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लेश्या-कोश एवं संखेज्जवासाउयसनिमणुस्साणं जहेव असुरकुमारेसु उववज्जमाणाणं तहेव णव गमगा भाणियव्वा । x x x सेसं तं चेव ) उनमें नौ गमकों में ही छः लेश्याएं होती हैं । ( देखो पाठ ५८ ८.५ )
-भग० श २४ । उ २४ । सू ११ पृ० ८४६ '५८ २३ ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों में'५८ २३.१ असंख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्य च योनि से ईशान
देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों मेंगमक-१-४, ७-६ असंख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्य च योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( ईसाणदेवाणं एस चेव सोहम्मगदेवसरिसा वत्तव्वया । x x x सेसं तहेव ) उनमें सात गमक होते हैं तथा इन सातों गमकों में प्रथम की चार लेश्याएं होती हैं। ( देखो पाठ '५८ २२.१)
--भग० श २४ । उ २४ । सू १२ । पृ० ८४६-५० .५८ २३.२ संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यञ्च योनि से ईशान
देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों मेंगमक-१-६ संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यच योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( संखेज्जवासाउयाणं तिरिक्खजोणियाणं मणुस्साण य जहेव सोहम्मेसु उववज्जमाणाणं तहेव निरवसेसं णव वि गमगा। ) उनमें प्रथम के तीन गमकों में छः लेश्याए, मध्यम के तीन गमकों में चार लेश्याएं तथा शेष के तीन गमकों में छः लेश्याएं होती हैं । ( देखो पाठ '५८ २२.२ )
-भग० श २४ । उ २४ । सू १४ । पृ० ८५० ५८ २३.३ असंख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य योनि से ईशान देवों में
उत्पन्न होने योग्य जीवों मेंगमक-१-४, ७-६ असंख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( असंखेज्जवासाउयसनिमणुसस्स वि तहेव x x x जहा पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स असंखेज्जवासा
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