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श्रीचन्द चोरडिया, न्यायतीर्थ (द्वय)
पूर्व मानद सम्पादक : जैन भारती जन्म : वि० सं० १९९० आश्विन शुक्ला १४
२ अक्टूबर सन् १९३३ दिगम्बरीय जैन न्यायस्य, सन् १९६४ श्वेताम्बरीय जैन, न्यायस्य, सन् १९७०
'अणुव्रत साहित्य सेवी' सम्मान, सन् १९९९ प्रकाशित आलेख :
१. भेद में अभेद का प्रतिपादक अनेकान्तवाद २. जैन शब्दकोष - परिभाषाएँ ३. दर्शन ४. नयवाद ५. जैन दर्शन में पाँचज्ञान ६. समुच्छिम मनुष्य ७. पाँचदेव ८. प्रमाण ९. प्रमाण मीमांसा १०. मिथ्यात्वी काआध्यात्मिक विकास ११. निश्चय और व्यवहार की तुला पर नयवाद १२. भगवान् महावीर का जीवन दर्शन १३. भगवान् महावीर का तत्त्वदर्शन १४. वर्तमान समाज तथा भगवान् महावीर का
अनेकान्त सिद्धान्त १५. लेश्या - एक विवेचन १६. चार प्रकार के पुरुष १७. बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी आचार्यश्री तुलसी १८. श्रावकरायचन्द्रजी सुराना १९. श्रावक महादेवलालजी सरावगी २०. मुनिश्री गंगारामजी का वैरागी गृहस्थ जीवन २१. आगमों में मोहनीय कर्म का स्वरूप २२. हेतू २३. श्रमण संस्कृति को जैन धर्म की देन २४. समाजभूषण श्री छोगमल जी चोपड़ा २५. प्रज्ञा पुरुष जयाचार्य २६. नारकी-एक विवेचन
२७. आचार्य (युवाचार्य श्री महाप्रज्ञ) - एक परिचय आदि Fer Private & Personal Use Only
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