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________________ २० २१ २२ भगवई सुत्त अवत्तव्यं आयाइ य णो आयाइ य, सिय णो आया य अवत्तव्वाइं आयाओ य णो आयाओ य, सिय णो आयाओ य अवत्तव्वं आया य णो आया य, सिय आया य णो आया य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य । सेकेणणं भंते ! एवं वुच्चइ - तिपएसिए खंधे सिय आया एवं चेव उच्चारेयव्वं जाव सिय आया य णो आया य अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य ? गोयमा ! अप्पणो आइट्ठे आया । परस्स आइट्ठे णो आया । तदुभयस्स आइट्ठे अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य । देसे आइट्ठे सब्भावपज्जवे देसे आइट्ठे असब्भावपज्जवे तिपएसिए खंधे आया य णोआया य । देसे आइडे सब्भावपज्जवे देसा आइट्ठा असब्भावपज्जवा तिपएसिए खंधे आया य णोआयाओ य । देसा आइट्ठा सब्भावपज्जवा देसे आइडे असब्भावपज्जवे तिपएसिए खंधे आयाओ य णोआया य । देसे आइट्ठे सब्भावपज्जवे देसे आइ तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे आया य अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य देसे आइडे सब्भावपज्जवे देसा आइट्ठा तदुभयपज्जवा तिपएसिए खंधे आया य अवत्तव्वाइं आयाओ य गोआयाओ य । देसा आइट्ठा सब्भावपज्जवा देसे आइडे तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे आयाओ य अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य, एए तिणि भंगा । देसे आइट्ठे असब्भावपज्जवे देसे आइडे तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे णोआया य, अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य । देसे आइट्ठे असब्भावपज्जवे देसा आइट्ठा तदुभयपज्जवा तिपएसिए खंधे णोआया य अवत्तव्वाइं आयाओ य णोआयाओ य । देसा आइट्ठा असब्भावपज्जवा देसे आइट्ठे तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे णोआयाओ य अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य । देसे आइडे सब्भावपज्जवे देसे आइडे असब्भावपज्जवे देसे आइडे तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे आया य गोआया य अवत्तव्यं आयाइ य णोआयाइ य । से तेणणं गोयमा ! एवं वुच्चइ- तिपएसिए खंधे सिय आया जाव णोआयाइ य । आया अंते! चउप्पएसिए खंधे, पुच्छा ? गोयमा । चउप्पएसिए खंधे सिय आया, सिय णोआया, सिय अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य। सिय आया य णोआया य, चउभंगा ॥ सिय आया य अवत्तव्वं, चउभंगा ॥ सिय णोआया य अवत्तव्वं, चउभंगा ॥ सिय आया य णोआया य अवत्तव्वं आयाइ य णोआयाइ य | सिय आया य णोआया य अवत्तव्वाई आयाओ य णोआयाओं य सिय आया य णोआयाओ य अवत्तव्यं आयाइ य णोआयाइ य सिय आयाओ य णोआया य अवत्तव्वं आयाइ य । णोआयाइ य । सेकेणणं भंते । एवं वुच्चइ चउप्पएसिए खंधे सिय आया य णोआया य अवत्तव्वं तं चैव अट्ठे पडिउच्चारेयव्वं ? गोयमा ! अप्पणो आइट्ठे आया, परस्स आइट्ठे णो आया, तदुभयस्स आइट्ठे अवत्तव्वं आयाइ य णो आयाइ य । देसे आइट्ठे सब्भावपज्जवे देसे आइट्ठे असब्भावपज्जवे, चउभंगो ॥ सब्भावपज्जवेणं तदुभएण य, चउभंगो ॥ असम्भावेणं तदुभएण य, चउभंगो ॥ देसे आइडे 340
SR No.009905
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Mool Sthanakvasi
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorDevardhigani Kshamashaman
PublisherGlobal Jain Agam Mission
Publication Year2012
Total Pages653
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size8 MB
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