________________
भगवई सुत्त
विभंगणाणस्स णं भंते ! केवइए विसए पण्णत्ते ? गोयमा ! से समासओ चउव्विहे पण्णत्ते, तं जहा- दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ | दव्वओ णं विभंगणाणी विभंगणाणपरिगयाइं दव्वाइं जाणइ पासह एवं जाव भावओ णं विभंगणाणी विभंगणाणपरिगए भावे जाणइ पासइ ।
णाणी णं भंते ! णाणी त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! णाणी दुविहे पण्णत्ते, तं जहा- साइए वा अपज्जवसिए, साइए वा सपज्जवसिए। तत्थ णं जे से साइए सपज्जवसिए से जहण्णेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं छावहिँ सागरोवमाइं साइरेगाइं।
आभिणिबोहियणाणी णं भंते ! आभिणिबोहिय णाणी त्ति कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा! णाणी, आभिणिबोहियणाणी जाव केवलणाणी; अण्णाणी, मइ-अण्णाणी, सुयअण्णाणी, विभंगणाणी;-एएसिं दसह वि संचिट्ठणा जहा कायट्ठिईए।
अंतरं सव्वं जहा जीवाभिगमे ।
१०९ | अप्पाबहुगाणि तिण्णि जहा बहुवत्तव्वयाए ।
केवइया णं भंते ! आभिणिबोहियणाणपज्जवा पण्णत्ता ? गोयमा ! अणंता आभिणिबोहियणाणपज्जवा पण्णत्ता।
केवइया णं भंते ! स्यणाणपज्जवा पण्णत्ता ? गोयमा ! एवं चेव, एवं जाव केवलणाणस्स। एवं मइअण्णाणस्स सुयअण्णाणस्स य ।
केवइया णं भंते! विभंगणाणपज्जवा पण्णत्ता? गोयमा ! अणंता विभंगणाण- पज्जवा पण्णत्ता। एएसि णं भंते ! आभिणिबोहिय-णाणपज्जवाणं, सुयणाण-पज्जवाणं, ओहिणाण-पज्जवाणं, मणपज्जवणाण- पज्जवाणं, केवलणाण-पज्जवाणं य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा मणपज्जवणाणपज्जवा, ओहिणाणपज्जवा अणंतगुणा, सुयणाणपज्जवा
अणंतगुणा, आभिणिबोहियणाणपज्जवा अणंतगुणा, केवल-णाणपज्जवा अणंतगुणा | ११४ एएसि णं भंते ! मइअण्णाण-पज्जवाणं सुयअण्णाण-पज्जवाणं विभंगणाण- पज्जवाण य कयरे
कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा विभंगणाण-पज्जवा, सुयअण्णाण-पज्जवा अणंतगुणा, मइअण्णाणपज्जवा अणंतगुणा । एएसि णं भंते ! आभिणिबोहियणाण-पज्जवाणं, जाव केवलणाण-पज्जवाणं, मइअण्णाणपज्जवाणं सुयअण्णाण-पज्जवाणं, विभंगणाण-पज्जवाणं य कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा ?
196