________________
९
भगवई सुत्त
एगविहं तिविहेणं पडिक्कममाणे- ण करेइ मणसा वयसा कायसा; अहवा ण कारवेइ मणसा वयसा कायसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ मणसा वयसा कायसा ।
१२
एगविहं दुविहेणं पडिक्कममाणे- ण करेइ मणसा वयसा; अहवा ण करेइ मणसा कायसा; अहवा ण करेइ वयसा कायसा; अहवा ण कारवेइ मणसा वयसा; अहवा ण कारवेइ मणसा कायसा; अहवा ण कारवेइ वयसा कायसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ मणसा वयसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ मणसा कायसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ वयसा कायसा ।
एगविहं एगविणं पडिक्कममाणे- ण करेइ मणसा, अहवा ण करेइ वयसा अहवा ण करेइ कायसा; अहवा ण कारवेइ मणसा; अहवा ण कारवेइ वयसा; अहवा ण कारवेइ कायसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ मणसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ वयसा; अहवा करेंतं णाणुजाणइ कायसा ।
१० अणागयं पच्चक्खमाणे किं तिविहं तिविहेणं पच्चक्खाइ, पुच्छा ? गोयमा ! एवं ते चेव भंगा एगूणपण्णं भाणियव्वा ।
१३
पडुप्पण्णं संवरेमाणे किं तिविहं तिविहेणं संवरेइ पुच्छा ? गोयमा ! जहा पडिक्कममाणेणं एगूणपण्णं भंगा भणिया एवं संवरमाणेण वि एगूणपण्णं भंगा भाणियव्वा ।
११ समणोवासगस्स णं भंते ! पुव्वामेव थूलए मुसावाए अपच्चक्खाए भवइ, से णं भंते ! पच्छा पच्चाइक्खमाणे किं करेइ ?
एवं जहा पाणाइवायस्स सीयालं भंगसयं भणियं, तहा मुसावायस्स वि भाणियव्वं । एवं अदिण्णादाणस्स वि, एवं थूलगस्स मेहुणस्स वि, थूलगस्स परिग्गहस्स वि जाव अहवा करेंतं णाणुजाणइ कायसा । एवं खलु एरिसगा समणोवासगा भवंति णो खलु एरिसगा आजीविओवासगा भवंति ।
आजीवियसमयस्स णं अयमट्ठे- अक्खीणपडिभोइणो सव्वे सत्ता से हंता, छेत्ता, भेत्ता, लुंपित्ता, विलुंपित्ता, उद्दवइत्ता आहारं आहारेंति ।
तत्थ खलु इमे दुवालस आजीवियोवासगा भवंति, तं जहा- ताले, तालपलंबे, उव्विहे, संविहे, अवविहे, उदए, णामुदए, णम्मुदए, अणुवालए संखवालए, अयंपुले कायरए ।
इच्चेए दुवालस आजीवियोवासगा अरिहंतदेवतागा, अम्मा पिउसुस्सूसगा, पंचफलपडिक्कंता, तं जहा- उंबरेहिं, वडेहिं, बोरेहिं, सतरेहिं, पिलक्खूहिं,, पलंडू- ल्हसुण-कंदमूल-विवज्जगा, अणिल्लंछिएहिं अणक्कभिण्णेहिं गोणेहिं तसपाणविवज्जिएहिं वित्तेहिं वित्तिं कप्पेमाणा विहरति ।
एए वि ताव एवं इच्छंति किमंग ! पुण जे इमे समणोवासगा भवंति, जेसिं णो कप्पंति इमाइं पण्णरस कम्मादाणाइं सयं करेत्तए वा, कारवेत्तए वा, करंतं वा अण्णं समणुजाणेत्तए, तं जहा- इंगालकम्मे, वणकम्मे, साडीकम्मे, भाडीकम्मे, फोडीकम्मे, दंतवाणिज्जे, लक्खवाणिज्जे, केसवाणिज्जे, रसवाणिज्जे, विसवाणिज्जे, जंतपीलणकम्मे, णिल्लंछणकम्मे, दवग्गिदावणया, सर- दह-तलायपरि-सोसणया, असईजणपोसणया ।
200