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लेश्या-कोश '१६ द्वीन्द्रिय में (क) तेउवाउइ दियतेइ दियचउरिंदियाणं जहा नेरइयाणं ।
-पण्ण ० प १७ । उ २ । सू १३ । पृ० ४३८ (ख) ( बेईदिया ) तिन्निलेस्साओ।
-जीवा० प्रति १ । सू २८ । पृ० १११ (ग) तेउवाउबेइदिय तेइ दियचउरिंदियाण वि तओ लेस्सा जहा नेरइयाणं।
-ठाण० स्था ३ । उ १ । सू १८१ । पृ० २०५
(घ) तेउवाउबेइदियतेइ दियचउरिंदिया णं तिन्निलेसाओ।
-ठाण० स्था १ । उ १ । सू २०० । पृ० ४६६ द्वीन्द्रिय में तीन लेश्या होती है।
'१७ त्रीन्द्रिय में
देखो ऊपर द्वीन्द्रिय के पाठ ( १६ ) तीन लेश्या होती है।
(क) पंचेन्दियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा ! छल्लेसाकण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा।
-पण्ण० प १७ । उ २ । सू १३ । पृ० ४३८ १८ चतुरिन्द्रिय में
देखो ऊपर द्वीन्द्रिय के पाठ ( १६ ) तीन लेश्या होती है । १६ तिर्यञ्च पंचेन्द्रिय में
(ख) पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं छ लेस्साओ पनत्ताओ, तं जहा–कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा।
-ठाण० स्था ६ । सू ४८ । पृ० ७२३ (ग) पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं मणुस्साणं छल्लेस्साओ।
-ठाण० स्था १ । उ १ । सू २०० । पृ० ४६६
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