहेव । वाणमंतर - जोइसिय-वेमाणिया जहा असुरकुमारा । किरियावाई णं भंते! जीवा किं भवसिद्धिया अभवसिद्धिया? गोयमा ! भवसिद्धिया, णो अभवसिद्धिया । अकिरियावाई णं भंते ! जीव किं भवसिद्धिया, पुच्छा ? गोयमा ! भवसिद्धिया वि, अभवसिद्धिया वि । एवं अण्णाणियवाई वि, वेणइयवाई वि । सलेस्सा णं भंते ! जीवा किरियावाई किं भवसिद्धिया, पुच्छा? गोयमा! भवसिद्धिया, णो अभवसिद्धिया | 607 Page #618 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३३ ३४ ३५ १ भगवई सुत्त सलेस्सा णं भंते! जीवा अकिरियावाई किं भवसिद्धिया, पुच्छा ? गोयमा ! भवसिद्धिया वि, अभवसिद्धिया वि । एवं अण्णाणियवाई वि, वेणइयवाई वि । जहा सलेस्सा, एवं जाव सुक्कलेसा । अलेस्सा णं भंते! जीवा किरियावाई किं भवसिद्धिया, पुच्छा ? गोयमा ! भवसिद्धिया, णो अभवसिद्धिया । एवं एएणं अभिलावेणं कण्हपक्खिया तिसु वि समोसरणेसु भयणाए । सुक्कपक्खिया चउसु वि समोसरणेसु भवसिद्धिया, णो अभवसिद्धिया । सम्मदिट्ठी जहा अलेस्सा । मिच्छादिट्ठी जहा कण्हपक्खिया । सम्मामिच्छदिट्ठी दोसु वि समोसरणेसु जहा अलेस्सा। णाणी जाव केवलणाणी भवसिद्धिया, णो अभवसिद्धिया । अण्णाणी जाव विभंगणाणी जहा कण्हपक्खिया । सण्णासु चउसु वि जहा सलेस्सा । णो सण्णोवउत्ता जहा सम्मदिट्ठी । सवेयगा जाव णपुंसगवेयगा जहा सलेस्सा । अवेयगा जहा सम्मदिट्ठी । सकसायी जाव लोभकसायी जहा सलेस्सा । अकसायी जहा सम्मदिट्ठी । सजोगी जाव कायजोगी जहा सलेस्सा । अजोगी जहा सम्मदिट्ठी । सागारोवउत्ता अणागारोवउत्ता जहा सलेस्सा | एवं णेरइया वि भाणियव्वा णवरं - णायव्वं जं अत्थि । एवं असुरकुमारा वि जाव थणियकुमारा। पुढविक्काइया सव्वट्ठाणेसु वि मज्झिल्लेसु दोसु वि समोसरणेसु भवसिद्धिया वि, अभवसिद्धिया वि । एवं जाव वणस्सइकाइया । बेइंदिय-तेइंदिय-चउरिंदिया एवं चेव, णवरं सम्मत्ते, ओहिणाणे, आभिणिबोहियणाणे, सुयणाणे एएस चेव दोसु मज्झिमेसु समोसरणेसु भवसिद्धिया, णो अभवसिद्धिया, सेसं तं चेव । पंचिंदियतिरिक्खजोणिया जहा णेरड्या, णवरं णायव्वं जं अत्थि । मणुस्सा जहा ओहियाजीवा। वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिया जहा असुरकुमारा ||सेवं भंते! सेवं भंते ! || ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ तीसइमं सतं २-११ उद्देसो अणंतरोववण्णगा णं भंते ! णेरइया किं किरियावाई, पुच्छा ? गोयमा ! किरियावाई वि वेणइयवाई वि । सलेस्सा णं भंते ! अणंतरोववण्णगा णेरइया किं किरियावाई, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव, एवं जहेव पढमुद्देसे णेरइयाणं वत्तव्वया तहेव इह वि भाणियव्वा, णवरं- जं जस्स अत्थि अणंतरोववण्णगाणं णेरइयाणं तं तस्स भाणियव्वं । एवं सव्वजीवाणं जाव वेमाणियाणं, णवरंअणंतरोववण्णगाणं जं जहिं अत्थि तं तहिं भाणियव्वं । किरियावाई णं भंते ! अणंतरोववण्णगा णेरड्या किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा? गोयमा! णो णेरइयाउयं पकरेंति, णो तिरिक्खजोणियाउयं, णो मणुस्साउयं, णो देवाउयं पकरेंति । एवं अकिरियावाई वि अण्णाणियवाई वि वेणइयवाई वि । 608 Page #619 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त 15 सलेस्सा णं भंते ! किरियावाई अणंतरोववण्णगा णेरड्या किं णेरइयाउयं पकरेंति, पुच्छा? गोयमा! णो णेरड्याउयं पकरेंति जाव णो देवाउयं पकरेंति । एवं जाव वेमाणिया। एवं सव्वट्ठाणेसु वि अणंतरोववण्णगा णेरड्या ण किंचि वि आउयं पकरेंति जाव अणागारोवउत्ते त्ति। एवं जाव वेमाणिया, णवरं- जं जस्स अत्थि तं तस्स भाणियव्वं । किरियावाई णं भंते! अणंतरोववण्णगा णेरड्या किं भवसिद्धिया, अभवसिद्धिया? गोयमा! भवसिद्धिया, णो अभवसिद्धिया । अकिरियावाई णं भंते! पच्छा ? गोयमा! भवसिद्धिया वि, अभवसिद्धिया वि एवं अण्णाणियवाई वि वेणइयवाई वि । सलेस्सा णं भंते! किरियावाई अणंतरोववण्णगा णेरइया किं भवसिद्धिया, अभवसिद्धिया? गोयमा! भवसिद्धिया, णो अभवसिद्धिया । एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ओहिए उद्देसए णेरइयाणं वत्तव्वया भणिया तहेव इह वि भाणियव्वा जाव अणागारोवउत्त त्ति । एवं जाव वेमाणियाणं, णवरं- जं जस्स अत्थि तं तस्स भाणियव्वं । इमं से लक्खणं-जे किरियावाई, सुक्क-पक्खिया, सम्मामिच्छदिट्ठीया एए सव्वे भवसिद्धिया, णो अभवसिद्धिया, सेसा सव्वे भवसिद्धिया वि, अभवसिद्धिया वि || सेवं भंते ! सेवं भंते!॥ परंपरोववण्णगा णं भंते! णेरइया किरियावाई, पुच्छा ? गोयमा! जहेव ओहिओ उद्देसओ तहेव परंपरोववण्णएसु वि णेरइयाईओ तहेव णिरवसेसं भाणियव्वं, तहेव तियदंडगसंगहिओ | सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ Ta एवं एएणं कमेणं जच्चेव बंधिसए उद्देसगाणं परिवाडी सच्चेव इहं पि जाव अचरिमो उद्देसो, णवरं-अणंतरा चत्तारि वि एक्कगमगा, परंपरा चत्तारि वि एक्कगमएणं| एवं चरिमा वि। अचरिमा वि एवं चेव, णवरं-अलेस्सी, केवली, अजोगी ण भण्णइ, सेसं तहेव || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ तीसइमो सतं समत्तं || इक्कतीसइमं सतं पढमो उद्देसो रायगिहे जाव एवं वयासी-कइ णं भंते ! खुड्डा जुम्मा पण्णत्ता ? गोयमा ! चत्तारि खुड्डाजुम्मा पण्णत्ता । तं जहा- कडजुम्मे, तेयोए, दावरजुम्मे, कलिओए । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- चत्तारि खुड्डाजुम्मा पण्णत्ता, तं जहा- कडजुम्मे जाव कलिओए ? गोयमा ! जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे चउपज्जवसिए से तं खुड्डागकड-जुम्मे | जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे तिपज्जवसिए से तं खुड्डागतेओगे। जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे दुपज्जवसिए से तं खुड्डागदावरजुम्मे । जे णं रासी 609 Page #620 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे एगपज्जवसिए से तं खुड्डागकलिओगे | से तेणटेणं गोयमा! जाव कलिओगे | | | खुड्डागकडजुम्मणेरइया णं भंते ! कओ उववज्जंति-किं णेरइएहिंतो उववज्जति, पुच्छा? गोयमा! णो णेरइएहिंतो उववज्जंति। एवं णेरइयाणं उववाओ जहा वक्कंतीए तहा भाणियव्वो। ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा ! चत्तारि वा अट्ट वा बारस वा सोलस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जति | ते णं भंते ! जीवा कहं उववज्जंति ? गोयमा ! से जहाणामए पवए पवमाणे अज्जवसाण निव्वत्तिएणं करणोवाएणं एवं जहा पंचविंसइमे सए अट्ठमुद्देसए णेरइयाणं वत्तव्वया तहेव इह वि भाणियव्वा जाव आयप्पओगेणं उववज्जंति, णो परप्पओगेणं उववज्जति | रयणप्पभाप्रढविखड्डागकडजम्मणेरइया णं भंते! कओ उववज्जति- किं णेरइएहितो उववज्जति पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहा ओहियणेरइयाणं वत्तव्वया सच्चेव रयणप्पभाए वि भाणियव्वा जाव णो परप्पओगेणं उववज्जंति । एवं सक्करप्पभाए वि जाव अहेसत्तमाए एवं उववाओ जहा वक्कंतीए । सेसं तहेव । खुड्डागतेओगणेरइया णं भंते ! कओ उववज्जंति- किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! उववाओ जहा वक्कंतीए । ते णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! तिण्णि वा सत्त वा एक्कारस वा पण्णरस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति । सेसं जहा कडजुम्मस्स, एवं जाव अहेसत्तमाए । खुड्डागदावरजुम्मणेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहेव खुड्डागकडजुम्मे, णवरं-परिमाणं दो वा छ वा दस वा चोद्दस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति । सेसं तं चेव जाव अहेसत्तमाए | खुड्डागकलियोगणेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जति, पुच्छा ? गोयमा ! एवं जहेव खडडागकडजम्मे, णवरं-परिमाणं एक्को वा पंच वा णव वा तेरस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति | सेसं तं चेव । एवं जाव अहेसत्तमाए || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ पढमो उद्देसो समत्तो | इक्कतीसइमं सतं बीओ उद्देसो कण्हलेस्स-खुड्डाग-कडजुम्म-णेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव जहा ओहियगमो जाव णो परप्पओगेणं उववज्जंति, णवरं-उववाओ जहा वक्कंतीए धूमप्पभापुढविणेरइयाणं, सेसं तं चेव । 610 Page #621 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २ भगवई सुत्त धूमप्पभापुढवि कण्हलेस्स खुड्डाग कडजुम्म णेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! एवं चेव णिरवसेसं । एवं तमाए वि, अहेसत्तमाए वि, णवरं- उववाओ सव्वत्थ जहा वक्कंतीए। कण्हलेस्स-खुड्डाग-तेओग-णेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! एवं चेव, णवरंतिण्णि वा सत्त वा एक्कारस वा पण्णरस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जति | सेसं तं चेव । एवं जाव अहेसत्तमाए वि | कण्हलेस्स-खुड्डाग-दावरजुम्म-णेरइया णं भंते! कओ उववज्जंति? गोयमा! एवं चेव, णवरं-दो वा छ वा दस वा चोद्दस वा; सेसं तं चेव, धूमप्पभाए वि जाव अहेसत्तमाए | कण्हलेस्स-खुड्डाग-कलिओग-णेरइया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! एवं चेव, णवरंएक्को वा पंच वा णव वा तेरस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा: सेसं तं चेव । एवं धमप्पभाए वि, तमाए वि, अहेसत्तमाए वि || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || बीओ उद्देसो समत्तो || इक्कतीसइमं सतं तइओ उद्देसो णीललेस्स-खुड्डाग-कडजुम्म-णेरइया णं भंते! कओ उववज्जंति? गोयमा! जहेव कण्हलेस्सखुड्डाग-कडजुम्मा; णवरं-उववाओ जो वालुयप्पभाए । सेसं तं चेव । वालुयप्पभा पुढविणीललेस्स-खुड्डाग-कडजुम्म-णेरड्या एवं चेव, एवं पंकप्पभाए वि, एवं धूमप्पभाए वि | एवं चउसु वि जुम्मेसु, णवरं-परिमाणं जाणियव्वं। परिमाणं जहा कण्हलेस्स उद्देसए । सेसं तहेव || सेवं भंते! सेवं भंते ! || ॥ तइओ उद्देसो समत्तो | इक्कतीसइमं सतं चउत्थो उद्देसो काउलेस्स-खुड्डाग-कडजुम्म-णेरइया णं भंते! कओ उववज्जंति? गोयमा! जहेव कण्हलेस्सखुड्डाग-कडजुम्म-णेरड्या, णवरं- उववाओ जो रयणप्पभाए, सेसं तं चेव । रयणप्पभापुढवि-काउलेस्स-खुड्डागकडजुम्म-णेरइया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! एवं चेव । एवं सक्करप्पभाए वि, एवं वालुयप्पभाए वि । एवं चउसु वि जुम्मेसु, णवरंपरिमाणं जाणियव्वं, जहा कण्हलेस्सउद्देसए, सेसं तं चेव || सेवं भंते ! सेवं भंते ! | || चउत्थो उद्देसो समत्तो || 611 Page #622 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त इक्कतीसइमं सतं पंचमो उद्देसो १] भवसिद्धिय-खुड्डाग-कडजुम्म-णेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जंति- किं णेरइएहितो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! जहेव ओहिओ गमओ तहेव णिरवसेसं जाव णो परप्पओगेणं उववज्जति | रयणप्पभापुढवि-भवसिद्धिय-खुड्डाग-कडजुम्म-णेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जंति-किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! एवं चेव णिरवसेसं । एवं जाव अहेसत्तमाए | एवं भवसिद्धिय-खुड्डाग-तेओग णेरड्या वि । एवं जाव कलिओग त्ति, णवरं-परिमाणं जाणियव्वं, पुव्वभणियं जहा पढमुद्देसए | सेवं भंते ! सेवं भंते ! || | पंचमो उद्देसो समत्तो || इक्कतीसइमं सतं छट्ठो उद्देसो कण्हलेस्स-भवसिद्धिय-खुड्डागकडजुम्म-णेरइया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा! जहेव ओहिओ कण्हलेस्सउद्देसओ तहेव णिरवसेसं चउसु वि जुम्मेसु भाणियव्वो जाव अहेसत्तमपुढवि-कण्हलेस्स-खुड्डाग- भवसिद्धिय कलिओग-णेरइया णं भंते ! कओ उववज्जंति? गोयमा ! तहेव || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || छटो उद्देसो समत्तो || इक्कतीसइमं सतं ७-२८ उद्देसो ___ णीललेस्स-भवसिद्धिया चउसु वि जुम्मेसु तहेव भाणियव्वा जहा ओहिए णीललेस्स- उद्देसए | काउलेस्सा भवसिद्धिया चउसु वि जुम्मेसु तहेव उववाएयव्वा जहेव ओहिए काउलेस्सउद्देसए | जहा भवसिद्धिएहिं चत्तारि उद्देसगा भणिया एवं अभवसिद्धिएहिं वि चत्तारि उद्देसगा भाणियव्वा जाव काउलेस्सउद्देसओ त्ति । एवं सम्मदिट्ठीहिं वि लेस्सासंजुत्तेहिं चत्तारि उद्देसगा कायव्वा, णवरं- सम्मदिट्ठी पढमबिइएसु दोसु वि उद्देसएसु अहेसत्तमापुढवीए ण उववाएयव्वो, सेसं तं चेव । मिच्छादिट्ठीहिं वि चत्तारि उद्देसगा कायव्वा जहा भवसिद्धियाणं । एवं कण्हपक्खिएहिं वि लेस्सासंजुत्तेहिं चत्तारि उद्देसगा कायव्वा जहेव भवसिद्धिएहिं । ५ ६ 612 Page #623 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सुक्कपक्खिहिं एवं चेव चत्तारि उद्देसगा भाणियव्वा | जाव वालुयप्पभापुढवि- काउलेस्ससुक्कपक्खिय-खुड्डागकलिओग-णेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! तहेव जाव णो परप्पओगेणं उववज्जंति || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || सव्वे वि एए अट्ठावीसं उद्देसगा | ॥ एक्कतीसइमं सतं समत्तं ॥ बत्तीसइमं सतं १-२८ उद्देसो ० खुड्डाग-कडजुम्म-णेरइया णं भंते ! अणंतरं उव्वट्टित्ता कहिं गच्छंति, कहिं उववज्जंति- किं णेरइएसु उववज्जंति, तिरिक्खजोणिएसु उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! उव्वदृणा जहा वक्कंतीए | ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उव्वदृति ? गोयमा ! चत्तारि वा अट्ठ वा बारस वा सोलस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उव्वद॒ति । ते णं भंते ! जीवा कहं उव्वदृति ? गोयमा ! से जहाणामए पवए, एवं तहेव । एवं सो चेव गमओ जाव आयप्पओगेणं उव्वदृति, णो परप्पओगेणं उव्वदि॒ति । | | रयणप्पभापुढवि-खुड्डागकडजुम्म, पुच्छा? गोयमा! एवं रयणप्पभाए वि, एवं जाव अहेसत्तमाए। एवं खुड्डागतेओग-खुड्डागदावरजुम्म-खुड्डागकलिओगा, णवरं-परिमाणं जाणियव्वं, सेसं तं चेव || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || कण्हलेस्स-कडजुम्मणेरड्या-एवं एएणं कमेणं जहेव उववायसए अट्ठावीसं उद्देसगा भणिया तहेव उव्वट्टणासए वि अट्ठावीसं उद्देसगा भाणियव्वा णिरवसेसा । णवरं-उव्वद्वृति त्ति अभिलावो भाणियव्वो, सेसं तं चेव || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || बत्तीसइमं सतं समत्त || तेत्तीसइमं सतं पढम अवान्तर सतं पढमो उद्देसो कइविहा णं भंते ! एगिदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा एगिंदिया पण्णत्ता, तं जहापुढविकाइया जाव वणस्सइकाइया । पुढविकाइया णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहासुहुमपुढविकाइया य, बायरपुढविकाइया य । 613 Page #624 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 18 ६ ७ احال ९ | १० ११ भगवई सुत्त सुहुमपुढविकाइया णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्ता सुहुमपुढविकाइया य, अपज्जत्ता सुहुमपुढविकाइया य । बायरपुढविकाइया णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! एवं चेव । एवं आउकाइया वि चउक्कणं भेएणं भाणियव्वा । एवं जाव वणस्सइकाइया । अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- णाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं । पज्जत्तसुहुमपुढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- णाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं । अपज्जत्तबायरपुढविकाइयाणं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! एवं चेव । पज्जत्ताबायरपुढविकाइयाणं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! एवं चेव । एवं एएणं कमेणं जाव बायरवणस्सइकाइयाणं पज्जत्तगाणं ति । अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ बंधंति ? गोयमा ! सत्तविहबंध वि, अट्ठविहबंधगा वि । सत्त बंधमाणा आउयवज्जाओ सत्त कम्मप्पगडीओ बंधति, अट्ठ बंधमाणा पडिपुण्णाओ अट्ठ कम्मप्पगडीओ बंधति । पज्जत्तसुहुमपुढविकाइया णं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ बंधंति ? गोयमा ! एवं चैव । एवं सव्वे जाव पज्जत्तबायरवणस्सइकाइया णं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ बंधंति ? गोयमा ! एवं चेव | अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइया णं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ वेदेंति ? गोयमा ! चोद्दस कम्मप्पगडीओ वेदेंति, तं जहा- णाणावर णिज्जं जाव अंतराइयं, सोइंदियवज्झं, चक्खिंदियवज्झं, घाणिदियवज्झं, जिब्भिंदियवज्झं, इत्थिवेयवज्झं, पुरिसवेयवज्झं । एवं चउक्कएणं भेएणं जाव पज्जत्तबायरवणस्सइकाया णं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ वेदेंति ? गोयमा! एवं चेव चोद्दस कम्मप्पगडीओ वेदेंति ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ ॥ पढमो उद्देसो समत्तो ॥ तेत्तीसइमं सतं पढमं अवान्तर सतं बीओ उद्देस कइविहा णं भंते! अणंतरोववण्णगा एगिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा अणंतरो ववण्णगा एगिंदिया पण्णत्ता, तं जहा- पुढविकाइया जाव वणस्सइकाइया । 7 अणंतरोववण्णगा णं भंते! पुढविकाइया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सुहुमपुढविकाइया य, बायरपुढविकाइया य । एवं दुपएणं भेएणं जाव वणस्सइकाइया। 614 Page #625 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३ भगवई सुत्त अणंतरोववण्णगसुहमपुढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! अट्ठ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- णाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं | अणंतरोववण्णगबायरपुढविकाइयाणं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! अट्ठ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- णाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं। एवं जाव अणंतरोववण्णग-बायरवणस्सइकाइयाणं ति । अणंतरोववण्णगसुहमपुढविकाइयाणं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ बंधंति ? गोयमा! आउयवज्जाओ सत्त कम्मप्पगडीओ बंधंति । एवं जाव अणंतरोववण्णग बायरवणस्सइकाइय त्ति । अणंतरोववण्णगसुहमपुढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ वेदेति ? गोयमा ! चउद्दस कम्मप्पगडीओ वेदेति, तं जहा- णाणावरणिज्ज, तहेव जाव पुरिसवेयवज्झं । एवं जाव अणंतरोववण्णगबायरवणस्सइकाइय त्ति || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ बीओ उद्देसो समत्तो || तेत्तीसइमं सतं पढम अवान्तर सतं ३-११ उद्देसो कइविहा णं भंते! परंपरोववण्णगा एगिदिया पण्णत्ता ? गोयमा! पंचविहा परंपरो- ववण्णगा एगिंदिया पण्णत्ता, तं जहा- पुढविकाइया जाव वणस्सइकाइया । एवं चउक्कओ भेओ जहा ओहिय-उद्देसए । परंपरोववण्णग-अपज्जत्त पृढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ? गोयमा! एवं एएणं अभिलावेणं जहा ओहिय-उद्देसए तहेव णिरवसेसं भाणियव्वं जाव चउद्दस वेदेति ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ अणंतरोगाढा जहा अणंतरोववण्णगा | परंपरोगाढा जहा परंपरोववण्णगा | अणंतराहारगा जहा अणंतरोववण्णगा । परंपराहारगा जहा परंपरोववण्णगा | अणंतरपज्जत्तगा जहा अणंतरोववण्णगा | परंपरपज्जत्तगा जहा परंपरोववण्णगा | चरिमा वि जहा परंपरोववण्णगा तहेव । एवं अचरिमा वि | एवं एए एक्कारस उद्देसगा | || सेवं भंते! सेवं भंते ! || ॥ ३-११ उद्देसो समत्तो | तेत्तीसइमं सतं-१ समत्तं ॥ तेत्तीसइमं सतं 615 Page #626 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 13 ४ ६ ७ ८ १ भगवई सुत्त अं अवान्तर सतं १-११ उद्देसो कइविहा णं भंते ! कण्हलेस्सा एगिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा कण्हलेस्सा एगिंदिया पण्णत्ता, तं जहा- पुढविकाइया जाव वणस्सइकाइया । कण्हलेस्सा णं भंते ! पुढविकाइया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहासुहुमपुढविकाइया य, बायरपुढविकाइया य । कण्हलेस्सा णं भंते! सुहुमपुढविकाइया कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! एवं एएणं अभिलावेणं चक्क ओभेओ जहेव ओहिय उद्देसए जाव वणस्सइकाइय त्ति । कण्हलेस्सअपज्जत्तसुहुमपुढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! एवं चेव एएणं अभिलावेणं जहेव ओहिय उद्देसए तहेव पण्णत्ताओ, तहेव बंधंति, तहेव वेदेंति ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! || कइविहा णं भंते! अणंतरोववण्णग- कण्हलेस्स- एगिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा अणंतरोववण्णगा कण्हलेस्सा एगिंदिया पण्णत्ता । एवं एएणं अभिलावेणं तहेव दुयओ भेओ जाव वणस्सइकाइय त्ति । अणंतरोववण्णग-कण्हलेस्स-सुहुमपुढविकाइयाणं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ? गोयमा! एवं एएणं अभिलावेणं जहा ओहिओ अणंतरोववण्णगाणं उद्देसओ तहेव जाव वेदेंति ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ कइविहा णं भंते ! परंपरोववण्णगा कण्हलेस्सा एगिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा परंपरोववण्णगा कण्हलेस्सा एगिंदिया पण्णत्ता, तं जहा- पुढविकाइया जाव वणस्सइकाइया । एवं एएणं अभिलावेणं तहेव चउक्कओ भेओ जाव वणस्सइकाइय त्ति । परंपरोववण्णग-कण्हलेस्स-अपज्जत्त - सुहुम पुढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ। गोयमा ! एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ओहिओ परंपरोववण्णग उद्देसओ तहेव जाव वेदेंति । एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ओहियएगिंदियसए एक्कारस उद्देसगा भणिया तहेव कण्हलेस्स-सए वि भाणियव्वा जाव चरिमअचरिमकण्हलेस्सा एगिंदिया | ॥ १-११ उद्देसो समत्तो ॥ तेत्तीसइमं सतं ३-१२ अवान्तर सताइं जहा कण्हलेस्सेहिं भणियं एवं णीललेस्सेहि वि सयं भाणियव्वं ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ एवं काउलेस्साहि वि सयं भाणियव्वं, णवरं 'काउलेस्से' ति अभिलावो भाणियव्वो। 616 Page #627 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त कइविहा णं भंते! भवसिद्धिया एगिंदिया पण्णत्ता? गोयमा! पंचविहा भवसिद्धिया एगिंदिया पण्णत्ता, तं जहा-पुढविकाइया जाव वणस्सइकाइया। भेओ चउक्कओ जाव वणस्सइकाइय त्ति । भवसिद्धियअपज्जत्तसुहमपुढविक्काइयाणं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! एवं एएणं अभिलावेणं जहेव पढमिल्लगं एगिंदियसयं तहेव भवसिद्धिय सयं पि भाणियव्वं । उद्देसगपरिवाडी तहेव जाव अचरिमो त्ति || सेवं भंते ! सेवं भंते !|| कइविहा णं भंते ! कण्हलेस्सा भवसिद्धिया एगिंदिया पण्णत्ता? गोयमा ! पंचविहा कण्हलेस्सा भवसिद्धिया एगिंदिया पण्णत्ता, तं जहा- पुढविकाइया जाव वणस्सइकाइया । कण्हलेस्सभवसिद्धियपुढविकाइया णं भंते! कइविहा पण्णत्ता? गोयमा! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सुहमपुढविकाइया य, बायरपुढविकाइया य। कण्हलेस्सभवसिद्धियसुहमपुढविकाइया णं भंते ! कइविहा पण्णत्ता ? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- पज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य । एवं बायरा वि। एएणं अभिलावेणं तहेव चउक्कओ भेओ भाणियव्वो । कण्हलेस्सभवसिद्धियअपज्जत्तसुहमपुढविकाइयाणं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ? गोयमा! एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ओहियउद्देसए तहेव जाव वेदेति । कइविहा णं भंते ! अणंतरोववण्णगा कण्हलेस्सा भवसिद्धिया एगिंदिया पण्णत्ता? गोयमा! पंचविहा अणंतरोववण्णगाकण्हलेस्सा भवसिद्धिया एगिदिया, एवं जाव वणस्सइ-काइया । अणंतरोववण्णग-कण्हलेस्स-भवसिद्धिय-पुढविकाइया णं भंते! कइविहा पण्णत्ता? गोयमा ! दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- सुहुमपुढविकाइया, एवं दुयओ भेओ । अणंतरोववण्णग-कण्हलेस्स-भवसिद्धिय-सुहमपुढविकाइयाणं भंते! कइ कम्मप्पग-डीओ पण्णत्ताओ ? गोयमा! एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ओहिओ अणंतरोववण्ण-उद्देसगो तहेव जाव वेदेति। एवं एएणं अभिलावेणं एक्कारस वि उद्देसगा तहेव भाणियव्वा जहा ओहियसए जाव अचरिमो त्ति । जहा कण्हलेस्सभवसिद्धिएहिं सयं भणियं एवं णीललेस्सभवसिद्धिएहिं वि सयं भाणियव्वं । एवं काउलेस्स भवसिद्धिएहिं वि सयं । कइविहा णं भंते! अभवसिद्धिया एगिंदिया पण्णत्ता? गोयमा! पंचविहा अभवसिद्धिया एगिदिया पण्णत्ता, तं जहा- पुढविकाइया जाव वणस्सइकाइया । एवं जहेव भवसिद्धियसयं भणियं, तहेव अभवसिद्धियसयं णवरं णव उद्देसगा चरमअचरम-उद्देसगवज्जा, सेसं तहेव। एवं कण्हलेस्सअभवसिद्धियएगिदियसयं पि । णीललेस्सअभवसिद्धियएगिदिय वि सयं । एवं काउलेस्सअभवसिद्धियसयं वि । एवं चत्तारि वि अभवसिद्धियसयाणि, णव-णव उद्देसगा भवंति। एवं एया वि बारस एगिंदियसयाणि भवंति । || तेत्तीसइमं सत्तं समत्तं || 617 Page #628 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त चोत्तीसइमं सतं पढमं अवान्तर सतं पढमो उद्देसो कइविहा णं भंते ! एगिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा एगिंदिया पण्णत्ता, तं जहापुढविकाइया जाव वणस्सइकाइया। एवं एते चउक्कएणं भेएणं भाणियव्वा जाव वणस्सइकाइया। अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुरच्छिमिल्ले चरिमंते समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते अपज्जत्तसुहमपुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते ! कइसमएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा ! एगसमइएण वा दुसमइएण वा तिसमइएण वा विग्गहेणं उववज्जेज्जा । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- एगसमइएण वा दुसमइएण वा जाव उववज्जेज्जा? एवं खलु गोयमा ! मए सत्त सेढीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- उज्जुआयता सेढी, एगओवंका, दुहओवंका, एगओखहा, दुहओखहा, चक्कवाला, अद्धचक्कवाला । उज्जुआयताए सेढीए उववज्जमाणे एगसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा | एगओवंकाए सेढीए उववज्जमाणे दुसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा | दुहओवंकाए सेढीए उववज्जमाणे तिसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा । से तेणटेणं गोयमा ! जाव उववज्जेज्जा | अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते पज्जत्तसुहमपुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते ! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा? गोयमा ! एगसमइएण वा, सेसं तं चेव जाव से तेणटेणं जाव विग्गहेणं उववज्जेज्जा। एवं अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइओ पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहणावेत्ता पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते बादरपुढविकाइएसु अपज्जत्तएसु उववाएयव्वो, ताहे तेसु चेव पज्जत्तएसु । एवं आउकाइ-एसु चत्तारि आलावगा-सुहुमेहिं अपज्जत्तएहिं ताहे पज्जत्तएहिं, बायरेहिं अपज्जत्तएहिं ताहे पज्जत्तएहिं उववाएयव्वो । एवं चेव सुहुमतेउकाइएहिं वि अपज्जत्तएहिं ताहे पज्जत्तएहिं उववाएयव्वो । अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए समोहणित्ता जे भविए मणुस्सखेत्ते अपज्जत्तबायर तेउकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? सेसं तं चेव । एवं पज्जत्तबायरतेउकाइयत्ताए उववाएयव्वो । वाउकाइएसु सुहमबायरेसु जहा आउकाइएसु उववाइओ तहा उववाएयव्वो |एवं वणस्सइकाइएसु वि । पज्जत्तसुहुमपुढविकाइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए, पुच्छा ? ६ 618 Page #629 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९ & भगवई सुत्त गोयमा ! एवं पज्जत्तसुहुमपुढविकाइओ वि पुरत्थिमिल्ले चरिमंते समोहणावेत्ता एएणं चेव कमेणं एएसु चेव वीसाए ठाणेसु उववाएयव्वो जाव बायरवणस्सइकाइएस पज्जत्तएसु वि । एवं अपज्जत्त-बायरपुढविकाइओ वि । एवं पज्जत्तबायरपुढविकाइओ वि । एवं आउकाइओ वि चउसु वि गमएसु पुरत्थिमिल्ले चरिमंते समोहए, एयाए चेव वत्तव्वयाए एएस चेव वीसाए ठाणेसु उववाएयव्वो । सुहुमतेउकाइओ वि अपज्जत्तओ पज्जत्तओ य एएस चेव वीसा ठाणेसु उववाएयव्वो । अपज्जत्तबायरतेउकाइए णं भंते! मणुस्सखेत्ते समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! कइसमएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा ! सेसं तहेव जाव से तेणद्वेणं । एवं पुढविकाइएसु चउविहेसु वि उववाएयव्वो, एवं आउकाइएसु चउविहेसु वि, तेउकाइएसु सुहुमेसु अपज्जत्तएसु पज्जत्तएस य एवं चेव उववायव्वो । अपज्जत्तबायरतेउकाइए णं भंते ! मणुस्सखेत्ते समोहए, समोहणित्ता जे भविए मणुस्सखेत्ते अपज्जत्तबायरतेउकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते! कइसमएणं, विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा ! सेसं तं चेव । एवं पज्जत्तबायरतेउकाइयत्ताए वि उववाएयव्वो । वाउकाइयत्ताए य वणस्सइकाइयत्ताए य जहा पुढविकाइएस तहेव चउक्कएणं भेएणं उववाएयव्वो । एवं पज्जत्तबायरतेउकाइओ वि समयखेत्ते समोहणावेत्ता एएस चेव वीसाए ठाणेसु उववाएयव्वो, जहेव अपज्जत्तओ उववाइओ । एवं सव्वत्थ वि बायरतेउकाइया अपज्जत्तगा य पज्जत्तगा य समयखेत्ते उववाएयव्वा समोहणावेयव्वा वि । वाउकाइया वणस्सइकाइया य जहा पुढविकाइया तहेव चउक्कएणं भेएणं उववाएयव्वा जाव पज्जत्तबायरवणस्सइकाइए णं भंते! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुरत्थिमिल्ले चरिमंते समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते पज्जत्तबायरवणस्सइकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा ! सेसं तहेव जाव से तेणद्वेणं । अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुरत्थिमिल्ले चरिमंते अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते ! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा ! सेसं तहेव णिरवसेसं । एवं जहेव पुरत्थिमिल्ले चरिमंते सव्वपएसु वि समोहया पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते समयखेत्ते य उववाइया, जे य समयखेत्ते समोहया पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते समयखेत्ते य उववाइया, एवं एएणं चेव कमेणं पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते समयखेत्ते य समोहया पुरत्थिमिल्ले चरिमंते समयखेत्ते य उववाएयव्वा तेणेव गमएणं । एवं एएणं गमएणं दाहिणिल्ले चरिमंते समोहयाणं उत्तरिल्ले चरिमंते समयखेत्ते य उववाएयव्वा । एवं चेव उत्तरिल्ले चरिमंते समयखेत्ते य समोहया दाहिणिल्ले चरिमंते समयखेत्ते य उववाएयव्वा तेणेव गमएणं । 619 Page #630 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइए णं भंते ! सक्करप्पभाए पुढवीए पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए, समोहणित्ता जे भविए सक्करप्पभाए पुढवीए पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते अपज्जत्त वेकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा! एवं जहेव रयणप्पभाए जाव से तेणटेणं । एवं एएणं कमेणं जाव पज्जत्तएस् सुहुमतेउकाइएसु । अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! सक्करप्पभाए पुढवीए पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए, समोहणित्ता जे भविए समयखेत्ते अपज्जत्तबायरतेउकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! कइसमएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा? गोयमा! दुसमइएण वा तिसमइएण वा विग्गहेण उववज्जेज्जा । से केणतुणं भंते! एवं वुच्चइ? एवं खलु गोयमा! मए सत्त सेढीओ पण्णत्ताओ, तं जहाउज्जुआयता जाव अद्धचक्कवाला। एगओवंकाए सेढीए उववज्जमाणे दुसमइ-एणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा, दुहओवंकाए सेढीए उववज्जमाणे तिसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा, से तेणटेणं।एवं पज्जत्तएस वि बायरतेउकाइएस। सेसं जहा रयणप्पभाए। जे वि बायरतेउकाइया अपज्जत्तगा य पज्जत्तगा य समयखेत्ते समोहणित्ता दोच्चाए पुढवीए पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते पुढविकाइएसु चउव्विहेसु, आउकाइएसु चउव्विहेसु, तेउकाइएसु दुविहेसु, वाउकाइएसु चउव्विहेसु, वणस्सइकाइएसु चउव्विहेसु उववज्जंति, ते वि एवं चेव दुसमइएण वा, तिसमइएण वा, विग्गहेण उववाएयव्वा । बायरतेउकाइया अपज्जत्तगा य पज्जत्तगा य जाहे तेसु चेव उववज्जति ताहे जहेव रयणप्पभाए तहेव एगसमइय-समइय-तिसमइयविग्गहा भाणियव्वा | सेसं जहेव रयणप्पभाए तहेव णिरवसेसं । जहा सक्करप्पभाए वत्तव्वया भणिया एवं जाव अहेसत्तमाए वि भाणियव्वा । अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! अहोलोयखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते समोहए समोहणित्ता जे भविए उड्ढलोयखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते अपज्जत्त-सुहमपुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा ! तिसमइएण वा चउसमइएण वा विग्गहेणं उववज्जेज्जा । से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ- तिसमइएण वा चउसमइएण वा विग्गहेणं उववज्जेज्जा? गोयमा! अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं अहोलोयखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते समोहए, समोहणित्ता जे भविए उड्ढलोयखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते अपज्जत्तसुहमपुढविकाइयत्ताए एगपयरंमि अणुसेढीए उववज्जित्तए, से णं तिसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा; जे भविए विसेढीए उववज्जित्तए से णं चउसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा, से तेणटेणं जाव उव- वज्जेज्जा । एवं पज्जत्तसुहमपुढविकाइयत्ताए वि, एवं जाव पज्जत्तसुहुमतेउकाइयत्ताए । 620 Page #631 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! अहेलोग जाव समोहणित्ता जे भविए समयखेत्ते अपज्जत्तबायरतेउकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा। गोयमा ! दुसमइएण वा तिसमइएण वा विग्गहेणं उववज्जेज्जा | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? एवं खलु गोयमा ! मए सत्त सेढीओ पण्णत्ताओ, तं जहाउज्जुआयता, जाव अद्धचक्कवाला | एगओवंकाए सेढीए उववज्जमाणे दुसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा, दुहओवंकाए सेढीए उववज्जमाणे तिसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा, से तेणटेणं गोयमा! एवं वुच्चइ । एवं पज्जत्तएसु वि बायरतेउकाइएसु वि उववाएयव्वो । वाउक्काइय वणस्सइकाइयत्ताए चउक्कएणं भेएणं जहा आउक्काइयत्ताए तहेव उववाएयव्वो । एवं जहा अपज्जत्तसुहमपुढविकाइयस्स गमओ भणिओ एवं पज्जत्त- सुहमपुढविकाइयस्स वि भाणियव्वो, तहेव वीसाए ठाणेसु उववाएयव्वो । अपज्जत्त बादर पुढविक्काइए णं भंते ! अहोलोयखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते समोहए, समोहणित्ता, पुच्छा ? गोयमा ! एवं बायरपुढविकाइयस्स वि अपज्जत्तगस्स पज्जत्तगस्स य भाणियव्वं । एवं आउक्काइयस्स चउव्विहस्स वि भाणियव्वं । सुहुमतेउक्काइयस्स दुविहस्स वि एवं चेव । अपज्जत्तबायरतेउक्काइए णं भंते ! समयखेत्ते समोहए, समोहणित्ता जे भविए उड्ढलोगखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते अपज्जत्तसुहमपुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा । गोयमा ! दुसमइएण वा तिसमइएण वा चउसमइएण वा विग्गहेणं उववज्जेज्जा | से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? गोयमा ! जहेव रयणप्पभाए तहेव सत्त सेढीओ। एवं जाव अपज्जत्तबायरतेउकाइए णं भंते ! समयखेत्ते समोहए, समोहणित्ता जे भविए उड्ढलोगखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते पज्जत्तसुहुमतेउकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! कइसमइएण विग्गणं उववज्जेज्जा? गोयमा ! सेसं तं चेव। अपज्जत्तबायरतेउक्काइए णं भंते! समयखेत्ते समोहए, समोहणित्ता जे भविए समयखेत्ते अपज्जत्त-बायरतेउक्काइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा? गोयमा! एगसमइएण वा दुसमइएण वा तिसमइएण वा विग्गहेणं उववज्जेज्जा। से केणतुणं भंते! एवं वुच्चइ ? गोयमा! जहेव रयणप्पभाए तहेव सत्त सेढीओ । एवं पज्जत्तबायरतेउकाइयत्ताए वि । वाउकाइएसु वणस्सइकाइएसु य जहा पुढविकाइएसु उववाइओ तहेव चउक्कएणं भेएणं उववाएयव्वो | एवं पज्जत्त-बायरतेउकाइओ वि एएस चेव ठाणेसु उववाएयव्वो। वाउक्काइयवणस्सइकाइयाणं जहेव पुढविकाइयत्ते उववाओ तहेव भाणियव्वो । अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! उड्ढलोगखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते समोहएसमोहणित्ता जे भविए अहेलोगेखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते अपज्जत्तसुहमपढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते! कइसमएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा? गोयमा! पपा 621 Page #632 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवं उड्ढलोगखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते समोहयाणं अहेलोगखेत्तणालीए बाहिरिल्ले खेत्ते उववज्जंता सो चेव गमओ णिरवसेसो भाणियव्वो जाव बायरवणस्सइकाइओ पज्जत्तओ बायर वणस्सइ-काइएसु पज्जत्तएसु उववाइओ। अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइए णं भंते! लोगस्स पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए समोहणित्ता जे भविए लोगस्स पुरथिमिल्ले चेव चरिमंते अपज्जत्तसुहमपुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते ! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा? गोयमा! एगसमइएण वा, दुसमइएण वा, तिसमइएण वा, चउसमइएण वा, विग्गहेणं उववज्जेज्जा । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-एगसमइएण वा जाव उववज्जेज्जा ? एवं खलु गोयमा ! मए सत्त सेढीओ पण्णत्ताओ, तं जहा-उज्जुआयया जाव अद्धचक्कवाला | उज्जुआययाए सेढीए उववज्जमाणे एगसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा। एगओवंकाए सेढीए उववज्जमाणे दुसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा। दुहओवंकाए सेढीए उववज्जमाणे जे भविए एगपयरंसि अणुसेढी उववज्जित्तए से णं तिसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा, जे भविए विसेढिं उववज्जित्तए से णं चउसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा, से तेणटेणं जाव उववज्जेज्जा | एवं अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइओ लोगस्स पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए, समोहणित्ता लोगस्स पुरथिमिल्ले चेव चरिमंते अपज्जत्तएसु पज्जत्तएसु य सुहुमपुढविकाइएसु, अपज्जत्तएसु पज्जत्तएसु सुहुमआउकाइएसु, अपज्जत्तएसु पज्जत्तएसु सुहुमतेउक्काइएसु, अपज्जत्तएसु पज्जत्तएसु य सुहुमवाउकाइएसु, अपज्जत्तएसु पज्जत्तएसु य बायरवाउकाइएसु, अपज्जत्तएसु पज्जत्तएसु य सुहुमवणस्सइकाइएसु, अपज्जत्तएसु पज्जत्तएसु य बारससु वि ठाणेसु एएणं चेव कमेणं भाणियव्वो । सुहुमपुढविकाइओ पज्जत्तओ-एवं चेव णिरवसेसो बारससु वि ठाणेसु उववाएयव्वो । एवं एएणं गमएणं जाव सुहुमवणस्सइकाइओ पज्जत्तओ सुहुम-वणस्सइकाइएसु पज्जत्तएसु चेव भाणियव्वो । अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइए णं भंते ! लोगस्स पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए समोहणित्ता जे भविए लोगस्स दाहिणिल्ले चरिमंते अपज्जत्तसुहमपुढविकाइएसु उववज्जित्तए से णं भंते ! कइसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा? गोयमा ! दुसमइएण वा तिसमइएण वा चउसमइएण वा विग्गहेणं उववज्जेज्जा । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ ? एवं खलु गोयमा ! मए सत्त सेढीओ पण्णत्ता, तं जहाउज्जुआयता जाव अद्धचक्कवाला । एगओवंकाए सेढीए उववज्जमाणे दुसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा, दुहओवंकाए सेढीए उववज्जमाणे जे भविए एगपयरंसि अणुसेढिं उववज्जित्तए से णं तिसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा, जे भविए विसेढिं उववज्जित्तए से णं चउसमइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा | से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ । एवं एएणं गमएणं पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए दाहिणिल्ले चरिमंते उववाएयव्वो जाव सुहुमवणस्सइकाइओ पज्जत्तओ सुहुमवणस्सइकाइएसु पज्जत्तएसु चेव । सव्वेसिं दुसमइओ तिसमइओ चउसमइओ विग्गहो भाणियव्वो । 622 Page #633 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! लोगस्स पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए समोहणित्ता जे भविए लोगस्स पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते ! कइ समइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा ! एगसमइएण वा दुसमइएण वा तिसमइएण वा चउसमइएण वा विग्गहेणं उववज्जेज्जा। से केणटेणं भंते! एवं वुच्चइ ? गोयमा! एवं जहेव पुरित्थिमिल्ले चरिमंते समोहया पुरथिमिल्ले चेव चरिमंते उववाइया तहेव पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहया पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते उववाएयव्वा सव्वे | अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! लोगस्स पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहए समोहणित्ता जे भविए लोगस्स उत्तरिल्ले चरिमंते अपज्जत्तसुहमपुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए से णं भंते कइ समइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा ! एवं जहा पुरथिमिल्ले चरिमंते समोहओ दाहिणिल्ले चरिमंते उववाइओ तहा पुरत्थिमिल्ले समोहओ उत्तरिल्ले चरिमंते उववाएयव्वो । अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! लोगस्स दाहिणिल्ले चरिमंते समोहए समोहणित्ता जे भविए लोगस्स दाहिणिल्ले चेव चरिमंते अपज्जत्तसुहम-पुढविकाइयत्ताए उववज्जिए से णं भंते ! कइ समइएणं विग्गहेणं उववज्जेज्जा ? गोयमा ! एवं जहा पुरथिमिल्ले समोहओ पुरथिमिल्ले चेव उववाइओ तहेव दाहिणिल्ले समोहए दाहिणिल्ले चेव उववाएयव्वो; तहेव णिरवसेसं जाव सुहमवणस्सइ-काइओ पज्जत्तओ, सुहुमवणस्सइकाइएसु चेव पज्जत्तएसु दाहिणिल्ले चरिमंते उववाएयव्वो; एवं दाहिणिल्ले समोहओ पच्चत्थिमिल्ले चरिमंते उववाएयव्वो, णवरं-दुसमइय-तिसमइय-चउसमइय विग्गहो, सेसं तहेव । एवं दाहिणिल्ले समोहओ उत्तरिल्ले चरिमंते उववाएयव्वो जहेव सट्ठाणे तहेव; एगसमइय-दुसमइय-तिसमइय-चउसमइय-विग्गहो। पुरथिमिल्ले जहा पच्चत्थिमिल्ले, तहेव दुसमइय-तिसमइय-चउसमइय विग्गहो । पच्चत्थिमिल्ले य चरिमंते समोहयाणं पच्चत्थिमिल्ले चेव उववज्जमाणाणं जहा सट्ठाणे। उत्तरिल्ले उववज्जमाणाणं एगसमइओ विग्गहो पत्थि, सेसं तहेव । पुरथिमिल्ले जहा सट्ठाणे, दाहिणिल्ले एगसमइओ विग्गहो णत्थि, सेसं तं चेव । उत्तरिल्ले समोहयाणं उत्तरिल्ले चेव उववज्जमाणाणं जहेव सट्ठाणे | उत्तरिल्ले समोहयाणं पुरथिमिल्ले उववज्जमाणाणं एवं चेव; णवरं-एगसमइओ विग्गहो पत्थि । उत्तरिल्ले समोहयाणं दाहिणिल्ले उववज्जमाणाणं जहा सट्ठाणे, उत्तरिल्ले समोहयाणं पच्चत्थिमिल्ले उववज्जमाणाणं एगसमइओ विग्गहो पत्थि, सेसं तहेव जाव सुहुमवणस्सइकाइओ पज्जत्तओ सुहुमवणस्सइकाइएसु पज्जत्तएसु चेव ।। कहिं णं भंते ! बायरपढविकाइयाणं पज्जत्तगाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा ! सदाणेणं अङ्क पुढवीसु जहा ठाणपए जाव सुहुमवणस्सइकाइया जे य पज्जत्तगा जे य अपज्जत्तगा ते सव्वे एगविहा अविसेसमणाणत्ता सव्वलोगपरियावण्णा पण्णत्ता समणाउसो | २६ 623 Page #634 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त २७ | अपज्जत्तसुहमपुढविकाइयाणं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ? गोयमा! अट्ठ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ, तं जहा- णाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं । एवं चउक्कएणं भेएणं जहेव एगिंदियसएस् जाव बायरवणस्सइकाइयाणं पज्जत्तगाणं। अपज्जत्तसुहमपुढविकाइया णं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ बंधंति ? गोयमा! सत्तविह- बंधगा वि, अट्ठविहबंधगा वि, जहा एगिंदियसएसु जाव पज्जत्ता बायरवणस्सइकाइया । अपज्जत्तसुहमपुढविकाइया णं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ वेदेति ? गोयमा ! चोद्दस कम्मप्पगडीओ वेदेति, तं जहा- णाणावरणिज्जं, एवं जहा एगिंदिय-सएसु जाव पुरिसवेयवज्झं, एवं जाव बायरवणस्सइकाइयाणं पज्जत्तगाणं । ३० | एगिंदिया णं भंते! कओ उववज्जति ? किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! जहा वक्कंतीए पुढविकाइयाणं उववाओ । एगिदियाणं भंते! कइ समुग्घाया पण्णत्ता? गोयमा! चत्तारि समुग्घाया पण्णत्ता, तं जहावेयणासमुग्घाए जाव वेउव्वियसमुग्घाए । एगिंदिया णं भंते ! किं तुल्लट्टिईया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति ? तुल्लट्टिईया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति ? वेमायट्टिईया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति ? वेमायडिईया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति ? गोयमा! अत्थेगइया तुल्लडिईया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति, अत्थेगइया तुल्लट्ठिईया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति, अत्थेगइया वेमायट्ठिईया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति, अत्थेगइया वेमायद्विईया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- अत्थेगइया तुल्लट्ठिईया जाव वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति? गोयमा ! एगिंदिया चउव्विहा पण्णत्ता, तं जहा- अत्थेगइया समाउया समोववण्णगा, अत्थेगइया समाउया विसमोववण्णगा, अत्थेगइया विसमाउया समोववण्णगा, अत्थेगइया विसमाउया विसमोववण्णगा । तत्थ णं जे ते समाउया समोववण्णगा ते णं तुल्लट्ठिईया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति । तत्थ णं जे ते समाउया विसमोववण्णगा ते णं तुल्लद्विईया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति । तत्थ णं जे ते विसमाउया समोववण्णगा ते णं वेमायडिईया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति । तत्थ णं जे ते विसमाउया विसमोव- वण्णगा ते णं वेमायट्टिईया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति । से तेणढेणं गोयमा ! जाव वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || चोत्तीसइमं सतं पढम अवान्तर सतं 624 Page #635 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २ 3 ४ 19 भगवई सुत्त २-११ उद्देसो कइविहा णं भंते! अणंतरोववण्णगा एगिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा अणंतरो ववण्णगा एगंदिया पण्णत्ता, तं - पुढविकाइया- दुयाभेओ जहा एगिंदियसएसु बायरवणस्सइकाइया य । जाव कहिं णं भंते ! अणंतरोववण्णगाणं बायरपुढविकाइयाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा! सट्ठाणेणं अट्ठसु पुढवीसु, तं जहा- रयणप्पभाए एवं जहा ठाणपए जाव दीवेसु समुद्देसु। एत्थ णं अणंतरोववण्णगाणं बायरपुढविकाइयाणं ठाणा पण्णत्ता, उववाएणं सव्वलोए, समुग्धाएणं सव्वलोए, सट्ठाणेणं लोगस्स असंखेज्जइभागे । अणंतरोववण्णग-सुहुमपुढ - विकाइया एगविहा अविसेसमणाणत्ता सव्वलोए परियावण्णा पण्णत्ता, समणाउसो ! एवं एएणं कमेणं सव्वे एगिंदिया भाणियव्वा, सट्ठाणाइं सव्वेसिं जहा ठाणपए । तेसिं पज्जत्तगाणं बायराणं उववायसमुग्घाय-सट्ठाणाणि जहा तेसिं चेव अपज्जत्तगाणं बायराणं । सुहुमाणं सव्वेसिं जहा पुढविकाइयाणं भणिया तहेव भाणियव्वा जाव वणस्सइकाइय त्ति । अणंतरोववण्णगाणं सुहुमपुढविकाइयाणं भंते! कइ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ? गोयमा ! अट्ठ कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ । एवं जहा एगिंदियसएस अणंतरोववण्णगउद्देसए तहेव पण्णत्ताओ, तहेव बंधंति, तहेव वेदेंति जाव अणंतरोववण्णगा बायरवणस्सइकाइया । अणंतरोववण्णग-एगिंदिया णं भंते! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! जहेव ओहिए उद्देसओ भणिओ तहेव । अणंतरोववण्णग-एगिंदियाणं भंते! कइ समुग्धाया पण्णत्ता ? गोयमा! दोण्णि समुग्घाया पण्णत्ता, तं जहा- वेयणासमुग्धाए य कसायसमुग्धा य । घ अणंतरोववण्णग-एगिंदिया णं भंते ! किं तुल्लट्ठिईया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति, पुच्छा तहेव? गोयमा! अत्थेगइया तुल्लट्ठिईया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति, अत्थेगइया तुल्लट्ठिईया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति । से केणणं भंते ! जाव वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति ? गोयमा ! अणंतरोववण्णगा एगिंदिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा- अत्थेगइया समाउया समोववण्णगा, अत्थेगइया समाउया विसमोववण्णगा । तत्थ णं जे ते समाउया समोववण्णगा ते णं तुल्लट्ठिईया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति। तत्थ णं जे ते समाउया विसमोववण्णगा ते णं तुल्लट्ठिईया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति। से तेणद्वेणं गोयमा! जाव वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ 8 कइविहा णं भंते! परंपरोववण्णगा एगिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा परंपरोव - वण्णगा एगिंदिया पण्णत्ता, तं जहा - पुढविकाइया एवं भेओ चउक्कओ जाव वणस्सइकाइय त्ति। परंपरोववण्णग-अपज्जत्त-सुहुम- पुढविकाइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुरत्थिमिल्ले चरिमंते समोहए, समोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पच्चत्थि 625 Page #636 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त मिल्ले चरिमंते अपज्जत्तसुहुम-पुढविकाइयत्ताए उववज्जित्तए? गोयमा! एवं एएणं अभिलावेणं जहेव पढमो उद्देसओ जाव लोगचरिमंतो त्ति।जावकहिं णं भंते! परंपरोववण्णग-पज्जत्तगबायर-पुढविकाइयाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा! सट्ठाणेणं अट्ठसु पुढवीसु। एवं एएणं अभिलावेणं जहा पढमे उद्देसए जाव तुल्लडिईय ति॥ सेवं भंते! सेवं भंते!॥ एवं सेसा वि अट्ठ उद्देसगा जाव अचरिमो त्ति । णवरं-अणंतरा, अणंतरसरिसा; परंपरा, परंपरसरिसा; चरमा य अचरमा य एवं चेव । एवं एए एक्कारस उद्देसगा | ॥ पढमं अवान्तर सतं समत्तं ॥ चोत्तीसइमं सतं २-१२ अवान्तर सताई कइविहा णं भंते ! कण्हलेस्सा एगिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! पंचविहा कण्हलेस्सा एगिदिया पण्णत्ता, भेओ चउक्कओ जहा कण्हलेस्सएगिदियसए जाव वणस्सइकाइयत्ति। कण्हलेस्सअपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुरत्थि-मिल्ले, पुच्छा? गोयमा! एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ओहियउद्देसओ जाव लोग चरिमंते त्ति । सव्वत्थ कण्हलेस्सेसु चेव उववाएयव्वो । कहिं णं भंते ! कण्हलेस्सअपज्जत्तबायरपुढविकाइयाणं ठाणा पण्णत्ता ? गोयमा! एवं एएणं अभिलावेणं जहा ओहियउद्देसओ जाव तुल्लट्ठिइय त्ति । एवं एएणं अभिलावेणं जहेव पढमं सेढिसयं तहेव एक्कारस उद्देसगा भाणियव्वा ||सेवं भंते ! सेवं भंते ! || एवं णीललेस्सेहि वि तइयं सयं । काउलेस्सेहि वि एवं चेव चउत्थं सयं | भविसिद्धियएगिदिएहि वि सयं पंचमं । कइविहा णं भंते ! कण्हलेस्सा भवसिद्धिया एगिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! जहेव ओहियउद्देसओ। कडविहा णं भंते ! अणंतरोववण्णगा कण्हलेस्सा भवसिद्धिया एगिंदिया पण्णत्ता ? गोयमा ! जहेव अणंतरोववण्णगउद्देसओ ओहिओ तहेव । कइविहा णं भंते! परंपरोववण्ण-कण्हलेस्स-भवसिद्धियएगिंदिया पण्णत्ता? गोयमा! पंचविहा परंपरोववण्ण-कण्हलेस्स-भवसिद्धिय-एगिंदिया पण्णत्ता-एवं भेओ चउक्कओ जाव वणस्सइकाइय त्ति ।। परंपरोववण्ण-कण्हलेस्स-भवसिद्धिय-अपज्जत्तसुहमपुढविकाइए णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए, पुच्छा ? गोयमा ! एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ओहिओ उद्देसओ जाव लोगचरमंते त्ति। सव्वत्थ कण्हलेस्सेसु भवसिद्धिएसु उववाएयव्वो | 626 Page #637 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० २ भगवई सुत्त कहिं णं भंते! परंपरोववण्ण-कण्हलेस्स-भवसिद्धिय-पज्जत्तबायरपुढविकाइयाणं ठाणा पण्णत्ता? गोयमा! जहेव ओहिओ उद्देसओ तहेव भाणियव्वं जाव तुल्लट्ठिइय त्ति । एवं एएणं अभिलावेणं कण्हलेस्स-भवसिद्धिय- एगिदिएहिं वि तहेव एक्कारस- उद्देसगसंजुत्तं छट्ठसयं । णीललेस्सभवसिद्धियएगिंदिएस सयं सत्तमं । एवं काउलेस्सभवसिद्धियएगिंदिएहिं वि सयं अट्ठमं। जहा भविसिद्धिएहिं चत्तारि सयाणि एवं अभवसिद्धिएहिं वि चत्तारि सयाणि भाणियव्वाणि । णवरं चरमअचरवज्जा णव उद्देसगा भाणियव्वा, सेसं तं चेव । एवं एयाई बारस एगिंदियसेढीसयाई ॥ सेवं भंते! सेवं भंते! ॥ ॥ चोत्तीसइमं सत्तं समत्तं ॥ पणतीसइमं सतं पढमं अवान्तर सतं पढमो उद्देसो कइ णं भंते ! महाजुम्मा पण्णत्ता ? गोयमा ! सोलस महाजुम्मा पण्णत्ता, तं जहाकडजुम्म-कडजुम्मे, कडजुम्म- तेओगे, कडजुम्म-दावरजुम्मे, कडजुम्म- कलिओगे, तेओगकडजुम्मे, तेओग-तेओगे, तेओगदावरजुम्मे, तेओगकलिओगे, दावरजुम्मकडजुम्मे, दावरजुम्मतेओगे, दावरजुम्म-दावरजुम्मे, दावरजुम्म कलिओगे, कलिओगकडजुम्मे, कलिओगतेओगे, कलिओगदावरजुम्मे, कलिओग कलिओगे। से केणट्टेणं भंते ! एवं वुच्चइ - सोलस महाजुम्मा पण्णत्ता, तं जहा कडजुम्मकडजुम्मे जाव कलिओगकलिओगे ? गोयमा ! जेणं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे चउपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते वि कडजुम्मा, से तं कडजुम्मकडजुम्मे । जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे तिपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया, ते कडजुम्मा, से तं कडजुम्मतेओगे । जे णं रासि चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे दुपज्ज-वसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते कडजुम्मा, से तं कडजुम्मदावरजुम्मे । जे णं रासी चक्कणं अवहारेणं अवहीरमाणे एगपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते कडजुम्मा, से तं कडजुम्मकलिओगे । जेणं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे चउपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते तेओगा, से तं तेओगकडजुम्मे । जे णं रासि चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे तिपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते तेओगा, से तं तेओगतेओगे। जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे दोपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते तेओगा, से तं तेओगदावरजुम्मे । जे णं रासि चउक्कएणं अवहारेणं 627 Page #638 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 13 ४ 19 ६ ८ भगवई सुत्त अवहीरमाणे एगपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते तेओगा, से तं तेओगकलिओगे । जेणं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे चउपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते दावरजुम्मा, से तं दावरजुम्मकडजुम्मे । जेणं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे तिपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते दावरजुम्मा, से तं दावरजुम्मतेओए । जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे दुपज्जवसिएजे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते दावरजुम्मा, से तं दावरजुम्मदावरजुम्मे । जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे एगपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते दावरजुम्मा, से तं दावरजुम्मकलिओगे । जेणं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे चउपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते कलिओगा, से तं कलिओगकडजुम्मे । जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे तिपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते कलिओगा, से तं कलिओगतेओगे । जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे दुपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते कलिओगा, से तं कलिओगदावरजुम्मे । जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे एगपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया ते कलिओगा, से तं कलिओग-कलिओगे । से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ जाव कलिओगकलिओगे । कडजुम्मकडजुम्मएगिंदिया णं भंते! कओ उववज्जंति - किं णेरइएहिंतो उववज्जंति, पुच्छा ? गोयमा ! जहा उप्पलुद्देसर तहा उववाओ । ते णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जंति ? गोयमा ! सोलस वा, संखेज्जा वा, असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जंति । ते णं भंते! जीवा समए समए, पुच्छा ? गोयमा! ते णं अणंता समए समए अवहीरमाणा अवहीरमाणा अणंताहिं उस्सप्पिणी अवसप्पिणीहिं अवहीरंति, णो चेव णं अवहरिया सिया । उच्चत्तं जहा उप्पलुद्देसए । णं भंते! जीवा णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स किं बंधगा, अबंधगा ? गोयमा ! बंधगा, णो अबंधगा । एवं सव्वेसिं कम्माणं आउयवज्जाणं । आउयस्स बंधगा वा अबंधगा वा । ते णं भंते ! जीवा णाणावरणिज्जस्स कम्मस्स किं वेयगा, अवेयगा ? गोयमा ! वेयगा, णो अवेयगा । एवं सव्वेंस कम्माणं । णं भंते! जीवा किं सायावेयगा, असायावेयगा ? गोयमा ! सातावेयगा वा, असातावेयगा वा। एवं उप्पलुद्देसग-परिवाडी । सव्वेसिं कम्माणं उदई, णो अणुदई । छण्हं कम्माणं उदीरगा, णो अणुदीरगा। वेयणिज्जाउयाणं उदीरगा वा अणुदीरगा वा । णं भंते ! जीवा किं कण्हलेसा, पुच्छा ? गोयमा ! कण्हलेस्सा वा, णीललेस्सा वा, काउलेस्सा वा तेउलेस्सा वा । णो सम्मदिट्ठी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी, मिच्छादिट्ठी । णो णाणी, 628 Page #639 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अण्णाणी, णियमं दुअण्णाणी, तं जहा- मइअण्णाणी य सुयअण्णाणी य | णो मणजोगी, णो वइजोगी, कायजोगी । सागारोवउत्ता वा अणागारोवउत्ता वा । तेसि णं भंते! जीवाणं सरीरा कइवण्णा-जहा उप्पलुद्देसए सव्वत्थ, पुच्छा ? गोयमा! जहा उप्पलुद्देसए; ऊसासगा वा, णीसासगा वा, णो उस्सासणीसासगा वा | आहारगा वा अणाहारगा वा | णो विरया, अविरया, णो विरयाविरया । सकिरिया, णो अकिरिया । सत्तविहबंधगा वा अट्ठविहबंधगा वा | आहारसण्णोवउत्ता वा जाव परिग्गह-सण्णोवउत्ता वा । कोहकसायी वा माणकसायी वा माया कसायी वा लोभकसायी वा । णो इत्थिवेयगा, णो पुरिसवेयगा, णपुंसगवेयगा । इत्थिवेयबंधगा वा पुरिसवेयबंधगा वा णपुंसगवेयबंधगा वा । णो सण्णी, असण्णी । सइंदिया, णो अणिंदिया । ते णं भंते ! कडजुम्मकडजुम्मएगिंदिया कालओ केवचिरं हॉति ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अणंतं कालं-अणंता उस्सप्पिणीओस्सप्पिणीओ, वणस्सइ-काइयकालो । संवेहो ण भण्णइ, आहारो जहा उप्पलुद्देसए, णवरं-णिव्वाघाएणं छद्दिसिं, वाघायं पडुच्च सिय तिदिसिं, सिय चउदिसिं, सिय पंचदिसिं, सेसं तहेव । ठिई जहण्णेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइं। समुग्घाया आदिल्ला चत्तारि | मारणंतिय-समुग्घाएणं समोहया वि मरंति, असमोहया वि मरंति । उव्वट्टणा जहा उप्पलुद्देसए । अह भंते! सव्वपाणा जाव सव्वसत्ता कडजुम्मकडजुम्मएगिदियत्ताए उववण्णपुव्वा? हंता गोयमा! असइं अदुवा अणंतखुत्तो । कडजुम्म-तेओग-एगिंदिया णं भंते! कओ उववज्जति ? गोयमा! उववाओ तहेव । ते णं भंते! जीवा एगसमए णं केवइया उववज्जति ? गोयमा! एगूणवीसा वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जंति, सेसं जहा कडजुम्म-कडजुम्माणं जाव अणंतखुत्तो | कडजुम्म-दावरजुम्म-एगिंदिया णं भंते! कओहिंतो उववज्जति ? गोयमा! उववाओ तहेव । ते णं भंते! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा! अट्ठारस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जंति । सेसं तहेव जाव अणंतखुत्तो । कडजुम्म-कलिओग-एगिदिया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! उववाओ तहेव । परिमाणं सत्तरस्स वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा सेसं तहेव जाव अणंतखुत्तो । तेओगकडजम्मएगिंदिया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! उववाओ तहेव । परिमाणं बारस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जंति । सेसं तहेव जाव अणंतखुत्तो । तेओग-तेओग-एगिंदिया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! उववाओ तहेव। परिमाणं पण्णरस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा । सेसं तहेव जाव अणंतखुत्तो । एवं एएस सोलससु महाजुम्मेसु एक्को गमओ, णवरं परिमाणे णाणत्तं- तेओग-दावरजुम्मेसु परिमाणं चोद्दस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जंति। तेओग-कलिओगेसु तेरस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जंति । दावरजुम्म-कडजुम्मेसु अट्ठ वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जति | दावरजुम्म-तेओगेसु एक्कारस वा संखेज्जा वा 629 Page #640 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जति । दावरजुम्म-दावरजुम्मेसु दस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जंति । दावरजुम्म-कलिओगेसु णव वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जति । कलिओग-कडजुम्मे चत्तारि वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जति । कलिओग-तेओगेसु सत्त वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जंति। कलिओग-दावरजुम्मेसु छ वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा अणंता वा उववज्जति । कलिओगकलिओगएगिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! उववाओ तहेव | परिमाणं पंच वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा, अणंता वा उववज्जंति | सेसं तहेव जाव सेवं भंते ! सेवं भंते ! || || पढमो उद्देसो समत्तो | पणतीसइमं सतं पढमं अवान्तर सतं बीओ उद्देसो पढमसमय-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिंदिया णं भंते! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! तहेव, एवं जहेव पढमो उद्देसओ तहेव सोलसखुत्तो बिइओ वि भाणियव्वो | तहेव सव्वं, णवरं-इमाणि य दस णाणत्ताणि- ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभाग, उक्कोसेण वि अंगुलस्स असंखेज्जइभागं । आउयकम्मस्स णो बंधगा, अबंधगा । आउयस्स णो उदीरगा, अणुदीरगा । णो उस्सासगा, णो णिस्ससगा, णोउस्सासणिस्सासगा | सत्तविहबंधगा, णो अट्ठविहबंधगा | ते णं भंते ! पढमसमय-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिदिय त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! एक्कं समय। एवं ठिईए वि | समग्घाया आदिल्ला दोण्णि | समोहया ण पुच्छिज्जंति । उव्वदृणा ण पुच्छिज्जइ। सेसं तहेव सव्वं णिरवसेसं। सोलससु वि गमएसु जाव अणंतखुत्तो || सेवं भंते! सेवं भंते! || || बीओ उद्देसो समत्तो || पणतीसइमं सतं पढमं अवान्तर सतं ३-११ उद्देसो अपढमसमयकडजुम्मकडजुम्मएगिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! जहा पढमुद्देसो सोलसहि वि जुम्मेसु तहेव णेयव्वो जाव कलिओगकलिओगत्ताए जाव अणंतखुत्तो । 630 Page #641 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २ भगवई सुत्त चरमसमयकडजुम्मकडजुम्मएगिंदिया णं भंते! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! जहेव पढमउद्देसओ [पढम-समय-उद्देसओ] णवरं- देवा ण उववज्जंति, तेउलेस्सा ण पुच्छिज्जंति, सेसं तहेव । अचरमसमय-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! जहा अपढमसमयउद्देसो तहेव णिरवसेसो भाणियव्वो | पढमपढमसमय-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिदिया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति ? गोयमा! जहा पढमसमयउद्देसओ तहेव णिरवसेसं । पढमअपढमसमय-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा! जहा पढमउद्देसो [पढम-समय-उद्देसओ] तहेव भाणियव्वो । पढमचरमसमय-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा! जहा चरमुद्देसओ तहेव णिरवसेसं | पढमअचरमसमय-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा! जहा पढमो उद्देसओ [बीओ उद्देसओ] तहेव णिरवसेसं । चरमचरमसमय-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा! जहा चउत्थो उद्देसओ तहेव णिरवसेसं । चरमअचरमसमय-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा! जहा पढमउद्देसओ पढम-समय-उद्देसओ तहेव णिरवसेसं || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || [एवं एए एक्कारस उद्देसगा । पढमो तइओ पंचमओ य सरिसगमा, सेसा अट्ठ सरिसगमगा, णवरं- चउत्थे अट्ठमे दसमे य देवा य ण उववज्जति । तेउलेस्सा णत्थि ।] ॥ पढमं अवान्तर सतं समत्तं ॥ पणतीसइमं सतं बीअं अवान्तर सतं १-११ उद्देसो कण्हलेस्स-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! उववाओ तहेव, एवं जहा ओहिय उद्देसए । णवरं-इमं णाणत्तं-ते णं भंते! जीवा कण्हलेस्सा? हंता कण्हलेस्सा । ते णं भंते ! कण्हलेस्स-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिंदिय त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुत्तं । एवं ठिईए वि। सेसं तहेव जाव अणंतखुत्तो । एवं सोलस वि जुम्मा भाणियव्वा । 631 Page #642 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ३ | पढम-समय-कण्हलेस्स-कडजुम्म-कडजुम्म-एगिंदियाणं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! जहा ओहिओ पढमसमयउद्देसओ, णवरं-ते णं भंते ! जीवा कण्हलेस्सा ? गोयमा ! हंता कण्हलेस्सा, सेसं तं चेव । एवं जहा ओहियसए एक्कारस उद्देसगा भणिया तहा कण्हलेस्ससए वि एक्कारस उद्देसगा भाणियव्वा | [पढमो तइओ पंचमो य सरिसगमा, सेसा अट्ठ वि सरिसगमा, णवरं-चउत्थअट्ठम-दसमेसु उववाओ णत्थि देवस्स ।] पणतीसइमं सतं ३-१२ अवान्तर सताई |... एवं णीललेस्सेहिं वि सयं कण्हलेस्ससयसरिसं, एक्कारस उद्देसगा तहेव । एवं काउलेस्सेहिं वि सयं कण्हलेस्ससयसरिसं । भवसिद्धियकडजुम्मकडजुम्मएगिंदिया णं भंते! कओ उववज्जंति? गोयमा ! जहा ओहियसयं तहेव, णवरं-एक्कारससु वि उद्देसएसु । अह भंते ! सव्वे पाणा जाव सव्वे सत्ता भवसिद्धियकडजुम्म-कडजुम्म- एगिंदियत्ताए उववण्णपुव्वा | गोयमा! णो इणढे समढे, सेसं तहेव । कण्हलेस्स-भवसिद्धिय-कडजुम्मकडजुम्म-एगिंदिया णं भंते ! कओहिंतो उववज्जंति? गोयमा! एवं कण्हलेस्सभवसिद्धियएगिदिएहिं वि सयं, बिइय-सय-कण्हलेस्ससरिसं भाणि- यव्वं । एवं णीललेस्सभवसिद्धियएगिदियएहिं वि सयं। एवं काउलेस्सभवसिद्धियएगिदिएहिं वि तहेव एकारसउद्देसगसंजुत्तं सयं । एवं एयाणि चत्तारि भवसिद्धिएसु सयाणि । चउसु वि सएस सव्वे पाणा जाव उववण्णपुव्वा? णो इणढे समढे। || सेवं भंते! सेवं भंते !॥ जहा भवसिद्धिएहिं समं चत्तारि सयाइं भणियाइं एवं अभवसिद्धिएहिं वि चत्तारि सयाणि लेस्सासंजुत्ताणि भाणियव्वाणि । सव्वे पाणा, तहेव पुच्छा, जाव णो इणढे समढे। एवं एयाई बारस एगिदियमहाजुम्मसयाई भवंति। || सेवं भंते ! सेवं भंते !॥ || पणतीसइमं सतं समतं || छत्तीसइमं सतं पढम अवान्तर सतं १-११ उद्देसो कडजुम्म-कडजुम्मबेइंदिया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! उववाओ जहा वक्कंतीए | परिमाणं सोलस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति । अवहारो जहा उप्पलुद्देसए । ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं बारस जोयणाइं। एवं जहा एगिंदियमहाजुम्माणं पढमुद्देसए तहेव, णवरं- तिण्णि लेस्साओ, देवा ण उववज्जंति । 632 Page #643 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त सम्मदिट्ठी वा मिच्छदिट्ठी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी । णाणी वा अण्णाणी वा | णो मणजोगी, वयजोगी वा कायजोगी वा । ते णं भंते! कडजुम्म-कडजुम्म-बेइंदिया कालओ केवचिरं होइ ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं संखेज्जं कालं | ठिई जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं बारस संवच्छराई । आहारो णियमं छद्दिसिं । तिण्णि समुग्घाया। सेसं तहेव जाव अणंतखुत्तो । एवं सोलससु वि जुम्मेसु । || सेवं भंते! सेवं भंते ! ॥ पढमसमयकडजुम्मकडजुम्मबेइंदिया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! एवं जहा एगिदियमहाजुम्माणं पढमसमयउद्देसए । दस णाणत्ताइं ताइं चेव इह वि । एक्कारसमं इमं णाणत्तं- णो मणजोगी, णो वयजोगी, कायजोगी। सेसं जहा बेइंदियाणं चेव प | सेवं भंते! सेवं भंते!' त्ति || एवं एए वि जहा एगिदियमहाजुम्मेसु एक्कारस उद्देसगा तहेव भाणियव्वा । णवरं-चउत्थअट्ठम- दसमेसु-सम्मत्त-णाणाणि ण भण्णंति । [जहेव एगिदिएसु पढमो तइओ पंचमो य एक्कगमा सेसा पंच एक्कगमा।] || पढम अवान्तर सतं समत्तं | छत्तीसइमं सतं कण्हलेस्स-कडजुम्म-कडजुम्म-बेइंदिया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! एवं चेव । कण्हलेस्सेसु वि एक्कारसउद्देसगसंजुत्तं सयं, णवरं-लेस्सा, संचिट्ठणा, ठिई जहा एगिंदियकण्हलेस्साणं । एवं णीललेस्सेहि वि सयं । एवं काउलेस्सेहि वि । भवसिद्धियकडजुम्मकडजुम्मबेइंदिया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! भवसिद्धियसया वि चत्तारि तेणेव पुव्वगमएणं णेयव्वा, णवरं- सव्वे पाणा, पुच्छा ? णो इणढे समढे | सेसं तहेव ओहियसयाणि चत्तारि । जहा भवसिद्धियसयाणि चत्तारि एवं अभवसिद्धियसयाणि चत्तारि भाणियव्वाणि, णवरंसम्मत्त, णाणाणि सव्वेहिं णत्थि, सेसं तं चेव । एवं एयाणि बारस बेइंदियमहाजुम्मसयाणि भवंति । || छत्तीसइमं सतं समत्तं ॥ सत्ततीसइम सतं १ | कडजुम्मकडजुम्मतेइंदिया णं भंते! कओ उववज्जति? गोयमा! तेइंदिएस वि बारस सया कायव्वा बेइंदियसयसरिसा, णवरं-ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाइं । ठिई जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं एगूणपण्णं राइंदियाई, सेसं तहेव ||| सेवं भंते ! सेवं भंते ! || 633 Page #644 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त अट्ठत्तीसइमं सतं चउरिदिएहिं वि एवं चेव बारस सया कायव्वा, णवरं- ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं चत्तारि गाउयाइं। ठिई जहण्णेणं एक्क समयं, उक्कोसेणं छम्मासा। सेसं जहा बेइंदियाणं | || सेवं भंते ! सेवं भंते !॥ एगूणगालीसइमं सतं १ कडजुम्मकडजुम्म-असण्णिपंचिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! जहा बेइंदियाणं तहेव असण्णिसु वि बारस सया कायव्वा, णवरं-ओगाहणा जहण्णेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभाग, उक्कोसेणं जोयणसहस्सं | संचिट्ठणा जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं पुव्वकोडीपुहुत्तं । ठिई जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं पुव्वकोडी, सेसं जहा बेइंदियाणं। | सेवं भंते ! सेवं भंते ! || चत्तालीसइमं सतं पढमं अवान्तर सतं | M कडजुम्मकडजुम्मसण्णिपंचिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! उववाओ चउस् वि गईसु। संखेज्ज-वासाउय-असंखेज्ज-वासाउय-पज्जत्तअपज्जत्तएसु य ण कओ वि पडिसेहो जाव 'अणुत्तरविमाण' त्ति | परिमाणं अवहारो ओगाहणा य जहा असण्णि- पंचिंदियाणं । वेयणिज्जवज्जाणं सत्तण्हं पगडीणं बंधगा वा अबंधगा वा, वेयणिज्जस्स बंधगा, णो अबंधगा। मोहणिज्जस्स वेयगा वा अवेयगा वा, सेसाणं सत्तण्ह वि वेयगा, णो अवेयगा | सायावेयगा वा असायावेयगा वा । मोहणिज्जस्स उदयी वा अणुदयी वा, सेसाणं सत्तण्ह वि उदयी, णो अणुदयी । णामस्स गोयस्स य उदीरगा, णो अणुदीरगा, सेसाणं छह वि उदीरगा वा अणुदीरगा वा । कण्हलेस्सा वा जाव सुक्कलेस्सा वा । सम्मदिट्ठी वा मिच्छादिट्ठी वा सम्मामिच्छादिट्ठी वा । णाणी वा अण्णाणी वा, मणजोगी, वयजोगी, कायजोगी | उवओगो, वण्णमाई, उस्सासगा वा णीसासगा वा, आहारगा य जहा एगिदियाणं, विरया य अविरया य विरयाविरया य | सकिरिया, णो अकिरिया। ते णं भंते! जीवा किं सत्तविहबंधगा वा अट्टविह बंधगा वा छव्विहबंधगा वा एगविहबंधगा वा? गोयमा ! सत्तविहबंधगा वा जाव एगविहबंधगा वा । ते णं भंते! जीवा किं आहारसण्णोवउत्ता जाव परिग्गहसण्णोवउत्ता वा, णोसण्णोवउत्ता वा ? एवं सव्वत्थ पुच्छा भाणियव्वा । गोयमा! आहारसण्णोवउत्ता जाव णोसण्णोवउत्ता वा । कोहकसायी वा जाव लोभ- कसायी वा अकसायी वा । इत्थीवेयगा वा पुरिसवेयगा वा णपुंसगवेयगा वा अवेयगा वा। इत्थिवेयबंधगा 634 Page #645 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 19 १ ३ भगवई सुत्त वा पुरिसवेयबंधगा वा णपुंसगवेयबंधगा वा अबंधगा वा । सण्णी, णो असण्णी । सइंदिया, णो अणिंदिया । संचिट्ठणा जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं सागरोवमसयपुहुत्तं साइरेगं । आहारो तहेव जाव णियमं छद्दिसिं । ठिई जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं तेत्तीस सागरोवमाई । छ समुग्धाया आदि लगा । मारणंतियसमुग्धाएणं समोहया वि मरंति, असमोहया वि मरंति । उव्वट्टणा जहेव उववाओ, ण कत्थइ पडिसेहो जाव अणुत्तरविमाण त्ति । अह भंते ! सव्वपाणा जाव अनंतखुत्तो । एवं सोलससु वि जुम्मेसु भाणियव्वं जाव अणंतखुत्तो, णवरं परिमाणं जहा बेइंदियाणं, सेसं तहेव । पढमसमयकडजुम्मकडजुम्मसण्णिपंचिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा! उववाओ, परिमाणं, आहारो जहा एएसिं चेव पढमोद्देसए । ओगाहणा बंधो वेयो वेयणा उदयी उदीरगा य जहा बेइंदियाणं पढमसमयाणं, तहेव कण्हलेस्सा वा जाव सुक्कलेस्सा वा । सेसं जहा बेइंदियाणं पढमसमइयाणं जाव अणंतखुत्तो । णवरं इत्थवेयगा वा पुरिसवेयगा वा णपुंसगवेयगा वा, सण्णिणो णो असण्णिणो, सेसं तहेव । एवं सोलससु वि जुम्मेसु परिमाणं तहेव सव्वं । एवं एत्थ वि एक्कारस उद्देसगा तहेव सेवं भंते । सेवं भंते ! ॥ [ पढमो तइओ पंचमो य सरिसगमा, सेसा अट्ठ वि सरिसगमा । चउत्थ- अट्ठम-दसमेसु णत्थि विसेसो कायव्वो । ] ॥ पढमं अवान्तर सतं समत्तं ॥ चत्तालीसइमं सतं २-७ अवान्तर सताई कण्हलेस्स-कडजुम्मकडजुम्म-सण्णिपंचिंदिया णं भंते! कओ उववज्जंति ? गोयमा! जहा पढमुद्देसओ सण्णीणं । णवरं बंधो वेओ उदयी उदीरणा लेस्सा बंधग- सण्णा कसाय- वेयबंधगा य एयाणि जहा बेइंदियाणं । कण्हलेस्साणं वेओ तिविहो, अवेयगा णत्थि । संचिट्ठणा जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तमब्भहियाइं । एवं ठिईए वि, णवरं- ठिईए अंतोमहुत्तमब्भहियाइं ण भण्णंति । सेसं जहा एएसिं चेव पढमे उद्देसए जाव अणंतखुत्तो । एवं सोलससु वि जुम्मेसु । ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ पढमसमय-कण्हलेस्स-कडजुम्मकडजुम्म-सण्णिपंचिंदिया णं भंते! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! जहा सण्णिपंचिंदियपढमसमयउद्देसए तहेव णिरवसेसं । णवरं ते णं भंते! जीवा कण्हलेस्सा ? हंता कण्हलेस्सा, सेसं तं चेव । एवं सोलससु वि जुम्मेसु । एवं एए वि एक्कारस वि उद्देसगा कण्हलेस्ससए | सेवं भंते! सेवं भंते! ॥ एवं णीललेस्सेसु वि सयं, णवरं-संचिट्ठणा जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं दस सागरोवमाइं पलिओवमस्स असंखेज्जइ भागमब्भहियाई । एवं ठिईए । एवं तिसु उद्देसएसु, सेसं तं चेव। ॥ सेवं भंते! सेवं भंते ! | 635 Page #646 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एवं काउलेस्ससयं पि, णवरं-संचिट्ठणा जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं तिण्णि सागरोवमाइं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागमब्भहियाई। एवं ठिईए वि। एवं तिसु वि उद्देसएसु, सेसं तं चेव। || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || एवं तेउलेस्सेस् वि सयं, णवरं-संचिट्ठणा जहण्णेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं दो सागरोवमाई पलिओवमस्स असंखेज्जइभागमब्भहियाइं । एवं ठिईए वि, णवरं-णोसण्णो-वउत्ता वा । एवं तिसु वि उद्देसएसु, सेसं तं चेव | सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ जहा तेउलेस्ससयं तहा पम्हलेस्ससयं पि । णवरं संचिट्ठणा जहण्णेणं एक्कं समय, उक्कोसेणं दस सागरोवमाइं अंतोमुत्तमब्भहियाइं । एवं ठिईए वि, णवरं- अंतोमुहत्तं ण भण्णइ, सेसं तं चेव । एवं एएसु पंचसु सएसु जहा कण्हलेस्ससए गमओ तहा णेयव्वो जाव अणंतखुत्तो || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ सुक्कलेस्ससयं जहा ओहियसयं, णवरं- संचिट्ठणा ठिई य जहा कण्हलेस्ससए | सेसं तहेव जाव अणंतखुत्तो || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ॥ २-७ अवान्तर सताइं समत्ताई ॥ चत्तालीसइमं सतं ८-१४ अवान्तर सताई १ | भवसिद्धियकडजुम्मकडजुम्मसण्णिपंचिंदिया णं भंते! कओ उववज्जंति? गोयमा! जहा पढमं सण्णिसयं तहा णेयव्वं भवसिद्धियाभिलावेणं। णवरं-सव्वपाणा णो उववण्ण पुव्वा। सेसं तहेव। ॥ सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ कण्हलेस्सभवसिद्धियकडजुम्मकडजुम्मसण्णिपंचिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति? गोयमा ! एवं एएणं अभिलावेणं जहा ओहियकण्हलेस्ससयं । एवं णीललेस्सभवसिद्धिए वि सयं । सेवं भंते ! सेवं भंते! एवं जहा ओहियाणि सण्णिपंचिंदियाणं सत्त सयाणि भणियाणि, एवं भवसिद्धिएहिं वि सत्त सयाणि कायव्वाणि । णवरं सत्तसु वि सएसु सव्वपाणा जाव णो इणढे समटे | सेसं तं चेव । ॥ ८-१४ अवान्तर सताइं समत्ताई || चत्तालीसइमं सतं १५-२१ अवान्तर सताई अभवसिद्धियकडजुम्मकडजुम्मसण्णिपंचिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! उववाओ तहेव अणुत्तरविमाणवज्जो । परिमाणं, अवहारो, उच्चत्तं, बंधो, वेदो, वेदणं, उदओ, उदीरणा य जहा कण्हलेस्ससए। कण्हलेस्सा वा जाव सुक्कलेस्सा वा । णो सम्मदिट्ठी, मिच्छादिट्ठी, णो सम्मामिच्छादिट्ठी । णो णाणी, अण्णाणी । एवं जहा 636 Page #647 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त 1 कण्हलेस्ससए, णवरं-णो विरया, अविरया, णो विरयाविरया। संचिट्ठणा ठिई य जहा ओहियउद्देसए । समुग्घाया आइल्लगा पंच | उव्वदृणा तहेव अणुत्तरविमाणवज्ज। सव्वपाणा णो उववण्ण पुव्वा । सेसं जहा कण्हलेस्ससए जाव अणंतखुत्तो । एवं सोलससु वि जुम्मेसु । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || पढमसमय - अभवसिद्धिय - कडजुम्मकडजुम्म - सण्णिपंचिंदिया णं भंते ! कओ उववज्जंति? गोयमा! जहा सण्णीणं पढमसमयउद्देसए तहेव । णवरं सम्मत्तं, सम्मामिच्छत्तं, णाणं च सव्वत्थ णत्थि, सेसं तहेव । 'सेवं भंते ! सेवं भंते !' त्ति । एवं एत्थ वि एक्कारस उद्देसगा णायव्वा । पढम-तइय-पंचमा एक्कगमा, सेसा अट्ठ वि एक्कगमा । || सेवं भंते ! सेवं भंते!॥ कण्हलेस्स-अभवसिद्धिय-कडजुम्मकडजुम्म-सण्णिपंचिंदिया णं भंते! कओ उववज्जंति? गोयमा! जहा एएसिं चेव ओहियसयं तहा कण्हलेस्ससयं पि । णवरं-ते णं भंते ! जीवा कण्हलेस्सा? हंता कण्हलेस्सा | ठिई, संचिट्ठणा य जहा कण्हलेस्सा सए सेसं तं चेव | || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || एवं छहि वि लेस्साहिं छ सया कायव्वा जहा कण्हलेस्ससयं । णवरं संचिट्ठणा ठिई य जहेव ओहियसए तहेव भाणियव्वा । णवरं सुक्कलेस्साए उक्कोसेणं एक्कतीसं सागरोवमाइं अंतोमुत्तमब्भहियाइं । ठिई एवं चेव, णवरं-अंतोमुहुत्तं णत्थि । जहण्णगं तहेव । सव्वत्थ सम्मत्तणाणाणि णत्थि | विरई विरयाविरई अणुत्तरविमाणोववत्ति-एयाणि णत्थि। सव्वपाणा जाव णो इणढे समढे । एवं एयाणि सत्त अभवसिद्धियमहाजुम्मसया भवंति। एवं एयाणि एक्कवीसं सण्णिमहाजुम्मसयाणि । सव्वाणि वि एकासीइमहाजुम्मसयाई || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || ४ ॥ चत्तालीसइमं सतं समत्तं || एगचत्तालीसइमं सतं पढमो उद्देसो कइ णं भंते ! रासीजुम्मा पण्णत्ता ? गोयमा! चत्तारि रासीजुम्मा पण्णत्ता, तं जहाकडजुम्मे जाव कलिओगे । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-चत्तारि रासीजुम्मा पण्णत्ता, जाव कलिओ गोयमा! जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे चउपज्जवसिए से तं रासीजम्मकडजम्मे। एवं जाव जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं एगपज्जवसिए से तं रासीजुम्मकलिओगे । से तेणटेणं जाव कलिओगे । रासीजुम्मकडजुम्मणेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! उववाओ जहा वक्कंतीए | ते णं भंते ! जीवा एगसमएणं केवइया उववज्जति ? गोयमा ! चत्तारि वा अट्ट वा बारस वा सोलस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति । ते णं भंते ! जीवा किं संतरं उववज्जंति. णिरंतरं उववज्जंति ? 637 Page #648 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ε ७ ८ 18 |१० ११ १२ १४ १५ १६ १७ भगवई सुत्त गोयमा! संतरं पि उववज्जंति, णिरंतरं पि उववज्जंति । संतरं उववज्जमाणा जहणेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं असंखेज्जे समए अंतरं कट्टु उववज्जंति । णिरंतरं उववज्जमाणा जहण्णेणं दो समया, उक्कोसेणं असंखेज्जा समया अणुसमयं अविरहियं णिरंतरं उववज्जंति। ते णं भंते ! जीवा जं समयं कडजुम्मा तं समयं तेओगा, जं समयं तेओगा तं समयं कडजुम्मा ? गोयमा! णो इणट्ठे समट्ठे । ते णं भंते! जीवा जं समयं कडजुम्मा तं समयं दावरजुम्मा, जं समयं दावरजुम्मा तं समयं कडजुम्मा? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । ते णं भंते ! जीवा जं समयं कडजुम्मा तं समयं कलिओगा, जं समयं कलिओगा तं समयं जुम्मा ? गोयमा ! णो इणट्ठे समट्ठे । ते णं भंते! जीवा कहं उववज्जंति ? गोयमा ! से जहाणामए पवए पवमाणे एवं जहा उववायस जाव णो परप्पओगेणं उववज्जंति । ते णं भंते! जीवा किं आयजसेणं उववज्जंति, आयअजसेणं उववज्जंति ? गोयमा ! णो आयजसेणं उववज्जंति, आयअजसेणं उववज्जंति । जइ णं भंते ! आयअजसेणं उववज्जंति- किं आयजसं उवजीवंति, आयअजसं उवजीवंति ? गोयमा! णो आयजसं उवजीवंति, आयअजसं उवजीवंति । जइ णं भंते! आयअजसं उवजीवंति किं सलेस्सा, अलेस्सा? गोयमा! सलेस्सा, णो अलेस्सा । जइ णं भंते! सलेस्सा-किं सकिरिया, अकिरिया ? गोयमा! सकिरिया, णो अकिरिया । जइ णं भंते! सकिरिया तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झति जाव सव्व दुक्खाणं अंतं करेंति ? गोयमा! णो इट्ठे समट्ठे । रासीजुम्मकडजुम्मअसुरकुमारा णं भंते! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! जहेव णेरइया तहेव णिरवसेसं । एवं जाव पंचिंदियतिरिक्खजोणिया, णवरं वणस्सइकाइया जाव असंखेज्जा वा अणंता वा उवज्जंति । सेसं एवं चेव । मणुस्सा वि एवं चेव जाव णो आयजसेणं उववज्जंति, आय अजसेणं उववज्जंति । जइ णं भंते ! आयअजसेणं उववज्जंति - किं आयजसं उवजीवंति, आयअजसं उवजीवंति ? गोयमा! आयजसं पि उवजीवंति, आयअजसं पि उवजीवंति । जइ णं भंते ! आयजसं उवजीवंति किं सलेस्सा, अलेस्सा ? गोयमा ! सलेस्सा वि अलेस्सा वि। जइ णं भंते! अलेस्सा- किं सकिरिया, अकिरिया ? गोयमा ! णो सकिरिया, अकिरिया । 638 Page #649 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १८ भगवई सुत्त जइ णं भंते ! अकिरिया- तेणेव भवग्गहणेणं सिझंति जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति ? हंता गोयमा ! सिझंति जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति । जड़ णं भंते! सलेस्सा- किं सकिरिया, अकिरिया? गोयमा! सकिरिया, णो अकिरिया। जइ णं भंते ! सकिरिया-तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झंति जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति ? गोयमा! अत्थेगइया तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झंति जाव अंतं करेंति, अत्थेगइया णो तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झंति जाव अंतं करेंति । जइ णं भंते! आयअजसं उवजीवंति- किं सलेस्सा, अलेस्सा ? गोयमा! सलेस्सा, णो अलेस्सा। जइ णं भंते! सलेस्सा- किं सकिरिया, अकिरिया? गोयमा! सकिरिया, णो अकिरिया। जइ णं भंते ! सकिरिया- तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झंति जाव सव्वदुक्खाणं अंतं करेंति? गोयमा! णो इणढे समटे | वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिया जहा णेरइया । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ || पढमो उद्देसो समत्तो || एगचत्तालीसइम सतं २-२८ उद्देसा रासीजुम्म-तेओगणेरइया णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! एवं चेव उद्देसओ भाणियव्वो, णवरं- परिमाणं तिण्णि वा सत्त वा एक्कारस वा पण्णरस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति । संतरं तहेव । ते णं भंते ! जीवा जं समयं तेओगा तं समयं कडजुम्मा, जं समयं कडजुम्मा तं समयं तेओगा ? गोयमा! णो इणढे समटे । ते णं भंते ! जीवा जं समयं तेओगा, तं समयं दावरजुम्मा, जं समयं दावरजुम्मा तं समयं तेओगा? गोयमा ! णो इणढे समढे | एवं कलिओगेण वि समं, सेसं तं चेव जाव वेमाणिया। णवरं-उववाओ सव्वेसिं जहा वक्कंतीए | || सेवं भंते ! सेवं भंते!॥ रासीजुम्म-दावरजुम्मणेरइया णं भंते! कओ उववज्जति ? गोयमा! एवं चेव उद्देसओ, णवरंपरिमाणं दो वा छ वा दस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा वा उववज्जंति, संतरं तहेव । ते णं भंते ! जीवा णं समयं दावरजुम्मा तं समयं कडजुम्मा, जं समयं कडजुम्मा तं समयं दावरजुम्मा ? गोयमा ! णो इणढे समढे । एवं तेओगेण वि समं, एवं कलिओगेण वि समं । सेसं जहा पढमुद्देसए जाव वेमाणिया । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || रासीजुम्म-कलिओगणेरड्या णं भंते! कओ उववज्जंति ? गोयमा! एवं चेव, णवरं-परिमाणं एक्को वा पंच वा णव वा तेरस वा संखेज्जा वा असंखेज्जा उववज्जंति, संतरं तहेव । 639 Page #650 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त ७ ते णं भंते ! जीवा जं समयं कलिओगा तं समयं कडजुम्मा, जं समयं कडजुम्मा तं समयं कलिओगा ? गोयमा ! णो इणढे समढे । एवं तेओगेण वि समं, एवं दावरजुम्मेण वि समं । सेसं जह जाव वेमाणिया । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || कण्हलेस्स-रासीजुम्मकडजुम्म-णेरइया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! उववाओ जहा धूमप्पभाए, सेसं जहा पढमुद्देसए । असुरकुमाराणं तहेव, एवं जाव वाणमंतराणं। मणुस्साण वि जहेव णेरइयाणं आयअजसं उवजीवंति । अलेस्सा, अकिरिया, तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झंति; एवं ण भाणियव्वं । सेसं जहा पढमुद्देसए । कण्हलेस्स-तेओगेहिं वि एवं चेव उद्देसओ | कण्हलेस्सदावरजुम्मेहिं एवं चेव उद्देसओ । कण्हलेस्स-कलिओगेहिं वि एवं चेव उद्देसओ । परिमाणं, संतरं य जहा ओहिएसु उद्देसएसु || सेवं भंते ! सेवं भंते ! || जहा कण्हलेस्सेहिं एवं णीललेस्सेहिं वि चत्तारि उद्देसगा भाणियव्वा णिरवसेसा, णवरंणेरइयाणं उववाओ जहा वालुयप्पभाए, सेसं तं चेव । काउलेस्सेहि वि एवं चेव चत्तारि उद्देसगा कायव्वा, णवरं- जेरइयाणं उववाओ जहा रयणप्पभाए, सेसं तं चेव । तेउलेस्स-रासीजुम्मकडजुम्म-असुरकुमारा णं भंते! कओ उववज्जंति? गोयमा! एवं चेव, णवरंजेसु तेउलेस्सा अत्थि तेसु भाणियव्वं । एवं एए वि कण्हलेस्ससरिसा चत्तारि उद्देसगा कायव्वा। एवं पम्हलेस्साए वि चत्तारि उद्देसगा कायव्वा । पंचिंदिय-तिरिक्खजोणियाणं मणुस्साणं वेमाणियाण य एएसिं पम्हलेस्सा, सेसाणं णत्थि । जहा पम्हलेस्साए एवं सुक्कलेस्साए वि चत्तारि उद्देसगा कायव्वा, णवरं-मणुस्साणं गमओ जहा ओहियउद्देसएसु, सेसं तं चेव। एवं एए छसु लेस्सासु चउवीसं उद्देसगा, ओहिया चत्तारि, सव्वे ते अट्ठावीसं उद्देसगा भवंति । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! | || २-२८ उद्देसो समत्ता || एगचत्तालीसइमं सतं २९-५६ उद्देसा भवसिद्धियरासीजुम्मकडजुम्मणेरड्या णं भंते! कओ उववज्जंति? गोयमा! जहा ओहिया पढमगा चत्तारि उद्देसगा तहेव णिरवसेसं एए चत्तारि उद्देसगा । कण्हलेस्सभवसिद्धियरासीजुम्मकडजुम्मणेरइया णं भंते! कओ उववज्जति? गोयमा! जहा कण्हलेस्साए चत्तारि उद्देसगा भवंति तहा इमे वि भवसिद्धिय-कण्हलेस्सेहिं वि चत्तारि उद्देसगा कायव्वा। एवं णीललेस्सभवसिद्धिएहिं वि चत्तारि उद्देसगा कायव्वा । एवं काउलेस्सेहिं वि चत्तारि उद्देसगा। तेउलेस्सेहि वि चत्तारि उद्देसगा ओहियसरिसा | पम्हलेस्सेहि वि चत्तारि उद्देसगा । सुक्कलेस्सेहि वि चत्तारि उद्देसगा ओहियसरिसा एवं एए वि भवसिद्धिएहि वि अट्ठावीसं उद्देसगा भवंति। 640 Page #651 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त एगचत्तालीसइम सतं ५७-८४ उद्देसा अभवसिद्धिय-रासीजुम्म-कडजुम्म-णेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! जहा पढमो उद्देसगो, णवरं-मणुस्सा णेरड्या य सरिसा भाणियव्वा। सेसं तहेव। एवं चउसु वि जुम्मेसु चत्तारि उद्देसगा | कण्हलेस्स-अभवसिद्धिय-रासीजुम्मकडजुम्म-णेरइया णं भंते ! कओ उववज्जंति। गोयमा ! एवं चेव चत्तारि उद्देसगा । एवं णीललेस्स-अभवसिद्धिय-रासीजम्म-कडजम्म-णेरइयाणं चत्तारि उद्देसगा | काउलेस्सेहि वि चत्तारि उद्देसगा | तेउलेस्सेहि वि चत्तारि उद्देसगा । पम्हलेस्सेहि वि चत्तारि उद्देसगा । सुक्कलेस्स-अभवसिद्धिए वि चत्तारि उद्देसगा। एवं एएसु अट्ठावीसाए वि अभवसिद्धिय-उद्देसएसु मणुस्सा णेरइयगमेणं णेयव्वा। एवं एए वि अट्ठावीसं उद्देसगा । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ एगचत्तालीसइमं सतं ८५-१४० उद्देसा सम्मदिट्ठीरासीजुम्मकडजुम्मणेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! जहा पढमो उद्देसओ। एवं चउसु वि जुम्मेसु चत्तारि उद्देसगा भवसिद्धियसरिसा कायव्वा।॥ सेवं भंते ! सेवं भंते! || कण्हलेस्स-सम्मदिट्ठी-रासीजुम्मकडजुम्म-णेरइया णं भंते! कओ उववज्जंति ? गोयमा! एए वि कण्हलेस्ससरिसा चत्तारि वि उद्देसगा कायव्वा । एवं सम्मदिट्ठीसु वि भवसिद्धिय-सरिसा अट्ठावीसं उद्देसगा कायव्वा । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ मिच्छादिट्ठी-रासीजुम्मकडजुम्म-णेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जति ? गोयमा ! एत्थ वि मिच्छादिट्ठीअभिलावेणं अभवसिद्धियसरिसा अट्ठावीसं उद्देसगा कायव्वा । || सेवं भंते ! सेवं भंते ! ॥ एगचत्तालीसइमं सतं १४१-१९६ उद्देसा कण्हपक्खिय-रासीजुम्मकडजुम्म-णेरड्या णं भंते ! कओ उववज्जंति? गोयमा ! एत्थ वि अभवसिद्धियसरिसा अट्ठावीसं उद्देसगा कायव्वा | || सेवं भंते! सेवं भंते ! || सुक्कपक्खिय-रासीजुम्मकडजुम्म-णेरइया णं भंते ! कओ उववज्जंति ? गोयमा ! एवं एत्थ वि भवसिद्धियसरिसा अट्ठावीसं उद्देसगा भवंति । एवं एए सव्वे वि छण्णउयं उद्देसगसयं भवंति 641 Page #652 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवई सुत्त रासीजुम्मसयं जाव सुक्कलेस्स सुक्कपक्खिय-रासीजुम्मकलिओग-वेमाणिया जाव जइ सकिरिया तेणेव भवग्गहणेणं सिज्झंति जाव अंतं करेंति ? णो इणढे समढे । भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ, करेत्ता वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- एवमेयं भंते ! तहमेयं भंते ! अवितहमेयं भंते ! असंदिरमेयं भंते! इच्छियमेयं भंते ! पडिच्छियमेयं भंते ! इच्छिय-पडिच्छियमेयं भंते ! सच्चे णं एसमढे, जे णं तुब्भे वयह त्ति कट्ट अपूइवयणा खलु अरिहंता भगवंतो, समणं भगवं महावीरं वंदइ, णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ। रासीजुम्मसयं समत्तं। सव्वाए भगवईए अद्वतीसं सयं सयाणं, उद्देसगाणं एगणविंसतिसयाणि पंचविंसति आहियाणि । | चुलसीइ सयसहस्सा, पयाण पवरवरणाणदंसीहिं । भावाभावमणंता, पण्णत्ता एत्थमंगम्मि ॥१॥ तवणियमविणयवेलो, जयइ सदा णाणविमलविउलजलो । हेउसयविउलवेगो संघसमुद्दो गुणविसालो ॥२॥ पण्णत्तीए आइमाणं अट्ठण्हं सयाणं दो दो उद्देसगा उद्दिसिज्जंति, णवरं-चउत्थे सए पढमदिवसे अट्ठ, बिइयदिवसे दो उद्देसगा उद्दिसिज्जति | णवमाओ सयाओ आरद्धं जावइयं-जावइयं एड तावइयं तावइयं एगदिवसेणं उद्दिसिज्जइ, उक्कोसेणं सयं पि एगदिवसेणं, मज्झिमेणं दोहिं दिवसेहिं सयं, जहण्णेणं तिहिं दिवसेहिं सयं; एवं जाव वीसइमं सयं, णवरं-गोसालो एगदिवसेणं उद्दिसिज्जइ, जइ ठिओ एगेण चेव आयंबिलेणं अणुण्णवइ; अहण्णं ठिओ आयंबिलेणं छटेणं अणुण्णवइ । एक्कवीस-बावीस-तेवीसइमाइं सयाई एक्केक्कदिवसेणं उद्दिसिज्जंति | चळवीसइमं सयं चउहिं दिवसेहिं; छ छ उद्देसगा। पंचवीसइमं दोहिं दिवसेहिं; छ छ उद्देसगा | बंधिसयाइं अट्ठसयाइं एगेणं एगेणं दिवसेणं, सेढिसयाई बारस एगेणं, एगिंदियमहाजुम्मसयाई बारस एगेणं दिवसेणं, एवं बेइंदियाणं बारस, तेइंदियाणं बारस, चरिंदियाणं बारस एगेणं दिवसेणं, असण्णिपंचिंदियाणं बारस, सण्णिपंचिंदिय-महाजुम्मसयाई एक्कवीसं एगदिवसेणं उद्दिसिज्जंति, रासीजुम्मसयं एगदिवसेणं उद्दिसिज्जइ ॥ ॥ इति भगवई समत्ता || 642 Page #653 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Published By: GLOBAL JAIN AAGAM MISSION Pawandham, Mahavir Nagar, Kandivali (W), Mumbai - 400 067