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लेश्या-कोश १२.१ सूक्ष्म अप्काय में (सुहुमआउकाइया ) जहेव सुहुमपुढविकाइयाणं ।
-जीवा० प्रति १ । सू १६ । पृ० १०६
सूक्ष्म अप्काय में तीन लेश्या होती है। .१२.२ बादर अप्काय में (बायरआउकाइया) चत्तारि लेस्साओ।
-जीवा० प्रति १ । सू १७ । पृ० १०६
बादर अप काय में चार लेश्या होती है। १२.३ अपर्याप्त बादर अप्काय में
चार लेश्या होती है।
.१२.४ पर्याप्त बादर अपकाय में
तीन लेश्या होती हैं। .१३ तेउकाय में (क) तेउवाउवेइ दियतेइ दियचउरिंदियाणं जहा नेरइयाणं ।
--पण्ण० पद १७ । उ २ । सू १३ । पृ० ४३८ (ख) तेउवाउबेईदियतेइ दियचउरिंदियाणं वि तओ लेस्सा जहा नेरइयाणं।
-ठाण० स्था ३ । उ १ । सू ६२ । पृ० ५४५ (ग) तेउवाउबेइदियतेइ दियचउरिंदियाणं तिनि लेस्साओ।
–ठाण० स्था १ । उ १ । सू २०० । पृ० ४६६ तेउकाय में तीन लेश्या होती है । (घ) जइ तेउकाइएहितो (भविए पुढविकाइएसु ) उववज्जति xxx तिण्णि लेस्साओ।
-भग० श० २४ । उ १२ । सू १७६ । पृ० ८७१ पृथ्वीकाय में उत्पन्न होने योग्य तेउकायिक जीव में तीन लेश्या होती है।
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